दुमका : अवैध लॉटरी के गोरखधंधे का भंडाफोड़, 9 कार्टून लॉटरी समेत अन्य सामान बरामद, 6 गिरफ्तार


दुमका : दुमका पुलिस ने अवैध लॉटरी के कारोबार का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार कर मंगलवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इस दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से नौ कार्टून अवैध लॉटरी सहित अन्य सामान बरामद किया।

जानकारी के मुताबिक पुलिस अधीक्षक को नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत रसिकपुर दास पारा में एक घर में अवैध रूप से लॉटरी के टिकट का भारी पैमाने पर कारोबार किये जाने की गुप्त सूचना मिली थी।

उक्त सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक के निर्देशा पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर नूर मुस्तफा अंसारी के नेतृत्व में टीम गठित कर रसिकपुर दास पारा के खपरैल के मकान में टीम ने छापेमारी की। छापेमारी के दौरान एक कमरे में छह लड़के लॉटरी का टिकट का बंडल बनाते हुए तथा कई कार्टून में भारी मात्रा में रखे गए लॉटरी टिकट का बंडल और कंप्यूटर पर काम करते हुए पाया गया। पुलिस के पूछताछ करने पर नागेंद्र कुमार गुप्ता उर्फ मुन्ना गुप्ता, रामू कुमार दास, मो0 हैदर, नयन कुमार दास, नितीश कुमार साह उर्फ आर्यन गुप्ता एवं शिव कुमार उर्फ संजीत दास ने लॉटरी के अवैध धंधे में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। इधर पुलिस ने मौके से एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, कुल नौ कार्टून नागालैंड व स्टेट लॉटरी, लॉटरी से संबंधित कारोबार का हिसाब किताब लिखी हुई एक कॉपी, 10 मोबाइल, एक स्कूटी और एक हीरो ग्लैमर मोटरसाइकिल बरामद किया गया।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : 70 पीडीएस दुकानों को शो-कॉज, 7 पर अनियमितता के गंभीर आरोप, डीसी ने कहा- संतोषजनक जवाब नही मिलने पर होगी कार्रवाई


दुमका :- जिले के करीब 70 जनवितरण प्रणाली के दुकानदारों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इन पीडीएस दुकानदारों पर खाद्यान्न वितरण में विभिन्न तरह से अनियमितता बरतने का आरोप है। इनमें से सात पीडीएस दुकानदारों पर अनियमितता के गंभीर आरोप लगे है।

 

दरअसल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश पर राज्यभर में बीते दिनों जनवितरण प्रणाली के दुकानों का अधिकारियों ने निरीक्षण किया था। दुमका में जांच के लिए 30 टीम बनायी गयी थी। टीम ने जिले भर के विभिन्न पीडीएस दुकानों की जांच की थी। 

इस दौरान पीडीएस दुकान में ऑनलाइन स्टॉक और वास्तविक स्टॉक, कांटा की स्थिति, ई-पॉश मशीन, राशनकार्ड धारियों को मिलने वाले राशन की मात्रा, उसकी गुणवत्ता आदि की जांच की गई थी। 

टीम ने जांच के बाद उपायुक्त को रिपोर्ट सौंप दी है। उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने कहा कि करीब 170 पीडीएस दुकानों की जांच रिपोर्ट मिली है जिसमे 70 दुकानों को शो-कॉज किया गया है। जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर अग्रतर कार्रवाई की जाएगी।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : जल संरचनाओं के लिए चिन्हित जमीन के रिकॉर्ड को दुरुस्त रखना राजस्व विभाग की बड़ी जिम्मेदारी : जल पुरुष


दुमका : जल संरक्षण के लिए लोगों को इन दिनों जागरूक करने में जुटे द वाटर मैन ऑफ इंडिया डॉ0 राजेंन्द्र सिंह ने कहा कि जल संरचनाओं के लिए चिन्हित जमीन के रिकॉर्ड को दुरुस्त रखना राजस्व विभाग की बड़ी जिम्मेदारी है।

