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Jun 21 2024, 15:23

Muslims protesting in Chicago USA, not to buy groceries from Hindu stores which is run by Patels. Because they are funding to RSS.
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Jun 15 2024, 14:21

बीजेपी को पहले अहंकारी बताया, अब दी सफाई, क्या इंद्रेश कुमार ने प्रेशर में मारी पलटी?

#rss_leader_indresh_kumar_backtracked_on_his_statement 

बीजेपी को अहंकारी बताने के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के इंद्रेश कुमार ने 24 घंटे में ही यूटर्न ले लिया है। बीजेपी को अहंकारी बताने वाले बयान से विवादों में आए इंद्रेश कुमार ने अब सफाई दी है।उन्होंने कहा कि इस समय का सत्य यही है कि भगवान राम की भक्ति का संकल्प लेने वाले तीसरी बार सरकार में हैं, विरोध करने वाले सत्ता से बाहर हैं और देश की जनता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है।

न्यूज एजेंसी आईएएनएस के साथ बातचीत करते हुए संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने कहा कि हर मिनट, हर घंटा, हर दिन देश तेज गति से आगे बढ़ रहा है और समय कभी ठहर कर प्रतीक्षा नहीं करता, वो सदा चलता रहता है। इस समय का सत्य यही है कि जिन्होंने राम का विरोध किया और यह कहा कि अब राम भक्त सत्ता में नहीं आएंगे, वो सारे इस समय सत्ता से बाहर हैं, इसलिए वो ख्याली पुलाव बनाकर तरह-तरह की शंका खड़े करने की कोशिश करते हैं।

इंद्रेश कुमार ने आगे कहा कि इस समय का सत्य यह है कि भगवान राम की भक्ति का संकल्प लेने वाले तीसरी बार सरकार में हैं, आज नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा नीत एनडीए की सरकार है। मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार आने वाले दिनों में देश को तेज गति से आगे बढ़ाने में सक्षम है। संघ नेता ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि देश के हर नागरिक को यह भरोसा है कि उनके नेतृत्व में देश लगातार तेजी से तरक्की करेगा और वह स्वयं भी यह कामना करते हैं कि जन-जन का यह विश्वास लगातार फले-फूले।

इससे पहले गुरुवार को इंद्रेश कुमार ने जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि लोकसभा चुनावों में अहंकार के कारण बीजेपी 241 तक ही पहुंच पाई थी। इंद्रेश कुमार ने कहा, राम सभी के साथ न्याय करते हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में क्या हुआ? जिन लोगों ने राम की भक्ति की थी लेकिन उनमें अहंकार आ गया। इसलिए उन लोगों सबसे बड़ी पार्टी बनना था, उनको पूरा हक मिलना चाहिए था जो शक्ति मिलनी चाहिए थी वो नहीं मिली। भगवान राम ने उनके अहंकार के कारण उनको पूर्ण बहुमत नहीं आने दिया।

इंद्रेश कुमार ने अयोध्या से बीजेपी प्रत्याशी लल्लू सिंह की हार पर भी तंज कसते हुए उन्हें अत्याचारी बताया था। उन्होंने कहा था कि लल्लू सिंह ने जनता पर जुल्म किए थे तो रामजी ने कहा कि 5 साल आराम करो, अगली बार देख लेंगे। राम भेदभाव नहीं करते हैं, राम सजा नहीं देते हैं। राम किसी का बिगाड़ नहीं करवाते हैं। राम सबको न्याय देते हैं। देते रहे थे और देते रहेंगे। राम सदा न्याय प्रिय थे और रहेंगे।

विपक्षी दल कांग्रेस के कई नेताओं ने इसको मुद्दा बनाकर बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, इंद्रेश कुमार ने जो दिल में आया, वही कहा। हो सकता है कि उन पर दबाव रहा हो, इसलिए उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया, लेकिन भारत जानता है कि अहंकारी कौन है, अहंकार की भाषा कौन बोलता है, 400 पार की बात करता है और भगवान राम को लाने की बात करता है… जहां-जहां भगवान राम ने पैर रखे, वहां-वहां भाजपा हारी। यह भाजपा की करारी हार है…।

दूसरी तरफ पार्टी के दूसरे नेता उदित राज ने कहा, चीजों को इस तरह से पेश किया गया कि नरेंद्र मोदी राम को लेकर आए। उन्होंने (इंद्रेश कुमार) उसी अर्थ में बात कही है, लेकिन बाद में उन्हें लगा होगा कि यह सरकार कभी भी गिर सकती है और वह इसके लिए जिम्मेदार नहीं बनना चाहते…आरएसएस के पास बीजेपी की तरह कई चेहरे हैं और अभी नहीं तो बाद में चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।

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Jun 08 2024, 15:48

दुनिया के 75 देशों ने दी पीएम मोदी को जीत की बधाई, पड़ोसी ने क्यों नहीं ! PAK ने दिया हैरान करने वाला जवाब

पाकिस्तान ने आज शनिवार को कहा कि वह भारत समेत अपने सभी पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण और "सहकारी संबंध" चाहता है और बातचीत के ज़रिए विवादों को सुलझाना चाहता है। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने से एक दिन पहले आई है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में NDA गठबंधन ने लोकसभा चुनावों में 293 सीटें हासिल कीं और रिकॉर्ड तीसरी बार सरकार बनाने के लिए तैयार है। यह पूछने पर कि क्या पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री मोदी को चुनाव जीतने पर बधाई दी है, बलूच ने कहा कि अपने नेतृत्व के बारे में निर्णय लेना भारतीय नागरिकों का अधिकार है। उन्होंने कहा कि, "हमें उनकी चुनावी प्रक्रिया पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है।" उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि नई सरकार ने अभी तक औपचारिक रूप से शपथ नहीं ली है, इसलिए भारतीय प्रधानमंत्री को बधाई देने के बारे में बात करना "जल्दबाजी" होगी। भारत के साथ संबंधों पर विस्तार से चर्चा करते हुए बलोच ने दावा किया कि पाकिस्तान ने हमेशा अपने पड़ोसी के साथ सभी विवादों को रचनात्मक बातचीत के जरिए सुलझाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि, "पाकिस्तान ने हमेशा भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंध चाहा है। हमने जम्मू-कश्मीर के मुख्य विवाद सहित सभी लंबित मुद्दों को हल करने के लिए लगातार रचनात्मक वार्ता और सहभागिता की वकालत की है।" हालाँकि, मौजूदा भारत सरकार ने शुरू से कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध चाहता है, तथा इस बात पर जोर दिया है कि इस प्रकार के संबंध के लिए आतंक और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद पर है। इस वर्ष की शुरुआत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि भारत ने "पाकिस्तान के साथ बातचीत के दरवाजे कभी बंद नहीं किए" लेकिन आतंकवाद का मुद्दा "बातचीत के केंद्र में निष्पक्ष और स्पष्ट होना चाहिए"। उन्होंने कहा था कि, "हमने पाकिस्तान के साथ बातचीत के लिए अपने दरवाजे कभी बंद नहीं किए हैं। सवाल यह है कि किस बारे में बात की जाए, अगर किसी देश के पास इतने सारे आतंकवादी शिविर हैं, तो यह बातचीत का केंद्रीय विषय होना चाहिए।" बता दें कि, लोकसभा चुनावों में भाजपा की कम सीटें आने पर और कांग्रेस का बेहतर प्रदर्शन रहने पर पाकिस्तान के कई नेताओं ने ख़ुशी जताई है। पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा हैं कि, ''सांप्रदायिक कट्टरता और भाजपा के प्रतिगामी “हिंदू राष्ट्र” को अस्वीकार करने के लिए भारत के लोग बहुत तारीफ के पात्र हैं।'' वहीं, पाकिस्तान की पिछली इमरान खान सरकार में सूचना मंत्री रहे फवाद चौधरी भी भारत के चुनावों पर लगातार बयान दे रहे थे। वे तो खुले आम कांग्रेस नेता राहुल गांधी का समर्थन करते हुए कह चुके थे कि, किसी भी तरह मोदी सरकार को हटाना जरूरी है। वे राहुल गांधी के वीडियो और कांग्रेस के विज्ञापन भी अपने हैंडल से शेयर कर चुके हैं। नतीजों पर उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, ''चूंकि भारत के चुनाव पर मेरी हर भविष्यवाणी लगभग सही साबित हुई, इसलिए मैं यह कहने का साहस करता हूं कि मोदी निश्चित रूप से प्रधानमंत्री बनेंगे, लेकिन उनकी सरकार के कार्यकाल पूरा करने की संभावना लगभग शून्य है, यदि INDIA गठबंधन अपने पत्ते ठीक से खेलता है तो भारत में मध्यावधि चुनाव होंगे।'' आखिर INDIA अलायन्स की जीत क्यों चाहता है पाकिस्तान ? दरअसल, इसके पीछे कुछ वैचारिक समानताएं हैं। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने का विरोध पाकिस्तान भी करता है और कांग्रेस भी। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह एक बयान में खुलेआम कह चुके हैं कि, पार्टी सत्ता में आई तो 370 वापस लागू करेंगे। ये अनुच्छेद पाकिस्तान के लिए काफी फायदेमंद था। इसके जरिए कोई भी पाकिस्तानी कश्मीर की लड़की से शादी करके भारतीय कश्मीर का नागरिक बन जाता था, जबकि कोई भी दूसरे राज्य का भारतीय वहां जमीन नहीं खरीद सकता था। इसकी मदद से पाकिस्तान को आतंकवाद फैलाने में बहुत आसानी होती थी। कांग्रेस इसे हटाने का विरोध इसलिए करती है, क्योंकि भारत के मुस्लिम इसका विरोध करते हैं, जो कांग्रेस का मुख्य वोटबैंक है, ऐसे में पार्टी उसके पीछे खड़ी हो जाती है। इसके अलावा अयोध्या मामले पर भी पाकिस्तान और कांग्रेस का एक जैसा रुख है, दोनों उस स्थान पर राम मंदिर बनने के खिलाफ थे, कांग्रेस तो राम को सुप्रीम कोर्ट में काल्पनिक भी बता चुकी थी, ताकि ये सिद्ध हो जाए की जब राम ही काल्पनिक हैं, तो उनका जन्मस्थान कैसा और मंदिर कैसा ? ये भी गौर करने वाली बात है कि, नेहरू से लेकर इंदिरा, राहुल तक नेहरू-गांधी परिवार के कई नेता अफगानिस्तान में मौजूद 'बाबर' की कब्र पर जाकर आ चुके हैं, लेकिन इस परिवार का कोई भी सदस्य आज तक राम मंदिर नहीं गया है, निमंत्रण मिलने के बाद भी। पाकिस्तान भी चाहता था कि, उस स्थान पर राम मंदिर न बने और पूर्व कांग्रेसी पीएम नरसिम्हा राव ने उसी स्थान पर वापस बाबरी मस्जिद बनवाने का खुलेआम वादा किया था। यही नहीं, जब पाकिस्तान ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमला किया था, जिसमे 250 से अधिक लोग मारे गए थे, इसके बाद भारतीय सेना ने कांग्रेस सरकार (मनमोहन सरकार) के सामने सर्जिकल स्ट्राइक करने जैसे हमले की अनुमति मांगी थी, लेकिन सरकार ने इजाजत नहीं दी। उल्टा कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने जांच से पहले ही 26/11 RSS की साजिश नाम से किताब लॉन्च कर दी, और हिन्दू आतंकवाद शब्द फैलाया जाने लगा। जबकि, इस हमले में एकमात्र जिन्दा पकड़े गए आतंकी अजमल कसाब ने कबूला था कि उसे पाकिस्तान ने 'जिहाद' करने भेजा था। यही नहीं, सारे पाकिस्तानी आतंकियों के पास हिन्दू नाम वाले ID कार्ड भी थे, यानी पाकिस्तान भी इस हमले का दोष भारत के ही हिन्दुओं पर मढ़ने की साजिश में था, जिसे कांग्रेस की किताब और हिन्दू आतंकवाद की थ्योरी ने और हवा दे दी। इसके उलट मोदी सरकार ने उरी और पुलवामा हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया, तो इस सरकार के खिलाफ तो पाकिस्तान को होना ही था। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने हाल ही में बयान दिया था कि, भारत को पाकिस्तान की इज्जत करनी चाहिए, क्योंकि उसके पास परमाणु बम है। भारत को अपनी सैन्य ताकत नहीं बढ़ानी चाहिए, क्योंकि इससे पाकिस्तान भड़ककर परमाणु मार सकता है। जबकि, मोदी सरकार का रुख शुरू से यही रहा है कि, जब तक पड़ोसी मुल्क आतंकवाद बंद नहीं करता, तब तक उसके साथ बातचीत शुरू नहीं की जा सकती। इसके अलावा पाकिस्तान भी चाहता है कि, भारत में रह रहे मुस्लिमों को पर्सनल लॉ के हिसाब से चलने दिया जाए, कांग्रेस इसका वादा अपने घोषणापत्र में कर चुकी है, जबकि भाजपा एक देश एक कानून (UCC) की वकालत करती है। इसके अलावा भी कई चीज़ें हैं, जिसके लिए पाकिस्तान केंद्र में मोदी सरकार को हटाने के पक्ष में है और INDIA अलायन्स का समर्थन कर रहा है।

