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May 16 2024, 16:53

केजरीवाल पर दिए बयान को लेकर अमित शाह पर भड़के कपिल सिब्बल, बोले-उनको कानून की जानकारी नहीं

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अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दिए एक बयान को लेकर वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। शाह ने केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर एक टिप्पणी की थी जिसे सिब्बल ने आपत्तिजनक बताया। बता दें कि15 मई को अमित शाह ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि उनका मानना है कि यह कोई रूटीन जजमेंट नहीं है. इस देश में बहुत से लोग मानते हैं कि स्पेशल ट्रीटमेंट दिया गया है।

कपिल सिब्बल ने अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को 'विशेष छूट' करार दिए जाने पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह की कानूनी समझ पर सवाल उठाया है। राज्यसभा सांसद और जानेमाने वकील सिब्बल ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा कि अगर गृह मंत्री को कानून के बारे में जानकारी होती तो वो ऐसी टिप्पणी नहीं करते। सिब्बल ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, 'अमित शाह ने बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है और सुप्रीम कोर्ट की मंशा पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि कई लोग कहते हैं कि अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत सुप्रीम कोर्ट की तरफ से दी गई विशेष छूट है। उन्होंने बेहद चतुराई से कहा, 'लोग कहते हैं।' आपने यह बयान इसलिए दिया क्योंकि आप उन लोगों पर विश्वास करते हैं। 'लोग कहते हैं' के पीछे मत छिपिए। गृह मंत्री को कानून के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, इसलिए ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी।'

सिब्बल ने कहा, 'आज मैं उन्हें समझाऊंगा कि अगर किसी को 2-3 साल से ज्यादा की सजा हो जाती है और अगर उसकी सजा पर रोक लग जाती है, तो वह नामांकन दाखिल कर सकता है और चुनाव लड़ सकता है। अगर किसी पर चार्जशीट दाखिल की जा रही है, तो वह प्रचार भी कर सकता है और नामांकन भी दाखिल कर सकता है। जैसे बृजभूषण के खिलाफ चार्जशीट दाखिल है तो वो अपने बेटे के लिए प्रचार क्यों कर रहे हैं? जिस पर आरोप लगे हैं, वह प्रचार क्यों नहीं कर सकता, क्यों? मेरा मानना है कि गृह मंत्री को कानून की इतनी जानकारी नहीं है। अगर उन्हें इस बारे में पता होता तो वह इस तरह के बयान नहीं देते।

इसके साथ ही कपिल सिब्बल ने अमित शाह के पीओके पर कब्जा करने के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि अमित शाह ने कहा कि 400 सीट आने पर पीओके पर कब्जा कर लेंगे, क्या 400 सीट नहीं आई तो पीओके नही लेंगे? हम चाहते हैं कि पीओके जरूर लें। अमित शाह ने इंटरव्यू में कहा था कि पीओके भारत का हिस्सा है और इस पर हमारा अधिकार है, 130 करोड़ की आबादी वाला देश क्या किसी से डरकर अपने अधिकार जाने देगा. सिब्बल ने कहा कि चीन ने 4000 किलोमीटर लिया है पहले उस पर भी लाल आंख दिखाइए, उनके पैरों से जमीन खिसक गई है, 400 क्या 200 भी पार करना मुश्किल है।

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Apr 22 2024, 11:22

पीएम मोदी के बयान से बौखलाए कपिल सिब्बल, बोले-ऐसा तो RSS ने भी नहीं सिखाया होगा, देश से मांगें माफी

#rajyasabhampkapilsibalattackpmnarendramodi

लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी गलियारों में पारा हाई है। वहीं, नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर भी चरम पर है। चुनाव मैदान में सियासी बयानबाजी के इस दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से बवाल मचा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राजस्थान में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वह लोगों की संपत्ति को घुसपैठियों और उन लोगों को बांट सकती है, जिनके अधिक बच्चे हैं। पीएम मोदी के इस बयान से घमासान मचा हुआ है। पीएम मोदी की टिप्पणी को लेकर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने हमला बोला है। कांग्रेस के पूर्व नेता सिब्बल ने कहा है कि पीएम मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए।

पीएम मोदी के संपत्ति बांटने वाले बयान पर कपिल सिब्बल ने कहा, कल की बात, जब प्रधानमंत्री ने ऐसा भाषण दिया, जिसे सुनकर ऐसा लगता है कि पहले चरण में हुए मतदान के नतीजे उनके पक्ष में नहीं आ रहे हैं। उस भाषण के बाद मैं समझता हूं कि इस देश के करोड़ों लोग निराश होंगे। वे इसलिए निराश होंगे, क्योंकि 1950 के बाद शायद ही किसी प्रधानमंत्री ने ऐसा बयान दिया होगा। जो दर्शाता है कि यहां रहने वाले अल्पसंख्यक घुसपैठिए हैं। 

यह किस किस्म की राजनीति-सिब्बल

कपिल सिब्बल ने कहा कि प्रधानमंत्री के परिवार ने भी उनको ऐसी संस्कृति नहीं दी होगी। नफरत के घोड़े का दूल्हा बनकर आप कभी हिंदुस्तान को बरकरार नहीं रख सकते हैं। उन्होंने सवाल किया कि यह किस किस्म की राजनीति और संस्कृति है? एक तरफ आप राम मंदिर का उद्घाटन करते हैं और दूसरी तरफ नफरत फैलाते हैं? आपका सबका साथ-सबका विकास कहां गया? 

संघ ने पीएम मोदी को ये बातें सिखाई नहीं होगी-सिब्बल

राज्यसभा सांसद ने कहा कि मुझे इस बात पर बहुत निराशा है, क्योंकि हम पीएम पद की बहुत इज्जत करते हैं। मगर पीएम जब इज्जत के लायक न रहें तो बुद्धिजीवी लोगों को आवाज उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत भी चुप हैं, लेकिन मैं यह भी समझता हूं कि यह बातें संघ ने पीएम मोदी को सिखाई नहीं होगी। पीएम के परिवार ने भी उनको ऐसी संस्कृति नहीं दी होगी?

