शीशों बिगहा मोड़ पर भाई-बहन पर फायरिंग, बाइक लूटकर अपराधी फरार एसपी ने किया निरीक्षण, SIT गठित

औरंगाबाद। ओबरा थाना क्षेत्र के शीशों बिगहा मोड़ के समीप गुरुवार देर शाम घात लगाए बैठे अपराधियों ने घर लौट रहे भाई-बहन पर हमला बोल दिया। बाइक छीनने के प्रयास का विरोध करने पर अपराधियों ने युवक को गोली मार दी, जबकि उसकी बहन के साथ मारपीट कर बाइक लेकर फरार हो गए। घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। घायल युवक की पहचान बिहारी बिगहा निवासी विकास कुमार, जबकि घायल बहन की पहचान वंदना कुमारी के रूप में हुई है। बताया जाता है कि वंदना गया में परीक्षा देकर अपने घर लौट रही थी। अनुग्रह नारायण रोड रेलवे स्टेशन पर उसका भाई विकास उसे लेने बाइक से गया था। दोनों घर लौट रहे थे, तभी शीशों बिगहा मोड़ के पास पहले से घात लगाए अपराधियों ने उन्हें रोक लिया और लूटपाट शुरू कर दी। विरोध पर अपराधियों ने विकास को गोली मार दी और वंदना के साथ मारपीट कर बाइक लेकर फरार हो गए।

स्थानीय लोगों ने दोनों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, ओबरा पहुंचाया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें सदर अस्पताल, फिर वहां से गया के मगध मेडिकल कॉलेज एंड गयाजी हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। दोनों का इलाज वहीं चल रहा है।

पुलिस का आधिकारिक बयान

जम्होर थाना क्षेत्र के गौरी–सोनबरसा रोड पर हुई इस घटना को लेकर पुलिस ने बताया कि अपराधियों ने तीन लोगों से एक हजार रुपये और मोबाइल फोन की लूट के दौरान विकास कुमार को गोली मारी। पुलिस के अनुसार घायल की स्थिति फिलहाल सामान्य बताई जा रही है। घटना के संबंध में जम्होर थाना कांड संख्या 281/25 दर्ज किया गया है। कांड की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अम्बरीष राहुल ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर-01 के नेतृत्व में SIT का गठन किया है। SIT तकनीकी इनपुट, CCTV फुटेज और आसूचना के आधार पर अपराधियों की पहचान में जुटी है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी जल्द सुनिश्चित की जाएगी।

एसपी ने किया घटनास्थल का निरीक्षण

घटना की जानकारी मिलते ही एसपी अम्बरीष राहुल ने शुक्रवार को घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को त्वरित उद्भेदन, सक्रिय छापेमारी और अपराधकर्मियों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए। क्षेत्र में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को लेकर लोगों में भय व्याप्त है, वहीं पुलिस मामले को प्राथमिकता पर लेकर काम कर रही है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय

भारतीय किसान यूनियन,( तोमर) का 41सदस्य प्रतिनिधि मंडल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से मिला दिया आश्वासन
बहसुमा। मेरठ। बहसुमा के युवा जिला अध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने बतायाभारतीय किसान यूनियन (तोमर) का 41 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी संजीव तोमर के नेतृत्व में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से देहरादून स्थित विधानसभा में मिला। युवा जिला अध्यक्ष अभिषेक चौधरी  बहसुमा ने बताया मुख्यमंत्री ने किसानों की सभी प्रमुख समस्याओं के त्वरित समाधान का आश्वासन दिया।

चौधरी संजीव तोमर ने बताया कि संगठन द्वारा पहले 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री घेराव की घोषणा की गई थी, लेकिन पिछले दो दिनों से देहरादून व हरिद्वार प्रशासन की सक्रियता तथा सरकार के आग्रह पर प्रतिनिधिमंडल को सीएम ने वार्ता के लिए बुलाया। बैठक लंबी चली, जिसमें लगभग 31 सूत्रीय ज्ञापन मुख्यमंत्री को सौंपा गया।

मुख्य मांगों में गन्ने का मूल्य 500 रुपये प्रति क्विंटल करने, लंबित गन्ना भुगतान तुरंत कराने, इकबाल शुगर मिल के बकाया जल्द जारी करने, पहाड़ी क्षेत्रों में जंगली जानवरों व हाथियों द्वारा फसल नुकसान पर उचित मुआवजा देने की मांग शामिल रही। इसके अलावा प्राकृतिक आपदाओं, नदियों के कटान से नष्ट फसलों का मुआवजा, उत्तराखंड में 10 वर्ष से निवास कर रहे नागरिकों को नागरिकता प्रदान करने तथा पहाड़ी किसानों को कृषि यंत्र निःशुल्क उपलब्ध कराने की मांग भी रखी गई।

मुख्यमंत्री ने इकबालपुर नहर में जल्द पानी छोड़ने का भरोसा देते हुए कहा कि ज्ञापन के प्रत्येक बिंदु पर गंभीरता से कार्यवाही की जाएगी।

इस अवसर पर राष्ट्रीय प्रतिनिधि पवन त्यागी, तालीब हसन, भूपेंद्र चौहान, अंकित चौहान, हाजी मुस्तकीम, पर्वेन्द्र चौधरी, सुमित, अजय त्यागी, वीरेन्द्र तेवितिया सहित संगठन के अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।
जस्टिस जीआर स्वामीनाथन के समर्थन में आए 56 रिटायर्ड जज, महाभियोग प्रस्ताव की कड़ी निंदा की

#justiceswaminathan56exjudgesinsupport

मद्रास हाई कोर्ट के जस्टिस जीआर स्वामीनाथन पर महाभियोग प्रस्ताव पेश होने के बाद सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश उनके समर्थन में उतर आए हैं। सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के 56 रिटायर्ड जजों ने एक संयुक्त बयान जारी कर मद्रास हाई कोर्ट के जस्टिस जीआर स्वामीनाथन के खिलाफ लाए जा रहे महाभियोग प्रस्ताव की कड़ी निंदा की है।

“न्यायपालिका को डराने की कोशिश”

जस्टिस स्वामीनाथन ने तमिलनाडु के मदुरै में तिरुपरनकुंद्रम सुब्रमणिया स्वामी मंदिर के पास पहाड़ी पर पवित्र दीपक जलाने का आदेश दिया था, जिसके बाद विपक्ष उनपर महाभियोग लगाकर उन्हें जज पद से हटाने की मुहिम में जुटा है। जिसके बाद पूर्व जजों ने इस मामले में महाभियोग के प्रस्ताव पर गंभीर आपत्ति जाहिर की है। 56 पूर्व जजों ने अपने बयान में कहा गया है कि कुछ सांसदों और वरिष्ठ वकीलों द्वारा उठाया गया यह कदम राजनीतिक प्रेरित है और इसका उद्देश्य न्यायपालिका को डराना है, जबकि महाभियोग जैसी संवैधानिक प्रक्रिया का इस्तेमाल केवल दुर्लभ और अत्यंत गंभीर मामलों में ही होना चाहिए।

“आपातकाल की याद दिलाता है”

पूर्व जजों ने चेतावनी दी है कि अगर इसे जारी रहने दिया गया, तो यह लोकतंत्र और न्यायपालिका की स्वतंत्रता की जड़ों को ही नष्ट कर देगा। बयान में कहा गया कि जज स्वामीनाथन पर महाभियोग प्रस्ताव पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की सरकार में 1975 में घोषित आपातकाल की याद दिलाता है। जब जजों को प्रताड़ित करने के लिए तमाम तंत्र अपनाए गए थे, जिनमें पदोन्नति को रद्द करना भी शामिल था।

