जनता के हितों के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ तत्परतापूर्वक कार्य करें अधिकारी : जिलाधिकारी।

न्याय के साथ विकास के कार्य को दें सर्वोच्च प्राथमिकता।

विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में व्यक्तिगत अभिरूचि लें अधिकारी।

जिलाधिकारी, श्री दिनेश कुमार राय ने कहा कि जनता के हितों के लिए अधिकारी पूरी संवेदनशीलता के साथ तत्परतापूर्वक कार्य करें। सरकार के न्याय के साथ विकास कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में व्यक्गित अभिरूचि लेते हुए ससमय आमजनों को लाभान्वित किया जाय। जिलाधिकारी समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि विधि-व्यवस्था का संधारण नितांत आवश्यक है। किसी भी सूरत में विधि-व्यवस्था प्रभावित नहीं हो, इस हेतु सभी अधिकारियों को पूरी मुस्तैदी के साथ तत्पर रहना होगा। भूमि विवाद, पर्व-त्यौहारों आदि पर विधि-व्यवस्था कायम रखने के लिए सतत निगरानी की जाय। 

उन्होंने निर्देश दिया कि कोविड संक्रमण के दृष्टिगत सभी प्रकार की व्यवस्थाएं अपडेट रखी जाय। टेस्टिंग की संख्या को बढ़ायी जाय तथा कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करने हेतु आम जनमानस को बताया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि गर्म हवाएं/लू, जेई/एईएस से बचाव हेतु सभी सरकारी अस्पतालों में सभी प्रकार की व्यवस्थाएं अपडेट रखी जाय ताकि प्रभावितों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।

जिलाधिकारी ने कहा कि संभावित बाढ़/कटाव को लेकर संबंधित अधिकारियों को अलर्ट रहने की आवश्यकता है। संवेदनशील स्थलों पर नजर रखें तथा सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी कार्यपालक पदाधिकारी, नगर निकाय बरसात के पूर्व समुचित तरीके से नाला उड़ाही कराना सुनिश्चित करेंगे ताकि बरसात के दरम्यान समुचित तरीके से जलनिकासी हो सके। 

उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि सरकार का कार्य किसी भी परिस्थिति में बाधित नहीं होना चाहिए। सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर जनहित के कार्य को ससमय पूरा किया जाय। इस हेतु सभी अधिकारी टीम वर्क के साथ समन्वय स्थापित करते हुए अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन करेंगे। 

उन्होंने सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग को निर्देश दिया कि पेंशन से भी मामलों का निष्पादन ससमय कराना सुनिश्चित करेंगे। सभी पेंशनभोगियों को ससमय भुगतान हो सके, इसकी विशेष व्यवस्था करेंगे। प्रबंधक, डीआरसीसी को निर्देश दिया कि विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु आने वाले छात्र-छात्राओं को बेवजह परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े, इसका विशेष ध्यान रखेंगे। सभी पात्र छात्र-छात्राओं को डीआरसीसी से मिलने वाला लाभ ससमय मिल जाय, इसे सुनिश्चित करेंगे। 

जिलाधिकारी ने कहा कि जिलास्तर से निर्गत दिशा-निर्देशों का अधिकारी शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करेंगे। योजनाओं/कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत वरीय अधिकारी से संपर्क करें, त्वरित गति से उसका निराकरण कराया जायेगा। 

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, श्री अनिल राय सहित सभी जिलास्तरीय अधिकारी, सभी अनुमंडल स्तरीय अधिकारी, सभी प्रखंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

जिले का नया डीएम बेतिया समाहरणालय अवस्थित सभी कार्यालयों/विभागों का किया औचक निरीक्षण।

 

बेतिया। डीएम दिनेश कुमार राय द्वारा आज बेतिया समाहरणालय अवस्थित विभिन्न कार्यालयों/विभागों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी निर्वाचन शाखा, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, जिला नजारत, आइसीडीएस, ग्रामीव विकास विभाग, जिला कल्याण कार्यालय, आधार केन्द्र, विकास शाखा, मनरेगा, पंचायत कार्यालय, रिकार्ड रूम, उपभोक्ता फोरम, जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय, सांख्यिकी कार्यालय, सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय, जिला कोषागार, जिला अल्पसंख्यक कार्यालय, स्ट्रॉग रूम, परिवहन कार्यालय सहित अन्य पहुंच कार्यों का जायजा लिया।

