सुदूरवर्ती क्षेत्र बुंडू के दो पारा शिक्षक बने सहायक शिक्षक

केरेडारी: केरेडारी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बुंडू दो पारा शिक्षकों को सहायक अध्यापक के पद पर हेमंत सोरेन सरकार के पहले वर्षगांठ पर नियुक्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया! सम्मानित होने वालों में संतोष कुमार साव जो वर्तमान में मध्य विद्यालय बचरा में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त थे उनको प्राथमिक विद्यालय में सहायक आचार्य के पद पर नियुक्ति मिला है वहीं बीरेंद्र साहू पिता बसंत साहू जो कि वर्षों से पारा शिक्षक के रूप में ग्राम लोहरसा और बुंडू में सेवारत थे उनको भी हेमंत सोरेन सरकार के पहले वर्षगांठ पर सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्ति मिला है! क्षेत्र के दो मेहनत कश शिक्षकों को सरकारी सेवा पाने पर क्षेत्र के पूर्व विधायक प्रतिनिधि राजेंद्र गुप्ता सांसद प्रतिनिधि लक्ष्मण मंडल बुंडू मुखिया तुलसी तुरी पंचायत समिति सदस्य रंजीत तूरी संतोष यादव सुभाष साव बसंत गुप्ता बीरेंद्र महतो पवन गुप्ता विवेक भास्कर बिकास कुमार गुड्डू गंझू समेत ने बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना किए हैं! वहीं इन दोनों के नियुक्ति पर समाजसेवी बसंत गुप्ता ने कहा कि ये दोनों शिक्षक सरकारी शिक्षक पद के योग्य थे! हेमंत सोरेन सरकार ने इन दोनों को नियुक्ति पत्र देकर एक दम परफेक्ट चयन किए हैं इस कार्य के लिए हेमंत सोरेन सरकार भी बधाई के पात्र हैं!

महिला कल्याण विभाग एवं अपराजिता सामाजिक समिति द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

गोंडा। 28 नवम्बर,2025 मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत महिला कल्याण विभाग एवं अपराजिता सामाजिक समिति द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत श्री लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में महिला कल्याण विभाग के डीसीपीयू से प्रोटेक्शन ऑफिसर चंद्र मोहन वर्मा, हब फॉर इंपॉवरमेंट ऑफ वूमेन से डिस्ट्रिक्ट मिशन कोऑर्डिनेटर शिवेन्द्र श्रीवास्तव, वन स्टॉप सेंटर की प्रबंधक चेतना सिंह, जेंडर स्पेशलिस्ट ज्योत्सना सिंह, जेंडर स्पेशलिस्ट राजकुमार आर्य, चाइल्ड हेल्पलाइन काउंसलर नीतू तिवारी, पुलिस विभाग से उप निरीक्षक व टीम, अपराजिता कार्यक्रम प्रमुख अभय पाण्डेय,परियोजना समन्वयक आत्रेय त्रिपाठी, सिद्धार्थ दुबे, गीता जायसवाल, जितेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।

कटरा बाज़ार क्षेत्र में वन माफियाओं का आतंक चरम पर, प्रतिबंधित पेड़ों की खुलेआम कटान

गोंडा।कटरा बाजार, गोंडा। कटरा बाज़ार थाना क्षेत्र में वन माफियाओं का आतंक चरम पर है और प्रतिबंधित पेड़ों की धड़ल्ले से खुलेआम कटान हो रही है। वहीं जिम्मेदार वन विभाग व पुलिस प्रशासन जानबूझकर अंजान बना हुआ है और इस अवैध कारोबार को खुलेआम संरक्षण दिया जा रहा है। ताज़ा मामला थाना क्षेत्र के पांचूपुर में वन माफियाओं द्वारा बेख़ौफ़ होकर प्रतिबंधित प्रजातियों के पेड़ों की ताबड़तोड़ कटान किये जाने का सामने आया है। जिसका वीडियो, फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

स्थिति यह है कि क्षेत्र में शाम ढलते ही ट्रैक्टर-ट्रॉली और पिकअप से लकड़ी की ढुलाई धड़ल्ले से जारी रहती है, लेकिन स्थानीय पुलिस व वन विभाग मूकदर्शक बने बैठे हैं। क्षेत्रीय लोगों की मानें तो इतनी बड़ी अवैध गतिविधि बिना मिलीभगत के संभव ही नहीं। लोगों का आरोप है कि जिम्मेदार विभागों के कुछ कर्मियों की सरपरस्ती में वन संपदा को हर रोज बेरहमी से काटा जा रहा है।

शिकायतें होने के बावजूद न तो किसी की गिरफ्तारी हुई, न ही कोई कार्रवाई,जिससे माफियाओं के हौसले और भी बढ़ते जा रहे हैं। जंगलों में लगातार कम होती हरियाली और अवैध कटान से पर्यावरण संतुलन पर भी गंभीर खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय लोग पूछ रहे हैं कि— क्या विभागों की चुप्पी इस अवैध कारोबार को संरक्षण दे रही है और कब रुकेगी गोंडा की हरियाली पर यह खुली डकैती? क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि सही मायने में कार्रवाई हो तो कुछ ही दिनों में पूरा रैकेट उजागर हो सकता है, लेकिन फिलहाल सवालों का अंबार और कार्रवाई का अभाव ही दिख रहा है। आखिर जिम्मेदार कब जागेंगे और वन माफियाओं पर लगाम कब लगेगी।

बाढ़ के समय तटबंध ही ग्रामीणों का सहारा बन सकता, इसलिए इस का निर्माण होना चाहिए

फर्रुखाबाद।तटबंध बनाओ जन संघर्ष समिति की बैठक ग्राम बिलावलपुर में संपन्न हुई l इस बैठक में बहुत बड़ी संख्या में क्षेत्र वासियों ने पहुंचकर तटबंध बनाए जाने के लिए संकल्प को दोहराया सभी क्षेत्रवासियों का कहना था की गंगा जी की भीषण बाढ़ से बचाव का एकमात्र रास्ता तटबंध ही है सभी ने सरकार से एक स्वर में मांग की हमें कोई भी सरकारी सुविधा मत दो पर हमारा तटबंध बनवा दो तटबंध बनाओ जन संघर्ष समिति के प्रमुख फर्रुखाबाद विकास मंच के जिला अध्यक्ष भईयन मिश्रा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा की इस वर्ष गंगा जी ने बहुत सारे गांव नक्शे से मिटा दिए हैं।

