जल जीवन मिशन में तकनीकी अनियमितता का आरोप: DI Pipe की जगह O-PVC का उपयोग, एक साल से कार्रवाई ठप

रायपुर- जल जीवन मिशन की मल्टी विलेज स्कीम में कथित तकनीकी अनियमितताओं को लेकर छत्तीसगढ़ शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। पूर्व संचालक डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने 23 अक्टूबर 2024 को पीएचई विभाग के सचिव मोहम्मद कैसर अब्दुल हक को एक विस्तृत शिकायत-पत्र भेजकर मुख्य अभियंता, परिक्षेत्र रायपुर राजेश गुप्ता के खिलाफ D.I. Pipe की जगह O-PVC Pipe उपयोग करने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए अनियमितता की जांच करने तथा राजेश गुप्ता के खिलाफ तत्काल निलंबन की कार्रवाई करने की बात लिखी गई थी।

पीएचई विभाग के प्रमुख अभियंता रहे टीडी शांडिल्य ने भी विभागीय सचिव को 29 अप्रैल 2025 तथा 18 जुलाई 2025 को राजेश गुप्ता को निलंबित करने पत्र लिखा है। चौंकाने वाली बात यह है कि लगभग एक साल बीतने के बाद भी विभाग स्तर पर किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जबकि पत्र में उठाए गए बिंदु पूरी तरह तकनीकी और नीति-विरुद्ध बदलाव से जुड़े हुए हैं।

क्या है मामला?

डॉ.भूरे द्वारा भेजे गए पत्र के अनुसार, जल जीवन मिशन की मल्टी विलेज योजनाओं के DPR में Gravity Main लाइन के लिए DI K-7 Pipe को अनिवार्य रूप से अपनाया गया था। उच्च स्तरीय वित्तीय/तकनीकी स्वीकृति भी इसी पाइप के आधार पर दी गई थी।

लेकिन विभागीय स्तर पर बाद में 250 mm से नीचे Diameter वाले O-PVC Pipe को लेकर डिजाइन बनाया गया और फिर इसी आधार पर PAC की तकनीकी स्वीकृति देकर निविदा प्रक्रिया संचालित की गई।

पत्र में उठाए गए प्रमुख तकनीकी बिंदु

DPR में DI K-7 Pipe की ही स्वीकृति

Bulk Water Supply के लिए DI K-7 Pipe प्रस्तावित थी, जिसकी राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन (SLSSC) से प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी थी।

यहां डिजाइन बदलकर O-PVC Pipe ले लिया गया। आरोप है कि मुख्य अभियंता राजेश गुप्ता द्वारा अपने स्तर पर डिजाइन बदला गया और O-PVC Pipe को मंजूरी देते हुए PAC स्वीकृति प्रदान कर दी गई।

DPR में प्रस्तावित सामग्री को बदलने के लिए पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति अनिवार्य थी, लेकिन रिकॉर्ड के अनुसार यह स्वीकृति प्राप्त नहीं की गई।

SLSSC से पुनरीक्षित स्वीकृति भी नहीं ली गई। पत्र में साफ उल्लेख है कि O-PVC पाइप के उपयोग को लेकर SLSSC की संशोधित स्वीकृति रिकॉर्ड में उपलब्ध नहीं है।

डॉ. भूरे ने तकनीकी समिति से जांच की अनुशंसा की

पत्र में कहा गया है कि मामला पूरी तरह तकनीकी है, इसलिए जल जीवन मिशन की तकनीकी समिति के माध्यम से मुख्य अभियंता से प्रतिवेदन लिया जाना उचित होगा। यह भी लिखा है कि उपलब्ध दस्तावेज यह स्पष्ट करते हैं कि विभागीय नियमों के अनुसार आवश्यक प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया।

O-PVC बनाम DI Pipe – तकनीकी और वित्तीय अंतर

DI (Ductile Iron) Pipe - अधिक मजबूत, टिकाऊ, जंग-प्रतिरोधी, लंबी अवधि की योजनाओं के लिए उपयुक्त,महंगी, लेकिन गुणवत्ता और सुरक्षा अधिक।

O-PVC Pipe - सस्ती, हल्की और आसान इंस्टॉलेशन,हाई-प्रेशर और Gravity Main जैसी लाइनों में मानकों के अनुसार कम उपयुक्त अधिक बार मरम्मत/रिसाव की संभावना।

विशेषज्ञों के अनुसार Bulk Water Supply में DI Pipe का उपयोग अंतरराष्ट्रीय मानकों में दर्ज है, जबकि O-PVC को बिना तकनीकी समिति की स्वीकृति के बदलना गंभीर प्रक्रिया उल्लंघन माना जाता है।

एक साल से कार्रवाई क्यों नहीं? विभाग के भीतर चर्चाएँ तेज

यह पत्र 23 अक्टूबर 2024 को लिखा गया था। अब लगभग 12 महीने बाद भी न तो तकनीकी जांच कमेटी बनी, न मुख्य अभियंता से प्रतिवेदन लिया गया और न किसी प्रकार की निलंबन/जांच कार्रवाई हुई।विभाग के भीतर इस चुप्पी को लेकर कई तरह की चर्चाएँ हैं विभागीय सचिव भी संदेह के दायरे में है।

सवाल उठता है कि क्या फाइल दबा दी गई? क्या जानबूझकर जांच नहीं की जा रही? या फिर यह मामला किसी बड़े ठेकेदार-इंजीनियर गठजोड़ से जुड़ा है?

