पीएम मोदी में पहले जैसी बात नहीं”, श्रीनगर में बोले राहुल गांधी

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कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने श्रीनगर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस रैली में राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी अब बदल गए हैं।इंडिया गठबंधन ने नरेंद्र मोदी की साइकोलॉजी को बदल दिया है।पीएम मोदी का कॉन्फिडेंस खत्म हो चुका है।आज विपक्ष जो भी करवाना चाहता है, वही होता है। 

पुंछ में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा, नरेंद्र मोदी पहले पहले छाती फैला कर बोलते थे। लेकिन इंडिया गठबंधन ने नरेंद्र मोदी की साइकोलॉजी को बदल दिया है। जो पहले नरेंद्र मोदी थे वो अब नहीं रहेंगे। मैं लोकसभा में पास से देखता हूं, आजकल प्रधानमंत्री का चेहरा बिल्कुल बदल गया है। ये इंडिया गठबंधन और हिन्दुस्तान की जो जनता है, ये उनका काम है।

राहुल ने दी स्टेटहुड वापस देने की “गारंटी”

वहीं, राहुल गांधी ने रैली में जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाने का भी वादा किया। राहुल गांधी ने कहा, अगर ये (मोदी सरकार) आपको स्टेटहुड वापस नहीं देंगे तो ये मेरी गारंटी है, हम आपको स्टेटहुड वापस ला कर देंगे। हिन्दुस्तान के इतिहास में किसी राज्य को यूटी में नहीं बदला गया था। पहली बार स्टेट को यूटी में बदलकर आपका हक छीना गया है। हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द आपका हक आपको वापस मिलें और एक बार फिर आपको स्टेट मिले। हम चाहते थे कि ये काम चुनाव से पहले हो लेकिन भाजपा ने ऐसा नहीं किया।

वो सिर्फ ‘मन की बात’ करते हैं, काम की नहीं-राहुल गांधी

नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आगे कहा कि, पीएम नरेंद्र मोदी लंबे-लंबे भाषण देते हैं, लेकिन काम की बात नहीं करते। काम की बातें हैं, बेरोजगारी हटाओ, महंगाई कम करो, युवाओं को विजन दो और जम्मू-कश्मीर को स्टेटहुड दो। ये वो काम की बातें हैं, जो नरेंद्र मोदी नहीं करेंगे। वो सिर्फ ‘मन की बात’ करते हैं, जिसे कोई नहीं सुनना चाहता।

चीन ने लद्दाख में दिल्ली जितनी जमीन पर कब्जा किया, यूएस में राहुल गांधी का दावा

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कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अमेरिका दौरे पर है। पिछले तीन दिनों से राहुल गांधी अमेरिका में अलग-अलग जगहों पर लोगों को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उनके बयानों ने भारत में सियासी पारा हाई कर रखा है। यहां देश में उनके बयानों पर बहस छिड़ी हुई है। मंगलवार को आरक्षण खत्म करने को लेकर दिए गे बयान के बाद राहुल गांधी ने चीन को लेकर ऐसा दावा किया है, जिससे एक बार फिर सियासी भूचाल आना तय है। राहुल गांधा का दावा है कि चीनी सैनिकों ने लद्दाख में दिल्ली के आकार की जमीन पर कब्जा जमाया हुआ है।

4,000 वर्ग किलोमीटर में चीनी सैनिकों कब्जा-राहुल गांधी

अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन डीसी में नेशनल प्रेस क्लब में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, अगर आप कहते हैं कि हमारे क्षेत्र के 4,000 वर्ग किलोमीटर में चीनी सैनिकों का होना किसी चीज़ से ठीक से निपटना है, तो शायद हमने लद्दाख में दिल्ली के आकार की ज़मीन पर चीनी सैनिकों का कब्ज़ा कर रखा है। मुझे लगता है कि यह एक आपदा है।

