घोसी विधायक श्री सुधाकर सिंह के आकस्मिक निधन पर सपा ने गहरा शोक व्यक्त किया। सादगी और संघर्ष की राजनीति का एक अध्याय समाप्त
  संजीव सिंह बलिया। मऊ जिले की घोसी विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी (सपा) के लोकप्रिय विधायक श्री सुधाकर सिंह के आकस्मिक निधन पर समाजवादी पार्टी, बलिया ने गहरा दुख व्यक्त किया है। सुधाकर सिंह का निधन आज (गुरुवार) भोर में लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उपचार के दौरान हुआ। समाजवादी पार्टी बलिया के समस्त पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने दिवंगत आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए इसे पार्टी और क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया है। और कहा कि श्री सुधाकर सिंह जी छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे और आजीवन गरीबों, वंचितों तथा किसानों की आवाज बनकर संघर्ष करते रहे। वह न केवल घोसी, बल्कि पूरे पूर्वांचल के एक कद्दावर और जुझारू नेता थे। उन्होंने हाल ही में हुए घोसी उपचुनाव में समाजवादी विचारधारा की बड़ी जीत सुनिश्चित कर पार्टी का मान बढ़ाया था। उनकी यह ऐतिहासिक जीत हमेशा याद की जाएगी। उनके निधन से समाजवादी पार्टी ने एक ऐसा सच्चा सिपाही खो दिया है, जिसने सत्ता के सामने हमेशा सिद्धांतों की राजनीति को तरजीह दी। उनका सादगी भरा जीवन और जनसेवा के प्रति समर्पण सभी के लिए प्रेरणास्रोत था। समाजवादी पार्टी बलिया इस दुख की घड़ी में उनके शोकाकुल परिवार और समर्थकों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करती है। पार्टी के जिला उपाध्यक्ष/प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय कान्हजी ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि श्री सुधाकर सिंह जी का निधन हम सभी के लिए एक व्यक्तिगत और राजनीतिक क्षति है। उनका संघर्ष और पार्टी के प्रति उनका योगदान हमें सदैव प्रेरणा देता रहेगा। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दें।"
फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर जिला में 25 नवंबर से नाइट ब्लड सर्वे: मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लैब टेक्निीशियनों का हुआ प्रशिक्षण

गया जिला में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर 25 नवंबर से नाइट ब्लड सर्वे अभियान चलाया जायेगा। जिला के 24 प्रखंड में स्थित सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थ्य अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में नाइट ब्लड सर्वे किया जायेगा। वहीं शहर के सात शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में भी नाइट ब्लड सर्वे के तहत ब्लड के सैंपल लिये जायेंगे। इसे लेकर वृहस्पतिवार को जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण विभाग तथा जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लैब टैक्निीशियनों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमई हक ने प्रतिभागियों को रक्त सैंपल लेने के तरीकों तथा उसे सु​रक्षित रखने संबंधी तकनीकी जानकारी दी। इस मौके पर माइक्रोबायोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संजय नाथ, सहायक प्रोफेसर डॉ रमेश प्रसाद, पैथोलॉजिस्ट डॉ राजेश कुमार, आर्मी हॉस्पिटल तथा सीआरपीएफ के लैब टेक्निशियन, फाइलेरिया विभाग से अजय कुमार, पंकज कुमार, शिवनारायण वर्मा सहित सभी सीएचसी पीएचसी के लैब टेक्निशियन मौजूद रहे।

किट के उठाव करने का निर्देश:

डॉ एमई हक ने बताया कि सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों सहित संबंधित स्वास्थ्य कर्मचारियों से नाइट ब्लड सर्वे के लिए किट के उठाव के लिए कहा गया है। बताया कि जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण विभाग को अब प्रभावती अस्पताल परिसर में शिफ्ट किया गया है। बताया कि शेरघाटी, आमस, परैया, इमामगंज, फतेहपुर, गुरारू, बेलागंज, मोहरा, गुरुआ, खिजरसराय, बाराचट्टी, डोभी, बांकेबाजार, मोहनपुर, टनकुप्पा, डुमरिया सहित अंबेडकर नगर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रामसागर, कटारी हिल, घुघरीटांड, डेल्हा एवं भुसंडा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में नाइट ब्लड सर्वे किया जाना है। इन जगहों पर वर्ष 2024 में दो साइट पर नाइट ब्लड सर्वे किया गया था जिसमें माइक्रोफाइलेरिया दर एक प्रतिशत या उससे अधिक पाई गई थी। इसलिए नाइट ब्लड सर्वे गतिविधि के लिए यहां दो साइटों का पुन: चयन किया गया है। इनमें एक सेनिटल और एक रैंडम साइट है। प्रत्येक साइट से रात के समय तीन—तीन सौ स्लाईड यानि छह सौ स्लाईड लेना है। एनबीएस साइट के लिए पांच—पांच सदस्यीय टीम तैयार की गयी है। इसके अलावा नौ क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर तीन साइट चयन बनाये गये हैं। इनमें इनमें टिकारी, कोंच, नीमचक बथानी, अतरी, बोधगया, वजीरगंज, सदर प्रखंड, मानपुर पीएचसी तथा ​तेलबीघा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के क्षेत्र शामिल हैं।

रात के समय अधिक सक्रिय होता है परजीवी:

डॉ एमई हक ने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे में रक्त सैंपल लिये जाते हैं। इन सैंपलों का राज्य स्तरीय लैब में जांच की जाती है। इससे माइक्रोफाइलेरिया परजीवी से ग्रसित लोगों की पहचान होती है। रात में माइक्रोफाइलेरिया परजीवी अधिक सक्रिय होते हैं, इस​लिए रात में ही रक्त के नमूने लिये जाते हैं। इसके बाद सर्वजन दवा सेवन अभियान संचालित किया जायेगा। इस अभियान में लोगों को फाइलेरियारोधी दवा का सेवन कराया जायेगा। 20 साल से अधिक उम्र के युवाओं को रक्त की जांच अवश्य करानी चाहिए। फाइलेरिया के कारण हाथीपांव या अंडकोश में सूजन जैसी समस्याएं देखने को मिलती है। साथ ही जनन अंगों में फाइलेरिया होने का भी खतरा रहता है।

श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में स्नान कर भोलेशंकर की पूजा अर्चना कर भगवान को श्रद्धापूर्वक नमन किया

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)।  क्षेत्र के प्रसिद्ध सूर्यकुंड मंदिर पर मार्गशीर्ष अमावस्या के पावन अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में स्नान कर भोलेशंकर की पूजा अर्चना कर भगवान को श्रद्धापूर्वक नमन किया। बृहस्पतिवार को अगहनी अमावस्या के अवसर पर प्रातः काल से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिर प्रांगण में उमड़ी और जगह-जगह हवन पूजन कर यथासंभव दान पुण्य किया गया। ज्ञातव्य है कि प्रत्येक अमावस्या पर भारी संख्या में श्रद्धालु सूर्यकुंड मंदिर पर पूजा अर्चना के लिए आते हैं और पवित्र सरोवर में स्नान कर भगवान भोले शंकर की पूजा अर्चना करते हैं, इस पवित्र सरोवर में स्नान करने से मनुष्य सभी रोगों से मुक्त हो कर निरोग हो जाता है। मार्ग शीर्ष अमावस्या पर भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर मे स्नान कर कामेश्वर नाथ धाम मंदिर में भोले नाथ की पूजा-अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। मंदिर के पुजारी विनोद गोस्वामी ने बताया कि, शास्त्रों में मार्गशीर्ष अमावस्या का भारी महत्व है, इस अमावस्या पर पूजा अर्चना करने से घर में सुख समृद्धि आती है और भगवान शंकर का पूजन करने से पितृदोष शांत हो जाता है। इस पावन अवसर पर भारी संख्या में लोगों ,महिलाओं और बच्चों ने भी भक्ति भाव से पूजा अर्चना की और मंदिर प्रांगण में लगाए गए मेले में अपनी आवश्यक वस्तुओं की जमकर खरीदारी की, सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर परिसर में भारी पुलिस बल तैनात रहा।