क्या कहा था पीएम मोदी ने

रविवार को बांसवाड़ा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने मुसलमानों की ओर इशारा करते हुए आगे कहा कि आम आदमी की संपत्ति जब्त करने के बाद इसे अधिक बच्चों वाले लोगों में बांट दिया जाएगा। “पहले, जब उनकी सरकार सत्ता में थी, तो उन्होंने कहा कि मुसलमानों के पास देशों की संपत्ति का पहला स्वामित्व है। इसका मतलब यह है कि वे सभी की संपत्ति इकट्ठा करके उन लोगों को बांट देंगे जिनके ज्यादा बच्चे हैं। वे इसे घुसपैठियों को बांट देंगे…क्या आपकी मेहनत की कमाई घुसपैठियों के पास जानी चाहिए? क्या आप इससे सहमत हैं?…माताओं और बहनों, शहरी नक्सलियों की यह विचारधारा आपके मंगलसुता को भी आपके पास नहीं छोड़ेगी,”

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Mar 15 2024, 14:10

इलेक्टोरल बॉन्ड मामले में सरकार पर बरसे कपिल सिब्बल, बताया अब तक सबसे बड़ा घोटाला, एसआईटी जांच की मांग

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भारतीय चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड यानी चुनावी बॉन्ड को जारी कर दिया है।चुनाव आयोग द्वारा भारतीय स्टेट बैंक द्वारा साझा किए गए चुनावी बांड डेटा प्रकाशित करने के एक दिन बाद, राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने इसे लेकर केन्द्र सरकार पर हमला बोला है। कपिल सिब्बल ने इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को देश का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है। साथ ही उन्होंने इस मामले की जांच एक विशेष जांच दल यानी (एसआईटी) से कराने की मांग की।

सिब्बल ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि जांच होगी, इसकी संभावना ही कम है। उन्होंने कहा कि जांच होगी ही नहीं। ना तो सीबीआई और ना ही ईडी जांच करेगी। तो अब जिम्मेदारी कोर्ट पर है। सिब्बल ने 2जी स्कैम की जांच के लिए गठित एसआईटी का हवाला देकर कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए किस पार्टी को, किसने कितना चंदा दिया है और उसे बदले में क्या फायदा पहुंचाया गया, इसकी जांच के लिए भी एसआईटी बननी चाहिए। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि जैसे टूजी (स्कैम) में हुआ, उसी तरह कोर्ट को एक एसआईटी बनानी चाहिए। कोर्ट को खुद ही एसआईटी के सदस्यों की नियुक्ति करनी चाहिए। जिस-जिस कंपनी ने डोनेशन दिया है, उसकी जांच होनी चाहिए क्योंकि कई ऐसी कंपनियां हैं जो घाटे में हैं या जिनका मुनाफा बहुत कम है, उन्होंने भी चंदा दिया है। अगर चंदे के बदले कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया है तो इसकी जांच होनी चाहिए। यह अवैध है और ऐसे चंदे के पैसे जो इमारतें बनी हैं, वो भी अवैध हैं।

नोटबंदी बड़ा घोटाला, उससे भी बड़ा स्कैम बॉन्ड स्कीम-सिब्ब्ल

सिब्बल ने दावा किया कि नोटबंदी देश का बहुत बड़ा घोटाला था और उससे भी बड़ा घोटाला अब सामने आया है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में दो बहुत बड़े स्कैम हुए। एक दो नोटबंदी का, जहां करोड़ों रुपये जो कैश में थे लोगों के, किसी ने कोई ऐतराज नहीं किया और सभी ने पैसा बदल लिया। उसकी आज तक जांच नहीं हुई। वो बहुत बड़ा स्कैम था। उससे भी बड़ा स्कैम ये है।

पीएम मोदी पर कसा तंज

कपिल सिब्बल ने आगे कहा कि ‘सरकार ने नींद की गोलियों का ओवरडोज ले लिया है।’ इसके साथ ही सिब्बल ने इशारों इशारों में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘किसी ने कहा था कि वे स्विस बैंक से काला धन लाएंगे और लोगों के खातों में 15-15 लाख रुपये ट्रांसफर करेंगे, लेकिन ऐसा लगता है कि उन्होंने वह पैसा अपने खातों में ट्रांसफर कर लिया है।पीएम मोदी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि किसी ने कहा था- 'ना खाऊंगा ना खाने दूंगा'। हालांकि, इलेक्टोरल बॉन्ड की डिटेल्स से पता चलता है कि कहीं न कहीं 'लाभ के बदले लाभ देने' का काम हुआ है।

दरअसल, चुनाव आयोग ने गुरुवार (14 मार्च) को इलेक्टोरल बॉन्ड की डिटेल्स सार्वजनिक की। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन करते हुए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 12 मार्च को चुनाव आयोग को बॉन्ड की डिटेल्स दी, जिसे फिर सार्वजनिक कर दिया गया। भारत के चुनाव आयोग द्वारा गुरुवार को अपनी वेबसाइट पर अपलोड किए गए आंकड़ों से पता चला है कि फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज, जिसके निदेशक लॉटरी मैग्नेट सैंटियागो मार्टिन चुनावी बांड के शीर्ष खरीदार हैं। उन्होंने 1368 करोड़ रुपये के बांड खरीदे हैं। यह डेटा 2019-2024 की अवधि से संबंधित है। मेघा इंजीनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने 966 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे।

WestBengalBangla

Nov 18 2023, 17:03

*Eoin Morgan: Winning a World Cup ‘an unparalleled feeling that reverberates through time’*

Sports News 

 ODI ICC World Cup,2023 

 

 

 

The pre-final Captains’ image with Rohit Sharma and Pat Cummins alongside the ICC Men’s Cricket World Cup Trophy at the iconic Adalaj Stepwell can be accessed rights-free from the ICC’s Online Media Zone.

Winning a World Cup is more than just lifting a trophy. It's an unparalleled feeling that reverberates through time, inspiring cricketers across borders and generations.