पीएम मोदी ने चीन से ठीक से नहीं निपटा-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने इसके साथ ही कहा, अगर कोई पड़ोसी देश आपकी 4000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्ज़ा करले तो अमेरिका की क्या प्रतिक्रिया होगी? क्या कोई राष्ट्रपति यह कहकर बच निकल पाएगा कि उसने इसे ठीक से संभाला है? इसलिए मुझे नहीं लगता कि पीएम मोदी ने चीन से ठीक से निपटा है। मुझे लगता है कि कोई कारण नहीं है कि चीनी सैनिक हमारे क्षेत्र में बैठे रहें।

ये पहली बार नहीं है जब कांग्रेस नेता ने चीन को लेकर ऐसा दावा किया हो। पिछले साल भी राहुल गांधी ने इसी तरह का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर लद्दाख में भारत-चीन सीमा की स्थिति पर विपक्ष से झूठ बोलने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि चीन ने भारतीय जमीन छीन ली है। हालांकि, केन्द्र की बीजेपी सरकार कांग्रेस के इस दावे को बार-बार खारिज करती आ रही है।

मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं” यूएस में बोले राहुल गांधी, जानें क्यों देनी पड़ी सफाई

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अमेरिकी दौरे पर गए कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने आरक्षण को लेकर दिए अपने बयान पर देश में विवाद खड़ा हो गया है। रक्षण पर अपने बयान की वजह से चढ़े सियासी पारे के बीच कांग्रेस सासंद ने सफाई पेश की है। उन्होंने कहा है कि वह आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं। राहुल ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर उनकी पार्टी को गलत समझा गया, कांग्रेस पार्टी और का लक्ष्य इसे 50 प्रतिशत तक ले जाने का है।

वाशिंगटन में मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर उनकी पार्टी को गलत समझा गया है। वो 50 प्रतिशत से आगे बढ़कर आरक्षण देना चाहते हैं। उन्‍होंने कहा कि हम जो कह रहे हैं वह केवल आरक्षण के विचार से अलग है। हम, जो चल रहा है उसकी व्यापक समझ चाहते हैं और फिर इसे ठीक करने के लिए नीतियों की एक सीरीज लागू करना चाहते हैं, आरक्षण भी उनमें से एक है। राहुल गांधी ने कहा, ‘हम आरक्षण को 50 प्रतिशत से आगे बढ़ाने जा रहे हैं। मैं बार-बार यह कहता रहा हूं और कभी भी आरक्षण के खिलाफ नहीं रहा हूं। कल किसी ने मेरे बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया कि मैं आरक्षण के खिलाफ हूं। लेकिन मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं। हम चाहते हैं कि आरक्षण 50% हो।’

क्या कहा था राहुल गांधी ने?

इससे पहले राहुल गांधी ने अमेरिका के दौरे पर मंगलवार को जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों से बात की थी। इस दौरान उनसे पूछा गया था कि भारत में आरक्षण कब तक जारी रहेगा। इस पर राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी जब सही समय होगा, जोकि अभी नहीं है। राहुल ने कहा था, “जब आप वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपये में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपये में से 5 रुपये मिलते हैं और ओबीसी को भी लगभग इतनी ही रकम मिलती है। असलियत यह है कि उन्हें भागीदारी नहीं मिल रही है। भारत के हर एक बिजनेस लीडर की सूची देखें। मुझे आदिवासी, दलित का नाम दिखाएं। मुझे ओबीसी का नाम दिखाएं। मुझे लगता है कि शीर्ष 200 में से एक ओबीसी है। वे भारत के 50 प्रतिशत हैं, लेकिन हम इस बीमारी का इलाज नहीं कर रहे हैं। हालांकि अब, आरक्षण एकमात्र साधन नहीं है। अन्य साधन भी हैं।”

