कुव्यवस्था:बंद आंगनबाड़ी केंद्र में फर्जी उपस्थिति दिखाकर पोषाहार का हो रहा गोलमाल, जिम्मेदार उदासीन
रामदीरी पंचायत दो के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 5 एवं 6 में सेविका एवं सहायिका की मनमानी के कारण बच्चों का पठन-पाठन एवं पोषाहार बंद है। रामदीरी पंचायत दो के मुखिया अभय कुमार ने बताया कि पूर्व में पंचायत समिति की बैठक में आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहने का मामला उठाया गया था। लेकिन सीडीपीओ द्वारा किसी भी तरह की कोई कार्रवाई आंगनबाड़ी संचालिका के विरुद्ध नहीं की गई उन्होंने कहा सीडीपीओ की निष्क्रियता के कारण कई ऐसे आंगनबाड़ी केंद्र हैं जो बंद है और उसका पोषाहार एवं अन्य मद की राशि की निकासी भी हो रही है जो जांच का विषय बना हुआ है।
अगर औचक निरीक्षण किया जाए तो आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों की उपस्थिति नगण्य मिलेगी, लेकिन उपस्थिति पंजी में सभी बच्चों की हाजिरी बनी रहती है एवं उसका पोषाहार सहित अन्य राशि की निकासी सीडीपीओ एवं आंगनबाड़ी सेविका की सांठगांठ से राशि का बंदरबांट किया जा रहा है। मुखिया ने बताया कि आंगनबाड़ी सेविका की मनमानी के कारण आंगनबाड़ी केंद्र संख्या पांच को उठाकर नगर निगम में शिफ्ट कर दिया गया है। वही आंगनबाड़ी पर मौजूद रंजन कुमार,रोहित कुमार, राहुल कुमार, रघुवीर कुमार, रामबाबू कुमार सहित अन्य लोगों ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र कई माह से बंद है आंगनबाड़ी केंद्र पर ना तो सेविका और ना ही सहायिका आना मुनासिब समझती है।
वहां मौजूद लोगों ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र पर गर्भवती महिला एवं बच्चों को सरकार के द्वारा दी जाने वाली पोषाहार का भी वितरण नहीं किया जाता है। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र पर बोर्ड भी नहीं लगाया गया है। वही आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 5 एवं 6 के बंद रहने पर मटिहानी सीडीपीओ प्रगति कुमारी से जानकारी लेने पर उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र संख्या पांच एवं छ की शिकायत कई बार मुझे मिल चुकी है और उस पर स्पष्टीकरण का आदेश देते हुए कार्रवाई की जाएगी।
प्रखंड प्रमुख ने कहा-आंगनबाड़ी केंद्रों में अनियमितता
शाम्हो |वरीय अधिकारी के उपेक्षा के कारण प्रखंड में आंगनबाड़ी केंद्रों का सही संचालन नहीं हो पा रहा है। केंद्र संचालन में घोर अनियमितता बरती जा रही है उक्त बातें प्रखंड प्रमुख मनोज कुमार ने कही। प्रमुख ने बताया कि प्रखंड में संचालित सभी 32 केंद्र का यही हाल है। प्रखंड प्रमुख ने कहा कि बाल विकास परियोजना कार्यक्रम विश्व में बच्चों के लिए संचालित सबसे बड़ा और सबसे अनूठा कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि बच्चों के जीवन के आरंभिक वर्ष बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं, इसलिए सरकार कुपोषण से बच्चों को दूर रखने के प्रयास के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों से के माध्यम से कुपोषित बच्चों को पौष्टिक आहार के साथ-साथ स्वास्थ्य का भी ध्यान रखती है।
लेकिन प्रखंड में अधिकांश आंगनवाड़ी केंद्रों पर फर्जी हस्ताक्षर के माध्यम से पोषाहार का वितरण किया जाता है। केंद्र का संचालन सही ढंग से नहीं होता है। जैसे तैसे बच्चों को जमा कर खानापूर्ति की जाती है। केंद्र पर पहुंचने वाले बच्चों को सरकार के निर्देश के अनुसार मीनू के हिसाब से कभी भी पौष्टिक आहार बनाकर नहीं खिलाया जाता है।
हीरा कुमारी ने बताया कि विभाग की ओर से समय-समय पर केंद्र की जांच की जाती है। उन्होंने कहा अनियमितता की शिकायत मिलते रहती है जिसकी जांच कर उसमें सुधार किया जाता है।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Mar 18 2023, 18:52