भीषण ठंड में मानवता का उठा हाथ*
राष्ट्रीय सामाजिक सेवा संघ ने निर्धन परिवारों के लिए कंबल वितरण की बनाई रूपरेखा।*******************

सुल्तानपुर,कड़ाके की ठंड और भीषण शीतलहरी मे जहां निर्धन और असहाय परिवारों की रातें ठिठुरते हुए गुजर रही हैं, वहीं जिले का अग्रणी सामाजिक संगठन राष्ट्रीय सामाजिक सेवा संघ जरूरतमंदों के लिए सहारा बनकर आगे आया है। ठंड से बचाव के उद्देश्य से निःशुल्क कंबल वितरण कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर संघ की एक आवश्यक बैठक संपन्न हुई। बैठक कुड़वार ब्लॉक पूरे फ़ैजू खान गांव में अध्यक्ष मेराज खान के आवास पर हुई। बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष मेराज अहमद खान ने की। उन्होंने कहा कि संघ द्वारा निःशुल्क भोजन , रक्तदान,ठंड में निःशुल्क कंबल वितरण संघ द्वारा कई वर्षों से निरन्तर किया जा रहा है।संस्था के मार्गदर्शक निजाम खान ने कहा कि संघ प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक राहत पहुंचाने के संकल्प के साथ कार्य कर रहा है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर भ्रमण कर वास्तविक पात्र और जरूरतमंद लोगों का चयन किया गया है। कंबल की क्वालिटी से संघ समझौता नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि रविवार से कंबल वितरण अभियान का शुभारंभ किया जाएगा। जिसके लिए अब तक करीब 500 जरूरतमंदों की सूची तैयार की जा चुकी है। यह संपूर्ण सेवा कार्य जनसहयोग से संचालित होता है। संघ ने समाज के सक्षम नागरिकों से अपील की है कि वे आगे आकर इस मानवीय अभियान में सहभागिता निभाएं, ताकि ठंड में कोई भी गरीब असहाय न छूटा रह जाए। बैठक में राशिद खान, हाजी मुज्तबा अंसारी, सुहेल सिद्दीकी, सेवानिवृत प्राचार्य इम्तियाज अहमद,सरदार गुरुप्रीत सिंह, भूपेंद्र सिंह,विनोद यादव, नफीसा बानो, जगजीत पाल,शिव बहादुर, राम अभिलाख यादव,राम कृपाल, छोटे लाल विश्वकर्मा,एजाज खान,सुल्तान सलाहुद्दीन खान, तौफीक अहमद,वकील खान सहित कई समाजसेवी उपस्थित रहे।
देवघर के डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला के प्राचार्य ने देवपेक्स 2025 के विजेताओं को सम्मानित किया।
देवघर: गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला देवघर में डाक विभाग के द्वारा आयोजित फिलाटेली प्रदर्शनी देवपेक्स - 2025 में पेंटिंग, क्विज व पत्र लेखन प्रतियोगिताओं के विजेताओं का सम्मान प्राचार्य बलराम कुमार झा ने किया। ज्ञात हो कि दो दिनों तक आयोजित इस प्रतियोगिता में विद्यालय के बच्चों ने हरेक प्रतियोगिता में अपना परचम लहराया। सम्मानित होने वाले छात्र छात्राएं- लेटर बॉक्स पेंटिंग में प्रथम स्थान-आर्या कुमारी , दीक्षा राज , रिया रानी और दिव्यांका राज ड्राइंग प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार रितंभरा भारती और आर्य किशोर बरनवाल। क्रिएटिव पत्र लेखन(जूनियर) में प्रथम स्थान आराध्या कुमारी , तीसरा स्थान सारा पाल पत्र लेखन (सीनियर) में प्रथम स्थान शिवम वर्मा सांत्वना पुरस्कार अपेक्षा आर्य ।क्विज़ प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार पल्लवी राज और शिवम गुप्ता। प्राचार्य बलराम कुमार झा ने बच्चों की सफलता पर कहा कि फिलाटेली विद्यार्थियों में जिज्ञासा, अनुसंधान प्रवृत्ति, धैर्य, सौंदर्यबोध तथा इतिहास-बोध विकसित करती है। आज की डिजिटल दुनिया में यह शौक हमें सीखने, संजोने और समझने की कला सिखाता है। ऐसी प्रतियोगिता में बच्चों का भाग लेना और विजयी होना काबिले तारीफ है। इसकी जानकारी स्कूल के मीडिया प्रभारी अभिषेक सूर्य ने दी।
देवघर-गणतंत्र दिवस परेड शिविर 2026 नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविका गुंजन शर्मा का चयन।
देवघर: राष्ट्रीय स्तर पर किया गया है। ज्ञात हो कि गुंजन शर्मा रमा देवी बाजला महिला महाविद्यालय, देवघर की सेमेस्टर 2 (2024-2028) की दर्शन शास्त्र विभाग की छात्रा है। झारखंड से कुल चार स्वयं सेवकों का चयन किया गया है जिसमें गुंजन शर्मा एक है। सिदो -कान्हो मुर्मू विश्वविद्यालय की तरफ से 2026 में एकमात्र चयनित स्वयं सेविका है जो 26 जनवरी 2026 के कर्तव्य पथ पर सिरकत करेगी।वह 31 दिसंबर 2025 को दिल्ली के लिए रवाना होगी।इस सूचना से महाविद्यालय में उत्साह का माहौल है। प्राचार्या डॉ सुचिता कुमारी ने बधाई देते हुए कहा कि महाविद्यालय का नाम राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए बहुत बहुत आशीर्वाद एवं छात्राओं को ऐसे ही आगे बढ़ कर हमेशा सेवा भावना में लगे रहना चाहिए।इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई 3 की कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ करुणा पंजियारा ने भी गुंजन का बहुत ही हर्ष के साथ अभिनन्दन की तथा स्वयं सेविकाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि महाविद्यालय के साथ साथ विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाने के लिए हमेशा सतत् प्रयास करते रहना चाहिए। पूरे महाविद्यालय परिवार ने गुंजन शर्मा को हार्दिक शुभकामनाएं दी तथा उज्जवल भविष्य की कामना की। विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डॉ धनंजय मिश्रा के निर्देशन में यह सफलता प्राप्त हुई, उनके सक्रिय योगदान से राष्ट्रीय सेवा योजना निरन्तर गति से चरम लक्ष्य की प्राप्ति हेतु सदैव अग्रसर हो रहा है।  कुलपति प्रो डॉ कुनुल कांदिर का बहुत बहुत आभार व्यक्त करते हैं जिनका आशीर्वचन महाविद्यालय को मिलता रहा है और भविष्य में भी मिलता रहेगा।
