बाराबंकी में एक पल की भूल ने मां की जिंदगी छीन ली, पूरा गांव स्तब्ध"

लखनऊ, बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ थाना क्षेत्र के बहुता गांव में रविवार की दोपहर एक छोटे-से पल ने पूरे गांव को गहरे शोक में डुबो दिया। 26 वर्षीय सूरज तिवारी अपनी जिंदगी में पहली बार कार चलाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन एक क्षणिक गलती ने उसकी मां बीनू तिवारी की जान ले ली। यह हादसा न केवल परिवार, बल्कि पूरे गांव के लिए एक करुणामय दृश्य बन गया।

बहनोई की कार को चलाना सीख रहा था सूरज

जानकारी के मुताबिक, सूरज तिवारी अपने बहनोई की कार में गाड़ी चलाना सीख रहा था। पहली बार गाड़ी स्टार्ट करने के दौरान वह गियर, ब्रेक और एक्सीलेटर के बीच उलझ गया। अचानक कार एक तेज झटके के साथ आगे बढ़ी और सीधे उसकी मां बीनू तिवारी पर जा लगी। बीनू तिवारी, जो उस समय कार के सामने खड़ी थीं, गाड़ी के नीचे आ गईं और गंभीर रूप से घायल हो गईं।हादसे की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े। चीख-पुकार और मदद की आवाजें पूरे इलाके में गूँज उठीं। स्थानीय लोगों ने तुरंत एम्बुलेंस बुलाई और घायल महिला को हैदरगढ़ सीएचसी पहुंचाया। डॉक्टरों ने हर संभव प्रयास के बावजूद बीनू तिवारी को मृत घोषित कर दिया।

बेटा अपनी गलती के लिए खुद को मान रहा दोषी

घटना का दृश्य अत्यंत मार्मिक था। सूरज तिवारी का रोना, परिवार के सदस्यों का विलाप और गांव वालों की सहम सी भावनाएं हर किसी के दिल को झकझोर रही थीं। बेटा अपनी गलती के लिए खुद को दोषी मान रहा था और परिवार सदमे की स्थिति में था। गांव में मातम छा गया और हर कोई उस दुखद पल को देखकर स्तब्ध रह गया।परिजन बताते हैं कि बीनू तिवारी हमेशा अपने बेटे के उज्जवल भविष्य की चिंता करती थीं और परिवार की खुशी में हर कदम पर मार्गदर्शन देती थीं। सूरज की मासूम गलती ने उनके जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया। परिवार का कहना है कि उन्हें इस दुःख से उबरने के लिए समय की बहुत जरूरत होगी।

प्रारंभिक जांच में यह घटना दुर्घटना प्रतीत होती है : इंस्पेक्टर

हैदरगढ़ पुलिस ने भी मामले की पुष्टि की है। इंस्पेक्टर अभिमन्यु मल्ल ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह साफ तौर पर एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना प्रतीत होती है। उन्होंने कहा कि ऐसे हादसों की कोई पूर्व सूचना नहीं थी और पुलिस पूरी जांच कर रही है।इस दर्दनाक घटना ने परिवार के जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया है। सूरज तिवारी अब अपने जीवन के सबसे बड़े सदमे का सामना कर रहा है। गांव के लोग परिवार के साथ खड़े हैं, लेकिन उस क्षणिक गलती की मार और मां के बिना जीवन का खालीपन हर किसी के दिल में गूंज रहा है।

*एसआईआर फॉर्म डिजिटाइजेशन के प्रगति का औचक निरीक्षण कर जिलाधिकारी ने ली जानकारी*

गोण्डा ।जिला निर्वाचन अधिकारी /जिलाधिकारी गोण्डा श्रीमती प्रियंका निरंजन ने तहसील सदर गोण्डा, विकास खण्ड झंझरी तथा विकास खण्ड पण्डरीकृपाल में एसआईआर फार्म डिजिटाइजेशन कार्य की प्रगति का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभिन्न केंद्रों पर चल रहे फॉर्म संकलन व फीडिंग की स्थिति की विस्तार से जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों से कार्य की गति को लेकर आवश्यक पूछताछ की।

जिलाधिकारी ने एसआईआर फार्म डिजिटाइजेशन को निर्वाचन कार्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह कार्य समयबद्ध, शतप्रतिशत गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाना आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि फार्मों का संकलन, सत्यापन एवं डिजिटाइजेशन कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता स्वीकार नहीं की जाएगी।

निरीक्षण के दौरान तहसील सदर गोण्डा में कार्य की कम प्रगति सामने आई, तो जिलाधिकारी ने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने उपजिलाधिकारी सदर एवं संबंधित कर्मचारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि वे तत्काल प्रभाव से कार्य की गति तेज करें तथा सुनिश्चित करें कि सभी एसआईआर फार्मों का शतप्रतिशत संकलन एवं फीडिंग समय पर पूर्ण हो जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि प्रत्येक कर्मचारी को उसकी जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से सौंपते हुए प्रगति की समीक्षा की जाए और किसी भी स्तर पर लापरवाही की स्थिति पाई जाने पर उत्तरदायित्व तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक ब्लॉक और तहसील स्तर पर टीमों को सक्रिय किया जाए, फील्ड में जाकर लंबित फार्मों को तत्काल एकत्र कराया जाए और डिजिटाइजेशन कार्य निरंतर चलता रहे। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि निर्वाचन कार्यों में पारदर्शिता और शुचित्ता सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा इसमें बाधक बनने वाली किसी भी प्रकार की देरी या उदासीनता को गंभीरता से लिया जाएगा, और संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।

जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे स्वयं भी प्रगति की निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि निर्धारित समय सीमा के भीतर सभी कार्य पूरी प्रतिबद्धता और दक्षता के साथ पूर्ण हो जाएँ। उन्होंने भरोसा व्यक्त किया कि यदि सभी टीमें समन्वय और सतत प्रयासों के साथ काम करेंगी, तो एसआईआर फार्म डिजिटाइजेशन का लक्ष्य समय पर पूरा किया जा सकेगा।

भारत के 53वें सीजेआई बने जस्टिस सूर्यकांत, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ

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जस्टिस सूर्यकांत ने आज भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ ग्रहण किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। जस्टिस सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट के पूर्व सीजेआई भूषण आर. गवई के उत्तराधिकारी बने हैं। उनका कार्यकाल लगभग 14 महीने का होगा।

राष्ट्रपति ने सीजेआई गवई की सिफारिश के बाद 'संविधान के आर्टिकल 124 के क्लॉज (2) से दी गई शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए' जस्टिस सूर्यकांत को भारत का अगला चीफ जस्टिस नियुक्त किया था। जस्टिस गवई ने रविवार को 65 साल की उम्र में सीजेआई का पद छोड़ दिया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सबसे सीनियर जज को अपना उत्तराधिकारी बनाने की परंपरा को बनाए रखा।

9 फरवरी, 2027 को रिटायर होंगे जस्टिस सूर्यकांत

जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई का सीजेआई के तौर पर कार्यकाल 23 नवंबर, 2025 को समाप्त हो गया। वह साढ़े छह महीनों के लिए इस पद पर रहे। जस्टिस सूर्यकांत का सीजेआई के तौर पर कार्यकाल करीब डेढ़ साल का होगा। वह 9 फरवरी, 2027 को रिटायर होंगे।

हरियाणा के गांव से सुप्रीम कोर्ट तक का सफर

सीजेआई सूर्यकांत का जन्म 10 फरवरी, 1962 को हरियाणा के एक मिडिल क्लास परिवार में हुआ था। उन्होंने 1984 में हिसार से अपनी लॉ यात्रा शुरू की। सीजेआई सूर्यकांत ने 1981 में हिसार के गवर्मेंट पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज से ग्रेजुएशन की और फिर 1984 में लॉ में बेचलर की डिग्री ली। उन्होंने 1984 में रोहतक के महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने 1984 में हिसार में ही लॉ की प्रैक्टिस शुरू कर दी और 1985 में वह पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने लगे। साल 2000 में वह हरियाणा के सबसे युवा एडवोकेट जनरल बने। साल 2011 में सीजेआई सूर्यकांत ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से लॉ में मास्टर्स किया, जिसे उन्होंने डिस्टिंक्शन के साथ 'फर्स्ट क्लास फर्स्ट' से पास किया। वह 2018 में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस नियुक्त किए गए और इसके बाद 2019 में वह सुप्रीम कोर्ट के जज अपॉइंट किए गए।

