*अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कुशभवनपुर ने फूंका बांग्लादेश सरकार का पुतला*
सुलतानपुर,बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कुशभवनपुर ने बांग्लादेश सरकार का पुतला फूंका ।प्रदर्शनकारियों और बांग्लादेश सरकार को संबोधित करते हुए नगर मंत्री राज मिश्रा ने कहा कि भारतीय लोगों की संवेदनाएं बांग्लादेश के हिन्दू अल्पसंख्यकों के साथ जुड़ी हुई हैं और हम उनके साथ किसी भी प्रकार का अत्याचार स्वीकार नहीं करेंगे पुनः नगर मंत्री ने कहा की बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार तत्काल प्रभाव से बंद किए जाएं अन्यथा इसके परिणाम भयावह होंगे नगर मंत्री ने कहा कि विद्यार्थी परिषद परिवार सदैव से समाज के हित की राष्ट्र के हित की आवाज उठाता रहा है और उठाता रहेगा उन्होंने भारत सरकार महामहिम राष्ट्रपति महोदय से निवेदन किया कि भारत सरकार इस मामले में अपना दखल देकर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के हितों का संरक्षण सुनिश्चित करें। इस अवसर पर अर्चिता,महक,शुभेंद्र वीर सिंह, सौरभेन्द्र वीर सिंह,आदर्श शुक्ला, हर्ष श्रीवास्तव शिखर, अखिल, सनी मिश्र,शिवांश, ओम,आदित्य, सत्यम अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
दामाद ने सास को मारी गोली महिला की मौके पर ही हुई मौत
संजय द्विवेदी प्रयागराज।करेली इलाके में काली माई मंदिर के पास उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई।गोली लगते ही महिला की मौके पर ही मौत हो गई।मृतक का नाम अर्शिया खातून 50 वर्षीय बताया जा रहा है पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हत्या का आरोप महिला के दामाद पर है जिसने कथित तौर पर अपनी सास को गोली मारी।वारदात के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।करेली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आरोपी दामाद की तलाश शुरू कर दी गई है।हत्या के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नही है लेकिन पारिवारिक विवाद की आशंका जताई जा रही है यह घटना सिर्फ एक हत्या नही बल्कि घरेलू रिश्तों में बढ़ती हिंसा की भयावह तस्वीर पेश करती है।जिस रिश्ते में भरोसा और सम्मान होना चाहिए उसी रिश्ते में बन्दूक का इस्तेमाल समाज के लिए गम्भीर चेतावनी है पारिवारिक विवाद अगर समय रहते सुलझाए जाएं तो ऐसी घटनाओ को रोका जा सकता है।
बीमार पालतू बना काल: लखनऊ में एक ही घर से उठीं दो अर्थियां

लखनऊ ।राजधानी के पारा थाना क्षेत्र की जलालपुर दौदाखेड़ा कॉलोनी बुधवार को उस वक्त सन्नाटे में डूब गई, जब एक ही घर से चीख-पुकार और मातम की आवाजें गूंज उठीं। अवसाद से जूझ रहीं दो सगी बहनों ने पालतू कुत्ते की बीमारी के सदमे में ज़हरीला फिनाइल पी लिया। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई और हर आंख नम हो उठी।मृत बहनों की पहचान राधा सिंह (25) और जिया उर्फ शानू सिंह (22) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि दोनों मानसिक रूप से अस्वस्थ थीं और अपने पालतू जर्मन शेफर्ड टोनी से बेहद लगाव रखती थीं। बीते करीब 15 दिनों से टोनी की तबीयत लगातार बिगड़ रही थी। इलाज के बावजूद हालत में सुधार न होने से दोनों बहनें गहरे तनाव में चली गईं।

मां के सामने कबूल किया गुनाह, फिर टूट गया सब कुछ

बुधवार दोपहर दोनों बहनों ने घर में रखा फिनाइल पी लिया। कुछ ही देर बाद हालत बिगड़ने लगी तो उन्होंने अपनी मां गुलाबा देवी को रोते हुए बताया कि उन्होंने ज़हर पी लिया है। घबराई मां ने तुरंत बड़े बेटे वीर सिंह को फोन किया। पड़ोसियों की मदद से दोनों को रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल ले जाया गया, जहां राधा ने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया। गंभीर हालत में जिया को मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, लेकिन गुरुवार दोपहर इलाज के दौरान उसने भी अंतिम सांस ले ली।

“हम मर जाएं तो डॉगी को मत भगाना…”

इस दर्दनाक घटना ने हर किसी का कलेजा चीर दिया। मां गुलाबा देवी के मुताबिक, ज़हर पीने के बाद दोनों बेटियां फूट-फूटकर रो रही थीं और बस एक ही बात कह रही थीं—

“हमारे मरने के बाद डॉगी को घर से मत भगाना, उसकी दवा कराते रहना।”यह सुनकर मां बदहवास हो गईं, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

मोहल्ले में पसरा मातम, एक साथ उठी दो अर्थियां

गुरुवार देर शाम पोस्टमार्टम के बाद जब दोनों बहनों के शव घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। एक ही घर से जब दो अर्थियां एक साथ उठीं, तो पूरे मोहल्ले की आंखें भर आईं। मां गुलाबा देवी बार-बार बेटियों के शव से लिपटकर बेसुध हो जा रही थीं। पड़ोसी ज्ञान सिंह, लाल चंद्र और लखन लाल ने बताया कि दोनों बहनें शांत स्वभाव की थीं और टोनी से उनका लगाव इस कदर था कि अगर कुत्ता खाना नहीं खाता था तो वे भी खाना छोड़ देती थीं।यह परिवार पहले ही कई दुख झेल चुका है। गुलाबा देवी के पति कैलाश सिंह, जो रुई की धुनाई का काम करते हैं, पिछले छह महीनों से गंभीर बीमारी के चलते बिस्तर पर हैं। कोरोना काल में परिवार अपना एक जवान बेटा भी खो चुका है। अब दो बेटियों की मौत ने परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है।

मानसिक बीमारी का लंबा इतिहास

परिजनों के अनुसार, वर्ष 2014 से दोनों बहनों का मानसिक बीमारी का इलाज चल रहा था। कई डॉक्टरों को दिखाया गया, मंदिरों और धार्मिक स्थलों—बालाजी, खाटू श्याम—तक ले जाया गया। 2017 तक हालत में सुधार हुआ, लेकिन बाद में फिर समस्याएं बढ़ने लगीं। कुछ समय पहले नाराजगी में दोनों ने घर की किराने की दुकान में आग लगा दी थी, जिसमें मां का एक पैर झुलस गया था। इसके बाद इलाज दोबारा शुरू कराया गया।