प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में जनप्रतिनिधियो एवं वरिष्ठ अधिकारियो के साथ जिला प्रशासनिक समन्वय समिति की बैठक सम्पन्न।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।प्रभारी मंत्री जल शक्ति विभाग (सिंचाई एवं जल संसाधन बाढ़ नियंत्रण परती भूमि विकास लघु सिंचाई नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग)उत्तर प्रदेश स्वतंत्र देव सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को सर्किट हाउस के सभागार में जनप्रतिनिधियो एवं वरिष्ठ अधिकारियो के साथ जिला प्रशासनिक समन्वय समिति की बैठक हुई। बैठक में जनप्रतिनिधियो ने अपने-अपने क्षेत्र से सम्बंधित विभिन्न जनसमस्याओ एवं कराये जाने वाले आवश्यक कार्यो से अवगत कराते हुए उनपर आवश्यक कार्यवाही कराये जाने के लिए कहा।बैठक में जनप्रतिनिधियों के द्वारा हण्डिया व मऊआइमा मार्ग पर रोड लाइट की क्रियाशीलता नगर निगम के विस्तारित क्षेत्रो में भवनों के नक्सा बनवाये जाने के सम्बन्ध में लोगो को जागरूक किए जाने मतदाता सूची के चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम में वितरण व कलेक्शन की कार्यवाही में और तेजी लाये जाने झूंसी सहित विभिन्न क्षेत्रो में अतिक्रमण हटाये जाने जमीनो के अवैध कब्जे हटाये जाने जगराम चौराहे से लक्ष्मी चौराहे तक नई सीवर लाइन तथा सड़क चौड़ीकरण का कार्य कराये जाने, जल जीवन मिशन के तहत पुरानी टंकियो को पुनः संचालित किए जाने तेलियरगंज से आगे द्रोपदी घाट तक रिवर फ्रंट रोड के अवशेष कार्य को पूर्ण कराये जाने फौव्वारा चौराहे का सौन्दर्यीकरण कराने मलाकहरहर से लालगोपालगंज तक एनएचआई के द्वारा बनायी गयी सड़क के किनारे नालियो के निर्माण के अधूरे कार्यों को पूर्ण कराये जाने सोरांव में एक बड़ा स्टेडियम बनाये जाने कोरांव में खराब हुई सड़को के मरम्मतीकरण किसानों के धान की खरीद हेतु धान क्रय केन्द्रो पर सभी आवश्यक व्यवस्थाये सुनिश्चित करते हुए शत-प्रतिशत धान की खरीद करने सहित अन्य विषय रखे गये जिसपर मंत्री ने सभी सम्बंधित अधिकारियो को जनप्रतिनिधियो के द्वारा उठाये गये विषयो को गम्भीरता से लेते हुए उसपर नियमानुसार उचित कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया है।बैठक में उपस्थित पुलिस आयुक्त जोगेन्द्र कुमार जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा अपर पुलिस आयुक्त अजय पाल शर्मा प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ऋषिराज नगर आयुक्त सीलम सांई तेजा विकास प्राधिकरण के सचिव अजीत सिंह के द्वारा मंत्री एवं जनप्रतिनिधियो को बैठक में रखे गये विषयो पर आवश्यक कार्यवाही करने के लिए आश्वस्त किया गया।इस अवसर पर सांसद फूलपुर प्रवीण पटेल जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ0 वी0के0 सिंह महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी विधायक फाफामऊ गुरू प्रसाद मौर्य विधायक कोरांव राजमणि कोल विधायक फूलपुर दीपक पटेल विधायक शहर उत्तरी हर्षवर्धन वाजपेई विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी एवं डॉ0 के0पी0 श्रीवास्तव भाजपा जिलाध्यक्ष संजय गुप्ता गंगापार अध्यक्ष निर्मला पासवान यमुनापार अध्यक्ष राजेश शुक्ला सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

40वी अखिल भारतीय प्राइजमनी इन्दिरा मैराथन का आयोजन।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।खेल निदेशालय उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में क्षेत्रीय खेल कार्यालय प्रयागराज एवं जिला प्रशासन प्रयागराज द्वारा 40वां अखिल भारतीय प्राइजमनी इन्दिरा मैराथन का आयोजन किया गया।उक्त मैराथन का शुभारम्भ।आनन्द भवन प्रयागराज से प्रातः 6.30 बजे सौम्या अग्रवाल आई०ए०एस० आयुक्त प्रयागराज मण्डल प्रयागराज एवं जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा द्वारा एवं समापन तथा पुरस्कार वितरण डा० आर०पी० सिंह निदेशक खेल उ०प्र० लखनऊ के कर कमलो द्वारा मदन मोहन मालवीय स्टेडियम प्रयागराज में किया गया।इस अवसर पर विनोद कुमार सिंह नगर मजिस्ट्रेट प्रयागराज श्याम बाबू गुप्ता वरिष्ठ खिलाड़ी अभिन्न श्याम गुप्ता अर्जुन एवार्डी प्रमोद तिवारी लक्ष्मण एवार्डी चन्द्रोदय नारायण सिंह लक्ष्मण एवार्डी एवं जितेन्द्र यादव क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी मेरठ आले हैदर क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी गोरखपुर अनिमेष सक्सेना क्षेत्रीय कीडाधिकारी अयोध्या विमला सिंह क्षेत्रीय कीड़ा अधिकारी वाराणसी सुनील कुमार भारती कीड़ाधिकारी फतेहपुर अरविन्द कुमार सोनकर कीड़ाधिकारी चित्रकूट राहुल चोपडा क्रीड़ाधिकारी सहानपुर रूस्तम खॉन मैराथन प्रवेक्षक पूनमलताराज कीडाधिकारी प्रतापगढ़ तथा अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।इस अवसर पर जगत तारण गर्ल्स इन्टर कालेज प्रयागराज की बालिकाओ द्वारा स्वागत गीत ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मन्दिर गंगापुरी प्रयागराज ज्वाला देवी बालिका इण्टर कालेज ममफोर्डगंज प्रयागराज एवं आर्य कन्या इन्टर कालेज प्रयागराज की बालिकाओं द्वारा नृत्य कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।40वी अखिल भारतीय प्राइजमनी इन्दिरा मैराथन के पुरूष एवं महिला वर्ग के विजेता खिलाड़ियो को पुरस्कृत किया गया जिनका विवरण निम्नवत है।

राष्‍ट्रपति और राज्‍यपाल विधेयकों को कब तक रोक सकते हैं? प्रेजिडेंशियल रेफरेंस पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला

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सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने गुरुवार को राष्ट्रपति की ओर से संविधान के अनुच्छेद 143 के तहत मांगी गई राय पर अपना फैसला सुना दिया है। सीजेआई के नेतृत्व वाली पांच जजों की संविधान पीठ ने कहा कि राज्यपाल पर कोई समय-सीमा नहीं लगा सकता। अदालत ने राष्ट्रपति के रेफरेंस पर अपनी राय देते हुए कहा है कि राष्ट्रपति और राज्यपालों को विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समय सीमा तय करने वाला फैसला असंवैधानिक है।

