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Jul 02 2024, 18:25

राहुल गांधी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, नीट पर बुधवार को संसद में चर्चा की मांग
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लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।  राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से पहले पीएम मोदी को पत्र लिखकर नीट पर बहस करने की मांग की है।राहुल गांधी ने अपने पत्र में लिखा है कि मेरा मानना है कि छात्रों के हित में नीट मुद्दे पर बहस का नेतृत्व करना उचित होगा।

राहुल गांधी ने पीएम मोदी को पत्र में लिखा है- “आशा है कि यह पत्र मिलने तक आप सकुशल होंगे। मैं NEET पर संसद में बहस का अनुरोध करने के लिए लिख रहा हूं। जैसा कि आप जानते हैं, 28 जून को संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर बहस के विपक्ष के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया था। विपक्ष ने इस मुद्दे पर दोबारा चर्चा कराने का अनुरोध किया था। माननीय लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्ष को आश्वासन दिया था कि वह इस मुद्दे पर सरकार से चर्चा करेंगे।”

राहुल गांधी ने पत्र में आगे लिखा- हमारी एकमात्र चिंता पूरे भारत में लगभग 24 लाख नीट उम्मीदवारों का कल्याण है। लाखों परिवारों ने अपने बच्चों का भरण-पोषण करने के लिए व्यक्तिगत बलिदान दिया। कई लोगों के लिए, नीट का पेपर लीक जीवन भर के सपने के साथ विश्वासघात है। आज ये छात्र और उनके परिजन हमसे, अपने जन प्रतिनिधियों से इस मुद्दे के समाधान के लिए साहसिक और निर्णायक कदम उठाने की उम्मीद कर रहे हैं। नीट परीक्षा तत्काल ध्यान देने योग्य है क्योंकि इसने हमारी उच्च शिक्षा प्रणाली में गहरी साजिश को उजागर किया है।पिछले सात वर्षों में 70 से अधिक पेपर लीक हुए हैं, जिससे 2 करोड़ से अधिक छात्र प्रभावित हुए हैं।

विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने एक्स पोस्ट में चिट्ठी शेयर करते हुए कहा, मैं कल (बुधवार को) संसद में नीट पर बहस का अनुरोध करने के लिए लिख रहा हूं।मेरा मानना है कि यह उचित होगा कि आप इस बहस का नेतृत्व करें।

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Jul 02 2024, 14:14

NEET पर प्रधानमंत्री मोदी पर चुप्पी बरतने का आरोप लगाते हुए भड़कीं सोनिया गांधी, कहा, ध्यान ना भटकाएं

चुनाव के बाद संसद के पहले सत्र में डिप्टी स्पीकर के पद और NEET मुद्दे पर सरकार और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक जारी है। इस बीच कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर इन मुद्दों को लेकर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम सहमति के मूल्य का उपदेश देते हैं, जबकि वे टकराव को बढ़ावा देते हैं। द हिंदू में एक संपादकीय में सोनिया गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अभी तक लोकसभा चुनाव के नतीजों को स्वीकार नहीं कर पाए हैं, जिसमें एनडीए मुश्किल से सरकार बना पाई है। सोनिया गांधी ने कहा, "प्रधानमंत्री ऐसे काम कर रहे हैं, जैसे कुछ बदला ही न हो। वे आम सहमति के मूल्य का उपदेश देते हैं, लेकिन टकराव को महत्व देते हैं।"

एक बार फिर कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष बनाईं गई सोनिया गांधी ने कहा कि परंपरा के अनुसार लोकसभा में उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा, "यह पूरी तरह से उचित अनुरोध था लेकिन सरकार ने इस मांग को खारिज कर दिया है। 17वीं लोकसभा में भी उपाध्यक्ष के संवैधानिक पद को नहीं भरा गया था।" एनडीए सरकार के पहले कार्यकाल में एआईएडीएमके के एम थम्बी दुरई, जो उस समय भाजपा की सहयोगी थी, उपाध्यक्ष थे, लेकिन 2019-24 के बीच यह पद खाली था। भाजपा द्वारा आपातकाल का मुद्दा उठाकर कांग्रेस पर हमला करने का जवाब देते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि संविधान पर हमले से ध्यान हटाने के लिए प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे को उठाया है। गांधी ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि स्पीकर ने भी इस मुद्दे को उठाया जबकी उनसे निष्पक्षता की उम्मीद रखी जाती है। 

नीट पेपर लीक पर नीट पेपर लीक मामले पर चुप रहने के लिए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि इस घोटाले ने हमारे लाखों युवाओं के जीवन को अस्त व्यस्त का दिया है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री जो अपनी 'परीक्षा पे चर्चा' करते हैं, वे लीक पर पूरी तरह से चुप हैं, जिसने देश भर में इतने सारे परिवारों को तबाह कर दिया है।"

पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने मई 2023 में राज्य में संघर्ष शुरू होने के बाद से संघर्षग्रस्त मणिपुर का दौरा न करने के लिए प्रधानमंत्री पर भी हमला किया। कुकी और मैतेई समुदायों के बीच संघर्ष के कारण सैकड़ों लोग मारे गए हैं और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। सोनिया गांधी ने लिखा, "इस सबसे संवेदनशील राज्य में सामाजिक सद्भाव बिखर गया है। फिर भी, प्रधानमंत्री को न तो राज्य का दौरा करने और न ही यहां के नेताओं से मिलने का समय मिला है और न ही इच्छा।"

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Jul 01 2024, 10:20

नीट-यूजी के री-एग्जाम का रिजल्ट जारी, 813 ने दिया था दोबारा पेपर

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नीट यूजी री-एग्जाम का रिजल्ट जारी हो गया है। पेपर लीक को लेकर हुए हंगामे के बाद 23 जून को हुए नीट-यूजी का री-एग्जाम कराया गया था। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने आज नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट, अंडरग्रेजुएट (NEET UG) 2024 रीटेस्ट का रिजल्ट घोषित कर दिया है। बता दें कि पेपर लीक और अनियमितताओं के कारण नीट-यूजी 2024 जांच के दायरे में है।

बता दें इस परीक्षा को 1563 अभ्यर्थियों के लिए 23 जून को आयोजित किया गया था। इस परीक्षा में केवल 813 कैंडिडेट्स ने ही भाग लिया था। जिनका परिणाम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने आज जारी कर दिया है। छात्रों को एनटीए नीट स्कोर कार्ड 2024 डाउनलोड करने के लिए अपने लॉगिन क्रेडेंशियल जैसे आवेदन संख्या और जन्म तिथि की आवश्यकता होगी।

छात्रों को ‘समय की हानि’ के कारण नीट-यूजी परीक्षा में ग्रेस मार्क्स दिए गए थे, जिस पर सवाल खड़े हो गए और बाद में मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जहां उसने ग्रेस मार्क्स के मामले को रद्द करते हुए इन छात्रों की दोबारा परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया था

बता दें कि इस वर्ष नीट यूजी परीक्षा का आयोजन 5 मई को समूचे देश में किया गया था। करीब 24 लाख कैंडिडेट्स इस परीक्षा में शामिल हुए थे। करीब 7 केंद्रों पर टाइम लॉस होने की वजह से 1563 बच्चों को ग्रेस मार्क्स दिए गए, जिससे बाद में कई समस्याएं खड़ी हो गईं और एक ही सेंटर के बहुत सारे टॉपर्स के अलावा कई स्टूडेंट्स ने टॉप किया। विवाद बढ़ने और अदालत तक पहुंचने पर यह तय किया गया कि इन 1563 बच्चों के लिए फिर से एग्जाम कराया जाएगा।

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Jun 29 2024, 19:52

कोर्ट ने NEET मामले में गिरफ्तार गोधरा के 4 आरोपियों को CBI कस्टडी में भेजा, खुलेंगे कई बड़े राज!