आने वाले समय में कटरी क्षेत्र में जो गांव रह गए हैं उनके ऊपर भी खतरा मंडरा रहा है यदि अगली वर्ष भी इसी प्रकार की बाढ़ आई तो एक भी गांव नहीं बचेगा इसलिए बहुत आवश्यक है कि तटबंध बने लोगों का जीवन बचाना उनके खेत मकान बचाना सरकार के लिए महत्वपूर्ण है और आवश्यक है कि तटबंध बने इस संबंध में जिलाधिकारी से बात की गई है यदि 1 महीने के अंदर इस पर कार्यवाही या कार्य प्रारंभ ना हुआ तो आंदोलन प्रारंभ कर दिया जाएगा l

राष्ट्रीय बजरंग दल के विभाग अध्यक्ष कोमल पांडे ने कहा की सरकार प्रतिवर्ष राहत सामग्री बढ़ती है इससे क्षेत्र वासियों का कोई भला नहीं होने वाला है क्योंकि जिस व्यक्ति का खेत मकान सब कुछ चला जाता है वह विस्थापित होकर कहीं दूसरी जगह रहने को मजबूर होता है कोई भी अपना घर छोड़ना नहीं चाहता है पर भीषण बाढ़ की वजह से बहुत बड़ी संख्या में लोगों को विस्थापित होना पड़ रहा है डॉ पंकज राठौर ने कहा बाढ़ से बचने के लिए सिर्फ और सिर्फ तटबंध चाहिए हमें सरकार की कोई सुविधा नहीं चाहिए।

सरकार हमें तटबंध बना दे हम लोगों के जीवन की रक्षा करें और किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष मनोज यादव ने कहा की पूर्व में भी हम लोगों ने इस आवाज को उठाया था पर लोगों का सहयोग न मिलने से हम लोग शांत होकर बैठ गए पर अब की मुझे पूरा विश्वास है कि तटबंध बन कर रहेगा और इस आंदोलन में हमारा पूरा संगठन हर प्रकार से साथ है रत्नेश पांडे ने कहा चाहे गंगा का इस पार हो चाहे गंगा का उस पार हो दुख और दर्द एक जैसा है हम सब लोगों को मिलकर लड़ना है और तटबंध बनवाना है विनोद राजपूत ने कहा यदि तटबंध ना बना तो जो गांव रह गए हैं वहां भी खत्म हो जाएंगे इसलिए इसको तत्काल बनवाया जाए।

l सुभाष कोटेदार ने कहा की पूरा क्षेत्र जरूरत पड़ने पर आवरण अनशन पर बैठेगा और नहीं तो जल समाधि लेगा आज की बैठक में प्रमुख रूप से महेंद्र यादव, राम अवतार पाल सौरभ यादव ,रामाश्रय पाल, मनोज यादव ,राजीव वर्मा, प्रशांत पाठक, मोहित खन्ना,दयाराम शाक्य,राजीव पाल,बादशाह सिंह,, आदिल खान, बिलाल खान, अतीक खान, अलवर सिंह, रामबरन शाक्य , महेंद्र सिंह कुशवाहा, सुरेश पाल, प्रशांत यादव, अवधेश राजपूत, हिरेलाल वर्मा, गौरव सिंह, वीरेलाल राजपूत, अशोक शाक्य के सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज में ‘बाल विवाह मुक्त भारत अभियान’ के तहत जिला स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम सम्पन्न

गोंडा।28 नवम्बर। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा प्रारंभ किए गए “बाल विवाह मुक्त भारत अभियान” के अंतर्गत आज श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज के ललिता शास्त्री सभागार में एक प्रभावशाली जिला स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन समाजशास्त्र विभाग एवं अपराजिता सामाजिक समिति द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. रवीन्द्र कुमार ने दीप प्रज्वलन कर किया। अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में उन्होंने कहा कि— “बाल विवाह समाज के विकास में सबसे बड़ी बाधा है और इसे समाप्त करने हेतु सामूहिक जागरूकता, शिक्षा और सामाजिक सहयोग अत्यंत आवश्यक है।”

कार्यक्रम में महाविद्यालय के अनेक सम्मानित प्राध्यापकों की उपस्थिति ने आयोजन को और अधिक गरिमामयी बनाया। इनमें प्रो. अमन चंद्रा, प्रो. जितेन्द्र सिंह, प्रो. जय शंकर तिवारी, डॉ. पल्लवी, डॉ. रचना श्रीवास्तव डॉ. मनीषा पाल, डॉ हरीश कुमार शुक्ला, डॉ. योगेंद्र नाथ श्रीवास्तव शामिल रहे।

इन सभी शिक्षकों ने बाल विवाह की समस्या, उसके दुष्परिणाम, तथा समाज में जागरूकता फैलाने की जरूरत पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम को सार्थक दिशा प्रदान की।कार्यक्रम के प्रथम सत्र में अपराजिता की टीम द्वारा प्रतिभागियों का पंजीकरण किया गया। तत्पश्चात समाजशास्त्र विभाग एवं कॉलेज प्रशासन द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया, जिसमें विभागाध्यक्ष एवं सदस्यों ने अभियान की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

इसके बाद अपराजिता सामाजिक समिति के प्रोग्राम लीड श्री अभय पांडेय ने “बाल विवाह मुक्त भारत–100 दिवस अभियान” का व्यापक विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने अपने वक्तव्य में बताया कि समिति किस प्रकार गांवों, समुदायों एवं विद्यालयों में जागरूकता गतिविधियों का संचालन कर रही है और किस तरह जनभागीदारी के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है।

कार्यक्रम के अगले चरण में वन स्टॉप सेंटर की मैनेजर श्रीमती चेतना सिंह ने बाल विवाह, घरेलू हिंसा, महिला सुरक्षा तथा उपलब्ध कानूनी सहायता सेवाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार हिंसा या संकट की स्थिति में महिलाएँ एवं बालिकाएँ वन स्टॉप सेंटर की सेवाओं का लाभ लेकर सुरक्षित वातावरण प्राप्त कर सकती हैं। इसके पश्चात जिला बाल संरक्षण अधिकारी (DCPO) श्री चन्द्रमोहन वर्मा ने किशोर न्याय अधिनियम, बाल अधिकारों एवं बाल विवाह से जुड़े कानूनी प्रावधानों पर सारगर्भित उद्बोधन दिया। उन्होंने युवाओं और शिक्षा संस्थानों की भूमिका पर विशेष जोर देते हुए कहा कि— “सामुदायिक भागीदारी के बिना कोई भी सामाजिक बुराई समाप्त नहीं हो सकती।”

