डॉक्टर सरबजीत सिंह की पहल: दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए मास्क वितरण

नई दिल्ली, 18 जनवरी 2026 - दिल्ली के प्रदूषण को देखते हुए, डॉक्टर सरबजीत सिंह ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने और मास्क बांटने का काम किया है।

डॉक्टर सरबजीत सिंह, जो एक प्रसिद्ध समाजसेवक हैं, ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

"हमारा लक्ष्य है दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना और लोगों को स्वस्थ जीवन प्रदान करना," डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा। "हम लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक करने और उन्हें मास्क पहनने के लिए प्रेरित करने का काम करेंगे।"

डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का लोगों ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।

डॉक्टर सरबजीत सिंह लगातार समाज सेवा करते रहते हैं और लोगों की भलाई के लिए कार्य करते रहते हैं। उनकी इस पहल से लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने में मदद मिलेगी।

मास्क वितरण कार्यक्रम के कुछ अंश:

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए।

- उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

- लोगों ने डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का स्वागत किया।

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा कि उनका लक्ष्य दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना है।

डॉक्टर सरबजीत सिंह की पहल: दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए मास्क वितरण

नई दिल्ली, 18 जनवरी 2026 - दिल्ली के प्रदूषण को देखते हुए, डॉक्टर सरबजीत सिंह ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने और मास्क बांटने का काम किया है।

डॉक्टर सरबजीत सिंह, जो एक प्रसिद्ध समाजसेवक हैं, ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

"हमारा लक्ष्य है दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना और लोगों को स्वस्थ जीवन प्रदान करना," डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा। "हम लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक करने और उन्हें मास्क पहनने के लिए प्रेरित करने का काम करेंगे।"

डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का लोगों ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।

डॉक्टर सरबजीत सिंह लगातार समाज सेवा करते रहते हैं और लोगों की भलाई के लिए कार्य करते रहते हैं। उनकी इस पहल से लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने में मदद मिलेगी।

मास्क वितरण कार्यक्रम के कुछ अंश:

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए।

- उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

- लोगों ने डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का स्वागत किया।

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा कि उनका लक्ष्य दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना है।

अमेरिकी संसद में छाई मोदी-पुतिन की सेल्फी वाली फोटो, डेमोक्रेट सांसद बोलीं- ये तस्वीर हजार शब्दों के बराबर

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हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिल्ली के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार में एक सेल्फी ली थी। दोनों नेताओं की सेल्फी वाली फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। इस तस्वीर ने अमेरिकी संसद के हॉल के अंदर भी नई बहस छेड़ दी है। अब इस फोटो को दिखाकर अमेरिकी कांग्रेस के अंदर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को घेरा जा रहा हैष

मोदी-पुतिन की सेल्फी फोटो से ट्रंप को घेरा

अमेरिकी संसद में एक कांग्रेसी सांसद ने ही मोदी-पुतिन की सेल्फी फोटो लहराई है। अमेरिकी संसद में कांग्रेस वुमन सिडनी कामलेवगर डोव ने मोदी-पुतिन की सेल्फी वाला पोस्टर दिखाकर डोनाल्ड ट्रंप को कोसा। उन्होंने इस फोटो के जरिए अमेरिका की विदेश नीति की खूब आलोचना की है। सिडनी कामलेगर डोव ने इस तस्वीर को दिखाकर अमेरिका को चेताया है। उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन भारत को मॉस्को के करीब धकेल रहा है। उन्होंने साफ आरोप लगाया कि नई दिल्ली नहीं, अमेरिका ही भारत-यूएस पार्टनरशिप को कमजोर कर रहा है।

ट्रंप पर अमेरिका-भारत के रिश्ते को नुकसान पहुंचाने का आरोप

सांसद सिडनी कामलेगर-डोव ने कहा कि जिस तरह से पुतिन का स्वागत हुआ और पीएम मोदी के साथ उनकी गर्मजोशी दिखी, वो दिखाता है कि ट्रंप ने किस तरह का नुकसान अमेरिका-भारत के रिश्ते को पहुंचा दिया है।

ट्रंप-पुतिन की सेल्फी ट्रंप की नाकाम विदेश नीति का सबूत-डोव

डोव ने अपने बयान में कहा, नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन की साथ में आई तस्वीरें हमें बहुत कुछ दिखा रही हैं। डोनाल्ड ट्रंप को समझना चाहिए कि तस्वीरें झूठ नहीं बोलती हैं। ट्रंप-पुतिन की सेल्फी और गले मिलते हुए तस्वीरें ट्रंप की नाकाम विदेश नीति का सीधा सबूत हैं।

भारत पर टैरिफ गलत

विपक्षी पार्टी की नेता डोव ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के रूस से तेल खरीदने के लिए भारत पर टैरिफ लगाने के फैसले की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका का भारत पर टैरिफ लगाना बेवजह लगता है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ बिजनेस डील के लिए पुतिन के सलाहकारों के साथ मिलकर यूक्रेन को बेच रहे हैं।

