राज्यपालों की लिस्ट में यूपी के तीन चेहरे को मिली जिम्मेदारी
लखनऊ। कई राज्यों में राज्यपालों का तबादला किया गया है तो वहीं कई जगह नए चेहरों को तवज्जो मिली है। यूपी भाजपा के कद्दावर नेता शिव प्रताप शुक्ला को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का दायित्व मिला है, वो सूबे की भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शुमार किए जाते हैं। वरिष्ठ नेता शुक्ला ने 1989 में आम चुनावों में प्रचार किया और कांग्रेस के सुनील शास्त्री को हराकर उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य चुने गए। वे 1989, 1991, 1993 और 1996 में लगातार चार बार विधान सभा के सदस्य के रूप में चुने गए।
शुक्ला को उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की नेतृत्व वाली सरकारों में राज्य मंत्री नियुक्त किया गया था, उन्हें 1996-1998 में भारतीय जनता पार्टी-बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन के तहत मायावती और कल्याण सिंह की सरकार और बाद में राजनाथ सिंह के नेतृत्व वाली यूपी भाजपा सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री के लिए कैबिनेट मंत्री नियुक्त किया गया था। 70 वर्ष के शिव प्रताप शुक्ला मोदी वन सरकार में भारत के वित्त राज्यमंत्री रहे हैं। दशक से ज्यादा वक्त तक यूपी में सत्ता से बाहर रही, भाजपा को वापस सरकार तक लाने में शिव प्रताप शुक्ला की अहम भागीदारी मानी जाती है।
इसी तरह भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और एमएलसी रह चुके लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सिक्किम का राज्यपाल बनाया गया है। 68 के आचार्य उत्तर प्रदेश विधानसभा में विधानपरिषद सदस्य रह चुके हैं। उनकी राजनीतिक कर्मभूमि वाराणसी है। भाजपा संगठन को मजबूत करने में उनकी अहम भागीदारी मानी जाती है। इसके अलावा मऊ व अन्य सीओं से छह बार विधायक रह चुके 75 वर्ष के फागू चौहान को मेघालय का राज्यपाल बनाया गया है। 2007 में वो बहुजन समाज पार्टी में चले गए थे, लेकिन 2012 में उन्होंने फिर घर वापसी की और भाजपा से विधायक बने। आजमगढ़ के मूल निवासी फागू मऊ की घोसी विधानसभा सीट से विधायक रहे। विधायकी का कार्यकाल खत्म होने के बाद अभी तक बिहार के राज्यपाल के तौर पर सेवा दे रहे थे।
Feb 12 2023, 16:38