बयान पर सफाई की वजह

बता दे कि की राहुल के इस बयान के बाद बहुजन समाज पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसे लेकर कहा है कि 'केंद्र में काफी लंबे समय तक सत्ता में रहते हुए कांग्रेस पार्टी की सरकार ने ओबीसी आरक्षण को लागू नहीं किया और न ही देश में जातीय जनगणना। अब इनके इनकी आड़ में कांग्रेस सत्ता में आने के सपने देख रही है। इनके इस नाटक से सचेत रहें जो आगे कभी भी जातीय जनगणना नहीं करा पाएगी। बसपा के अलावा कुछ दलित संगठनों ने इसे मुद्दा बनाया है और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है।

*...तो बीजेपी 246 सीट भी नहीं जीत पाती, राहुल गांधी ने यूएस में बैठकर लोकसभा चुनाव पर उठाया सवाल*

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कांग्रेस के नेता और विपक्ष के नेता राहुल गांधी अमेरिकी दौरे पर लगातार बीजेपी और नरेन्द्र मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। बीजेपी पर हमलावर कांग्रेस नेता ने अमेरिका में बैठकर हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं।लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव 2024 को वह स्वतंत्र चुनाव के रूप में नहीं देखते। उन्होंने कहा कि अगर निष्पक्ष चुनाव हुए होते तो बीजेपी सत्ता में नहीं होती।

कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनावों से पहले, हम इस बात पर जोर देते रहे कि संस्थाओं पर कब्ज़ा कर लिया गया है...हमारे पास निष्पक्ष खेल का मैदान नहीं था। उनके पास बहुत बड़ा वित्तीय लाभ था। उन्होंने हमारे बैंक खाते बंद कर दिए थे...चुनाव आयोग वही कर रहा था जो वे चाहते थे। राहुल गांधी ने कहा कि ये चीजें अचानक एक साथ आने लगीं। मुझे नहीं लगता कि निष्पक्ष चुनाव में भाजपा 246 के करीब थी।

इसे एक नियंत्रित चुनाव के रूप में देखता हूं-राहुल गांधी

एक इंटरव्यू में राहुल गांधी ने कहा कि मैं लोकसभा चुनाव 2024 को स्वतंत्र चुनाव नहीं मानता। मैं इसे एक नियंत्रित चुनाव के रूप में देखता हूं। राहुल गांधी ने कहा कि पूरा अभियान इस तरह से बनाया गया था कि नरेंद्र मोदी पूरे देश में अपनी बात कह सकें। जिन राज्यों में वे कमजोर थे, उन्हें अलग तरीके से डिजाइन किया गया था। चुनाव आयोग भी हमारी बातों और शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहा था।

मीडिया और जांच एजेंसियों पर उनका कब्जा-राहुल गांधी

राहुल ने कहा कि मीडिया और जांच एजेंसियों पर सरकार का कब्जा है। हम यह लगातार कहते रहे लेकिन लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा था। मैंने संविधान को सामने रखना शुरू किया और मैंने जो कुछ भी कहा वह अचानक से फूट पड़ा। गरीब भारत, उत्पीड़ित भारत, भारत ने समझ लिया कि अगर संविधान खत्म हो गया तो पूरा खेल खत्म हो जाएगा।

हमने उन्हें पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया-राहुल गांधी

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रचार अभियान के आधे समय में मोदी को नहीं लगा कि वे 300-400 सीटों के करीब पहुंच गए हैं। जब उन्होंने कहा कि मैं सीधे भगवान से बात करता हूं, तो हमें पता चल गया था। हमें पता था कि हमने उन्हें पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है। हमने इसे मनोवैज्ञानिक पतन के रूप में देखा। नरेंद्र मोदी को सत्ता में लाने वाला गठबंधन टूट गया है। सरकार और दो या तीन बड़े व्यवसायों के बीच बहुत बड़ी सांठगांठ है।

राहुल गांधी ने अमेरिका में पीएम मोदी और आरएसएस पर हमला बोला: 'चुनाव के बाद लोगों में बीजेपी का डर खत्म'

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Rahul Gandhi in Dallas (PTI)

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से लोगों में भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डर खत्म हो गया है।