 उन्होंने कहा कि आजकल जल संरचनाओं की जो जमीन है वो बहुत विवादित है। रिकॉर्ड ठीक नही है और जमीन से जुड़ी उन रिकॉर्ड को दुरुस्त रखना राजस्व विभाग की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि दुमका को पानीदार बनाना सिर्फ राज्य का अकेला काम नहीं है बल्कि इसमें समाज और जनता सभी को मिलकर एक प्लेटफॉर्म पर आना होगा।

दुमका के कन्वेंशन सेंटर में जिला प्रशासन, एसकेएम यूनिवर्सिटी और सीएसओ के संयुक्त तत्वावधान में जल संरक्षण, संवर्धन और डीएमएफटी एवं राज्य सरकार के योजनाओं के प्रचार प्रसार से संबंधित जागरुकता कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद जल पुरुष डॉ0 राजेंद्र सिंह ने उक्त बातें कही। 

इस कार्यक्रम में मैग्से अवार्ड से सम्मानित डॉ0 राजेंद्र सिंह ने जल संरक्षण के लिए अपने सुझाव एवं विचार लोगों के बीच रखा और स्थानीय मुखिया, जनप्रतिनिधियों एवं सिविल सोसायटी से जुड़े लोगों के साथ संवाद किया।

उन्होंने कहा कि शासन अगर दुमका को पानीदार बनाना चाहता है तो जिले की जितनी भी जल संरचनाओं की जमीन है, उन सभी जमीनों का ठीक से पहचान कर उसका सीमांकन और चिन्ह्तिकरण कर एक रोडमैप तैयार करना होगा। डॉ राजेंद्र सिंह ने जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी लोग अपने गांव को समृद्ध गांव बना सकते हैं केवल आवश्यकता है तो एक प्रयास एवं सही दिशा की। उन्होंने जल की माहता को बताते हुए कहा कि "जल में ही जीवन है" जल के बिना जीवन की परिकल्पना असंभव है।

 उन्होंने जल संरक्षण हेतु वर्षा जल के संचयन एवं सभी गांव में कम से कम 70% पानी रोक कर जल का समुचित उपयोग करने हेतु आवश्यक कदम उठाने का सुझाव दिया ।जन प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जनता को आपसे अपेक्षाएं हैं उनके अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए आपको आगे आना होगा एवं संरक्षण की दिशा में प्रयास करना होगा सभी जनप्रतिनिधि सर्वप्रथम इससे लिए ग्राम पर नियम बनाए उसके पश्चात जिला स्तर इसकी रूपरेखा प्रस्तुत करें इस प्रकार एक छोटे जगह से एक क्रांतिकारी परिवर्तन किया जा सकता है ।दुमका में प्राकृतिक संसाधनों की कमी नहीं है इनका सदुपयोग करके आर्थिक के साथ-साथ सामाजिक समृद्धि भी प्राप्त की जा सकती है उन्होंने प्रकृति की महत्ता को बताते हुए कहा कि प्रकृति हमारी जननी है एवं इनका संरक्षण करना हमारा दायित्व है। दुमका में जल संरक्षण की दिशा में अगर प्रयास किया जाए तो ना केवल उस गांव में मुलभुत सुविधाओं की प्राप्ति हो सकती है बल्कि गांव के लोगों के रोजगार का साधन भी बनेगा इस में इस क्रम में जनप्रतिनिधियों द्वारा कही सवाल किए गये। 

साथ ही इसके दूसरे चरण में सिविल सोसाइटी सदस्यों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया एवं लोगों को जल संरक्षण की दिशा में उचित कदम उठाने हेतु अपील की।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : सीनियर महिला नेशनल हैंडबॉल चैंपियनशिप में दुमका की 3 खिलाड़ी लेंगी हिस्सा, संघ को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद


दुमका : उत्तर प्रदेश के वाराणसी में होनेवाले 51वें सीनियर महिला नेशनल हैंडबॉल चैंपियनशिप में दुमका की तीन महिला खिलाड़ी हिस्सा लेंगी। पांच दिनों तक चलनेवाले उक्त चैंपियनशिप का आगाज 15 मार्च को होगा। दुमका की जिन तीन महिला खिलाडियों का चयन हुआ है उनमें बीना किस्कू, नेहा कुमारी झा और रिया रिचा सोरेन शामिल है।