कुत्ते से शुरू हुई कहानी, उसी पर खत्म

करीब तीन साल पहले मॉर्निंग वॉक के दौरान एक ट्रॉली चालक से मुलाकात के बाद दोनों बहनें जर्मन शेफर्ड टोनी को घर लेकर आई थीं। वही टोनी धीरे-धीरे उनकी दुनिया का केंद्र बन गया। उसकी बीमारी ने दोनों को इस कदर तोड़ दिया कि उन्होंने जिंदगी से ही मुंह मोड़ लिया।इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का मामला सामने आया है। परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और हर पहलू की जांच की जा रही है।यह हादसा सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर सवाल छोड़ गया है—मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक सहारे को समय रहते समझा और संभाला नहीं गया, तो नतीजे कितने भयावह हो सकते हैं।

पेसा कानून से मजबूत होगा जनजातीय स्वशासन: ढोल-नगाड़ों के साथ सीएम आवास पहुंचे सरना समिति के प्रतिनिधि, मुख्यमंत्री ने कहा— "गांव मजबूत होगा तभी

रांची | : झारखंड में जनजातीय समाज के दशकों पुराने संघर्ष को एक नई दिशा मिली है। राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा पेसा नियमावली (पंचायत उपबंध, अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार अधिनियम) को हरी झंडी दिए जाने के बाद आज केंद्रीय सरना समिति, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा और आदिवासी छात्रावासों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया।

ढोल-नगाड़ों के साथ आभार यात्रा

मुख्यमंत्री आवासीय परिसर आज उत्सव के मैदान में तब्दील हो गया। सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग पारंपरिक ढोल-नगाड़ों के साथ पहुंचे और पेसा नियमावली लागू करने के ऐतिहासिक निर्णय के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रतिनिधियों ने इसे आदिवासी स्वशासन और जल-जंगल-जमीन की रक्षा की दिशा में अब तक का सबसे बड़ा कदम बताया।

मुख्यमंत्री के संबोधन की मुख्य बातें:

पूर्वजों के संघर्ष का सम्मान: मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग झारखंड राज्य और जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए हमारे पूर्वजों ने लंबी प्रताड़ना झेली और बलिदान दिए। पेसा कानून उन्हीं वीर सपूतों के सपनों को धरातल पर उतारने का जरिया है।

ग्राम सभाओं को मिलेगी शक्ति: सीएम ने स्पष्ट किया कि पेसा कानून लागू होने से ग्राम सभाओं को निर्णय लेने का संवैधानिक अधिकार और शक्तियां मिलेंगी। इससे स्थानीय स्वशासन की व्यवस्था सुदृढ़ होगी और पंचायतों को अपना वास्तविक हक मिलेगा।

भ्रम फैलाने वालों से रहें सावधान: मुख्यमंत्री ने युवाओं और ग्रामीणों से अपील की कि वे पेसा कानून की बारीकियों को समझें। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व ग्रामीणों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं, इसलिए नीतियों की सही जानकारी होना जरूरी है।

विकसित गांव, विकसित राज्य: मुख्यमंत्री ने दोहराया कि "हमारी सरकार गांव की सरकार है।" जब तक राज्य का सुदूर ग्रामीण क्षेत्र मजबूत नहीं होगा, तब तक राज्य के विकास की कल्पना अधूरी है।

नवनियुक्तियों का जिक्र

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी याद दिलाया कि सरकार केवल नीतियां ही नहीं बना रही, बल्कि रोजगार भी दे रही है। हाल ही में 10 हजार युवाओं को सरकारी नियुक्ति दी गई है और आने वाले समय में रोजगार के और अवसर सृजित किए जाएंगे।

प्रमुख उपस्थिति

इस अवसर पर केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की, सचिव रूपचंद केवट, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के महासचिव जलेश्वर उरांव सहित सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के छात्र और प्रतिनिधि उपस्थित थे।

धान अधिप्राप्ति पर सीएम हेमन्त सोरेन की अपील: ₹2450 प्रति क्विंटल की दर से सीधा भुगतान, बिचौलियों से सावधान रहने की हिदायत

रांची | 26 दिसंबर 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने राज्य के किसानों की समृद्धि और सुरक्षा को लेकर एक विशेष संदेश जारी किया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार धान खरीद की प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ संचालित कर रही है और किसानों को उनके पसीने की पूरी कीमत सीधे उनके खातों में मिल रही है।

मुख्य बातें:

₹2450 प्रति क्विंटल: राज्य सरकार धान की खरीद निर्धारित दर ₹2450 प्रति क्विंटल पर कर रही है।

700+ केंद्र: पूरे झारखंड में धान अधिप्राप्ति के लिए 700 से अधिक केंद्र सक्रिय हैं।

सीधा भुगतान: बिचौलियों की भूमिका खत्म करने के लिए भुगतान की राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जा रही है।

बिचौलियों के खिलाफ सख्त रुख

मुख्यमंत्री ने किसान भाइयों और बहनों से अपील की है कि वे किसी भी बिचौलिए के बहकावे में न आएं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति मुआवजे या भुगतान के नाम पर धन की मांग करता है या किसानों को गुमराह करने की कोशिश करता है, तो इसकी सूचना तुरंत जिला प्रशासन या अंचल कार्यालय को दें।

मुख्यमंत्री का संदेश

"किसानों की समृद्धि ही झारखण्ड की शक्ति है। सरकार हमेशा आपके अधिकारों की रक्षा के लिए संकल्पित है। अपनी उपज प्रखंड के नजदीकी सरकारी केंद्रों पर ही बेचें।" — हेमन्त सोरेन, मुख्यमंत्री