डेस्क: गुजरात के गोधरा में 5 मई को NEET-UG परीक्षा में अनियमितताओं में कथित रूप से शामिल रहने के मामले में कोर्ट ने शनिवार को आरोपियों को 4 दिनों की CBI हिरासत में भेज दिया। बता दें कि सीबीआई ने पंचमहल जिले के गोधरा में हुई अनियमितताओं में कथित रूप से शामिल रहने के मामले में गुजरात पुलिस द्वारा गिरफ्तार 5 लोगों में से 4 लोगों की रिमांड की अपील की थी जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया। माना जा रहा है कि आरोपियों तुषार भट्ट, विभोर आनंद, आरिफ वोरा और पुरूषोत्तम शर्मा से पूछताछ में बड़े खुलासे हो सकते हैं।

CBI ने मांगी थी 5 में से 4 आरोपियों की रिमांड

इससे पहले CBI के वकील ध्रुव मलिक ने जिला अदालत को सूचित किया था कि गुजरात पुलिस ने पहले जांच की है, लेकिन एजेंसी को इन आरोपियों को हिरासत में लेने की जरूरत है क्योंकि वह नये सिरे से जांच कर रही है। गुजरात पुलिस ने 8 मई और उसके बाद वाले सप्ताह में जिन 5 लोगों को गिरफ्तार किया था, उनमें से स्कूल शिक्षक तुषार भट्ट, जय जालाराम स्कूल के प्राचार्य पुरुषोत्तम शर्मा तथा बिचौलियों विभोर आनंद और आरिफ वोहरा की रिमांड की CBI मांग कर रही थी। CBI ने शिक्षा सलाहकार परशुराम रॉय की रिमांड की मांग नहीं की। सभी पांचों लोग गोधरा उपजेल में बंद थे।

जज ने रिमांड आवेदन पर जताई थी आशंका

बता दें कि पंचमहल के प्रधान जिला न्यायाधीश सीके चौहान ने CBI की रिमांड आवेदन पर आशंका व्यक्त करते हुए कहा था कि पुलिस या जांच एजेंसियां गिरफ्तारी के बाद शुरुआती 15 दिनों से अधिक किसी आरोपी की हिरासत की मांग नहीं कर सकतीं। उन्होंने CBI बनाम अनुपम कुलकर्णी मामले में सुप्रीम कोर्ट के 1992 के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि गिरफ्तारी के 15 दिन बीत जाने के बाद नई रिमांड तभी दी जा सकती है, जब आरोपी उस अवधि के दौरान अस्पताल में भर्ती था या उसने शुरुआती रिमांड के दौरान सहयोग नहीं किया।

CBI के वकील ने दी थी जोरदार दलील

हालांकि CBI के वकील मलिक ने दलील दी थी कि यदि जज को उचित लगे तो गिरफ्तारी के पहले 15 दिन से अधिक रिमांड दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 167 के तहत दी जा सकती है। मलिक ने अदालत को सूचित किया था कि सीबीआई गुजरात, राजस्थान, बिहार, दिल्ली तथा झारखंड में बड़ी साजिश की जांच कर रही है। माना जा रहा है कि अब रिमांड मिलने के बाद सीबीआई की पूछताछ में इस मामले की कई परतें खुल सकती हैं।

Chhattisgarh

Jun 29 2024, 18:58

साय मंत्रिमंडल विस्तार में देरी पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा – विधानसभा में संसदीय कार्यमंत्री का होना जरूरी, दोनों मंत्री पद भरा जाए

रायपुर-  छत्तीसगढ़ के साय सरकार में दो मंत्रियों के पद खाली हैं. साय मंत्रिमंडल विस्तार में देरी पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा, विधानसभा का सत्र आहुत किया जा चुका है, लेकिन संसदीय कार्य मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं. ऐसे में संसदीय कार्यमंत्री का होना विधानसभा में आवश्यक हो जाता है. हालांकि मंत्रिमंडल गठन करने का अधिकार मुख्यमंत्री का होता है, लेकिन अभी तक फ़ैसला नहीं हो पाया है.

बघेल ने कहा, मंत्री के 2 पद रिक्त हैं. निश्चित रूप से फैसला करने में विलंब हो रहा है, जिसका नुकसान छत्तीसगढ़ सरकार को भी हो रहा है. शिक्षा सत्र भी चल रहा है. संसदीय कार्य मंत्री दोनों ही पद रिक्त हैं, इन्हें भरा जाना चाहिए.

आज टी-20 वर्ल्डकप का फाइनल मैच है. पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने टीम इंडिया को अपनी शुभकामनाएं दी है. आज के मैच के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मेरी और पूरे देशवासियों की शुभकामनाएं भारतीय टीम के साथ है. निश्चित ही भारत की टीम बेहतर प्रदर्शन करेगी और जीत हासिल करेगी.

‘राम मंदिर में रिसाव, भाजपा ने निर्माण में गुणवत्ता के साथ किया है खिलवाड़’

अयोध्या राम मंदिर में पानी के रिसाव पर भूपेश बघेल ने कहा, भारतीय जनता पार्टी ने मंदिर के निर्माण में गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ किया गया है. जिस तरह से जमीन खरीदी पर धांधली हुई थी. उसी प्रकार मंदिर पर भी अब धांधली नजर आ रही है. केवल मंदिर ही नहीं बल्कि बिहार में पुल और दिल्ली के एयरपोर्ट में हादसे ने बताया दिया कि भ्रष्टाचार किस स्तर पर हुआ है.

‘संसद में माइक बंद करना लोकतंत्र की हत्या’

संसद में राहुल गांधी का माइक बंद होने पर भूपेश बघेल ने कहा, राहुल जी NEET का मुद्दा जोर-शोर से उठा रहे हैं. 26 लाख छात्रों के भविष्य का सवाल है. जिस प्रकार से घोटाला हुआ है और इस मामले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में राहुल गांधी और खरगे जी उठा रहे हैं, लेकिन उनकी माइक बंद कर दी जा रही है. उन्हें अनसुना कर दिया गया, यह लोकतंत्र की हत्या है. निष्पक्षता दिखाई नहीं दे रही है. नेता प्रतिपक्ष के माइक को बंद किया जाएगा तो बाकी सदस्यों की क्या स्थिति होगी ?

తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Jun 29 2024, 18:50

NEET | నీట్‌ ఎత్తేయండి.. ప్రధాని మోదీ, 8 మంది సీఎంలకు స్టాలిన్‌ లేఖ

NEET | వైద్య విద్యా సంస్థల్లో ప్రవేశం కోసం జాతీయ స్థాయిలో నిర్వహించే ప్రవేశ పరీక్ష (నీట్‌) విధానాన్ని ఎత్తేయాలని తమిళనాడు సీఎం ఎంకే స్టాలిన్‌ డిమాండ్‌ చేశారు. ప్రధాని మోదీ, రాహుల్‌ గాంధీతోపాటు ఎనిమిది రాష్ట్రాల సీఎంలకు ఆయన లేఖలు రాశారు.

చెన్నై: వైద్య విద్యా సంస్థల్లో ప్రవేశం కోసం జాతీయ స్థాయిలో నిర్వహించే ప్రవేశ పరీక్ష (నీట్‌) విధానాన్ని ఎత్తేయాలని తమిళనాడు సీఎం ఎంకే స్టాలిన్‌ డిమాండ్‌ చేశారు. ప్రధాని మోదీ, రాహుల్‌ గాంధీతోపాటు ఎనిమిది రాష్ట్రాల సీఎంలకు ఆయన లేఖలు రాశారు. అలాగే నీట్‌ (NEET ) నుంచి తమిళనాడును మినహాయించాలని పునరుద్ఘాటించారు.

