निस्वार्थ कदम ने घुरदौड़, कुल्लू में ‘मनु हेल्थ केयर सेंटर’ के ज़रिए ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को किया सशक्त

कुल्लू, हिमाचल प्रदेश:डॉ. प्रमोद राघव के नेतृत्व में निस्वार्थ कदम संस्था ने हिमाचल प्रदेश के कुल्लू ज़िले के घुरदौड़ गांव में मनु हेल्थ केयर सेंटर की स्थापना की है। यह पहल दूरस्थ हिमालयी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को मुफ़्त, भरोसेमंद और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस परियोजना को शास्त्र सोसाइटी के सहयोग में संचालित किया जा रहा है।

ज़मीनी हकीकतों से जन्मा मिशन

पहाड़ी गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी को देखते हुए निस्वार्थ कदम ने एक ऐसा स्वास्थ्य केंद्र बनने की योजना बनाई, जहां ग्रामीणों को मुफ़्त इलाज, मुफ़्त दवाइयाँ और निरंतर स्वास्थ्य सहायता उनके ही क्षेत्र में मिल सके। डॉ. प्रमोद राघव की सोच और मार्गदर्शन के साथ मनु हेल्थ केयर सेंटर को एक समर्पित, समुदाय-आधारित स्वास्थ्य सेवा केंद्र के रूप में तैयार किया गया है।

स्वास्थ्य सेवाएँ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना

यह केंद्र न केवल आने वाले मरीजों का इलाज कर रहा है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाएँ उनके घरों तक भी पहुँचा रहा है। प्रमुख सेवाएँ इस प्रकार हैं:

आसपास के क्षेत्रों में नियमित स्वास्थ्य शिविर

बुजुर्गों और असमर्थ लोगों के लिए घर-घर चिकित्सा सेवा

सभी मरीजों के लिए बिल्कुल मुफ्त दवाइयाँ

आवश्यक उपचार और प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा

दंत उपचार, ऑक्सीजन सुविधा और बेसिक डायग्नोस्टिक सहायता

महिलाओं के लिए स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम एवं सैनिटरी पैड वितरण

इन सेवाओं के कारण यह केंद्र घुरदौड़ और आसपास के गांवों के लिए एक विश्वसनीय जीवन रेखा बन चुका है।

डॉ. प्रमोद राघव – सेवा को समर्पित एक दूरदर्शी व्यक्तित्व

डॉ. प्रमोद राघव लम्बे समय से जनकल्याण, सामाजिक उत्थान और सामुदायिक विकास से जुड़े रहे हैं। उनके नेतृत्व ने इस मिशन को सम्मान, समानता, सुलभता और संवेदनशीलता के साथ आगे बढ़ाया है। निस्वार्थ कदम के साथ उनका जुड़ाव इस स्वास्थ्य अभियान को एक संगठित और टिकाऊ रूप प्रदान कर रहा है।

निस्वार्थ कदम – 15 वर्षों से निःस्वार्थ सेवा

पिछले डेढ़ दशक से निस्वार्थ कदम विभिन्न क्षेत्रों में सामाजिक कार्य कर रहा है, जिनमें शामिल हैं:

वंचित बच्चों की शिक्षा एवं सहयोग

स्वास्थ्य सेवा और मेडिकल सहायता

भोजन एवं वस्त्र वितरण

पोषण कार्यक्रम

“नेकी की दीवार” (Wall of Kindness)

ग्रामीण क्षेत्रों में कल्याणकारी गतिविधियाँ

मनु हेल्थ केयर सेंटर इस लंबे सफर की एक महत्वपूर्ण और अनोखी उपलब्धि है।

आने वाला समय – और भी मज़बूत लक्ष्य

निस्वार्थ कदम की योजना है कि मनु हेल्थ केयर सेंटर के मॉडल को देश के अन्य ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में भी लागू किया जाए, जिससे पूरे भारत में मुफ़्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का मजबूत नेटवर्क स्थापित हो सके और सेवा उन तक पहुँचे जो सबसे ज़्यादा ज़रूरतमंद हैं।

दिल्ली से घर लौट रहा युवक बना जहरखुरानी का शिकार, 50 हजार रुपये और सामान लूटे, निजी अस्पताल में भर्ती

अतरौलिया (आजमगढ़)। अतरौलिया थाना क्षेत्र के ईश्वरपुर पवनी गांव निवासी प्रिंस (23) पुत्र जुग्गी लाल दिल्ली से अपने घर शादी समारोह में शामिल होने के लिए लौट रहा था, लेकिन रास्ते में जहरखुरानी का शिकार होकर गंभीर हालत में पहुंच गया। पीड़ित फिलहाल बुढ़नपुर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती है, जहां उसका इलाज जारी है।जानकारी के अनुसार प्रिंस ट्रेन से बनारस कैंट स्टेशन पर उतरा। वहीं उसे एक बाइक सवार युवक मिला, जिसने उससे बात-चीत कर परिचय बना लिया। प्रिंस ने बताया कि वह आजमगढ़ जाने वाला है, तो बाइक सवार ने भी खुद को आजमगढ़ जाने की बात कहकर उसे साथ बैठा लिया।लालगंज के समीप पहुंचने पर बाइक सवार ने प्रिंस को बिस्कुट खाने के लिए दिए। आरोप है कि बिस्कुट में नशीला पदार्थ मिला हुआ था, जिसे खाते ही वह बेहोश हो गया। इसी दौरान उसके पास रखे 50,000 रुपये नकद, मोबाइल व बैग में रखा सामान लेकर आरोपी फरार हो गया। कुछ समय बाद होश आने पर प्रिंस ने किसी अन्य व्यक्ति के फोन से अपने मामा को सूचना दी। जानकारी मिलते ही मामा मौके पर पहुंचे और बेहोशी की हालत में उसे घर ले आए, जिसके बाद उसे बुढ़नपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।घटना की जानकारी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। हालांकि पीड़ित की ओर से अभी तक पुलिस को कोई तहरीर नहीं दी गई है। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी बुढ़नपुर अजय प्रताप सिंह ने बताया कि, “फिलहाल कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर मिलते ही मामले की जांच कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”पीड़ित परिवार घटना से दहशत में है और गांव में जहरखुरानी की यह वारदात चर्चा का केंद्र बनी हुई है।
विषय: सुल्ताना पंचायत भवन में 'सरकार आपके द्वार' विशेष शिविर का सफल आयोजन।

कटकमदाग: आम जनों की समस्याओं के त्वरित निष्पादन और उन्हें सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से आज कटकमदाग प्रखंड के सुल्ताना पंचायत भवन में 'सरकार आपके द्वार' कार्यक्रम का विशेष शिविर लगाया गया।

इस शिविर में स्थानीय ग्रामीणों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और सैकड़ों की संख्या में लोग अपनी विभिन्न मांगों और समस्याओं को लेकर पहुंचे।

कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाने के लिए प्रखंड प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। कटकमदाग प्रखंड के अंचलाधिकारी सत्येंद्र नारायण पासवान, जिला परिषद सदस्य जीतनराम, और प्रखंड प्रमुख श्रीमती कुमारी बिनीता जी ने शिविर का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से संवाद किया।

मेजबान पंचायत की ओर से मुखिया श्रीमती नूरजहां खातून, मुखिया प्रतिनिधि अख्तर नूरी, उप मुखिया विनय दुबे ने अतिथियों का स्वागत किया और शिविर संचालन में सहयोग किया। मौके पर परमेश्वर जी, इर्शाद जी, रतन कुमार समेत कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ता और ग्रामीण मौजूद थे।

