ग्रामीणों के चेहरे पर मुख्कान बिखेर रही पीएम आवास योजना, पढिए खास रिपोर्ट
औरंगाबाद : जिले में केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण) गांवों में खुशियां बिखेर रही है। लाभुकों के चेहरे पर मुस्कान देखते ही बन रही है।
ये तस्वीरे बिहार के औरंगाबाद जिले के बारूण प्रखंड के कंचनपुर पंचायत के कंचनपुर गांव की है। पहली तस्वीर नवनिर्मित सजे धजे उन आवासों की है, जो प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत बनी है। दूसरी तस्वीर पुरानी है। पुरानी तस्वीर उस वक्त की है, जब ये गरीब गुरबे एक तरह से बेघर थे। घर के नाम पर उनके पास कच्ची मिट्टी के खपरैल थे। गरीबी के कारण इनकी मरम्मत कराने तक की ये हैसियत में नही थे। नतीजतन गर्मी के दिनों में लू के थपेड़ो को सहना और बरसात के दिनों में पानी चुती खपरैल में गुजारा करना पड़ता था। बाल-बच्चों और पूरे परिवार के साथ ऐसे घर में महिलाएं कैसे गुजारा करती होंगी, इसकी सहज ही कल्पना की जा सकती है।
दोनो तस्वीरों को देखकर पहले और आज के बीच के अंतर को देखा और समझा जा सकता है। इस अंतर का सबब बनी पीएम आवास योजना जो न केवल इनके सिर पर ढंग की छत का सहारा बनी और इनका जीवन स्तर भी उपर उठा। इस योजना के लाभुको की जुबान सरकार की तारीफ करते नही अघाते।
लाभुक बताते है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हे आवास ही नही दिया बल्कि शौचालय और उज्जवला योजना के तहत रसोई गैस का कनेक्शन भी दिया। इससे धुएं से भी मुक्ति मिली शौचालय बनने से महिलाओं को इज्जत भी मिली। इस मामले में एक मुस्लिम महिला तो एक हाथ आगे बढ़कर यह भी बोल गयी कि मोदी जी ने घर और शौचालय तो दिया ही। साथ ही तीन तलाक से भी मुक्ति दिला दी।
दरअसल कंचनपुर गांव की ये तस्वीरे प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण) के फलाफल की बानगी और प्रतिनिधित्व करती तस्वीरें है। ऐसी तस्वीरे औरंगाबाद के हर गांव में मौजूद है, जो प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोंच को बयान करती है।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Mar 09 2023, 13:10