एसीपी कृष्णानगर रजनीश वर्मा ने की चौपाल, साइबर और महिला सुरक्षा पर जागरूकता

लखनऊ । सहायक पुलिस आयुक्त कृष्णानगर, रजनीश वर्मा द्वारा सोमवार को ग्राम सहजनपुर/नारायणपुर, थाना बंथरा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण चौपाल का आयोजन किया गया। चौपाल में बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे। इस दौरान सुरक्षा, कानून व्यवस्था, साइबर अपराध, महिला एवं बाल संरक्षण, यातायात नियमों तथा स्थानीय जन समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

महिला एवं बाल सुरक्षा पर जागरूकता

महिला सशक्तिकरण, घरेलू हिंसा कानून, पॉक्सो अधिनियम और सुरक्षा अधिकारों की जानकारी देते हुए ग्रामीणों को बताया गया कि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत 1090, 112 सहित उपलब्ध हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें।

बच्चों के लिए सोशल मीडिया सुरक्षा सलाह

बच्चों को इंटरनेट और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। सोशल मीडिया प्रोफाइल हमेशा Private मोड में रखें।मोबाइल नंबर, पता, स्कूल का नाम जैसी निजी जानकारी साझा न करें।अंजान व्यक्तियों की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।संदिग्ध ऐप, लिंक या गेम ऑफर से दूर रहें।साइबर बुलिंग की स्थिति में तुरंत पुलिस व अभिभावकों को जानकारी दें।

साइबर अपराध से सुरक्षा

डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड, बैंकिंग धोखाधड़ी, फर्जी कस्टमर केयर, KYC अपडेट फ्रॉड और OTP स्कैम से बचने के उपाय बताए गए। किसी भी साइबर अपराध की स्थिति में तुरंत 1930 हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराने की अपील की गई।

भूमि विवाद व थाना समाधान दिवस

ग्रामवासियों को बताया गया कि भूमि विवाद एवं स्थानीय समस्याओं के निस्तारण के लिए थाना समाधान दिवस पर पुलिस व राजस्व अधिकारी संयुक्त रूप से समाधान करते हैं। लोगों को अपनी समस्याएँ लिखित रूप में प्रस्तुत करने की सलाह दी गई।

यातायात नियमों का पालन

चौपाल में हेलमेट और सीट बेल्ट का अनिवार्य रूप से प्रयोग करने, ओवरस्पीडिंग न करने, गलत दिशा में वाहन न चलाने और स्कूल समय में विशेष सावधानी बरतने की अपील की गई। सड़क सुरक्षा को जीवन सुरक्षा से जोड़ा गया।

सीसीटीवी और अफवाहों से बचाव पर जोर

ग्रामीण क्षेत्रों में अपराध रोकथाम के लिए घरों व प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए प्रेरित किया गया।साथ ही सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों से सतर्क रहने और बिना सत्यापन कोई भी जानकारी आगे न भेजने की सलाह दी गई।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने जनता दर्शन में सुनी लोगों की समस्याएं, त्वरित समाधान के निर्देश
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को अपने लखनऊ कैम्प कार्यालय में जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के कई जिलों से आए बड़ी संख्या में फरियादियों की समस्याएँ सुनीं। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति की बात को पूरी गंभीरता से सुनते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से कार्रवाई और समयबद्ध निस्तारण के स्पष्ट निर्देश दिए।


जनता की समस्याओं का समाधान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता

उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं का समाधान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा कोई भी पीड़ित मायूस होकर वापस नहीं लौटना चाहिए।जनता दर्शन में पहुंचे लोगों की समस्याएँ मुख्यतः भूमि विवाद, राजस्व संबंधी प्रकरणों, पेंशन, चिकित्सा सहायता, आवास, रोजगार, सड़क, बिजली-पानी की दिक्कतों और पुलिस कार्रवाई से जुड़े मामलों से संबंधित रहीं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता दर्शन कार्यक्रम सरकार और आमजन के बीच प्रत्यक्ष संवाद का सशक्त माध्यम है, जिससे जनता की जमीनी समस्याएँ वास्तविक रूप से सामने आती हैं और उनका प्रभावी समाधान संभव होता है।

आवश्यक होने पर मौके पर जाकर जांच की जाए

श्री मौर्य ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि भूमि कब्जेदारी, उत्पीड़न और संवेदनशील मामलों में विशेष सतर्कता बरती जाए और आवश्यक होने पर मौके पर जाकर जांच की जाए। उन्होंने दोहराया कि समाधान ऐसा हो जिससे पीड़ित व्यक्ति पूरी तरह संतुष्ट हो और उसे बार-बार कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक तेजी से और बिना किसी भेदभाव के पहुँचना सुनिश्चित किया जाए।

अधिकारियों से फोन पर बात कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए

कार्यक्रम के दौरान उप मुख्यमंत्री स्वयं फरियादियों के पास पहुँचे और उनकी बात ध्यानपूर्वक सुनी। कई मामलों में उन्होंने संबंधित जिलाधिकारियों व वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर बात कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित विभागों को यह भी चेतावनी दी कि जन शिकायतों के निस्तारण में किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर जवाबदेही तय की जाएगी।लगभग दो दर्जन से अधिक जिलों के लोग जनता दर्शन में पहुँचे और अपनी समस्याएँ रखीं। उप मुख्यमंत्री ने सभी उपस्थित लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ खड़ी है और हर व्यक्ति को न्याय दिलाना ही सरकार की प्रतिबद्धता है।
रांची के तीनों बस टर्मिनल बनेंगे आधुनिक: ₹48.72 करोड़ की लागत से होगा कायाकल्प

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर काम शुरू करने के आदेश; ITI बस स्टैंड, सरकारी डिपो और बिरसा मुंडा टर्मिनल राष्ट्रीय मानकों पर होंगे तैयार

झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने राजधानी रांची में शहरीकरण के कार्यों में तेजी लाने के लिए तीनों प्रमुख बस टर्मिनलों के आधुनिकीकरण और जीर्णोद्धार का निर्देश दिया है। इसी क्रम में नगर विकास एवं आवास मंत्री सुदिव्य कुमार ने इन कार्यों को आरंभ करने का आदेश दे दिया है, जिसके लिए निविदा भी निकाली गई है।

परियोजना की लागत और आवंटन

नगर विकास एवं आवास मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने कुल ₹48.72 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति पहले ही दे दी थी।

बस टर्मिनल का नाम स्वीकृत राशि (करोड़ रु.)

आईटीआई बस स्टैंड ₹24.77 करोड़

सरकारी बस डिपो ₹20.19 करोड़

बिरसा मुंडा बस टर्मिनल (खादगढ़ा) ₹3.76 करोड़

विभागीय प्रधान सचिव श्री सुनील कुमार ने जुडको (JUIDCO) के माध्यम से निविदा के शीघ्र निष्पादन का निर्देश दिया है, ताकि परियोजनाओं के पूर्ण होने के बाद रांची के बस टर्मिनल राष्ट्रीय स्तर के मॉडल स्टैंडर्ड पर नज़र आएँ, जहाँ यात्रियों को सुरक्षा, स्वच्छता और आधुनिक सुविधाओं का बेहतर अनुभव मिलेगा।

1. आईटीआई बस स्टैंड (₹24.77 करोड़): अत्याधुनिक और आकर्षक

तीन एकड़ क्षेत्रफल में विकसित होने वाला आईटीआई बस स्टैंड अत्याधुनिक और आकर्षक सुविधाओं से लैस होगा।

सुविधाएं: वातानुकूलित प्रतीक्षालय, कार, फ़ूड कियोस्क, परिवहन कार्यालय, कैफेटेरिया, महिला एवं पुरुष शौचालय, ऑटो और ई-रिक्शा पार्किंग।