“फैसले अनुकूल नहीं रहे, तो बदनाम करने की कोशिशें”

पूर्व जजों ने पत्र में साफतौर पर कहा कि किसी निर्णय से असहमति हो तो उसका समाधान कानूनी अपील और तर्कपूर्ण आलोचना है न कि न्यायाधीशों को डराने की कोशिश। पूर्व न्यायाधीशों ने यह भी कहा कि हाल के वर्षों में जब-जब अदालतों के फैसले कुछ राजनीतिक हितों के अनुकूल नहीं रहे, तब शीर्ष न्यायाधीशों और प्रमुख न्यायाधीशों को बदनाम करने की कोशिशें हुई हैं।

पूर्व न्यायाधीशों की खास अपील

पूर्व न्यायाधीशों ने सांसदों, बार, नागरिक समाज और आम नागरिकों से अपील की है कि वे ऐसे कदमों को अस्वीकार करें और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को मजबूती से संरक्षित करें। उनका कहना है कि न्यायिक जवाबदेही संवैधानिक मूल्यों और न्यायिक प्रक्रिया के भीतर तय होती है न कि राजनीतिक दबाव या महाभियोग की धमकी से।

Mirzapur : पुलिस और गौ-तस्करों की मुठभेड़ में गौतस्कर घायल, दो थानों की पुलिस फोर्स ने की घेराबंदी


मीरजापुर‌। उत्तर प्रदेश की मिर्ज़ापुर पुलिस की तड़के हुईं गौ-तस्करों से मुठभेड़ में एक को घायल होना बताया गया है। नरायनपुर व अदलहाट थाना पुलिस के साथ भोर में शेरपुर गांव के पास हुए मुठभेड़ में एक गौ-तस्कर घायल हो गया, जबकि गाय एवं बैल से भरी एक डीसीएम को बरामद कर लिया गया है‌ घायल पशु तस्कर को जिला अस्पताल भेज कर मौके से डीसीएम में क्रूरता पूर्वक बांधकर वध के लिए ले जाए जा रहे 37 बरामद गोवंश को गौशाला को सुपूर्द किया गया है। पुलिस टीम ने पशु तस्कर से प्रयुक्त अवैध तमंचा व कारतूस भी बरामद किया है।

*पशु तस्कर रीवा (मध्यप्रदेश) से जा रहें थें बिहार*

बता दें कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा के नेतृत्व में पशु तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश के अनुक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन व क्षेत्राधिकारी चुनार के नेतृत्व में थाना अदलहाट पुलिस टीम को सफलता हाथ लगी। 11/12 दिसंबर 2025 की रात्रि में थाना अदलहाट पुलिस को मुखबीर के जरिए सूचना मिली कि एक डीसीएम पर गोवंश लादकर रीवा (मध्यप्रदेश) से बिहार ले जाया जा रहा है। अदलहाट पुलिस थाना टीम द्वारा डीसीएम का पीछा किया गया तो शेरपुर तिराहे के पास डीसीएम को खड़ी कर दो पशु तस्कर डीसीएम से नीचे उतरकर गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किये, परन्तु पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी कार्यवाही की गयी, जिसमें एक गो-तस्कर के बाएं पैर में गोली लगी है, जबकि दूसरा गो-तस्कर भागने में सफल रहा। पुलिस मुठभेड़ में घायल, गिरफ्तार अफजाल अहमद 40 वर्ष पुत्र साबिर अली निवासी मुरादपुर थाना सिधौंली जनपद हापुड़ को पुलिस अभिरक्षा में इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया है, जहां उसकी स्थिति सामान्य है। पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार गौ तस्कर के पास से घटना में प्रयुक्त 1 अवैध तमंचा 315 बोर, 2 जिन्दा व 2 खोखा कारतूस 315 बोर तथा मौके से डीसीएम वाहन संख्याः UP37BT4013 में क्रूरता पूर्वक बांधकर वध हेतु ले जाए जा रहे 37 राशि गोवंश बरामद किया गया है। उक्त पुलिस मुठभेड़ एवं गिरफ्तारी, बरामदगी के सम्बन्ध में थाना अदलहाट पर मुकदमा पंजीकृत कर  अग्रिम विधिक कार्यवाही की गई है।
गुज्जू फिल्म फेस्ट: 10 दिन, 10 हिट फिल्में; हर दिन एक नई गुजराती हिट बिल्कुल मुफ्त, सिर्फ शेमारूमी पर

इस दिसंबर मनाइए गुज्जू फिल्म फेस्ट; हर दिन देखें एक नई गुजराती हिट, बिल्कुल मुफ्त सिर्फ शेमारूमी पर

10 दिन, 10 ब्लॉकबस्टर- 6 से 15 दिसंबर 2025 तक, शेमारूमी पर हर दिन नई गुजराती हिट मुफ्त में हो रही स्ट्रीम

गुजरात, दिसम्बर 2025 : दिसंबर का महीना शेमारूमी ने और भी खास बना दिया है। गुजराती सिनेमा की समृद्ध कला, संस्कृति और मनोरंजन का जश्न मनाते हुए यह प्लेटफॉर्म लेकर आया है ‘गुज्जु फिल्म फेस्ट’, जो 6 दिसंबर, 2025 से शुरू हो चुका है और 15 दिसंबर, 2025 तक चलेगा। इन दस दिनों के दौरान हर दिन एक नई गुजराती सुपरहिट फिल्म बिल्कुल मुफ्त देखने के लिए उपलब्ध है। यह अवसर दर्शकों को, विशेषकर गुजरात के दर्शकों को, उन फिल्मों को फिर से देखने या पहली बार देखने का मौका देता है, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर न सिर्फ सफलता पाई बल्कि राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर प्रशंसा जीती और दर्शकों के दिलों में जगह बनाई।

इस विशेष महोत्सव में ऐसी फिल्मों का चयन किया गया है, जो गुजराती सिनेमा की विविधता को पूरी तरह दर्शाता है। हर फिल्म गुजरात की किसी न किसी भाव, रंग, परंपरा, हास्य और जीवनशैली को अपने अंदाज़ में पेश करती है। 

हास्य से भरपूर ‘फ़क्त महिलाओं माटे’ में जहाँ एक व्यक्ति को महिलाओं के मन की बातें सुनने की अनोखी शक्ति मिलती है, वहीं ‘झमकुड़ी’ एक रहस्यमयी हवेली में बसे रोमांचक और डरावने अनुभवों को सामने लाती है। ‘बच्चूभाई’ एक बुजुर्ग व्यक्ति की जीवन के नए मोड़ पर शुरू हुई यात्रा को दर्शाती है, जबकि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ‘हेलारो’ कच्छ की महिलाओं की मुक्ति, साहस और अभिव्यक्ति की शक्ति को बेहद प्रभावी ढंग से दिखाती है। ‘मिथाडा मेहमान’ रिश्तों और अपनेपन से भरी एक प्यारी कहानी पेश करती है और ‘नाड़ी दोष’ प्रेम और ज्योतिष मान्यताओं के बीच के टकराव को संवेदनशीलता से उभारती है। ‘कच्छ एक्सप्रेस’ एक महिला की आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ती प्रेरक यात्रा को दर्शाती है, वहीं ‘ऑल द बेस्ट पंड्या’ परिवार की हँसी-मज़ाक से भरी उलझनों को मजेदार अंदाज़ में प्रस्तुत करती है। ‘वश’ अपने रोमांचक माहौल और रहस्य से दर्शकों को अंत तक बांधे रखती है और 'उम्बरो’ सात महिलाओं की उस भावनात्मक यात्रा को दिखाती है जहाँ वे अपने भीतर छिपी हिम्मत और खुशियों को नए सिरे से खोजती हैं।