महाकुंभ 2025 में बलिया बीजेपी आईटी सेल संयोजक जयप्रकाश जायसवाल को मिला प्रशंसा प्रमाण पत्र
संजीव सिंह बलिया। मां गंगा की असीम कृपा से आज दिव्य-भव्य-डिजिटल महाकुंभ_2025 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बलिया बीजेपी आईटी सेल के जिला संयोजक जयप्रकाश जायसवाल को 'Certificate of Appreciation' अवार्ड बलिया बीजेपी महामंत्री   आलोक शुक्ला एवं बीजेपी जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह द्वारा प्रदान किया गया।इस सम्मान पर जायसवाल ने कहा, "मुझे गर्व है कि मुझे विश्व के विशालतम धार्मिक एवं आध्यात्मिक आयोजन—दिव्य-भव्य-डिजिटल महाकुंभ 2025 में सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
इस अद्भुत संगम में देश-विदेश से तकरीबन 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने मां गंगा की अविरल धारा में पवित्र आस्था की डुबकी लगाई। यह आयोजन सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक एकता का अनुपम प्रतीक बना।
परिषदीय विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को समाज की प्रगति में निर्णायक दिशा देने की भूमिका के संकल्प के साथ संपन्न हुआ एकीकृत *संपूर्ण* प्रशिक्षण
संजीव सिंह बलिया!बदलते शैक्षिक परिदृश्य में यह विश्वास निहित है कि बच्चे अपने ज्ञान का निर्माण स्वयं करते हैं एवं बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने और दैनिक जीवन में उपयोग हेतु प्रोत्साहित करने की आवश्यकता होती है ।इस हेतु शिक्षकों को बच्चों को समझने की आवश्यकता है जिससे सीखना उनके लिए बोझ न होकर आनंददायक और रोचक अनुभव हो सके, जो शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहयोगी हो। इन्हीं आवश्यकताओं के दृष्टिगत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों के क्षमता संवर्धन की दृष्टि से महत्वपूर्ण विषयों एवं बिंदुओं के प्रभावकारी संकलन का एक नवीन प्रयास किए जाने हेतु एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का आयोजन सुनिश्चित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के प्रथम चक्र में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर विगत जुलाई माह 2025 से संचालित एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का समापन डाइट पर आज हर्षोल्लास के साथ हुआ। इस प्रशिक्षण के विभिन्न चरणों में प्राथमिक विद्यालय में कार्य कर रहे शिक्षकों को गणित एवं भाषा शिक्षण ,पर्यावरण शिक्षा, नैतिक शिक्षा, जीवन कौशल, अनुभवात्मक शिक्षण ,आकलन, कला एवं संगीत ,क्राफ्ट एवं पपेट्री ,समावेशी शिक्षा, नेतृत्व क्षमता संवर्धन, स्वास्थ्य के लिए खेल के योगदान आदि विषयों को समाहित करने का प्रयास किया गया है ।प्रत्येक सत्र में ऐसी गतिविधियों का समावेश किया गया जो सत्रा के उद्देश्यों की प्राप्ति के साथ-साथ शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यवहार में वांछनीय परिवर्तन लाने में उपयोगी सिद्ध हो। शिक्षकों का क्षमता संवर्धन, प्रभावी कक्षा प्रबंधन, कौशलों का विकास ,विभिन्न शैक्षिक दृष्टिकोण एवं समाज से परिचित कराना है ताकि शिक्षक स्वयं के अनुभवों और अनुभवात्मक ज्ञान को उपलब्ध संसाधनों के साथ जोड़कर बच्चों का विकास कर सकें और समाज में निर्णायक भूमिका में पदस्थापित करा सके। जनपद के विभिन्न शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों को प्रशिक्षित करते हुए उनके अंदर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में अपेक्षित जीवन कौशलों के विकास, समावेशी एवं सुरक्षित विद्यालई वातावरण के सृजन हेतु विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन कर मजबूती प्रदान की गई। संस्थान के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक मनीष कुमार सिंह द्वारा सकुशल प्रशिक्षण संपन्न होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया गया कि सीखना हमेशा से आनंद की अनुभूति होना चाहिए तथा विद्यार्थियों में समझ का विकास राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के अनुरूप होना चाहिए जो इस प्रशिक्षण की नीव भी है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के नोडल रवि रंजन खरे द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास करते हुए प्रशिक्षण में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना हेतु लगातार प्रयास किया जाता रहा ताकि प्रशिक्षण रोचक तरीके से संपन्न हो सके। शिक्षकों को प्रथम स्तर के परामर्शदाता के रूप में विकसित करने का काम इस प्रशिक्षण के माध्यम से हो सके इसका विशेष ध्यान रखा गया तथा इस बात को सुनिश्चित किया गया कि शिक्षकों के अंदर संपूर्णता का विकास इस स्तर तक हो कि बच्चों के प्रत्येक पहलू को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ढाला जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के सभी प्रवक्ता डॉक्टर जितेंद्र गुप्त ,अविनाश सिंह, राम यश योगी,राम प्रकाश, देवेंद्र सिंह, जानू राम ,डॉक्टर अशफाक, हलचल चौधरी, किरण सिंह, भानु प्रताप सिंह , डा शाइस्ता अंजुम द्वारा प्रशिक्षण को पूर्ण मनोयोग से प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग हेतु पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन मिश्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
मानपुर के जीडी पब्लिक स्कूल में विज्ञान प्रदर्शनी, छात्रों ने दिखाया नवाचार का हुनर, विष्णुपद मंदिर और महाबोधि मंदिर के सुंदर मॉडल भी प्रदर्शित

