दुमका : रामनवमी पर निकली विशाल शोभायात्रा, जय श्रीराम के नारों से गूंजा शहर, देखिए तस्वीरें..
दुमका : 'गुड गवर्नेंस' का संदेश देती तस्वीर, रामनवमी पर दिखी आपसी सौहार्द व एकता

दुमका : झारखण्ड की उपराजधानी दुमका से रामनवमी की सुबह गुरुवार को एक तस्वीर उभरकर आयी है। यह तस्वीर रामनवमी पर आपसी भाईचारे और सौहार्द का संदेश देती दिख रही है। तस्वीर नगर थाना अंतर्गत इंदिरा नगर जरूवाडीह की है।

तस्वीर में दुमका के अंचलाधिकारी यामुन रविदास, पुराना दुमका पंचायत के मुखिया रविंद्र बास्की, अंजुमन इस्लामिया सह मदरसा कमेटी के अध्यक्ष

परवेज अली एवं पंचायत समिति सदस्य रोशन अली सहित अन्य एक लाठी पकड़कर दिख रहे हैं। यह लाठी आपसी सौहार्द और एकता का परिचायक है।

दरअसल रामनवमी के अवसर पर दुमका के सीओ यामुन रविदास इंदिरा नगर स्थित एक अखाड़ा पहुँचे। अखाड़ा पहुँचकर उन्होंने हाथ मे लाठी ली और वहाँ के स्वयंसेवको के साथ अभ्यास भी किया। बाद में सीओ श्री रविदास स्थानीय लोगों से मिले और सभी से रामनवमी त्यौहार को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने की अपील की।

सीओ श्री रविदास ने कहा कि जरूवाडीह का इलाका बीते कुछ दिनों से संवेदनशील रहा है। मैं वार्ड पार्षद अरबी खातून से मिला और उनका विचार लिया। कहा कि यहाँ जितने लोगो के ऊपर धारा 107 के तहत कारवाई की जा रही है। उनलोगों से भी मैंने सम्पर्क किया और उन सभी लोगो का कहना था कि वे लोग निर्दोष है और झूठमूठ का उनसभी पर धारा 107 लगा दिया गया है लेकिन मैंने उनलोगों को आश्वस्त किया है कि वस्तुस्थिति की जानकारी लेकर धारा 107 पर विचार किया जाएगा और जरूरत पड़ेगी तो उक्त धारा को आगे हटा दिया जाएगा। सीओ ने कहा कि मैंने स्थानीय लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से रामनवमी मनाने की अपील की है और जुलूस के

रूट में लाये गए बदलाव की भी जानकारी दी है।

वही मुखिया रविंद्र बास्की और अंजुमन इस्लामिया सह मदरसा कमेटी के अध्यक्ष

परवेज अली ने स्थानीय लोगो से आपसी सौहार्द के साथ रामनवमी मनाने की अपील की और एक दूसरे को सहयोग करने को कहा।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : रामनवमी को लेकर निकला फ्लैग मार्च, नहीं बजेगा DJ, आग के करतब पर रोक, एसडीओ की अपील - सामाजिक सौहार्द के साथ मनाए रामनवमी

दुमका : रामनवमी पूजन को लेकर जिले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। रामनवमी के दौरान शहर से लेकर पूरे जिले में शांति और विधि व्यवस्था बनाए रखने बुधवार को फ्लैग मार्च निकाला गया। 

अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार के नेतृत्व में एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी, बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा, सीओ जामुन रविदास, थाना प्रभारी सह पुनि नवल किशोर सिंह ने सीआरपीएफ, एसएसबी और जैप के जवानों के साथ पूरे शहर में फ्लैग मार्च किया। दुमका नगर थाना से शुरू फ्लैग मार्च शहर के दुधानी, रसिकपुर, कुम्हार पाड़ा, पोखरा चौक, फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल, अंबेडकर चौक, डंगाल पाड़ा से जरुवाडीह होते हुए वापस नगर थाना पहुँची।