सांसद प्रमिला जयापल ने भी जताई चिंता

इस दौरान सांसद प्रमिला जयापल ने व्यापार और आव्रजन (इमिग्रेशन) नीतियों के कारण भारत-अमेरिका आर्थिक और लोगों के बीच संबंधों पर पड़ रहे असर को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में लगे टैरिफ कारोबार और उपभोक्ताओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सांसद जयापल की यह टिप्पणी ट्रंप के हालिया बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने भारत से चावल के आयात पर नए टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत अमेरिकी किसानों को नुकसान पहुंचाते हुए सस्ते चावल निर्यात कर रहा है। इस दौरान ट्रंप ने अमेरिकी कृषि उत्पादकों के लिए 12 अरब डॉलर की मदद पैकेज की घोषणा भी की।

बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
बिजली बिल राहत योजना पर अध्यक्ष का सख़्त रुख, धीमी प्रगति पर अधिकारियों की क्लास,3.62 लाख उपभोक्ताओं ने कराया पंजीकरण, 283 करोड़ की वसूली
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में संचालित बिजली बिल राहत योजना को अधिक प्रभावी बनाने और उपभोक्ताओं तक तेजी से पहुंचाने के लिए यूपी पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने बुधवार को विद्युत वितरण निगमों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों की जमकर क्लास ली। उन्होंने साफ कहा कि नेवर-पेड, लॉन्ग अनपेड और चोरी के मामलों में प्रगति संतोषजनक नहीं है, ऐसे में जो अधिकारी अच्छा काम नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

खराब प्रदर्शन पर कार्रवाई, चेतावनी, निलंबन और तबादला

बैठक में अध्यक्ष ने पांच मुख्य अभियंताओं  कानपुर, बांदा, सीतापुर, गोरखपुर और झांसी के खराब प्रदर्शन पर चेतावनी जारी की। जबकि मिर्जापुर के मुख्य अभियंता का स्थानांतरण करने के निर्देश दिए गए।
इसी तरह सहायक अभियंता कासगंज सुशील कुमार को एडवर्स एंट्री और आशुतोष कुमार (मिर्जापुर) को निलंबित करने का निर्देश दिया गया।अध्यक्ष ने कहा कि उपभोक्ता हितों से जुड़ी इस महत्वपूर्ण योजना में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

योजना में अब तक 3.62 लाख उपभोक्ता जुड़े, 283 करोड़ की वसूली

बिजली बिल राहत योजना में उपभोक्ताओं की बढ़ती दिलचस्पी का हवाला देते हुए अध्यक्ष ने बताया कि अब तक 3,62,854 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है, जिससे 282.91 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है।
बिजली चोरी के मामलों में राहत पाने के लिए 4,911 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है।उन्होंने कहा कि “हर बकायेदार उपभोक्ता तक पहुंचें, उसे फोन करें, व्यक्तिगत रूप से वार्ता करें और योजना का लाभ समझाएं।”

हमेशा पहली बार—100% ब्याज माफी और मूलधन में भारी छूट

अध्यक्ष ने बताया कि इस योजना में उपभोक्ताओं को पहली बार 100 प्रतिशत ब्याज माफी के साथ मूलधन में 25% तक की छूट दी जा रही है।
जल्दी पंजीकरण कराने और बकाया जमा करने वालों को अतिरिक्त लाभ भी मिलेगा।
यह योजना बिजली चोरी के मामलों में भी राहत प्रदान कर रही है—मुकदमे, एफआईआर समेत कानूनी प्रक्रियाओं से निजात मिलेगी।

व्यापक प्रचार-प्रसार का आदेश

उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिला प्रशासन के साथ समन्वय कर योजना को हर उपभोक्ता तक पहुंचाएं। मीटर रीडरों, फीडर मैनेजरों और फिनटेक एजेंसियों को मिशन मोड में लगाया जाए। पंपलेट, समाचार पत्र, सोशल मीडिया, कॉलर ट्यून, व्हाट्सऐप मैसेज और मुनादी के जरिए अधिकतम जागरूकता सुनिश्चित की जाए

ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता पर कड़ा निर्देश, “लापरवाही नहीं चलेगी”

डॉ. गोयल ने ट्रांसफार्मर डैमेज पर भी नाराजगी जताई।उन्होंने कहा जहां ट्रांसफार्मर डैमेज कम नहीं हुआ है, वहां तात्कालिक सख्त कार्रवाई की जाए। अभी तक जिम्मेदारी तय क्यों नहीं की गई? लापरवाही बिल्कुल सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने आदेश दिया कि रोजाना प्रगति की समीक्षा अवर अभियंता स्तर तक की जाए।

अच्छे काम पर प्रोत्साहन

अध्यक्ष ने बताया कि योजना में बेहतर प्रदर्शन करने वाले कार्मिकों और कलेक्शन एजेंसियों के लिए विशेष प्रोत्साहन योजना लागू की गई है।योजना की समाप्ति पर 10 अधिशासी अभियंताओं, 20 उपखंड अधिकारियों, 30 अवर अभियंताओं को प्रशस्ति-पत्र और प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

