महागठबंधन में जेएमएम की एंट्री, बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का मिला मौका, सीट शेयरिंग की डेट भी हुई फाइनल

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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाल ही में संपन्न हुए वोटर अधिकार यात्रा के दौरान लालू यादव से आशीर्वाद लिया था और जनता से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की अपील की थी। इस दौरान हेमंत सोरेन ने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए महागठबंधन में शामिल होने इच्छा भी जाहिर की थी। इब तय हो गया है कि तय हो गया कि झामुमो भी महागठबंधन के बैनर तले ही चुनाव लड़ेगा।

महागठबंधन को मिला जेएमएम-रालोजपा का साथ

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में भी सीट शेयरिंग और नए दलों के जुड़ने को लेकर हलचल बढ़ गई है। इसी बीच शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास पर महागठबंधन की बड़ी बैठक हुई। बैठक में सीटों के बंटवारे पर चर्चा के साथ ही बड़ा फैसला लिया गया कि अब झारखंड मुक्ति मोर्चा और पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) भी महागठबंधन का हिस्सा होंगे।

8 दोलों के बीच होगा 243 सीटों का बंटवारा

बिहार में महागठबंधन में अब तक 6 दल थे। आरजेडी के साथ कांग्रेस, माले, सीपीआई, सीपीएम और वीआईपी। अब रालोजपा और जेएमएम के महागठबंधन में आने के बाद घटक दलों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। मतलब अब बिहार की 243 विधानसभा सीटों को इंडिया गठबंधन के 8 घटक दलों के बीच बांटा जाएगा

15 सितंबर को सीट शेयरिंग का ऐलान

सीट बंटवारे का फॉर्मूला तैयार कर लिया गया है और आगामी 15 सितंबर को इसकी औपचारिक घोषणा होगी। पिछली बार राजद ने 144, कांग्रेस ने 70 और वाम दलों ने 29 सीटों पर चुनाव लड़ा था। उस समय वीआईपी गठबंधन का हिस्सा नहीं थी। इस बार वीआईपी 60 सीटों का दावा कर रही है, जबकि वाम दल 40 सीटों की मांग कर रहे हैं। नए दलों के शामिल होने से सीट शेयरिंग पर सभी की निगाहें टिकी हैं।

अक्टूबर में होगी बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा, जानें संभावित तारीख

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बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हैं। हालांकि, अब तक तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग अक्टूबर के पहले या दूसरे हफ्ते में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। चुनाव आयोग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार में विधानसभा चुनाव छठ पूजा के बाद हो सकते हैं। साथ ही माना जा रहा है कि बिहार में इस बार दो या तीन चरणों में मतदान कराया जाएगा।

22 नवंबर तक पूरी हो सकती है चुनावी प्रक्रिया

सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। दुर्गा पूजा और दशहरा के बाद चुनाव की घोषणा होगी। पूरी चुनावी प्रक्रिया 22 नवंबर की तय समय-सीमा से पहले ही पूरी कर ली जाएगी। कहा जा रहा है कि नवंबर में दो या तीन चरणों में बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो सकती है। सूत्रों की मानें तो 15 से 20 नवंबर के बीच मतगणना भी संभव है।

30 सितंबर को जारी हो सकती है वोटर लिस्ट

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए वोटर लिस्ट 30 सितंबर को जारी की जा सकती है। वोटर लिस्ट जारी होने के बाद भी चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जाएगा। अगर अक्टूबर के पहले हफ़्ते में चुनाव का ऐलान होता है तो 30 दिनों के बाद ही चुनाव कराया जा सकता है। छठ 26 और 27 अक्टूबर को है। तो ऐसे में मना जा रहा है कि नवंबर के पहले हफ्ते में पहले चरण का चुनाव हो सकता है।

पिछली बार कब हुआ था चुनाव?

बिहार में पिछली बार यानी कि साल 2020 में 243 सीटों पर तीन चरणों में चुनाव हुए थे। पहले चरण में 71 सीटों के लिए चुनाव 28 अक्तूबर, 94 सीटों पर दूसरे चरण का चुनाव 3 नवंबर, बची हुईं 78 सीटों पर तीसरे चरण का चुनाव 7 नवंबर को हुआ था। वोंटों की गिनती 10 नवंबर को शुरू हुई थी। 2020 चुनाव में बीजेपी, 74 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू तीसरे नंबर पर रही थी। इसे 43 सीटें मिली थीं। कांग्रेस ने 19 सीटें जीती। सभी वाम दलों ने कुल 16 सीटें जीती थी। सबसे ज्‍यादा भाकपा माले ने 12 सीटें जीती थीं।

झामुमो ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर ठोकी ताल, महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर जल्द होगी बात

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बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भी ताल ठोक दी है। जेएमएम बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। झामुमो बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ेगी और महागठबंधन की जीत सुनिश्चित करने में भूमिका निभाएगी। पार्टी ने अपनी इच्छा महागठबंधन के घटक दलों को बता दी है। यह जानकारी झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी बिहार में विधानसभावार चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। झारखंड में झामुमो कांग्रेस, राजद और माले के साथ गठबंधन में है। अब इन दलों के नेतृत्व को अंतिम फैसला करना है। भट्टाचार्य ने कहा कि औपचारिक घोषणा होने पर तस्वीर साफ हो जाएगी, लेकिन यह तय है कि झामुमो बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी और महागठबंधन की जीत में सहयोग करेगी।

जेएमएम ने 12 सीटों पर दावेदारी का प्रस्ताव रखा

बताया जा रहा है कि झामुमो ने इस बार बिहार में सक्रिय दावेदारी पेश करते हुए 12 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग रखी है। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाल ही में अपने बिहार प्रवास के दौरान राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी। राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के समापन कार्यक्रम में झारखंड के मुख्यमंत्री और झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने भी भाग लिया था। सीएम हेमंत सोरेन के पटना प्रवास के दौरान उन्होंने लालू यादव और तेजस्वी यादव से भी मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने झामुमो की तैयारी और 12 सीटों पर दावेदारी का प्रस्ताव रखा।

सीट शेयरिंग पर बनी सहमति!

झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता और केंद्रीय समिति सदस्य मनोज पांडेय ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में हमारी हिस्सेदारी तय हो गई है। हमारी राजनीतिक क्षमता के अनुसार मान-सम्मान मिलेगा. हमने 12 सीटों की सूची सौंपी है, जिनमें से 8 पर हमारा मजबूत जनाधार है। सीट शेयरिंग पर सकारात्मक बातें हुई हैं, अब सिर्फ आधिकारिक घोषणा बाकी है।

जेएमएम को मिल सकेंगी इतनी सीटें

हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि महागठबंधन में पहले से मौजूद राजद और कांग्रेस जैसे मजबूत घटक दल अपने हिस्से की सीटें कम नहीं करेंगे। ऐसे में झामुमो को एक या दो से अधिक सीटें मिलना मुश्किल माना जा रहा है। पिछले चुनाव में तो झामुमो को गठबंधन में एक भी सीट नहीं दी गई थी। वजह यह बताई गई थी कि झामुमो का बिहार में मजबूत संगठन और वोट बैंक मौजूद नहीं है।

सीएम हेमंत सोरेन का बीजेपी पर हमला, बोले- जेल में नहीं होता तो एनडीए को झारखंड में खाता नहीं खोलने देता

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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन आज वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होने बिहार की राजधानी पटना पहुंचे। पटना में वोटर अधिकार यात्रा के समापन के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने केन्द्र और बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस दौरान एनडीए सरकार पर साजिश के तहत ईडी और इनकम टैक्स जैसे हथकंडों के जरिए विपक्षी जनप्रतिनिधियों को डराने का आरोप लगाया।

2014 में कुछ चालाक लोगों ने सता पर कब्जा किया-हेमंत सोरेन

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वोट किसी पार्टी का नहीं, वोट देश का है। वोट से संविधान और देश बचता है। 2014 में कुछ चालाक और चतुर लोगों ने सता पर कब्जा कर लिया। आज फूट डालो और राज करो पर अमल कर रहे हैं। आज सीबीआई और ईडी के बल पर जनप्रतिनिधियों को डराया जा रहा है।