टेक्सास के डलास में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनाव के बाद संसद में अपने पहले भाषण में उन्होंने अभयमुद्रा का जिक्र किया, जो सभी भारतीय धर्मों में मौजूद निडरता का प्रतीक है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी इसे बर्दाश्त नहीं कर सकती और न ही इसे समझ सकती है।

"दूसरी बात यह हुई कि बीजेपी का डर खत्म हो गया। हमने देखा कि चुनाव के नतीजों के कुछ ही मिनटों के भीतर भारत में कोई भी बीजेपी या भारत के प्रधानमंत्री से नहीं डरता था। इसलिए ये बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं, राहुल गांधी या कांग्रेस पार्टी की नहीं। हम परिधि में हैं। ये भारत के लोगों की बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं जिन्होंने लोकतंत्र को महसूस किया," राहुल गांधी ने कहा।

राहुल गांधी ने टेक्सास में आरएसएस के बारे में क्या कहा?

उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी का मूल संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मानता है कि भारत एक विचार है, जबकि उनकी पार्टी मानती है कि भारत विचारों की बहुलता है। हमारा मानना ​​है कि सभी को भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए, सपने देखने की अनुमति दी जानी चाहिए और उनकी जाति, भाषा, धर्म, परंपरा या इतिहास की परवाह किए बिना उन्हें जगह दी जानी चाहिए। यह लड़ाई है और यह लड़ाई चुनाव में तब और स्पष्ट हो गई जब भारत के लाखों लोगों ने स्पष्ट रूप से समझ लिया कि भारत के प्रधानमंत्री भारत के संविधान पर हमला कर रहे हैं," राहुल गांधी ने कहा। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा बोला गया हर एक शब्द संविधान में निहित है, जिसे उन्होंने आधुनिक भारत की नींव बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान जब उन्होंने संविधान पर प्रकाश डाला, तो लोगों ने उनके संदेश को समझा।

मैंने देखा कि जब मैं संविधान का मुद्दा उठाता था, तो लोग समझ जाते थे कि मैं क्या कह रहा हूं। वे कह रहे थे कि भाजपा हमारी परंपरा पर हमला कर रही है, हमारी भाषा पर हमला कर रही है, हमारे राज्यों पर हमला कर रही है, हमारे इतिहास पर हमला कर रही है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने यह समझा कि जो कोई भी भारत के संविधान पर हमला कर रहा है, वह हमारी धार्मिक परंपरा पर भी हमला कर रहा है।”

*विदेशी जमीन से राहुल गांधी ने की चीन जमकर की तारीफ, गिना दी भारत की कमियां*

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राहुल गांधी विदेश दौरे पर हैं। कांग्रेस नेता ने एक बार फिर विदेशी जमीन पर अपने देश की कमियां गिनाईं हैं। भारतीयों से बात करते हुए राहुल गांधी ने फिर कुछ ऐसी बातें बोल दी हैं जिसने बीजेपी को कांग्रेस के खिलाफ हल्ला बोलने का मौका दे दिया है। दरअसल राहुल गांधी ने यहां चीन की भरभरकर तारीफ की है और अमेरिका के सामने दुनिया की उभरती नई शक्ति भारत की कमियों को गिनाया।

राहुल गांधी इन दिनों अपनी तीन दिवसीय अमेरिका की यात्रा पर हैं। यहां टेक्सास के डैलस में एक कार्यक्रम में रोजगार के मुद्दे पर बात की। यहां राहुल गांधी ने रोजगार के मसले पर चीन की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि भारत और पश्चिमी देशों में रोजगार की समस्या है लेकिन चीन में ऐसा नहीं है। 

चीन लोगों को रोजगार देने वो अव्वल-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा कि अब यूरोप और अमेरिका में भी बेरोजगारी एक समस्या बन रही है। भारत में भी बेरोजगारी सबसे बड़ी और सबसे अहम समस्या है। लेकिन चीन के पास ऐसी कोई समस्या नहीं है। चीन लगातार अपना रोजगार बढ़ा रहा है। नौकरियों के नए अवसर पैदा कर रहा है। लोगों को रोजगार देने वो अव्वल रहा है। भारत ने मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर पर ध्यान ही नहीं दिया जिसकी वजह से आज बेरोजगारी के मुख्य समस्या बनकर उभर आई है। 