गया जिले के मानपुर लक्खीबाग स्थित जीडी पब्लिक स्कूल परिसर में शनिवार को एक भव्य और रोचक विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा, रचनात्मक सोच और नवाचार क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना तथा उन्हें व्यवहारिक ज्ञान से जोड़ना रहा।

विज्ञान प्रदर्शनी में छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए मॉडल दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बने। विद्यार्थियों ने हाइड्रोलिक सिस्टम, ऑटोमेटिक लाइट सिस्टम, पावर फिल्टर, कार्बन उत्सर्जन नियंत्रण मॉडल, ब्लॉक पावर हाउस, जल संचय प्रणाली, किडनी की संरचना, हरित गांव का मॉडल और ज्वालामुखी के प्रतिरूप जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित मॉडल प्रस्तुत किए। इन मॉडलों के माध्यम से बच्चों ने विज्ञान की जटिल अवधारणाओं को सरल और रोचक तरीके से समझाया। इसके साथ ही छात्रों ने गया की सांस्कृतिक पहचान से जुड़े विष्णुपद मंदिर और महाबोधि मंदिर के सुंदर मॉडल भी प्रदर्शित किए।

वहीं, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, रोड सेफ्टी और पर्यावरण संरक्षण जैसे सामाजिक विषयों पर आधारित प्रदर्शनों ने लोगों को जागरूक करने का संदेश दिया। प्रदर्शनी में अभिभावक, शिक्षक और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे और बच्चों की प्रतिभा की सराहना की। इस अवसर पर विद्यालय के डायरेक्टर धर्मशाही ने कहा कि जीडी पब्लिक स्कूल की पहचान केवल किताबी शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यहाँ गुणवत्तापूर्ण और व्यावहारिक शिक्षा पर विशेष जोर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की वैज्ञानिक गतिविधियाँ बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक होती हैं और उनमें आत्मविश्वास, तार्किक सोच व समस्या समाधान की क्षमता को बढ़ाती हैं। विद्यालय की शिक्षिका सुष्मिता ने बताया कि विज्ञान प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अंदर छिपी वैज्ञानिक सोच को निखारना और उन्हें नए प्रयोगों के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि जब बच्चे अपने विचारों को मॉडल के रूप में प्रस्तुत करते हैं, तो उनकी समझ और रुचि दोनों मजबूत होती हैं।

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय प्रबंधन ने सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों को उनके उत्कृष्ट प्रयास के लिए प्रोत्साहित किया। विज्ञान प्रदर्शनी विद्यार्थियों के लिए सीखने का एक यादगार और प्रेरणादायक अनुभव साबित हुई।

गया में 10 दिसंबर से लापता पालतू डॉगी मिलने से परिवार में लौटी खुशियां, मीडिया को दिया धन्यवाद

गया: गया शहर के समीर तकिया स्थित पंजाबी धर्मशाला इलाके में रहने वाले उमेश प्रसाद के घर उस समय खुशियों की लहर दौड़ गई, जब उनका पालतू डॉगी, जो बीते 10 दिसंबर से लापता था, आज सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया गया। यह डॉगी बाराचट्टी थाना क्षेत्र से मिला, जिसकी सूचना मिलते ही परिवार ने राहत की सांस ली। बताया जाता है कि 10 दिसंबर को अचानक डॉगी घर से लापता हो गया था. उसके बाद से पूरा परिवार बेहद परेशान था। घर का माहौल पूरी तरह बदल गया था। हर कोई डॉगी की तलाश में जुटा हुआ था। उमेश प्रसाद ने बताया कि पिछले पाँच वर्षों से वे इस डॉगी को पाल रहे थे और वह सिर्फ एक पालतू जानवर नहीं बल्कि उनके परिवार का अहम सदस्य बन चुका था। उसकी गैरमौजूदगी से घर सूना-सूना लगने लगा था।

डॉगी की तलाश के लिए उमेश प्रसाद ने हर संभव प्रयास किया। आसपास के इलाकों में खोजबीन की गई, पोस्टर लगाए गए और लोगों से संपर्क किया गया। साथ ही सूचना देने वाले को ₹5000 का इनाम देने की भी घोषणा की गई थी। इसी क्रम में मीडिया में खबर प्रकाशित और प्रसारित की गई, जिससे यह मामला ज्यादा लोगों तक पहुंच सका।

मीडिया में खबर चलने के बाद आज बाराचट्टी थाना क्षेत्र से डॉगी मिलने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलते ही परिवार वहां पहुंचा और डॉगी को सुरक्षित अपने साथ घर ले आया। डॉगी के घर लौटते ही परिवार के सदस्यों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े।

डॉगी के मिलने के बाद उमेश प्रसाद ने मीडिया का आभार जताते हुए कहा कि अगर मीडिया में यह खबर नहीं चलती, तो शायद उनका पालतू डॉगी वापस नहीं मिल पाता। उन्होंने कहा कि मीडिया ने इस मामले को गंभीरता से उठाया, जिसकी वजह से लोगों ने सहयोग किया और आज उनका परिवार फिर से पूरा हो सका।

डॉगी के वापस आने से न सिर्फ उमेश प्रसाद का परिवार, बल्कि मोहल्ले के लोग भी खुश हैं। यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि पालतू जानवर सिर्फ जानवर नहीं होते, बल्कि परिवार के सदस्य होते हैं और मीडिया जनसेवा में अहम भूमिका निभाता है।

अपर आयुक्त-न्यायिक ने की धारा-67 के वादों के निस्तारण की तहसीलवार समीक्षा
पुराने लम्बित वादों के निस्तारण को प्राथमिकता देकर अधिक से अधिक वादों का निस्तारण करना सुनिश्चित करें: अपर आयुक्त


उपेन्द्र कुमार पांडेय

आज़मगढ़ :: मण्डलायुक्त विवेक के निर्देश पर क्रम में अपर आयुक्त-न्यायिक डॉ. अर्चना द्विवेदी ने शुक्रवार को देर सायं अपने कार्यालय कक्ष में मण्डल के तीनों जनपद आजमगढ़, बलिया एवं मऊ के तहसीलदार न्यायालयों में उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता की धार-67 के अन्तर्गत योजित वादों के सापेक्ष वर्तमान माह में किये गये निस्तारण की समीक्षा किया। समीक्षा में तीनों जनपद के कतिपय तहसीलदार न्यायालय में वादों का निस्तारण कम पाये जाने पर अपर आयुक्त डॉ. द्विवेदी ने असन्तोष व्यक्त किया तथा निर्देश दिया कि एक सप्ताह के अन्दर वादों के निस्तारण अपेक्षित प्रगति लाना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि धारा-67 के अन्तर्गत तीन वर्ष से अधिक तथा पॉच वर्ष से अधिक अवधि के जितने भी वाद लम्बित हैं उसके निस्तारण को प्राथमिकता देते हुए अधिक से अधिक वादों का निस्तारण किया जाय। अपर आयुक्त डॉ. अर्चना द्विवेदी ने कहा कि उनके द्वारा धारा-67 के वादों की साप्ताहिक रूप से समीक्षा की जायेगी, इसलिए सभी तहीलदार नये और पुरानी वादों के अधिक से अधिक निस्तारण की सुदृढ़ कार्ययोजना बनाकर प्रत्येक सप्ताह अपेक्षित प्रगति लाना सुनिश्चित करंे। उन्होंने कहा कि धारा-67 के वादों के नियमानुसार निस्तारण हेतु मनोज कुमार सिंह बनाम स्टेट ऑफ यूपी एण्ड अदर्स में मा.उच्च न्यायालय द्वारा 6 अक्टूबर 2025 को पारित आदेश का भलीभांति अवलोकन कर लें तथा उसके अनुसार वादों का निस्तारण करें। अपर आयुक्त ने निर्णीत वादों के सापेक्ष मौके पर अनुपालन कराये जाने की स्थिति की समीक्षा में पाया कि अधिकांश तहसीलों में मौके पर अनुपालन कम हुआ है। उन्होंने इस स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया निर्णीत वादों का मौके पर अनुपालन तत्परता से होना चाहिए, मौके पर अनुपालन कराये जाने के उपरान्त ही पत्रावली दाखिल दफ्तर कराई जाय।