 दुमका शहर में रामनवमी के अवसर पर 21 पूजा समितियों द्वारा अखाड़े निकाले जाएंगे। इन सभी को लाइसेंस जारी किया गया है। रामनवमी के दिन महावीरी झंडा लेकर विभिन्न अखाड़ों से निकलने वाले जुलूस में शामिल लोग पारंपरिक हथियारों के साथ करतब दिखाएंगे। 

एसडीओ कौशल कुमार ने कहा कि शहरी क्षेत्र में संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे। सुरक्षा के मद्देनजर पारा मिलिट्री फोर्स को जगह जगह प्रतिनियुक्त किया गया है।

 कहा कि अगर दुर्भावना से ग्रसित होकर किसी ने आपसी सौहार्द को बिगाड़ना चाहा तो संबंधित शख्स पर ठोस कार्रवाई की जाएगी। सभी अखाड़ा समिति से स्वयंसेवको की सूची मांगी गयी है। आग से जुड़ी किसी तरह की करतब पर रोक लगा दी गयी है। डीजे नही बजाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने लोगो से शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में रामनवमी मनाने की अपील की।

 वही एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी ने कहा कि विभिन्न चौक चौराहों पर सीआरपीएफ, एसएसबी एवं दुमका पुलिस के जवान प्रतिनियुक्त रहेंगे।

 दंडाधिकारियों के साथ पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने सामाजिक सौहार्द के साथ रामनवमी मनाने की अपील की।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : कौशल विकास केंद्र के संचालक को शो-कॉज, विजिटिंग रजिस्टर नहीं मिला अपडेट, लड़कियों ने कहा- शिकायत के बाद भोजन में सुधार

दुमका : नगर थाना अंतर्गत आउटडोर स्टेडियम के पास स्थित कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र में संबंधित एजेंसी द्वारा खाना नहीं दिए जाने की शिकायत को अनुमंडल पदाधिकारी ने गंभीरता से लिया है। 

अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार ने अधिकारियों संग बुधवार को प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण किया। एसडीओ श्री कुमार ने कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र में सिलाई-कढ़ाई की आवासीय प्रशिक्षण ले रही लड़कियों से बात की। लड़कियों ने फिलहाल खाना नहीं मिलने की शिकायत का एजेंसी द्वारा समाधान कर लिए जाने की बात कही लेकिन एजेंसी के विजिटिंग रजिस्टर में मिली खामियों पर एसडीओ ने संबंधित एजेंसी को फटकार लगाई और शो कॉज पूछने का निर्देश दिया। प्रशिक्षण प्राप्त कर रही लड़कियों ने एसडीओ को बताया कि एजेंसी द्वारा अब बेहतर भोजन दिया जा रहा है ।  

एसडीएम कौशल कुमार के साथ मौके पर मौजूद अंचलाधिकारी जामुन रविदास और नगर थाना प्रभारी नवल किशोर सिंह को लड़कियों ने बताया कि वे लोग किसी दवाब में उक्त बातें नहीं कह रही है बल्कि उनकी द्वारा की गई शिकायत के बाद एजेंसी ने त्वरित कार्रवाई की।  

बता दे कि करीब तीन दिन पूर्व प्रशिक्षण केंद्र की सभी लड़कियां बोरिया-बिस्तर सहित नगर थाना पहुँचकर शिकायत की थी कि हमें खाना नहीं दिया जा रहा है और भूखे हमलोग ट्रेनिंग नहीं लेना चाहते। हम वापस घर लौटना चाहते हैं। बीते रविवार की शाम लगभग 70 लड़कियां बोरिया बिस्तर समेट कर थाना पहुंच गई थी। उनका कहना था कि शनिवार की शाम से हमें खाना नहीं दिया गया है। साथ ही कई अन्य परेशानियां भी केंद्र में है। मामले की गंभीरता को समझते हुए दुमका एसडीओ ने तत्काल केंद्र संचालक और उनके कर्मियों को बुलाया और फिर उनसे बातचीत कर लड़कियों को समझा-बुझाकर वापस भेजा और व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया था। 