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Jun 08 2024, 15:46

दुनिया के 75 देशों ने दी पीएम मोदी को जीत की बधाई, पड़ोसी ने क्यों नहीं ! PAK ने दिया हैरान करने वाला जवाब

पाकिस्तान ने आज शनिवार को कहा कि वह भारत समेत अपने सभी पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण और "सहकारी संबंध" चाहता है और बातचीत के ज़रिए विवादों को सुलझाना चाहता है। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने से एक दिन पहले आई है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में NDA गठबंधन ने लोकसभा चुनावों में 293 सीटें हासिल कीं और रिकॉर्ड तीसरी बार सरकार बनाने के लिए तैयार है।

यह पूछने पर कि क्या पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री मोदी को चुनाव जीतने पर बधाई दी है, बलूच ने कहा कि अपने नेतृत्व के बारे में निर्णय लेना भारतीय नागरिकों का अधिकार है। उन्होंने कहा कि, "हमें उनकी चुनावी प्रक्रिया पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है।" उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि नई सरकार ने अभी तक औपचारिक रूप से शपथ नहीं ली है, इसलिए भारतीय प्रधानमंत्री को बधाई देने के बारे में बात करना "जल्दबाजी" होगी। भारत के साथ संबंधों पर विस्तार से चर्चा करते हुए बलोच ने दावा किया कि पाकिस्तान ने हमेशा अपने पड़ोसी के साथ सभी विवादों को रचनात्मक बातचीत के जरिए सुलझाने का प्रयास किया है।

उन्होंने कहा कि, "पाकिस्तान ने हमेशा भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंध चाहा है। हमने जम्मू-कश्मीर के मुख्य विवाद सहित सभी लंबित मुद्दों को हल करने के लिए लगातार रचनात्मक वार्ता और सहभागिता की वकालत की है।" हालाँकि, मौजूदा भारत सरकार ने शुरू से कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध चाहता है, तथा इस बात पर जोर दिया है कि इस प्रकार के संबंध के लिए आतंक और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद पर है। 

इस वर्ष की शुरुआत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि भारत ने "पाकिस्तान के साथ बातचीत के दरवाजे कभी बंद नहीं किए" लेकिन आतंकवाद का मुद्दा "बातचीत के केंद्र में निष्पक्ष और स्पष्ट होना चाहिए"। उन्होंने कहा था कि, "हमने पाकिस्तान के साथ बातचीत के लिए अपने दरवाजे कभी बंद नहीं किए हैं। सवाल यह है कि किस बारे में बात की जाए, अगर किसी देश के पास इतने सारे आतंकवादी शिविर हैं, तो यह बातचीत का केंद्रीय विषय होना चाहिए।"

बता दें कि, लोकसभा चुनावों में भाजपा की कम सीटें आने पर और कांग्रेस का बेहतर प्रदर्शन रहने पर पाकिस्तान के कई नेताओं ने ख़ुशी जताई है। पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा हैं कि, ''सांप्रदायिक कट्टरता और भाजपा के प्रतिगामी “हिंदू राष्ट्र” को अस्वीकार करने के लिए भारत के लोग बहुत तारीफ के पात्र हैं।'' वहीं, पाकिस्तान की पिछली इमरान खान सरकार में सूचना मंत्री रहे फवाद चौधरी भी भारत के चुनावों पर लगातार बयान दे रहे थे। वे तो खुले आम कांग्रेस नेता राहुल गांधी का समर्थन करते हुए कह चुके थे कि, किसी भी तरह मोदी सरकार को हटाना जरूरी है। वे राहुल गांधी के वीडियो और कांग्रेस के विज्ञापन भी अपने हैंडल से शेयर कर चुके हैं। नतीजों पर उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, ''चूंकि भारत के चुनाव पर मेरी हर भविष्यवाणी लगभग सही साबित हुई, इसलिए मैं यह कहने का साहस करता हूं कि मोदी निश्चित रूप से प्रधानमंत्री बनेंगे, लेकिन उनकी सरकार के कार्यकाल पूरा करने की संभावना लगभग शून्य है, यदि INDIA गठबंधन अपने पत्ते ठीक से खेलता है तो भारत में मध्यावधि चुनाव होंगे।''

आखिर INDIA अलायन्स की जीत क्यों चाहता है पाकिस्तान ?

दरअसल, इसके पीछे कुछ वैचारिक समानताएं हैं। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने का विरोध पाकिस्तान भी करता है और कांग्रेस भी। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह एक बयान में खुलेआम कह चुके हैं कि, पार्टी सत्ता में आई तो 370 वापस लागू करेंगे। ये अनुच्छेद पाकिस्तान के लिए काफी फायदेमंद था। इसके जरिए कोई भी पाकिस्तानी कश्मीर की लड़की से शादी करके भारतीय कश्मीर का नागरिक बन जाता था, जबकि कोई भी दूसरे राज्य का भारतीय वहां जमीन नहीं खरीद सकता था। इसकी मदद से पाकिस्तान को आतंकवाद फैलाने में बहुत आसानी होती थी। कांग्रेस इसे हटाने का विरोध इसलिए करती है, क्योंकि भारत के मुस्लिम इसका विरोध करते हैं, जो कांग्रेस का मुख्य वोटबैंक है, ऐसे में पार्टी उसके पीछे खड़ी हो जाती है। इसके अलावा अयोध्या मामले पर भी पाकिस्तान और कांग्रेस का एक जैसा रुख है, दोनों उस स्थान पर राम मंदिर बनने के खिलाफ थे, कांग्रेस तो राम को सुप्रीम कोर्ट में काल्पनिक भी बता चुकी थी, ताकि ये सिद्ध हो जाए की जब राम ही काल्पनिक हैं, तो उनका जन्मस्थान कैसा और मंदिर कैसा ? 

