*जीवन में राम जैसा स्वामी और हनुमान जी जैसी भक्ति हो-रामभद्राचार्य जी*
*वाल्मीकि रामायण में चतुर्थ दिवस भक्त और भगवान का भावपूर्ण वर्णन सुन भाव विभोर हुए भक्त*

विजेथुआ महोत्सव मेँ चल रही वाल्मीकि रामायण के चतुर्थ दिवस व्यासपीठ से स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि “यदि श्रीराम जैसा मर्यादा वादी स्वामी नहीं बन सकते तो हनुमानजी जैसा मर्यादा वादी सेवक बनने का प्रयास करें।” उन्होंने कहा कि मर्यादा ही मनुष्य को महान बनाती है। श्रीराम ने अपने जीवन के प्रत्येक क्षण में धर्म और मर्यादा का पालन किया, इसलिए वे आज भी आदर्श स्वामी माने जाते हैं। स्वामी जी ने कहा कि हनुमानजी ने सेवक होकर भी मर्यादा की ऐसी मिसाल पेश की, जो युगों-युगों तक प्रेरणा देती रहेगी। उन्होंने अपने समर्पण और निष्ठा से यह सिद्ध किया कि सेवा का अर्थ केवल आज्ञापालन नहीं, बल्कि पूर्ण मर्यादा में रहकर कर्तव्य निभाना है। स्वामी जी ने कहा कि “नेता बनना बड़ी बात नहीं, मर्यादा में रहकर सेवा करना ही सबसे बड़ी साधना है। उन्होंने आगे कहा कि आज समाज में अव्यवस्था का कारण मर्यादा का क्षय है। जब व्यक्ति अपने आचरण में अनुशासन और सेवा भाव लाता है, तभी समाज में संतुलन और सद्भाव होता है। कथा स्थल पर हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे। पूरा वातावरण “जय श्रीराम” और “हनुमानजी महाराज की जय” के जयघोष से गूंज उठा। स्वामी जी ने अंत में कहा कि यदि प्रत्येक व्यक्ति श्रीराम की मर्यादा और हनुमानजी की निष्ठा को अपने जीवन में उतार ले, तो समाज में प्रेम, शांति और आदर्श जीवन की स्थापना निश्चित है। कथा से पूर्व कथा विजेथुआ महोत्सव के आयोजक सत्यपथ फाउंडेशन के संरक्षक विवेक तिवारी ने सपत्नीक व्यास पीठ की पूजा अर्चना कर श्रद्धालुओं के प्रति आभार जताया। वाल्मीकि रामायण में अतिथि क्षेत्रीय सँगठन मन्त्री बिहार, झारखंड नागेंद्र जी, पूर्व मन्त्री व एम.एल.सी. अशोक कटारिया, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला, पूर्व डीजीपी आरपी सिँह, अमेठी से आए समाजसेवी रोहित सिँह, भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी,जिला विकास अधिकारी सुल्तानपुर गजेंद्र तिवारी डीसी मनरेगा अजीत कुमार सिंह प्रमोद कुमार पांडेय अंकित राय डा रत्नेश तिवारी, डा. गिरजेश तिवारी, डा. जेपी दूबे, प्रमुख प्रतिनिधि सर्वेश मिश्र, राम विनय सिँह, महेंद्र मिश्र, रितेश दूबे, अम्बरीश मिश्र, दीपक सिँह, अरविंद पाँडे य, जगदम्बा प्रसाद उपाध्याय, विक्की वर्मा, सत्यम तिवारी, विपिन शुक्ला, विजय उपाध्याय, रितेश उपाध्याय, कृष्ण कुमार चौबे, दीपक पाँडेय, रामूश्यामू उपाध्याय, शशांक पाँडेय, सत्येंद्र मिश्र, सत्यप्रकाश यादव, डा. सन्त भारती सहित तमाम संभ्रांत लोग मौजूद रहे। कथा के दौरान सीता की कथा सुना रहे जगतगुरु ने गद्दोपुर निवासी डेढ साल की बेटी को गोदी में लेकर उसका नामकरण मिथिला कर दिया। जैसे ही वह बिटिया पाँडाल मे गयी महिलाएं उसका चरण छूने के लिए होड लगाने लगी। महोत्सव आयोजक विवेक तिवारी धर्मपत्नी वन्दना तिवारी ने बिटिया को दक्षिणा देकर उसकी माता को सौँप दिया।
*जीवन में राम जैसा स्वामी और हनुमान जी जैसी भक्ति हो-रामभद्राचार्य जी*
*वाल्मीकि रामायण में चतुर्थ दिवस भक्त और भगवान का भावपूर्ण वर्णन सुन भाव विभोर हुए भक्त*