जिलाधिकारी ने कहा कि कार्यालयों का संचालन निर्धारित समयावधि में विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप कराना होगा। कार्यालय के कार्यों को ससमय निष्पादित कराना, सभी फर्निचर, उपस्कर आदि व्यवस्थित कराना, साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था रखना, कर्मियों की ससमय उपस्थिति सहित अन्य कार्य पर विशेष ध्यान देना होगा। कार्यालय पहुंचने वाले आमजनों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े, इसका ध्यान रखा जाय। 

  बेतिया स्थित विकास भवन निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि भवन की मरम्मति कराना अतिआवश्यक है। इस हेतु अग्रतर कार्रवाई की जाय। रिकॉर्ड रूम निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि नकल निकालने हेतु आने वाले लोगों को बेवजह परेशान करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी। रिकॉर्ड रूम के कर्मी कार्यों का निष्पादन नियमानुकूल तरीके से ससमय करे। 

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह अनिल राय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे

जन सुराज अभियान के पश्चिम चंपारण जिले की कार्यवाहक समिति के पदाधिकारियों का हुआ चयन, संस्थापक सदस्यों ने सर्वसम्मति से लगाई कुल 29 नामों पर मुहर

बेतिया : जन सुराज पदयात्रा की शुरुआत पश्चिम चंपारण जिले के भितिहरवा गांधी आश्रम से 2 अक्तूबर को शुरू हुई थी। जन सुराज पदयात्रा जिले में 48 दिनों तक चली और इस दौरान अलग-अलग गांवों और प्रखंडों से गुजरी। पदयात्रा के दौरान लाखों लोग जन सुराज के विचार से प्रभावित हुए और पदयात्रा के साथ कदम से कदम मिलकर चले। 

पश्चिम चंपारण जिले में जन सुराज अभियान को आगे बढ़ाने और जनसुराज के कार्यों को सुचारू ढंग से जारी रखने के लिए जिले की कार्यवाहक समिति का गठन 5 जनवरी 2023 को हुआ था। अब संगठन के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाने और स्थाई समिति के चुनाव होने तक कार्यवाहक समिति के सदस्यों के बीच से और संस्थापक सदस्यों की सर्वानुमति से कुल 29 पदाधिकारियों का चयन किया गया है। 

सभी नामित पदाधिकारियों को दायित्व सौंपा गया है और सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है कि पदाधिकारियों के माध्यम से सभी संस्थापक सदस्य जन सुराज की सोच और प्रशांत किशोर के विजन को लोगों तक घर-घर पहुंचाएंगे और बिहार में एक नई राजनीतिक व्यवस्था बनाने के इस प्रयास को और मजबूत करेंगे। 

इसके साथ सभी पदाधिकारी जिले में स्थाई चुनाव होने तक अपने पदों पर बने रहेंगे। पश्चिम चंपारण जिला कार्यवाहक समिति के पदाधिकारियों की सूची में तुलसी चौधरी को सभापति और बिकई महतो को अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 

वहीं 4 अनुमंडल अध्यक्षों में कृष्णा बिंद, बुधई राम, विष्णु गुप्ता, अब्दुल सत्तार को चयनित किया गया है। जिले के मुख्य प्रवक्ता के तौर पर गुलरेज अख्तर को नामित किया गया है।

इसके अलावा जिले में जन सुराज अभियान की सोच को जन-जन और घर-घर तक पहुंचाने के लिए जिले स्तर पर एक अभियान समिति यानी कैंपेन कमिटी बनाई गई है। 

अभियान समिति के अध्यक्ष के तौर पर रामदेव महतो और संयोजक के तौर पर काशी बैठा को चुना गया है। इस समिति में 9 अन्य सदस्यों को शामिल किया गया है। 

