Bihar Election 2025 Results update; बिहार चुनाव के शुरुआती रुझानों में NDA आगे, महागठबंधन पिछड़ा


बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए वोटों की गिनती शुरू हो गई है. बैलेट पेपर की गिनती के बाद अब ईवीएम से वोटों की गणना जारी है. शुरुआती रुझानों में एनडीए ने महागठबंधन पर बढ़त बना ली है.

उपलब्ध जानकारी के अनुसार, एनडीए 70 सीटों पर आगे चल रहा है, जबकि महागठबंधन 41 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. दलों के हिसाब से देखें तो भारतीय जनता पार्टी 35 सीटों पर, राष्ट्रीय जनता दल 33 सीटों पर और जनता दल यूनाइटेड 30 सीटों पर आगे है. कांग्रेस 3 और लोक जनशक्ति पार्टी 3 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं.

राज्य स्तरीय पुरुष नसबंदी अभियान का शुभारंभ सह सम्मान समारोह

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रांची:नामकुम स्थित आईपीएच सभागार में राज्य स्तरीय पुरुष नसबंदी अभियान सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि परिवार नियोजन केवल जनसंख्या नियंत्रण का नहीं, बल्कि स्वस्थ परिवार और सुरक्षित मातृत्व की दिशा में एक बड़ा कदम है।

उन्होंने कहा कि पुरुषों की समान भागीदारी से ही यह प्रयास सफल होगा। डॉ. अंसारी ने सभी से इस अभियान को जन आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाने का आह्वान किया।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह अभियान राज्य के परिवार कल्याण कार्यक्रम की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। परिवार नियोजन केवल जनसंख्या नियंत्रण का विषय नहीं है बल्कि यह स्वस्थ परिवार, सुरक्षित मातृत्व और खुशहाल समाज की दिशा में उठाया गया एक सशक्त कदम है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चा योजना और तैयारी के साथ इस दुनिया में आए, और हर मां को सुरक्षित मातृत्व का अधिकार मिले।

उन्होंने कहा कि हम यह भी जानते हैं कि परिवार नियोजन की जिम्मेदारी अक्सर महिलाओं तक सीमित रह जाती है, लेकिन अब समय आ गया है कि पुरुष भी समान रूप से इस जिम्मेदारी को साझा करें। नसबंदी एक सुरक्षित, सरल और प्रभावी उपाय है और इसके प्रति समाज में जो गलत फहमियाँ हैं, उन्हें दूर करना हम सबकी जिम्मेदारी है।

डॉक्टर इरफान अंसारी ने कहा कि इस समारोह में जिन जिलों और स्वास्थ्य संस्थानों को सम्मानित किया जा रहा है. उन्होंने अपने समर्पण, नवाचार और मेहनत से परिवार नियोजन कार्यक्रम को एक नई दिशा दी है। सभी विजेता प्रतिभागियों को उन्होंने बधाई दी और कहा कि आपकी यह उपलब्धि न केवल आपके जिले के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है। इस अभियान की उपलब्धि को हासिल करने में जो संस्थान, चिकित्सक या कमी पीछे रह गए हैं, उन्हें प्रोत्साहित करते हुए मैं चाहता हूं कि आप सब अपना पूरा योगदान देकर इस अभियान को सफल बनाने में अपनी भूमिका अदा करें।

डॉक्टर अंसारी ने बताया कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए 8500 हेल्थ टेक्निकल और नॉन टेक्निकल स्वास्थ्यकर्मियों की बहाली की जाएगी।

माननीय मंत्री द्वारा राज्य का पहला राँची सदर अस्पताल जिसको एनएबीएल सर्टिफिकेट से नवाजा गया है। यह सर्टिफिकेट राज्य के नोडल पदाधिकारी पदाधिकारी, राज्य परामर्शी PHQA एवं राँची सिविल सर्जन, रांची सदर अस्पताल के उपाधीक्षक एवं सभी कर्मियों के प्रयासों से मिला है ।

डाक विभाग के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर

इस अवसर पर भारतीय डाक विभाग, झारखंड परिमंडल और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम), झारखंड सरकार के बीच परिवार नियोजन सामग्रियों के परिवहन एवं वितरण हेतु समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।

इसके तहत डाक विभाग अपने इंडिया पोस्ट पार्सल नेटवर्क के माध्यम से सामग्रियों की समयबद्ध आपूर्ति राज्यभर के स्वास्थ्य केंद्रों तक सुनिश्चित करेगा।

यह पहल “स्वस्थ झारखंड, सुखी झारखंड” के लक्ष्य को सशक्त बनाएगी।

परिवार नियोजन सेवाओं को और सशक्त बनाएगी सरकार – अजय कुमार सिंह

अपर मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह ने कहा कि परिवार नियोजन केवल स्वास्थ्य कार्यक्रम नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक प्रगति का आधार है। उन्होंने सर्जन, एएनएम, जीएनएम और सीएचओ की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि सामूहिक प्रयासों से झारखंड पुरुष सहभागिता आधारित परिवार नियोजन में आदर्श राज्य बनेगा।

सुरक्षित और प्रभावी उपाय है पुरुष नसबंदी – शशि प्रकाश झा

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक श्री शशि प्रकाश झा ने बताया कि राज्य की कुल प्रजनन दर (TFR) 3.5 से घटकर 2.3 और गर्भनिरोधक प्रचलन दर (CPR) 35.7% से बढ़कर 61.7% हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अब पुरुषों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है, क्योंकि पुरुष नसबंदी एक सुरक्षित, सरल और प्रभावी उपाय है।

राज्य में परिवार नियोजन संकेतकों में सुधार – डॉ. पुष्पा

राज्य नोडल पदाधिकारी डॉ. पुष्पा ने कहा कि झारखंड में परिवार नियोजन के संकेतकों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। Unmet Need घटकर 10% रह गई है और अस्थायी विधियों के उपयोग में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि यह केवल स्वास्थ्य कार्यक्रम नहीं, बल्कि समानता और जिम्मेदारी का अभियान है।

नई विधियों का शुभारंभ और सम्मान समारोह

कार्यक्रम के दौरान गर्भनिरोधक की नई विधियों (MPA-SC एवं इम्प्लांट) का शुभारंभ किया गया तथा सहिया के लिए तैयार वीडियो फिल्म का विमोचन हुआ।

राज्यभर के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों एवं संस्थानों को सम्मानित किया गया, जिनमें —

37 स्वास्थ्य संस्थान, 19 मास्टर ट्रेनर, 9 स्टोरकीपर, 16 बीटीटी, 10 सहिया, 10 सर्जन, 8 एएनएम/जीएनएम और 11 काउंसलर शामिल हैं।

मुख्य उपलब्धियाँ

कुल प्रजनन दर (TFR) 3.5 (AHS-2011) से घटकर 2.3 (NFHS-5, 2019-21)

गर्भनिरोधक प्रचलन दर 35.7% (NFHS-3, 2005-06) से बढ़कर 61.7%

परिवार नियोजन की अपूर्ण आवश्यकता 22.6% से घटकर 11.5%

PPIUCD Insertion का प्रतिशत 36%

चार नई विधियाँ जोड़ी गईं – अंतरा IM, छाया, अंतरा SC, इम्प्लांट

Self Care Kits एवं कंडोम बॉक्स के माध्यम से अस्थायी विधियों की निःशुल्क उपलब्धता

2019 से अब तक 1.30 लाख से अधिक सास-बहू-पति सम्मेलन, 6.98 लाख नई पहल किट वितरण एवं 76 हजार से अधिक परिवार कल्याण दिवस का आयोजन

कार्यक्रम में पूर्व राज्यसभा सांसद श्री प्रदीप बलमुचू, निदेशक डाक सेवा श्री बी.आर. चौधरी, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएँ श्री सिद्धार्थ सान्याल, सहित सभी जिलों के सिविल सर्जन एवं स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।

तीन दिवसीय उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्रीय पुलिस खेलकूद प्रतियोगिता का सफल समापन,हजारीबाग ने जीता ओवरऑल खिताब