यह सभी खिलाड़ी दुमका के हैंडबॉल कोच फरीद खान के पास प्रशिक्षण प्राप्त कर रही थी। कोच फरीद खान ने चयनित खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए रविवार को कहा कि इन खिलाड़ियों का परफॉर्मेंस दिन ब दिन बेहतर होता जा रहा है और उम्मीद है कि नेशनल चैंपियनशिप में दुमका सहित पूरे झारखंड का नाम रोशन करेंगी।

हैंडबॉल कोच अमित आनंद एवं जिला हैंडबॉल संघ के अध्यक्ष प्रदीप्त मुखर्जी

ने सभी की सराहना की और प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन की कामना की। हैंडबॉल के संरक्षक डॉक्टर तुषार ज्योति में चयनित खिलाड़ियों से कहा कि प्रतियोगिता में जीत-हार लगी रहती है। हार जीत बहुत कुछ सिखाती है तो हमें हार से निराश नहीं होना है कुछ सीखना है ताकि आगे आने वाले वक्त पर अपने परफॉर्मेंस को बेहतर कर दुमका का नाम रोशन कर सकें।

मौके पर हैंडबॉल खिलाड़ी शाहिद अफरीदी, अरबाज खान, सोहेल खान, रोहित चालक, इलीशा मुर्मू, शांतिप्रिया एवं अन्य खिलाड़ी मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : सरकार के 60:40 नियोजन नीति का विरोध, छात्रों ने सीएम का पुतला फूंका

दुमका :- सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय छात्र समन्वय समिति ने सरकार के 60:40 नियोजन नीति का विरोध किया है। सरकार के 60:40 नियोजन नीति के खिलाफ छात्र समन्वय समिति के नेतृत्व में छात्रों ने रविवार को एसपी कॉलेज के पास मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला फूंका और इस नियोजन नीति को जल्द निरस्त करके इसी सत्र में मूल झारखंडियों के हित में खतियान आधारित नियोजन नीति बनाने की मांग की।  

छात्र नेता श्याम देव हेम्ब्रम ने कहा कि मुख्यमंत्री के ऑडियो रिकॉर्डिंग सर्वे के माध्यम से सरकार का कहना है कि 70 प्रतिशत युवा व युवतियों ने पूर्व नियोजन नीति 2016 के आधारित राय आया लेकिन यह बिल्कुल फर्जी साबित हुआ और छात्रों को दिग्भ्रमित किया गया। 

उन्होंने कहा कि वास्तविकता यही है हम छात्रों ने मिलकर टि्वटर हेशटेग क्रांति से तीन लाख साठ हजार छात्र ने साबित कर दिया कि सरकार द्वारा बनाए गए 60:40 नियोजन नीति का विरोध करते हैं यह नीति झारखंड में नहीं चलेगा। 

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि इस नीति से झारखंड सरकार ने बाहरियों को नौकरी देने का चारागाह बना दिया और बनाने का काम किया है। जिस प्रकार बिहार में बिहारियों के लिए, बंगाल में बंगालियों के लिए, पंजाब में पंजाबी के लिए सुरक्षित नियोजन नीति बना है तो झारखंड में झारखंडियों के लिए क्यों नहीं बन सकता है।

उन्होंने कहा कि इससे साफ जाहिर हो रहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद आदिवासी बताकर यहां के मूलवासी आदिवासियों को गुमराह करके वोट बैंकों में तब्दील करने का कोशिश कर रहे है। 

उन्होंने कहा कि यदि झारखंड सरकार 60-40 नियोजन नीति जल्द निरस्त नहीं करती है और इसी सत्र में खतियान आधारित नियोजन नीति तय नहीं करती है तो छात्र समन्वय समिति पूरे झारखंड प्रदेश में सड़क से लेकर सदन तक महा आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे। 

