IITF 2025: झारखंड पवेलियन में वन विभाग का स्टॉल बना आकर्षण का केंद्र; प्राकृतिक शहद, लाह और रेशम के साथ दिख रही 31.8% वन क्षेत्र की समृद्धि

नई दिल्ली: दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) के झारखंड पवेलियन में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का स्टॉल आगंतुकों के लिए ज्ञान और उत्पादों का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। लोग यहाँ झारखंड के शुद्ध प्राकृतिक शहद, लाह और रेशम से निर्मित उत्पादों को काफी पसंद कर रहे हैं।

वन क्षेत्र पदा अधिकारी श्री राजेंद्र प्रसाद के अनुसार, झारखंड की भूमि पर 31.8% वन पाए जाते हैं, जिनमें शाल वृक्षों की अधिकता है।

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वन उत्पाद और वन्यजीव संरक्षण

विभाग के स्टॉल पर वनों के उत्पादों के प्रसंस्करण और बिक्री की जानकारी दी जा रही है। इस वर्ष, पवेलियन में विशेष रूप से राजमहल के उत्पादों की बिक्री की जा रही है।

विशेष उत्पाद: झारखंड की प्राकृतिक शहद के अलावा, लीची, करंज, वन तुलसी और वाइल्ड हनी जैसी विशेष शहद यहाँ उपलब्ध हैं। इसके अलावा, वनों से ऑर्गैनिक काजू, लाह और बहुमूल्य जड़ी-बूटियाँ (शतावर, कालमेघ, ब्राह्मी आदि) भी प्राप्त होती हैं, जो देश के अन्य कोनों की मांग को पूरा करती हैं।

वन संरक्षण पहल: विभाग मुख्यमंत्री जन वन योजना जैसी परियोजनाओं पर काम कर रहा है और वनों की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों को साथ लेकर समितियाँ बनाता है, जिससे पर्यावरण संतुलन बना रहता है।

झारखंड में वन्यजीव संरक्षण

विभाग वन्यजीवों के संरक्षण के लिए भी किए जा रहे कार्यों की जानकारी साझा कर रहा है। झारखंड में वन्यजीवों का संरक्षण इन-सीटू (In-situ) और एक्स-सीटू (Ex-situ) दोनों तरह से किया जाता है।

इन-सीटू संरक्षण के प्रमुख उदाहरणों में पलामू व्याघ्र आरक्ष्य (बेतला), सिंहभूम दलमा गज आरक्ष्य और 11 वन्य प्राणी आश्रयणी शामिल हैं। जबकि एक्स-सीटू संरक्षण (चिड़ियाघर) मूटा मगर प्रजनन केंद्र रांची, बिरसा मृग विहार कालामाटी और भगवान बिरसा जैविक उद्यान ओरमांझी में किया जाता है।

सांस्कृतिक चेतना और एकता का संदेश देगी 17 नवंबर की आदिवासी महारैली

आदिवासी जन आक्रोश महारैली विरोध का स्वर नहीं, बल्कि आदिवासी समाज की गरिमा, पहचान और अधिकारों की रक्षा का प्रतीक होगी- विक्की कुमार धान 



हजारीबाग- 17 नवंबर, सोमवार को हजारीबाग के प्रसिद्ध सरहुल मैदान में आदिवासी समाज की चेतना और संघर्ष का प्रतीक बनकर आदिवासी जन आक्रोश महारैली आयोजित होने जा रही है। यह रैली विशेष रूप से कुड़मी (महतों) समाज के अनुसूचित जनजाति में शामिल होने की मांग के विरोध में आयोजित की जा रही है।आदिवासी अस्मिता और एकता को बचाने के लिए यह रैली आदिवासी समाज के विभिन्न क्षेत्रों से हजारों की संख्या में लोगों को आकर्षित करेगी। आदिवासी जन आक्रोश महारैली के सचिव सह मीडिया प्रभारी विक्की कुमार धान ने बताया कि यह रैली केवल विरोध का स्वर नहीं, बल्कि आदिवासी समाज की गरिमा, पहचान और अधिकारों की रक्षा का प्रतीक होगी। उन्होंने आगे कहा कि हमारा उद्देश्य समाज में एकता और अस्मिता बनाए रखना है। हम चाहते हैं कि हमारी आवाज़ न सिर्फ़ सुनी जाए, बल्कि हमारी वास्तविक समस्या और मांगें सही मायनों में समझी जाएँ। जबकि सार्वजनिक मंच पर आदिवासी समाज के नेता, बुद्धिजीवी और सामाजिक कार्यकर्ता अपने विचार साझा करेंगे। रैली में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, आदिवासी परंपराओं का प्रदर्शन और सभा में विचार-विमर्श का आयोजन भी किया जाएगा। विक्की कुमार धान ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि यह रैली शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित की जाएगी और सभी उपस्थित लोग आदिवासी संस्कृति और मूल्य की रक्षा करते हुए हिस्सा लें।

अध्यक्ष बने मधुसूदन, अमीर अल्ताफ को सौंपी गई सचिव की जिम्मेदारी, प्रदेश स्तर पर विनोद भगत और परभू दयाल को मिली अहम भूमिका

हजारीबाग। झारखंड प्राइवेट स्कूल संगठन, हजारीबाग का चुनाव रविवार को इमली कोठी चौक स्थित जेडी पब्लिक स्कूल में शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। चुनाव में मधुसूदन मेहता को सर्वसम्मति से जिला अध्यक्ष चुना गया। वहीं अमीर अल्ताफ निर्विरोध जिला सचिव बने। संगठन के प्रदेश स्तरीय चुनाव में विनोद भगत को प्रदेश अध्यक्ष तथा परभू दयाल को संयुक्त रूप से प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई।

चुनाव के बाद नव-निर्वाचित पदाधिकारियों ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि संगठन द्वारा दी गई जिम्मेदारी को वे पूर्ण निष्ठा और पारदर्शिता के साथ निभाएंगे। जिला अध्यक्ष मधुसूदन मेहता ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों से जुड़ी समस्याओं और उन पर हो रहे अन्याय के खिलाफ संगठन मजबूती से आवाज उठाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में कई स्कूल बिना यू-डाइस कोड के संचालित हो रहे हैं, जबकि कई पुराने स्कूलों को 2019 के बाद लागू हुए नियमों के कारण अनावश्यक परेशानी झेलनी पड़ रही है।

जिला सचिव अमीर अल्ताफ ने कहा कि पूरे झारखंड में प्राइवेट स्कूल तीन श्रेणियों में आते हैं—पहला, बड़े ब्रांड वाले हाई-फीस स्कूल; दूसरा, मान्यता प्राप्त विद्यालय; और तीसरा, यू-डाइस कोड वाले स्कूल जो कम फीस में भी सरकारी नियमों का पालन करते हैं। उन्होंने कहा कि विडंबना यह है कि बदनामी उन्हीं स्कूलों की हो रही है जो कम शुल्क लेकर भी सभी मानकों पर खरे उतर रहे हैं।