विजेथुआ महोत्सव मेँ चल रही वाल्मीकि रामायण के चतुर्थ दिवस व्यासपीठ से स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि “यदि श्रीराम जैसा मर्यादा वादी स्वामी नहीं बन सकते तो हनुमानजी जैसा मर्यादा वादी सेवक बनने का प्रयास करें।” उन्होंने कहा कि मर्यादा ही मनुष्य को महान बनाती है। श्रीराम ने अपने जीवन के प्रत्येक क्षण में धर्म और मर्यादा का पालन किया, इसलिए वे आज भी आदर्श स्वामी माने जाते हैं। स्वामी जी ने कहा कि हनुमानजी ने सेवक होकर भी मर्यादा की ऐसी मिसाल पेश की, जो युगों-युगों तक प्रेरणा देती रहेगी। उन्होंने अपने समर्पण और निष्ठा से यह सिद्ध किया कि सेवा का अर्थ केवल आज्ञापालन नहीं, बल्कि पूर्ण मर्यादा में रहकर कर्तव्य निभाना है। स्वामी जी ने कहा कि “नेता बनना बड़ी बात नहीं, मर्यादा में रहकर सेवा करना ही सबसे बड़ी साधना है। उन्होंने आगे कहा कि आज समाज में अव्यवस्था का कारण मर्यादा का क्षय है। जब व्यक्ति अपने आचरण में अनुशासन और सेवा भाव लाता है, तभी समाज में संतुलन और सद्भाव होता है। कथा स्थल पर हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे। पूरा वातावरण “जय श्रीराम” और “हनुमानजी महाराज की जय” के जयघोष से गूंज उठा। स्वामी जी ने अंत में कहा कि यदि प्रत्येक व्यक्ति श्रीराम की मर्यादा और हनुमानजी की निष्ठा को अपने जीवन में उतार ले, तो समाज में प्रेम, शांति और आदर्श जीवन की स्थापना निश्चित है। कथा से पूर्व कथा विजेथुआ महोत्सव के आयोजक सत्यपथ फाउंडेशन के संरक्षक विवेक तिवारी ने सपत्नीक व्यास पीठ की पूजा अर्चना कर श्रद्धालुओं के प्रति आभार जताया। वाल्मीकि रामायण में अतिथि क्षेत्रीय सँगठन मन्त्री बिहार, झारखंड नागेंद्र जी, पूर्व मन्त्री व एम.एल.सी. अशोक कटारिया, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला, पूर्व डीजीपी आरपी सिँह, अमेठी से आए समाजसेवी रोहित सिँह, भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी,जिला विकास अधिकारी सुल्तानपुर गजेंद्र तिवारी डीसी मनरेगा अजीत कुमार सिंह प्रमोद कुमार पांडेय अंकित राय डा रत्नेश तिवारी, डा. गिरजेश तिवारी, डा. जेपी दूबे, प्रमुख प्रतिनिधि सर्वेश मिश्र, राम विनय सिँह, महेंद्र मिश्र, रितेश दूबे, अम्बरीश मिश्र, दीपक सिँह, अरविंद पाँडे य, जगदम्बा प्रसाद उपाध्याय, विक्की वर्मा, सत्यम तिवारी, विपिन शुक्ला, विजय उपाध्याय, रितेश उपाध्याय, कृष्ण कुमार चौबे, दीपक पाँडेय, रामूश्यामू उपाध्याय, शशांक पाँडेय, सत्येंद्र मिश्र, सत्यप्रकाश यादव, डा. सन्त भारती सहित तमाम संभ्रांत लोग मौजूद रहे। कथा के दौरान सीता की कथा सुना रहे जगतगुरु ने गद्दोपुर निवासी डेढ साल की बेटी को गोदी में लेकर उसका नामकरण मिथिला कर दिया। जैसे ही वह बिटिया पाँडाल मे गयी महिलाएं उसका चरण छूने के लिए होड लगाने लगी। महोत्सव आयोजक विवेक तिवारी धर्मपत्नी वन्दना तिवारी ने बिटिया को दक्षिणा देकर उसकी माता को सौँप दिया।
*जीव प्रेमियों से पूर्व सांसद मेनका संजय गांधी ने की मदद की अपील*
*बीते वर्षों से सक्रिय एसपीसीए के लिए संसाधन जुटाने पर दिया बल* सुल्तानपुर,असहाय पशुओं की मदद के लिए पूर्व सांसद ने जिले के प्रमुख जीवप्रेमियों से अपील की है।उन्होंने समाजसेवियों,चिकित्सकों, व्यापारियों और वालेन्टियरों से कहा है कि जब मैं सुलतानपुर से आपकी सांसद थी, तब मैंने आपकी मदद से मनुष्यों और जानवरों दोनों की सहायता करने का पूरा प्रयास किया। पूर्व केबिनेट मंत्री व जिले की पूर्व सांसद मेनका संजय गांधी ने कहा कि इन्हीं कार्यों में से एक था पशु अस्पताल बनाना,जिसे एसपीसीए (SPCA) कहा जाता है।यह अस्पताल सरकार द्वारा नहीं बल्कि सबके सहयोग और योगदान से बनाया गया था।यह अस्पताल अब एक वर्ष से चल रहा है। इसमें स्वयंसेवक हैं और इसने अनेक जिंदगियों को बचाया गया है।उन्होंने कहा कि कानून के अनुसार इस अस्पताल के लिए बजट होना चाहिए,साथ ही एक एम्बुलेंस और जिले भर में सदस्य होने चाहिए जिससे गायों की तस्करी रोकी जा सके और बीमार जानवरों का इलाज हो सके। लेकिन अभी तक डीएम ने इसे लागू नहीं किया है। इसलिए यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम सुलतानपुर को करुणा का स्थान बनाएं। मैं अत्यंत आभारी रहूँगी यदि आप अस्पताल की सहायता के लिए धन,दवाइयों, उपकरण या भोजन का दान कर सकें। श्रीमती गाँधी ने कहा कि जो भी आप वहन कर सकते हैं, स्वागत योग्य है। हममें से प्रत्येक के पास जीवन बचाने की शक्ति है। मैंने समाज के प्रति आपके समर्पण और ईमानदारी को देखा है। अब मैं जानवरों की ओर से आपसे मदद माँग रही हूँ।पूर्व सांसद द्वारा जारी इस पत्र पर एसपीसीए की मॉनिटरिंग कर रहे प्रदीप यादव ने बताया कि सुल्तानपुर में एसपीसीए के वालेंटियर जल्द ही सक्रिय समाजसेवियों से मुलाकात कर असहाय जीवों के लिए एसपीसीए के संदर्भ में मुलाकात कर जन सहयोग लेंगे।
अतरी विधानसभा क्षेत्र को लेकर क्षत्रिय समाज ने की बैठक,स्वजातीय उम्मीदवार को टिकट नही मिला तो करेंगे जीतन राम मांझी का विरोध

गया।बिहार में चुनावी समर का शंखनाद हो चुका है और इसी के साथ जातीय गोलबंदी का दौर भी शुरू हो गया है। आज गया के मानपुर में एक निजी होटल के सभागार में क्षत्रिय समाज की बैठक संपन्न हुई। यह बैठक अतरी विधानसभा क्षेत्र को लेकर आयोजित की गई थी। मालूम हो कि अतरी विधानसभा क्षेत्र केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा सेकुलर के खाते में गई है।

हालांकि अभी तक उम्मीदवार का नाम तय नहीं किया गया है। लेकिन गया सांसद और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के प्रतिनिधि रोमित कुमार का नाम आते ही यहां पर जबरदस्त रूप से विरोध के स्वर उठने लगे हैं। आज की बैठक में जुटे राजपूत समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि अतरी विधानसभा क्षेत्र उनके समाज के लिए अतिमहत्वपूर्ण है। यहां से राजपूत समाज के उम्मीदवार ही चुनाव लड़ते रहे हैं।

लेकिन एनडीए के तरफ से श्री जीतन राम मांझी की पार्टी के द्वारा अन्य समुदाय के उम्मीदवार को टिकट दिए जाने की चर्चा से हम लोग आहत हैं। हम स्पष्ट रूप से श्री मांझी जी को आगाह करना चाहते हैं कि अगर हमारे परंपरागत सीट को छीनने का प्रयास किया गया तो हम पुरजोर विरोध करेंगे। एनडीए द्वारा श्री मांझी जी को प्राप्त 6 विधानसभा क्षेत्रों में भी हम उनके उम्मीदवार का विरोध करेंगे।

बैठक के बाद बताया गया कि हम पार्टी के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी हमारी भावना को समझें और भविष्य में एनडीए को होने वाले नुकसान का बचाव करें।

अगर हमारी मांगों के प्रति उदासीन रवैया अपनाया गया तो राजपूत समाज के द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लेकर एक निर्दलीय प्रत्याशी अतरी विधानसभा में खड़ा किया जाएगा। श्री मांझी अपने दल के किसी राजपूत जाति से आने वालों को उम्मीदवार अगर बनाते हैं तो हम लोग तन मन धन से सहयोग करने को तैयार हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत गया में नामांकन प्रक्रिया शुरू: जिलाधिकारी ने किया प्रेस वार्ता

गया : गयाजी में बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत नामांकन प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई। जिला प्रशासन ने गया की 10 विधानसभा सीटों के लिए कुल चार नामांकन स्थल बनाए हैं। पहले ही दिन समाहरणालय के आसपास रूट डायवर्ट किए जाने की वजह से भारी जाम की स्थिति बन गई।

जगह-जगह बैरिकेडिंग व वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था के कारण आम लोगों को घंटों परेशानी झेलनी पड़ी। डीएम शशांक शुभंकर ने बताया कि नामांकन की प्रक्रिया 14 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक चलेगी। रोजाना सुबह 11 बजे से शाम 3 बजे तक प्रत्याशी अपना पर्चा दाखिल कर सकेंगे। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। हर स्थल पर पुलिस बल की तैनाती की गई है और आचार संहिता के पालन पर विशेष नज़र रखी जा रही है।