ये भी गौर करने वाली बात है कि, नेहरू से लेकर इंदिरा, राहुल तक नेहरू-गांधी परिवार के कई नेता अफगानिस्तान में मौजूद 'बाबर' की कब्र पर जाकर आ चुके हैं, लेकिन इस परिवार का कोई भी सदस्य आज तक राम मंदिर नहीं गया है, निमंत्रण मिलने के बाद भी। पाकिस्तान भी चाहता था कि, उस स्थान पर राम मंदिर न बने और पूर्व कांग्रेसी पीएम नरसिम्हा राव ने उसी स्थान पर वापस बाबरी मस्जिद बनवाने का खुलेआम वादा किया था। यही नहीं, जब पाकिस्तान ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमला किया था, जिसमे 250 से अधिक लोग मारे गए थे, इसके बाद भारतीय सेना ने कांग्रेस सरकार (मनमोहन सरकार) के सामने सर्जिकल स्ट्राइक करने जैसे हमले की अनुमति मांगी थी, लेकिन सरकार ने इजाजत नहीं दी। उल्टा कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने जांच से पहले ही 26/11 RSS की साजिश नाम से किताब लॉन्च कर दी, और हिन्दू आतंकवाद शब्द फैलाया जाने लगा। जबकि, इस हमले में एकमात्र जिन्दा पकड़े गए आतंकी अजमल कसाब ने कबूला था कि उसे पाकिस्तान ने 'जिहाद' करने भेजा था। यही नहीं, सारे पाकिस्तानी आतंकियों के पास हिन्दू नाम वाले ID कार्ड भी थे, यानी पाकिस्तान भी इस हमले का दोष भारत के ही हिन्दुओं पर मढ़ने की साजिश में था, जिसे कांग्रेस की किताब और हिन्दू आतंकवाद की थ्योरी ने और हवा दे दी। इसके उलट मोदी सरकार ने उरी और पुलवामा हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया, तो इस सरकार के खिलाफ तो पाकिस्तान को होना ही था।   

कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने हाल ही में बयान दिया था कि, भारत को पाकिस्तान की इज्जत करनी चाहिए, क्योंकि उसके पास परमाणु बम है। भारत को अपनी सैन्य ताकत नहीं बढ़ानी चाहिए, क्योंकि इससे पाकिस्तान भड़ककर परमाणु मार सकता है। जबकि, मोदी सरकार का रुख शुरू से यही रहा है कि, जब तक पड़ोसी मुल्क आतंकवाद बंद नहीं करता, तब तक उसके साथ बातचीत शुरू नहीं की जा सकती। इसके अलावा पाकिस्तान भी चाहता है कि, भारत में रह रहे मुस्लिमों को पर्सनल लॉ के हिसाब से चलने दिया जाए, कांग्रेस इसका वादा अपने घोषणापत्र में कर चुकी है, जबकि भाजपा एक देश एक कानून (UCC) की वकालत करती है। इसके अलावा भी कई चीज़ें हैं, जिसके लिए पाकिस्तान केंद्र में मोदी सरकार को हटाने के पक्ष में है और INDIA अलायन्स का समर्थन कर रहा है।

నిజంనిప్పులాంటిది

May 31 2024, 12:56

జయలలితను 'హిందుత్వ నాయకురాలు' అని అన్నామలై; శశికళ, ఏఐఏడీఎంకే నిప్పులు చెరిగారు: 'ఆమెకు దేవుడిపై నమ్మకం ఉంది, మత విశ్వాసాలు లేవు'

1992లో జయలలిత కరసేవ అనేది తప్పు పదం కాదని అన్నారు.

"బాబ్రీ కూల్చివేత తర్వాత 3 రాష్ట్రాల బిజెపి ప్రభుత్వాల తొలగింపును ఆమె వ్యతిరేకించారు"

"1993లో, ఆమె రామమందిర నిర్మాణానికి అనుకూలంగా సంతకాల ప్రచారాన్ని నిర్వహించింది"

"భారతదేశంలో శ్రీరాముని ఆలయాన్ని నిర్మించలేమా, పాకిస్తాన్‌లో నిర్మించడం సాధ్యమేనా" అని కూడా ఆమె ప్రశ్నించారు.

"ఆమె యూనిఫాం సివిల్ కోడ్‌కు మొగ్గు చూపారు. రామసేతును జాతీయ స్మారక చిహ్నంగా ప్రకటించడానికి కూడా ఆమె నిలబడింది"

"1993లో b0mb పేలుడు కారణంగా చెన్నైలోని RSS ప్రధాన కార్యాలయం చదును చేయబడినప్పుడు, ఆమె దానిని ప్రభుత్వ నిధుల నుండి నిర్మించడానికి ముందుకొచ్చింది"

"ఆమె కఠినమైన మతమార్పిడి నిరోధక చట్టాన్ని రూపొందించింది మరియు వేదపాటశాలను కూడా ఏర్పాటు చేసింది"

"ఈరోజు EPS తాను కాళ్ళ నొప్పి కారణంగా రామమందిరాన్ని సందర్శించలేనని చెబుతున్నాడు. జయలలిత & హిందూత్వపై బహిరంగ చర్చకు ADMK నాయకులను నేను ఆహ్వానిస్తున్నాను"

"జయలలిత పూర్వ యుగంలో, రాష్ట్రంలోని హిందూ ఓటర్లు జయలలిత తన హిందూ గుర్తింపును బహిరంగంగా ప్రదర్శించినందున బిజెపి కంటే జయలలితను ఎన్నుకున్నారు" అన్నామలై

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May 10 2024, 14:05

जानें क्या है 15 सेकंड के लिए पुलिस हटाने वाला बयान, जिसको लेकर आमने-सामने हैं ओवैसी और नवनीत राणा

#asaduddinowaisiattacksonamravatimpnavneet_rana 

लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए सोमवार को वोटिंग होनी है। इसी बीच दलों के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है। इस बीच बीजेपी सांसद नवनीत राणा और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी भिड़ हुए हैं। महाराष्ट्र के अमरावती से भाजपा सांसद नवनीत कौर राणा ने बुधवार (8 मई) को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन पर बयान दिया। नवनीत राणा ने कहा कि अगर हैदराबाद में 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटी तो पता नहीं चलेगा कि दोनों भाई कहां गए। नवनीत राणा के इस बयान पर तगड़ा पलटवार किया है। ओवैसी ने 'छोटे को खुला छोड़ दूं' की बात कहकर मामला और गरमा दिया है।

मैंने उसे रोक रखा है-ओवैसी

नवनीत राणा बुधवार को हैदराबाद में भाजपा उम्मीदवार माधवी लता के लिए प्रचार करने गई थीं।यहां राणा ने असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन पर बयान दिया। नवनीत राणा ने कहा कि अगर हैदराबाद में 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटी तो पता नहीं चलेगा कि दोनों भाई कहां गए।इस बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने नवनीत राणा पर तंज कसा। उन्होंने कहा, मैंने छोटे (अकबरुद्दीन ओवैसी) को बहुत समझाकर रोक रखा है, छोड़ दूं क्या? छोटे-छोटे, तुमको मालूम ही क्या है कि छोटा क्या है। मेरा छोटा भाई तोप है, वो सालार का बेटा है। मैंने रोक रखा है वरना जिस दिन कह दिया कि मियां मैं आराम करता हूं तुम संभाल लो तो...।'

छोटा किसी के बाप की नहीं सुनने वाला-ओवैसी

ओवैसी ने आगे कहा, हम लोग अभी खाली टाइमिंग कर रहे हैं और सिंगल ले रहे हैं। टी-20 शुरू हो गया तो फिर तुम्हारा क्या होगा। 15 सेकंड-15 सेकंड कर रहे, मैं मुर्गी का बच्चा हूं क्या। बताओ न कि किधर आना है? अपने दिल्ली वाले पापा से पूछकर बताओ। बताओ न ऑफिस में आना है कि घर आना है। छोटे (अकबरुद्दीन ओवैसी) को समझाने वाला सिर्फ असदुद्दीन ओवैसी ही है वो किसी के बाप की नहीं सुनने वाला।

2013 में दी गई स्पीच का जवाब

राणा का यह बयान अकबरुद्दीन की 2013 में दी गई स्पीच का जवाब माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दी जाए तो हम 25 करोड़ (मुसलमान) 100 करोड़ हिंदुओं को खत्म कर देंगे। दुनिया उसी को डराती है, जो डरता है। दुनिया उसी से डरती है, जो डराना जानता है। वह (RSS) हमसे (मुसलमानों) घृणा करते हैं, क्योंकि वह 15 मिनट भी हमारा सामना नहीं कर सकते हैं।'

पहले भी नवनीत राणा ने ऐसे बयान दिए

भाजपा ने लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा को अमरावती से उम्मीदवार बनाने के साथ गुजरात में स्टार प्रचारक भी बनाया है। नवनीत ने 5 मई को गुजरात में प्रचार के दौरान कहा कि जिसे जय श्री राम नहीं कहना है तो वो पाकिस्तान जा सकता है। ये हिंदुस्तान है। अगर हिंदुस्तान में रहना है तो जय श्री राम कहना ही है।

Chhattisgarh

Apr 30 2024, 19:38

लोकसभा चुनाव 2024 : जांजगीर में बीजेपी पर जमकर बरसे खड़गे, कहा- पहले और दूसरे चरण के बाद कांग्रेस को मिल रहा बहुमत, भाजपा की खिसक गई जमीन

जांजगीर-चांपा-  कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चांपा में आमसभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि पहले और दूसरे चरण में कांग्रेस को भारी बहुमत मिल रहा है . दो इलेक्शन के बाद बीजेपी के पैर के नीचे से जमीन खिसक गई है. खड़गे ने कहा ये चुनाव देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है. भाजपा कह रही है कि 400 पार दे दो लेकिन किसके लिए, गरीबों, दलितों के हक को खत्म करने के लिए. बीजेपी बोल रही है संविधान बदल के दिखाएंगे, जिसके कारण RSS प्रमुख भागवत ने कहना पड़ रहा है हम संविधान नहीं बदलने वाले, रिजर्वेशन कों खत्म नहीं करने वाले है. ये आरएसएस प्रमुख को क्यों कहना पड़ रहा है.