वोट रिवीजन कराने की चेतावनी

हेमंत सोरेने ने आगे कहा कि कहा कि वोट चोरी की यह प्रक्रिया कोई नई नहीं है, लेकिन राहुल गांधी ने अब इन्हें बेनकाब करने का काम किया है। बिहार का चुनाव केवल बिहार का नहीं पूरे देश को बचाने का चुनाव है। सोरेन ने आरोप लगाया कि साजिश के तहत उन्हें जेल में डाल दिया गया, वरना जिस तरह झारखंड में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी, उसी तरह लोकसभा में भी एनडीए को खाता खोलने का मौका नहीं मिलता। अगर है हिम्मत तो देश की गद्दी छोड़ो वोट रिवीजन कराओ तब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

बिहार में हम हाइड्रोजन बम दिखाएंगे, मोदी जी अपना चेहरा नहीं दिखा पाएंगे, पटना में गरजे राहुल

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कांग्रेस सांसद और लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पटना में ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ को संबोधित किया। जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने एक बार फिर वोट चोरी का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा, यह यात्रा बिहार से शुरू हुई और हमने इसे ‘वोटर अधिकार यात्रा’ नाम दिया। यहां महाराष्ट्र के नेता मौजूद हैं। महाराष्ट्र में चुनाव चोरी किया गया था। एक करोड़ नए वोटर जोड़े गए और उनके वोट बीजेपी गठबंधन को मिले। लोकसभा चुनाव में हम जीते, लेकिन विधानसभा में हार गए, क्योंकि बीजेपी ने वोट चोरी की।

देश के सामने सबूत रखा-राहुल गांधी

जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा माधवापुरा, बैंगलोर सेंट्रल की सीट में हमने दिखाया कि एक एसेंबली में एक लाख से ज्यादा फर्जी वोटर थे। बैंगलोर सेंट्रल में 7 विधानसभा हैं, 6 में हम जीतते हैं, जहां ज्यादा फर्जी वोट थे, वहां हम हार जाते हैं। उसी एक सीट के चलते बीजेपी लोकसभा चुनाव जीत जाती है। हमारे लोगों ने कागज की वोटर लिस्ट से फोटो-नाम-एड्रेस मिलाकर काम किया। 4 महीने लगे, हमने 16-17 घंटे रोज काम किया और देश के सामने सबूत रखा।

संविधान की हत्या करने की साजिश-राहुल गांधी

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, जिन शक्तियों ने महात्मा गांधी की हत्या की थी, वही लोग आज संविधान की हत्या करने की साजिश में लगे हुए हैं। हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे। बिहार में इस यात्रा को जबरदस्त समर्थन मिला है। बीजेपी के लोग काले झंडे दिखा रहे हैं, लेकिन वे सुन लें, एटम बम से बड़ा हाइड्रोजन बम होता है, और वह आ रहा है। वोट चोरी की सच्चाई पूरे देश के सामने आने वाली है। इसके बाद नरेंद्र मोदी देश की जनता को अपना चेहरा नहीं दिखा पाएंगे।

मोदी और शाह आपको डुबा देंगे-खरगे

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी रैली को संबोधित किया। खरगे ने कहा, इस 15 दिन की यात्रा पूरे देश में चर्चा चली। भाजपा ने इसमें रुकावट डालने की पूरी कोशिश की। गठबंधन के लोग राहुल जी या तेजस्वी जी नहीं डरे। वोट चोरी करने वाले पैसा चोरी करने की भी आदत रखते हैं। बैंक से चोरी कर बाहर जाने वालों को भी यह संभालते हैं। मोदी जी बिहार में वोट चोरी कराकर जीतना चाहते हैं। सतर्क नहीं रहेंगे तो यह मोदी और शाह आपको डुबा देंगे। आजादी के बाद जो वोट का अधिकार दिलाया गया, उसे खोना नहीं। यह महात्मा गांधी, आंबेडकर और नेहरु जी ने अधिकार दिया है।

सीएम नीतीश पर भी बरसे खरगे

सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए खरगे ने कहा कि यह आरएसएस वाले आपको कचरा में जाकर फेकेंगे। खरगे ने पुलिस को राहुल गांधी की यात्रा रोकने के लिए भी आड़े हाथ लिया। खरगे ने कहा, यहां पुलिस का सही इंतजाम क्यों नहीं? राहुल जी, मैं विपक्ष का नेता, तेजस्वी बिहार में विपक्ष के नेता, लेकिन पुलिस का इस सभा में सही इंतजाम नहीं। यहां धक्का-मुक्की हो रही है। पुलिस जान ले कि अभी हमारी सरकार नहीं लेकिन कम हम भी सत्ता में आएंगे।

नेपाल के रास्ते बिहार में घुसे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी, पुलिस मुख्यालय ने जारी किया हाई अलर्ट

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बिहार पुलिस मुख्यालय ने एक बड़ा अलर्ट जारी किया है। पुलिस मुख्यालय ने सूबे के सभी जिलों को अलर्ट किया है। अलर्ट करने की वजह यह है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी के नेपाल के रास्ते बिहार में घुसने की सूचना मिली है। खबर है कि जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी, हसनैन अली, आदिल हुसैन और मोहम्मद उस्मान, नेपाल के रास्ते बिहार में प्रवेश कर चुके हैं। जो किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसके बाद राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और सीमावर्ती जिलों में विशेष चौकसी बरती जा रही है।

तीन आतंकी नेपाल के रास्ते बिहार में घुसे

पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी नेपाल के रास्ते बिहार में घुसे हैं। इन आतंकियों के नाम हैं हसनैन अली जो कि रावलपिंडी, पाकिस्तान का रहने वाला है। वहीं दूसरे के नाम आदिल हुसैन है जो उमरकोट का रहने वाला है। जबकि तीसरा आतंकी मोहम्मद उस्मान है जो पाकिस्तान के ही बहावलपुर का बाशिंदा है।

तीनों आतंकियों की तस्वीर जारी

बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से इन तीनों आतंकियों की तस्वीर जारी की गई है। इनके पासपोर्ट से संबंधित जानकारी सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों से साझा की गई है। बिहार में विधानसभा चुनाव को देखते हुए आतंकी गतिविधि पर लगातार पुलिस मुख्यालय की नजर है। इसी बीच यह अहम जानकारी सामने आई जिसके बाद हाई अलर्ट जारी किया गया है।

तीनों आतंकी अगस्त के दूसरे सप्ताह में काठमांडू पहुंचे

पुलिस मुख्यालय ने जिलों से कहा है कि पुलिस मुख्यालय के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार तीनों आतंकी अगस्त के दूसरे सप्ताह में काठमांडू पहुंचे थे। वहां से अगस्त के तीसरे सप्ताह में नेपाल बॉर्डर से बिहार में घुसे। तीनों आतंकवादियों के पासपोर्ट से जुड़ी जानकारी भी साझा की गई है। पुलिस मुख्यालय ने आशंका जताते हुए कहा है कि हो न हो ये लोग किसी बड़ी घटनाओं को अंजाम देने के फिराक में हैं। पुलिस मुख्यालय ने बिहार के सभी जिलों को स्थानीय स्तर पर खुफिया तंत्र को सक्रिय कर आसूचना संकलन करने और संदिग्ध आतंकियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई का निर्देश दिया है।

इन जिलों में खास सख्ती

पुलिस मुख्यालय ने खास तौर पर नेपाल से सटे बिहार के सीमावर्ती जिले सीतामढ़ी, मधुबनी, पश्चिम चंपारण, अररिया, किशनगंज और सुपौल में चौकसी बढ़ा दी गई है। भागलपुर और अन्य जिलों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि संदिग्ध गतिविधि या किसी भी जानकारी को तुरंत स्थानीय थाने या पुलिस हेल्पलाइन को सूचित करें। फिलहाल सभी सुरक्षा एजेंसियां तीनों आतंकियों की तलाश में जुटी हुई हैं।