हजारीबाग- तीन दिवसीय उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्रीय पुलिस खेलकूद प्रतियोगिता का समापन गुरुवार को हजारीबाग पुलिस केंद्र में भव्य रूप से किया गया। प्रतियोगिता में हजारीबाग ने 23 अंकों के साथ ओवरऑल चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया,जबकि रामगढ़ 11 अंकों के साथ दूसरे और गिरिडीह 9 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा। तीन दिनों तक चले इस आयोजन में हजारीबाग, कोडरमा, रामगढ़, चतरा और गिरिडीह जिलों की पुलिस टीमों ने भाग लिया। कुल 242 पुलिसकर्मियों ने विभिन्न खेल विधाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता के दौरान मैदान में खिलाड़ियों का जोश,अनुशासन और खेल भावना देखने योग्य रही फुटबॉल में हजारीबाग विजेता और गिरिडीह उपविजेता रहा। बास्केटबॉल में हजारीबाग ने खिताब जीता और गिरिडीह उपविजेता बना। हैंडबॉल में हजारीबाग विजेता और गिरिडीह उपविजेता रहा। कबड्डी में रामगढ़ विजेता और हजारीबाग उपविजेता रहा। वॉलीबॉल में कोडरमा ने पहला स्थान प्राप्त किया जबकि रामगढ़ उपविजेता बना। एथलेटिक्स में पुरुष वर्ग में हजारीबाग विजेता और कोडरमा उपविजेता रहा, वहीं महिला वर्ग में रामगढ़ ने बाजी मारी और हजारीबाग दूसरे स्थान पर रहा। विजेता और उपविजेता खिलाड़ियों को मेडल और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तरी छोटानागपुर प्रक्षेत्र बोकारो के पुलिस महानिरीक्षक सुनील भास्कर शामिल हुए। उन्होंने झंडे को सलामी दी और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता बड़े उत्साह और खेल भावना के साथ संपन्न हुई है। पुलिसकर्मियों ने जिस तरह से भागीदारी की है, वह प्रशंसनीय है। इस तरह के आयोजन से न केवल फिटनेस और टीमवर्क की भावना बढ़ती है, बल्कि विभिन्न जिलों के बीच आपसी सहयोग और संबंध भी मजबूत होते हैं, जो पुलिस कार्यों में भी सहायक साबित होता है।

कार्यक्रम में हजारीबाग उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह, पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन, पुलिस अधीक्षक रामगढ़ अजय कुमार, पुलिस अधीक्षक कोडरमा अनुदीप सिंह, पुलिस अधीक्षक चतरा सुमित कुमार अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक गिरिडीह विमल कुमार सहित उत्तरी छोटानागपुर प्रक्षेत्र के सभी पुलिस अधीक्षक, वरीय पुलिस पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रूबी सिंह ने किया। समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि और सभी वरीय अधिकारियों ने विजेता खिलाड़ियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया तथा सामूहिक तस्वीर लेकर उनका उत्साह बढ़ाया। तीन दिनों तक चली इस खेल प्रतियोगिता ने पुलिसकर्मियों में नई ऊर्जा, एकता और खेल भावना का संचार किया, जिससे पूरे प्रक्षेत्र में उत्साह और सौहार्द का माहौल बना रहा।

रिश्वतखोरी के आरोपों से घिरे डीसी की मुश्किलें बढ़ीं

* बर्खास्तगी को लेकर शिक्षा विभाग की कार्रवाई शुरू, गिरफ्तारी की संभावना प्रबल

गोंडा। रिश्वतखोरी के आरोपों से घिरे बेसिक शिक्षा विभाग के निर्माण समन्वयक विद्या भूषण मिश्रा व जैम पोर्टल समन्वयक प्रेम शंकर मिश्रा की मुश्किलें निरन्तर बढ़ती जा रही हैं।बताते चलें कि शासन स्तर से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार तिवारी पर कार्रवाई के बाद अब इन दोनों के विरुद्ध भी बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।पुलिस की विवेचना तेज होने से इनके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार भी लटक रही है।पुलिस जांच व बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू होने की जानकारी मिलने के बाद से दोनों अधिकारी लगातार अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित चल रहे हैं और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है,जिससे शिक्षकों और अधिकारियों के कार्य प्रभावित हो रहे हैं।क्षेत्राधिकारी नगर आनन्द राय ने दोनों अधिकारियों को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया है तथा पुलिस उनके खातों से हुए लेनदेन की भी जांच कर रही है। इसके अतिरिक्त पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि टेंडर प्रक्रिया पूरी होने से पहले मनोज कुमार पाण्डेय को डीडी (डिमांड ड्राफ्ट) किन परिस्थितियों में वापस किया गया,जबकि सामान्यतः डीडी टेंडर प्रक्रिया सम्पन्न होने के बाद ही वापस की जाती है।जिलाधिकारी द्वारा मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से कराई गई जांच में भी आरोपों की पुष्टि हुई है। जिसके बाद जांच प्रक्रिया में और तेजी आई है। प्रभारी बीएसए राम खेलावन सिंह ने बताया कि शासन के निर्देशों के बाद जिला स्तर पर भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।उन्होंने पुलिस जांच में सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि नये बीएसए के आने तक वे स्वयं कार्यभार संभालेंगे और दोनों अधिकारियों के कार्यालय में अनुपस्थित रहने के कारणों की भी जानकारी की जा रही है।

*पति वह जो नारी की आवश्यकता करे पूरी-मैत्रेय,पांडेबाबा धाम में चल रही रामकथा का तीसरा दिन*
सुलतानपुर,जहां नारी की पूजा होती है वहां सारे देवता वास करते हैं। जो पति पत्नी की सभी आवश्यकता पूर्ति करता है वही पति कहलाने का अधिकारी है। यह बातें मानस मराल डॉ कृष्णमणि चतुर्वेदी मैत्रेय ने कहीं । वह पांडेबाबा धाम में करनाईपुर फाउंडेशन द्वारा आयोजित राम कथा के तीसरे दिन कथा सुना रहे थे। उन्होंने कहा कि स्त्री की देखभाल कुमारी अवस्था में पिता द्वारा, युवा होने पर पति द्वारा तथा वृद्ध होने पर पुत्र के द्वारा की जाती है। आज समाज में बहुत सी पत्नियां संत्रास झेलने को विवश हैं। सबको चाहिए कि स्त्री की सुख सुविधा का ध्यान रखते हुए उन्हें उचित सम्मान दें । कथा व्यास ने बताया कि जो दूसरों को पीड़ित करता है वह निशाचर होता है । रावण ने अपनी राजाज्ञा में सर्वप्रथम चार प्रतिबंध लगाया । जिसके अनुसार ब्राह्मण भोजन, यज्ञ , होम ,और श्राद्ध बन्द कर दिया गया। इस तरह के भाव वाले ही राक्षस होते हैं। मैत्रेय ने रामचरितमानस पाठ भेद पर चर्चा करते हुए कहा कि साधु चरित सुभ चरित कपासू पाठ गलत है। शुद्ध पाठ है साधु सरिस सुभ चरित कपासू । यह पाठ डॉ माता प्रसाद गुप्त द्वारा सम्पादित प्रति व पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिश्र के काशीराज संस्करण की हस्तलिखित प्रति में उपलब्ध है। मुख्य यजमान शेर बहादुर वर्मा ने व्यासपीठ की आरती उतारी।
बजाज चीनी मिल पर किसानों का 109 करोड़ बकाया

गोंडा। जिले में स्थित बजाज हिन्दुस्तान शुगर इंडस्ट्री लिमिटेड की कुंदुरखी इकाई पर गन्ना किसानों का 109 करोड़ बकाया है। नवीन पेराई सत्र की प्रक्रिया प्रारम्भ होने के बावजूद यह भुगतान अभी तक नहीं किया गया है।जिससे किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसान लगातार अपने बकाया भुगतान की मांग कर रहे हैं।

 बीते जून माह में जिलाधिकारी के आदेश पर चीनी मिल के कई अधिकारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था परन्तु इसके बावजूद भी किसानों के गन्ना मूल्य का शत प्रतिशत भुगतान नहीं हो सका है।

 बकाया भुगतान न होने के कारण अब कई सामाजिक संगठनों ने चेतावनी दी है कि जब तक किसानों का पूरा भुगतान नहीं हो जाता, तब तक नए पेराई सत्र की शुरुआत नहीं होने दी जाएगी। इस संबंध में जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि शुगर मिल के अधिकारियों को बकाया भुगतान के निर्देश दिये गये हैं।उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि पूरा भुगतान नहीं होता है तो मिल के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिला गन्ना अधिकारी ने किसानों की समस्याओं को स्वीकार किया तो वहीं अवध केसरी सेना के अध्यक्ष नीरज सिंह ठाकुर ने कहा कि जब तक चीनी मिल गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं करती तब तक नवीन पेराई सत्र का संचालन नहीं होने देंगे।

उन्होंने बड़े आंदोलन की तैयारी शुरू करने की बात करते हुये मिल पर किसानों के शोषण का आरोप लगाया।श्री ठाकुर ने बताया कि अन्य चीनी मिलें गन्ना बेचने के महज कुछ दिनों के भीतर भुगतान कर देती हैं जबकि बजाज शुगर मिल में भुगतान में दो से तीन वर्ष की देरी होती है तो वहीं किसान नेता शिवराम उपाध्याय ने बताया कि हम लोग जिला स्तर पर बड़ा आन्दोलन करेंगे और शुगर मिल की तानाशाही नहीं चलेगी।

बिहार विधानसभा चुनाव की काउंटिंग कल, मतगणना से पहले कड़ी सुरक्षा में रखे गए EVM

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बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। विधानसभा चुनाव के परिणाम कल यानी शुक्रवार को आने हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच स्ट्रॉन्ग रूम में रखा गया है। मतदान में प्रयुक्त ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को दो-स्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है।

दो-स्तरीय सुरक्षा घेरे में ईवीएम

राज्य के सभी 38 जिलों में स्थापित 46 केंद्रों पर की शुक्रवार को मतगणना की जाएगी। चुनाव आयोग ने बुधवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्ट्रॉन्ग रूम में रखा गया है। चुनाव आयोग ने बताया कि मतदान में इस्तेमाल किए गए ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को दो-स्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है।