उन्होंने प्रशिक्षण केंद्र चलाने वाले एमबीडी एलकेम प्राइवेट लिमिटेड नामक संस्था के अधिकारियों और सदस्यों को भी चेतावनी दिया था कि ऐसी स्थिति दोबारा न आए। बुधवार को एसडीओ श्री कुमार उस केंद्र में पहुंचे और लड़कियों से बुलाकर बातचीत की। उनसे जाना कि अभी उन्हें किस तरह से खाना पीना दिया जा रहा है। 

मेनू के अनुसार भोजन मिल रहा है या नहीं। सभी लड़कियों ने बताया कि स्थिति में काफी सुधार आया है। हमें अब कोई परेशानी नहीं। एसडीओ और सीओ ने रसोईघर का भी निरीक्षण किया जहां खाना बन रहा था। खाने की गुणवत्ता की भी जांच की गई।

एसडीओ कौशल कुमार ने केंद्र की एक गलती यह पकड़ी कि यहां जो विजिटिंग रजिस्टर था वह अपडेट नहीं था। कई - कई दिनों का कॉलम भरा ही नहीं गया था । कौन आया - कौन गया कोई रिकॉर्ड ही नहीं था। 

उन्होंने केंद्र संचालक को इसके लिए शो कॉज़ किया। बाद में एसडीएम कौशल कुमार ने कहा कि इन्हें चेतावनी दी गई थी कि आप व्यवस्था में सुधार लाइए नहीं तो विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

अभी निरीक्षण के क्रम में सब कुछ ठीक देखा जा रहा है लेकिन हम कुछ दिनों में दोबारा आएंगे और अगर स्थिति गड़बड़ हुई तो कार्रवाई की जाएगी । 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : सरकार की नियोजन नीति के खिलाफ छात्रों में उबाल, 31 को मशाल जुलूस, 1 अप्रैल को संथाल परगना में बंदी का आह्वान

दुमका : खतियान आधारित नियोजन नीति बनाने और 60:40 आधारित नियोजन नीति को रद्द करने की मांग को लेकर छात्र समन्वय समिति ने एक अप्रैल को संथाल परगना में एक दिन का बंद का आह्वान किया है।

 समिति द्वारा 31 मार्च को मशाल जुलूस निकाला जाएगा। एक दिवसीय संथाल परगना बंदी को सफल बनाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गयी है। मंगलवार को एसपी कॉलेज परिसर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में समिति ने बंदी की घोषणा की।

छात्र समन्वय सीमित ने कहा कि सिदो कान्हू चौक से 31 मार्च को संवैधानिक तरीके से मशाल जुलूस निकाला जाएगा और सरकार की गलत नीतियों का विरोध किया जाएगा। समिति ने संताल परगना प्रमंडल के सभी युवक व युवतियों, मोटर वाहन यूनियन, चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, बस मालिको, सभी प्राईवेट स्कूल के संचालक, सभी गैर सरकारी संगठनों को मशाल जुलूस और एक अप्रैल को बुलायी गयी बंदी में शामिल होकर बंद को सफल बनाने की अपील की है। छात्र नेताओं ने कहा कि हेमंत सरकार एवं सरकार की सहयोगी कांग्रेस द्वारा बनाई गई कई गलत नीतियों के कारण जनमानस की भावनाओं को ठेस पहुँचा है।

उन्होंने सवाल उठाया कि क्या झारखंड इसी दिन के लिए बना था कि यहां के युवा रोजगार के लिए दर-दर भटके। उन्हें अपने ही राज्य में हक अधिकार के लिए सड़कों पर उतर कर आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़े और पुलिस की लाठी खानी पड़े। 