पिछले दस सालों में गुजराती सिनेमा ने कहानी, प्रस्तुति और दर्शकों की पसंद तीनों ही स्तर पर उल्लेखनीय प्रगति की है। इस फेस्टिवल के ज़रिए शेमारूमी का उद्देश्य इस विकास का सम्मान करना और गुजराती कंटेंट को और अधिक लोगों तक बिना किसी बाधा के पहुँचाना है। यह पहल न केवल गुजराती फिल्मों की नई लहर का जश्न है, बल्कि उन दर्शकों के लिए भी एक अवसर है जिन्होंने इन फिल्मों को प्यार दिया और उन्हें लोकप्रिय बनाया।

इन तारीखों पर उपलब्ध फिल्मों की सूची दी गई है:

गुज्जू फिल्म फेस्ट लाइन-अप

10 दिन। 10 मुफ्त फिल्में

6 दिसंबर

झमकुड़ी

7 दिसंबर

बच्चूभाई

8 दिसंबर

हेलारो

9 दिसंबर

मिथाडा मेहमान

10 दिसंबर

नाड़ी दोष

11 दिसंबर

कच्छ एक्सप्रेस

12 दिसंबर

ऑल द बेस्ट पंड्या

13 दिसंबर

वश

14 दिसंबर

उम्बरो

15 दिसंबर

फ़क्त महिलाओं माटे

*कृषि ट्रैक्टरों द्वारा अवैध गन्ना परिवहन पर एआरटीओ प्रशासन की कार्रवाई*
*कृषि ट्रैक्टरों के माध्यम से अवैध तरीके से गन्ना परिवहन करने वाले वाहनों के विरुद्ध एआरटीओ प्रशासन की सख्त कार्रवाई*


*जनपद में अवैध तरीके से गन्ना परिवहन करने वाले वाहनों को बक्शा नहीं जायेगा-एआरटीओ प्रशासन*

*गोण्डा।एआरटीओ प्रशासन आर.सी. भारतीय द्वारा देर रात्रि बजाज चीनी मिल कुंदरखी यूनिट के अंतर्गत एक विशेष अभियान चलाया गया, जिसमें कृषि ट्रैक्टरों के माध्यम से अवैध तरीके से गन्ना परिवहन करने वाले वाहनों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की गई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य कृषि ट्रैक्टरों में अनधिकृत पंजीकृत ट्रॉला लगाने के जरिए गन्ना परिवहन को नियंत्रित करना और कृषि कानूनों की अनुपालन सुनिश्चित करना था।

इस अभियान के दौरान, एआरटीओ अधिकारियों ने देखा कि कई ट्रैक्टर जो केवल कृषि कार्य के लिए पंजीकृत थे, उन्हें कमर्शियल तरीके से ओवरहाइट गन्ना लोड करने के लिए उपयोग किया जा रहा था। विशेषकर, दो कृषि पंजीकृत ट्रैक्टरों में बड़े साइज के ट्रॉला संलग्न कर अवैध रूप से गन्ना परिवहन किया जा रहा था। यह स्पष्ट था कि ये ट्रैक्टर कृषि उद्देश्यों के बजाय वाणिज्यिक उपयोग के लिए परिवर्तित कर दिए गए थे, जो कि न केवल कानून का उल्लंघन करता है बल्कि कृषि क्षेत्र में अनुशासन और सुरक्षा को भी खतरे में डालता है।

एआरटीओ प्रशासन ने पूर्व निर्धारित मानकों का उल्लंघन करने वाले ट्रैक्टरों और ट्रॉला को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए। संबंधित वाहनों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्यवाही की गई है, ताकि इस प्रकार की अनाधिकृत गतिविधियों को रोका जा सके। प्रशासन ने किसानों और परिवहन मजदूरों को इस संबंध में जागरूक करते हुए यह सुनिश्चित किया है कि सभी किसान केवल मान्यता प्राप्त और पंजीकृत वाहनों का ही उपयोग करें। एआरटीओ प्रशासन का स्पष्ट संदेश है कि किसी भी प्रकार के अवैध परिवहन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नगर में महत्वपूर्ण स्थानों पर अलाव जलाए गए

अध्यक्ष डॉ. धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू के निर्देश पर ठंड से राहत हेतु पहल

बलरामपुर। बढ़ती शीतलहर और कड़ाके की ठंड को देखते हुए आदर्श नगर पालिका परिषद द्वारा शहर के प्रमुख एवं भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि डीपी सिंह बैस ने बताया कि परिषद अध्यक्ष डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू के निर्देश पर अधिशासी अधिकारी लाल चन्द मौर्य ने तत्परता के साथ नगर के विभिन्न हिस्सों में अलाव जलवाने की कार्रवाई कराई।

नगर के महिला हॉस्पिटल,मेमोरियल चिकित्सालय,वीर विनय चौराहा,अम्बेडकर चौराहा स्थित रैन बसेरा,बस स्टेशन,झारखंडी रेलवे स्टेशन,बलरामपुर रेलवे स्टेशन सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है,जिससे रात्रि के समय राहगीरों,गरीब तबके के लोगों तथा जरूरतमंदों को ठंड से राहत मिल सके।

अध्यक्ष डॉ.धीरू ने कहा कि नगर पालिका का उद्देश्य है कि इस भीषण ठंड में किसी भी नागरिक को असुविधा न हो। उन्होंने नगर पालिका कर्मियों को निर्देश दिए कि सभी निर्धारित स्थानों पर नियमित रूप से अलाव उपलब्ध कराए जाएं तथा आवश्यकता पड़ने पर नए स्थलों को भी तत्काल चिन्हित किया जाए।

नगरवासियों ने नगर पालिका की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि अलाव जलाए जाने से उन्हें काफी राहत मिली है। नगर पालिका ने आश्वासन दिया है कि शीतकालीन मौसम में यह व्यवस्था निरंतर जारी रहेगी।

300 रुपये न मिलने पर पत्नी दी जान,पेड़ से लटकता मिला शव
200 रुपये देने पर पति से थी नाराज

गोंडा।जिले के देहात कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत चंदवतपुर गांव में 28 वर्षीय रीता पांडेय ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।उसका शव घर से कुछ दूरी पर स्थित एक शीशम के पेड़ से लटकता मिला।घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।पुलिस के अनुसार रीता ने यह कदम पति अभय पांडेय से 300 रुपये न मिलने पर उठाया।


अभय पांडेय रात में बोलेरो चलाकर घर लौटा तो रीता ने उससे पैसे मांगे जिस पर अभय ने अपनी जेब से 300 रुपये में से 200 रुपये दिये,जबकि रीता पूरे 300 रुपये की मांग कर रही थी।इसी बात को लेकर पति पत्नी में विवाद हुआ और इसके बाद रीता घर से बाहर चली गई तथा देर रात तक घर न लौटने पर घर वालों ने उसकी तलाश की परन्तु घने कोहरे के कारण उसका पता नहीं चल सका।अगले दिन सुबह कोहरा छटने पर परिजनों को रीता का शव घर से कुछ ही दूरी पर शीशम के पेड़ से साड़ी के सहारे लटका मिला।परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना देहात कोतवाली पुलिस को दिया।मृतका रीता पांडेय के पिता ने पति अभय पांडेय समेत चार लोगों के खिलाफ दहेज न मिलने पर हत्या करने का आरोप लगाते हुये तहरीर दिया है।देहात कोतवाली पुलिस ने मृतका के पिता की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है और पूरे मामले के जांच में जुट गई है।बताया जा रहा है कि कटरा बाजार थाना क्षेत्र के समदरिया बिकारवा गांव के रहने वाले राम राखन ने अपनी लड़की रीता पांडेय की शादी छ: वर्ष पूर्व चंदवतपुर गांव के रहने वाले अभय पांडेय के साथ किया था।शादी के कुछ दिन के बाद से ही इन दोनों के बीच कभी खाना खाने को लेकर तो कभी खाना बनाने को लेकर आए दिन विवाद होता रहता था।वहीं मृतका के ससुर गोकुल पांडेय ने बताया कि चार महीना पहले भी घर पर फांसी लगा रही थी परन्तु हम लोगों ने बचा लिया था और पुलिस को सूचना भी दिया था।बाद में वह गोंडा जाकर अपने पति के साथ रह रही थी लेकिन तबियत खराब होने के कारण वापस यहीं आ गई थी।वहीं देहात कोतवाल शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि मृतका रीता पांडेय के पिता राम राखन ने पति अभय पांडेय, ससुर गोकुल पांडेय,देवर शुभम पाण्डेय व ननद शुभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को लेकर तहरीर दिया है जहाँ मुकदमा दर्ज करके पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी को सौंपी गई है और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।फिलहाल मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।

