देवघर-एक पौधा – एक प्रसाद” : रोटरी क्लब ऑफ़ देवघर एवं जिला प्रशासन की अनूठी पहल।
देवघर: बाबा बैधनाथ की नगरी में आस्था और पर्यावरण संरक्षण का अभूतपूर्व संगम रचते हुए, श्रावणी मेला 2025 में आयोजित “एक पौधा – एक प्रसाद” अभियान ने पूरे प्रदेश और देश का ध्यान आकर्षित किया। इस ऐतिहासिक पहल का संचालन रोटरी क्लब ऑफ़ देवघर और जिला प्रशासन देवघर द्वारा, विरॉय फाउंडेशन (मुख्य प्रायोजक) एवं भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, देवघर शाखा के सहयोग से किया गया। *अभियान का उद्देश्य* बाबा बैद्यनाथ की नगरी, देवघर, हर वर्ष श्रावणी मास में करोड़ों श्रद्धालुओं से गूंज उठती है। कांवड़ लेकर दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालु बाबा को जल अर्पण करते हैं। इस वर्ष इस श्रद्धा और परंपरा को पर्यावरणीय दायित्व से जोड़ने का अनूठा प्रयास किया गया। अभियान का उद्देश्य था : धार्मिक आस्था और प्रकृति संरक्षण के बीच सेतु का निर्माण। श्रद्धालुओं को पौधारोपण और वृक्ष संवर्धन के प्रति जागरूक करना। यह संदेश देना कि प्रकृति की रक्षा करना भी उतना ही पुण्य है जितना कि धार्मिक कर्मकांड। समाज में सामूहिक रूप से हरियाली और स्वच्छता का वातावरण बनाना। सेवा शिविर की विशेषताएँ 11 जुलाई से 10 अगस्त तक चले इस पूरे श्रावणी मास में, शिवलोक परिसर, देवघर में स्थापित विशेष सेवा शिविर श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना रहा। श्रद्धालुओं, कांवड़ियों और स्थानीय नागरिकों को लगभग 1,00,000 पौधे प्रसाद स्वरूप वितरित किए गए। पौधों को बाबा बैद्यनाथ को अर्पित जल और बेलपत्र से संचित कर प्रसाद स्वरूप प्रस्तुत किया गया। पौधों में नीम, पीपल, आम, अमरूद, जामुन, नींबू, गुलमोहर, करंज, तुलसी, आंवला आदि फलदार, छायादार एवं औषधीय प्रजातियाँ शामिल थीं। प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ शिविर में उमड़ी और वे पौधों को लेकर अपने गाँव-घर लौटे। कई श्रद्धालुओं ने इसे एक पावन अवसर मानते हुए पौधों को संकल्पपूर्वक रोपने का वचन दिया। विशिष्ट जनों के विचार इस अवसर पर माननीय उपायुक्त सह रेड क्रॉस अध्यक्ष नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा यह पहल केवल पौधे वितरित करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक चेतना का प्रतीक है। जब आस्था और पर्यावरण संरक्षण एक साथ जुड़ते हैं, तो उसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। रोटरी क्लब ऑफ़ देवघर ने इस ऐतिहासिक प्रयास से पूरे देश के सामने एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।” उन्होंने आज स्मरणालय में पीयूष जायसवाल अध्यक्ष रोटरी क्लब देवघर, विरॉय फाउंडेशन, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और युवाओं की टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। एनडीसी श्री शैलेश कुमार सिंह और डीपीआरओ श्री राहुल भारती ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए कहा कि इस प्रकार के अभियान से समाज में हरियाली, स्वच्छता और जागरूकता का वातावरण निर्मित होगा। प्रमुख सहयोगी एवं स्वयंसेवी इस अभियान में अनेक संस्थाओं और व्यक्तियों ने अपना सहयोग दिया : सामाजिक प्रभावक श्रीमती रितु सिंह, मेघना साक्षी, दीक्षा सिंह, IXM इंसेंस एक्स मीडिया और मनीष पाठक। सहयोगी संस्था: भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, देवघर शाखा, जिसका प्रशस्ति संरक्षक  नितेश बथवाल ने प्राप्त किया। युवा पर्यावरण कार्यकर्ता टीम: प्रियांशी जायसवाल (टीम लीडर), अर्चिता बर्मन, आदर्श कुमार, प्रियांशु पार्थ, प्रकाश राज, अमित कुमार, अभिनव कुमार, त्रिशू राज, सागर कुमार, शंभू प्रसाद यादव, पल्लवी कुमारी, अंजलि कुमारी, रणवीर टेकरीवाल, साक्षी वर्मा एवं सुनील खिस्कु। इन युवाओं ने निरंतर अथक परिश्रम से यह सुनिश्चित किया कि हर श्रद्धालु तक पौधा पहुँचे। भीषण भीड़ और कठिन परिस्थितियों के बावजूद उन्होंने पौधों के महत्व और उनकी देखभाल के संदेश को जन-जन तक पहुँचाया। अभियान का व्यापक संदेश “एक पौधा – एक प्रसाद” ने यह स्पष्ट कर दिया कि – जब धार्मिक आस्था और पर्यावरण संरक्षण साथ चलते हैं, तभी समाज में स्थायी परिवर्तन संभव है। यह अभियान केवल देवघर ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। श्रद्धालुओं को दिया गया हर पौधा केवल प्रसाद नहीं, बल्कि हरियाली और जीवन का दूत है। इस अभियान ने यह साबित किया है कि देवघर केवल धार्मिक नगरी ही नहीं, बल्कि सामाजिक व पर्यावरणीय चेतना की भूमि भी है।
गरीबों के मसीहा बनकर घर-घर पहुँचे जदयू नेता निरंजन केशव प्रिंस

जहानाबाद जनसंपर्क अभियान में लोगों को बता रहे बिहार सरकार की योजनाओं की जानकारी।

जहानाबाद जनता दल (यूनाइटेड) के युवा नेता निरंजन केशव प्रिंस इन दिनों जहानाबाद जिले के गाँव-गाँव और वार्ड-वार्ड में घर-घर पहुँचकर आम लोगों से संवाद कर रहे हैं। उनका यह जनसंपर्क अभियान गरीबों, मजदूरों, महिलाओं और बुजुर्गों को सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ उनकी समस्याओं को समझने का एक प्रयास है। प्रिंस को लोग अब “गरीबों का मसीहा” कहकर पुकारने लगे हैं क्योंकि वे न केवल सरकार की उपलब्धियाँ गिनाते हैं, बल्कि लोगों की तकलीफ़ें सुनकर समाधान का भरोसा भी दिलाते हैं।

अपने अभियान के दौरान प्रिंस विशेष रूप से सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, महिला रोजगार योजना और 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना का उल्लेख करते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार समाज के हर वर्ग के लिए योजनाएँ चला रही है और इनसे लाखों परिवारों को राहत मिल रही है।

उन्होंने बताया कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अंतर्गत वृद्ध, विधवा, दिव्यांग और असहाय लोगों को आर्थिक सहयोग मिल रहा है। यह योजना गरीबों के लिए संबल बन गई है और उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर दे रही है। महिला रोजगार योजना को लेकर प्रिंस ने कहा कि इससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिली है। महिलाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मिले हैं, जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।

प्रिंस ने यह भी बताया कि 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना ने गरीब और मध्यम वर्गीय उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है। इस योजना के तहत लाखों उपभोक्ताओं को आर्थिक बचत हुई है और घरेलू खर्च का बोझ कम हुआ है।