चुनाव में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में निजी स्कूल संचालकों ने हिस्सा लिया और अपने प्रतिनिधियों का चयन किया। चुनाव की पूरी प्रक्रिया उत्साहपूर्ण और शांतिपूर्वक संपन्न हुई।

राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर  जे पी ए ने आयोजित की बैठक

जे पी ए के संरक्षक सदस्य बने प्रभाकर प्रहाराज

पदाधिकारी एवं सदस्य रहे उपस्थित सबका हुआ स्वागत

लखनऊ। राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस के अवसर पर रविवार को राजधानी के चिनहट क्षेत्र अंतर्गत एक निजी प्रतिष्ठान में जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एसोसियेशन (रजिo) संगठन उत्तर प्रदेश द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। साथ में संगठन की बैठक भी हुई। संगठन द्वारा पत्रकारों की स्थिति एवं उनके साथ होने वाली घटनाओं तथा सामाजिक व्यवहार के विषय में वृहद स्तर पर चर्चा की गई। इस अवसर पर जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एसोसियेशन के नवनियुक्त संरक्षक सदस्य प्रभाकर प्रहराज का अंग वस्त्र देकर तथा पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। रविवार को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर प्रभाकर प्रहराज को संगठन के सभी संरक्षक सदस्य पदाधिकारी तथा सदस्यों ने गुलाब का फूल देकर स्वागत किया। संगठन के अध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने कहा कि पत्रकारों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पत्रकारों की हर स्तर पर रक्षा सुरक्षा एवं सहायता सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर सभी पत्रकारों को शुभकामनाएं देते हुए पत्रकार को सत्य का आईना बताया। इस मौके पर जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एसोसियेशन संगठन के संरक्षक जोगिंदर सिंह खालसा, शिव शंकर मिश्रा, अशोक यादव, अमित राज यादव, विवेक विश्व पांडे, तथा पदाधिकारी उपाध्यक्ष रवि जयसवाल कोषाध्यक्ष एवं विधि सलाहकार नरसिंह नारायण पांडे, मोहम्मद इकबाल, मंसूर अहमद, सौरभ निगम, दीपक सिंह,राम यादव, विजय शंकर दुबे, धनीश श्रीवास्तव, प्रवीण सिंह, रंजीत सिंह, प्रियंका, रोशनी, पूर्णिमा, सनी शाह, विनोद सिंह, सनी, मुजम्मिल, समेत भारी संख्या में जर्नलिस्ट प्रोटक्शन एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने का मौका प्रदान कर रहा है एकीकृत प्रशिक्षण:शिवम पांडे
संजीव सिंह बलिया| परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के क्षमता संवर्धन के दृष्टि से आयोजित हो रहे एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के 11 वें बैच के समापन पर शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक शिवम पांडे जिनका स्थानांतरण जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भदोही के पद पर हुआ है, ने अपने संबोधन में बताया कि प्रारंभिक स्तर पर सीखने के परिणाम इस बात का द्योतक है कि छात्रों में आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करने तथा उनकी सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित और सुसज्जित करता है। यह अपनी तरह की एक अनूठी पहल है जिसमें शिक्षकों को प्रथम अस्तर के परामर्शदाता के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि छात्रों की सामाजिक भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आवश्यकताओं के प्रति सजग और उत्तरदाई बनाया जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा इस प्रशिक्षण के प्रभारी रविरंजन खरे के प्रयास से अभी तक लगभग 900 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है जबकि जनपद के कल 1500 प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक नई परंपरा की शुरुआत की गई है जिसमें प्रतिभागियों की उपस्थिति , तथा अनुशासन एवं प्रस्तुति के लिए अलग से पुरस्कृत किए जाने की व्यवस्था की गई है। इस बैच के प्रशिक्षण में प्राथमिक विद्यालय बहेरी पंदह के प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ,प्राथमिक विद्यालय बहोरवा खुर्द सियर के सिद्धांत कुमार ,प्राथमिक विद्यालय रासबिहारी नगर बेलहरी के सैयद मोहम्मद अफरोज, प्राथमिक विद्यालय की किशुनीपुर दुबहर के अनिल कुमार, प्राथमिक विद्यालय जमुआ दुबहर के चंदन कुमार गौतम ,प्राथमिक विद्यालय मझौवा बेलहरी के संजीव कुमार राय ,प्राथमिक विद्यालय बनकटा पंदह के अरुण कुमार गुप्ता, प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर उदयपूरा दुबहर की डॉक्टर लीना सिंह ,प्राथमिक विद्यालय कीर्तिपुर सियर की ज्योति वर्मा ,कन्या विद्यालय ककरासो सीयर के शबाना परवीन ,प्राथमिक विद्यालय बुद्धिपुर सियर की प्रियंका ,प्राथमिक विद्यालय प्रतापपुर दुबहर की इंदु देवी , कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय अब्दुलपुर मदारी नगरा की साक्षी गुप्ता, कंपोजिट विद्यालय बराड़ीडीह लवाई पट्टी नगरा के श्रीकांती ,पीएम श्री कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय भूज्यनी सीयर के अश्विनी कुमार पांडे, कंपोजिट विद्यालय मलप नगरा की श्वेता चौधरी, कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय लहसनी नगरा की मंशा तथा प्राथमिक विद्यालय डोघ सीयर के ओमप्रकाश प्रसाद को सम्मानित किया गया। प्रशिक्षणर्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ता डॉ जितेंद्र गुप्ता, अविनाश सिंह,किरण सिंह,डॉक्टर अशफाक, देवेंद्र सिंह, राम प्रकाश, डॉक्टर शाइस्ता अंजुम, राम यश योगी,जानू राम तथा पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन कुमार मिश्र द्वारा पूर्ण मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है।
बंजरिया के शीशम जंगल में अवैध कटान का बड़ा खेल—जंगल विभाग की मिलीभगत , पर्यावरण पर बड़ा खतरा

बलरामपुर 16 नवंबर पचपेड़वा क्षेत्र के बंजरिया के आच्छादित शीशम जंगलों में अवैध कटान का काला कारोबार इन दिनों खुलेआम चल रहा है। सूत्रों के अनुसार जंगल का वह हरा-भरा क्षेत्र, जो कभी परिंदों की रौनक और हरियाली का प्रतीक था, आज धीरे-धीरे सूना होता जा रहा है।

ग्रामीणों का आरोप है कि जंगल विभाग के ही कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों की मिलीभगत से बंजरिया, कल्याणपुर, बरगदवा और बीरपुर रेंज में कीमती शीशम के पेड़ों का चिरान रातों-रात किया जा रहा है।

स्थानीय सूत्र बताते हैं कि जाहिर फॉरेस्टर का नाम लगातार अवैध कटान में उभर कर सामने आ रहा है। बचा-खुचा शीशम भी अब सुरक्षित नहीं रह गया है। कटान करने वाले गिरोह जंगल के सुनसान हिस्सों में देर रात पेड़ों को काटकर ट्रैक्टर-ट्रॉली से बाहर निकाल ले जाते हैं।