डीएम ने बताया कि सीसीए का 180 आवेदन आया था। उसमें से 101 सुनवाई की हुई। 91 पर सीसीए 3 लगाया गया। शेष विचाराधीन है। डीएम ने कहा कि किसी भी तरह की अव्यवस्था या आचार संहिता उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही वाहन पार्किंग के लिए अलग जगह चिह्नित की गई है, ताकि भीड़ नियंत्रित व दिशा दी जा सके।

नामांकन स्थलों की बात करें, तो गया महानगर, बेलागंज, वजीरगंज और बोधगया विधानसभा के प्रत्याशी गया शहर स्थित समाहरणालय में नामांकन करेंगे। अतरी विधानसभा के लिए खिजरसराय अनुमंडल कार्यालय में प्रक्रिया होगी। टिकारी और गुरुआ के लिए टिकारी अनुमंडल कार्यालय तथा शेरघाटी, इमामगंज और बाराचट्टी विधानसभा के लिए

शेरघाटी अनुमंडल कार्यालय में नामांकन होगा. नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने के कारण समाहरणालय के आसपास ट्रैफिक रूट डायवर्ट किया गया। इससे महा जाम की स्थिति दोपहर एक बजे तक बनी रही।

इस पर डीएम ने कहा कि पहले दिन भीड़ और सुरक्षा जांच के कारण दिक्कतें आईं। दूसरे दिन से व्यवस्था में सुधार किया जाएगा ताकि आम लोगों को परेशानी नहीं हो। चुनावी गहमागहमी के बीच समाहरणालय के बाहर और अंदर तैयारी जबरदस्त है। लेकिन पहले दिन न तो नेताओं की भीड़ न ही समर्थकों की भीड़ नजर आ रही है।

मुख्य विकास अधिकारी ने पीएम सूर्यघर योजना के प्रगति की समीक्षा की


संजय द्विवेदी, प्रयागराज।मुख्य विकास अधिकारी हर्षिका सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में पीएम सूर्य घर योजना की प्रगति की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने पीएम सूर्य घर योजना से सम्बंधित वेण्डरों से बात करते हुए योजना से जुड़े हुए कार्यों की प्रगति तथा उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।उन्होंने परियोजना अधिकारी नेडा को पंजीकरण से लेकर स्मार्ट मीटर लगने तक प्रत्येक स्तर पर प्रगति की मानीटरिंग किए जाने के निर्देश दिए है।उन्होंने प्रत्येक दिन सम्बंधित अधिकारियों के साथ वीसी के माध्यम से बैठक कर कार्य में प्रगति लाये जाने के निर्देश दिए है।

मुख्य विकास अधिकारी ने कार्य में लापरवाही बरतने एवं बैठक से अनुपस्थित रहने पर विद्युत विभाग के अधिशाषी अभियंता म्योहाल का वेतन रोके जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने पीएम सूर्य घर योजना के अन्तर्गत बैंकों में लंबित आवेदनों का त्वरित निस्तारण करते हुए आवेदनकर्ता को समय से ऋण उपलब्ध कराने के लिए कहा है।उन्होंने बैंक ऑफ बडौदा के नैनी करछना एवं कोरांव के बैंक मैनेजरों द्वारा लोन स्वीकृत न किए जाने पर कड़ी नारागजी व्यक्त करते हुए पात्र लोगो के लोन शीघ्रता से स्वीकृत करने के निर्देश दिए है।उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में शौर्य ऊर्जा को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत घरों में बिजली की आपूर्ति के लिए आवासीय घरों की छतों पर सौर पैनल लगाये जाने को सरकार बढ़ावा दे रही है।

मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि पीएम सूर्यघर योजना के तहत निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति कम है। उन्होंने लक्ष्य के सापेक्ष कार्य में प्रगति लाते हुए निर्धारित लक्ष्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए है। यूपी नेडा को इस योजना का आमजन के मध्य व्यापक प्रचार-प्रसार कराकर योजना से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी देने के लिए कहा है। इसके साथ ही उन्होंने सरकारी कार्यालयों एवं भवनों में भी सूर्यघर योजना के तहत सोलर पैनल लगाये जाने के लिए कहा है।मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि आवेदन के पश्चात आवेदनकर्ताओं को निर्धारित समयसीमा में सूर्यघर योजना के लाभ से आच्छादित किया जाना सुनिश्चित किया जाये।उन्होंने इस योजना से जुड़े सभी सम्बंधित विभागों को सक्रियता के साथ कार्य करते हुए समय से कार्यों को पूर्ण कराये जाने के लिए कहा है।कहा कि कार्य में लापरवाही की शिकायत प्राप्त होने पर सम्बंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।

इस अवसर पर विद्युत विभाग यूपीनेडा व अन्य सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