जनसंपर्क अभियान के दौरान जदयू नेता प्रिंस लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ लें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संकल्प है कि समाज का हर वर्ग विकास की मुख्यधारा से जुड़े और किसी को पीछे न छोड़ा जाए।

इस अभियान में जदयू प्रखंड अध्यक्ष रणधीर, नेता मनीष शर्मा, प्रशांत, रिंकी कुमारी सहित कई कार्यकर्ता सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने भी बिहार सरकार की इन योजनाओं का स्वागत किया और प्रिंस को भरोसा दिलाया कि वे सरकार के विकास कार्यों में सहयोग करेंगे।

अंत में प्रिंस ने कहा – “बिहार सरकार का लक्ष्य समाज के हर तबके को समान अवसर और सम्मान देना है। चाहे वृद्धजन हों, महिलाएँ हों या आम परिवार, हर किसी की चिंता नीतीश सरकार करती है। अगर हम सब मिलकर प्रयास करें तो बिहार को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाया जा सकता है। यही कारण है कि 2025 में फिर से नीतीश सरकार बनाना बेहद ज़रूरी है।”

रूफ टॉप गार्डेनिंग से संवरेगी शहरी बागवानी: प्रदेश सरकार शुरू करेगी पायलट प्रोजेक्ट


लखनऊ। प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने शहरी क्षेत्रों में हरियाली बढ़ाने और जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रूफ टॉप गार्डेनिंग योजना लागू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने शुक्रवार को उद्यान निदेशालय, लखनऊ में समीक्षा बैठक के दौरान इस योजना की रूपरेखा तैयार करने को कहा।

मंत्री ने बताया कि छतों पर सब्जियों, फलों, औषधीय पौधों और मसालों की खेती एक आधुनिक एवं पर्यावरण हितैषी उपाय है, जो शहरी जीवनशैली में हरियाली और स्वास्थ्य लाभ दोनों प्रदान करता है। यह न केवल सीमित स्थान में खेती को संभव बनाता है, बल्कि नागरिकों को ताज़ा, जैविक और रसायन मुक्त उत्पाद उपलब्ध कराता है।

इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लखनऊ, वाराणसी और गोरखपुर जैसे प्रमुख शहरों में लागू किया जाएगा। योजना का विस्तृत तकनीकी प्रस्ताव आईआईवीआर (भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान), वाराणसी के सहयोग से तैयार कर भारत सरकार से अनुमोदन प्राप्त किया जाएगा।

बैठक में मौजूद अपर मुख्य सचिव, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण बी.एल. मीणा ने बताया कि योजना की सफलता के लिए जनसामान्य के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत निःशुल्क किट वितरण और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग इस योजना से जुड़ सकें।

बैठक में निदेशक उद्यान डॉ. बी.पी. राम, वित्त नियंत्रक अनिल कुमार सिंह, संयुक्त निदेशक सर्वेश कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने योजना को प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक तैयारियों और संभावित चुनौतियों पर चर्चा की।

रूफ टॉप गार्डेनिंग योजना से न केवल शहरी क्षेत्रों में बागवानी को नया आयाम मिलेगा, बल्कि यह हरित पर्यावरण, स्वच्छ हवा और आत्मनिर्भर जीवनशैली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद डीजीपी मुद्दे पर बाबूलाल मरांडी का बोलना बेकार: झामुमो

रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव विनोद पांडेय ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी को डीजीपी की नियुक्ति पर सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है।

अदालत ने मरांडी की याचिका को महत्वहीन बताया

विनोद पांडेय ने याद दिलाया कि सुप्रीम कोर्ट ने मरांडी की अवमानना याचिका को खारिज करते हुए कहा था कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के लिए अदालतों का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के मुताबिक, इस टिप्पणी के बाद मरांडी ने खुद ही अपनी याचिका वापस ले ली थी।

संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करें मरांडी

झामुमो नेता ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को दो अधिकारियों के बीच की प्रतिद्वंद्विता बताया है, तो मरांडी प्रेस के जरिए सरकार और पुलिस पर आरोप लगाकर क्या साबित करना चाहते हैं?

उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार हमेशा संवैधानिक संस्थाओं और न्यायिक प्रक्रियाओं का सम्मान करती है। डीजीपी नियुक्ति का मामला अभी भी अदालत में है और सरकार उसी के अनुसार आगे बढ़ रही है।

विनोद पांडेय ने मरांडी को चेतावनी दी कि विपक्ष को आलोचना करते समय अपनी भाषा की मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष का मतलब अनियंत्रित बयानबाजी नहीं होता। जनता सब कुछ देख रही है, और अगर मरांडी को वास्तव में पुलिस व्यवस्था की चिंता है, तो उन्हें अदालत के फैसलों और संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करना चाहिए।

एमएलसी पप्पू सिंह की मां शकुंतला सिंह का निधन, बलिया क्षेत्र में शोक की लहर
बलिया। विधान परिषद सदस्य रविशंकर सिंह पप्पू की मां शकुंतला सिंह का 82 वर्ष की आयु में गुरुवार देर रात शहर के कासिम बाजार स्थित आवास पर निधन हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार सुबह से ही नेताओं, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों के सदस्यों और व्यापारियों का शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए उनके आवास पर तांता लगा रहा।

शकुंतला सिंह, स्वर्गीय गिरिजाशंकर सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के भतीजे) की पत्नी थीं। वे आजीवन सामाजिक कार्यों से जुड़ी रहीं और सभी के बीच अपने सादगीपूर्ण व्यवहार के लिए जानी जाती थीं।

उनका अंतिम संस्कार गंगा नदी के पचरुखिया घाट पर किया गया, जहाँ मुखाग्नि उनके छोटे पुत्र आलोक सिंह ने दी।

इसी बीच संवरा स्थित देवस्थली विद्यापीठ में भी शुक्रवार को एक शोकसभा आयोजित की गई। विद्यालय के ‘शेखर सभागार’ में दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। इसके बाद विद्यालय को अवकाश घोषित कर दिया गया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य पीसी श्रीवास्तव, शिक्षकगण और छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे। आज शनिवार को भी उनके निवास स्थान पर कई बड़े नेताओं के शोक संवेदना का दौर चलता रहा। वही रविशंकर सिंह पप्पू के पुत्र उत्कर्ष सिंह बिट्टू ने कहा दादी का चले जाना परिवार के लिए बहुत कष्ट दाई है।
डीएम ने अंत्येष्टि स्थल का किया निरीक्षण

फर्रुखाबाद ।जनपद की ग्राम पंचायत सोता बहादुरपुर में स्थित परंपरागत अंत्येष्टि स्थल का जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी द्वारा भ्रमण किया गया। क्षेत्रीय ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी को अवगत कराया गया था कि जनपद में एकमात्र स्थल ग्राम पंचायत सोता बहादुरपुर के पांचाल घाट के पूर्व और स्थित अंत्येष्टि स्थल पर सर्वाधिक अंत्येष्टि की क्रियाएं होती हैं। इसमें जनपद ही नहीं पास के कई जनपदों से भी व्यक्ति शव को लेकर अंत्येष्टि के लिए यहां उपस्थित होते हैं। 