देवघर- के IMA हाल में प्राचार्य कृष्णनंदन सहाय की सोलहवीं पुण्यतिथि मनाई गई '
देवघर: कॉलेज़ के संस्थापक प्राचार्य भाषाविद् एवं इतिहासकार कृष्णनंदन सहाय की 16 वीं पुण्यतिथि झारखण्ड शोध संस्थान' और के.एन.सहाय फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में आज दिनांक 26 दिसंबर,2025 दिन शुक्रवार को स्थानीय बैद्यनाथधाम स्टेशन रोड स्थित आई.एम.ए. हॉल में समारोहपूर्वक मनाई गई। इस सारस्वत समारोह की अध्यक्षता करते हुए ए.एस.कॉलेज़ के इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ.नंदन किशोर द्विवेदी ने कहा कि स्व.कृष्णनंदन सहाय एक पुरातत्ववेत्ता के रूप में जहां निर्जीव अवशेषों में इतिहास तलाशते थे, वहीं सजीव वस्तुओं में संवेदना और सहकार खोजा करते थे। एक प्राचार्य के रूप में उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ा मानक स्थापित किया.डॉ.द्विवेदी ने अपने दिवंगत मामा पूर्व विदेश सचिव डॉ.मुचकुंद दुबे के साथ प्राचार्य कृष्णनंदन सहाय के आदर्शमय जीवन के कुछ दृष्टांत भी सबके सामने रखे। मुख्य अतिथि झारखण्ड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मणिशंकर ने कहा कि प्राचार्य कृष्णनंदन सहाय देवघर की एक शैक्षिक विभूति थे जिनके आदर्शों को उच्च शिक्षा के तमाम केंद्रों पर अपनाने की ज़रूरत है.उन्होंने स्व.सहाय और महात्मा गांधी के संबंधों को रेखांकित करते हुए देवघर में 'गांधी संग्रहालय' की स्थापना में अपना हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। विशिष्ट अतिथि डॉ.शंकर मोहन झा ने उनकी स्मृतियों को नए शैक्षिक संदर्भों और नैतिक तक़ाज़ों से जोड़ने की अपील की। उर्दू और फारसी में उनकी प्रवीणता की प्रशंसा की. इसके पूर्व आगत अतिथियों ने स्व.कृष्णनंदन सहाय की छवि पर पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी श्रद्धा निवेदित की.समारोह का संचालन करते हुए 'झारखण्ड शोध संस्थान' के वरिष्ठ सदस्य प्रो.रामनंदन सिंह ने प्राचार्य कृष्णनंदन सहाय के जीवन के अनेक आयाम लोगों के सामने रखे। महात्मा गांधी की देवघर-यात्रा का शताब्दी वर्ष(1925-2025) होने के कारण अपने विषय-प्रवेश में 'झारखण्ड शोध संस्थान' के सचिव उमेश कुमार ने महात्मा गांधी के साथ प्राचार्य कृष्णनंदन सहाय के साहचर्य के अनेक अनछुए प्रसंग सुनाए साथ ही,कवि रामधारी सिंह 'दिनकर' के साथ प्राचार्य महोदय की मैत्री की अनसुनी दास्तान भी सुनाई. समारोह में झारखण्ड सरकार के पूर्व वाणिज्य कर आयुक्त देवदत्त रेणुदास, शिक्षाविद् प्रो.कैलाश कापरी, शिक्षाविद् डॉ.विजय शंकर, रांची हाईकोर्ट के वकील विजय शंकर झा, संगीतकार एस.डी.द्वारी, गीतकार अनिल कुमार झा,नेत्र चिकित्सक डॉ.एन.सी.गांधी,डाक टिकट संग्राहक एवं चित्रशिल्पी रजत मुखर्जी,कवि एवं ग़ज़लगो अरुण शर्मा,भवन निर्माण अभियंता पी.के.राजहंस, कवि हिमांशु झा,पूर्व गृहमाता सुशीला सिन्हा, सेवानिवृत्त पशु चिकित्सक डॉ.उमेश चंद्र सिन्हा, समाजसेवी लता सिन्हा, समाजसेवी रूबी द्वारी, संस्थान सदस्य कुमारी सुनीता, संस्थान कोषाध्यक्ष प्रवीण कुमार,शिक्षक एवं कवि उमाशंकर राव 'उरेंदु',शिक्षक एवं कवि रविशंकर साह,पत्रकार एवं कवि फाल्गुनी मरीक कुशवाहा,कवि जालेश्वर ठाकुर 'शौकीन', नेताजी सुभाष जागृति मंच के अध्यक्ष उदय चक्रवर्ती,पत्रकार राकेश कुमार पुरोहितवार, पत्रकार प्रमेश वर्मा, पत्रकार बबलू साह,उद्घोषक राकेश कुमार राय, प्राचार्य प्रेम कुमार,समाजवादी नेता तारकेश्वर सिंह, समाजवादी नेता त्रिवेणी वर्मा, समाजसेवी रवि केशरी, समाजसेवी सूरज झा, समाजसेवी सुनील कुमार गुप्ता, समाजसेवी सुरेश साह, समाजसेवी पप्पू राउत,बेकरी मालिक रामधनी प्रसाद राव, समाजसेवी बम शंकर दुबे,छात्रा मंजरी सिंह,छात्रा आराध्या राज आदि की प्रभावपूर्ण उपस्थिति रही.इनमें से अनेक ने मंच पर जाकर श्रद्धा के शब्द भी उकेरे और प्राचार्य कृष्णनंदन सहाय को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. धन्यवाद ज्ञापन पत्रकार शत्रुघ्न प्रसाद ने किया।
सिविलियन उच्चतर प्राथमिक विद्यालय में ब्लाक स्तरीय क्विज प्रतियोगिता सम्पन्न

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत विकास खण्ड मेजा के समस्त संविलियन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के ब्लॉक स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में प्रतिभागी कुल 100 बच्चो का राष्ट्रीय अविष्कार योजनांतर्गत ब्लॉक स्तरीय एक्पोजर विजिट (भ्रमण)कार्यक्रम आज दिनांक 26/12/2025 को सम्पन्न हुआ।कार्यक्रम की शुरुवात  सुबह 10 बजे प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष मनीष तिवारी जी द्वारा बस को हरी झंडी दिखाकर प्रयागराज के लिए रवाना किया है।वही एक बस कोहदार लालतारा  से बच्चो को लेकर रवाना हुई। प्रयागराज में भारद्वाज पार्क राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी कम्पनी बाग घूम बच्चो के चेहरे खिल उठे।बच्चो को वेफर बिस्किट नमकीन चाय तथा लंच कम्पनी बाग में कराया गया।खण्ड शिक्षा अधिकारी कैलाश सिंह के बताया कि शैक्षिक एक्सपोजर विज़िट राष्ट्रीय आविष्कार खोज का उद्देश्य विद्यार्थियो में वैज्ञानिक सोच नवाचार और अनुसंधान की भावना विकसित करना है।इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रो को प्रयोगात्मक ज्ञान नई तकनीको की जानकारी तथा रचनात्मक क्षमताओं को पहचानने और निखारने का अवसर प्राप्त होता है।उक्त कार्यक्रम समस्त ए आर पी की देखरेख में सम्पन्न कराया गया।सहयोग में यामवंत सिंह बीना सिंह शैलजा सिंह देवी राजकुमार विनय सिंह शिव नन्दनी पाण्डेय विवेकानन्द पाण्डेय अशोक तिवारी संदीप तिवारी आदि रहे।
गोण्डा–बहराइच मार्ग स्थित मिश्रौलिया ओवरब्रिज के बगल में सर्विस लेन के निर्माण को लेकर जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण


*शासन की मंशा के अनुरूप विकास कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाना अत्यंत आवश्यक-जिलाधिकारी*