महत्वपूर्ण मामले

1. चुनाव आयोग को बिहार में मसौदा मतदाता सूची से बाहर किए गए 65 लाख मतदाताओं का ब्योरा सार्वजनिक करने का निर्देश दिया था।

2. उस संविधान पीठ का भी हिस्सा थे, जिसने अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा समाप्त करने के केंद्र सरकार के फैसले को बरकरार रखा था।

3. ओआरओपी (वन रैंक वन पेंशन) को संविधानिक रूप से वैध माना और भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं के लिए समान अवसरों का समर्थन किया।

4. जस्टिस कांत उस पीठ का भी हिस्सा थे, जिसने असम से संबंधित नागरिकता के मुद्दों पर धारा 6ए की वैधता को बरकरार रखा था।

5. जस्टिस कांत दिल्ली आबकारी शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल को जमानत देने वाली पीठ के सदस्य थे। हालांकि, उन्होंने केजरीवाल की गिरफ्तारी को जायज ठहराया था।

अदाणी कॉन्क्लेव में राम और कृष्ण ने बताया- समय बदला है आदर्श नहीं

अदाणी कॉर्पोरेट हाउस में आयोजित ग्लोबल इंडोलॉजी कॉन्क्लेव में दुनिया भर से आए विद्वान इंडोलॉजी, भारतीय दर्शन और सांस्कृतिक अध्ययन पर अपने शोध और अनुभव साझा कर रहे हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य वैश्विक अकादमिक जगत में भारतीय ज्ञान परंपरा को नई ऊर्जा देना है। राम की शांति और कृष्ण की बुद्धि ने अदाणी कॉन्क्लेव को खास बना दिया। अदाणी ने शिक्षा मंत्रालय के इंडियन नॉलेज सिस्टम के साथ मिलकर आयोजित तीन दिवसीय ग्लोबल इंडोलॉजी कॉन्क्लेव में भारतीय सभ्यता, भाषा, दर्शन और सांस्कृतिक विरासत पर केंद्रित खास चर्चा की। एक विशेष सत्र में टीवी धारावाहिकों में राम और कृष्ण की भूमिका निभाने वाले प्रमुख कलाकार अरुण गोविल और नीतीश भारद्धाज ने समकालीन जीवन में इन दोनों पात्रों की प्रासंगिकता पर विस्तार से विचार रखे।

अदाणी ग्लोबल इंडोलॉजी कॉन्क्लेव के समारोह में अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने भारत नॉलेज ग्राफ निर्माण के लिए एक ऐतिहासिक प्रतिबद्धता की घोषणा की, उन्होनें कहा, “एक शुरुआत के तौर पर मैं भारत नॉलेज ग्राफ के निर्माण और इस इंडोलॉजी मिशन में योगदान देने वाले विद्वानों और तकनीकी विशेषज्ञों के समर्थन के लिए 100 करोड़ रुपये के संस्थापक योगदान की घोषणा करते हुए विनम्र महसूस कर रहा हूँ। यह एक सभ्यतागत ऋण की अदायगी है।”

इस सत्र में भाग लेते हुए मेरठ से सांसद और रामायण में ‘राम’ की भूमिका निभा चुके अरुण गोविल ने कहा कि राम केवल एक धार्मिक पात्र नहीं बल्कि “मूर्तिमंत्र” हैं एक ऐसा आदर्श जो व्यक्ति और समाज दोनों को मार्ग दिखाता है। उन्होंने कहा कि रामायण केवल धर्मग्रंथ नहीं बल्कि पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों का विस्तृत तानाबाना है, जो हर युग में प्रासंगिक रहता है। गोविल ने बताया कि राम का जीवन इसलिए प्रेरक है क्योंकि उन्होंने पुत्रधर्म और राजधर्म दोनों को समान संतुलन के साथ निभाया। उनके अनुसार, राम नैतिकता, मानवीय मूल्यों और सकारात्मकता के प्रतीक हैं और उनकी जीवन यात्रा अपने-आप में एक शिक्षावली सूत्र है।

महाभारत में ‘कृष्ण’ का किरदार निभाने वाले नीतीश भारद्धाज ने कहा कि कृष्ण ने त्रेता युग में स्थापित राम के आदर्शों को द्वापर युग में आगे बढ़ाया और उन्हें व्यावहारिक धरातल पर लागू किया। उन्होंने कहा, “सनातन हिंदू सभ्यता को विकसित करना ही धर्म है। कृष्ण ने परिवार, समाज और राष्ट्र के हित में निर्णय लेकर धर्म के व्यावहारिक स्वरूप को स्थापित किया।” भारद्धाज ने स्पष्ट किया कि राम और कृष्ण का चरित्र केवल पौराणिक संदर्भों तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज और परिवार के कल्याण के लिए समयानुसार उचित निर्णय लेने की प्रेरणा देता है।

जहरीला' है मां का दूध, एम्स और महावीर कैंसर संस्थान की स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा

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बिहार के छह जिलों में स्तनपान कराने वाली माताओं को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मां के दूध में यूरेनियम (यू-238) की मौजूदगी का दानवा किया जा रहा है। महावीर कैंसर संस्थान, पटना और एम्स नई दिल्ली की संयुक्त स्टडी में यह बात सामने आई है कि राज्य के छह जिलों भोजपुर, समस्तीपुर, मुंगेर, भागलपुर, खगड़िया और नालंदा में स्तनपान कराने वाली माताओं के दूध में यूरेनियम पाया गया है।

40 महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क की जांच

अक्टूबर 2021 से जुलाई 2024 के बीच किए गए इस शोध में बेगूसराय, भोजपुर, समस्तीपुर, खगड़िया, कटिहार और नालंदा जैसे जिलों से सैंपल लिए गए थे। इन जिलों से 17 से 35 वर्ष की आयु की 40 महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया था। इन सभी नमूनों में यूरेनियम यानी U-238 पाया गया है। इस दूध में यूरेनियम की मात्रा 0 से 5.25 जी/एल के बीच दर्ज की गई है।

70% शिशुओं के स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ा

इस शोध को महावीर कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र, पटना, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी और एम्स, नई दिल्ली के वैज्ञानिकों के एक समूह ने मिलकर किया है। ब्रिटिश जर्नल 'साइंटिफिक रिपोर्ट्स' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अध्ययन में बिहार के स्तन के दूध के नमूनों में 5 पीपीबी (प्रति अरब भाग) तक यूरेनियम पाया गया।अध्ययन के अनुसार, लगभग 70% शिशुओं के स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ सकता है। हालांकि यह साफ किया गया है कि इससे कैंसर का खतरा नहीं है यह स्तर अभी स्वीकार्य सीमा से नीचे हैं और घबराने की जरूरत नहीं है।

यूरेनियम भूजल के जरिए शरीर में पहुंच रहा

इस स्टडी का नेतृत्व महावीर कैंसर संस्थान के डॉ. अरुण कुमार ने किया। एम्स नई दिल्ली के डॉ. अशोक शर्मा रिसर्च के सह लेखक रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि यह यूरेनियम भूजल के जरिए शरीर में पहुंच रहा है, क्योंकि इन जिलों में पानी पहले से ही दूषित बताया जाता रहा है। यह दूषित पानी पीने और भोजन के माध्यम से शरीर में जाता है और फिर माताओं के दूध में पहुंचकर बच्चों के लिए खतरा पैदा करता है।