ऐसे में जल जीवन मिशन जैसी राष्ट्रीय प्राथमिकता वाली योजनाओं में इस प्रकार की तकनीकी अनियमितताओं का आरोप गंभीर है। पूर्व संचालक का पत्र स्वयं विभाग के उच्च अधिकारियों को संबोधित था, फिर भी एक वर्ष तक कार्रवाई का अभाव शासन-प्रशासन पर सवाल खड़ा करता है। अब देखना यह है कि इस खुलासे के बाद बाद विभाग मंत्री उप मुख्यमंत्री अरुण साव इस मामले पर कब और कैसी कार्रवाई करते है।

लोकसभा में वंदे मातरम पर चर्चा, पीएम मोदी ने आपातकाल को किया याद

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संसद में शीतकालीन सत्र का आज छठा दिन है। आज संसद में वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर चर्चा हो रही है। लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने चर्चा की शुरूआत की। संसद में वंदे मातरम पर चर्चा की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिस मंत्र ने, जिस जयघोष ने देश के आज़ादी के आंदोलन को ऊर्जा और प्रेरणा दी थी, त्याग और तपस्या का मार्ग दिखाया था, उस वंदे मातरम् का पुण्य स्मरण करना इस सदन में हम सबका बहुत बड़ा सौभाग्य है। हमारे लिए यह गर्व की बात है कि वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और हम सभी इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन रहे हैं।

सरदार पटेल से लेकर बिरसा मुंडा तक को किया याद

प्रधानमंत्री ने वंदे मातरम पर चर्चा की शुरूआत करते हुए कहा कि जिस जयघोष ने देश की आजादी के आंदोलन को ऊर्जा, प्रेरणा दी, त्याग और तपस्या का मार्ग दिखाया, उस पर हम चर्चा करेंगे। हम सभी का यह सौभाग्य है। हमारे लिए गर्व की बात है कि वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के ऐतिहासिक अवसर के हम साक्षी बन रहे हैं। यह एक ऐसा कालखंड था, जो हमारे सामने इतिहास की अनगिनत घटनाओं को सामने लेकर आता है। यह एक ऐसा कालखंड है, जब इतिहास के कई प्रेरक अध्याय हम सभी के सामने उजागर हुए हैं। अभी हमने संविधान के 75 वर्ष गौरवपूर्वक पूरे किए हैं। देश ने सरदार वल्लभभाई पटेल और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई है। अभी-अभी गुरु तेगबहादुर के बलिदान के 350 वर्ष भी पूरे हुए हैं।

पीएम मोदी ने आपातकाल का किया जिक्र

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि वंदे मातरम की 150 वर्ष की यह यात्रा अनेक पड़ावों से गुजरी है, लेकिन वंदे मातरम के जब 50 वर्ष हुए, तब देश गुलामी में जीने के लिए मजबूर था। वंदे मातरम के 100 साल हुए तब देश आपातकाल की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। जब 100 का अत्यंत उत्तम पर्व था, तब भारत के संविधान का गला घोट दिया गया था।

एक काला कालखंड हमारे देश में उजागर हुआ-पीएम मोदी

प्रदानमंत्री ने आपातकाल के दौर को याद करते हुए कहा कि जब वंदे मातरम 100 साल का हुआ, तब देशभक्ति के लिए जीने-मरने वालों को जेल की सलाखों के पीछे बंद कर दिया गया था। जिस वंदे मातरम ने देश की आजादी को ऊर्जा दी थी, उसके जब 100 साल पूरे हुए तो दुर्भाग्य से एक काला कालखंड हमारे देश में उजागर हो गया।

वंदे मातरम् का ऋण स्वीकार करने का अवसर है- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि 150 वर्ष उस महान अध्याय और उस गौरव को पुनः स्थापित करने का अवसर हैं। मेरा मानना है कि देश और सदन, दोनों को इस अवसर को जाने नहीं देना चाहिए। यही वंदे मातरम् है, जिसने 1947 में देश को आजादी दिलाई। आज जब मैं वंदे मातरम् 150 निमित्त चर्चा आरंभ करने के लिए खड़ा हुआ हूं, यहां कोई पक्ष–प्रतिपक्ष नहीं है। क्योंकि हम सब जो यहां बैठे हैं, हमारे लिए यह ऋण स्वीकार करने का अवसर है, वह ऋण, जिसे निभाते हुए लाखों लोगों ने वंदे मातरम् के मंत्र के साथ आजादी का आंदोलन चलाया, और उसी का परिणाम है कि आज हम सब यहां बैठे हैं। इसलिए हम सभी सांसदों के लिए वंदे मातरम् का यह ऋण स्वीकार करने का अवसर है।