      उल्लेखनीय है कि विगत दिवस मण्डलायुक्त विवेक ने राजस्व कार्यों एवं वादों के निस्तारण की मण्डलीय समीक्षा बैठक में धारा-67 के वादों के निस्तारण में तेजी लाने के दृष्टिगत अपर आयुक्त-न्यायिक डा. अर्चना द्विवेदी को मण्डल के अन्तर्गत तीनों जनपदों में तहसीलदार न्यायालयों में योजित वादों की नियमित रूप से तहसीलवार साप्ताहिक समीक्षा कर वस्तुस्थिति से अवगत कराये जाने के निर्देश दिये गये थे, जिसके क्रम में उक्त समीक्षा बैठक आयोजित की गयी थी। समीक्षा में अपर आयुक्त डा. द्विवेदी ने पाया कि जनपदों में इस धारा के अन्तर्गत पर्याप्त संख्या में पुराने वाद लम्बित हैं, जिसे प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने का उन्होंने निर्देश दिया। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सिकन्दरपुर, बलिया देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, प्रशासनिक अधिकारी राम अवध सहित आजमगढ़, बलिया एवं मऊ के सभी तहसीलदार उपस्थित थे।
बलिया की बेटी ने लहराया परचम, बनी मिस यूपी
संजीव सिंह बलिया। नगर के टाउन हाल निवासी सचिन सिंह एवं डॉ. दिवा सिंह की पुत्री अलक्ष्या सिंह ने मिस यूपी का खिताब जीतकर बलिया का मान बढ़ाया है। 18 दिसंबर को लखनऊ में उत्तर प्रदेश आर्टिस्ट एसोसिएशन द्वारा आयोजित भव्य समारोह में यह उपलब्धि हासिल की गई।कार्यक्रम में प्रदेश के सभी जनपदों से युवक-युवतियां शामिल हुए थे। अलक्ष्या सिंह ने अपनी प्रतिभा और आत्मविश्वास से सभी को प्रभावित कर मिस यूपी का खिताब अपने नाम कर लिया। बताते चलें कि अलक्ष्या होली क्रॉस स्कूल से एलकेजी से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी कर चुकी हैं। वर्तमान में वह लखनऊ में आगे की तैयारी कर रही हैं।बलिया में अलक्ष्या की इस सफलता को लेकर खुशी का माहौल है। स्थानीय लोगों ने इसे बलिया की बेटियों के लिए प्रेरणा बताया। परिवार और परिजनों ने भी गर्व से कहा कि अलक्ष्या ने कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है।
सिस्टम शर्मसार: चाईबासा में पिता को नसीब नहीं हुआ शव वाहन, 4 माह के मासूम का शव थैले में भरकर बस से ले जाने को मजबूर।

मानवता को झकझोर देने वाली एक बेहद दुःखद और शर्मनाक घटना पश्चिमी सिंहभूम जिले से सामने आई है. इस घटना ने स्वास्थ्य सिस्टम को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है. एक पिता अपने बच्चे का इलाज कराने सदर अस्पताल पहुंचा. जहां बच्चे की जान तो नहीं बच सकी लेकिन मासूम को शव वाहन तक भी नसीब नहीं हुआ. जिसके चलते पिता को अपने बच्चे का शव एक थैले में डालकर गांव ले जाना पड़ा.

दरअसल, नोवामुंडी प्रखंड के बालजोड़ी गांव निवासी डिम्बा चतोम्बा को अपने 4 माह के मासूम बच्चे के शव को सम्मान के साथ घर ले जाना था, जिसके लिए शव वाहन नसीब नहीं हुआ. मजबूरन असहाय पिता ने बच्चे के शव को थैले में रखकर बस से गांव ले जाने का फैसला किया.

इलाज के दौरान मासूम की मौत

प्राप्त जानकारी के अनुसार, डिम्बा चतोम्बा अपने बच्चे की तबीयत अचानक बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए चाईबासा सदर अस्पताल लेकर पहुंचे थे. उन्हें उम्मीद थी कि अस्पताल में बेहतर इलाज मिलेगा, लेकिन इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई. मासूम की मौत के बाद पूरा परिवार गहरे सदमे में चला गया.

शव वाहन के लिए घंटों की गुहार, नहीं मिली मदद

बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने शव को गांव ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन से शव वाहन उपलब्ध कराने की मांग की. परिजनों ने बताया कि वे घंटों तक अस्पताल परिसर में शव वाहन का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं मिली. इस मामले में अस्पताल प्रशासन ने न कोई वैकल्पिक व्यवस्था की और न ही किसी जिम्मेदार अधिकारी ने संवेदनशीलता दिखाई.

गरीबी और व्यवस्था की बेरुखी ने तोड़ा पिता का हौसला

गरीब और असहाय पिता डिम्बा चतोम्बा के पास निजी वाहन किराए पर लेने तक के साधन नहीं थे. प्रशासनिक संवेदनहीनता और स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही से परिजन पूरी तरह टूट गए. आखिरकार उन्हें बच्चे के शव को एक थैले में डालकर बस से बालजोड़ी गांव ले जाने को विवश होना पड़ा. यह देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई.

स्वास्थ्य व्यवस्था पर फिर उठे गंभीर सवाल

इस हृदयविदारक घटना ने एक बार फिर सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था और नि:शुल्क शव वाहन सेवा की पोल खोल दी है. सरकार गरीबों के लिए 108 एम्बुलेंस सेवा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है.