स्कूल के पास लटके जर्जर बिजली तार बना रहे हादसे को न्योता, अधिकारियों ने नहीं लिया सुधार की दिशा में कदम
ओमप्रकाश वर्मा नगरा बलिया! नगरा बलिया उरैनी मार्ग पर जेडी पब्लिक स्कूल के पास से गुजर रहे 11 हजार केवीए के जर्जर बिजली के तार क्षेत्र में खतरनाक स्थिति पैदा कर रहे हैं। ये तार नीचे तक लंबित और लटके हुए हैं, जो दुर्घटना को न्योता देने वाली संभावित स्थिति उत्पन्न कर रहे हैं। इस मार्ग से प्रतिदिन कई स्कूलों की बसें बच्चों को लाने-ले जाने के काम में लगती हैं, जिससे इन जर्जर तारों की वजह से बच्चों और राहगीरों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।स्थानीय लोगों और स्कूल प्रशासन ने कई बार शिकायत के बावजूद बिजली निगम के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। निगम के अधिकारी कई मौकों पर निरीक्षण भी कर चुके हैं, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। तारों की खराब स्थिति को अस्थायी तौर पर बांस के डंडों से बांधकर सीधा किया गया है, जो न तो सुरक्षा प्रदान कर सकता है और न ही लंबे समय तक टिकाऊ समाधान है।इस गंभीर समस्या को देखते हुए लल्लन प्रसाद पांडेय ने अधिशासी अभियंता व अवर अभियंता नगरा को एक पत्र भेजकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। पत्र में आग्रह किया गया है कि विद्युत तारों और खंभों को विद्यालय के समीप से हटाकर किसी सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाए, ताकि बच्चों और इलाके के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।विद्युत तारों की इस जर्जर स्थिति को बिना उचित मरम्मत और सुरक्षा उपाय किए放置 करने से किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग की ओर से शीघ्र एवं प्रभावी कदम उठाए जाने की आवश्यकता है, जिससे इस मार्ग पर आने-जाने वाले सभी बच्चों और आम जनता का जीवन सुरक्षित रह सके।
*सड़क के शिलापट पर जातिसूचक शब्द, बहुजन अधिकार सेना ने हटाने की मांग की, कार्रवाई न होने पर प्रदर्शन की दी चेतावनी*
सुल्तानपुर,बहुजन अधिकार सेना के प्रदेश अध्यक्ष हरिशंकर राव 'एडवोकेट' ने एक संपर्क मार्ग के शिलापट पर जातिसूचक शब्द अंकित होने की शिकायत की है। यह मार्ग जयसिंहपुर विकासखंड के माधवपुर छतीना में राज्य सड़क निधि (5054) योजना के तहत बनाया गया था, जिसका शिलान्यास 6 जुलाई 2021 को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया था। शिकायत में कहा गया है कि शिलापट पर ग्राम के नाम के साथ अंकित यह जातिसूचक शब्द भारतीय संविधान के समानता के सिद्धांतों के विरुद्ध है। यह सामाजिक समता और शांति को प्रभावित करता है। यह नाम न तो राजस्व अभिलेखों में दर्ज है और न ही किसी सरकारी सूची में इसे मान्यता प्राप्त है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह कार्य जातिगत द्वेष भावना से प्रेरित है, जिसे असंवैधानिक और निंदनीय बताया गया है। इस विषय पर पहले भी विभिन्न संगठनों द्वारा संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन दिए जा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। प्रशासनिक उदासीनता के कारण आम जनता में गहरा रोष व्याप्त है। बहुजन अधिकार सेना ने मांग की है कि शिलापट से जातिसूचक शब्द तुरंत हटाया जाए। साथ ही, यह शब्द किसने और किसकी अनुमति से अंकित कराया, इसकी तत्काल और पारदर्शी जांच कराई जाए। संगठन ने दोषी अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ उचित दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसे कृत्यों को रोकने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करने की भी मांग की है। चेतावनी दी गई है कि यदि सात दिनों के भीतर संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई, तो लखनऊ विधानसभा के सामने उग्र प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
*दिव्यांग की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट सख्त,थाना प्रभारी को वर्दी का गलत स्तेमाल करना पड़ा भारी,थाना प्रभारी समेत 7 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर*
सुल्तानपुर के मोतिगरपुर में एक 56 वर्षीय दिव्यांग व्यक्ति की गिरफ्तारी और कथित पुलिस ज्यादती के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ के सख्त रुख के प्रशासन हरकत में आ गया है। कोर्ट की तीखी टिप्पणी के बाद एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने रविवार रात मोतिगरपुर थाना प्रभारी विजय सिंह समेत सात पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। इसके साथ ही प्रशासनिक फेरबदल करते हुए दो थानों की कमान भी बदली गई है। यह मामला मोतिगरपुर क्षेत्र के बढ़ौनाडीह निवासी 40 प्रतिशत दिव्यांग श्याम सुंदर अग्रहरि (56) से जुड़ा है। अधिवक्ता शिवेंद्र शिवम सिंह राठौर के माध्यम से दाखिल याचिका में आरोप लगाया गया था कि 6/7 सितंबर की रात करीब एक बजे पुलिसकर्मी बिना वारंट उनके घर में घुस गए और जबरन हिरासत में लेकर मारपीट की। दिव्यांग श्याम सुंदर ने बताया कि उन्हें झूठे मुकदमे (केस क्राइम नंबर 241/2025, धारा 109 आईपीसी 2023) में फंसाया गया, जबकि पूर्व में दर्ज एक मामले में सत्र न्यायालय ने उन्हें स्थायी अग्रिम जमानत दे रखी थी। हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान और न्यायमूर्ति सैयद कमर हसन रिज़वी ने इस प्रकरण को गंभीरता से लिया। कोर्ट ने टिप्पणी की, “यह समझ से परे है कि एक 56 वर्षीय दिव्यांग व्यक्ति के साथ इस तरह का व्यवहार क्यों किया गया और प्राथमिकी दर्ज करते समय उसकी शारीरिक स्थिति पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया।” न्यायालय ने एसपी सुल्तानपुर, थाना प्रभारी मोतिगरपुर और अन्य संबंधित पुलिसकर्मियों को व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल कर 19 सितंबर को दोपहर 12:15 बजे अदालत में उपस्थित होने का निर्देश दिया था। न्यायालय के निर्देशों के बाद, एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने रविवार देर रात सख्त कार्रवाई की। उन्होंने मोतिगरपुर थाना प्रभारी विजय सिंह को हटाकर चांदा थाना प्रभारी अशोक सिंह को मोतिगरपुर की नई जिम्मेदारी सौंपी। इसके अतिरिक्त, उपनिरीक्षक भरत सिंह, उपनिरीक्षक संजय चौबे, आरक्षी आनंद सिंह, श्रीकांत, अजीम अहमद और मनीष को भी लाइन हाजिर कर दिया गया है। बंधुआकला थाने में तैनात निरीक्षक अपराध दीपेंद्र विक्रम सिंह को चांदा थाने का कोतवाल नियुक्त किया गया है। इस कार्रवाई से जिले के पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि हाईकोर्ट की सख्ती और एसपी की त्वरित कार्रवाई ने अब अन्य थानों के लिए भी एक चेतावनी का संकेत दिया है, जिससे पुलिसकर्मियों के बीच जवाबदेही और सतर्कता बढ़ने की उम्मीद है।
स्वदेशी उत्पादों से सजा यूपी ट्रेड शो, उमड़ी खरीदारों की भीड़

गोण्डा। 13 अक्टूबर 2025 गांधी पार्क के समीप लगे यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेला में सोमवार को लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। मेले में विभिन्न स्टॉलों पर लगाए गए स्वदेशी उत्पादों ने न केवल लोगों को आकर्षित किया, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की भावना को भी सशक्त किया। स्थानीय कारीगरों और महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए हस्तशिल्प, कपड़े, मिट्टी के बर्तन, जूट उत्पाद, लकड़ी के खिलौने, आयुर्वेदिक उत्पाद और जैविक खाद्य वस्तुओं को लोगों ने बड़े उत्साह से खरीदा।

उपायुक्त उद्योग बाबू राम ने बताया कि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस मेले का आयोजन किया गया है, ताकि स्थानीय उद्यमियों और शिल्पकारों को अपनी कला और उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि मेले में लोगों की भागीदारी उम्मीद से कहीं अधिक रही और यह दर्शाता है कि जनता अब भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दे रही है।

मेले में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी लोगों का खूब मनोरंजन किया। मंथन कल्चरल सोसायटी और बालाजी म्यूजिकल ग्रुप द्वारा प्रस्तुत लोकगीतों कार्यक्रमों ने वातावरण को उत्सवमय बना दिया। पारंपरिक संगीत और लोकधुनों पर दर्शक झूम उठे।

महिलाओं और युवाओं में विशेष उत्साह देखने को मिला। कई परिवारों ने मेले में आकर जमकर खरीदारी की और आयोजन की सराहना की। लोगों ने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल स्थानीय उत्पादों को मंच प्रदान करते हैं, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ाते हैं।

स्वदेशी मेला अब जिले के सांस्कृतिक और आर्थिक जीवन का एक अहम हिस्सा बनता जा रहा है। मेले की रौनक और लोगों का उत्साह यह संदेश दे रहा है कि “वोकल फॉर लोकल” अभियान अब जन-जन का अभियान बन चुका है।