भवन: 2330 वर्गमीटर ग्राउंड फ्लोर और 880 वर्गमीटर प्रथम तल पर टर्मिनल भवन। प्रथम तल पर रेस्टोरेंट, प्रशासनिक भवन, टिकट काउंटर, 4 डॉरमेट्री और लॉकर युक्त गेस्ट रूम।

परिचालन: 13 बस वे और 35 बसों के लिए स्टैंड बाई पार्किंग की सुविधा होगी। प्रतिदिन 416 बसों का परिचालन सुनिश्चित किया गया है।

2. सरकारी बस डिपो (₹20.19 करोड़): पुनर्निर्माण एवं जीर्णोद्धार

साल 1962 से 1970 के बीच बने जर्जर सरकारी बस डिपो का अब इंडियन रोड कांग्रेस के मानकों के अनुसार पुनर्निर्माण किया जाएगा।

पुनर्निर्माण: पुराने भवन को तोड़कर नया टर्मिनल भवन बनाया जाएगा।

सुविधाएं: ट्रांजिट यात्रियों के लिए डॉरमेट्री, गेस्ट रूम, प्रतीक्षालय, 12 फ़ूड कियोस्क, कैफेटेरिया, रेस्टोरेंट, शेडयुक्त बस वे, टिकट काउंटर, परिवहन प्रबंधन कार्यालय, हेल्प डेस्क और मेंटेनेंस क्षेत्र।

परिचालन: आठ बस वे के जरिये रोजाना लगभग 512 बसों का परिचालन होगा।

3. बिरसा मुंडा बस टर्मिनल, खादगढ़ा (₹3.76 करोड़): जीर्णोद्धार

वर्तमान ढांचे को बरकरार रखते हुए 11.6 एकड़ में फैले बिरसा मुंडा बस टर्मिनल का जीर्णोद्धार किया जाएगा ताकि यह और अधिक सुविधाजनक बन सके।

सुविधाएं: 31 बस वे, 89 बसों और 70 कारों के लिए पार्किंग, स्मार्ट शेड, 50 बेड की डॉरमेट्री, गेस्टहाउस, हाइमास्ट लाइट, सीसीटीवी और महिला सुरक्षा की विशेष व्यवस्था।

मरम्मत कार्य: पुराने टर्मिनल भवन का नया प्लास्टर एवं पेंटिंग, क्षतिग्रस्त टाइल्स का बदलाव और टेरेस एरिया की वाटर प्रूफिंग की जाएगी।

रांची में बड़े पैमाने पर वाहन जाँच अभियान: ₹72 हजार का जुर्माना, 5 वाहन ज़ब्त


डीसी के निर्देश पर DTO के नेतृत्व में ओवरलोडिंग और दस्तावेज की कमी पर कार्रवाई; मोरहाबादी, सिल्ली और बीआईटी मेसरा में चला अभियान

उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी, रांची श्री मंजूनाथ भजन्त्री के निर्देश पर आज (08.12.2025) जिले में विभिन्न प्रकार के व्यावसायिक वाहनों (ट्रक, हाइवा, डंपर आदि) के विरुद्ध एक सघन जाँच अभियान चलाया गया। यह अभियान जिला परिवहन पदाधिकारी (DTO) श्री अखिलेश कुमार के नेतृत्व एवं पर्यवेक्षण में संपन्न हुआ।

अभियान का उद्देश्य और क्षेत्र

जाँच अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करना, ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाना और मोटरयान अधिनियम तथा नियमों का कड़ाई से अनुपालन कराना था।

जाँच स्थल: मोरहाबादी, बोड़या, रिंग रोड, बीआईटी मेसरा और सिल्ली थाना क्षेत्र।

कार्रवाई का विवरण

जाँच के दौरान कई महत्वपूर्ण अनियमितताएँ पाई गईं, जिनमें टैक्स अपडेट न होना, फिटनेस प्रमाण-पत्र समाप्त होना, वैध बीमा (इंश्योरेंस) और प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण-पत्र (PUC) का अभाव, परमिट के बिना संचालन और निर्धारित भार से अधिक ओवरलोडिंग शामिल हैं।

जुर्माना: मोटरयान अधिनियम की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत 05 व्यावसायिक वाहनों पर कुल ₹72,650/- (बहत्तर हजार छह सौ पचास रुपये) का दण्ड अधिरोपित किया गया।

वाहन ज़ब्त: गंभीर अनियमितताओं के कारण कुल 05 वाहनों को ज़ब्त कर सुरक्षित स्थानों पर रखा गया:

01 हाइवा: मोराहबादी टीओपी पर ज़ब्त।

01 वाहन: सिल्ली थाना में ज़ब्त।

03 वाहन: बीआईटी मेसरा टीओपी पर ज़ब्त।

जिला प्रशासन की चेतावनी

जिला प्रशासन ने वाहन चालकों और मालिकों से अपील की है कि वे अपने वाहनों के सभी आवश्यक दस्तावेज (टैक्स, फिटनेस, इंश्योरेंस, PUC, परमिट, ड्राइविंग लाइसेंस) को सदैव अद्यतन रखें और निर्धारित भार से अधिक माल नहीं लादें।

जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के विरुद्ध लगातार इस प्रकार के सघन अभियान चलाए जाते रहेंगे तथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

भक्ति भाव से बोले ‘भो’, भोलेनाथ दे देते हैं वरदान : डॉ. रागिनी - डॉ. रागिनी मिश्रा ने श्रीमद्भागवत कथा में सुनाया महादेव की सरलता का संदेश
संजीव सिंह बलिया।नगरा:भोलेनाथ की भक्ति में डूबे बहोरापुर के ग्रामीण - लकड़ी की लकड़ी के घर्षण से अग्नि देव बालक स्वरूप यज्ञशाला में कराया गया उत्पन्न पिपरा पट्टी बहोरापुर गांव में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा एवं पंचकुंडीय रुद्र महायज्ञ के तीसरे दिन रविवार की संध्या भक्ति रस में डूबी रही। कथा मंच पर जैसे ही मानस मंदाकिनी रागिनी सरस्वती (डॉ. रागिनी मिश्रा) ने कथा प्रवचन का शुभारंभ किया, वैसे ही श्रोता भावविभोर हो उठे। उनके मधुर स्वर, सधी हुई वाणी और शास्त्रीय शैली में किए गए भावपूर्ण व्याख्यान ने पूरे वातावरण को अलौकिक बना दिया। डॉ. रागिनी ने भगवान शंकर की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भोलेनाथ केवल देवों के देव नहीं, बल्कि सभी जीवों के हितैषी हैं। उन्होंने कहा कि भगवान शिव इतने दयालु हैं कि यदि कोई भक्त सच्चे हृदय से ‘भो’ शब्द तक कह दे, तो वे तुरंत कृपा कर देते हैं। उनका स्वभाव सरल, सुलभ और निष्कपट है। वे भक्त के भाव से बंध जाते हैं, न कि उसकी वाणी या वैभव से। कथावाचक ने पुराणों और दार्शनिक ग्रंथों के उदाहरणों द्वारा शिव की उदारता और त्यागमयी वृत्ति को व्याख्यायित किया। उन्होंने कहा कि शिव परिवार का प्रत्येक अंश—माता पार्वती, गणेश, कार्तिकेय और नंदी—मानव जीवन के कर्तव्य, तप और समर्पण के प्रतीक हैं। भक्ति और ज्ञान का संगम कराते हुए उन्होंने श्रोताओं को संदेश दिया कि शिव केवल पूजन के देव नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला हैं। जो व्यक्ति क्षमाशील, त्यागी और निष्कपट है, उसमें स्वयं शिव का वास होता है। डॉ. रागिनी की सजीव कथा शैली, उनके भावपूर्ण गायन और शास्त्रीय प्रस्तुति ने श्रोताओं को देर रात तक मंत्रमुग्ध रखा। प्रातःकाल यज्ञशाला में पूजन हुआ। उसके पश्चात बुढ़वा शिव मंदिर पर रुद्राभिषेक का कार्यक्रम संपन्न हुआ। यज्ञशाला के मध्य रितेश मिश्रा जी महाराज ने अरणी मंथन का कार्यक्रम कराया। आचार्य विवेक शुक्ल नव्यव्याकरणचार्य एवं उनके सहयोगी ब्राह्मण द्वारा विधि पूर्वक मंत्रोचार के बीच पूरे गांव के समक्ष लकड़ी से लकड़ी के घर्षण से अग्नि देव बालक स्वरूप यज्ञशाला में उत्पन्न कराया गया। इस दौरान पूरे गांव के लोगों में भक्ति और उत्साह देखने को मिला।
झारखंड विधानसभा: हंगामे के बीच ₹7,721 करोड़ का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश

विपक्ष ने छात्रवृत्ति, धान खरीद पर की नारेबाजी; सामाजिक सुरक्षा विभाग को मिली सबसे ज्यादा ₹2,082 करोड़ की तवज्जो

झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन (सोमवार) की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गई। प्रश्नकाल पूरी तरह बाधित रहा, और बाद में शून्यकाल और ध्यानाकर्षण की कार्यवाही भी विपक्षी विधायकों की नारेबाजी के बीच चलती रही।

द्वितीय अनुपूरक बजट हुआ पेश

शोर-शराबे और हंगामे के बीच ही वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए ₹7,721.25 करोड़ का द्वितीय अनुपूरक बजट सदन पटल पर रखा।

पिछला बजट: बता दें कि पिछले मानसून सत्र के दौरान सरकार ने ₹4,296.62 करोड़ का प्रथम अनुपूरक बजट पास कराया था।

बजट पेश किए जाने के दौरान भी विपक्षी विधायक वेल में थे और लगातार सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे, खासकर छात्रवृत्ति नहीं मिलने और किसानों से धान खरीद न होने के मुद्दे पर सवाल उठाए जा रहे थे।

बजट में किस विभाग को कितनी तवज्जो

द्वितीय अनुपूरक बजट में ₹7,721.25 करोड़ की राशि विभिन्न विभागों के लिए आवंटित की गई है। इस बजट में मुख्य रूप से सामाजिक सुरक्षा और ग्रामीण विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है:

क्रम विभाग का नाम प्रावधानित राशि (करोड़ रु.)

1. महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग 2,082.25 करोड़

2. ग्रामीण कार्य विभाग 1,324.82 करोड़

3. स्वास्थ्य विभाग 729.00 करोड़

4. आपदा प्रबंधन प्रभाग 526.00 करोड़

5. वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग 500.00 करोड़

6. गृह विभाग 443.00 करोड़

सर्वाधिक फोकस: महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के लिए प्रावधान की गई ₹2,082.25 करोड़ की राशि में से सबसे ज्यादा ₹2,077 करोड़ की मांग सामाजिक सुरक्षा और कल्याण मद में की गई है।

बाबूलाल मरांडी की विशेष चर्चा की मांग

बजट पेश होने से ठीक पहले नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आसन से जोरदार आग्रह किया।

ज़रूरी मुद्दे: उन्होंने कहा कि शून्यकाल की कार्यवाही से ज्यादा ज़रूरी नौजवानों की छात्रवृत्ति और किसानों की धान खरीद का मसला है।

किसानों की दुर्दशा: मरांडी ने सवाल उठाया कि सरकार के वादे के बावजूद किसानों से ₹3,200 प्रति क्विंटल की दर से धान क्यों नहीं खरीदी जा रही है, जबकि लाचार होकर किसान ₹1500-1600 प्रति क्विंटल की दर से बिचौलियों को धान बेचने को मजबूर हो रहे हैं।

मांग: उन्होंने माँग की कि बाकी कार्य बंद कर इस गंभीर विषय पर विशेष चर्चा होनी चाहिए।

इसके बाद, शून्यकाल की सूचनाओं पर विभाग की ओर से जवाब नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए विपक्षी विधायक वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे, जिसके बावजूद शून्यकाल और ध्यानाकर्षण की सूचनाएं ली गईं।

अगली कार्यवाही

संसदीय कार्यमंत्री ने कार्यमंत्रणा समिति की बैठक के फैसले पर सभा की सहमति मांगी, जो ध्वनिमत से पारित हो गई। स्पीकर ने जानकारी दी कि मंगलवार (9 दिसंबर) को अनुपूरक बजट पर तीन घंटा वाद-विवाद के लिए आवंटित रहेगा।

विधानसभा में सरकार की विफलताओं, सूचना आयोग की अनियमितताओं, पुलिस आधुनिकीकरण एवं छात्रवृत्ति मुद्दे पर विधायक प्रदीप प्रसाद हुए मुखर

सदन के पटल पर उठाए महत्वपूर्ण मुद्दें , झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में हज़ारीबाग़ के विधायक प्रदीप प्रसाद ने राज्य सूचना आयोग की गंभीर अनियमितताओं, पुलिस आधुनिकीकरण की धीमी प्रगति, कानून-व्यवस्था में गिरावट और छात्रवृत्ति वितरण में सरकार की विफलताओं जैसे महत्वपूर्ण जनसरोकार के मुद्दों को सदन में उठाया। 

उन्होंने कहा कि पिछले पाँच वर्षों से सूचना आयुक्तों की नियुक्ति लंबित रहने के कारण सूचना आयोग लगभग निष्क्रिय अवस्था में पहुँच चुका है, जिससे जनता को सूचना प्राप्त करने का संवैधानिक अधिकार प्रभावित हो रहा है। उन्होंने सरकार से यह स्पष्ट करने की मांग की कि आयोग को कब पूर्ण रूप से कार्यशील बनाया जाएगा तथा लंबित नियुक्तियों की प्रक्रिया कितनी शीघ्र पूरी की जाएगी।

सदन में झारखंड पुलिस के आधुनिकीकरण पर बोलते हुए उन्होंने यह चिंता व्यक्त की कि राज्य में अपराध बढ़ने के बावजूद पुलिस बल के हजारों पद रिक्त पड़े हैं, कई थानों में आज तक CCTV नहीं लगे हैं और अनेक थानों में रिसेप्शन कक्ष भी निर्मित नहीं हो सके हैं। उन्होंने कहा कि इन कमियों के कारण कानून-व्यवस्था लगातार प्रभावित हो रही है और जनता की सुरक्षा पर सीधा असर पड़ रहा है। उन्होंने सरकार को यह सुझाव दिया कि पुलिस आधुनिकीकरण से जुड़े सभी कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए और लंबित नियुक्तियों को तत्काल प्रभाव से संपन्न किया जाए।

विधानसभा सत्र से पूर्व विपक्ष द्वारा सरकार के विरुद्ध विरोध-प्रदर्शन, छात्रवृत्ति भुगतान में विलंब पर सरकार को घेरा

विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पूर्व विधायक प्रदीप प्रसाद ने नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी और अन्य विधायकों के साथ विधानसभा भवन के बाहर राज्य सरकार की लगातार विफलताओं के विरोध में एक प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि राज्य में बढ़ती अव्यवस्थाएँ, विकास कार्यों में ठहराव और आम जनता की समस्याओं के प्रति सरकार की उदासीनता अत्यंत चिंता का विषय है। विपक्ष का दायित्व है कि वह जनता की आवाज को सदन से लेकर सड़क तक मजबूती से उठाए और सरकार को उसके दायित्वों की याद दिलाता रहे।

विधानसभा परिसर में छात्रवृत्ति वितरण में हो रही देरी के विरोध में उन्होंने भाजपा विधायकों के साथ मिलकर आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति न मिलने से राज्य के लाखों विद्यार्थी प्रभावित हो रहे हैं और यह उनके भविष्य के साथ सीधा अन्याय है। उन्होंने राज्य सरकार से अविलंब छात्रवृत्ति जारी करने की मांग की ताकि विद्यार्थियों को उनके अधिकार से वंचित न होना पड़े।