झारखंड विधानसभा: शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्ष का जोरदार प्रदर्शन

झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन (सोमवार) सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विधानसभा परिसर में विपक्ष ने हेमंत सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में भाजपा, आजसू (AJSU) और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के विधायकों ने तख्तियाँ लेकर प्रदर्शन किया।

विरोध के मुख्य मुद्दे

विपक्ष ने मुख्यतः दो बड़े मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा:

छात्रवृत्ति बकाया: राज्य के छात्रों को कई महीनों से छात्रवृत्ति (Scholarship) की राशि नहीं मिलने पर सरकार से अतिशीघ्र भुगतान की मांग।

किसानों का वादा: किसानों से किए गए वादे के अनुसार धान खरीद का समर्थन मूल्य (MSP) ₹3200 प्रति क्विंटल करने का दबाव।

सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप

नारेबाजी कर रहे विधायकों ने सरकार पर वादा खिलाफी करने का सीधा आरोप लगाया और कहा कि किसान और छात्र दोनों ही इस सरकार से बेहद परेशान हैं।

नीरा यादव का हमला (BJP): भाजपा विधायक नीरा यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों से ₹3200 प्रति क्विंटल धान खरीद का वादा किया गया था, जिसे सरकार भूल गई। उन्होंने कहा कि इसी कारण किसान बिचौलियों को औने-पौने दाम में धान बेचने को मजबूर हो रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि एससी/एसटी वर्ग के छात्रवृत्ति की राशि कई महीनों से नहीं मिलने के कारण बेहद परेशान हैं, मगर सरकार इनकी सुनने वाली नहीं है।

जनार्दन पासवान का बयान (LJP): लोजपा विधायक जनार्दन पासवान ने सरकार को पूरी तरह से फेल बताया और कहा कि छात्रों के साथ-साथ किसान भी यहाँ परेशान हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि विपक्ष इस मुद्दे को सदन के अंदर और बाहर लगातार उठाता रहेगा।

सदन में अनुपूरक बजट पेश

विपक्ष के तीखे तेवर के बीच आज विधानसभा में चालू वित्तीय वर्ष का द्वितीय अनुपूरक बजट भी सदन के पटल पर रखा गया। विपक्ष के तेवर से साफ जाहिर होता है कि सदन में इन जनहित के मुद्दों पर तीखी बहस और दबाव बनाने की कोशिश की जाएगी।

द्वितीय जानकीपुल शशिभूषण द्विवेदी स्मृति सम्मान समारोह का आयोजन।
एक दिन पहले पटना पुस्तक मेले के दूसरे दिन शाम 6 बजे व्यास मंच पर किया गया। लेखक-संपादक प्रभात रंजन के नेतृत्व में शुरू किए गए,इस पुरस्कार का यह दूसरा साल है और इस साल का पुरस्कार युवा लेखक मिथिलेश प्रियदर्शी को उनके कहानी संग्रह लोहे का बक्सा और बन्दूक के लिए दिया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ लेखक हृषीकेश सुलभ,विशिष्ट अतिथि के रूप में कथाकार शशि भूषण द्विवेदी जी की माता जी शिवकुमारी द्विवेदी एवं परिवार की ओर से उनके भाई बृजभूषण द्विवेदी,किरण द्विवेदी,समृद्धि शानवी,अवधेश पांडे, सुमन पांडे,प्रत्यक्षा और पुरस्कार समिति के संयोजक गिरिराज किराडू के साथ ही पुरस्कृत लेखक मोथिलेश प्रियदर्शी उपस्थित थे। इस पहल की सराहना करते हुए हृषीकेश सुलभ ने समकालीन कहानी की महत्ता के साथ ही वर्तमान समय में शशिभूषण द्विवेदी की ब्रह्महत्या जैसी कहानियों की प्रासंगिकता पर अपनी बात कही। वहीं प्रत्यक्षा ने कहानी के देस-काल और उसके पढ़े जाने को लेकर अपने विचार रखे। गुरुराज किराडू ने पुरस्कार के लिए कृतियों के चयन और पूरी प्रक्रिया के बारे में बताते हुए पुरस्कृत कृति को चुने जाने के कारण साझा किए। इस परिचर्चा के संचालन नरेंद्र कुमार ने भी मिथिलेश को कहानियों पर अपनी बात कहते हुए समकालीन युवा लेखकों का जिक्र किया। विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करते हुए श्रीमती शिवकुमारी द्विवेदी जी द्वारा सभी को शुभ आशीर्वाद एवं उज्जवल भविष्य की कामना की गई एवं समस्त आयोजक मंडल को कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु बधाई दी गई। सभी अतिथियों के वक्तव्यों के बाद पटना के ही नाद ग्रुप द्वारा कबीर गायन की प्रस्तुति हुई। इसके बाद दिल्ली के युवा शायर अभिषेक कुमार अम्बर ने पटना और अजीमाबाद के संदर्भों को लेकर तैयार की गई शायरान प्रस्तुति से दर्शकों और उपस्थित श्रोताओं का दिल जीता। जानकीपुल की ओर से धन्यवाद ज्ञापन करते हुए रोहिणी कुमारी ने कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।
आज संसद में वंदे मातरम पर विशेष चर्चा, लोकसभा में पीएम मोदी, राज्यसभा में अमित शाह करेंगे शुरुआत