युवा नौकरी के लिए भटक रहे

आज चांपा के भालेराव स्टेडियम में हुई आमसभा में कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा की 400 पार के बाद संविधान बदलने की बात आपके एमपी, एमएलए, बीजेपी से जुड़े साधु संत कर रहे हैं. पीएम मोदी बार बार कहते हैं, कौन कहता है संविधान बदल रहे हैं,आपके लोग ही बोल रहे हैं. उनकी बात नहीं सुन रहे तो कम से कम गरीबों की बात सुनो. नौकरी के लिए आज युवा भटक रहे हैं. उन्होंने कहा पहले चुनाव में आपने जनता से काला धन आने और 15-15 लाख देने को कहा था. काला धन नहीं आया, 15-15 लाख नहीं मिले. मोदी झूठ बोलते हैं, नौकरी देने की बात कही पर नहीं दी. मोदी कभी गरीबों की बात नहीं करते. गरीबों की आमदनी नहीं बढ़ती. सिर्फ दो लोगों की आमदनी बढ़ती है.

कांग्रेस ने कभी किसी का मंगलसूत्र नहीं छीना

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा पीएम मोदी, कांग्रेस, सोनिया, राहुल, प्रियंका को गाली दे रहे हैं. मुझे भी गाली देते रहते हैं. मोदी हिंदू मुस्लिम करते रहते हैं. मंगलसूत्र को लेकर भी झूठ बोला. मोदी बोलते हैं सबका साथ सबका विकास लेकिन सबका विकास नहीं सबका सत्यानाश किया है. उन्होंने कहा कांग्रेस ने 55 साल राज किया. कभी किसी का मंगलसूत्र नहीं छीना,किसी को ईडी और आईटी का डर दिखाकर जेल में नहीं डाला. नरेंद्र मोदी 56 इंच की छाती बताते हैं लेकिन लोगों का छोटा सा पेट नहीं भर पा रहे हैं. मोदी बोलते हैं मोदी की गारंटी, उनकी गारंटी लेकर क्या करेंगे. वो बीजेपी की गारंटी बताएं. मोदी की एक ही गारंटी है, जो कहते हैं वो नहीं करते हैं.

एकजुट होकर लोकतंत्र और संविधान को बचाएं

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी को बकते हैं,जबकि वे उनके मुकाबले कुछ नहीं हैं. मोदी बोलते हैं आपकी संपत्ति ज्यादा बच्चे वालों को दे देंगे, हमेशा गरीबों के बच्चे ज्यादा होते हैं. मेरे भी 5 बच्चे हैं. देश बनाना है, सबको साथ लेकर बनाना है, इनके जैसे देश तोड़ना नहीं है. खड़गे ने आमसभा में लोगों से कहा कि एकजुट होकर लोकतंत्र और संविधान को बचाइएं. नहीं बचाएंगे तो किसी लीडर नहीं बल्कि सबसे ज्यादा खतरा जनता को है. जब तक मोदी नहीं भागेंगे, देश की भलाई, गरीबों की भलाई नहीं होगी. खड़गे ने मोदी भगाओ-देश बचाओ का नारा दिया.

Chhattisgarh

Apr 29 2024, 11:33

महिला कांग्रेस अध्यक्ष अलका लांबा ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा- देश का संविधान और आरक्षण खत्म करना चाहती है BJP

रायपुर- अखिल भारतीय महिला कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने भाजपा पर देश के संविधान और आरक्षण को खत्म करने की साजिश करने का आरोप लगाया. अलका लांबा ने कहा कि बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के संविधान में महिला-पुरुष, अमीर-गरीब, धर्म एवं जाति सबको बराबरी का अधिकार है परंतु भाजपा, RSS का संविधान लागू कर इसे खत्म करना चाहती है.

बता दें कि अलका लांबा तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं. इसी कड़ी में उन्होंने आज कांग्रेस भवन में महिला कांग्रेस की बैठक लेकर पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को घर-घर कांग्रेस के घोषणा पत्र एवं गारंटी पत्र पहुंचाने की जिम्मेदारी दी. कांग्रेस अपने गारंटी कार्ड के जरिए युवा न्याय के तहत एक लाख वेतन हर शिक्षित युवा की पहली नौकरी पक्की, नारी न्याय के तहत 1 लाख हर साल हर गरीब परिवार की महिला को, किसान न्याय के तहत कर्ज माफी और एमएसपी की कानूनी गारंटी, श्रमिक न्याय के तहत 400 रुपए प्रतिदिन कम से कम मजदूरी एवं हिस्सेदारी न्याय के तहत सामाजिक व आर्थिक समानता के लिए हर व्यक्ति हर वर्ग की गिनती करने की गारंटी दे रही है.

महिला कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता प्रीति उपाध्याय शुक्ला ने बताया कि महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम ने बहनों से घर-घर जाकर केंद्र सरकार के झूठे वादे एवं महिला विरोधी नीतियों से अवगत कराने की अपील की. बैठक में प्रमोद दुबे, गिरीश दुबे, सुनीता सहरावत, ममता चंद्राकर, नितिन भंसाली, प्रीति उपाध्याय शुक्ला, उषा रंजन श्रीवास्तव, आशा चौहान, ममता राय, केसरी साहू, अनुषा श्रीवास्तव, प्रगति बाजपेई सहित भारी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं.

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Apr 28 2024, 20:05

क्या आरक्षण का विरोध करता है RSS? मोहन भागवत ने हैदराबाद में कही ये बात

डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर आरक्षण को लेकर लगातार आरोप लगते रहे हैं। इस बीच एक बार फिर विपक्ष आरक्षण के मुद्दे को लेकर आरएसएस पर निशाना साधा है। तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने आरक्षण को लेकर कहा है कि आरएसएस-भाजपा आरक्षण का विरोध करते हैं। वहीं उनके इस बयान का आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हैदराबाद में ही आकर दिया है। विपक्ष के हमले के बीच आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि संगठन ने हमेशा संविधान के अनुसार आरक्षण का समर्थन किया है। 

वीडियो में किया गया झूठा दावा

बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत हैदराबाद में एक शैक्षणिक संस्थान में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वीडियो में झूठा दावा किया गया है कि आरएसएस आरक्षण का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि जब से आरक्षण अस्तित्व में आया है, संघ ने संविधान के अनुसार आरक्षण का पूरी तरह समर्थन किया है। आरक्षण को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच छिड़े बयानबाजी के बाद मोहन भागवत ने यह टिप्पणी की है। 

कांग्रेस और भाजपा में चल रही बयानबाजी

बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने शनिवार को आरोप लगाया था कि आरएसएस-भाजपा आरक्षण का विरोध करते हैं। दरअसल, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले साल नागपुर में कहा था कि जब तक समाज में भेदभाव है तब तक आरक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि भेदभाव समाज में व्याप्त है, भले ही यह दिखायी नहीं देता हो। 

इसके अलावा लोकसभा चुनाव में भी आरक्षण को लेकर जमकर बयानबाजी हो रही है। एक तरफ जहां विपक्ष का कहना है कि सरकार बनने के बाद एनडीए आरक्षण को समाप्त कर देगी और संविधान को बदल देगी। वहीं बीजेपी के नेता और खुद पीएम मोदी जनसभाओं में कहते नजर आ रहे हैं कि खुद बाबा साहब भी संविधान को नहीं बदल सकते।

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Apr 08 2024, 16:49

कांग्रेस आपको आदिवासी कहती है, लेकिन भाजपा-RSS वनवासी बोलती है..', राहुल गांधी ने बताया इसका कारण

लोकसभा चुनाव के करीब आने के साथ राजनितिक दलों का चुनाव प्रचार भी तेज होता जा रहा है। पार्टियों के स्टार प्रचारक लगातार दौरे करके अपने अपने उम्मीदवारों के लिए वोट मांग रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश के सिवनी में जनसभा करने पहुंचे हैं। यहाँ राहुल गांधी ने अपने चिर परिचित अंदाज़ में जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया और आदिवासी बहुल क्षेत्र में आदिवासियों को रिझाने का प्रयास किया। इस दौरान राहुल गांधी ने हर गरीब परिवार की एक महिला को 1 लाख रुपए सालाना देने का वादा भी किया।

उन्होंने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, कांग्रेस पार्टी आपको 'आदिवासी' कहती है और BJP-RSS के लोग आपको 'वनवासी' कहते हैं। इन शब्दों के अलग-अलग मायने हैं। आदिवासी शब्द का मतलब- जो इस देश के पहले मालिक हैं, जिनका जल-जंगल-जमीन पर पहला आधिकार है। वनवासी शब्द का मतलब- वो लोग जो जंगल में रहते हैं। वनवासी का मतलब आप लोगों का जल-जंगल-जमीन पर कोई आधिकार नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि, देश में आदिवासियों की 8% आबादी है। लेकिन.., जब आप हिंदुस्तान की सबसे बड़ी कंपनियों, मीडिया, कॉर्पोरेट कंपनियों के मालिकों की लिस्ट में देखेंगे तो वहां आपको एक आदिवासी नहीं मिलेगा। हिंदुस्तान को सिर्फ 90 अफसर चलाते हैं, जिनमें सिर्फ 1 अफसर आदिवासी है। ये देश में आपकी भागीदारी है।  

राहुल गांधी ने कहा कि, आदिवासियों को उनका अधिकार देने के लिए हम पेसा कानून लाए, जमीन अधिग्रहण और ट्राइबल बिल लाए। इंदिरा गांधी जी और कांग्रेस की सरकारों ने आदिवासियों को उनकी जमीन वापस दी और उसका हक आपको दिया। लेकिन BJP को जहां भी मौका मिलता है, आपकी जमीन छीनकर अडानी जैसे अरबपतियों के हवाले कर देती है। वहीं जब आदिवासी युवा BJP से रोजगार और शिक्षा पर सवाल करता है, तो उनको पकड़कर जेल में डाल दिया जाता है।

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Jun 21 2024, 15:23

Muslims protesting in Chicago USA, not to buy groceries from Hindu stores which is run by Patels. Because they are funding to RSS.
Muslims protesting in Chicago USA, not to buy groceries from Hindu stores which is run by Patels. Because they are funding to RSS.