अंत में विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा कि जनहित के प्रश्नों पर उनकी प्रतिबद्धता निरंतर जारी रहेगी और वे जनता के अधिकारों एवं अपेक्षाओं की रक्षा के लिए सदैव मुखर रहेंगे।

उपायुक्त ने की जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

हजारीबाग: उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं नियमित स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तृत समीक्षा की गई।

उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के अंतर्गत प्राप्त सभी आवेदनों का शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित करें। जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध मेडिकल उपकरणों के पूर्ण उपयोग एवं नियमित संचालन को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया गया।

उपायुक्त ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि एनसीडी स्क्रीनिंग डेटा का एक सप्ताह के भीतर करेक्शन कर नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए। छोटी समस्याओं का समाधान संबंधित पदाधिकारी अपने स्तर से प्राथमिकता के आधार पर करें। लेप्रोसी के संदेहित मामलों की स्क्रीनिंग आगामी 10 दिनों के भीतर शत-प्रतिशत पूर्ण कर रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। फाइलेरिया एवं मलेरिया से संबंधित मामलों का डेटा कैप्चर कर स्क्रीनिंग कार्य को गति प्रदान की जाए।

उन्होंने बच्चों के टीकाकरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने और शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही एमटीसी का नियमित निरीक्षण एवं मॉनिटरिंग का भी निर्देश दिया गया। डॉक्टरों द्वारा किए गए स्कूल विजिट की एंट्री सुनिश्चित करने तथा 'सरकार आपके द्वार' कार्यक्रम के तहत आए मोतियाबिंद मरीजों के डेटा का सहिया के माध्यम से क्रॉस वेरिफिकेशन कर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया।

इसके अतिरिक्त, जिले में उपलब्ध एम्बुलेंस सेवाओं, वैक्सीन प्रबंधन, ओपीडी संचालन, मशीनी उपकरणों और दवाइयों के बेहतर उपयोग व प्रभावी प्रबंधन पर भी जोर दिया गया। सभी एमओआईसी को साप्ताहिक समीक्षा बैठक करने का निर्देश दिया गया।

उपायुक्त ने विशेष रूप से टीबी मरीजों की निगरानी पर बल देते हुए सिविल सर्जन को इसकी साप्ताहिक समीक्षा करने का निर्देश दिया। बैठक के समापन पर उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों चिकित्सकों, नर्सों, एएनएम तथा सहिया को अपने दायित्वों का जिम्मेदारीपूर्वक निर्वहन करने की हिदायत दी। कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई किए जाने की भी चेतावनी दी गई।

बैठक में उपायुक्त के साथ भू अर्जन पदाधिकारी, सिविल सर्जन, डीपीएमयू, यक्ष्मा पदाधिकारी, मलेरिया पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

मेजर अमर बहादुर सिंह की पुण्यतिथि पर नम आंखों से दी गई श्रद्धांजलि

जौनपुर। जनपद के सिगरामऊ बाजार में स्थित मेजर अमर बहादुर सरस्वती सिंह गर्ल्स इंटर कॉलेज परिसर में भाजपा नेता व समाजसेवी स्व. मेजर अमर बहादुर सिंह की 17वीं पुण्यतिथि पर सोमवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रबंधक डॉ. संजय सिंह द्वारा उनके चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर श्रद्धांजलि दी गई। विद्यालय के प्रधानाचार्य, अध्यापक-अध्यापिकाओं व छात्र-छात्राओं ने मेजर साहब के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। विद्यालय के प्रबंधक ने संस्थापक के जीवन संस्मरण पर प्रकाश डालते हुए कहाकि मेजर साहब अमूल्य प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे।

समाजसेवा करना उनके व्यक्तित्व में समाहित था, शिक्षा के प्रति उनका जो झुकाव था उसे लोग आज भी याद करते हैं। राजा हरपाल सिंह इंटर कालेज सिंगरामऊ में 40 वर्षों तक हिंदी प्रवक्ता पद पर सेवा देते हुए असंख्य विद्यार्थियों को खेल व शिक्षा के क्षेत्र में मदद दी। उन्ही यादों को संजोए रखने के लिए यह विद्यालय शिक्षा दान में कोई कोर कसर बाक़ी नहीं रख रहा है। उन्ही की याद में इस विद्यालय में हाईस्कूल की सौ छात्राओं को निःशुल्क दो साल पढ़ाया जाता है।साथ ही ड्रेस भी दिया जाता है। वहाँ पर नसरुल्लाह हाशमी, अरविंद दूबे, सौरभ दूबे, पूजा मिश्रा, प्रांजलि दूबे, पूनम सिंह, अर्पिता रावत, अनीता पांडेय, सोनी सिंह, राकेश उपाध्याय, बृजेश यादव उपस्थित रहे।

प्रयागराज मण्डल में मनाया गया डॉ.भीमराव अम्बेडकर का 70वां महापरिनिर्वाण दिवस।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।मण्डल कार्यालय के संकल्प सभागार में मण्डल रेल प्रबन्धक रजनीश अग्रवाल की अध्यक्षता में डॉ.भीमराव अम्बेडकर का 70वां महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया।इस कार्यक्रम में अपर मण्डल रेल प्रबन्धक/सामान्य दीपक कुमार वरिष्ठ मण्डल कार्मिक अधिकारी वैभव कुमार गुप्ता अन्य वरिष्ठ अधिकारी कर्मचारी सहित अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति रेलवे कर्मचारी एसोशिएशन और अन्य पिछड़ा वर्ग रेलवे कर्मचारी एसोशिएशन के पदाधिकारी उपस्थित थे।मण्डल रेल प्रबन्धक रजनीश अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा को पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

मण्डल रेल प्रबंधक रजनीश अग्रवाल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि 6 दिसम्बर 1956 को डॉ.अम्बेडकर ने इस संसार से विदा ली परन्तु उनके विचार उनका संघर्ष और उनकी अमर शिक्षाएँ आज भी हम सभी को सही दिशा दिखाती है।उन्होने भारतीय लोकतंत्र की नीव समानता स्वतंत्रता और बन्धुत्व पर रखी थी।समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुँचाना उनकी सोच का केंद्र था।डॉ. अंबेडकर ने कहा था“मनुष्य महान अपने जन्म से नही बल्कि अपने कर्मों से बनता है।अतःहम सब समता और सदभाव की भावना को अपने कार्यस्थल पर सर्वोच्च प्राथमिकता दे किसी भी प्रकार के भेदभाव अनुचित व्यवहार या असमानता को न केवल अस्वीकार करे बल्कि उसके विरुद्ध दृढ़ता से खड़े हो।डॉ. अंबेडकर की शिक्षा शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्ष करो अपना मार्गदर्शन सिद्धांत बनाए रखे।

इस अवसर पर वरिष्ठ विधि अधिकारी/प्रयागराज मण्डल लक्ष्मी प्रसाद ने इस अवसर पर अपने विचार रखते हुये कहा कि महापरिनिर्वाण का अर्थ है मृत्यु के बाद उपरांत मुक्ति अर्थात जन्म और मृत्यु के चक्र से सदा के लिए मुक्ति मिलना जो बौद्ध धर्म में एक परम अवस्था है।डॉ.भीमराव अम्बेडकर प्रसिद्ध राजनीतिक नेता दार्शनिक लेखक अर्थशास्त्री न्यायविद् बहु-भाषाविद् धर्म दर्शन के विद्वान और एक समाज सुधारक थे जिन्होंने भारत में अस्पृश्यता और सामाजिक असमानता के उन्मूलन के लिये अपना जीवन समर्पित कर दिया।इस कार्यक्रम में कार्यालय अधीक्षक आनन्द जयसवार एवं मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय के मुख्य कार्यालय अधीक्षक/कर्मिक अविनाश चन्द्र ने भी अपने विचार रखे।महापरिनिर्वाण दिवस के इस कार्यक्रम का संचालन वेल्फेयर इंस्पेक्टर अंजलि गुप्ता ने किया।