माताओं को स्तनपान बंद करने की कोई जरूरत नहीं

शोधकर्ताओं ने कहा कि अभी यह साफ नहीं है कि यूरेनियम का स्रोत कौन- सी जगह या गतिविधि है, लेकिन यह तथ्य गंभीर है कि यह सीधे बच्चों तक पहुंच रहा है। एम्स दिल्ली के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. अशोक शर्मा ने कहा, 70% शिशुओं में जोखिम का संकेत जरूर मिला है, लेकिन स्वास्थ्य पर इसका वास्तविक प्रभाव कम होने की संभावना है। माताओं को स्तनपान बंद करने की कोई जरूरत नहीं है। यह शिशु के पोषण का सबसे सुरक्षित और प्रभावी स्रोत है।

पानी में आर्सेनिक ज्यादा

बिहार के 6 जिलों में लोगों का पीने का पानी और खाने का अनाज धीरे-धीरे जहर में बदलता जा रहा है। स्टडी में टीम ने बिहार के पटना, वैशाली, सारण, भोजपुर, बक्सर और नालंदा जिलों में सर्वे किया। कुल 286 घरों से हैंडपंप के पानी, गेहूं, चावल, बाल और नाखून के नमूने एकत्र किए गए। जांच में लगभग 14% हैंडपंपों के पानी, 44% गेहूं और 3% चावल के नमूनों में आर्सेनिक की मात्रा WHO की तय सीमा से अधिक पाई गई।

पुलिस मुठभेड़ में 5 लुटेरे गिरफ्तार, 2 घायल

गोंडा।जिले के छपिया थाने की पुलिस व एसओजी टीम के साथ हुए मुठभेड़ में पांच लुटेरे गिरफ्तार किये गये हैं।इस दौरान 2 आरोपियों के पैर में गोली लगी है।पुलिस ने आरोपियों के पास से लूट के 3 लाख रुपए नगद,एक लैपटॉप, दो अवैध तमंचे और बस्ती से लूटी हुई एक मोटरसाइकिल व एक अन्य मोटरसाइकिल बरामद की है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान किस्मत अली उर्फ बाबा, विकास शर्मा,पवन शर्मा, अलीमुद्दीन और लवकुश यादव के रूप में हुई है।

मुठभेड़ के दौरान किस्मत अली व विकास शर्मा के दाहिने पैर में गोली लगी,उसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया।यह मुठभेड़ छपिया थाना क्षेत्र में 15 नवंबर को हुई लूट की घटना से संबंधित है।केशव नगर ग्रांट गांव के राम कुमार वर्मा वीरपुर भरपुरवा के पास भारतीय स्टेट बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र चलाते हैं।आरोपियों ने तालागंज ग्रांट इटई मार्ग पर उनसे 5 लाख रुपये और एक लैपटॉप लूट लिया था।विरोध करने पर रामकुमार वर्मा के ऊपर तमंचे से हमला कर दिया था।

इस घटना के खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने छपिया थाने की पुलिस के साथ साथ एसओजी व सर्विलांस समैत पांच पुलिस टीमों का गठन किया था।पुलिस अधीक्षक ने बताया कि छपिया थाना क्षेत्र में हुई लूट का खुलासा कर दिया गया है।पुलिस के अनुसार, गोंडा में घटना को अंजाम देने से पहले इन आरोपियों ने बस्ती के परशुरामपुर से एक अपाचे मोटरसाइकिल लूटी थी।इसी मोटरसाइकिल का इस्तेमाल गोंडा में लूट के लिए किया गया था।पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की जांच कर रही है।

वर्षिक आम सभा एवं नवीन कार्यकारणी का गठन

फर्रुखाबाद l एथलेटिक एशोसिएशन का चार वर्षिय कार्यकाल समाप्त हो जाने के कारण एशोसिएशन के उपाध्यक्ष सिद्धार्त मिश्रा के निर्देश का अनुपालन में सचिव योगेश शुक्ला द्वारा वार्षिक आम सभा एंव नई कार्यकारणी गठन हेतु रविवार को जिला ऐशेसिएशन की बैठक आहुत की गई। बैठक में सचिव द्वारा गतिविधियों की सम्पूर्ण जानकारी दी गई। सर्व सम्मति एवं एक मत से जिला एथलेटिक एशोसिएशन की नवीन कार्यकारणी का गठन किया गया।

जिला एथलेटिक एशोसिएशन की कार्यकारणी में चेयरमैन मेजर सुनील दत्त द्विवेदी

वाइस चेरयमैनः- शिव रत्न सिंह, निशीत सक्सेना

अनुसुईया दीक्षित

रंजीत कटियार का चयन हुआ l

अध्यक्ष- सिद्धार्थ मिश्रा को चुना गया l

उपाध्यक्ष: के लिए राजीव बाजपेई ,अवनीन्द्र सक्सेना

संजीव कटियार ,शिवा गहरवार

लाल मियां को चुना गया l

सचिव :- योगेश शुक्ला का चयन किया गया l

सह सचिव- शिवम बाथम

लक्ष्मण टण्डन,अहमद, अमित सक्सेना

ज्योति कठेरिया चुना गया l

कोषाध्यक्षः- शैलेश मिश्रा का चयन किया गया l

चेयरमैन सिलेक्शन कमेटी में नन्दराम राठौर ,अनिकेत भारद्वाज,यदनाथ सिंह,अभिषेक मिश्रा चुना गया

चेयरमैन टेक्निकल कमेटी सुनील पाल, सुनील ,महेन्द्र मिश्र ,मनीष वर्मा, पुष्कर मिश्र चुना गया l

चीफ कोच जितेन्द्र कुमार,सदस्य प्रियंका कटियार, चिराग अग्रवाल को चुना गया l

पुलिस मॉडर्न स्कूल धूमनगंज प्रयागराज में क्रिकेट स्कूल इंटर-कम्पीटिशन स्पोर्ट्स का सफलता पूर्वक हुआ आयोजन


संजय द्विवेदी, प्रयागराज।प्रतियोगिता में विद्यार्थियो ने उत्साह अनुशासन तथा उत्कृष्ट खेल भावना का प्रदर्शन करते हुए सक्रिय रूप से भाग लिया समापन समारोह के मुख्य अतिथि सिद्धार्थ नाथ सिंह(पूर्व कैबिनेट मंत्री)रहे।कार्यक्रम में चतुर्थ वाहिनी पीएसी धूमनगंज के सेनानायक सर्वेश कुमार मिश्रा संतोष सिंह पटेल (महामंत्री काशी)प्रेम प्रकाश यादव (सहायक सेनानायक) उमेश पाण्डेय पीएमएस प्रधानाचार्या मंगला मिश्रा तथा विनय कुमार सिंह(शिविरपाल) भी उपस्थित रहे।

मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियो ने प्रतियोगी खिलाड़ियो को पुरस्कार प्रदान किए तथा सभी विद्यार्थियो के उज्ज्वल भविष्य की कामना की विद्यालय परिवार ने इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग करने वाले सभी शिक्षकगण अभिभावको तथा विद्यार्थियो के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया।

जानसठ की नई पहचान: 'रबर वाली सड़क' ने रचा इतिहास, चेयरमैन डॉ. आबिद हुसैन की दूरदर्शिता को सलाम

ब्रह्म प्रकाश शर्मा, मुजफ्फरनगर। जानसठ, । ऐतिहासिक कस्बा जानसठ अब विकास के एक नए अध्याय की ओर कदम बढ़ा चुका है। बीते दिनों शुरू हुआ 'मेस्टिक रोड' यानी 'रबर वाली सड़क' का निर्माण कार्य पूरे कस्बे में चर्चा का केंद्र बन गया है, जिसने स्थानीय नागरिकों में खुशी और उत्साह की लहर दौड़ा दी है। यह आधुनिक सड़क तकनीक जानसठ में पहली बार इस्तेमाल की जा रही है, जो इसे आधुनिक शहरी विकास की दौड़ में अग्रणी बना रही है।

यह ऐतिहासिक निर्माण कार्य मैन चौपला (खुशी राम चौक) से शुरू होकर मूला वाले कुएं तक युद्धस्तर पर प्रगति पर है। कस्बावासी इस अभूतपूर्व बदलाव को अपनी आँखों से देखकर चकित हैं।