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वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर सोमवार को संसद में 10 घंटे की चर्चा होगी। लोकसभा में इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे तो वहीं राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। लोकसभा में वंदे मातरम पर चर्चा में कांग्रेस से प्रियंका गांधी बोलेंगी। वहीं, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे भाग लेंगे।

सोमवार को सुबह 11 बजे लोकसभा में चर्चा शुरू होगी। लोकसभा में चर्चा की शुरुआत पीएम मोदी करेंगे जबकि इसका समापन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। लोकसभा में प्रियंका गांधी वाड्रा, गौरव गोगोई (उपनेता), दीपेंद्र सिंह हुड्डा, डॉ. बिमोल अकोइजम, प्रणिति शिंदे, प्रशांत पडोलकर, चमाला रेड्डी, ज्योत्सना महंत जैसे सांसद अपनी बात रखेंगे। वहीं, राज्यसभा में वंदे मातरम पर चर्चा की शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। चर्चा के लिए कुल 10 घंटे का समय निर्धारित किया गया है।

राज्यसभा में अमित शाह शुरू करेंगे चर्चा

गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत करेंगे और स्वास्थ्य मंत्री एवं राज्यसभा के नेता जे पी नड्डा दूसरे वक्ता होंगे।

गीत के अज्ञात पहलुओं के सामने आने की संभावना

लोकसभा में 'राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर चर्चा' सोमवार के लिए सूचीबद्ध है और इस पर बहस के लिए 10 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। इसमें राष्ट्रीय गीत के बारे में कई महत्वपूर्ण और अज्ञात पहलुओं के सामने आने की संभावना है।

वंदे मातरम के 150 साल पूरे

‘वंदे मातरम’ भारत का राष्ट्रीय गीत है। बंकिम चंद्र चटर्जी को इस गीत को लिखे 150 साल हो गए। ‘वंदे मातरम’ आजादी की लड़ाई का प्रतीक रहा है। चटर्जी ने 7 नवंबर 1875 को बंगाली पत्रिका ‘बंगदर्शन’ में पहली बार प्रकाशित किया था। हाल ही में मोदी सरकार ने ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ पर विशेष स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी किया था।

वाह रे बिजली विभाग : स्मार्ट प्रीपेड मीटर वाले 4702 उपभोक्ताओं के कनेक्शन पोल से काटे
योगी सरकार ने जहां अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को डिजिटल प्रशिक्षण से जोड़ने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। वहीं बिजली विभाग के अफसर अभी भी पुराने ढर्रे पर काम करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। दरअसल, प्रदेश में अभियंताओं ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगवाने वाले साढ़े चार हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं के कनेक्शन मैनुअली काट दिए। मामला संज्ञान में आने पर निदेशक ने अभियंताओं को कड़े निर्देश दिए हैं।            प्रदेश में 53 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगे        यूपी में 53 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा चुके हैं। स्मार्ट फोन की तरह ये मीटर पूरी तरह स्वचालित ऑनलाइन प्रणाली पर काम करते हैं। उपभोक्ता के खाते में शेष राशि कम और बकाया होने पर बिजली सप्लाई स्वतः ही कट जाती है। रिचार्ज करने पर सप्लाई चालू होती है। इसके बावजूद प्रदेश में 4702 उपभोक्ताओं के स्मार्ट प्रीपेड मीटर कनेक्शन पोल पर सीढ़ी लगाकर काट दिए गए                            पीयूवीएनएल निदेशक ने लगाई रोक         मामला संज्ञान में आने पर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक (तकनीकी) ने अभियंताओं और कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर का पोल से कनेक्शन काटना और लाइन उतारना पूरी तरह अनुचित है। चूंकि यह डिजिटल प्रणाली है। ऐसे में कनेक्शन काटने और जोड़ने के काम ऑनलाइन होगा। उन्होंने अभियंताओं और कर्मचारियों को स्मार्ट मीटरिंग सिस्टम पर विशेष प्रशिक्षण दिए जाने का निर्देश भी दिया है।                                                                    मीटर स्मार्ट पर अभियंता नहीं                           राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वाह रे बिजली विभाग : स्मार्ट प्रीपेड मीटर वाले 4702 उपभोक्ताओं के कनेक्शन पोल से काटे वर्मा ने कहा कि मीटर स्मार्ट कर दिया, लेकिन अभियंता स्मार्ट नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि अभियंताओं और कर्मचारियों को भी स्मार्ट मीटर को लेकर आधुनिक प्रशिक्षण दिया जाए। ताकि पुरानी कार्य प्रणाली समाप्त होकर उपभोक्ताओं को आधुनिक सुविधाएं मिल सकें। #uppcl #smart prepaid meter #uprvup
ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने दिखाई संवेदन शीलता