*जीवन में राम जैसा स्वामी और हनुमान जी जैसी भक्ति हो-रामभद्राचार्य जी*
*वाल्मीकि रामायण में चतुर्थ दिवस भक्त और भगवान का भावपूर्ण वर्णन सुन भाव विभोर हुए भक्त*

विजेथुआ महोत्सव मेँ चल रही वाल्मीकि रामायण के चतुर्थ दिवस व्यासपीठ से स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि “यदि श्रीराम जैसा मर्यादा वादी स्वामी नहीं बन सकते तो हनुमानजी जैसा मर्यादा वादी सेवक बनने का प्रयास करें।” उन्होंने कहा कि मर्यादा ही मनुष्य को महान बनाती है। श्रीराम ने अपने जीवन के प्रत्येक क्षण में धर्म और मर्यादा का पालन किया, इसलिए वे आज भी आदर्श स्वामी माने जाते हैं। स्वामी जी ने कहा कि हनुमानजी ने सेवक होकर भी मर्यादा की ऐसी मिसाल पेश की, जो युगों-युगों तक प्रेरणा देती रहेगी। उन्होंने अपने समर्पण और निष्ठा से यह सिद्ध किया कि सेवा का अर्थ केवल आज्ञापालन नहीं, बल्कि पूर्ण मर्यादा में रहकर कर्तव्य निभाना है। स्वामी जी ने कहा कि “नेता बनना बड़ी बात नहीं, मर्यादा में रहकर सेवा करना ही सबसे बड़ी साधना है। उन्होंने आगे कहा कि आज समाज में अव्यवस्था का कारण मर्यादा का क्षय है। जब व्यक्ति अपने आचरण में अनुशासन और सेवा भाव लाता है, तभी समाज में संतुलन और सद्भाव होता है। कथा स्थल पर हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे। पूरा वातावरण “जय श्रीराम” और “हनुमानजी महाराज की जय” के जयघोष से गूंज उठा। स्वामी जी ने अंत में कहा कि यदि प्रत्येक व्यक्ति श्रीराम की मर्यादा और हनुमानजी की निष्ठा को अपने जीवन में उतार ले, तो समाज में प्रेम, शांति और आदर्श जीवन की स्थापना निश्चित है। कथा से पूर्व कथा विजेथुआ महोत्सव के आयोजक सत्यपथ फाउंडेशन के संरक्षक विवेक तिवारी ने सपत्नीक व्यास पीठ की पूजा अर्चना कर श्रद्धालुओं के प्रति आभार जताया। वाल्मीकि रामायण में अतिथि क्षेत्रीय सँगठन मन्त्री बिहार, झारखंड नागेंद्र जी, पूर्व मन्त्री व एम.एल.सी. अशोक कटारिया, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला, पूर्व डीजीपी आरपी सिँह, अमेठी से आए समाजसेवी रोहित सिँह, भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी,जिला विकास अधिकारी सुल्तानपुर गजेंद्र तिवारी डीसी मनरेगा अजीत कुमार सिंह प्रमोद कुमार पांडेय अंकित राय डा रत्नेश तिवारी, डा. गिरजेश तिवारी, डा. जेपी दूबे, प्रमुख प्रतिनिधि सर्वेश मिश्र, राम विनय सिँह, महेंद्र मिश्र, रितेश दूबे, अम्बरीश मिश्र, दीपक सिँह, अरविंद पाँडे य, जगदम्बा प्रसाद उपाध्याय, विक्की वर्मा, सत्यम तिवारी, विपिन शुक्ला, विजय उपाध्याय, रितेश उपाध्याय, कृष्ण कुमार चौबे, दीपक पाँडेय, रामूश्यामू उपाध्याय, शशांक पाँडेय, सत्येंद्र मिश्र, सत्यप्रकाश यादव, डा. सन्त भारती सहित तमाम संभ्रांत लोग मौजूद रहे। कथा के दौरान सीता की कथा सुना रहे जगतगुरु ने गद्दोपुर निवासी डेढ साल की बेटी को गोदी में लेकर उसका नामकरण मिथिला कर दिया। जैसे ही वह बिटिया पाँडाल मे गयी महिलाएं उसका चरण छूने के लिए होड लगाने लगी। महोत्सव आयोजक विवेक तिवारी धर्मपत्नी वन्दना तिवारी ने बिटिया को दक्षिणा देकर उसकी माता को सौँप दिया।
*जीवन में राम जैसा स्वामी और हनुमान जी जैसी भक्ति हो-रामभद्राचार्य जी*
*वाल्मीकि रामायण में चतुर्थ दिवस भक्त और भगवान का भावपूर्ण वर्णन सुन भाव विभोर हुए भक्त*

