डंपर की टक्कर से ट्रैक्टर चालक घायल भाई की मौत डंपर चालक फरार

 फर्रुखाबाद। के थाना अमृतपुर के अंतर्गत ग्राम अमैयापुर पश्चिमी निवासी रामशरण राजपूत का बेटा राधेश्याम राजपूत अपने भाई नीरज राजपूत के साथ 13 दिसंबर को रूपापुर चीनी मिल को अपने ट्रैक्टर से गनना लेकर घर से गया था रास्ते में ट्राली का पहिया फट गया देर शाम तक टायर बदलकर रूपापुर के लिए चला जैसे ही इनका ट्रैक्टर इटावा बरेली हाईवे पर डबरी तिराहा ब राम गंगापुल के बीच पहुंचा पीछे से आ रहे ।

 ट्रक संख्या RJ 05 GB6766(डंपर )चालक ने समय ट्राली में टक्कर मार दी जिससे ट्राली पलट गई और ट्रैक्टर लटक गया जिससे ट्रैक्टर चालक ब उसका भाई गंभीर रूप से घायल हो गया मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायलों को डॉक्टर राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय फर्रुखाबाद भेजा जहां डॉक्टरों ने नीरज (24 )को मृत घोषित कर दिया बेटे की मौत की जानकारी जब मां तारावती व अन्य परिजनों को मिली तो परिवार में कोहराम मच गया मां का रो रो कर बुरा हाल था मृतक के भाई शिशुपाल द्वारा बताया कि प्रेमचंद्र,प्रेमवीर,देव सिंह ,शिवांशु  भाइयों में मृतक नीरज पांचवें नंबर का था वह 14 दिसंबर को TA एग्रीकल्चर की परीक्षा देने की तैयारी कर रहा था उसे क्या पता था। कि परीक्षा में शामिल होने से पहले मौत हो जाएगी।

 राजेपुर उपनिरीक्षक आशुतोष कुमार ने लोहिया पहुंचकर मृतक नीरज राजपूत के शब का पंचनामा भरकर शव को डाक्टरी परीक्षण के लिए भेज दिया। लोगों में चर्चा है कि इटावा बरेली मैनपुरी फर्रुखाबाद में मार्ग दुर्घटना में अधिकतर मौते डंपर चालकों की लापरवाही के चलते हुई हैं। इन डंपर चालकों पर प्रशासन को नियमानुसार कार्रवाई करनी चाहिए।

अधजली लाश का 15 दिन बाद भी नहीं मिला सुराग,75 जिलों से मांगा गया गायब महिलाओं का ब्योरा
*थानों को भेजी गयी महिला के पायल की फोटो

गोंडा।जिले के धानेपुर थाना क्षेत्र के रेतवागाड़ा गांव के पास 30 नवंबर को एक 30 वर्षीय महिला की अधजली लाश मिली थी।घटना के 15 दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक  महिला की पहचान नहीं हो पायी है।धानेपुर पुलिस ने महिला की पहचान के द्वारा अब तक 300 से अधिक गांवों में जांच की जा चुकी है और 400 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को भी खंगाला है।हालाकि, इन शुरुआती प्रयासों के बावजूद कोई सुराग नहीं मिला है।पहचान न होने की स्थिति में धानेपुर पुलिस अब उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों की मदद ले रही है।सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेजकर लापता महिलाओं का विवरण मांगा गया है।इसके अतिरिक्त महिला के पास मिले चप्पल और पायल की तस्वीरें यूपी के सभी 75 जिलों के थानों में भेजी गयी है,ताकि महिला की पहचान सुनिश्चित की जा सके।पुलिस टीमों ने गोंडा से गोरखपुर तक के सीमावर्ती इलाकों के गांवों में भी गहन पूछताछ की है।धानेपुर थानाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि महिला की पहचान अभी तक नहीं हो पायी है।उन्होंने पुष्टि किया कि सभी जिलों से लापता महिलाओं की जानकारी मांगी गई है और फोटो भेजी जा रही है।महिला की पहचान के लिए सर्विलांस टीम की भी मदद ली गयी है परन्तु अभी तक धानेपुर पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है।कई टीमें इस मामले पर लगातार काम कर रही हैं।
पीआरडी जवान के ऊपर से गुजरी ट्राली, तड़प तड़प कर तोड़ा दम
*ड्यूटी पर जा रहा था पीआरडी जवान

गोंडा।जिले के नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के महराजगंज पुलिस चौकी के पास एक सड़क हादसे में पीआरडी जवान की मौत हो गयी तो वहीं उसका साथी जवान गंभीर रूप से घायल हो गया।दोनों पीआरडी जवान सुबह अपनी ड्युटी पर जा रहे थे कि ट्रैक्टर ट्रॉली को ओवरटेक करते समय बाइक चला रहे जवान का कंधा ट्रैक्टर ट्रॉली के हुक में फंस गया इससे बाइक का संतुलन बिगड़ गया और दोनों जवान गिर पड़े और ट्राली का पिछला पहिया जवान के ऊपर से गुजर गया।जिसमें साथी जवान को गंभीर चोटें आई हैं।घटना के बाद मौके पर अफरातफरी मच गयी और आसपास के लोग दौड़कर घटना स्थल पर पहुंचे।घटना स्थल पर पहुंचे लोगों द्वारा जब तक पीआरडी जवानों को अस्पताल ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था की जाती तब तक एक जवान की मौके पर ही मौत हो गयी और उसके साथी को किसी तरह जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज स्थित ट्रामा सेन्टर रिफर कर दिया गया।मृतक जवान की पहचान देहात कोतवाली क्षेत्र के मुड़ाडीहा गांव निवासी राम उत्तरी वर्मा (52) के रूप में हुई है वहीं कटाई माफी निवासी सत्यराम वर्मा (52) घायल हैं।घटना की सूचना पाकर महराजगंज चौकी व नगर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच कर ट्रैक्टर ट्रॉली को कबजे में ले लिया है और मामले की जांच प्रारम्भ कर दिया है।
*जनपद में एआरटीओ प्रशासन ने नशे में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ चलाया गया अभियान, 07 लोगों का हुआ चालान*