पीएम मोदी का आज बिहार और बंगाल का दौरा, दोनों राज्यों पर होगी सौगातों की बौछार

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार आज बिहार और पश्चिम बंगाल के दौरे पर रहेंगे। पीएम मोदी पहले बिहार के गयाजी पहुंचेंगे वहां विभिन्‍न परियोजनाओं का शिलान्‍यास और उद्घाटन करेंगे। दोपहर बाद 1:30 बजे पीएम मोदी बेगूसराय में औंटा-सिमरिया गंगा पुल (एनएच-31) का दौरा करेंगे। पीएम मोदी मुजफ्फरपुर में बहुप्रतिक्षित होमी भाभा कैंसर अस्पताल का भी उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वे शाम 4:15 बजे कोलकाता पहुंचेंगे और कोलकाता मेट्रो की नई लाइन का उद्घाटन करने के साथ ही मेट्रो ट्रेन में यात्रा भी करेंगेय़ कोलकाता में ही शाम 4:45 बजे पीएम मोदी विभिन्‍न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्‍यास करेंगे। इसे बाद शाम 5:30 बजे जनसभा को संबोधित करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार को कई प्रमुख सौगातें देने जा रहे हैं। इसमें दो बेहद खास हैं, पहला, देश का सबसे चौड़ा पहला छह लेन पुल शामिल है। यह पुल औटा (मोकामा) से सिमरिया (बेगूसराय) के बीच बना एक्सपैंशन केबल तकनीक से बना हुआ है। छह लेन के इस पुल की चौड़ाई 34 मीटर है. आमतौर पर छह लेन के पुल की चौड़ाई 29.5 मीटर होती है, लेकिन सिमरिया पुल की चौड़ाई (डेक) 34 मीटर है। देश में मौजूद अन्य छह लेन पुलों की तुलना में यह साढ़े चार मीटर अधिक चौड़ा है। इससे अधिक संख्या में वाहनों की आवाजाही बेहद सुगमता से हो सकेगी। इसके निर्माण पर 1871 करोड़ रुपये का खर्च आया है। एप्रोच समेत इस पुल की कुल लंबाई 8.150 किमी है। गंगा नदी पर इसकी लंबाई 1.86 किमी है।

बुद्ध से जुड़े सभी स्थलों को जोड़ने वाली ट्रेन की सौगात

पीएम मोदी जिन योजनाओं की शुरूआत कर रहे हैं, उनमें बुद्ध सर्किट से जुड़ स्थलों को जोड़ता हुए एक ट्रेन भी शामिल है। पीएम नरेंद्र मोदी बिहार-झारखंड के बुद्ध सर्किट में शामिल सभी स्थानों को जोड़ने वाली एक जोड़ी ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन वैशाली से शुरू होकर नालंदा, राजगीर, गयाजी होते हुए कोडरमा (झारखंड) तक जाएगी। बिहार और झारखंड में मौजूद बुद्ध से जुड़े सभी स्थलों को यह ट्रेन एक साथ जोड़ेगी।

बिहार के बाद बंगाल जाएंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के बाद पश्चिम बंगाल की यात्रा भी करेंगे। पीएम मोदी शाम करीब 4.15 बजे कोलकाता में 13.61 किलोमीटर लंबे नवनिर्मित मेट्रो नेटवर्क और इन मार्गों पर मेट्रो सेवाओं का शुभारंभ करेंगे। पीएम जेसोर रोड मेट्रो स्टेशन से जय हिंद बिमानबंदर और वापस मेट्रो की सवारी भी करेंगे। इसके अलावा, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये वह सियालदह-एस्प्लेनेड मेट्रो सेवा और बेलेघाटा-हेमंत मुखोपाध्याय मेट्रो सेवा को भी हरी झंडी दिखाएंगे। क्षेत्र में सड़क अवसंरचना को बढ़ावा देने के लिए, प्रधानमंत्री 1,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 7.2 किलोमीटर लंबे छह-लेन एलिवेटेड कोना एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखेंगे।

भू-अभिलेखों को अद्यतन करने को 16 अगस्त से शुरू हो रहा राजस्व महा–अभियान, हर घर तक पहुंचेगी जमीन से जुड़ी जरूरी सुधारों की सुविधा

गयाजी: डिजिटाईज्ड जमाबन्दी में परिलक्षित त्रुटियों का निराकरण, छुटे हुए जमाबन्दी का ऑनलाईन एवं उत्तराधिकारी नामांतरण अथवा संयुक्त संपत्ति के बँटवारे की स्थिति में नामांतरण की कार्रवाई किये जाने हेतु पंचायतवार शिविर लगाकर राजस्व विभाग के कर्मियों द्वारा घर-घर जाकर मामले का निष्पादन किया जाना है। ज़िलाधिकारी शशांक शुभंकर ने सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता एवं सभी अंचलाधिकारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक करते हुए राजस्व महाअभियान को अच्छे से आयोजन करवाने का निर्देश दिए हैं।

डीएम ने बताया कि सभी अंचल वार रोस्टर भी तैयार किये गए हैं, ताकि हर पंचायत में हल्कावार घर घर जाकर सभी राजस्व कर्मी 03 प्रकार के प्रपत्र बाटेंगे और प्रपत्र बाटने के तिथि से अगले 3 दिन के बाद से घर घर से उन संबंधित प्रपत्र को प्राप्ति ( कलेक्शन) भी करवाएंगे। डीएम ने अपर समाहर्ता को निर्देश दिए हैं कि जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाये ताकि हर दिन संध्या में सभी अंचल अधिकारियों से प्रतिवेदन प्राप्त करें की तिथि वार कितना कितना आवेदन बांटे गए हैं और कितना कलेक्ट किए गए हैं। जिलाधिकारी ने सभी अंचल अधिकारी को निर्देश दिया है कि अपने-अपने क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधियों के साथ आज ही बैठक करते हुए उन्हें इस राजस्व महा अभियान के संबंध में जानकारी दें एवं मोजावर प्रपत्र वितरण संबंधित सूची भी उपलब्ध करवाये। डीएम ने कहा कि 16 अगस्त से घर-घर प्रपत्र बांटा जाएगा उसके पश्चात अगले तीन दिनों के बाद अर्थात 20 अगस्त से पंचायत वार शिविर भी लगाया जाएगा ताकि प्रपत्रों को जांच एवं उसका डिस्पोजल पर विशेष गति से करवाया जाएगा। 16 अगस्त को जिला स्तरीय सभी पदाधिकारी अपने आवंटित प्रखंड में निश्चित रूप से जाएंगे एवं फार्म वितरण का निरीक्षण एवं जानकारी लेंगे।

इसके पश्चात 20 अगस्त से लगने वाले पंचायत बार शिविर में भी जिला स्तरीय पदाधिकारी शिविर में जाएंगे और प्राप्त प्रपत्रों को एंट्री एवं उसका डिस्पोजल को देखेंगे। विदित हो कि बिहार में राजस्व महाअभियान की शुरुआत होने वाली है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से 16 अगस्त से 20 सितंबर तक ये महाअभियान चलेगा। इस अभियान का उद्देश्य भूमि संबंधी दस्तावेजों में पारदर्शिता लाना और जनता को जमीन से जुड़ी जरूरी सुधारों की सुविधा सीधे उनके द्वार तक पहुंचाना है।

इस अभियान के अंतर्गत डिजिटाइज्ड जमाबंदी में त्रुटि सुधार, उत्तराधिकार नामांतरण, बंटवारा नामांतरण एवं छूटी हुई जमाबंदी को ऑनलाइन किया जाएगा। इन महत्वपूर्ण कार्यों को हल्का स्तर पर शिविर लगाकर पूरा किया जाएगा।

ज़िला पदाधिकारी ने सभी अपर समाहर्ता राजस्व, सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता, सभी अंचलाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि अच्छे तरीके से शिविर का आयोजन करें।

हर घर तक पहुंचेगी जमीन से जुड़ी जरूरी सुधारों की सुविधा

इस राजस्व महाअभियान के तहत राज्यभर में डिजिटाइज्ड जमाबंदी में त्रुटियों का सुधार (परिमार्जन), छूटी हुई जमाबंदियों को ऑनलाइन कराना, उत्तराधिकार नामांतरण और बंटवारा नामांतरण जैसे मामलों का समाधान किया जाएगा। इसके साथ ही नाम, खाता, खेसरा, रकबा, लगान जैसी अशुद्धियों को ठीक किया जाएगा। साथ ही ऑफलाइन जमाबंदी को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा। रैयत की मृत्यु के बाद उत्तराधिकारियों के नाम पर जमाबंदी कराई जाएगी। संयुक्त जमाबंदी के मौखिक बंटवारे के बावजूद अंशधारकों के नाम से अलग जमाबंदी सुनिश्चित की जाएगी।