सीसीटीवी से निगहबानी

स्ट्रॉन्ग रूम परिसर की आंतरिक सुरक्षा का जिम्मा सेन्ट्रल आर्म्ड पैरामिलिट्री फोर्सेज (सीएपीएफ) को सौंपा गया है, जबकि बाहरी सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी जिला पुलिस को दी गई है। इसके अलावा चौबीस घंटे सीसीटीवी निगरानी और अन्य सुरक्षा इंतजाम भी किए गए हैं।

हर स्ट्रांग रूम में एक कंट्रोल रूम

प्रत्येक स्ट्रॉन्ग रूम परिसर में एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है, जहां वरिष्ठ अधिकारी लगातार ड्यूटी पर रहेंगे। एक बयान में कहा गया कि संबंधित विधानसभा क्षेत्रों के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और निर्वाचन अधिकारियों को प्रतिदिन स्ट्रॉन्ग रूमों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है। बयान में कहा गया कि मॉक पोल के दौरान या मतदान के समय दोषपूर्ण पाई गई ईवीएम और वीवीपैट मशीनों के साथ-साथ अप्रयुक्त मशीनों को अलग से सुरक्षित रखा गया है।

क्या कहते हैं एग्जिट पोल्स के अनुमान

बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के दो चरणों का मतदान छह और 11 नवंबर को हुआ था। इस बार राज्य में 1951 के बाद का सबसे अधिक 67.13 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। राज्य में चुनाव खत्म होने के बाद आए करीब एक दर्जन एजेंसियों के एग्जिट पोल्स में एनडीए की वापसी का दावा किया जा रहा है। पोल में जदयू की सीटों में बढ़ोत्तरी का अनुमान व्यक्त किया गया है। मैट्रिज ने जदयू को 67 से 75 तो भाजपा को 65 से 73 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की है। इन एजेंसियों ने दोनों दलों को करीब-करीब समान सीट मिलने का अनुमान व्यक्त किया है।

रायबरेली में आरटीओ वसूली रैकेट का भंडाफोड़, एसटीएफ ने दलाल और उसके साथी को पकड़ा
लखनऊ । उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने रायबरेली में परिवहन विभाग से जुड़ी बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध वसूली रैकेट का पर्दाफाश किया है। फतेहपुर मार्ग से रायबरेली में प्रवेश करने वाले वाहनों से वसूली के मामले में एसटीएफ ने परिवहन विभाग की दलाली करने वाले मोहित और उसके अयोध्या निवासी साथी को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ की कार्रवाई के बाद परिवहन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। इस पूरे मामले में एआरटीओ प्रवर्तन अंबुज और पीटीओ रेहाना बानो समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।

ट्रक से वसूले जा रहे थे 5,000 से 6,000

सूत्रों के अनुसार, फतेहपुर से रायबरेली की सीमा में प्रवेश करने वाले भारी वाहनों से अवैध वसूली की जा रही थी। इस वसूली में परिवहन विभाग के कुछ अधिकारी और उनके संरक्षण में काम करने वाले स्थानीय दलाल सक्रिय थे। प्रत्येक ट्रक से 5,000 से  6,000 तक की रकम वाहन चेकिंग अभियान के नाम पर ली जाती थी। आरोप है कि इस रकम का हिस्सा सीधे विभागीय अधिकारियों तक पहुंचाया जाता था।

एसटीएफ की छापेमारी और गिरफ्तारी

एसटीएफ लखनऊ की टीम को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि रायबरेली में परिवहन विभाग से जुड़े कुछ दलाल वाहनों से अवैध वसूली कर रहे हैं। मुख्यालय से निर्देश मिलने पर एसटीएफ ने छापेमारी की और दलाल मोहित तथा अयोध्या निवासी उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि वे एआरटीओ प्रवर्तन अंबुज और पीटीओ रेहाना बानो के इशारे पर काम करते थे और एकत्र की गई रकम का बड़ा हिस्सा अधिकारियों को सौंपा जाता था।

इनके खिलाफ दर्ज कराया गया है मुकदमा

एसटीएफ के उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी की तरफ से रायबरेली के लालगंज कोतवाली क्षेत्र के अंबारा पश्चिम मोहित सिंह, अयोध्या जिले के बेजू पुरवा टिहुरा निवासी ट्रक चालक सुनील यादव, एआरटीओ प्रवर्तन फतेहपुर पुष्पांजली, उनके चालक सिकंदर, यात्रीकर अधिकारी (पीटीओ) फतेहपुर अखिलेश चतुर्वेदी, उनके चालक अशोक तिवारी, एआरटीओ प्रवर्तन रायबरेली अंबुज, उनका दीवान नौशाद, पीटीओ रायबरेली रेहाना, उनका चालक सुशील और मिथुन के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।

यह नेटवर्क प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय था

एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, अयोध्या से एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। जांच से यह भी पता चला है कि यह नेटवर्क प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय था अधिकारी और दलाल मिलकर ट्रक चालकों से “चेकिंग” और “फाइल क्लियरेंस” के नाम पर मोटी रकम वसूलते थे। एसटीएफ अब इस मामले में धन के लेनदेन और बैंक खातों की जांच कर रही है।
जैश-ए-मोहम्मद नेटवर्क से जुड़ाव की जांच में डॉक्टर परवेज और शाहीन पर घिरा शिकंजा
लखनऊ । दिल्ली में हुए आतंकी हमले के बाद सामने आए फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल की जांच अब उत्तर प्रदेश तक पहुंच चुकी है। राजधानी लखनऊ के आईआईएम रोड स्थित मुत्तकीपुर इलाके में रहने वाले डॉक्टर भाई-बहन  डॉ. परवेज अंसारी और डॉ. शाहीन  अब जांच एजेंसियों के रडार पर हैं। दोनों से अलग-अलग पूछताछ के बाद अब आमना-सामना कराकर पूछताछ की तैयारी की जा रही है। जांच एजेंसियों का मानना है कि इस पूछताछ से आतंकी नेटवर्क के भीतर छिपे कई रहस्य उजागर हो सकते हैं।

भाई-बहन आमने-सामने, एजेंसियों की नजरें हर हावभाव पर

जम्मू-कश्मीर पुलिस और यूपी एटीएस की संयुक्त जांच में अब तक यह साफ हो चुका है कि डॉ. शाहीन और डॉ. मुजम्मिल की गतिविधियां संदिग्ध हैं। वहीं, डॉ. शाहीन का भाई डॉ. परवेज कई बार इन दोनों के संपर्क में पाया गया है। प्रारंभिक पूछताछ के बाद एजेंसियों ने अब निर्णय लिया है कि तीनों संदिग्धों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी, ताकि जवाबों में विरोधाभास या समानता की सटीक जांच की जा सके।

डॉ. परवेज केवल कीपैड फोन का करता था उपयोग

सूत्रों के अनुसार, डॉ. परवेज केवल कीपैड फोन का उपयोग करता था और बहुत सीमित लोगों से ही संपर्क रखता था। उसके घर के बाहर बुधवार को दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। तकवा कॉलोनी के निवासी घरों में दुबके रहे। स्थानीय लोगों में चर्चा थी कि डॉ. परवेज का नाम आतंक कनेक्शन में सामने आना चौंकाने वाला है, क्योंकि वह वर्षों से किसी सामाजिक गतिविधि में शामिल नहीं होता था।

मुहल्ले में किसी से बात चीत नहीं करता था परवेज

पड़ोसियों ने बताया कि परवेज पहले कैसरबाग के खंदारी बाजार क्षेत्र में रहता था, जहां वह अक्सर क्रिकेट खेलता था। धीरे-धीरे उसने लोगों से संपर्क तोड़ लिया और सोशल मीडिया पर भी लगभग निष्क्रिय हो गया। उसके व्हाट्सएप डीपी पर केवल सीनरी की फोटो लगी थी, और बातचीत में वह केवल चिकित्सकीय सलाह देने तक सीमित रहता था।तकवा कॉलोनी के एक बुजुर्ग ने कहा, वह किसी से बहुत बात नहीं करता था। नमाज पढ़ने आता तो बस सलाम-दुआ कर चला जाता। कुछ समय पहले मस्जिद में मोबाइल पर कुरान पढ़ने को लेकर उसका विवाद भी हुआ था, जिसके बाद वह कुछ दिनों तक मस्जिद आना बंद कर दिया।

घर से बरामद कार की फोरेंसिक जांच शुरू

बुधवार को एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मुत्तकीपुर स्थित परवेज के घर की तलाशी ली। घर के बाहर खड़ी एक कार को जब्त कर मड़ियांव थाने भेजा गया। सूत्रों के अनुसार, कार की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उसका इस्तेमाल किसी संदिग्ध गतिविधि या रासायनिक पदार्थों के परिवहन में हुआ था। जांच एजेंसियां इस बात की भी पुष्टि करना चाहती हैं कि वाहन किसी दूसरे स्थान पर संदिग्धों के संपर्क में तो नहीं गया।

कट्टरपंथ की राह या चिकित्सक का भ्रम?