स्थानीय नागरिक मोहम्मद राशिद, सगीर, दाऊद उर्फ सुखा, रमेश और टीटू ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, "हम सिर्फ सुनते थे कि लंदन और पेरिस जैसे विकसित शहरों में रबर की सड़कें होती हैं, लेकिन आज हमें अपने ही कस्बे में इस अत्याधुनिक तकनीक को साकार होते हुए देखने का अवसर मिला है।"

नागरिकों ने इस दूरगामी और प्रगतिशील कदम के लिए वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ. आबिद हुसैन की खुले दिल से प्रशंसा की है। उन्होंने न केवल अध्यक्ष की पहल की सराहना की, बल्कि नगर पंचायत बोर्ड के सभी सदस्यों के सामूहिक प्रयासों को भी सराहा है।

दीर्घायु और जल-अवरोधी: मेस्टिक रोड के लाभ मेस्टिक रोड के ठेकेदार ने सड़क की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह सड़क विशेष रूप से 'रबर वाली सड़क' कहलाती है, जिसका सबसे बड़ा लाभ इसकी लंबी जीवन अवधि (दीर्घायु) है।

इस सड़क की जीवन अवधि सामान्य सड़कों की तुलना में काफी लंबी होती है, और इसे पानी से भी कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। बारिश या जलभराव की स्थिति में भी यह सड़क जल्दी खराब नहीं होगी।"

ठेकेदार ने आगे बताया कि यह अत्याधुनिक तकनीक सर्वप्रथम पूर्व चेयरमैन नगर पालिका मुजफ्फरनगर, पंकज के द्वारा जापान से लाकर जिले में प्रयोग में लाई गई थी।

पुरकाजी के बाद जानसठ में दूसरा सफल प्रयोग ।।

यह जानसठ के लिए गर्व की बात है कि जिले की नगर पंचायतों में इस विशेष मेस्टिक रोड का निर्माण पुरकाजी के बाद जानसठ में दूसरा प्रयोग है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि जानसठ अब आधुनिक शहरी विकास की ओर तेजी से अग्रसर है।

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, यदि यह प्रयोग सफल रहता है और इसे नागरिकों का व्यापक समर्थन मिलता है, तो ऐसी सड़कों का जाल पूरे कस्बे में बिछाने की प्रबल संभावना है।

इससे जानसठ की सड़कों का पूरी तरह से कायाकल्प हो जाएगा। इस ऐतिहासिक विकास कार्य के लिए नगर वासियों ने सर्वसम्मति से चेयरमैन डॉ. आबिद हुसैन सहित सभी सम्मानित सदस्यों और नगर पंचायत प्रशासन की भरपूर सराहना की है। नागरिकों ने उम्मीद जताई है कि विकास कार्यों का यह सिलसिला भविष्य में भी इसी गति से जारी रहेगा।

कस्बे की यह 'रबर वाली सड़क' न केवल यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि कस्बे को आधुनिकता और प्रगति की एक नई और टिकाऊ पहचान भी देगी। कस्बे के नागरिकों ने अन्य सड़कों को भी बनवाने की मांग की है।

स्वर्ग धाम से कफन खसोट करने वालों के खिलाफ होगी रिपोर्ट दर्ज

फर्रुखाबाद।रविवार को स्वर्ग धाम सेवा दल की बैठक पांचाल घाट स्थित स्वर्ग धाम पर हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए और अभी तक फैली अव्यवस्थाओं और अराजकता को समाप्त करने के लिए कठोरता से कार्रवाई करने का सर्व सम्मति से फैसला किया गया, पिछले कई दिनों से लगातार स्वर्गधाम पर हो रही अराजकता और अवस्थाओं के बारे में लोग शिकायत कर रहे थे।

पिछले तीन दिनों से स्वर्गधाम सेवादल के कार्यकर्ताओं के द्वारा अंतिम संस्कार के बाद विसरा सिराने के लिए नाव से जाने वाले लोगों से अधिक पैसा लेने वाले नाव चालकों के साथ में बहुत शक्ति से पेश आया गया और 2 नाव चालकों को घाट से हटा भी दिया गया अब सभी नव के चालकों को हिदायत दे दी गई है कि यदि कोई भी शिकायत आई तो सीधा पुलिसिया कार्रवाई करवाई जाएगी।

बैठक में फर्रुखाबाद विकास मंच के जिला अध्यक्ष भईयन मिश्रा ने कहा कि स्वर्ग धाम पर कई जनपदों से लोग अपने पारिवारिक जनों या परिचितों का अंतिम संस्कार करने के लिए आते हैं और उन लोगों के साथ में यहां पर लूट खसोट हो तो उसे फर्रुखाबाद का नाम खराब होता है इसलिए नाव चालकों एवं सफाई कर्मचारी को सख्त हिदायत दी गई है किसी भी सूरत में निर्धारित शुल्क से एक पैसा ज्यादा वसूल किया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी स्वर्गधाम सेवादल के द्वारा जल्द ही दाह संस्कार करने वाले लोगों को निशुल्क दाह संस्कार प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा क्योंकि अभी भी शिकायतें मिल रही है कि कफन खसोट गैंग के लोग इधर-उधर से मृतक के पारिवारिक जनों से संपर्क करके उनका आर्थिक शोषण करके प्रमाण पत्र जारी कर देते हैं और लोग उसके चक्कर में आकर उन लोगों को हजारो रुपए दे देते हैं जल्द ही जिलाधिकारी फर्रुखाबाद से मिलकर कफन खसोट गैंग के विरुद्ध संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करके गैंगस्टर की कार्रवाई करवाई जाएगी किसी भी सूरत में अवैध वसूली और राजकता को बर्दाश्त नहीं किया जा सकेगा।

राष्ट्रीय बजरंग दल के विभाग अध्यक्ष कोमल पांडे ने कहा कि सर्व धाम पर जिस प्रकार से गैर समुदाय के लोग आकर गंदगी करते हैं उसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा अब बजरंग दल की टीम लगातार सर्वनाम पर निगरानी रखेगी और जो भी इस प्रकार की नीच हरकत करता पाया गया उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी स्वर्ग धाम हम लोगों की आस्था का केंद्र है इससे खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी।

रामदास गुप्ता ने कहा कि घाट पर जो गंदगी रहती है उसके लिए प्रधान पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि जिला प्रशासन ने चार सफाई कर्मचारी सिर्फ और सिर्फ स्वर्गधाम पर कार्य करने के लिए दिए गए है, पर वह स्वर्गधाम पर काम ना करके अपनी मनमानी करते हैं घाट पर साफ सफाई रहे इसके लिए स्वर्गधाम सेवा दल की टीम स्वयं निगरानी करेगी , मानवाधिकार सुरक्षा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक यादव भी आज विशेष अतिथि के रूप में बैठक में शामिल हुए उन्होंने भी हर संभव सहयोग घाट को सुंदर और अच्छा बनाने में करने को कहा उन्होंने कहा कि फर्रुखाबाद का स्वर्ग धाम आसपास के कई जनपदों के बीच एकमात्र ऐसा स्थान है।

जहां पर लोग अपने पारिवारिकजनों या परिचितों का अंतिम संस्कार के लिए यहां लाते हैं और ऐसे स्थान पर गंदगी और अराजकता नहीं होनी चाहिए बैठक में निर्णय लिए गए कि पूरे स्वर्ग धाम परिसर की साफ सफाई निर्माण कार्य एवं रंगी पुताई कराई जाएगी इसके अलावा घाट पर बाल बनाने वाले लोगों के पहचान पत्र जारी किए जाएंगे वही लोग बाल काट सकेंगे कोई भी खोखा या दुकान रेती में नहीं लगने दी जाएगी l

इस दौरान बैठक में प्रमुख रूप से अनिल द्विवेदी, विष्णु मिश्रा, श्यामेंद्र दुबे नीरज, दिनेश यादव चुन्ना, सौरभ पांडे,केके द्विवेदी, मोहित खन्ना, पंकज राठौर, सुमित गुप्ता, रौनक सक्सेना, लवी सक्सेना, अनिल सिंह, नीरज गुप्ता, शाहिद बड़ी संख्या में सेवा दल के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

बाराबंकी में एक पल की भूल ने मां की जिंदगी छीन ली, पूरा गांव स्तब्ध"