घर-घर पहुंचेंगी टीमें

सभी अंचलाधिकारी की तरफ से हल्का वार नामित कर्मी 16 अगस्त से 15 सितंबर 2025 तक घर-घर जाकर लोगों को उनकी जमाबंदी की प्रति देंगी तथा हल्का शिविर में उनसे आवेदन लेंगी ताकि किसी को दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें। प्रत्येक पंचायत के सरकारी या अन्य सरकारी भवन में हल्कावार विशेष शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में भरे हुए आवेदन प्रपत्र जरुरी कागजातों के साथ जमा किए जा सकेंगे। प्रत्येक हल्का में कम से कम सात दिनों के अंतराल पर दो तिथियों में शिविर आयोजित किए जाएंगे। लोगों को आवेदन पत्र भरने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। अधिक जानकारी के लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://biharbhumi.bihar.gov.in/

विजिट कर सकते हैं। इसके अलावा विभाग के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी इस संबंध में जरूरी जानकारियां प्रदान की जायेंगी।

ज़िलाधिकारी ने कहा कि राजस्व महा अभियान से लाखों रैयतों को लाभ होगा। अभियान के प्रत्येक चरण में समयबद्धता, पारदर्शिता और नागरिक सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि सभी अंचलाधिकारी अपने कार्यालय परिसर का निरीक्षण करेंगे। परिसर में अवैध कोई भी फोटोकॉपी की दुकान संचालित नही रहे, फोटोकॉपी की दुकान के नाम पर अवैध गैरकानूनी राजस्व कागजात काम करवाने के नाम पर आम जनताओं को ह्रास करता है। इसे हर हाल में रोके। इसके अलावा प्रायः सूचना मिलती है कि राजस्व कर्मचारी अपना प्राइवेट आदमी रखकर राजस्व कार्यो को करवाने के लिये आम जनताओं को ह्रास करते हैं, इसे भी जांच करेंगे एवं नियंत्रित रखेंगे। कही से भी कोई आम जनताओं को ह्रास की सूचना मिलती है तो संबंधित राजस्व कर्मचारियों पर कार्रवाई करे।

राजस्व महाअभियान: 16 अगस्त से घर-घर जाकर सुधारी जाएंगी भू-अभिलेखों की त्रुटियां

गया: बिहार में भूमि संबंधी दस्तावेजों को पारदर्शी और त्रुटिहीन बनाने के उद्देश्य से 16 अगस्त से 20 सितंबर तक 'राजस्व महाअभियान' शुरू हो रहा है। इस अभियान के तहत राजस्व विभाग की टीमें घर-घर जाकर लोगों की समस्याओं का समाधान करेंगी, जिससे उन्हें कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

इस संबंध में गया में जिला पदाधिकारी सह जिला दंडाधिकारी श्री शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें अपर समाहर्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग, पंपलेट और माइक के इस्तेमाल का आदेश दिया गया है।

अभियान के मुख्य उद्देश्य

इस महाअभियान के अंतर्गत निम्नलिखित कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी:

त्रुटि सुधार: डिजिटाइज्ड जमाबंदी में नाम, खाता, खेसरा, रकबा और लगान जैसी गलतियों को ठीक किया जाएगा।

जमाबंदी ऑनलाइन: छूटी हुई ऑफलाइन जमाबंदी को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा।

उत्तराधिकार नामांतरण: रैयत की मृत्यु के बाद उनकी संपत्ति का नाम उनके उत्तराधिकारियों के नाम पर किया जाएगा।

बंटवारा नामांतरण: संयुक्त जमाबंदी की संपत्ति का मौखिक बंटवारा होने पर अंशधारकों के नाम से अलग जमाबंदी सुनिश्चित की जाएगी।

घर-घर पहुंचेंगी टीमें, पंचायत स्तर पर लगेंगे शिविर

राजस्व विभाग की टीमें 16 अगस्त से 15 सितंबर 2025 तक हर घर तक पहुंचेंगी। वे लोगों को उनकी जमाबंदी की प्रति देंगी और हल्का (राजस्व क्षेत्र) शिविरों में उनसे आवेदन पत्र जमा कराएंगी। प्रत्येक पंचायत में सरकारी भवनों में दो अलग-अलग तिथियों पर विशेष शिविर लगाए जाएंगे ताकि लोगों को पर्याप्त समय मिल सके।

जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को अभियान को समयबद्धता, पारदर्शिता और नागरिक सुविधा के साथ पूरा करने का निर्देश दिया है। यह अभियान लाखों रैयतों के लिए एक अत्यंत महत्वाकांक्षी पहल है। अधिक जानकारी के लिए लोग राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://biharbhumi.bihar.gov.in/ पर जा सकते हैं।

बिहार वोटर लिस्ट मामलाः 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाने पर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से मांगा जवाब

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बिहार के वोटर लिस्ट रीविजन (एसआईआर) को लेकर पूरे देश में घमासान मचा हुआ है। संसद में विपक्ष विरोध प्रदर्शन कर रही है और इसके खिलाफ आवाज उठा रही है। वहीं, दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट में एसआईआर से जुड़ी याचिका दायर की गई है। कोर्ट में इन याचिकाओं पर सुनवाई हो रही है।सुप्रीम कोर्ट ने बिहार में एसआईआर के बाद प्रकाशित ड्राफ्ट मतदाता सूची से 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाए जाने के आरोपों पर चुनाव आयोग से शनिवार तक जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी सवाल किया है कि क्या एक अगस्त को प्रकाशित ड्राफ्ट सूची को राजनीतिक दलों के साथ साझा किया गया था या नहीं?

जस्टिस सूर्यकांत, उज्जल भुयान और एन. कोटिश्वर सिंह की बेंच ने चुनाव आयोग से कहा, हमें हर उस वोटर की जानकारी चाहिए जिसका नाम हटाया गया है। ये देखें कि किस आधार पर नाम हटे हैं।

एडीआर ने याचिका दायर कर की ये मांग

दरअसल, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने याचिका दायर कर निर्वाचन आयोग ने ड्राफ्ट लिस्ट में जो 65 लाख लोगों के नाम हटाए हैं उनकी जानकारी प्रकाशित करने के लिए आयोग को निर्देश देने की मांग सुप्रीम कोर्ट से की है। ADR की ओर से सुप्रीम कोर्ट में वकील प्रशांत भूषण ने मामला मेंशन किया। 65 लाख लोगों को मसौदा सूची से हटाए जाने के संबंध में दाखिल आवेदन को मेंशन किया।

चुनाव आयोग ने क्या कहा?

इस पर चुनाव आयोग ने कहा कि हम ने राजनीतिक दलों को हटाए गए लोगों की सूची दी है। हम वोटर लिस्ट को साफ करने का काम कर रहे हैं। हमारा मकसद है कि अपात्र लोग हटें और केवल सही लोग वोटर लिस्ट में रहें। सुप्रीम कोर्ट ने आवेदन पर चुनाव आयोग से हलफनामा दाखिल करने को कहा है।

65 लाख लोगों के हटाए गए नाम

बता दें कि बिहार में SIR प्रक्रिया के तहत, चुनाव आयोग ने आदेश दिया था कि सिर्फ उन्हीं वोटर्स को ड्राफ्ट रोल में शामिल किया जाएगा जो 25 जुलाई तक गणना फॉर्म जमा करेंगे। चुनाव आयोग ने कहा कि राज्य के 7.89 करोड़ पंजीकृत वोटर्स में से 7.24 करोड़ से फॉर्म हासिल हो चुके हैं, यानी बाकी 65 लाख को हटा दिया गया है। आयोग ने 25 जुलाई को बताया, 22 लाख वोटर्स की मृत्यु हो चुकी है, जबकि 35 लाख या तो स्थायी रूप से पलायन कर गए हैं या फिर उनका पता नहीं चल पाया है, 7 लाख वोटर्स एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत हैं।