एसीपी कृष्णानगर रजनीश वर्मा ने की चौपाल, साइबर और महिला सुरक्षा पर जागरूकता

लखनऊ । सहायक पुलिस आयुक्त कृष्णानगर, रजनीश वर्मा द्वारा सोमवार को ग्राम सहजनपुर/नारायणपुर, थाना बंथरा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण चौपाल का आयोजन किया गया। चौपाल में बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे। इस दौरान सुरक्षा, कानून व्यवस्था, साइबर अपराध, महिला एवं बाल संरक्षण, यातायात नियमों तथा स्थानीय जन समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

महिला एवं बाल सुरक्षा पर जागरूकता

महिला सशक्तिकरण, घरेलू हिंसा कानून, पॉक्सो अधिनियम और सुरक्षा अधिकारों की जानकारी देते हुए ग्रामीणों को बताया गया कि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत 1090, 112 सहित उपलब्ध हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें।

बच्चों के लिए सोशल मीडिया सुरक्षा सलाह

बच्चों को इंटरनेट और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। सोशल मीडिया प्रोफाइल हमेशा Private मोड में रखें।मोबाइल नंबर, पता, स्कूल का नाम जैसी निजी जानकारी साझा न करें।अंजान व्यक्तियों की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।संदिग्ध ऐप, लिंक या गेम ऑफर से दूर रहें।साइबर बुलिंग की स्थिति में तुरंत पुलिस व अभिभावकों को जानकारी दें।

साइबर अपराध से सुरक्षा

डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड, बैंकिंग धोखाधड़ी, फर्जी कस्टमर केयर, KYC अपडेट फ्रॉड और OTP स्कैम से बचने के उपाय बताए गए। किसी भी साइबर अपराध की स्थिति में तुरंत 1930 हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराने की अपील की गई।

भूमि विवाद व थाना समाधान दिवस

ग्रामवासियों को बताया गया कि भूमि विवाद एवं स्थानीय समस्याओं के निस्तारण के लिए थाना समाधान दिवस पर पुलिस व राजस्व अधिकारी संयुक्त रूप से समाधान करते हैं। लोगों को अपनी समस्याएँ लिखित रूप में प्रस्तुत करने की सलाह दी गई।

यातायात नियमों का पालन

चौपाल में हेलमेट और सीट बेल्ट का अनिवार्य रूप से प्रयोग करने, ओवरस्पीडिंग न करने, गलत दिशा में वाहन न चलाने और स्कूल समय में विशेष सावधानी बरतने की अपील की गई। सड़क सुरक्षा को जीवन सुरक्षा से जोड़ा गया।

सीसीटीवी और अफवाहों से बचाव पर जोर

ग्रामीण क्षेत्रों में अपराध रोकथाम के लिए घरों व प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए प्रेरित किया गया।साथ ही सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों से सतर्क रहने और बिना सत्यापन कोई भी जानकारी आगे न भेजने की सलाह दी गई।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने जनता दर्शन में सुनी लोगों की समस्याएं, त्वरित समाधान के निर्देश
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को अपने लखनऊ कैम्प कार्यालय में जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के कई जिलों से आए बड़ी संख्या में फरियादियों की समस्याएँ सुनीं। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति की बात को पूरी गंभीरता से सुनते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से कार्रवाई और समयबद्ध निस्तारण के स्पष्ट निर्देश दिए।


जनता की समस्याओं का समाधान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता

उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं का समाधान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा कोई भी पीड़ित मायूस होकर वापस नहीं लौटना चाहिए।जनता दर्शन में पहुंचे लोगों की समस्याएँ मुख्यतः भूमि विवाद, राजस्व संबंधी प्रकरणों, पेंशन, चिकित्सा सहायता, आवास, रोजगार, सड़क, बिजली-पानी की दिक्कतों और पुलिस कार्रवाई से जुड़े मामलों से संबंधित रहीं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता दर्शन कार्यक्रम सरकार और आमजन के बीच प्रत्यक्ष संवाद का सशक्त माध्यम है, जिससे जनता की जमीनी समस्याएँ वास्तविक रूप से सामने आती हैं और उनका प्रभावी समाधान संभव होता है।

आवश्यक होने पर मौके पर जाकर जांच की जाए

श्री मौर्य ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि भूमि कब्जेदारी, उत्पीड़न और संवेदनशील मामलों में विशेष सतर्कता बरती जाए और आवश्यक होने पर मौके पर जाकर जांच की जाए। उन्होंने दोहराया कि समाधान ऐसा हो जिससे पीड़ित व्यक्ति पूरी तरह संतुष्ट हो और उसे बार-बार कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक तेजी से और बिना किसी भेदभाव के पहुँचना सुनिश्चित किया जाए।

अधिकारियों से फोन पर बात कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए

कार्यक्रम के दौरान उप मुख्यमंत्री स्वयं फरियादियों के पास पहुँचे और उनकी बात ध्यानपूर्वक सुनी। कई मामलों में उन्होंने संबंधित जिलाधिकारियों व वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर बात कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित विभागों को यह भी चेतावनी दी कि जन शिकायतों के निस्तारण में किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर जवाबदेही तय की जाएगी।लगभग दो दर्जन से अधिक जिलों के लोग जनता दर्शन में पहुँचे और अपनी समस्याएँ रखीं। उप मुख्यमंत्री ने सभी उपस्थित लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ खड़ी है और हर व्यक्ति को न्याय दिलाना ही सरकार की प्रतिबद्धता है।
रांची के तीनों बस टर्मिनल बनेंगे आधुनिक: ₹48.72 करोड़ की लागत से होगा कायाकल्प

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर काम शुरू करने के आदेश; ITI बस स्टैंड, सरकारी डिपो और बिरसा मुंडा टर्मिनल राष्ट्रीय मानकों पर होंगे तैयार

झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने राजधानी रांची में शहरीकरण के कार्यों में तेजी लाने के लिए तीनों प्रमुख बस टर्मिनलों के आधुनिकीकरण और जीर्णोद्धार का निर्देश दिया है। इसी क्रम में नगर विकास एवं आवास मंत्री सुदिव्य कुमार ने इन कार्यों को आरंभ करने का आदेश दे दिया है, जिसके लिए निविदा भी निकाली गई है।

परियोजना की लागत और आवंटन

नगर विकास एवं आवास मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने कुल ₹48.72 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति पहले ही दे दी थी।

बस टर्मिनल का नाम स्वीकृत राशि (करोड़ रु.)

आईटीआई बस स्टैंड ₹24.77 करोड़

सरकारी बस डिपो ₹20.19 करोड़

बिरसा मुंडा बस टर्मिनल (खादगढ़ा) ₹3.76 करोड़

विभागीय प्रधान सचिव श्री सुनील कुमार ने जुडको (JUIDCO) के माध्यम से निविदा के शीघ्र निष्पादन का निर्देश दिया है, ताकि परियोजनाओं के पूर्ण होने के बाद रांची के बस टर्मिनल राष्ट्रीय स्तर के मॉडल स्टैंडर्ड पर नज़र आएँ, जहाँ यात्रियों को सुरक्षा, स्वच्छता और आधुनिक सुविधाओं का बेहतर अनुभव मिलेगा।

1. आईटीआई बस स्टैंड (₹24.77 करोड़): अत्याधुनिक और आकर्षक

तीन एकड़ क्षेत्रफल में विकसित होने वाला आईटीआई बस स्टैंड अत्याधुनिक और आकर्षक सुविधाओं से लैस होगा।

सुविधाएं: वातानुकूलित प्रतीक्षालय, कार, फ़ूड कियोस्क, परिवहन कार्यालय, कैफेटेरिया, महिला एवं पुरुष शौचालय, ऑटो और ई-रिक्शा पार्किंग।