समय सीमा में बांधना संविधान की भावना के विपरीत

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से भेजे गए प्रेजिडेंशियल रेफरेंस पर कोर्ट ने गुरुवार को अपनी राय देते हुए कहा कि संविधान के अनुच्छेद 200/201 के तहत कोर्ट बिल पर फैसला लेने के लिए राज्यपाल और राष्ट्रपति के लिए समयसीमा निर्धारित नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि विधेयक पर फैसला लेने के लिए उन्हें समय सीमा में बांधना संविधान की भावना के विपरीत होगा।

राज्यपालों के पास तीन विकल्प

मुख्य न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई, जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस पी एस नरसिम्हा और जस्टिस ए एस चंदुरकर की बेंच ने कहा कि अनुच्छेद 200 के तहत व्यवस्था है कि राज्यपाल विधेयक को मंजूरी दे सकते हैं, विधानसभा को दोबारा भेज सकते हैं या राष्ट्रपति को भेज सकते हैं। अगर विधानसभा किसी बिल को वापस भेजे तो राज्यपाल को उसे मंजूरी देनी होती है।

विधेयकों को रोकने की अनुमति देना संघवाद के हित के खिलाफ

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि राज्यपाल विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों को संविधान के अनुच्छेद 200 के तहत निर्धारित प्रक्रिया का पालन किए बिना रोक कर रखते हैं तो यह संघवाद की भावना के खिलाफ होगा। सुप्रीम कोर्ट ने 'राष्ट्रपति संदर्भ' मामले में कहा हमारे जैसे लोकतांत्रिक देश में राज्यपालों के लिए समयसीमा तय करना संविधान द्वारा प्रदत्त लचीलेपन की भावना के खिलाफ है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हमें नहीं लगता कि राज्यपालों के पास राज्य विधानसभा से पारित विधेयकों को लंबित रखने का असीमित अधिकार है। विधेयकों को रोकने की अनुमति दी जाती है तो यह संघवाद के हित के खिलाफ।

राज्यपाल के अधिकारों का उपयोग न्यायिक समीक्षा के दायरे में नहीं

इसके साथ ही कोर्ट ने यह भी रेखांकित किया कि अत्यधिक देरी लोकतांत्रिक शासन की आत्मा को क्षति पहुंचाती है, इसलिए इन पदों से अपेक्षा है कि वे उचित समय के भीतर निर्णय लें। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने तमिलनाडु के मामले में राज्य के राज्यपाल द्वारा रोक कर रखे गए विधेयकों को शीर्ष अदालत द्वारा 8 अप्रैल को दी गई मान्य स्वीकृति को भी अनुचित बताया। शीर्ष अदालत ने यह भी फैसला दिया कि अनुच्छेद 200 के तहत राज्यपाल के अधिकारों का उपयोग न्यायिक समीक्षा के दायरे में नहीं आता।

अपने ही डबल बेंच की राय को भी खारिज किया

इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने अपने ही डबल बेंच की राय को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि राष्ट्रपति को उनके पास भेजे गए किसी विधेयक की संवैधानिकता पर सुप्रीम कोर्ट से अनुच्छेद 143 के तहत राय लेनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा कि राष्ट्रपति को ऐसी कोई राय लेने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में ये भी कहा कि यद्यपि संवैधानिक न्यायालय राज्यपाल के कार्यों पर सीधे सवाल नहीं उठा सकते, लेकिन यदि राज्यपाल किसी विधेयक के उद्देश्यों को विफल करने के लिए लंबे समय तक कार्रवाई न करें, तो ऐसी लंबी देरी की न्यायिक समीक्षा सीमित परिस्थितियों में की जा सकती है। अदालत यह जांच कर सकती है कि देरी जानबूझकर की गई थी या नहीं।

10वीं बार मुख्यमंत्री बने नीतीश, इन नेताओं ने ली मंत्री पद की शपथ

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बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन गए है। आज पटना के गांधी मैदान में उन्होंने रिकॉर्ड 10वीं बार उन्होंने आज मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। सीएम के साथ ही आज सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा समेत इन नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। इस शपथ ग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल हुए। इसके अलावा एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी समारोह में शामिल हुए।

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नीतीश कुमार के साथ 26 मंत्रियों ने शपथ ली। सबसे पहले राज्‍यपाल आर‍िफ मोहम्‍मद खान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। नीतीश के बाद सम्राट चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली। वह दूसरी बार बिहार के डिप्टी सीएम बने हैं। 

लेसी सिंह और रामकृपाल यादव भी बने मंत्री

गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह में एक साथ पांच नवनिर्वाचित विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। विजय चौधरी, विजेंद्र चौधरी, श्रवण कुमार, मंगल पांडये और दिलीप जायसवाल ने एक साथ शपथ ली। इसके बाद लेसी सिंह, मदन सहनी, नितिन नवीन, रामकृपाल यादव, संतोष सुमन और सुनील कुमार को एक साथ मंत्री पद की शपथ दिलाई। 

श्रेयसी सिंह को भी मिली कैबिनेट में जगह

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने जमा खान, संजय सिंह टाइगर, नारायण प्रसाद, सुरेंद्र प्रसाद और रमा निषाद को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके बाद श्रेयसी सिंह, लखेंद्र रोशन, दीपक प्रकाश, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह, डॉ प्रमोद कुमार को मंत्री मद की शपथ दिलाई।

जंबूरी कार्यक्रम के चलते राजधानी में कई मार्ग बंद, ट्रैफिक पुलिस ने जारी किया रूट प्लान

लखनऊ । भारत स्काउट एवं गाइड की डायमंड जुबली जंबूरी के समापन तथा 19वीं राष्ट्रीय जंबूरी के आयोजन को देखते हुए राजधानी में 23 से 29 नवंबर तक व्यापक यातायात एवं डायवर्जन व्यवस्था लागू की गई है। कार्यक्रम स्थल के आसपास भारी भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था के कारण कई मुख्य मार्गों पर सामान्य वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। ट्रैफिक पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि आवश्यक न होने पर प्रतिबंधित मार्गों से बचें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। यातायात प्रतिबंध व वैकल्पिक मार्ग 1. सेक्टर-14 नहर पुल चौराहा से सेक्टर-19 (पिपरीखेड़ा) मार्ग बंद इस दिशा में जाने वाले वाहन सेक्टर-14 से सेक्टर-12 नहर पुल, ज्ञान सरोवर नहर पुल (ईश्वरीखेड़ा), चिरैयाबाग, तेलीबाग या नहर रोड से कालिंदी पार्क मोड़ की ओर भेजे जाएंगे। 2. सेक्टर-19 (पिपरीखेड़ा) से सेक्टर-16 सपना इनक्लेव/सेक्टर-15 की ओर यातायात प्रतिबंधित वैकल्पिक मार्ग– सेक्टर-19 से कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन रोड या सेक्टर-14 नहर पुल, उतरेठिया शहीद पथ रेलवे क्रॉसिंग होते हुए तेलीबाग। 3. सेक्टर-16 सपना इनक्लेव से सेक्टर-15/कार्यक्रम स्थल की ओर मार्ग बंद वाहन सेक्टर-16 से सेक्टर-19 या ट्रॉमा सेंटर चौराहा, सेक्टर-17 नहर पुल, आवास विकास गेट, PGI तिराहा की ओर भेजे जाएंगे। 4. सेक्टर-18 (न्यू ट्रॉमा सेंटर) से सेक्टर-16/सेक्टर-19 की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– सेक्टर-18 से सेक्टर-17 वृंदावन योजना, कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन रोड। 5. सेक्टर-12 चौराहा से सेक्टर-15/कार्यक्रम स्थल की ओर यातायात बंद यातायात को ज्ञान सरोवर नहर पुल, चिरैयाबाग, तेलीबाग या नहर रोड से कालिंदी पार्क मोड़ भेजा जाएगा। 6. ज्ञान सरोवर नहर पुल (ईश्वरीखेड़ा) से सेक्टर-11, 12 एवं सेक्टर-15 की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– चिरैयाबाग, तेलीबाग, नहर रोड होते हुए कालिंदी पार्क मोड़। 7. सेक्टर-08 शहीद पथ अंडरपास से सेक्टर-10/सेक्टर-15 की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– उतरेठिया रेलवे स्टेशन रोड या तेलीबाग की ओर डायवर्ट किया जाएगा। 8. कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन्स शिव मंदिर तिराहा से सेक्टर-18/सेक्टर-15 मार्ग बंद वाहन सीएनजी पंप के सामने से मस्जिद तिराहा, हिमालयन अपार्टमेंट के पीछे से सेक्टर-16 नहर पुल, फिर PGI की ओर भेजे जाएंगे। 9. कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन्स गेट तिराहा से ट्रांजिट हॉस्टल चौराहा की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– बाबूखेड़ा गांव से हिमालयन अपार्टमेंट के पीछे होते हुए सेक्टर-16 नहर पुल, फिर PGI की ओर। महत्वपूर्ण अपील जनसामान्य से अनुरोध है कि इन दिनों अनावश्यक रूप से प्रतिबंधित मार्गों का प्रयोग न करें और डायवर्ट किए गए वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करें।एम्बुलेंस, शव वाहन, फायर सर्विस व स्कूली वाहनों को मेडिकल या आपात स्थिति में प्रतिबंधित मार्गों से भी जाने की अनुमति रहेगी।किसी भी सहायता या ट्रैफिक जानकारी के लिए संपर्क करें, ट्रैफिक कंट्रोल नंबर: 9454405155
झारखंड में शीतलहर से राहत: अगले 4 दिन हल्की रहेगी ठंड; कांके में पारा 7°C दर्ज, अगले सप्ताह से फिर जोर पकड़ेगी सर्दी