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने परवेज को फरीदाबाद ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि परवेज कट्टर विचारधारा से प्रभावित था। हालांकि अब तक किसी आतंकी गतिविधि में सीधे तौर पर उसकी संलिप्तता के सबूत नहीं मिले हैं। एजेंसियां अब उसके मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट और हार्ड डिस्क को खंगाल रही हैं, जिनसे उसकी ऑनलाइन गतिविधियों और संपर्कों का नेटवर्क सामने आ सके।

शादी के बहाने बनी आतंकी साजिश की डोर

जांच में यह भी सामने आया है कि परवेज हाल ही में सहारनपुर में तैनात डॉ. आदिल अहमद की शादी में शामिल हुआ था। इस शादी में मौजूद डॉ. बिलाल और डॉ. असलम जैदी के नाम भी संदिग्ध सूची में आए हैं। शादी में शामिल अन्य मेहमानों की भी क्रॉस-वेरिफिकेशन प्रक्रिया चल रही है।सूत्रों का कहना है कि यह वही शादी थी, जिसने फरीदाबाद के डॉक्टर मॉड्यूल से जुड़ी कई कड़ियों को जोड़ने का रास्ता दिखाया।

कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी

एटीएस और आईबी की टीमें अब फरीदाबाद, लखनऊ, और सहारनपुर के बीच हर कनेक्शन को खंगाल रही हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है। सूत्रों का कहना है कि जांच आगे बढ़ने पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी नेटवर्क से कुछ लिंक सामने आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। तकवा कॉलोनी के लोग अब भी सदमे में हैं। एक बुजुर्ग निवासी ने कहा, यहां बाहरी लोग आकर घर बनाते हैं, फिर उनके ऐसे कामों से गांव की बदनामी होती है। हम तो सिर्फ यही चाहते हैं कि सच्चाई जल्द सामने आए।


डॉ शाहीन से मेरे परिवार का कोई वास्ता नहीं, जांच में करेंगे सहयोग: भाई शोएब

दिल्ली विस्फोट मामले में फरीदाबाद से पकड़ी गई महिला डॉ. शाहीन और उसके भाई डॉ.परवेज का नाम आने पर उनके परिजन सदमे में हैं। डॉ शाहीन के भाई शोएब ने दावा किया है कि उसका और उसके परिवार का शाहीन से कोई वास्ता नहीं है। वे एजेंसियों की जांच में पूरा सहयोग करेंगे। परवेज के घर में तलाशी के दौरान जांच अधिकारियों के हाथ कुछ चीजें लगी हैं, जिससे उसके विदेशों से संपर्क होने का बड़ा खुलासा एटीएस और जांच एजेंसियां कर सकती है। दरअसल एटीएस की गिरफ्त में आई डॉ. शाहीन के पिता सईद अंसारी से पूछताछ के बाद अब जांच एजेंसियों ने उसके भाई शोएब से भी कई घंटों पूछताछ की थी। घर में तलाशी और परिवार का मोबाइल चेक किया गया।

शोएब ने पत्रकारों को बताया कि जांच एजेंसी मेर घर आई थी।

आतंकी गतिविधियों में संलिप्त डॉ. शाहीन का परिवार लखनऊ में रहता है। उसके घर पर यूपी एटीएस, जम्मू कश्मीर पुलिस और सुरक्ष जांच एजेंसी लगातार डेरा डाले हुए है। पिता से पूछताछ के दौरान जांच एजेंसी कोई कई अहम जानकारी मिली थी। वहीं, उसके भाई शोएब के घर पर भी यूपी एटीएस ने छापा मारा था। शोएब ने पत्रकारों को बताया कि जांच एजेंसी मेर घर आई थी। सामान्य तरीके से परिवार और मुझसे पूछताछ की, जो भी जानकारी उनके पास थी, वो सब बता दिया है। वे और उनका परिवार जांच एजेंसियों का सहयोग कर रहे हैं और करेंगे। दिल्ली विस्फोट में जो भी शामिल हैं, वे अपराधी हैं, लेकिन उनकी बहन और भाई का नाम आने पर उन्हें अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि वो लोग ऐसा कर सकते हैं।

विदेश में रहने का दबाव बनाती थी शाहीन : पूर्व पति जफर हयात

आतंकी गतिविधियों में संलिप्ता के आरोप में गिरफ्तार शाहीन के पहले पति डॉ. जफर हयात कानपुर के एक सरकारी अस्पताल में तैनात हैं। जफर हयात ने बताया कि वह शादी के कुछ साल बाद से विदेश में बसने की जिद्द करती थी, लेकिन उन्होंने यह कहकर मना कर दिया था कि हमारा परिवार और सारे रिश्तेदार यहीं हैं। उन्होंने बताया कि आपसी मनमुटाव के चलते हमारा तलाक हो चुका है। दोनों बच्चे उनके पास ही रहते हैं। उन्हें कोई जानकारी नहीं थी कि शाहीन आतंकी संगठनों के सम्पर्क में है। कभी वो अपने बच्चों से भी बात नहीं करती थी। डॉ. शाहीन के भाई परवेज की तलाश में मंगलवार को एटीएस ने आईआईएम रोड के मुतक्कीपुर गांव की तकवा कालोनी में उसके घर पर छापा मारा था।

डॉ. परवेज को लेकर हो सकता है बड़ा खुलासा

छह साल पहले ही उसने यह मकान बनवाया था। घर पर कोई नहीं मिला, लेकिन छानबीन के दौरान जांच टीम को इलेक्ट्रानिक उपकरण और कई अहम दस्तावेज मिले हैं। परवेज आतंकी गतिविधियों में शामिल व विदेशों में बैठे लोगों के संपर्क में था या नहीं यह जल्द ही खुलासा हो सकेगा। पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि डॉ. शाहीन और परवेज के परिवार से पूछताछ के दौरान कुछ जानकारियां हासिल हुई हैं। परवेज के घर पर छापेमारी के दौरान मिले कुछ चीजों के बारे में उससे जांच एजेंसी पूछताछ कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे वो मीडिया से साझा किया जाएगा।
दिल्ली ब्लास्टः धमाके वाली कार में मौजूद था आतंकी उमर, DNA टेस्ट में खुला राज

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दिल्ली कार ब्लास्ट केस में बड़ा खुलासा हुआ है। सोमवार शाम को चांदनी चौक पर लाल किले के पास जिस कार में धमाका हुआ था, उसमें आतंकी डॉक्टर उमर खुद मौजूद था। DNA टेस्ट से इस बात की पुष्टि हो गई है। इस धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए।

दिल्ली पुलिस ने किया खुलासा

कार के मलबे से मिले जले हुए शव का DNA टेस्ट उमर के परिवार के सदस्यों के सैंपल से 100 फीसदी मैच हुआ है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि डीएनए टेस्ट से पुष्टि हुई है कि लाल किले के पास विस्फोट करने वाला व्यक्ति डॉ. उमर उन नबी था। विस्फोट के बाद, उसका पैर स्टीयरिंग व्हील और एक्सीलेटर के बीच फंस गया था। उसका डीएनए सैंपल उसकी मां से मेल खाता है।

फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के खुलासे के बाद किया विस्फोट

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) व दिल्ली पुलिस को बुधवार देर रात डीएनए जांच की रिपोर्ट मिली। इससे साफ हो गया कि आई20 कार उमर नबी ही चला रहा था और धमाके में उसकी भी मौत हो गई। उसने आई20 में विस्फोटक लाद रखा था। बता दें कि लाल किले के पास ब्लास्ट फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के सामने आने के बाद हुआ। हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी से 2,900 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक और गोला-बारूद बरामद होने के कुछ ही घंटों बाद सोमवार शाम आतंकी उमर ने लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास कार में विस्फोट किया था।

साथी डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद दिया घटना को अंजाम

इस मामले की तहकीकात कर रही टीमों को शुरुआत से ही इस बात का शक था कि कार में मौजूद शख्स डॉ उमर ही है। उमर ने विस्फोट से ठीक 11 दिन पहले सफेद ह्यूंडई i20 कार खरीदी थी। वह फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का प्रमुख सदस्य था। आतंकी मुजम्मिल और अन्य साथियों की गिरफ्तारी के बाद से वह फरार चल रहा था। सुरक्षा एजेंसियों की एक्शन से हड़बड़ा गया और पैनिक में आकर घटना को अंजाम दिया।

परिवार वालों को थी उमर के कट्टरपंथी होने की जानकारी

मीडिया रिपोर्टों में यह बात भी सामने आई है कि आतंकी उमर के परिवार वालों को भी उसके कट्टरपंथी होने का पता लग चुका था, लेकिन परिवार के किसी भी सदस्य ने इसकी जानकारी प्रशासन या पुलिस को नहीं दी। यह बात भी सामने निकल कर आ रही है कि उमर तुर्किए की राजधानी अंकारा में बैठे अपने हैंडलर के साथ संपर्क में था। साल 2022 में उमर अपने कुछ साथियों के साथ अंकारा भी गया था। इसी दौरान सभी का ब्रेन वॉश किया गया। इस मामले में NIA की टीम ने तुर्किए दूतावास से सहयोग मांगा है।

Bihar Election 2025 Results update; बिहार चुनाव के शुरुआती रुझानों में NDA आगे, महागठबंधन पिछड़ा


बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए वोटों की गिनती शुरू हो गई है. बैलेट पेपर की गिनती के बाद अब ईवीएम से वोटों की गणना जारी है. शुरुआती रुझानों में एनडीए ने महागठबंधन पर बढ़त बना ली है.