आजमगढ़ : विवाद सुलझाने में प्रशासन हुआ फेल ,सुभासपा नेता अभिषेक उपाध्याय के आत्मदाह की चेतावनी से प्रशासन में मची खलबली
 
सिद्धेश्वर पाण्डेय
   व्यूरो चीफ
आजमगढ़ :  सुभासपा नेता अभिषेक उपाध्याय की आत्मदाह की चेतावनी के तीसरे दिन सोमवार को प्रशासनिक अमला ने फूलपुर तहसील के कंदरा गांव में जमीनी विवाद सुलझाने के लिए पहुंच गया । नायब तहसीलदार फूलपुर राजाराम के साथ पहुंची पुलिस और राजस्व टीम ने दोनों पक्षों से दिन भर विवाद सुलझाने के लिए वार्ता कर प्रयास किया।काफी प्रयास के बाद भी जब सफलता हासिल नहीं हुई तो बिना विवाद सुलझाए ही देर शाम प्रशासनिक अमला वापस लौट गया। अहरौला थाना क्षेत्र के कंदरा गांव में सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी युवा मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक उपाध्याय का पुस्तैनी मकान और आबादी की जमीन है। उनका कहना है कि तीन माह पूर्व वह जानवरों आदि से सुरक्षा के लिए अपनी आबादी की जमीन में चहारदीवारी बनाना चाहा तो सपा के एक पूर्व विधायक के इशारे पर गांव के दबंग लोगों ने निर्माण कार्य रोक दिया और परिवार के लोगों को मारा पीटा।चहारदीवारी निर्माण के संबंध में उन्होंने जिलाधिकारी से लेकर तहसील फूलपुर के आलाअधिकारियों के यहां प्रार्थना पत्र दिया पर वे तीन माह तक अधिकारी उदासीन बने रहे। जिससे क्षुब्ध होकर 21 नवदंबर सुभासपा युवा मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक उपाध्याय ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ ही साथ मंडलायुक्त डीआईजी और पुलिस अधीक्षक को ईमेल प्रेषित कर कहा था कि तीन दिन में यदि उनकी चहारदीवारी का निर्माण नहीं हुआ तो वे 25 नवंबर को जिलाधिकारी आजमगढ़ के आवास के सामने आत्मदाह कर लेंगे। रविवार को उन्होंने पुनः उपजिलाधिकारी फूलपुर अशोक कुमार को वॉट्सएप के माध्यम से पत्र प्रेषित कर अपनी बात को दोहराया ।जिससे प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई। अभिषेक उपाध्याय द्वारा तय की गई आत्मदाह की समय सीमा के अंतिम दिन अधिकारियों के निर्देश पर नायब तहसीलदार फूलपुर राजाराम , राजस्व निरीक्षक कृष्ण कुमार यादव,थाना अध्यक्ष अहरौला प्रदीप कुमार पुलिस बल के साथ कंदरा पहुंचे और जमीनी हकीकत से रूबरू होने के बाद चहारदीवारी का निर्माण कराना चाहा पर दोनों पक्षों में सहमति नहीं बन पाई। प्रयास विफल होने पर दिन भर रहने के बाद राजस्व और पुलिस टीम वापस लौट गई। अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि नायब तहसीलदार से लेकर पुलिस प्रशासन के लोग चहारदीवारी बनवाने का प्रयास किया । लेकिन मेरे खेत में से रास्ता की देने की मांग को लेकर विपक्षी अड़े रहे । उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासनिक अधिकारी मेरी ही जमीन को विपक्षियों को देने के लिए कह रहे थे। जो उन्हें मंजूर नहीं है। अभिषेक उपाध्याय ने यह भी कहा कि समय सीमा खत्म हो गई है।मंगलवार को वे जिलाधिकारी आजमगढ़ के आवास पर आत्मदाह करेंगे।उन्होंने इस बात को प्रशासनिक अधिकारियों से भी कहा है। इस संबंध में थानाध्यक्ष अहरौला प्रदीप कुमार का कहना है प्रयास जारी है किसी भी दशा में अभिषेक उपाध्याय को आत्मदाह नहीं करने दिया जाएगा। उच्चाधिकारियों से विवाद के निस्तारण हेतु बातचीत जारी है। उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में समस्या का समाधान होगा।
*कन्नौज में 243 जोड़ों ने एक दूसरे का साथ निभाने की खाई कस्मे, तो वहीं 7 मुस्लिम जोड़े ने किया निकाह कबूल*

पंकज श्रीवास्तव/विवेक कुमार

कन्नौज जिले के पी.एस.एम. कॉलेज प्रांगण में आज मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 243 जोड़ों ने वैवाहिक बंधन में बंधे तो वाही इनमें 7 जोड़े मुस्लिम समुदाय ने निकाह किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण तथा पार्टी जिलाध्यक्ष वीर सिंह भदौरिया उपस्थिति रहे।

आयोजित इस भव्य समारोह में कुल 243 जोड़ों ने वैवाहिक जीवन में प्रवेश किया। इनमें 7 जोड़े मुस्लिम समुदाय के थे, जो इस योजना की सर्वसमावेशी भावना को दर्शाते हैं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाज कल्याण राज्य मंत्री असीम अरुण ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि विवाह केवल दो व्यक्तियों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का सुंदर मिलन है। आज से आप सभी अपने नए जीवन की शुरुआत कर रहे हैं। इस सुखमय जीवन को आगे बढ़ाने के लिए कार्य भी करना है। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि हर युवा स्वयं के पैरों पर खड़ा हो, उनके हुनर व शिक्षा का सही दिशा में उपयोग हो और परिवार खुशहाल जीवन जी सके। स्वरोजगार एवं आजीविका बढ़ाने हेतु योगी सरकार अनेक लाभकारी योजनाएं संचालित कर रही है, जिनका लाभ लेकर खुद का स्वरोजगार कर आय के श्रोत बना सकते हैं” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को आधार से जोड़कर पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी किया गया है ताकि पात्र लाभार्थी को बिना किसी बाधा के लाभ प्राप्त हो सके। मुख्यमंत्री जी की यह जनहितकारी योजना असंख्य परिवारों के लिए वरदान सिद्ध हो रही है।

कार्यक्रम में संग्राम सिंह द्वारा प्रस्तुत आल्हा गायन की सराहना करते हुए मंत्री असीम अरुण ने कहा कि यह लोककला की समृद्ध परंपरा को जीवित रखने का प्रशंसनीय प्रयास है। भाजपा जिलाध्यक्ष वीर सिंह भदौरिया ने सभी नवविवाहित जोड़ों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का यह पावन अवसर विविध संस्कृतियों और परंपराओं का अनूठा संगम है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि सभी जोड़ों का दांपत्य जीवन प्रेम, सम्मान और खुशहाली से भरा रहे।

जिला समाज कल्याण अधिकारी वेद प्रकाश मिश्रा ने बताया कि योजना के अंतर्गत प्रति जोड़ा ₹1,00,000 की धनराशि व्यय की जाती है। इसमें ₹60,000 सीधे कन्या के बैंक खाते में, ₹25,000 मूल्य की उपहार सामग्री (वस्त्र, आभूषण—चांदी की पायल/बिछिया, स्टील डिनर सेट, प्रेशर कुकर, कढ़ाई, ट्रॉली बैग, वैनिटी किट, दीवार घड़ी, सीलिंग फैन, कूलकेज, आयरन प्रेस, गद्दे आदि) तथा ₹15,000 प्रति जोड़ा विवाह आयोजन पर व्यय किया जाता है। कार्यक्रम में पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत, ब्लॉक प्रमुखगण, परियोजना निदेशक डीआरडीए सहित अनेक अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं वर-वधू के परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। पूरे आयोजन में हर्ष, सद्भाव और उत्सव का वातावरण छाया रहा।