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रांची: झारखंड के मौसम में इन दिनों बदलाव देखा जा रहा है। सुबह-शाम हल्की ठंडक जरूर महसूस हो रही है, लेकिन कड़ाके की ठंड से फिलहाल लोगों को राहत मिली है। मौसम केंद्र के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, अगले चार दिनों तक पूरे राज्य में ठंड का प्रभाव कमजोर ही रहने वाला है। हालांकि, इसके बाद तापमान में दोबारा गिरावट आएगी और रातें ज्यादा ठंडी महसूस होंगी।

तापमान में बढ़ोतरी दर्ज

सोमवार रात से मंगलवार तक राज्य के कई हिस्सों में पारे में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

राजधानी रांची: दिन का तापमान लगभग 26 डिग्री और रात का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस के करीब रहा।

अन्य जिले: कई जिलों में रात के तापमान में लगभग दो डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पर्वतीय और वन क्षेत्रों वाले जिलों में हालांकि सुबह की ठंड अभी भी तेज बनी हुई है। रांची के पास स्थित ऊंचाई वाले इलाकों में हल्का कोहरा भी देखा गया।

आगामी मौसम पूर्वानुमान

मौसम विभाग का कहना है कि सप्ताह के अंत तक:

अधिकतम तापमान: 28 से 31 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है।

न्यूनतम तापमान: 13 से 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।

अगले सप्ताह: ठंडी हवा का प्रवाह बढ़ेगा और पारा नीचे आना शुरू होगा, जिससे ठंड जोर पकड़ेगी।

सबसे ठंडा कांके

मंगलवार को सबसे कम तापमान कांके में रिकॉर्ड किया गया, जहाँ रात का पारा 7 डिग्री सेल्सियस से भी कम दर्ज हुआ। इसके अलावा, गुमला, खूंटी, लातेहार, लोहरदगा और सिमडेगा जैसे जिलों में भी तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।

तापमान बढ़ने की वजह

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से उत्तर की ओर से आने वाली तेज ठंडी हवा कमजोर पड़ी है। इसके विपरीत, समुद्र की ओर से आ रही नमीयुक्त हवा के कारण वातावरण में हल्के बादल बने हुए हैं, जिससे दिन की गर्मी बढ़ी है और रात की ठंड कम हुई है।

नई दिल्ली में 21 नवंबर को मनाया जाएगा विश्व मत्स्य दिवस, ट्रेसिबिलिटी की राष्ट्रीय रूपरेखा होगी जारी

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दिल्ली ब्यूरो 

नई दिल्ली । मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत संचालित मत्स्य पालन विभाग 21 नवंबर को नई दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में विश्व मत्स्य दिवस 2025 का आयोजन करेगा। इस वर्ष का ध्येय वाक्य है— "भारत की जलजनित अर्थव्यवस्था में बदलाव: समुद्री खाद्य वस्तुओं के निर्यात में मूल्यवर्धन", जिसका उद्देश्य भारत के समुद्री और अंतर्देशीय जलीय उत्पादों को उच्च मूल्य वाले वैश्विक प्रतिस्पर्धी उत्पादों में रूपांतरित करना है।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह आभासी रूप से शामिल होंगे, जबकि नई दिल्ली में राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल और जॉर्ज कुरियन की उपस्थिति रहेगी। भारत सहित कई देशों से बड़ी संख्या में प्रतिनिधि इस वृहद आयोजन में भाग लेंगे।

इस अवसर पर मत्स्य पालन विभाग मत्स्य और जलीय कृषि में ट्रेसिबिलिटी पर राष्ट्रीय रूपरेखा जारी करेगा। इसका लक्ष्य एक केंद्रीकृत डिजिटल ट्रेसिबिलिटी प्रणाली तैयार करना है, जो उत्पाद के स्रोत, प्रसंस्करण केंद्र और बिक्री स्थान की स्पष्ट जानकारी देकर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुपालन, खाद्य सुरक्षा, स्थिरता और बाजार पहुंच को मजबूत करेगी।

कार्यक्रम में संधारणीय मत्स्य प्राप्ति और जलीय कृषि के लिए कई महत्वपूर्ण पहल शुरू की जाएंगी, जिनमें समुद्री कृषि के लिए मानक संचालन प्रक्रिया, स्मार्ट व एकीकृत बंदरगाहों के दिशानिर्देश, फिश लैंडिंग सेंटर संबंधी दिशानिर्देश, जलाशय मत्स्य प्रबंधन ढांचा और तटीय जलीय कृषि दिशानिर्देश शामिल हैं। यह पहल भारत के जलीय क्षेत्र के समग्र विकास के लिए व्यापक रोडमैप प्रस्तुत करती है।

आयोजन में दो तकनीकी सत्र भी होंगे। पहला सत्र “मूल्य संवर्धन के माध्यम से मत्स्य पालन और जलीय कृषि के विकास को बढ़ावा” पर केंद्रित होगा, जिसमें समुद्री खाद्य उत्पादों के विविधीकरण, नवाचार, ब्रांडिंग, पैकेजिंग, मानक व प्रमाणन सुधार और अवसंरचना विकास पर चर्चा होगी। दूसरा सत्र “भारतीय अंतर्देशीय जल स्रोतों की निर्यात क्षमता के उपयोग” पर आधारित होगा, जिसमें राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की नदियों, झीलों, तालाबों और मीठे जल स्रोतों की मत्स्य प्रजातियों की क्षमता पर विशेषज्ञ विमर्श करेंगे।