भीषण ठंड में मानवता का उठा हाथ*
राष्ट्रीय सामाजिक सेवा संघ ने निर्धन परिवारों के लिए कंबल वितरण की बनाई रूपरेखा।*******************

सुल्तानपुर,कड़ाके की ठंड और भीषण शीतलहरी मे जहां निर्धन और असहाय परिवारों की रातें ठिठुरते हुए गुजर रही हैं, वहीं जिले का अग्रणी सामाजिक संगठन राष्ट्रीय सामाजिक सेवा संघ जरूरतमंदों के लिए सहारा बनकर आगे आया है। ठंड से बचाव के उद्देश्य से निःशुल्क कंबल वितरण कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर संघ की एक आवश्यक बैठक संपन्न हुई। बैठक कुड़वार ब्लॉक पूरे फ़ैजू खान गांव में अध्यक्ष मेराज खान के आवास पर हुई। बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष मेराज अहमद खान ने की। उन्होंने कहा कि संघ द्वारा निःशुल्क भोजन , रक्तदान,ठंड में निःशुल्क कंबल वितरण संघ द्वारा कई वर्षों से निरन्तर किया जा रहा है।संस्था के मार्गदर्शक निजाम खान ने कहा कि संघ प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक राहत पहुंचाने के संकल्प के साथ कार्य कर रहा है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर भ्रमण कर वास्तविक पात्र और जरूरतमंद लोगों का चयन किया गया है। कंबल की क्वालिटी से संघ समझौता नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि रविवार से कंबल वितरण अभियान का शुभारंभ किया जाएगा। जिसके लिए अब तक करीब 500 जरूरतमंदों की सूची तैयार की जा चुकी है। यह संपूर्ण सेवा कार्य जनसहयोग से संचालित होता है। संघ ने समाज के सक्षम नागरिकों से अपील की है कि वे आगे आकर इस मानवीय अभियान में सहभागिता निभाएं, ताकि ठंड में कोई भी गरीब असहाय न छूटा रह जाए। बैठक में राशिद खान, हाजी मुज्तबा अंसारी, सुहेल सिद्दीकी, सेवानिवृत प्राचार्य इम्तियाज अहमद,सरदार गुरुप्रीत सिंह, भूपेंद्र सिंह,विनोद यादव, नफीसा बानो, जगजीत पाल,शिव बहादुर, राम अभिलाख यादव,राम कृपाल, छोटे लाल विश्वकर्मा,एजाज खान,सुल्तान सलाहुद्दीन खान, तौफीक अहमद,वकील खान सहित कई समाजसेवी उपस्थित रहे।
देवघर के डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला के प्राचार्य ने देवपेक्स 2025 के विजेताओं को सम्मानित किया।
देवघर: गीता देवी डीएवी पब्लिक स्कूल भंडारकोला देवघर में डाक विभाग के द्वारा आयोजित फिलाटेली प्रदर्शनी देवपेक्स - 2025 में पेंटिंग, क्विज व पत्र लेखन प्रतियोगिताओं के विजेताओं का सम्मान प्राचार्य बलराम कुमार झा ने किया। ज्ञात हो कि दो दिनों तक आयोजित इस प्रतियोगिता में विद्यालय के बच्चों ने हरेक प्रतियोगिता में अपना परचम लहराया। सम्मानित होने वाले छात्र छात्राएं- लेटर बॉक्स पेंटिंग में प्रथम स्थान-आर्या कुमारी , दीक्षा राज , रिया रानी और दिव्यांका राज ड्राइंग प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार रितंभरा भारती और आर्य किशोर बरनवाल। क्रिएटिव पत्र लेखन(जूनियर) में प्रथम स्थान आराध्या कुमारी , तीसरा स्थान सारा पाल पत्र लेखन (सीनियर) में प्रथम स्थान शिवम वर्मा सांत्वना पुरस्कार अपेक्षा आर्य ।क्विज़ प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार पल्लवी राज और शिवम गुप्ता। प्राचार्य बलराम कुमार झा ने बच्चों की सफलता पर कहा कि फिलाटेली विद्यार्थियों में जिज्ञासा, अनुसंधान प्रवृत्ति, धैर्य, सौंदर्यबोध तथा इतिहास-बोध विकसित करती है। आज की डिजिटल दुनिया में यह शौक हमें सीखने, संजोने और समझने की कला सिखाता है। ऐसी प्रतियोगिता में बच्चों का भाग लेना और विजयी होना काबिले तारीफ है। इसकी जानकारी स्कूल के मीडिया प्रभारी अभिषेक सूर्य ने दी।
देवघर-गणतंत्र दिवस परेड शिविर 2026 नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविका गुंजन शर्मा का चयन।
देवघर: राष्ट्रीय स्तर पर किया गया है। ज्ञात हो कि गुंजन शर्मा रमा देवी बाजला महिला महाविद्यालय, देवघर की सेमेस्टर 2 (2024-2028) की दर्शन शास्त्र विभाग की छात्रा है। झारखंड से कुल चार स्वयं सेवकों का चयन किया गया है जिसमें गुंजन शर्मा एक है। सिदो -कान्हो मुर्मू विश्वविद्यालय की तरफ से 2026 में एकमात्र चयनित स्वयं सेविका है जो 26 जनवरी 2026 के कर्तव्य पथ पर सिरकत करेगी।वह 31 दिसंबर 2025 को दिल्ली के लिए रवाना होगी।इस सूचना से महाविद्यालय में उत्साह का माहौल है। प्राचार्या डॉ सुचिता कुमारी ने बधाई देते हुए कहा कि महाविद्यालय का नाम राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए बहुत बहुत आशीर्वाद एवं छात्राओं को ऐसे ही आगे बढ़ कर हमेशा सेवा भावना में लगे रहना चाहिए।इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई 3 की कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ करुणा पंजियारा ने भी गुंजन का बहुत ही हर्ष के साथ अभिनन्दन की तथा स्वयं सेविकाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि महाविद्यालय के साथ साथ विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाने के लिए हमेशा सतत् प्रयास करते रहना चाहिए। पूरे महाविद्यालय परिवार ने गुंजन शर्मा को हार्दिक शुभकामनाएं दी तथा उज्जवल भविष्य की कामना की। विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डॉ धनंजय मिश्रा के निर्देशन में यह सफलता प्राप्त हुई, उनके सक्रिय योगदान से राष्ट्रीय सेवा योजना निरन्तर गति से चरम लक्ष्य की प्राप्ति हेतु सदैव अग्रसर हो रहा है।  कुलपति प्रो डॉ कुनुल कांदिर का बहुत बहुत आभार व्यक्त करते हैं जिनका आशीर्वचन महाविद्यालय को मिलता रहा है और भविष्य में भी मिलता रहेगा।
महाकुंभ 2025 में बलिया बीजेपी आईटी सेल संयोजक जयप्रकाश जायसवाल को मिला प्रशंसा प्रमाण पत्र