వృత్తిపరమైన కోర్సుల ఎంపిక ప్రక్రియ ప్రత్యేక ప్రవేశ పరీక్ష ద్వారా కాకుండా 12 వ తరగతి మార్కుల ద్వారా మాత్రమే ఉండాలని ప్రధాని మోదీకి రాసిన లేఖలో స్టాలిన్‌ పేర్కొన్నారు. నీట్‌ అనేది విద్యార్థులపై అనవసరమైన అదనపు ఒత్తిడి అని ఆరోపించారు.

కాగా, ఇటీవల నీట్ పరీక్షలో జరిగిన అవకతవకలు తమిళనాడు వ్యతిరేకతను సమర్థిస్తున్నదని స్టాలిన్‌ తెలిపారు. ‘ఈ ఎంపిక ప్రక్రియను తొలగించాల్సిన అవసరంపై ఇతర రాష్ట్రాలు కూడా తమ అభిప్రాయాలను వ్యక్తం చేస్తున్నాయి’ అని ప్రధానికి రాసిన లేఖలో ప్రస్తావించారు. నీట్ నుంచి తమిళనాడును మినహాయించాలని, 12వ తరగతి మార్కుల ఆధారంగా మెడికల్ అడ్మిషన్ల కోసం అసెంబ్లీలో ఏకగ్రీవంగా బిల్లును ఆమోదించినట్లు సీఎం స్టాలిన్‌ తెలిపారు. రాష్ట్రపతి ఆమోదం కోసం ఈ బిల్లును పంపామని, ఇది పెండింగ్‌లో ఉందన్నారు.

మరోవైపు నీట్‌ రద్దు కోసం అసెంబ్లీలలో ఇదే విధమైన తీర్మానాన్ని ఆమోదించడాన్ని పరిశీలించాలని ఎనిమిది రాష్ట్రాల సీఎంలకు స్టాలిన్‌ సూచించారు. ఢిల్లీ, హిమాచల్ ప్రదేశ్, పశ్చిమ బెంగాల్‌, జార్ఖండ్, పంజాబ్, తెలంగాణ, కర్ణాటక, కేరళ సీఎంలకు ఈ మేరకు లేఖలు పంపారు. అలాగే నీట్ మినహాయింపు కోసం తమిళనాడు చేస్తున్న డిమాండ్‌కు మద్దతు ఇవ్వాలని కోరుతూ లోక్‌సభలో ప్రతిపక్ష నేత రాహుల్ గాంధీకి కూడా స్టాలిన్‌ లేఖ రాశారు.

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Jun 29 2024, 13:08

NEET को लेकर राज्यसभा में भी हंगामा, उपराष्ट्रपति धनखड़ बोले- सरकार मामले की गहन जांच कर रही, टीएमसी सांसद को फटकारा

 राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने TMC सांसद सागरिका घोष, साकेत गोखले और डेरेन ओ ब्रायन को NEET परीक्षा व अन्य अनियमितताओं से जुड़े पेपर लीक के मुद्दे पर संसद में हंगामा करने के लिए फटकार लगाई। राज्यसभा में TMC का प्रतिनिधित्व करने वाले तीनों सांसद संसद में उस समय हंगामा कर रहे थे, जब उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी उच्च सदन को संबोधित कर रहे थे।

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने TMC सांसद सागरिका घोष पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या वह सदन में अव्यवस्था फैलाने आई हैं। उन्होंने सांसद साकेत गोखले पर भी निशाना साधते हुए उन्हें उपद्रवी बताया। सदन की कार्यवाही स्थगित करने से ठीक पहले धनखड़ ने कहा कि, "सागरिका घोष, क्या आपको इस उद्देश्य से सदन में आना पड़ा? साकेत, आप वास्तव में खुद के लिए उपद्रवी बन रहे हैं। और श्री डेरेक ओ ब्रायन, आप इस सब के निर्देशक बन रहे हैं।"

धनखड़ ने पहले कहा था कि उन्हें NEET परीक्षा और इसमें शामिल अनियमितताओं पर चर्चा की मांग करते हुए 22 नोटिस प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि, "सरकार मामले की गहन जांच करेगी और दोषियों को कड़ी सजा सुनिश्चित करेगी। सरकार परीक्षा से संबंधित निकायों में बड़े सुधार स्थापित करने और उनके कामकाज को बढ़ाने के लिए भी काम कर रही है, NTA का चीफ भी बदल दिया गया है, और उसमे सुधार के लिए समिति बनाई गई है, अब तक 26 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।" दोनों सदनों में विपक्ष का प्रदर्शन जारी रहा और प्रदर्शनकारी दलों ने नीट परीक्षा और पेपर लीक मामले पर चर्चा की मांग की। विपक्षी नेताओं ने संसद के ऊपरी सदन में नारेबाजी की, जिससे सभापति को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

बता दें कि, राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (स्नातक), या NEET-UG, 5 मई को NTA द्वारा आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने नामांकन कराया था। परिणाम 4 जून को घोषित किए गए, लेकिन उन्हें बिहार जैसे क्षेत्रों में प्रश्नपत्र लीक होने के संदेह के साथ-साथ अन्य अनियमितताओं का सामना करना पड़ा। शिक्षा मंत्रालय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (UGC-NET) और NEET (स्नातकोत्तर) परीक्षाओं को भी रद्द कर दिया, क्योंकि उन्हें रिपोर्ट मिली थी कि उनकी "अखंडता से समझौता किया गया हो सकता है।"

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Jun 29 2024, 13:06

'प्रधानमंत्री ऐसे काम कर रहे हैं जैसे..', 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के एक सप्ताह बाद पीएम मोदी पर सोनिया गांधी ने किया तीखा हमला

18वीं लोकसभा के पहले सत्र के एक सप्ताह बाद, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार (28 जून) को कहा कि “इस बात का जरा सा भी सबूत नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनादेश को समझा और लाखों मतदाताओं द्वारा उन्हें भेजे संदेश पर विचार किया है।” एक मीडिया संस्थान के लिए लेख लिखते हुए सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि "प्रधानमंत्री ऐसे काम कर रहे हैं जैसे कुछ बदला ही नहीं है। वे आम सहमति के मूल्य का उपदेश देते हैं, लेकिन टकराव को महत्व देना जारी रखते हैं।" संसद के संचालन के तरीके को लेकर उन्होंने कहा कि "दुखद रूप से 18वीं लोकसभा के पहले कुछ दिन उत्साहवर्धक नहीं रहे। आपसी सम्मान और सामंजस्य की नई भावना, सौहार्द की बात तो दूर, विकसित होने की कोई भी उम्मीद झूठी साबित हुई है।"

दरअसल, विपक्ष ने शुक्रवार को संसद में दोनों सदनों में NEET को लेकर हंगामा किया, जिसके बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्पीकर ओम बिरला से नीट पर चर्चा की मांग की थी, इस पर अध्यक्ष ने कहा था कि, आप राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में किसी भी विषय पर बोल सकते हैं, आपको अनुमति है। हालाँकि, इसके बाद भी हंगामा जारी रहा। राहुल गांधी ने स्पीकर से दो मिनट मांगे, जिस पर स्पीकर ने कहा कि, आप अपनी पार्टी का पूरा टाइम ले सकते हैं, आप संसदीय मर्यादाओं का पालन करते हुए पूरे डिटेल में बोलिए। दरअसल, परंपरा और संसदीय प्रक्रियाओं के मुताबिक, संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ सत्र शुरू होता है, जिसके बाद, लोकसभा और राज्यसभा राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए अलग-अलग धन्यवाद प्रस्ताव पारित करती हैं और फिर बाकी कार्यवाही आगे बढ़ती है। ओम बिरला यही कह रहे थे कि, धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान आप किसी भी मुद्दे पर बोल सकते हैं, लेकिन विपक्ष NEET को लेकर नारेबाजी करता रहा और आखिरकार सदन स्थगित हो गया। 