ग्राम पंचायत चुनाव से पहले पंचायतों में घोटालों की गूंज

फॉलोअप :

डीएम से शिकायतों के बाद शुरू हुई है जांच की आंच

कार्रवाई से बचने के लिए नेताओं से लेकर अधिकारियों की शुरु हुई दौड़

*घोटाले की जद में मनरेगा घोटाले वाले हलिया ब्लॉक के कई गांव

मीरजापुर। जनपद में पंचायत चुनाव की आहट के साथ ही ग्राम पंचायतों में वित्तीय अनियमितताओं और विकास कार्यों में घोटालों की शिकायतों की बाढ़ आ गई है। जिला प्रशासन ने इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए कई ग्राम पंचायतों में जांच शुरू कर दी है। जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम भी गठित की गई है, जो तय समय में रिपोर्ट सौंपेगी।

सूत्रों के अनुसार, मीरजापुर जिले के 12 विकास खंड में हर साल करोड़ों रुपये से अधिक का बजट विभित्र योजनाओं के तहत जारी किया जाता है। इनमें मनरेगा, स्वच्छता मिशन, राज्य में वित्त और 15 वें वित्त आयोग जैसी चोजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण विकास और बुनियादी सुविधाओं का विस्तार करना है, लेकिन शिकायतों में आरोप लगाया गया है कि इन पैसों का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपये के घोटाले किए गए हैं। आश्चर्य की बात है कि कुछ गांवों में तो विकास के नाम पर ग्रामीणों की आंखों में धूल झोंकने का काम किया गया है जहां धरातल पर काम हुआ ही नहीं है और लाखों का बजट काम होना दिखाकर हजम कर लिया गया है। ऐसा ही मामला हलिया विकासखंड क्षेत्र के मनिगढ़ा गांव का सामने आया है जहां शिकायत होने पर जिलाधिकारी ने जांच के टीम गठित कर पूरी कार्रवाई से अवगत कराने के लिए भी आदेशित किया है।

जिले के ग्राम पंचायतों में जांच की कार्रवाई को लेकर प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। जानकारी के मुताबिक जिन पंचायतों में शिकायतें आई हैं, वहां सड़कों, नालियों, कुआं तालाब सहित सामुदायिक भवनों और जल निकासी जैसी परियोजनाओं पर भारी अनियमितताएं पाई गई हैं। कई जगहों पर तो बजट खर्च दिखा दिया गया है, जबकि जमीनी स्तर पर कोई काम हुआ ही नहीं है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि प्रधानों और सचिव की मिलीभगत से बजट का गबन किया गया है। पंचायत चुनाव नजदीक आने के साथ विपक्षी दलों ने भी इन मुद्दों को लेकर प्रशासन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि हाल के महीने में डीएम कार्यालय में शिकायतों की बाढ़ सी आ गई हैं।

शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी द्वारा गंभीर मामलों में टीम गठित कर कार्रवाई के आदेश दे दिए जाने से घोटाले की जद में आए गांवों में हड़कंप मचा हुआ है। दूसरी ओर जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर कई विकास खंडों में जांच टीमें गठित की गई है। अधिकारियों को बैठक बुलाकर जांच की रूपरेखा तय को गई है। चुनाव के मद्देनजर शिकायतों को संख्या बढ़ी है, इसलिए सभी रिपोर्ट जल्द से जल्द तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों और प्रधानों से रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्रशासन का कहना है कि जांच पूरी तथा पारदर्शी तरीके से की जाएगी और किसी भी दोषी को बक्शा नहीं जाएगा। वहीं, ग्रामीणों को उम्मीद है कि इस कार्रवाई से विकास कार्यों में पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।

इनसेट में ------

--घोटाले की जांच की आंच से घिरे ब्लाकों के अधिकारी-कर्मचारियों की बढ़ी धड़कने--

गांवों के विकास कार्यों में किए गए घोटाले की शिकायतों के बाद जिलाधिकारी द्वारा जांच कराए जाने से जांच की आंच से घिरे ब्लाकों के अधिकारी-कर्मचारियों की धड़कने बढ़ गई हैं। बताया जा रहा है कि जांच की कार्रवाई से बचने के लिए कुछ गांवों के विकास कार्यों से संबंधित फाइल जिलाधिकारी द्वारा गठित की गई जांच टीम को सौंपने और जांच में सहयोग के बजाए हीलाहवाली बरतते हुए मामले को लटकाए जाने का खेल खेला जा रहा है। ऐसा ही मामला हलिया विकासखंड क्षेत्र के मनिगढ़ा गांव का बताया जा रहा है जहां विकास कार्यों में हुए भारी खेला की शिकायत होने पर जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने जांच टीम गठित कर दी है। बताया जा रहा है कि तकरीबन एक पखवारा बीतने के बाद भी जहां जांच टीम गांव में पहुंची नहीं है तो वहीं दूसरी ओर बताया यह भी जा रहा है कि हलिया से ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों का टीम को सहयोग और पत्रावाली न मिलने से टीम जांच करने गांव में नहीं पहुंच पाई है। ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि कहीं यह मामले को दबाने की कोई सोची समझी साजिश तो नहीं है।

जिला स्तरीय खेल कूद प्रतियोगिता का आयोजन


संजय द्विवेदी, प्रयागराज।युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशन में मेरा युवा भारत प्रयागराज द्वारा उपनिदेशक जागृति पाण्डेय के निर्देशन में अन्दावा स्थित बाबू जोखई पाल मिनी स्टेडियम में जिला स्तरीय खेल कूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।इस प्रतियोगिता को बाबू जोखई पाल युवा समिति के अध्यक्ष ऋषि पाल तथा उनकी समिति सदस्य टीम की देख- रेख में बहरिया उरुवा बहादुरपुर श्रृंगवेरपुर चाका कौड़ीहार की खंड स्तरीय खेलो की विजेता टीम ने प्रतिभाग किया।

कुल 6 प्रकार के खेलो का आयोजन किया गया जिनमें कबड्डी (बालिका)वॉलीबॉल (बालक) लंबी कूद, 200 मीटर रेस 800 मीटर और 400 मीटर रेस का फाइनल्स एवं समापन समारोह कराया गया।इस प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि प्रयागराज के महापौर उमेश चन्द्र गणेश केशरवानी तथा अति विशिष्ट अतिथि के रूप में फूलपुर के विधायक दीपक पटेल विशिष्ट अतिथि हंडिया के पूर्व विधायक प्रशांत सिंह ने अपने कर कमलों से विजेताओ को पुरस्कार प्रमाणपत्र मेडल टी- शर्ट टैक्सूट वितरित कर खेलो के प्रति क्षेत्र में उत्साह को बढ़ाया।

इस आयोजन में:- कबड्डी विजेता-बहादुरपुर की टीम उपविजेता-माण्डा टीम वॉलीबॉल-बहरिया की टीम कप्तान-दिव्यांशु एवं उपविजेता -त्रिवेणीपुरम की टीम जिसके कप्तान सुधीर है।200 मीटर दौड़ में प्रथम शिवनी द्वितीय- शिल्पा एवं तृतीय-सुनैना निषाद 400 मीटर दौड़ में प्रथम- इमरान अली मेजा से द्वितीय प्रमोद पाल उरुवा ब्लॉक एवं तृतीय-आकाश कुमार बहादुरपुर 800 मीटर रेस में प्रथम-कविता द्वितीय-सौम्या तृतीय-शिल्पा लम्बी कूद मे प्रथम अर्जुन यादव बहादुरपुर से, द्वितीय-प्रियांश यादव सोराओं एवं तृतीय-साहिल पाल मेजा से।