संजीव सिंह बलिया। मां गंगा की असीम कृपा से आज दिव्य-भव्य-डिजिटल महाकुंभ_2025 में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बलिया बीजेपी आईटी सेल के जिला संयोजक जयप्रकाश जायसवाल को 'Certificate of Appreciation' अवार्ड बलिया बीजेपी महामंत्री   आलोक शुक्ला एवं बीजेपी जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह द्वारा प्रदान किया गया।इस सम्मान पर जायसवाल ने कहा, "मुझे गर्व है कि मुझे विश्व के विशालतम धार्मिक एवं आध्यात्मिक आयोजन—दिव्य-भव्य-डिजिटल महाकुंभ 2025 में सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
इस अद्भुत संगम में देश-विदेश से तकरीबन 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने मां गंगा की अविरल धारा में पवित्र आस्था की डुबकी लगाई। यह आयोजन सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक एकता का अनुपम प्रतीक बना।
परिषदीय विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को समाज की प्रगति में निर्णायक दिशा देने की भूमिका के संकल्प के साथ संपन्न हुआ एकीकृत *संपूर्ण* प्रशिक्षण
संजीव सिंह बलिया!बदलते शैक्षिक परिदृश्य में यह विश्वास निहित है कि बच्चे अपने ज्ञान का निर्माण स्वयं करते हैं एवं बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने और दैनिक जीवन में उपयोग हेतु प्रोत्साहित करने की आवश्यकता होती है ।इस हेतु शिक्षकों को बच्चों को समझने की आवश्यकता है जिससे सीखना उनके लिए बोझ न होकर आनंददायक और रोचक अनुभव हो सके, जो शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों के समग्र विकास में सहयोगी हो। इन्हीं आवश्यकताओं के दृष्टिगत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों के क्षमता संवर्धन की दृष्टि से महत्वपूर्ण विषयों एवं बिंदुओं के प्रभावकारी संकलन का एक नवीन प्रयास किए जाने हेतु एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का आयोजन सुनिश्चित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के प्रथम चक्र में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर विगत जुलाई माह 2025 से संचालित एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण का समापन डाइट पर आज हर्षोल्लास के साथ हुआ। इस प्रशिक्षण के विभिन्न चरणों में प्राथमिक विद्यालय में कार्य कर रहे शिक्षकों को गणित एवं भाषा शिक्षण ,पर्यावरण शिक्षा, नैतिक शिक्षा, जीवन कौशल, अनुभवात्मक शिक्षण ,आकलन, कला एवं संगीत ,क्राफ्ट एवं पपेट्री ,समावेशी शिक्षा, नेतृत्व क्षमता संवर्धन, स्वास्थ्य के लिए खेल के योगदान आदि विषयों को समाहित करने का प्रयास किया गया है ।प्रत्येक सत्र में ऐसी गतिविधियों का समावेश किया गया जो सत्रा के उद्देश्यों की प्राप्ति के साथ-साथ शिक्षकों के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यवहार में वांछनीय परिवर्तन लाने में उपयोगी सिद्ध हो। शिक्षकों का क्षमता संवर्धन, प्रभावी कक्षा प्रबंधन, कौशलों का विकास ,विभिन्न शैक्षिक दृष्टिकोण एवं समाज से परिचित कराना है ताकि शिक्षक स्वयं के अनुभवों और अनुभवात्मक ज्ञान को उपलब्ध संसाधनों के साथ जोड़कर बच्चों का विकास कर सकें और समाज में निर्णायक भूमिका में पदस्थापित करा सके। जनपद के विभिन्न शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन कर रहे शिक्षकों को प्रशिक्षित करते हुए उनके अंदर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में अपेक्षित जीवन कौशलों के विकास, समावेशी एवं सुरक्षित विद्यालई वातावरण के सृजन हेतु विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन कर मजबूती प्रदान की गई। संस्थान के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक मनीष कुमार सिंह द्वारा सकुशल प्रशिक्षण संपन्न होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया गया कि सीखना हमेशा से आनंद की अनुभूति होना चाहिए तथा विद्यार्थियों में समझ का विकास राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के अनुरूप होना चाहिए जो इस प्रशिक्षण की नीव भी है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया पर शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के नोडल रवि रंजन खरे द्वारा संयुक्त रूप से प्रयास करते हुए प्रशिक्षण में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना हेतु लगातार प्रयास किया जाता रहा ताकि प्रशिक्षण रोचक तरीके से संपन्न हो सके। शिक्षकों को प्रथम स्तर के परामर्शदाता के रूप में विकसित करने का काम इस प्रशिक्षण के माध्यम से हो सके इसका विशेष ध्यान रखा गया तथा इस बात को सुनिश्चित किया गया कि शिक्षकों के अंदर संपूर्णता का विकास इस स्तर तक हो कि बच्चों के प्रत्येक पहलू को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप ढाला जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के सभी प्रवक्ता डॉक्टर जितेंद्र गुप्त ,अविनाश सिंह, राम यश योगी,राम प्रकाश, देवेंद्र सिंह, जानू राम ,डॉक्टर अशफाक, हलचल चौधरी, किरण सिंह, भानु प्रताप सिंह , डा शाइस्ता अंजुम द्वारा प्रशिक्षण को पूर्ण मनोयोग से प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में तकनीकी सहयोग हेतु पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन मिश्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
मानपुर के जीडी पब्लिक स्कूल में विज्ञान प्रदर्शनी, छात्रों ने दिखाया नवाचार का हुनर, विष्णुपद मंदिर और महाबोधि मंदिर के सुंदर मॉडल भी प्रदर्शित