*गोण्डा 26 दिसम्बर,2025*।
जिलाधिकारी गोण्डा श्रीमती प्रियंका निरंजन ने जनहित से जुड़े कार्यों में तेजी लाने के उद्देश्य से गोण्डा–बहराइच मार्ग स्थित मिश्रौलिया ओवरब्रिज के बगल में प्रस्तावित सर्विस लेन के निर्माण को लेकर औचक निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने मौके की वास्तविक स्थिति का जायजा लिया तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के समय पाया कि ओवरब्रिज के बगल सर्विस लेन का निर्माण न होने के कारण स्थानीय नागरिकों, राहगीरों एवं व्यापारियों को आवागमन में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने नगर मजिस्ट्रेट, ब्रिज कॉरपोरेशन के अधिकारियों एवं अधिशासी अभियंता (एक्सईएएन) निर्माण खण्ड प्रथम को निर्देशित किया कि सर्विस लेन निर्माण में आ रही बाधाओं को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाए।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि संबंधित भूमि स्वामियों के साथ शीघ्र बैठक आयोजित कर नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाए, ताकि किसी भी प्रकार का विवाद उत्पन्न न हो और निर्माण कार्य में अनावश्यक विलंब न हो। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप विकास कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाना अत्यंत आवश्यक है तथा जनता की सुविधा सर्वोपरि है।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि निर्माण कार्य प्रारंभ करने से पूर्व सभी तकनीकी औपचारिकताओं को पूर्ण कर लिया जाए और गुणवत्ता मानकों का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि सर्विस लेन के निर्माण से स्थानीय लोगों को सुगम यातायात की सुविधा मिलेगी।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही अथवा शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने नियमित मॉनिटरिंग करते हुए प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। निरीक्षण के दौरान मौजूद अधिकारियों ने जिलाधिकारी को आश्वस्त किया कि दिए गए निर्देशों के अनुरूप शीघ्र ही आवश्यक कार्यवाही प्रारंभ कर दी जाएगी।

इस औचक निरीक्षण से संबंधित विभागों में कार्य के प्रति सक्रियता देखी गई तथा स्थानीय नागरिकों ने भी जिलाधिकारी द्वारा की गई इस पहल की सराहना की।

निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अंकिता जैन, अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, उपजिलाधिकारी गोण्डा सदर सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान कर डीएम व सीडीओ ने किया सम्मानित


*“वीर बाल दिवस” के अवसर पर भव्य एवं प्रेरणादायी कार्यक्रम का किया गया आयोजन*


*विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा लगाए गए स्टालों का डीएम व सीडीओ ने किया अवलोकन*


*कोविड-19 महामारी के दौरान जिन बच्चों के माता, पिता अथवा दोनों का निधन हो गया था, ऐसे 19 बच्चों को डीएम व सीडीओ ने वितरित किया लैपटॉप*

*गोण्डा 26 दिसम्बर,2025*।
राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, गोंडा में “वीर बाल दिवस” के अवसर पर भव्य एवं प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्र-छात्राओं में राष्ट्रभक्ति, आत्मविश्वास, सृजनात्मकता तथा सामाजिक दायित्व की भावना को प्रोत्साहित करना रहा। इस अवसर पर जिलाधिकारी गोंडा श्रीमती प्रियंका निरंजन एवं मुख्य विकास अधिकारी गोंडा श्रीमती अंकिता जैन ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया तथा विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन किया।

कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, विज्ञान, हस्तशिल्प एवं नवाचार से संबंधित आकर्षक स्टाल लगाए, जिनकी जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी ने भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने बच्चों से संवाद कर उनके विचारों, रचनात्मक प्रयासों एवं सीखने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त की और उन्हें निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। अधिकारियों ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक होते हैं तथा उनमें नेतृत्व क्षमता और आत्मनिर्भरता का भाव उत्पन्न करते हैं।
इस अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों एवं छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि आज के बच्चे ही देश का भविष्य हैं और ऐसे मंच उन्हें अपनी प्रतिभा को पहचानने व निखारने का अवसर प्रदान करते हैं। मुख्य विकास अधिकारी ने भी विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान और सामाजिक चेतना अत्यंत आवश्यक है।

कार्यक्रम का एक अत्यंत संवेदनशील एवं सराहनीय पहलू यह रहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान जिन बच्चों के माता, पिता अथवा दोनों का निधन हो गया था, ऐसे कुल 19 बच्चों को लैपटॉप वितरित किए गए। यह पहल बच्चों की शिक्षा को निरंतर बनाए रखने तथा उन्हें डिजिटल संसाधनों से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अधिकारियों ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

कार्यक्रम के दौरान अपर जिलाधिकारी श्री आलोक कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री संतोष कुमार सोनी, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. रामचंद्र, प्राचार्य राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गोंडा श्रीमती गीता त्रिपाठी सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण, विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं एवं अभिभावकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन उत्साहपूर्ण वातावरण एवं सकारात्मक संदेश के साथ हुआ।
कलाकारों नाटक के माध्यम से जीवंत किया अटल जी का जीवन वृत्त
अटल जी के जीवन से प्रेरणा लेने व उनके अनुशरण की जरूरत


फर्रुखाबाद। देश के पूर्व  प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई को नमन करते हुए सांस्कृतिक मंत्रालय द्वारा प्रायोजित जन्म शताब्दी समारोह के अंतर्गत  कमला ग्रामोद्योग संस्थान के बैनर तले  हुए  सांस्कृतिक कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद  मुकेश राजपूत रहे।
कार्यक्रम का प्रारंभ नटराज पूजन के साथ मुख्य अतिथि ने किया। लखनऊ से आई अमित दीक्षित राम जी के निर्देशन में सांस्कृतिक टीम ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के जीवन पर आधारित नाटक प्रस्तुत कर के उनकी स्मृतियों को जीवंत कर दिया।

लखनऊ से टीम में करीब आधा सैकड़ा कलाकार व सहयोगी शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन भिजवा शिक्षक प्रकोष्ठ के नेता व वरिष्ठ कवि महेश पाल सिंह उपकारी ने किया। सांसद मुकेश राजपूत ने कहा कि कला के माध्यम से किसी भी विषय को सुरुचि पूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया जाता है पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के जीवन के सचित्र को कलाकारों ने जीवनत किया इसके लिए बधाई के पात्र हैं। कलाकारों के उज्जवल भविष्य की कामना की और अटल जी के विचारधारा का अनशन करने का आवाहन किया।