*जनपद में सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ करने तथा यातायात नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य चलाया गया चेकिंग अभियान*

*गोण्डा 14 दिसम्बर,2025*।
एआरटीओ प्रशासन आर.सी. भारतीय द्वारा जनपद में सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ करने तथा यातायात नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से नशे में वाहन चलाने वालों के विरुद्ध विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया। यह अभियान जनपद के विभिन्न प्रमुख चौराहों, मार्गों एवं संवेदनशील स्थानों पर संचालित किया गया, ताकि दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण लगाया जा सके और आमजन को सुरक्षित यातायात व्यवस्था उपलब्ध कराई जा सके।

इस चेकिंग अभियान के दौरान कुल लगभग 35 वाहन चालकों की जांच की गई। जांच के समय ब्रेथ एनालाइज़र के माध्यम से शराब सेवन की स्थिति की पुष्टि की गई। जांच में यह पाया गया कि 7 वाहन चालक शराब का सेवन कर वाहन चला रहे थे, जो कि मोटर वाहन अधिनियम के अंतर्गत एक गंभीर अपराध है। उक्त सभी चालकों के विरुद्ध नियमानुसार चालान की कार्रवाई की गई तथा उन्हें भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही न करने के लिए सख्त चेतावनी भी दी गई।

एआरटीओ प्रशासन आर.सी. भारतीय ने बताया कि नशे की हालत में वाहन चलाना न केवल चालक के लिए बल्कि सड़क पर चलने वाले अन्य लोगों के जीवन के लिए भी अत्यंत खतरनाक है। ऐसे मामलों में थोड़ी सी लापरवाही जानलेवा दुर्घटना का कारण बन सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा निरंतर चेकिंग अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा सके।

इसके अतिरिक्त चेकिंग के दौरान एक एआईटीपी (अखिल भारतीय पर्यटन परमिट) परमिट फेल बस को भी पकड़ा गया। संबंधित बस के पास वैध परमिट न होने के कारण उसे तत्काल आरटीओ परिसर, गोण्डा में जब्त कर लिया गया। बस स्वामी के विरुद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। विभाग ने स्पष्ट किया कि बिना वैध दस्तावेजों एवं परमिट के संचालित होने वाले वाहनों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा।

एआरटीओ प्रशासन आर.सी. भारतीय ने आमजन से अनुरोध किया है कि वे यातायात नियमों का पूर्ण रूप से पालन करें, नशे की स्थिति में वाहन न चलाएं तथा अपने एवं दूसरों के जीवन की सुरक्षा को प्राथमिकता दें। भविष्य में भी इस प्रकार के अभियान नियमित रूप से जारी रहेंगे, जिससे जनपद में सुरक्षित और सुचारु यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।
जनपद स्तरीय साइबर कार्यशाला/प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन
गोण्डा। पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश द्वारा निर्धारित की गई प्राथमिकताओं में साइबर अपराध से प्रभावी ढंग से मुकाबला करना एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता है। जिसके अंतर्गत साइबर अपराधों की रोकथाम, विवेचना एवं निस्तारण हेतु समय-समय पर विभिन्न परिपत्र एवं निर्देश निर्गत किए जाते हैं। जिनके क्रम में श्रीमान पुलिस अधीक्षक गोण्डा श्री विनीत जायसवाल के निर्देशन एवं श्रीमान अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी/पश्चिमी के नेतृत्व में जनपदीय साइबर सेल द्वारा दिनांक 13.12.2025 को रिज़र्व पुलिस लाइन सभागार कक्ष में NCCRP पोर्टल, आईटी एक्ट के अंतर्गत अभियोग पंजीकरण, I4C तथा भारत सरकार द्वारा संचालित विभिन्न साइबर पोर्टलों के संबंध में जनपद स्तरीय साइबर कार्यशाला/प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपदीय साइबर सेल प्रभारी श्री संजय कुमार गुप्ता द्वारा की गई। कार्यशाला/प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद के समस्त थानों से साइबर हेल्प डेस्क पर नियुक्त नोडल अधिकारी एवं साइबर हेल्प डेस्क पर कार्यरत कर्मियों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को साइबर अपराधों की पहचान, ऑनलाइन धोखाधड़ी, सोशल मीडिया से संबंधित अपराध, वित्तीय साइबर फ्रॉड, NCCRP पोर्टल पर शिकायत पंजीकरण की प्रक्रिया, पोर्टल की 24x7 मोनिटरिंग, POS, म्युल अकाउंट वेरिफिकेशन, शिकायतों पर कार्यवाही, आईटी एक्ट के अंतर्गत अभियोग पंजीकरण, डिजिटल साक्ष्यों के सुरक्षित संकलन एवं त्वरित व प्रभावी विवेचना के संबंध में व्यावहारिक एवं तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया गया। साथ ही यह निर्देशित किया गया कि किसी भी प्रकार के साइबर अपराध से पीड़ित व्यक्ति की शिकायत संबंधित थाने पर अनिवार्य रूप से पंजीकृत की जाए तथा पीड़ित को त्वरित, प्रभावी एवं संवेदनशील सहायता उपलब्ध कराई जाए। साइबर अपराधों के निस्तारण में तकनीकी दक्षता बढ़ाने एवं आपसी समन्वय को और अधिक सुदृढ़ करने पर विशेष बल दिया गया।

इस अवसर पर साइबर विशेषज्ञ आ० हरिओम टंडन, आ० मनीष कुशवाहा, आ० आलोक, आ० शिवम मिश्रा, प्रभारी निरीक्षक थाना साइबर क्राइम सहित जनपद के समस्त थानों के नोडल अधिकारी एवं साइबर हेल्प डेस्क कर्मी उपस्थित रहे।
भारतीय क्रिकेटर अंकित सिंह राजपूत ने गोंडा पहुंचकर टीचर्स प्रीमियर लीग सीजन 2 का किया उद्घाटन चार दिन चलेगा टीचर्स प्रीमियर लीग,16 टीमें खेलेंगी