छात्र नेता श्यामदेव हेम्ब्रम ने कहा कि झारखंड के हेमंत सरकार को यह बात समझ में आना चाहिए 1951 के बाद केंद्र के विभिन्न सरकारी उपक्रमों में झारखंड में आए विभिन्न राज्यों के लोग एवं उनके परिवार बस गए है। सवाल उठता है कि झारखंड के स्थानीय खाता धारियों का क्या होगा। इस हालात में क्या हेमंत सोरेन ने झारखंड के आदिवासियों और मूल वासियों के साथ धोखा नहीं किया है।

उन्होंने सवाल उठाया कि झारखंड सरकार 1932 के आधार पर स्थानीय नीति क्यों नहीं बनायी। 1932 शब्द के साथ अंतिम सर्वे सेटेलमेंट शब्द को क्यों नहीं जोडा गया है। क्या झारखंड में बाहर से आए लोगों की जनसंख्या अधिक हो गई है या फिर बाहर के लोगों का झारखंड के राजनीति में प्रभाव बढ़ गया। 

राजेंद्र मुर्मू ने कहा कि आज बाहरी लोग जो यहां रोजगार की तलाश में आए उन्होंने अपना वोटर कार्ड यहां बनवाया और वोट भी देते हैं क्या यह दोहरी नागरिकता नहीं है, ऐसे लोगों को चिन्हित कर सरकार क्यों कार्रवाई नहीं करती है। आज पीजीटी में बहाली के लिए रिक्तियों के विरोध आवेदन मांगा जा रहा है। जिसमें आवेदन में साफ लिखा हुआ है कि पात्रता भारत की नागरिक हो। क्या ऐसे में झारखंड के युवाओं का हक नहीं मारा जा रहा है। 

राजीव बास्की ने कहा कि झारखंड सरकार को जवाब देना चाहिए कि बिहार में भी प्लस टू विद्यालयों के लिए बहाली निकाली गई, जिसमें प्रिंट मीडिया साफ तौर पर कहती है कि 40,506 पदों पर नौकरी बिहारियों के लिए है। लेकिन झारखंड में पात्रता पूरे भारत को माना जा रहा है जबकि दोनों राज्यों की डोमिसाइल एक ही है। झारखंड सिर्फ एक चारागाह बनकर रह गया है। सरकार की गलत नीतियों में एक शिक्षा नीति भी है जिसमें सरकार ने विश्वविद्यालय में सीयूईटी के तहत नामांकन अनिवार्य कर दिया है। संताल परगना के छात्र इसका विरोध करते है।

 इस आंदोलन के बाद भी सरकार झारखण्ड के छात्र छात्राओं के हित में कुछ निर्णय नहीं लेती है तो समिति पूरे झारखंड में अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी करने को मजबूर होंगे। मौके पर छात्र नायक शिवलाल मरांडी, वेंसिंट हांसदा, विजय, राजेंद्र मुर्मू, भीमसेंट सोरेन, सोकोल हेम्ब्रम, जियोनधन हांसदा, बिमल टुडू, सुलिस सोरेन, मैनुअल हेम्ब्रम,बबीता मरांडी, अर्चना टुडू, सोनी सोरेन, प्रेमलता टुडू, कैटरीना सोरेन, सावित्री सोरेन, मैनुअल हेम्ब्रम, मनोज मुर्मू, प्रेम मुर्मू सहित बीएड, एमएड एवं संताल परगना महाविद्यालय के कई छात्र -छात्राएं उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : जब श्रम विभाग ने एक्शन लिया तब टूटी कंपनी की नींद! मामला ऊर्जा मित्रों के बकाए मजदूरी भुगतान का..