लखनऊ, बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ थाना क्षेत्र के बहुता गांव में रविवार की दोपहर एक छोटे-से पल ने पूरे गांव को गहरे शोक में डुबो दिया। 26 वर्षीय सूरज तिवारी अपनी जिंदगी में पहली बार कार चलाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन एक क्षणिक गलती ने उसकी मां बीनू तिवारी की जान ले ली। यह हादसा न केवल परिवार, बल्कि पूरे गांव के लिए एक करुणामय दृश्य बन गया।

बहनोई की कार को चलाना सीख रहा था सूरज

जानकारी के मुताबिक, सूरज तिवारी अपने बहनोई की कार में गाड़ी चलाना सीख रहा था। पहली बार गाड़ी स्टार्ट करने के दौरान वह गियर, ब्रेक और एक्सीलेटर के बीच उलझ गया। अचानक कार एक तेज झटके के साथ आगे बढ़ी और सीधे उसकी मां बीनू तिवारी पर जा लगी। बीनू तिवारी, जो उस समय कार के सामने खड़ी थीं, गाड़ी के नीचे आ गईं और गंभीर रूप से घायल हो गईं।हादसे की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े। चीख-पुकार और मदद की आवाजें पूरे इलाके में गूँज उठीं। स्थानीय लोगों ने तुरंत एम्बुलेंस बुलाई और घायल महिला को हैदरगढ़ सीएचसी पहुंचाया। डॉक्टरों ने हर संभव प्रयास के बावजूद बीनू तिवारी को मृत घोषित कर दिया।

बेटा अपनी गलती के लिए खुद को मान रहा दोषी

घटना का दृश्य अत्यंत मार्मिक था। सूरज तिवारी का रोना, परिवार के सदस्यों का विलाप और गांव वालों की सहम सी भावनाएं हर किसी के दिल को झकझोर रही थीं। बेटा अपनी गलती के लिए खुद को दोषी मान रहा था और परिवार सदमे की स्थिति में था। गांव में मातम छा गया और हर कोई उस दुखद पल को देखकर स्तब्ध रह गया।परिजन बताते हैं कि बीनू तिवारी हमेशा अपने बेटे के उज्जवल भविष्य की चिंता करती थीं और परिवार की खुशी में हर कदम पर मार्गदर्शन देती थीं। सूरज की मासूम गलती ने उनके जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया। परिवार का कहना है कि उन्हें इस दुःख से उबरने के लिए समय की बहुत जरूरत होगी।

प्रारंभिक जांच में यह घटना दुर्घटना प्रतीत होती है : इंस्पेक्टर

हैदरगढ़ पुलिस ने भी मामले की पुष्टि की है। इंस्पेक्टर अभिमन्यु मल्ल ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह साफ तौर पर एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना प्रतीत होती है। उन्होंने कहा कि ऐसे हादसों की कोई पूर्व सूचना नहीं थी और पुलिस पूरी जांच कर रही है।इस दर्दनाक घटना ने परिवार के जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया है। सूरज तिवारी अब अपने जीवन के सबसे बड़े सदमे का सामना कर रहा है। गांव के लोग परिवार के साथ खड़े हैं, लेकिन उस क्षणिक गलती की मार और मां के बिना जीवन का खालीपन हर किसी के दिल में गूंज रहा है।

*एसआईआर फॉर्म डिजिटाइजेशन के प्रगति का औचक निरीक्षण कर जिलाधिकारी ने ली जानकारी*

गोण्डा ।जिला निर्वाचन अधिकारी /जिलाधिकारी गोण्डा श्रीमती प्रियंका निरंजन ने तहसील सदर गोण्डा, विकास खण्ड झंझरी तथा विकास खण्ड पण्डरीकृपाल में एसआईआर फार्म डिजिटाइजेशन कार्य की प्रगति का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभिन्न केंद्रों पर चल रहे फॉर्म संकलन व फीडिंग की स्थिति की विस्तार से जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों से कार्य की गति को लेकर आवश्यक पूछताछ की।

जिलाधिकारी ने एसआईआर फार्म डिजिटाइजेशन को निर्वाचन कार्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह कार्य समयबद्ध, शतप्रतिशत गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाना आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि फार्मों का संकलन, सत्यापन एवं डिजिटाइजेशन कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता स्वीकार नहीं की जाएगी।

निरीक्षण के दौरान तहसील सदर गोण्डा में कार्य की कम प्रगति सामने आई, तो जिलाधिकारी ने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने उपजिलाधिकारी सदर एवं संबंधित कर्मचारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि वे तत्काल प्रभाव से कार्य की गति तेज करें तथा सुनिश्चित करें कि सभी एसआईआर फार्मों का शतप्रतिशत संकलन एवं फीडिंग समय पर पूर्ण हो जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि प्रत्येक कर्मचारी को उसकी जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से सौंपते हुए प्रगति की समीक्षा की जाए और किसी भी स्तर पर लापरवाही की स्थिति पाई जाने पर उत्तरदायित्व तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक ब्लॉक और तहसील स्तर पर टीमों को सक्रिय किया जाए, फील्ड में जाकर लंबित फार्मों को तत्काल एकत्र कराया जाए और डिजिटाइजेशन कार्य निरंतर चलता रहे। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि निर्वाचन कार्यों में पारदर्शिता और शुचित्ता सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा इसमें बाधक बनने वाली किसी भी प्रकार की देरी या उदासीनता को गंभीरता से लिया जाएगा, और संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।

जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे स्वयं भी प्रगति की निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि निर्धारित समय सीमा के भीतर सभी कार्य पूरी प्रतिबद्धता और दक्षता के साथ पूर्ण हो जाएँ। उन्होंने भरोसा व्यक्त किया कि यदि सभी टीमें समन्वय और सतत प्रयासों के साथ काम करेंगी, तो एसआईआर फार्म डिजिटाइजेशन का लक्ष्य समय पर पूरा किया जा सकेगा।

भारत के 53वें सीजेआई बने जस्टिस सूर्यकांत, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ

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जस्टिस सूर्यकांत ने आज भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ ग्रहण किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। जस्टिस सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट के पूर्व सीजेआई भूषण आर. गवई के उत्तराधिकारी बने हैं। उनका कार्यकाल लगभग 14 महीने का होगा।

राष्ट्रपति ने सीजेआई गवई की सिफारिश के बाद 'संविधान के आर्टिकल 124 के क्लॉज (2) से दी गई शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए' जस्टिस सूर्यकांत को भारत का अगला चीफ जस्टिस नियुक्त किया था। जस्टिस गवई ने रविवार को 65 साल की उम्र में सीजेआई का पद छोड़ दिया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सबसे सीनियर जज को अपना उत्तराधिकारी बनाने की परंपरा को बनाए रखा।

9 फरवरी, 2027 को रिटायर होंगे जस्टिस सूर्यकांत

जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई का सीजेआई के तौर पर कार्यकाल 23 नवंबर, 2025 को समाप्त हो गया। वह साढ़े छह महीनों के लिए इस पद पर रहे। जस्टिस सूर्यकांत का सीजेआई के तौर पर कार्यकाल करीब डेढ़ साल का होगा। वह 9 फरवरी, 2027 को रिटायर होंगे।

हरियाणा के गांव से सुप्रीम कोर्ट तक का सफर

सीजेआई सूर्यकांत का जन्म 10 फरवरी, 1962 को हरियाणा के एक मिडिल क्लास परिवार में हुआ था। उन्होंने 1984 में हिसार से अपनी लॉ यात्रा शुरू की। सीजेआई सूर्यकांत ने 1981 में हिसार के गवर्मेंट पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज से ग्रेजुएशन की और फिर 1984 में लॉ में बेचलर की डिग्री ली। उन्होंने 1984 में रोहतक के महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने 1984 में हिसार में ही लॉ की प्रैक्टिस शुरू कर दी और 1985 में वह पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने लगे। साल 2000 में वह हरियाणा के सबसे युवा एडवोकेट जनरल बने। साल 2011 में सीजेआई सूर्यकांत ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से लॉ में मास्टर्स किया, जिसे उन्होंने डिस्टिंक्शन के साथ 'फर्स्ट क्लास फर्स्ट' से पास किया। वह 2018 में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस नियुक्त किए गए और इसके बाद 2019 में वह सुप्रीम कोर्ट के जज अपॉइंट किए गए।