विजेथुआ महोत्सव मेँ चल रही वाल्मीकि रामायण के चतुर्थ दिवस व्यासपीठ से स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि “यदि श्रीराम जैसा मर्यादा वादी स्वामी नहीं बन सकते तो हनुमानजी जैसा मर्यादा वादी सेवक बनने का प्रयास करें।” उन्होंने कहा कि मर्यादा ही मनुष्य को महान बनाती है। श्रीराम ने अपने जीवन के प्रत्येक क्षण में धर्म और मर्यादा का पालन किया, इसलिए वे आज भी आदर्श स्वामी माने जाते हैं। स्वामी जी ने कहा कि हनुमानजी ने सेवक होकर भी मर्यादा की ऐसी मिसाल पेश की, जो युगों-युगों तक प्रेरणा देती रहेगी। उन्होंने अपने समर्पण और निष्ठा से यह सिद्ध किया कि सेवा का अर्थ केवल आज्ञापालन नहीं, बल्कि पूर्ण मर्यादा में रहकर कर्तव्य निभाना है। स्वामी जी ने कहा कि “नेता बनना बड़ी बात नहीं, मर्यादा में रहकर सेवा करना ही सबसे बड़ी साधना है। उन्होंने आगे कहा कि आज समाज में अव्यवस्था का कारण मर्यादा का क्षय है। जब व्यक्ति अपने आचरण में अनुशासन और सेवा भाव लाता है, तभी समाज में संतुलन और सद्भाव होता है। कथा स्थल पर हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे। पूरा वातावरण “जय श्रीराम” और “हनुमानजी महाराज की जय” के जयघोष से गूंज उठा। स्वामी जी ने अंत में कहा कि यदि प्रत्येक व्यक्ति श्रीराम की मर्यादा और हनुमानजी की निष्ठा को अपने जीवन में उतार ले, तो समाज में प्रेम, शांति और आदर्श जीवन की स्थापना निश्चित है। कथा से पूर्व कथा विजेथुआ महोत्सव के आयोजक सत्यपथ फाउंडेशन के संरक्षक विवेक तिवारी ने सपत्नीक व्यास पीठ की पूजा अर्चना कर श्रद्धालुओं के प्रति आभार जताया। वाल्मीकि रामायण में अतिथि क्षेत्रीय सँगठन मन्त्री बिहार, झारखंड नागेंद्र जी, पूर्व मन्त्री व एम.एल.सी. अशोक कटारिया, राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला, पूर्व डीजीपी आरपी सिँह, अमेठी से आए समाजसेवी रोहित सिँह, भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी,जिला विकास अधिकारी सुल्तानपुर गजेंद्र तिवारी डीसी मनरेगा अजीत कुमार सिंह प्रमोद कुमार पांडेय अंकित राय डा रत्नेश तिवारी, डा. गिरजेश तिवारी, डा. जेपी दूबे, प्रमुख प्रतिनिधि सर्वेश मिश्र, राम विनय सिँह, महेंद्र मिश्र, रितेश दूबे, अम्बरीश मिश्र, दीपक सिँह, अरविंद पाँडे य, जगदम्बा प्रसाद उपाध्याय, विक्की वर्मा, सत्यम तिवारी, विपिन शुक्ला, विजय उपाध्याय, रितेश उपाध्याय, कृष्ण कुमार चौबे, दीपक पाँडेय, रामूश्यामू उपाध्याय, शशांक पाँडेय, सत्येंद्र मिश्र, सत्यप्रकाश यादव, डा. सन्त भारती सहित तमाम संभ्रांत लोग मौजूद रहे। कथा के दौरान सीता की कथा सुना रहे जगतगुरु ने गद्दोपुर निवासी डेढ साल की बेटी को गोदी में लेकर उसका नामकरण मिथिला कर दिया। जैसे ही वह बिटिया पाँडाल मे गयी महिलाएं उसका चरण छूने के लिए होड लगाने लगी। महोत्सव आयोजक विवेक तिवारी धर्मपत्नी वन्दना तिवारी ने बिटिया को दक्षिणा देकर उसकी माता को सौँप दिया।
*जीव प्रेमियों से पूर्व सांसद मेनका संजय गांधी ने की मदद की अपील*
*बीते वर्षों से सक्रिय एसपीसीए के लिए संसाधन जुटाने पर दिया बल* सुल्तानपुर,असहाय पशुओं की मदद के लिए पूर्व सांसद ने जिले के प्रमुख जीवप्रेमियों से अपील की है।उन्होंने समाजसेवियों,चिकित्सकों, व्यापारियों और वालेन्टियरों से कहा है कि जब मैं सुलतानपुर से आपकी सांसद थी, तब मैंने आपकी मदद से मनुष्यों और जानवरों दोनों की सहायता करने का पूरा प्रयास किया। पूर्व केबिनेट मंत्री व जिले की पूर्व सांसद मेनका संजय गांधी ने कहा कि इन्हीं कार्यों में से एक था पशु अस्पताल बनाना,जिसे एसपीसीए (SPCA) कहा जाता है।यह अस्पताल सरकार द्वारा नहीं बल्कि सबके सहयोग और योगदान से बनाया गया था।यह अस्पताल अब एक वर्ष से चल रहा है। इसमें स्वयंसेवक हैं और इसने अनेक जिंदगियों को बचाया गया है।उन्होंने कहा कि कानून के अनुसार इस अस्पताल के लिए बजट होना चाहिए,साथ ही एक एम्बुलेंस और जिले भर में सदस्य होने चाहिए जिससे गायों की तस्करी रोकी जा सके और बीमार जानवरों का इलाज हो सके। लेकिन अभी तक डीएम ने इसे लागू नहीं किया है। इसलिए यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम सुलतानपुर को करुणा का स्थान बनाएं। मैं अत्यंत आभारी रहूँगी यदि आप अस्पताल की सहायता के लिए धन,दवाइयों, उपकरण या भोजन का दान कर सकें। श्रीमती गाँधी ने कहा कि जो भी आप वहन कर सकते हैं, स्वागत योग्य है। हममें से प्रत्येक के पास जीवन बचाने की शक्ति है। मैंने समाज के प्रति आपके समर्पण और ईमानदारी को देखा है। अब मैं जानवरों की ओर से आपसे मदद माँग रही हूँ।पूर्व सांसद द्वारा जारी इस पत्र पर एसपीसीए की मॉनिटरिंग कर रहे प्रदीप यादव ने बताया कि सुल्तानपुर में एसपीसीए के वालेंटियर जल्द ही सक्रिय समाजसेवियों से मुलाकात कर असहाय जीवों के लिए एसपीसीए के संदर्भ में मुलाकात कर जन सहयोग लेंगे।
अतरी विधानसभा क्षेत्र को लेकर क्षत्रिय समाज ने की बैठक,स्वजातीय उम्मीदवार को टिकट नही मिला तो करेंगे जीतन राम मांझी का विरोध

गया।बिहार में चुनावी समर का शंखनाद हो चुका है और इसी के साथ जातीय गोलबंदी का दौर भी शुरू हो गया है। आज गया के मानपुर में एक निजी होटल के सभागार में क्षत्रिय समाज की बैठक संपन्न हुई। यह बैठक अतरी विधानसभा क्षेत्र को लेकर आयोजित की गई थी। मालूम हो कि अतरी विधानसभा क्षेत्र केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा सेकुलर के खाते में गई है।

हालांकि अभी तक उम्मीदवार का नाम तय नहीं किया गया है। लेकिन गया सांसद और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के प्रतिनिधि रोमित कुमार का नाम आते ही यहां पर जबरदस्त रूप से विरोध के स्वर उठने लगे हैं। आज की बैठक में जुटे राजपूत समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि अतरी विधानसभा क्षेत्र उनके समाज के लिए अतिमहत्वपूर्ण है। यहां से राजपूत समाज के उम्मीदवार ही चुनाव लड़ते रहे हैं।

लेकिन एनडीए के तरफ से श्री जीतन राम मांझी की पार्टी के द्वारा अन्य समुदाय के उम्मीदवार को टिकट दिए जाने की चर्चा से हम लोग आहत हैं। हम स्पष्ट रूप से श्री मांझी जी को आगाह करना चाहते हैं कि अगर हमारे परंपरागत सीट को छीनने का प्रयास किया गया तो हम पुरजोर विरोध करेंगे। एनडीए द्वारा श्री मांझी जी को प्राप्त 6 विधानसभा क्षेत्रों में भी हम उनके उम्मीदवार का विरोध करेंगे।

बैठक के बाद बताया गया कि हम पार्टी के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी हमारी भावना को समझें और भविष्य में एनडीए को होने वाले नुकसान का बचाव करें।

अगर हमारी मांगों के प्रति उदासीन रवैया अपनाया गया तो राजपूत समाज के द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लेकर एक निर्दलीय प्रत्याशी अतरी विधानसभा में खड़ा किया जाएगा। श्री मांझी अपने दल के किसी राजपूत जाति से आने वालों को उम्मीदवार अगर बनाते हैं तो हम लोग तन मन धन से सहयोग करने को तैयार हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत गया में नामांकन प्रक्रिया शुरू: जिलाधिकारी ने किया प्रेस वार्ता

गया : गयाजी में बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत नामांकन प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई। जिला प्रशासन ने गया की 10 विधानसभा सीटों के लिए कुल चार नामांकन स्थल बनाए हैं। पहले ही दिन समाहरणालय के आसपास रूट डायवर्ट किए जाने की वजह से भारी जाम की स्थिति बन गई।

जगह-जगह बैरिकेडिंग व वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था के कारण आम लोगों को घंटों परेशानी झेलनी पड़ी। डीएम शशांक शुभंकर ने बताया कि नामांकन की प्रक्रिया 14 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक चलेगी। रोजाना सुबह 11 बजे से शाम 3 बजे तक प्रत्याशी अपना पर्चा दाखिल कर सकेंगे। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। हर स्थल पर पुलिस बल की तैनाती की गई है और आचार संहिता के पालन पर विशेष नज़र रखी जा रही है।