इस समिति के सदस्यों का काम होगा कि प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा और इसके मूल मंत्र - 'सही लोग, सही सोच और सामूहिक प्रयास' को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए जमीनी स्तर पर अभियान चलाना और सभी सही लोगों को एक मंच पर लाकर इस अभियान को मजबूत करना है।

तीन फेडिया गांव में आग लगने से दो घर हुए जलकर राख

बगहा : बगहा दो प्रखंड अंतर्गत बिनवलिया बोधसर पंचायत के तीन फेडिया गांव में आग लगने से दो घर जलकर राख हो गए। इस आगलगी में लोगों के अनाज, बेड,बर्तन समेत सारा कुछ जलकर रख हो गया। 

पीड़ितों का कहना है की रात के 7 बजे अचानक आग लगी और जब तक वे लोग कुछ समझ पाते आग की लपटों ने दो घरों को अपने जद में ले लिया। 

स्थानीय लोगों की सूचना पर फैयरबिग्रेड की टीम मौके पर पहुंची और घंटो मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। 

पीड़ितों ने स्कूल में रात गुजारी और फिलहाल जब तक घर नहीं बन जाता तब तक स्कूल का बरामदा ही उनका सहारा है। पीड़ितों ने मुआवजे की मांग की है। 

सूत्रों के मुताबिक शिवनाथ चौहान और रघुनाथ चौहान का घर आग लगने से जलकर राख हुई है।

वीटीआर के मदनपुर जंगल मे लगी आग, बड़ा भूभाग जलकर हुआ राख

बगहा : वाल्मीकि टाइगर रिजर्व अंतर्गत मदनपुर वन क्षेत्र के कक्ष संख्या 9 में लगी आग से जंगल का बड़ा भूभाग धू धू कर जलकर राख हो गया है। 

बता दें,बगहा- वाल्मीकिनगर पथ के किनारे मदनपुर वनक्षेत्र के जंगल में यह आग लगी है। जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई है। अनुमान है की इस घटना में कई एकड़ जंगल के क्षेत्र तक धीरे धीरे आग फैल गया है। 

समाचार संकलन तक वनकर्मी मौके पर नहीं पहुंचे हैं। 

दरअसल गर्मी की आहट के साथ ही वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती है और अलग अलग हिस्सों में आए दिन आग लगता रहता है। आग लगने के बाद आसपास के इलाकों में उसका राख उड़कर गिरने लगता है जिससे लोगों में भी बेचैनी बढ़ जाती है।

बतातें चलें कि वन विभाग के पास फिलहाल आग पर काबू पाने का कोई समुचित संसाधन नहीं है। जिसके कारण झाड़ियों के सारे आग बुझाई जाती है। 

वैसे तो वन विभाग को आग लगने के कारणों की जानकारी नहीं है, लेकिन प्रत्येक साल जंगल में आग लगने की घटनाएं घटती हैं और माना जाता है की जंगल में मवेशी चराने वाले चरवाहों द्वारा बीड़ी या सिगरेट जलाकर फेंकने की वजह से सुखी पत्तियों में आग लग जाता है और फिर यह विकराल रूप ले लेता है। 

इतना ही नहीं नया हरा चारा के लिए भी मवेशी पालकों द्वारा जंगल में आग लगाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

मनरेगा मजदूरों-गरीबों के अधिकारों पर हमला कर रहीं हैं मोदी सरकार, 27 अप्रैल को सभी प्रखंड कार्यालयों पर होगा प्रदर्शन : वीरेन्द्र गुप्ता

बेतिया : अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा ने मनरेगा मजदूरों-गरीबों के अधिकारों पर मोदी सरकार के हमला के खिलाफ और रोजी- रोटी, वास आवास और सम्मानपूर्ण जीवन के लिए साम्प्रदायिक सद्भाव व शांति के लिए 27 अप्रैल को सभी प्रखंड कार्यालयों पर प्रदर्शन की तैयारी को लेकर खेग्रामस के बैनर तले हरिबाटीका चौक स्थित सुकन्या उत्सव भवन में जन कन्वेंशन का आयोजन किया। 