जनपद में ग्रामीण क्षेत्रों में अंत्येष्टि स्थल के विकास हेतु लक्ष्य प्राप्त हुए हैं। जिसके सापेक्ष ग्राम पंचायत सोता बहादुरपुर में स्थित परंपरागत अंत्येष्टि स्थल को विकसित किए जाने के संबंध में जिलाधिकारी द्वारा स्वयं स्थल का निरीक्षण किया गया। मौके पर पाया गया कि कुछ समाजसेवियों के द्वारा वहां पर अंत्येष्टि क्रिया से संबंधित स्थलों/ भवनों का निर्माण कराया गया है, जिसमें शवदाह स्थल, सामुदायिक शौचालय एवं कुछ सराय स्थल बने हुए हैं।

 जिलाधिकारी के भ्रमण के समय मुख्य विकास अधिकारी, उप जिलाधिकारी सदर, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग( प्रांतीय खंड), सहायक अभियंता सिंचाई ,सहायक अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग,जिला पंचायत राज अधिकारी, ग्राम प्रधान एवं सचिव भी स्थल पर उपस्थित थे। जिलाधिकारी द्वारा स्थल का परीक्षण कर अंत्येष्टि स्थल के विकास हेतु आवश्यक मदों का मापन कर प्राक्कलन तैयार करने हेतु अभियंताओं को निर्देशित किया गया।

सेवा पखवाड़ा' को सफल बनाने के लिए भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा ने बनाई रणनीति

रांची: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक श्री किशन कुमार दास के नेतृत्व में आज रांची स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक चलने वाले 'सेवा पखवाड़ा' को सफल बनाने पर गहन चर्चा हुई।

सेवा ही संगठन: 'सेवा पखवाड़ा' का संकल्प

श्री दास ने अपने संबोधन में कहा कि यह 'सेवा पखवाड़ा' सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि समाज के सबसे कमजोर वर्ग तक पार्टी की सेवा भावना को पहुँचाने का संकल्प है। उन्होंने कहा कि भाजपा का मूल मंत्र 'सेवा ही संगठन' हमें हमेशा समाज और जनसेवा के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करता है।

सेवा पखवाड़ा में होने वाले प्रमुख कार्यक्रम

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 'सेवा पखवाड़ा' के दौरान भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा विशेष रूप से अनुसूचित जाति के रिहायशी इलाकों में निम्नलिखित गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करेगा:

जागरूकता अभियान

पर्यावरण संरक्षण

स्वच्छता अभियान

स्वास्थ्य शिविर

रक्तदान

पौधारोपण

इन कार्यक्रमों के माध्यम से संगठन का उद्देश्य समाजोपयोगी गतिविधियों को जन-जन तक पहुँचाना है।

बैठक में पूर्व विधायक श्री रामचंद्र नायक, प्रदेश महामंत्री रंजन पासवान, प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश राम समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया और जनसेवा के निरंतर प्रयासों पर जोर दिया।

जीवन के लिए पर्यावरण का संरक्षण जरूरी भारत विकास परिषद के तत्वाधान में किया गया पौधारोपण
कोडरमा विकास परिषद झुमरी तिलैया कोडरमा के तत्वाधान में शनिवार को कोडरमा जिले के वातावरण को शुद्ध व क्लीन बनाने को लेकर ग्रीन कोडरमा क्लीन कोडरमा कार्यक्रम के तहत कोडरमा के लोकाय स्थित पेट्रोल पंप के नजदीक 40 फलदार आम के पौधे लगाए गए। इस अवसर पर मुख्य रूप से उपस्थित भारत विकास परिषद के प्रांतीय पर्यावरण संयोजक हरेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि शहर को ग्रीन एवं क्लीन बनाने के साथ-साथ शहर देखने में सुंदर लगे। इसी उद्देश्य से यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। वही कार्यक्रम के संयोजक अजय अग्रवाल ने कहा कि आज - शहर को सुंदर, स्वच्छ व आकर्षक बनाने के लिए करीब 40 आम के फलदार पौधे लगाए गए हैं। लेकिन हम लोगों का उद्देश्य पूरे जिले में अधिक से अधिक पौधे लगाने का है। वहीं भारत विकास परिषद के मनोज कुमार झुन्नु ने कहा कि इस वर्ष पर्यावरण को शुद्ध रखने और लोगों को पूरा ऑक्सीजन मिले इस उद्देश्य से बहुउद्देशीय एवं छायादार पौधों को लगाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत विकास परिषद का यह कार्य काफी महत्वपूर्ण एवं सराहनीय है। इसके लिए उन्होंने भारत विकास परिषद के अध्यक्ष अरुण कुमार ओझा एवं उनकी पूरी टीम टीम की सराहना की। वहीं भारत विकास परिषद के संतोष कुमार सिन्हा ने कहा कि भारत विकास परिषद न केवल पर्यावरण बल्कि देश और समाज के प्रति भी अहम भूमिका निभा रहा है। भारत विकास परिषद के अध्यक्ष अरुण कुमार ओझा ने कहा कि जीवन के लिए पर्यावरण का संरक्षण जरूरी है। जीवन की आवश्यक सभी चीजे जैसे शुद्ध हवा, साफ पानी, भोजन और रहने की जगह पर्यावरण से ही प्राप्त होता है। लेकिन आज हमारा पर्यावरण खतरे में है। इसलिए हम सबों को विशेष प्रयास कर पर्यावरण को सुरक्षित रखने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी के प्रयास से ही पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सकता है। मौके पर नगर परिषद के सिटी मैनेजर लेमांशु कुमार, संपर्क संयोजक धर्मेंद्र कुमार, डॉ मनोज कुमार, दिलीप कुमार सिंह, प्रकाश कुमार, सहीत दर्जनों लोग उपस्थित थे।
रोटरी प्लैटिनम ने हिंदी दिवस पर आयोजित की भव्य वाग्मिता प्रतियोगिता

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।हिन्दी दिवस के अवसर पर रोटरी प्रयागराज प्लैटिनम द्वारा शिवकुटी स्थित ब्रिज बिहारी स्कूल इंटर कॉलेज में दस विभिन्न विद्यालयों के बीच भव्य वाग्मिता प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।यह वार्षिक परियोजना विद्यालय के डायरेक्टर डॉ.ऋषि सहाय के सहयोग से लगातार कई वर्षों से सफलतापूर्वक आयोजित की जा रही है।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ.अविनाश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हिंदी हमारी पहचान है और इस भाषा पर आधारित आयोजन वर्ष में कई बार होने चाहिए।

निर्णायक मंडल में डॉ. कृपा किंजल रोटेरियन पियूष रंजन अग्रवाल अध्यक्ष अग्रसेन अग्रवाल समाज प्रयागराज और डी जी आर एच रोटेरियन अजय शर्मा शामिल रहे।सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र उढ़ाकर सम्मानित किया गया।रोटरी प्लैटिनम के अध्यक्ष डॉ.प्रतीक पाण्डेय ने छात्रो शिक्षको और उपस्थित जनों का स्वागत करते हुए कहा“हर बच्चा जो किसी प्रतियोगिता में भाग लेता है वह वास्तव में विजेता होता है।प्रतियोगिता का परिणाम केवल उस दिन के प्रदर्शन पर निर्भर करता है।”प्रतियोगिता का विषय था “कृत्रिम बुद्धिमत्ता:लाभदायक या हानिकारक”जिस पर छात्रों ने प्रभावशाली ढंग से पक्ष और विपक्ष में अपने विचार प्रस्तुत किए।