सभी कलाकारों का सांसद द्वारा सम्मान स्मृति चिन्ह व उत्तरीय ओढ़ाकर  किया गया। इस मौके पर व्यापार मंडल अध्यक्ष सदानंद शुक्ला इंद्रा पाण्डेय, समाज सेवी संजय गर्ग,विजय मिश्रा, पुरुषोत्तम शुक्ला, बाबी गौतम, सुनीता अग्निहोत्री, मंजू तोमर, नारायण दत्त द्विवेदी,युवा कवि विशाल श्रीवास्तव, जगमोहन गौतम, कृष्णा मिश्रा,किशन सक्सेना, कृष्णा, राज गौरव पांडेय, सहित  तमाम लोग मौजूद रहे। राजू गौतम ने सभी के प्रति आभार जताया।
*अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कुशभवनपुर ने फूंका बांग्लादेश सरकार का पुतला*
सुलतानपुर,बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कुशभवनपुर ने बांग्लादेश सरकार का पुतला फूंका ।प्रदर्शनकारियों और बांग्लादेश सरकार को संबोधित करते हुए नगर मंत्री राज मिश्रा ने कहा कि भारतीय लोगों की संवेदनाएं बांग्लादेश के हिन्दू अल्पसंख्यकों के साथ जुड़ी हुई हैं और हम उनके साथ किसी भी प्रकार का अत्याचार स्वीकार नहीं करेंगे पुनः नगर मंत्री ने कहा की बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार तत्काल प्रभाव से बंद किए जाएं अन्यथा इसके परिणाम भयावह होंगे नगर मंत्री ने कहा कि विद्यार्थी परिषद परिवार सदैव से समाज के हित की राष्ट्र के हित की आवाज उठाता रहा है और उठाता रहेगा उन्होंने भारत सरकार महामहिम राष्ट्रपति महोदय से निवेदन किया कि भारत सरकार इस मामले में अपना दखल देकर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के हितों का संरक्षण सुनिश्चित करें। इस अवसर पर अर्चिता,महक,शुभेंद्र वीर सिंह, सौरभेन्द्र वीर सिंह,आदर्श शुक्ला, हर्ष श्रीवास्तव शिखर, अखिल, सनी मिश्र,शिवांश, ओम,आदित्य, सत्यम अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
दामाद ने सास को मारी गोली महिला की मौके पर ही हुई मौत
संजय द्विवेदी प्रयागराज।करेली इलाके में काली माई मंदिर के पास उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई।गोली लगते ही महिला की मौके पर ही मौत हो गई।मृतक का नाम अर्शिया खातून 50 वर्षीय बताया जा रहा है पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हत्या का आरोप महिला के दामाद पर है जिसने कथित तौर पर अपनी सास को गोली मारी।वारदात के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।करेली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आरोपी दामाद की तलाश शुरू कर दी गई है।हत्या के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नही है लेकिन पारिवारिक विवाद की आशंका जताई जा रही है यह घटना सिर्फ एक हत्या नही बल्कि घरेलू रिश्तों में बढ़ती हिंसा की भयावह तस्वीर पेश करती है।जिस रिश्ते में भरोसा और सम्मान होना चाहिए उसी रिश्ते में बन्दूक का इस्तेमाल समाज के लिए गम्भीर चेतावनी है पारिवारिक विवाद अगर समय रहते सुलझाए जाएं तो ऐसी घटनाओ को रोका जा सकता है।
बीमार पालतू बना काल: लखनऊ में एक ही घर से उठीं दो अर्थियां

लखनऊ ।राजधानी के पारा थाना क्षेत्र की जलालपुर दौदाखेड़ा कॉलोनी बुधवार को उस वक्त सन्नाटे में डूब गई, जब एक ही घर से चीख-पुकार और मातम की आवाजें गूंज उठीं। अवसाद से जूझ रहीं दो सगी बहनों ने पालतू कुत्ते की बीमारी के सदमे में ज़हरीला फिनाइल पी लिया। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई और हर आंख नम हो उठी।मृत बहनों की पहचान राधा सिंह (25) और जिया उर्फ शानू सिंह (22) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि दोनों मानसिक रूप से अस्वस्थ थीं और अपने पालतू जर्मन शेफर्ड टोनी से बेहद लगाव रखती थीं। बीते करीब 15 दिनों से टोनी की तबीयत लगातार बिगड़ रही थी। इलाज के बावजूद हालत में सुधार न होने से दोनों बहनें गहरे तनाव में चली गईं।

मां के सामने कबूल किया गुनाह, फिर टूट गया सब कुछ

बुधवार दोपहर दोनों बहनों ने घर में रखा फिनाइल पी लिया। कुछ ही देर बाद हालत बिगड़ने लगी तो उन्होंने अपनी मां गुलाबा देवी को रोते हुए बताया कि उन्होंने ज़हर पी लिया है। घबराई मां ने तुरंत बड़े बेटे वीर सिंह को फोन किया। पड़ोसियों की मदद से दोनों को रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल ले जाया गया, जहां राधा ने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया। गंभीर हालत में जिया को मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, लेकिन गुरुवार दोपहर इलाज के दौरान उसने भी अंतिम सांस ले ली।

“हम मर जाएं तो डॉगी को मत भगाना…”

इस दर्दनाक घटना ने हर किसी का कलेजा चीर दिया। मां गुलाबा देवी के मुताबिक, ज़हर पीने के बाद दोनों बेटियां फूट-फूटकर रो रही थीं और बस एक ही बात कह रही थीं—

“हमारे मरने के बाद डॉगी को घर से मत भगाना, उसकी दवा कराते रहना।”यह सुनकर मां बदहवास हो गईं, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

मोहल्ले में पसरा मातम, एक साथ उठी दो अर्थियां

गुरुवार देर शाम पोस्टमार्टम के बाद जब दोनों बहनों के शव घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। एक ही घर से जब दो अर्थियां एक साथ उठीं, तो पूरे मोहल्ले की आंखें भर आईं। मां गुलाबा देवी बार-बार बेटियों के शव से लिपटकर बेसुध हो जा रही थीं। पड़ोसी ज्ञान सिंह, लाल चंद्र और लखन लाल ने बताया कि दोनों बहनें शांत स्वभाव की थीं और टोनी से उनका लगाव इस कदर था कि अगर कुत्ता खाना नहीं खाता था तो वे भी खाना छोड़ देती थीं।यह परिवार पहले ही कई दुख झेल चुका है। गुलाबा देवी के पति कैलाश सिंह, जो रुई की धुनाई का काम करते हैं, पिछले छह महीनों से गंभीर बीमारी के चलते बिस्तर पर हैं। कोरोना काल में परिवार अपना एक जवान बेटा भी खो चुका है। अब दो बेटियों की मौत ने परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है।

मानसिक बीमारी का लंबा इतिहास

परिजनों के अनुसार, वर्ष 2014 से दोनों बहनों का मानसिक बीमारी का इलाज चल रहा था। कई डॉक्टरों को दिखाया गया, मंदिरों और धार्मिक स्थलों—बालाजी, खाटू श्याम—तक ले जाया गया। 2017 तक हालत में सुधार हुआ, लेकिन बाद में फिर समस्याएं बढ़ने लगीं। कुछ समय पहले नाराजगी में दोनों ने घर की किराने की दुकान में आग लगा दी थी, जिसमें मां का एक पैर झुलस गया था। इसके बाद इलाज दोबारा शुरू कराया गया।