निर्णायक मंडल में विमलेश पाल विशाल यादव अक्षय पाल अरुण पाल सरोज आनंद अजय पाल रहे।क्षेत्र से इस खेल कूद प्रतियोगिता में स्थानीय समाज सेवियों पी० एन०अकेला गुलाब सिंह यादव दीपू पाल आरुष पाल गोलू पाल राजू मनीष विशाल अमन हर्ष रवि रोहित अजय प्रिंस आदर्श तथा अध्यापक गांधी इंटर कॉलेज ने अपना सहयोग प्रदान किया।

दुमका में 22 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि को मिलेगा पानी: CM हेमंत सोरेन ने मसलिया-रानेश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना का किया निरीक्षण

दुमका: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज (24 नवंबर 2025) दुमका जिला अंतर्गत रानेश्वर प्रखंड के मुरगुनी में सिद्धेश्वरी नदी पर निर्माणाधीन मसलिया-रानेश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना की कार्य प्रगति का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के शेष बचे कार्यों को अतिशीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया, ताकि किसानों को जल्द से जल्द यह समर्पित की जा सके।

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निरीक्षण के दौरान विधायक श्री आलोक कुमार सोरेन, मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार और सचिव श्री प्रशांत कुमार भी मौजूद थे।

परियोजना होगी बहुउपयोगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना दुमका के लिए काफी महत्वपूर्ण है, जिससे मसलिया और रानेश्वर प्रखंड के 22,283 हेक्टेयर से ज्यादा भूमि पर सिंचाई की सुविधा पहुंचाई जानी है।

मुख्यमंत्री ने कहा:

"हर खेत तक पानी पहुंचे, इसी संकल्प के साथ हम सिंचाई सुविधाओं का विस्तार कर रहे हैं। सिद्धेश्वरी नदी के पानी का पूर्ण सदुपयोग करने की जिस सोच के साथ यह योजना बनी है, वह हकीकत में पूरी होनी चाहिए।"

उन्होंने यह भी कहा कि यह परियोजना बहुउपयोगी साबित होगी, क्योंकि इससे पटवन के अलावा नदी में ज्यादा पानी होने पर उसे तालाबों और जलाशयों में भी डाइवर्ट किया जा सकेगा। इसके चालू होने से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।

80 प्रतिशत कार्य हुआ पूर्ण

परियोजना का निर्माण कर रही एल. एंड टी. कंपनी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि लगभग 80 प्रतिशत काम पूर्ण हो चुका है।

प्रगति: एक बैराज लगभग तैयार है, 15 गेटों का 90 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है, और तीन पंप हाउस में एक पूर्ण हो चुका है।

लक्ष्य: अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि अगले वर्ष जनवरी तक लगभग 6400 हेक्टेयर भूमि पर भूमिगत पाइपलाइन के माध्यम से सिंचाई की सुविधा शुरू कर दी जाएगी।

ज्ञात हो कि 1313 करोड़ रुपए की लागत वाली इस परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने नवंबर 2022 में किया था, जिसके पूर्ण होने पर मसलिया प्रखंड के 15 और रानेश्वर प्रखंड के चार पंचायत के अंतर्गत आने वाले 226 गांवों को लाभ मिलेगा।

सीएम सोरेन का बड़ा निर्देश: जनगणना 2027 के लिए झारखंड की प्रशासनिक सीमाओं में 1 जनवरी 2026 से 31 मार्च 2027 तक नहीं होगा कोई बदलाव

रांची (मुख्यमंत्री सचिवालय): मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आगामी भारत की जनगणना-2027 को सुचारू रूप से संपन्न कराने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण और बड़ा निर्देश जारी किया है।

आज (24 नवंबर 2025) मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री ने जनगणना अधिनियम, 1948 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए यह फैसला लिया है कि:

"झारखंड राज्य की सभी प्रशासनिक इकाइयों यथा, जिला, अनुमंडल, प्रखंड, नगर निगम, नगर परिषद, नगर पंचायत, छावनी परिषद, वार्ड, पंचायत और ग्राम आदि के प्रशासनिक क्षेत्राधिकार की सीमाओं में दिनांक-01.01.2026 से 31.03.2027 तक किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया जाएगा।"

मुख्यमंत्री ने साथ ही यह भी निर्देश दिया है कि 31 दिसंबर 2025 तक क्षेत्राधिकार की सीमाओं में हुए सभी परिवर्तनों से संबंधित सूचना और वांछित अधिसूचना निदेशक जनगणना कार्य निदेशालय, झारखंड, रांची को अग्रसारित (forward) की जाए।

यह निर्णय जनगणना प्रक्रिया की सटीकता और प्रशासनिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है, ताकि जनगणना कार्य के दौरान किसी भी इकाई की सीमाएं अपरिवर्तित रहें।


गुरु तेग बहादुर शहीद दिवस: वेदांता पब्लिक स्कूल में श्रद्धापूर्वक श्रद्धांजलि

ब्रह्म प्रकाश शर्मा,मुजफ्फरनगर।जानसठ/सिखेड़ा।वेदांता पब्लिक स्कूल, सिखेड़ा में शुक्रवार को सिखों के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर जी का शहीद दिवस अत्यंत श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और प्रबंधन समिति ने गुरु जी के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

सोमवार को कार्यक्रम की शुरुआत में विद्यालय के बच्चों ने गुरु तेग बहादुर जी के जीवन से जुड़ी अनेक प्रेरक घटनाओं को विस्तार से सभी के साथ साझा किया। उन्होंने गुरु जी द्वारा दी गई शिक्षाओं और धर्म, मानवता तथा न्याय के लिए किए गए उनके अद्वितीय बलिदान पर प्रकाश डाला। विद्यालय के प्रबंधक सुशील सिंह आर्य ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने हर परिस्थिति का सामना पूरी शांति और दृढ़ता से किया। उन्होंने बच्चों को गुरु जी के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान करते हुए बताया कि उन्होंने किस प्रकार मर्यादा के मार्ग से विचलित हुए बिना संघर्ष किया और हमेशा न्याय, समानता, मानवता तथा सौहार्द पर आधारित सामाजिक व्यवस्था के निर्माण का संदेश दिया।

विद्यालय के प्रधानाचार्य विवेक चौधरी ने भी बच्चों को गुरु तेग बहादुर जी के त्यागपूर्ण जीवन और सिख धर्म के गौरवशाली इतिहास के विषय में अनेक महत्वपूर्ण एवं रोचक जानकारियाँ प्रदान कीं, जिससे बच्चों में धार्मिक सहिष्णुता और वीरता की भावना जागृत हुई। विद्यालय की शिक्षिका विश्वेश्वरी ने भी बच्चों के सम्मुख गुरु तेग बहादुर जी के जीवन की महान घटनाओं को उजागर किया, जिसने श्रोताओं को गहराई से प्रभावित किया। कार्यक्रम के अंत में, समस्त वेदांता परिवार ने गुरु तेग बहादुर जी के चरणों में नमन किया और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त वेदांता परिवार का पूर्ण सहयोग रहा।