महत्वपूर्ण मामले

1. चुनाव आयोग को बिहार में मसौदा मतदाता सूची से बाहर किए गए 65 लाख मतदाताओं का ब्योरा सार्वजनिक करने का निर्देश दिया था।

2. उस संविधान पीठ का भी हिस्सा थे, जिसने अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा समाप्त करने के केंद्र सरकार के फैसले को बरकरार रखा था।

3. ओआरओपी (वन रैंक वन पेंशन) को संविधानिक रूप से वैध माना और भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं के लिए समान अवसरों का समर्थन किया।

4. जस्टिस कांत उस पीठ का भी हिस्सा थे, जिसने असम से संबंधित नागरिकता के मुद्दों पर धारा 6ए की वैधता को बरकरार रखा था।

5. जस्टिस कांत दिल्ली आबकारी शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल को जमानत देने वाली पीठ के सदस्य थे। हालांकि, उन्होंने केजरीवाल की गिरफ्तारी को जायज ठहराया था।

अदाणी कॉन्क्लेव में राम और कृष्ण ने बताया- समय बदला है आदर्श नहीं

अदाणी कॉर्पोरेट हाउस में आयोजित ग्लोबल इंडोलॉजी कॉन्क्लेव में दुनिया भर से आए विद्वान इंडोलॉजी, भारतीय दर्शन और सांस्कृतिक अध्ययन पर अपने शोध और अनुभव साझा कर रहे हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य वैश्विक अकादमिक जगत में भारतीय ज्ञान परंपरा को नई ऊर्जा देना है। राम की शांति और कृष्ण की बुद्धि ने अदाणी कॉन्क्लेव को खास बना दिया। अदाणी ने शिक्षा मंत्रालय के इंडियन नॉलेज सिस्टम के साथ मिलकर आयोजित तीन दिवसीय ग्लोबल इंडोलॉजी कॉन्क्लेव में भारतीय सभ्यता, भाषा, दर्शन और सांस्कृतिक विरासत पर केंद्रित खास चर्चा की। एक विशेष सत्र में टीवी धारावाहिकों में राम और कृष्ण की भूमिका निभाने वाले प्रमुख कलाकार अरुण गोविल और नीतीश भारद्धाज ने समकालीन जीवन में इन दोनों पात्रों की प्रासंगिकता पर विस्तार से विचार रखे।

अदाणी ग्लोबल इंडोलॉजी कॉन्क्लेव के समारोह में अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने भारत नॉलेज ग्राफ निर्माण के लिए एक ऐतिहासिक प्रतिबद्धता की घोषणा की, उन्होनें कहा, “एक शुरुआत के तौर पर मैं भारत नॉलेज ग्राफ के निर्माण और इस इंडोलॉजी मिशन में योगदान देने वाले विद्वानों और तकनीकी विशेषज्ञों के समर्थन के लिए 100 करोड़ रुपये के संस्थापक योगदान की घोषणा करते हुए विनम्र महसूस कर रहा हूँ। यह एक सभ्यतागत ऋण की अदायगी है।”

इस सत्र में भाग लेते हुए मेरठ से सांसद और रामायण में ‘राम’ की भूमिका निभा चुके अरुण गोविल ने कहा कि राम केवल एक धार्मिक पात्र नहीं बल्कि “मूर्तिमंत्र” हैं एक ऐसा आदर्श जो व्यक्ति और समाज दोनों को मार्ग दिखाता है। उन्होंने कहा कि रामायण केवल धर्मग्रंथ नहीं बल्कि पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों का विस्तृत तानाबाना है, जो हर युग में प्रासंगिक रहता है। गोविल ने बताया कि राम का जीवन इसलिए प्रेरक है क्योंकि उन्होंने पुत्रधर्म और राजधर्म दोनों को समान संतुलन के साथ निभाया। उनके अनुसार, राम नैतिकता, मानवीय मूल्यों और सकारात्मकता के प्रतीक हैं और उनकी जीवन यात्रा अपने-आप में एक शिक्षावली सूत्र है।

महाभारत में ‘कृष्ण’ का किरदार निभाने वाले नीतीश भारद्धाज ने कहा कि कृष्ण ने त्रेता युग में स्थापित राम के आदर्शों को द्वापर युग में आगे बढ़ाया और उन्हें व्यावहारिक धरातल पर लागू किया। उन्होंने कहा, “सनातन हिंदू सभ्यता को विकसित करना ही धर्म है। कृष्ण ने परिवार, समाज और राष्ट्र के हित में निर्णय लेकर धर्म के व्यावहारिक स्वरूप को स्थापित किया।” भारद्धाज ने स्पष्ट किया कि राम और कृष्ण का चरित्र केवल पौराणिक संदर्भों तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज और परिवार के कल्याण के लिए समयानुसार उचित निर्णय लेने की प्रेरणा देता है।

जहरीला' है मां का दूध, एम्स और महावीर कैंसर संस्थान की स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा

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बिहार के छह जिलों में स्तनपान कराने वाली माताओं को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। मां के दूध में यूरेनियम (यू-238) की मौजूदगी का दानवा किया जा रहा है। महावीर कैंसर संस्थान, पटना और एम्स नई दिल्ली की संयुक्त स्टडी में यह बात सामने आई है कि राज्य के छह जिलों भोजपुर, समस्तीपुर, मुंगेर, भागलपुर, खगड़िया और नालंदा में स्तनपान कराने वाली माताओं के दूध में यूरेनियम पाया गया है।

40 महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क की जांच

अक्टूबर 2021 से जुलाई 2024 के बीच किए गए इस शोध में बेगूसराय, भोजपुर, समस्तीपुर, खगड़िया, कटिहार और नालंदा जैसे जिलों से सैंपल लिए गए थे। इन जिलों से 17 से 35 वर्ष की आयु की 40 महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया था। इन सभी नमूनों में यूरेनियम यानी U-238 पाया गया है। इस दूध में यूरेनियम की मात्रा 0 से 5.25 जी/एल के बीच दर्ज की गई है।

70% शिशुओं के स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ा

इस शोध को महावीर कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र, पटना, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी और एम्स, नई दिल्ली के वैज्ञानिकों के एक समूह ने मिलकर किया है। ब्रिटिश जर्नल 'साइंटिफिक रिपोर्ट्स' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अध्ययन में बिहार के स्तन के दूध के नमूनों में 5 पीपीबी (प्रति अरब भाग) तक यूरेनियम पाया गया।अध्ययन के अनुसार, लगभग 70% शिशुओं के स्वास्थ्य का जोखिम बढ़ सकता है। हालांकि यह साफ किया गया है कि इससे कैंसर का खतरा नहीं है यह स्तर अभी स्वीकार्य सीमा से नीचे हैं और घबराने की जरूरत नहीं है।

यूरेनियम भूजल के जरिए शरीर में पहुंच रहा

इस स्टडी का नेतृत्व महावीर कैंसर संस्थान के डॉ. अरुण कुमार ने किया। एम्स नई दिल्ली के डॉ. अशोक शर्मा रिसर्च के सह लेखक रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि यह यूरेनियम भूजल के जरिए शरीर में पहुंच रहा है, क्योंकि इन जिलों में पानी पहले से ही दूषित बताया जाता रहा है। यह दूषित पानी पीने और भोजन के माध्यम से शरीर में जाता है और फिर माताओं के दूध में पहुंचकर बच्चों के लिए खतरा पैदा करता है।