उपलब्ध जानकारी के अनुसार, एनडीए 70 सीटों पर आगे चल रहा है, जबकि महागठबंधन 41 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. दलों के हिसाब से देखें तो भारतीय जनता पार्टी 35 सीटों पर, राष्ट्रीय जनता दल 33 सीटों पर और जनता दल यूनाइटेड 30 सीटों पर आगे है. कांग्रेस 3 और लोक जनशक्ति पार्टी 3 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं.

राज्य स्तरीय पुरुष नसबंदी अभियान का शुभारंभ सह सम्मान समारोह

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रांची:नामकुम स्थित आईपीएच सभागार में राज्य स्तरीय पुरुष नसबंदी अभियान सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि परिवार नियोजन केवल जनसंख्या नियंत्रण का नहीं, बल्कि स्वस्थ परिवार और सुरक्षित मातृत्व की दिशा में एक बड़ा कदम है।

उन्होंने कहा कि पुरुषों की समान भागीदारी से ही यह प्रयास सफल होगा। डॉ. अंसारी ने सभी से इस अभियान को जन आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाने का आह्वान किया।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह अभियान राज्य के परिवार कल्याण कार्यक्रम की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। परिवार नियोजन केवल जनसंख्या नियंत्रण का विषय नहीं है बल्कि यह स्वस्थ परिवार, सुरक्षित मातृत्व और खुशहाल समाज की दिशा में उठाया गया एक सशक्त कदम है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चा योजना और तैयारी के साथ इस दुनिया में आए, और हर मां को सुरक्षित मातृत्व का अधिकार मिले।

उन्होंने कहा कि हम यह भी जानते हैं कि परिवार नियोजन की जिम्मेदारी अक्सर महिलाओं तक सीमित रह जाती है, लेकिन अब समय आ गया है कि पुरुष भी समान रूप से इस जिम्मेदारी को साझा करें। नसबंदी एक सुरक्षित, सरल और प्रभावी उपाय है और इसके प्रति समाज में जो गलत फहमियाँ हैं, उन्हें दूर करना हम सबकी जिम्मेदारी है।

डॉक्टर इरफान अंसारी ने कहा कि इस समारोह में जिन जिलों और स्वास्थ्य संस्थानों को सम्मानित किया जा रहा है. उन्होंने अपने समर्पण, नवाचार और मेहनत से परिवार नियोजन कार्यक्रम को एक नई दिशा दी है। सभी विजेता प्रतिभागियों को उन्होंने बधाई दी और कहा कि आपकी यह उपलब्धि न केवल आपके जिले के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है। इस अभियान की उपलब्धि को हासिल करने में जो संस्थान, चिकित्सक या कमी पीछे रह गए हैं, उन्हें प्रोत्साहित करते हुए मैं चाहता हूं कि आप सब अपना पूरा योगदान देकर इस अभियान को सफल बनाने में अपनी भूमिका अदा करें।

डॉक्टर अंसारी ने बताया कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए 8500 हेल्थ टेक्निकल और नॉन टेक्निकल स्वास्थ्यकर्मियों की बहाली की जाएगी।

माननीय मंत्री द्वारा राज्य का पहला राँची सदर अस्पताल जिसको एनएबीएल सर्टिफिकेट से नवाजा गया है। यह सर्टिफिकेट राज्य के नोडल पदाधिकारी पदाधिकारी, राज्य परामर्शी PHQA एवं राँची सिविल सर्जन, रांची सदर अस्पताल के उपाधीक्षक एवं सभी कर्मियों के प्रयासों से मिला है ।

डाक विभाग के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर

इस अवसर पर भारतीय डाक विभाग, झारखंड परिमंडल और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम), झारखंड सरकार के बीच परिवार नियोजन सामग्रियों के परिवहन एवं वितरण हेतु समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।

इसके तहत डाक विभाग अपने इंडिया पोस्ट पार्सल नेटवर्क के माध्यम से सामग्रियों की समयबद्ध आपूर्ति राज्यभर के स्वास्थ्य केंद्रों तक सुनिश्चित करेगा।

यह पहल “स्वस्थ झारखंड, सुखी झारखंड” के लक्ष्य को सशक्त बनाएगी।

परिवार नियोजन सेवाओं को और सशक्त बनाएगी सरकार – अजय कुमार सिंह

अपर मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह ने कहा कि परिवार नियोजन केवल स्वास्थ्य कार्यक्रम नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक प्रगति का आधार है। उन्होंने सर्जन, एएनएम, जीएनएम और सीएचओ की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि सामूहिक प्रयासों से झारखंड पुरुष सहभागिता आधारित परिवार नियोजन में आदर्श राज्य बनेगा।

सुरक्षित और प्रभावी उपाय है पुरुष नसबंदी – शशि प्रकाश झा

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक श्री शशि प्रकाश झा ने बताया कि राज्य की कुल प्रजनन दर (TFR) 3.5 से घटकर 2.3 और गर्भनिरोधक प्रचलन दर (CPR) 35.7% से बढ़कर 61.7% हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अब पुरुषों की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है, क्योंकि पुरुष नसबंदी एक सुरक्षित, सरल और प्रभावी उपाय है।

राज्य में परिवार नियोजन संकेतकों में सुधार – डॉ. पुष्पा

राज्य नोडल पदाधिकारी डॉ. पुष्पा ने कहा कि झारखंड में परिवार नियोजन के संकेतकों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। Unmet Need घटकर 10% रह गई है और अस्थायी विधियों के उपयोग में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि यह केवल स्वास्थ्य कार्यक्रम नहीं, बल्कि समानता और जिम्मेदारी का अभियान है।

नई विधियों का शुभारंभ और सम्मान समारोह

कार्यक्रम के दौरान गर्भनिरोधक की नई विधियों (MPA-SC एवं इम्प्लांट) का शुभारंभ किया गया तथा सहिया के लिए तैयार वीडियो फिल्म का विमोचन हुआ।

राज्यभर के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों एवं संस्थानों को सम्मानित किया गया, जिनमें —

37 स्वास्थ्य संस्थान, 19 मास्टर ट्रेनर, 9 स्टोरकीपर, 16 बीटीटी, 10 सहिया, 10 सर्जन, 8 एएनएम/जीएनएम और 11 काउंसलर शामिल हैं।

मुख्य उपलब्धियाँ

कुल प्रजनन दर (TFR) 3.5 (AHS-2011) से घटकर 2.3 (NFHS-5, 2019-21)

गर्भनिरोधक प्रचलन दर 35.7% (NFHS-3, 2005-06) से बढ़कर 61.7%

परिवार नियोजन की अपूर्ण आवश्यकता 22.6% से घटकर 11.5%

PPIUCD Insertion का प्रतिशत 36%

चार नई विधियाँ जोड़ी गईं – अंतरा IM, छाया, अंतरा SC, इम्प्लांट

Self Care Kits एवं कंडोम बॉक्स के माध्यम से अस्थायी विधियों की निःशुल्क उपलब्धता

2019 से अब तक 1.30 लाख से अधिक सास-बहू-पति सम्मेलन, 6.98 लाख नई पहल किट वितरण एवं 76 हजार से अधिक परिवार कल्याण दिवस का आयोजन

कार्यक्रम में पूर्व राज्यसभा सांसद श्री प्रदीप बलमुचू, निदेशक डाक सेवा श्री बी.आर. चौधरी, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएँ श्री सिद्धार्थ सान्याल, सहित सभी जिलों के सिविल सर्जन एवं स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।

तीन दिवसीय उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्रीय पुलिस खेलकूद प्रतियोगिता का सफल समापन,हजारीबाग ने जीता ओवरऑल खिताब