निस्वार्थ कदम ने घुरदौड़, कुल्लू में ‘मनु हेल्थ केयर सेंटर’ के ज़रिए ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को किया सशक्त

कुल्लू, हिमाचल प्रदेश:डॉ. प्रमोद राघव के नेतृत्व में निस्वार्थ कदम संस्था ने हिमाचल प्रदेश के कुल्लू ज़िले के घुरदौड़ गांव में मनु हेल्थ केयर सेंटर की स्थापना की है। यह पहल दूरस्थ हिमालयी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को मुफ़्त, भरोसेमंद और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस परियोजना को शास्त्र सोसाइटी के सहयोग में संचालित किया जा रहा है।

ज़मीनी हकीकतों से जन्मा मिशन

पहाड़ी गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी को देखते हुए निस्वार्थ कदम ने एक ऐसा स्वास्थ्य केंद्र बनने की योजना बनाई, जहां ग्रामीणों को मुफ़्त इलाज, मुफ़्त दवाइयाँ और निरंतर स्वास्थ्य सहायता उनके ही क्षेत्र में मिल सके। डॉ. प्रमोद राघव की सोच और मार्गदर्शन के साथ मनु हेल्थ केयर सेंटर को एक समर्पित, समुदाय-आधारित स्वास्थ्य सेवा केंद्र के रूप में तैयार किया गया है।

स्वास्थ्य सेवाएँ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना

यह केंद्र न केवल आने वाले मरीजों का इलाज कर रहा है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाएँ उनके घरों तक भी पहुँचा रहा है। प्रमुख सेवाएँ इस प्रकार हैं:

आसपास के क्षेत्रों में नियमित स्वास्थ्य शिविर

बुजुर्गों और असमर्थ लोगों के लिए घर-घर चिकित्सा सेवा

सभी मरीजों के लिए बिल्कुल मुफ्त दवाइयाँ

आवश्यक उपचार और प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा

दंत उपचार, ऑक्सीजन सुविधा और बेसिक डायग्नोस्टिक सहायता

महिलाओं के लिए स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम एवं सैनिटरी पैड वितरण

इन सेवाओं के कारण यह केंद्र घुरदौड़ और आसपास के गांवों के लिए एक विश्वसनीय जीवन रेखा बन चुका है।

डॉ. प्रमोद राघव – सेवा को समर्पित एक दूरदर्शी व्यक्तित्व

डॉ. प्रमोद राघव लम्बे समय से जनकल्याण, सामाजिक उत्थान और सामुदायिक विकास से जुड़े रहे हैं। उनके नेतृत्व ने इस मिशन को सम्मान, समानता, सुलभता और संवेदनशीलता के साथ आगे बढ़ाया है। निस्वार्थ कदम के साथ उनका जुड़ाव इस स्वास्थ्य अभियान को एक संगठित और टिकाऊ रूप प्रदान कर रहा है।

निस्वार्थ कदम – 15 वर्षों से निःस्वार्थ सेवा

पिछले डेढ़ दशक से निस्वार्थ कदम विभिन्न क्षेत्रों में सामाजिक कार्य कर रहा है, जिनमें शामिल हैं:

वंचित बच्चों की शिक्षा एवं सहयोग

स्वास्थ्य सेवा और मेडिकल सहायता

भोजन एवं वस्त्र वितरण

पोषण कार्यक्रम

“नेकी की दीवार” (Wall of Kindness)

ग्रामीण क्षेत्रों में कल्याणकारी गतिविधियाँ

मनु हेल्थ केयर सेंटर इस लंबे सफर की एक महत्वपूर्ण और अनोखी उपलब्धि है।

आने वाला समय – और भी मज़बूत लक्ष्य

निस्वार्थ कदम की योजना है कि मनु हेल्थ केयर सेंटर के मॉडल को देश के अन्य ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में भी लागू किया जाए, जिससे पूरे भारत में मुफ़्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का मजबूत नेटवर्क स्थापित हो सके और सेवा उन तक पहुँचे जो सबसे ज़्यादा ज़रूरतमंद हैं।

दिल्ली से घर लौट रहा युवक बना जहरखुरानी का शिकार, 50 हजार रुपये और सामान लूटे, निजी अस्पताल में भर्ती

अतरौलिया (आजमगढ़)। अतरौलिया थाना क्षेत्र के ईश्वरपुर पवनी गांव निवासी प्रिंस (23) पुत्र जुग्गी लाल दिल्ली से अपने घर शादी समारोह में शामिल होने के लिए लौट रहा था, लेकिन रास्ते में जहरखुरानी का शिकार होकर गंभीर हालत में पहुंच गया। पीड़ित फिलहाल बुढ़नपुर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती है, जहां उसका इलाज जारी है।जानकारी के अनुसार प्रिंस ट्रेन से बनारस कैंट स्टेशन पर उतरा। वहीं उसे एक बाइक सवार युवक मिला, जिसने उससे बात-चीत कर परिचय बना लिया। प्रिंस ने बताया कि वह आजमगढ़ जाने वाला है, तो बाइक सवार ने भी खुद को आजमगढ़ जाने की बात कहकर उसे साथ बैठा लिया।लालगंज के समीप पहुंचने पर बाइक सवार ने प्रिंस को बिस्कुट खाने के लिए दिए। आरोप है कि बिस्कुट में नशीला पदार्थ मिला हुआ था, जिसे खाते ही वह बेहोश हो गया। इसी दौरान उसके पास रखे 50,000 रुपये नकद, मोबाइल व बैग में रखा सामान लेकर आरोपी फरार हो गया। कुछ समय बाद होश आने पर प्रिंस ने किसी अन्य व्यक्ति के फोन से अपने मामा को सूचना दी। जानकारी मिलते ही मामा मौके पर पहुंचे और बेहोशी की हालत में उसे घर ले आए, जिसके बाद उसे बुढ़नपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।घटना की जानकारी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। हालांकि पीड़ित की ओर से अभी तक पुलिस को कोई तहरीर नहीं दी गई है। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी बुढ़नपुर अजय प्रताप सिंह ने बताया कि, “फिलहाल कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर मिलते ही मामले की जांच कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”पीड़ित परिवार घटना से दहशत में है और गांव में जहरखुरानी की यह वारदात चर्चा का केंद्र बनी हुई है।
विषय: सुल्ताना पंचायत भवन में 'सरकार आपके द्वार' विशेष शिविर का सफल आयोजन।

कटकमदाग: आम जनों की समस्याओं के त्वरित निष्पादन और उन्हें सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से आज कटकमदाग प्रखंड के सुल्ताना पंचायत भवन में 'सरकार आपके द्वार' कार्यक्रम का विशेष शिविर लगाया गया।

इस शिविर में स्थानीय ग्रामीणों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और सैकड़ों की संख्या में लोग अपनी विभिन्न मांगों और समस्याओं को लेकर पहुंचे।

कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाने के लिए प्रखंड प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। कटकमदाग प्रखंड के अंचलाधिकारी सत्येंद्र नारायण पासवान, जिला परिषद सदस्य जीतनराम, और प्रखंड प्रमुख श्रीमती कुमारी बिनीता जी ने शिविर का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से संवाद किया।

मेजबान पंचायत की ओर से मुखिया श्रीमती नूरजहां खातून, मुखिया प्रतिनिधि अख्तर नूरी, उप मुखिया विनय दुबे ने अतिथियों का स्वागत किया और शिविर संचालन में सहयोग किया। मौके पर परमेश्वर जी, इर्शाद जी, रतन कुमार समेत कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ता और ग्रामीण मौजूद थे।