Having experienced this euphoria after the dramatic 2019 World Cup final at Lords, I can attest to the transformative power of such a moment.

Cricketing legends like Clive Lloyd, Kapil Dev, Allan Border, Imran Khan, Arjuna Ranatunga, Steve Waugh, Ricky Ponting, MS Dhoni, Michael Clarke, and their teams have etched their names in history, proudly acknowledging the sacrifices, dedication, and teamwork that define a championship campaign.

The scene is set for a blockbuster event at the Narendra Modi Stadium in Ahmedabad, the 130,000-seater venue which witnessed the tournament opener, and will stage the climactic clash between hosts India and the seasoned Australian side.

Both captains took part in the traditional pre-final photo on Saturday at the historic Adalaj Stepwell in Ahmedabad and will no doubt have a range of emotions swirling as they head into Sunday’s showdown.

While the day itself promises to be an awesome spectacle, the true essence of the event lies in the cricketing prowess that both teams bring to the pitch.

India, unbeaten in all ten matches, has been a revelation in this tournament. With Virat Kohli leading the run charts and Mohammed Shami as the leading wicket-taker, the team's performance has been nothing short of incredible.

However, what sets this Indian side apart is the influence of captain Rohit Sharma. Since the T20 World Cup semi-final defeat in Adelaide against England last year, Rohit has spearheaded a shift in the team's batting approach.

No longer content with merely accumulating runs, India now embrace an intimidating, aggressive style of play under his leadership.

Rohit's personal transformation is evident in his strike rate, soaring from a career average of 102 to an impressive 124 in this World Cup. The question now is whether India can maintain this mindset and apply the same methodology in the final.

Australia, a team with a rich history of five World Cup victories and eight final appearances, entered the tournament with a stumble, facing two early losses.

However, as we have seen time and time again, how you start is not as important as how you finish. Winning eight consecutive matches Pat Cummins and his team have done this and are now on the home straight.

Overcoming challenges like the absence of key players – Glenn Maxwell due to concussion and Mitch Marsh for personal reasons – showcased their resilience.

As the only team capable of halting India's unbeaten streak, Australia's ability to perform under pressure is their hallmark. Their well-drilled team, developed across all three formats, exudes a belief and confidence unique to their cricketing culture.

Emotions will run high on the final day, with Australia embracing the underdog label and India carrying the weight of 1.3 billion fans on their shoulders.

Australia's sense of opportunity, fuelled by their proven ability to perform under pressure, makes them formidable opponents.

India, having harnessed the support of their fans throughout the tournament, face the challenge of converting that energy into performance without succumbing to the pressure.

As the players take the field, the culmination of hard work, dedication and sacrifice will unfold. The final is not just a match, it's an opportunity to create a lasting legacy, a moment that will inspire generations of cricketers and fans worldwide.

May the best team seize this historic opportunity and leave an indelible mark on the rich tapestry of cricketing history.

 Pic Courtesy by: ICC*

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Jun 29 2023, 13:41

यूसीसी को लेकर कपिल सिब्बल का पीएम मोदी पर तंज, कहा-9 साल बाद क्यों सताने लगी मुसलमानों की चिंता, 2024 चुनाव की वजह से

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समान नागरिक संहिता यानी यूसीसी का “जिन्न” एक बार फिर “बोतल“ से बाहर आ गया है।यूसीसी पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद पूरे देश में एक बहस छिड़ गई है। विपक्ष इस मुद्दे पर मोदी सरकार को घेर रहा है। पीएम मोदी के बयान के बाद विपक्ष के साथ-साथ मौलाना मौलवी और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सभी का पारा चढ़ा हुआ है। इसी क्रम में पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने भी पीएम मोदी पर निशाना साधा है। सिब्बल ने समान नागरिक संहिता पीएम मोदी की टिप्पणी को लेकर उन पर कटाक्ष करते हुए प्रश्न किया कि आखिर नौ साल बाद यह बात क्यों? 2024 के चुनाव की वजह से? 

कपिल सिब्बल का सवाल

राज्यसभा सदस्य सिब्बल ने बुधवार को ट्वीट किया, प्रधानमंत्री ने समान नागरिक संहिता पर जोर दिया...विपक्ष पर मुसलमानों को भड़काने का आरोप लगाया..पहला सवाल, आखिर नौ साल बाद यह बात क्यों? 2024 (चुनाव के लिए)? दूसरा सवाल, आपका प्रस्ताव कितना ‘समान’ है, आदिवासी और पूर्वोत्तर सभी इसके दायरे में आते हैं? तीसरा सवाल, हर दिन आपकी पार्टी मुसलमानों को निशाना बनाती है। क्यों? अब आपको चिंता हो रही है।

पीएम ने विपक्ष पर लगाया मुसलमानों को भड़काने का आरोप

दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने भोपाल में यूसीसी की पुरजोर वकालत करते हुए कहा था कि संविधान सभी नागरिकों के लिए समान अधिकारों की बात करता है। प्रधानमंत्री ने विपक्ष दलों पर मुसलमानों को गुमराह करने और भड़काने के लिए यूसीसी मुद्दे का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया था।

बता दें कि विधि आयोग ने 14 जून को UCC पर नए सिरे से विचार-विमर्श की प्रक्रिया शुरू की थी और राजनीतिक रूप से संवेदनशील इस मुद्दे पर सार्वजनिक और मान्यता प्राप्त धार्मिक संगठनों सहित हितधारकों से 13 जुलाई तक अपने विचार स्पष्ट करने को कहा है।

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Jun 11 2023, 13:48

आप के मंच पर पहुंचे कपिल सिब्बल, केंद्र सरकार पर लगाया बड़ा आरोप, कहा-हर राज्य में सीबीआई और ईडी के भरोसे अपनी सरकार चाहते हैं