इसके बाद अभय पांडेय एवं उनकी टीम द्वारा ही जिले में JRC के साथ मिलकर अपराजिता सामाजिक समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों, हस्तक्षेपों और उपलब्धियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी सक्रिय रूप से अपनी सहभागिता दर्ज कराई और बाल विवाह उन्मूलन पर आधारित प्रस्तुतियों ने सभा में उपस्थित सभी लोगों को प्रभावित किया।

कार्यक्रम की सफलता में कॉलेज के कई सहयोगी सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। श्री रामभरोस, श्री रमेश तथा अन्य स्टाफ सदस्यों ने कार्यक्रम के संचालन, व्यवस्था और तकनीकी प्रबंधन में विशेष भूमिका निभाई, जिससे कार्यक्रम सुचारू रूप से सम्पन्न हो सका।

समापन सत्र में समाजशास्त्र विभाग की डीन डॉ. शशिबाला तथा अपराजिता सामाजिक समिति की समन्वयक अर्पिता सिंह ने संयुक्त रूप से धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने प्राचार्य प्रो. रवीन्द्र कुमार, सभी प्राध्यापकों, अपराजिता समिति के सदस्यों, छात्रों, तकनीकी टीम तथा सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि— “आज का यह प्रयास तभी सार्थक होगा जब हम सभी समाज में बाल विवाह के विरुद्ध जागरूकता फैलाने का संकल्प लें।”

इस प्रकार, पूरे कार्यक्रम का मुख्य संदेश यही रहा कि जागरूकता, शिक्षा, कानून और सामुदायिक सहयोग—इन चारों के समन्वय से ही बाल विवाह जैसी कुप्रथा को समाप्त किया जा सकता है।

अमित कुमार सिंह बने गोंडा के नए बेसिक शिक्षा अधिकारी


गोंडा। आखिरकार 16 दिनों से खाली पड़े बीएसए पद पर नियुक्ति का इंतज़ार खत्म हो गया है। शासन ने अमित कुमार सिंह को गोंडा का नया बेसिक शिक्षा अधिकारी नियुक्त कर दिया है, जिसके बाद शिक्षा विभाग में नई ऊर्जा और सक्रियता लौटने की उम्मीद जताई जा रही है। बीएसए पद खाली होने के चलते शिक्षा विभाग की कई महत्वपूर्ण फाइलें अटकी पड़ी थीं। 

विद्यालय संचालन, शिक्षक संबद्ध कार्यों और प्रशासनिक प्रक्रियाओं पर भी इसका असर दिखने लगा था। नए बीएसए की तैनाती के बाद विभागीय कार्यों में तेजी आने की संभावना है। सूचना मिलते ही शिक्षक समुदाय में राहत और उत्साह का माहौल है। शिक्षकों का कहना है कि बीएसए पद पर नई तैनाती से लम्बित कार्यों में गति आएगी और शैक्षिक गतिविधियों में सुधार देखने को मिलेगा।

 अमित कुमार सिंह के तैनाती के बाद विभाग में नये बदलावों और तेज निर्णयों की उम्मीद बढ़ गई है।

Sambhal फतेहपुर में लेखपाल की आत्महत्या पर सम्भल में उबाल, तहसील पर लेखपालों का धरना

सम्भल। में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के नेतृत्व में सभी लेखपालों ने तहसील परिसर में जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन फतेहपुर जिले में तैनात लेखपाल सुधीर कुमार की आत्महत्या के खिलाफ आयोजित किया गया। लेखपालों ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासनिक दबाव और गैर-जिम्मेदाराना रवैये ने उन्हें यह कदम उठाने को मजबूर किया है उन लोगो पर कार्यवाही होनी चाहिए।

संघ पदाधिकारियों ने बताया कि 2024 बैच के लेखपाल सुधीर कुमार की शादी 26 नवंबर 2025 को प्रस्तावित थी। शादी की तैयारियों के लिए वह कई दिनों से अवकाश मांग रहे थे, लेकिन तहसील प्रशासन ने एसआईआर ड्यूटी का हवाला देकर उनकी छुट्टी नामंजूर कर दी। बताया गया कि 22 नवंबर को वह एसआईआर संबंधी बैठक में शामिल नहीं हो सके, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया।

इसी क्रम में छुट्टी न मिलने और निलंबन की कार्रवाई ने उन्हें गहरे तनाव में डाल दिया। मानसिक दबाव बढ़ने पर सुधीर कुमार ने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठा लिया, जिससे उनके परिवार और विभागीय साथियों में भारी आक्रोश है। धरने में शामिल लेखपालों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और मृतक को न्याय दिलाने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी। प्रदर्शन के दौरान प्रशासन के खिलाफ नाराजगी खुलकर सामने आई।

Sambhal में विकास की नई दिशा: मंडलायुक्त ने पांच महत्वपूर्ण परियोजनाओं का किया उद्घाटन

संभल।सम्भल जिले में शुक्रवार का दिन विकास कार्यों के नाम रहा, जब मंडल आयुक्त आंज्जेनय कुमार सिंह ने जिले में पांच अहम परियोजनाओं का शुभारंभ किया। ये सभी कार्य समाज के सबसे संवेदनशील तबकों—दिव्यांगजन, महिलाओं, सुरक्षा व्यवस्था और विरासत संरक्षण—से जुड़े हुए हैं। आयुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार सम्भल को एक नई विकास दिशा की ओर ले जाने के लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है।

आयुक्त ने कहा कि दिव्यांग बच्चों के लिए सम्भल में पहली बार दो सुगम पुस्तकालय स्थापित किए गए हैं। ये पुस्तकालय सम्भल मुख्यालय और सम्भल ब्लॉक में खोले गए हैं, जहां दिव्यांग बच्चों को पढ़ने-लिखने के साथ-साथ विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। उनका उद्देश्य है कि शारीरिक रूप से अक्षम बच्चों को आगे बढ़ने के अधिक अवसर मिलें और वे मुख्यधारा में शामिल हो सकें।

दूसरी ओर, शहर की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में सत्यव्रत पुलिस चौकी पर इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) का उद्घाटन किया गया। इस केंद्र में ढाई सौ अत्याधुनिक कैमरे लगाए गए हैं, जबकि शहर में कुल 1300 से अधिक कैमरे स्थापित किए जा चुके हैं। आयुक्त ने बताया कि इन कैमरों के माध्यम से पूरे शहर की निगरानी रियल टाइम में की जाएगी, जिससे कानून-व्यवस्था और ट्रैफिक प्रबंधन को मजबूती मिलेगी।