इस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार श्रद्धा सिंह द्वितीय पुरस्कार अंकित सरोज तृतीय पुरस्कार दिव्या वर्मा और 15 सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए गए। सभी विजेताओं एवं सभी प्रतिभागियों को ट्रॉफी मेडल और प्रमाणपत्र देकर प्रोत्साहित किया गया।कार्यक्रम का संचालन चार्टर प्रेसिडेंट रोटेरियन रितेश सिंह एवं बी बी एस स्कूल की शिक्षका रश्मि शुक्ला ने किया जिन्होंने अपने प्रेरणादायक शब्दों से बच्चों का उत्साहवर्धन किया।

विद्यालय की प्रिंसिपल रजनी शर्मा कोऑर्डिनेटर रंजीत सिंह एवं डायरेक्टर डॉ.ऋषि सहाय को हर वर्ष इस प्रेरणादायक आयोजन के लिए विशेष सम्मान दिया गया।सभी उपस्थित अतिथियों के लिए जलपान की भी व्यवस्था की गई।कार्यक्रम के समापन पर क्लब सचिव रोटेरियन संजय तलवार ने सेक्रेटरी रिपोर्ट प्रस्तुत की और डॉ.ऋषि सहाय ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।इस आयोजन को सफल बनाने में रोटरी के कोषाध्यक्ष संजय सिंह मीडिया प्रभारी मनीष गर्ग सदस्य जय कुमार मनोज जायसवाल उपहार जायसवाल पूर्व अध्यक्ष शशांक जैन एवं अरिंदम घोष का विशेष योगदान रहा।

मीडिया प्रभारी मनीष गर्ग ने कहा कि“हिंदी दिवस जैसे अवसर पर बच्चों की प्रतिभा को मंच प्रदान करना रोटरी प्रयागराज प्लैटिनम के लिए गर्व की बात है। इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ बच्चों में आत्मविश्वास और अभिव्यक्ति की क्षमता को और मजबूत बनाती है।