 इसी तरह की एक घटना के कारण संसद में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया था। दरअसल, गत वर्ष मानसून सत्र से ठीक पहले मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न करके पीटे जाने का वीभत्स वीडियो सामने आया था, हालाँकि वो वीडियो कुछ महीने पुराना था, किन्तु उस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने संसद में जमकर हंगामा किया था और कई दिनों तक सदन की कार्यवाही बाधित हुई थी, राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेता जेट बुक करके वहां गए भी थे। हालाँकि, परसों ही बंगाल में ठीक इसी तरह की घटना घटी है। बंगाल में एक मुस्लिम महिला रोशनआरा खातून को नग्न करके एक घंटे तक पीटा गया, बीच सड़क पर काफी दूर तक घसीटा गया, क्योंकि महिला ने भाजपा का समर्थन किया था। हालाँकि, इस मुद्दे पर किसी सांसद की नज़र नहीं गई। ये संसद में निष्पक्ष रूप से उठाए जाने वाले मुद्दों पर सवाल खड़े करता है? क्या सदन केवल हंगामा करके सरकार को घेरने के लिए है ? या लोगों की समस्या का चर्चा करके सार्थक समाधान निकालने के लिए ? बहरहाल, सोनिया गांधी ने अपने आर्टिकल में दावा किया है कि, INDIA ब्लॉक की पार्टियां टकराव वाला रवैया नहीं अपनाना चाहती हैं।  

उन्होंने लिखा कि, 'INDIA ब्लॉक की पार्टियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे टकराव वाला रवैया नहीं अपनाना चाहते हैं। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सहयोग की पेशकश की है। गठबंधन के घटक दलों के नेताओं ने स्पष्ट कर दिया है कि वे संसद में उत्पादक होने और इसकी कार्यवाही के संचालन में निष्पक्षता चाहते हैं।' सोनिया गांधी ने आगे कहा कि, "हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री और उनकी सरकार सकारात्मक प्रतिक्रिया देगी। शुरुआती सबूत अच्छे नहीं हैं, मगर हम विपक्ष में संसद में संतुलन और उत्पादकता बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन लाखों लोगों की आवाज़ सुनी जाए जिन्होंने हमें अपने प्रतिनिधियों के रूप में वहां भेजा है और उनकी चिंताओं को उठाया और संबोधित किया जाए। हम उम्मीद करते हैं कि सत्ता पक्ष आगे आएगा ताकि हम अपने लोकतांत्रिक कर्तव्यों को पूरा कर सकें।" 

अल्पसंख्यकों पर भी बोलीं

उन्होंने कहा कि, "भारत के अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा और धमकी का अभियान एक बार फिर तेज हो गया है। भाजपा शासित राज्यों में, बुलडोजर फिर से महज आरोपों के आधार पर अल्पसंख्यकों (मुस्लिमों) के घरों को ध्वस्त कर रहे हैं, उचित प्रक्रिया का उल्लंघन कर रहे हैं और सामूहिक दंड दे रहे हैं। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने चुनाव प्रचार के दौरान लोगों पर सांप्रदायिक गाली-गलौज और सरासर झूठ बोला, जिसे देखते हुए यह सब आश्चर्यजनक नहीं है। उन्होंने इस डर से भड़काऊ बयानबाजी की थी कि चुनाव उनके हाथ से निकल रहा है, जिससे उनके पद की गरिमा और मर्यादा का अनादर हुआ।"

India

Jun 29 2024, 12:59

NEET पेपर लीक में CBI का बड़ा एक्शन, प्रिंसिपल एहसानुल, VC इम्तियाज़ और पत्रकार जलालुद्दीन गिरफ्तार

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने हज़ारीबाग के ओएसिस (Oasis) स्कूल के प्रिंसिपल डॉ एहसानुल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज़ आलम के साथ 5 अन्य को NEET पेपर लीक मामले में औपचारिक रूप से गिरफ़्तार किया है। तीन दिन की लंबी पूछताछ के बाद ये गिरफ्तारियां की गईं हैं। इसके अलावा, जांच के तहत एक स्थानीय दैनिक के वरिष्ठ पत्रकार जलालुद्दीन से भी पूछताछ की गई, जिन्हे बाद में अरेस्ट कर लिया गया। रिपोर्ट के अनुसार, पत्रकार जलालुद्दीन पर प्रिंसिपल डॉ एहसानुल हक की मदद करने का आरोप है। प्रिंसिपल एहसानुल हक को गत वर्ष CBSE का कोरडीनशर भी बनाया गया था, माना जा रहा है कि, गिरफ्तार किए गए प्रिंसिपल ने CBSE एग्जाम में भी धांधली की हो सकती है।

 

हक से बुधवार को Oasis स्कूल में कई घंटों तक पूछताछ की गई। इसके बाद उसे आगे की पूछताछ के लिए हजारीबाग के एक गेस्ट हाउस में ले जाया गया। शुक्रवार की सुबह उसे दो घंटे के लिए उसके स्कूल के दफ़्तर में लाया गया। इसके बाद उसे 50 घंटे से ज़्यादा समय तक सीबीआई की हिरासत में रखने के बाद 7 अन्य लोगों के साथ गिरफ़्तार कर लिया गया। ये गिरफ्तारियां केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा NEET-UG परीक्षा पेपर लीक मामले में पटना से दो व्यक्तियों को हिरासत में लेने के एक दिन बाद हुईं, जो इस मामले में एजेंसी द्वारा की गई पहली गिरफ्तारी थी।

गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान मनीष प्रकाश और आशुतोष कुमार के रूप में हुई है। अधिकारियों के अनुसार, उन्होंने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों के लिए सुरक्षित स्थान उपलब्ध कराए, जहाँ लीक हुए पेपर और उत्तर कुंजियाँ वितरित की गईं। CBI ने नीट पेपर लीक मामले में छह FIR दर्ज की हैं। परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच केंद्रीय एजेंसी को सौंपने की मंत्रालय की घोषणा के बाद रविवार को पहली FIR दर्ज की गई। यह फैसला प्रदर्शनकारी छात्रों के एक समूह द्वारा CBI जांच की मांग के बाद आया है। CBI ने सोमवार को मामले को अपने हाथ में लेकर कथित परीक्षा अनियमितताओं की जांच शुरू करने के लिए बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के कार्यालय पहुंची। 

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित NEET-UG, भारत भर के सरकारी और निजी संस्थानों में MBBS, BDS, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक प्रवेश परीक्षा है। इस साल की परीक्षा 5 मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर हुई, जिसमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे, जिसमें 23 लाख से ज़्यादा उम्मीदवार शामिल हुए।

Hazaribagh

Jun 29 2024, 11:12

NEET पेपर लीक में स्कूल प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल पत्रकार गिरफ्तार


रिपोर्टर पिंटू कुमार

हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक पत्रकार जमालुद्दीन भी शामिल है। सीबीआई ने हजारीबाग में NEET परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच के दौरान सीबीआई ने ओएसएस स्कूल के प्रिंसिपल अहसान उल हक से पूछताछ की और स्कूल, उनके आवास, कूरियर सेवा और एसबीआई बैंक पर छापा मारा। 

संदिग्धों की सूची में एक ऑटो-रिक्शा चालक भी शामिल था। तीन दिन की गहन जांच के बाद, सीबीआई ने अहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा एक पत्रकार जमालुद्दीन को भी मामले में शामिल होने के संदेह में गिरफ्तार किया गया है।

सीबीआई जांच में यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पेपर लीक के असली सरग़ना कौन हैं। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई को यह संदेह है कि प्रश्न पत्र बैंक तक पहुंचने से पहले ही ओएसएस स्कूल में ले जाया गया था। जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि पेपर लीक की साजिश स्कूल से ही रची गई हो।  

सीबीआई अपनी अंतिम रिपोर्ट जारी करने के बाद मामले से जुड़े अधिक विवरणों का खुलासा करेगी।