विद्युत बिल राहत योजना में बढ़ाया बड़ा लाभ

31मार्च 2025 के बाद भुगतान करने वाले बकायेदार भी होगे लाभान्वित

सरकार का उद्देश्य अधिकतम लोगो को राहत देना:ए के शर्मा

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने विद्युत बिल राहत योजना के अन्तर्गत उपभोक्ताओ को एक और बड़ी राहत प्रदान करते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। पहले 31 मार्च 2025 के बाद आंशिक भुगतान कर चुके उपभोक्ताओ को इस योजना के दायरे से बाहर रखा गया था जिससे अनेक उपभोक्ता योजना का लाभ नही ले पा रहे थे।

विभिन्न जनपदो के दौरे और विद्युत बिल राहत शिविरो के निरीक्षण के दौरान कई उपभोक्ताओ ने मंत्री शर्मा से आग्रह किया कि अप्रैल मई जून आदि महीनो में उन्होने कुछ न कुछ भुगतान अवश्य किया है किंतु फिर भी उनका काफी बकाया शेष है इसलिए उन्हे भी योजना का लाभ दिया जाए।उपभोक्ताओ की इस पीड़ा और वास्तविक स्थिति को समझते हुए ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने अत्यन्त संवेदनशीलता के साथ अधिकारियों को तुरन्त निर्देश दिए कि ऐसे सभी उपभोक्ताओ को योजना के लाभ से वंचित न किया जाए।उन्होंने स्पष्ट कहा कि सरकार का उद्देश्य अधिकतम लोगो को राहत देना है इसलिए भुगतान कर चुके किन्तु अब भी बकायेदार उपभोक्ताओ को योजना का लाभ मिलना चाहिए।

ऊर्जा मंत्री के निर्देशों के क्रम में अब 30 नवंबर 2025 तक भुगतान करने वाले ऐसे सभी उपभोक्ताओं को भी विद्युत बिल राहत योजना में शामिल कर लिया गया है।इस निर्णय से बड़ी संख्या में उपभोक्ताओ को सीधा लाभ मिलेगा और उनकी आर्थिक बोझ में बड़ी कमी आएगी।जनहित में लिए गए इस महत्वपूर्ण फैसले से प्रदेशभर के उपभोक्ताओं ने ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने वास्तव में जनता की परेशानी को समझा और राहत प्रदान करने का सार्थक प्रयास किया है।सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम उपभोक्ता हित और संवेदनशील प्रशासन की स्पष्ट मिसाल है।

बाबा साहब को दी गई श्रद्धांजलि सपाइयों ने भाजपा पर साधा निशाना
बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के अतरौलिया विधानसभा के महादेवपुर गांव में रविवार दोपहर 2 बजे बोधिसत्व बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के 70वें महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सांसद एवं विधायक त्रिभुवनदत्त मौजूद रहे। उन्होने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. बीआर अंबेडकर ने समतामूलक समाज की स्थापना की। उन्होंने समाज के सबसे निचले तबके के लोगों को संविधान में जो अधिकार देने का काम किया उसी के सहारे हम आज हमें समान अधिकार मिला है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय विधायक डॉक्टर संग्राम यादव रहे। उन्होने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश व प्रदेश की सरकार केवल जूमलेबाजी करती है। इस सरकार ने युवाओं को बेरोजगार बनाने का काम किया। इस सरकार ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर के सपनों को तोड़ने का काम कर रही है। शिक्षा रोजगार जैसे मुद्दों पर पूरी तरह से फेल है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व मंत्री बलराम यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश व प्रदेश की सरकार लोगों को शिक्षा से वंचित कर के गवार और अशिक्षित करना चाहती क्योंकि गवार एवं अशिक्षित पर राज करना आसान होता है । यह सरकार गरीब विरोधी सरकार है। कार्यक्रम के आयोजक वरिष्ठ सपा नेता एवं समाजसेवी मदन यादव ने कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।इस मौके पर ब्लाक प्रमुख अतरौलिया चन्द्शेखर यादव, चन्द्रजीत यादव,उमेश यादव उर्फ मंत्री, जयप्रकाश यादव, धर्मेंद्र कुमार, सन्नी, सन्तोष यादव अशोक यादव उमाशंकर यादव सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
जिला स्तरीय एथलेटिक्स मीट में उमड़ा जोश, मुन्ना सिंह और विधायक ममता देवी ने बढ़ाया खिलाड़ियों का उत्साह

हजारीबाग। झारखंड युवा एथलेटिक्स संघ (स्वर्गीय राम अवतार सिंह) द्वारा आयोजित जिला स्तरीय एथलेटिक्स मीट रविवार को ऊर्जा, उत्साह और युवा उमंग का प्रतीक बन गया। हजारीबाग झील परिसर से शुरू हुई दौड़ इस्लामिया स्कूल के मैदान में संपन्न हुई, जहां खिलाड़ियों की प्रतिभा, अनुशासन और खेल भावना ने सभी का मन मोह लिया।