महागठबंधन में जेएमएम की एंट्री, बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का मिला मौका, सीट शेयरिंग की डेट भी हुई फाइनल

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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाल ही में संपन्न हुए वोटर अधिकार यात्रा के दौरान लालू यादव से आशीर्वाद लिया था और जनता से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की अपील की थी। इस दौरान हेमंत सोरेन ने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए महागठबंधन में शामिल होने इच्छा भी जाहिर की थी। इब तय हो गया है कि तय हो गया कि झामुमो भी महागठबंधन के बैनर तले ही चुनाव लड़ेगा।

महागठबंधन को मिला जेएमएम-रालोजपा का साथ

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में भी सीट शेयरिंग और नए दलों के जुड़ने को लेकर हलचल बढ़ गई है। इसी बीच शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास पर महागठबंधन की बड़ी बैठक हुई। बैठक में सीटों के बंटवारे पर चर्चा के साथ ही बड़ा फैसला लिया गया कि अब झारखंड मुक्ति मोर्चा और पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) भी महागठबंधन का हिस्सा होंगे।

8 दोलों के बीच होगा 243 सीटों का बंटवारा

बिहार में महागठबंधन में अब तक 6 दल थे। आरजेडी के साथ कांग्रेस, माले, सीपीआई, सीपीएम और वीआईपी। अब रालोजपा और जेएमएम के महागठबंधन में आने के बाद घटक दलों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। मतलब अब बिहार की 243 विधानसभा सीटों को इंडिया गठबंधन के 8 घटक दलों के बीच बांटा जाएगा

15 सितंबर को सीट शेयरिंग का ऐलान

सीट बंटवारे का फॉर्मूला तैयार कर लिया गया है और आगामी 15 सितंबर को इसकी औपचारिक घोषणा होगी। पिछली बार राजद ने 144, कांग्रेस ने 70 और वाम दलों ने 29 सीटों पर चुनाव लड़ा था। उस समय वीआईपी गठबंधन का हिस्सा नहीं थी। इस बार वीआईपी 60 सीटों का दावा कर रही है, जबकि वाम दल 40 सीटों की मांग कर रहे हैं। नए दलों के शामिल होने से सीट शेयरिंग पर सभी की निगाहें टिकी हैं।

अक्टूबर में होगी बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा, जानें संभावित तारीख

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बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हैं। हालांकि, अब तक तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग अक्टूबर के पहले या दूसरे हफ्ते में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। चुनाव आयोग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार में विधानसभा चुनाव छठ पूजा के बाद हो सकते हैं। साथ ही माना जा रहा है कि बिहार में इस बार दो या तीन चरणों में मतदान कराया जाएगा।

22 नवंबर तक पूरी हो सकती है चुनावी प्रक्रिया

सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। दुर्गा पूजा और दशहरा के बाद चुनाव की घोषणा होगी। पूरी चुनावी प्रक्रिया 22 नवंबर की तय समय-सीमा से पहले ही पूरी कर ली जाएगी। कहा जा रहा है कि नवंबर में दो या तीन चरणों में बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो सकती है। सूत्रों की मानें तो 15 से 20 नवंबर के बीच मतगणना भी संभव है।

30 सितंबर को जारी हो सकती है वोटर लिस्ट

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए वोटर लिस्ट 30 सितंबर को जारी की जा सकती है। वोटर लिस्ट जारी होने के बाद भी चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जाएगा। अगर अक्टूबर के पहले हफ़्ते में चुनाव का ऐलान होता है तो 30 दिनों के बाद ही चुनाव कराया जा सकता है। छठ 26 और 27 अक्टूबर को है। तो ऐसे में मना जा रहा है कि नवंबर के पहले हफ्ते में पहले चरण का चुनाव हो सकता है।

पिछली बार कब हुआ था चुनाव?

बिहार में पिछली बार यानी कि साल 2020 में 243 सीटों पर तीन चरणों में चुनाव हुए थे। पहले चरण में 71 सीटों के लिए चुनाव 28 अक्तूबर, 94 सीटों पर दूसरे चरण का चुनाव 3 नवंबर, बची हुईं 78 सीटों पर तीसरे चरण का चुनाव 7 नवंबर को हुआ था। वोंटों की गिनती 10 नवंबर को शुरू हुई थी। 2020 चुनाव में बीजेपी, 74 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू तीसरे नंबर पर रही थी। इसे 43 सीटें मिली थीं। कांग्रेस ने 19 सीटें जीती। सभी वाम दलों ने कुल 16 सीटें जीती थी। सबसे ज्‍यादा भाकपा माले ने 12 सीटें जीती थीं।

झामुमो ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर ठोकी ताल, महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर जल्द होगी बात

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बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भी ताल ठोक दी है। जेएमएम बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। झामुमो बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ेगी और महागठबंधन की जीत सुनिश्चित करने में भूमिका निभाएगी। पार्टी ने अपनी इच्छा महागठबंधन के घटक दलों को बता दी है। यह जानकारी झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी बिहार में विधानसभावार चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। झारखंड में झामुमो कांग्रेस, राजद और माले के साथ गठबंधन में है। अब इन दलों के नेतृत्व को अंतिम फैसला करना है। भट्टाचार्य ने कहा कि औपचारिक घोषणा होने पर तस्वीर साफ हो जाएगी, लेकिन यह तय है कि झामुमो बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी और महागठबंधन की जीत में सहयोग करेगी।

जेएमएम ने 12 सीटों पर दावेदारी का प्रस्ताव रखा

बताया जा रहा है कि झामुमो ने इस बार बिहार में सक्रिय दावेदारी पेश करते हुए 12 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग रखी है। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाल ही में अपने बिहार प्रवास के दौरान राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी। राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के समापन कार्यक्रम में झारखंड के मुख्यमंत्री और झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने भी भाग लिया था। सीएम हेमंत सोरेन के पटना प्रवास के दौरान उन्होंने लालू यादव और तेजस्वी यादव से भी मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने झामुमो की तैयारी और 12 सीटों पर दावेदारी का प्रस्ताव रखा।

सीट शेयरिंग पर बनी सहमति!

झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता और केंद्रीय समिति सदस्य मनोज पांडेय ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में हमारी हिस्सेदारी तय हो गई है। हमारी राजनीतिक क्षमता के अनुसार मान-सम्मान मिलेगा. हमने 12 सीटों की सूची सौंपी है, जिनमें से 8 पर हमारा मजबूत जनाधार है। सीट शेयरिंग पर सकारात्मक बातें हुई हैं, अब सिर्फ आधिकारिक घोषणा बाकी है।

जेएमएम को मिल सकेंगी इतनी सीटें

हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि महागठबंधन में पहले से मौजूद राजद और कांग्रेस जैसे मजबूत घटक दल अपने हिस्से की सीटें कम नहीं करेंगे। ऐसे में झामुमो को एक या दो से अधिक सीटें मिलना मुश्किल माना जा रहा है। पिछले चुनाव में तो झामुमो को गठबंधन में एक भी सीट नहीं दी गई थी। वजह यह बताई गई थी कि झामुमो का बिहार में मजबूत संगठन और वोट बैंक मौजूद नहीं है।

सीएम हेमंत सोरेन का बीजेपी पर हमला, बोले- जेल में नहीं होता तो एनडीए को झारखंड में खाता नहीं खोलने देता

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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन आज वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होने बिहार की राजधानी पटना पहुंचे। पटना में वोटर अधिकार यात्रा के समापन के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने केन्द्र और बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस दौरान एनडीए सरकार पर साजिश के तहत ईडी और इनकम टैक्स जैसे हथकंडों के जरिए विपक्षी जनप्रतिनिधियों को डराने का आरोप लगाया।

2014 में कुछ चालाक लोगों ने सता पर कब्जा किया-हेमंत सोरेन

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वोट किसी पार्टी का नहीं, वोट देश का है। वोट से संविधान और देश बचता है। 2014 में कुछ चालाक और चतुर लोगों ने सता पर कब्जा कर लिया। आज फूट डालो और राज करो पर अमल कर रहे हैं। आज सीबीआई और ईडी के बल पर जनप्रतिनिधियों को डराया जा रहा है।