हेमंत सोरेन का केंद्र पर तीखा हमला: "झारखंड को कोई डरा नहीं सकता"

शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन अनुपूरक बजट पर बहस के दौरान सीएम ने कोविड वैक्सीन, अर्थव्यवस्था और छात्रवृत्ति कटौती पर साधा निशाना


रांची, झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन अनुपूरक बजट के पक्ष में बोलते हुए मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दो टूक कहा कि झारखंड 25 साल का हो गया है, इसे कोई डरा और डिगा नहीं सकता। उन्होंने गैर-बीजेपी शासित राज्यों के साथ केंद्र के व्यवहार पर भी सवाल उठाए।

प्रमुख आरोप और वक्तव्य

1. छात्रों के फेलोशिप में भारी कटौती

मुख्यमंत्री ने केंद्र पर छात्रों के साथ नाइंसाफी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आने वाली पीढ़ी के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार ने अनुसूचित जनजाति बच्चों की उच्च शिक्षा की योजनाओं के आवंटन में भारी कटौती की है:

राष्ट्रीय फेलोशिप और छात्रवृत्ति योजना: आवंटन में 90% की कमी।

राष्ट्रीय विदेश छात्रवृत्ति योजना: 95% की कमी।

अल्पसंख्यक समुदाय की छात्रवृत्ति: 40% से 63% की कटौती।

तकनीकी शिक्षा अनुदान: 61% की कटौती।

इसके विपरीत, उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार गुरुजी क्रेडिट कार्ड के जरिए ₹15 लाख का ऋण, सावित्री बाई फूले योजना और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग जैसी योजनाएं चला रही है।

2. राष्ट्रीय घटनाओं को 'डायवर्ट' करने का आरोप

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के विकास में झारखंड का सबसे ज्यादा सहयोग है, लेकिन बदले में राज्य को सिर्फ प्रदूषण और पलायन मिलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि हर बड़ी घटना को डायवर्ट कर दिया जाता है:

इंडिगो संकट और दिल्ली ब्लास्ट: लाखों लोगों के प्रभावित होने के बावजूद सदन में 'वंदे भारत' की चर्चा होती है, जबकि दिल्ली ब्लास्ट जैसे सुरक्षा तंत्र की विफलता के मामलों को दबा दिया जाता है।

घुसपैठ: उन्होंने कहा कि बॉर्डर की जिम्मेदारी भारत सरकार की है, लेकिन घुसपैठियों के नाम पर अलग-अलग राज्यों में जहर उगला जा रहा है।

3. गिरती अर्थव्यवस्था और महंगाई

सीएम ने देश की आर्थिक स्थिति को बदहाल बताते हुए महंगाई पर कोई चर्चा न होने पर सवाल उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार के वादे पर तंज कसते हुए कहा:

"हवाई चप्पल वालों को हवाई जहाज में चढ़ाने की बात हुई थी। क्या हुआ उसका? जो हवाई जहाज में चढ़ रहे हैं उनको हवाई चप्पल पहनने को विवश किया जा रहा है।"

4. कोविड वैक्सीन पर गंभीर सवाल

हेमन्त सोरेन ने 2014 के बाद केंद्र में बनी सरकार के कार्यकाल को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि हालिया खबरों से पता चला है कि कोविड वैक्सीन की वजह से बीमारियां तेजी से फैली हैं। उन्होंने कहा, "ये अनुसंधान का विषय है। ये वैक्सीन सही था या नहीं। कोई अपंग पैदा हो रहा है। कोई हार्ट अटैक से मर रहा है। किसी को कैंसर हो रहा है।"

5. विपक्ष को आत्मनिरीक्षण की सलाह

सीएम ने विपक्ष से कहा कि कोई भी सवाल उठाने से पहले उन्हें अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। उन्होंने कहा कि द्वितीय अनुपूरक बजट की जरूरत क्यों है, यह सभी जानते हैं, फिर भी विपक्ष कटौती प्रस्ताव लाता है, जबकि सरकार को अभी केवल एक साल पूरा हुआ है और वह विकास की राह पर तेजी से चल रही है।

राजधानी लखनऊ में सर्वाधिक रूफटॉप सोलर किया गया स्थापित
*लखनऊ में 62 हजार से ज्यादा इंस्टॉलेशन, वाराणसी और कानपुर नगर शीर्ष 3 में शामिल*

लखनऊ।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PMSGY) के तहत लखनऊ में अब तक 62,271 रूफटॉप सोलर (RTS) इंस्टॉलेशन पूरे हो चुके हैं। यह राज्य के किसी भी जिले से सबसे अधिक है। लखनऊ की इस अगुवाई ने पूरे उत्तर प्रदेश को 3 लाख से अधिक इंस्टॉलेशन का मुकाम छू लिया है, जो योगी सरकार की कुशल मॉनिटरिंग और जनकेंद्रित नीतियों का जीता-जागता प्रमाण है।

योगी सरकार के निर्देश पर लखनऊ जिला प्रशासन, यूपीनेडा और डिस्कॉम की टीम ने दिन-रात मेहनत कर 62,271 इंस्टॉलेशन पूरे किए। लखनऊ की यह सफलता अन्य जिलों के लिए प्रेरणा बन रही है और सौर ऊर्जा को घर-घर पहुंचाने में मील का पत्थर साबित हो रही है।
लखनऊ के बाद वाराणसी ने 26,208, कानपुर नगर ने 18,562, बरेली ने 12,952 और आगरा ने 11,033 इंस्टॉलेशन कर शानदार प्रदर्शन किया। प्रयागराज (9,719), रायबरेली (8,616), झांसी (7,674), बाराबंकी (6,477) और गोरखपुर (6,262) जैसे जिलों ने भी योगी सरकार की योजना को मजबूती प्रदान की। सभी 75 जिलों में PO नियुक्त कर और 23 जिलों की मासिक दर दोगुनी करने से समावेशी विकास सुनिश्चित हुआ।

योगी सरकार के मार्गदर्शन में इंस्टॉलेशन की गति छह गुना बढ़ी है। प्रदेश भर में पहले ढ़ाई लाख इंस्टॉलेशन में 270 दिन लगे जबकि आखिरी 50,000 मात्र 43 दिन में पूरे हुए। यह तेजी लाखों परिवारों को मुफ्त बिजली, कम बिल और अतिरिक्त आय का लाभ दे रही है। उत्तर प्रदेश अब सौर ऊर्जा में टॉप-3 राज्यों में शामिल है। यह सीएम योगी के हरित विकास मॉडल के संकल्प को साकार कर रहा है
शीशों बिगहा मोड़ पर भाई-बहन पर फायरिंग, बाइक लूटकर अपराधी फरार एसपी ने किया निरीक्षण, SIT गठित