आजमगढ़ : विवाद सुलझाने में प्रशासन हुआ फेल ,सुभासपा नेता अभिषेक उपाध्याय के आत्मदाह की चेतावनी से प्रशासन में मची खलबली
 
सिद्धेश्वर पाण्डेय
   व्यूरो चीफ
आजमगढ़ :  सुभासपा नेता अभिषेक उपाध्याय की आत्मदाह की चेतावनी के तीसरे दिन सोमवार को प्रशासनिक अमला ने फूलपुर तहसील के कंदरा गांव में जमीनी विवाद सुलझाने के लिए पहुंच गया । नायब तहसीलदार फूलपुर राजाराम के साथ पहुंची पुलिस और राजस्व टीम ने दोनों पक्षों से दिन भर विवाद सुलझाने के लिए वार्ता कर प्रयास किया।काफी प्रयास के बाद भी जब सफलता हासिल नहीं हुई तो बिना विवाद सुलझाए ही देर शाम प्रशासनिक अमला वापस लौट गया। अहरौला थाना क्षेत्र के कंदरा गांव में सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी युवा मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक उपाध्याय का पुस्तैनी मकान और आबादी की जमीन है। उनका कहना है कि तीन माह पूर्व वह जानवरों आदि से सुरक्षा के लिए अपनी आबादी की जमीन में चहारदीवारी बनाना चाहा तो सपा के एक पूर्व विधायक के इशारे पर गांव के दबंग लोगों ने निर्माण कार्य रोक दिया और परिवार के लोगों को मारा पीटा।चहारदीवारी निर्माण के संबंध में उन्होंने जिलाधिकारी से लेकर तहसील फूलपुर के आलाअधिकारियों के यहां प्रार्थना पत्र दिया पर वे तीन माह तक अधिकारी उदासीन बने रहे। जिससे क्षुब्ध होकर 21 नवदंबर सुभासपा युवा मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक उपाध्याय ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ ही साथ मंडलायुक्त डीआईजी और पुलिस अधीक्षक को ईमेल प्रेषित कर कहा था कि तीन दिन में यदि उनकी चहारदीवारी का निर्माण नहीं हुआ तो वे 25 नवंबर को जिलाधिकारी आजमगढ़ के आवास के सामने आत्मदाह कर लेंगे। रविवार को उन्होंने पुनः उपजिलाधिकारी फूलपुर अशोक कुमार को वॉट्सएप के माध्यम से पत्र प्रेषित कर अपनी बात को दोहराया ।जिससे प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई। अभिषेक उपाध्याय द्वारा तय की गई आत्मदाह की समय सीमा के अंतिम दिन अधिकारियों के निर्देश पर नायब तहसीलदार फूलपुर राजाराम , राजस्व निरीक्षक कृष्ण कुमार यादव,थाना अध्यक्ष अहरौला प्रदीप कुमार पुलिस बल के साथ कंदरा पहुंचे और जमीनी हकीकत से रूबरू होने के बाद चहारदीवारी का निर्माण कराना चाहा पर दोनों पक्षों में सहमति नहीं बन पाई। प्रयास विफल होने पर दिन भर रहने के बाद राजस्व और पुलिस टीम वापस लौट गई। अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि नायब तहसीलदार से लेकर पुलिस प्रशासन के लोग चहारदीवारी बनवाने का प्रयास किया । लेकिन मेरे खेत में से रास्ता की देने की मांग को लेकर विपक्षी अड़े रहे । उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासनिक अधिकारी मेरी ही जमीन को विपक्षियों को देने के लिए कह रहे थे। जो उन्हें मंजूर नहीं है। अभिषेक उपाध्याय ने यह भी कहा कि समय सीमा खत्म हो गई है।मंगलवार को वे जिलाधिकारी आजमगढ़ के आवास पर आत्मदाह करेंगे।उन्होंने इस बात को प्रशासनिक अधिकारियों से भी कहा है। इस संबंध में थानाध्यक्ष अहरौला प्रदीप कुमार का कहना है प्रयास जारी है किसी भी दशा में अभिषेक उपाध्याय को आत्मदाह नहीं करने दिया जाएगा। उच्चाधिकारियों से विवाद के निस्तारण हेतु बातचीत जारी है। उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में समस्या का समाधान होगा।
*कन्नौज में 243 जोड़ों ने एक दूसरे का साथ निभाने की खाई कस्मे, तो वहीं 7 मुस्लिम जोड़े ने किया निकाह कबूल*

पंकज श्रीवास्तव/विवेक कुमार

कन्नौज जिले के पी.एस.एम. कॉलेज प्रांगण में आज मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 243 जोड़ों ने वैवाहिक बंधन में बंधे तो वाही इनमें 7 जोड़े मुस्लिम समुदाय ने निकाह किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण तथा पार्टी जिलाध्यक्ष वीर सिंह भदौरिया उपस्थिति रहे।

आयोजित इस भव्य समारोह में कुल 243 जोड़ों ने वैवाहिक जीवन में प्रवेश किया। इनमें 7 जोड़े मुस्लिम समुदाय के थे, जो इस योजना की सर्वसमावेशी भावना को दर्शाते हैं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाज कल्याण राज्य मंत्री असीम अरुण ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि विवाह केवल दो व्यक्तियों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का सुंदर मिलन है। आज से आप सभी अपने नए जीवन की शुरुआत कर रहे हैं। इस सुखमय जीवन को आगे बढ़ाने के लिए कार्य भी करना है। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि हर युवा स्वयं के पैरों पर खड़ा हो, उनके हुनर व शिक्षा का सही दिशा में उपयोग हो और परिवार खुशहाल जीवन जी सके। स्वरोजगार एवं आजीविका बढ़ाने हेतु योगी सरकार अनेक लाभकारी योजनाएं संचालित कर रही है, जिनका लाभ लेकर खुद का स्वरोजगार कर आय के श्रोत बना सकते हैं” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को आधार से जोड़कर पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी किया गया है ताकि पात्र लाभार्थी को बिना किसी बाधा के लाभ प्राप्त हो सके। मुख्यमंत्री जी की यह जनहितकारी योजना असंख्य परिवारों के लिए वरदान सिद्ध हो रही है।

कार्यक्रम में संग्राम सिंह द्वारा प्रस्तुत आल्हा गायन की सराहना करते हुए मंत्री असीम अरुण ने कहा कि यह लोककला की समृद्ध परंपरा को जीवित रखने का प्रशंसनीय प्रयास है। भाजपा जिलाध्यक्ष वीर सिंह भदौरिया ने सभी नवविवाहित जोड़ों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का यह पावन अवसर विविध संस्कृतियों और परंपराओं का अनूठा संगम है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि सभी जोड़ों का दांपत्य जीवन प्रेम, सम्मान और खुशहाली से भरा रहे।

जिला समाज कल्याण अधिकारी वेद प्रकाश मिश्रा ने बताया कि योजना के अंतर्गत प्रति जोड़ा ₹1,00,000 की धनराशि व्यय की जाती है। इसमें ₹60,000 सीधे कन्या के बैंक खाते में, ₹25,000 मूल्य की उपहार सामग्री (वस्त्र, आभूषण—चांदी की पायल/बिछिया, स्टील डिनर सेट, प्रेशर कुकर, कढ़ाई, ट्रॉली बैग, वैनिटी किट, दीवार घड़ी, सीलिंग फैन, कूलकेज, आयरन प्रेस, गद्दे आदि) तथा ₹15,000 प्रति जोड़ा विवाह आयोजन पर व्यय किया जाता है। कार्यक्रम में पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत, ब्लॉक प्रमुखगण, परियोजना निदेशक डीआरडीए सहित अनेक अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं वर-वधू के परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। पूरे आयोजन में हर्ष, सद्भाव और उत्सव का वातावरण छाया रहा।