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Jul 02 2024, 18:25

राहुल गांधी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, नीट पर बुधवार को संसद में चर्चा की मांग
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लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।  राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से पहले पीएम मोदी को पत्र लिखकर नीट पर बहस करने की मांग की है।राहुल गांधी ने अपने पत्र में लिखा है कि मेरा मानना है कि छात्रों के हित में नीट मुद्दे पर बहस का नेतृत्व करना उचित होगा।

राहुल गांधी ने पीएम मोदी को पत्र में लिखा है- “आशा है कि यह पत्र मिलने तक आप सकुशल होंगे। मैं NEET पर संसद में बहस का अनुरोध करने के लिए लिख रहा हूं। जैसा कि आप जानते हैं, 28 जून को संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर बहस के विपक्ष के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया था। विपक्ष ने इस मुद्दे पर दोबारा चर्चा कराने का अनुरोध किया था। माननीय लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्ष को आश्वासन दिया था कि वह इस मुद्दे पर सरकार से चर्चा करेंगे।”

राहुल गांधी ने पत्र में आगे लिखा- हमारी एकमात्र चिंता पूरे भारत में लगभग 24 लाख नीट उम्मीदवारों का कल्याण है। लाखों परिवारों ने अपने बच्चों का भरण-पोषण करने के लिए व्यक्तिगत बलिदान दिया। कई लोगों के लिए, नीट का पेपर लीक जीवन भर के सपने के साथ विश्वासघात है। आज ये छात्र और उनके परिजन हमसे, अपने जन प्रतिनिधियों से इस मुद्दे के समाधान के लिए साहसिक और निर्णायक कदम उठाने की उम्मीद कर रहे हैं। नीट परीक्षा तत्काल ध्यान देने योग्य है क्योंकि इसने हमारी उच्च शिक्षा प्रणाली में गहरी साजिश को उजागर किया है।पिछले सात वर्षों में 70 से अधिक पेपर लीक हुए हैं, जिससे 2 करोड़ से अधिक छात्र प्रभावित हुए हैं।

विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने एक्स पोस्ट में चिट्ठी शेयर करते हुए कहा, मैं कल (बुधवार को) संसद में नीट पर बहस का अनुरोध करने के लिए लिख रहा हूं।मेरा मानना है कि यह उचित होगा कि आप इस बहस का नेतृत्व करें।

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Jul 02 2024, 14:14

NEET पर प्रधानमंत्री मोदी पर चुप्पी बरतने का आरोप लगाते हुए भड़कीं सोनिया गांधी, कहा, ध्यान ना भटकाएं

चुनाव के बाद संसद के पहले सत्र में डिप्टी स्पीकर के पद और NEET मुद्दे पर सरकार और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक जारी है। इस बीच कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर इन मुद्दों को लेकर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम सहमति के मूल्य का उपदेश देते हैं, जबकि वे टकराव को बढ़ावा देते हैं। द हिंदू में एक संपादकीय में सोनिया गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अभी तक लोकसभा चुनाव के नतीजों को स्वीकार नहीं कर पाए हैं, जिसमें एनडीए मुश्किल से सरकार बना पाई है। सोनिया गांधी ने कहा, "प्रधानमंत्री ऐसे काम कर रहे हैं, जैसे कुछ बदला ही न हो। वे आम सहमति के मूल्य का उपदेश देते हैं, लेकिन टकराव को महत्व देते हैं।"

एक बार फिर कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष बनाईं गई सोनिया गांधी ने कहा कि परंपरा के अनुसार लोकसभा में उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा, "यह पूरी तरह से उचित अनुरोध था लेकिन सरकार ने इस मांग को खारिज कर दिया है। 17वीं लोकसभा में भी उपाध्यक्ष के संवैधानिक पद को नहीं भरा गया था।" एनडीए सरकार के पहले कार्यकाल में एआईएडीएमके के एम थम्बी दुरई, जो उस समय भाजपा की सहयोगी थी, उपाध्यक्ष थे, लेकिन 2019-24 के बीच यह पद खाली था। भाजपा द्वारा आपातकाल का मुद्दा उठाकर कांग्रेस पर हमला करने का जवाब देते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि संविधान पर हमले से ध्यान हटाने के लिए प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे को उठाया है। गांधी ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि स्पीकर ने भी इस मुद्दे को उठाया जबकी उनसे निष्पक्षता की उम्मीद रखी जाती है। 

नीट पेपर लीक पर नीट पेपर लीक मामले पर चुप रहने के लिए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि इस घोटाले ने हमारे लाखों युवाओं के जीवन को अस्त व्यस्त का दिया है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री जो अपनी 'परीक्षा पे चर्चा' करते हैं, वे लीक पर पूरी तरह से चुप हैं, जिसने देश भर में इतने सारे परिवारों को तबाह कर दिया है।"

पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने मई 2023 में राज्य में संघर्ष शुरू होने के बाद से संघर्षग्रस्त मणिपुर का दौरा न करने के लिए प्रधानमंत्री पर भी हमला किया। कुकी और मैतेई समुदायों के बीच संघर्ष के कारण सैकड़ों लोग मारे गए हैं और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। सोनिया गांधी ने लिखा, "इस सबसे संवेदनशील राज्य में सामाजिक सद्भाव बिखर गया है। फिर भी, प्रधानमंत्री को न तो राज्य का दौरा करने और न ही यहां के नेताओं से मिलने का समय मिला है और न ही इच्छा।"

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Jul 01 2024, 10:20

नीट-यूजी के री-एग्जाम का रिजल्ट जारी, 813 ने दिया था दोबारा पेपर

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नीट यूजी री-एग्जाम का रिजल्ट जारी हो गया है। पेपर लीक को लेकर हुए हंगामे के बाद 23 जून को हुए नीट-यूजी का री-एग्जाम कराया गया था। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने आज नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट, अंडरग्रेजुएट (NEET UG) 2024 रीटेस्ट का रिजल्ट घोषित कर दिया है। बता दें कि पेपर लीक और अनियमितताओं के कारण नीट-यूजी 2024 जांच के दायरे में है।

बता दें इस परीक्षा को 1563 अभ्यर्थियों के लिए 23 जून को आयोजित किया गया था। इस परीक्षा में केवल 813 कैंडिडेट्स ने ही भाग लिया था। जिनका परिणाम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने आज जारी कर दिया है। छात्रों को एनटीए नीट स्कोर कार्ड 2024 डाउनलोड करने के लिए अपने लॉगिन क्रेडेंशियल जैसे आवेदन संख्या और जन्म तिथि की आवश्यकता होगी।

छात्रों को ‘समय की हानि’ के कारण नीट-यूजी परीक्षा में ग्रेस मार्क्स दिए गए थे, जिस पर सवाल खड़े हो गए और बाद में मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जहां उसने ग्रेस मार्क्स के मामले को रद्द करते हुए इन छात्रों की दोबारा परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया था

बता दें कि इस वर्ष नीट यूजी परीक्षा का आयोजन 5 मई को समूचे देश में किया गया था। करीब 24 लाख कैंडिडेट्स इस परीक्षा में शामिल हुए थे। करीब 7 केंद्रों पर टाइम लॉस होने की वजह से 1563 बच्चों को ग्रेस मार्क्स दिए गए, जिससे बाद में कई समस्याएं खड़ी हो गईं और एक ही सेंटर के बहुत सारे टॉपर्स के अलावा कई स्टूडेंट्स ने टॉप किया। विवाद बढ़ने और अदालत तक पहुंचने पर यह तय किया गया कि इन 1563 बच्चों के लिए फिर से एग्जाम कराया जाएगा।

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Jun 29 2024, 19:52

कोर्ट ने NEET मामले में गिरफ्तार गोधरा के 4 आरोपियों को CBI कस्टडी में भेजा, खुलेंगे कई बड़े राज!