भवन: 2330 वर्गमीटर ग्राउंड फ्लोर और 880 वर्गमीटर प्रथम तल पर टर्मिनल भवन। प्रथम तल पर रेस्टोरेंट, प्रशासनिक भवन, टिकट काउंटर, 4 डॉरमेट्री और लॉकर युक्त गेस्ट रूम।

परिचालन: 13 बस वे और 35 बसों के लिए स्टैंड बाई पार्किंग की सुविधा होगी। प्रतिदिन 416 बसों का परिचालन सुनिश्चित किया गया है।

2. सरकारी बस डिपो (₹20.19 करोड़): पुनर्निर्माण एवं जीर्णोद्धार

साल 1962 से 1970 के बीच बने जर्जर सरकारी बस डिपो का अब इंडियन रोड कांग्रेस के मानकों के अनुसार पुनर्निर्माण किया जाएगा।

पुनर्निर्माण: पुराने भवन को तोड़कर नया टर्मिनल भवन बनाया जाएगा।

सुविधाएं: ट्रांजिट यात्रियों के लिए डॉरमेट्री, गेस्ट रूम, प्रतीक्षालय, 12 फ़ूड कियोस्क, कैफेटेरिया, रेस्टोरेंट, शेडयुक्त बस वे, टिकट काउंटर, परिवहन प्रबंधन कार्यालय, हेल्प डेस्क और मेंटेनेंस क्षेत्र।

परिचालन: आठ बस वे के जरिये रोजाना लगभग 512 बसों का परिचालन होगा।

3. बिरसा मुंडा बस टर्मिनल, खादगढ़ा (₹3.76 करोड़): जीर्णोद्धार

वर्तमान ढांचे को बरकरार रखते हुए 11.6 एकड़ में फैले बिरसा मुंडा बस टर्मिनल का जीर्णोद्धार किया जाएगा ताकि यह और अधिक सुविधाजनक बन सके।

सुविधाएं: 31 बस वे, 89 बसों और 70 कारों के लिए पार्किंग, स्मार्ट शेड, 50 बेड की डॉरमेट्री, गेस्टहाउस, हाइमास्ट लाइट, सीसीटीवी और महिला सुरक्षा की विशेष व्यवस्था।

मरम्मत कार्य: पुराने टर्मिनल भवन का नया प्लास्टर एवं पेंटिंग, क्षतिग्रस्त टाइल्स का बदलाव और टेरेस एरिया की वाटर प्रूफिंग की जाएगी।

रांची में बड़े पैमाने पर वाहन जाँच अभियान: ₹72 हजार का जुर्माना, 5 वाहन ज़ब्त


डीसी के निर्देश पर DTO के नेतृत्व में ओवरलोडिंग और दस्तावेज की कमी पर कार्रवाई; मोरहाबादी, सिल्ली और बीआईटी मेसरा में चला अभियान

उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी, रांची श्री मंजूनाथ भजन्त्री के निर्देश पर आज (08.12.2025) जिले में विभिन्न प्रकार के व्यावसायिक वाहनों (ट्रक, हाइवा, डंपर आदि) के विरुद्ध एक सघन जाँच अभियान चलाया गया। यह अभियान जिला परिवहन पदाधिकारी (DTO) श्री अखिलेश कुमार के नेतृत्व एवं पर्यवेक्षण में संपन्न हुआ।

अभियान का उद्देश्य और क्षेत्र

जाँच अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करना, ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाना और मोटरयान अधिनियम तथा नियमों का कड़ाई से अनुपालन कराना था।

जाँच स्थल: मोरहाबादी, बोड़या, रिंग रोड, बीआईटी मेसरा और सिल्ली थाना क्षेत्र।

कार्रवाई का विवरण

जाँच के दौरान कई महत्वपूर्ण अनियमितताएँ पाई गईं, जिनमें टैक्स अपडेट न होना, फिटनेस प्रमाण-पत्र समाप्त होना, वैध बीमा (इंश्योरेंस) और प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण-पत्र (PUC) का अभाव, परमिट के बिना संचालन और निर्धारित भार से अधिक ओवरलोडिंग शामिल हैं।

जुर्माना: मोटरयान अधिनियम की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत 05 व्यावसायिक वाहनों पर कुल ₹72,650/- (बहत्तर हजार छह सौ पचास रुपये) का दण्ड अधिरोपित किया गया।

वाहन ज़ब्त: गंभीर अनियमितताओं के कारण कुल 05 वाहनों को ज़ब्त कर सुरक्षित स्थानों पर रखा गया:

01 हाइवा: मोराहबादी टीओपी पर ज़ब्त।

01 वाहन: सिल्ली थाना में ज़ब्त।

03 वाहन: बीआईटी मेसरा टीओपी पर ज़ब्त।

जिला प्रशासन की चेतावनी

जिला प्रशासन ने वाहन चालकों और मालिकों से अपील की है कि वे अपने वाहनों के सभी आवश्यक दस्तावेज (टैक्स, फिटनेस, इंश्योरेंस, PUC, परमिट, ड्राइविंग लाइसेंस) को सदैव अद्यतन रखें और निर्धारित भार से अधिक माल नहीं लादें।

जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के विरुद्ध लगातार इस प्रकार के सघन अभियान चलाए जाते रहेंगे तथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

भक्ति भाव से बोले ‘भो’, भोलेनाथ दे देते हैं वरदान : डॉ. रागिनी - डॉ. रागिनी मिश्रा ने श्रीमद्भागवत कथा में सुनाया महादेव की सरलता का संदेश
संजीव सिंह बलिया।नगरा:भोलेनाथ की भक्ति में डूबे बहोरापुर के ग्रामीण - लकड़ी की लकड़ी के घर्षण से अग्नि देव बालक स्वरूप यज्ञशाला में कराया गया उत्पन्न पिपरा पट्टी बहोरापुर गांव में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा एवं पंचकुंडीय रुद्र महायज्ञ के तीसरे दिन रविवार की संध्या भक्ति रस में डूबी रही। कथा मंच पर जैसे ही मानस मंदाकिनी रागिनी सरस्वती (डॉ. रागिनी मिश्रा) ने कथा प्रवचन का शुभारंभ किया, वैसे ही श्रोता भावविभोर हो उठे। उनके मधुर स्वर, सधी हुई वाणी और शास्त्रीय शैली में किए गए भावपूर्ण व्याख्यान ने पूरे वातावरण को अलौकिक बना दिया। डॉ. रागिनी ने भगवान शंकर की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भोलेनाथ केवल देवों के देव नहीं, बल्कि सभी जीवों के हितैषी हैं। उन्होंने कहा कि भगवान शिव इतने दयालु हैं कि यदि कोई भक्त सच्चे हृदय से ‘भो’ शब्द तक कह दे, तो वे तुरंत कृपा कर देते हैं। उनका स्वभाव सरल, सुलभ और निष्कपट है। वे भक्त के भाव से बंध जाते हैं, न कि उसकी वाणी या वैभव से। कथावाचक ने पुराणों और दार्शनिक ग्रंथों के उदाहरणों द्वारा शिव की उदारता और त्यागमयी वृत्ति को व्याख्यायित किया। उन्होंने कहा कि शिव परिवार का प्रत्येक अंश—माता पार्वती, गणेश, कार्तिकेय और नंदी—मानव जीवन के कर्तव्य, तप और समर्पण के प्रतीक हैं। भक्ति और ज्ञान का संगम कराते हुए उन्होंने श्रोताओं को संदेश दिया कि शिव केवल पूजन के देव नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला हैं। जो व्यक्ति क्षमाशील, त्यागी और निष्कपट है, उसमें स्वयं शिव का वास होता है। डॉ. रागिनी की सजीव कथा शैली, उनके भावपूर्ण गायन और शास्त्रीय प्रस्तुति ने श्रोताओं को देर रात तक मंत्रमुग्ध रखा। प्रातःकाल यज्ञशाला में पूजन हुआ। उसके पश्चात बुढ़वा शिव मंदिर पर रुद्राभिषेक का कार्यक्रम संपन्न हुआ। यज्ञशाला के मध्य रितेश मिश्रा जी महाराज ने अरणी मंथन का कार्यक्रम कराया। आचार्य विवेक शुक्ल नव्यव्याकरणचार्य एवं उनके सहयोगी ब्राह्मण द्वारा विधि पूर्वक मंत्रोचार के बीच पूरे गांव के समक्ष लकड़ी से लकड़ी के घर्षण से अग्नि देव बालक स्वरूप यज्ञशाला में उत्पन्न कराया गया। इस दौरान पूरे गांव के लोगों में भक्ति और उत्साह देखने को मिला।
झारखंड विधानसभा: हंगामे के बीच ₹7,721 करोड़ का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश

विपक्ष ने छात्रवृत्ति, धान खरीद पर की नारेबाजी; सामाजिक सुरक्षा विभाग को मिली सबसे ज्यादा ₹2,082 करोड़ की तवज्जो

झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन (सोमवार) की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गई। प्रश्नकाल पूरी तरह बाधित रहा, और बाद में शून्यकाल और ध्यानाकर्षण की कार्यवाही भी विपक्षी विधायकों की नारेबाजी के बीच चलती रही।

द्वितीय अनुपूरक बजट हुआ पेश

शोर-शराबे और हंगामे के बीच ही वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए ₹7,721.25 करोड़ का द्वितीय अनुपूरक बजट सदन पटल पर रखा।

पिछला बजट: बता दें कि पिछले मानसून सत्र के दौरान सरकार ने ₹4,296.62 करोड़ का प्रथम अनुपूरक बजट पास कराया था।

बजट पेश किए जाने के दौरान भी विपक्षी विधायक वेल में थे और लगातार सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे, खासकर छात्रवृत्ति नहीं मिलने और किसानों से धान खरीद न होने के मुद्दे पर सवाल उठाए जा रहे थे।

बजट में किस विभाग को कितनी तवज्जो

द्वितीय अनुपूरक बजट में ₹7,721.25 करोड़ की राशि विभिन्न विभागों के लिए आवंटित की गई है। इस बजट में मुख्य रूप से सामाजिक सुरक्षा और ग्रामीण विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है:

क्रम विभाग का नाम प्रावधानित राशि (करोड़ रु.)

1. महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग 2,082.25 करोड़

2. ग्रामीण कार्य विभाग 1,324.82 करोड़

3. स्वास्थ्य विभाग 729.00 करोड़

4. आपदा प्रबंधन प्रभाग 526.00 करोड़

5. वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग 500.00 करोड़

6. गृह विभाग 443.00 करोड़

सर्वाधिक फोकस: महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के लिए प्रावधान की गई ₹2,082.25 करोड़ की राशि में से सबसे ज्यादा ₹2,077 करोड़ की मांग सामाजिक सुरक्षा और कल्याण मद में की गई है।

बाबूलाल मरांडी की विशेष चर्चा की मांग

बजट पेश होने से ठीक पहले नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आसन से जोरदार आग्रह किया।

ज़रूरी मुद्दे: उन्होंने कहा कि शून्यकाल की कार्यवाही से ज्यादा ज़रूरी नौजवानों की छात्रवृत्ति और किसानों की धान खरीद का मसला है।

किसानों की दुर्दशा: मरांडी ने सवाल उठाया कि सरकार के वादे के बावजूद किसानों से ₹3,200 प्रति क्विंटल की दर से धान क्यों नहीं खरीदी जा रही है, जबकि लाचार होकर किसान ₹1500-1600 प्रति क्विंटल की दर से बिचौलियों को धान बेचने को मजबूर हो रहे हैं।

मांग: उन्होंने माँग की कि बाकी कार्य बंद कर इस गंभीर विषय पर विशेष चर्चा होनी चाहिए।

इसके बाद, शून्यकाल की सूचनाओं पर विभाग की ओर से जवाब नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए विपक्षी विधायक वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे, जिसके बावजूद शून्यकाल और ध्यानाकर्षण की सूचनाएं ली गईं।

अगली कार्यवाही

संसदीय कार्यमंत्री ने कार्यमंत्रणा समिति की बैठक के फैसले पर सभा की सहमति मांगी, जो ध्वनिमत से पारित हो गई। स्पीकर ने जानकारी दी कि मंगलवार (9 दिसंबर) को अनुपूरक बजट पर तीन घंटा वाद-विवाद के लिए आवंटित रहेगा।

विधानसभा में सरकार की विफलताओं, सूचना आयोग की अनियमितताओं, पुलिस आधुनिकीकरण एवं छात्रवृत्ति मुद्दे पर विधायक प्रदीप प्रसाद हुए मुखर

सदन के पटल पर उठाए महत्वपूर्ण मुद्दें , झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में हज़ारीबाग़ के विधायक प्रदीप प्रसाद ने राज्य सूचना आयोग की गंभीर अनियमितताओं, पुलिस आधुनिकीकरण की धीमी प्रगति, कानून-व्यवस्था में गिरावट और छात्रवृत्ति वितरण में सरकार की विफलताओं जैसे महत्वपूर्ण जनसरोकार के मुद्दों को सदन में उठाया। 

उन्होंने कहा कि पिछले पाँच वर्षों से सूचना आयुक्तों की नियुक्ति लंबित रहने के कारण सूचना आयोग लगभग निष्क्रिय अवस्था में पहुँच चुका है, जिससे जनता को सूचना प्राप्त करने का संवैधानिक अधिकार प्रभावित हो रहा है। उन्होंने सरकार से यह स्पष्ट करने की मांग की कि आयोग को कब पूर्ण रूप से कार्यशील बनाया जाएगा तथा लंबित नियुक्तियों की प्रक्रिया कितनी शीघ्र पूरी की जाएगी।

सदन में झारखंड पुलिस के आधुनिकीकरण पर बोलते हुए उन्होंने यह चिंता व्यक्त की कि राज्य में अपराध बढ़ने के बावजूद पुलिस बल के हजारों पद रिक्त पड़े हैं, कई थानों में आज तक CCTV नहीं लगे हैं और अनेक थानों में रिसेप्शन कक्ष भी निर्मित नहीं हो सके हैं। उन्होंने कहा कि इन कमियों के कारण कानून-व्यवस्था लगातार प्रभावित हो रही है और जनता की सुरक्षा पर सीधा असर पड़ रहा है। उन्होंने सरकार को यह सुझाव दिया कि पुलिस आधुनिकीकरण से जुड़े सभी कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए और लंबित नियुक्तियों को तत्काल प्रभाव से संपन्न किया जाए।

विधानसभा सत्र से पूर्व विपक्ष द्वारा सरकार के विरुद्ध विरोध-प्रदर्शन, छात्रवृत्ति भुगतान में विलंब पर सरकार को घेरा

विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पूर्व विधायक प्रदीप प्रसाद ने नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी और अन्य विधायकों के साथ विधानसभा भवन के बाहर राज्य सरकार की लगातार विफलताओं के विरोध में एक प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि राज्य में बढ़ती अव्यवस्थाएँ, विकास कार्यों में ठहराव और आम जनता की समस्याओं के प्रति सरकार की उदासीनता अत्यंत चिंता का विषय है। विपक्ष का दायित्व है कि वह जनता की आवाज को सदन से लेकर सड़क तक मजबूती से उठाए और सरकार को उसके दायित्वों की याद दिलाता रहे।

विधानसभा परिसर में छात्रवृत्ति वितरण में हो रही देरी के विरोध में उन्होंने भाजपा विधायकों के साथ मिलकर आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति न मिलने से राज्य के लाखों विद्यार्थी प्रभावित हो रहे हैं और यह उनके भविष्य के साथ सीधा अन्याय है। उन्होंने राज्य सरकार से अविलंब छात्रवृत्ति जारी करने की मांग की ताकि विद्यार्थियों को उनके अधिकार से वंचित न होना पड़े।