औरंगाबाद। ओबरा थाना क्षेत्र के शीशों बिगहा मोड़ के समीप गुरुवार देर शाम घात लगाए बैठे अपराधियों ने घर लौट रहे भाई-बहन पर हमला बोल दिया। बाइक छीनने के प्रयास का विरोध करने पर अपराधियों ने युवक को गोली मार दी, जबकि उसकी बहन के साथ मारपीट कर बाइक लेकर फरार हो गए। घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। घायल युवक की पहचान बिहारी बिगहा निवासी विकास कुमार, जबकि घायल बहन की पहचान वंदना कुमारी के रूप में हुई है। बताया जाता है कि वंदना गया में परीक्षा देकर अपने घर लौट रही थी। अनुग्रह नारायण रोड रेलवे स्टेशन पर उसका भाई विकास उसे लेने बाइक से गया था। दोनों घर लौट रहे थे, तभी शीशों बिगहा मोड़ के पास पहले से घात लगाए अपराधियों ने उन्हें रोक लिया और लूटपाट शुरू कर दी। विरोध पर अपराधियों ने विकास को गोली मार दी और वंदना के साथ मारपीट कर बाइक लेकर फरार हो गए।

स्थानीय लोगों ने दोनों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, ओबरा पहुंचाया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें सदर अस्पताल, फिर वहां से गया के मगध मेडिकल कॉलेज एंड गयाजी हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। दोनों का इलाज वहीं चल रहा है।

पुलिस का आधिकारिक बयान

जम्होर थाना क्षेत्र के गौरी–सोनबरसा रोड पर हुई इस घटना को लेकर पुलिस ने बताया कि अपराधियों ने तीन लोगों से एक हजार रुपये और मोबाइल फोन की लूट के दौरान विकास कुमार को गोली मारी। पुलिस के अनुसार घायल की स्थिति फिलहाल सामान्य बताई जा रही है। घटना के संबंध में जम्होर थाना कांड संख्या 281/25 दर्ज किया गया है। कांड की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अम्बरीष राहुल ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर-01 के नेतृत्व में SIT का गठन किया है। SIT तकनीकी इनपुट, CCTV फुटेज और आसूचना के आधार पर अपराधियों की पहचान में जुटी है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी जल्द सुनिश्चित की जाएगी।

एसपी ने किया घटनास्थल का निरीक्षण

घटना की जानकारी मिलते ही एसपी अम्बरीष राहुल ने शुक्रवार को घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को त्वरित उद्भेदन, सक्रिय छापेमारी और अपराधकर्मियों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए। क्षेत्र में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को लेकर लोगों में भय व्याप्त है, वहीं पुलिस मामले को प्राथमिकता पर लेकर काम कर रही है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय

भारतीय किसान यूनियन,( तोमर) का 41सदस्य प्रतिनिधि मंडल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से मिला दिया आश्वासन
बहसुमा। मेरठ। बहसुमा के युवा जिला अध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने बतायाभारतीय किसान यूनियन (तोमर) का 41 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी संजीव तोमर के नेतृत्व में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से देहरादून स्थित विधानसभा में मिला। युवा जिला अध्यक्ष अभिषेक चौधरी  बहसुमा ने बताया मुख्यमंत्री ने किसानों की सभी प्रमुख समस्याओं के त्वरित समाधान का आश्वासन दिया।

चौधरी संजीव तोमर ने बताया कि संगठन द्वारा पहले 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री घेराव की घोषणा की गई थी, लेकिन पिछले दो दिनों से देहरादून व हरिद्वार प्रशासन की सक्रियता तथा सरकार के आग्रह पर प्रतिनिधिमंडल को सीएम ने वार्ता के लिए बुलाया। बैठक लंबी चली, जिसमें लगभग 31 सूत्रीय ज्ञापन मुख्यमंत्री को सौंपा गया।

मुख्य मांगों में गन्ने का मूल्य 500 रुपये प्रति क्विंटल करने, लंबित गन्ना भुगतान तुरंत कराने, इकबाल शुगर मिल के बकाया जल्द जारी करने, पहाड़ी क्षेत्रों में जंगली जानवरों व हाथियों द्वारा फसल नुकसान पर उचित मुआवजा देने की मांग शामिल रही। इसके अलावा प्राकृतिक आपदाओं, नदियों के कटान से नष्ट फसलों का मुआवजा, उत्तराखंड में 10 वर्ष से निवास कर रहे नागरिकों को नागरिकता प्रदान करने तथा पहाड़ी किसानों को कृषि यंत्र निःशुल्क उपलब्ध कराने की मांग भी रखी गई।

मुख्यमंत्री ने इकबालपुर नहर में जल्द पानी छोड़ने का भरोसा देते हुए कहा कि ज्ञापन के प्रत्येक बिंदु पर गंभीरता से कार्यवाही की जाएगी।

इस अवसर पर राष्ट्रीय प्रतिनिधि पवन त्यागी, तालीब हसन, भूपेंद्र चौहान, अंकित चौहान, हाजी मुस्तकीम, पर्वेन्द्र चौधरी, सुमित, अजय त्यागी, वीरेन्द्र तेवितिया सहित संगठन के अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।
जस्टिस जीआर स्वामीनाथन के समर्थन में आए 56 रिटायर्ड जज, महाभियोग प्रस्ताव की कड़ी निंदा की

#justiceswaminathan56exjudgesinsupport

मद्रास हाई कोर्ट के जस्टिस जीआर स्वामीनाथन पर महाभियोग प्रस्ताव पेश होने के बाद सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश उनके समर्थन में उतर आए हैं। सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के 56 रिटायर्ड जजों ने एक संयुक्त बयान जारी कर मद्रास हाई कोर्ट के जस्टिस जीआर स्वामीनाथन के खिलाफ लाए जा रहे महाभियोग प्रस्ताव की कड़ी निंदा की है।

“न्यायपालिका को डराने की कोशिश”

जस्टिस स्वामीनाथन ने तमिलनाडु के मदुरै में तिरुपरनकुंद्रम सुब्रमणिया स्वामी मंदिर के पास पहाड़ी पर पवित्र दीपक जलाने का आदेश दिया था, जिसके बाद विपक्ष उनपर महाभियोग लगाकर उन्हें जज पद से हटाने की मुहिम में जुटा है। जिसके बाद पूर्व जजों ने इस मामले में महाभियोग के प्रस्ताव पर गंभीर आपत्ति जाहिर की है। 56 पूर्व जजों ने अपने बयान में कहा गया है कि कुछ सांसदों और वरिष्ठ वकीलों द्वारा उठाया गया यह कदम राजनीतिक प्रेरित है और इसका उद्देश्य न्यायपालिका को डराना है, जबकि महाभियोग जैसी संवैधानिक प्रक्रिया का इस्तेमाल केवल दुर्लभ और अत्यंत गंभीर मामलों में ही होना चाहिए।

“आपातकाल की याद दिलाता है”

पूर्व जजों ने चेतावनी दी है कि अगर इसे जारी रहने दिया गया, तो यह लोकतंत्र और न्यायपालिका की स्वतंत्रता की जड़ों को ही नष्ट कर देगा। बयान में कहा गया कि जज स्वामीनाथन पर महाभियोग प्रस्ताव पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की सरकार में 1975 में घोषित आपातकाल की याद दिलाता है। जब जजों को प्रताड़ित करने के लिए तमाम तंत्र अपनाए गए थे, जिनमें पदोन्नति को रद्द करना भी शामिल था।