गोंडा।देवीपाटन मंडल मुख्यालय स्थित जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में चार दिवसीय टीचर्स प्रीमियर लीग सीजन 2 का आयोजन किया गया।भारतीय क्रिकेटर अंकित सिंह राजपूत ने इस प्रतियोगिता का उद्घाटन किया।भारतीय क्रिकेटर का जिला मुख्यालय स्थित अंबेडकर चौराहे पर शिक्षकों ने जोरदार स्वागत किया।स्टेडियम पहुंचने के बाद अंकित सिंह राजपूत ने जिले के 16 विकास खंडों से प्रतियोगिता में शामिल होने आयी सभी 16 टीमों से परिचय प्राप्त किया तत्पश्चात उन्होंने पहली गेंद पर छक्का मारकर टीचर्स प्रीमियर लीग सीजन 2 का औपचारिक शुभारंभ किया।यह प्रतियोगिता रविवार 14 दिसंबर से 18 दिसंबर तक चलेगी।प्रतियोगिता का फाइनल मैच 18 दिसंबर को खेला जायेगा।इस अवसर पर भारतीय क्रिकेटर अंकित सिंह राजपूत ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय क्रिकेट आज जितना मजबूत है उतना किसी अन्य देश की टीम मजबूत नहीं है।उन्होंने कहा कि भारत में हर व्यक्ति की क्रिकेट में रुचि है और वह कहीं न कहीं क्रिकेट खेलता भी है।उन्होंने गोंडा में शिक्षकों द्वारा इस प्रतियोगिता के आयोजन की सराहना की और कहा कि जो बच्चों के भविष्य को बनाने का काम करते हैं।अंकित ने उम्मीद जताया कि यहाँ से शिक्षकों की अच्छी टीमें निकलेंगी जो प्रदेश व देश में खेलेंगी।इस कार्यक्रम का आयोजन विशाल ऐंड टीम गोंडा द्वारा किया जा रहा है।कार्यक्रम के संयोजक शिक्षक संघर्ष समिति के सतीश पाण्डेय, शिक्षक विपिन मिश्रा और विशाल हैं।उद्घाटन के दौरान शिक्षक संघर्ष समिति के सहसंयोजक गौरव पाण्डेय,अटेवा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमर यादव,विकास मौर्या,मशहूर क्रिकेटर चांद क्रिकेटर, ग्राम प्रधान बसंतपुर राजा सुबोध चंद्र मिश्रा (मैन) सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।बड़ी संख्या में दर्शक भी नेहरू स्टेडियम के क्रिकेट ग्राउंड में प्रतियोगिता देखने पहुंचे।
*गोमती मित्रों ने किया श्रमदान,सीताकुंड धाम पर चलाया सफाई अभियान*
सुल्तानपुर,गोमती मित्र मंडल ने अपने साप्ताहिक श्रमदान के दिन एक बार पुनः सीताकुंड धाम पर वृहद स्तर पर स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाकर न केवल पूरे परिसर को साफ सुथरा किया बल्कि वहां उपस्थित श्रद्धालुओं और निवासियों से धाम पर स्वच्छता बनाए रखने का निवेदन भी किया। श्रमदान शुरू होने के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन सिंह के साथ सभी उपस्थित गोमती मित्रों ने वंदे मातरम का सामूहिक गान किया व जोरदार तरीके से भारत माता की जय के जयकारे लगाये, घने कोहरे के बीच श्रमदान प्रातः 6:30 बजे शुरू हुआ। श्रमदान में मुख्य रूप से संरक्षक रतन कसौधन,प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन,मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी, सेनजीत कसौधन दाऊ,मुन्ना सोनी,राकेश सिंह दद्दू,युवा मण्डल अध्यक्ष अजय वर्मा,आलोक तिवारी,राकेश मिश्रा,आयुष सोनी,ओम प्रकाश पांडे,अरुण गुप्ता,श्याम मौर्या आदि उपस्थित रहे।
यूपी भाजपा को नया अध्यक्ष, पंकज चौधरी के सामने संगठन से लेकर सियासी संतुलन तक की बड़ी अग्निपरीक्षा

लखनऊ । राजधानी लखनऊ में हुए भव्य मेगा इवेंट के साथ उत्तर प्रदेश भाजपा को नया संगठन प्रमुख मिल गया है। महाराजगंज से सात बार सांसद रह चुके और केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मंच से नाम की औपचारिक घोषणा होते ही समर्थकों में उत्साह की लहर दौड़ गई, लेकिन इस राजनीतिक ताजपोशी के साथ ही चौधरी के सामने चुनौतियों का लंबा और कठिन रास्ता भी खुल गया है।

देश के सबसे बड़े राज्य में पार्टी संगठन की कमान संभालना सिर्फ सम्मान नहीं, बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी है। खासकर ऐसे समय में, जब 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को अपेक्षित परिणाम नहीं मिले और पार्टी 2019 की तुलना में भारी नुकसान झेल चुकी है।

2019 से 2024 तक का सफर और फिसलता सियासी आधार

2019 में जहां भाजपा ने उत्तर प्रदेश से 62 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी, वहीं 2024 में यह आंकड़ा घटकर 36 पर आ गया। पार्टी के आंतरिक आकलन में इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह कोर वोट बैंक— कुर्मी समाज—का खिसकना माना गया। कई सीटों पर हार की कहानी इसी सामाजिक समीकरण से जुड़कर सामने आई।

पंकज चौधरी के सामने सबसे बड़ी चुनौती

अब नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर पंकज चौधरी के सामने सबसे बड़ी चुनौती इसी भरोसे को दोबारा कायम करने की है। पार्टी नेतृत्व को उम्मीद है कि एक अनुभवी, मूल काडर से जुड़े और कुर्मी समाज में प्रभाव रखने वाले नेता के रूप में चौधरी इस नुकसान की भरपाई कर सकते हैं।

पंचायत से विधानसभा तक—चुनावों की कतार

पंकज चौधरी की जिम्मेदारी सिर्फ संगठन चलाने तक सीमित नहीं है। उनके सामने अगले साल प्रस्तावित पंचायत चुनाव और फिर 2027 का विधानसभा चुनाव है, जहां पिछड़ा वर्ग, खासकर कुर्मी वोट बैंक को साधना निर्णायक साबित होगा। इसके साथ ही संगठन के भीतर लंबे समय से उपेक्षित महसूस कर रहे कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर करना भी एक बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।