विद्युत व्यवस्था में सुधार, शिकायतें कम होने का दावा

बैठक में अर्बन रिस्ट्रक्चरिंग से जुड़े बिंदुओं पर भी चर्चा हुई। मध्यांचल और पश्चिमांचल के अभियंताओं ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था पहले से बेहतर हुई है, उपभोक्ताओं की शिकायतें कम हुई हैं और समस्याओं का निस्तारण भी शीघ्रता से किया जा रहा है।
जहानाबाद ग्रामीण बिहार में छात्र बने मानवाधिकार जागरूकता के अग्रदूत : शकील अहमद काकवी
कायनात इंटरनेशनल स्कूल में विश्व मानवाधिकार
दिवस कार्यक्रम सम्पन्न
जहानाबाद काको स्थित कायनात इंटरनेशनल स्कूल में विश्व मानवाधिकार दिवस जागरूकता कार्यक्रम 2025 का भव्य आयोजन किया गया। कायनात फाउंडेशन और जामिया कायनात द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (UDHR) के महत्व को पुनर्स्थापित करना और ग्रामीण क्षेत्रों में मानव गरिमा, न्याय एवं समानता के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।
डीडीसी डॉ. प्रीति ने किया उद्घाटन
कार्यक्रम का शुभारंभ उप विकास आयुक्त (डीडीसी) डॉ. प्रीति, आईएएस ने यूडीएचआर बैनर पर हस्ताक्षर कर किया। इसके बाद उन्होंने विद्यालय के वरिष्ठ छात्रों द्वारा तैयार किए गए यूडीएचआर के अनुच्छेद 1 से 30 पर आधारित प्रदर्शनी स्टॉलों का निरीक्षण किया।
जामिया कायनात के छात्रों द्वारा मानवाधिकार विषयक पोस्टर प्रदर्शनी भी आकर्षण का केंद्र रही। वहीं कैफ अशरफ द्वारा ग्रामीण शिविर का संचालन किया गया।
वैज्ञानिक प्रदर्शन और सामाजिक संदेशों की प्रस्तुति
स्कूल के छात्रों ने वैज्ञानिक मॉडलों के साथ-साथ ओल्ड एज होम, स्वच्छता की जिम्मेदारी, हील द वर्ल्ड और वी आर वन जैसे सामाजिक विषयों पर उत्कृष्ट स्किट प्रस्तुत कीं, जिन्हें उपस्थित अतिथियों ने सराहा।
ग्रामीण बच्चों में जागरूकता बढ़ाने की सराहनीय पहल : डॉ. प्रीति
अपने संबोधन में डॉ. प्रीति ने कहा कि कायनात इंटरनेशनल स्कूल ग्रामीण बच्चों में सामाजिक उत्तरदायित्व एवं मानवाधिकार जागरूकता विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के योगदान की भी सराहना की, जिसका नेतृत्व कमिश्नर हरी शंकर कर रहे हैं।
"ऐसे विद्यालय हर गांव में होने चाहिए" : इर्शादुल्लाह
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जनाब इर्शादुल्लाह ने कहा कि कायनात इंटरनेशनल स्कूल जैसी संस्थाएँ जमीनी स्तर पर मानवाधिकार शिक्षा को मजबूत कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के प्रत्येक गांव में ऐसे ही विद्यालयों की आवश्यकता है और बोर्ड की ओर से हरसंभव सहयोग दिया जाएगा।
“यह केवल स्कूल नहीं, बल्कि एक मिशन है” : शकील अहमद काकवी
अतिथियों का स्वागत करते हुए कायनात इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर शकील अहमद काकवी ने कहा—
“हम नई पीढ़ी को प्रारंभ से ही मानव के अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूक कर रहे हैं। यह स्कूल सिर्फ संस्था नहीं, बल्कि वैज्ञानिक सोच और न्यायप्रिय समाज बनाने का मिशन है।”
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र, अभिभावक, शिक्षक व समुदाय के प्रमुख लोग उपस्थित रहे। मानवाधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम ग्रामीण बिहार में जागरूकता का एक मजबूत संदेश बनकर उभरा।
हाईवे से अतिक्रमण हटवाया

विपिन राठौर मीरापुर मुजफ्फरनगर। थाना प्रभारी मीरापुर द्वारा आज खतौली चौराहा से थावर वाली मस्जिद तक पैदल गस्त करते हुए हाईवे से अतिक्रमण हटवाया गया तथा कस्बा बाजार में पैदल गस्त करते हुए बिना नंबर प्लेट की मोटरसाइकिल तीन सवारी वह पटाखा बुलेट के विरुद्ध कार्रवाई की गई कस्बा वीडियो एवं अतिक्रमण करने वालों को चेतावनी दी गई भविष्य में उनके द्वारा सड़क पर अतिक्रमण किया गया तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
सड़क सुरक्षा को मजबूत करने तथा दुर्घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से चलाया अभियान