मौके पर राजीव बास्की, राजेंद्र मुर्मू, मुनीलाल हांसदा, विवेक हांसदा, मंगल सोरेन, कैतरीना सोरेन, पुष्पलता हेंब्रम, बाबूराम सोरेन, कोर्नेलियस किस्कू, विजयसिंह हांसदा, रविंद्र मरांडी, मीनू मरांडी, शांति लता हेंब्रम, सुमन मुर्मू, सुलिश सोरेन, सुनील हेंब्रम, असिश हेंब्रम, राली किस्कू, एलिसा हांसदा, परमिला हेंब्रम, सुभाष टुडू, अमर हांसदा, विमल टुडू, संदीप हेंब्रम, कालेस्वेर्ट हेंब्रम, होपोंटी हेंब्रम, नरेश सोरेन, बीरेंद्र किस्कू, सुरेश मुर्मू, राम मुर्मू, राजेश मुर्मू, आदित्य हांसदा, सोनी सोरेन, प्रेमलता टुडू, जागेश्वर सोरेन, जॉन सोरेन,मुकेश हेंब्रम, सेलस्टीना हेंब्रम, सुनीता टुटू, मरियम टुडू, सकल हेंब्रम, अगस्टिन मरांडी, मीनू मरांडी, दिनेश टुडू, तेरेशा सोरेन, ललिता सोरेन सहित कई छात्र छात्राएं उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : क्या ठेकेदारी विवाद में कृष्णा की हुई हत्या! मृतक के भाई का गंभीर आरोप, पुलिस अनुसंधान में जुटी


दुमका : जिले के जामा थाना क्षेत्र अंतर्गत अमलाचातर गांव के पास झाड़ियों में रविवार को दुमका के एक युवक की लाश मिलने से सनसनी फैल गयी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुँची पुलिस ने युवक का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया। 

पुलिस ने घटनास्थल से कुछ मेडिसिन एवं अन्य सामान बरामद किया है। इधर पोस्टमार्टम के बाद शव को उसके परिजनों को सौप दिया गया। परिजनों ने ठेकेदारी विवाद में अज्ञात लोगों पर युवक की हत्या का आरोप लगाया है।

मृतक कृष्णा कुमार के भाई राजेश कुमार ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस अनुसंधान में जुट गयी है।

जानकारी के मुताबिक दुमका के शिवपहाड़ इलाके के रहनेवाले 35 वर्षीय कृष्णा कुमार की लाश रविवार को जामा थाना क्षेत्र अंतर्गत अमलाचातर गांव के पास झाड़ियों में मिला। कृष्णा कुमार गीतों का एल्बम बनाने के साथ ठेकेदारी के पेशे से जुड़ा हुआ था। वह बीते शनिवार की शाम से लापता था।

 बताया जाता है कि शनिवार को वह पूजा करने चुटोनाथ मंदिर गया हुआ था और फिर वापस घर नहीं आया। जिसके बाद उसके परिजनों ने उसकी काफी खोजबीन की लेकिन रविवार की सुबह उसका शव अमलाचातर के झाड़ियों के पास मिला। कृष्णा का शव अर्द्धनग्न अवस्था मे था और उसके शव के पास ही उसकी बाइक भी बरामद की गयी। पुलिस के मुताबिक पहली नजर में शव को देखने से ऐसा लग रहा है जैसे कि उसकी हत्या बुरी तरह से पत्थर से कूचकर की गई है। 

इस घटना के बाद मृतक के परिजनों में काफी आक्रोश है। परिजनों ने कहा कि जिस किसी ने बेरहमी से कृष्णा की हत्या की है उसपर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

 प्रभारी थाना प्रभारी रवि शंकर सिंह ने कहा कि कृष्णा के बड़े भाई राजेश कुमार ने अज्ञात लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। राजेश ने हत्या के पीछे ठेकेदारी से जुड़ा हुआ विवाद बताया है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। श्री सिंह ने कहा कि पुलिस मामले की अनुसंधान में जुट गई है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : NGT ने रेलवे को 10 करोड़ का पर्यावरणीय क्षतिपूर्ति देने का दिया निर्देश, DRM ने कहा - अद्यतन स्थिति व तथ्यों को एनजीटी के समक्ष रखेंगे