पार्टी के भीतर यह आवाज लगातार उठती रही है कि कई कार्यकर्ता वर्षों से विभिन्न बोर्डों, निगमों और संस्थाओं में मनोनयन का इंतजार कर रहे हैं। इस असंतोष को संभालना और संगठन को फिर से सक्रिय करना नए अध्यक्ष के लिए आसान नहीं होगा।

सरकार और संगठन के बीच संतुलन भी परीक्षा

संगठन प्रमुख के तौर पर पंकज चौधरी को सरकार और कार्यकर्ताओं के बीच सेतु की भूमिका निभानी होगी। थानों, पुलिस और प्रशासनिक स्तर पर सुनवाई न होने की शिकायतें, स्थानीय नेताओं की अपेक्षाएं और सरकार के साथ तालमेल—इन सभी मुद्दों को साधना उनकी राजनीतिक सूझबूझ और संगठनात्मक क्षमता की कसौटी बनेगा।यह भी माना जा रहा है कि केंद्र की राजनीति में लंबा अनुभव रखने वाले पंकज चौधरी के लिए राज्य स्तर की रोजमर्रा की सियासत और संगठनात्मक दबाव एक नई चुनौती पेश करेगा।

कुर्मी समाज और नेतृत्व की उम्मीद

यादवों के बाद पिछड़े वर्ग में सबसे प्रभावशाली माने जाने वाले कुर्मी समाज का भाजपा से दूर होना पार्टी के लिए चेतावनी की घंटी साबित हुआ था। भले ही पार्टी में कई कुर्मी नेता मंत्री और विधायक हों, लेकिन प्रभाव और स्वीकार्यता के स्तर पर पंकज चौधरी और जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को ही मूल काडर के बड़े चेहरे के तौर पर देखा जाता है।

भाजपा ने पंकज चौधरी को संगठन का चेहरा बनाया

इसी राजनीतिक हकीकत को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने पंकज चौधरी को संगठन का चेहरा बनाया है। अब देखना यह होगा कि वह संगठन को कितनी तेजी से संभालते हैं और 2027 की सियासी लड़ाई के लिए भाजपा को किस तरह तैयार करते हैं।
पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष निर्वाचित, सीएम योगी ने जताया हर्ष
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष के लिए केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी को निर्वाचित घोषित किया गया। पंकज के अध्यक्ष घोषित होने पर भाजपा के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहित वरिष्ठ नेताओं ने हर्ष व्यक्त किया।

भूपेंद्र चौधरी ने पंकज को पार्टी का झण्डा सौंपा

रविवार को यहां डॉ राममनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के अम्बेडकर सभागार में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय चुनाव अधिकारी व केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जैसे ही उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए पंकज चौधरी के नाम की घोषणा की। सम्पूर्ण सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठा। भाजपा के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पंकज को पार्टी का झण्डा सौंपा।

नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष का किया स्वागत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय मंत्री बीएल वर्मा, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और पार्टी के प्रदेश महामंत्री ने नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया। इस अवसर पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ रमापति राम त्रिपाठी, सूर्य प्रताप शाही, डॉ लक्ष्मीकांत बाजपेई, डॉ महेंद्र नाथ पांडेय और स्वतंत्रत देव सिंह आदि उपस्थित रहे।
झारखंड बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका! जेबीवीएनएल ने 2026-27 के लिए टैरिफ में 59% तक बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया

रांची: झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने वित्तीय वर्ष 2026-27 के लिए बिजली की दरों (टैरिफ) में 59 प्रतिशत तक की भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग (जेएसईआरसी) के समक्ष प्रस्तुत किया है।

बढ़ोतरी का कारण और वित्तीय आवश्यकता

राजस्व अंतर (Revenue Gap): निगम को वर्ष 2023-24 तक ₹4991.67 करोड़ का ट्रू-अप रेवेन्यू गैप दर्ज किया गया था।

आवश्यकता: वित्तीय लेखा-जोखा के अनुसार, जेबीवीएनएल को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए ₹15584.46 करोड़ के राजस्व की आवश्यकता है।

वर्तमान वसूली: वर्तमान दरों के अनुसार, निगम की राजस्व वसूली केवल ₹9794.76 करोड़ होगी।

सुप्रीम कोर्ट का आदेश: निगम ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि अगस्त 2025 में जारी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, उन्हें यह रेवेन्यू गैप तीन वर्षों में समाप्त करना है। इसीलिए 2025-26 में ₹15584.46 करोड़ की राजस्व वसूली के लिए 59% की बढ़ोतरी का प्रस्ताव सौंपा गया है।

अन्य राज्यों से तुलना

जेबीवीएनएल ने अपने टैरिफ पिटीशन में विभिन्न राज्यों से तुलना की है:

श्रेणी झारखंड की दरें तुलनात्मक स्थिति

घरेलू दर (200 यूनिट से अधिक) 201 से 400 यूनिट तक सरकार देती है अनुदान। राजस्थान और बिहार में दरें झारखंड से अधिक हैं। उत्तर प्रदेश में दरें बराबर हैं।

फिक्स्ड चार्ज प्रति कनेक्शन के आधार पर लिया जाता है। अधिकांश राज्य (बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली) प्रति किलोवॉट के आधार पर निर्धारित करते हैं।

पिछले पांच वर्षों में दर वृद्धि

जेबीवीएनएल के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में झारखंड में बिजली की दरें तीन बार बढ़ी हैं:

वित्तीय वर्ष दर वृद्धि

2025-26 6.34%

2024-25 कोई बढ़ोतरी नहीं

2023-24 7.66%

2022-23 कोई बढ़ोतरी नहीं

2021-22 6.50%

प्री-पेड मीटर कनेक्शन नियम

प्रीपेड मीटर वाले उपभोक्ताओं के लिए यह नियम है कि बकाया या बैलेंस नहीं रहने पर कनेक्शन स्वतः कट जाता है और भुगतान/रिचार्ज करने पर खुद जुड़ जाता है। तकनीकी त्रुटि होने पर उपभोक्ता जांच और सुधार के लिए संबंधित कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं।