#kapilsibalreachedthestageofaamaadmiparty

आम आदमी पार्टी आज दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली कर रही है। उनकी यह रैली मोदी सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ की जा रही है।दिल्ली के रामलीला मैदान में आप की महारैली के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान में राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल सुर्खियों में बने हुए हैं। उन्होंने रामलीला मैदान में आप की महारैली को संबोधित करते हुए केन्द्र की मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला।आप की महारैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश की जनता अब केंद्र सरकार को पसंद नहीं करती। जनता अब तानाशाही के खिलाफ उठ खड़ी हुई है। विपक्षी दलों को केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की जरूरत है। 

ये डबल इंजन की नहीं है, डबल बैरल की सरकार-सिब्बल

अपने संबोधन में कपिल सिब्बल ने कहा कि पीएम मोदी हर राज्य में प्रचार करते हुए कहते हैं कि हमारी डबल इंजन की सरकार बनाइए। लेकिन ये डबल इंजन की नहीं है, डबल बैरल की सरकार है। कपिल सिब्बल ने कहा कि मुझे याद है कि 2014 से पहले यूपीए सरकार के दौरान अरविंद केजरीवाल हमारा विरोध करते थे और हम सोचते थे कि मीडिया उनके साथ है। समय बदला, सरकार बदली, पीएम बदला और अब मीडिया उनके साथ है। उन्होंने कहा कि जिस तरह आपने कांग्रेस को 60 साल दिए उसी तरह हमें 60 महीने दीजिए और हम भारत का विकास करेंगे। 120 महीने हो गए लेकिन उन्होंने भारत का नक्शा बदल दिया, उन्होंने सीबीआई ईडी सहित सभी संस्थानों को बर्बाद कर दिया।

हर राज्य में सीबीआई-ईडी के भरोसे अपनी सरकार चाहते हैं-सिब्बल

कपिल सिब्बल ने कहा कि मोदी जी डबल इंजन सरकार चाहते हैं। यानी वे देश के हर राज्य में सीबीआई और ईडी के भरोसे अपनी सरकार चाहते हैं। ये सोच सही नहीं है कि सारी पावर हमारे ही हाथ में हो। अदालत छोड़ बाकी सभी संस्था पर केंद्र का कब्जा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री सभी विपक्षी दलों को खत्म करने में लगे हुए हैं अगर विपक्षी दल एकजुट नहीं हुए तो वह विपक्ष का खात्मा कर देंगे।

मोदी जी सब कुछ अपने अनुसार चलाना चाहते हैं-सिब्बल

कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली में विधानसभा होने का अर्थ है कि लोग चाहते हैं कि दिल्ली में जनता की आवाज के अनुसार सरकार चले लेकिन मोदी जी सब कुछ अपने अनुसार चलाना चाहते हैं। केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट का फैसला रद्द नहीं कर सकती है। सुप्रीम कोर्ट इस अध्यदेश को रद्द करेगी। यदि सब कुछ केंद्र सरकार ही करेगी तो विधानसभा का क्या अर्थ है।

India

Mar 31 2023, 15:15

*दिग्विजय सिंह के जर्मनी को धन्यवाद देने पर भड़के कपिल सिब्बल, कहा-बाहरी लोगों की जरूरत नहीं, यह हमारे घर की लड़ाई*

#kapilsibalfuriousdigvijaysinghthanksgermany

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराने का संज्ञान लेने के लिए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा जर्मनी का आभार जताए जाने के बाद बीजेपी पहले ही अपना विरोध जता चुकी है। अब पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी दिग्गविजय सिंह पर इस मामले को लेकर निशाना साधा है।

क्या कहा कपिल सिब्बल ने

राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराने का संज्ञान लेने के लिए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा जर्मनी का आभार जताए जाने के एक दिन बाद राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा है कि हमें विदेश से समर्थन की आवश्यकता नहीं है।क्योंकि हमारी लड़ाई हमारी अपनी है। दिग्विजय से असहमति जताते हुए सिब्बल ने यह भी कहा, हमें आगे चलने के लिए बैसाखियों की जरूरत नहीं है।सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘दिग्विजय सिंह : ‘भारत में लोकतंत्र से किस तरह खिलवाड़ किया जा रहा है, इसका संज्ञान लेने के लिए बर्लिन का शुक्रिया।' मेरी राय : हमें आगे चलने के लिए बैसाखियों की जरूरत नहीं है। हमें विदेश से समर्थन की जरूरत नहीं है। हमारी लड़ाई हमारी अपनी है और उसमें हम एक साथ हैं।

बीजेपी ने भी जताया था विरोध

इससे पहले भाजपा ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा जर्मनी को धन्यवाद दिए जाने के बाद भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के लिए विदेशी ताकतों को आमंत्रित करने का आरोप लगाया था। अनुराग ठाकुर ने दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये देश का अपमान है। कांग्रेस और राहुल गांधी देश के भीतर भारत की लोकतांत्रिक, राजनीतिक और कानूनी लड़ाई लड़ने में विश्वास नहीं करते हैं, इसलिए वो विदेशी ताकतों को हमारे आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करने का न्योता देते हैं।

जर्मनी ने क्या कहा था? 

बता दें कि जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा था कि हमने भारत में विपक्षी नेता राहुल गाधी के खिलाफ फैसले और उनकी संसदीय सदस्यता निलंबित किए जाने का संज्ञान लिया है। प्रवक्ता के हवाले से कहा गया कि हमारी जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी फैसले को चुनौती दे सकते हैं। तब ये स्पष्ट होगा कि क्या यह फैसला टिक पाएगा और क्या निलंबन का कोई आधार है? प्रवक्ता ने कहा कि जर्मनी को उम्मीद है कि न्यायिक स्वतंत्रता के मानक और मौलिक लोकतांत्रिक सिद्धांत समान रूप से राहुल गांधी के खिलाफ कार्यवाही पर लागू होंगे। 

दिग्विजय सिंह ने क्या कहा था?