हजारीबाग- तीन दिवसीय उत्तरी छोटानागपुर क्षेत्रीय पुलिस खेलकूद प्रतियोगिता का समापन गुरुवार को हजारीबाग पुलिस केंद्र में भव्य रूप से किया गया। प्रतियोगिता में हजारीबाग ने 23 अंकों के साथ ओवरऑल चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया,जबकि रामगढ़ 11 अंकों के साथ दूसरे और गिरिडीह 9 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा। तीन दिनों तक चले इस आयोजन में हजारीबाग, कोडरमा, रामगढ़, चतरा और गिरिडीह जिलों की पुलिस टीमों ने भाग लिया। कुल 242 पुलिसकर्मियों ने विभिन्न खेल विधाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता के दौरान मैदान में खिलाड़ियों का जोश,अनुशासन और खेल भावना देखने योग्य रही फुटबॉल में हजारीबाग विजेता और गिरिडीह उपविजेता रहा। बास्केटबॉल में हजारीबाग ने खिताब जीता और गिरिडीह उपविजेता बना। हैंडबॉल में हजारीबाग विजेता और गिरिडीह उपविजेता रहा। कबड्डी में रामगढ़ विजेता और हजारीबाग उपविजेता रहा। वॉलीबॉल में कोडरमा ने पहला स्थान प्राप्त किया जबकि रामगढ़ उपविजेता बना। एथलेटिक्स में पुरुष वर्ग में हजारीबाग विजेता और कोडरमा उपविजेता रहा, वहीं महिला वर्ग में रामगढ़ ने बाजी मारी और हजारीबाग दूसरे स्थान पर रहा। विजेता और उपविजेता खिलाड़ियों को मेडल और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तरी छोटानागपुर प्रक्षेत्र बोकारो के पुलिस महानिरीक्षक सुनील भास्कर शामिल हुए। उन्होंने झंडे को सलामी दी और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता बड़े उत्साह और खेल भावना के साथ संपन्न हुई है। पुलिसकर्मियों ने जिस तरह से भागीदारी की है, वह प्रशंसनीय है। इस तरह के आयोजन से न केवल फिटनेस और टीमवर्क की भावना बढ़ती है, बल्कि विभिन्न जिलों के बीच आपसी सहयोग और संबंध भी मजबूत होते हैं, जो पुलिस कार्यों में भी सहायक साबित होता है।

कार्यक्रम में हजारीबाग उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह, पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन, पुलिस अधीक्षक रामगढ़ अजय कुमार, पुलिस अधीक्षक कोडरमा अनुदीप सिंह, पुलिस अधीक्षक चतरा सुमित कुमार अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक गिरिडीह विमल कुमार सहित उत्तरी छोटानागपुर प्रक्षेत्र के सभी पुलिस अधीक्षक, वरीय पुलिस पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रूबी सिंह ने किया। समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि और सभी वरीय अधिकारियों ने विजेता खिलाड़ियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया तथा सामूहिक तस्वीर लेकर उनका उत्साह बढ़ाया। तीन दिनों तक चली इस खेल प्रतियोगिता ने पुलिसकर्मियों में नई ऊर्जा, एकता और खेल भावना का संचार किया, जिससे पूरे प्रक्षेत्र में उत्साह और सौहार्द का माहौल बना रहा।

रिश्वतखोरी के आरोपों से घिरे डीसी की मुश्किलें बढ़ीं

* बर्खास्तगी को लेकर शिक्षा विभाग की कार्रवाई शुरू, गिरफ्तारी की संभावना प्रबल

गोंडा। रिश्वतखोरी के आरोपों से घिरे बेसिक शिक्षा विभाग के निर्माण समन्वयक विद्या भूषण मिश्रा व जैम पोर्टल समन्वयक प्रेम शंकर मिश्रा की मुश्किलें निरन्तर बढ़ती जा रही हैं।बताते चलें कि शासन स्तर से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार तिवारी पर कार्रवाई के बाद अब इन दोनों के विरुद्ध भी बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।पुलिस की विवेचना तेज होने से इनके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार भी लटक रही है।पुलिस जांच व बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू होने की जानकारी मिलने के बाद से दोनों अधिकारी लगातार अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित चल रहे हैं और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है,जिससे शिक्षकों और अधिकारियों के कार्य प्रभावित हो रहे हैं।क्षेत्राधिकारी नगर आनन्द राय ने दोनों अधिकारियों को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया है तथा पुलिस उनके खातों से हुए लेनदेन की भी जांच कर रही है। इसके अतिरिक्त पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि टेंडर प्रक्रिया पूरी होने से पहले मनोज कुमार पाण्डेय को डीडी (डिमांड ड्राफ्ट) किन परिस्थितियों में वापस किया गया,जबकि सामान्यतः डीडी टेंडर प्रक्रिया सम्पन्न होने के बाद ही वापस की जाती है।जिलाधिकारी द्वारा मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से कराई गई जांच में भी आरोपों की पुष्टि हुई है। जिसके बाद जांच प्रक्रिया में और तेजी आई है। प्रभारी बीएसए राम खेलावन सिंह ने बताया कि शासन के निर्देशों के बाद जिला स्तर पर भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।उन्होंने पुलिस जांच में सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि नये बीएसए के आने तक वे स्वयं कार्यभार संभालेंगे और दोनों अधिकारियों के कार्यालय में अनुपस्थित रहने के कारणों की भी जानकारी की जा रही है।

*पति वह जो नारी की आवश्यकता करे पूरी-मैत्रेय,पांडेबाबा धाम में चल रही रामकथा का तीसरा दिन*
सुलतानपुर,जहां नारी की पूजा होती है वहां सारे देवता वास करते हैं। जो पति पत्नी की सभी आवश्यकता पूर्ति करता है वही पति कहलाने का अधिकारी है। यह बातें मानस मराल डॉ कृष्णमणि चतुर्वेदी मैत्रेय ने कहीं । वह पांडेबाबा धाम में करनाईपुर फाउंडेशन द्वारा आयोजित राम कथा के तीसरे दिन कथा सुना रहे थे। उन्होंने कहा कि स्त्री की देखभाल कुमारी अवस्था में पिता द्वारा, युवा होने पर पति द्वारा तथा वृद्ध होने पर पुत्र के द्वारा की जाती है। आज समाज में बहुत सी पत्नियां संत्रास झेलने को विवश हैं। सबको चाहिए कि स्त्री की सुख सुविधा का ध्यान रखते हुए उन्हें उचित सम्मान दें । कथा व्यास ने बताया कि जो दूसरों को पीड़ित करता है वह निशाचर होता है । रावण ने अपनी राजाज्ञा में सर्वप्रथम चार प्रतिबंध लगाया । जिसके अनुसार ब्राह्मण भोजन, यज्ञ , होम ,और श्राद्ध बन्द कर दिया गया। इस तरह के भाव वाले ही राक्षस होते हैं। मैत्रेय ने रामचरितमानस पाठ भेद पर चर्चा करते हुए कहा कि साधु चरित सुभ चरित कपासू पाठ गलत है। शुद्ध पाठ है साधु सरिस सुभ चरित कपासू । यह पाठ डॉ माता प्रसाद गुप्त द्वारा सम्पादित प्रति व पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिश्र के काशीराज संस्करण की हस्तलिखित प्रति में उपलब्ध है। मुख्य यजमान शेर बहादुर वर्मा ने व्यासपीठ की आरती उतारी।
बजाज चीनी मिल पर किसानों का 109 करोड़ बकाया

गोंडा। जिले में स्थित बजाज हिन्दुस्तान शुगर इंडस्ट्री लिमिटेड की कुंदुरखी इकाई पर गन्ना किसानों का 109 करोड़ बकाया है। नवीन पेराई सत्र की प्रक्रिया प्रारम्भ होने के बावजूद यह भुगतान अभी तक नहीं किया गया है।जिससे किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसान लगातार अपने बकाया भुगतान की मांग कर रहे हैं।

 बीते जून माह में जिलाधिकारी के आदेश पर चीनी मिल के कई अधिकारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था परन्तु इसके बावजूद भी किसानों के गन्ना मूल्य का शत प्रतिशत भुगतान नहीं हो सका है।

 बकाया भुगतान न होने के कारण अब कई सामाजिक संगठनों ने चेतावनी दी है कि जब तक किसानों का पूरा भुगतान नहीं हो जाता, तब तक नए पेराई सत्र की शुरुआत नहीं होने दी जाएगी। इस संबंध में जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि शुगर मिल के अधिकारियों को बकाया भुगतान के निर्देश दिये गये हैं।उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि पूरा भुगतान नहीं होता है तो मिल के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिला गन्ना अधिकारी ने किसानों की समस्याओं को स्वीकार किया तो वहीं अवध केसरी सेना के अध्यक्ष नीरज सिंह ठाकुर ने कहा कि जब तक चीनी मिल गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं करती तब तक नवीन पेराई सत्र का संचालन नहीं होने देंगे।

उन्होंने बड़े आंदोलन की तैयारी शुरू करने की बात करते हुये मिल पर किसानों के शोषण का आरोप लगाया।श्री ठाकुर ने बताया कि अन्य चीनी मिलें गन्ना बेचने के महज कुछ दिनों के भीतर भुगतान कर देती हैं जबकि बजाज शुगर मिल में भुगतान में दो से तीन वर्ष की देरी होती है तो वहीं किसान नेता शिवराम उपाध्याय ने बताया कि हम लोग जिला स्तर पर बड़ा आन्दोलन करेंगे और शुगर मिल की तानाशाही नहीं चलेगी।

बिहार विधानसभा चुनाव की काउंटिंग कल, मतगणना से पहले कड़ी सुरक्षा में रखे गए EVM

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बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। विधानसभा चुनाव के परिणाम कल यानी शुक्रवार को आने हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच स्ट्रॉन्ग रूम में रखा गया है। मतदान में प्रयुक्त ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को दो-स्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है।

दो-स्तरीय सुरक्षा घेरे में ईवीएम

राज्य के सभी 38 जिलों में स्थापित 46 केंद्रों पर की शुक्रवार को मतगणना की जाएगी। चुनाव आयोग ने बुधवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्ट्रॉन्ग रूम में रखा गया है। चुनाव आयोग ने बताया कि मतदान में इस्तेमाल किए गए ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को दो-स्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है।