डंपर की टक्कर से ट्रैक्टर चालक घायल भाई की मौत डंपर चालक फरार

 फर्रुखाबाद। के थाना अमृतपुर के अंतर्गत ग्राम अमैयापुर पश्चिमी निवासी रामशरण राजपूत का बेटा राधेश्याम राजपूत अपने भाई नीरज राजपूत के साथ 13 दिसंबर को रूपापुर चीनी मिल को अपने ट्रैक्टर से गनना लेकर घर से गया था रास्ते में ट्राली का पहिया फट गया देर शाम तक टायर बदलकर रूपापुर के लिए चला जैसे ही इनका ट्रैक्टर इटावा बरेली हाईवे पर डबरी तिराहा ब राम गंगापुल के बीच पहुंचा पीछे से आ रहे ।

 ट्रक संख्या RJ 05 GB6766(डंपर )चालक ने समय ट्राली में टक्कर मार दी जिससे ट्राली पलट गई और ट्रैक्टर लटक गया जिससे ट्रैक्टर चालक ब उसका भाई गंभीर रूप से घायल हो गया मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायलों को डॉक्टर राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय फर्रुखाबाद भेजा जहां डॉक्टरों ने नीरज (24 )को मृत घोषित कर दिया बेटे की मौत की जानकारी जब मां तारावती व अन्य परिजनों को मिली तो परिवार में कोहराम मच गया मां का रो रो कर बुरा हाल था मृतक के भाई शिशुपाल द्वारा बताया कि प्रेमचंद्र,प्रेमवीर,देव सिंह ,शिवांशु  भाइयों में मृतक नीरज पांचवें नंबर का था वह 14 दिसंबर को TA एग्रीकल्चर की परीक्षा देने की तैयारी कर रहा था उसे क्या पता था। कि परीक्षा में शामिल होने से पहले मौत हो जाएगी।

 राजेपुर उपनिरीक्षक आशुतोष कुमार ने लोहिया पहुंचकर मृतक नीरज राजपूत के शब का पंचनामा भरकर शव को डाक्टरी परीक्षण के लिए भेज दिया। लोगों में चर्चा है कि इटावा बरेली मैनपुरी फर्रुखाबाद में मार्ग दुर्घटना में अधिकतर मौते डंपर चालकों की लापरवाही के चलते हुई हैं। इन डंपर चालकों पर प्रशासन को नियमानुसार कार्रवाई करनी चाहिए।

अधजली लाश का 15 दिन बाद भी नहीं मिला सुराग,75 जिलों से मांगा गया गायब महिलाओं का ब्योरा
*थानों को भेजी गयी महिला के पायल की फोटो

गोंडा।जिले के धानेपुर थाना क्षेत्र के रेतवागाड़ा गांव के पास 30 नवंबर को एक 30 वर्षीय महिला की अधजली लाश मिली थी।घटना के 15 दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक  महिला की पहचान नहीं हो पायी है।धानेपुर पुलिस ने महिला की पहचान के द्वारा अब तक 300 से अधिक गांवों में जांच की जा चुकी है और 400 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को भी खंगाला है।हालाकि, इन शुरुआती प्रयासों के बावजूद कोई सुराग नहीं मिला है।पहचान न होने की स्थिति में धानेपुर पुलिस अब उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों की मदद ले रही है।सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेजकर लापता महिलाओं का विवरण मांगा गया है।इसके अतिरिक्त महिला के पास मिले चप्पल और पायल की तस्वीरें यूपी के सभी 75 जिलों के थानों में भेजी गयी है,ताकि महिला की पहचान सुनिश्चित की जा सके।पुलिस टीमों ने गोंडा से गोरखपुर तक के सीमावर्ती इलाकों के गांवों में भी गहन पूछताछ की है।धानेपुर थानाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि महिला की पहचान अभी तक नहीं हो पायी है।उन्होंने पुष्टि किया कि सभी जिलों से लापता महिलाओं की जानकारी मांगी गई है और फोटो भेजी जा रही है।महिला की पहचान के लिए सर्विलांस टीम की भी मदद ली गयी है परन्तु अभी तक धानेपुर पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है।कई टीमें इस मामले पर लगातार काम कर रही हैं।
पीआरडी जवान के ऊपर से गुजरी ट्राली, तड़प तड़प कर तोड़ा दम
*ड्यूटी पर जा रहा था पीआरडी जवान

गोंडा।जिले के नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के महराजगंज पुलिस चौकी के पास एक सड़क हादसे में पीआरडी जवान की मौत हो गयी तो वहीं उसका साथी जवान गंभीर रूप से घायल हो गया।दोनों पीआरडी जवान सुबह अपनी ड्युटी पर जा रहे थे कि ट्रैक्टर ट्रॉली को ओवरटेक करते समय बाइक चला रहे जवान का कंधा ट्रैक्टर ट्रॉली के हुक में फंस गया इससे बाइक का संतुलन बिगड़ गया और दोनों जवान गिर पड़े और ट्राली का पिछला पहिया जवान के ऊपर से गुजर गया।जिसमें साथी जवान को गंभीर चोटें आई हैं।घटना के बाद मौके पर अफरातफरी मच गयी और आसपास के लोग दौड़कर घटना स्थल पर पहुंचे।घटना स्थल पर पहुंचे लोगों द्वारा जब तक पीआरडी जवानों को अस्पताल ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था की जाती तब तक एक जवान की मौके पर ही मौत हो गयी और उसके साथी को किसी तरह जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज स्थित ट्रामा सेन्टर रिफर कर दिया गया।मृतक जवान की पहचान देहात कोतवाली क्षेत्र के मुड़ाडीहा गांव निवासी राम उत्तरी वर्मा (52) के रूप में हुई है वहीं कटाई माफी निवासी सत्यराम वर्मा (52) घायल हैं।घटना की सूचना पाकर महराजगंज चौकी व नगर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच कर ट्रैक्टर ट्रॉली को कबजे में ले लिया है और मामले की जांच प्रारम्भ कर दिया है।
*जनपद में एआरटीओ प्रशासन ने नशे में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ चलाया गया अभियान, 07 लोगों का हुआ चालान*

*जनपद में सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ करने तथा यातायात नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य चलाया गया चेकिंग अभियान*