अंत में विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा कि जनहित के प्रश्नों पर उनकी प्रतिबद्धता निरंतर जारी रहेगी और वे जनता के अधिकारों एवं अपेक्षाओं की रक्षा के लिए सदैव मुखर रहेंगे।

उपायुक्त ने की जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

हजारीबाग: उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं नियमित स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तृत समीक्षा की गई।

उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के अंतर्गत प्राप्त सभी आवेदनों का शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित करें। जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध मेडिकल उपकरणों के पूर्ण उपयोग एवं नियमित संचालन को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया गया।

उपायुक्त ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि एनसीडी स्क्रीनिंग डेटा का एक सप्ताह के भीतर करेक्शन कर नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए। छोटी समस्याओं का समाधान संबंधित पदाधिकारी अपने स्तर से प्राथमिकता के आधार पर करें। लेप्रोसी के संदेहित मामलों की स्क्रीनिंग आगामी 10 दिनों के भीतर शत-प्रतिशत पूर्ण कर रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। फाइलेरिया एवं मलेरिया से संबंधित मामलों का डेटा कैप्चर कर स्क्रीनिंग कार्य को गति प्रदान की जाए।

उन्होंने बच्चों के टीकाकरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने और शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही एमटीसी का नियमित निरीक्षण एवं मॉनिटरिंग का भी निर्देश दिया गया। डॉक्टरों द्वारा किए गए स्कूल विजिट की एंट्री सुनिश्चित करने तथा 'सरकार आपके द्वार' कार्यक्रम के तहत आए मोतियाबिंद मरीजों के डेटा का सहिया के माध्यम से क्रॉस वेरिफिकेशन कर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया।

इसके अतिरिक्त, जिले में उपलब्ध एम्बुलेंस सेवाओं, वैक्सीन प्रबंधन, ओपीडी संचालन, मशीनी उपकरणों और दवाइयों के बेहतर उपयोग व प्रभावी प्रबंधन पर भी जोर दिया गया। सभी एमओआईसी को साप्ताहिक समीक्षा बैठक करने का निर्देश दिया गया।

उपायुक्त ने विशेष रूप से टीबी मरीजों की निगरानी पर बल देते हुए सिविल सर्जन को इसकी साप्ताहिक समीक्षा करने का निर्देश दिया। बैठक के समापन पर उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों चिकित्सकों, नर्सों, एएनएम तथा सहिया को अपने दायित्वों का जिम्मेदारीपूर्वक निर्वहन करने की हिदायत दी। कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई किए जाने की भी चेतावनी दी गई।

बैठक में उपायुक्त के साथ भू अर्जन पदाधिकारी, सिविल सर्जन, डीपीएमयू, यक्ष्मा पदाधिकारी, मलेरिया पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

मेजर अमर बहादुर सिंह की पुण्यतिथि पर नम आंखों से दी गई श्रद्धांजलि

जौनपुर। जनपद के सिगरामऊ बाजार में स्थित मेजर अमर बहादुर सरस्वती सिंह गर्ल्स इंटर कॉलेज परिसर में भाजपा नेता व समाजसेवी स्व. मेजर अमर बहादुर सिंह की 17वीं पुण्यतिथि पर सोमवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रबंधक डॉ. संजय सिंह द्वारा उनके चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर श्रद्धांजलि दी गई। विद्यालय के प्रधानाचार्य, अध्यापक-अध्यापिकाओं व छात्र-छात्राओं ने मेजर साहब के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। विद्यालय के प्रबंधक ने संस्थापक के जीवन संस्मरण पर प्रकाश डालते हुए कहाकि मेजर साहब अमूल्य प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे।

समाजसेवा करना उनके व्यक्तित्व में समाहित था, शिक्षा के प्रति उनका जो झुकाव था उसे लोग आज भी याद करते हैं। राजा हरपाल सिंह इंटर कालेज सिंगरामऊ में 40 वर्षों तक हिंदी प्रवक्ता पद पर सेवा देते हुए असंख्य विद्यार्थियों को खेल व शिक्षा के क्षेत्र में मदद दी। उन्ही यादों को संजोए रखने के लिए यह विद्यालय शिक्षा दान में कोई कोर कसर बाक़ी नहीं रख रहा है। उन्ही की याद में इस विद्यालय में हाईस्कूल की सौ छात्राओं को निःशुल्क दो साल पढ़ाया जाता है।साथ ही ड्रेस भी दिया जाता है। वहाँ पर नसरुल्लाह हाशमी, अरविंद दूबे, सौरभ दूबे, पूजा मिश्रा, प्रांजलि दूबे, पूनम सिंह, अर्पिता रावत, अनीता पांडेय, सोनी सिंह, राकेश उपाध्याय, बृजेश यादव उपस्थित रहे।

प्रयागराज मण्डल में मनाया गया डॉ.भीमराव अम्बेडकर का 70वां महापरिनिर्वाण दिवस।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।मण्डल कार्यालय के संकल्प सभागार में मण्डल रेल प्रबन्धक रजनीश अग्रवाल की अध्यक्षता में डॉ.भीमराव अम्बेडकर का 70वां महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया।इस कार्यक्रम में अपर मण्डल रेल प्रबन्धक/सामान्य दीपक कुमार वरिष्ठ मण्डल कार्मिक अधिकारी वैभव कुमार गुप्ता अन्य वरिष्ठ अधिकारी कर्मचारी सहित अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति रेलवे कर्मचारी एसोशिएशन और अन्य पिछड़ा वर्ग रेलवे कर्मचारी एसोशिएशन के पदाधिकारी उपस्थित थे।मण्डल रेल प्रबन्धक रजनीश अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा को पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

मण्डल रेल प्रबंधक रजनीश अग्रवाल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि 6 दिसम्बर 1956 को डॉ.अम्बेडकर ने इस संसार से विदा ली परन्तु उनके विचार उनका संघर्ष और उनकी अमर शिक्षाएँ आज भी हम सभी को सही दिशा दिखाती है।उन्होने भारतीय लोकतंत्र की नीव समानता स्वतंत्रता और बन्धुत्व पर रखी थी।समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुँचाना उनकी सोच का केंद्र था।डॉ. अंबेडकर ने कहा था“मनुष्य महान अपने जन्म से नही बल्कि अपने कर्मों से बनता है।अतःहम सब समता और सदभाव की भावना को अपने कार्यस्थल पर सर्वोच्च प्राथमिकता दे किसी भी प्रकार के भेदभाव अनुचित व्यवहार या असमानता को न केवल अस्वीकार करे बल्कि उसके विरुद्ध दृढ़ता से खड़े हो।डॉ. अंबेडकर की शिक्षा शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्ष करो अपना मार्गदर्शन सिद्धांत बनाए रखे।

इस अवसर पर वरिष्ठ विधि अधिकारी/प्रयागराज मण्डल लक्ष्मी प्रसाद ने इस अवसर पर अपने विचार रखते हुये कहा कि महापरिनिर्वाण का अर्थ है मृत्यु के बाद उपरांत मुक्ति अर्थात जन्म और मृत्यु के चक्र से सदा के लिए मुक्ति मिलना जो बौद्ध धर्म में एक परम अवस्था है।डॉ.भीमराव अम्बेडकर प्रसिद्ध राजनीतिक नेता दार्शनिक लेखक अर्थशास्त्री न्यायविद् बहु-भाषाविद् धर्म दर्शन के विद्वान और एक समाज सुधारक थे जिन्होंने भारत में अस्पृश्यता और सामाजिक असमानता के उन्मूलन के लिये अपना जीवन समर्पित कर दिया।इस कार्यक्रम में कार्यालय अधीक्षक आनन्द जयसवार एवं मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय के मुख्य कार्यालय अधीक्षक/कर्मिक अविनाश चन्द्र ने भी अपने विचार रखे।महापरिनिर्वाण दिवस के इस कार्यक्रम का संचालन वेल्फेयर इंस्पेक्टर अंजलि गुप्ता ने किया।