घोसी विधायक श्री सुधाकर सिंह के आकस्मिक निधन पर सपा ने गहरा शोक व्यक्त किया। सादगी और संघर्ष की राजनीति का एक अध्याय समाप्त
  संजीव सिंह बलिया। मऊ जिले की घोसी विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी (सपा) के लोकप्रिय विधायक श्री सुधाकर सिंह के आकस्मिक निधन पर समाजवादी पार्टी, बलिया ने गहरा दुख व्यक्त किया है। सुधाकर सिंह का निधन आज (गुरुवार) भोर में लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उपचार के दौरान हुआ। समाजवादी पार्टी बलिया के समस्त पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने दिवंगत आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए इसे पार्टी और क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया है। और कहा कि श्री सुधाकर सिंह जी छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे और आजीवन गरीबों, वंचितों तथा किसानों की आवाज बनकर संघर्ष करते रहे। वह न केवल घोसी, बल्कि पूरे पूर्वांचल के एक कद्दावर और जुझारू नेता थे। उन्होंने हाल ही में हुए घोसी उपचुनाव में समाजवादी विचारधारा की बड़ी जीत सुनिश्चित कर पार्टी का मान बढ़ाया था। उनकी यह ऐतिहासिक जीत हमेशा याद की जाएगी। उनके निधन से समाजवादी पार्टी ने एक ऐसा सच्चा सिपाही खो दिया है, जिसने सत्ता के सामने हमेशा सिद्धांतों की राजनीति को तरजीह दी। उनका सादगी भरा जीवन और जनसेवा के प्रति समर्पण सभी के लिए प्रेरणास्रोत था। समाजवादी पार्टी बलिया इस दुख की घड़ी में उनके शोकाकुल परिवार और समर्थकों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करती है। पार्टी के जिला उपाध्यक्ष/प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय कान्हजी ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि श्री सुधाकर सिंह जी का निधन हम सभी के लिए एक व्यक्तिगत और राजनीतिक क्षति है। उनका संघर्ष और पार्टी के प्रति उनका योगदान हमें सदैव प्रेरणा देता रहेगा। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दें।"
फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर जिला में 25 नवंबर से नाइट ब्लड सर्वे: मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लैब टेक्निीशियनों का हुआ प्रशिक्षण

गया जिला में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर 25 नवंबर से नाइट ब्लड सर्वे अभियान चलाया जायेगा। जिला के 24 प्रखंड में स्थित सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थ्य अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में नाइट ब्लड सर्वे किया जायेगा। वहीं शहर के सात शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में भी नाइट ब्लड सर्वे के तहत ब्लड के सैंपल लिये जायेंगे। इसे लेकर वृहस्पतिवार को जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण विभाग तथा जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लैब टैक्निीशियनों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमई हक ने प्रतिभागियों को रक्त सैंपल लेने के तरीकों तथा उसे सु​रक्षित रखने संबंधी तकनीकी जानकारी दी। इस मौके पर माइक्रोबायोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संजय नाथ, सहायक प्रोफेसर डॉ रमेश प्रसाद, पैथोलॉजिस्ट डॉ राजेश कुमार, आर्मी हॉस्पिटल तथा सीआरपीएफ के लैब टेक्निशियन, फाइलेरिया विभाग से अजय कुमार, पंकज कुमार, शिवनारायण वर्मा सहित सभी सीएचसी पीएचसी के लैब टेक्निशियन मौजूद रहे।

किट के उठाव करने का निर्देश:

डॉ एमई हक ने बताया कि सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों सहित संबंधित स्वास्थ्य कर्मचारियों से नाइट ब्लड सर्वे के लिए किट के उठाव के लिए कहा गया है। बताया कि जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण विभाग को अब प्रभावती अस्पताल परिसर में शिफ्ट किया गया है। बताया कि शेरघाटी, आमस, परैया, इमामगंज, फतेहपुर, गुरारू, बेलागंज, मोहरा, गुरुआ, खिजरसराय, बाराचट्टी, डोभी, बांकेबाजार, मोहनपुर, टनकुप्पा, डुमरिया सहित अंबेडकर नगर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, रामसागर, कटारी हिल, घुघरीटांड, डेल्हा एवं भुसंडा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में नाइट ब्लड सर्वे किया जाना है। इन जगहों पर वर्ष 2024 में दो साइट पर नाइट ब्लड सर्वे किया गया था जिसमें माइक्रोफाइलेरिया दर एक प्रतिशत या उससे अधिक पाई गई थी। इसलिए नाइट ब्लड सर्वे गतिविधि के लिए यहां दो साइटों का पुन: चयन किया गया है। इनमें एक सेनिटल और एक रैंडम साइट है। प्रत्येक साइट से रात के समय तीन—तीन सौ स्लाईड यानि छह सौ स्लाईड लेना है। एनबीएस साइट के लिए पांच—पांच सदस्यीय टीम तैयार की गयी है। इसके अलावा नौ क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर तीन साइट चयन बनाये गये हैं। इनमें इनमें टिकारी, कोंच, नीमचक बथानी, अतरी, बोधगया, वजीरगंज, सदर प्रखंड, मानपुर पीएचसी तथा ​तेलबीघा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के क्षेत्र शामिल हैं।

रात के समय अधिक सक्रिय होता है परजीवी:

डॉ एमई हक ने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे में रक्त सैंपल लिये जाते हैं। इन सैंपलों का राज्य स्तरीय लैब में जांच की जाती है। इससे माइक्रोफाइलेरिया परजीवी से ग्रसित लोगों की पहचान होती है। रात में माइक्रोफाइलेरिया परजीवी अधिक सक्रिय होते हैं, इस​लिए रात में ही रक्त के नमूने लिये जाते हैं। इसके बाद सर्वजन दवा सेवन अभियान संचालित किया जायेगा। इस अभियान में लोगों को फाइलेरियारोधी दवा का सेवन कराया जायेगा। 20 साल से अधिक उम्र के युवाओं को रक्त की जांच अवश्य करानी चाहिए। फाइलेरिया के कारण हाथीपांव या अंडकोश में सूजन जैसी समस्याएं देखने को मिलती है। साथ ही जनन अंगों में फाइलेरिया होने का भी खतरा रहता है।

श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में स्नान कर भोलेशंकर की पूजा अर्चना कर भगवान को श्रद्धापूर्वक नमन किया

कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)।  क्षेत्र के प्रसिद्ध सूर्यकुंड मंदिर पर मार्गशीर्ष अमावस्या के पावन अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में स्नान कर भोलेशंकर की पूजा अर्चना कर भगवान को श्रद्धापूर्वक नमन किया। बृहस्पतिवार को अगहनी अमावस्या के अवसर पर प्रातः काल से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिर प्रांगण में उमड़ी और जगह-जगह हवन पूजन कर यथासंभव दान पुण्य किया गया। ज्ञातव्य है कि प्रत्येक अमावस्या पर भारी संख्या में श्रद्धालु सूर्यकुंड मंदिर पर पूजा अर्चना के लिए आते हैं और पवित्र सरोवर में स्नान कर भगवान भोले शंकर की पूजा अर्चना करते हैं, इस पवित्र सरोवर में स्नान करने से मनुष्य सभी रोगों से मुक्त हो कर निरोग हो जाता है। मार्ग शीर्ष अमावस्या पर भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर मे स्नान कर कामेश्वर नाथ धाम मंदिर में भोले नाथ की पूजा-अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। मंदिर के पुजारी विनोद गोस्वामी ने बताया कि, शास्त्रों में मार्गशीर्ष अमावस्या का भारी महत्व है, इस अमावस्या पर पूजा अर्चना करने से घर में सुख समृद्धि आती है और भगवान शंकर का पूजन करने से पितृदोष शांत हो जाता है। इस पावन अवसर पर भारी संख्या में लोगों ,महिलाओं और बच्चों ने भी भक्ति भाव से पूजा अर्चना की और मंदिर प्रांगण में लगाए गए मेले में अपनी आवश्यक वस्तुओं की जमकर खरीदारी की, सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर परिसर में भारी पुलिस बल तैनात रहा।