*गोण्डा 14 दिसम्बर,2025*।
एआरटीओ प्रशासन आर.सी. भारतीय द्वारा जनपद में सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ करने तथा यातायात नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से नशे में वाहन चलाने वालों के विरुद्ध विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया। यह अभियान जनपद के विभिन्न प्रमुख चौराहों, मार्गों एवं संवेदनशील स्थानों पर संचालित किया गया, ताकि दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण लगाया जा सके और आमजन को सुरक्षित यातायात व्यवस्था उपलब्ध कराई जा सके।

इस चेकिंग अभियान के दौरान कुल लगभग 35 वाहन चालकों की जांच की गई। जांच के समय ब्रेथ एनालाइज़र के माध्यम से शराब सेवन की स्थिति की पुष्टि की गई। जांच में यह पाया गया कि 7 वाहन चालक शराब का सेवन कर वाहन चला रहे थे, जो कि मोटर वाहन अधिनियम के अंतर्गत एक गंभीर अपराध है। उक्त सभी चालकों के विरुद्ध नियमानुसार चालान की कार्रवाई की गई तथा उन्हें भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही न करने के लिए सख्त चेतावनी भी दी गई।

एआरटीओ प्रशासन आर.सी. भारतीय ने बताया कि नशे की हालत में वाहन चलाना न केवल चालक के लिए बल्कि सड़क पर चलने वाले अन्य लोगों के जीवन के लिए भी अत्यंत खतरनाक है। ऐसे मामलों में थोड़ी सी लापरवाही जानलेवा दुर्घटना का कारण बन सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा निरंतर चेकिंग अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा सके।

इसके अतिरिक्त चेकिंग के दौरान एक एआईटीपी (अखिल भारतीय पर्यटन परमिट) परमिट फेल बस को भी पकड़ा गया। संबंधित बस के पास वैध परमिट न होने के कारण उसे तत्काल आरटीओ परिसर, गोण्डा में जब्त कर लिया गया। बस स्वामी के विरुद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। विभाग ने स्पष्ट किया कि बिना वैध दस्तावेजों एवं परमिट के संचालित होने वाले वाहनों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा।

एआरटीओ प्रशासन आर.सी. भारतीय ने आमजन से अनुरोध किया है कि वे यातायात नियमों का पूर्ण रूप से पालन करें, नशे की स्थिति में वाहन न चलाएं तथा अपने एवं दूसरों के जीवन की सुरक्षा को प्राथमिकता दें। भविष्य में भी इस प्रकार के अभियान नियमित रूप से जारी रहेंगे, जिससे जनपद में सुरक्षित और सुचारु यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।
जनपद स्तरीय साइबर कार्यशाला/प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन
गोण्डा। पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश द्वारा निर्धारित की गई प्राथमिकताओं में साइबर अपराध से प्रभावी ढंग से मुकाबला करना एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता है। जिसके अंतर्गत साइबर अपराधों की रोकथाम, विवेचना एवं निस्तारण हेतु समय-समय पर विभिन्न परिपत्र एवं निर्देश निर्गत किए जाते हैं। जिनके क्रम में श्रीमान पुलिस अधीक्षक गोण्डा श्री विनीत जायसवाल के निर्देशन एवं श्रीमान अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी/पश्चिमी के नेतृत्व में जनपदीय साइबर सेल द्वारा दिनांक 13.12.2025 को रिज़र्व पुलिस लाइन सभागार कक्ष में NCCRP पोर्टल, आईटी एक्ट के अंतर्गत अभियोग पंजीकरण, I4C तथा भारत सरकार द्वारा संचालित विभिन्न साइबर पोर्टलों के संबंध में जनपद स्तरीय साइबर कार्यशाला/प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपदीय साइबर सेल प्रभारी श्री संजय कुमार गुप्ता द्वारा की गई। कार्यशाला/प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद के समस्त थानों से साइबर हेल्प डेस्क पर नियुक्त नोडल अधिकारी एवं साइबर हेल्प डेस्क पर कार्यरत कर्मियों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को साइबर अपराधों की पहचान, ऑनलाइन धोखाधड़ी, सोशल मीडिया से संबंधित अपराध, वित्तीय साइबर फ्रॉड, NCCRP पोर्टल पर शिकायत पंजीकरण की प्रक्रिया, पोर्टल की 24x7 मोनिटरिंग, POS, म्युल अकाउंट वेरिफिकेशन, शिकायतों पर कार्यवाही, आईटी एक्ट के अंतर्गत अभियोग पंजीकरण, डिजिटल साक्ष्यों के सुरक्षित संकलन एवं त्वरित व प्रभावी विवेचना के संबंध में व्यावहारिक एवं तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया गया। साथ ही यह निर्देशित किया गया कि किसी भी प्रकार के साइबर अपराध से पीड़ित व्यक्ति की शिकायत संबंधित थाने पर अनिवार्य रूप से पंजीकृत की जाए तथा पीड़ित को त्वरित, प्रभावी एवं संवेदनशील सहायता उपलब्ध कराई जाए। साइबर अपराधों के निस्तारण में तकनीकी दक्षता बढ़ाने एवं आपसी समन्वय को और अधिक सुदृढ़ करने पर विशेष बल दिया गया।

इस अवसर पर साइबर विशेषज्ञ आ० हरिओम टंडन, आ० मनीष कुशवाहा, आ० आलोक, आ० शिवम मिश्रा, प्रभारी निरीक्षक थाना साइबर क्राइम सहित जनपद के समस्त थानों के नोडल अधिकारी एवं साइबर हेल्प डेस्क कर्मी उपस्थित रहे।
भारतीय क्रिकेटर अंकित सिंह राजपूत ने गोंडा पहुंचकर टीचर्स प्रीमियर लीग सीजन 2 का किया उद्घाटन चार दिन चलेगा टीचर्स प्रीमियर लीग,16 टीमें खेलेंगी