आसपास के गांवों—बंजरिया, कल्याणपुर, बरगदवा, गौरा, पड़ोस के टोलों तक में लोग इस अवैध कटान की चर्चा करते घूम रहे हैं। जंगल की तड़पती, फड़कती आवाज़ें ग्रामीणों को बेचैन कर रही हैं क्योंकि हर कटता पेड़ क्षेत्र की सांसों पर हमला है।

जब इस पूरे मामले पर संवाददाता ने रेंजर योगेश से दूरभाष पर संपर्क किया, तो उन्होंने कहा— “पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।”

लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि कार्रवाई सिर्फ आश्वासन तक सीमित रहती है, जबकि जंगल दिन-प्रतिदिन खत्म होता जा रहा है।

प्रदेश के इस महत्वपूर्ण हरे क्षेत्र में शीशम की बेतहाशा कटान पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा बन चुकी है। अगर समय रहते इस अवैध कारोबार पर रोक नहीं लगी, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए यहाँ सिर्फ खाली मैदान और कटे ठूंठ ही बचेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल के सपनो को साकार कर रहे- रमाशंकर सिंह पटेल

जसरा से गौहनिया तक भव्य एकता यात्रा पुष्पवर्षा कर हुआ स्वागत

संजय द्विवेदी, प्रयागराज। यमुनानगर अन्तर्गत बारा विधान सभा क्षेत्र के जसरा से गौहनिया तक रविवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर भव्य एकता यात्रा एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया।यात्रा का शुभारम्भ जसरा ब्लॉक परिसर से हुआ तथा गौहनिया बाजार होते हुए एमवी कान्वेंट गौहनिया में गोष्ठी के साथ सम्पन्न हुई।पूरे मार्ग में जगह-जगह यात्रा पर पुष्पवर्षा कर नागरिको ने स्वागत किया।

तिरंगा हाथ में लिए डीजे पर बजते देशभक्ति गीतो ने वातावरण को उत्साह से भर दिया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट राज्य मंत्री एवं मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने कहा सरदार वल्लभभाई पटेल देश के सच्चे नायक थे।एक भारत-विकसित भारत का जो सपना उन्होंने देखा था उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरा कर रहे है।उन्होने जम्मू–कश्मीर से धारा 370 हटाकर वह ऐतिहासिक कार्य किया जो आज़ादी के बाद पूरा नही हो सका था।यह लौहपुरुष सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि है।उन्होने आगे कहा-सैकड़ो रियासतो को एक सूत्र में पिरोकर सरदार पटेल ने अग्रेजो तक को लोहे का चना चबवा दिया था।

कांग्रेस ने कभी सरदार पटेल का सम्मान नही किया। उनकी अंतिम यात्रा में कांग्रेस कार्यकर्ताओ को शामिल होने तक से रोका गया था।आज पीएम मोदी उनके हर सपने को साकार कर रहे है।चाहे दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनवाना हो या आत्मनिर्भर भारत का विजन पहले सांसद 150 गैस कनेक्शन बांटते थे तब देश का गरीब कभी रसोई गैस का सपना नही देख सकता था। लेकिन आज प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी करोड़ो गरीब परिवारो को मुफ्त गैस कनेक्शन देकर सरदार पटेल के सपनो को साकार कर रहे है।

भारत में रहना है तो वन्देमातरम् कहना होगा-यह हमारी राष्ट्रीय पहचान है।पूर्व मंत्री एवं इलाहाबाद लोकसभा की पूर्व सांसद प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा

सरदार पटेल का स्वतंत्रता आन्दोलन में योगदान अतुलनीय है।उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति और त्याग से ही भारत की एकता की नीव मजबूत हुई। आज की एकता यात्रा देश को एक सूत्र में बांधे रखने की प्रेरणा देती है।बारा विधायक डॉ.वाचस्पति ने व्यवस्था एवं प्रशासनिक क्षमताओ पर प्रकाश डालते हुए कहा सरदार पटेल आधुनिक भारत के निर्माताओं में थे।उनकी प्रशासनिक क्षमता दूरदर्शिता और कठोर निर्णय लेने की क्षमता ने भारत को स्थायी रूप से एकता के सूत्र में बांधा।हम सबको उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।

यात्रा का नेतृत्व कर रहे भाजपा यमुनापार जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ल ने कहा बारा विधान सभा के नागरिको और कार्यकर्ताओ ने जिस उत्साह से इस यात्रा को सफल बनाया है वह सराहनीय है।सरदार पटेल के आदर्श आज भी देश को मजबूती और एकता का मार्ग दिखाते है।जिला प्रवासी अमरनाथ यादव जिला सह-प्रवासी कविता पटेल ने भी सरदार पटेल के कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।भाजपा जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि एकता यात्रा ब्लॉक परिसर जसरा से प्रारम्भ होकर सरदार पटेल को पुष्पार्चन करने के बाद गौहनिया बाजार होते हुए एमवी कान्वेन्ट में गोष्ठी के साथ सम्पन्न हुई।

इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती महिला मोर्चा प्रदेश मंत्री आकांक्षा सोनकर ब्लॉक प्रमुख निर्मला देवी जिला महामंत्री पुष्पराज सिंह पटेल जिला उपाध्यक्ष अशोक पांडेय सन्तोष त्रिपाठी जय सिंह पटेल ज्ञान सिंह पटेल जिला मंत्री कमलेश त्रिपाठी प्रकाश शुक्ल प्रचंड शिवराम सिंह परिहार जिला आईटी प्रमुख सतीश विश्वकर्मा सोशल मीडिया प्रभारी मिथिलेश पाण्डेय मण्डल अध्यक्ष जगत नारायण शुक्ल दिनेश प्रजापति आशीष पाल बंदना सिंह अखिलेश सिंह पटेल फूलचंद पटेल श्यामू निषाद रामानंद त्रिपाठी अम्बुज त्रिपाठी राजमणि पासवान सुधाकर पाण्डेय सुभाष सिंह पटेल कुशल जैन नीरज केसरवानी सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता एवं नागरिक उपस्थित रहे।वही इस कार्यक्रम में सरदार वल्लभ भाई पटेल अमर रहे के नारो से एकता यात्रा गुंजायमान रहा।