सम्भल की पहचान बने 101 फीट ऊंचे तिरंगे को चौधरी सराय चौराहे पर लहराया गया। यह तिरंगा नागरिकों में देशभक्ति और गौरव की भावना को और मजबूत करेगा। स्थानीय लोगों में इस क्षण को लेकर भारी उत्साह देखने को मिला।

इसके साथ ही सम्भल की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को संजोने के लिए दो साल पहले गिरे हुए चक्की के पाट का पुनरुद्धार भी पूरा किया गया और उसका लोकार्पण किया गया। यह पाट सम्भल की परंपरागत विरासत का हिस्सा रहा है और इसके पुनर्निर्माण से शहर के इतिहास को फिर से जीवंत बनाने का प्रयास किया गया है।

मंडलायुक्त आंज्जेनय कुमार सिंह ने कहा कि सम्भल की ऐतिहासिकता, उसकी विरासत और यहां की जनता की जरूरतों को ध्यान में रखकर जिले को नई दिशा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य है कि सम्भल को न सिर्फ विकास की नई राह पर आगे बढ़ाया जाए, बल्कि इसे उत्तर प्रदेश के मॉडल जिलों में शामिल किया जा सके। जिले में आगे भी इसी प्रकार जनसुविधाओं को बढ़ाने और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के प्रयास जारी रहेंगे।

जिला व तहसील सदर के संयुक्त तत्वावधान में लेखपालों का धरना—फतेहपुर के लेखपाल की मौत पर कार्रवाई की मांग तेज


गोरखपुर।उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ जिला इकाई और तहसील सदर शाखा के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को तहसील सदर परिसर में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन आयोजित किया गया। फतेहपुर के 2024 बैच के लेखपाल सुधीर कुमार की मौत को लेकर लेखपालों में गहरा आक्रोश दिखाई दिया। वक्ताओं ने इसे प्रशासनिक असंवेदनशीलता, संवादहीनता और अधिकारियों द्वारा बनाए गए अनावश्यक दबाव की वजह से हुई “अप्राकृतिक मृत्यु” बताया।

संघ पदाधिकारियों ने कहा कि सुधीर कुमार की शादी 26 नवंबर 2025 को थी। वे शादी की तैयारियों के लिए छुट्टी की मांग कर रहे थे, लेकिन SIR कार्य का हवाला देकर छुट्टी नहीं दी गई। इसके बाद 22 नवंबर को SIR बैठक में अनुपस्थित रहने पर ईआरओ द्वारा उनका निलंबन करा दिया गया, जिससे वे बेहद आहत हुए।

25 नवंबर की रात, अधिकारियों के निर्देश पर राजस्व निरीक्षक उनके घर पहुंचे और उनसे कहा गया कि “SIR और अन्य कार्य पूरा करो या पैसे देकर किसी से करवा लो, नहीं तो सेवा समाप्त कर दी जाएगी।” पहले से ही तनाव व दबाव में चल रहे सुधीर ने यह धमकी सहन न कर पाते हुए 25 नवंबर को आत्मघाती कदम उठा लिया।

धरने में आरोप लगाया गया कि मृतक परिवार द्वारा प्रार्थना पत्र देने के बावजूद लगभग 30 घंटे तक FIR दर्ज नहीं की गई। बाद में परिजनों की तहरीर बदलवा कर केवल राजस्व निरीक्षक को नामजद किया गया, जबकि PCS अधिकारी संजय कुमार सक्सेना का नाम हटाया गया। संघ ने इसे “साफ तौर पर केस को कमजोर करने की कोशिश” बताया।

संयुक्त धरने में बड़े पैमाने पर लेखपाल शामिल हुए। प्रदेश उपाध्यक्ष धनंजय कुमार श्रीवास्तव जिलाध्यक्ष जगदीश प्रसाद, तहसील मंत्री रत्नेश सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष संजय कुमार श्रीवास्तव, तहसील अध्यक्ष अनिल राय वरिष्ठ उपाध्यक्ष उपेंद्र कुमार, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष संदीप यादव, कोषाध्यक्ष दिलीप सिंह, जिला संगठन मंत्री जावेद खान, मीडिया प्रभारी जयदेव सिंह समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।

धरने में पदाधिकारियों ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब लेखपाल अपनी मर्यादा में रहते हुए केवल वही कार्य करें जो उनके दायित्व में है। कोषाध्यक्ष दिलीप सिंह ने कहा कि “कुछ लोग खुद को अच्छा दिखाने के लिए अतिरिक्त काम करते हैं जिससे पूरा विभाग दबाव में आता है। ऐसे कार्यों को डिनाई करना ही सम्मान बचाने का मार्ग है।” जिलाध्यक्ष जगदीश प्रसाद ने कहा कि “अधिक काम करने से कोई कानूनगो नहीं बन जाता। अपने अधिकार और गरिमा के साथ काम करें।” मीडिया प्रभारी जयदेव सिंह ने एकजुटता को ही सबसे बड़ी ताकत बताया।

संघ ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में मुख्य आरोपी PCS अधिकारी संजय कुमार सक्सेना को FIR में नामजद करने, मृतक की माता को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, SIR की अंतिम तिथि बढ़ाने तथा चुनावी ड्यूटी पर एक माह के वेतन के बराबर प्रोत्साहन राशि देने की मांग की।

एसडीएम सदर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण, पदाधिकारियों ने ज्ञापन नायब तहसीलदार खोराबार अरविंद नाथ पांडेय को सौंपा। संघ ने चेतावनी दी कि यदि मांगे जल्द पूरी न हुईं, तो आंदोलन तेज किया जायेगा।

संकेत राजकीय विद्यालय में बच्चों को यातायात नियमों एवं सीपीआर के प्रति जागरूक किया

फर्रुखाबाद। शुक्रवार को यातायात माह #सड़क_सुरक्षा_जीवन_रक्षा के तहत क्षेत्राधिकारी नगर ऐश्वर्या उपाध्याय एवं यातायात प्रभारी द्वारा यातायात नियमों एवं सीपीआर के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस दौरान विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा, यातायात संकेतों की पहचान, हेलमेट, सीट बेल्ट, जेब्रा क्रॉसिंग का उपयोग, गति सीमा का पालन, मोबाइल फोन का प्रयोग न करने जैसे नियमों की जानकारी दी गई साथ ही, आकस्मिक स्थिति में किसी व्यक्ति का दिल या सांस रुकने पर प्राथमिक सहायता के रूप में सीपीआर देने की प्रक्रिया को भी सरल एवं व्यावहारिक तरीके से समझाया गया।