कन्वेंशन की अध्यक्षता व संचालन संजय राम, पिपरासी प्रखण्ड के मुखिया राजकुमार साहनी, मुखिया जोखन बैठा, सुरेन्द्र चौधरी, सीताराम राम, भीखारी प्रसाद, जवाहर प्रसाद आदि ने किया। 

कन्वेंशन मे मुख्य अतिथि के रूप मे शिरकत कर रहे सिकटा विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा दलित-अतिपिछड़े-पिछड़े समुदाय के बेरोज़गार युवकों को सचेत रूप से आगे करके हिंदू-मुस्लिम एकता को तोड़ देने का प्रयास कर रही है। 

माले विधायक ने कहा कि सदियों से इस देश में कायम गंगा-जमुनी तहज़ीब बीजेपी के लिए सबसे बड़ी बाधा है। इसलिए उसका हमला राजनैतिक-सामाजिक-शैक्षणिक व सांस्कृतिक सभी स्तरों पर है। 

 मोदी सरकार ने मनरेगा मजदूरों-गरीबों के अधिकारों पर हमला कर रहीं हैं, इसके खिलाफ ऐसे में अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा रोजी – रोटी, वास- आवास, जमीन और सम्मानपूर्ण जीवन के लिए साम्प्रदायिक सद्भाव व शांति के लिए सभी प्रखंड कार्यालयों पर 27 अप्रैल को प्रदर्शन करेगा। 

आगे कहा कि मोदी सरकार मनरेगा मजदूरी कम कर दिया है, वही विलंबित से भुगतान कर रहीं हैं या नहीं कर रहीं हैं,यहा तक सरकार ने केंद्रीय बजट में मनरेगा के मद में आवंटन को कम कर दिया है, इसके साथ-साथ सभी सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं के बजट में कटौती करके मनरेगा को खत्म करने पर तुली हुई है। 

खेग्रामस, केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन ₹429, को आधार मान कर मजदूरी तय करने के लिए मांग करती है. माले विधायक ने मनरेगा के काम में डिजिटल हाजिरी बनाने की तीखी आलोचना किया। 

खेग्रामस जिला अध्यक्ष संजय राम ने कहा कि मोदी सरकार का उद्देश्य सस्ते ग्रामीण श्रम बल को लूटना है, जो आगे चलकर जबरन पलायन में इजाफा करेगा। 

इस अवसर पर संजय बंधु राम, प्रकाश माझी, ठाकुर पटेल, भरत राम, लालजी यादव, सुरेन्द्र चौधरी, जवाहर प्रसाद, ताजुद्दीन मंत्री, अमेरिका राम, मुखिया राजकुमार साहनी, संजय मुखिया आदि नेताओं ने भी खेत मजदूरों- गरीबों का कन्वेंशन को संबोधित किया।

महायज्ञ को लेकर निकली भव्य कलश यात्रा, राज्यसभा सांसद रहें मुख्य अतिथि

नरकटियागंज : प्रखंड के मनियारी गांव में 9 दिवसीय लक्ष्मी नारायण महायज्ञ को लेकर मंगलवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा का उदघाटन राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र दुबे ने फीता काट कर किया जिसमें हजारों की संख्या में महिला पुरुष सहित गाजे बाजे के साथ शामिल हुए।  

कलश यात्रा और यज्ञ स्थल भक्तिमय माहौल में धार्मिक नारो के साथ दर्जनों गांव का भ्रमण करते हुए मनियारी नदी के तट पर पहुंचा जहां पर मुक्तिनाथ मिश्र उर्फ अल्टर बाबा के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पूजन कार्य कर कलश में जल भरवाने का कार्य किया गया।इस कलश यात्रा में 1101 कुआरी कन्याएं शामिल रहीं। 