दुमका : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने रेलवे को दुमका के घनी आबादी क्षेत्र में मेजर मिनिरल्स कोयले के स्टाकयार्ड के संचालन में पर्यावरण मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (जेएसपीसीबी) को 10 करोड़ रुपये का पर्यावरणीय क्षतिपूर्ति देने का निर्देश दिया है।

 एनजीटी ने उक्त आदेश दुमका के रवि शंकर मंडल की याचिका पर सुनवाई करने के बाद दी। रविशंकर मंडल ने यूनियन आफ इंडिया व अन्य के खिलाफ एनजीटी पूर्वी क्षेत्र पीठ में वर्ष 2021 में ही न्याय की गुहार लगाई थी। दरअसल रेलवे परिसर में स्टाकयार्ड स्थापित कर माइनर व मेजर मिनिरल्स की लोडिंग-अनलोडिंग की वजह से प्रदूषण के तेजी से बढ़ते खतरे व इस इलाके में बसने वाली घनी आबादी को हो रही परेशानियों को लेकर दुमका के रविशंकर मंडल ने एनजीटी से न्याय की गुहार लगाई थी। 

इस मामले में सुनवाई करते हुए एनजीटी ने 27 फरवरी को अपने दिए गए फैसले में जस्टिस आदर्श कुमार गोयल की अध्यक्षता वाली ग्रीन ट्रिब्यूनल बेंच, जस्टिस अमित स्टालेकर न्यायिक सदस्य और ए. सेंथिल वेल विशेषज्ञ सदस्य ने कहा है कि रेलवे साइडिंग मानदंडों की अनदेखी करके पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया गया है। पर्यावरणीय मानदंडों का पालन नहीं करने और स्टाकयार्ड पश्चिम बंगाल पावर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड के उपयोगकर्ता से वसूल करने की स्वतंत्रता के साथ दो महीने के भीतर रेलवे द्वारा पहली बार में पर्यावरणीय क्षतिपूर्ति की राशि 10 करोड़ रुपये जमा करने का निर्देश दिया है। 

आदेश में यह भी कहा गया है कि यदि भुगतान नहीं किया जाता है तो स्थापना के लिए सहमति-सीटीई और संचालन-सीटीओ के लिए सहमति को रद्द किया जा सकता है और स्टाकयार्ड को संचालित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।

जानकारी के मुताबिक एनजीटी के स्तर से दिए गए निर्देशों में यह स्पष्ट किया गया है कि रेलवे ने साइडिंग क्षेत्र में त्रिस्तरीय सघन पौधारोपण नहीं कराया है जो कि प्रदूषण मानकों के तय मापदंडों से परे है। कायदे से साइडिंग क्षेत्र में ग्रीन बेल्ट एरिया विकसित करना जरूरी है और ऐसा नहीं किए जाने की वजह से इस इलाके के लोगों को प्रदूषण संकट से गुजरना पड़ रहा है। त्रिस्तरीय सघन पौधारोपण के तहत वैसे पौधों को तीन अलग-अलग लेयर में लगाया जाना है जो कि प्रदूषण के खतरे को रोकने में कारगर होते हैं।

आदेश के मुताबिक केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड सीपीसीबी के मानदंडों की भी अनदेखी की गई है। सीपीसीबी के मानदंडों में कहा गया है कि ऐसे स्थल शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों, पुरातात्विक स्मारकों, बाजार स्थल और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों से कम से कम एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित होने चाहिए। वहीं इस मामले में रविशंकर मंडल के पक्ष में मुकदमे की पैरवी करने वाले अधिवक्ता संजय उपाध्याय की दलील यह है कि दुमका कोयला स्टाकयार्ड के आस-पास कोयले की धूलकण से आसपास में बसी आबादी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