गया जिले के मानपुर लक्खीबाग स्थित जीडी पब्लिक स्कूल परिसर में शनिवार को एक भव्य और रोचक विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा, रचनात्मक सोच और नवाचार क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना तथा उन्हें व्यवहारिक ज्ञान से जोड़ना रहा।

विज्ञान प्रदर्शनी में छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए मॉडल दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बने। विद्यार्थियों ने हाइड्रोलिक सिस्टम, ऑटोमेटिक लाइट सिस्टम, पावर फिल्टर, कार्बन उत्सर्जन नियंत्रण मॉडल, ब्लॉक पावर हाउस, जल संचय प्रणाली, किडनी की संरचना, हरित गांव का मॉडल और ज्वालामुखी के प्रतिरूप जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित मॉडल प्रस्तुत किए। इन मॉडलों के माध्यम से बच्चों ने विज्ञान की जटिल अवधारणाओं को सरल और रोचक तरीके से समझाया। इसके साथ ही छात्रों ने गया की सांस्कृतिक पहचान से जुड़े विष्णुपद मंदिर और महाबोधि मंदिर के सुंदर मॉडल भी प्रदर्शित किए।

वहीं, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, रोड सेफ्टी और पर्यावरण संरक्षण जैसे सामाजिक विषयों पर आधारित प्रदर्शनों ने लोगों को जागरूक करने का संदेश दिया। प्रदर्शनी में अभिभावक, शिक्षक और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे और बच्चों की प्रतिभा की सराहना की। इस अवसर पर विद्यालय के डायरेक्टर धर्मशाही ने कहा कि जीडी पब्लिक स्कूल की पहचान केवल किताबी शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यहाँ गुणवत्तापूर्ण और व्यावहारिक शिक्षा पर विशेष जोर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की वैज्ञानिक गतिविधियाँ बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक होती हैं और उनमें आत्मविश्वास, तार्किक सोच व समस्या समाधान की क्षमता को बढ़ाती हैं। विद्यालय की शिक्षिका सुष्मिता ने बताया कि विज्ञान प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अंदर छिपी वैज्ञानिक सोच को निखारना और उन्हें नए प्रयोगों के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि जब बच्चे अपने विचारों को मॉडल के रूप में प्रस्तुत करते हैं, तो उनकी समझ और रुचि दोनों मजबूत होती हैं।

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय प्रबंधन ने सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों को उनके उत्कृष्ट प्रयास के लिए प्रोत्साहित किया। विज्ञान प्रदर्शनी विद्यार्थियों के लिए सीखने का एक यादगार और प्रेरणादायक अनुभव साबित हुई।

गया में 10 दिसंबर से लापता पालतू डॉगी मिलने से परिवार में लौटी खुशियां, मीडिया को दिया धन्यवाद

गया: गया शहर के समीर तकिया स्थित पंजाबी धर्मशाला इलाके में रहने वाले उमेश प्रसाद के घर उस समय खुशियों की लहर दौड़ गई, जब उनका पालतू डॉगी, जो बीते 10 दिसंबर से लापता था, आज सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया गया। यह डॉगी बाराचट्टी थाना क्षेत्र से मिला, जिसकी सूचना मिलते ही परिवार ने राहत की सांस ली। बताया जाता है कि 10 दिसंबर को अचानक डॉगी घर से लापता हो गया था. उसके बाद से पूरा परिवार बेहद परेशान था। घर का माहौल पूरी तरह बदल गया था। हर कोई डॉगी की तलाश में जुटा हुआ था। उमेश प्रसाद ने बताया कि पिछले पाँच वर्षों से वे इस डॉगी को पाल रहे थे और वह सिर्फ एक पालतू जानवर नहीं बल्कि उनके परिवार का अहम सदस्य बन चुका था। उसकी गैरमौजूदगी से घर सूना-सूना लगने लगा था।

डॉगी की तलाश के लिए उमेश प्रसाद ने हर संभव प्रयास किया। आसपास के इलाकों में खोजबीन की गई, पोस्टर लगाए गए और लोगों से संपर्क किया गया। साथ ही सूचना देने वाले को ₹5000 का इनाम देने की भी घोषणा की गई थी। इसी क्रम में मीडिया में खबर प्रकाशित और प्रसारित की गई, जिससे यह मामला ज्यादा लोगों तक पहुंच सका।

मीडिया में खबर चलने के बाद आज बाराचट्टी थाना क्षेत्र से डॉगी मिलने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलते ही परिवार वहां पहुंचा और डॉगी को सुरक्षित अपने साथ घर ले आया। डॉगी के घर लौटते ही परिवार के सदस्यों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े।

डॉगी के मिलने के बाद उमेश प्रसाद ने मीडिया का आभार जताते हुए कहा कि अगर मीडिया में यह खबर नहीं चलती, तो शायद उनका पालतू डॉगी वापस नहीं मिल पाता। उन्होंने कहा कि मीडिया ने इस मामले को गंभीरता से उठाया, जिसकी वजह से लोगों ने सहयोग किया और आज उनका परिवार फिर से पूरा हो सका।

डॉगी के वापस आने से न सिर्फ उमेश प्रसाद का परिवार, बल्कि मोहल्ले के लोग भी खुश हैं। यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि पालतू जानवर सिर्फ जानवर नहीं होते, बल्कि परिवार के सदस्य होते हैं और मीडिया जनसेवा में अहम भूमिका निभाता है।

अपर आयुक्त-न्यायिक ने की धारा-67 के वादों के निस्तारण की तहसीलवार समीक्षा
पुराने लम्बित वादों के निस्तारण को प्राथमिकता देकर अधिक से अधिक वादों का निस्तारण करना सुनिश्चित करें: अपर आयुक्त


उपेन्द्र कुमार पांडेय

आज़मगढ़ :: मण्डलायुक्त विवेक के निर्देश पर क्रम में अपर आयुक्त-न्यायिक डॉ. अर्चना द्विवेदी ने शुक्रवार को देर सायं अपने कार्यालय कक्ष में मण्डल के तीनों जनपद आजमगढ़, बलिया एवं मऊ के तहसीलदार न्यायालयों में उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता की धार-67 के अन्तर्गत योजित वादों के सापेक्ष वर्तमान माह में किये गये निस्तारण की समीक्षा किया। समीक्षा में तीनों जनपद के कतिपय तहसीलदार न्यायालय में वादों का निस्तारण कम पाये जाने पर अपर आयुक्त डॉ. द्विवेदी ने असन्तोष व्यक्त किया तथा निर्देश दिया कि एक सप्ताह के अन्दर वादों के निस्तारण अपेक्षित प्रगति लाना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि धारा-67 के अन्तर्गत तीन वर्ष से अधिक तथा पॉच वर्ष से अधिक अवधि के जितने भी वाद लम्बित हैं उसके निस्तारण को प्राथमिकता देते हुए अधिक से अधिक वादों का निस्तारण किया जाय। अपर आयुक्त डॉ. अर्चना द्विवेदी ने कहा कि उनके द्वारा धारा-67 के वादों की साप्ताहिक रूप से समीक्षा की जायेगी, इसलिए सभी तहीलदार नये और पुरानी वादों के अधिक से अधिक निस्तारण की सुदृढ़ कार्ययोजना बनाकर प्रत्येक सप्ताह अपेक्षित प्रगति लाना सुनिश्चित करंे। उन्होंने कहा कि धारा-67 के वादों के नियमानुसार निस्तारण हेतु मनोज कुमार सिंह बनाम स्टेट ऑफ यूपी एण्ड अदर्स में मा.उच्च न्यायालय द्वारा 6 अक्टूबर 2025 को पारित आदेश का भलीभांति अवलोकन कर लें तथा उसके अनुसार वादों का निस्तारण करें। अपर आयुक्त ने निर्णीत वादों के सापेक्ष मौके पर अनुपालन कराये जाने की स्थिति की समीक्षा में पाया कि अधिकांश तहसीलों में मौके पर अनुपालन कम हुआ है। उन्होंने इस स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया निर्णीत वादों का मौके पर अनुपालन तत्परता से होना चाहिए, मौके पर अनुपालन कराये जाने के उपरान्त ही पत्रावली दाखिल दफ्तर कराई जाय।