सुदूरवर्ती क्षेत्र बुंडू के दो पारा शिक्षक बने सहायक शिक्षक

केरेडारी: केरेडारी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बुंडू दो पारा शिक्षकों को सहायक अध्यापक के पद पर हेमंत सोरेन सरकार के पहले वर्षगांठ पर नियुक्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया! सम्मानित होने वालों में संतोष कुमार साव जो वर्तमान में मध्य विद्यालय बचरा में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त थे उनको प्राथमिक विद्यालय में सहायक आचार्य के पद पर नियुक्ति मिला है वहीं बीरेंद्र साहू पिता बसंत साहू जो कि वर्षों से पारा शिक्षक के रूप में ग्राम लोहरसा और बुंडू में सेवारत थे उनको भी हेमंत सोरेन सरकार के पहले वर्षगांठ पर सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्ति मिला है! क्षेत्र के दो मेहनत कश शिक्षकों को सरकारी सेवा पाने पर क्षेत्र के पूर्व विधायक प्रतिनिधि राजेंद्र गुप्ता सांसद प्रतिनिधि लक्ष्मण मंडल बुंडू मुखिया तुलसी तुरी पंचायत समिति सदस्य रंजीत तूरी संतोष यादव सुभाष साव बसंत गुप्ता बीरेंद्र महतो पवन गुप्ता विवेक भास्कर बिकास कुमार गुड्डू गंझू समेत ने बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना किए हैं! वहीं इन दोनों के नियुक्ति पर समाजसेवी बसंत गुप्ता ने कहा कि ये दोनों शिक्षक सरकारी शिक्षक पद के योग्य थे! हेमंत सोरेन सरकार ने इन दोनों को नियुक्ति पत्र देकर एक दम परफेक्ट चयन किए हैं इस कार्य के लिए हेमंत सोरेन सरकार भी बधाई के पात्र हैं!

महिला कल्याण विभाग एवं अपराजिता सामाजिक समिति द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

गोंडा। 28 नवम्बर,2025 मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत महिला कल्याण विभाग एवं अपराजिता सामाजिक समिति द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत श्री लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में महिला कल्याण विभाग के डीसीपीयू से प्रोटेक्शन ऑफिसर चंद्र मोहन वर्मा, हब फॉर इंपॉवरमेंट ऑफ वूमेन से डिस्ट्रिक्ट मिशन कोऑर्डिनेटर शिवेन्द्र श्रीवास्तव, वन स्टॉप सेंटर की प्रबंधक चेतना सिंह, जेंडर स्पेशलिस्ट ज्योत्सना सिंह, जेंडर स्पेशलिस्ट राजकुमार आर्य, चाइल्ड हेल्पलाइन काउंसलर नीतू तिवारी, पुलिस विभाग से उप निरीक्षक व टीम, अपराजिता कार्यक्रम प्रमुख अभय पाण्डेय,परियोजना समन्वयक आत्रेय त्रिपाठी, सिद्धार्थ दुबे, गीता जायसवाल, जितेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।

कटरा बाज़ार क्षेत्र में वन माफियाओं का आतंक चरम पर, प्रतिबंधित पेड़ों की खुलेआम कटान

गोंडा।कटरा बाजार, गोंडा। कटरा बाज़ार थाना क्षेत्र में वन माफियाओं का आतंक चरम पर है और प्रतिबंधित पेड़ों की धड़ल्ले से खुलेआम कटान हो रही है। वहीं जिम्मेदार वन विभाग व पुलिस प्रशासन जानबूझकर अंजान बना हुआ है और इस अवैध कारोबार को खुलेआम संरक्षण दिया जा रहा है। ताज़ा मामला थाना क्षेत्र के पांचूपुर में वन माफियाओं द्वारा बेख़ौफ़ होकर प्रतिबंधित प्रजातियों के पेड़ों की ताबड़तोड़ कटान किये जाने का सामने आया है। जिसका वीडियो, फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

स्थिति यह है कि क्षेत्र में शाम ढलते ही ट्रैक्टर-ट्रॉली और पिकअप से लकड़ी की ढुलाई धड़ल्ले से जारी रहती है, लेकिन स्थानीय पुलिस व वन विभाग मूकदर्शक बने बैठे हैं। क्षेत्रीय लोगों की मानें तो इतनी बड़ी अवैध गतिविधि बिना मिलीभगत के संभव ही नहीं। लोगों का आरोप है कि जिम्मेदार विभागों के कुछ कर्मियों की सरपरस्ती में वन संपदा को हर रोज बेरहमी से काटा जा रहा है।

शिकायतें होने के बावजूद न तो किसी की गिरफ्तारी हुई, न ही कोई कार्रवाई,जिससे माफियाओं के हौसले और भी बढ़ते जा रहे हैं। जंगलों में लगातार कम होती हरियाली और अवैध कटान से पर्यावरण संतुलन पर भी गंभीर खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय लोग पूछ रहे हैं कि— क्या विभागों की चुप्पी इस अवैध कारोबार को संरक्षण दे रही है और कब रुकेगी गोंडा की हरियाली पर यह खुली डकैती? क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि सही मायने में कार्रवाई हो तो कुछ ही दिनों में पूरा रैकेट उजागर हो सकता है, लेकिन फिलहाल सवालों का अंबार और कार्रवाई का अभाव ही दिख रहा है। आखिर जिम्मेदार कब जागेंगे और वन माफियाओं पर लगाम कब लगेगी।

बाढ़ के समय तटबंध ही ग्रामीणों का सहारा बन सकता, इसलिए इस का निर्माण होना चाहिए

फर्रुखाबाद।तटबंध बनाओ जन संघर्ष समिति की बैठक ग्राम बिलावलपुर में संपन्न हुई l इस बैठक में बहुत बड़ी संख्या में क्षेत्र वासियों ने पहुंचकर तटबंध बनाए जाने के लिए संकल्प को दोहराया सभी क्षेत्रवासियों का कहना था की गंगा जी की भीषण बाढ़ से बचाव का एकमात्र रास्ता तटबंध ही है सभी ने सरकार से एक स्वर में मांग की हमें कोई भी सरकारी सुविधा मत दो पर हमारा तटबंध बनवा दो तटबंध बनाओ जन संघर्ष समिति के प्रमुख फर्रुखाबाद विकास मंच के जिला अध्यक्ष भईयन मिश्रा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा की इस वर्ष गंगा जी ने बहुत सारे गांव नक्शे से मिटा दिए हैं।