इत्र नगरी में इतिहास की खुशबू – कन्नौज के आनंद भवन पैलेस में शुरू हुआ यूपी का पहला लग्जरी हेरिटेज होमस्टे
अमा स्टेज एंड ट्रेल्स के अंतर्गत कन्नौज के आनंद भवन पैलेस का अनावरण, हेरिटेज आधारित पर्यटन की दिशा में अहम पहल लखनऊ/कन्नौज। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने इत्र नगरी कन्नौज के तिर्वा स्थित ऐतिहासिक आनंद भवन पैलेस को राज्य के पहले लक्ज़री हेरिटेज होमस्टे के रूप में लॉन्च कर इतिहास रच दिया है। यह अनोखी पहल इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) के अमा स्टेज एंड ट्रेल्स ब्रांड के सहयोग से साकार हुई है। खास बात यह है कि आनंद भवन पैलेस अब अमा के राष्ट्रीय पोर्टफोलियो में शामिल 150वां विरासत बंगला बन गया है। इस लॉन्च से कन्नौज को न केवल अनुभवात्मक पर्यटन की नई पहचान मिलेगी, बल्कि पर्यटक यहां विरासत, इत्र और आतिथ्य का अद्वितीय संगम अनुभव कर पाएंगे। सन 1929 में निर्मित और पांच एकड़ में फैला आनंद भवन पैलेस ज़मींदारी युग की यादें ताजा करता है। दिग्विजय नारायण सिंह के स्वामित्व वाला यह पैलेस कन्नौज रेलवे स्टेशन से मात्र चार किलोमीटर तथा लखनऊ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 136 किलोमीटर दूर स्थित है। वर्ष 2024 में कन्नौज ने 13,04,754 पर्यटकों का स्वागत किया था। ऐसे में यह नया होमस्टे क्षेत्र में पर्यटन को और गति देने की उम्मीद जगाता है।   आनंद भवन पैलेस में कन्नौज के इत्रों से प्रेरित छह हेरिटेज सुइट बनाए गए हैं- जैस्मिन, पैचौली, ऊद, नेरोली, गुलाब और बख़ूर। यह लग्जरी हेरिटेज होम स्टे मेहमानों को फार्म-टू-टेबल स्थानीय भोजन, नेपाली स्वादों के साथ डिनर और खुले आसमान के नीचे बारबेक्यू नाइट जैसे विशेष पाक अनुभव प्रदान करता है। इसके अलावा पर्यटकों के लिए स्विमिंग पूल पर विश्राम, विंटेज गेम्स रूम में बिलियर्ड्स, लाख बहोसी बर्ड सैंक्चुअरी में बर्ड वॉचिंग और कन्नौज की अत्तर परंपरा को समझने के लिए गाइडेड टूर जैसी गतिविधियां भी उपलब्ध हैं।' उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि 'प्रदेश सरकार हेरिटेज आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। कन्नौज का आनंद भवन पैलेस इसका जीता-जागता उदाहरण है कि किस तरह राज्य की धरोहर संपत्तियों को संरक्षित कर सांस्कृतिक एवं आर्थिक विकास के केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकता है।' प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा कि 'कन्नौज इत्र नगरी के रूप में विश्व विख्यात है। पिछले वर्ष यहां 13 लाख से अधिक पर्यटक आए। आनंद भवन पैलेस के हेरिटेज होम स्टे बनने से पर्यटन को नया आयाम मिलेगा। प्रदेश के हेरिटेज संपत्ति मालिकों से अपील है कि वे सरकार के साथ मिलकर विरासत को सहेजने में योगदान दें। ऐसे प्रयास न केवल रोजगार के अवसर बढ़ाते हैं, बल्कि पर्यटकों को अविस्मरणीय अनुभव भी प्रदान करते हैं।' निदेशक इको-टूरिज्म प्रखर मिश्रा ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में अनेक ज़मींदारी घर, हवेलियां और महल हैं जिन्हें व्यावसायिक होटल में नहीं बदला जा सकता, लेकिन वे हेरिटेज स्पेस के रूप में अपार संभावनाएं रखते हैं। आनंद भवन पैलेस इसका उदाहरण है, जहां इन ऐतिहासिक संपत्तियों को लग्जरी होमस्टे में बदलकर उनकी आत्मा को बनाए रखते हुए यात्रियों को इतिहास और संस्कृति का असली अनुभव दिया जा सकता है।' कन्नौज में आयोजित उद्घाटन समारोह में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने फीता काटा। इस अवसर पर जिलाधिकारी कन्नौज अशुतोष अग्निहोत्री, यूपी टूरिज़्म (इको) के निदेशक प्रखर मिश्रा, अमा होमस्टे के वाइस प्रेसिडेंट सुमित बजाज तथा आईएचसीएल के क्लस्टर जनरल मैनेजर विनोद पांडे भी मौजूद रहे। उद्घाटन समारोह में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम द्वारा फीता काटा गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी कन्नौज आशुतोष मोहन अग्निहोत्री, यूपी टूरिज्म (इको) के निदेशक प्रखर मिश्रा, अमा होमस्टे के वाइस प्रेसिडेंट सुमित बजाज और आईएचसीएल के क्लस्टर जनरल मैनेजर विनोद पांडे भी मौजूद रहे। इस शुरुआत के साथ उत्तर प्रदेश ने हेरिटेज होम स्टे नेटवर्क विकसित करने की दिशा में अनोखी पहल की है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने निजी हेरिटेज संपत्तियों के मालिकों और निवेशकों को भी आमंत्रित किया है। सरकार का उद्देश्य महल, हवेलियां और ज़मींदारी घरों को पुनर्जीवित कर उन्हें अनुभवात्मक पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करना है। इस कदम से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
देवघर-एक पौधा – एक प्रसाद” : रोटरी क्लब ऑफ़ देवघर एवं जिला प्रशासन की अनूठी पहल।
देवघर: बाबा बैधनाथ की नगरी में आस्था और पर्यावरण संरक्षण का अभूतपूर्व संगम रचते हुए, श्रावणी मेला 2025 में आयोजित “एक पौधा – एक प्रसाद” अभियान ने पूरे प्रदेश और देश का ध्यान आकर्षित किया। इस ऐतिहासिक पहल का संचालन रोटरी क्लब ऑफ़ देवघर और जिला प्रशासन देवघर द्वारा, विरॉय फाउंडेशन (मुख्य प्रायोजक) एवं भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, देवघर शाखा के सहयोग से किया गया। *अभियान का उद्देश्य* बाबा बैद्यनाथ की नगरी, देवघर, हर वर्ष श्रावणी मास में करोड़ों श्रद्धालुओं से गूंज उठती है। कांवड़ लेकर दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालु बाबा को जल अर्पण करते हैं। इस वर्ष इस श्रद्धा और परंपरा को पर्यावरणीय दायित्व से जोड़ने का अनूठा प्रयास किया गया। अभियान का उद्देश्य था : धार्मिक आस्था और प्रकृति संरक्षण के बीच सेतु का निर्माण। श्रद्धालुओं को पौधारोपण और वृक्ष संवर्धन के प्रति जागरूक करना। यह संदेश देना कि प्रकृति की रक्षा करना भी उतना ही पुण्य है जितना कि धार्मिक कर्मकांड। समाज में सामूहिक रूप से हरियाली और स्वच्छता का वातावरण बनाना। सेवा शिविर की विशेषताएँ 11 जुलाई से 10 अगस्त तक चले इस पूरे श्रावणी मास में, शिवलोक परिसर, देवघर में स्थापित विशेष सेवा शिविर श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना रहा। श्रद्धालुओं, कांवड़ियों और स्थानीय नागरिकों को लगभग 1,00,000 पौधे प्रसाद स्वरूप वितरित किए गए। पौधों को बाबा बैद्यनाथ को अर्पित जल और बेलपत्र से संचित कर प्रसाद स्वरूप प्रस्तुत किया गया। पौधों में नीम, पीपल, आम, अमरूद, जामुन, नींबू, गुलमोहर, करंज, तुलसी, आंवला आदि फलदार, छायादार एवं औषधीय प्रजातियाँ शामिल थीं। प्रतिदिन हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ शिविर में उमड़ी और वे पौधों को लेकर अपने गाँव-घर लौटे। कई श्रद्धालुओं ने इसे एक पावन अवसर मानते हुए पौधों को संकल्पपूर्वक रोपने का वचन दिया। विशिष्ट जनों के विचार इस अवसर पर माननीय उपायुक्त सह रेड क्रॉस अध्यक्ष नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा यह पहल केवल पौधे वितरित करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक चेतना का प्रतीक है। जब आस्था और पर्यावरण संरक्षण एक साथ जुड़ते हैं, तो उसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। रोटरी क्लब ऑफ़ देवघर ने इस ऐतिहासिक प्रयास से पूरे देश के सामने एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।” उन्होंने आज स्मरणालय में पीयूष जायसवाल अध्यक्ष रोटरी क्लब देवघर, विरॉय फाउंडेशन, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और युवाओं की टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। एनडीसी श्री शैलेश कुमार सिंह और डीपीआरओ श्री राहुल भारती ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए कहा कि इस प्रकार के अभियान से समाज में हरियाली, स्वच्छता और जागरूकता का वातावरण निर्मित होगा। प्रमुख सहयोगी एवं स्वयंसेवी इस अभियान में अनेक संस्थाओं और व्यक्तियों ने अपना सहयोग दिया : सामाजिक प्रभावक श्रीमती रितु सिंह, मेघना साक्षी, दीक्षा सिंह, IXM इंसेंस एक्स मीडिया और मनीष पाठक। सहयोगी संस्था: भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, देवघर शाखा, जिसका प्रशस्ति संरक्षक  नितेश बथवाल ने प्राप्त किया। युवा पर्यावरण कार्यकर्ता टीम: प्रियांशी जायसवाल (टीम लीडर), अर्चिता बर्मन, आदर्श कुमार, प्रियांशु पार्थ, प्रकाश राज, अमित कुमार, अभिनव कुमार, त्रिशू राज, सागर कुमार, शंभू प्रसाद यादव, पल्लवी कुमारी, अंजलि कुमारी, रणवीर टेकरीवाल, साक्षी वर्मा एवं सुनील खिस्कु। इन युवाओं ने निरंतर अथक परिश्रम से यह सुनिश्चित किया कि हर श्रद्धालु तक पौधा पहुँचे। भीषण भीड़ और कठिन परिस्थितियों के बावजूद उन्होंने पौधों के महत्व और उनकी देखभाल के संदेश को जन-जन तक पहुँचाया। अभियान का व्यापक संदेश “एक पौधा – एक प्रसाद” ने यह स्पष्ट कर दिया कि – जब धार्मिक आस्था और पर्यावरण संरक्षण साथ चलते हैं, तभी समाज में स्थायी परिवर्तन संभव है। यह अभियान केवल देवघर ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। श्रद्धालुओं को दिया गया हर पौधा केवल प्रसाद नहीं, बल्कि हरियाली और जीवन का दूत है। इस अभियान ने यह साबित किया है कि देवघर केवल धार्मिक नगरी ही नहीं, बल्कि सामाजिक व पर्यावरणीय चेतना की भूमि भी है।
गरीबों के मसीहा बनकर घर-घर पहुँचे जदयू नेता निरंजन केशव प्रिंस

जहानाबाद जनसंपर्क अभियान में लोगों को बता रहे बिहार सरकार की योजनाओं की जानकारी।

जहानाबाद जनता दल (यूनाइटेड) के युवा नेता निरंजन केशव प्रिंस इन दिनों जहानाबाद जिले के गाँव-गाँव और वार्ड-वार्ड में घर-घर पहुँचकर आम लोगों से संवाद कर रहे हैं। उनका यह जनसंपर्क अभियान गरीबों, मजदूरों, महिलाओं और बुजुर्गों को सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ उनकी समस्याओं को समझने का एक प्रयास है। प्रिंस को लोग अब “गरीबों का मसीहा” कहकर पुकारने लगे हैं क्योंकि वे न केवल सरकार की उपलब्धियाँ गिनाते हैं, बल्कि लोगों की तकलीफ़ें सुनकर समाधान का भरोसा भी दिलाते हैं।

अपने अभियान के दौरान प्रिंस विशेष रूप से सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, महिला रोजगार योजना और 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना का उल्लेख करते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार समाज के हर वर्ग के लिए योजनाएँ चला रही है और इनसे लाखों परिवारों को राहत मिल रही है।

उन्होंने बताया कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अंतर्गत वृद्ध, विधवा, दिव्यांग और असहाय लोगों को आर्थिक सहयोग मिल रहा है। यह योजना गरीबों के लिए संबल बन गई है और उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर दे रही है। महिला रोजगार योजना को लेकर प्रिंस ने कहा कि इससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिली है। महिलाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मिले हैं, जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।

प्रिंस ने यह भी बताया कि 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना ने गरीब और मध्यम वर्गीय उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है। इस योजना के तहत लाखों उपभोक्ताओं को आर्थिक बचत हुई है और घरेलू खर्च का बोझ कम हुआ है।