डेस्क: गुजरात के गोधरा में 5 मई को NEET-UG परीक्षा में अनियमितताओं में कथित रूप से शामिल रहने के मामले में कोर्ट ने शनिवार को आरोपियों को 4 दिनों की CBI हिरासत में भेज दिया। बता दें कि सीबीआई ने पंचमहल जिले के गोधरा में हुई अनियमितताओं में कथित रूप से शामिल रहने के मामले में गुजरात पुलिस द्वारा गिरफ्तार 5 लोगों में से 4 लोगों की रिमांड की अपील की थी जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया। माना जा रहा है कि आरोपियों तुषार भट्ट, विभोर आनंद, आरिफ वोरा और पुरूषोत्तम शर्मा से पूछताछ में बड़े खुलासे हो सकते हैं।

CBI ने मांगी थी 5 में से 4 आरोपियों की रिमांड

इससे पहले CBI के वकील ध्रुव मलिक ने जिला अदालत को सूचित किया था कि गुजरात पुलिस ने पहले जांच की है, लेकिन एजेंसी को इन आरोपियों को हिरासत में लेने की जरूरत है क्योंकि वह नये सिरे से जांच कर रही है। गुजरात पुलिस ने 8 मई और उसके बाद वाले सप्ताह में जिन 5 लोगों को गिरफ्तार किया था, उनमें से स्कूल शिक्षक तुषार भट्ट, जय जालाराम स्कूल के प्राचार्य पुरुषोत्तम शर्मा तथा बिचौलियों विभोर आनंद और आरिफ वोहरा की रिमांड की CBI मांग कर रही थी। CBI ने शिक्षा सलाहकार परशुराम रॉय की रिमांड की मांग नहीं की। सभी पांचों लोग गोधरा उपजेल में बंद थे।

जज ने रिमांड आवेदन पर जताई थी आशंका

बता दें कि पंचमहल के प्रधान जिला न्यायाधीश सीके चौहान ने CBI की रिमांड आवेदन पर आशंका व्यक्त करते हुए कहा था कि पुलिस या जांच एजेंसियां गिरफ्तारी के बाद शुरुआती 15 दिनों से अधिक किसी आरोपी की हिरासत की मांग नहीं कर सकतीं। उन्होंने CBI बनाम अनुपम कुलकर्णी मामले में सुप्रीम कोर्ट के 1992 के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि गिरफ्तारी के 15 दिन बीत जाने के बाद नई रिमांड तभी दी जा सकती है, जब आरोपी उस अवधि के दौरान अस्पताल में भर्ती था या उसने शुरुआती रिमांड के दौरान सहयोग नहीं किया।

CBI के वकील ने दी थी जोरदार दलील

हालांकि CBI के वकील मलिक ने दलील दी थी कि यदि जज को उचित लगे तो गिरफ्तारी के पहले 15 दिन से अधिक रिमांड दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 167 के तहत दी जा सकती है। मलिक ने अदालत को सूचित किया था कि सीबीआई गुजरात, राजस्थान, बिहार, दिल्ली तथा झारखंड में बड़ी साजिश की जांच कर रही है। माना जा रहा है कि अब रिमांड मिलने के बाद सीबीआई की पूछताछ में इस मामले की कई परतें खुल सकती हैं।

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Jun 29 2024, 18:58

साय मंत्रिमंडल विस्तार में देरी पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा – विधानसभा में संसदीय कार्यमंत्री का होना जरूरी, दोनों मंत्री पद भरा जाए

रायपुर-  छत्तीसगढ़ के साय सरकार में दो मंत्रियों के पद खाली हैं. साय मंत्रिमंडल विस्तार में देरी पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा, विधानसभा का सत्र आहुत किया जा चुका है, लेकिन संसदीय कार्य मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं. ऐसे में संसदीय कार्यमंत्री का होना विधानसभा में आवश्यक हो जाता है. हालांकि मंत्रिमंडल गठन करने का अधिकार मुख्यमंत्री का होता है, लेकिन अभी तक फ़ैसला नहीं हो पाया है.

बघेल ने कहा, मंत्री के 2 पद रिक्त हैं. निश्चित रूप से फैसला करने में विलंब हो रहा है, जिसका नुकसान छत्तीसगढ़ सरकार को भी हो रहा है. शिक्षा सत्र भी चल रहा है. संसदीय कार्य मंत्री दोनों ही पद रिक्त हैं, इन्हें भरा जाना चाहिए.

आज टी-20 वर्ल्डकप का फाइनल मैच है. पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने टीम इंडिया को अपनी शुभकामनाएं दी है. आज के मैच के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मेरी और पूरे देशवासियों की शुभकामनाएं भारतीय टीम के साथ है. निश्चित ही भारत की टीम बेहतर प्रदर्शन करेगी और जीत हासिल करेगी.

‘राम मंदिर में रिसाव, भाजपा ने निर्माण में गुणवत्ता के साथ किया है खिलवाड़’

अयोध्या राम मंदिर में पानी के रिसाव पर भूपेश बघेल ने कहा, भारतीय जनता पार्टी ने मंदिर के निर्माण में गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ किया गया है. जिस तरह से जमीन खरीदी पर धांधली हुई थी. उसी प्रकार मंदिर पर भी अब धांधली नजर आ रही है. केवल मंदिर ही नहीं बल्कि बिहार में पुल और दिल्ली के एयरपोर्ट में हादसे ने बताया दिया कि भ्रष्टाचार किस स्तर पर हुआ है.

‘संसद में माइक बंद करना लोकतंत्र की हत्या’

संसद में राहुल गांधी का माइक बंद होने पर भूपेश बघेल ने कहा, राहुल जी NEET का मुद्दा जोर-शोर से उठा रहे हैं. 26 लाख छात्रों के भविष्य का सवाल है. जिस प्रकार से घोटाला हुआ है और इस मामले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में राहुल गांधी और खरगे जी उठा रहे हैं, लेकिन उनकी माइक बंद कर दी जा रही है. उन्हें अनसुना कर दिया गया, यह लोकतंत्र की हत्या है. निष्पक्षता दिखाई नहीं दे रही है. नेता प्रतिपक्ष के माइक को बंद किया जाएगा तो बाकी सदस्यों की क्या स्थिति होगी ?

తప్పు చేస్తే దొరకక తప్పదు

Jun 29 2024, 18:50

NEET | నీట్‌ ఎత్తేయండి.. ప్రధాని మోదీ, 8 మంది సీఎంలకు స్టాలిన్‌ లేఖ

NEET | వైద్య విద్యా సంస్థల్లో ప్రవేశం కోసం జాతీయ స్థాయిలో నిర్వహించే ప్రవేశ పరీక్ష (నీట్‌) విధానాన్ని ఎత్తేయాలని తమిళనాడు సీఎం ఎంకే స్టాలిన్‌ డిమాండ్‌ చేశారు. ప్రధాని మోదీ, రాహుల్‌ గాంధీతోపాటు ఎనిమిది రాష్ట్రాల సీఎంలకు ఆయన లేఖలు రాశారు.

చెన్నై: వైద్య విద్యా సంస్థల్లో ప్రవేశం కోసం జాతీయ స్థాయిలో నిర్వహించే ప్రవేశ పరీక్ష (నీట్‌) విధానాన్ని ఎత్తేయాలని తమిళనాడు సీఎం ఎంకే స్టాలిన్‌ డిమాండ్‌ చేశారు. ప్రధాని మోదీ, రాహుల్‌ గాంధీతోపాటు ఎనిమిది రాష్ట్రాల సీఎంలకు ఆయన లేఖలు రాశారు. అలాగే నీట్‌ (NEET ) నుంచి తమిళనాడును మినహాయించాలని పునరుద్ఘాటించారు.