आने वाले समय में कटरी क्षेत्र में जो गांव रह गए हैं उनके ऊपर भी खतरा मंडरा रहा है यदि अगली वर्ष भी इसी प्रकार की बाढ़ आई तो एक भी गांव नहीं बचेगा इसलिए बहुत आवश्यक है कि तटबंध बने लोगों का जीवन बचाना उनके खेत मकान बचाना सरकार के लिए महत्वपूर्ण है और आवश्यक है कि तटबंध बने इस संबंध में जिलाधिकारी से बात की गई है यदि 1 महीने के अंदर इस पर कार्यवाही या कार्य प्रारंभ ना हुआ तो आंदोलन प्रारंभ कर दिया जाएगा l

राष्ट्रीय बजरंग दल के विभाग अध्यक्ष कोमल पांडे ने कहा की सरकार प्रतिवर्ष राहत सामग्री बढ़ती है इससे क्षेत्र वासियों का कोई भला नहीं होने वाला है क्योंकि जिस व्यक्ति का खेत मकान सब कुछ चला जाता है वह विस्थापित होकर कहीं दूसरी जगह रहने को मजबूर होता है कोई भी अपना घर छोड़ना नहीं चाहता है पर भीषण बाढ़ की वजह से बहुत बड़ी संख्या में लोगों को विस्थापित होना पड़ रहा है डॉ पंकज राठौर ने कहा बाढ़ से बचने के लिए सिर्फ और सिर्फ तटबंध चाहिए हमें सरकार की कोई सुविधा नहीं चाहिए।

सरकार हमें तटबंध बना दे हम लोगों के जीवन की रक्षा करें और किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष मनोज यादव ने कहा की पूर्व में भी हम लोगों ने इस आवाज को उठाया था पर लोगों का सहयोग न मिलने से हम लोग शांत होकर बैठ गए पर अब की मुझे पूरा विश्वास है कि तटबंध बन कर रहेगा और इस आंदोलन में हमारा पूरा संगठन हर प्रकार से साथ है रत्नेश पांडे ने कहा चाहे गंगा का इस पार हो चाहे गंगा का उस पार हो दुख और दर्द एक जैसा है हम सब लोगों को मिलकर लड़ना है और तटबंध बनवाना है विनोद राजपूत ने कहा यदि तटबंध ना बना तो जो गांव रह गए हैं वहां भी खत्म हो जाएंगे इसलिए इसको तत्काल बनवाया जाए।

l सुभाष कोटेदार ने कहा की पूरा क्षेत्र जरूरत पड़ने पर आवरण अनशन पर बैठेगा और नहीं तो जल समाधि लेगा आज की बैठक में प्रमुख रूप से महेंद्र यादव, राम अवतार पाल सौरभ यादव ,रामाश्रय पाल, मनोज यादव ,राजीव वर्मा, प्रशांत पाठक, मोहित खन्ना,दयाराम शाक्य,राजीव पाल,बादशाह सिंह,, आदिल खान, बिलाल खान, अतीक खान, अलवर सिंह, रामबरन शाक्य , महेंद्र सिंह कुशवाहा, सुरेश पाल, प्रशांत यादव, अवधेश राजपूत, हिरेलाल वर्मा, गौरव सिंह, वीरेलाल राजपूत, अशोक शाक्य के सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज में ‘बाल विवाह मुक्त भारत अभियान’ के तहत जिला स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम सम्पन्न

गोंडा।28 नवम्बर। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा प्रारंभ किए गए “बाल विवाह मुक्त भारत अभियान” के अंतर्गत आज श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज के ललिता शास्त्री सभागार में एक प्रभावशाली जिला स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन समाजशास्त्र विभाग एवं अपराजिता सामाजिक समिति द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. रवीन्द्र कुमार ने दीप प्रज्वलन कर किया। अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में उन्होंने कहा कि— “बाल विवाह समाज के विकास में सबसे बड़ी बाधा है और इसे समाप्त करने हेतु सामूहिक जागरूकता, शिक्षा और सामाजिक सहयोग अत्यंत आवश्यक है।”

कार्यक्रम में महाविद्यालय के अनेक सम्मानित प्राध्यापकों की उपस्थिति ने आयोजन को और अधिक गरिमामयी बनाया। इनमें प्रो. अमन चंद्रा, प्रो. जितेन्द्र सिंह, प्रो. जय शंकर तिवारी, डॉ. पल्लवी, डॉ. रचना श्रीवास्तव डॉ. मनीषा पाल, डॉ हरीश कुमार शुक्ला, डॉ. योगेंद्र नाथ श्रीवास्तव शामिल रहे।

इन सभी शिक्षकों ने बाल विवाह की समस्या, उसके दुष्परिणाम, तथा समाज में जागरूकता फैलाने की जरूरत पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम को सार्थक दिशा प्रदान की।कार्यक्रम के प्रथम सत्र में अपराजिता की टीम द्वारा प्रतिभागियों का पंजीकरण किया गया। तत्पश्चात समाजशास्त्र विभाग एवं कॉलेज प्रशासन द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया, जिसमें विभागाध्यक्ष एवं सदस्यों ने अभियान की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

इसके बाद अपराजिता सामाजिक समिति के प्रोग्राम लीड श्री अभय पांडेय ने “बाल विवाह मुक्त भारत–100 दिवस अभियान” का व्यापक विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने अपने वक्तव्य में बताया कि समिति किस प्रकार गांवों, समुदायों एवं विद्यालयों में जागरूकता गतिविधियों का संचालन कर रही है और किस तरह जनभागीदारी के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है।

कार्यक्रम के अगले चरण में वन स्टॉप सेंटर की मैनेजर श्रीमती चेतना सिंह ने बाल विवाह, घरेलू हिंसा, महिला सुरक्षा तथा उपलब्ध कानूनी सहायता सेवाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार हिंसा या संकट की स्थिति में महिलाएँ एवं बालिकाएँ वन स्टॉप सेंटर की सेवाओं का लाभ लेकर सुरक्षित वातावरण प्राप्त कर सकती हैं। इसके पश्चात जिला बाल संरक्षण अधिकारी (DCPO) श्री चन्द्रमोहन वर्मा ने किशोर न्याय अधिनियम, बाल अधिकारों एवं बाल विवाह से जुड़े कानूनी प्रावधानों पर सारगर्भित उद्बोधन दिया। उन्होंने युवाओं और शिक्षा संस्थानों की भूमिका पर विशेष जोर देते हुए कहा कि— “सामुदायिक भागीदारी के बिना कोई भी सामाजिक बुराई समाप्त नहीं हो सकती।”