जर्मनी के बयान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी को परेशान करके भारत में लोकतंत्र से समझौता किया जा रहा है। इसका संज्ञान लेने के लिए जर्मनी के विदेश मंत्रालय और डॉयचे वैले के मुख्य अंतरराष्ट्रीय संपादक रिचर्ड वाकर का शुक्रिया।

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May 16 2024, 16:53

केजरीवाल पर दिए बयान को लेकर अमित शाह पर भड़के कपिल सिब्बल, बोले-उनको कानून की जानकारी नहीं

#how_kapil_sibal_criticized_amit_shah

अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दिए एक बयान को लेकर वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। शाह ने केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर एक टिप्पणी की थी जिसे सिब्बल ने आपत्तिजनक बताया। बता दें कि15 मई को अमित शाह ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि उनका मानना है कि यह कोई रूटीन जजमेंट नहीं है. इस देश में बहुत से लोग मानते हैं कि स्पेशल ट्रीटमेंट दिया गया है।

कपिल सिब्बल ने अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को 'विशेष छूट' करार दिए जाने पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह की कानूनी समझ पर सवाल उठाया है। राज्यसभा सांसद और जानेमाने वकील सिब्बल ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा कि अगर गृह मंत्री को कानून के बारे में जानकारी होती तो वो ऐसी टिप्पणी नहीं करते। सिब्बल ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, 'अमित शाह ने बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है और सुप्रीम कोर्ट की मंशा पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि कई लोग कहते हैं कि अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत सुप्रीम कोर्ट की तरफ से दी गई विशेष छूट है। उन्होंने बेहद चतुराई से कहा, 'लोग कहते हैं।' आपने यह बयान इसलिए दिया क्योंकि आप उन लोगों पर विश्वास करते हैं। 'लोग कहते हैं' के पीछे मत छिपिए। गृह मंत्री को कानून के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, इसलिए ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए थी।'

सिब्बल ने कहा, 'आज मैं उन्हें समझाऊंगा कि अगर किसी को 2-3 साल से ज्यादा की सजा हो जाती है और अगर उसकी सजा पर रोक लग जाती है, तो वह नामांकन दाखिल कर सकता है और चुनाव लड़ सकता है। अगर किसी पर चार्जशीट दाखिल की जा रही है, तो वह प्रचार भी कर सकता है और नामांकन भी दाखिल कर सकता है। जैसे बृजभूषण के खिलाफ चार्जशीट दाखिल है तो वो अपने बेटे के लिए प्रचार क्यों कर रहे हैं? जिस पर आरोप लगे हैं, वह प्रचार क्यों नहीं कर सकता, क्यों? मेरा मानना है कि गृह मंत्री को कानून की इतनी जानकारी नहीं है। अगर उन्हें इस बारे में पता होता तो वह इस तरह के बयान नहीं देते।

इसके साथ ही कपिल सिब्बल ने अमित शाह के पीओके पर कब्जा करने के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि अमित शाह ने कहा कि 400 सीट आने पर पीओके पर कब्जा कर लेंगे, क्या 400 सीट नहीं आई तो पीओके नही लेंगे? हम चाहते हैं कि पीओके जरूर लें। अमित शाह ने इंटरव्यू में कहा था कि पीओके भारत का हिस्सा है और इस पर हमारा अधिकार है, 130 करोड़ की आबादी वाला देश क्या किसी से डरकर अपने अधिकार जाने देगा. सिब्बल ने कहा कि चीन ने 4000 किलोमीटर लिया है पहले उस पर भी लाल आंख दिखाइए, उनके पैरों से जमीन खिसक गई है, 400 क्या 200 भी पार करना मुश्किल है।

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Apr 22 2024, 11:22

पीएम मोदी के बयान से बौखलाए कपिल सिब्बल, बोले-ऐसा तो RSS ने भी नहीं सिखाया होगा, देश से मांगें माफी

#rajyasabhampkapilsibalattackpmnarendramodi

लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी गलियारों में पारा हाई है। वहीं, नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर भी चरम पर है। चुनाव मैदान में सियासी बयानबाजी के इस दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से बवाल मचा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राजस्थान में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वह लोगों की संपत्ति को घुसपैठियों और उन लोगों को बांट सकती है, जिनके अधिक बच्चे हैं। पीएम मोदी के इस बयान से घमासान मचा हुआ है। पीएम मोदी की टिप्पणी को लेकर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने हमला बोला है। कांग्रेस के पूर्व नेता सिब्बल ने कहा है कि पीएम मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए।

पीएम मोदी के संपत्ति बांटने वाले बयान पर कपिल सिब्बल ने कहा, कल की बात, जब प्रधानमंत्री ने ऐसा भाषण दिया, जिसे सुनकर ऐसा लगता है कि पहले चरण में हुए मतदान के नतीजे उनके पक्ष में नहीं आ रहे हैं। उस भाषण के बाद मैं समझता हूं कि इस देश के करोड़ों लोग निराश होंगे। वे इसलिए निराश होंगे, क्योंकि 1950 के बाद शायद ही किसी प्रधानमंत्री ने ऐसा बयान दिया होगा। जो दर्शाता है कि यहां रहने वाले अल्पसंख्यक घुसपैठिए हैं। 

यह किस किस्म की राजनीति-सिब्बल

कपिल सिब्बल ने कहा कि प्रधानमंत्री के परिवार ने भी उनको ऐसी संस्कृति नहीं दी होगी। नफरत के घोड़े का दूल्हा बनकर आप कभी हिंदुस्तान को बरकरार नहीं रख सकते हैं। उन्होंने सवाल किया कि यह किस किस्म की राजनीति और संस्कृति है? एक तरफ आप राम मंदिर का उद्घाटन करते हैं और दूसरी तरफ नफरत फैलाते हैं? आपका सबका साथ-सबका विकास कहां गया? 

संघ ने पीएम मोदी को ये बातें सिखाई नहीं होगी-सिब्बल

राज्यसभा सांसद ने कहा कि मुझे इस बात पर बहुत निराशा है, क्योंकि हम पीएम पद की बहुत इज्जत करते हैं। मगर पीएम जब इज्जत के लायक न रहें तो बुद्धिजीवी लोगों को आवाज उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत भी चुप हैं, लेकिन मैं यह भी समझता हूं कि यह बातें संघ ने पीएम मोदी को सिखाई नहीं होगी। पीएम के परिवार ने भी उनको ऐसी संस्कृति नहीं दी होगी?