नवानगर प्रखंड में ‘रन फॉर हेल्थ’ का भव्य आयोजन, सैकड़ों विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा
संजीव सिंह रसड़ा (बलिया)। संस्कार सप्ताह के अंतर्गत नवानगर प्रखंड में रविवार को ‘रन फॉर हेल्थ’ (स्वास्थ्य के लिए दौड़) कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सैकड़ों विद्यार्थियों एवं कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।कार्यक्रम में बलिया विभाग संयोजक श्रीमान दीपक गुप्ता मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे, जबकि सिकंदरपुर एसओ श्रीमान S.N. पाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम का सफल संचालन जिला संयोजक श्रीमान प्रतीक राय ने किया।इस अवसर पर जिला सुरक्षा प्रमुख सोनू गुप्ता, जिला कॉलेज विद्यार्थी संपर्क प्रमुख सतीश भारद्वाज, नवानगर प्रखंड संयोजक सुमित भारद्वाज तथा रसड़ा नगर संयोजक आशीष मौर्य मौजूद रहे।दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अखिलेश कुमार (ग्राम लक्ष्मीपुर, पोस्ट लीलकर, जिला बलिया), द्वितीय स्थान विष्णु राजभर (ग्राम थरिवर, पोस्ट जाय, जिला बलिया) तथा तृतीय स्थान किशन कुमार (ग्राम हैय्या टोला, पोस्ट खेवसड़, जिला बलिया) ने प्राप्त किया। कुल 59 विद्यार्थियों ने इस प्रतियोगिता में पंजीकरण कराया था।कार्यक्रम के सफल आयोजन में बजरंगी, सचिन पांडे, आशु, शिवम, मन्नू, संजीत, रंजीत, कविंद्र, आदित्य, कृष्णा, मिथलेश, सिद्धराज सहित अन्य कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग रहा।रिपोर्ट – प्रतीक राय, जिला संयोजक रसड़ा
अभी अपनी किडनी देकर बचाया था पिता का जीवन, आज परिवार से तोड़ा नाता, क्या है लालू परिवार में टूट की वजह?

#rohini _

बिहार चुनाव परिणाम में महागठबंधन की करारी हार के साइड इफेक्ट दिखने लगे हैं। इस हार के साथ ही लालू प्रसाद यादव के परिवार के भीतर का कलह तेजी से बाहर आने लगा है। पूर्व सीएम लालू के सबसे बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के निष्कासन के बाद उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने भी राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने का ऐलान किया है। ये लालू की वही बेटी है जिन्होंने कभी अपने पिता को किडनी दान कर उनकी जान बचाई थी।

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हार के बाद संजय-रमीज और तेजस्वी का लिया नाम

शनिवार को लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर परिवार छोड़ने का ऐलान किया। रोहिणी आचार्य ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि मैं राजनीति छोड़ रही हूं। साथ ही मैं अपने परिवार से भी नाता तोड़ रही हूं। मुझे संजय यादव और रमीज ने जो कुछ करने के लिए कहा है मैं वही कर रही हूं। मैं सभी दोष अपने ऊपर ले रही हूं।

जो चाणक्य बनेगा उसी से सवाल होगा- रोहिणी

अपने इस फैसले के बाद रोहिणी ने पत्रकारों से बात करते हुए कोई परिवार नहीं होने की बात दोहराई। साथ ही उन्होंने संजय, रमीज और तेजस्वी यादव से पार्टी की इस हालत पर सवाल करने को कहा। रोहिणी आचार्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, मेरा कोई परिवार नहीं है। इसके बारे में सभी सवाल संजय, रमीज और तेजस्वी यादव से पूछिए। उन लोगों ने मुझे परिवार से निकाला है। उन्हें जिम्मेदारी नहीं लेनी है। पूरी दुनिया बोल रही है। जो चाणक्य बनेगा, तो उसी से सवाल होगा। आज के समय में कार्यकर्ता और पूरे लोग सवाल कर रहे हैं कि पार्टी का ऐसा हाल क्यों हुआ?

संजय-रमीज का नाम लीजिए तो... - रोहिणी

रोहणी यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने आगे कहा कि जब संजय और रमीज का नाम लीजिए, तो आपको घर से निकलवा दिया जाएगा, अशब्द बोला जाएगा और बदनाम किया जाएगा। आपके ऊपर चप्पल उठाकर मारा जाएगा।

परिवार में सुलग रही आग फिर भड़की

दरअसल, बिहार चुनाव में विपक्षी महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा। राजद का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा। महागठबंधन में सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने वाली पार्टी राजद मात्र 25 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई। ऐसे में पहले से सुलग रही आग और भड़क गई है। लालू परिवार में फूट देखने को मिल रहा है। इससे पहले सितंबर में रोहणी ने लालू, तेजस्वी और पार्टी के हैंडल्स अनफॉलो कर दी थी। जबकि तेज प्रताप ने रोहिणी का समर्थन करते हुए संजय पर ‘सुदर्शन चक्र’ चलाने की बात कही थी।

ये है विवाद की जड़

बता दें कि विवाद की शुरुआत मई 2025 में हुई थी। जब तेज प्रताप यादव ने अपनी नई रिलेशनशिप का खुलासा किया था। उस समय परिवार में भूचाल आ गया था। लालू यादव ने तत्काल तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निष्कासित कर दिया था। वहीं, तेज प्रताप ने संजय यादव को ‘जयचंद’ ठहराते हुए दोषी करार दिया, जो तेजस्वी यादव के सबसे करीबी सलाहकार हैं।

मनरेगा फर्जीवाड़ा: मिश्रौलिया ग्राम पंचायत में बड़ा खुलासा, अधिकारी–प्रधान की मिलीभगत उजागर


बलरामपुर।जनपद बलरामपुर के विकासखंड पचपेड़वा के ग्राम पंचायत मिश्रौलिया में मनरेगा कार्यों में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा सामने आया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी पूरी तरह संदिग्ध पाई गई। सुबह के समय मजदूरों की पुरानी तस्वीरें लेकर फोटो से फोटो निकालकर उपस्थिति लगाई जाती है, जबकि वास्तविकता यह है कि कार्य स्थल पर मजदूर मौजूद ही नहीं होते।

मीडिया की टीम जब मौके पर पहुंची तो वहां की जमीन सूनी, फावड़ा-गैंती दूर तक नहीं दिखे और पूरा कार्य स्थल वीरान मिला। स्थानीय लोगों का कहना है कि महीनों से यही खेल चल रहा है—फर्जी उपस्थिति लगाओ और सरकारी धन की बंदरबांट करो।

जब इस पूरे मामले में ग्राम प्रधान महेंद्र यादव से दूरभाष पर सवाल किए गए, तो उन्होंने चटपटे अंदाज में जवाब देते हुए कहा—

“जब सारे लोग हमारे साथ चलते हैं तो आप कौन हो निकालने वाले? जो भी निकालना है निकाल लो, खबरें से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता।”

प्रधान का यह बयान न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही की पुष्टि करता है बल्कि इस बात की ओर भी इशारा करता है कि मनरेगा के इस घोटाले में संबंधित अधिकारी और ग्राम पंचायत का स्टाफ भी मिलीभगत में शामिल है। मजदूरों की कमाई पर इस तरह का खुला खेल गरीबों के पेट पर सीधी चोट है।

IITF 2025: झारखंड पवेलियन में वन विभाग का स्टॉल बना आकर्षण का केंद्र; प्राकृतिक शहद, लाह और रेशम के साथ दिख रही 31.8% वन क्षेत्र की समृद्धि