डीएम ने बताया कि सीसीए का 180 आवेदन आया था। उसमें से 101 सुनवाई की हुई। 91 पर सीसीए 3 लगाया गया। शेष विचाराधीन है। डीएम ने कहा कि किसी भी तरह की अव्यवस्था या आचार संहिता उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही वाहन पार्किंग के लिए अलग जगह चिह्नित की गई है, ताकि भीड़ नियंत्रित व दिशा दी जा सके।

नामांकन स्थलों की बात करें, तो गया महानगर, बेलागंज, वजीरगंज और बोधगया विधानसभा के प्रत्याशी गया शहर स्थित समाहरणालय में नामांकन करेंगे। अतरी विधानसभा के लिए खिजरसराय अनुमंडल कार्यालय में प्रक्रिया होगी। टिकारी और गुरुआ के लिए टिकारी अनुमंडल कार्यालय तथा शेरघाटी, इमामगंज और बाराचट्टी विधानसभा के लिए

शेरघाटी अनुमंडल कार्यालय में नामांकन होगा. नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने के कारण समाहरणालय के आसपास ट्रैफिक रूट डायवर्ट किया गया। इससे महा जाम की स्थिति दोपहर एक बजे तक बनी रही।

इस पर डीएम ने कहा कि पहले दिन भीड़ और सुरक्षा जांच के कारण दिक्कतें आईं। दूसरे दिन से व्यवस्था में सुधार किया जाएगा ताकि आम लोगों को परेशानी नहीं हो। चुनावी गहमागहमी के बीच समाहरणालय के बाहर और अंदर तैयारी जबरदस्त है। लेकिन पहले दिन न तो नेताओं की भीड़ न ही समर्थकों की भीड़ नजर आ रही है।

मुख्य विकास अधिकारी ने पीएम सूर्यघर योजना के प्रगति की समीक्षा की


संजय द्विवेदी, प्रयागराज।मुख्य विकास अधिकारी हर्षिका सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में पीएम सूर्य घर योजना की प्रगति की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने पीएम सूर्य घर योजना से सम्बंधित वेण्डरों से बात करते हुए योजना से जुड़े हुए कार्यों की प्रगति तथा उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।उन्होंने परियोजना अधिकारी नेडा को पंजीकरण से लेकर स्मार्ट मीटर लगने तक प्रत्येक स्तर पर प्रगति की मानीटरिंग किए जाने के निर्देश दिए है।उन्होंने प्रत्येक दिन सम्बंधित अधिकारियों के साथ वीसी के माध्यम से बैठक कर कार्य में प्रगति लाये जाने के निर्देश दिए है।

मुख्य विकास अधिकारी ने कार्य में लापरवाही बरतने एवं बैठक से अनुपस्थित रहने पर विद्युत विभाग के अधिशाषी अभियंता म्योहाल का वेतन रोके जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने पीएम सूर्य घर योजना के अन्तर्गत बैंकों में लंबित आवेदनों का त्वरित निस्तारण करते हुए आवेदनकर्ता को समय से ऋण उपलब्ध कराने के लिए कहा है।उन्होंने बैंक ऑफ बडौदा के नैनी करछना एवं कोरांव के बैंक मैनेजरों द्वारा लोन स्वीकृत न किए जाने पर कड़ी नारागजी व्यक्त करते हुए पात्र लोगो के लोन शीघ्रता से स्वीकृत करने के निर्देश दिए है।उन्होंने कहा कि इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में शौर्य ऊर्जा को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत घरों में बिजली की आपूर्ति के लिए आवासीय घरों की छतों पर सौर पैनल लगाये जाने को सरकार बढ़ावा दे रही है।

मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि पीएम सूर्यघर योजना के तहत निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति कम है। उन्होंने लक्ष्य के सापेक्ष कार्य में प्रगति लाते हुए निर्धारित लक्ष्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए है। यूपी नेडा को इस योजना का आमजन के मध्य व्यापक प्रचार-प्रसार कराकर योजना से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी देने के लिए कहा है। इसके साथ ही उन्होंने सरकारी कार्यालयों एवं भवनों में भी सूर्यघर योजना के तहत सोलर पैनल लगाये जाने के लिए कहा है।मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि आवेदन के पश्चात आवेदनकर्ताओं को निर्धारित समयसीमा में सूर्यघर योजना के लाभ से आच्छादित किया जाना सुनिश्चित किया जाये।उन्होंने इस योजना से जुड़े सभी सम्बंधित विभागों को सक्रियता के साथ कार्य करते हुए समय से कार्यों को पूर्ण कराये जाने के लिए कहा है।कहा कि कार्य में लापरवाही की शिकायत प्राप्त होने पर सम्बंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।

इस अवसर पर विद्युत विभाग यूपीनेडा व अन्य सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

