प्रिया राठौर डेथ मिस्ट्री : बेबस पिता के सवालों का जवाब नहीं दे पा रही लखनऊ पुलिस
नरसिंह नारायण पांडे
लखनऊ। लखनऊ के बीकेटी स्थित एसआर कॉलेज में छात्रा प्रिया राठौर की मौत की गुत्थी 22 दिन बाद भी अनसुलझी है और पुलिस की तफ्तीश आज भी जहां थी वहीं है। जिसके चलते बेबस पिता ने भाजपा एमएलसी का कालेज होने के चलते निष्पक्ष जांच न होने का लगातार आरोप लगा रहा है। साथ ही सरकार से सीबीआई जांच की मांग भी करने लगा है। पिता का कहना है कि लगातर वॉर्डन इसे हादसा बता रही थी। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गम्भीर चोट और हड्डियां तक टूटने का जिक्र है। इसके अलावा पुलिस ने उस कमरे को भी सीज नहीं किया जिसमें प्रिया रहती थी। जबकि खून से सने कपड़े उस कमरे में ही मिले थे, इससे साफ है कि साक्ष्यों से छेड़छाड़ की गयी है।
वहीं पुलिस के सीन रिक्रिएशन में भी डमी तीनों बार सिर के बल गिरी, लेकिन प्रिया के सिर में कोई चोट नहीं पाई गयी। वहीं इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण है कि प्रिया के शरीर में कई जगह पिटाई के साथ रगड़ने के निशान पाए गए थे। जो कि गिरने पर नहीं आ सकते ऐसे में साफ है कि उसकी हत्या कहीं और कर शव को दूर फेंका गया है लेकिन सड़क पर चलते हुए चक्कर आने से गिरकर बेहोश होने का राग अलापने वाली वॉर्डन से सख्ती से पूछताछ नहीं की गई। जबकि पुलिस को ही कुछ छात्राओं ने अपने बयान में बताया था कि एक ज़ोर से आवाज़ आयी थी जिसके कुछ देर बाद पता चला था कि प्रिया की मौत हो गयी है। आठवीं की छात्रा प्रिया राठौर ने घटना के दिन भी अपने पिता से फोन पर बात की थी और वॉर्डन द्वारा प्रताड़ित करने की बात कही थी।
पिता का कहना, जल्द ही सीएम योगी से मिलकर इंसाफ की गुहार लगाएंगे
पिता ने ये भी आरोप लगाया है कि घटना के बाद कालेज प्रशासन की ओर से एफआईआर न कराने का भी दबाव बनाया गया था। वहीं तीन दिन पहले पुलिस बयान लेने प्रिया के घर गयी थी। जहां कई सवाल प्रिया की मां ने भी पूछे लेकिन पुलिस एक सवाल का भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी। पुलिस भले ही पहले इसे हादसा फिर सुसाइड की थ्योरी पर चली हो, लेकिन सवाल यह है कि जिस तरह से प्रिया की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई है। वह चौंकाने वाली है। पिता ने बताया कि जिस दिन प्रिया की मौत हुई थी। स्कूल प्रबंधन का कहना था कि वह मेस से खाना खाने के बाद जाते सयम उसकी अचानक गिरकर मौत हो गई। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके खाने की पुष्टि नहीं हुई है। पिता जयराम का कहना है कि वह जल्द ही सीएम योगी से मिलकर इंसाफ की गुहार लगाएंगे।
बता दें कि मूल रूप से हरदोई गुजर एट जालौन निवासी प्रिया राठौर पुत्री जयराम राठौर बख्शी का तालाब के भैंसामऊ कॉसिंग स्थित एसआर ग्लोबल स्कूल के हॉस्टल में रहकर आठवीं की पढ़ाई कर रही थी 20 जनवरी की रात संदिग्ध परिस्थितियों में उसका शव जमीन पर पड़ा मिला था पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर में डॉक्टरों ने कई जगह हड्डी टूटने की पुष्टि की थी पिता जसराम ने बेटी की हत्या किए जाने की आशंका जताते हुए थाना बख्शी का तालाब में मुकदमा दर्ज कराया है।
मौत की पुष्टि के बाद भी वार्डन ने बताया प्रिया को मामूली चोट आई है