नई दिल्ली: दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) के झारखंड पवेलियन में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का स्टॉल आगंतुकों के लिए ज्ञान और उत्पादों का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। लोग यहाँ झारखंड के शुद्ध प्राकृतिक शहद, लाह और रेशम से निर्मित उत्पादों को काफी पसंद कर रहे हैं।

वन क्षेत्र पदा अधिकारी श्री राजेंद्र प्रसाद के अनुसार, झारखंड की भूमि पर 31.8% वन पाए जाते हैं, जिनमें शाल वृक्षों की अधिकता है।

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वन उत्पाद और वन्यजीव संरक्षण

विभाग के स्टॉल पर वनों के उत्पादों के प्रसंस्करण और बिक्री की जानकारी दी जा रही है। इस वर्ष, पवेलियन में विशेष रूप से राजमहल के उत्पादों की बिक्री की जा रही है।

विशेष उत्पाद: झारखंड की प्राकृतिक शहद के अलावा, लीची, करंज, वन तुलसी और वाइल्ड हनी जैसी विशेष शहद यहाँ उपलब्ध हैं। इसके अलावा, वनों से ऑर्गैनिक काजू, लाह और बहुमूल्य जड़ी-बूटियाँ (शतावर, कालमेघ, ब्राह्मी आदि) भी प्राप्त होती हैं, जो देश के अन्य कोनों की मांग को पूरा करती हैं।

वन संरक्षण पहल: विभाग मुख्यमंत्री जन वन योजना जैसी परियोजनाओं पर काम कर रहा है और वनों की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों को साथ लेकर समितियाँ बनाता है, जिससे पर्यावरण संतुलन बना रहता है।

झारखंड में वन्यजीव संरक्षण

विभाग वन्यजीवों के संरक्षण के लिए भी किए जा रहे कार्यों की जानकारी साझा कर रहा है। झारखंड में वन्यजीवों का संरक्षण इन-सीटू (In-situ) और एक्स-सीटू (Ex-situ) दोनों तरह से किया जाता है।

इन-सीटू संरक्षण के प्रमुख उदाहरणों में पलामू व्याघ्र आरक्ष्य (बेतला), सिंहभूम दलमा गज आरक्ष्य और 11 वन्य प्राणी आश्रयणी शामिल हैं। जबकि एक्स-सीटू संरक्षण (चिड़ियाघर) मूटा मगर प्रजनन केंद्र रांची, बिरसा मृग विहार कालामाटी और भगवान बिरसा जैविक उद्यान ओरमांझी में किया जाता है।

सांस्कृतिक चेतना और एकता का संदेश देगी 17 नवंबर की आदिवासी महारैली

आदिवासी जन आक्रोश महारैली विरोध का स्वर नहीं, बल्कि आदिवासी समाज की गरिमा, पहचान और अधिकारों की रक्षा का प्रतीक होगी- विक्की कुमार धान 



हजारीबाग- 17 नवंबर, सोमवार को हजारीबाग के प्रसिद्ध सरहुल मैदान में आदिवासी समाज की चेतना और संघर्ष का प्रतीक बनकर आदिवासी जन आक्रोश महारैली आयोजित होने जा रही है। यह रैली विशेष रूप से कुड़मी (महतों) समाज के अनुसूचित जनजाति में शामिल होने की मांग के विरोध में आयोजित की जा रही है।आदिवासी अस्मिता और एकता को बचाने के लिए यह रैली आदिवासी समाज के विभिन्न क्षेत्रों से हजारों की संख्या में लोगों को आकर्षित करेगी। आदिवासी जन आक्रोश महारैली के सचिव सह मीडिया प्रभारी विक्की कुमार धान ने बताया कि यह रैली केवल विरोध का स्वर नहीं, बल्कि आदिवासी समाज की गरिमा, पहचान और अधिकारों की रक्षा का प्रतीक होगी। उन्होंने आगे कहा कि हमारा उद्देश्य समाज में एकता और अस्मिता बनाए रखना है। हम चाहते हैं कि हमारी आवाज़ न सिर्फ़ सुनी जाए, बल्कि हमारी वास्तविक समस्या और मांगें सही मायनों में समझी जाएँ। जबकि सार्वजनिक मंच पर आदिवासी समाज के नेता, बुद्धिजीवी और सामाजिक कार्यकर्ता अपने विचार साझा करेंगे। रैली में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, आदिवासी परंपराओं का प्रदर्शन और सभा में विचार-विमर्श का आयोजन भी किया जाएगा। विक्की कुमार धान ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि यह रैली शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित की जाएगी और सभी उपस्थित लोग आदिवासी संस्कृति और मूल्य की रक्षा करते हुए हिस्सा लें।

अध्यक्ष बने मधुसूदन, अमीर अल्ताफ को सौंपी गई सचिव की जिम्मेदारी, प्रदेश स्तर पर विनोद भगत और परभू दयाल को मिली अहम भूमिका

हजारीबाग। झारखंड प्राइवेट स्कूल संगठन, हजारीबाग का चुनाव रविवार को इमली कोठी चौक स्थित जेडी पब्लिक स्कूल में शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। चुनाव में मधुसूदन मेहता को सर्वसम्मति से जिला अध्यक्ष चुना गया। वहीं अमीर अल्ताफ निर्विरोध जिला सचिव बने। संगठन के प्रदेश स्तरीय चुनाव में विनोद भगत को प्रदेश अध्यक्ष तथा परभू दयाल को संयुक्त रूप से प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई।

चुनाव के बाद नव-निर्वाचित पदाधिकारियों ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि संगठन द्वारा दी गई जिम्मेदारी को वे पूर्ण निष्ठा और पारदर्शिता के साथ निभाएंगे। जिला अध्यक्ष मधुसूदन मेहता ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों से जुड़ी समस्याओं और उन पर हो रहे अन्याय के खिलाफ संगठन मजबूती से आवाज उठाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में कई स्कूल बिना यू-डाइस कोड के संचालित हो रहे हैं, जबकि कई पुराने स्कूलों को 2019 के बाद लागू हुए नियमों के कारण अनावश्यक परेशानी झेलनी पड़ रही है।

जिला सचिव अमीर अल्ताफ ने कहा कि पूरे झारखंड में प्राइवेट स्कूल तीन श्रेणियों में आते हैं—पहला, बड़े ब्रांड वाले हाई-फीस स्कूल; दूसरा, मान्यता प्राप्त विद्यालय; और तीसरा, यू-डाइस कोड वाले स्कूल जो कम फीस में भी सरकारी नियमों का पालन करते हैं। उन्होंने कहा कि विडंबना यह है कि बदनामी उन्हीं स्कूलों की हो रही है जो कम शुल्क लेकर भी सभी मानकों पर खरे उतर रहे हैं।

चुनाव में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में निजी स्कूल संचालकों ने हिस्सा लिया और अपने प्रतिनिधियों का चयन किया। चुनाव की पूरी प्रक्रिया उत्साहपूर्ण और शांतिपूर्वक संपन्न हुई।

राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर  जे पी ए ने आयोजित की बैठक

जे पी ए के संरक्षक सदस्य बने प्रभाकर प्रहाराज

पदाधिकारी एवं सदस्य रहे उपस्थित सबका हुआ स्वागत

लखनऊ। राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस के अवसर पर रविवार को राजधानी के चिनहट क्षेत्र अंतर्गत एक निजी प्रतिष्ठान में जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एसोसियेशन (रजिo) संगठन उत्तर प्रदेश द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। साथ में संगठन की बैठक भी हुई। संगठन द्वारा पत्रकारों की स्थिति एवं उनके साथ होने वाली घटनाओं तथा सामाजिक व्यवहार के विषय में वृहद स्तर पर चर्चा की गई। इस अवसर पर जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एसोसियेशन के नवनियुक्त संरक्षक सदस्य प्रभाकर प्रहराज का अंग वस्त्र देकर तथा पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। रविवार को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर प्रभाकर प्रहराज को संगठन के सभी संरक्षक सदस्य पदाधिकारी तथा सदस्यों ने गुलाब का फूल देकर स्वागत किया। संगठन के अध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने कहा कि पत्रकारों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पत्रकारों की हर स्तर पर रक्षा सुरक्षा एवं सहायता सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर सभी पत्रकारों को शुभकामनाएं देते हुए पत्रकार को सत्य का आईना बताया। इस मौके पर जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एसोसियेशन संगठन के संरक्षक जोगिंदर सिंह खालसा, शिव शंकर मिश्रा, अशोक यादव, अमित राज यादव, विवेक विश्व पांडे, तथा पदाधिकारी उपाध्यक्ष रवि जयसवाल कोषाध्यक्ष एवं विधि सलाहकार नरसिंह नारायण पांडे, मोहम्मद इकबाल, मंसूर अहमद, सौरभ निगम, दीपक सिंह,राम यादव, विजय शंकर दुबे, धनीश श्रीवास्तव, प्रवीण सिंह, रंजीत सिंह, प्रियंका, रोशनी, पूर्णिमा, सनी शाह, विनोद सिंह, सनी, मुजम्मिल, समेत भारी संख्या में जर्नलिस्ट प्रोटक्शन एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
बच्चों को अपने ज्ञान पर चिंतन करने का मौका प्रदान कर रहा है एकीकृत प्रशिक्षण:शिवम पांडे
संजीव सिंह बलिया| परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के क्षमता संवर्धन के दृष्टि से आयोजित हो रहे एकीकृत संपूर्ण प्रशिक्षण के 11 वें बैच के समापन पर शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक शिवम पांडे जिनका स्थानांतरण जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भदोही के पद पर हुआ है, ने अपने संबोधन में बताया कि प्रारंभिक स्तर पर सीखने के परिणाम इस बात का द्योतक है कि छात्रों में आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करने तथा उनकी सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित और सुसज्जित करता है। यह अपनी तरह की एक अनूठी पहल है जिसमें शिक्षकों को प्रथम अस्तर के परामर्शदाता के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि छात्रों की सामाजिक भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक आवश्यकताओं के प्रति सजग और उत्तरदाई बनाया जा सके। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया के प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर मृत्युंजय सिंह तथा इस प्रशिक्षण के प्रभारी रविरंजन खरे के प्रयास से अभी तक लगभग 900 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है जबकि जनपद के कल 1500 प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक नई परंपरा की शुरुआत की गई है जिसमें प्रतिभागियों की उपस्थिति , तथा अनुशासन एवं प्रस्तुति के लिए अलग से पुरस्कृत किए जाने की व्यवस्था की गई है। इस बैच के प्रशिक्षण में प्राथमिक विद्यालय बहेरी पंदह के प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ,प्राथमिक विद्यालय बहोरवा खुर्द सियर के सिद्धांत कुमार ,प्राथमिक विद्यालय रासबिहारी नगर बेलहरी के सैयद मोहम्मद अफरोज, प्राथमिक विद्यालय की किशुनीपुर दुबहर के अनिल कुमार, प्राथमिक विद्यालय जमुआ दुबहर के चंदन कुमार गौतम ,प्राथमिक विद्यालय मझौवा बेलहरी के संजीव कुमार राय ,प्राथमिक विद्यालय बनकटा पंदह के अरुण कुमार गुप्ता, प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर उदयपूरा दुबहर की डॉक्टर लीना सिंह ,प्राथमिक विद्यालय कीर्तिपुर सियर की ज्योति वर्मा ,कन्या विद्यालय ककरासो सीयर के शबाना परवीन ,प्राथमिक विद्यालय बुद्धिपुर सियर की प्रियंका ,प्राथमिक विद्यालय प्रतापपुर दुबहर की इंदु देवी , कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय अब्दुलपुर मदारी नगरा की साक्षी गुप्ता, कंपोजिट विद्यालय बराड़ीडीह लवाई पट्टी नगरा के श्रीकांती ,पीएम श्री कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय भूज्यनी सीयर के अश्विनी कुमार पांडे, कंपोजिट विद्यालय मलप नगरा की श्वेता चौधरी, कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय लहसनी नगरा की मंशा तथा प्राथमिक विद्यालय डोघ सीयर के ओमप्रकाश प्रसाद को सम्मानित किया गया। प्रशिक्षणर्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ता डॉ जितेंद्र गुप्ता, अविनाश सिंह,किरण सिंह,डॉक्टर अशफाक, देवेंद्र सिंह, राम प्रकाश, डॉक्टर शाइस्ता अंजुम, राम यश योगी,जानू राम तथा पूर्व एकेडमिक पर्सन डॉक्टर शशि भूषण मिश्र, संतोष कुमार तथा शिक्षक चंदन कुमार मिश्र द्वारा पूर्ण मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है।
बंजरिया के शीशम जंगल में अवैध कटान का बड़ा खेल—जंगल विभाग की मिलीभगत , पर्यावरण पर बड़ा खतरा

बलरामपुर 16 नवंबर पचपेड़वा क्षेत्र के बंजरिया के आच्छादित शीशम जंगलों में अवैध कटान का काला कारोबार इन दिनों खुलेआम चल रहा है। सूत्रों के अनुसार जंगल का वह हरा-भरा क्षेत्र, जो कभी परिंदों की रौनक और हरियाली का प्रतीक था, आज धीरे-धीरे सूना होता जा रहा है।

ग्रामीणों का आरोप है कि जंगल विभाग के ही कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों की मिलीभगत से बंजरिया, कल्याणपुर, बरगदवा और बीरपुर रेंज में कीमती शीशम के पेड़ों का चिरान रातों-रात किया जा रहा है।

स्थानीय सूत्र बताते हैं कि जाहिर फॉरेस्टर का नाम लगातार अवैध कटान में उभर कर सामने आ रहा है। बचा-खुचा शीशम भी अब सुरक्षित नहीं रह गया है। कटान करने वाले गिरोह जंगल के सुनसान हिस्सों में देर रात पेड़ों को काटकर ट्रैक्टर-ट्रॉली से बाहर निकाल ले जाते हैं।

आसपास के गांवों—बंजरिया, कल्याणपुर, बरगदवा, गौरा, पड़ोस के टोलों तक में लोग इस अवैध कटान की चर्चा करते घूम रहे हैं। जंगल की तड़पती, फड़कती आवाज़ें ग्रामीणों को बेचैन कर रही हैं क्योंकि हर कटता पेड़ क्षेत्र की सांसों पर हमला है।

जब इस पूरे मामले पर संवाददाता ने रेंजर योगेश से दूरभाष पर संपर्क किया, तो उन्होंने कहा— “पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।”

लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि कार्रवाई सिर्फ आश्वासन तक सीमित रहती है, जबकि जंगल दिन-प्रतिदिन खत्म होता जा रहा है।

प्रदेश के इस महत्वपूर्ण हरे क्षेत्र में शीशम की बेतहाशा कटान पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा बन चुकी है। अगर समय रहते इस अवैध कारोबार पर रोक नहीं लगी, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए यहाँ सिर्फ खाली मैदान और कटे ठूंठ ही बचेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल के सपनो को साकार कर रहे- रमाशंकर सिंह पटेल

जसरा से गौहनिया तक भव्य एकता यात्रा पुष्पवर्षा कर हुआ स्वागत

संजय द्विवेदी, प्रयागराज। यमुनानगर अन्तर्गत बारा विधान सभा क्षेत्र के जसरा से गौहनिया तक रविवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर भव्य एकता यात्रा एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया।यात्रा का शुभारम्भ जसरा ब्लॉक परिसर से हुआ तथा गौहनिया बाजार होते हुए एमवी कान्वेंट गौहनिया में गोष्ठी के साथ सम्पन्न हुई।पूरे मार्ग में जगह-जगह यात्रा पर पुष्पवर्षा कर नागरिको ने स्वागत किया।

तिरंगा हाथ में लिए डीजे पर बजते देशभक्ति गीतो ने वातावरण को उत्साह से भर दिया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट राज्य मंत्री एवं मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने कहा सरदार वल्लभभाई पटेल देश के सच्चे नायक थे।एक भारत-विकसित भारत का जो सपना उन्होंने देखा था उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरा कर रहे है।उन्होने जम्मू–कश्मीर से धारा 370 हटाकर वह ऐतिहासिक कार्य किया जो आज़ादी के बाद पूरा नही हो सका था।यह लौहपुरुष सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि है।उन्होने आगे कहा-सैकड़ो रियासतो को एक सूत्र में पिरोकर सरदार पटेल ने अग्रेजो तक को लोहे का चना चबवा दिया था।

कांग्रेस ने कभी सरदार पटेल का सम्मान नही किया। उनकी अंतिम यात्रा में कांग्रेस कार्यकर्ताओ को शामिल होने तक से रोका गया था।आज पीएम मोदी उनके हर सपने को साकार कर रहे है।चाहे दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनवाना हो या आत्मनिर्भर भारत का विजन पहले सांसद 150 गैस कनेक्शन बांटते थे तब देश का गरीब कभी रसोई गैस का सपना नही देख सकता था। लेकिन आज प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी करोड़ो गरीब परिवारो को मुफ्त गैस कनेक्शन देकर सरदार पटेल के सपनो को साकार कर रहे है।

भारत में रहना है तो वन्देमातरम् कहना होगा-यह हमारी राष्ट्रीय पहचान है।पूर्व मंत्री एवं इलाहाबाद लोकसभा की पूर्व सांसद प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा

सरदार पटेल का स्वतंत्रता आन्दोलन में योगदान अतुलनीय है।उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति और त्याग से ही भारत की एकता की नीव मजबूत हुई। आज की एकता यात्रा देश को एक सूत्र में बांधे रखने की प्रेरणा देती है।बारा विधायक डॉ.वाचस्पति ने व्यवस्था एवं प्रशासनिक क्षमताओ पर प्रकाश डालते हुए कहा सरदार पटेल आधुनिक भारत के निर्माताओं में थे।उनकी प्रशासनिक क्षमता दूरदर्शिता और कठोर निर्णय लेने की क्षमता ने भारत को स्थायी रूप से एकता के सूत्र में बांधा।हम सबको उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लेना चाहिए।

यात्रा का नेतृत्व कर रहे भाजपा यमुनापार जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ल ने कहा बारा विधान सभा के नागरिको और कार्यकर्ताओ ने जिस उत्साह से इस यात्रा को सफल बनाया है वह सराहनीय है।सरदार पटेल के आदर्श आज भी देश को मजबूती और एकता का मार्ग दिखाते है।जिला प्रवासी अमरनाथ यादव जिला सह-प्रवासी कविता पटेल ने भी सरदार पटेल के कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।भाजपा जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि एकता यात्रा ब्लॉक परिसर जसरा से प्रारम्भ होकर सरदार पटेल को पुष्पार्चन करने के बाद गौहनिया बाजार होते हुए एमवी कान्वेन्ट में गोष्ठी के साथ सम्पन्न हुई।

इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती महिला मोर्चा प्रदेश मंत्री आकांक्षा सोनकर ब्लॉक प्रमुख निर्मला देवी जिला महामंत्री पुष्पराज सिंह पटेल जिला उपाध्यक्ष अशोक पांडेय सन्तोष त्रिपाठी जय सिंह पटेल ज्ञान सिंह पटेल जिला मंत्री कमलेश त्रिपाठी प्रकाश शुक्ल प्रचंड शिवराम सिंह परिहार जिला आईटी प्रमुख सतीश विश्वकर्मा सोशल मीडिया प्रभारी मिथिलेश पाण्डेय मण्डल अध्यक्ष जगत नारायण शुक्ल दिनेश प्रजापति आशीष पाल बंदना सिंह अखिलेश सिंह पटेल फूलचंद पटेल श्यामू निषाद रामानंद त्रिपाठी अम्बुज त्रिपाठी राजमणि पासवान सुधाकर पाण्डेय सुभाष सिंह पटेल कुशल जैन नीरज केसरवानी सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता एवं नागरिक उपस्थित रहे।वही इस कार्यक्रम में सरदार वल्लभ भाई पटेल अमर रहे के नारो से एकता यात्रा गुंजायमान रहा।

नवानगर प्रखंड में ‘रन फॉर हेल्थ’ का भव्य आयोजन, सैकड़ों विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा
संजीव सिंह रसड़ा (बलिया)। संस्कार सप्ताह के अंतर्गत नवानगर प्रखंड में रविवार को ‘रन फॉर हेल्थ’ (स्वास्थ्य के लिए दौड़) कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सैकड़ों विद्यार्थियों एवं कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।कार्यक्रम में बलिया विभाग संयोजक श्रीमान दीपक गुप्ता मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे, जबकि सिकंदरपुर एसओ श्रीमान S.N. पाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम का सफल संचालन जिला संयोजक श्रीमान प्रतीक राय ने किया।इस अवसर पर जिला सुरक्षा प्रमुख सोनू गुप्ता, जिला कॉलेज विद्यार्थी संपर्क प्रमुख सतीश भारद्वाज, नवानगर प्रखंड संयोजक सुमित भारद्वाज तथा रसड़ा नगर संयोजक आशीष मौर्य मौजूद रहे।दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अखिलेश कुमार (ग्राम लक्ष्मीपुर, पोस्ट लीलकर, जिला बलिया), द्वितीय स्थान विष्णु राजभर (ग्राम थरिवर, पोस्ट जाय, जिला बलिया) तथा तृतीय स्थान किशन कुमार (ग्राम हैय्या टोला, पोस्ट खेवसड़, जिला बलिया) ने प्राप्त किया। कुल 59 विद्यार्थियों ने इस प्रतियोगिता में पंजीकरण कराया था।कार्यक्रम के सफल आयोजन में बजरंगी, सचिन पांडे, आशु, शिवम, मन्नू, संजीत, रंजीत, कविंद्र, आदित्य, कृष्णा, मिथलेश, सिद्धराज सहित अन्य कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग रहा।रिपोर्ट – प्रतीक राय, जिला संयोजक रसड़ा
अभी अपनी किडनी देकर बचाया था पिता का जीवन, आज परिवार से तोड़ा नाता, क्या है लालू परिवार में टूट की वजह?

#rohini _

बिहार चुनाव परिणाम में महागठबंधन की करारी हार के साइड इफेक्ट दिखने लगे हैं। इस हार के साथ ही लालू प्रसाद यादव के परिवार के भीतर का कलह तेजी से बाहर आने लगा है। पूर्व सीएम लालू के सबसे बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के निष्कासन के बाद उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने भी राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने का ऐलान किया है। ये लालू की वही बेटी है जिन्होंने कभी अपने पिता को किडनी दान कर उनकी जान बचाई थी।

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हार के बाद संजय-रमीज और तेजस्वी का लिया नाम

शनिवार को लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर परिवार छोड़ने का ऐलान किया। रोहिणी आचार्य ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि मैं राजनीति छोड़ रही हूं। साथ ही मैं अपने परिवार से भी नाता तोड़ रही हूं। मुझे संजय यादव और रमीज ने जो कुछ करने के लिए कहा है मैं वही कर रही हूं। मैं सभी दोष अपने ऊपर ले रही हूं।

जो चाणक्य बनेगा उसी से सवाल होगा- रोहिणी

अपने इस फैसले के बाद रोहिणी ने पत्रकारों से बात करते हुए कोई परिवार नहीं होने की बात दोहराई। साथ ही उन्होंने संजय, रमीज और तेजस्वी यादव से पार्टी की इस हालत पर सवाल करने को कहा। रोहिणी आचार्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, मेरा कोई परिवार नहीं है। इसके बारे में सभी सवाल संजय, रमीज और तेजस्वी यादव से पूछिए। उन लोगों ने मुझे परिवार से निकाला है। उन्हें जिम्मेदारी नहीं लेनी है। पूरी दुनिया बोल रही है। जो चाणक्य बनेगा, तो उसी से सवाल होगा। आज के समय में कार्यकर्ता और पूरे लोग सवाल कर रहे हैं कि पार्टी का ऐसा हाल क्यों हुआ?

संजय-रमीज का नाम लीजिए तो... - रोहिणी

रोहणी यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने आगे कहा कि जब संजय और रमीज का नाम लीजिए, तो आपको घर से निकलवा दिया जाएगा, अशब्द बोला जाएगा और बदनाम किया जाएगा। आपके ऊपर चप्पल उठाकर मारा जाएगा।

परिवार में सुलग रही आग फिर भड़की

दरअसल, बिहार चुनाव में विपक्षी महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा। राजद का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा। महागठबंधन में सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने वाली पार्टी राजद मात्र 25 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई। ऐसे में पहले से सुलग रही आग और भड़क गई है। लालू परिवार में फूट देखने को मिल रहा है। इससे पहले सितंबर में रोहणी ने लालू, तेजस्वी और पार्टी के हैंडल्स अनफॉलो कर दी थी। जबकि तेज प्रताप ने रोहिणी का समर्थन करते हुए संजय पर ‘सुदर्शन चक्र’ चलाने की बात कही थी।

ये है विवाद की जड़

बता दें कि विवाद की शुरुआत मई 2025 में हुई थी। जब तेज प्रताप यादव ने अपनी नई रिलेशनशिप का खुलासा किया था। उस समय परिवार में भूचाल आ गया था। लालू यादव ने तत्काल तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निष्कासित कर दिया था। वहीं, तेज प्रताप ने संजय यादव को ‘जयचंद’ ठहराते हुए दोषी करार दिया, जो तेजस्वी यादव के सबसे करीबी सलाहकार हैं।

मनरेगा फर्जीवाड़ा: मिश्रौलिया ग्राम पंचायत में बड़ा खुलासा, अधिकारी–प्रधान की मिलीभगत उजागर


बलरामपुर।जनपद बलरामपुर के विकासखंड पचपेड़वा के ग्राम पंचायत मिश्रौलिया में मनरेगा कार्यों में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा सामने आया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी पूरी तरह संदिग्ध पाई गई। सुबह के समय मजदूरों की पुरानी तस्वीरें लेकर फोटो से फोटो निकालकर उपस्थिति लगाई जाती है, जबकि वास्तविकता यह है कि कार्य स्थल पर मजदूर मौजूद ही नहीं होते।

मीडिया की टीम जब मौके पर पहुंची तो वहां की जमीन सूनी, फावड़ा-गैंती दूर तक नहीं दिखे और पूरा कार्य स्थल वीरान मिला। स्थानीय लोगों का कहना है कि महीनों से यही खेल चल रहा है—फर्जी उपस्थिति लगाओ और सरकारी धन की बंदरबांट करो।

जब इस पूरे मामले में ग्राम प्रधान महेंद्र यादव से दूरभाष पर सवाल किए गए, तो उन्होंने चटपटे अंदाज में जवाब देते हुए कहा—

“जब सारे लोग हमारे साथ चलते हैं तो आप कौन हो निकालने वाले? जो भी निकालना है निकाल लो, खबरें से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता।”

प्रधान का यह बयान न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही की पुष्टि करता है बल्कि इस बात की ओर भी इशारा करता है कि मनरेगा के इस घोटाले में संबंधित अधिकारी और ग्राम पंचायत का स्टाफ भी मिलीभगत में शामिल है। मजदूरों की कमाई पर इस तरह का खुला खेल गरीबों के पेट पर सीधी चोट है।