वोट रिवीजन कराने की चेतावनी

हेमंत सोरेने ने आगे कहा कि कहा कि वोट चोरी की यह प्रक्रिया कोई नई नहीं है, लेकिन राहुल गांधी ने अब इन्हें बेनकाब करने का काम किया है। बिहार का चुनाव केवल बिहार का नहीं पूरे देश को बचाने का चुनाव है। सोरेन ने आरोप लगाया कि साजिश के तहत उन्हें जेल में डाल दिया गया, वरना जिस तरह झारखंड में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी, उसी तरह लोकसभा में भी एनडीए को खाता खोलने का मौका नहीं मिलता। अगर है हिम्मत तो देश की गद्दी छोड़ो वोट रिवीजन कराओ तब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

बिहार में हम हाइड्रोजन बम दिखाएंगे, मोदी जी अपना चेहरा नहीं दिखा पाएंगे, पटना में गरजे राहुल

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कांग्रेस सांसद और लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पटना में ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ को संबोधित किया। जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने एक बार फिर वोट चोरी का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा, यह यात्रा बिहार से शुरू हुई और हमने इसे ‘वोटर अधिकार यात्रा’ नाम दिया। यहां महाराष्ट्र के नेता मौजूद हैं। महाराष्ट्र में चुनाव चोरी किया गया था। एक करोड़ नए वोटर जोड़े गए और उनके वोट बीजेपी गठबंधन को मिले। लोकसभा चुनाव में हम जीते, लेकिन विधानसभा में हार गए, क्योंकि बीजेपी ने वोट चोरी की।

देश के सामने सबूत रखा-राहुल गांधी

जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा माधवापुरा, बैंगलोर सेंट्रल की सीट में हमने दिखाया कि एक एसेंबली में एक लाख से ज्यादा फर्जी वोटर थे। बैंगलोर सेंट्रल में 7 विधानसभा हैं, 6 में हम जीतते हैं, जहां ज्यादा फर्जी वोट थे, वहां हम हार जाते हैं। उसी एक सीट के चलते बीजेपी लोकसभा चुनाव जीत जाती है। हमारे लोगों ने कागज की वोटर लिस्ट से फोटो-नाम-एड्रेस मिलाकर काम किया। 4 महीने लगे, हमने 16-17 घंटे रोज काम किया और देश के सामने सबूत रखा।

संविधान की हत्या करने की साजिश-राहुल गांधी

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, जिन शक्तियों ने महात्मा गांधी की हत्या की थी, वही लोग आज संविधान की हत्या करने की साजिश में लगे हुए हैं। हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे। बिहार में इस यात्रा को जबरदस्त समर्थन मिला है। बीजेपी के लोग काले झंडे दिखा रहे हैं, लेकिन वे सुन लें, एटम बम से बड़ा हाइड्रोजन बम होता है, और वह आ रहा है। वोट चोरी की सच्चाई पूरे देश के सामने आने वाली है। इसके बाद नरेंद्र मोदी देश की जनता को अपना चेहरा नहीं दिखा पाएंगे।

मोदी और शाह आपको डुबा देंगे-खरगे

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी रैली को संबोधित किया। खरगे ने कहा, इस 15 दिन की यात्रा पूरे देश में चर्चा चली। भाजपा ने इसमें रुकावट डालने की पूरी कोशिश की। गठबंधन के लोग राहुल जी या तेजस्वी जी नहीं डरे। वोट चोरी करने वाले पैसा चोरी करने की भी आदत रखते हैं। बैंक से चोरी कर बाहर जाने वालों को भी यह संभालते हैं। मोदी जी बिहार में वोट चोरी कराकर जीतना चाहते हैं। सतर्क नहीं रहेंगे तो यह मोदी और शाह आपको डुबा देंगे। आजादी के बाद जो वोट का अधिकार दिलाया गया, उसे खोना नहीं। यह महात्मा गांधी, आंबेडकर और नेहरु जी ने अधिकार दिया है।

सीएम नीतीश पर भी बरसे खरगे

सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए खरगे ने कहा कि यह आरएसएस वाले आपको कचरा में जाकर फेकेंगे। खरगे ने पुलिस को राहुल गांधी की यात्रा रोकने के लिए भी आड़े हाथ लिया। खरगे ने कहा, यहां पुलिस का सही इंतजाम क्यों नहीं? राहुल जी, मैं विपक्ष का नेता, तेजस्वी बिहार में विपक्ष के नेता, लेकिन पुलिस का इस सभा में सही इंतजाम नहीं। यहां धक्का-मुक्की हो रही है। पुलिस जान ले कि अभी हमारी सरकार नहीं लेकिन कम हम भी सत्ता में आएंगे।

नेपाल के रास्ते बिहार में घुसे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी, पुलिस मुख्यालय ने जारी किया हाई अलर्ट

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बिहार पुलिस मुख्यालय ने एक बड़ा अलर्ट जारी किया है। पुलिस मुख्यालय ने सूबे के सभी जिलों को अलर्ट किया है। अलर्ट करने की वजह यह है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी के नेपाल के रास्ते बिहार में घुसने की सूचना मिली है। खबर है कि जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी, हसनैन अली, आदिल हुसैन और मोहम्मद उस्मान, नेपाल के रास्ते बिहार में प्रवेश कर चुके हैं। जो किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसके बाद राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और सीमावर्ती जिलों में विशेष चौकसी बरती जा रही है।

तीन आतंकी नेपाल के रास्ते बिहार में घुसे

पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी नेपाल के रास्ते बिहार में घुसे हैं। इन आतंकियों के नाम हैं हसनैन अली जो कि रावलपिंडी, पाकिस्तान का रहने वाला है। वहीं दूसरे के नाम आदिल हुसैन है जो उमरकोट का रहने वाला है। जबकि तीसरा आतंकी मोहम्मद उस्मान है जो पाकिस्तान के ही बहावलपुर का बाशिंदा है।

तीनों आतंकियों की तस्वीर जारी

बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से इन तीनों आतंकियों की तस्वीर जारी की गई है। इनके पासपोर्ट से संबंधित जानकारी सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों से साझा की गई है। बिहार में विधानसभा चुनाव को देखते हुए आतंकी गतिविधि पर लगातार पुलिस मुख्यालय की नजर है। इसी बीच यह अहम जानकारी सामने आई जिसके बाद हाई अलर्ट जारी किया गया है।

तीनों आतंकी अगस्त के दूसरे सप्ताह में काठमांडू पहुंचे

पुलिस मुख्यालय ने जिलों से कहा है कि पुलिस मुख्यालय के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार तीनों आतंकी अगस्त के दूसरे सप्ताह में काठमांडू पहुंचे थे। वहां से अगस्त के तीसरे सप्ताह में नेपाल बॉर्डर से बिहार में घुसे। तीनों आतंकवादियों के पासपोर्ट से जुड़ी जानकारी भी साझा की गई है। पुलिस मुख्यालय ने आशंका जताते हुए कहा है कि हो न हो ये लोग किसी बड़ी घटनाओं को अंजाम देने के फिराक में हैं। पुलिस मुख्यालय ने बिहार के सभी जिलों को स्थानीय स्तर पर खुफिया तंत्र को सक्रिय कर आसूचना संकलन करने और संदिग्ध आतंकियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई का निर्देश दिया है।

इन जिलों में खास सख्ती

पुलिस मुख्यालय ने खास तौर पर नेपाल से सटे बिहार के सीमावर्ती जिले सीतामढ़ी, मधुबनी, पश्चिम चंपारण, अररिया, किशनगंज और सुपौल में चौकसी बढ़ा दी गई है। भागलपुर और अन्य जिलों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि संदिग्ध गतिविधि या किसी भी जानकारी को तुरंत स्थानीय थाने या पुलिस हेल्पलाइन को सूचित करें। फिलहाल सभी सुरक्षा एजेंसियां तीनों आतंकियों की तलाश में जुटी हुई हैं।

