UPA को फैसले का इंतजार, राजभवन पर टिकी सबकी निगाहें!
झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस गुरुवार को दिल्ली से रांची लौटेंगे.वह दो सितंबर को दिल्ली गये थे. पूरे राज्य की निगाहें राजभवन की ओर है.मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में राज्यपाल का आदेश आना है.भारत निर्वाचन आयोग ने राज्यपाल को अपना परामर्श भेज दिया है. इधर, सरकार से लेकरयूपीए गठबंधन में शामिल दल लगातार राज्यपाल से फैसला सुनाने का आग्रह कर रहाहै..राज्यपाल से मिला था यूपीए का एक प्रतिनिधिमंडलयूपीए का एक प्रतिनिधिमंडल पिछलेदिनों राज्यपाल से मिला था और जल्द फैसला सुनाने का आग्रह किया था़, ताकि राज्य मेंराजनीतिक अनिश्चितता दूर हो सके. JMM के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने भीप्रेस काॅफ्रेंस कर कहा था कि जो भी फैसला हो राज्यपाल बतायें, हम जवाब देने के लिएतैयार हैं..विलंब क्यों कर रहे हैं, दो दिन कहा, सात दिन गुजर गये : बंधुबुधवार कोपत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है किआखिर राज्यपाल विलंब क्यों कर रहे हैं. ऐसा होने से राज्य में खरीद फरोख्त की आशंकाबढ़ती है. एक सितंबर को राज्यपाल से यूपीए का प्रतिनिधिमंडल मिला था, तब राज्यपालने कहा था उन्हे आयोग का पत्र प्राप्त हुआ है, एक दो दिनों के अंदर इस मामले मेंनिर्णय लेकर वह अपना मंतव्य आयोग को भेज देंगे. लेकिन अब तक कोई फैसला नहींआया..अधिकारी समझे अपनी जिम्मेवारी, फाइलों को विभाग में चक्कर न काटने दें - CMहेमंत सोरेन.हेमंत ने विश्वासमत भी हासिल किया, खरीद-फरोख्त का लगाया आरोपबदलतेराजनीतिक घटनाक्रम के बीच राज्य सरकार ने खुद पहल कर पांच सितंबर को विश्वासत मतहासिल किया. मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि राज्य में खरीद-फरोख्त का माहौल बनायाजा रहा है.
Mar 15 2023, 10:05