इधर एनजीटी के उक्त फैसले पर आसनसोल डिविजन के डीआरएम परमानंद शर्मा ने कहा कि एनजीटी ने बीते वर्ष सितंबर माह में जमा कराए गए तथ्यों के आधार पर निर्देश दिया है। इस मामले में रेलवे अद्यतन स्थिति व तथ्यों को एनजीटी के समक्ष रखेगा और इसके बाद जो भी निर्देश दिया जाएगा उसका अनुपालन किया जाएगा। डीआरएम ने कहा कि एनजीटी ने प्रदूषण नियंत्रण को लेकर निर्देश दिया है। उसके स्तर से काम पर रोक नहीं लगाया गया है। काम चलता रहेगा और भविष्य में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर जो भी कमियां हैं उसे अभियान मोड में दूर किया जाएगा। कहा कि जहां तक ग्रीन बेल्ट एरिया तैयार करने की बात है तो उस दिशा में भी आने वाले दिनों में गंभीरता से प्रयास किया जाएगा। इसको लेकर पौधे लगाए भी गए हैं लेकिन पानी की कमी और समुचित देखरेख की वजह से अधिकांश पौधे नष्ट हो गए हैं। भविष्य में सघन पौधारोपण अभियान चलाकर ग्रीन बेल्ट एरिया तैयार किया जाएगा। कहा कि फिलहाल साइडिंग क्षेत्र में प्रदूषण को रोकने के लिए 650 मीटर लंबा स्क्रीन वाल का निर्माण कराया गया है। जल छिड़काव के लिए दो टैंकर की व्यवस्था है। इसके अलावा 30 मीटर दूर तक पानी छिड़काव के लिए स्प्रींकलर, छह मिस्ड कैनन लगाकर उड़ने वाले धूलकणों को बहुत हद तक रोका जा रहा है। वहीं झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय पदाधिकारी केके पाठक ने कहा कि एनजीटी ने तय प्रदूषण मानकों पर खरा नहीं उतरने के कारण रेलवे के आसनसोल डिविजन को 10 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति राशि जमा कराने का निर्देश दो माह के अंदर दिया है।

वहीं एनजीटी के फैसले का दुमका सिविल सोसायटी ने स्वागत किया है। सिविल सोसायटी के अध्यक्ष राधेश्याम वर्मा ने कहा कि स्टाकयार्ड के संचालन की जांच की जानी चाहिए। घनी आबादी वाले क्षेत्र में कोयला डंपिंग यार्ड की मंजूरी देना ही सवालिया निशान लगाता है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : झारखण्ड राज्य कैरम चैम्पिनशिप का आगाज, डीसी ने किया शुभारंभ


दुमका: राज्य कैरम संघ के तत्वावधान में शनिवार को 

सिदो कान्हू मुर्मू इंडोर स्टेडियम में तीन दिवसीय झारखण्ड राज्य कैरम चैम्पियनशिप का उदघाटन उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने किया। इस अवसर पर नगर परिषद अध्यक्ष श्वेता झा, डीएसपी मुख्यालय विजय कुमार, वरीय अधिवक्ता विजय कुमार सिंह, राज्य कैरम संघ के सचिव मुकुल कुमार झा आदि उपस्थित थे। 

उदघाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने कहा कि खेल आउटडोर हो या इंडोर, दोनो खेलोें में एफर्ट लगती है। किन्तु कैरम एक ऐसा खेल है जो खिलाड़ी में परफेक्शन लाता है। उन्होंने कहा कि कैरम पूरी तरह से एकाग्रता का खेल है। राज्य कैरम संघ के सचिव मुकुल कुमार झा ने कहा कि कैरम खेल में आॅल इंडिया स्तर पर झारखण्ड की अलग पहचान है। 

यहां के खिलाड़ियों ने अपने बेहतर खेल की बदौलत राष्ट्रीय स्तर पर कई बार बेहतर स्थान प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि दुमका में पूर्व में कैरम का राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर की प्रतियोगिता आयोजित की जा चुकी है। झारखण्ड स्तरीय राज्य कैरम प्रतियोगिता की शुरुआत साल 2001 में गढ़वा से हुई थी। इस प्रतियोगिता के आधार पर राज्य स्तरीय टीम का चयन कर वाराणसी में 26 से 29 मार्च तक आयोजित फेडरेशन कप में खिलाड़ियों को भेजा जाएगा। 