इस अवसर पर रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र की जुझारू और लोकप्रिय विधायक ममता देवी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। वहीं पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह ने भी कार्यक्रम में शिरकत कर युवाओं को नई प्रेरणा दी। उन्होंने मैदान में उतरकर प्रतिभागी खिलाड़ियों से आत्मीय मुलाकात की और कहा कि “खेल केवल पदक का माध्यम नहीं, बल्कि बेहतर समाज और मजबूत भविष्य की नींव हैं।”

मुन्ना सिंह ने आगे कहा कि झारखंड के युवा प्रतिभा और मेहनत में किसी से कम नहीं, उन्हें सिर्फ अवसर और प्रोत्साहन की जरूरत है। उन्होंने विजेताओं को सर्टिफिकेट और मेमेंटो देकर सम्मानित भी किया।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में विद्या बक्सी (डायरेक्टर, गुलमोहर पब्लिक स्कूल), सबीर अहमद (चेयरमैन, ओएसिस स्कूल), पूर्व जिला अध्यक्ष शैलेंद्र यादव, सेवा दल जिला अध्यक्ष गुडु सिंह, कांग्रेस नेत्री कोमल राज तथा कोच वसीम की उपस्थिति ने खिलाड़ियों का मनोबल कई गुना बढ़ा दिया। अतिथियों द्वारा दिए गए प्रेरक विचारों ने युवा खिलाड़ियों में आत्मविश्वास और दृढ़ता का संचार किया।

कार्यक्रम के अंत में मुन्ना सिंह ने झारखंड युवा एथलेटिक्स संघ, कोचों, खिलाड़ियों, अभिभावकों और सहयोगियों का आभार जताते हुए कहा कि युवा शक्ति ही राष्ट्र की सबसे बड़ी धरोहर है और खेल, अनुशासन व परिश्रम से ही झारखंड का उज्ज्वल भविष्य गढ़ा जाएगा।

मुख्य रूप से उपस्थित:

बाबी सर, जावेद मलिक, विक्की कुमार, धान साबीर अली, मो. लाल, मो. वफा अली, दिनेश यादव, राकेश कुमार, भोला सिंह सहित कई सम्मानित लोग उपस्थित रहे।

कार व रोडवेज बस की टक्कर में मां बेटे समेत तीन की मौत,गाड़ी चला रहा दूल्हा जख्मी

गोंडा।जिले में उत्तराखंड रोडवेज बस व ब्रेजा कार की टक्कर में मां व बैंक क्लर्क बेटे समेत तीन लोगों की मौत हो गयी।हादसे में तीन साल की बच्ची समेत तीन की हालत गंभीर है।बस व कार की टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा चकनाचूर हो गया।कार के पुर्जे सड़क पर 100 मीटर दूर तक बिखर गये थे।बताते चलें कि नितिन गुप्ता पुत्र प्रमोद गुप्ता की 4 दिसंबर को शादी थी।इसमें शामिल होने के लिए बहन नेहा गुप्ता (28),बहनोई अक्षत अग्रवाल (35),भांजी आनाया(3),अक्षत की मां नीता अग्रवाल (55) और आगरा निवासी मौसेरा भाई आशू अग्रवाल (34) आए थे।

अक्षत का परिवार मूल रूप से कानपुर का रहने वाला है,अक्षत की शादी लगभग 7 वर्ष पहले नेहा से हुई थी और फिलहाल बेंगलूर में केनरा बैंक में क्लर्क था तथा परिवार के साथ बेंगलुरु में ही रहता था।शादी समारोह में शामिल होने के बाद बेंगलुरु जाने के लिए अयोध्या एयरपोर्ट जा रहा था।नितिन सभी छ: लोगों को छोड़ने के लिए अपनी कार से निकला था कि गोंडा अयोध्या मार्ग पर वजीरगंज थाना क्षेत्र के अनभुला मोड़ के पास कार का टायर फट गया इससे बेकाबू होकर कार सामने से आ रही खाली बस से टकरा गई।हादसे में अक्षत आशू व नीता की मौके पर ही मौत हो गयी तथा नितिन व नेहा की गंभीर हालत को देखते हुए लखनऊ रिफर कर दिया गया है वहीं अनाया को मामूली चोटें आई हैं।

गोंडा मेडिकल कालेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ डीएन सिंह ने बताया कि सुबह लगभग 10.30 बजे दो मरीज गंभीर हालत में लाए गए थे जबकि तीन लोगों को मृत अवस्था में अस्पताल पहुंचाया गया।घायलों के परिजन चाहते थे कि उन्हें मेडिकल कालेज लखनऊ रिफर कर दिया जाए इसलिए उन्हें लखनऊ रिफर कर दिया गया तथा तीनों मृतको का शव मोर्च्युरि में रखा गया है जिसे पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोंडा में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त किया है।मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए तथा साथ ही घायलों के बेहतर उपचार के भी निर्देश दिए।

इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद मृतकों के शव परिजनों को सौंप दिये जाएंगे।