सीसीटीवी से निगहबानी

स्ट्रॉन्ग रूम परिसर की आंतरिक सुरक्षा का जिम्मा सेन्ट्रल आर्म्ड पैरामिलिट्री फोर्सेज (सीएपीएफ) को सौंपा गया है, जबकि बाहरी सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी जिला पुलिस को दी गई है। इसके अलावा चौबीस घंटे सीसीटीवी निगरानी और अन्य सुरक्षा इंतजाम भी किए गए हैं।

हर स्ट्रांग रूम में एक कंट्रोल रूम

प्रत्येक स्ट्रॉन्ग रूम परिसर में एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है, जहां वरिष्ठ अधिकारी लगातार ड्यूटी पर रहेंगे। एक बयान में कहा गया कि संबंधित विधानसभा क्षेत्रों के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों और निर्वाचन अधिकारियों को प्रतिदिन स्ट्रॉन्ग रूमों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है। बयान में कहा गया कि मॉक पोल के दौरान या मतदान के समय दोषपूर्ण पाई गई ईवीएम और वीवीपैट मशीनों के साथ-साथ अप्रयुक्त मशीनों को अलग से सुरक्षित रखा गया है।

क्या कहते हैं एग्जिट पोल्स के अनुमान

बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के दो चरणों का मतदान छह और 11 नवंबर को हुआ था। इस बार राज्य में 1951 के बाद का सबसे अधिक 67.13 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। राज्य में चुनाव खत्म होने के बाद आए करीब एक दर्जन एजेंसियों के एग्जिट पोल्स में एनडीए की वापसी का दावा किया जा रहा है। पोल में जदयू की सीटों में बढ़ोत्तरी का अनुमान व्यक्त किया गया है। मैट्रिज ने जदयू को 67 से 75 तो भाजपा को 65 से 73 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की है। इन एजेंसियों ने दोनों दलों को करीब-करीब समान सीट मिलने का अनुमान व्यक्त किया है।

रायबरेली में आरटीओ वसूली रैकेट का भंडाफोड़, एसटीएफ ने दलाल और उसके साथी को पकड़ा
लखनऊ । उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने रायबरेली में परिवहन विभाग से जुड़ी बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध वसूली रैकेट का पर्दाफाश किया है। फतेहपुर मार्ग से रायबरेली में प्रवेश करने वाले वाहनों से वसूली के मामले में एसटीएफ ने परिवहन विभाग की दलाली करने वाले मोहित और उसके अयोध्या निवासी साथी को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ की कार्रवाई के बाद परिवहन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। इस पूरे मामले में एआरटीओ प्रवर्तन अंबुज और पीटीओ रेहाना बानो समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।

ट्रक से वसूले जा रहे थे 5,000 से 6,000

सूत्रों के अनुसार, फतेहपुर से रायबरेली की सीमा में प्रवेश करने वाले भारी वाहनों से अवैध वसूली की जा रही थी। इस वसूली में परिवहन विभाग के कुछ अधिकारी और उनके संरक्षण में काम करने वाले स्थानीय दलाल सक्रिय थे। प्रत्येक ट्रक से 5,000 से  6,000 तक की रकम वाहन चेकिंग अभियान के नाम पर ली जाती थी। आरोप है कि इस रकम का हिस्सा सीधे विभागीय अधिकारियों तक पहुंचाया जाता था।

एसटीएफ की छापेमारी और गिरफ्तारी

एसटीएफ लखनऊ की टीम को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि रायबरेली में परिवहन विभाग से जुड़े कुछ दलाल वाहनों से अवैध वसूली कर रहे हैं। मुख्यालय से निर्देश मिलने पर एसटीएफ ने छापेमारी की और दलाल मोहित तथा अयोध्या निवासी उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि वे एआरटीओ प्रवर्तन अंबुज और पीटीओ रेहाना बानो के इशारे पर काम करते थे और एकत्र की गई रकम का बड़ा हिस्सा अधिकारियों को सौंपा जाता था।

इनके खिलाफ दर्ज कराया गया है मुकदमा

एसटीएफ के उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी की तरफ से रायबरेली के लालगंज कोतवाली क्षेत्र के अंबारा पश्चिम मोहित सिंह, अयोध्या जिले के बेजू पुरवा टिहुरा निवासी ट्रक चालक सुनील यादव, एआरटीओ प्रवर्तन फतेहपुर पुष्पांजली, उनके चालक सिकंदर, यात्रीकर अधिकारी (पीटीओ) फतेहपुर अखिलेश चतुर्वेदी, उनके चालक अशोक तिवारी, एआरटीओ प्रवर्तन रायबरेली अंबुज, उनका दीवान नौशाद, पीटीओ रायबरेली रेहाना, उनका चालक सुशील और मिथुन के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।

यह नेटवर्क प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय था

एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, अयोध्या से एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। जांच से यह भी पता चला है कि यह नेटवर्क प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय था अधिकारी और दलाल मिलकर ट्रक चालकों से “चेकिंग” और “फाइल क्लियरेंस” के नाम पर मोटी रकम वसूलते थे। एसटीएफ अब इस मामले में धन के लेनदेन और बैंक खातों की जांच कर रही है।
जैश-ए-मोहम्मद नेटवर्क से जुड़ाव की जांच में डॉक्टर परवेज और शाहीन पर घिरा शिकंजा
लखनऊ । दिल्ली में हुए आतंकी हमले के बाद सामने आए फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल की जांच अब उत्तर प्रदेश तक पहुंच चुकी है। राजधानी लखनऊ के आईआईएम रोड स्थित मुत्तकीपुर इलाके में रहने वाले डॉक्टर भाई-बहन  डॉ. परवेज अंसारी और डॉ. शाहीन  अब जांच एजेंसियों के रडार पर हैं। दोनों से अलग-अलग पूछताछ के बाद अब आमना-सामना कराकर पूछताछ की तैयारी की जा रही है। जांच एजेंसियों का मानना है कि इस पूछताछ से आतंकी नेटवर्क के भीतर छिपे कई रहस्य उजागर हो सकते हैं।

भाई-बहन आमने-सामने, एजेंसियों की नजरें हर हावभाव पर

जम्मू-कश्मीर पुलिस और यूपी एटीएस की संयुक्त जांच में अब तक यह साफ हो चुका है कि डॉ. शाहीन और डॉ. मुजम्मिल की गतिविधियां संदिग्ध हैं। वहीं, डॉ. शाहीन का भाई डॉ. परवेज कई बार इन दोनों के संपर्क में पाया गया है। प्रारंभिक पूछताछ के बाद एजेंसियों ने अब निर्णय लिया है कि तीनों संदिग्धों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी, ताकि जवाबों में विरोधाभास या समानता की सटीक जांच की जा सके।

डॉ. परवेज केवल कीपैड फोन का करता था उपयोग

सूत्रों के अनुसार, डॉ. परवेज केवल कीपैड फोन का उपयोग करता था और बहुत सीमित लोगों से ही संपर्क रखता था। उसके घर के बाहर बुधवार को दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। तकवा कॉलोनी के निवासी घरों में दुबके रहे। स्थानीय लोगों में चर्चा थी कि डॉ. परवेज का नाम आतंक कनेक्शन में सामने आना चौंकाने वाला है, क्योंकि वह वर्षों से किसी सामाजिक गतिविधि में शामिल नहीं होता था।

मुहल्ले में किसी से बात चीत नहीं करता था परवेज

पड़ोसियों ने बताया कि परवेज पहले कैसरबाग के खंदारी बाजार क्षेत्र में रहता था, जहां वह अक्सर क्रिकेट खेलता था। धीरे-धीरे उसने लोगों से संपर्क तोड़ लिया और सोशल मीडिया पर भी लगभग निष्क्रिय हो गया। उसके व्हाट्सएप डीपी पर केवल सीनरी की फोटो लगी थी, और बातचीत में वह केवल चिकित्सकीय सलाह देने तक सीमित रहता था।तकवा कॉलोनी के एक बुजुर्ग ने कहा, वह किसी से बहुत बात नहीं करता था। नमाज पढ़ने आता तो बस सलाम-दुआ कर चला जाता। कुछ समय पहले मस्जिद में मोबाइल पर कुरान पढ़ने को लेकर उसका विवाद भी हुआ था, जिसके बाद वह कुछ दिनों तक मस्जिद आना बंद कर दिया।

घर से बरामद कार की फोरेंसिक जांच शुरू

बुधवार को एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मुत्तकीपुर स्थित परवेज के घर की तलाशी ली। घर के बाहर खड़ी एक कार को जब्त कर मड़ियांव थाने भेजा गया। सूत्रों के अनुसार, कार की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उसका इस्तेमाल किसी संदिग्ध गतिविधि या रासायनिक पदार्थों के परिवहन में हुआ था। जांच एजेंसियां इस बात की भी पुष्टि करना चाहती हैं कि वाहन किसी दूसरे स्थान पर संदिग्धों के संपर्क में तो नहीं गया।

कट्टरपंथ की राह या चिकित्सक का भ्रम?