इस मौके पर सांसद सतीश चंद्र दुबे दुबे ने कहा कि यज्ञ के आयोजक बधाई के पात्र है। महायज्ञ भारत की संस्कृति, भारत के संस्कार, सनातन धर्म को लेकर महायज्ञ का आयोजन किया गया है।  

वही महायज्ञ कमिटी के अध्यक्ष विनय कुमार पांडेय ने बताया की कलश यात्रा मनियारी से निकलकर विक्रमपुर, परसोतीपुर, कुकुरा समेत अन्य गांवो का भर्मण करते हुए मनियारी नदी के तट पर पहुंचकर वैदिक मंत्रोच्चार के बाद जलबोझी कर यज्ञशाला पहुंचा आगे बताया की महायज्ञ में मनोरंजन के लिए बृंदाबन व मथुरा से आये कलाकार कृष्णलीला, व रामलीला करेंगे इस महायज्ञ में मेला भी लगा हैं जिसमे टावर झूला, ब्रेक डांस,बॉम्बे बाजार आदि हैं जिससे मेला पूरा आकर्षित हैं.यज्ञ की ब्यवस्था के लिए 25 लड़कियो समेत 100 वोलेंटियर तैनात किए गए है।

भारत के महान समाज सुधारक ज्योतिबा फुले की 196वी जन्मदिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन

आज दिनांक 11 अप्रैल 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में भारत के महान सुधारक ज्योतिबा फुले की 196 वी जन्मदिवस पर सत्याग्रह इस फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया । विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया ।

इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता एवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ने संयुक्त रूप से कहा कि आज ही के दिन 196 वर्ष पूर्व भारत के महान समाज सुधारक ज्योतिबा फुले का जन्म हुआ। ज्योतिबा फुले का सारा जीवन सामाजिक उत्थान के लिए समर्पित रहा। समाज के उपेक्षित वर्ग के लिए उन् के त्याग एवं बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।भारत समेत पूरे विश्व में मानव के रूप में अपनी पहचान बनाने के लिए सैकड़ों सालों से दलितों का संघर्ष जारी है। पहले ये अछूत कहलाते थे, अब दलित कहा जाता है।

दलित का शाब्दिक अर्थ दमित, शोषित, कुचला हुआ माना जाता है। माना जाता है कि सबसे पहले 1927 में महात्मा गांधी ने एक गुजराती लेख में राजनैतिक रूप से दलित शब्द का प्रयोग किया था। इंसानों के बीच महज उनकी जाति को लेकर फर्क करने वाली सामाजिक व्यवस्था में दलित आज भी अपनी पहचान बनाए को लेकर संघर्षरत हैं। ये संघर्ष सैकड़ों साल पुराना है एवं दलितों की यह लड़ाई अब भी किसी न किसी रूप जारी है। उनके संघर्ष की ये कहानी तो उस दौर से शुरू होती है जब उन्हें केवल सर पर मैला ढ़ोने और ऊंची जातियों की सेवा करने के योग्य ही समझा जाता था। इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल ,अमित कुमार लोहिया, डॉ शाहनवाज अली एवं अल बयान के संपादक डॉ सलाम ने संयुक्त रूप से कहा कि पुणे के ज्योतिराव फुले वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने दलितों की असल समस्यायों की जड़ पहचानना शुरू किया।

उन्होंने दलितों को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें शिक्षित करने पर जोर दिया। जिस वक्त ज्योतिबा ने दलित शिक्षा के लिए अपनी लड़ाई शुरू की, उन्हें ऊंची जातियों के अलावा अपने समाज के लोगों का भी विरोध झेलना पड़ा था। तत्कालीन भारत में यह बहुत क्रांतिकारी कदम था। जिन लोगों को सिर्फ मजदूरी करने, मैला ढोने और ऊंची जाति के लोगों की सेवा करने के लिए अधिकृत कर दिया गया था, फुले ने उन लोगों के हाथों में किताब पहुंचाने की हिम्मत दिखाई थी।

अपने इन्ही उद्देश्यों की पूर्ति के लिए उन्होंने 1873 में सत्यशोधक समाज की स्थापना की।