“फैसले अनुकूल नहीं रहे, तो बदनाम करने की कोशिशें”

पूर्व जजों ने पत्र में साफतौर पर कहा कि किसी निर्णय से असहमति हो तो उसका समाधान कानूनी अपील और तर्कपूर्ण आलोचना है न कि न्यायाधीशों को डराने की कोशिश। पूर्व न्यायाधीशों ने यह भी कहा कि हाल के वर्षों में जब-जब अदालतों के फैसले कुछ राजनीतिक हितों के अनुकूल नहीं रहे, तब शीर्ष न्यायाधीशों और प्रमुख न्यायाधीशों को बदनाम करने की कोशिशें हुई हैं।

पूर्व न्यायाधीशों की खास अपील

पूर्व न्यायाधीशों ने सांसदों, बार, नागरिक समाज और आम नागरिकों से अपील की है कि वे ऐसे कदमों को अस्वीकार करें और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को मजबूती से संरक्षित करें। उनका कहना है कि न्यायिक जवाबदेही संवैधानिक मूल्यों और न्यायिक प्रक्रिया के भीतर तय होती है न कि राजनीतिक दबाव या महाभियोग की धमकी से।

Mirzapur : पुलिस और गौ-तस्करों की मुठभेड़ में गौतस्कर घायल, दो थानों की पुलिस फोर्स ने की घेराबंदी


मीरजापुर‌। उत्तर प्रदेश की मिर्ज़ापुर पुलिस की तड़के हुईं गौ-तस्करों से मुठभेड़ में एक को घायल होना बताया गया है। नरायनपुर व अदलहाट थाना पुलिस के साथ भोर में शेरपुर गांव के पास हुए मुठभेड़ में एक गौ-तस्कर घायल हो गया, जबकि गाय एवं बैल से भरी एक डीसीएम को बरामद कर लिया गया है‌ घायल पशु तस्कर को जिला अस्पताल भेज कर मौके से डीसीएम में क्रूरता पूर्वक बांधकर वध के लिए ले जाए जा रहे 37 बरामद गोवंश को गौशाला को सुपूर्द किया गया है। पुलिस टीम ने पशु तस्कर से प्रयुक्त अवैध तमंचा व कारतूस भी बरामद किया है।

*पशु तस्कर रीवा (मध्यप्रदेश) से जा रहें थें बिहार*

बता दें कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा के नेतृत्व में पशु तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश के अनुक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन व क्षेत्राधिकारी चुनार के नेतृत्व में थाना अदलहाट पुलिस टीम को सफलता हाथ लगी। 11/12 दिसंबर 2025 की रात्रि में थाना अदलहाट पुलिस को मुखबीर के जरिए सूचना मिली कि एक डीसीएम पर गोवंश लादकर रीवा (मध्यप्रदेश) से बिहार ले जाया जा रहा है। अदलहाट पुलिस थाना टीम द्वारा डीसीएम का पीछा किया गया तो शेरपुर तिराहे के पास डीसीएम को खड़ी कर दो पशु तस्कर डीसीएम से नीचे उतरकर गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किये, परन्तु पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी कार्यवाही की गयी, जिसमें एक गो-तस्कर के बाएं पैर में गोली लगी है, जबकि दूसरा गो-तस्कर भागने में सफल रहा। पुलिस मुठभेड़ में घायल, गिरफ्तार अफजाल अहमद 40 वर्ष पुत्र साबिर अली निवासी मुरादपुर थाना सिधौंली जनपद हापुड़ को पुलिस अभिरक्षा में इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया है, जहां उसकी स्थिति सामान्य है। पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार गौ तस्कर के पास से घटना में प्रयुक्त 1 अवैध तमंचा 315 बोर, 2 जिन्दा व 2 खोखा कारतूस 315 बोर तथा मौके से डीसीएम वाहन संख्याः UP37BT4013 में क्रूरता पूर्वक बांधकर वध हेतु ले जाए जा रहे 37 राशि गोवंश बरामद किया गया है। उक्त पुलिस मुठभेड़ एवं गिरफ्तारी, बरामदगी के सम्बन्ध में थाना अदलहाट पर मुकदमा पंजीकृत कर  अग्रिम विधिक कार्यवाही की गई है।
गुज्जू फिल्म फेस्ट: 10 दिन, 10 हिट फिल्में; हर दिन एक नई गुजराती हिट बिल्कुल मुफ्त, सिर्फ शेमारूमी पर

इस दिसंबर मनाइए गुज्जू फिल्म फेस्ट; हर दिन देखें एक नई गुजराती हिट, बिल्कुल मुफ्त सिर्फ शेमारूमी पर

10 दिन, 10 ब्लॉकबस्टर- 6 से 15 दिसंबर 2025 तक, शेमारूमी पर हर दिन नई गुजराती हिट मुफ्त में हो रही स्ट्रीम

गुजरात, दिसम्बर 2025 : दिसंबर का महीना शेमारूमी ने और भी खास बना दिया है। गुजराती सिनेमा की समृद्ध कला, संस्कृति और मनोरंजन का जश्न मनाते हुए यह प्लेटफॉर्म लेकर आया है ‘गुज्जु फिल्म फेस्ट’, जो 6 दिसंबर, 2025 से शुरू हो चुका है और 15 दिसंबर, 2025 तक चलेगा। इन दस दिनों के दौरान हर दिन एक नई गुजराती सुपरहिट फिल्म बिल्कुल मुफ्त देखने के लिए उपलब्ध है। यह अवसर दर्शकों को, विशेषकर गुजरात के दर्शकों को, उन फिल्मों को फिर से देखने या पहली बार देखने का मौका देता है, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर न सिर्फ सफलता पाई बल्कि राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर प्रशंसा जीती और दर्शकों के दिलों में जगह बनाई।

इस विशेष महोत्सव में ऐसी फिल्मों का चयन किया गया है, जो गुजराती सिनेमा की विविधता को पूरी तरह दर्शाता है। हर फिल्म गुजरात की किसी न किसी भाव, रंग, परंपरा, हास्य और जीवनशैली को अपने अंदाज़ में पेश करती है। 

हास्य से भरपूर ‘फ़क्त महिलाओं माटे’ में जहाँ एक व्यक्ति को महिलाओं के मन की बातें सुनने की अनोखी शक्ति मिलती है, वहीं ‘झमकुड़ी’ एक रहस्यमयी हवेली में बसे रोमांचक और डरावने अनुभवों को सामने लाती है। ‘बच्चूभाई’ एक बुजुर्ग व्यक्ति की जीवन के नए मोड़ पर शुरू हुई यात्रा को दर्शाती है, जबकि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ‘हेलारो’ कच्छ की महिलाओं की मुक्ति, साहस और अभिव्यक्ति की शक्ति को बेहद प्रभावी ढंग से दिखाती है। ‘मिथाडा मेहमान’ रिश्तों और अपनेपन से भरी एक प्यारी कहानी पेश करती है और ‘नाड़ी दोष’ प्रेम और ज्योतिष मान्यताओं के बीच के टकराव को संवेदनशीलता से उभारती है। ‘कच्छ एक्सप्रेस’ एक महिला की आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ती प्रेरक यात्रा को दर्शाती है, वहीं ‘ऑल द बेस्ट पंड्या’ परिवार की हँसी-मज़ाक से भरी उलझनों को मजेदार अंदाज़ में प्रस्तुत करती है। ‘वश’ अपने रोमांचक माहौल और रहस्य से दर्शकों को अंत तक बांधे रखती है और 'उम्बरो’ सात महिलाओं की उस भावनात्मक यात्रा को दिखाती है जहाँ वे अपने भीतर छिपी हिम्मत और खुशियों को नए सिरे से खोजती हैं।