जनसंपर्क अभियान के दौरान जदयू नेता प्रिंस लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ लें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संकल्प है कि समाज का हर वर्ग विकास की मुख्यधारा से जुड़े और किसी को पीछे न छोड़ा जाए।

इस अभियान में जदयू प्रखंड अध्यक्ष रणधीर, नेता मनीष शर्मा, प्रशांत, रिंकी कुमारी सहित कई कार्यकर्ता सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने भी बिहार सरकार की इन योजनाओं का स्वागत किया और प्रिंस को भरोसा दिलाया कि वे सरकार के विकास कार्यों में सहयोग करेंगे।

अंत में प्रिंस ने कहा – “बिहार सरकार का लक्ष्य समाज के हर तबके को समान अवसर और सम्मान देना है। चाहे वृद्धजन हों, महिलाएँ हों या आम परिवार, हर किसी की चिंता नीतीश सरकार करती है। अगर हम सब मिलकर प्रयास करें तो बिहार को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाया जा सकता है। यही कारण है कि 2025 में फिर से नीतीश सरकार बनाना बेहद ज़रूरी है।”

रूफ टॉप गार्डेनिंग से संवरेगी शहरी बागवानी: प्रदेश सरकार शुरू करेगी पायलट प्रोजेक्ट


लखनऊ। प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने शहरी क्षेत्रों में हरियाली बढ़ाने और जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रूफ टॉप गार्डेनिंग योजना लागू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने शुक्रवार को उद्यान निदेशालय, लखनऊ में समीक्षा बैठक के दौरान इस योजना की रूपरेखा तैयार करने को कहा।

मंत्री ने बताया कि छतों पर सब्जियों, फलों, औषधीय पौधों और मसालों की खेती एक आधुनिक एवं पर्यावरण हितैषी उपाय है, जो शहरी जीवनशैली में हरियाली और स्वास्थ्य लाभ दोनों प्रदान करता है। यह न केवल सीमित स्थान में खेती को संभव बनाता है, बल्कि नागरिकों को ताज़ा, जैविक और रसायन मुक्त उत्पाद उपलब्ध कराता है।

इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लखनऊ, वाराणसी और गोरखपुर जैसे प्रमुख शहरों में लागू किया जाएगा। योजना का विस्तृत तकनीकी प्रस्ताव आईआईवीआर (भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान), वाराणसी के सहयोग से तैयार कर भारत सरकार से अनुमोदन प्राप्त किया जाएगा।

बैठक में मौजूद अपर मुख्य सचिव, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण बी.एल. मीणा ने बताया कि योजना की सफलता के लिए जनसामान्य के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत निःशुल्क किट वितरण और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग इस योजना से जुड़ सकें।

बैठक में निदेशक उद्यान डॉ. बी.पी. राम, वित्त नियंत्रक अनिल कुमार सिंह, संयुक्त निदेशक सर्वेश कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने योजना को प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक तैयारियों और संभावित चुनौतियों पर चर्चा की।

रूफ टॉप गार्डेनिंग योजना से न केवल शहरी क्षेत्रों में बागवानी को नया आयाम मिलेगा, बल्कि यह हरित पर्यावरण, स्वच्छ हवा और आत्मनिर्भर जीवनशैली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद डीजीपी मुद्दे पर बाबूलाल मरांडी का बोलना बेकार: झामुमो

रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव विनोद पांडेय ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी को डीजीपी की नियुक्ति पर सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है।

अदालत ने मरांडी की याचिका को महत्वहीन बताया

विनोद पांडेय ने याद दिलाया कि सुप्रीम कोर्ट ने मरांडी की अवमानना याचिका को खारिज करते हुए कहा था कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के लिए अदालतों का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के मुताबिक, इस टिप्पणी के बाद मरांडी ने खुद ही अपनी याचिका वापस ले ली थी।

संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करें मरांडी

झामुमो नेता ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को दो अधिकारियों के बीच की प्रतिद्वंद्विता बताया है, तो मरांडी प्रेस के जरिए सरकार और पुलिस पर आरोप लगाकर क्या साबित करना चाहते हैं?

उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार हमेशा संवैधानिक संस्थाओं और न्यायिक प्रक्रियाओं का सम्मान करती है। डीजीपी नियुक्ति का मामला अभी भी अदालत में है और सरकार उसी के अनुसार आगे बढ़ रही है।

विनोद पांडेय ने मरांडी को चेतावनी दी कि विपक्ष को आलोचना करते समय अपनी भाषा की मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष का मतलब अनियंत्रित बयानबाजी नहीं होता। जनता सब कुछ देख रही है, और अगर मरांडी को वास्तव में पुलिस व्यवस्था की चिंता है, तो उन्हें अदालत के फैसलों और संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करना चाहिए।

एमएलसी पप्पू सिंह की मां शकुंतला सिंह का निधन, बलिया क्षेत्र में शोक की लहर
बलिया। विधान परिषद सदस्य रविशंकर सिंह पप्पू की मां शकुंतला सिंह का 82 वर्ष की आयु में गुरुवार देर रात शहर के कासिम बाजार स्थित आवास पर निधन हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार सुबह से ही नेताओं, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों के सदस्यों और व्यापारियों का शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए उनके आवास पर तांता लगा रहा।

शकुंतला सिंह, स्वर्गीय गिरिजाशंकर सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के भतीजे) की पत्नी थीं। वे आजीवन सामाजिक कार्यों से जुड़ी रहीं और सभी के बीच अपने सादगीपूर्ण व्यवहार के लिए जानी जाती थीं।

उनका अंतिम संस्कार गंगा नदी के पचरुखिया घाट पर किया गया, जहाँ मुखाग्नि उनके छोटे पुत्र आलोक सिंह ने दी।

इसी बीच संवरा स्थित देवस्थली विद्यापीठ में भी शुक्रवार को एक शोकसभा आयोजित की गई। विद्यालय के ‘शेखर सभागार’ में दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। इसके बाद विद्यालय को अवकाश घोषित कर दिया गया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य पीसी श्रीवास्तव, शिक्षकगण और छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे। आज शनिवार को भी उनके निवास स्थान पर कई बड़े नेताओं के शोक संवेदना का दौर चलता रहा। वही रविशंकर सिंह पप्पू के पुत्र उत्कर्ष सिंह बिट्टू ने कहा दादी का चले जाना परिवार के लिए बहुत कष्ट दाई है।
डीएम ने अंत्येष्टि स्थल का किया निरीक्षण

फर्रुखाबाद ।जनपद की ग्राम पंचायत सोता बहादुरपुर में स्थित परंपरागत अंत्येष्टि स्थल का जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी द्वारा भ्रमण किया गया। क्षेत्रीय ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी को अवगत कराया गया था कि जनपद में एकमात्र स्थल ग्राम पंचायत सोता बहादुरपुर के पांचाल घाट के पूर्व और स्थित अंत्येष्टि स्थल पर सर्वाधिक अंत्येष्टि की क्रियाएं होती हैं। इसमें जनपद ही नहीं पास के कई जनपदों से भी व्यक्ति शव को लेकर अंत्येष्टि के लिए यहां उपस्थित होते हैं। 