इस संगठन ने स्त्री शिक्षा के लिए बेहतरीन काम किया। ज्योतिबा फुले ने सिर्फ समाज के कमजोर वर्गों को पढ़ाने पर ही जोर नहीं दिया बल्कि अपनी पत्नी सावित्री बाई फुले के साथ मिलकर लड़कियों को भी स्कूल तक आने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महाराष्ट्र में महिलाओं के लिए पहला आधुनिक स्कूल खोला, जो भारत में भी महिलाओं का पहला स्कूल था।

दलितों को एक समाज के रूप में संगठित करने और समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का काम भारत के महान समाज सुधारक ज्योतिबा फूले ने किया।

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि ज्योतिबा फुले का सारा जीवन नई पीढ़ी के लिए मार्गदर्शन है।

शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति नरकटियागंज ने नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली के प्रतिलिपि को जलाकर विरोध प्रदर्शन किया

नरकटियागंज : आज BRC नरकटियागंज में नई शिक्षक नियुक्ति के विरोध में शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के नेतृत्व में नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली के प्रतिलिपि को जलाकर विरोध शिक्षक गण ने प्रदर्शन किया। जिसमे शेख नेजामुद्दीन, क्षमेंद्र कुमार,विशाल गुप्ता,प्रमोद पासवान,गुफरान अहमद,धनंजय मिश्रा,शशिकला, रीता राव, लोकेश कुमार सिंह,सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे।

जिसमे जिला अध्यक्ष शेख निजामुद्दीन जी ने कहा कि यह महागठबंधन की सरकार हम नियोजित शिक्षकों के साथ धोखा की है और ठगने का प्रयास की है।

उप मुख्यमंत्री ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि हमारी सरकार बनते ही सभी नियोजित शिक्षकों को समान काम समान वेतन सहित राज्यकर्मी का दर्जा देंगे,लेकिन इस नियमावली में हमे नीचा दिखाने की कोशिश की गई है।

अतः सरकार अविलंब इसमे सुधार करे वरना हमलोग,जोरदार आंदोलन को बाध्य होंगे।

गोनौली गांव में आग लगने से पांच घर जलकर हुए राख

लौरिया :- थाना क्षेत्र के गोनौली डुमरा पंचायत के गोनौली गांव के वार्ड 9 निवासी स्वर्गीय दुःखी महतो के पुत्र दशरथ महतो,तथा दशरथ महतो के चार पुत्र लक्ष्मण कुशवाहा, लालसाहेब कुशवाहा, हीरालाल कुशवाहा,रामु कुशवाहा के टिना एवं टाट फुस के घर में सोमवार को रात्री समय करीब तीन बजे अचानक आग लग गई।

आग लगने के कारण पांचों के घर में रखा समान दिवान पलंग, कपड़ा,ट्रंक,श्रृंगार बाक्स,दो चौकी,दस थान गहना,दाल चावल सहित अन्य समान जल कर राख हो गया है।

स्थानीय मुखिया सुनीता देवी पति सुमन ठाकुर ने बताया कि हमारे पंचायत के पांच घरों मे आग लगी थी मुझे जानकारी मिली तो मैं भी स्वयं वहां पहुंच कर स्थानीय थाने में फोन कर अग्नी शामक गाड़ी मगवाई गाडी एवं ग्रामीणों के काफी परिश्रम के बाद आग पर काबू पाया जा सका। तब तक पांचों का घर जलकर राख हो गया।

दशरथ महतो के पुत्र लालसाहेब कुशवाहा का शादी 30 अप्रैल को चनपटिया के बनकट में होना था दशरथ महतो शादी का समान एवं गहना, कपड़ा तथा शादी के अन्य सामान घर में रखे थे सभी समान अचानक आग लगने से जलकर राख हो गया। करीब सात लाख रुपए का समान जलकर राख हो गया है।

इस संबंध में मैं अग्नि सामक पदाधिकारी नरकटियागंज को आवेदन देकर मुआवजे की मांग की हूं तथा दशरथ महतो के यहां शादी संपन्न हो सकें इसके लिये प्रयासरत हूं|