*सड़क सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं- एआरटीओ प्रशासन

गोण्डा। सड़क सुरक्षा को मजबूत करने तथा दुर्घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से एआरटीओ (प्रशासन) आर.सी. भारतीय द्वारा विशेष अभियान चलाया गया। यह अभियान मुख्य रूप से गन्ने से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों एवं एआईटीपी बसों में रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप न लगाए जाने की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए संचालित किया गया। रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप वाहन की दृश्यता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, विशेषकर रात के समय, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावना कम होती है।अभियान के दौरान एआरटीओ प्रशासन ने विभिन्न मार्गों पर वाहनों की चेकिंग की और उन वाहनों को रोका जिनमें नियमानुसार रिफ्लेक्टिव टेप नहीं लगाए गए थे। उन्होंने चालकों और मालिकों को चेतावनी देते हुए स्पष्ट कहा कि सड़क सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसे वाहन जो रिफ्लेक्टिव टेप लगाए बिना सड़कों पर चलते पाए गए, उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।एआरटीओ आर.सी. भारतीय ने वाहन चालकों को यह भी समझाया कि रिफ्लेक्टिव टेप लगाना सिर्फ नियम का पालन भर नहीं, बल्कि उनकी और अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है। कई सड़क दुर्घटनाएं रात के समय वाहनों की कम दृश्यता के कारण होती हैं, जिसे इस टेप के माध्यम से काफी हद तक रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से गन्ना परिवहन करने वाले ट्रैक्टर-ट्रॉलियाँ भारी व लंबे होने के कारण दुर्घटनाओं की दृष्टि से अधिक संवेदनशील होती हैं, इसलिए इन पर रिफ्लेक्टिव टेप लगाना अनिवार्य है।अभियान के दौरान परिवहन विभाग की टीम ने चालकों को जागरूक भी किया और उन्हें नियमों का पालन करने का आग्रह किया। विभाग द्वारा यह भी कहा गया कि भविष्य में ऐसे वाहनों पर निरंतर निगरानी रखी जाएगी और नियम उल्लंघन की स्थिति में जुर्माना एवं अन्य दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। अभियान के दौरान पांच ट्रैक्टर में रिफ्लेक्टर भी लगाया गया तथा एक बस के विरुद्ध कार्रवाई की गई।इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाना, दुर्घटनाओं में कमी लाना तथा लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। परिवहन विभाग ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित और जिम्मेदार यातायात व्यवस्था बनाने में सहयोग दें।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड के कृषि एवं वनोपज क्षेत्र को सुदृढ़ करने हेतु दिए महत्वपूर्ण निर्देश

रांची, 10 दिसंबर 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड विधानसभा में सिद्धो–कान्हो कृषि एवं वनोपज राज्य सहकारी संघ लिमिटेड (सिद्धकोफेड) के निदेशक मंडल की चतुर्थ बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान कृषि एवं वनोपज क्षेत्र के सुदृढ़ीकरण और किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि किसानों को फसलों के उचित दाम और समय पर भुगतान सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

प्रमुख घोषणाएँ और निर्देश

1. किसानों के लिए डिजिटल क्रांति

स्पेशल मोबाइल एप्लीकेशन (Mobile App): मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को किसानों के लिए एक विशेष मोबाइल ऐप विकसित करने का निर्देश दिया।

उद्देश्य: किसान अपनी फसलों, कृषि सामग्रियों, विपणन स्थिति और बाजार संबंधी जानकारी को सीधे डिजिटल माध्यम से साझा कर सकेंगे।

लाभ: बेहतर मूल्य निर्धारण में सहायता मिलेगी और बाजार की वास्तविक स्थिति की अद्यतन जानकारी प्राप्त होगी।

स्थानीय कृषि पोर्टल (Local Portal): कृषि विभाग का एक लोकल पोर्टल विकसित करने का निर्देश दिया गया, जिससे उपभोक्ता सीधे किसानों से जुड़कर कृषि उत्पादों की खरीद कर सकें। यह पहल बिचौलियों की भूमिका को घटाएगी और पारदर्शिता लाएगी।

2. प्रशिक्षण और तकनीकी सुदृढ़ीकरण

'किसान पाठशाला' को बढ़ावा: किसानों को ज्ञान और तकनीक के माध्यम से समृद्ध बनाने के लिए “किसान पाठशाला” जैसी पहलों को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया।

वीडियो आधारित प्रशिक्षण: किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों, संरक्षण तकनीकों और नवाचारों से जोड़ने के लिए वीडियो आधारित प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किए जाएंगे, ताकि वे मूल्य संवर्धन की तकनीकों को अपना सकें।

3. वनोपज और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का सशक्तिकरण

विशिष्ट वनोपज पर ध्यान: मुख्यमंत्री ने लाह, इमली, कोदो, कुटकी, चिरौंजी, महुआ, करंज, रेशम और तसर जैसे झारखंड के विशिष्ट वनोपजों के उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन को सुदृढ़ करने पर बल दिया।

वैश्विक पहचान: झारखंड सरकार राज्य के वनोपज उत्पादों को राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए ठोस और निर्णायक पहल करेगी।

समन्वित प्रयास: कृषि एवं वनोपज आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए सभी विभागों को समन्वित रूप से कार्य करने का निर्देश दिया गया।

4. जल संरक्षण एवं स्वामित्व

चेक डैमों की देखरेख: मुख्यमंत्री ने जलस्रोतों के संरक्षण और चेक डैमों की मरम्मत पर विशेष बल दिया।

सामुदायिक जिम्मेदारी: इन जल संरचनाओं की देखरेख की जिम्मेदारी किसानों के समूहों या जलसहिया समितियों को सौंपने का सुझाव दिया गया, ताकि स्थानीय स्तर पर स्वामित्व और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।

मुख्यमंत्री का वक्तव्य

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा, "खेती-किसानी राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, इसलिए किसानों की समृद्धि ही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।" उन्होंने यह भी कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता ही झारखंड के किसानों की सशक्तता की कुंजी है।

बैठक में वित्तीय वर्ष 2025–26 एवं 2026–27 के लिए विभिन्न योजनाओं, बजट एवं कार्ययोजनाओं पर विस्तृत विचार–विमर्श किया गया।

डॉक्टर सरबजीत सिंह की पहल: दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए मास्क वितरण