कुत्ते से शुरू हुई कहानी, उसी पर खत्म

करीब तीन साल पहले मॉर्निंग वॉक के दौरान एक ट्रॉली चालक से मुलाकात के बाद दोनों बहनें जर्मन शेफर्ड टोनी को घर लेकर आई थीं। वही टोनी धीरे-धीरे उनकी दुनिया का केंद्र बन गया। उसकी बीमारी ने दोनों को इस कदर तोड़ दिया कि उन्होंने जिंदगी से ही मुंह मोड़ लिया।इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का मामला सामने आया है। परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और हर पहलू की जांच की जा रही है।यह हादसा सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर सवाल छोड़ गया है—मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक सहारे को समय रहते समझा और संभाला नहीं गया, तो नतीजे कितने भयावह हो सकते हैं।

पेसा कानून से मजबूत होगा जनजातीय स्वशासन: ढोल-नगाड़ों के साथ सीएम आवास पहुंचे सरना समिति के प्रतिनिधि, मुख्यमंत्री ने कहा— "गांव मजबूत होगा तभी

रांची | : झारखंड में जनजातीय समाज के दशकों पुराने संघर्ष को एक नई दिशा मिली है। राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा पेसा नियमावली (पंचायत उपबंध, अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार अधिनियम) को हरी झंडी दिए जाने के बाद आज केंद्रीय सरना समिति, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा और आदिवासी छात्रावासों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया।

ढोल-नगाड़ों के साथ आभार यात्रा

मुख्यमंत्री आवासीय परिसर आज उत्सव के मैदान में तब्दील हो गया। सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग पारंपरिक ढोल-नगाड़ों के साथ पहुंचे और पेसा नियमावली लागू करने के ऐतिहासिक निर्णय के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रतिनिधियों ने इसे आदिवासी स्वशासन और जल-जंगल-जमीन की रक्षा की दिशा में अब तक का सबसे बड़ा कदम बताया।

मुख्यमंत्री के संबोधन की मुख्य बातें:

पूर्वजों के संघर्ष का सम्मान: मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग झारखंड राज्य और जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए हमारे पूर्वजों ने लंबी प्रताड़ना झेली और बलिदान दिए। पेसा कानून उन्हीं वीर सपूतों के सपनों को धरातल पर उतारने का जरिया है।

ग्राम सभाओं को मिलेगी शक्ति: सीएम ने स्पष्ट किया कि पेसा कानून लागू होने से ग्राम सभाओं को निर्णय लेने का संवैधानिक अधिकार और शक्तियां मिलेंगी। इससे स्थानीय स्वशासन की व्यवस्था सुदृढ़ होगी और पंचायतों को अपना वास्तविक हक मिलेगा।

भ्रम फैलाने वालों से रहें सावधान: मुख्यमंत्री ने युवाओं और ग्रामीणों से अपील की कि वे पेसा कानून की बारीकियों को समझें। उन्होंने कहा कि कुछ तत्व ग्रामीणों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं, इसलिए नीतियों की सही जानकारी होना जरूरी है।

विकसित गांव, विकसित राज्य: मुख्यमंत्री ने दोहराया कि "हमारी सरकार गांव की सरकार है।" जब तक राज्य का सुदूर ग्रामीण क्षेत्र मजबूत नहीं होगा, तब तक राज्य के विकास की कल्पना अधूरी है।

नवनियुक्तियों का जिक्र

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी याद दिलाया कि सरकार केवल नीतियां ही नहीं बना रही, बल्कि रोजगार भी दे रही है। हाल ही में 10 हजार युवाओं को सरकारी नियुक्ति दी गई है और आने वाले समय में रोजगार के और अवसर सृजित किए जाएंगे।

प्रमुख उपस्थिति

इस अवसर पर केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की, सचिव रूपचंद केवट, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के महासचिव जलेश्वर उरांव सहित सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के छात्र और प्रतिनिधि उपस्थित थे।

धान अधिप्राप्ति पर सीएम हेमन्त सोरेन की अपील: ₹2450 प्रति क्विंटल की दर से सीधा भुगतान, बिचौलियों से सावधान रहने की हिदायत

रांची | 26 दिसंबर 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने राज्य के किसानों की समृद्धि और सुरक्षा को लेकर एक विशेष संदेश जारी किया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार धान खरीद की प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ संचालित कर रही है और किसानों को उनके पसीने की पूरी कीमत सीधे उनके खातों में मिल रही है।

मुख्य बातें:

₹2450 प्रति क्विंटल: राज्य सरकार धान की खरीद निर्धारित दर ₹2450 प्रति क्विंटल पर कर रही है।

700+ केंद्र: पूरे झारखंड में धान अधिप्राप्ति के लिए 700 से अधिक केंद्र सक्रिय हैं।

सीधा भुगतान: बिचौलियों की भूमिका खत्म करने के लिए भुगतान की राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जा रही है।

बिचौलियों के खिलाफ सख्त रुख

मुख्यमंत्री ने किसान भाइयों और बहनों से अपील की है कि वे किसी भी बिचौलिए के बहकावे में न आएं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि कोई व्यक्ति मुआवजे या भुगतान के नाम पर धन की मांग करता है या किसानों को गुमराह करने की कोशिश करता है, तो इसकी सूचना तुरंत जिला प्रशासन या अंचल कार्यालय को दें।

मुख्यमंत्री का संदेश

"किसानों की समृद्धि ही झारखण्ड की शक्ति है। सरकार हमेशा आपके अधिकारों की रक्षा के लिए संकल्पित है। अपनी उपज प्रखंड के नजदीकी सरकारी केंद्रों पर ही बेचें।" — हेमन्त सोरेन, मुख्यमंत्री