दुमका : दुमका में ऊर्जा मित्रों से काम कराकर मजदूरी का भुगतान नही करने का मामला अब अपर श्रमायुक्त कार्यालय में पहुँच चुका है। जिला प्रशासन की पहल पर ऊर्जा मित्रों के बकाये मजदूरी भुगतान को लेकर मंगलवार को श्रम अधीक्षक एम0 डी0 अकीक के कार्यालय में सुनवाई हुई।

 सुनवाई के दौरान ऊर्जा मित्रों के अलावा आउटसोर्सिंग कंपनी वैभव इंफ्रा टेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि मौजूद थे। श्रम अधीक्षक ने सुनवाई के दौरान सभी पक्ष को उपस्थित रहने के लिए नोटिस जारी किया था। सुनवाई के दौरान ऊर्जा मित्रों ने श्रम अधीक्षक को अपनी व्यथा सुनाई और कहा कि बीते सात महीनों से बकाये मजदूरी भुगतान के साथ ही कंपनी द्वारा EPF और ESCI का बकाया रखा गया है। 

ऊर्जा मित्रों के मुताबिक दुमका के करीब 180 ऊर्जा मित्रों को बीते 17 महीनों से EPF और ESCI नही दिया गया है। सात महीने का मजदूरी भुगतान भी बकाया है। नो पे, नो वर्क की मांग पर सभी ऊर्जा मित्र 17 दिनों तक हड़ताल पर रहे बावजूद कंपनी ने कोई पहल नही की। थक-हारकर हमने सीएम से लेकर स्थानीय प्रशासन से गुहार लगायी और बिजली विभाग के आश्वासन पर सभी ऊर्जा मित्र 18 मार्च को काम पर भी लौट भी गए लेकिन कंपनी की ओर से कोई सकारात्मक पहल नही की गई। इधर आउटसोर्सिंग कंपनी वैभव इंफ्रा टेक इंडिया के प्रोजेक्ट मैनेजर विशाल ने कहा कि ऊर्जा मित्रों का महज तीन महीनों का मजदूरी बकाया है जिसपर कंपनी ने 30 अप्रैल तक का समय मांगा है। 

एग्रीमेंट में कुछ टेक्निकल इश्यूज की वजह से मजदूरी भुगतान में देर हो रहा है। टेक्निकल इश्यूज को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।

वही श्रम अधीक्षक एम0 डी0 अकीक ने कहा कि कंपनी सरकार के स्तर से पेमेंट में हो रही देरी को समस्या बताया है। ऊर्जा मित्रों को रजिस्ट्रेशन के लिए कहा गया है। कंपनी ने बकाये मजदूरी का भुगतान करने के लिए समय मांगा है अगर तय समय पर भुगतान नही होती है तो विभाग आगे की कार्रवाई करेगी।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : विशाल भगवती जागरण, रात भर बहती रही भक्ति की धारा, झूम उठे श्रद्धालु, देखे तस्वीरें..

दुमका : चैत्र नवरात्रि के अवसर पर शनिवार की शाम शहर के यज्ञ मैदान में जय माता दी सेवा समिति द्वारा आयोजित विशाल भगवती जागरण में देर रात तक भक्ति गीतों पर श्रद्धालु झूमते रहे।


 वही रविवार को भंडारा एवं शोभायात्रा का आयोजन किया गया। टी-सीरीज कलाकार गुलशन बावरा और निशांक नील, बिहार की सरगम स्नेहा एवं धनबाद की पल्लवी झा की सुमधुर भजन और गीतों से भक्ति की अविरल धारा बहती रही। 

साथ ही प्रयागराज की प्रसिद्ध तरुण चोपड़ा की झांकी जागरण के मुख्य आकर्षण का केन्द्र थी जिसमें राधा -कृष्ण की रास लीलाएं, कृष्ण सुदामा वार्तालाप, ब्रज के फूलों की होली के विहंगम दृश्य आदि झांकी को देख कर श्रद्धालु भक्ति के सागर में गोते लगाते रहे। 