माताओं को स्तनपान बंद करने की कोई जरूरत नहीं

शोधकर्ताओं ने कहा कि अभी यह साफ नहीं है कि यूरेनियम का स्रोत कौन- सी जगह या गतिविधि है, लेकिन यह तथ्य गंभीर है कि यह सीधे बच्चों तक पहुंच रहा है। एम्स दिल्ली के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. अशोक शर्मा ने कहा, 70% शिशुओं में जोखिम का संकेत जरूर मिला है, लेकिन स्वास्थ्य पर इसका वास्तविक प्रभाव कम होने की संभावना है। माताओं को स्तनपान बंद करने की कोई जरूरत नहीं है। यह शिशु के पोषण का सबसे सुरक्षित और प्रभावी स्रोत है।

पानी में आर्सेनिक ज्यादा

बिहार के 6 जिलों में लोगों का पीने का पानी और खाने का अनाज धीरे-धीरे जहर में बदलता जा रहा है। स्टडी में टीम ने बिहार के पटना, वैशाली, सारण, भोजपुर, बक्सर और नालंदा जिलों में सर्वे किया। कुल 286 घरों से हैंडपंप के पानी, गेहूं, चावल, बाल और नाखून के नमूने एकत्र किए गए। जांच में लगभग 14% हैंडपंपों के पानी, 44% गेहूं और 3% चावल के नमूनों में आर्सेनिक की मात्रा WHO की तय सीमा से अधिक पाई गई।

पुलिस मुठभेड़ में 5 लुटेरे गिरफ्तार, 2 घायल

गोंडा।जिले के छपिया थाने की पुलिस व एसओजी टीम के साथ हुए मुठभेड़ में पांच लुटेरे गिरफ्तार किये गये हैं।इस दौरान 2 आरोपियों के पैर में गोली लगी है।पुलिस ने आरोपियों के पास से लूट के 3 लाख रुपए नगद,एक लैपटॉप, दो अवैध तमंचे और बस्ती से लूटी हुई एक मोटरसाइकिल व एक अन्य मोटरसाइकिल बरामद की है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान किस्मत अली उर्फ बाबा, विकास शर्मा,पवन शर्मा, अलीमुद्दीन और लवकुश यादव के रूप में हुई है।

मुठभेड़ के दौरान किस्मत अली व विकास शर्मा के दाहिने पैर में गोली लगी,उसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया।यह मुठभेड़ छपिया थाना क्षेत्र में 15 नवंबर को हुई लूट की घटना से संबंधित है।केशव नगर ग्रांट गांव के राम कुमार वर्मा वीरपुर भरपुरवा के पास भारतीय स्टेट बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र चलाते हैं।आरोपियों ने तालागंज ग्रांट इटई मार्ग पर उनसे 5 लाख रुपये और एक लैपटॉप लूट लिया था।विरोध करने पर रामकुमार वर्मा के ऊपर तमंचे से हमला कर दिया था।

इस घटना के खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने छपिया थाने की पुलिस के साथ साथ एसओजी व सर्विलांस समैत पांच पुलिस टीमों का गठन किया था।पुलिस अधीक्षक ने बताया कि छपिया थाना क्षेत्र में हुई लूट का खुलासा कर दिया गया है।पुलिस के अनुसार, गोंडा में घटना को अंजाम देने से पहले इन आरोपियों ने बस्ती के परशुरामपुर से एक अपाचे मोटरसाइकिल लूटी थी।इसी मोटरसाइकिल का इस्तेमाल गोंडा में लूट के लिए किया गया था।पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की जांच कर रही है।

वर्षिक आम सभा एवं नवीन कार्यकारणी का गठन

फर्रुखाबाद l एथलेटिक एशोसिएशन का चार वर्षिय कार्यकाल समाप्त हो जाने के कारण एशोसिएशन के उपाध्यक्ष सिद्धार्त मिश्रा के निर्देश का अनुपालन में सचिव योगेश शुक्ला द्वारा वार्षिक आम सभा एंव नई कार्यकारणी गठन हेतु रविवार को जिला ऐशेसिएशन की बैठक आहुत की गई। बैठक में सचिव द्वारा गतिविधियों की सम्पूर्ण जानकारी दी गई। सर्व सम्मति एवं एक मत से जिला एथलेटिक एशोसिएशन की नवीन कार्यकारणी का गठन किया गया।

जिला एथलेटिक एशोसिएशन की कार्यकारणी में चेयरमैन मेजर सुनील दत्त द्विवेदी

वाइस चेरयमैनः- शिव रत्न सिंह, निशीत सक्सेना

अनुसुईया दीक्षित

रंजीत कटियार का चयन हुआ l

अध्यक्ष- सिद्धार्थ मिश्रा को चुना गया l

उपाध्यक्ष: के लिए राजीव बाजपेई ,अवनीन्द्र सक्सेना

संजीव कटियार ,शिवा गहरवार

लाल मियां को चुना गया l

सचिव :- योगेश शुक्ला का चयन किया गया l

सह सचिव- शिवम बाथम

लक्ष्मण टण्डन,अहमद, अमित सक्सेना

ज्योति कठेरिया चुना गया l

कोषाध्यक्षः- शैलेश मिश्रा का चयन किया गया l

चेयरमैन सिलेक्शन कमेटी में नन्दराम राठौर ,अनिकेत भारद्वाज,यदनाथ सिंह,अभिषेक मिश्रा चुना गया

चेयरमैन टेक्निकल कमेटी सुनील पाल, सुनील ,महेन्द्र मिश्र ,मनीष वर्मा, पुष्कर मिश्र चुना गया l

चीफ कोच जितेन्द्र कुमार,सदस्य प्रियंका कटियार, चिराग अग्रवाल को चुना गया l

पुलिस मॉडर्न स्कूल धूमनगंज प्रयागराज में क्रिकेट स्कूल इंटर-कम्पीटिशन स्पोर्ट्स का सफलता पूर्वक हुआ आयोजन


संजय द्विवेदी, प्रयागराज।प्रतियोगिता में विद्यार्थियो ने उत्साह अनुशासन तथा उत्कृष्ट खेल भावना का प्रदर्शन करते हुए सक्रिय रूप से भाग लिया समापन समारोह के मुख्य अतिथि सिद्धार्थ नाथ सिंह(पूर्व कैबिनेट मंत्री)रहे।कार्यक्रम में चतुर्थ वाहिनी पीएसी धूमनगंज के सेनानायक सर्वेश कुमार मिश्रा संतोष सिंह पटेल (महामंत्री काशी)प्रेम प्रकाश यादव (सहायक सेनानायक) उमेश पाण्डेय पीएमएस प्रधानाचार्या मंगला मिश्रा तथा विनय कुमार सिंह(शिविरपाल) भी उपस्थित रहे।

मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियो ने प्रतियोगी खिलाड़ियो को पुरस्कार प्रदान किए तथा सभी विद्यार्थियो के उज्ज्वल भविष्य की कामना की विद्यालय परिवार ने इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग करने वाले सभी शिक्षकगण अभिभावको तथा विद्यार्थियो के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया।

जानसठ की नई पहचान: 'रबर वाली सड़क' ने रचा इतिहास, चेयरमैन डॉ. आबिद हुसैन की दूरदर्शिता को सलाम

ब्रह्म प्रकाश शर्मा, मुजफ्फरनगर। जानसठ, । ऐतिहासिक कस्बा जानसठ अब विकास के एक नए अध्याय की ओर कदम बढ़ा चुका है। बीते दिनों शुरू हुआ 'मेस्टिक रोड' यानी 'रबर वाली सड़क' का निर्माण कार्य पूरे कस्बे में चर्चा का केंद्र बन गया है, जिसने स्थानीय नागरिकों में खुशी और उत्साह की लहर दौड़ा दी है। यह आधुनिक सड़क तकनीक जानसठ में पहली बार इस्तेमाल की जा रही है, जो इसे आधुनिक शहरी विकास की दौड़ में अग्रणी बना रही है।

यह ऐतिहासिक निर्माण कार्य मैन चौपला (खुशी राम चौक) से शुरू होकर मूला वाले कुएं तक युद्धस्तर पर प्रगति पर है। कस्बावासी इस अभूतपूर्व बदलाव को अपनी आँखों से देखकर चकित हैं।