देवघर- के IMA हाल में प्राचार्य कृष्णनंदन सहाय की सोलहवीं पुण्यतिथि मनाई गई '
देवघर: कॉलेज़ के संस्थापक प्राचार्य भाषाविद् एवं इतिहासकार कृष्णनंदन सहाय की 16 वीं पुण्यतिथि झारखण्ड शोध संस्थान' और के.एन.सहाय फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में आज दिनांक 26 दिसंबर,2025 दिन शुक्रवार को स्थानीय बैद्यनाथधाम स्टेशन रोड स्थित आई.एम.ए. हॉल में समारोहपूर्वक मनाई गई। इस सारस्वत समारोह की अध्यक्षता करते हुए ए.एस.कॉलेज़ के इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ.नंदन किशोर द्विवेदी ने कहा कि स्व.कृष्णनंदन सहाय एक पुरातत्ववेत्ता के रूप में जहां निर्जीव अवशेषों में इतिहास तलाशते थे, वहीं सजीव वस्तुओं में संवेदना और सहकार खोजा करते थे। एक प्राचार्य के रूप में उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ा मानक स्थापित किया.डॉ.द्विवेदी ने अपने दिवंगत मामा पूर्व विदेश सचिव डॉ.मुचकुंद दुबे के साथ प्राचार्य कृष्णनंदन सहाय के आदर्शमय जीवन के कुछ दृष्टांत भी सबके सामने रखे। मुख्य अतिथि झारखण्ड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मणिशंकर ने कहा कि प्राचार्य कृष्णनंदन सहाय देवघर की एक शैक्षिक विभूति थे जिनके आदर्शों को उच्च शिक्षा के तमाम केंद्रों पर अपनाने की ज़रूरत है.उन्होंने स्व.सहाय और महात्मा गांधी के संबंधों को रेखांकित करते हुए देवघर में 'गांधी संग्रहालय' की स्थापना में अपना हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। विशिष्ट अतिथि डॉ.शंकर मोहन झा ने उनकी स्मृतियों को नए शैक्षिक संदर्भों और नैतिक तक़ाज़ों से जोड़ने की अपील की। उर्दू और फारसी में उनकी प्रवीणता की प्रशंसा की. इसके पूर्व आगत अतिथियों ने स्व.कृष्णनंदन सहाय की छवि पर पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी श्रद्धा निवेदित की.समारोह का संचालन करते हुए 'झारखण्ड शोध संस्थान' के वरिष्ठ सदस्य प्रो.रामनंदन सिंह ने प्राचार्य कृष्णनंदन सहाय के जीवन के अनेक आयाम लोगों के सामने रखे। महात्मा गांधी की देवघर-यात्रा का शताब्दी वर्ष(1925-2025) होने के कारण अपने विषय-प्रवेश में 'झारखण्ड शोध संस्थान' के सचिव उमेश कुमार ने महात्मा गांधी के साथ प्राचार्य कृष्णनंदन सहाय के साहचर्य के अनेक अनछुए प्रसंग सुनाए साथ ही,कवि रामधारी सिंह 'दिनकर' के साथ प्राचार्य महोदय की मैत्री की अनसुनी दास्तान भी सुनाई. समारोह में झारखण्ड सरकार के पूर्व वाणिज्य कर आयुक्त देवदत्त रेणुदास, शिक्षाविद् प्रो.कैलाश कापरी, शिक्षाविद् डॉ.विजय शंकर, रांची हाईकोर्ट के वकील विजय शंकर झा, संगीतकार एस.डी.द्वारी, गीतकार अनिल कुमार झा,नेत्र चिकित्सक डॉ.एन.सी.गांधी,डाक टिकट संग्राहक एवं चित्रशिल्पी रजत मुखर्जी,कवि एवं ग़ज़लगो अरुण शर्मा,भवन निर्माण अभियंता पी.के.राजहंस, कवि हिमांशु झा,पूर्व गृहमाता सुशीला सिन्हा, सेवानिवृत्त पशु चिकित्सक डॉ.उमेश चंद्र सिन्हा, समाजसेवी लता सिन्हा, समाजसेवी रूबी द्वारी, संस्थान सदस्य कुमारी सुनीता, संस्थान कोषाध्यक्ष प्रवीण कुमार,शिक्षक एवं कवि उमाशंकर राव 'उरेंदु',शिक्षक एवं कवि रविशंकर साह,पत्रकार एवं कवि फाल्गुनी मरीक कुशवाहा,कवि जालेश्वर ठाकुर 'शौकीन', नेताजी सुभाष जागृति मंच के अध्यक्ष उदय चक्रवर्ती,पत्रकार राकेश कुमार पुरोहितवार, पत्रकार प्रमेश वर्मा, पत्रकार बबलू साह,उद्घोषक राकेश कुमार राय, प्राचार्य प्रेम कुमार,समाजवादी नेता तारकेश्वर सिंह, समाजवादी नेता त्रिवेणी वर्मा, समाजसेवी रवि केशरी, समाजसेवी सूरज झा, समाजसेवी सुनील कुमार गुप्ता, समाजसेवी सुरेश साह, समाजसेवी पप्पू राउत,बेकरी मालिक रामधनी प्रसाद राव, समाजसेवी बम शंकर दुबे,छात्रा मंजरी सिंह,छात्रा आराध्या राज आदि की प्रभावपूर्ण उपस्थिति रही.इनमें से अनेक ने मंच पर जाकर श्रद्धा के शब्द भी उकेरे और प्राचार्य कृष्णनंदन सहाय को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. धन्यवाद ज्ञापन पत्रकार शत्रुघ्न प्रसाद ने किया।
सिविलियन उच्चतर प्राथमिक विद्यालय में ब्लाक स्तरीय क्विज प्रतियोगिता सम्पन्न

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत विकास खण्ड मेजा के समस्त संविलियन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के ब्लॉक स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में प्रतिभागी कुल 100 बच्चो का राष्ट्रीय अविष्कार योजनांतर्गत ब्लॉक स्तरीय एक्पोजर विजिट (भ्रमण)कार्यक्रम आज दिनांक 26/12/2025 को सम्पन्न हुआ।कार्यक्रम की शुरुवात  सुबह 10 बजे प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष मनीष तिवारी जी द्वारा बस को हरी झंडी दिखाकर प्रयागराज के लिए रवाना किया है।वही एक बस कोहदार लालतारा  से बच्चो को लेकर रवाना हुई। प्रयागराज में भारद्वाज पार्क राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी कम्पनी बाग घूम बच्चो के चेहरे खिल उठे।बच्चो को वेफर बिस्किट नमकीन चाय तथा लंच कम्पनी बाग में कराया गया।खण्ड शिक्षा अधिकारी कैलाश सिंह के बताया कि शैक्षिक एक्सपोजर विज़िट राष्ट्रीय आविष्कार खोज का उद्देश्य विद्यार्थियो में वैज्ञानिक सोच नवाचार और अनुसंधान की भावना विकसित करना है।इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रो को प्रयोगात्मक ज्ञान नई तकनीको की जानकारी तथा रचनात्मक क्षमताओं को पहचानने और निखारने का अवसर प्राप्त होता है।उक्त कार्यक्रम समस्त ए आर पी की देखरेख में सम्पन्न कराया गया।सहयोग में यामवंत सिंह बीना सिंह शैलजा सिंह देवी राजकुमार विनय सिंह शिव नन्दनी पाण्डेय विवेकानन्द पाण्डेय अशोक तिवारी संदीप तिवारी आदि रहे।
गोण्डा–बहराइच मार्ग स्थित मिश्रौलिया ओवरब्रिज के बगल में सर्विस लेन के निर्माण को लेकर जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण


*शासन की मंशा के अनुरूप विकास कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाना अत्यंत आवश्यक-जिलाधिकारी*