क्या कहा था पीएम मोदी ने

रविवार को बांसवाड़ा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने मुसलमानों की ओर इशारा करते हुए आगे कहा कि आम आदमी की संपत्ति जब्त करने के बाद इसे अधिक बच्चों वाले लोगों में बांट दिया जाएगा। “पहले, जब उनकी सरकार सत्ता में थी, तो उन्होंने कहा कि मुसलमानों के पास देशों की संपत्ति का पहला स्वामित्व है। इसका मतलब यह है कि वे सभी की संपत्ति इकट्ठा करके उन लोगों को बांट देंगे जिनके ज्यादा बच्चे हैं। वे इसे घुसपैठियों को बांट देंगे…क्या आपकी मेहनत की कमाई घुसपैठियों के पास जानी चाहिए? क्या आप इससे सहमत हैं?…माताओं और बहनों, शहरी नक्सलियों की यह विचारधारा आपके मंगलसुता को भी आपके पास नहीं छोड़ेगी,”

India

Mar 15 2024, 14:10

इलेक्टोरल बॉन्ड मामले में सरकार पर बरसे कपिल सिब्बल, बताया अब तक सबसे बड़ा घोटाला, एसआईटी जांच की मांग

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भारतीय चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड यानी चुनावी बॉन्ड को जारी कर दिया है।चुनाव आयोग द्वारा भारतीय स्टेट बैंक द्वारा साझा किए गए चुनावी बांड डेटा प्रकाशित करने के एक दिन बाद, राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने इसे लेकर केन्द्र सरकार पर हमला बोला है। कपिल सिब्बल ने इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को देश का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है। साथ ही उन्होंने इस मामले की जांच एक विशेष जांच दल यानी (एसआईटी) से कराने की मांग की।

सिब्बल ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि जांच होगी, इसकी संभावना ही कम है। उन्होंने कहा कि जांच होगी ही नहीं। ना तो सीबीआई और ना ही ईडी जांच करेगी। तो अब जिम्मेदारी कोर्ट पर है। सिब्बल ने 2जी स्कैम की जांच के लिए गठित एसआईटी का हवाला देकर कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए किस पार्टी को, किसने कितना चंदा दिया है और उसे बदले में क्या फायदा पहुंचाया गया, इसकी जांच के लिए भी एसआईटी बननी चाहिए। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि जैसे टूजी (स्कैम) में हुआ, उसी तरह कोर्ट को एक एसआईटी बनानी चाहिए। कोर्ट को खुद ही एसआईटी के सदस्यों की नियुक्ति करनी चाहिए। जिस-जिस कंपनी ने डोनेशन दिया है, उसकी जांच होनी चाहिए क्योंकि कई ऐसी कंपनियां हैं जो घाटे में हैं या जिनका मुनाफा बहुत कम है, उन्होंने भी चंदा दिया है। अगर चंदे के बदले कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया है तो इसकी जांच होनी चाहिए। यह अवैध है और ऐसे चंदे के पैसे जो इमारतें बनी हैं, वो भी अवैध हैं।

नोटबंदी बड़ा घोटाला, उससे भी बड़ा स्कैम बॉन्ड स्कीम-सिब्ब्ल

सिब्बल ने दावा किया कि नोटबंदी देश का बहुत बड़ा घोटाला था और उससे भी बड़ा घोटाला अब सामने आया है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में दो बहुत बड़े स्कैम हुए। एक दो नोटबंदी का, जहां करोड़ों रुपये जो कैश में थे लोगों के, किसी ने कोई ऐतराज नहीं किया और सभी ने पैसा बदल लिया। उसकी आज तक जांच नहीं हुई। वो बहुत बड़ा स्कैम था। उससे भी बड़ा स्कैम ये है।

पीएम मोदी पर कसा तंज

कपिल सिब्बल ने आगे कहा कि ‘सरकार ने नींद की गोलियों का ओवरडोज ले लिया है।’ इसके साथ ही सिब्बल ने इशारों इशारों में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘किसी ने कहा था कि वे स्विस बैंक से काला धन लाएंगे और लोगों के खातों में 15-15 लाख रुपये ट्रांसफर करेंगे, लेकिन ऐसा लगता है कि उन्होंने वह पैसा अपने खातों में ट्रांसफर कर लिया है।पीएम मोदी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि किसी ने कहा था- 'ना खाऊंगा ना खाने दूंगा'। हालांकि, इलेक्टोरल बॉन्ड की डिटेल्स से पता चलता है कि कहीं न कहीं 'लाभ के बदले लाभ देने' का काम हुआ है।

दरअसल, चुनाव आयोग ने गुरुवार (14 मार्च) को इलेक्टोरल बॉन्ड की डिटेल्स सार्वजनिक की। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन करते हुए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 12 मार्च को चुनाव आयोग को बॉन्ड की डिटेल्स दी, जिसे फिर सार्वजनिक कर दिया गया। भारत के चुनाव आयोग द्वारा गुरुवार को अपनी वेबसाइट पर अपलोड किए गए आंकड़ों से पता चला है कि फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज, जिसके निदेशक लॉटरी मैग्नेट सैंटियागो मार्टिन चुनावी बांड के शीर्ष खरीदार हैं। उन्होंने 1368 करोड़ रुपये के बांड खरीदे हैं। यह डेटा 2019-2024 की अवधि से संबंधित है। मेघा इंजीनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने 966 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे।

WestBengalBangla

Nov 18 2023, 17:03

*Eoin Morgan: Winning a World Cup ‘an unparalleled feeling that reverberates through time’*

Sports News 

 ODI ICC World Cup,2023 

 

 

 

The pre-final Captains’ image with Rohit Sharma and Pat Cummins alongside the ICC Men’s Cricket World Cup Trophy at the iconic Adalaj Stepwell can be accessed rights-free from the ICC’s Online Media Zone.

Winning a World Cup is more than just lifting a trophy. It's an unparalleled feeling that reverberates through time, inspiring cricketers across borders and generations.