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Jun 15 2024, 14:21

बीजेपी को पहले अहंकारी बताया, अब दी सफाई, क्या इंद्रेश कुमार ने प्रेशर में मारी पलटी?

#rss_leader_indresh_kumar_backtracked_on_his_statement 

बीजेपी को अहंकारी बताने के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के इंद्रेश कुमार ने 24 घंटे में ही यूटर्न ले लिया है। बीजेपी को अहंकारी बताने वाले बयान से विवादों में आए इंद्रेश कुमार ने अब सफाई दी है।उन्होंने कहा कि इस समय का सत्य यही है कि भगवान राम की भक्ति का संकल्प लेने वाले तीसरी बार सरकार में हैं, विरोध करने वाले सत्ता से बाहर हैं और देश की जनता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है।

न्यूज एजेंसी आईएएनएस के साथ बातचीत करते हुए संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने कहा कि हर मिनट, हर घंटा, हर दिन देश तेज गति से आगे बढ़ रहा है और समय कभी ठहर कर प्रतीक्षा नहीं करता, वो सदा चलता रहता है। इस समय का सत्य यही है कि जिन्होंने राम का विरोध किया और यह कहा कि अब राम भक्त सत्ता में नहीं आएंगे, वो सारे इस समय सत्ता से बाहर हैं, इसलिए वो ख्याली पुलाव बनाकर तरह-तरह की शंका खड़े करने की कोशिश करते हैं।

इंद्रेश कुमार ने आगे कहा कि इस समय का सत्य यह है कि भगवान राम की भक्ति का संकल्प लेने वाले तीसरी बार सरकार में हैं, आज नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा नीत एनडीए की सरकार है। मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार आने वाले दिनों में देश को तेज गति से आगे बढ़ाने में सक्षम है। संघ नेता ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि देश के हर नागरिक को यह भरोसा है कि उनके नेतृत्व में देश लगातार तेजी से तरक्की करेगा और वह स्वयं भी यह कामना करते हैं कि जन-जन का यह विश्वास लगातार फले-फूले।

इससे पहले गुरुवार को इंद्रेश कुमार ने जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि लोकसभा चुनावों में अहंकार के कारण बीजेपी 241 तक ही पहुंच पाई थी। इंद्रेश कुमार ने कहा, राम सभी के साथ न्याय करते हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में क्या हुआ? जिन लोगों ने राम की भक्ति की थी लेकिन उनमें अहंकार आ गया। इसलिए उन लोगों सबसे बड़ी पार्टी बनना था, उनको पूरा हक मिलना चाहिए था जो शक्ति मिलनी चाहिए थी वो नहीं मिली। भगवान राम ने उनके अहंकार के कारण उनको पूर्ण बहुमत नहीं आने दिया।

इंद्रेश कुमार ने अयोध्या से बीजेपी प्रत्याशी लल्लू सिंह की हार पर भी तंज कसते हुए उन्हें अत्याचारी बताया था। उन्होंने कहा था कि लल्लू सिंह ने जनता पर जुल्म किए थे तो रामजी ने कहा कि 5 साल आराम करो, अगली बार देख लेंगे। राम भेदभाव नहीं करते हैं, राम सजा नहीं देते हैं। राम किसी का बिगाड़ नहीं करवाते हैं। राम सबको न्याय देते हैं। देते रहे थे और देते रहेंगे। राम सदा न्याय प्रिय थे और रहेंगे।

विपक्षी दल कांग्रेस के कई नेताओं ने इसको मुद्दा बनाकर बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, इंद्रेश कुमार ने जो दिल में आया, वही कहा। हो सकता है कि उन पर दबाव रहा हो, इसलिए उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया, लेकिन भारत जानता है कि अहंकारी कौन है, अहंकार की भाषा कौन बोलता है, 400 पार की बात करता है और भगवान राम को लाने की बात करता है… जहां-जहां भगवान राम ने पैर रखे, वहां-वहां भाजपा हारी। यह भाजपा की करारी हार है…।

दूसरी तरफ पार्टी के दूसरे नेता उदित राज ने कहा, चीजों को इस तरह से पेश किया गया कि नरेंद्र मोदी राम को लेकर आए। उन्होंने (इंद्रेश कुमार) उसी अर्थ में बात कही है, लेकिन बाद में उन्हें लगा होगा कि यह सरकार कभी भी गिर सकती है और वह इसके लिए जिम्मेदार नहीं बनना चाहते…आरएसएस के पास बीजेपी की तरह कई चेहरे हैं और अभी नहीं तो बाद में चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।

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Jun 08 2024, 15:48

दुनिया के 75 देशों ने दी पीएम मोदी को जीत की बधाई, पड़ोसी ने क्यों नहीं ! PAK ने दिया हैरान करने वाला जवाब

पाकिस्तान ने आज शनिवार को कहा कि वह भारत समेत अपने सभी पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण और "सहकारी संबंध" चाहता है और बातचीत के ज़रिए विवादों को सुलझाना चाहता है। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने से एक दिन पहले आई है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में NDA गठबंधन ने लोकसभा चुनावों में 293 सीटें हासिल कीं और रिकॉर्ड तीसरी बार सरकार बनाने के लिए तैयार है। यह पूछने पर कि क्या पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री मोदी को चुनाव जीतने पर बधाई दी है, बलूच ने कहा कि अपने नेतृत्व के बारे में निर्णय लेना भारतीय नागरिकों का अधिकार है। उन्होंने कहा कि, "हमें उनकी चुनावी प्रक्रिया पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है।" उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि नई सरकार ने अभी तक औपचारिक रूप से शपथ नहीं ली है, इसलिए भारतीय प्रधानमंत्री को बधाई देने के बारे में बात करना "जल्दबाजी" होगी। भारत के साथ संबंधों पर विस्तार से चर्चा करते हुए बलोच ने दावा किया कि पाकिस्तान ने हमेशा अपने पड़ोसी के साथ सभी विवादों को रचनात्मक बातचीत के जरिए सुलझाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि, "पाकिस्तान ने हमेशा भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंध चाहा है। हमने जम्मू-कश्मीर के मुख्य विवाद सहित सभी लंबित मुद्दों को हल करने के लिए लगातार रचनात्मक वार्ता और सहभागिता की वकालत की है।" हालाँकि, मौजूदा भारत सरकार ने शुरू से कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध चाहता है, तथा इस बात पर जोर दिया है कि इस प्रकार के संबंध के लिए आतंक और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद पर है। इस वर्ष की शुरुआत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि भारत ने "पाकिस्तान के साथ बातचीत के दरवाजे कभी बंद नहीं किए" लेकिन आतंकवाद का मुद्दा "बातचीत के केंद्र में निष्पक्ष और स्पष्ट होना चाहिए"। उन्होंने कहा था कि, "हमने पाकिस्तान के साथ बातचीत के लिए अपने दरवाजे कभी बंद नहीं किए हैं। सवाल यह है कि किस बारे में बात की जाए, अगर किसी देश के पास इतने सारे आतंकवादी शिविर हैं, तो यह बातचीत का केंद्रीय विषय होना चाहिए।" बता दें कि, लोकसभा चुनावों में भाजपा की कम सीटें आने पर और कांग्रेस का बेहतर प्रदर्शन रहने पर पाकिस्तान के कई नेताओं ने ख़ुशी जताई है। पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा हैं कि, ''सांप्रदायिक कट्टरता और भाजपा के प्रतिगामी “हिंदू राष्ट्र” को अस्वीकार करने के लिए भारत के लोग बहुत तारीफ के पात्र हैं।'' वहीं, पाकिस्तान की पिछली इमरान खान सरकार में सूचना मंत्री रहे फवाद चौधरी भी भारत के चुनावों पर लगातार बयान दे रहे थे। वे तो खुले आम कांग्रेस नेता राहुल गांधी का समर्थन करते हुए कह चुके थे कि, किसी भी तरह मोदी सरकार को हटाना जरूरी है। वे राहुल गांधी के वीडियो और कांग्रेस के विज्ञापन भी अपने हैंडल से शेयर कर चुके हैं। नतीजों पर उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, ''चूंकि भारत के चुनाव पर मेरी हर भविष्यवाणी लगभग सही साबित हुई, इसलिए मैं यह कहने का साहस करता हूं कि मोदी निश्चित रूप से प्रधानमंत्री बनेंगे, लेकिन उनकी सरकार के कार्यकाल पूरा करने की संभावना लगभग शून्य है, यदि INDIA गठबंधन अपने पत्ते ठीक से खेलता है तो भारत में मध्यावधि चुनाव होंगे।'' आखिर INDIA अलायन्स की जीत क्यों चाहता है पाकिस्तान ? दरअसल, इसके पीछे कुछ वैचारिक समानताएं हैं। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने का विरोध पाकिस्तान भी करता है और कांग्रेस भी। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह एक बयान में खुलेआम कह चुके हैं कि, पार्टी सत्ता में आई तो 370 वापस लागू करेंगे। ये अनुच्छेद पाकिस्तान के लिए काफी फायदेमंद था। इसके जरिए कोई भी पाकिस्तानी कश्मीर की लड़की से शादी करके भारतीय कश्मीर का नागरिक बन जाता था, जबकि कोई भी दूसरे राज्य का भारतीय वहां जमीन नहीं खरीद सकता था। इसकी मदद से पाकिस्तान को आतंकवाद फैलाने में बहुत आसानी होती थी। कांग्रेस इसे हटाने का विरोध इसलिए करती है, क्योंकि भारत के मुस्लिम इसका विरोध करते हैं, जो कांग्रेस का मुख्य वोटबैंक है, ऐसे में पार्टी उसके पीछे खड़ी हो जाती है। इसके अलावा अयोध्या मामले पर भी पाकिस्तान और कांग्रेस का एक जैसा रुख है, दोनों उस स्थान पर राम मंदिर बनने के खिलाफ थे, कांग्रेस तो राम को सुप्रीम कोर्ट में काल्पनिक भी बता चुकी थी, ताकि ये सिद्ध हो जाए की जब राम ही काल्पनिक हैं, तो उनका जन्मस्थान कैसा और मंदिर कैसा ? ये भी गौर करने वाली बात है कि, नेहरू से लेकर इंदिरा, राहुल तक नेहरू-गांधी परिवार के कई नेता अफगानिस्तान में मौजूद 'बाबर' की कब्र पर जाकर आ चुके हैं, लेकिन इस परिवार का कोई भी सदस्य आज तक राम मंदिर नहीं गया है, निमंत्रण मिलने के बाद भी। पाकिस्तान भी चाहता था कि, उस स्थान पर राम मंदिर न बने और पूर्व कांग्रेसी पीएम नरसिम्हा राव ने उसी स्थान पर वापस बाबरी मस्जिद बनवाने का खुलेआम वादा किया था। यही नहीं, जब पाकिस्तान ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमला किया था, जिसमे 250 से अधिक लोग मारे गए थे, इसके बाद भारतीय सेना ने कांग्रेस सरकार (मनमोहन सरकार) के सामने सर्जिकल स्ट्राइक करने जैसे हमले की अनुमति मांगी थी, लेकिन सरकार ने इजाजत नहीं दी। उल्टा कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने जांच से पहले ही 26/11 RSS की साजिश नाम से किताब लॉन्च कर दी, और हिन्दू आतंकवाद शब्द फैलाया जाने लगा। जबकि, इस हमले में एकमात्र जिन्दा पकड़े गए आतंकी अजमल कसाब ने कबूला था कि उसे पाकिस्तान ने 'जिहाद' करने भेजा था। यही नहीं, सारे पाकिस्तानी आतंकियों के पास हिन्दू नाम वाले ID कार्ड भी थे, यानी पाकिस्तान भी इस हमले का दोष भारत के ही हिन्दुओं पर मढ़ने की साजिश में था, जिसे कांग्रेस की किताब और हिन्दू आतंकवाद की थ्योरी ने और हवा दे दी। इसके उलट मोदी सरकार ने उरी और पुलवामा हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया, तो इस सरकार के खिलाफ तो पाकिस्तान को होना ही था। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने हाल ही में बयान दिया था कि, भारत को पाकिस्तान की इज्जत करनी चाहिए, क्योंकि उसके पास परमाणु बम है। भारत को अपनी सैन्य ताकत नहीं बढ़ानी चाहिए, क्योंकि इससे पाकिस्तान भड़ककर परमाणु मार सकता है। जबकि, मोदी सरकार का रुख शुरू से यही रहा है कि, जब तक पड़ोसी मुल्क आतंकवाद बंद नहीं करता, तब तक उसके साथ बातचीत शुरू नहीं की जा सकती। इसके अलावा पाकिस्तान भी चाहता है कि, भारत में रह रहे मुस्लिमों को पर्सनल लॉ के हिसाब से चलने दिया जाए, कांग्रेस इसका वादा अपने घोषणापत्र में कर चुकी है, जबकि भाजपा एक देश एक कानून (UCC) की वकालत करती है। इसके अलावा भी कई चीज़ें हैं, जिसके लिए पाकिस्तान केंद्र में मोदी सरकार को हटाने के पक्ष में है और INDIA अलायन्स का समर्थन कर रहा है।