नई दिल्ली, 18 जनवरी 2026 - दिल्ली के प्रदूषण को देखते हुए, डॉक्टर सरबजीत सिंह ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने और मास्क बांटने का काम किया है।

डॉक्टर सरबजीत सिंह, जो एक प्रसिद्ध समाजसेवक हैं, ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

"हमारा लक्ष्य है दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना और लोगों को स्वस्थ जीवन प्रदान करना," डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा। "हम लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक करने और उन्हें मास्क पहनने के लिए प्रेरित करने का काम करेंगे।"

डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का लोगों ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।

डॉक्टर सरबजीत सिंह लगातार समाज सेवा करते रहते हैं और लोगों की भलाई के लिए कार्य करते रहते हैं। उनकी इस पहल से लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने में मदद मिलेगी।

मास्क वितरण कार्यक्रम के कुछ अंश:

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए।

- उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

- लोगों ने डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का स्वागत किया।

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा कि उनका लक्ष्य दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना है।

डॉक्टर सरबजीत सिंह की पहल: दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए मास्क वितरण

नई दिल्ली, 18 जनवरी 2026 - दिल्ली के प्रदूषण को देखते हुए, डॉक्टर सरबजीत सिंह ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने और मास्क बांटने का काम किया है।

डॉक्टर सरबजीत सिंह, जो एक प्रसिद्ध समाजसेवक हैं, ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए। उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

"हमारा लक्ष्य है दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना और लोगों को स्वस्थ जीवन प्रदान करना," डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा। "हम लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक करने और उन्हें मास्क पहनने के लिए प्रेरित करने का काम करेंगे।"

डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का लोगों ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।

डॉक्टर सरबजीत सिंह लगातार समाज सेवा करते रहते हैं और लोगों की भलाई के लिए कार्य करते रहते हैं। उनकी इस पहल से लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक करने में मदद मिलेगी।

मास्क वितरण कार्यक्रम के कुछ अंश:

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में मास्क वितरित किए।

- उन्होंने लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक किया और उन्हें मास्क पहनने की सलाह दी।

- लोगों ने डॉक्टर सरबजीत सिंह की इस पहल का स्वागत किया।

- डॉक्टर सरबजीत सिंह ने कहा कि उनका लक्ष्य दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना है।

अमेरिकी संसद में छाई मोदी-पुतिन की सेल्फी वाली फोटो, डेमोक्रेट सांसद बोलीं- ये तस्वीर हजार शब्दों के बराबर

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हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिल्ली के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार में एक सेल्फी ली थी। दोनों नेताओं की सेल्फी वाली फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। इस तस्वीर ने अमेरिकी संसद के हॉल के अंदर भी नई बहस छेड़ दी है। अब इस फोटो को दिखाकर अमेरिकी कांग्रेस के अंदर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को घेरा जा रहा हैष

मोदी-पुतिन की सेल्फी फोटो से ट्रंप को घेरा

अमेरिकी संसद में एक कांग्रेसी सांसद ने ही मोदी-पुतिन की सेल्फी फोटो लहराई है। अमेरिकी संसद में कांग्रेस वुमन सिडनी कामलेवगर डोव ने मोदी-पुतिन की सेल्फी वाला पोस्टर दिखाकर डोनाल्ड ट्रंप को कोसा। उन्होंने इस फोटो के जरिए अमेरिका की विदेश नीति की खूब आलोचना की है। सिडनी कामलेगर डोव ने इस तस्वीर को दिखाकर अमेरिका को चेताया है। उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन भारत को मॉस्को के करीब धकेल रहा है। उन्होंने साफ आरोप लगाया कि नई दिल्ली नहीं, अमेरिका ही भारत-यूएस पार्टनरशिप को कमजोर कर रहा है।

ट्रंप पर अमेरिका-भारत के रिश्ते को नुकसान पहुंचाने का आरोप

सांसद सिडनी कामलेगर-डोव ने कहा कि जिस तरह से पुतिन का स्वागत हुआ और पीएम मोदी के साथ उनकी गर्मजोशी दिखी, वो दिखाता है कि ट्रंप ने किस तरह का नुकसान अमेरिका-भारत के रिश्ते को पहुंचा दिया है।

ट्रंप-पुतिन की सेल्फी ट्रंप की नाकाम विदेश नीति का सबूत-डोव

डोव ने अपने बयान में कहा, नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन की साथ में आई तस्वीरें हमें बहुत कुछ दिखा रही हैं। डोनाल्ड ट्रंप को समझना चाहिए कि तस्वीरें झूठ नहीं बोलती हैं। ट्रंप-पुतिन की सेल्फी और गले मिलते हुए तस्वीरें ट्रंप की नाकाम विदेश नीति का सीधा सबूत हैं।

भारत पर टैरिफ गलत

विपक्षी पार्टी की नेता डोव ने डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के रूस से तेल खरीदने के लिए भारत पर टैरिफ लगाने के फैसले की भी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि अमेरिका का भारत पर टैरिफ लगाना बेवजह लगता है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ बिजनेस डील के लिए पुतिन के सलाहकारों के साथ मिलकर यूक्रेन को बेच रहे हैं।