स्कूल के पास लटके जर्जर बिजली तार बना रहे हादसे को न्योता, अधिकारियों ने नहीं लिया सुधार की दिशा में कदम
ओमप्रकाश वर्मा नगरा बलिया! नगरा बलिया उरैनी मार्ग पर जेडी पब्लिक स्कूल के पास से गुजर रहे 11 हजार केवीए के जर्जर बिजली के तार क्षेत्र में खतरनाक स्थिति पैदा कर रहे हैं। ये तार नीचे तक लंबित और लटके हुए हैं, जो दुर्घटना को न्योता देने वाली संभावित स्थिति उत्पन्न कर रहे हैं। इस मार्ग से प्रतिदिन कई स्कूलों की बसें बच्चों को लाने-ले जाने के काम में लगती हैं, जिससे इन जर्जर तारों की वजह से बच्चों और राहगीरों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।स्थानीय लोगों और स्कूल प्रशासन ने कई बार शिकायत के बावजूद बिजली निगम के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। निगम के अधिकारी कई मौकों पर निरीक्षण भी कर चुके हैं, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। तारों की खराब स्थिति को अस्थायी तौर पर बांस के डंडों से बांधकर सीधा किया गया है, जो न तो सुरक्षा प्रदान कर सकता है और न ही लंबे समय तक टिकाऊ समाधान है।इस गंभीर समस्या को देखते हुए लल्लन प्रसाद पांडेय ने अधिशासी अभियंता व अवर अभियंता नगरा को एक पत्र भेजकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। पत्र में आग्रह किया गया है कि विद्युत तारों और खंभों को विद्यालय के समीप से हटाकर किसी सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाए, ताकि बच्चों और इलाके के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।विद्युत तारों की इस जर्जर स्थिति को बिना उचित मरम्मत और सुरक्षा उपाय किए放置 करने से किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग की ओर से शीघ्र एवं प्रभावी कदम उठाए जाने की आवश्यकता है, जिससे इस मार्ग पर आने-जाने वाले सभी बच्चों और आम जनता का जीवन सुरक्षित रह सके।
*सड़क के शिलापट पर जातिसूचक शब्द, बहुजन अधिकार सेना ने हटाने की मांग की, कार्रवाई न होने पर प्रदर्शन की दी चेतावनी*
सुल्तानपुर,बहुजन अधिकार सेना के प्रदेश अध्यक्ष हरिशंकर राव 'एडवोकेट' ने एक संपर्क मार्ग के शिलापट पर जातिसूचक शब्द अंकित होने की शिकायत की है। यह मार्ग जयसिंहपुर विकासखंड के माधवपुर छतीना में राज्य सड़क निधि (5054) योजना के तहत बनाया गया था, जिसका शिलान्यास 6 जुलाई 2021 को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया था। शिकायत में कहा गया है कि शिलापट पर ग्राम के नाम के साथ अंकित यह जातिसूचक शब्द भारतीय संविधान के समानता के सिद्धांतों के विरुद्ध है। यह सामाजिक समता और शांति को प्रभावित करता है। यह नाम न तो राजस्व अभिलेखों में दर्ज है और न ही किसी सरकारी सूची में इसे मान्यता प्राप्त है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह कार्य जातिगत द्वेष भावना से प्रेरित है, जिसे असंवैधानिक और निंदनीय बताया गया है। इस विषय पर पहले भी विभिन्न संगठनों द्वारा संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन दिए जा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। प्रशासनिक उदासीनता के कारण आम जनता में गहरा रोष व्याप्त है। बहुजन अधिकार सेना ने मांग की है कि शिलापट से जातिसूचक शब्द तुरंत हटाया जाए। साथ ही, यह शब्द किसने और किसकी अनुमति से अंकित कराया, इसकी तत्काल और पारदर्शी जांच कराई जाए। संगठन ने दोषी अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ उचित दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसे कृत्यों को रोकने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करने की भी मांग की है। चेतावनी दी गई है कि यदि सात दिनों के भीतर संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई, तो लखनऊ विधानसभा के सामने उग्र प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
*दिव्यांग की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट सख्त,थाना प्रभारी को वर्दी का गलत स्तेमाल करना पड़ा भारी,थाना प्रभारी समेत 7 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर*
सुल्तानपुर के मोतिगरपुर में एक 56 वर्षीय दिव्यांग व्यक्ति की गिरफ्तारी और कथित पुलिस ज्यादती के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ के सख्त रुख के प्रशासन हरकत में आ गया है। कोर्ट की तीखी टिप्पणी के बाद एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने रविवार रात मोतिगरपुर थाना प्रभारी विजय सिंह समेत सात पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। इसके साथ ही प्रशासनिक फेरबदल करते हुए दो थानों की कमान भी बदली गई है। यह मामला मोतिगरपुर क्षेत्र के बढ़ौनाडीह निवासी 40 प्रतिशत दिव्यांग श्याम सुंदर अग्रहरि (56) से जुड़ा है। अधिवक्ता शिवेंद्र शिवम सिंह राठौर के माध्यम से दाखिल याचिका में आरोप लगाया गया था कि 6/7 सितंबर की रात करीब एक बजे पुलिसकर्मी बिना वारंट उनके घर में घुस गए और जबरन हिरासत में लेकर मारपीट की। दिव्यांग श्याम सुंदर ने बताया कि उन्हें झूठे मुकदमे (केस क्राइम नंबर 241/2025, धारा 109 आईपीसी 2023) में फंसाया गया, जबकि पूर्व में दर्ज एक मामले में सत्र न्यायालय ने उन्हें स्थायी अग्रिम जमानत दे रखी थी। हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के न्यायमूर्ति राजेश सिंह चौहान और न्यायमूर्ति सैयद कमर हसन रिज़वी ने इस प्रकरण को गंभीरता से लिया। कोर्ट ने टिप्पणी की, “यह समझ से परे है कि एक 56 वर्षीय दिव्यांग व्यक्ति के साथ इस तरह का व्यवहार क्यों किया गया और प्राथमिकी दर्ज करते समय उसकी शारीरिक स्थिति पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया।” न्यायालय ने एसपी सुल्तानपुर, थाना प्रभारी मोतिगरपुर और अन्य संबंधित पुलिसकर्मियों को व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल कर 19 सितंबर को दोपहर 12:15 बजे अदालत में उपस्थित होने का निर्देश दिया था। न्यायालय के निर्देशों के बाद, एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने रविवार देर रात सख्त कार्रवाई की। उन्होंने मोतिगरपुर थाना प्रभारी विजय सिंह को हटाकर चांदा थाना प्रभारी अशोक सिंह को मोतिगरपुर की नई जिम्मेदारी सौंपी। इसके अतिरिक्त, उपनिरीक्षक भरत सिंह, उपनिरीक्षक संजय चौबे, आरक्षी आनंद सिंह, श्रीकांत, अजीम अहमद और मनीष को भी लाइन हाजिर कर दिया गया है। बंधुआकला थाने में तैनात निरीक्षक अपराध दीपेंद्र विक्रम सिंह को चांदा थाने का कोतवाल नियुक्त किया गया है। इस कार्रवाई से जिले के पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि हाईकोर्ट की सख्ती और एसपी की त्वरित कार्रवाई ने अब अन्य थानों के लिए भी एक चेतावनी का संकेत दिया है, जिससे पुलिसकर्मियों के बीच जवाबदेही और सतर्कता बढ़ने की उम्मीद है।
स्वदेशी उत्पादों से सजा यूपी ट्रेड शो, उमड़ी खरीदारों की भीड़

गोण्डा। 13 अक्टूबर 2025 गांधी पार्क के समीप लगे यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेला में सोमवार को लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। मेले में विभिन्न स्टॉलों पर लगाए गए स्वदेशी उत्पादों ने न केवल लोगों को आकर्षित किया, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की भावना को भी सशक्त किया। स्थानीय कारीगरों और महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए हस्तशिल्प, कपड़े, मिट्टी के बर्तन, जूट उत्पाद, लकड़ी के खिलौने, आयुर्वेदिक उत्पाद और जैविक खाद्य वस्तुओं को लोगों ने बड़े उत्साह से खरीदा।

उपायुक्त उद्योग बाबू राम ने बताया कि स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस मेले का आयोजन किया गया है, ताकि स्थानीय उद्यमियों और शिल्पकारों को अपनी कला और उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि मेले में लोगों की भागीदारी उम्मीद से कहीं अधिक रही और यह दर्शाता है कि जनता अब भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दे रही है।

मेले में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी लोगों का खूब मनोरंजन किया। मंथन कल्चरल सोसायटी और बालाजी म्यूजिकल ग्रुप द्वारा प्रस्तुत लोकगीतों कार्यक्रमों ने वातावरण को उत्सवमय बना दिया। पारंपरिक संगीत और लोकधुनों पर दर्शक झूम उठे।

महिलाओं और युवाओं में विशेष उत्साह देखने को मिला। कई परिवारों ने मेले में आकर जमकर खरीदारी की और आयोजन की सराहना की। लोगों ने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल स्थानीय उत्पादों को मंच प्रदान करते हैं, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ाते हैं।

स्वदेशी मेला अब जिले के सांस्कृतिक और आर्थिक जीवन का एक अहम हिस्सा बनता जा रहा है। मेले की रौनक और लोगों का उत्साह यह संदेश दे रहा है कि “वोकल फॉर लोकल” अभियान अब जन-जन का अभियान बन चुका है।