संभावित शीत लहर से बचाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा एडवाइजरी जारी
बलरामपुर।मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार आगामी दिनों में जनपद में ठण्ड एवं घने कोहरे का प्रकोप बढ़ेगा। सर्दी और शीत लहर से बचाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है। जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन ने ठण्ड से बचाव के लिए गाइड लाइन यानी ठण्ड से बचाव को लेकर क्या करें, क्या न करें के बारे में विस्तार से बताया है।
जिलाधिकारी जैन ने बताया कि ठण्ड से बचाव को लेकर जिले में 06 जगहों पर रैन बसेरे बनाये गये हैं जिसमें नगर क्षेत्र में दो जगहों पर तुलसीपुर रोड पर अम्बेडकर तिराहे के पास एवं रोडवेज बस स्टाप पर, नगर पंचायत तुलसीपुर में जलकल परिसर में, नगर पंचायत उतरौला में मोहल्ला सुभाष नगर निकट बस स्टैण्ड के पास, नगर पंचायत गैसड़ी में वार्ड 15 मझौली में तथा नगर पंचायत पचपेड़वा में जगगदीशपुर वार्ड नम्बर 05 में निराश्रितों, असहायों एवं राहगीरों के ठहरने के लिए रैन बसेरे संचालित हैं। उन्होंने बताया कि रैन बसेरे में कोई भी जरूरतमंद, निराश्रित, असहाय अथवा राहगीर निःशुल्क ठहर सकता है। सभी रैन बसेरों में शासन के निर्देशानुसार चारपाई, बिस्तर, रजाई-गद्दा, प्रकाश, पेयजल, शौचालय एवं अलाव सहित अन्य आवश्यक प्रबन्ध किये गए हैं। इसके अलावा प्रमुख स्थलों पर अलाव जलवाने का भी प्रबन्ध सुनिश्चित किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने ठण्ड से बचाव के उपायों के बारे में बताते हुए कहा कि जनसामान्य लगातार समाचार पत्रों, रेडियो एवं टीवी के माध्यम से मौसम की जानकारी लेते रहें तथा जिला प्रशासन व राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा समय-समय पर जारी किये जाने वाली एडवाजरी को प्राप्त कर जानकारी लेतेे रहें। उन्होंने बताया कि कान, नाक व गले को ढक कर रखें। कई परत वाले गर्म कपड़े पहनें। स्नान हेतु गरम पानी का प्रयोग करें। विशेष परिस्थितियों के लिए ईंधन बचाकर रखें। शरीर को गरम रखने हेतु पेय पदार्थों एएवं पौष्टिक आहार का सेवन करते रहें। शरीर के अंगों का सुन्न होना, हाथ पैर, कान पर सफेद या पीले रंग के दाग पड़ने पर तुरनत डाक्टर से सम्पर्क करें। कंप-कपी को नजर अंदाज न करें तुरन्त डाक्टर से सम्पर्क करें और सबसे जरूरी बात यह कि अपने पशुओं को रात में ढक कर रखें तथा उन्हें सड़कों पर न छोड़ें।
उन्होने बताया कि कमरे को गर्म रखने के लिए जलावन यानी लकड़ी का प्रयोग कतई न करें क्योंकि इससे कमरे में धुआं फैलने का खतरा उत्पन्न हो जाता है। कोयले की अंगीठी, हीटर या ब्लोअर आदि का प्रयोग यदि करते हैं तो सावधानी बरतें। कमरे की खिड़कियां खोल कर रखें ताकि अंगीठी से उत्पन्न जहरीले धुएं से आपको नुकसान न हो तथा कमरे में आक्सीजन की कमी भी न होने पावे। वाहन आदि धीमी गति से चलाएं तथा वाहनों पर रेफ्लेक्टर लगवा लें ताकि दुर्घटनाओं की संभावना कम रहे।














3 hours ago
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