प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में जनप्रतिनिधियो एवं वरिष्ठ अधिकारियो के साथ जिला प्रशासनिक समन्वय समिति की बैठक सम्पन्न।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।प्रभारी मंत्री जल शक्ति विभाग (सिंचाई एवं जल संसाधन बाढ़ नियंत्रण परती भूमि विकास लघु सिंचाई नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग)उत्तर प्रदेश स्वतंत्र देव सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को सर्किट हाउस के सभागार में जनप्रतिनिधियो एवं वरिष्ठ अधिकारियो के साथ जिला प्रशासनिक समन्वय समिति की बैठक हुई। बैठक में जनप्रतिनिधियो ने अपने-अपने क्षेत्र से सम्बंधित विभिन्न जनसमस्याओ एवं कराये जाने वाले आवश्यक कार्यो से अवगत कराते हुए उनपर आवश्यक कार्यवाही कराये जाने के लिए कहा।बैठक में जनप्रतिनिधियों के द्वारा हण्डिया व मऊआइमा मार्ग पर रोड लाइट की क्रियाशीलता नगर निगम के विस्तारित क्षेत्रो में भवनों के नक्सा बनवाये जाने के सम्बन्ध में लोगो को जागरूक किए जाने मतदाता सूची के चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम में वितरण व कलेक्शन की कार्यवाही में और तेजी लाये जाने झूंसी सहित विभिन्न क्षेत्रो में अतिक्रमण हटाये जाने जमीनो के अवैध कब्जे हटाये जाने जगराम चौराहे से लक्ष्मी चौराहे तक नई सीवर लाइन तथा सड़क चौड़ीकरण का कार्य कराये जाने, जल जीवन मिशन के तहत पुरानी टंकियो को पुनः संचालित किए जाने तेलियरगंज से आगे द्रोपदी घाट तक रिवर फ्रंट रोड के अवशेष कार्य को पूर्ण कराये जाने फौव्वारा चौराहे का सौन्दर्यीकरण कराने मलाकहरहर से लालगोपालगंज तक एनएचआई के द्वारा बनायी गयी सड़क के किनारे नालियो के निर्माण के अधूरे कार्यों को पूर्ण कराये जाने सोरांव में एक बड़ा स्टेडियम बनाये जाने कोरांव में खराब हुई सड़को के मरम्मतीकरण किसानों के धान की खरीद हेतु धान क्रय केन्द्रो पर सभी आवश्यक व्यवस्थाये सुनिश्चित करते हुए शत-प्रतिशत धान की खरीद करने सहित अन्य विषय रखे गये जिसपर मंत्री ने सभी सम्बंधित अधिकारियो को जनप्रतिनिधियो के द्वारा उठाये गये विषयो को गम्भीरता से लेते हुए उसपर नियमानुसार उचित कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया है।बैठक में उपस्थित पुलिस आयुक्त जोगेन्द्र कुमार जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा अपर पुलिस आयुक्त अजय पाल शर्मा प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ऋषिराज नगर आयुक्त सीलम सांई तेजा विकास प्राधिकरण के सचिव अजीत सिंह के द्वारा मंत्री एवं जनप्रतिनिधियो को बैठक में रखे गये विषयो पर आवश्यक कार्यवाही करने के लिए आश्वस्त किया गया।इस अवसर पर सांसद फूलपुर प्रवीण पटेल जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ0 वी0के0 सिंह महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी विधायक फाफामऊ गुरू प्रसाद मौर्य विधायक कोरांव राजमणि कोल विधायक फूलपुर दीपक पटेल विधायक शहर उत्तरी हर्षवर्धन वाजपेई विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी एवं डॉ0 के0पी0 श्रीवास्तव भाजपा जिलाध्यक्ष संजय गुप्ता गंगापार अध्यक्ष निर्मला पासवान यमुनापार अध्यक्ष राजेश शुक्ला सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

40वी अखिल भारतीय प्राइजमनी इन्दिरा मैराथन का आयोजन।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।खेल निदेशालय उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में क्षेत्रीय खेल कार्यालय प्रयागराज एवं जिला प्रशासन प्रयागराज द्वारा 40वां अखिल भारतीय प्राइजमनी इन्दिरा मैराथन का आयोजन किया गया।उक्त मैराथन का शुभारम्भ।आनन्द भवन प्रयागराज से प्रातः 6.30 बजे सौम्या अग्रवाल आई०ए०एस० आयुक्त प्रयागराज मण्डल प्रयागराज एवं जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा द्वारा एवं समापन तथा पुरस्कार वितरण डा० आर०पी० सिंह निदेशक खेल उ०प्र० लखनऊ के कर कमलो द्वारा मदन मोहन मालवीय स्टेडियम प्रयागराज में किया गया।इस अवसर पर विनोद कुमार सिंह नगर मजिस्ट्रेट प्रयागराज श्याम बाबू गुप्ता वरिष्ठ खिलाड़ी अभिन्न श्याम गुप्ता अर्जुन एवार्डी प्रमोद तिवारी लक्ष्मण एवार्डी चन्द्रोदय नारायण सिंह लक्ष्मण एवार्डी एवं जितेन्द्र यादव क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी मेरठ आले हैदर क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी गोरखपुर अनिमेष सक्सेना क्षेत्रीय कीडाधिकारी अयोध्या विमला सिंह क्षेत्रीय कीड़ा अधिकारी वाराणसी सुनील कुमार भारती कीड़ाधिकारी फतेहपुर अरविन्द कुमार सोनकर कीड़ाधिकारी चित्रकूट राहुल चोपडा क्रीड़ाधिकारी सहानपुर रूस्तम खॉन मैराथन प्रवेक्षक पूनमलताराज कीडाधिकारी प्रतापगढ़ तथा अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।इस अवसर पर जगत तारण गर्ल्स इन्टर कालेज प्रयागराज की बालिकाओ द्वारा स्वागत गीत ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मन्दिर गंगापुरी प्रयागराज ज्वाला देवी बालिका इण्टर कालेज ममफोर्डगंज प्रयागराज एवं आर्य कन्या इन्टर कालेज प्रयागराज की बालिकाओं द्वारा नृत्य कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।40वी अखिल भारतीय प्राइजमनी इन्दिरा मैराथन के पुरूष एवं महिला वर्ग के विजेता खिलाड़ियो को पुरस्कृत किया गया जिनका विवरण निम्नवत है।

राष्‍ट्रपति और राज्‍यपाल विधेयकों को कब तक रोक सकते हैं? प्रेजिडेंशियल रेफरेंस पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला

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सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने गुरुवार को राष्ट्रपति की ओर से संविधान के अनुच्छेद 143 के तहत मांगी गई राय पर अपना फैसला सुना दिया है। सीजेआई के नेतृत्व वाली पांच जजों की संविधान पीठ ने कहा कि राज्यपाल पर कोई समय-सीमा नहीं लगा सकता। अदालत ने राष्ट्रपति के रेफरेंस पर अपनी राय देते हुए कहा है कि राष्ट्रपति और राज्यपालों को विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समय सीमा तय करने वाला फैसला असंवैधानिक है।