सांसद प्रमिला जयापल ने भी जताई चिंता

इस दौरान सांसद प्रमिला जयापल ने व्यापार और आव्रजन (इमिग्रेशन) नीतियों के कारण भारत-अमेरिका आर्थिक और लोगों के बीच संबंधों पर पड़ रहे असर को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में लगे टैरिफ कारोबार और उपभोक्ताओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सांसद जयापल की यह टिप्पणी ट्रंप के हालिया बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने भारत से चावल के आयात पर नए टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत अमेरिकी किसानों को नुकसान पहुंचाते हुए सस्ते चावल निर्यात कर रहा है। इस दौरान ट्रंप ने अमेरिकी कृषि उत्पादकों के लिए 12 अरब डॉलर की मदद पैकेज की घोषणा भी की।

बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
बिजली बिल राहत योजना पर अध्यक्ष का सख़्त रुख, धीमी प्रगति पर अधिकारियों की क्लास,3.62 लाख उपभोक्ताओं ने कराया पंजीकरण, 283 करोड़ की वसूली
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में संचालित बिजली बिल राहत योजना को अधिक प्रभावी बनाने और उपभोक्ताओं तक तेजी से पहुंचाने के लिए यूपी पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने बुधवार को विद्युत वितरण निगमों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों की जमकर क्लास ली। उन्होंने साफ कहा कि नेवर-पेड, लॉन्ग अनपेड और चोरी के मामलों में प्रगति संतोषजनक नहीं है, ऐसे में जो अधिकारी अच्छा काम नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

खराब प्रदर्शन पर कार्रवाई, चेतावनी, निलंबन और तबादला

बैठक में अध्यक्ष ने पांच मुख्य अभियंताओं  कानपुर, बांदा, सीतापुर, गोरखपुर और झांसी के खराब प्रदर्शन पर चेतावनी जारी की। जबकि मिर्जापुर के मुख्य अभियंता का स्थानांतरण करने के निर्देश दिए गए।
इसी तरह सहायक अभियंता कासगंज सुशील कुमार को एडवर्स एंट्री और आशुतोष कुमार (मिर्जापुर) को निलंबित करने का निर्देश दिया गया।अध्यक्ष ने कहा कि उपभोक्ता हितों से जुड़ी इस महत्वपूर्ण योजना में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

योजना में अब तक 3.62 लाख उपभोक्ता जुड़े, 283 करोड़ की वसूली

बिजली बिल राहत योजना में उपभोक्ताओं की बढ़ती दिलचस्पी का हवाला देते हुए अध्यक्ष ने बताया कि अब तक 3,62,854 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है, जिससे 282.91 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है।
बिजली चोरी के मामलों में राहत पाने के लिए 4,911 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है।उन्होंने कहा कि “हर बकायेदार उपभोक्ता तक पहुंचें, उसे फोन करें, व्यक्तिगत रूप से वार्ता करें और योजना का लाभ समझाएं।”

हमेशा पहली बार—100% ब्याज माफी और मूलधन में भारी छूट

अध्यक्ष ने बताया कि इस योजना में उपभोक्ताओं को पहली बार 100 प्रतिशत ब्याज माफी के साथ मूलधन में 25% तक की छूट दी जा रही है।
जल्दी पंजीकरण कराने और बकाया जमा करने वालों को अतिरिक्त लाभ भी मिलेगा।
यह योजना बिजली चोरी के मामलों में भी राहत प्रदान कर रही है—मुकदमे, एफआईआर समेत कानूनी प्रक्रियाओं से निजात मिलेगी।

व्यापक प्रचार-प्रसार का आदेश

उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिला प्रशासन के साथ समन्वय कर योजना को हर उपभोक्ता तक पहुंचाएं। मीटर रीडरों, फीडर मैनेजरों और फिनटेक एजेंसियों को मिशन मोड में लगाया जाए। पंपलेट, समाचार पत्र, सोशल मीडिया, कॉलर ट्यून, व्हाट्सऐप मैसेज और मुनादी के जरिए अधिकतम जागरूकता सुनिश्चित की जाए

ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता पर कड़ा निर्देश, “लापरवाही नहीं चलेगी”

डॉ. गोयल ने ट्रांसफार्मर डैमेज पर भी नाराजगी जताई।उन्होंने कहा जहां ट्रांसफार्मर डैमेज कम नहीं हुआ है, वहां तात्कालिक सख्त कार्रवाई की जाए। अभी तक जिम्मेदारी तय क्यों नहीं की गई? लापरवाही बिल्कुल सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने आदेश दिया कि रोजाना प्रगति की समीक्षा अवर अभियंता स्तर तक की जाए।

अच्छे काम पर प्रोत्साहन

अध्यक्ष ने बताया कि योजना में बेहतर प्रदर्शन करने वाले कार्मिकों और कलेक्शन एजेंसियों के लिए विशेष प्रोत्साहन योजना लागू की गई है।योजना की समाप्ति पर 10 अधिशासी अभियंताओं, 20 उपखंड अधिकारियों, 30 अवर अभियंताओं को प्रशस्ति-पत्र और प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