ग्राम पंचायत चुनाव से पहले पंचायतों में घोटालों की गूंज

फॉलोअप :

डीएम से शिकायतों के बाद शुरू हुई है जांच की आंच

कार्रवाई से बचने के लिए नेताओं से लेकर अधिकारियों की शुरु हुई दौड़

*घोटाले की जद में मनरेगा घोटाले वाले हलिया ब्लॉक के कई गांव

मीरजापुर। जनपद में पंचायत चुनाव की आहट के साथ ही ग्राम पंचायतों में वित्तीय अनियमितताओं और विकास कार्यों में घोटालों की शिकायतों की बाढ़ आ गई है। जिला प्रशासन ने इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए कई ग्राम पंचायतों में जांच शुरू कर दी है। जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम भी गठित की गई है, जो तय समय में रिपोर्ट सौंपेगी।

सूत्रों के अनुसार, मीरजापुर जिले के 12 विकास खंड में हर साल करोड़ों रुपये से अधिक का बजट विभित्र योजनाओं के तहत जारी किया जाता है। इनमें मनरेगा, स्वच्छता मिशन, राज्य में वित्त और 15 वें वित्त आयोग जैसी चोजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण विकास और बुनियादी सुविधाओं का विस्तार करना है, लेकिन शिकायतों में आरोप लगाया गया है कि इन पैसों का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपये के घोटाले किए गए हैं। आश्चर्य की बात है कि कुछ गांवों में तो विकास के नाम पर ग्रामीणों की आंखों में धूल झोंकने का काम किया गया है जहां धरातल पर काम हुआ ही नहीं है और लाखों का बजट काम होना दिखाकर हजम कर लिया गया है। ऐसा ही मामला हलिया विकासखंड क्षेत्र के मनिगढ़ा गांव का सामने आया है जहां शिकायत होने पर जिलाधिकारी ने जांच के टीम गठित कर पूरी कार्रवाई से अवगत कराने के लिए भी आदेशित किया है।

जिले के ग्राम पंचायतों में जांच की कार्रवाई को लेकर प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। जानकारी के मुताबिक जिन पंचायतों में शिकायतें आई हैं, वहां सड़कों, नालियों, कुआं तालाब सहित सामुदायिक भवनों और जल निकासी जैसी परियोजनाओं पर भारी अनियमितताएं पाई गई हैं। कई जगहों पर तो बजट खर्च दिखा दिया गया है, जबकि जमीनी स्तर पर कोई काम हुआ ही नहीं है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि प्रधानों और सचिव की मिलीभगत से बजट का गबन किया गया है। पंचायत चुनाव नजदीक आने के साथ विपक्षी दलों ने भी इन मुद्दों को लेकर प्रशासन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि हाल के महीने में डीएम कार्यालय में शिकायतों की बाढ़ सी आ गई हैं।

शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी द्वारा गंभीर मामलों में टीम गठित कर कार्रवाई के आदेश दे दिए जाने से घोटाले की जद में आए गांवों में हड़कंप मचा हुआ है। दूसरी ओर जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर कई विकास खंडों में जांच टीमें गठित की गई है। अधिकारियों को बैठक बुलाकर जांच की रूपरेखा तय को गई है। चुनाव के मद्देनजर शिकायतों को संख्या बढ़ी है, इसलिए सभी रिपोर्ट जल्द से जल्द तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों और प्रधानों से रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्रशासन का कहना है कि जांच पूरी तथा पारदर्शी तरीके से की जाएगी और किसी भी दोषी को बक्शा नहीं जाएगा। वहीं, ग्रामीणों को उम्मीद है कि इस कार्रवाई से विकास कार्यों में पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।

इनसेट में ------

--घोटाले की जांच की आंच से घिरे ब्लाकों के अधिकारी-कर्मचारियों की बढ़ी धड़कने--

गांवों के विकास कार्यों में किए गए घोटाले की शिकायतों के बाद जिलाधिकारी द्वारा जांच कराए जाने से जांच की आंच से घिरे ब्लाकों के अधिकारी-कर्मचारियों की धड़कने बढ़ गई हैं। बताया जा रहा है कि जांच की कार्रवाई से बचने के लिए कुछ गांवों के विकास कार्यों से संबंधित फाइल जिलाधिकारी द्वारा गठित की गई जांच टीम को सौंपने और जांच में सहयोग के बजाए हीलाहवाली बरतते हुए मामले को लटकाए जाने का खेल खेला जा रहा है। ऐसा ही मामला हलिया विकासखंड क्षेत्र के मनिगढ़ा गांव का बताया जा रहा है जहां विकास कार्यों में हुए भारी खेला की शिकायत होने पर जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने जांच टीम गठित कर दी है। बताया जा रहा है कि तकरीबन एक पखवारा बीतने के बाद भी जहां जांच टीम गांव में पहुंची नहीं है तो वहीं दूसरी ओर बताया यह भी जा रहा है कि हलिया से ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों का टीम को सहयोग और पत्रावाली न मिलने से टीम जांच करने गांव में नहीं पहुंच पाई है। ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि कहीं यह मामले को दबाने की कोई सोची समझी साजिश तो नहीं है।

जिला स्तरीय खेल कूद प्रतियोगिता का आयोजन


संजय द्विवेदी, प्रयागराज।युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशन में मेरा युवा भारत प्रयागराज द्वारा उपनिदेशक जागृति पाण्डेय के निर्देशन में अन्दावा स्थित बाबू जोखई पाल मिनी स्टेडियम में जिला स्तरीय खेल कूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।इस प्रतियोगिता को बाबू जोखई पाल युवा समिति के अध्यक्ष ऋषि पाल तथा उनकी समिति सदस्य टीम की देख- रेख में बहरिया उरुवा बहादुरपुर श्रृंगवेरपुर चाका कौड़ीहार की खंड स्तरीय खेलो की विजेता टीम ने प्रतिभाग किया।

कुल 6 प्रकार के खेलो का आयोजन किया गया जिनमें कबड्डी (बालिका)वॉलीबॉल (बालक) लंबी कूद, 200 मीटर रेस 800 मीटर और 400 मीटर रेस का फाइनल्स एवं समापन समारोह कराया गया।इस प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि प्रयागराज के महापौर उमेश चन्द्र गणेश केशरवानी तथा अति विशिष्ट अतिथि के रूप में फूलपुर के विधायक दीपक पटेल विशिष्ट अतिथि हंडिया के पूर्व विधायक प्रशांत सिंह ने अपने कर कमलों से विजेताओ को पुरस्कार प्रमाणपत्र मेडल टी- शर्ट टैक्सूट वितरित कर खेलो के प्रति क्षेत्र में उत्साह को बढ़ाया।

इस आयोजन में:- कबड्डी विजेता-बहादुरपुर की टीम उपविजेता-माण्डा टीम वॉलीबॉल-बहरिया की टीम कप्तान-दिव्यांशु एवं उपविजेता -त्रिवेणीपुरम की टीम जिसके कप्तान सुधीर है।200 मीटर दौड़ में प्रथम शिवनी द्वितीय- शिल्पा एवं तृतीय-सुनैना निषाद 400 मीटर दौड़ में प्रथम- इमरान अली मेजा से द्वितीय प्रमोद पाल उरुवा ब्लॉक एवं तृतीय-आकाश कुमार बहादुरपुर 800 मीटर रेस में प्रथम-कविता द्वितीय-सौम्या तृतीय-शिल्पा लम्बी कूद मे प्रथम अर्जुन यादव बहादुरपुर से, द्वितीय-प्रियांश यादव सोराओं एवं तृतीय-साहिल पाल मेजा से।