भारत को मैन्युफैक्चरिंग के बारे में सोचना होगा- राहुल गांधी

यही नहीं राहुल गांधी ने ये भी कहा कि 90 के दशक में अमेरिका वैश्विक उत्पादन का केंद्र था लेकिन बाद ये पूरा प्रोडक्शन कोरिया और जापान में शिफ्ट हो गया। जिसके बाद कोरिया और जापान जैसे देशों ने अर्थव्यवस्था की बुलंदियों को छुआ। अगर भारत को भी अपनी अर्थव्यवस्था मजबूत करनी है और बेरोजगारी से लड़ना है तो उसे मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर पर ध्यान देना होगा।  

 

बताए बेरोजगारी से निपटने के उपाय

नेता प्रतिपक्ष ने आगे ये भी कहा कि जिसे आप विनिर्माण या मैन्युफैक्चरिंग कहते हैं, वह चीन के लिए आरक्षित होने जा रहा है। यह वियतनाम के लिए आरक्षित होने जा रहा है। यह बांग्लादेश के लिए आरक्षित होने जा रहा है। हमें लोकतांत्रिक वातावरण में मैन्युफैक्चरिंग करने के तरीके पर पुनर्विचार करना होगा। जब तक हम ऐसा नहीं करते, हमें उच्च स्तर की बेरोजगारी का सामना करना पड़ेगा।

कहां से आया भारत जोड़ो यात्रा का आइडिया, बीजेपी से लेकर पीएम मोदी तक पर हमले, जानें येस में क्या-क्या बोले राहुल?*

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लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इस समय अमेरिका में हैं। वह तीन दिवसीय दौरे पर रविवार को अमेरिका पहुंचे।यहां टेक्सास के डैलस में एक कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने टेक्सास के डलास में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास के छात्रों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने छात्रों को संबोधित भी किया। यहां राहुल गांधी ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा का आइडिया कहां से आया। उन्होंने इसकी शुरुआत कैसे ।

राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा, पहला सवाल जो आपने पूछा, वह यह है कि मैं चार हजार किलोमीटर पैदल क्यों चला, हमें ऐसा करने की क्यों जरूरत पड़ी? इसका कारण यह है कि भारत में हम जो भी कम्युनिकेशन करना चाहते थे, उसे अवरुद्ध कर दिया गया था। हमने संसद में बात की, लेकिन उसका टेलीविजन पर प्रसारण नहीं हुआ। हम मीडिया के पास गए, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। हमने कानूनी व्यवस्था के सामने दस्तावेज भी पेश किए, लेकिन कुछ नहीं हुआ। तो, सारे रास्ते बंद हो गए, और लंबे समय तक हम समझ ही नहीं पाए कि संवाद कैसे करें। 

भारत में बीजेपी या पीएम मोदी से कोई नहीं डरता-राहुल

इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर जमकर हमला बोला। राहुल ने कहा कि भारत में बीजेपी या पीएम मोदी से कोई नहीं डरता। राहुल ने कहा कि हमने देखा कि लोकसभा चुनाव परिणाम के तुरंत बाद भारत में कोई भी बीजेपी या भारत के प्रधानमंत्री से नहीं डर रहा था तो ये बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं और ये उपलब्धियां केवल राहुल गांधी या कांग्रेस पार्टी की नहीं है बल्कि हम सब की है। ये भारत के उन तमाम लोगों की उपलब्धियां हैं, जिन्होंने लोकतंत्र को महसूस किया, जिन्होंने महसूस किया कि हम अपने संविधान पर हमले को स्वीकार नहीं करेंगे।