समय सीमा में बांधना संविधान की भावना के विपरीत

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से भेजे गए प्रेजिडेंशियल रेफरेंस पर कोर्ट ने गुरुवार को अपनी राय देते हुए कहा कि संविधान के अनुच्छेद 200/201 के तहत कोर्ट बिल पर फैसला लेने के लिए राज्यपाल और राष्ट्रपति के लिए समयसीमा निर्धारित नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि विधेयक पर फैसला लेने के लिए उन्हें समय सीमा में बांधना संविधान की भावना के विपरीत होगा।

राज्यपालों के पास तीन विकल्प

मुख्य न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई, जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस पी एस नरसिम्हा और जस्टिस ए एस चंदुरकर की बेंच ने कहा कि अनुच्छेद 200 के तहत व्यवस्था है कि राज्यपाल विधेयक को मंजूरी दे सकते हैं, विधानसभा को दोबारा भेज सकते हैं या राष्ट्रपति को भेज सकते हैं। अगर विधानसभा किसी बिल को वापस भेजे तो राज्यपाल को उसे मंजूरी देनी होती है।

विधेयकों को रोकने की अनुमति देना संघवाद के हित के खिलाफ

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि राज्यपाल विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों को संविधान के अनुच्छेद 200 के तहत निर्धारित प्रक्रिया का पालन किए बिना रोक कर रखते हैं तो यह संघवाद की भावना के खिलाफ होगा। सुप्रीम कोर्ट ने 'राष्ट्रपति संदर्भ' मामले में कहा हमारे जैसे लोकतांत्रिक देश में राज्यपालों के लिए समयसीमा तय करना संविधान द्वारा प्रदत्त लचीलेपन की भावना के खिलाफ है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हमें नहीं लगता कि राज्यपालों के पास राज्य विधानसभा से पारित विधेयकों को लंबित रखने का असीमित अधिकार है। विधेयकों को रोकने की अनुमति दी जाती है तो यह संघवाद के हित के खिलाफ।

राज्यपाल के अधिकारों का उपयोग न्यायिक समीक्षा के दायरे में नहीं

इसके साथ ही कोर्ट ने यह भी रेखांकित किया कि अत्यधिक देरी लोकतांत्रिक शासन की आत्मा को क्षति पहुंचाती है, इसलिए इन पदों से अपेक्षा है कि वे उचित समय के भीतर निर्णय लें। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने तमिलनाडु के मामले में राज्य के राज्यपाल द्वारा रोक कर रखे गए विधेयकों को शीर्ष अदालत द्वारा 8 अप्रैल को दी गई मान्य स्वीकृति को भी अनुचित बताया। शीर्ष अदालत ने यह भी फैसला दिया कि अनुच्छेद 200 के तहत राज्यपाल के अधिकारों का उपयोग न्यायिक समीक्षा के दायरे में नहीं आता।

अपने ही डबल बेंच की राय को भी खारिज किया

इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने अपने ही डबल बेंच की राय को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि राष्ट्रपति को उनके पास भेजे गए किसी विधेयक की संवैधानिकता पर सुप्रीम कोर्ट से अनुच्छेद 143 के तहत राय लेनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा कि राष्ट्रपति को ऐसी कोई राय लेने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में ये भी कहा कि यद्यपि संवैधानिक न्यायालय राज्यपाल के कार्यों पर सीधे सवाल नहीं उठा सकते, लेकिन यदि राज्यपाल किसी विधेयक के उद्देश्यों को विफल करने के लिए लंबे समय तक कार्रवाई न करें, तो ऐसी लंबी देरी की न्यायिक समीक्षा सीमित परिस्थितियों में की जा सकती है। अदालत यह जांच कर सकती है कि देरी जानबूझकर की गई थी या नहीं।

10वीं बार मुख्यमंत्री बने नीतीश, इन नेताओं ने ली मंत्री पद की शपथ

#nitishkumarshapath_grahan  

बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन गए है। आज पटना के गांधी मैदान में उन्होंने रिकॉर्ड 10वीं बार उन्होंने आज मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। सीएम के साथ ही आज सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा समेत इन नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। इस शपथ ग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल हुए। इसके अलावा एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी समारोह में शामिल हुए।

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नीतीश कुमार के साथ 26 मंत्रियों ने शपथ ली। सबसे पहले राज्‍यपाल आर‍िफ मोहम्‍मद खान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। नीतीश के बाद सम्राट चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली। वह दूसरी बार बिहार के डिप्टी सीएम बने हैं। 

लेसी सिंह और रामकृपाल यादव भी बने मंत्री

गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह में एक साथ पांच नवनिर्वाचित विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। विजय चौधरी, विजेंद्र चौधरी, श्रवण कुमार, मंगल पांडये और दिलीप जायसवाल ने एक साथ शपथ ली। इसके बाद लेसी सिंह, मदन सहनी, नितिन नवीन, रामकृपाल यादव, संतोष सुमन और सुनील कुमार को एक साथ मंत्री पद की शपथ दिलाई। 

श्रेयसी सिंह को भी मिली कैबिनेट में जगह

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने जमा खान, संजय सिंह टाइगर, नारायण प्रसाद, सुरेंद्र प्रसाद और रमा निषाद को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके बाद श्रेयसी सिंह, लखेंद्र रोशन, दीपक प्रकाश, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह, डॉ प्रमोद कुमार को मंत्री मद की शपथ दिलाई।

जंबूरी कार्यक्रम के चलते राजधानी में कई मार्ग बंद, ट्रैफिक पुलिस ने जारी किया रूट प्लान