पिता ने स्कूल प्रबंधन और पुलिस पर आरोप लगते हुआ कहा की मेरी बेटी की हत्या को आत्महत्या में बदलना चाहते है। स्कूल प्रबंधन के कहने पर चल रही है लखनऊ पुलिस। जिस तरह से पुलिस हीलाहवाली कर रही है। इससे साफ़ ज़ाहिर होता है की पुलिस दबाओ में तफ्तीश कर रही है। पिता ने आरोप लगाया कि रात 9 बजे डॉक्टर ने बेटी को मृत घोषित कर दिया,लेकिन वार्डन फोन पर लगातार बात करने के बाद भी इसकी जानकारी नहीं दी। वह यही दावा करती रहीं कि उसका इलाज चल रहा है। जबकि बेटी अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ चुकी थी।
फॉरेंसिक रिपोर्ट में हत्या या आत्महत्या की ओर इशारा
प्रिया राठौर की मौत के मामले में फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट गुरुवार को पुलिस को सौंप दी गई है। रिपोर्ट प्रिया की मौत हत्या या आत्महत्या की ओर इशारा कर रही है। विशेषज्ञों ने रिपोर्ट में साफ किया है कि प्रिया की मौत हादसा नहीं है। विशेषज्ञों ने रिपोर्ट में साफ कर दिया है की जिस तरह से वह नीचे गिरी थी, उससे साफ है कि यह हादसा नहीं हो सकता। विशेषज्ञों ने क्राइम सीन दोबारा दोहराने के बाद और स्कूल में जांच पड़ताल के बाद रिपोर्ट तैयार की है। प्रिया की मौत की वजह खुदकुशी है या उसे किसी ने ऊपर से धक्का देकर गिरा दिया है। इस एंगल को पुलिस और फॉरेंसिक टीम तलाश रही है। हालांकि प्रिया के परिजन अभी भी कॉलेज पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं। प्रिया की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए घटनास्थल पर फॉरेंसिक मेडिकोलीगल टीम ने एक्सपर्ट डॉ. जी खान के नेतृत्व में क्राइम सीन दोहराया था। इसमें पांच मंजिला इमारत से तीन बार पुतला फेंका गया था। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई थी। पुलिस को सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार, प्रिया की मौत हादसा नहीं है। आशंका है कि या तो उसे ऊपर से धक्का देकर गिराया गया या खुद वह कूद गई। अब हत्या और आत्महत्या के बिंदु पर अपनी जांच करेगी। फि़लहाल परिजन हत्या का आरोप लगा रहे है।
दीवार से महज 3 फीट 11 इंच की दूरी पर मिला था शव
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रिया कूदती या धक्का दिया जाता तो जमीन पर खून जरूर बहा होता। फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की थी। पिता नेे बताया कि बिल्डिंग पांच माले की है। बिल्डिंग की दीवार से प्रिया 3 फीट 11 इंच की दूरी पर पड़ी मिली थी। ऊंचाई से कूदने पर दीवार के इतना नजदीक गिरना संभव नहीं है। अगर वह कूदी होती या उसे छत से धक्का दिया गया होता, तो वहां शरीर से बहा खून भी जरूर मिला होता। आशंका है कि उसको मारकर वहां पर फेंका गया।
हैवानियत की वजह से पैर की हड्डी व पसलियां टूटीं
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में साफ हुआ है। कि प्रिया की मौत कोई हादसा या आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है प्रिया की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कई बड़े खुलासे हुए हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक प्रिया की गले (सर्वाइकल) की सी-7, सी-4 और सी-5 हड्डियां टूटी हैं। गले में ऐसी चोट भी पाई गई जो गिरने से नहीं, बल्कि गला दबाने या मारने से ही आ सकती है। प्रिया के शरीर के पिछले हिस्से (हिप्स) में रगड़ के निशान थे। जो घसीटे जाने की ओर इशारा करते हैं। मतलब उसका गला दबाया गया और उसे घसीटा भी गया। बर्बरता की वजह से उसके पैर की हड्डी व पसलियां टूटीं। एक्सपर्ट का कहना है कि एक तरह से लिंचिंग कर उसको मारा गया। प्रिया की मौत शॉक एंड हेमरेज की वजह से हुई। एक्सपर्ट के मुताबिक मृतका के गर्भाशय व उसके आसपास के हिस्से में ढाई लीटर खून जम गया था। उसके प्राइवेट पार्ट पर किसी तरह की कोई चोट नहीं पाई गई।
Feb 12 2023, 10:09