संघ पर भी जमकर बरसे राहुल

राहुल गांधी ने आरएसएस पर भी जमकर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि संघ का मानना है कि भारत एक विचार है। मगर मेरा मानना है कि भारत विविधताओं का देश हैं। यहां लोगों के अपने अलग-अलग विचार हैं। उनके अपने अलग सपने हैं। उनके सोचने का नजरिया अलग है और होना भी चाहिए। जाति, भाषा, धर्म और परंपरा के आधार पर हम इसे अलग नहीं कर सकते है। सपने देखने का हक सभी को है और ये हक उन्हें मिलना चाहिए। हमरी लड़ाई बस इसी बात को लेकर है और लोकसभा चुनाव में यह बात स्पष्ट हो गई थी।

हरियाणा विस चुनावः कांग्रेस का मास्टरस्ट्रोक, आप संग गठबंधन का है प्लान?

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हरियाणा विधानसभा चुनावों को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के पक्ष में हैं। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मानना है कि विधानसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी से गठबंधन फायदे का सौदा हो सकता है। उन्होंने कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में हरियाणा के नेताओं से इस पर राय मांगी है। राहुल गांधी ने इस मामले पर फीडबैक देने को कहा है।

क्या कहा राहुल गांधी ने?

हरियाणा चुनाव को लेकर सीईसी की बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विधानसभा चुनावों के लेकर अहम बात कही है। सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने अपनी राय रखते हुए कहा कि सूबे में आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से कांग्रेस को फायदा होगा और अगर दोनों पार्टियां अलग-अलग लड़ती हैं तो नुकसान उठाना पड़ सकता है। बताया जा रहा है कि इस मसले पर पार्टी के सभी नेता एकमत दिखे।

पहले कर चुके हैं गठबंधन से इनकार

बता दें कि इससे पहले कांग्रेस नेता लगातार कहते आए थे कि हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों पर उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर पहले कई बार गठबंधन से इनकार कर चुके हैं। कुछ समय पहले हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सांसद कुमारी शैलजा ने एक इंटरव्यू में आप के साथ गठबंधन की संभावनाओं को साफ खारिज कर दिया था। वहीं, दिल्ली के सीएम और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी कई बार हरियाणा में कांग्रेस के साथ गठबंधन से इनकार कर चुके हैं।

हरियाणा, गुजरात, गोवा, दिल्ली और चंडीगढ़ में लोकसभा चुनाव में थे साथ

बता दें कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने हरियाणा, गुजरात, गोवा, दिल्ली और चंडीगढ़ में लोकसभा चुनाव संयुक्त रूप से लड़ा था। हालांकि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन करके आम आदमी पार्टी को नुकसान हुआ था। आने वाला समय ही बताएगा की दोनों पार्टियां गठबंधन करती हैं या नहीं।

यूपीएससी लेटरल एंट्री पर सियासी घमासान तेज, राहुल गांधी का आरोप-खुलेआम SC-ST और OBC का आरक्षण छीना जा रहा

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संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) ने लैटेरल एंट्री के जरिए टॉप पोस्ट पर वैकेंसी निकाली है। ने लेटरल एंट्री के जरिए सीधे

Nirmalasitharaman VS Rahulgandi

RAHUL GANDHI : "Govt is not giving MSP Guarantee to Farmers"

FM NIRMALA SITHARAMAN - MSP report was junked by Congress, now shedding crocodile tears for farmers.

CONGRESS - "Only Specific states got funds in budget"

FM - 26 states were not named in 2009 Budget. State not being named doesn't mean it was not included in Budget

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पीएम मोदी में पहले जैसी बात नहीं”, श्रीनगर में बोले राहुल गांधी

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कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने श्रीनगर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस रैली में राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी अब बदल गए हैं।इंडिया गठबंधन ने नरेंद्र मोदी की साइकोलॉजी को बदल दिया है।पीएम मोदी का कॉन्फिडेंस खत्म हो चुका है।आज विपक्ष जो भी करवाना चाहता है, वही होता है। 