जनपद में ग्रामीण क्षेत्रों में अंत्येष्टि स्थल के विकास हेतु लक्ष्य प्राप्त हुए हैं। जिसके सापेक्ष ग्राम पंचायत सोता बहादुरपुर में स्थित परंपरागत अंत्येष्टि स्थल को विकसित किए जाने के संबंध में जिलाधिकारी द्वारा स्वयं स्थल का निरीक्षण किया गया। मौके पर पाया गया कि कुछ समाजसेवियों के द्वारा वहां पर अंत्येष्टि क्रिया से संबंधित स्थलों/ भवनों का निर्माण कराया गया है, जिसमें शवदाह स्थल, सामुदायिक शौचालय एवं कुछ सराय स्थल बने हुए हैं।

 जिलाधिकारी के भ्रमण के समय मुख्य विकास अधिकारी, उप जिलाधिकारी सदर, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग( प्रांतीय खंड), सहायक अभियंता सिंचाई ,सहायक अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग,जिला पंचायत राज अधिकारी, ग्राम प्रधान एवं सचिव भी स्थल पर उपस्थित थे। जिलाधिकारी द्वारा स्थल का परीक्षण कर अंत्येष्टि स्थल के विकास हेतु आवश्यक मदों का मापन कर प्राक्कलन तैयार करने हेतु अभियंताओं को निर्देशित किया गया।

सेवा पखवाड़ा' को सफल बनाने के लिए भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा ने बनाई रणनीति

रांची: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक श्री किशन कुमार दास के नेतृत्व में आज रांची स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक चलने वाले 'सेवा पखवाड़ा' को सफल बनाने पर गहन चर्चा हुई।

सेवा ही संगठन: 'सेवा पखवाड़ा' का संकल्प

श्री दास ने अपने संबोधन में कहा कि यह 'सेवा पखवाड़ा' सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि समाज के सबसे कमजोर वर्ग तक पार्टी की सेवा भावना को पहुँचाने का संकल्प है। उन्होंने कहा कि भाजपा का मूल मंत्र 'सेवा ही संगठन' हमें हमेशा समाज और जनसेवा के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करता है।

सेवा पखवाड़ा में होने वाले प्रमुख कार्यक्रम

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 'सेवा पखवाड़ा' के दौरान भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा विशेष रूप से अनुसूचित जाति के रिहायशी इलाकों में निम्नलिखित गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करेगा:

जागरूकता अभियान

पर्यावरण संरक्षण

स्वच्छता अभियान

स्वास्थ्य शिविर

रक्तदान

पौधारोपण

इन कार्यक्रमों के माध्यम से संगठन का उद्देश्य समाजोपयोगी गतिविधियों को जन-जन तक पहुँचाना है।

बैठक में पूर्व विधायक श्री रामचंद्र नायक, प्रदेश महामंत्री रंजन पासवान, प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश राम समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया और जनसेवा के निरंतर प्रयासों पर जोर दिया।

जीवन के लिए पर्यावरण का संरक्षण जरूरी भारत विकास परिषद के तत्वाधान में किया गया पौधारोपण
कोडरमा विकास परिषद झुमरी तिलैया कोडरमा के तत्वाधान में शनिवार को कोडरमा जिले के वातावरण को शुद्ध व क्लीन बनाने को लेकर ग्रीन कोडरमा क्लीन कोडरमा कार्यक्रम के तहत कोडरमा के लोकाय स्थित पेट्रोल पंप के नजदीक 40 फलदार आम के पौधे लगाए गए। इस अवसर पर मुख्य रूप से उपस्थित भारत विकास परिषद के प्रांतीय पर्यावरण संयोजक हरेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि शहर को ग्रीन एवं क्लीन बनाने के साथ-साथ शहर देखने में सुंदर लगे। इसी उद्देश्य से यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। वही कार्यक्रम के संयोजक अजय अग्रवाल ने कहा कि आज - शहर को सुंदर, स्वच्छ व आकर्षक बनाने के लिए करीब 40 आम के फलदार पौधे लगाए गए हैं। लेकिन हम लोगों का उद्देश्य पूरे जिले में अधिक से अधिक पौधे लगाने का है। वहीं भारत विकास परिषद के मनोज कुमार झुन्नु ने कहा कि इस वर्ष पर्यावरण को शुद्ध रखने और लोगों को पूरा ऑक्सीजन मिले इस उद्देश्य से बहुउद्देशीय एवं छायादार पौधों को लगाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत विकास परिषद का यह कार्य काफी महत्वपूर्ण एवं सराहनीय है। इसके लिए उन्होंने भारत विकास परिषद के अध्यक्ष अरुण कुमार ओझा एवं उनकी पूरी टीम टीम की सराहना की। वहीं भारत विकास परिषद के संतोष कुमार सिन्हा ने कहा कि भारत विकास परिषद न केवल पर्यावरण बल्कि देश और समाज के प्रति भी अहम भूमिका निभा रहा है। भारत विकास परिषद के अध्यक्ष अरुण कुमार ओझा ने कहा कि जीवन के लिए पर्यावरण का संरक्षण जरूरी है। जीवन की आवश्यक सभी चीजे जैसे शुद्ध हवा, साफ पानी, भोजन और रहने की जगह पर्यावरण से ही प्राप्त होता है। लेकिन आज हमारा पर्यावरण खतरे में है। इसलिए हम सबों को विशेष प्रयास कर पर्यावरण को सुरक्षित रखने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी के प्रयास से ही पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सकता है। मौके पर नगर परिषद के सिटी मैनेजर लेमांशु कुमार, संपर्क संयोजक धर्मेंद्र कुमार, डॉ मनोज कुमार, दिलीप कुमार सिंह, प्रकाश कुमार, सहीत दर्जनों लोग उपस्थित थे।
रोटरी प्लैटिनम ने हिंदी दिवस पर आयोजित की भव्य वाग्मिता प्रतियोगिता

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।हिन्दी दिवस के अवसर पर रोटरी प्रयागराज प्लैटिनम द्वारा शिवकुटी स्थित ब्रिज बिहारी स्कूल इंटर कॉलेज में दस विभिन्न विद्यालयों के बीच भव्य वाग्मिता प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।यह वार्षिक परियोजना विद्यालय के डायरेक्टर डॉ.ऋषि सहाय के सहयोग से लगातार कई वर्षों से सफलतापूर्वक आयोजित की जा रही है।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ.अविनाश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हिंदी हमारी पहचान है और इस भाषा पर आधारित आयोजन वर्ष में कई बार होने चाहिए।

निर्णायक मंडल में डॉ. कृपा किंजल रोटेरियन पियूष रंजन अग्रवाल अध्यक्ष अग्रसेन अग्रवाल समाज प्रयागराज और डी जी आर एच रोटेरियन अजय शर्मा शामिल रहे।सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र उढ़ाकर सम्मानित किया गया।रोटरी प्लैटिनम के अध्यक्ष डॉ.प्रतीक पाण्डेय ने छात्रो शिक्षको और उपस्थित जनों का स्वागत करते हुए कहा“हर बच्चा जो किसी प्रतियोगिता में भाग लेता है वह वास्तव में विजेता होता है।प्रतियोगिता का परिणाम केवल उस दिन के प्रदर्शन पर निर्भर करता है।”प्रतियोगिता का विषय था “कृत्रिम बुद्धिमत्ता:लाभदायक या हानिकारक”जिस पर छात्रों ने प्रभावशाली ढंग से पक्ष और विपक्ष में अपने विचार प्रस्तुत किए।