*गोण्डा 26 दिसम्बर,2025*।
जिलाधिकारी गोण्डा श्रीमती प्रियंका निरंजन ने जनहित से जुड़े कार्यों में तेजी लाने के उद्देश्य से गोण्डा–बहराइच मार्ग स्थित मिश्रौलिया ओवरब्रिज के बगल में प्रस्तावित सर्विस लेन के निर्माण को लेकर औचक निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने मौके की वास्तविक स्थिति का जायजा लिया तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के समय पाया कि ओवरब्रिज के बगल सर्विस लेन का निर्माण न होने के कारण स्थानीय नागरिकों, राहगीरों एवं व्यापारियों को आवागमन में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने नगर मजिस्ट्रेट, ब्रिज कॉरपोरेशन के अधिकारियों एवं अधिशासी अभियंता (एक्सईएएन) निर्माण खण्ड प्रथम को निर्देशित किया कि सर्विस लेन निर्माण में आ रही बाधाओं को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाए।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि संबंधित भूमि स्वामियों के साथ शीघ्र बैठक आयोजित कर नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाए, ताकि किसी भी प्रकार का विवाद उत्पन्न न हो और निर्माण कार्य में अनावश्यक विलंब न हो। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप विकास कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाना अत्यंत आवश्यक है तथा जनता की सुविधा सर्वोपरि है।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि निर्माण कार्य प्रारंभ करने से पूर्व सभी तकनीकी औपचारिकताओं को पूर्ण कर लिया जाए और गुणवत्ता मानकों का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि सर्विस लेन के निर्माण से स्थानीय लोगों को सुगम यातायात की सुविधा मिलेगी।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही अथवा शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने नियमित मॉनिटरिंग करते हुए प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। निरीक्षण के दौरान मौजूद अधिकारियों ने जिलाधिकारी को आश्वस्त किया कि दिए गए निर्देशों के अनुरूप शीघ्र ही आवश्यक कार्यवाही प्रारंभ कर दी जाएगी।

इस औचक निरीक्षण से संबंधित विभागों में कार्य के प्रति सक्रियता देखी गई तथा स्थानीय नागरिकों ने भी जिलाधिकारी द्वारा की गई इस पहल की सराहना की।

निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अंकिता जैन, अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, उपजिलाधिकारी गोण्डा सदर सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान कर डीएम व सीडीओ ने किया सम्मानित


*“वीर बाल दिवस” के अवसर पर भव्य एवं प्रेरणादायी कार्यक्रम का किया गया आयोजन*


*विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा लगाए गए स्टालों का डीएम व सीडीओ ने किया अवलोकन*


*कोविड-19 महामारी के दौरान जिन बच्चों के माता, पिता अथवा दोनों का निधन हो गया था, ऐसे 19 बच्चों को डीएम व सीडीओ ने वितरित किया लैपटॉप*

*गोण्डा 26 दिसम्बर,2025*।
राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, गोंडा में “वीर बाल दिवस” के अवसर पर भव्य एवं प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्र-छात्राओं में राष्ट्रभक्ति, आत्मविश्वास, सृजनात्मकता तथा सामाजिक दायित्व की भावना को प्रोत्साहित करना रहा। इस अवसर पर जिलाधिकारी गोंडा श्रीमती प्रियंका निरंजन एवं मुख्य विकास अधिकारी गोंडा श्रीमती अंकिता जैन ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया तथा विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन किया।

कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, विज्ञान, हस्तशिल्प एवं नवाचार से संबंधित आकर्षक स्टाल लगाए, जिनकी जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी ने भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने बच्चों से संवाद कर उनके विचारों, रचनात्मक प्रयासों एवं सीखने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त की और उन्हें निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। अधिकारियों ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक होते हैं तथा उनमें नेतृत्व क्षमता और आत्मनिर्भरता का भाव उत्पन्न करते हैं।
इस अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों एवं छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि आज के बच्चे ही देश का भविष्य हैं और ऐसे मंच उन्हें अपनी प्रतिभा को पहचानने व निखारने का अवसर प्रदान करते हैं। मुख्य विकास अधिकारी ने भी विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान और सामाजिक चेतना अत्यंत आवश्यक है।

कार्यक्रम का एक अत्यंत संवेदनशील एवं सराहनीय पहलू यह रहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान जिन बच्चों के माता, पिता अथवा दोनों का निधन हो गया था, ऐसे कुल 19 बच्चों को लैपटॉप वितरित किए गए। यह पहल बच्चों की शिक्षा को निरंतर बनाए रखने तथा उन्हें डिजिटल संसाधनों से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अधिकारियों ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

कार्यक्रम के दौरान अपर जिलाधिकारी श्री आलोक कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री संतोष कुमार सोनी, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. रामचंद्र, प्राचार्य राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गोंडा श्रीमती गीता त्रिपाठी सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण, विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं एवं अभिभावकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन उत्साहपूर्ण वातावरण एवं सकारात्मक संदेश के साथ हुआ।
कलाकारों नाटक के माध्यम से जीवंत किया अटल जी का जीवन वृत्त
अटल जी के जीवन से प्रेरणा लेने व उनके अनुशरण की जरूरत


फर्रुखाबाद। देश के पूर्व  प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई को नमन करते हुए सांस्कृतिक मंत्रालय द्वारा प्रायोजित जन्म शताब्दी समारोह के अंतर्गत  कमला ग्रामोद्योग संस्थान के बैनर तले  हुए  सांस्कृतिक कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद  मुकेश राजपूत रहे।
कार्यक्रम का प्रारंभ नटराज पूजन के साथ मुख्य अतिथि ने किया। लखनऊ से आई अमित दीक्षित राम जी के निर्देशन में सांस्कृतिक टीम ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के जीवन पर आधारित नाटक प्रस्तुत कर के उनकी स्मृतियों को जीवंत कर दिया।

लखनऊ से टीम में करीब आधा सैकड़ा कलाकार व सहयोगी शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन भिजवा शिक्षक प्रकोष्ठ के नेता व वरिष्ठ कवि महेश पाल सिंह उपकारी ने किया। सांसद मुकेश राजपूत ने कहा कि कला के माध्यम से किसी भी विषय को सुरुचि पूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया जाता है पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के जीवन के सचित्र को कलाकारों ने जीवनत किया इसके लिए बधाई के पात्र हैं। कलाकारों के उज्जवल भविष्य की कामना की और अटल जी के विचारधारा का अनशन करने का आवाहन किया।

सभी कलाकारों का सांसद द्वारा सम्मान स्मृति चिन्ह व उत्तरीय ओढ़ाकर  किया गया। इस मौके पर व्यापार मंडल अध्यक्ष सदानंद शुक्ला इंद्रा पाण्डेय, समाज सेवी संजय गर्ग,विजय मिश्रा, पुरुषोत्तम शुक्ला, बाबी गौतम, सुनीता अग्निहोत्री, मंजू तोमर, नारायण दत्त द्विवेदी,युवा कवि विशाल श्रीवास्तव, जगमोहन गौतम, कृष्णा मिश्रा,किशन सक्सेना, कृष्णा, राज गौरव पांडेय, सहित  तमाम लोग मौजूद रहे। राजू गौतम ने सभी के प्रति आभार जताया।