पीएम मोदी का आज बिहार और बंगाल का दौरा, दोनों राज्यों पर होगी सौगातों की बौछार

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार आज बिहार और पश्चिम बंगाल के दौरे पर रहेंगे। पीएम मोदी पहले बिहार के गयाजी पहुंचेंगे वहां विभिन्‍न परियोजनाओं का शिलान्‍यास और उद्घाटन करेंगे। दोपहर बाद 1:30 बजे पीएम मोदी बेगूसराय में औंटा-सिमरिया गंगा पुल (एनएच-31) का दौरा करेंगे। पीएम मोदी मुजफ्फरपुर में बहुप्रतिक्षित होमी भाभा कैंसर अस्पताल का भी उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वे शाम 4:15 बजे कोलकाता पहुंचेंगे और कोलकाता मेट्रो की नई लाइन का उद्घाटन करने के साथ ही मेट्रो ट्रेन में यात्रा भी करेंगेय़ कोलकाता में ही शाम 4:45 बजे पीएम मोदी विभिन्‍न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्‍यास करेंगे। इसे बाद शाम 5:30 बजे जनसभा को संबोधित करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार को कई प्रमुख सौगातें देने जा रहे हैं। इसमें दो बेहद खास हैं, पहला, देश का सबसे चौड़ा पहला छह लेन पुल शामिल है। यह पुल औटा (मोकामा) से सिमरिया (बेगूसराय) के बीच बना एक्सपैंशन केबल तकनीक से बना हुआ है। छह लेन के इस पुल की चौड़ाई 34 मीटर है. आमतौर पर छह लेन के पुल की चौड़ाई 29.5 मीटर होती है, लेकिन सिमरिया पुल की चौड़ाई (डेक) 34 मीटर है। देश में मौजूद अन्य छह लेन पुलों की तुलना में यह साढ़े चार मीटर अधिक चौड़ा है। इससे अधिक संख्या में वाहनों की आवाजाही बेहद सुगमता से हो सकेगी। इसके निर्माण पर 1871 करोड़ रुपये का खर्च आया है। एप्रोच समेत इस पुल की कुल लंबाई 8.150 किमी है। गंगा नदी पर इसकी लंबाई 1.86 किमी है।

बुद्ध से जुड़े सभी स्थलों को जोड़ने वाली ट्रेन की सौगात

पीएम मोदी जिन योजनाओं की शुरूआत कर रहे हैं, उनमें बुद्ध सर्किट से जुड़ स्थलों को जोड़ता हुए एक ट्रेन भी शामिल है। पीएम नरेंद्र मोदी बिहार-झारखंड के बुद्ध सर्किट में शामिल सभी स्थानों को जोड़ने वाली एक जोड़ी ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन वैशाली से शुरू होकर नालंदा, राजगीर, गयाजी होते हुए कोडरमा (झारखंड) तक जाएगी। बिहार और झारखंड में मौजूद बुद्ध से जुड़े सभी स्थलों को यह ट्रेन एक साथ जोड़ेगी।

बिहार के बाद बंगाल जाएंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के बाद पश्चिम बंगाल की यात्रा भी करेंगे। पीएम मोदी शाम करीब 4.15 बजे कोलकाता में 13.61 किलोमीटर लंबे नवनिर्मित मेट्रो नेटवर्क और इन मार्गों पर मेट्रो सेवाओं का शुभारंभ करेंगे। पीएम जेसोर रोड मेट्रो स्टेशन से जय हिंद बिमानबंदर और वापस मेट्रो की सवारी भी करेंगे। इसके अलावा, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये वह सियालदह-एस्प्लेनेड मेट्रो सेवा और बेलेघाटा-हेमंत मुखोपाध्याय मेट्रो सेवा को भी हरी झंडी दिखाएंगे। क्षेत्र में सड़क अवसंरचना को बढ़ावा देने के लिए, प्रधानमंत्री 1,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 7.2 किलोमीटर लंबे छह-लेन एलिवेटेड कोना एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखेंगे।

भू-अभिलेखों को अद्यतन करने को 16 अगस्त से शुरू हो रहा राजस्व महा–अभियान, हर घर तक पहुंचेगी जमीन से जुड़ी जरूरी सुधारों की सुविधा

गयाजी: डिजिटाईज्ड जमाबन्दी में परिलक्षित त्रुटियों का निराकरण, छुटे हुए जमाबन्दी का ऑनलाईन एवं उत्तराधिकारी नामांतरण अथवा संयुक्त संपत्ति के बँटवारे की स्थिति में नामांतरण की कार्रवाई किये जाने हेतु पंचायतवार शिविर लगाकर राजस्व विभाग के कर्मियों द्वारा घर-घर जाकर मामले का निष्पादन किया जाना है। ज़िलाधिकारी शशांक शुभंकर ने सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता एवं सभी अंचलाधिकारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक करते हुए राजस्व महाअभियान को अच्छे से आयोजन करवाने का निर्देश दिए हैं।

डीएम ने बताया कि सभी अंचल वार रोस्टर भी तैयार किये गए हैं, ताकि हर पंचायत में हल्कावार घर घर जाकर सभी राजस्व कर्मी 03 प्रकार के प्रपत्र बाटेंगे और प्रपत्र बाटने के तिथि से अगले 3 दिन के बाद से घर घर से उन संबंधित प्रपत्र को प्राप्ति ( कलेक्शन) भी करवाएंगे। डीएम ने अपर समाहर्ता को निर्देश दिए हैं कि जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाये ताकि हर दिन संध्या में सभी अंचल अधिकारियों से प्रतिवेदन प्राप्त करें की तिथि वार कितना कितना आवेदन बांटे गए हैं और कितना कलेक्ट किए गए हैं। जिलाधिकारी ने सभी अंचल अधिकारी को निर्देश दिया है कि अपने-अपने क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधियों के साथ आज ही बैठक करते हुए उन्हें इस राजस्व महा अभियान के संबंध में जानकारी दें एवं मोजावर प्रपत्र वितरण संबंधित सूची भी उपलब्ध करवाये। डीएम ने कहा कि 16 अगस्त से घर-घर प्रपत्र बांटा जाएगा उसके पश्चात अगले तीन दिनों के बाद अर्थात 20 अगस्त से पंचायत वार शिविर भी लगाया जाएगा ताकि प्रपत्रों को जांच एवं उसका डिस्पोजल पर विशेष गति से करवाया जाएगा। 16 अगस्त को जिला स्तरीय सभी पदाधिकारी अपने आवंटित प्रखंड में निश्चित रूप से जाएंगे एवं फार्म वितरण का निरीक्षण एवं जानकारी लेंगे।

इसके पश्चात 20 अगस्त से लगने वाले पंचायत बार शिविर में भी जिला स्तरीय पदाधिकारी शिविर में जाएंगे और प्राप्त प्रपत्रों को एंट्री एवं उसका डिस्पोजल को देखेंगे। विदित हो कि बिहार में राजस्व महाअभियान की शुरुआत होने वाली है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से 16 अगस्त से 20 सितंबर तक ये महाअभियान चलेगा। इस अभियान का उद्देश्य भूमि संबंधी दस्तावेजों में पारदर्शिता लाना और जनता को जमीन से जुड़ी जरूरी सुधारों की सुविधा सीधे उनके द्वार तक पहुंचाना है।

इस अभियान के अंतर्गत डिजिटाइज्ड जमाबंदी में त्रुटि सुधार, उत्तराधिकार नामांतरण, बंटवारा नामांतरण एवं छूटी हुई जमाबंदी को ऑनलाइन किया जाएगा। इन महत्वपूर्ण कार्यों को हल्का स्तर पर शिविर लगाकर पूरा किया जाएगा।

ज़िला पदाधिकारी ने सभी अपर समाहर्ता राजस्व, सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता, सभी अंचलाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि अच्छे तरीके से शिविर का आयोजन करें।

हर घर तक पहुंचेगी जमीन से जुड़ी जरूरी सुधारों की सुविधा

इस राजस्व महाअभियान के तहत राज्यभर में डिजिटाइज्ड जमाबंदी में त्रुटियों का सुधार (परिमार्जन), छूटी हुई जमाबंदियों को ऑनलाइन कराना, उत्तराधिकार नामांतरण और बंटवारा नामांतरण जैसे मामलों का समाधान किया जाएगा। इसके साथ ही नाम, खाता, खेसरा, रकबा, लगान जैसी अशुद्धियों को ठीक किया जाएगा। साथ ही ऑफलाइन जमाबंदी को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा। रैयत की मृत्यु के बाद उत्तराधिकारियों के नाम पर जमाबंदी कराई जाएगी। संयुक्त जमाबंदी के मौखिक बंटवारे के बावजूद अंशधारकों के नाम से अलग जमाबंदी सुनिश्चित की जाएगी।