इसके बाद अभय पांडेय एवं उनकी टीम द्वारा ही जिले में JRC के साथ मिलकर अपराजिता सामाजिक समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों, हस्तक्षेपों और उपलब्धियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी सक्रिय रूप से अपनी सहभागिता दर्ज कराई और बाल विवाह उन्मूलन पर आधारित प्रस्तुतियों ने सभा में उपस्थित सभी लोगों को प्रभावित किया।

कार्यक्रम की सफलता में कॉलेज के कई सहयोगी सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। श्री रामभरोस, श्री रमेश तथा अन्य स्टाफ सदस्यों ने कार्यक्रम के संचालन, व्यवस्था और तकनीकी प्रबंधन में विशेष भूमिका निभाई, जिससे कार्यक्रम सुचारू रूप से सम्पन्न हो सका।

समापन सत्र में समाजशास्त्र विभाग की डीन डॉ. शशिबाला तथा अपराजिता सामाजिक समिति की समन्वयक अर्पिता सिंह ने संयुक्त रूप से धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने प्राचार्य प्रो. रवीन्द्र कुमार, सभी प्राध्यापकों, अपराजिता समिति के सदस्यों, छात्रों, तकनीकी टीम तथा सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि— “आज का यह प्रयास तभी सार्थक होगा जब हम सभी समाज में बाल विवाह के विरुद्ध जागरूकता फैलाने का संकल्प लें।”

इस प्रकार, पूरे कार्यक्रम का मुख्य संदेश यही रहा कि जागरूकता, शिक्षा, कानून और सामुदायिक सहयोग—इन चारों के समन्वय से ही बाल विवाह जैसी कुप्रथा को समाप्त किया जा सकता है।

अमित कुमार सिंह बने गोंडा के नए बेसिक शिक्षा अधिकारी


गोंडा। आखिरकार 16 दिनों से खाली पड़े बीएसए पद पर नियुक्ति का इंतज़ार खत्म हो गया है। शासन ने अमित कुमार सिंह को गोंडा का नया बेसिक शिक्षा अधिकारी नियुक्त कर दिया है, जिसके बाद शिक्षा विभाग में नई ऊर्जा और सक्रियता लौटने की उम्मीद जताई जा रही है। बीएसए पद खाली होने के चलते शिक्षा विभाग की कई महत्वपूर्ण फाइलें अटकी पड़ी थीं। 

विद्यालय संचालन, शिक्षक संबद्ध कार्यों और प्रशासनिक प्रक्रियाओं पर भी इसका असर दिखने लगा था। नए बीएसए की तैनाती के बाद विभागीय कार्यों में तेजी आने की संभावना है। सूचना मिलते ही शिक्षक समुदाय में राहत और उत्साह का माहौल है। शिक्षकों का कहना है कि बीएसए पद पर नई तैनाती से लम्बित कार्यों में गति आएगी और शैक्षिक गतिविधियों में सुधार देखने को मिलेगा।

 अमित कुमार सिंह के तैनाती के बाद विभाग में नये बदलावों और तेज निर्णयों की उम्मीद बढ़ गई है।

Sambhal फतेहपुर में लेखपाल की आत्महत्या पर सम्भल में उबाल, तहसील पर लेखपालों का धरना

सम्भल। में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के नेतृत्व में सभी लेखपालों ने तहसील परिसर में जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन फतेहपुर जिले में तैनात लेखपाल सुधीर कुमार की आत्महत्या के खिलाफ आयोजित किया गया। लेखपालों ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासनिक दबाव और गैर-जिम्मेदाराना रवैये ने उन्हें यह कदम उठाने को मजबूर किया है उन लोगो पर कार्यवाही होनी चाहिए।

संघ पदाधिकारियों ने बताया कि 2024 बैच के लेखपाल सुधीर कुमार की शादी 26 नवंबर 2025 को प्रस्तावित थी। शादी की तैयारियों के लिए वह कई दिनों से अवकाश मांग रहे थे, लेकिन तहसील प्रशासन ने एसआईआर ड्यूटी का हवाला देकर उनकी छुट्टी नामंजूर कर दी। बताया गया कि 22 नवंबर को वह एसआईआर संबंधी बैठक में शामिल नहीं हो सके, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया।

इसी क्रम में छुट्टी न मिलने और निलंबन की कार्रवाई ने उन्हें गहरे तनाव में डाल दिया। मानसिक दबाव बढ़ने पर सुधीर कुमार ने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठा लिया, जिससे उनके परिवार और विभागीय साथियों में भारी आक्रोश है। धरने में शामिल लेखपालों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और मृतक को न्याय दिलाने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी। प्रदर्शन के दौरान प्रशासन के खिलाफ नाराजगी खुलकर सामने आई।

Sambhal में विकास की नई दिशा: मंडलायुक्त ने पांच महत्वपूर्ण परियोजनाओं का किया उद्घाटन

संभल।सम्भल जिले में शुक्रवार का दिन विकास कार्यों के नाम रहा, जब मंडल आयुक्त आंज्जेनय कुमार सिंह ने जिले में पांच अहम परियोजनाओं का शुभारंभ किया। ये सभी कार्य समाज के सबसे संवेदनशील तबकों—दिव्यांगजन, महिलाओं, सुरक्षा व्यवस्था और विरासत संरक्षण—से जुड़े हुए हैं। आयुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार सम्भल को एक नई विकास दिशा की ओर ले जाने के लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है।

आयुक्त ने कहा कि दिव्यांग बच्चों के लिए सम्भल में पहली बार दो सुगम पुस्तकालय स्थापित किए गए हैं। ये पुस्तकालय सम्भल मुख्यालय और सम्भल ब्लॉक में खोले गए हैं, जहां दिव्यांग बच्चों को पढ़ने-लिखने के साथ-साथ विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। उनका उद्देश्य है कि शारीरिक रूप से अक्षम बच्चों को आगे बढ़ने के अधिक अवसर मिलें और वे मुख्यधारा में शामिल हो सकें।

दूसरी ओर, शहर की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में सत्यव्रत पुलिस चौकी पर इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) का उद्घाटन किया गया। इस केंद्र में ढाई सौ अत्याधुनिक कैमरे लगाए गए हैं, जबकि शहर में कुल 1300 से अधिक कैमरे स्थापित किए जा चुके हैं। आयुक्त ने बताया कि इन कैमरों के माध्यम से पूरे शहर की निगरानी रियल टाइम में की जाएगी, जिससे कानून-व्यवस्था और ट्रैफिक प्रबंधन को मजबूती मिलेगी।