पिछले दस सालों में गुजराती सिनेमा ने कहानी, प्रस्तुति और दर्शकों की पसंद तीनों ही स्तर पर उल्लेखनीय प्रगति की है। इस फेस्टिवल के ज़रिए शेमारूमी का उद्देश्य इस विकास का सम्मान करना और गुजराती कंटेंट को और अधिक लोगों तक बिना किसी बाधा के पहुँचाना है। यह पहल न केवल गुजराती फिल्मों की नई लहर का जश्न है, बल्कि उन दर्शकों के लिए भी एक अवसर है जिन्होंने इन फिल्मों को प्यार दिया और उन्हें लोकप्रिय बनाया।

इन तारीखों पर उपलब्ध फिल्मों की सूची दी गई है:

गुज्जू फिल्म फेस्ट लाइन-अप

10 दिन। 10 मुफ्त फिल्में

6 दिसंबर

झमकुड़ी

7 दिसंबर

बच्चूभाई

8 दिसंबर

हेलारो

9 दिसंबर

मिथाडा मेहमान

10 दिसंबर

नाड़ी दोष

11 दिसंबर

कच्छ एक्सप्रेस

12 दिसंबर

ऑल द बेस्ट पंड्या

13 दिसंबर

वश

14 दिसंबर

उम्बरो

15 दिसंबर

फ़क्त महिलाओं माटे

*कृषि ट्रैक्टरों द्वारा अवैध गन्ना परिवहन पर एआरटीओ प्रशासन की कार्रवाई*
*कृषि ट्रैक्टरों के माध्यम से अवैध तरीके से गन्ना परिवहन करने वाले वाहनों के विरुद्ध एआरटीओ प्रशासन की सख्त कार्रवाई*


*जनपद में अवैध तरीके से गन्ना परिवहन करने वाले वाहनों को बक्शा नहीं जायेगा-एआरटीओ प्रशासन*

*गोण्डा।एआरटीओ प्रशासन आर.सी. भारतीय द्वारा देर रात्रि बजाज चीनी मिल कुंदरखी यूनिट के अंतर्गत एक विशेष अभियान चलाया गया, जिसमें कृषि ट्रैक्टरों के माध्यम से अवैध तरीके से गन्ना परिवहन करने वाले वाहनों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की गई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य कृषि ट्रैक्टरों में अनधिकृत पंजीकृत ट्रॉला लगाने के जरिए गन्ना परिवहन को नियंत्रित करना और कृषि कानूनों की अनुपालन सुनिश्चित करना था।

इस अभियान के दौरान, एआरटीओ अधिकारियों ने देखा कि कई ट्रैक्टर जो केवल कृषि कार्य के लिए पंजीकृत थे, उन्हें कमर्शियल तरीके से ओवरहाइट गन्ना लोड करने के लिए उपयोग किया जा रहा था। विशेषकर, दो कृषि पंजीकृत ट्रैक्टरों में बड़े साइज के ट्रॉला संलग्न कर अवैध रूप से गन्ना परिवहन किया जा रहा था। यह स्पष्ट था कि ये ट्रैक्टर कृषि उद्देश्यों के बजाय वाणिज्यिक उपयोग के लिए परिवर्तित कर दिए गए थे, जो कि न केवल कानून का उल्लंघन करता है बल्कि कृषि क्षेत्र में अनुशासन और सुरक्षा को भी खतरे में डालता है।

एआरटीओ प्रशासन ने पूर्व निर्धारित मानकों का उल्लंघन करने वाले ट्रैक्टरों और ट्रॉला को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए। संबंधित वाहनों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्यवाही की गई है, ताकि इस प्रकार की अनाधिकृत गतिविधियों को रोका जा सके। प्रशासन ने किसानों और परिवहन मजदूरों को इस संबंध में जागरूक करते हुए यह सुनिश्चित किया है कि सभी किसान केवल मान्यता प्राप्त और पंजीकृत वाहनों का ही उपयोग करें। एआरटीओ प्रशासन का स्पष्ट संदेश है कि किसी भी प्रकार के अवैध परिवहन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नगर में महत्वपूर्ण स्थानों पर अलाव जलाए गए

अध्यक्ष डॉ. धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू के निर्देश पर ठंड से राहत हेतु पहल

बलरामपुर। बढ़ती शीतलहर और कड़ाके की ठंड को देखते हुए आदर्श नगर पालिका परिषद द्वारा शहर के प्रमुख एवं भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि डीपी सिंह बैस ने बताया कि परिषद अध्यक्ष डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू के निर्देश पर अधिशासी अधिकारी लाल चन्द मौर्य ने तत्परता के साथ नगर के विभिन्न हिस्सों में अलाव जलवाने की कार्रवाई कराई।

नगर के महिला हॉस्पिटल,मेमोरियल चिकित्सालय,वीर विनय चौराहा,अम्बेडकर चौराहा स्थित रैन बसेरा,बस स्टेशन,झारखंडी रेलवे स्टेशन,बलरामपुर रेलवे स्टेशन सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है,जिससे रात्रि के समय राहगीरों,गरीब तबके के लोगों तथा जरूरतमंदों को ठंड से राहत मिल सके।

अध्यक्ष डॉ.धीरू ने कहा कि नगर पालिका का उद्देश्य है कि इस भीषण ठंड में किसी भी नागरिक को असुविधा न हो। उन्होंने नगर पालिका कर्मियों को निर्देश दिए कि सभी निर्धारित स्थानों पर नियमित रूप से अलाव उपलब्ध कराए जाएं तथा आवश्यकता पड़ने पर नए स्थलों को भी तत्काल चिन्हित किया जाए।

नगरवासियों ने नगर पालिका की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि अलाव जलाए जाने से उन्हें काफी राहत मिली है। नगर पालिका ने आश्वासन दिया है कि शीतकालीन मौसम में यह व्यवस्था निरंतर जारी रहेगी।

300 रुपये न मिलने पर पत्नी दी जान,पेड़ से लटकता मिला शव
200 रुपये देने पर पति से थी नाराज

गोंडा।जिले के देहात कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत चंदवतपुर गांव में 28 वर्षीय रीता पांडेय ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।उसका शव घर से कुछ दूरी पर स्थित एक शीशम के पेड़ से लटकता मिला।घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।पुलिस के अनुसार रीता ने यह कदम पति अभय पांडेय से 300 रुपये न मिलने पर उठाया।


अभय पांडेय रात में बोलेरो चलाकर घर लौटा तो रीता ने उससे पैसे मांगे जिस पर अभय ने अपनी जेब से 300 रुपये में से 200 रुपये दिये,जबकि रीता पूरे 300 रुपये की मांग कर रही थी।इसी बात को लेकर पति पत्नी में विवाद हुआ और इसके बाद रीता घर से बाहर चली गई तथा देर रात तक घर न लौटने पर घर वालों ने उसकी तलाश की परन्तु घने कोहरे के कारण उसका पता नहीं चल सका।अगले दिन सुबह कोहरा छटने पर परिजनों को रीता का शव घर से कुछ ही दूरी पर शीशम के पेड़ से साड़ी के सहारे लटका मिला।परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना देहात कोतवाली पुलिस को दिया।मृतका रीता पांडेय के पिता ने पति अभय पांडेय समेत चार लोगों के खिलाफ दहेज न मिलने पर हत्या करने का आरोप लगाते हुये तहरीर दिया है।देहात कोतवाली पुलिस ने मृतका के पिता की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है और पूरे मामले के जांच में जुट गई है।बताया जा रहा है कि कटरा बाजार थाना क्षेत्र के समदरिया बिकारवा गांव के रहने वाले राम राखन ने अपनी लड़की रीता पांडेय की शादी छ: वर्ष पूर्व चंदवतपुर गांव के रहने वाले अभय पांडेय के साथ किया था।शादी के कुछ दिन के बाद से ही इन दोनों के बीच कभी खाना खाने को लेकर तो कभी खाना बनाने को लेकर आए दिन विवाद होता रहता था।वहीं मृतका के ससुर गोकुल पांडेय ने बताया कि चार महीना पहले भी घर पर फांसी लगा रही थी परन्तु हम लोगों ने बचा लिया था और पुलिस को सूचना भी दिया था।बाद में वह गोंडा जाकर अपने पति के साथ रह रही थी लेकिन तबियत खराब होने के कारण वापस यहीं आ गई थी।वहीं देहात कोतवाल शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि मृतका रीता पांडेय के पिता राम राखन ने पति अभय पांडेय, ससुर गोकुल पांडेय,देवर शुभम पाण्डेय व ननद शुभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को लेकर तहरीर दिया है जहाँ मुकदमा दर्ज करके पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी को सौंपी गई है और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।फिलहाल मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।