जल जीवन मिशन में तकनीकी अनियमितता का आरोप: DI Pipe की जगह O-PVC का उपयोग, एक साल से कार्रवाई ठप

रायपुर- जल जीवन मिशन की मल्टी विलेज स्कीम में कथित तकनीकी अनियमितताओं को लेकर छत्तीसगढ़ शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। पूर्व संचालक डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने 23 अक्टूबर 2024 को पीएचई विभाग के सचिव मोहम्मद कैसर अब्दुल हक को एक विस्तृत शिकायत-पत्र भेजकर मुख्य अभियंता, परिक्षेत्र रायपुर राजेश गुप्ता के खिलाफ D.I. Pipe की जगह O-PVC Pipe उपयोग करने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए अनियमितता की जांच करने तथा राजेश गुप्ता के खिलाफ तत्काल निलंबन की कार्रवाई करने की बात लिखी गई थी।

पीएचई विभाग के प्रमुख अभियंता रहे टीडी शांडिल्य ने भी विभागीय सचिव को 29 अप्रैल 2025 तथा 18 जुलाई 2025 को राजेश गुप्ता को निलंबित करने पत्र लिखा है। चौंकाने वाली बात यह है कि लगभग एक साल बीतने के बाद भी विभाग स्तर पर किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जबकि पत्र में उठाए गए बिंदु पूरी तरह तकनीकी और नीति-विरुद्ध बदलाव से जुड़े हुए हैं।

क्या है मामला?

डॉ.भूरे द्वारा भेजे गए पत्र के अनुसार, जल जीवन मिशन की मल्टी विलेज योजनाओं के DPR में Gravity Main लाइन के लिए DI K-7 Pipe को अनिवार्य रूप से अपनाया गया था। उच्च स्तरीय वित्तीय/तकनीकी स्वीकृति भी इसी पाइप के आधार पर दी गई थी।

लेकिन विभागीय स्तर पर बाद में 250 mm से नीचे Diameter वाले O-PVC Pipe को लेकर डिजाइन बनाया गया और फिर इसी आधार पर PAC की तकनीकी स्वीकृति देकर निविदा प्रक्रिया संचालित की गई।

पत्र में उठाए गए प्रमुख तकनीकी बिंदु

DPR में DI K-7 Pipe की ही स्वीकृति

Bulk Water Supply के लिए DI K-7 Pipe प्रस्तावित थी, जिसकी राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन (SLSSC) से प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी थी।

यहां डिजाइन बदलकर O-PVC Pipe ले लिया गया। आरोप है कि मुख्य अभियंता राजेश गुप्ता द्वारा अपने स्तर पर डिजाइन बदला गया और O-PVC Pipe को मंजूरी देते हुए PAC स्वीकृति प्रदान कर दी गई।

DPR में प्रस्तावित सामग्री को बदलने के लिए पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति अनिवार्य थी, लेकिन रिकॉर्ड के अनुसार यह स्वीकृति प्राप्त नहीं की गई।

SLSSC से पुनरीक्षित स्वीकृति भी नहीं ली गई। पत्र में साफ उल्लेख है कि O-PVC पाइप के उपयोग को लेकर SLSSC की संशोधित स्वीकृति रिकॉर्ड में उपलब्ध नहीं है।

डॉ. भूरे ने तकनीकी समिति से जांच की अनुशंसा की

पत्र में कहा गया है कि मामला पूरी तरह तकनीकी है, इसलिए जल जीवन मिशन की तकनीकी समिति के माध्यम से मुख्य अभियंता से प्रतिवेदन लिया जाना उचित होगा। यह भी लिखा है कि उपलब्ध दस्तावेज यह स्पष्ट करते हैं कि विभागीय नियमों के अनुसार आवश्यक प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया।

O-PVC बनाम DI Pipe – तकनीकी और वित्तीय अंतर

DI (Ductile Iron) Pipe - अधिक मजबूत, टिकाऊ, जंग-प्रतिरोधी, लंबी अवधि की योजनाओं के लिए उपयुक्त,महंगी, लेकिन गुणवत्ता और सुरक्षा अधिक।

O-PVC Pipe - सस्ती, हल्की और आसान इंस्टॉलेशन,हाई-प्रेशर और Gravity Main जैसी लाइनों में मानकों के अनुसार कम उपयुक्त अधिक बार मरम्मत/रिसाव की संभावना।

विशेषज्ञों के अनुसार Bulk Water Supply में DI Pipe का उपयोग अंतरराष्ट्रीय मानकों में दर्ज है, जबकि O-PVC को बिना तकनीकी समिति की स्वीकृति के बदलना गंभीर प्रक्रिया उल्लंघन माना जाता है।

एक साल से कार्रवाई क्यों नहीं? विभाग के भीतर चर्चाएँ तेज

यह पत्र 23 अक्टूबर 2024 को लिखा गया था। अब लगभग 12 महीने बाद भी न तो तकनीकी जांच कमेटी बनी, न मुख्य अभियंता से प्रतिवेदन लिया गया और न किसी प्रकार की निलंबन/जांच कार्रवाई हुई।विभाग के भीतर इस चुप्पी को लेकर कई तरह की चर्चाएँ हैं विभागीय सचिव भी संदेह के दायरे में है।

सवाल उठता है कि क्या फाइल दबा दी गई? क्या जानबूझकर जांच नहीं की जा रही? या फिर यह मामला किसी बड़े ठेकेदार-इंजीनियर गठजोड़ से जुड़ा है?