नगर परिषद अध्यक्ष सह प्रतियोगिता की चेयरमैन श्वेता झा ने बताया कि खिलाड़ियों की बेहतरी के लिए दुमका में इस प्रतियोगिता को आयोजित किया जा रहा है। आने वाले समय में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इसके पूर्व मुख्य अतिथि उपायुक्त श्री शुक्ला, प्रतियोगिता की चेयरमैन सह नगर परिषद अध्यक्ष श्वेता झा, डीएसपी मुख्यालय विजय कुमार, वरीय अधिवक्ता विजय कुमार सिंह, राज्य कैरम सचिव मुकुल कुमार झा, गढ़वा जिला कैरम संघ के सचिव कमलेश सिन्हा, रांची जिला कैरम संघ के सचिव अशोक कुुमार डे, चीफ रेफरी सुरजीत झा आदि को पौधा देकर सम्मानित किया गया। 

वहीं सुकन्या डान्स एकेडमी की छात्राओं ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन जिला खेलकूद समिति के सचिव उमा शंकर चैबे ने किया। मौके पर दुमका जिला कैरम संघ के अध्यक्ष विकास चन्द्र झा, आयोजन सचिव चंदन कुमार झा, सहायक चीफ रेफरी मनीष कुमार सिंह एवं सुरज पासवान, गौरव कुमार झा, डा. समीम अंसारी, राशिद इकबाल, मनीष गुप्ता, अभिषेक झा, नितिश झा, उत्तम पाल, मो. कासिम, मो. रियाज, चेतन मिश्रा, सोनक लायक, कामरान नसीम, सुरेन्द्र मरांडी, मनोज साह आदि उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : गोली लगने के बाद भी रोशन ने हिम्मत नहीं हारी, ग्रामीणों की मदद से अपराधी को धर दबोचा, बाकी फरार अपराधियों की तलाश में पुलिस

दुमका :- जिले के जरमुंडी थाना क्षेत्र के भोड़ाबाद पंचायत के पालोजोरी गांव में सोमवार के दिन दहाड़े एक सीएसपी संचालक से करीब दो लाख रूपये लूटकर भाग रहे अपराधियों में से एक अपराधी को ग्रामीणों ने खदेड़कर पकड़ लिया। 

इस दौरान अपराधी की ओर से किए गए फायरिंग में एक स्थानीय शख्स घायल हो गया। घायल स्थानीय ग्रामीण एवं अपराधी को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। मौके पर पहुँची जरमुंडी थाना पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी हुई है।

जानकारी के मुताबिक पालोजोरी गांव के सीएसपी में बाइक पर सवार चार अपराधी पहुँचे। सीएसपी संचालक प्रकाश मंडल ने कहा कि सीएसपी में चार से पांच की संख्या में अंजान शख्स अचानक घुस गए और कहा कि पैसा निकालने आये है। 

इस बीच अपराधियों में पिस्टल निकालकर सटा दिया और पैसे की मांग की। प्रकाश ने कहा कि काउंटर में करीब दो लाख से अधिक रकम थी। अपराधियों ने हथियार के बल पर सारा रकम और लैपटॉप एवं मोबाइल लेकर भाग गए। सीएसपी में मौजूद ग्राहकों ने अपराधियों को रोकने की कोशिश की। बाद में ग्रामीणों ने खदेड़कर एक अपराधी को पकड़ लिया। 

इस दौरान अपराधी द्वारा चलाई गई गोली से एक शख्स घायल हो गया। इधर अपराधी का दिलेरी के साथ सामना कर उसे पकड़ने वाले घायल रोशन राय ने कहा कि हल्ला सुनकर वो अपराधियों को पकड़ने दौड़ा।

अपराधियों ने उसे हटने को कहा और धमकी दी कि गोली मार देंगे लेकिन वो वहाँ से नहीं हटा। उसने अपराधियों की धमकी की परवाह किये बगैर उनलोगों से भिड़ गया लेकिन इसी दौरान अपराधी ने गोली चला दी जिससे वो घायल हो गया। बावजूद उसने दिलेरी से अपराधी को पीछे से पकड़ा और बाइक समेत गिरा दिया। 