पुंछ में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा, नरेंद्र मोदी पहले पहले छाती फैला कर बोलते थे। लेकिन इंडिया गठबंधन ने नरेंद्र मोदी की साइकोलॉजी को बदल दिया है। जो पहले नरेंद्र मोदी थे वो अब नहीं रहेंगे। मैं लोकसभा में पास से देखता हूं, आजकल प्रधानमंत्री का चेहरा बिल्कुल बदल गया है। ये इंडिया गठबंधन और हिन्दुस्तान की जो जनता है, ये उनका काम है।

राहुल ने दी स्टेटहुड वापस देने की “गारंटी”

वहीं, राहुल गांधी ने रैली में जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाने का भी वादा किया। राहुल गांधी ने कहा, अगर ये (मोदी सरकार) आपको स्टेटहुड वापस नहीं देंगे तो ये मेरी गारंटी है, हम आपको स्टेटहुड वापस ला कर देंगे। हिन्दुस्तान के इतिहास में किसी राज्य को यूटी में नहीं बदला गया था। पहली बार स्टेट को यूटी में बदलकर आपका हक छीना गया है। हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द आपका हक आपको वापस मिलें और एक बार फिर आपको स्टेट मिले। हम चाहते थे कि ये काम चुनाव से पहले हो लेकिन भाजपा ने ऐसा नहीं किया।

वो सिर्फ ‘मन की बात’ करते हैं, काम की नहीं-राहुल गांधी

नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आगे कहा कि, पीएम नरेंद्र मोदी लंबे-लंबे भाषण देते हैं, लेकिन काम की बात नहीं करते। काम की बातें हैं, बेरोजगारी हटाओ, महंगाई कम करो, युवाओं को विजन दो और जम्मू-कश्मीर को स्टेटहुड दो। ये वो काम की बातें हैं, जो नरेंद्र मोदी नहीं करेंगे। वो सिर्फ ‘मन की बात’ करते हैं, जिसे कोई नहीं सुनना चाहता।

चीन ने लद्दाख में दिल्ली जितनी जमीन पर कब्जा किया, यूएस में राहुल गांधी का दावा

#rahulgandhiamericavisistchinaindialadakhoccupyland

कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अमेरिका दौरे पर है। पिछले तीन दिनों से राहुल गांधी अमेरिका में अलग-अलग जगहों पर लोगों को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उनके बयानों ने भारत में सियासी पारा हाई कर रखा है। यहां देश में उनके बयानों पर बहस छिड़ी हुई है। मंगलवार को आरक्षण खत्म करने को लेकर दिए गे बयान के बाद राहुल गांधी ने चीन को लेकर ऐसा दावा किया है, जिससे एक बार फिर सियासी भूचाल आना तय है। राहुल गांधा का दावा है कि चीनी सैनिकों ने लद्दाख में दिल्ली के आकार की जमीन पर कब्जा जमाया हुआ है।

4,000 वर्ग किलोमीटर में चीनी सैनिकों कब्जा-राहुल गांधी

अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन डीसी में नेशनल प्रेस क्लब में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, अगर आप कहते हैं कि हमारे क्षेत्र के 4,000 वर्ग किलोमीटर में चीनी सैनिकों का होना किसी चीज़ से ठीक से निपटना है, तो शायद हमने लद्दाख में दिल्ली के आकार की ज़मीन पर चीनी सैनिकों का कब्ज़ा कर रखा है। मुझे लगता है कि यह एक आपदा है।

पीएम मोदी ने चीन से ठीक से नहीं निपटा-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने इसके साथ ही कहा, अगर कोई पड़ोसी देश आपकी 4000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्ज़ा करले तो अमेरिका की क्या प्रतिक्रिया होगी? क्या कोई राष्ट्रपति यह कहकर बच निकल पाएगा कि उसने इसे ठीक से संभाला है? इसलिए मुझे नहीं लगता कि पीएम मोदी ने चीन से ठीक से निपटा है। मुझे लगता है कि कोई कारण नहीं है कि चीनी सैनिक हमारे क्षेत्र में बैठे रहें।