निर्णायक मंडल में विमलेश पाल विशाल यादव अक्षय पाल अरुण पाल सरोज आनंद अजय पाल रहे।क्षेत्र से इस खेल कूद प्रतियोगिता में स्थानीय समाज सेवियों पी० एन०अकेला गुलाब सिंह यादव दीपू पाल आरुष पाल गोलू पाल राजू मनीष विशाल अमन हर्ष रवि रोहित अजय प्रिंस आदर्श तथा अध्यापक गांधी इंटर कॉलेज ने अपना सहयोग प्रदान किया।

दुमका में 22 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि को मिलेगा पानी: CM हेमंत सोरेन ने मसलिया-रानेश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना का किया निरीक्षण

दुमका: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज (24 नवंबर 2025) दुमका जिला अंतर्गत रानेश्वर प्रखंड के मुरगुनी में सिद्धेश्वरी नदी पर निर्माणाधीन मसलिया-रानेश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना की कार्य प्रगति का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के शेष बचे कार्यों को अतिशीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया, ताकि किसानों को जल्द से जल्द यह समर्पित की जा सके।

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निरीक्षण के दौरान विधायक श्री आलोक कुमार सोरेन, मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार और सचिव श्री प्रशांत कुमार भी मौजूद थे।

परियोजना होगी बहुउपयोगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना दुमका के लिए काफी महत्वपूर्ण है, जिससे मसलिया और रानेश्वर प्रखंड के 22,283 हेक्टेयर से ज्यादा भूमि पर सिंचाई की सुविधा पहुंचाई जानी है।

मुख्यमंत्री ने कहा:

"हर खेत तक पानी पहुंचे, इसी संकल्प के साथ हम सिंचाई सुविधाओं का विस्तार कर रहे हैं। सिद्धेश्वरी नदी के पानी का पूर्ण सदुपयोग करने की जिस सोच के साथ यह योजना बनी है, वह हकीकत में पूरी होनी चाहिए।"

उन्होंने यह भी कहा कि यह परियोजना बहुउपयोगी साबित होगी, क्योंकि इससे पटवन के अलावा नदी में ज्यादा पानी होने पर उसे तालाबों और जलाशयों में भी डाइवर्ट किया जा सकेगा। इसके चालू होने से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।

80 प्रतिशत कार्य हुआ पूर्ण

परियोजना का निर्माण कर रही एल. एंड टी. कंपनी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि लगभग 80 प्रतिशत काम पूर्ण हो चुका है।

प्रगति: एक बैराज लगभग तैयार है, 15 गेटों का 90 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है, और तीन पंप हाउस में एक पूर्ण हो चुका है।

लक्ष्य: अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि अगले वर्ष जनवरी तक लगभग 6400 हेक्टेयर भूमि पर भूमिगत पाइपलाइन के माध्यम से सिंचाई की सुविधा शुरू कर दी जाएगी।

ज्ञात हो कि 1313 करोड़ रुपए की लागत वाली इस परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने नवंबर 2022 में किया था, जिसके पूर्ण होने पर मसलिया प्रखंड के 15 और रानेश्वर प्रखंड के चार पंचायत के अंतर्गत आने वाले 226 गांवों को लाभ मिलेगा।

सीएम सोरेन का बड़ा निर्देश: जनगणना 2027 के लिए झारखंड की प्रशासनिक सीमाओं में 1 जनवरी 2026 से 31 मार्च 2027 तक नहीं होगा कोई बदलाव

रांची (मुख्यमंत्री सचिवालय): मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आगामी भारत की जनगणना-2027 को सुचारू रूप से संपन्न कराने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण और बड़ा निर्देश जारी किया है।

आज (24 नवंबर 2025) मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री ने जनगणना अधिनियम, 1948 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए यह फैसला लिया है कि:

"झारखंड राज्य की सभी प्रशासनिक इकाइयों यथा, जिला, अनुमंडल, प्रखंड, नगर निगम, नगर परिषद, नगर पंचायत, छावनी परिषद, वार्ड, पंचायत और ग्राम आदि के प्रशासनिक क्षेत्राधिकार की सीमाओं में दिनांक-01.01.2026 से 31.03.2027 तक किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया जाएगा।"

मुख्यमंत्री ने साथ ही यह भी निर्देश दिया है कि 31 दिसंबर 2025 तक क्षेत्राधिकार की सीमाओं में हुए सभी परिवर्तनों से संबंधित सूचना और वांछित अधिसूचना निदेशक जनगणना कार्य निदेशालय, झारखंड, रांची को अग्रसारित (forward) की जाए।

यह निर्णय जनगणना प्रक्रिया की सटीकता और प्रशासनिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है, ताकि जनगणना कार्य के दौरान किसी भी इकाई की सीमाएं अपरिवर्तित रहें।


गुरु तेग बहादुर शहीद दिवस: वेदांता पब्लिक स्कूल में श्रद्धापूर्वक श्रद्धांजलि

ब्रह्म प्रकाश शर्मा,मुजफ्फरनगर।जानसठ/सिखेड़ा।वेदांता पब्लिक स्कूल, सिखेड़ा में शुक्रवार को सिखों के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर जी का शहीद दिवस अत्यंत श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और प्रबंधन समिति ने गुरु जी के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

सोमवार को कार्यक्रम की शुरुआत में विद्यालय के बच्चों ने गुरु तेग बहादुर जी के जीवन से जुड़ी अनेक प्रेरक घटनाओं को विस्तार से सभी के साथ साझा किया। उन्होंने गुरु जी द्वारा दी गई शिक्षाओं और धर्म, मानवता तथा न्याय के लिए किए गए उनके अद्वितीय बलिदान पर प्रकाश डाला। विद्यालय के प्रबंधक सुशील सिंह आर्य ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने हर परिस्थिति का सामना पूरी शांति और दृढ़ता से किया। उन्होंने बच्चों को गुरु जी के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान करते हुए बताया कि उन्होंने किस प्रकार मर्यादा के मार्ग से विचलित हुए बिना संघर्ष किया और हमेशा न्याय, समानता, मानवता तथा सौहार्द पर आधारित सामाजिक व्यवस्था के निर्माण का संदेश दिया।

विद्यालय के प्रधानाचार्य विवेक चौधरी ने भी बच्चों को गुरु तेग बहादुर जी के त्यागपूर्ण जीवन और सिख धर्म के गौरवशाली इतिहास के विषय में अनेक महत्वपूर्ण एवं रोचक जानकारियाँ प्रदान कीं, जिससे बच्चों में धार्मिक सहिष्णुता और वीरता की भावना जागृत हुई। विद्यालय की शिक्षिका विश्वेश्वरी ने भी बच्चों के सम्मुख गुरु तेग बहादुर जी के जीवन की महान घटनाओं को उजागर किया, जिसने श्रोताओं को गहराई से प्रभावित किया। कार्यक्रम के अंत में, समस्त वेदांता परिवार ने गुरु तेग बहादुर जी के चरणों में नमन किया और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त वेदांता परिवार का पूर्ण सहयोग रहा।