फिर स्थानीय ग्रामीणों की मदद से उक्त अपराधी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया। वहीं पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। बाकी अपराधियों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : होली की खुमारी में डूबी उपराजधानी, विभिन्न संगठनों ने होली मिलन समारोह के जरिये दिया एकता व सदभाव का संदेश


दुमका :- उपराजधानी दुमका में विभिन्न संगठनों द्वारा रविवार को होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। खूंटाबाँध स्थित डाक बंगला में कलवार समाज द्वारा धूमधाम से होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। 

समारोह का उदघाटन संगठन के जिलाध्यक्ष प्रमोद जायसवाल और सचिव संतोष चौधरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान कलवार समाज से जुड़े लोगों ने एक दूसरे को रंग अबीर लगाकर और मिठाई खिलाकर होली की बधाई दी।

समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि होली एकता और आपसी भाईचारा का संदेश देती है। होली के बहाने लोग आपसी भेदभाव भुलाकर एक दूसरे को रंग अबीर लगाकर सामाजिक सौहार्द को बरकरार रखते हैं। 

समारोह के दौरान होली गीत व संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका लोगों ने खूब लुत्फ उठाया। हास्य व्यंग्य के बीच आयोजित कार्यक्रम को लोगों ने खूब सराहा।

मौके पर उत्तम चौधरी, राजेश चौधरी, उदित चौधरी, सतीश जायसवाल, राधेश्याम वर्मा सहित कई गण्यमान्य अतिथि व बच्चें और महिलाएं भी मौजूद थी।इधर, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वावधान में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। 

इस अवसर पर कायस्थ महासभा से जुड़े लोगो ने  होली के रंग में सराबोर होकर और एक-दूसरे को गुलाल लगाकर बधाई दी। शुभकामनायें अभिव्यक्त की गईं। 

अरूण कुमार सिन्हा, अमरेन्द्र सुमन, विनय कुमार एवं रिचा यामिनी ने होली के फिल्मी गानों, लोकगीतों एवं कविता गायन से सभी को झूमा दिया। अरूण कुमार सिन्हा ने कहा कि होली मिलन समारोह अपने आप में अद्वितीय होता है जिसके अवसर पर मन तरंगित होने लगता है। 

जिलाध्यक्ष दयानंद श्रीवास्तव ने उपस्थित सभी सदस्यों के प्रति समारोह की सफलता के लिए आभार जताया। महासचिव विनय कुमार के शारीरिक अस्वस्थता के बावजूद इनके द्वारा इस समारोह की सफलता के लिए लगातार चिन्तनशील बने रहने एवं कार्यक्रम को अंतिम रूप देने और सफल बनाने के लिए उपस्थित लोगो ने उनके प्रति आभार जताया। 

मौके पर सत्येन्द्र नारायण प्रसाद, आनंद प्रकाश अखौरी, अमरेन्द्र सुमन, शैलेन्द्र नारायण प्रसाद, डा. सुमन विश्वास, पुष्कर नन्दन प्रसाद, रमण कुमार वर्मा, अखिलेश कुमार सिन्हा, आलोक कुमार, राजीव नंदन प्रसाद, सरिता सिन्हा, वन्दना सिन्हा, प्रतिमा अम्बष्ट, अनुपमा वर्मा, काजल कुमारी, शिप्रा श्रीवास्तव, नंदिनी प्रसाद, किरण प्रसाद, अक्षिता सिन्हा, प्रशंसा सागर, अनुभा सिन्हा, अग्रिता सिन्हा, गीता सिन्हा, तृप्ति रूपम, अनिल कुमार सिन्हा, जय प्रकाश सिन्हा, सागर शरण, अजय कुमार सिन्हा, गजेन्द्र कुमार, सुमित कुमार, गूंजन सिन्हा, शौर्या सिन्हा, शुभ सिन्हा, बाॅबी सिन्हा एवं विनय कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)