गोंडा।देवीपाटन मंडल मुख्यालय स्थित जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में चार दिवसीय टीचर्स प्रीमियर लीग सीजन 2 का आयोजन किया गया।भारतीय क्रिकेटर अंकित सिंह राजपूत ने इस प्रतियोगिता का उद्घाटन किया।भारतीय क्रिकेटर का जिला मुख्यालय स्थित अंबेडकर चौराहे पर शिक्षकों ने जोरदार स्वागत किया।स्टेडियम पहुंचने के बाद अंकित सिंह राजपूत ने जिले के 16 विकास खंडों से प्रतियोगिता में शामिल होने आयी सभी 16 टीमों से परिचय प्राप्त किया तत्पश्चात उन्होंने पहली गेंद पर छक्का मारकर टीचर्स प्रीमियर लीग सीजन 2 का औपचारिक शुभारंभ किया।यह प्रतियोगिता रविवार 14 दिसंबर से 18 दिसंबर तक चलेगी।प्रतियोगिता का फाइनल मैच 18 दिसंबर को खेला जायेगा।इस अवसर पर भारतीय क्रिकेटर अंकित सिंह राजपूत ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय क्रिकेट आज जितना मजबूत है उतना किसी अन्य देश की टीम मजबूत नहीं है।उन्होंने कहा कि भारत में हर व्यक्ति की क्रिकेट में रुचि है और वह कहीं न कहीं क्रिकेट खेलता भी है।उन्होंने गोंडा में शिक्षकों द्वारा इस प्रतियोगिता के आयोजन की सराहना की और कहा कि जो बच्चों के भविष्य को बनाने का काम करते हैं।अंकित ने उम्मीद जताया कि यहाँ से शिक्षकों की अच्छी टीमें निकलेंगी जो प्रदेश व देश में खेलेंगी।इस कार्यक्रम का आयोजन विशाल ऐंड टीम गोंडा द्वारा किया जा रहा है।कार्यक्रम के संयोजक शिक्षक संघर्ष समिति के सतीश पाण्डेय, शिक्षक विपिन मिश्रा और विशाल हैं।उद्घाटन के दौरान शिक्षक संघर्ष समिति के सहसंयोजक गौरव पाण्डेय,अटेवा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमर यादव,विकास मौर्या,मशहूर क्रिकेटर चांद क्रिकेटर, ग्राम प्रधान बसंतपुर राजा सुबोध चंद्र मिश्रा (मैन) सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।बड़ी संख्या में दर्शक भी नेहरू स्टेडियम के क्रिकेट ग्राउंड में प्रतियोगिता देखने पहुंचे।
*गोमती मित्रों ने किया श्रमदान,सीताकुंड धाम पर चलाया सफाई अभियान*
सुल्तानपुर,गोमती मित्र मंडल ने अपने साप्ताहिक श्रमदान के दिन एक बार पुनः सीताकुंड धाम पर वृहद स्तर पर स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाकर न केवल पूरे परिसर को साफ सुथरा किया बल्कि वहां उपस्थित श्रद्धालुओं और निवासियों से धाम पर स्वच्छता बनाए रखने का निवेदन भी किया। श्रमदान शुरू होने के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन सिंह के साथ सभी उपस्थित गोमती मित्रों ने वंदे मातरम का सामूहिक गान किया व जोरदार तरीके से भारत माता की जय के जयकारे लगाये, घने कोहरे के बीच श्रमदान प्रातः 6:30 बजे शुरू हुआ। श्रमदान में मुख्य रूप से संरक्षक रतन कसौधन,प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन,मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी, सेनजीत कसौधन दाऊ,मुन्ना सोनी,राकेश सिंह दद्दू,युवा मण्डल अध्यक्ष अजय वर्मा,आलोक तिवारी,राकेश मिश्रा,आयुष सोनी,ओम प्रकाश पांडे,अरुण गुप्ता,श्याम मौर्या आदि उपस्थित रहे।
यूपी भाजपा को नया अध्यक्ष, पंकज चौधरी के सामने संगठन से लेकर सियासी संतुलन तक की बड़ी अग्निपरीक्षा

लखनऊ । राजधानी लखनऊ में हुए भव्य मेगा इवेंट के साथ उत्तर प्रदेश भाजपा को नया संगठन प्रमुख मिल गया है। महाराजगंज से सात बार सांसद रह चुके और केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मंच से नाम की औपचारिक घोषणा होते ही समर्थकों में उत्साह की लहर दौड़ गई, लेकिन इस राजनीतिक ताजपोशी के साथ ही चौधरी के सामने चुनौतियों का लंबा और कठिन रास्ता भी खुल गया है।

देश के सबसे बड़े राज्य में पार्टी संगठन की कमान संभालना सिर्फ सम्मान नहीं, बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी है। खासकर ऐसे समय में, जब 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को अपेक्षित परिणाम नहीं मिले और पार्टी 2019 की तुलना में भारी नुकसान झेल चुकी है।

2019 से 2024 तक का सफर और फिसलता सियासी आधार

2019 में जहां भाजपा ने उत्तर प्रदेश से 62 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी, वहीं 2024 में यह आंकड़ा घटकर 36 पर आ गया। पार्टी के आंतरिक आकलन में इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह कोर वोट बैंक— कुर्मी समाज—का खिसकना माना गया। कई सीटों पर हार की कहानी इसी सामाजिक समीकरण से जुड़कर सामने आई।

पंकज चौधरी के सामने सबसे बड़ी चुनौती

अब नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर पंकज चौधरी के सामने सबसे बड़ी चुनौती इसी भरोसे को दोबारा कायम करने की है। पार्टी नेतृत्व को उम्मीद है कि एक अनुभवी, मूल काडर से जुड़े और कुर्मी समाज में प्रभाव रखने वाले नेता के रूप में चौधरी इस नुकसान की भरपाई कर सकते हैं।

पंचायत से विधानसभा तक—चुनावों की कतार

पंकज चौधरी की जिम्मेदारी सिर्फ संगठन चलाने तक सीमित नहीं है। उनके सामने अगले साल प्रस्तावित पंचायत चुनाव और फिर 2027 का विधानसभा चुनाव है, जहां पिछड़ा वर्ग, खासकर कुर्मी वोट बैंक को साधना निर्णायक साबित होगा। इसके साथ ही संगठन के भीतर लंबे समय से उपेक्षित महसूस कर रहे कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर करना भी एक बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।