इससे पूर्व दुमका के प्रसिद्ध धर्मस्थान मंदिर से माता का दिव्य ज्योत गाजे -बाजे के साथ यज्ञ मैदान जागरण स्थल लाया गया। जहाँ पूर्ण विधि विधान से माता का पूजन और रात्रि जागरण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस दौरान शहर के मुख्य मुख्य चौराहों को फूल-मालाओं और आधुनिक डिजिटल लाईट के सुज्सज्जित किया गया था।कई तोरण द्वार बनाए गए थे।  

श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए इस बार यज्ञ मैदान में लोहे की बैरिकेटिंग की व्यवस्था की गई थी। महिला और पुरुष श्रद्धालुओं के लिये अलग अलग बैठने की व्यवस्था की गई थी। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जागरण के दूसरे दिन रविवार की सुबह कुंवारी कन्याओं को भोजन कराया गया। इस अवसर पर भंडारा का भी आयोजन किया गया। प्रसाद वितरण करने के लिए सदस्यों के अतिरिक्त युवकों की टोली को जन पुस्त्कालय में नारियल और हलवा( माता के प्रसाद) वितरण के कार्य में लगाया जाएगा ताकि प्रसाद पाने मे किसी प्रकार की कोई दिक्कत श्रद्धालुओं को नहीं हो। मौके पर समिति के अध्यक्ष राजेश राउत, जागरण संयोजक अरुण केशरी, अजय गुप्ता, नयन प्रियदर्शी, संजीव कुमार, अनुज केशरी, दिनेश मंडल, राजेश चौरसिया गोपी, पवन केशरी, पर्मेन्द्र साह, संजीव साह, कैलाश केशरी , सूरज केशरी, श्याम केशरी, अमृत केशरी, राजीव मिश्रा, सुमन कुमार साह, जितेन्द्र कुमार साह, संदीप जय बमबम, मोनू गुप्ता, मोनू साह, प्रमोद गुप्ता, चन्दन देव, राजेश केशरी, बिक्रम कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के पुनः निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए महेश साह, सचिव बने अनिल, संघ के नए भवन का निर्माण कार्य जल्द होगा शुरू

दुमका : दुमका केमिस्ट एन्ड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के नए भवन का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। एसोसिएशन की सदस्यता भी अब ऑनलाइन होगी। दुमका के इंडोर स्टेडियम में रविवार को एसोसिएशन की तीन साल बाद हुई आमसभा और सांगठनिक चुनाव में उक्त निर्णय लिया गया।

 वही एसोसिएशन के सांगठनिक चुनाव में महेश प्रसाद साह को अध्यक्ष, आशीष कुमार डे को उपाध्यक्ष, नंद गोपाल मंडल को कोषाध्यक्ष, मनोज कुमार मंडल को संगठन सचिव और कामेश्वर प्रसाद गुप्ता को संयुक्त सचिव के पद पर निर्विरोध चुना गया जबकि पर्यवेक्षकों की देखरेख में सचिव पद के लिए हुए चुनाव में अनिल कुमार जयसवाल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी मनोज गुप्ता को 49 वोट से हराया। 

अनिल जयसवाल को 146 और मनोज गुप्ता को 97 वोट मिले। 

इससे पूर्व एसोसिएशन के आमसभा में प्रस्तुत कई प्रस्तावों पर चर्चा हुई। आमसभा मे संगठन द्वारा पिछले तीन सालों के दौरान किये गए कार्यो, उपलब्धियों सहित आय व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया जिसे सभी सदस्यों ने पारित कर दिया। 