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Jun 08 2024, 15:46

दुनिया के 75 देशों ने दी पीएम मोदी को जीत की बधाई, पड़ोसी ने क्यों नहीं ! PAK ने दिया हैरान करने वाला जवाब

पाकिस्तान ने आज शनिवार को कहा कि वह भारत समेत अपने सभी पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण और "सहकारी संबंध" चाहता है और बातचीत के ज़रिए विवादों को सुलझाना चाहता है। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने से एक दिन पहले आई है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में NDA गठबंधन ने लोकसभा चुनावों में 293 सीटें हासिल कीं और रिकॉर्ड तीसरी बार सरकार बनाने के लिए तैयार है।

यह पूछने पर कि क्या पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री मोदी को चुनाव जीतने पर बधाई दी है, बलूच ने कहा कि अपने नेतृत्व के बारे में निर्णय लेना भारतीय नागरिकों का अधिकार है। उन्होंने कहा कि, "हमें उनकी चुनावी प्रक्रिया पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है।" उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि नई सरकार ने अभी तक औपचारिक रूप से शपथ नहीं ली है, इसलिए भारतीय प्रधानमंत्री को बधाई देने के बारे में बात करना "जल्दबाजी" होगी। भारत के साथ संबंधों पर विस्तार से चर्चा करते हुए बलोच ने दावा किया कि पाकिस्तान ने हमेशा अपने पड़ोसी के साथ सभी विवादों को रचनात्मक बातचीत के जरिए सुलझाने का प्रयास किया है।

उन्होंने कहा कि, "पाकिस्तान ने हमेशा भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंध चाहा है। हमने जम्मू-कश्मीर के मुख्य विवाद सहित सभी लंबित मुद्दों को हल करने के लिए लगातार रचनात्मक वार्ता और सहभागिता की वकालत की है।" हालाँकि, मौजूदा भारत सरकार ने शुरू से कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध चाहता है, तथा इस बात पर जोर दिया है कि इस प्रकार के संबंध के लिए आतंक और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद पर है। 

इस वर्ष की शुरुआत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि भारत ने "पाकिस्तान के साथ बातचीत के दरवाजे कभी बंद नहीं किए" लेकिन आतंकवाद का मुद्दा "बातचीत के केंद्र में निष्पक्ष और स्पष्ट होना चाहिए"। उन्होंने कहा था कि, "हमने पाकिस्तान के साथ बातचीत के लिए अपने दरवाजे कभी बंद नहीं किए हैं। सवाल यह है कि किस बारे में बात की जाए, अगर किसी देश के पास इतने सारे आतंकवादी शिविर हैं, तो यह बातचीत का केंद्रीय विषय होना चाहिए।"

बता दें कि, लोकसभा चुनावों में भाजपा की कम सीटें आने पर और कांग्रेस का बेहतर प्रदर्शन रहने पर पाकिस्तान के कई नेताओं ने ख़ुशी जताई है। पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा हैं कि, ''सांप्रदायिक कट्टरता और भाजपा के प्रतिगामी “हिंदू राष्ट्र” को अस्वीकार करने के लिए भारत के लोग बहुत तारीफ के पात्र हैं।'' वहीं, पाकिस्तान की पिछली इमरान खान सरकार में सूचना मंत्री रहे फवाद चौधरी भी भारत के चुनावों पर लगातार बयान दे रहे थे। वे तो खुले आम कांग्रेस नेता राहुल गांधी का समर्थन करते हुए कह चुके थे कि, किसी भी तरह मोदी सरकार को हटाना जरूरी है। वे राहुल गांधी के वीडियो और कांग्रेस के विज्ञापन भी अपने हैंडल से शेयर कर चुके हैं। नतीजों पर उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, ''चूंकि भारत के चुनाव पर मेरी हर भविष्यवाणी लगभग सही साबित हुई, इसलिए मैं यह कहने का साहस करता हूं कि मोदी निश्चित रूप से प्रधानमंत्री बनेंगे, लेकिन उनकी सरकार के कार्यकाल पूरा करने की संभावना लगभग शून्य है, यदि INDIA गठबंधन अपने पत्ते ठीक से खेलता है तो भारत में मध्यावधि चुनाव होंगे।''

आखिर INDIA अलायन्स की जीत क्यों चाहता है पाकिस्तान ?

दरअसल, इसके पीछे कुछ वैचारिक समानताएं हैं। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने का विरोध पाकिस्तान भी करता है और कांग्रेस भी। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह एक बयान में खुलेआम कह चुके हैं कि, पार्टी सत्ता में आई तो 370 वापस लागू करेंगे। ये अनुच्छेद पाकिस्तान के लिए काफी फायदेमंद था। इसके जरिए कोई भी पाकिस्तानी कश्मीर की लड़की से शादी करके भारतीय कश्मीर का नागरिक बन जाता था, जबकि कोई भी दूसरे राज्य का भारतीय वहां जमीन नहीं खरीद सकता था। इसकी मदद से पाकिस्तान को आतंकवाद फैलाने में बहुत आसानी होती थी। कांग्रेस इसे हटाने का विरोध इसलिए करती है, क्योंकि भारत के मुस्लिम इसका विरोध करते हैं, जो कांग्रेस का मुख्य वोटबैंक है, ऐसे में पार्टी उसके पीछे खड़ी हो जाती है। इसके अलावा अयोध्या मामले पर भी पाकिस्तान और कांग्रेस का एक जैसा रुख है, दोनों उस स्थान पर राम मंदिर बनने के खिलाफ थे, कांग्रेस तो राम को सुप्रीम कोर्ट में काल्पनिक भी बता चुकी थी, ताकि ये सिद्ध हो जाए की जब राम ही काल्पनिक हैं, तो उनका जन्मस्थान कैसा और मंदिर कैसा ? 