लखनऊ । भारत स्काउट एवं गाइड की डायमंड जुबली जंबूरी के समापन तथा 19वीं राष्ट्रीय जंबूरी के आयोजन को देखते हुए राजधानी में 23 से 29 नवंबर तक व्यापक यातायात एवं डायवर्जन व्यवस्था लागू की गई है। कार्यक्रम स्थल के आसपास भारी भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था के कारण कई मुख्य मार्गों पर सामान्य वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। ट्रैफिक पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि आवश्यक न होने पर प्रतिबंधित मार्गों से बचें और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। यातायात प्रतिबंध व वैकल्पिक मार्ग 1. सेक्टर-14 नहर पुल चौराहा से सेक्टर-19 (पिपरीखेड़ा) मार्ग बंद इस दिशा में जाने वाले वाहन सेक्टर-14 से सेक्टर-12 नहर पुल, ज्ञान सरोवर नहर पुल (ईश्वरीखेड़ा), चिरैयाबाग, तेलीबाग या नहर रोड से कालिंदी पार्क मोड़ की ओर भेजे जाएंगे। 2. सेक्टर-19 (पिपरीखेड़ा) से सेक्टर-16 सपना इनक्लेव/सेक्टर-15 की ओर यातायात प्रतिबंधित वैकल्पिक मार्ग– सेक्टर-19 से कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन रोड या सेक्टर-14 नहर पुल, उतरेठिया शहीद पथ रेलवे क्रॉसिंग होते हुए तेलीबाग। 3. सेक्टर-16 सपना इनक्लेव से सेक्टर-15/कार्यक्रम स्थल की ओर मार्ग बंद वाहन सेक्टर-16 से सेक्टर-19 या ट्रॉमा सेंटर चौराहा, सेक्टर-17 नहर पुल, आवास विकास गेट, PGI तिराहा की ओर भेजे जाएंगे। 4. सेक्टर-18 (न्यू ट्रॉमा सेंटर) से सेक्टर-16/सेक्टर-19 की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– सेक्टर-18 से सेक्टर-17 वृंदावन योजना, कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन रोड। 5. सेक्टर-12 चौराहा से सेक्टर-15/कार्यक्रम स्थल की ओर यातायात बंद यातायात को ज्ञान सरोवर नहर पुल, चिरैयाबाग, तेलीबाग या नहर रोड से कालिंदी पार्क मोड़ भेजा जाएगा। 6. ज्ञान सरोवर नहर पुल (ईश्वरीखेड़ा) से सेक्टर-11, 12 एवं सेक्टर-15 की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– चिरैयाबाग, तेलीबाग, नहर रोड होते हुए कालिंदी पार्क मोड़। 7. सेक्टर-08 शहीद पथ अंडरपास से सेक्टर-10/सेक्टर-15 की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– उतरेठिया रेलवे स्टेशन रोड या तेलीबाग की ओर डायवर्ट किया जाएगा। 8. कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन्स शिव मंदिर तिराहा से सेक्टर-18/सेक्टर-15 मार्ग बंद वाहन सीएनजी पंप के सामने से मस्जिद तिराहा, हिमालयन अपार्टमेंट के पीछे से सेक्टर-16 नहर पुल, फिर PGI की ओर भेजे जाएंगे। 9. कल्ली पश्चिम पुलिस लाइन्स गेट तिराहा से ट्रांजिट हॉस्टल चौराहा की ओर प्रतिबंध वैकल्पिक मार्ग– बाबूखेड़ा गांव से हिमालयन अपार्टमेंट के पीछे होते हुए सेक्टर-16 नहर पुल, फिर PGI की ओर। महत्वपूर्ण अपील जनसामान्य से अनुरोध है कि इन दिनों अनावश्यक रूप से प्रतिबंधित मार्गों का प्रयोग न करें और डायवर्ट किए गए वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करें।एम्बुलेंस, शव वाहन, फायर सर्विस व स्कूली वाहनों को मेडिकल या आपात स्थिति में प्रतिबंधित मार्गों से भी जाने की अनुमति रहेगी।किसी भी सहायता या ट्रैफिक जानकारी के लिए संपर्क करें, ट्रैफिक कंट्रोल नंबर: 9454405155
झारखंड में शीतलहर से राहत: अगले 4 दिन हल्की रहेगी ठंड; कांके में पारा 7°C दर्ज, अगले सप्ताह से फिर जोर पकड़ेगी सर्दी

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रांची: झारखंड के मौसम में इन दिनों बदलाव देखा जा रहा है। सुबह-शाम हल्की ठंडक जरूर महसूस हो रही है, लेकिन कड़ाके की ठंड से फिलहाल लोगों को राहत मिली है। मौसम केंद्र के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, अगले चार दिनों तक पूरे राज्य में ठंड का प्रभाव कमजोर ही रहने वाला है। हालांकि, इसके बाद तापमान में दोबारा गिरावट आएगी और रातें ज्यादा ठंडी महसूस होंगी।

तापमान में बढ़ोतरी दर्ज

सोमवार रात से मंगलवार तक राज्य के कई हिस्सों में पारे में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

राजधानी रांची: दिन का तापमान लगभग 26 डिग्री और रात का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस के करीब रहा।

अन्य जिले: कई जिलों में रात के तापमान में लगभग दो डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पर्वतीय और वन क्षेत्रों वाले जिलों में हालांकि सुबह की ठंड अभी भी तेज बनी हुई है। रांची के पास स्थित ऊंचाई वाले इलाकों में हल्का कोहरा भी देखा गया।

आगामी मौसम पूर्वानुमान

मौसम विभाग का कहना है कि सप्ताह के अंत तक:

अधिकतम तापमान: 28 से 31 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है।

न्यूनतम तापमान: 13 से 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।

अगले सप्ताह: ठंडी हवा का प्रवाह बढ़ेगा और पारा नीचे आना शुरू होगा, जिससे ठंड जोर पकड़ेगी।

सबसे ठंडा कांके

मंगलवार को सबसे कम तापमान कांके में रिकॉर्ड किया गया, जहाँ रात का पारा 7 डिग्री सेल्सियस से भी कम दर्ज हुआ। इसके अलावा, गुमला, खूंटी, लातेहार, लोहरदगा और सिमडेगा जैसे जिलों में भी तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।

तापमान बढ़ने की वजह

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से उत्तर की ओर से आने वाली तेज ठंडी हवा कमजोर पड़ी है। इसके विपरीत, समुद्र की ओर से आ रही नमीयुक्त हवा के कारण वातावरण में हल्के बादल बने हुए हैं, जिससे दिन की गर्मी बढ़ी है और रात की ठंड कम हुई है।

नई दिल्ली में 21 नवंबर को मनाया जाएगा विश्व मत्स्य दिवस, ट्रेसिबिलिटी की राष्ट्रीय रूपरेखा होगी जारी

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दिल्ली ब्यूरो 

नई दिल्ली । मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत संचालित मत्स्य पालन विभाग 21 नवंबर को नई दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में विश्व मत्स्य दिवस 2025 का आयोजन करेगा। इस वर्ष का ध्येय वाक्य है— "भारत की जलजनित अर्थव्यवस्था में बदलाव: समुद्री खाद्य वस्तुओं के निर्यात में मूल्यवर्धन", जिसका उद्देश्य भारत के समुद्री और अंतर्देशीय जलीय उत्पादों को उच्च मूल्य वाले वैश्विक प्रतिस्पर्धी उत्पादों में रूपांतरित करना है।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह आभासी रूप से शामिल होंगे, जबकि नई दिल्ली में राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल और जॉर्ज कुरियन की उपस्थिति रहेगी। भारत सहित कई देशों से बड़ी संख्या में प्रतिनिधि इस वृहद आयोजन में भाग लेंगे।

इस अवसर पर मत्स्य पालन विभाग मत्स्य और जलीय कृषि में ट्रेसिबिलिटी पर राष्ट्रीय रूपरेखा जारी करेगा। इसका लक्ष्य एक केंद्रीकृत डिजिटल ट्रेसिबिलिटी प्रणाली तैयार करना है, जो उत्पाद के स्रोत, प्रसंस्करण केंद्र और बिक्री स्थान की स्पष्ट जानकारी देकर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुपालन, खाद्य सुरक्षा, स्थिरता और बाजार पहुंच को मजबूत करेगी।

कार्यक्रम में संधारणीय मत्स्य प्राप्ति और जलीय कृषि के लिए कई महत्वपूर्ण पहल शुरू की जाएंगी, जिनमें समुद्री कृषि के लिए मानक संचालन प्रक्रिया, स्मार्ट व एकीकृत बंदरगाहों के दिशानिर्देश, फिश लैंडिंग सेंटर संबंधी दिशानिर्देश, जलाशय मत्स्य प्रबंधन ढांचा और तटीय जलीय कृषि दिशानिर्देश शामिल हैं। यह पहल भारत के जलीय क्षेत्र के समग्र विकास के लिए व्यापक रोडमैप प्रस्तुत करती है।

आयोजन में दो तकनीकी सत्र भी होंगे। पहला सत्र “मूल्य संवर्धन के माध्यम से मत्स्य पालन और जलीय कृषि के विकास को बढ़ावा” पर केंद्रित होगा, जिसमें समुद्री खाद्य उत्पादों के विविधीकरण, नवाचार, ब्रांडिंग, पैकेजिंग, मानक व प्रमाणन सुधार और अवसंरचना विकास पर चर्चा होगी। दूसरा सत्र “भारतीय अंतर्देशीय जल स्रोतों की निर्यात क्षमता के उपयोग” पर आधारित होगा, जिसमें राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की नदियों, झीलों, तालाबों और मीठे जल स्रोतों की मत्स्य प्रजातियों की क्षमता पर विशेषज्ञ विमर्श करेंगे।