सदस्यता शुल्क ऑनलाइन शुरू करने की स्वीकृति दी गयी। साथ ही संगठन के जमीन पर भवन निर्माण कार्य शुरू करने की स्वीकृति दी गयी। बाद में संगठन के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विपिन कुमार अग्रवाल, सहायक चुनाव पदाधिकारी दीपक कुमार मंडल और संतोष कुमार, प्रदेश संगठन के पर्यवेक्षक मुकेश कुमार गाड़िया, रमन कुमार झा, संजय कुमार झा, पूर्व चुनाव पदाधिकारी विष्णु कुमार मेहरिया के देखरेख में विधिवत रूप से चुनाव सम्पन्न हुआ। मौके पर अमिता रक्षित, अनूप कुमार गुप्ता, अश्विनी कुमार मिश्रा, गोविंद प्रसाद साह, सतीश कुमार, अमिताश कुमार, राकेश कुमार, संजय कुमार, मनोज सिंह, संजय जयसवाल सहित अन्य उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : हेमंत सरकार के फैसले से OBC नाराज, किया संघर्ष का एलान, 4 से आंदोलन की शुरुआत


दुमका : झारखण्ड की हेमंत सरकार द्वारा जिला आरक्षण रोस्टर में पिछड़ा वर्ग का आरक्षण समाप्त कर देने के विरोध में संथाल परगना पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा ने आंदोलन का एलान कर दिया है। 

रविवार को पुराने समाहरणालय परिसर में ओबीसी आरक्षण के मुद्दे को लेकर संथाल परगना पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा की हुई बैठक में संगठन ने हेमंत सरकार के फैसले के खिलाफ चार अप्रैल से सड़क पर उतरने का निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता संघर्ष मोर्चा के जिला अध्यक्ष इंद्र कांत यादव ने की। 

संगठन के केंद्रीय कमेटी के अध्यक्ष माधव चंद्र महतो ने कहा कि दुमका जिला में पिछड़ा वर्ग के साथ नाइंसाफी हुआ है और इस अन्याय के खिलाफ जिले के सभी क्षेत्र के लोग एकजुट होकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार किया है। कहा कि चार अप्रैल को दुमका शहर के विभिन्न प्रमुख चौक चौराहों पर नुक्कड़ सभा का आयोजन कर इस काला कानून के खिलाफ लोगों को जागरुक कर एकजुट किया जाएगा। पांच अप्रैल को दिन के चार बजे से गांधी मैदान से मुख्य मार्ग होते हुए टीन बाजार तक पिछड़ा वर्ग समाजिक न्याय मशाल जुलूस के माध्यम से विरोध प्रदर्शन कर आंदोलन का बिगुल फूंका जाएगा। 

वही छह अप्रैल को गांधी मैदान स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर गांधीवादी तरीके से अपने आंदोलन को सफल बनाने के लिए काला बिल्ला लगाकर पिछड़ा वर्ग समाजिक न्याय मार्च निकालकर संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष पिछड़ा वर्ग पर हो रहे अन्याय की चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मानक के आधार पर ओबीसी को 27% आरक्षण की मांग है।

केंद्रीय संरक्षक राधेश्याम वर्मा ने समाज से जुड़े लोगों से अपना अधिकार पाने के लिए तमाम प्रखंडों में विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम शुरू कर संगठित होकर आवाज बुलंद करने का आह्वान किया। सभी प्रखंडों में पिछड़ा वर्ग को जागरूक करने एवं विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रभारियों का मनोनयन किया गया है।

