विधायक प्रदीप प्रसाद ने सदन में उठाया ग्रामीण और शहरी सड़कों के नवनिर्माण का प्रश्न
झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र जारी है। इस दौरान हज़ारीबाग़ के विधायक प्रदीप प्रसाद लगातार जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को मुखरता से सदन में उठा रहे हैं। गुरुवार को उन्होंने ग्रामीण एवं शहरी सड़कों की बदहाल स्थिति और नवनिर्माण की माँग को जोरदार तरीके से सदन के पटल पर रखा।
L&T कंपनी की कार्यशैली पर सवाल – सड़कें खोदी गईं, लेकिन पुनर्निर्माण नहीं किया गया
हज़ारीबाग़ नगर निगम क्षेत्र में L&T कंपनी द्वारा पेयजल पाइपलाइन बिछाने के दौरान जहाँ-जहाँ सड़कें खोदी गईं, वहाँ उनका सही ढंग से पुनर्निर्माण नहीं किया गया। परिणामस्वरूप शहर की अधिकांश सड़कें जर्जर हो चुकी हैं और आवागमन दुष्कर हो गया है। इस पर विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा है कि मैंने इस गंभीर मुद्दे को सदन में मजबूती से उठाया, लेकिन सरकार का जवाब न तो संतोषजनक था और न ही जमीनी सच्चाई से मेल खाता है। विभाग केवल कागज़ी रिपोर्टों के आधार पर जवाब दे रहा है, जबकि वास्तविक स्थिति पूरी तरह अलग है।
उन्होंने बताया कि नगर निगम, एनएच, रिंग रोड और ग्रामीण क्षेत्रों की सड़क निर्माण और मरम्मत कार्य लगभग ठप पड़े हुए हैं, जिसके खिलाफ वे लगातार आवाज उठा रहे हैं।
मरहेता–पौंता और केसुरा मोड़–सरौनी सड़क की दयनीय स्थिति उठाई
सदन में विधायक प्रदीप प्रसाद ने हज़ारीबाग़ सदर प्रखंड की दो महत्वपूर्ण सड़कों ग्राम मरहेता से ग्राम पौंता और केसुरा मोड़ से ग्राम सरौनी की अत्यंत खराब स्थिति का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि वर्षों से स्थानीय लोग इन जर्जर सड़कों पर कठिनाई झेल रहे हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों से लेकर रोज़ यात्रा करने वाले नागरिकों तक, सभी के लिए ये सड़कें दुर्घटना का कारण बन गई हैं।
अनुशंसित योजनाओं पर कार्य क्यों नहीं?—सरकार के रवैये पर कड़ी आपत्ति
विधायक ने यह भी प्रश्न उठाया कि वित्तीय वर्ष 2024–25 में उनके द्वारा अनुशंसित ग्रामीण सड़क और जनहितकारी योजनाओं पर आज तक कोई कार्य क्यों प्रारंभ नहीं हुआ। सरकार की ओर से दिए गए उत्तर में कहा गया कि निधि उपलब्ध नहीं है।
इस पर उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह न केवल हास्यास्पद है, बल्कि जनता के साथ सीधा धोखा है। विकास के लिए धन न होना सरकार की असफलता का स्पष्ट प्रमाण है। उन्होंने कहा कि जब सड़कें टूट रही हैं, दुर्घटनाएँ बढ़ रही हैं, और जनता परेशान है, तब सरकार का इस तरह मौन रहना और गोलमोल जवाब देना अत्यंत निंदनीय है।
विधानसभा परिसर में सरकार के वादाखिलाफी के खिलाफ़ प्रदर्शन
विधानसभा परिसर में विधायक प्रदीप प्रसाद ने भाजपा विधायकों के साथ मिलकर वर्तमान राज्य सरकार की वादाखिलाफी और उदासीन रवैये के खिलाफ़ प्रदर्शन भी किया। प्रेस और मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने चुनाव के समय ‘एक वोट के बदले 7 वादों की गारंटी’ दी थी, लेकिन सत्ता में आते ही उन वादों को भुला दिया गया। जनता को आश्वासन मिला, लेकिन बदले में निराशा और धोखा।
विधायक प्रदीप प्रसाद ने स्पष्ट कहा कि वे हज़ारीबाग़ की जनता की सुविधा, सुरक्षा और विकास के मुद्दों को लेकर सदन और सड़क—दोनों जगह
2 hours and 52 min ago
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