हेमंत सोरेन का केंद्र पर तीखा हमला: "झारखंड को कोई डरा नहीं सकता"

शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन अनुपूरक बजट पर बहस के दौरान सीएम ने कोविड वैक्सीन, अर्थव्यवस्था और छात्रवृत्ति कटौती पर साधा निशाना


रांची, झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन अनुपूरक बजट के पक्ष में बोलते हुए मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दो टूक कहा कि झारखंड 25 साल का हो गया है, इसे कोई डरा और डिगा नहीं सकता। उन्होंने गैर-बीजेपी शासित राज्यों के साथ केंद्र के व्यवहार पर भी सवाल उठाए।

प्रमुख आरोप और वक्तव्य

1. छात्रों के फेलोशिप में भारी कटौती

मुख्यमंत्री ने केंद्र पर छात्रों के साथ नाइंसाफी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आने वाली पीढ़ी के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार ने अनुसूचित जनजाति बच्चों की उच्च शिक्षा की योजनाओं के आवंटन में भारी कटौती की है:

राष्ट्रीय फेलोशिप और छात्रवृत्ति योजना: आवंटन में 90% की कमी।

राष्ट्रीय विदेश छात्रवृत्ति योजना: 95% की कमी।

अल्पसंख्यक समुदाय की छात्रवृत्ति: 40% से 63% की कटौती।

तकनीकी शिक्षा अनुदान: 61% की कटौती।

इसके विपरीत, उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार गुरुजी क्रेडिट कार्ड के जरिए ₹15 लाख का ऋण, सावित्री बाई फूले योजना और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग जैसी योजनाएं चला रही है।

2. राष्ट्रीय घटनाओं को 'डायवर्ट' करने का आरोप

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के विकास में झारखंड का सबसे ज्यादा सहयोग है, लेकिन बदले में राज्य को सिर्फ प्रदूषण और पलायन मिलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि हर बड़ी घटना को डायवर्ट कर दिया जाता है:

इंडिगो संकट और दिल्ली ब्लास्ट: लाखों लोगों के प्रभावित होने के बावजूद सदन में 'वंदे भारत' की चर्चा होती है, जबकि दिल्ली ब्लास्ट जैसे सुरक्षा तंत्र की विफलता के मामलों को दबा दिया जाता है।

घुसपैठ: उन्होंने कहा कि बॉर्डर की जिम्मेदारी भारत सरकार की है, लेकिन घुसपैठियों के नाम पर अलग-अलग राज्यों में जहर उगला जा रहा है।

3. गिरती अर्थव्यवस्था और महंगाई

सीएम ने देश की आर्थिक स्थिति को बदहाल बताते हुए महंगाई पर कोई चर्चा न होने पर सवाल उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार के वादे पर तंज कसते हुए कहा:

"हवाई चप्पल वालों को हवाई जहाज में चढ़ाने की बात हुई थी। क्या हुआ उसका? जो हवाई जहाज में चढ़ रहे हैं उनको हवाई चप्पल पहनने को विवश किया जा रहा है।"

4. कोविड वैक्सीन पर गंभीर सवाल

हेमन्त सोरेन ने 2014 के बाद केंद्र में बनी सरकार के कार्यकाल को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि हालिया खबरों से पता चला है कि कोविड वैक्सीन की वजह से बीमारियां तेजी से फैली हैं। उन्होंने कहा, "ये अनुसंधान का विषय है। ये वैक्सीन सही था या नहीं। कोई अपंग पैदा हो रहा है। कोई हार्ट अटैक से मर रहा है। किसी को कैंसर हो रहा है।"

5. विपक्ष को आत्मनिरीक्षण की सलाह

सीएम ने विपक्ष से कहा कि कोई भी सवाल उठाने से पहले उन्हें अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। उन्होंने कहा कि द्वितीय अनुपूरक बजट की जरूरत क्यों है, यह सभी जानते हैं, फिर भी विपक्ष कटौती प्रस्ताव लाता है, जबकि सरकार को अभी केवल एक साल पूरा हुआ है और वह विकास की राह पर तेजी से चल रही है।

राजधानी लखनऊ में सर्वाधिक रूफटॉप सोलर किया गया स्थापित
*लखनऊ में 62 हजार से ज्यादा इंस्टॉलेशन, वाराणसी और कानपुर नगर शीर्ष 3 में शामिल*

लखनऊ।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PMSGY) के तहत लखनऊ में अब तक 62,271 रूफटॉप सोलर (RTS) इंस्टॉलेशन पूरे हो चुके हैं। यह राज्य के किसी भी जिले से सबसे अधिक है। लखनऊ की इस अगुवाई ने पूरे उत्तर प्रदेश को 3 लाख से अधिक इंस्टॉलेशन का मुकाम छू लिया है, जो योगी सरकार की कुशल मॉनिटरिंग और जनकेंद्रित नीतियों का जीता-जागता प्रमाण है।

योगी सरकार के निर्देश पर लखनऊ जिला प्रशासन, यूपीनेडा और डिस्कॉम की टीम ने दिन-रात मेहनत कर 62,271 इंस्टॉलेशन पूरे किए। लखनऊ की यह सफलता अन्य जिलों के लिए प्रेरणा बन रही है और सौर ऊर्जा को घर-घर पहुंचाने में मील का पत्थर साबित हो रही है।
लखनऊ के बाद वाराणसी ने 26,208, कानपुर नगर ने 18,562, बरेली ने 12,952 और आगरा ने 11,033 इंस्टॉलेशन कर शानदार प्रदर्शन किया। प्रयागराज (9,719), रायबरेली (8,616), झांसी (7,674), बाराबंकी (6,477) और गोरखपुर (6,262) जैसे जिलों ने भी योगी सरकार की योजना को मजबूती प्रदान की। सभी 75 जिलों में PO नियुक्त कर और 23 जिलों की मासिक दर दोगुनी करने से समावेशी विकास सुनिश्चित हुआ।

योगी सरकार के मार्गदर्शन में इंस्टॉलेशन की गति छह गुना बढ़ी है। प्रदेश भर में पहले ढ़ाई लाख इंस्टॉलेशन में 270 दिन लगे जबकि आखिरी 50,000 मात्र 43 दिन में पूरे हुए। यह तेजी लाखों परिवारों को मुफ्त बिजली, कम बिल और अतिरिक्त आय का लाभ दे रही है। उत्तर प्रदेश अब सौर ऊर्जा में टॉप-3 राज्यों में शामिल है। यह सीएम योगी के हरित विकास मॉडल के संकल्प को साकार कर रहा है