स्थानीय नागरिक मोहम्मद राशिद, सगीर, दाऊद उर्फ सुखा, रमेश और टीटू ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, "हम सिर्फ सुनते थे कि लंदन और पेरिस जैसे विकसित शहरों में रबर की सड़कें होती हैं, लेकिन आज हमें अपने ही कस्बे में इस अत्याधुनिक तकनीक को साकार होते हुए देखने का अवसर मिला है।"

नागरिकों ने इस दूरगामी और प्रगतिशील कदम के लिए वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ. आबिद हुसैन की खुले दिल से प्रशंसा की है। उन्होंने न केवल अध्यक्ष की पहल की सराहना की, बल्कि नगर पंचायत बोर्ड के सभी सदस्यों के सामूहिक प्रयासों को भी सराहा है।

दीर्घायु और जल-अवरोधी: मेस्टिक रोड के लाभ मेस्टिक रोड के ठेकेदार ने सड़क की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह सड़क विशेष रूप से 'रबर वाली सड़क' कहलाती है, जिसका सबसे बड़ा लाभ इसकी लंबी जीवन अवधि (दीर्घायु) है।

इस सड़क की जीवन अवधि सामान्य सड़कों की तुलना में काफी लंबी होती है, और इसे पानी से भी कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। बारिश या जलभराव की स्थिति में भी यह सड़क जल्दी खराब नहीं होगी।"

ठेकेदार ने आगे बताया कि यह अत्याधुनिक तकनीक सर्वप्रथम पूर्व चेयरमैन नगर पालिका मुजफ्फरनगर, पंकज के द्वारा जापान से लाकर जिले में प्रयोग में लाई गई थी।

पुरकाजी के बाद जानसठ में दूसरा सफल प्रयोग ।।

यह जानसठ के लिए गर्व की बात है कि जिले की नगर पंचायतों में इस विशेष मेस्टिक रोड का निर्माण पुरकाजी के बाद जानसठ में दूसरा प्रयोग है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि जानसठ अब आधुनिक शहरी विकास की ओर तेजी से अग्रसर है।

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, यदि यह प्रयोग सफल रहता है और इसे नागरिकों का व्यापक समर्थन मिलता है, तो ऐसी सड़कों का जाल पूरे कस्बे में बिछाने की प्रबल संभावना है।

इससे जानसठ की सड़कों का पूरी तरह से कायाकल्प हो जाएगा। इस ऐतिहासिक विकास कार्य के लिए नगर वासियों ने सर्वसम्मति से चेयरमैन डॉ. आबिद हुसैन सहित सभी सम्मानित सदस्यों और नगर पंचायत प्रशासन की भरपूर सराहना की है। नागरिकों ने उम्मीद जताई है कि विकास कार्यों का यह सिलसिला भविष्य में भी इसी गति से जारी रहेगा।

कस्बे की यह 'रबर वाली सड़क' न केवल यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि कस्बे को आधुनिकता और प्रगति की एक नई और टिकाऊ पहचान भी देगी। कस्बे के नागरिकों ने अन्य सड़कों को भी बनवाने की मांग की है।

स्वर्ग धाम से कफन खसोट करने वालों के खिलाफ होगी रिपोर्ट दर्ज

फर्रुखाबाद।रविवार को स्वर्ग धाम सेवा दल की बैठक पांचाल घाट स्थित स्वर्ग धाम पर हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए और अभी तक फैली अव्यवस्थाओं और अराजकता को समाप्त करने के लिए कठोरता से कार्रवाई करने का सर्व सम्मति से फैसला किया गया, पिछले कई दिनों से लगातार स्वर्गधाम पर हो रही अराजकता और अवस्थाओं के बारे में लोग शिकायत कर रहे थे।

पिछले तीन दिनों से स्वर्गधाम सेवादल के कार्यकर्ताओं के द्वारा अंतिम संस्कार के बाद विसरा सिराने के लिए नाव से जाने वाले लोगों से अधिक पैसा लेने वाले नाव चालकों के साथ में बहुत शक्ति से पेश आया गया और 2 नाव चालकों को घाट से हटा भी दिया गया अब सभी नव के चालकों को हिदायत दे दी गई है कि यदि कोई भी शिकायत आई तो सीधा पुलिसिया कार्रवाई करवाई जाएगी।

बैठक में फर्रुखाबाद विकास मंच के जिला अध्यक्ष भईयन मिश्रा ने कहा कि स्वर्ग धाम पर कई जनपदों से लोग अपने पारिवारिक जनों या परिचितों का अंतिम संस्कार करने के लिए आते हैं और उन लोगों के साथ में यहां पर लूट खसोट हो तो उसे फर्रुखाबाद का नाम खराब होता है इसलिए नाव चालकों एवं सफाई कर्मचारी को सख्त हिदायत दी गई है किसी भी सूरत में निर्धारित शुल्क से एक पैसा ज्यादा वसूल किया तो कठोर कार्रवाई की जाएगी स्वर्गधाम सेवादल के द्वारा जल्द ही दाह संस्कार करने वाले लोगों को निशुल्क दाह संस्कार प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा क्योंकि अभी भी शिकायतें मिल रही है कि कफन खसोट गैंग के लोग इधर-उधर से मृतक के पारिवारिक जनों से संपर्क करके उनका आर्थिक शोषण करके प्रमाण पत्र जारी कर देते हैं और लोग उसके चक्कर में आकर उन लोगों को हजारो रुपए दे देते हैं जल्द ही जिलाधिकारी फर्रुखाबाद से मिलकर कफन खसोट गैंग के विरुद्ध संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करके गैंगस्टर की कार्रवाई करवाई जाएगी किसी भी सूरत में अवैध वसूली और राजकता को बर्दाश्त नहीं किया जा सकेगा।

राष्ट्रीय बजरंग दल के विभाग अध्यक्ष कोमल पांडे ने कहा कि सर्व धाम पर जिस प्रकार से गैर समुदाय के लोग आकर गंदगी करते हैं उसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा अब बजरंग दल की टीम लगातार सर्वनाम पर निगरानी रखेगी और जो भी इस प्रकार की नीच हरकत करता पाया गया उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी स्वर्ग धाम हम लोगों की आस्था का केंद्र है इससे खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी।

रामदास गुप्ता ने कहा कि घाट पर जो गंदगी रहती है उसके लिए प्रधान पूरी तरह से जिम्मेदार हैं क्योंकि जिला प्रशासन ने चार सफाई कर्मचारी सिर्फ और सिर्फ स्वर्गधाम पर कार्य करने के लिए दिए गए है, पर वह स्वर्गधाम पर काम ना करके अपनी मनमानी करते हैं घाट पर साफ सफाई रहे इसके लिए स्वर्गधाम सेवा दल की टीम स्वयं निगरानी करेगी , मानवाधिकार सुरक्षा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक यादव भी आज विशेष अतिथि के रूप में बैठक में शामिल हुए उन्होंने भी हर संभव सहयोग घाट को सुंदर और अच्छा बनाने में करने को कहा उन्होंने कहा कि फर्रुखाबाद का स्वर्ग धाम आसपास के कई जनपदों के बीच एकमात्र ऐसा स्थान है।

जहां पर लोग अपने पारिवारिकजनों या परिचितों का अंतिम संस्कार के लिए यहां लाते हैं और ऐसे स्थान पर गंदगी और अराजकता नहीं होनी चाहिए बैठक में निर्णय लिए गए कि पूरे स्वर्ग धाम परिसर की साफ सफाई निर्माण कार्य एवं रंगी पुताई कराई जाएगी इसके अलावा घाट पर बाल बनाने वाले लोगों के पहचान पत्र जारी किए जाएंगे वही लोग बाल काट सकेंगे कोई भी खोखा या दुकान रेती में नहीं लगने दी जाएगी l

इस दौरान बैठक में प्रमुख रूप से अनिल द्विवेदी, विष्णु मिश्रा, श्यामेंद्र दुबे नीरज, दिनेश यादव चुन्ना, सौरभ पांडे,केके द्विवेदी, मोहित खन्ना, पंकज राठौर, सुमित गुप्ता, रौनक सक्सेना, लवी सक्सेना, अनिल सिंह, नीरज गुप्ता, शाहिद बड़ी संख्या में सेवा दल के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।