ये भी गौर करने वाली बात है कि, नेहरू से लेकर इंदिरा, राहुल तक नेहरू-गांधी परिवार के कई नेता अफगानिस्तान में मौजूद 'बाबर' की कब्र पर जाकर आ चुके हैं, लेकिन इस परिवार का कोई भी सदस्य आज तक राम मंदिर नहीं गया है, निमंत्रण मिलने के बाद भी। पाकिस्तान भी चाहता था कि, उस स्थान पर राम मंदिर न बने और पूर्व कांग्रेसी पीएम नरसिम्हा राव ने उसी स्थान पर वापस बाबरी मस्जिद बनवाने का खुलेआम वादा किया था। यही नहीं, जब पाकिस्तान ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमला किया था, जिसमे 250 से अधिक लोग मारे गए थे, इसके बाद भारतीय सेना ने कांग्रेस सरकार (मनमोहन सरकार) के सामने सर्जिकल स्ट्राइक करने जैसे हमले की अनुमति मांगी थी, लेकिन सरकार ने इजाजत नहीं दी। उल्टा कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने जांच से पहले ही 26/11 RSS की साजिश नाम से किताब लॉन्च कर दी, और हिन्दू आतंकवाद शब्द फैलाया जाने लगा। जबकि, इस हमले में एकमात्र जिन्दा पकड़े गए आतंकी अजमल कसाब ने कबूला था कि उसे पाकिस्तान ने 'जिहाद' करने भेजा था। यही नहीं, सारे पाकिस्तानी आतंकियों के पास हिन्दू नाम वाले ID कार्ड भी थे, यानी पाकिस्तान भी इस हमले का दोष भारत के ही हिन्दुओं पर मढ़ने की साजिश में था, जिसे कांग्रेस की किताब और हिन्दू आतंकवाद की थ्योरी ने और हवा दे दी। इसके उलट मोदी सरकार ने उरी और पुलवामा हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया, तो इस सरकार के खिलाफ तो पाकिस्तान को होना ही था।   

कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने हाल ही में बयान दिया था कि, भारत को पाकिस्तान की इज्जत करनी चाहिए, क्योंकि उसके पास परमाणु बम है। भारत को अपनी सैन्य ताकत नहीं बढ़ानी चाहिए, क्योंकि इससे पाकिस्तान भड़ककर परमाणु मार सकता है। जबकि, मोदी सरकार का रुख शुरू से यही रहा है कि, जब तक पड़ोसी मुल्क आतंकवाद बंद नहीं करता, तब तक उसके साथ बातचीत शुरू नहीं की जा सकती। इसके अलावा पाकिस्तान भी चाहता है कि, भारत में रह रहे मुस्लिमों को पर्सनल लॉ के हिसाब से चलने दिया जाए, कांग्रेस इसका वादा अपने घोषणापत्र में कर चुकी है, जबकि भाजपा एक देश एक कानून (UCC) की वकालत करती है। इसके अलावा भी कई चीज़ें हैं, जिसके लिए पाकिस्तान केंद्र में मोदी सरकार को हटाने के पक्ष में है और INDIA अलायन्स का समर्थन कर रहा है।

నిజంనిప్పులాంటిది

May 31 2024, 12:56

జయలలితను 'హిందుత్వ నాయకురాలు' అని అన్నామలై; శశికళ, ఏఐఏడీఎంకే నిప్పులు చెరిగారు: 'ఆమెకు దేవుడిపై నమ్మకం ఉంది, మత విశ్వాసాలు లేవు'

1992లో జయలలిత కరసేవ అనేది తప్పు పదం కాదని అన్నారు.

"బాబ్రీ కూల్చివేత తర్వాత 3 రాష్ట్రాల బిజెపి ప్రభుత్వాల తొలగింపును ఆమె వ్యతిరేకించారు"

"1993లో, ఆమె రామమందిర నిర్మాణానికి అనుకూలంగా సంతకాల ప్రచారాన్ని నిర్వహించింది"

"భారతదేశంలో శ్రీరాముని ఆలయాన్ని నిర్మించలేమా, పాకిస్తాన్‌లో నిర్మించడం సాధ్యమేనా" అని కూడా ఆమె ప్రశ్నించారు.

"ఆమె యూనిఫాం సివిల్ కోడ్‌కు మొగ్గు చూపారు. రామసేతును జాతీయ స్మారక చిహ్నంగా ప్రకటించడానికి కూడా ఆమె నిలబడింది"

"1993లో b0mb పేలుడు కారణంగా చెన్నైలోని RSS ప్రధాన కార్యాలయం చదును చేయబడినప్పుడు, ఆమె దానిని ప్రభుత్వ నిధుల నుండి నిర్మించడానికి ముందుకొచ్చింది"

"ఆమె కఠినమైన మతమార్పిడి నిరోధక చట్టాన్ని రూపొందించింది మరియు వేదపాటశాలను కూడా ఏర్పాటు చేసింది"

"ఈరోజు EPS తాను కాళ్ళ నొప్పి కారణంగా రామమందిరాన్ని సందర్శించలేనని చెబుతున్నాడు. జయలలిత & హిందూత్వపై బహిరంగ చర్చకు ADMK నాయకులను నేను ఆహ్వానిస్తున్నాను"

"జయలలిత పూర్వ యుగంలో, రాష్ట్రంలోని హిందూ ఓటర్లు జయలలిత తన హిందూ గుర్తింపును బహిరంగంగా ప్రదర్శించినందున బిజెపి కంటే జయలలితను ఎన్నుకున్నారు" అన్నామలై

India

May 10 2024, 14:05

जानें क्या है 15 सेकंड के लिए पुलिस हटाने वाला बयान, जिसको लेकर आमने-सामने हैं ओवैसी और नवनीत राणा

#asaduddinowaisiattacksonamravatimpnavneet_rana 

लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए सोमवार को वोटिंग होनी है। इसी बीच दलों के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है। इस बीच बीजेपी सांसद नवनीत राणा और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चीफ असदुद्दीन ओवैसी भिड़ हुए हैं। महाराष्ट्र के अमरावती से भाजपा सांसद नवनीत कौर राणा ने बुधवार (8 मई) को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन पर बयान दिया। नवनीत राणा ने कहा कि अगर हैदराबाद में 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटी तो पता नहीं चलेगा कि दोनों भाई कहां गए। नवनीत राणा के इस बयान पर तगड़ा पलटवार किया है। ओवैसी ने 'छोटे को खुला छोड़ दूं' की बात कहकर मामला और गरमा दिया है।

मैंने उसे रोक रखा है-ओवैसी

नवनीत राणा बुधवार को हैदराबाद में भाजपा उम्मीदवार माधवी लता के लिए प्रचार करने गई थीं।यहां राणा ने असदुद्दीन ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन पर बयान दिया। नवनीत राणा ने कहा कि अगर हैदराबाद में 15 सेकेंड के लिए पुलिस हटी तो पता नहीं चलेगा कि दोनों भाई कहां गए।इस बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने नवनीत राणा पर तंज कसा। उन्होंने कहा, मैंने छोटे (अकबरुद्दीन ओवैसी) को बहुत समझाकर रोक रखा है, छोड़ दूं क्या? छोटे-छोटे, तुमको मालूम ही क्या है कि छोटा क्या है। मेरा छोटा भाई तोप है, वो सालार का बेटा है। मैंने रोक रखा है वरना जिस दिन कह दिया कि मियां मैं आराम करता हूं तुम संभाल लो तो...।'

छोटा किसी के बाप की नहीं सुनने वाला-ओवैसी

ओवैसी ने आगे कहा, हम लोग अभी खाली टाइमिंग कर रहे हैं और सिंगल ले रहे हैं। टी-20 शुरू हो गया तो फिर तुम्हारा क्या होगा। 15 सेकंड-15 सेकंड कर रहे, मैं मुर्गी का बच्चा हूं क्या। बताओ न कि किधर आना है? अपने दिल्ली वाले पापा से पूछकर बताओ। बताओ न ऑफिस में आना है कि घर आना है। छोटे (अकबरुद्दीन ओवैसी) को समझाने वाला सिर्फ असदुद्दीन ओवैसी ही है वो किसी के बाप की नहीं सुनने वाला।

2013 में दी गई स्पीच का जवाब

राणा का यह बयान अकबरुद्दीन की 2013 में दी गई स्पीच का जवाब माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दी जाए तो हम 25 करोड़ (मुसलमान) 100 करोड़ हिंदुओं को खत्म कर देंगे। दुनिया उसी को डराती है, जो डरता है। दुनिया उसी से डरती है, जो डराना जानता है। वह (RSS) हमसे (मुसलमानों) घृणा करते हैं, क्योंकि वह 15 मिनट भी हमारा सामना नहीं कर सकते हैं।'

पहले भी नवनीत राणा ने ऐसे बयान दिए

भाजपा ने लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा को अमरावती से उम्मीदवार बनाने के साथ गुजरात में स्टार प्रचारक भी बनाया है। नवनीत ने 5 मई को गुजरात में प्रचार के दौरान कहा कि जिसे जय श्री राम नहीं कहना है तो वो पाकिस्तान जा सकता है। ये हिंदुस्तान है। अगर हिंदुस्तान में रहना है तो जय श्री राम कहना ही है।

Chhattisgarh

Apr 30 2024, 19:38

लोकसभा चुनाव 2024 : जांजगीर में बीजेपी पर जमकर बरसे खड़गे, कहा- पहले और दूसरे चरण के बाद कांग्रेस को मिल रहा बहुमत, भाजपा की खिसक गई जमीन

जांजगीर-चांपा-  कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चांपा में आमसभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि पहले और दूसरे चरण में कांग्रेस को भारी बहुमत मिल रहा है . दो इलेक्शन के बाद बीजेपी के पैर के नीचे से जमीन खिसक गई है. खड़गे ने कहा ये चुनाव देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है. भाजपा कह रही है कि 400 पार दे दो लेकिन किसके लिए, गरीबों, दलितों के हक को खत्म करने के लिए. बीजेपी बोल रही है संविधान बदल के दिखाएंगे, जिसके कारण RSS प्रमुख भागवत ने कहना पड़ रहा है हम संविधान नहीं बदलने वाले, रिजर्वेशन कों खत्म नहीं करने वाले है. ये आरएसएस प्रमुख को क्यों कहना पड़ रहा है.