Having experienced this euphoria after the dramatic 2019 World Cup final at Lords, I can attest to the transformative power of such a moment.

Cricketing legends like Clive Lloyd, Kapil Dev, Allan Border, Imran Khan, Arjuna Ranatunga, Steve Waugh, Ricky Ponting, MS Dhoni, Michael Clarke, and their teams have etched their names in history, proudly acknowledging the sacrifices, dedication, and teamwork that define a championship campaign.

The scene is set for a blockbuster event at the Narendra Modi Stadium in Ahmedabad, the 130,000-seater venue which witnessed the tournament opener, and will stage the climactic clash between hosts India and the seasoned Australian side.

Both captains took part in the traditional pre-final photo on Saturday at the historic Adalaj Stepwell in Ahmedabad and will no doubt have a range of emotions swirling as they head into Sunday’s showdown.

While the day itself promises to be an awesome spectacle, the true essence of the event lies in the cricketing prowess that both teams bring to the pitch.

India, unbeaten in all ten matches, has been a revelation in this tournament. With Virat Kohli leading the run charts and Mohammed Shami as the leading wicket-taker, the team's performance has been nothing short of incredible.

However, what sets this Indian side apart is the influence of captain Rohit Sharma. Since the T20 World Cup semi-final defeat in Adelaide against England last year, Rohit has spearheaded a shift in the team's batting approach.

No longer content with merely accumulating runs, India now embrace an intimidating, aggressive style of play under his leadership.

Rohit's personal transformation is evident in his strike rate, soaring from a career average of 102 to an impressive 124 in this World Cup. The question now is whether India can maintain this mindset and apply the same methodology in the final.

Australia, a team with a rich history of five World Cup victories and eight final appearances, entered the tournament with a stumble, facing two early losses.

However, as we have seen time and time again, how you start is not as important as how you finish. Winning eight consecutive matches Pat Cummins and his team have done this and are now on the home straight.

Overcoming challenges like the absence of key players – Glenn Maxwell due to concussion and Mitch Marsh for personal reasons – showcased their resilience.

As the only team capable of halting India's unbeaten streak, Australia's ability to perform under pressure is their hallmark. Their well-drilled team, developed across all three formats, exudes a belief and confidence unique to their cricketing culture.

Emotions will run high on the final day, with Australia embracing the underdog label and India carrying the weight of 1.3 billion fans on their shoulders.

Australia's sense of opportunity, fuelled by their proven ability to perform under pressure, makes them formidable opponents.

India, having harnessed the support of their fans throughout the tournament, face the challenge of converting that energy into performance without succumbing to the pressure.

As the players take the field, the culmination of hard work, dedication and sacrifice will unfold. The final is not just a match, it's an opportunity to create a lasting legacy, a moment that will inspire generations of cricketers and fans worldwide.

May the best team seize this historic opportunity and leave an indelible mark on the rich tapestry of cricketing history.

 Pic Courtesy by: ICC*

India

Jun 29 2023, 13:41

यूसीसी को लेकर कपिल सिब्बल का पीएम मोदी पर तंज, कहा-9 साल बाद क्यों सताने लगी मुसलमानों की चिंता, 2024 चुनाव की वजह से

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समान नागरिक संहिता यानी यूसीसी का “जिन्न” एक बार फिर “बोतल“ से बाहर आ गया है।यूसीसी पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद पूरे देश में एक बहस छिड़ गई है। विपक्ष इस मुद्दे पर मोदी सरकार को घेर रहा है। पीएम मोदी के बयान के बाद विपक्ष के साथ-साथ मौलाना मौलवी और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सभी का पारा चढ़ा हुआ है। इसी क्रम में पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने भी पीएम मोदी पर निशाना साधा है। सिब्बल ने समान नागरिक संहिता पीएम मोदी की टिप्पणी को लेकर उन पर कटाक्ष करते हुए प्रश्न किया कि आखिर नौ साल बाद यह बात क्यों? 2024 के चुनाव की वजह से? 

कपिल सिब्बल का सवाल

राज्यसभा सदस्य सिब्बल ने बुधवार को ट्वीट किया, प्रधानमंत्री ने समान नागरिक संहिता पर जोर दिया...विपक्ष पर मुसलमानों को भड़काने का आरोप लगाया..पहला सवाल, आखिर नौ साल बाद यह बात क्यों? 2024 (चुनाव के लिए)? दूसरा सवाल, आपका प्रस्ताव कितना ‘समान’ है, आदिवासी और पूर्वोत्तर सभी इसके दायरे में आते हैं? तीसरा सवाल, हर दिन आपकी पार्टी मुसलमानों को निशाना बनाती है। क्यों? अब आपको चिंता हो रही है।

पीएम ने विपक्ष पर लगाया मुसलमानों को भड़काने का आरोप

दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने भोपाल में यूसीसी की पुरजोर वकालत करते हुए कहा था कि संविधान सभी नागरिकों के लिए समान अधिकारों की बात करता है। प्रधानमंत्री ने विपक्ष दलों पर मुसलमानों को गुमराह करने और भड़काने के लिए यूसीसी मुद्दे का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया था।

बता दें कि विधि आयोग ने 14 जून को UCC पर नए सिरे से विचार-विमर्श की प्रक्रिया शुरू की थी और राजनीतिक रूप से संवेदनशील इस मुद्दे पर सार्वजनिक और मान्यता प्राप्त धार्मिक संगठनों सहित हितधारकों से 13 जुलाई तक अपने विचार स्पष्ट करने को कहा है।

India

Jun 11 2023, 13:48

आप के मंच पर पहुंचे कपिल सिब्बल, केंद्र सरकार पर लगाया बड़ा आरोप, कहा-हर राज्य में सीबीआई और ईडी के भरोसे अपनी सरकार चाहते हैं