जिसमें रामगढ़ प्रखंड के लिए जयकांत जयसवाल और राजीव जायसवाल, जरमुंडी के लिए चंद्रशेखर यादव जयप्रकाश यादव व डॉ अमरेंद्र यादव, दुमका प्रखंड के लिए संदीप कुमार जय बमबम, विजय कुमार दास, नरेंद्र प्रसाद साह, परवेज अली, मो शकील सलाम, सलाम अंसारी और गायत्री जयसवाल, जामा से आनंदी राउत, मधुसूदन पाल, सरैयाहाट के लिए बालमुकुंद यादव और राजकुमार जायसवाल, मसलिया के लिए अर्जुन पंडित, अरुण पंडित और अर्जुन प्रसाद सिंह शामिल है। बाकी प्रखंडों में छह अप्रैल के बाद कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी। मौके पर प्रेम केसरी, असीम मंडल, डॉ अमरेंद्र कुमार यादव, संदीप कुमार जय बमबम, शिवनारायण दर्वे, जयकांत जयसवाल, चंद्रशेखर यादव, जयप्रकाश यादव, विजय कुमार सोनी, अजीत कुमार मांझी, विजय कुमार दास, दयामय माजी, प्रमोद जायसवाल, रमेश कुमार चौधरी, गायत्री जयसवाल, रंजीत जयसवाल, जितेंद्र प्रसाद साह, प्रमोद कुमार राउत, विनोद यादव, अरुण कुमार मंडल, तरुण कुमार पंडित, मनोज मंडल, राजीव जायसवाल, सीताराम मंडल, प्रेमचंद गुप्ता, पवित्र कुमार मंडल, अर्जुन पंडित, सुधीर यादव, विकास कुमार, भागवत कुमार, वरुण कुमार घाटी, परिमल पंडित, लक्ष्मी नारायण साह, सुनील कुमार, विनोद दारूका सहित अन्य मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : कांग्रेस का सत्याग्रह, राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने से नाराज, केंद्र की भूमिका पर उठाया सवाल


दुमका : कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता रद्द किए जाने के मामले में पार्टी ने केंद्र सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने राहुल गांधी के खिलाफ की गई कार्रवाई पर केंद्र सरकार की भूमिका पर सवाल उठाया और पार्टी कार्यकर्ता रविवार को गांधी मैदान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रतिमा स्थल पर एकदिवसीय सत्याग्रह पर बैठ गये। 

सत्याग्रह कार्यक्रम का नेतृत्व जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष महेश राम चंद्रवंशी ने किया। मौके पर जिला के कांग्रेस प्रभारी रविन्द्र वर्मा एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता श्यामल किशोर सिंह भी उपस्थित थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सह दुमका प्रभारी रविन्द्र वर्मा ने कहा कि जिस तेजी के साथ राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द किया गया, उसके पीछे सिर्फ राहुल गांधी के आवाज को सदन में दबाने का प्रयास किया गया है।

 कहा कि अडानी के शेल कंपनी के मुद्दे को जेपीसी गठन की मांग को नही करना यह दर्शाता है कि केंद्र की मोदी सरकार अडानी को बचाने को कोशिश कर रही है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता श्यामल किशोर सिंह ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा कार्यक्रम की सफलता और राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता से मोदी और अमित शाह सहित केंद्र सरकार डरी हुई है और केंद्र सरकार अपनी काली करतूत को छिपाने के लिए राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करवाने में भूमिका निभाई।

जिलाध्यक्ष महेश राम चंद्रवंशी ने कहा कि केंद्र सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है इनका 2024 में सत्ता से बेदखल होना तय है। मौके पर राजा मरांडी, प्रो मनोज अम्बष्ठ, संजीत सिंह, अली इमाम टिंकू, अरविंद कुमार यादव, प्रेम कुमार साह, महबूब आलम, युगल किशोर सिंह गणेश, अनुज मंडल, सत्यनारायण यादव, कुन्दन पत्रलेख, रामनीकांत झा, सीताराम मण्डल, राजीव जायसवाल, रोहित रंजन, स्टीफन बेसरा, सागेन मुर्मू, शहरोज शेख, कुन्दन यादव, रसीद इमाम, खुर्शीद आलम, दशरथ मंडल, अमित सिंह, आशीष सिंह, कलाम अंसारी, श्याम सुंदर भगत, विमल बेसरा, विलियम टुडू, संतोष सिंह, मार्शल मारंडी, शमशाद अंसारी, सुबोध पांडा, छबि दास, संतोष लाहा आदि उपस्थित थे।

  

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)