पार्टी के भीतर यह आवाज लगातार उठती रही है कि कई कार्यकर्ता वर्षों से विभिन्न बोर्डों, निगमों और संस्थाओं में मनोनयन का इंतजार कर रहे हैं। इस असंतोष को संभालना और संगठन को फिर से सक्रिय करना नए अध्यक्ष के लिए आसान नहीं होगा।

सरकार और संगठन के बीच संतुलन भी परीक्षा

संगठन प्रमुख के तौर पर पंकज चौधरी को सरकार और कार्यकर्ताओं के बीच सेतु की भूमिका निभानी होगी। थानों, पुलिस और प्रशासनिक स्तर पर सुनवाई न होने की शिकायतें, स्थानीय नेताओं की अपेक्षाएं और सरकार के साथ तालमेल—इन सभी मुद्दों को साधना उनकी राजनीतिक सूझबूझ और संगठनात्मक क्षमता की कसौटी बनेगा।यह भी माना जा रहा है कि केंद्र की राजनीति में लंबा अनुभव रखने वाले पंकज चौधरी के लिए राज्य स्तर की रोजमर्रा की सियासत और संगठनात्मक दबाव एक नई चुनौती पेश करेगा।

कुर्मी समाज और नेतृत्व की उम्मीद

यादवों के बाद पिछड़े वर्ग में सबसे प्रभावशाली माने जाने वाले कुर्मी समाज का भाजपा से दूर होना पार्टी के लिए चेतावनी की घंटी साबित हुआ था। भले ही पार्टी में कई कुर्मी नेता मंत्री और विधायक हों, लेकिन प्रभाव और स्वीकार्यता के स्तर पर पंकज चौधरी और जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को ही मूल काडर के बड़े चेहरे के तौर पर देखा जाता है।

भाजपा ने पंकज चौधरी को संगठन का चेहरा बनाया

इसी राजनीतिक हकीकत को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने पंकज चौधरी को संगठन का चेहरा बनाया है। अब देखना यह होगा कि वह संगठन को कितनी तेजी से संभालते हैं और 2027 की सियासी लड़ाई के लिए भाजपा को किस तरह तैयार करते हैं।
पंकज चौधरी उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष निर्वाचित, सीएम योगी ने जताया हर्ष
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष के लिए केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी को निर्वाचित घोषित किया गया। पंकज के अध्यक्ष घोषित होने पर भाजपा के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहित वरिष्ठ नेताओं ने हर्ष व्यक्त किया।

भूपेंद्र चौधरी ने पंकज को पार्टी का झण्डा सौंपा

रविवार को यहां डॉ राममनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के अम्बेडकर सभागार में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय चुनाव अधिकारी व केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जैसे ही उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए पंकज चौधरी के नाम की घोषणा की। सम्पूर्ण सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठा। भाजपा के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पंकज को पार्टी का झण्डा सौंपा।

नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष का किया स्वागत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय मंत्री बीएल वर्मा, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और पार्टी के प्रदेश महामंत्री ने नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया। इस अवसर पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ रमापति राम त्रिपाठी, सूर्य प्रताप शाही, डॉ लक्ष्मीकांत बाजपेई, डॉ महेंद्र नाथ पांडेय और स्वतंत्रत देव सिंह आदि उपस्थित रहे।
झारखंड बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका! जेबीवीएनएल ने 2026-27 के लिए टैरिफ में 59% तक बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया

रांची: झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने वित्तीय वर्ष 2026-27 के लिए बिजली की दरों (टैरिफ) में 59 प्रतिशत तक की भारी बढ़ोतरी का प्रस्ताव झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग (जेएसईआरसी) के समक्ष प्रस्तुत किया है।

बढ़ोतरी का कारण और वित्तीय आवश्यकता

राजस्व अंतर (Revenue Gap): निगम को वर्ष 2023-24 तक ₹4991.67 करोड़ का ट्रू-अप रेवेन्यू गैप दर्ज किया गया था।

आवश्यकता: वित्तीय लेखा-जोखा के अनुसार, जेबीवीएनएल को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए ₹15584.46 करोड़ के राजस्व की आवश्यकता है।

वर्तमान वसूली: वर्तमान दरों के अनुसार, निगम की राजस्व वसूली केवल ₹9794.76 करोड़ होगी।

सुप्रीम कोर्ट का आदेश: निगम ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि अगस्त 2025 में जारी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, उन्हें यह रेवेन्यू गैप तीन वर्षों में समाप्त करना है। इसीलिए 2025-26 में ₹15584.46 करोड़ की राजस्व वसूली के लिए 59% की बढ़ोतरी का प्रस्ताव सौंपा गया है।

अन्य राज्यों से तुलना

जेबीवीएनएल ने अपने टैरिफ पिटीशन में विभिन्न राज्यों से तुलना की है:

श्रेणी झारखंड की दरें तुलनात्मक स्थिति

घरेलू दर (200 यूनिट से अधिक) 201 से 400 यूनिट तक सरकार देती है अनुदान। राजस्थान और बिहार में दरें झारखंड से अधिक हैं। उत्तर प्रदेश में दरें बराबर हैं।

फिक्स्ड चार्ज प्रति कनेक्शन के आधार पर लिया जाता है। अधिकांश राज्य (बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली) प्रति किलोवॉट के आधार पर निर्धारित करते हैं।

पिछले पांच वर्षों में दर वृद्धि

जेबीवीएनएल के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में झारखंड में बिजली की दरें तीन बार बढ़ी हैं:

वित्तीय वर्ष दर वृद्धि

2025-26 6.34%

2024-25 कोई बढ़ोतरी नहीं

2023-24 7.66%

2022-23 कोई बढ़ोतरी नहीं

2021-22 6.50%

प्री-पेड मीटर कनेक्शन नियम

प्रीपेड मीटर वाले उपभोक्ताओं के लिए यह नियम है कि बकाया या बैलेंस नहीं रहने पर कनेक्शन स्वतः कट जाता है और भुगतान/रिचार्ज करने पर खुद जुड़ जाता है। तकनीकी त्रुटि होने पर उपभोक्ता जांच और सुधार के लिए संबंधित कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं।