कलाकार रवीन्द्र कुशवाहा गोरखपुर के इण्टरनेशनल फ्रेंडशिप आर्ट वर्कशॉप और सेमिनार में आमंत्रित कलाकार।


संजय द्विवेदी प्रयागराज।अंतर्राष्ट्रीय कला जगत में प्रयागराज एवं भारत का नाम रोशन करने वाले प्रयागराज के मशहूर चित्रकार रवीन्द्र कुशवाहा को गोरखपुर में आयोजित वसुधैव कुटुंबकम् चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मित्रता कला शिविर एवं सगोष्ठी में सादर आमंत्रित किया गया है।अभी-अभी रवीन्द्र कुशवाहा की अंतरराष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी अमेरिका के जर्मनटाउन में धूम मचाकर आई है तथा अगली अंतरराष्ट्रीय कला प्रदर्शनी इनकी नार्वे स्वीडन में आयोजित है।

ललितकला संस्थान ललिता ए ट्रस्ट ऑफ फाइन आर्ट, फोक आर्ट, परफॉर्मिंग आर्ट एंड कल्चर तथा राज्य ललित कला अकादमी संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश सरकार के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित 6 देशों के 64 प्रख्यात कलाकार जो चार दिवसीय इंटरनेशनल फ्रेंडशिप आर्ट कैम्प एण्ड सेमिनार में अपनी रचनात्मक कला व भावपूर्ण चित्रण का जलवा बिखेरेंगे ।

कबीर के नाम पर उत्तर प्रदेश में स्थापित होंगे वस्त्र एवं परिधान पार्क: मुख्यमंत्री
* प्रत्येक पार्क न्यूनतम 50 एकड़ भूमि पर विकसित होगा, सहायक इकाइयों व सीईटीपी की होगी अनिवार्यता

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग क्षेत्र में निजी निवेशकों की बढ़ती रुचि को देखते हुए विभिन्न जिलों में वस्त्र एवं परिधान पार्क स्थापित करने का निर्णय लिया है। मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पारंपरिक हथकरघा और वस्त्र उत्पादों की समृद्ध धरोहर वाला राज्य है, जिसकी क्षमता का सही उपयोग होने पर प्रदेश को राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी नई पहचान दिलाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वस्त्र एवं परिधान का वैश्विक बाजार वर्ष 2030 तक 2.3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है और भारत इसमें 8 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर के साथ सबसे तेज़ी से बढ़ते देशों में है। ऐसे परिदृश्य में उत्तर प्रदेश की भागीदारी इस क्षेत्र में निर्णायक सिद्ध हो सकती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रस्तावित योजना को महान संत कबीर के नाम पर समर्पित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संत कबीर ने अपने जीवन दर्शन में श्रम, सादगी और आत्मनिर्भरता को सर्वोपरि माना और यही भाव इस योजना का आधार बनेगा। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि इस योजना के माध्यम से निवेश, उत्पादन और रोजगार के नए अवसरों के साथ-साथ परंपरा और आधुनिकता का संतुलन स्थापित होगा।

बैठक में प्रस्तुत विवरण के अनुसार, वर्तमान में उत्तर प्रदेश देश के शीर्ष वस्त्र एवं परिधान निर्यातक राज्यों में शामिल है। वित्त वर्ष 2023-24 में प्रदेश से लगभग 3.5 अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात हुआ, जो देश के कुल वस्त्र एवं परिधान निर्यात का लगभग 9.6 प्रतिशत है। इस क्षेत्र का प्रदेश की जीडीपी में 1.5 प्रतिशत योगदान है, जबकि राज्य में प्रत्यक्ष रोजगार पाने वाले लगभग 22 लाख लोग इससे जुड़े हैं। वाराणसी, मऊ, भदोही, मिर्जापुर, सीतापुर, बाराबंकी, गोरखपुर और मेरठ जैसे पारंपरिक क्लस्टरों ने उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय परिधान मानचित्र पर महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। अधिकारियों ने बताया कि निवेश सारथी पोर्टल पर अब तक वस्त्र एवं परिधान क्षेत्र से जुड़े 659 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन प्रस्तावों के लिए लगभग 1,642 एकड़ भूमि की आवश्यकता है। कुल निवेश मूल्य 15,431 करोड़ रुपये आंका गया है और इसके फलस्वरूप लगभग 1,01,768 रोजगार अवसर सृजित होने का अनुमान है। प्रत्येक पार्क न्यूनतम 50 एकड़ भूमि पर विकसित किया जाएगा और इनमें प्रसंस्करण उद्योगों के लिए कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना अनिवार्य होगी। साथ ही बटन, ज़िपर, लेबल, पैकेजिंग और वेयरहाउस जैसी सहायक इकाइयों के विकास की भी व्यवस्था की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि निवेश प्रस्तावों को शीघ्र गति से क्रियान्वित करने हेतु भूमि की पहचान और विकास कार्य को तेज़ किया जाए। उन्होंने कहा कि योजना का क्रियान्वयन सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल अथवा नोडल एजेंसी के माध्यम से किया जाएगा, ताकि निवेशकों को समयबद्ध और सुगम सुविधाएं प्राप्त हों। सरकार की ओर से पार्कों तक सड़क, विद्युत और जलापूर्ति जैसी आधारभूत सुविधाएं प्राथमिकता पर उपलब्ध कराई जाएंगी। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से युवाओं के लिए कौशल विकास और रोजगार सृजन को इस योजना का मुख्य लक्ष्य बताया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संत कबीर वस्त्र एवं परिधान पार्क योजना न केवल निवेश और रोजगार के नए द्वार खोलेगी बल्कि उत्तर प्रदेश को वैश्विक वस्त्र एवं परिधान मानचित्र पर एक विशिष्ट पहचान भी दिलाएगी।

बैठक में एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए मुख्यमंत्री ने पॉवरलूम बुनकरों की उत्पादन लागत कम करने, आय बढ़ाने और परंपरागत वस्त्र उद्योग को नई मजबूती देने के उद्देश्य से बुनकरों के साथ संवाद करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बुनकर, परिश्रम और परंपरा के प्रतीक हैं। उनके हाथों से बना कपड़ा पूरे विश्व में पहचान रखता है। सरकार बुनकरों की मेहनत का सम्मान करते हुए उन्हें सस्ती बिजली उपलब्ध करा रही है। बुनकरों से संवाद बनाकर उनकी अपेक्षाओं को जानने और समझने की आवश्यकता है। इस संबंध में जनप्रतिनिधियों के सहयोग से विभाग द्वारा प्रक्रिया प्रारंभ की जाए। मुख्यमंत्री ने पॉवरलूम को सौर ऊर्जा से जोड़ने के लिए आवश्यक कार्यवाही के भी निर्देश दिए।
सपा शासनकाल भ्रष्टाचार और माफियागिरी का प्रतीक : स्वतंत्र देव सिंह

लखनऊ। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के आरोपों पर कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने जमकर पलटवार किया। स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सपा शासनकाल की यादें भ्रष्टाचार, अराजकता और माफियागिरी से जुड़ी हैं, जबकि योगी सरकार ने कारीगरों से लेकर किसानों तक सबको राहत और सम्मान दिया है।

उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव विश्वकर्मा दिवस पर अवकाश की राजनीति करते हैं, लेकिन योगी सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना के जरिए करोड़ों कारीगरों को 15,000 रुपये तक का लोन, आधुनिक टूलकिट और बीमा सुविधा दी है। यह असली सम्मान है, जो कागजों पर नहीं, बल्कि जमीन पर दिखाई देता है। स्वतंत्र देव ने रिवर फ्रंट को ‘भ्रष्टाचार का प्रतीक’ बताते हुए कहा कि हजारों करोड़ रुपये जनता की गाढ़ी कमाई को डुबाने वाले आज सुंदरता की मिसाल देते हैं। योगी सरकार ने प्रदेश की करीब 100 नदियों के किनारे सवा दो करोड़ से अधिक पौधे लगवाए और नदियों को गाद और अतिक्रमण से मुक्त कर उन्हें जीवन दिया।

स्मार्ट सिटी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि लखनऊ आज  स्वच्छ सर्वेक्षण में टॉप-10 में जगह बनाई है, जबकि सपा सरकार के समय यूपी के शहर कचरे के ढेर थे। उन्होंने कहा कि सपा शासनकाल में गोरखपुर बाढ़ का केंद्र था। योगी सरकार की समयबद्ध व्यवस्थाओं से अब न सिर्फ गोरखपुर, बल्कि पूरे प्रदेश में बाढ़ पर नियंत्रण पाया गया है। आज बारिश का पानी नालियों से निकल जाता है और शहरों में जनजीवन सामान्य रहता है।
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सपा शासनकाल में आउटसोर्स कर्मी बिना वेतन भटकते थे। योगी सरकार ने आउटसोर्स सेवा निगम बनाया है, जिसमें कम से कम वेतन 20 हजार रुपये तय किया गया है और आरक्षण भी लागू है। अब तक 8.5 लाख युवाओं को पारदर्शी भर्ती के जरिए सरकारी नौकरी दी जा चुकी है। स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि अखिलेश को ODOP की सफलता पच नहीं रही। एक जिला एक उत्पाद योजना से 96 लाख MSME यूनिट खड़ी हुईं और करोड़ों युवाओं को रोजगार मिला। सपा शासनकाल में जहां उद्योग यूपी से पलायन करते थे, आज यूपी निवेशकों का हब बन गया है।

उन्होंने कहा कि सपा के समय मुख्यमंत्री खुद माफियाओं से समझौते करते थे, जबकि योगी सरकार ने प्रदेश से माफियाओं को जड़ से उखाड़ फेंका है। आज बेटी, व्यापारी और किसान सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की भ्रामक बातें उनकी असफलताओं को छिपाने का हथकंडा भर हैं। सपा सरकार वादों पर चलती थी, जबकि योगी सरकार तथ्यों पर काम करती है। 2027 में जनता इसका फैसला करेगी।
समाज, शिक्षा और राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए डॉ. अतुल कृष्ण को मुख्यमंत्री योगी ने किया सम्मानित

लखनऊ। शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कार और भारतीयता को अपने जीवन का मूल ध्येय बनाने वाले, तथा इन क्षेत्रों में निरंतर सेवा देने वाले सुभारती समूह के संस्थापक डॉ. अतुल कृष्ण को उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाज एवं राष्ट्र की प्रगति में उनके अप्रतिम योगदान के लिए सम्मानित किया।

इस भेंट के दौरान डॉ. अतुल कृष्ण ने अपनी स्व-लिखित पुस्तकों की प्रतियां मुख्यमंत्री को भेंट कीं, जिनमें 'आधारशीला' तथा 'जीवन तरंगनी' के भाग 2 और 3 प्रमुख हैं। यह पुस्तकें राष्ट्र के प्रति समर्पण, भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों और जीवन-दर्शन को उजागर करती हैं।

डॉ. अतुल कृष्ण केवल एक शिक्षाविद् नहीं, बल्कि एक विचारक, लेखक और समाजसेवी भी हैं। उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुभारती समूह के माध्यम से उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जिसे आज एक विश्वसनीय और प्रेरणादायक संस्था के रूप में देखा जाता है। सिर्फ संस्थान निर्माण ही नहीं, डॉ. कृष्ण ने लेखन के माध्यम से भी समाज को जागरूक करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का कार्य किया है। उनकी चर्चित पुस्तकों में —

आधारशीला,

जीवन तरंगनी (भाग 2 और 3),

पलायन,

उन्नति के पथ पर,

उत्तराखंड के बलिदानी,

तथा राष्ट्रीयता से प्रेरित ‘राष्ट्र-अनुभूति’ शामिल हैं।

इन रचनाओं के माध्यम से उन्होंने सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय विषयों पर गहराई से प्रकाश डाला है। उनकी नवीनतम कृति ‘जीवन तरंगनी – भाग 3’ हाल ही में प्रकाशित हुई है, जबकि इस शृंखला के दो और भागों पर कार्य प्रगति पर है।

मुख्यमंत्री से यह भेंट न केवल एक लेखक व विचारक को मान्यता देने का प्रतीक है, बल्कि यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश सरकार ऐसे व्यक्तित्वों के योगदान को आदर के साथ स्वीकार करती है, जो "राष्ट्र प्रथम" के भाव को जीवन में धारण करते हुए समाज को सकारात्मक दिशा देने का कार्य कर रहे हैं।
रामचरित मानस मंथन वैचारिक रत्न का हुआ लोकार्पण






बूढ़नपुर तहसील अंतर्गत गोपालगंज बाजार के टहर किशुनदेवपुर ग्राम सभा में 15 सितंबर 2025 को स्वर्गीय रामविलास मौर्य जी की पुण्यतिथि के अवसर पर डॉ उमाशंकर सिंह पूर्व कला संकाय प्रमुख पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर की अध्यक्षता में तथा साहित्यकार लालबहादुर चौरसिया लाल के संचालन में एक भव्य समारोह का आयोजन हुआ। जिसमें डॉ श्यामवृक्ष मौर्य द्वारा सृजित ग्रंथ "रामचरितमानस मंथन के वैचारिक रत्न" का लोकार्पण तथा सम्मान समारोह का कार्यक्रम संपन्न किया गया। सम्मान समारोह के अंतर्गत प्रोफेसर उपेंद्रनाथ त्रिपाठी जी को गोस्वामी तुलसीदास अलंकरण सम्मान 2025, श्री राम कुमार यादव पूर्व प्रधानाचार्य शाहपुर इंटर कॉलेज को संत पलटू दास साहब अलंकरण सम्मान 2025, डॉ अर्चना सिंह को योगेश्वर कृष्ण कर्मयोगी सम्मान 2025, श्री अशोक चौबे को योगेश्वर कृष्ण पितृ भक्ति सम्मान 2025, श्री विनोद मौर्य को योगेश्वर कृष्ण मातृ भक्ति सम्मान 2025 से सम्मानित किया गया। साथ में वरिष्ठ नागरिक श्री राम विनय यादव जी को अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रसिद्ध लोक गायक वीरेंद्र भारती ने आए हुए लोगों के सम्मान में स्वागत गीत प्रस्तुत करके सबका मन मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में डॉ श्यामवृक्ष मौर्य ने अपने पूज्य काका व माता जी को नमन करते हुए सबका सम्मान किया और काका स्वर्गीय रामविलास मौर्य के प्रति रचित कविता का पाठ किया। मुख्य वक्ता के रूप में डॉ जयराम यादव ने पुस्तक की भूरि भूरि सराहना की। युवा कवि महेंद्र मौर्य ने अपनी कविता प्रस्तुत की। आए हुए अतिथियों में योगेश्वर कृष्ण योग शिविर के सम्मानित सदस्यों के साथ-साथ श्री परमहंस सिंह , श्री विजय बहादुर चौबे, डॉ दुष्यंत कुमार त्रिपाठी, श्री हनुमान सिंह, श्री शत्रुघ्न दास, युवा नेता श्री मनीष यादव, श्री रामानंद यादव, श्री फौजदार सिंह, श्री शिवपाल मौर्य, श्री रणविजय मिश्र, श्री आशुतोष सिंह, डॉ रामकुमार मौर्य सहित सैकड़ों गणमान्य लोग शामिल रहे। कार्यक्रम के अंत में डॉ श्यामवृक्ष मौर्य जी ने आए हुए सभी अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया।
विहिप ने दिया अवर अभियंता के विरुद्ध सांकेतिक धरना एसडीओ द्वारा कार्रवाई के आश्वासन पर धरना स्थगित
आचार्य ओमप्रकाश वर्मा नगरा बलिया! विद्युत उपकेन्द्र के अवर अभियंता के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि जेई विद्युत उपभोक्ताओं के साथ बदसलूकी कर रहे हैं और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। विहिप जिलाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह चंदेल ने कहा कि अवर अभियंता सरकार को बदनाम करने के लिए लोगों का उत्पीड़न कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और विहिप कार्यकर्ताओं के साथ जेई का व्यवहार उचित नहीं है। भाजपा से जुड़े लोगों की बिजली बकाया बिल दिखाकर काट दी जा रही है।धरने के दौरान पहुंचे उप खंड अधिकारी ने कार्यकर्ताओं की शिकायतों को सुना। उन्होंने बताया कि इस मामले में अधीक्षण अभियंता बलिया से बात हुई है। जेई पर लगे आरोपों की जांच चल रही है और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। विहिप जिलाध्यक्ष ने चेतावनी दी कि यह सिर्फ सांकेतिक प्रदर्शन है। अगर कार्रवाई नहीं हुई तो विहिप बड़ा आंदोलन करेगी। प्रदर्शन में अरविंद मिश्र, दीपक कुमार, शशि जायसवाल, रणधीर प्रसाद, विद्या सागर सिंह, अनूप वर्मा, तेज बहादुर सिंह, सतीश सोनी और सन्नी सिंह समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
जनता दर्शन में मुख्यमंत्री से भेंट कर, फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर लाखों का घोटाला, जांच कराए जाने की मांग

फर्रुखाबाद l उत्तर प्रदेश परिवहन निगम फर्रुखाबाद डिपो में कार्यरत स्टेशन इंचार्ज गौरीशंकर ने फर्जी जाति एवम शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार पर नियुक्ति कराकर 32 वर्षों में करोडो रूपये के घोटाले की विशेष जाँच कराकर कार्यवाही किये जाने के संबंध में पार्थना पत्र दिया है l फर्रुखाबाद डिपो में बीसी पद से सेवानिवृत हुए पीड़ित नवीं शेर ने मुख्यमंत्री से कहा कि आप से तीसरी बार मुलाकाल कर रहा हू, फर्रुखाबाद डिपो में हो रहे भ्रष्टाचार के कुछ सबूत भी पेस कर चुके है। स्टेशन इंचार्ज के पद पर कार्यरत गौरी शंकर है जिन्होंने तहसील जलेसर ग्राम मिर्जापुर जिला एटा के फर्जी जाति एवम शैक्षिक प्रमाण पत्र मृतक अनोखे लाल पुत्र गौरीशंकर यादव के लगे हुए है।

जबकि कि गौरी शंकर ने आठ अक्टूबर 2010 को छिबरामऊ डिपो में लाखो रूपये के कंप्यूटर में घोटाला किया और कंप्यूटर जलाकर राख कर दिया घोटाले की जांच नहीं हो सकी । 15 दिसंबर 2017 में कैश गबन हुआ था उस समय गौरी शंकर के पास डबल लॉक की चाबी थी सरकारी कैश गबन की जाँच नहीं हुई थी। 13 जनवरी 2010 को एटीएम मशीने में लाखो रूपये का घोटाला हुआ था कोई जाँच नहीं हुई।

वर्ष 1997-1998 फर्रुखाबाद डिपो डीजल टैंक से पुरा डीजल टैंक गायब हुआ था जाँच करने पर बताया गया कि डीजल डिग्गी तालाब में वह गया था l जांच इसलिए नहीं हुई थी गौरी शंकर स्टेशन इंचार्ज के बहनोई कृपाल सिंह क्षेत्रीय प्रबन्धक इटावा थे और गौरी शंकर 8 अप्रैल 1994 में परिचालक भर्ती में बाबू की (बी० सी०) का भुगतान लिया था 11 अगस्त 2025 तक करोडो रूपये हड़पकर राकेश कुमार बेरिया सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक ने ऑनलाइन रिपोर्ट भेजी आई० जी० आर० एस० फर्रुखाबाद को सारे भ्रष्टाचार को माफ कर दिया है जबकि 234959 करीब तम्त वर्षों से जमा नहीं कराये गड़ी है। पीड़ित ने कहा कि गौरी शंकर दूसरे रीजन में ट्रांसपार करने के बाद सारी जांचे कराई जाये साथ ही कार्यवाही किए जाने की मांग की है l

ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर की फैमिली के उड़ गए थे चीथड़े, जैश कमांडर मसूद इलियास ने कबूला

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ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना की स्ट्राइक में जैश के आतंकी मसूद अजहर का पूरा परिवार खत्म हो गया था। जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर मसूद इलियास ने ये बात कबूल की है। मसूद इलियास ने कहा है कि भारत के हमले में मसूद अजहर का पूरा परिवार मारा गया है। इलियास का कहना है कि 7 मई की रात को मसूद परिवार के लोग बहावलपुर में सो रहे थे। स्ट्राइक में परिवार टुकड़ों में बिखर गया।

भारत ने 6-7 मई की रात, जब ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, उसी के बाद कह दिया था कि मसूद अजहर का पूरा परिवार और दर्जनों आतंकवादी मारे गये हैं, लेकिन अब ऑपरेशन सिंदूर के कई महीने बाद अब आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के कमांडर ने ये बात कबूली है।

7 मई को मौलाना मसूद के परिवार हुआ तबाह

जैश ए मोहम्मद के कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मसूद इलियास कश्मीरी ने बताया कि किस तरह से भारतीय सशस्त्र बलों ने उनके ठिकानों को निशाना बनाया और उन्हें तबाह कर दिया। वीडियो में मसूद इलियास कहते हुए सुनाई दे रहा है कि अपने देश की सीमाओं की हिफाजत के लिए हम दिल्ली में लड़े, काबुल और कांधार में लड़े। सबकुछ कुर्बान करने के बाद 7 मई को मौलाना मसूद अजहर के परिवार को तबाह कर दिया गया। भारतीय सुरक्षा बलों ने बहावलपुर में उन्हें टुकड़े-टुकड़े कर दिया।

भारतीय मिसाइल हमलों में 14 लोगों की मौतों

मसूद इलियास ने माना है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बहावलपुर के मार्काज सुब्हान अल्लाह कॉम्प्लेक्स जैश का मुख्यालय था। उस पर भारतीय मिसाइल हमलों में मसूद अजहर के 10 परिवारजन और 4 सहयोगी मारे गए। इनमें अजहर की बहन, उसका पति और कई बच्चे शामिल थे। पाकिस्तानी मीडिया ने शुरुआत में 14 मौतों की रिपोर्ट की थी, लेकिन अजहर ने खुद पुष्टि की कि उनका पूरा परिवार खत्म हो गया। यह कॉम्प्लेक्स 15 एकड़ में फैला था, जहां युवाओं को ट्रेनिंग और कट्टरपंथी शिक्षा दी जाती थी।

. समरजीत सिंह बने शिक्षक एमएलसी चुनाव के बिल्थरारोड विधानसभा संयोजक, क्षेत्र में खुशी की लहर
राम ईश्वर प्रजापति नगरा बलिया! । भारतीय जनता पार्टी के द्वारा डा0 समरजीत सिंह को शिक्षक एमएलसी चुनाव का बिल्थरारोड विधानसभा संयोजक नियुक्त किया गया है। यह घोषणा होते ही क्षेत्र में हर्ष की लहर दौड़ गई। लोगों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया और उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सूर्य प्रताप सिंह शाही (मंडल अध्यक्ष), पंचम गुप्ता, धर्मराज सिंह, विकी, आशुतोष पांडे, कृष्ण पाल यादव, जयप्रकाश जयसवाल, दीपक, रामायण ठाकुर, संजय पांडे, कृष्ण कुमार कुशवाहा समेत अनेक सम्मानित लोगों ने उन्हें बधाई दी। डा. समरजीत सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है, उसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाना उनका कर्तव्य होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज की रीढ़ हैं और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे। संगठन को मजबूत बनाने के साथ-साथ शिक्षकों की आवाज़ को सदन तक पहुँचाना उनकी प्राथमिकता होगी। डा. सिंह ने विश्वास जताया कि सबके सहयोग से शिक्षक एमएलसी चुनाव में ऐतिहासिक सफलता प्राप्त होगी।
हिमाचल से उत्तराखंड तक तबाही का मंजर, देहरादून के सहस्रधारा में बादल फटा, मंडी में बारिश ने बरपाया कहर

#dehraduncloudburstfloodinmandi_dharampur

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर तबाही मची है। उत्तराखंड में लगातार बारिश अपना कहर बरपा रही है। देर रात देहरादून के सहस्रधारा क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही मची है। वहीं मसूरी में देर रात भारी बारिश से मजदूरों के आवास के ऊपर मलबा आ गया। घटना में एक मजदूर की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया। इधर हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर पहाड़ों पर आफत की बारिश आई है। मंडी जिले में मूसलधार बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। पिछले 24 घंटों से जारी तेज बारिश ने नदियों और नालों का जलस्तर अचानक बढ़ा दिया है। इस विपदा में 3 लोगों की मौत हो गई है।

करीब 100 लोग फंसे

सहस्रधारा क्षेत्र में सोमवार देर रात बादल फटा। स्थानीय लोगों के मुताबिक मुख्य बाजार में मलबा आने से दो से तीन बड़े होटल और कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कार्डीगाड़ के ग्राम प्रधान राकेश जवाड़ी ने अमर उजाला को बताया कि घटना रात करीब साढ़े 11 बजे की है। कार्डीगाड़ में बादल फटने के बाद मुख्य बाजार में बड़े पैमाने पर मलबा आ गया। इससे दो से तीन बड़े होटल क्षतिग्रस्त हो गए जबकि एक मार्केट में बनीं करीब 7 से 8 दुकानें ध्वस्त हो गईं। वहां पर करीब 100 लोग फंस गए थे जिन्हें गांव वालों ने सकुशल रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

मसूरी में भी मलबा आने से मजदूर की मौत

दूसरी तरफ मसूरी में भी झड़ी पानी में एक मजदूर के आवास पर मलबा आ गया. घटना में एक मजदूर की मौत हो गई है और एक गंभीर रूप से घायल हो गया है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गई और घायल मजदूर को उपचार के लिए अस्पताल ले गए। शहर कोतवाल संतोष कुमार ने बताया कि बारिश का पानी और मलबा मजदूर के कच्चे आवास के ऊपर आ गया था। इससे एक मजदूर की मलबे में दबने से मौके पर ही मौत हो गई और एक मजदूर घायल हो गया है।

हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश

दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश आई है। मंडी जिले में पिछले 24 घंटों से जारी तेज बारिश ने नदियों और नालों का जलस्तर अचानक बढ़ा दिया है। इस विपदा में 3 लोगों की मौत हो गई है। धर्मपुर में देखते ही देखते पानी का सैलाब बाजार और बस अड्डे में घुस गया। धर्मपुर बस अड्डा पूरी तरह जलमग्न हो गया है। वहां खड़ी कई बसें पानी में बह गईं। बाजार की दर्जनों दुकानें और स्टॉल भी बहाव की चपेट में आ गए। लोगों के घरों में घुटनों तक पानी भर गया और सारा सामान बर्बाद हो गया।

कलाकार रवीन्द्र कुशवाहा गोरखपुर के इण्टरनेशनल फ्रेंडशिप आर्ट वर्कशॉप और सेमिनार में आमंत्रित कलाकार।


संजय द्विवेदी प्रयागराज।अंतर्राष्ट्रीय कला जगत में प्रयागराज एवं भारत का नाम रोशन करने वाले प्रयागराज के मशहूर चित्रकार रवीन्द्र कुशवाहा को गोरखपुर में आयोजित वसुधैव कुटुंबकम् चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मित्रता कला शिविर एवं सगोष्ठी में सादर आमंत्रित किया गया है।अभी-अभी रवीन्द्र कुशवाहा की अंतरराष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी अमेरिका के जर्मनटाउन में धूम मचाकर आई है तथा अगली अंतरराष्ट्रीय कला प्रदर्शनी इनकी नार्वे स्वीडन में आयोजित है।

ललितकला संस्थान ललिता ए ट्रस्ट ऑफ फाइन आर्ट, फोक आर्ट, परफॉर्मिंग आर्ट एंड कल्चर तथा राज्य ललित कला अकादमी संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश सरकार के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित 6 देशों के 64 प्रख्यात कलाकार जो चार दिवसीय इंटरनेशनल फ्रेंडशिप आर्ट कैम्प एण्ड सेमिनार में अपनी रचनात्मक कला व भावपूर्ण चित्रण का जलवा बिखेरेंगे ।

कबीर के नाम पर उत्तर प्रदेश में स्थापित होंगे वस्त्र एवं परिधान पार्क: मुख्यमंत्री
* प्रत्येक पार्क न्यूनतम 50 एकड़ भूमि पर विकसित होगा, सहायक इकाइयों व सीईटीपी की होगी अनिवार्यता

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग क्षेत्र में निजी निवेशकों की बढ़ती रुचि को देखते हुए विभिन्न जिलों में वस्त्र एवं परिधान पार्क स्थापित करने का निर्णय लिया है। मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पारंपरिक हथकरघा और वस्त्र उत्पादों की समृद्ध धरोहर वाला राज्य है, जिसकी क्षमता का सही उपयोग होने पर प्रदेश को राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी नई पहचान दिलाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वस्त्र एवं परिधान का वैश्विक बाजार वर्ष 2030 तक 2.3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है और भारत इसमें 8 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर के साथ सबसे तेज़ी से बढ़ते देशों में है। ऐसे परिदृश्य में उत्तर प्रदेश की भागीदारी इस क्षेत्र में निर्णायक सिद्ध हो सकती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रस्तावित योजना को महान संत कबीर के नाम पर समर्पित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संत कबीर ने अपने जीवन दर्शन में श्रम, सादगी और आत्मनिर्भरता को सर्वोपरि माना और यही भाव इस योजना का आधार बनेगा। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि इस योजना के माध्यम से निवेश, उत्पादन और रोजगार के नए अवसरों के साथ-साथ परंपरा और आधुनिकता का संतुलन स्थापित होगा।

बैठक में प्रस्तुत विवरण के अनुसार, वर्तमान में उत्तर प्रदेश देश के शीर्ष वस्त्र एवं परिधान निर्यातक राज्यों में शामिल है। वित्त वर्ष 2023-24 में प्रदेश से लगभग 3.5 अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात हुआ, जो देश के कुल वस्त्र एवं परिधान निर्यात का लगभग 9.6 प्रतिशत है। इस क्षेत्र का प्रदेश की जीडीपी में 1.5 प्रतिशत योगदान है, जबकि राज्य में प्रत्यक्ष रोजगार पाने वाले लगभग 22 लाख लोग इससे जुड़े हैं। वाराणसी, मऊ, भदोही, मिर्जापुर, सीतापुर, बाराबंकी, गोरखपुर और मेरठ जैसे पारंपरिक क्लस्टरों ने उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय परिधान मानचित्र पर महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। अधिकारियों ने बताया कि निवेश सारथी पोर्टल पर अब तक वस्त्र एवं परिधान क्षेत्र से जुड़े 659 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन प्रस्तावों के लिए लगभग 1,642 एकड़ भूमि की आवश्यकता है। कुल निवेश मूल्य 15,431 करोड़ रुपये आंका गया है और इसके फलस्वरूप लगभग 1,01,768 रोजगार अवसर सृजित होने का अनुमान है। प्रत्येक पार्क न्यूनतम 50 एकड़ भूमि पर विकसित किया जाएगा और इनमें प्रसंस्करण उद्योगों के लिए कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना अनिवार्य होगी। साथ ही बटन, ज़िपर, लेबल, पैकेजिंग और वेयरहाउस जैसी सहायक इकाइयों के विकास की भी व्यवस्था की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि निवेश प्रस्तावों को शीघ्र गति से क्रियान्वित करने हेतु भूमि की पहचान और विकास कार्य को तेज़ किया जाए। उन्होंने कहा कि योजना का क्रियान्वयन सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल अथवा नोडल एजेंसी के माध्यम से किया जाएगा, ताकि निवेशकों को समयबद्ध और सुगम सुविधाएं प्राप्त हों। सरकार की ओर से पार्कों तक सड़क, विद्युत और जलापूर्ति जैसी आधारभूत सुविधाएं प्राथमिकता पर उपलब्ध कराई जाएंगी। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से युवाओं के लिए कौशल विकास और रोजगार सृजन को इस योजना का मुख्य लक्ष्य बताया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संत कबीर वस्त्र एवं परिधान पार्क योजना न केवल निवेश और रोजगार के नए द्वार खोलेगी बल्कि उत्तर प्रदेश को वैश्विक वस्त्र एवं परिधान मानचित्र पर एक विशिष्ट पहचान भी दिलाएगी।

बैठक में एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए मुख्यमंत्री ने पॉवरलूम बुनकरों की उत्पादन लागत कम करने, आय बढ़ाने और परंपरागत वस्त्र उद्योग को नई मजबूती देने के उद्देश्य से बुनकरों के साथ संवाद करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बुनकर, परिश्रम और परंपरा के प्रतीक हैं। उनके हाथों से बना कपड़ा पूरे विश्व में पहचान रखता है। सरकार बुनकरों की मेहनत का सम्मान करते हुए उन्हें सस्ती बिजली उपलब्ध करा रही है। बुनकरों से संवाद बनाकर उनकी अपेक्षाओं को जानने और समझने की आवश्यकता है। इस संबंध में जनप्रतिनिधियों के सहयोग से विभाग द्वारा प्रक्रिया प्रारंभ की जाए। मुख्यमंत्री ने पॉवरलूम को सौर ऊर्जा से जोड़ने के लिए आवश्यक कार्यवाही के भी निर्देश दिए।
सपा शासनकाल भ्रष्टाचार और माफियागिरी का प्रतीक : स्वतंत्र देव सिंह

लखनऊ। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के आरोपों पर कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने जमकर पलटवार किया। स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सपा शासनकाल की यादें भ्रष्टाचार, अराजकता और माफियागिरी से जुड़ी हैं, जबकि योगी सरकार ने कारीगरों से लेकर किसानों तक सबको राहत और सम्मान दिया है।

उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव विश्वकर्मा दिवस पर अवकाश की राजनीति करते हैं, लेकिन योगी सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना के जरिए करोड़ों कारीगरों को 15,000 रुपये तक का लोन, आधुनिक टूलकिट और बीमा सुविधा दी है। यह असली सम्मान है, जो कागजों पर नहीं, बल्कि जमीन पर दिखाई देता है। स्वतंत्र देव ने रिवर फ्रंट को ‘भ्रष्टाचार का प्रतीक’ बताते हुए कहा कि हजारों करोड़ रुपये जनता की गाढ़ी कमाई को डुबाने वाले आज सुंदरता की मिसाल देते हैं। योगी सरकार ने प्रदेश की करीब 100 नदियों के किनारे सवा दो करोड़ से अधिक पौधे लगवाए और नदियों को गाद और अतिक्रमण से मुक्त कर उन्हें जीवन दिया।

स्मार्ट सिटी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि लखनऊ आज  स्वच्छ सर्वेक्षण में टॉप-10 में जगह बनाई है, जबकि सपा सरकार के समय यूपी के शहर कचरे के ढेर थे। उन्होंने कहा कि सपा शासनकाल में गोरखपुर बाढ़ का केंद्र था। योगी सरकार की समयबद्ध व्यवस्थाओं से अब न सिर्फ गोरखपुर, बल्कि पूरे प्रदेश में बाढ़ पर नियंत्रण पाया गया है। आज बारिश का पानी नालियों से निकल जाता है और शहरों में जनजीवन सामान्य रहता है।
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सपा शासनकाल में आउटसोर्स कर्मी बिना वेतन भटकते थे। योगी सरकार ने आउटसोर्स सेवा निगम बनाया है, जिसमें कम से कम वेतन 20 हजार रुपये तय किया गया है और आरक्षण भी लागू है। अब तक 8.5 लाख युवाओं को पारदर्शी भर्ती के जरिए सरकारी नौकरी दी जा चुकी है। स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि अखिलेश को ODOP की सफलता पच नहीं रही। एक जिला एक उत्पाद योजना से 96 लाख MSME यूनिट खड़ी हुईं और करोड़ों युवाओं को रोजगार मिला। सपा शासनकाल में जहां उद्योग यूपी से पलायन करते थे, आज यूपी निवेशकों का हब बन गया है।

उन्होंने कहा कि सपा के समय मुख्यमंत्री खुद माफियाओं से समझौते करते थे, जबकि योगी सरकार ने प्रदेश से माफियाओं को जड़ से उखाड़ फेंका है। आज बेटी, व्यापारी और किसान सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की भ्रामक बातें उनकी असफलताओं को छिपाने का हथकंडा भर हैं। सपा सरकार वादों पर चलती थी, जबकि योगी सरकार तथ्यों पर काम करती है। 2027 में जनता इसका फैसला करेगी।
समाज, शिक्षा और राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए डॉ. अतुल कृष्ण को मुख्यमंत्री योगी ने किया सम्मानित

लखनऊ। शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कार और भारतीयता को अपने जीवन का मूल ध्येय बनाने वाले, तथा इन क्षेत्रों में निरंतर सेवा देने वाले सुभारती समूह के संस्थापक डॉ. अतुल कृष्ण को उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाज एवं राष्ट्र की प्रगति में उनके अप्रतिम योगदान के लिए सम्मानित किया।

इस भेंट के दौरान डॉ. अतुल कृष्ण ने अपनी स्व-लिखित पुस्तकों की प्रतियां मुख्यमंत्री को भेंट कीं, जिनमें 'आधारशीला' तथा 'जीवन तरंगनी' के भाग 2 और 3 प्रमुख हैं। यह पुस्तकें राष्ट्र के प्रति समर्पण, भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों और जीवन-दर्शन को उजागर करती हैं।

डॉ. अतुल कृष्ण केवल एक शिक्षाविद् नहीं, बल्कि एक विचारक, लेखक और समाजसेवी भी हैं। उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुभारती समूह के माध्यम से उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जिसे आज एक विश्वसनीय और प्रेरणादायक संस्था के रूप में देखा जाता है। सिर्फ संस्थान निर्माण ही नहीं, डॉ. कृष्ण ने लेखन के माध्यम से भी समाज को जागरूक करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का कार्य किया है। उनकी चर्चित पुस्तकों में —

आधारशीला,

जीवन तरंगनी (भाग 2 और 3),

पलायन,

उन्नति के पथ पर,

उत्तराखंड के बलिदानी,

तथा राष्ट्रीयता से प्रेरित ‘राष्ट्र-अनुभूति’ शामिल हैं।

इन रचनाओं के माध्यम से उन्होंने सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय विषयों पर गहराई से प्रकाश डाला है। उनकी नवीनतम कृति ‘जीवन तरंगनी – भाग 3’ हाल ही में प्रकाशित हुई है, जबकि इस शृंखला के दो और भागों पर कार्य प्रगति पर है।

मुख्यमंत्री से यह भेंट न केवल एक लेखक व विचारक को मान्यता देने का प्रतीक है, बल्कि यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश सरकार ऐसे व्यक्तित्वों के योगदान को आदर के साथ स्वीकार करती है, जो "राष्ट्र प्रथम" के भाव को जीवन में धारण करते हुए समाज को सकारात्मक दिशा देने का कार्य कर रहे हैं।
रामचरित मानस मंथन वैचारिक रत्न का हुआ लोकार्पण






बूढ़नपुर तहसील अंतर्गत गोपालगंज बाजार के टहर किशुनदेवपुर ग्राम सभा में 15 सितंबर 2025 को स्वर्गीय रामविलास मौर्य जी की पुण्यतिथि के अवसर पर डॉ उमाशंकर सिंह पूर्व कला संकाय प्रमुख पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर की अध्यक्षता में तथा साहित्यकार लालबहादुर चौरसिया लाल के संचालन में एक भव्य समारोह का आयोजन हुआ। जिसमें डॉ श्यामवृक्ष मौर्य द्वारा सृजित ग्रंथ "रामचरितमानस मंथन के वैचारिक रत्न" का लोकार्पण तथा सम्मान समारोह का कार्यक्रम संपन्न किया गया। सम्मान समारोह के अंतर्गत प्रोफेसर उपेंद्रनाथ त्रिपाठी जी को गोस्वामी तुलसीदास अलंकरण सम्मान 2025, श्री राम कुमार यादव पूर्व प्रधानाचार्य शाहपुर इंटर कॉलेज को संत पलटू दास साहब अलंकरण सम्मान 2025, डॉ अर्चना सिंह को योगेश्वर कृष्ण कर्मयोगी सम्मान 2025, श्री अशोक चौबे को योगेश्वर कृष्ण पितृ भक्ति सम्मान 2025, श्री विनोद मौर्य को योगेश्वर कृष्ण मातृ भक्ति सम्मान 2025 से सम्मानित किया गया। साथ में वरिष्ठ नागरिक श्री राम विनय यादव जी को अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रसिद्ध लोक गायक वीरेंद्र भारती ने आए हुए लोगों के सम्मान में स्वागत गीत प्रस्तुत करके सबका मन मुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में डॉ श्यामवृक्ष मौर्य ने अपने पूज्य काका व माता जी को नमन करते हुए सबका सम्मान किया और काका स्वर्गीय रामविलास मौर्य के प्रति रचित कविता का पाठ किया। मुख्य वक्ता के रूप में डॉ जयराम यादव ने पुस्तक की भूरि भूरि सराहना की। युवा कवि महेंद्र मौर्य ने अपनी कविता प्रस्तुत की। आए हुए अतिथियों में योगेश्वर कृष्ण योग शिविर के सम्मानित सदस्यों के साथ-साथ श्री परमहंस सिंह , श्री विजय बहादुर चौबे, डॉ दुष्यंत कुमार त्रिपाठी, श्री हनुमान सिंह, श्री शत्रुघ्न दास, युवा नेता श्री मनीष यादव, श्री रामानंद यादव, श्री फौजदार सिंह, श्री शिवपाल मौर्य, श्री रणविजय मिश्र, श्री आशुतोष सिंह, डॉ रामकुमार मौर्य सहित सैकड़ों गणमान्य लोग शामिल रहे। कार्यक्रम के अंत में डॉ श्यामवृक्ष मौर्य जी ने आए हुए सभी अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया।
विहिप ने दिया अवर अभियंता के विरुद्ध सांकेतिक धरना एसडीओ द्वारा कार्रवाई के आश्वासन पर धरना स्थगित
आचार्य ओमप्रकाश वर्मा नगरा बलिया! विद्युत उपकेन्द्र के अवर अभियंता के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि जेई विद्युत उपभोक्ताओं के साथ बदसलूकी कर रहे हैं और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। विहिप जिलाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह चंदेल ने कहा कि अवर अभियंता सरकार को बदनाम करने के लिए लोगों का उत्पीड़न कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और विहिप कार्यकर्ताओं के साथ जेई का व्यवहार उचित नहीं है। भाजपा से जुड़े लोगों की बिजली बकाया बिल दिखाकर काट दी जा रही है।धरने के दौरान पहुंचे उप खंड अधिकारी ने कार्यकर्ताओं की शिकायतों को सुना। उन्होंने बताया कि इस मामले में अधीक्षण अभियंता बलिया से बात हुई है। जेई पर लगे आरोपों की जांच चल रही है और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। विहिप जिलाध्यक्ष ने चेतावनी दी कि यह सिर्फ सांकेतिक प्रदर्शन है। अगर कार्रवाई नहीं हुई तो विहिप बड़ा आंदोलन करेगी। प्रदर्शन में अरविंद मिश्र, दीपक कुमार, शशि जायसवाल, रणधीर प्रसाद, विद्या सागर सिंह, अनूप वर्मा, तेज बहादुर सिंह, सतीश सोनी और सन्नी सिंह समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
जनता दर्शन में मुख्यमंत्री से भेंट कर, फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर लाखों का घोटाला, जांच कराए जाने की मांग

फर्रुखाबाद l उत्तर प्रदेश परिवहन निगम फर्रुखाबाद डिपो में कार्यरत स्टेशन इंचार्ज गौरीशंकर ने फर्जी जाति एवम शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार पर नियुक्ति कराकर 32 वर्षों में करोडो रूपये के घोटाले की विशेष जाँच कराकर कार्यवाही किये जाने के संबंध में पार्थना पत्र दिया है l फर्रुखाबाद डिपो में बीसी पद से सेवानिवृत हुए पीड़ित नवीं शेर ने मुख्यमंत्री से कहा कि आप से तीसरी बार मुलाकाल कर रहा हू, फर्रुखाबाद डिपो में हो रहे भ्रष्टाचार के कुछ सबूत भी पेस कर चुके है। स्टेशन इंचार्ज के पद पर कार्यरत गौरी शंकर है जिन्होंने तहसील जलेसर ग्राम मिर्जापुर जिला एटा के फर्जी जाति एवम शैक्षिक प्रमाण पत्र मृतक अनोखे लाल पुत्र गौरीशंकर यादव के लगे हुए है।

जबकि कि गौरी शंकर ने आठ अक्टूबर 2010 को छिबरामऊ डिपो में लाखो रूपये के कंप्यूटर में घोटाला किया और कंप्यूटर जलाकर राख कर दिया घोटाले की जांच नहीं हो सकी । 15 दिसंबर 2017 में कैश गबन हुआ था उस समय गौरी शंकर के पास डबल लॉक की चाबी थी सरकारी कैश गबन की जाँच नहीं हुई थी। 13 जनवरी 2010 को एटीएम मशीने में लाखो रूपये का घोटाला हुआ था कोई जाँच नहीं हुई।

वर्ष 1997-1998 फर्रुखाबाद डिपो डीजल टैंक से पुरा डीजल टैंक गायब हुआ था जाँच करने पर बताया गया कि डीजल डिग्गी तालाब में वह गया था l जांच इसलिए नहीं हुई थी गौरी शंकर स्टेशन इंचार्ज के बहनोई कृपाल सिंह क्षेत्रीय प्रबन्धक इटावा थे और गौरी शंकर 8 अप्रैल 1994 में परिचालक भर्ती में बाबू की (बी० सी०) का भुगतान लिया था 11 अगस्त 2025 तक करोडो रूपये हड़पकर राकेश कुमार बेरिया सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक ने ऑनलाइन रिपोर्ट भेजी आई० जी० आर० एस० फर्रुखाबाद को सारे भ्रष्टाचार को माफ कर दिया है जबकि 234959 करीब तम्त वर्षों से जमा नहीं कराये गड़ी है। पीड़ित ने कहा कि गौरी शंकर दूसरे रीजन में ट्रांसपार करने के बाद सारी जांचे कराई जाये साथ ही कार्यवाही किए जाने की मांग की है l

ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर की फैमिली के उड़ गए थे चीथड़े, जैश कमांडर मसूद इलियास ने कबूला

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ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना की स्ट्राइक में जैश के आतंकी मसूद अजहर का पूरा परिवार खत्म हो गया था। जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर मसूद इलियास ने ये बात कबूल की है। मसूद इलियास ने कहा है कि भारत के हमले में मसूद अजहर का पूरा परिवार मारा गया है। इलियास का कहना है कि 7 मई की रात को मसूद परिवार के लोग बहावलपुर में सो रहे थे। स्ट्राइक में परिवार टुकड़ों में बिखर गया।

भारत ने 6-7 मई की रात, जब ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, उसी के बाद कह दिया था कि मसूद अजहर का पूरा परिवार और दर्जनों आतंकवादी मारे गये हैं, लेकिन अब ऑपरेशन सिंदूर के कई महीने बाद अब आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के कमांडर ने ये बात कबूली है।

7 मई को मौलाना मसूद के परिवार हुआ तबाह

जैश ए मोहम्मद के कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में मसूद इलियास कश्मीरी ने बताया कि किस तरह से भारतीय सशस्त्र बलों ने उनके ठिकानों को निशाना बनाया और उन्हें तबाह कर दिया। वीडियो में मसूद इलियास कहते हुए सुनाई दे रहा है कि अपने देश की सीमाओं की हिफाजत के लिए हम दिल्ली में लड़े, काबुल और कांधार में लड़े। सबकुछ कुर्बान करने के बाद 7 मई को मौलाना मसूद अजहर के परिवार को तबाह कर दिया गया। भारतीय सुरक्षा बलों ने बहावलपुर में उन्हें टुकड़े-टुकड़े कर दिया।

भारतीय मिसाइल हमलों में 14 लोगों की मौतों

मसूद इलियास ने माना है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बहावलपुर के मार्काज सुब्हान अल्लाह कॉम्प्लेक्स जैश का मुख्यालय था। उस पर भारतीय मिसाइल हमलों में मसूद अजहर के 10 परिवारजन और 4 सहयोगी मारे गए। इनमें अजहर की बहन, उसका पति और कई बच्चे शामिल थे। पाकिस्तानी मीडिया ने शुरुआत में 14 मौतों की रिपोर्ट की थी, लेकिन अजहर ने खुद पुष्टि की कि उनका पूरा परिवार खत्म हो गया। यह कॉम्प्लेक्स 15 एकड़ में फैला था, जहां युवाओं को ट्रेनिंग और कट्टरपंथी शिक्षा दी जाती थी।

. समरजीत सिंह बने शिक्षक एमएलसी चुनाव के बिल्थरारोड विधानसभा संयोजक, क्षेत्र में खुशी की लहर
राम ईश्वर प्रजापति नगरा बलिया! । भारतीय जनता पार्टी के द्वारा डा0 समरजीत सिंह को शिक्षक एमएलसी चुनाव का बिल्थरारोड विधानसभा संयोजक नियुक्त किया गया है। यह घोषणा होते ही क्षेत्र में हर्ष की लहर दौड़ गई। लोगों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया और उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सूर्य प्रताप सिंह शाही (मंडल अध्यक्ष), पंचम गुप्ता, धर्मराज सिंह, विकी, आशुतोष पांडे, कृष्ण पाल यादव, जयप्रकाश जयसवाल, दीपक, रामायण ठाकुर, संजय पांडे, कृष्ण कुमार कुशवाहा समेत अनेक सम्मानित लोगों ने उन्हें बधाई दी। डा. समरजीत सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है, उसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाना उनका कर्तव्य होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज की रीढ़ हैं और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे। संगठन को मजबूत बनाने के साथ-साथ शिक्षकों की आवाज़ को सदन तक पहुँचाना उनकी प्राथमिकता होगी। डा. सिंह ने विश्वास जताया कि सबके सहयोग से शिक्षक एमएलसी चुनाव में ऐतिहासिक सफलता प्राप्त होगी।
हिमाचल से उत्तराखंड तक तबाही का मंजर, देहरादून के सहस्रधारा में बादल फटा, मंडी में बारिश ने बरपाया कहर

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उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर तबाही मची है। उत्तराखंड में लगातार बारिश अपना कहर बरपा रही है। देर रात देहरादून के सहस्रधारा क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही मची है। वहीं मसूरी में देर रात भारी बारिश से मजदूरों के आवास के ऊपर मलबा आ गया। घटना में एक मजदूर की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया। इधर हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर पहाड़ों पर आफत की बारिश आई है। मंडी जिले में मूसलधार बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। पिछले 24 घंटों से जारी तेज बारिश ने नदियों और नालों का जलस्तर अचानक बढ़ा दिया है। इस विपदा में 3 लोगों की मौत हो गई है।

करीब 100 लोग फंसे

सहस्रधारा क्षेत्र में सोमवार देर रात बादल फटा। स्थानीय लोगों के मुताबिक मुख्य बाजार में मलबा आने से दो से तीन बड़े होटल और कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कार्डीगाड़ के ग्राम प्रधान राकेश जवाड़ी ने अमर उजाला को बताया कि घटना रात करीब साढ़े 11 बजे की है। कार्डीगाड़ में बादल फटने के बाद मुख्य बाजार में बड़े पैमाने पर मलबा आ गया। इससे दो से तीन बड़े होटल क्षतिग्रस्त हो गए जबकि एक मार्केट में बनीं करीब 7 से 8 दुकानें ध्वस्त हो गईं। वहां पर करीब 100 लोग फंस गए थे जिन्हें गांव वालों ने सकुशल रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

मसूरी में भी मलबा आने से मजदूर की मौत

दूसरी तरफ मसूरी में भी झड़ी पानी में एक मजदूर के आवास पर मलबा आ गया. घटना में एक मजदूर की मौत हो गई है और एक गंभीर रूप से घायल हो गया है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गई और घायल मजदूर को उपचार के लिए अस्पताल ले गए। शहर कोतवाल संतोष कुमार ने बताया कि बारिश का पानी और मलबा मजदूर के कच्चे आवास के ऊपर आ गया था। इससे एक मजदूर की मलबे में दबने से मौके पर ही मौत हो गई और एक मजदूर घायल हो गया है।

हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश

दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश आई है। मंडी जिले में पिछले 24 घंटों से जारी तेज बारिश ने नदियों और नालों का जलस्तर अचानक बढ़ा दिया है। इस विपदा में 3 लोगों की मौत हो गई है। धर्मपुर में देखते ही देखते पानी का सैलाब बाजार और बस अड्डे में घुस गया। धर्मपुर बस अड्डा पूरी तरह जलमग्न हो गया है। वहां खड़ी कई बसें पानी में बह गईं। बाजार की दर्जनों दुकानें और स्टॉल भी बहाव की चपेट में आ गए। लोगों के घरों में घुटनों तक पानी भर गया और सारा सामान बर्बाद हो गया।