#kapilsibalreachedthestageofaamaadmiparty

आम आदमी पार्टी आज दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली कर रही है। उनकी यह रैली मोदी सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ की जा रही है।दिल्ली के रामलीला मैदान में आप की महारैली के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान में राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल सुर्खियों में बने हुए हैं। उन्होंने रामलीला मैदान में आप की महारैली को संबोधित करते हुए केन्द्र की मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला।आप की महारैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश की जनता अब केंद्र सरकार को पसंद नहीं करती। जनता अब तानाशाही के खिलाफ उठ खड़ी हुई है। विपक्षी दलों को केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की जरूरत है। 

ये डबल इंजन की नहीं है, डबल बैरल की सरकार-सिब्बल

अपने संबोधन में कपिल सिब्बल ने कहा कि पीएम मोदी हर राज्य में प्रचार करते हुए कहते हैं कि हमारी डबल इंजन की सरकार बनाइए। लेकिन ये डबल इंजन की नहीं है, डबल बैरल की सरकार है। कपिल सिब्बल ने कहा कि मुझे याद है कि 2014 से पहले यूपीए सरकार के दौरान अरविंद केजरीवाल हमारा विरोध करते थे और हम सोचते थे कि मीडिया उनके साथ है। समय बदला, सरकार बदली, पीएम बदला और अब मीडिया उनके साथ है। उन्होंने कहा कि जिस तरह आपने कांग्रेस को 60 साल दिए उसी तरह हमें 60 महीने दीजिए और हम भारत का विकास करेंगे। 120 महीने हो गए लेकिन उन्होंने भारत का नक्शा बदल दिया, उन्होंने सीबीआई ईडी सहित सभी संस्थानों को बर्बाद कर दिया।

हर राज्य में सीबीआई-ईडी के भरोसे अपनी सरकार चाहते हैं-सिब्बल

कपिल सिब्बल ने कहा कि मोदी जी डबल इंजन सरकार चाहते हैं। यानी वे देश के हर राज्य में सीबीआई और ईडी के भरोसे अपनी सरकार चाहते हैं। ये सोच सही नहीं है कि सारी पावर हमारे ही हाथ में हो। अदालत छोड़ बाकी सभी संस्था पर केंद्र का कब्जा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री सभी विपक्षी दलों को खत्म करने में लगे हुए हैं अगर विपक्षी दल एकजुट नहीं हुए तो वह विपक्ष का खात्मा कर देंगे।

मोदी जी सब कुछ अपने अनुसार चलाना चाहते हैं-सिब्बल

कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली में विधानसभा होने का अर्थ है कि लोग चाहते हैं कि दिल्ली में जनता की आवाज के अनुसार सरकार चले लेकिन मोदी जी सब कुछ अपने अनुसार चलाना चाहते हैं। केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट का फैसला रद्द नहीं कर सकती है। सुप्रीम कोर्ट इस अध्यदेश को रद्द करेगी। यदि सब कुछ केंद्र सरकार ही करेगी तो विधानसभा का क्या अर्थ है।

India

Mar 31 2023, 15:15

*दिग्विजय सिंह के जर्मनी को धन्यवाद देने पर भड़के कपिल सिब्बल, कहा-बाहरी लोगों की जरूरत नहीं, यह हमारे घर की लड़ाई*

#kapilsibalfuriousdigvijaysinghthanksgermany

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराने का संज्ञान लेने के लिए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा जर्मनी का आभार जताए जाने के बाद बीजेपी पहले ही अपना विरोध जता चुकी है। अब पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी दिग्गविजय सिंह पर इस मामले को लेकर निशाना साधा है।

क्या कहा कपिल सिब्बल ने

राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराने का संज्ञान लेने के लिए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा जर्मनी का आभार जताए जाने के एक दिन बाद राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा है कि हमें विदेश से समर्थन की आवश्यकता नहीं है।क्योंकि हमारी लड़ाई हमारी अपनी है। दिग्विजय से असहमति जताते हुए सिब्बल ने यह भी कहा, हमें आगे चलने के लिए बैसाखियों की जरूरत नहीं है।सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘दिग्विजय सिंह : ‘भारत में लोकतंत्र से किस तरह खिलवाड़ किया जा रहा है, इसका संज्ञान लेने के लिए बर्लिन का शुक्रिया।' मेरी राय : हमें आगे चलने के लिए बैसाखियों की जरूरत नहीं है। हमें विदेश से समर्थन की जरूरत नहीं है। हमारी लड़ाई हमारी अपनी है और उसमें हम एक साथ हैं।

बीजेपी ने भी जताया था विरोध

इससे पहले भाजपा ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा जर्मनी को धन्यवाद दिए जाने के बाद भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के लिए विदेशी ताकतों को आमंत्रित करने का आरोप लगाया था। अनुराग ठाकुर ने दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये देश का अपमान है। कांग्रेस और राहुल गांधी देश के भीतर भारत की लोकतांत्रिक, राजनीतिक और कानूनी लड़ाई लड़ने में विश्वास नहीं करते हैं, इसलिए वो विदेशी ताकतों को हमारे आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करने का न्योता देते हैं।

जर्मनी ने क्या कहा था? 

बता दें कि जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा था कि हमने भारत में विपक्षी नेता राहुल गाधी के खिलाफ फैसले और उनकी संसदीय सदस्यता निलंबित किए जाने का संज्ञान लिया है। प्रवक्ता के हवाले से कहा गया कि हमारी जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी फैसले को चुनौती दे सकते हैं। तब ये स्पष्ट होगा कि क्या यह फैसला टिक पाएगा और क्या निलंबन का कोई आधार है? प्रवक्ता ने कहा कि जर्मनी को उम्मीद है कि न्यायिक स्वतंत्रता के मानक और मौलिक लोकतांत्रिक सिद्धांत समान रूप से राहुल गांधी के खिलाफ कार्यवाही पर लागू होंगे। 

दिग्विजय सिंह ने क्या कहा था?

जर्मनी के बयान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि राहुल गांधी को परेशान करके भारत में लोकतंत्र से समझौता किया जा रहा है। इसका संज्ञान लेने के लिए जर्मनी के विदेश मंत्रालय और डॉयचे वैले के मुख्य अंतरराष्ट्रीय संपादक रिचर्ड वाकर का शुक्रिया।