घर-घर पहुंचेंगी टीमें

सभी अंचलाधिकारी की तरफ से हल्का वार नामित कर्मी 16 अगस्त से 15 सितंबर 2025 तक घर-घर जाकर लोगों को उनकी जमाबंदी की प्रति देंगी तथा हल्का शिविर में उनसे आवेदन लेंगी ताकि किसी को दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें। प्रत्येक पंचायत के सरकारी या अन्य सरकारी भवन में हल्कावार विशेष शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविरों में भरे हुए आवेदन प्रपत्र जरुरी कागजातों के साथ जमा किए जा सकेंगे। प्रत्येक हल्का में कम से कम सात दिनों के अंतराल पर दो तिथियों में शिविर आयोजित किए जाएंगे। लोगों को आवेदन पत्र भरने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। अधिक जानकारी के लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://biharbhumi.bihar.gov.in/

विजिट कर सकते हैं। इसके अलावा विभाग के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी इस संबंध में जरूरी जानकारियां प्रदान की जायेंगी।

ज़िलाधिकारी ने कहा कि राजस्व महा अभियान से लाखों रैयतों को लाभ होगा। अभियान के प्रत्येक चरण में समयबद्धता, पारदर्शिता और नागरिक सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि सभी अंचलाधिकारी अपने कार्यालय परिसर का निरीक्षण करेंगे। परिसर में अवैध कोई भी फोटोकॉपी की दुकान संचालित नही रहे, फोटोकॉपी की दुकान के नाम पर अवैध गैरकानूनी राजस्व कागजात काम करवाने के नाम पर आम जनताओं को ह्रास करता है। इसे हर हाल में रोके। इसके अलावा प्रायः सूचना मिलती है कि राजस्व कर्मचारी अपना प्राइवेट आदमी रखकर राजस्व कार्यो को करवाने के लिये आम जनताओं को ह्रास करते हैं, इसे भी जांच करेंगे एवं नियंत्रित रखेंगे। कही से भी कोई आम जनताओं को ह्रास की सूचना मिलती है तो संबंधित राजस्व कर्मचारियों पर कार्रवाई करे।

राजस्व महाअभियान: 16 अगस्त से घर-घर जाकर सुधारी जाएंगी भू-अभिलेखों की त्रुटियां

गया: बिहार में भूमि संबंधी दस्तावेजों को पारदर्शी और त्रुटिहीन बनाने के उद्देश्य से 16 अगस्त से 20 सितंबर तक 'राजस्व महाअभियान' शुरू हो रहा है। इस अभियान के तहत राजस्व विभाग की टीमें घर-घर जाकर लोगों की समस्याओं का समाधान करेंगी, जिससे उन्हें कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

इस संबंध में गया में जिला पदाधिकारी सह जिला दंडाधिकारी श्री शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें अपर समाहर्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग, पंपलेट और माइक के इस्तेमाल का आदेश दिया गया है।

अभियान के मुख्य उद्देश्य

इस महाअभियान के अंतर्गत निम्नलिखित कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी:

त्रुटि सुधार: डिजिटाइज्ड जमाबंदी में नाम, खाता, खेसरा, रकबा और लगान जैसी गलतियों को ठीक किया जाएगा।

जमाबंदी ऑनलाइन: छूटी हुई ऑफलाइन जमाबंदी को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा।

उत्तराधिकार नामांतरण: रैयत की मृत्यु के बाद उनकी संपत्ति का नाम उनके उत्तराधिकारियों के नाम पर किया जाएगा।

बंटवारा नामांतरण: संयुक्त जमाबंदी की संपत्ति का मौखिक बंटवारा होने पर अंशधारकों के नाम से अलग जमाबंदी सुनिश्चित की जाएगी।

घर-घर पहुंचेंगी टीमें, पंचायत स्तर पर लगेंगे शिविर

राजस्व विभाग की टीमें 16 अगस्त से 15 सितंबर 2025 तक हर घर तक पहुंचेंगी। वे लोगों को उनकी जमाबंदी की प्रति देंगी और हल्का (राजस्व क्षेत्र) शिविरों में उनसे आवेदन पत्र जमा कराएंगी। प्रत्येक पंचायत में सरकारी भवनों में दो अलग-अलग तिथियों पर विशेष शिविर लगाए जाएंगे ताकि लोगों को पर्याप्त समय मिल सके।

जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को अभियान को समयबद्धता, पारदर्शिता और नागरिक सुविधा के साथ पूरा करने का निर्देश दिया है। यह अभियान लाखों रैयतों के लिए एक अत्यंत महत्वाकांक्षी पहल है। अधिक जानकारी के लिए लोग राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://biharbhumi.bihar.gov.in/ पर जा सकते हैं।

बिहार वोटर लिस्ट मामलाः 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाने पर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से मांगा जवाब

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बिहार के वोटर लिस्ट रीविजन (एसआईआर) को लेकर पूरे देश में घमासान मचा हुआ है। संसद में विपक्ष विरोध प्रदर्शन कर रही है और इसके खिलाफ आवाज उठा रही है। वहीं, दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट में एसआईआर से जुड़ी याचिका दायर की गई है। कोर्ट में इन याचिकाओं पर सुनवाई हो रही है।सुप्रीम कोर्ट ने बिहार में एसआईआर के बाद प्रकाशित ड्राफ्ट मतदाता सूची से 65 लाख मतदाताओं के नाम हटाए जाने के आरोपों पर चुनाव आयोग से शनिवार तक जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी सवाल किया है कि क्या एक अगस्त को प्रकाशित ड्राफ्ट सूची को राजनीतिक दलों के साथ साझा किया गया था या नहीं?

जस्टिस सूर्यकांत, उज्जल भुयान और एन. कोटिश्वर सिंह की बेंच ने चुनाव आयोग से कहा, हमें हर उस वोटर की जानकारी चाहिए जिसका नाम हटाया गया है। ये देखें कि किस आधार पर नाम हटे हैं।

एडीआर ने याचिका दायर कर की ये मांग

दरअसल, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने याचिका दायर कर निर्वाचन आयोग ने ड्राफ्ट लिस्ट में जो 65 लाख लोगों के नाम हटाए हैं उनकी जानकारी प्रकाशित करने के लिए आयोग को निर्देश देने की मांग सुप्रीम कोर्ट से की है। ADR की ओर से सुप्रीम कोर्ट में वकील प्रशांत भूषण ने मामला मेंशन किया। 65 लाख लोगों को मसौदा सूची से हटाए जाने के संबंध में दाखिल आवेदन को मेंशन किया।

चुनाव आयोग ने क्या कहा?

इस पर चुनाव आयोग ने कहा कि हम ने राजनीतिक दलों को हटाए गए लोगों की सूची दी है। हम वोटर लिस्ट को साफ करने का काम कर रहे हैं। हमारा मकसद है कि अपात्र लोग हटें और केवल सही लोग वोटर लिस्ट में रहें। सुप्रीम कोर्ट ने आवेदन पर चुनाव आयोग से हलफनामा दाखिल करने को कहा है।

65 लाख लोगों के हटाए गए नाम

बता दें कि बिहार में SIR प्रक्रिया के तहत, चुनाव आयोग ने आदेश दिया था कि सिर्फ उन्हीं वोटर्स को ड्राफ्ट रोल में शामिल किया जाएगा जो 25 जुलाई तक गणना फॉर्म जमा करेंगे। चुनाव आयोग ने कहा कि राज्य के 7.89 करोड़ पंजीकृत वोटर्स में से 7.24 करोड़ से फॉर्म हासिल हो चुके हैं, यानी बाकी 65 लाख को हटा दिया गया है। आयोग ने 25 जुलाई को बताया, 22 लाख वोटर्स की मृत्यु हो चुकी है, जबकि 35 लाख या तो स्थायी रूप से पलायन कर गए हैं या फिर उनका पता नहीं चल पाया है, 7 लाख वोटर्स एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत हैं।