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने परवेज को फरीदाबाद ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि परवेज कट्टर विचारधारा से प्रभावित था। हालांकि अब तक किसी आतंकी गतिविधि में सीधे तौर पर उसकी संलिप्तता के सबूत नहीं मिले हैं। एजेंसियां अब उसके मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट और हार्ड डिस्क को खंगाल रही हैं, जिनसे उसकी ऑनलाइन गतिविधियों और संपर्कों का नेटवर्क सामने आ सके।

शादी के बहाने बनी आतंकी साजिश की डोर

जांच में यह भी सामने आया है कि परवेज हाल ही में सहारनपुर में तैनात डॉ. आदिल अहमद की शादी में शामिल हुआ था। इस शादी में मौजूद डॉ. बिलाल और डॉ. असलम जैदी के नाम भी संदिग्ध सूची में आए हैं। शादी में शामिल अन्य मेहमानों की भी क्रॉस-वेरिफिकेशन प्रक्रिया चल रही है।सूत्रों का कहना है कि यह वही शादी थी, जिसने फरीदाबाद के डॉक्टर मॉड्यूल से जुड़ी कई कड़ियों को जोड़ने का रास्ता दिखाया।

कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी

एटीएस और आईबी की टीमें अब फरीदाबाद, लखनऊ, और सहारनपुर के बीच हर कनेक्शन को खंगाल रही हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है। सूत्रों का कहना है कि जांच आगे बढ़ने पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी नेटवर्क से कुछ लिंक सामने आने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। तकवा कॉलोनी के लोग अब भी सदमे में हैं। एक बुजुर्ग निवासी ने कहा, यहां बाहरी लोग आकर घर बनाते हैं, फिर उनके ऐसे कामों से गांव की बदनामी होती है। हम तो सिर्फ यही चाहते हैं कि सच्चाई जल्द सामने आए।


डॉ शाहीन से मेरे परिवार का कोई वास्ता नहीं, जांच में करेंगे सहयोग: भाई शोएब

दिल्ली विस्फोट मामले में फरीदाबाद से पकड़ी गई महिला डॉ. शाहीन और उसके भाई डॉ.परवेज का नाम आने पर उनके परिजन सदमे में हैं। डॉ शाहीन के भाई शोएब ने दावा किया है कि उसका और उसके परिवार का शाहीन से कोई वास्ता नहीं है। वे एजेंसियों की जांच में पूरा सहयोग करेंगे। परवेज के घर में तलाशी के दौरान जांच अधिकारियों के हाथ कुछ चीजें लगी हैं, जिससे उसके विदेशों से संपर्क होने का बड़ा खुलासा एटीएस और जांच एजेंसियां कर सकती है। दरअसल एटीएस की गिरफ्त में आई डॉ. शाहीन के पिता सईद अंसारी से पूछताछ के बाद अब जांच एजेंसियों ने उसके भाई शोएब से भी कई घंटों पूछताछ की थी। घर में तलाशी और परिवार का मोबाइल चेक किया गया।

शोएब ने पत्रकारों को बताया कि जांच एजेंसी मेर घर आई थी।

आतंकी गतिविधियों में संलिप्त डॉ. शाहीन का परिवार लखनऊ में रहता है। उसके घर पर यूपी एटीएस, जम्मू कश्मीर पुलिस और सुरक्ष जांच एजेंसी लगातार डेरा डाले हुए है। पिता से पूछताछ के दौरान जांच एजेंसी कोई कई अहम जानकारी मिली थी। वहीं, उसके भाई शोएब के घर पर भी यूपी एटीएस ने छापा मारा था। शोएब ने पत्रकारों को बताया कि जांच एजेंसी मेर घर आई थी। सामान्य तरीके से परिवार और मुझसे पूछताछ की, जो भी जानकारी उनके पास थी, वो सब बता दिया है। वे और उनका परिवार जांच एजेंसियों का सहयोग कर रहे हैं और करेंगे। दिल्ली विस्फोट में जो भी शामिल हैं, वे अपराधी हैं, लेकिन उनकी बहन और भाई का नाम आने पर उन्हें अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि वो लोग ऐसा कर सकते हैं।

विदेश में रहने का दबाव बनाती थी शाहीन : पूर्व पति जफर हयात

आतंकी गतिविधियों में संलिप्ता के आरोप में गिरफ्तार शाहीन के पहले पति डॉ. जफर हयात कानपुर के एक सरकारी अस्पताल में तैनात हैं। जफर हयात ने बताया कि वह शादी के कुछ साल बाद से विदेश में बसने की जिद्द करती थी, लेकिन उन्होंने यह कहकर मना कर दिया था कि हमारा परिवार और सारे रिश्तेदार यहीं हैं। उन्होंने बताया कि आपसी मनमुटाव के चलते हमारा तलाक हो चुका है। दोनों बच्चे उनके पास ही रहते हैं। उन्हें कोई जानकारी नहीं थी कि शाहीन आतंकी संगठनों के सम्पर्क में है। कभी वो अपने बच्चों से भी बात नहीं करती थी। डॉ. शाहीन के भाई परवेज की तलाश में मंगलवार को एटीएस ने आईआईएम रोड के मुतक्कीपुर गांव की तकवा कालोनी में उसके घर पर छापा मारा था।

डॉ. परवेज को लेकर हो सकता है बड़ा खुलासा

छह साल पहले ही उसने यह मकान बनवाया था। घर पर कोई नहीं मिला, लेकिन छानबीन के दौरान जांच टीम को इलेक्ट्रानिक उपकरण और कई अहम दस्तावेज मिले हैं। परवेज आतंकी गतिविधियों में शामिल व विदेशों में बैठे लोगों के संपर्क में था या नहीं यह जल्द ही खुलासा हो सकेगा। पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि डॉ. शाहीन और परवेज के परिवार से पूछताछ के दौरान कुछ जानकारियां हासिल हुई हैं। परवेज के घर पर छापेमारी के दौरान मिले कुछ चीजों के बारे में उससे जांच एजेंसी पूछताछ कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे वो मीडिया से साझा किया जाएगा।
दिल्ली ब्लास्टः धमाके वाली कार में मौजूद था आतंकी उमर, DNA टेस्ट में खुला राज

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दिल्ली कार ब्लास्ट केस में बड़ा खुलासा हुआ है। सोमवार शाम को चांदनी चौक पर लाल किले के पास जिस कार में धमाका हुआ था, उसमें आतंकी डॉक्टर उमर खुद मौजूद था। DNA टेस्ट से इस बात की पुष्टि हो गई है। इस धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए।

दिल्ली पुलिस ने किया खुलासा

कार के मलबे से मिले जले हुए शव का DNA टेस्ट उमर के परिवार के सदस्यों के सैंपल से 100 फीसदी मैच हुआ है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि डीएनए टेस्ट से पुष्टि हुई है कि लाल किले के पास विस्फोट करने वाला व्यक्ति डॉ. उमर उन नबी था। विस्फोट के बाद, उसका पैर स्टीयरिंग व्हील और एक्सीलेटर के बीच फंस गया था। उसका डीएनए सैंपल उसकी मां से मेल खाता है।

फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के खुलासे के बाद किया विस्फोट

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) व दिल्ली पुलिस को बुधवार देर रात डीएनए जांच की रिपोर्ट मिली। इससे साफ हो गया कि आई20 कार उमर नबी ही चला रहा था और धमाके में उसकी भी मौत हो गई। उसने आई20 में विस्फोटक लाद रखा था। बता दें कि लाल किले के पास ब्लास्ट फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के सामने आने के बाद हुआ। हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी से 2,900 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक और गोला-बारूद बरामद होने के कुछ ही घंटों बाद सोमवार शाम आतंकी उमर ने लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास कार में विस्फोट किया था।

साथी डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद दिया घटना को अंजाम

इस मामले की तहकीकात कर रही टीमों को शुरुआत से ही इस बात का शक था कि कार में मौजूद शख्स डॉ उमर ही है। उमर ने विस्फोट से ठीक 11 दिन पहले सफेद ह्यूंडई i20 कार खरीदी थी। वह फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का प्रमुख सदस्य था। आतंकी मुजम्मिल और अन्य साथियों की गिरफ्तारी के बाद से वह फरार चल रहा था। सुरक्षा एजेंसियों की एक्शन से हड़बड़ा गया और पैनिक में आकर घटना को अंजाम दिया।

परिवार वालों को थी उमर के कट्टरपंथी होने की जानकारी

मीडिया रिपोर्टों में यह बात भी सामने आई है कि आतंकी उमर के परिवार वालों को भी उसके कट्टरपंथी होने का पता लग चुका था, लेकिन परिवार के किसी भी सदस्य ने इसकी जानकारी प्रशासन या पुलिस को नहीं दी। यह बात भी सामने निकल कर आ रही है कि उमर तुर्किए की राजधानी अंकारा में बैठे अपने हैंडलर के साथ संपर्क में था। साल 2022 में उमर अपने कुछ साथियों के साथ अंकारा भी गया था। इसी दौरान सभी का ब्रेन वॉश किया गया। इस मामले में NIA की टीम ने तुर्किए दूतावास से सहयोग मांगा है।