      उल्लेखनीय है कि विगत दिवस मण्डलायुक्त विवेक ने राजस्व कार्यों एवं वादों के निस्तारण की मण्डलीय समीक्षा बैठक में धारा-67 के वादों के निस्तारण में तेजी लाने के दृष्टिगत अपर आयुक्त-न्यायिक डा. अर्चना द्विवेदी को मण्डल के अन्तर्गत तीनों जनपदों में तहसीलदार न्यायालयों में योजित वादों की नियमित रूप से तहसीलवार साप्ताहिक समीक्षा कर वस्तुस्थिति से अवगत कराये जाने के निर्देश दिये गये थे, जिसके क्रम में उक्त समीक्षा बैठक आयोजित की गयी थी। समीक्षा में अपर आयुक्त डा. द्विवेदी ने पाया कि जनपदों में इस धारा के अन्तर्गत पर्याप्त संख्या में पुराने वाद लम्बित हैं, जिसे प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने का उन्होंने निर्देश दिया। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सिकन्दरपुर, बलिया देवेन्द्र कुमार पाण्डेय, प्रशासनिक अधिकारी राम अवध सहित आजमगढ़, बलिया एवं मऊ के सभी तहसीलदार उपस्थित थे।
बलिया की बेटी ने लहराया परचम, बनी मिस यूपी
संजीव सिंह बलिया। नगर के टाउन हाल निवासी सचिन सिंह एवं डॉ. दिवा सिंह की पुत्री अलक्ष्या सिंह ने मिस यूपी का खिताब जीतकर बलिया का मान बढ़ाया है। 18 दिसंबर को लखनऊ में उत्तर प्रदेश आर्टिस्ट एसोसिएशन द्वारा आयोजित भव्य समारोह में यह उपलब्धि हासिल की गई।कार्यक्रम में प्रदेश के सभी जनपदों से युवक-युवतियां शामिल हुए थे। अलक्ष्या सिंह ने अपनी प्रतिभा और आत्मविश्वास से सभी को प्रभावित कर मिस यूपी का खिताब अपने नाम कर लिया। बताते चलें कि अलक्ष्या होली क्रॉस स्कूल से एलकेजी से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी कर चुकी हैं। वर्तमान में वह लखनऊ में आगे की तैयारी कर रही हैं।बलिया में अलक्ष्या की इस सफलता को लेकर खुशी का माहौल है। स्थानीय लोगों ने इसे बलिया की बेटियों के लिए प्रेरणा बताया। परिवार और परिजनों ने भी गर्व से कहा कि अलक्ष्या ने कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है।
सिस्टम शर्मसार: चाईबासा में पिता को नसीब नहीं हुआ शव वाहन, 4 माह के मासूम का शव थैले में भरकर बस से ले जाने को मजबूर।

मानवता को झकझोर देने वाली एक बेहद दुःखद और शर्मनाक घटना पश्चिमी सिंहभूम जिले से सामने आई है. इस घटना ने स्वास्थ्य सिस्टम को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है. एक पिता अपने बच्चे का इलाज कराने सदर अस्पताल पहुंचा. जहां बच्चे की जान तो नहीं बच सकी लेकिन मासूम को शव वाहन तक भी नसीब नहीं हुआ. जिसके चलते पिता को अपने बच्चे का शव एक थैले में डालकर गांव ले जाना पड़ा.

दरअसल, नोवामुंडी प्रखंड के बालजोड़ी गांव निवासी डिम्बा चतोम्बा को अपने 4 माह के मासूम बच्चे के शव को सम्मान के साथ घर ले जाना था, जिसके लिए शव वाहन नसीब नहीं हुआ. मजबूरन असहाय पिता ने बच्चे के शव को थैले में रखकर बस से गांव ले जाने का फैसला किया.

इलाज के दौरान मासूम की मौत

प्राप्त जानकारी के अनुसार, डिम्बा चतोम्बा अपने बच्चे की तबीयत अचानक बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए चाईबासा सदर अस्पताल लेकर पहुंचे थे. उन्हें उम्मीद थी कि अस्पताल में बेहतर इलाज मिलेगा, लेकिन इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई. मासूम की मौत के बाद पूरा परिवार गहरे सदमे में चला गया.

शव वाहन के लिए घंटों की गुहार, नहीं मिली मदद

बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने शव को गांव ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन से शव वाहन उपलब्ध कराने की मांग की. परिजनों ने बताया कि वे घंटों तक अस्पताल परिसर में शव वाहन का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं मिली. इस मामले में अस्पताल प्रशासन ने न कोई वैकल्पिक व्यवस्था की और न ही किसी जिम्मेदार अधिकारी ने संवेदनशीलता दिखाई.

गरीबी और व्यवस्था की बेरुखी ने तोड़ा पिता का हौसला

गरीब और असहाय पिता डिम्बा चतोम्बा के पास निजी वाहन किराए पर लेने तक के साधन नहीं थे. प्रशासनिक संवेदनहीनता और स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही से परिजन पूरी तरह टूट गए. आखिरकार उन्हें बच्चे के शव को एक थैले में डालकर बस से बालजोड़ी गांव ले जाने को विवश होना पड़ा. यह देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई.

स्वास्थ्य व्यवस्था पर फिर उठे गंभीर सवाल

इस हृदयविदारक घटना ने एक बार फिर सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था और नि:शुल्क शव वाहन सेवा की पोल खोल दी है. सरकार गरीबों के लिए 108 एम्बुलेंस सेवा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है.