विद्युत व्यवस्था में सुधार, शिकायतें कम होने का दावा

बैठक में अर्बन रिस्ट्रक्चरिंग से जुड़े बिंदुओं पर भी चर्चा हुई। मध्यांचल और पश्चिमांचल के अभियंताओं ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था पहले से बेहतर हुई है, उपभोक्ताओं की शिकायतें कम हुई हैं और समस्याओं का निस्तारण भी शीघ्रता से किया जा रहा है।
जहानाबाद ग्रामीण बिहार में छात्र बने मानवाधिकार जागरूकता के अग्रदूत : शकील अहमद काकवी
कायनात इंटरनेशनल स्कूल में विश्व मानवाधिकार
दिवस कार्यक्रम सम्पन्न
जहानाबाद काको स्थित कायनात इंटरनेशनल स्कूल में विश्व मानवाधिकार दिवस जागरूकता कार्यक्रम 2025 का भव्य आयोजन किया गया। कायनात फाउंडेशन और जामिया कायनात द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (UDHR) के महत्व को पुनर्स्थापित करना और ग्रामीण क्षेत्रों में मानव गरिमा, न्याय एवं समानता के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।
डीडीसी डॉ. प्रीति ने किया उद्घाटन
कार्यक्रम का शुभारंभ उप विकास आयुक्त (डीडीसी) डॉ. प्रीति, आईएएस ने यूडीएचआर बैनर पर हस्ताक्षर कर किया। इसके बाद उन्होंने विद्यालय के वरिष्ठ छात्रों द्वारा तैयार किए गए यूडीएचआर के अनुच्छेद 1 से 30 पर आधारित प्रदर्शनी स्टॉलों का निरीक्षण किया।
जामिया कायनात के छात्रों द्वारा मानवाधिकार विषयक पोस्टर प्रदर्शनी भी आकर्षण का केंद्र रही। वहीं कैफ अशरफ द्वारा ग्रामीण शिविर का संचालन किया गया।
वैज्ञानिक प्रदर्शन और सामाजिक संदेशों की प्रस्तुति
स्कूल के छात्रों ने वैज्ञानिक मॉडलों के साथ-साथ ओल्ड एज होम, स्वच्छता की जिम्मेदारी, हील द वर्ल्ड और वी आर वन जैसे सामाजिक विषयों पर उत्कृष्ट स्किट प्रस्तुत कीं, जिन्हें उपस्थित अतिथियों ने सराहा।
ग्रामीण बच्चों में जागरूकता बढ़ाने की सराहनीय पहल : डॉ. प्रीति
अपने संबोधन में डॉ. प्रीति ने कहा कि कायनात इंटरनेशनल स्कूल ग्रामीण बच्चों में सामाजिक उत्तरदायित्व एवं मानवाधिकार जागरूकता विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के योगदान की भी सराहना की, जिसका नेतृत्व कमिश्नर हरी शंकर कर रहे हैं।
"ऐसे विद्यालय हर गांव में होने चाहिए" : इर्शादुल्लाह
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जनाब इर्शादुल्लाह ने कहा कि कायनात इंटरनेशनल स्कूल जैसी संस्थाएँ जमीनी स्तर पर मानवाधिकार शिक्षा को मजबूत कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के प्रत्येक गांव में ऐसे ही विद्यालयों की आवश्यकता है और बोर्ड की ओर से हरसंभव सहयोग दिया जाएगा।
“यह केवल स्कूल नहीं, बल्कि एक मिशन है” : शकील अहमद काकवी
अतिथियों का स्वागत करते हुए कायनात इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर शकील अहमद काकवी ने कहा—
“हम नई पीढ़ी को प्रारंभ से ही मानव के अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूक कर रहे हैं। यह स्कूल सिर्फ संस्था नहीं, बल्कि वैज्ञानिक सोच और न्यायप्रिय समाज बनाने का मिशन है।”
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र, अभिभावक, शिक्षक व समुदाय के प्रमुख लोग उपस्थित रहे। मानवाधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम ग्रामीण बिहार में जागरूकता का एक मजबूत संदेश बनकर उभरा।
हाईवे से अतिक्रमण हटवाया

विपिन राठौर मीरापुर मुजफ्फरनगर। थाना प्रभारी मीरापुर द्वारा आज खतौली चौराहा से थावर वाली मस्जिद तक पैदल गस्त करते हुए हाईवे से अतिक्रमण हटवाया गया तथा कस्बा बाजार में पैदल गस्त करते हुए बिना नंबर प्लेट की मोटरसाइकिल तीन सवारी वह पटाखा बुलेट के विरुद्ध कार्रवाई की गई कस्बा वीडियो एवं अतिक्रमण करने वालों को चेतावनी दी गई भविष्य में उनके द्वारा सड़क पर अतिक्रमण किया गया तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
सड़क सुरक्षा को मजबूत करने तथा दुर्घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से चलाया अभियान