युवा नौकरी के लिए भटक रहे

आज चांपा के भालेराव स्टेडियम में हुई आमसभा में कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा की 400 पार के बाद संविधान बदलने की बात आपके एमपी, एमएलए, बीजेपी से जुड़े साधु संत कर रहे हैं. पीएम मोदी बार बार कहते हैं, कौन कहता है संविधान बदल रहे हैं,आपके लोग ही बोल रहे हैं. उनकी बात नहीं सुन रहे तो कम से कम गरीबों की बात सुनो. नौकरी के लिए आज युवा भटक रहे हैं. उन्होंने कहा पहले चुनाव में आपने जनता से काला धन आने और 15-15 लाख देने को कहा था. काला धन नहीं आया, 15-15 लाख नहीं मिले. मोदी झूठ बोलते हैं, नौकरी देने की बात कही पर नहीं दी. मोदी कभी गरीबों की बात नहीं करते. गरीबों की आमदनी नहीं बढ़ती. सिर्फ दो लोगों की आमदनी बढ़ती है.

कांग्रेस ने कभी किसी का मंगलसूत्र नहीं छीना

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा पीएम मोदी, कांग्रेस, सोनिया, राहुल, प्रियंका को गाली दे रहे हैं. मुझे भी गाली देते रहते हैं. मोदी हिंदू मुस्लिम करते रहते हैं. मंगलसूत्र को लेकर भी झूठ बोला. मोदी बोलते हैं सबका साथ सबका विकास लेकिन सबका विकास नहीं सबका सत्यानाश किया है. उन्होंने कहा कांग्रेस ने 55 साल राज किया. कभी किसी का मंगलसूत्र नहीं छीना,किसी को ईडी और आईटी का डर दिखाकर जेल में नहीं डाला. नरेंद्र मोदी 56 इंच की छाती बताते हैं लेकिन लोगों का छोटा सा पेट नहीं भर पा रहे हैं. मोदी बोलते हैं मोदी की गारंटी, उनकी गारंटी लेकर क्या करेंगे. वो बीजेपी की गारंटी बताएं. मोदी की एक ही गारंटी है, जो कहते हैं वो नहीं करते हैं.

एकजुट होकर लोकतंत्र और संविधान को बचाएं

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी को बकते हैं,जबकि वे उनके मुकाबले कुछ नहीं हैं. मोदी बोलते हैं आपकी संपत्ति ज्यादा बच्चे वालों को दे देंगे, हमेशा गरीबों के बच्चे ज्यादा होते हैं. मेरे भी 5 बच्चे हैं. देश बनाना है, सबको साथ लेकर बनाना है, इनके जैसे देश तोड़ना नहीं है. खड़गे ने आमसभा में लोगों से कहा कि एकजुट होकर लोकतंत्र और संविधान को बचाइएं. नहीं बचाएंगे तो किसी लीडर नहीं बल्कि सबसे ज्यादा खतरा जनता को है. जब तक मोदी नहीं भागेंगे, देश की भलाई, गरीबों की भलाई नहीं होगी. खड़गे ने मोदी भगाओ-देश बचाओ का नारा दिया.

Chhattisgarh

Apr 29 2024, 11:33

महिला कांग्रेस अध्यक्ष अलका लांबा ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा- देश का संविधान और आरक्षण खत्म करना चाहती है BJP

रायपुर- अखिल भारतीय महिला कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने भाजपा पर देश के संविधान और आरक्षण को खत्म करने की साजिश करने का आरोप लगाया. अलका लांबा ने कहा कि बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के संविधान में महिला-पुरुष, अमीर-गरीब, धर्म एवं जाति सबको बराबरी का अधिकार है परंतु भाजपा, RSS का संविधान लागू कर इसे खत्म करना चाहती है.

बता दें कि अलका लांबा तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं. इसी कड़ी में उन्होंने आज कांग्रेस भवन में महिला कांग्रेस की बैठक लेकर पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को घर-घर कांग्रेस के घोषणा पत्र एवं गारंटी पत्र पहुंचाने की जिम्मेदारी दी. कांग्रेस अपने गारंटी कार्ड के जरिए युवा न्याय के तहत एक लाख वेतन हर शिक्षित युवा की पहली नौकरी पक्की, नारी न्याय के तहत 1 लाख हर साल हर गरीब परिवार की महिला को, किसान न्याय के तहत कर्ज माफी और एमएसपी की कानूनी गारंटी, श्रमिक न्याय के तहत 400 रुपए प्रतिदिन कम से कम मजदूरी एवं हिस्सेदारी न्याय के तहत सामाजिक व आर्थिक समानता के लिए हर व्यक्ति हर वर्ग की गिनती करने की गारंटी दे रही है.

महिला कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता प्रीति उपाध्याय शुक्ला ने बताया कि महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम ने बहनों से घर-घर जाकर केंद्र सरकार के झूठे वादे एवं महिला विरोधी नीतियों से अवगत कराने की अपील की. बैठक में प्रमोद दुबे, गिरीश दुबे, सुनीता सहरावत, ममता चंद्राकर, नितिन भंसाली, प्रीति उपाध्याय शुक्ला, उषा रंजन श्रीवास्तव, आशा चौहान, ममता राय, केसरी साहू, अनुषा श्रीवास्तव, प्रगति बाजपेई सहित भारी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं.

India

Apr 28 2024, 20:05

क्या आरक्षण का विरोध करता है RSS? मोहन भागवत ने हैदराबाद में कही ये बात

डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर आरक्षण को लेकर लगातार आरोप लगते रहे हैं। इस बीच एक बार फिर विपक्ष आरक्षण के मुद्दे को लेकर आरएसएस पर निशाना साधा है। तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने आरक्षण को लेकर कहा है कि आरएसएस-भाजपा आरक्षण का विरोध करते हैं। वहीं उनके इस बयान का आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हैदराबाद में ही आकर दिया है। विपक्ष के हमले के बीच आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि संगठन ने हमेशा संविधान के अनुसार आरक्षण का समर्थन किया है। 

वीडियो में किया गया झूठा दावा

बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत हैदराबाद में एक शैक्षणिक संस्थान में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वीडियो में झूठा दावा किया गया है कि आरएसएस आरक्षण का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि जब से आरक्षण अस्तित्व में आया है, संघ ने संविधान के अनुसार आरक्षण का पूरी तरह समर्थन किया है। आरक्षण को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच छिड़े बयानबाजी के बाद मोहन भागवत ने यह टिप्पणी की है। 

कांग्रेस और भाजपा में चल रही बयानबाजी

बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने शनिवार को आरोप लगाया था कि आरएसएस-भाजपा आरक्षण का विरोध करते हैं। दरअसल, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले साल नागपुर में कहा था कि जब तक समाज में भेदभाव है तब तक आरक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि भेदभाव समाज में व्याप्त है, भले ही यह दिखायी नहीं देता हो। 

इसके अलावा लोकसभा चुनाव में भी आरक्षण को लेकर जमकर बयानबाजी हो रही है। एक तरफ जहां विपक्ष का कहना है कि सरकार बनने के बाद एनडीए आरक्षण को समाप्त कर देगी और संविधान को बदल देगी। वहीं बीजेपी के नेता और खुद पीएम मोदी जनसभाओं में कहते नजर आ रहे हैं कि खुद बाबा साहब भी संविधान को नहीं बदल सकते।

India

Apr 08 2024, 16:49

कांग्रेस आपको आदिवासी कहती है, लेकिन भाजपा-RSS वनवासी बोलती है..', राहुल गांधी ने बताया इसका कारण

लोकसभा चुनाव के करीब आने के साथ राजनितिक दलों का चुनाव प्रचार भी तेज होता जा रहा है। पार्टियों के स्टार प्रचारक लगातार दौरे करके अपने अपने उम्मीदवारों के लिए वोट मांग रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश के सिवनी में जनसभा करने पहुंचे हैं। यहाँ राहुल गांधी ने अपने चिर परिचित अंदाज़ में जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया और आदिवासी बहुल क्षेत्र में आदिवासियों को रिझाने का प्रयास किया। इस दौरान राहुल गांधी ने हर गरीब परिवार की एक महिला को 1 लाख रुपए सालाना देने का वादा भी किया।

उन्होंने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, कांग्रेस पार्टी आपको 'आदिवासी' कहती है और BJP-RSS के लोग आपको 'वनवासी' कहते हैं। इन शब्दों के अलग-अलग मायने हैं। आदिवासी शब्द का मतलब- जो इस देश के पहले मालिक हैं, जिनका जल-जंगल-जमीन पर पहला आधिकार है। वनवासी शब्द का मतलब- वो लोग जो जंगल में रहते हैं। वनवासी का मतलब आप लोगों का जल-जंगल-जमीन पर कोई आधिकार नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि, देश में आदिवासियों की 8% आबादी है। लेकिन.., जब आप हिंदुस्तान की सबसे बड़ी कंपनियों, मीडिया, कॉर्पोरेट कंपनियों के मालिकों की लिस्ट में देखेंगे तो वहां आपको एक आदिवासी नहीं मिलेगा। हिंदुस्तान को सिर्फ 90 अफसर चलाते हैं, जिनमें सिर्फ 1 अफसर आदिवासी है। ये देश में आपकी भागीदारी है।  

राहुल गांधी ने कहा कि, आदिवासियों को उनका अधिकार देने के लिए हम पेसा कानून लाए, जमीन अधिग्रहण और ट्राइबल बिल लाए। इंदिरा गांधी जी और कांग्रेस की सरकारों ने आदिवासियों को उनकी जमीन वापस दी और उसका हक आपको दिया। लेकिन BJP को जहां भी मौका मिलता है, आपकी जमीन छीनकर अडानी जैसे अरबपतियों के हवाले कर देती है। वहीं जब आदिवासी युवा BJP से रोजगार और शिक्षा पर सवाल करता है, तो उनको पकड़कर जेल में डाल दिया जाता है।