వృత్తిపరమైన కోర్సుల ఎంపిక ప్రక్రియ ప్రత్యేక ప్రవేశ పరీక్ష ద్వారా కాకుండా 12 వ తరగతి మార్కుల ద్వారా మాత్రమే ఉండాలని ప్రధాని మోదీకి రాసిన లేఖలో స్టాలిన్‌ పేర్కొన్నారు. నీట్‌ అనేది విద్యార్థులపై అనవసరమైన అదనపు ఒత్తిడి అని ఆరోపించారు.

కాగా, ఇటీవల నీట్ పరీక్షలో జరిగిన అవకతవకలు తమిళనాడు వ్యతిరేకతను సమర్థిస్తున్నదని స్టాలిన్‌ తెలిపారు. ‘ఈ ఎంపిక ప్రక్రియను తొలగించాల్సిన అవసరంపై ఇతర రాష్ట్రాలు కూడా తమ అభిప్రాయాలను వ్యక్తం చేస్తున్నాయి’ అని ప్రధానికి రాసిన లేఖలో ప్రస్తావించారు. నీట్ నుంచి తమిళనాడును మినహాయించాలని, 12వ తరగతి మార్కుల ఆధారంగా మెడికల్ అడ్మిషన్ల కోసం అసెంబ్లీలో ఏకగ్రీవంగా బిల్లును ఆమోదించినట్లు సీఎం స్టాలిన్‌ తెలిపారు. రాష్ట్రపతి ఆమోదం కోసం ఈ బిల్లును పంపామని, ఇది పెండింగ్‌లో ఉందన్నారు.

మరోవైపు నీట్‌ రద్దు కోసం అసెంబ్లీలలో ఇదే విధమైన తీర్మానాన్ని ఆమోదించడాన్ని పరిశీలించాలని ఎనిమిది రాష్ట్రాల సీఎంలకు స్టాలిన్‌ సూచించారు. ఢిల్లీ, హిమాచల్ ప్రదేశ్, పశ్చిమ బెంగాల్‌, జార్ఖండ్, పంజాబ్, తెలంగాణ, కర్ణాటక, కేరళ సీఎంలకు ఈ మేరకు లేఖలు పంపారు. అలాగే నీట్ మినహాయింపు కోసం తమిళనాడు చేస్తున్న డిమాండ్‌కు మద్దతు ఇవ్వాలని కోరుతూ లోక్‌సభలో ప్రతిపక్ష నేత రాహుల్ గాంధీకి కూడా స్టాలిన్‌ లేఖ రాశారు.

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Jun 29 2024, 13:08

NEET को लेकर राज्यसभा में भी हंगामा, उपराष्ट्रपति धनखड़ बोले- सरकार मामले की गहन जांच कर रही, टीएमसी सांसद को फटकारा

 राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने TMC सांसद सागरिका घोष, साकेत गोखले और डेरेन ओ ब्रायन को NEET परीक्षा व अन्य अनियमितताओं से जुड़े पेपर लीक के मुद्दे पर संसद में हंगामा करने के लिए फटकार लगाई। राज्यसभा में TMC का प्रतिनिधित्व करने वाले तीनों सांसद संसद में उस समय हंगामा कर रहे थे, जब उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी उच्च सदन को संबोधित कर रहे थे।

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने TMC सांसद सागरिका घोष पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या वह सदन में अव्यवस्था फैलाने आई हैं। उन्होंने सांसद साकेत गोखले पर भी निशाना साधते हुए उन्हें उपद्रवी बताया। सदन की कार्यवाही स्थगित करने से ठीक पहले धनखड़ ने कहा कि, "सागरिका घोष, क्या आपको इस उद्देश्य से सदन में आना पड़ा? साकेत, आप वास्तव में खुद के लिए उपद्रवी बन रहे हैं। और श्री डेरेक ओ ब्रायन, आप इस सब के निर्देशक बन रहे हैं।"

धनखड़ ने पहले कहा था कि उन्हें NEET परीक्षा और इसमें शामिल अनियमितताओं पर चर्चा की मांग करते हुए 22 नोटिस प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि, "सरकार मामले की गहन जांच करेगी और दोषियों को कड़ी सजा सुनिश्चित करेगी। सरकार परीक्षा से संबंधित निकायों में बड़े सुधार स्थापित करने और उनके कामकाज को बढ़ाने के लिए भी काम कर रही है, NTA का चीफ भी बदल दिया गया है, और उसमे सुधार के लिए समिति बनाई गई है, अब तक 26 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।" दोनों सदनों में विपक्ष का प्रदर्शन जारी रहा और प्रदर्शनकारी दलों ने नीट परीक्षा और पेपर लीक मामले पर चर्चा की मांग की। विपक्षी नेताओं ने संसद के ऊपरी सदन में नारेबाजी की, जिससे सभापति को सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

बता दें कि, राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (स्नातक), या NEET-UG, 5 मई को NTA द्वारा आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने नामांकन कराया था। परिणाम 4 जून को घोषित किए गए, लेकिन उन्हें बिहार जैसे क्षेत्रों में प्रश्नपत्र लीक होने के संदेह के साथ-साथ अन्य अनियमितताओं का सामना करना पड़ा। शिक्षा मंत्रालय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (UGC-NET) और NEET (स्नातकोत्तर) परीक्षाओं को भी रद्द कर दिया, क्योंकि उन्हें रिपोर्ट मिली थी कि उनकी "अखंडता से समझौता किया गया हो सकता है।"

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Jun 29 2024, 13:06

'प्रधानमंत्री ऐसे काम कर रहे हैं जैसे..', 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के एक सप्ताह बाद पीएम मोदी पर सोनिया गांधी ने किया तीखा हमला

18वीं लोकसभा के पहले सत्र के एक सप्ताह बाद, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार (28 जून) को कहा कि “इस बात का जरा सा भी सबूत नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनादेश को समझा और लाखों मतदाताओं द्वारा उन्हें भेजे संदेश पर विचार किया है।” एक मीडिया संस्थान के लिए लेख लिखते हुए सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि "प्रधानमंत्री ऐसे काम कर रहे हैं जैसे कुछ बदला ही नहीं है। वे आम सहमति के मूल्य का उपदेश देते हैं, लेकिन टकराव को महत्व देना जारी रखते हैं।" संसद के संचालन के तरीके को लेकर उन्होंने कहा कि "दुखद रूप से 18वीं लोकसभा के पहले कुछ दिन उत्साहवर्धक नहीं रहे। आपसी सम्मान और सामंजस्य की नई भावना, सौहार्द की बात तो दूर, विकसित होने की कोई भी उम्मीद झूठी साबित हुई है।"

दरअसल, विपक्ष ने शुक्रवार को संसद में दोनों सदनों में NEET को लेकर हंगामा किया, जिसके बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्पीकर ओम बिरला से नीट पर चर्चा की मांग की थी, इस पर अध्यक्ष ने कहा था कि, आप राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में किसी भी विषय पर बोल सकते हैं, आपको अनुमति है। हालाँकि, इसके बाद भी हंगामा जारी रहा। राहुल गांधी ने स्पीकर से दो मिनट मांगे, जिस पर स्पीकर ने कहा कि, आप अपनी पार्टी का पूरा टाइम ले सकते हैं, आप संसदीय मर्यादाओं का पालन करते हुए पूरे डिटेल में बोलिए। दरअसल, परंपरा और संसदीय प्रक्रियाओं के मुताबिक, संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ सत्र शुरू होता है, जिसके बाद, लोकसभा और राज्यसभा राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए अलग-अलग धन्यवाद प्रस्ताव पारित करती हैं और फिर बाकी कार्यवाही आगे बढ़ती है। ओम बिरला यही कह रहे थे कि, धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान आप किसी भी मुद्दे पर बोल सकते हैं, लेकिन विपक्ष NEET को लेकर नारेबाजी करता रहा और आखिरकार सदन स्थगित हो गया। 