*सड़क सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं- एआरटीओ प्रशासन

गोण्डा। सड़क सुरक्षा को मजबूत करने तथा दुर्घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से एआरटीओ (प्रशासन) आर.सी. भारतीय द्वारा विशेष अभियान चलाया गया। यह अभियान मुख्य रूप से गन्ने से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों एवं एआईटीपी बसों में रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप न लगाए जाने की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए संचालित किया गया। रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप वाहन की दृश्यता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, विशेषकर रात के समय, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावना कम होती है।अभियान के दौरान एआरटीओ प्रशासन ने विभिन्न मार्गों पर वाहनों की चेकिंग की और उन वाहनों को रोका जिनमें नियमानुसार रिफ्लेक्टिव टेप नहीं लगाए गए थे। उन्होंने चालकों और मालिकों को चेतावनी देते हुए स्पष्ट कहा कि सड़क सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसे वाहन जो रिफ्लेक्टिव टेप लगाए बिना सड़कों पर चलते पाए गए, उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।एआरटीओ आर.सी. भारतीय ने वाहन चालकों को यह भी समझाया कि रिफ्लेक्टिव टेप लगाना सिर्फ नियम का पालन भर नहीं, बल्कि उनकी और अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है। कई सड़क दुर्घटनाएं रात के समय वाहनों की कम दृश्यता के कारण होती हैं, जिसे इस टेप के माध्यम से काफी हद तक रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से गन्ना परिवहन करने वाले ट्रैक्टर-ट्रॉलियाँ भारी व लंबे होने के कारण दुर्घटनाओं की दृष्टि से अधिक संवेदनशील होती हैं, इसलिए इन पर रिफ्लेक्टिव टेप लगाना अनिवार्य है।अभियान के दौरान परिवहन विभाग की टीम ने चालकों को जागरूक भी किया और उन्हें नियमों का पालन करने का आग्रह किया। विभाग द्वारा यह भी कहा गया कि भविष्य में ऐसे वाहनों पर निरंतर निगरानी रखी जाएगी और नियम उल्लंघन की स्थिति में जुर्माना एवं अन्य दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। अभियान के दौरान पांच ट्रैक्टर में रिफ्लेक्टर भी लगाया गया तथा एक बस के विरुद्ध कार्रवाई की गई।इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाना, दुर्घटनाओं में कमी लाना तथा लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। परिवहन विभाग ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित और जिम्मेदार यातायात व्यवस्था बनाने में सहयोग दें।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड के कृषि एवं वनोपज क्षेत्र को सुदृढ़ करने हेतु दिए महत्वपूर्ण निर्देश

रांची, 10 दिसंबर 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड विधानसभा में सिद्धो–कान्हो कृषि एवं वनोपज राज्य सहकारी संघ लिमिटेड (सिद्धकोफेड) के निदेशक मंडल की चतुर्थ बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान कृषि एवं वनोपज क्षेत्र के सुदृढ़ीकरण और किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि किसानों को फसलों के उचित दाम और समय पर भुगतान सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

प्रमुख घोषणाएँ और निर्देश

1. किसानों के लिए डिजिटल क्रांति

स्पेशल मोबाइल एप्लीकेशन (Mobile App): मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को किसानों के लिए एक विशेष मोबाइल ऐप विकसित करने का निर्देश दिया।

उद्देश्य: किसान अपनी फसलों, कृषि सामग्रियों, विपणन स्थिति और बाजार संबंधी जानकारी को सीधे डिजिटल माध्यम से साझा कर सकेंगे।

लाभ: बेहतर मूल्य निर्धारण में सहायता मिलेगी और बाजार की वास्तविक स्थिति की अद्यतन जानकारी प्राप्त होगी।

स्थानीय कृषि पोर्टल (Local Portal): कृषि विभाग का एक लोकल पोर्टल विकसित करने का निर्देश दिया गया, जिससे उपभोक्ता सीधे किसानों से जुड़कर कृषि उत्पादों की खरीद कर सकें। यह पहल बिचौलियों की भूमिका को घटाएगी और पारदर्शिता लाएगी।

2. प्रशिक्षण और तकनीकी सुदृढ़ीकरण

'किसान पाठशाला' को बढ़ावा: किसानों को ज्ञान और तकनीक के माध्यम से समृद्ध बनाने के लिए “किसान पाठशाला” जैसी पहलों को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया।

वीडियो आधारित प्रशिक्षण: किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों, संरक्षण तकनीकों और नवाचारों से जोड़ने के लिए वीडियो आधारित प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार किए जाएंगे, ताकि वे मूल्य संवर्धन की तकनीकों को अपना सकें।

3. वनोपज और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का सशक्तिकरण

विशिष्ट वनोपज पर ध्यान: मुख्यमंत्री ने लाह, इमली, कोदो, कुटकी, चिरौंजी, महुआ, करंज, रेशम और तसर जैसे झारखंड के विशिष्ट वनोपजों के उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन को सुदृढ़ करने पर बल दिया।

वैश्विक पहचान: झारखंड सरकार राज्य के वनोपज उत्पादों को राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए ठोस और निर्णायक पहल करेगी।

समन्वित प्रयास: कृषि एवं वनोपज आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए सभी विभागों को समन्वित रूप से कार्य करने का निर्देश दिया गया।

4. जल संरक्षण एवं स्वामित्व

चेक डैमों की देखरेख: मुख्यमंत्री ने जलस्रोतों के संरक्षण और चेक डैमों की मरम्मत पर विशेष बल दिया।

सामुदायिक जिम्मेदारी: इन जल संरचनाओं की देखरेख की जिम्मेदारी किसानों के समूहों या जलसहिया समितियों को सौंपने का सुझाव दिया गया, ताकि स्थानीय स्तर पर स्वामित्व और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।

मुख्यमंत्री का वक्तव्य

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा, "खेती-किसानी राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, इसलिए किसानों की समृद्धि ही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।" उन्होंने यह भी कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता ही झारखंड के किसानों की सशक्तता की कुंजी है।

बैठक में वित्तीय वर्ष 2025–26 एवं 2026–27 के लिए विभिन्न योजनाओं, बजट एवं कार्ययोजनाओं पर विस्तृत विचार–विमर्श किया गया।