सम्भल की पहचान बने 101 फीट ऊंचे तिरंगे को चौधरी सराय चौराहे पर लहराया गया। यह तिरंगा नागरिकों में देशभक्ति और गौरव की भावना को और मजबूत करेगा। स्थानीय लोगों में इस क्षण को लेकर भारी उत्साह देखने को मिला।

इसके साथ ही सम्भल की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को संजोने के लिए दो साल पहले गिरे हुए चक्की के पाट का पुनरुद्धार भी पूरा किया गया और उसका लोकार्पण किया गया। यह पाट सम्भल की परंपरागत विरासत का हिस्सा रहा है और इसके पुनर्निर्माण से शहर के इतिहास को फिर से जीवंत बनाने का प्रयास किया गया है।

मंडलायुक्त आंज्जेनय कुमार सिंह ने कहा कि सम्भल की ऐतिहासिकता, उसकी विरासत और यहां की जनता की जरूरतों को ध्यान में रखकर जिले को नई दिशा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य है कि सम्भल को न सिर्फ विकास की नई राह पर आगे बढ़ाया जाए, बल्कि इसे उत्तर प्रदेश के मॉडल जिलों में शामिल किया जा सके। जिले में आगे भी इसी प्रकार जनसुविधाओं को बढ़ाने और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के प्रयास जारी रहेंगे।

जिला व तहसील सदर के संयुक्त तत्वावधान में लेखपालों का धरना—फतेहपुर के लेखपाल की मौत पर कार्रवाई की मांग तेज


गोरखपुर।उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ जिला इकाई और तहसील सदर शाखा के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को तहसील सदर परिसर में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन आयोजित किया गया। फतेहपुर के 2024 बैच के लेखपाल सुधीर कुमार की मौत को लेकर लेखपालों में गहरा आक्रोश दिखाई दिया। वक्ताओं ने इसे प्रशासनिक असंवेदनशीलता, संवादहीनता और अधिकारियों द्वारा बनाए गए अनावश्यक दबाव की वजह से हुई “अप्राकृतिक मृत्यु” बताया।

संघ पदाधिकारियों ने कहा कि सुधीर कुमार की शादी 26 नवंबर 2025 को थी। वे शादी की तैयारियों के लिए छुट्टी की मांग कर रहे थे, लेकिन SIR कार्य का हवाला देकर छुट्टी नहीं दी गई। इसके बाद 22 नवंबर को SIR बैठक में अनुपस्थित रहने पर ईआरओ द्वारा उनका निलंबन करा दिया गया, जिससे वे बेहद आहत हुए।

25 नवंबर की रात, अधिकारियों के निर्देश पर राजस्व निरीक्षक उनके घर पहुंचे और उनसे कहा गया कि “SIR और अन्य कार्य पूरा करो या पैसे देकर किसी से करवा लो, नहीं तो सेवा समाप्त कर दी जाएगी।” पहले से ही तनाव व दबाव में चल रहे सुधीर ने यह धमकी सहन न कर पाते हुए 25 नवंबर को आत्मघाती कदम उठा लिया।

धरने में आरोप लगाया गया कि मृतक परिवार द्वारा प्रार्थना पत्र देने के बावजूद लगभग 30 घंटे तक FIR दर्ज नहीं की गई। बाद में परिजनों की तहरीर बदलवा कर केवल राजस्व निरीक्षक को नामजद किया गया, जबकि PCS अधिकारी संजय कुमार सक्सेना का नाम हटाया गया। संघ ने इसे “साफ तौर पर केस को कमजोर करने की कोशिश” बताया।

संयुक्त धरने में बड़े पैमाने पर लेखपाल शामिल हुए। प्रदेश उपाध्यक्ष धनंजय कुमार श्रीवास्तव जिलाध्यक्ष जगदीश प्रसाद, तहसील मंत्री रत्नेश सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष संजय कुमार श्रीवास्तव, तहसील अध्यक्ष अनिल राय वरिष्ठ उपाध्यक्ष उपेंद्र कुमार, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष संदीप यादव, कोषाध्यक्ष दिलीप सिंह, जिला संगठन मंत्री जावेद खान, मीडिया प्रभारी जयदेव सिंह समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।

धरने में पदाधिकारियों ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब लेखपाल अपनी मर्यादा में रहते हुए केवल वही कार्य करें जो उनके दायित्व में है। कोषाध्यक्ष दिलीप सिंह ने कहा कि “कुछ लोग खुद को अच्छा दिखाने के लिए अतिरिक्त काम करते हैं जिससे पूरा विभाग दबाव में आता है। ऐसे कार्यों को डिनाई करना ही सम्मान बचाने का मार्ग है।” जिलाध्यक्ष जगदीश प्रसाद ने कहा कि “अधिक काम करने से कोई कानूनगो नहीं बन जाता। अपने अधिकार और गरिमा के साथ काम करें।” मीडिया प्रभारी जयदेव सिंह ने एकजुटता को ही सबसे बड़ी ताकत बताया।

संघ ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में मुख्य आरोपी PCS अधिकारी संजय कुमार सक्सेना को FIR में नामजद करने, मृतक की माता को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, SIR की अंतिम तिथि बढ़ाने तथा चुनावी ड्यूटी पर एक माह के वेतन के बराबर प्रोत्साहन राशि देने की मांग की।

एसडीएम सदर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण, पदाधिकारियों ने ज्ञापन नायब तहसीलदार खोराबार अरविंद नाथ पांडेय को सौंपा। संघ ने चेतावनी दी कि यदि मांगे जल्द पूरी न हुईं, तो आंदोलन तेज किया जायेगा।

संकेत राजकीय विद्यालय में बच्चों को यातायात नियमों एवं सीपीआर के प्रति जागरूक किया

फर्रुखाबाद। शुक्रवार को यातायात माह #सड़क_सुरक्षा_जीवन_रक्षा के तहत क्षेत्राधिकारी नगर ऐश्वर्या उपाध्याय एवं यातायात प्रभारी द्वारा यातायात नियमों एवं सीपीआर के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस दौरान विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा, यातायात संकेतों की पहचान, हेलमेट, सीट बेल्ट, जेब्रा क्रॉसिंग का उपयोग, गति सीमा का पालन, मोबाइल फोन का प्रयोग न करने जैसे नियमों की जानकारी दी गई साथ ही, आकस्मिक स्थिति में किसी व्यक्ति का दिल या सांस रुकने पर प्राथमिक सहायता के रूप में सीपीआर देने की प्रक्रिया को भी सरल एवं व्यावहारिक तरीके से समझाया गया।