 इसी तरह की एक घटना के कारण संसद में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया था। दरअसल, गत वर्ष मानसून सत्र से ठीक पहले मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न करके पीटे जाने का वीभत्स वीडियो सामने आया था, हालाँकि वो वीडियो कुछ महीने पुराना था, किन्तु उस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने संसद में जमकर हंगामा किया था और कई दिनों तक सदन की कार्यवाही बाधित हुई थी, राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेता जेट बुक करके वहां गए भी थे। हालाँकि, परसों ही बंगाल में ठीक इसी तरह की घटना घटी है। बंगाल में एक मुस्लिम महिला रोशनआरा खातून को नग्न करके एक घंटे तक पीटा गया, बीच सड़क पर काफी दूर तक घसीटा गया, क्योंकि महिला ने भाजपा का समर्थन किया था। हालाँकि, इस मुद्दे पर किसी सांसद की नज़र नहीं गई। ये संसद में निष्पक्ष रूप से उठाए जाने वाले मुद्दों पर सवाल खड़े करता है? क्या सदन केवल हंगामा करके सरकार को घेरने के लिए है ? या लोगों की समस्या का चर्चा करके सार्थक समाधान निकालने के लिए ? बहरहाल, सोनिया गांधी ने अपने आर्टिकल में दावा किया है कि, INDIA ब्लॉक की पार्टियां टकराव वाला रवैया नहीं अपनाना चाहती हैं।  

उन्होंने लिखा कि, 'INDIA ब्लॉक की पार्टियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे टकराव वाला रवैया नहीं अपनाना चाहते हैं। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सहयोग की पेशकश की है। गठबंधन के घटक दलों के नेताओं ने स्पष्ट कर दिया है कि वे संसद में उत्पादक होने और इसकी कार्यवाही के संचालन में निष्पक्षता चाहते हैं।' सोनिया गांधी ने आगे कहा कि, "हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री और उनकी सरकार सकारात्मक प्रतिक्रिया देगी। शुरुआती सबूत अच्छे नहीं हैं, मगर हम विपक्ष में संसद में संतुलन और उत्पादकता बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन लाखों लोगों की आवाज़ सुनी जाए जिन्होंने हमें अपने प्रतिनिधियों के रूप में वहां भेजा है और उनकी चिंताओं को उठाया और संबोधित किया जाए। हम उम्मीद करते हैं कि सत्ता पक्ष आगे आएगा ताकि हम अपने लोकतांत्रिक कर्तव्यों को पूरा कर सकें।" 

अल्पसंख्यकों पर भी बोलीं

उन्होंने कहा कि, "भारत के अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा और धमकी का अभियान एक बार फिर तेज हो गया है। भाजपा शासित राज्यों में, बुलडोजर फिर से महज आरोपों के आधार पर अल्पसंख्यकों (मुस्लिमों) के घरों को ध्वस्त कर रहे हैं, उचित प्रक्रिया का उल्लंघन कर रहे हैं और सामूहिक दंड दे रहे हैं। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने चुनाव प्रचार के दौरान लोगों पर सांप्रदायिक गाली-गलौज और सरासर झूठ बोला, जिसे देखते हुए यह सब आश्चर्यजनक नहीं है। उन्होंने इस डर से भड़काऊ बयानबाजी की थी कि चुनाव उनके हाथ से निकल रहा है, जिससे उनके पद की गरिमा और मर्यादा का अनादर हुआ।"

India

Jun 29 2024, 12:59

NEET पेपर लीक में CBI का बड़ा एक्शन, प्रिंसिपल एहसानुल, VC इम्तियाज़ और पत्रकार जलालुद्दीन गिरफ्तार

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने हज़ारीबाग के ओएसिस (Oasis) स्कूल के प्रिंसिपल डॉ एहसानुल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज़ आलम के साथ 5 अन्य को NEET पेपर लीक मामले में औपचारिक रूप से गिरफ़्तार किया है। तीन दिन की लंबी पूछताछ के बाद ये गिरफ्तारियां की गईं हैं। इसके अलावा, जांच के तहत एक स्थानीय दैनिक के वरिष्ठ पत्रकार जलालुद्दीन से भी पूछताछ की गई, जिन्हे बाद में अरेस्ट कर लिया गया। रिपोर्ट के अनुसार, पत्रकार जलालुद्दीन पर प्रिंसिपल डॉ एहसानुल हक की मदद करने का आरोप है। प्रिंसिपल एहसानुल हक को गत वर्ष CBSE का कोरडीनशर भी बनाया गया था, माना जा रहा है कि, गिरफ्तार किए गए प्रिंसिपल ने CBSE एग्जाम में भी धांधली की हो सकती है।

 

हक से बुधवार को Oasis स्कूल में कई घंटों तक पूछताछ की गई। इसके बाद उसे आगे की पूछताछ के लिए हजारीबाग के एक गेस्ट हाउस में ले जाया गया। शुक्रवार की सुबह उसे दो घंटे के लिए उसके स्कूल के दफ़्तर में लाया गया। इसके बाद उसे 50 घंटे से ज़्यादा समय तक सीबीआई की हिरासत में रखने के बाद 7 अन्य लोगों के साथ गिरफ़्तार कर लिया गया। ये गिरफ्तारियां केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा NEET-UG परीक्षा पेपर लीक मामले में पटना से दो व्यक्तियों को हिरासत में लेने के एक दिन बाद हुईं, जो इस मामले में एजेंसी द्वारा की गई पहली गिरफ्तारी थी।

गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान मनीष प्रकाश और आशुतोष कुमार के रूप में हुई है। अधिकारियों के अनुसार, उन्होंने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों के लिए सुरक्षित स्थान उपलब्ध कराए, जहाँ लीक हुए पेपर और उत्तर कुंजियाँ वितरित की गईं। CBI ने नीट पेपर लीक मामले में छह FIR दर्ज की हैं। परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच केंद्रीय एजेंसी को सौंपने की मंत्रालय की घोषणा के बाद रविवार को पहली FIR दर्ज की गई। यह फैसला प्रदर्शनकारी छात्रों के एक समूह द्वारा CBI जांच की मांग के बाद आया है। CBI ने सोमवार को मामले को अपने हाथ में लेकर कथित परीक्षा अनियमितताओं की जांच शुरू करने के लिए बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के कार्यालय पहुंची। 

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित NEET-UG, भारत भर के सरकारी और निजी संस्थानों में MBBS, BDS, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक प्रवेश परीक्षा है। इस साल की परीक्षा 5 मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर हुई, जिसमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे, जिसमें 23 लाख से ज़्यादा उम्मीदवार शामिल हुए।

Hazaribagh

Jun 29 2024, 11:12

NEET पेपर लीक में स्कूल प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल पत्रकार गिरफ्तार


रिपोर्टर पिंटू कुमार

हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक पत्रकार जमालुद्दीन भी शामिल है। सीबीआई ने हजारीबाग में NEET परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच के दौरान सीबीआई ने ओएसएस स्कूल के प्रिंसिपल अहसान उल हक से पूछताछ की और स्कूल, उनके आवास, कूरियर सेवा और एसबीआई बैंक पर छापा मारा। 

संदिग्धों की सूची में एक ऑटो-रिक्शा चालक भी शामिल था। तीन दिन की गहन जांच के बाद, सीबीआई ने अहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा एक पत्रकार जमालुद्दीन को भी मामले में शामिल होने के संदेह में गिरफ्तार किया गया है।

सीबीआई जांच में यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पेपर लीक के असली सरग़ना कौन हैं। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई को यह संदेह है कि प्रश्न पत्र बैंक तक पहुंचने से पहले ही ओएसएस स्कूल में ले जाया गया था। जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि पेपर लीक की साजिश स्कूल से ही रची गई हो।  

सीबीआई अपनी अंतिम रिपोर्ट जारी करने के बाद मामले से जुड़े अधिक विवरणों का खुलासा करेगी।