इस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार श्रद्धा सिंह द्वितीय पुरस्कार अंकित सरोज तृतीय पुरस्कार दिव्या वर्मा और 15 सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए गए। सभी विजेताओं एवं सभी प्रतिभागियों को ट्रॉफी मेडल और प्रमाणपत्र देकर प्रोत्साहित किया गया।कार्यक्रम का संचालन चार्टर प्रेसिडेंट रोटेरियन रितेश सिंह एवं बी बी एस स्कूल की शिक्षका रश्मि शुक्ला ने किया जिन्होंने अपने प्रेरणादायक शब्दों से बच्चों का उत्साहवर्धन किया।

विद्यालय की प्रिंसिपल रजनी शर्मा कोऑर्डिनेटर रंजीत सिंह एवं डायरेक्टर डॉ.ऋषि सहाय को हर वर्ष इस प्रेरणादायक आयोजन के लिए विशेष सम्मान दिया गया।सभी उपस्थित अतिथियों के लिए जलपान की भी व्यवस्था की गई।कार्यक्रम के समापन पर क्लब सचिव रोटेरियन संजय तलवार ने सेक्रेटरी रिपोर्ट प्रस्तुत की और डॉ.ऋषि सहाय ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।इस आयोजन को सफल बनाने में रोटरी के कोषाध्यक्ष संजय सिंह मीडिया प्रभारी मनीष गर्ग सदस्य जय कुमार मनोज जायसवाल उपहार जायसवाल पूर्व अध्यक्ष शशांक जैन एवं अरिंदम घोष का विशेष योगदान रहा।

मीडिया प्रभारी मनीष गर्ग ने कहा कि“हिंदी दिवस जैसे अवसर पर बच्चों की प्रतिभा को मंच प्रदान करना रोटरी प्रयागराज प्लैटिनम के लिए गर्व की बात है। इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ बच्चों में आत्मविश्वास और अभिव्यक्ति की क्षमता को और मजबूत बनाती है।

इत्र नगरी में इतिहास की खुशबू – कन्नौज के आनंद भवन पैलेस में शुरू हुआ यूपी का पहला लग्जरी हेरिटेज होमस्टे
अमा स्टेज एंड ट्रेल्स के अंतर्गत कन्नौज के आनंद भवन पैलेस का अनावरण, हेरिटेज आधारित पर्यटन की दिशा में अहम पहल लखनऊ/कन्नौज। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने इत्र नगरी कन्नौज के तिर्वा स्थित ऐतिहासिक आनंद भवन पैलेस को राज्य के पहले लक्ज़री हेरिटेज होमस्टे के रूप में लॉन्च कर इतिहास रच दिया है। यह अनोखी पहल इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) के अमा स्टेज एंड ट्रेल्स ब्रांड के सहयोग से साकार हुई है। खास बात यह है कि आनंद भवन पैलेस अब अमा के राष्ट्रीय पोर्टफोलियो में शामिल 150वां विरासत बंगला बन गया है। इस लॉन्च से कन्नौज को न केवल अनुभवात्मक पर्यटन की नई पहचान मिलेगी, बल्कि पर्यटक यहां विरासत, इत्र और आतिथ्य का अद्वितीय संगम अनुभव कर पाएंगे। सन 1929 में निर्मित और पांच एकड़ में फैला आनंद भवन पैलेस ज़मींदारी युग की यादें ताजा करता है। दिग्विजय नारायण सिंह के स्वामित्व वाला यह पैलेस कन्नौज रेलवे स्टेशन से मात्र चार किलोमीटर तथा लखनऊ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 136 किलोमीटर दूर स्थित है। वर्ष 2024 में कन्नौज ने 13,04,754 पर्यटकों का स्वागत किया था। ऐसे में यह नया होमस्टे क्षेत्र में पर्यटन को और गति देने की उम्मीद जगाता है।   आनंद भवन पैलेस में कन्नौज के इत्रों से प्रेरित छह हेरिटेज सुइट बनाए गए हैं- जैस्मिन, पैचौली, ऊद, नेरोली, गुलाब और बख़ूर। यह लग्जरी हेरिटेज होम स्टे मेहमानों को फार्म-टू-टेबल स्थानीय भोजन, नेपाली स्वादों के साथ डिनर और खुले आसमान के नीचे बारबेक्यू नाइट जैसे विशेष पाक अनुभव प्रदान करता है। इसके अलावा पर्यटकों के लिए स्विमिंग पूल पर विश्राम, विंटेज गेम्स रूम में बिलियर्ड्स, लाख बहोसी बर्ड सैंक्चुअरी में बर्ड वॉचिंग और कन्नौज की अत्तर परंपरा को समझने के लिए गाइडेड टूर जैसी गतिविधियां भी उपलब्ध हैं।' उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि 'प्रदेश सरकार हेरिटेज आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। कन्नौज का आनंद भवन पैलेस इसका जीता-जागता उदाहरण है कि किस तरह राज्य की धरोहर संपत्तियों को संरक्षित कर सांस्कृतिक एवं आर्थिक विकास के केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकता है।' प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा कि 'कन्नौज इत्र नगरी के रूप में विश्व विख्यात है। पिछले वर्ष यहां 13 लाख से अधिक पर्यटक आए। आनंद भवन पैलेस के हेरिटेज होम स्टे बनने से पर्यटन को नया आयाम मिलेगा। प्रदेश के हेरिटेज संपत्ति मालिकों से अपील है कि वे सरकार के साथ मिलकर विरासत को सहेजने में योगदान दें। ऐसे प्रयास न केवल रोजगार के अवसर बढ़ाते हैं, बल्कि पर्यटकों को अविस्मरणीय अनुभव भी प्रदान करते हैं।' निदेशक इको-टूरिज्म प्रखर मिश्रा ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में अनेक ज़मींदारी घर, हवेलियां और महल हैं जिन्हें व्यावसायिक होटल में नहीं बदला जा सकता, लेकिन वे हेरिटेज स्पेस के रूप में अपार संभावनाएं रखते हैं। आनंद भवन पैलेस इसका उदाहरण है, जहां इन ऐतिहासिक संपत्तियों को लग्जरी होमस्टे में बदलकर उनकी आत्मा को बनाए रखते हुए यात्रियों को इतिहास और संस्कृति का असली अनुभव दिया जा सकता है।' कन्नौज में आयोजित उद्घाटन समारोह में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने फीता काटा। इस अवसर पर जिलाधिकारी कन्नौज अशुतोष अग्निहोत्री, यूपी टूरिज़्म (इको) के निदेशक प्रखर मिश्रा, अमा होमस्टे के वाइस प्रेसिडेंट सुमित बजाज तथा आईएचसीएल के क्लस्टर जनरल मैनेजर विनोद पांडे भी मौजूद रहे। उद्घाटन समारोह में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम द्वारा फीता काटा गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी कन्नौज आशुतोष मोहन अग्निहोत्री, यूपी टूरिज्म (इको) के निदेशक प्रखर मिश्रा, अमा होमस्टे के वाइस प्रेसिडेंट सुमित बजाज और आईएचसीएल के क्लस्टर जनरल मैनेजर विनोद पांडे भी मौजूद रहे। इस शुरुआत के साथ उत्तर प्रदेश ने हेरिटेज होम स्टे नेटवर्क विकसित करने की दिशा में अनोखी पहल की है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने निजी हेरिटेज संपत्तियों के मालिकों और निवेशकों को भी आमंत्रित किया है। सरकार का उद्देश्य महल, हवेलियां और ज़मींदारी घरों को पुनर्जीवित कर उन्हें अनुभवात्मक पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करना है। इस कदम से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।