ये पहली बार नहीं है जब कांग्रेस नेता ने चीन को लेकर ऐसा दावा किया हो। पिछले साल भी राहुल गांधी ने इसी तरह का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर लद्दाख में भारत-चीन सीमा की स्थिति पर विपक्ष से झूठ बोलने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि चीन ने भारतीय जमीन छीन ली है। हालांकि, केन्द्र की बीजेपी सरकार कांग्रेस के इस दावे को बार-बार खारिज करती आ रही है।

मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं” यूएस में बोले राहुल गांधी, जानें क्यों देनी पड़ी सफाई

#congressleaderrahulgandhiclarificationonreservation_statement

अमेरिकी दौरे पर गए कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने आरक्षण को लेकर दिए अपने बयान पर देश में विवाद खड़ा हो गया है। रक्षण पर अपने बयान की वजह से चढ़े सियासी पारे के बीच कांग्रेस सासंद ने सफाई पेश की है। उन्होंने कहा है कि वह आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं। राहुल ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर उनकी पार्टी को गलत समझा गया, कांग्रेस पार्टी और का लक्ष्य इसे 50 प्रतिशत तक ले जाने का है।

वाशिंगटन में मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर उनकी पार्टी को गलत समझा गया है। वो 50 प्रतिशत से आगे बढ़कर आरक्षण देना चाहते हैं। उन्‍होंने कहा कि हम जो कह रहे हैं वह केवल आरक्षण के विचार से अलग है। हम, जो चल रहा है उसकी व्यापक समझ चाहते हैं और फिर इसे ठीक करने के लिए नीतियों की एक सीरीज लागू करना चाहते हैं, आरक्षण भी उनमें से एक है। राहुल गांधी ने कहा, ‘हम आरक्षण को 50 प्रतिशत से आगे बढ़ाने जा रहे हैं। मैं बार-बार यह कहता रहा हूं और कभी भी आरक्षण के खिलाफ नहीं रहा हूं। कल किसी ने मेरे बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया कि मैं आरक्षण के खिलाफ हूं। लेकिन मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं। हम चाहते हैं कि आरक्षण 50% हो।’

क्या कहा था राहुल गांधी ने?

इससे पहले राहुल गांधी ने अमेरिका के दौरे पर मंगलवार को जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों से बात की थी। इस दौरान उनसे पूछा गया था कि भारत में आरक्षण कब तक जारी रहेगा। इस पर राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी जब सही समय होगा, जोकि अभी नहीं है। राहुल ने कहा था, “जब आप वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपये में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपये में से 5 रुपये मिलते हैं और ओबीसी को भी लगभग इतनी ही रकम मिलती है। असलियत यह है कि उन्हें भागीदारी नहीं मिल रही है। भारत के हर एक बिजनेस लीडर की सूची देखें। मुझे आदिवासी, दलित का नाम दिखाएं। मुझे ओबीसी का नाम दिखाएं। मुझे लगता है कि शीर्ष 200 में से एक ओबीसी है। वे भारत के 50 प्रतिशत हैं, लेकिन हम इस बीमारी का इलाज नहीं कर रहे हैं। हालांकि अब, आरक्षण एकमात्र साधन नहीं है। अन्य साधन भी हैं।”

बयान पर सफाई की वजह

बता दे कि की राहुल के इस बयान के बाद बहुजन समाज पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसे लेकर कहा है कि 'केंद्र में काफी लंबे समय तक सत्ता में रहते हुए कांग्रेस पार्टी की सरकार ने ओबीसी आरक्षण को लागू नहीं किया और न ही देश में जातीय जनगणना। अब इनके इनकी आड़ में कांग्रेस सत्ता में आने के सपने देख रही है। इनके इस नाटक से सचेत रहें जो आगे कभी भी जातीय जनगणना नहीं करा पाएगी। बसपा के अलावा कुछ दलित संगठनों ने इसे मुद्दा बनाया है और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है।