ऐसे में जल जीवन मिशन जैसी राष्ट्रीय प्राथमिकता वाली योजनाओं में इस प्रकार की तकनीकी अनियमितताओं का आरोप गंभीर है। पूर्व संचालक का पत्र स्वयं विभाग के उच्च अधिकारियों को संबोधित था, फिर भी एक वर्ष तक कार्रवाई का अभाव शासन-प्रशासन पर सवाल खड़ा करता है। अब देखना यह है कि इस खुलासे के बाद बाद विभाग मंत्री उप मुख्यमंत्री अरुण साव इस मामले पर कब और कैसी कार्रवाई करते है।

लोकसभा में वंदे मातरम पर चर्चा, पीएम मोदी ने आपातकाल को किया याद

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संसद में शीतकालीन सत्र का आज छठा दिन है। आज संसद में वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर चर्चा हो रही है। लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने चर्चा की शुरूआत की। संसद में वंदे मातरम पर चर्चा की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जिस मंत्र ने, जिस जयघोष ने देश के आज़ादी के आंदोलन को ऊर्जा और प्रेरणा दी थी, त्याग और तपस्या का मार्ग दिखाया था, उस वंदे मातरम् का पुण्य स्मरण करना इस सदन में हम सबका बहुत बड़ा सौभाग्य है। हमारे लिए यह गर्व की बात है कि वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं और हम सभी इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन रहे हैं।

सरदार पटेल से लेकर बिरसा मुंडा तक को किया याद

प्रधानमंत्री ने वंदे मातरम पर चर्चा की शुरूआत करते हुए कहा कि जिस जयघोष ने देश की आजादी के आंदोलन को ऊर्जा, प्रेरणा दी, त्याग और तपस्या का मार्ग दिखाया, उस पर हम चर्चा करेंगे। हम सभी का यह सौभाग्य है। हमारे लिए गर्व की बात है कि वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के ऐतिहासिक अवसर के हम साक्षी बन रहे हैं। यह एक ऐसा कालखंड था, जो हमारे सामने इतिहास की अनगिनत घटनाओं को सामने लेकर आता है। यह एक ऐसा कालखंड है, जब इतिहास के कई प्रेरक अध्याय हम सभी के सामने उजागर हुए हैं। अभी हमने संविधान के 75 वर्ष गौरवपूर्वक पूरे किए हैं। देश ने सरदार वल्लभभाई पटेल और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई है। अभी-अभी गुरु तेगबहादुर के बलिदान के 350 वर्ष भी पूरे हुए हैं।

पीएम मोदी ने आपातकाल का किया जिक्र

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि वंदे मातरम की 150 वर्ष की यह यात्रा अनेक पड़ावों से गुजरी है, लेकिन वंदे मातरम के जब 50 वर्ष हुए, तब देश गुलामी में जीने के लिए मजबूर था। वंदे मातरम के 100 साल हुए तब देश आपातकाल की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। जब 100 का अत्यंत उत्तम पर्व था, तब भारत के संविधान का गला घोट दिया गया था।

एक काला कालखंड हमारे देश में उजागर हुआ-पीएम मोदी

प्रदानमंत्री ने आपातकाल के दौर को याद करते हुए कहा कि जब वंदे मातरम 100 साल का हुआ, तब देशभक्ति के लिए जीने-मरने वालों को जेल की सलाखों के पीछे बंद कर दिया गया था। जिस वंदे मातरम ने देश की आजादी को ऊर्जा दी थी, उसके जब 100 साल पूरे हुए तो दुर्भाग्य से एक काला कालखंड हमारे देश में उजागर हो गया।

वंदे मातरम् का ऋण स्वीकार करने का अवसर है- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि 150 वर्ष उस महान अध्याय और उस गौरव को पुनः स्थापित करने का अवसर हैं। मेरा मानना है कि देश और सदन, दोनों को इस अवसर को जाने नहीं देना चाहिए। यही वंदे मातरम् है, जिसने 1947 में देश को आजादी दिलाई। आज जब मैं वंदे मातरम् 150 निमित्त चर्चा आरंभ करने के लिए खड़ा हुआ हूं, यहां कोई पक्ष–प्रतिपक्ष नहीं है। क्योंकि हम सब जो यहां बैठे हैं, हमारे लिए यह ऋण स्वीकार करने का अवसर है, वह ऋण, जिसे निभाते हुए लाखों लोगों ने वंदे मातरम् के मंत्र के साथ आजादी का आंदोलन चलाया, और उसी का परिणाम है कि आज हम सब यहां बैठे हैं। इसलिए हम सभी सांसदों के लिए वंदे मातरम् का यह ऋण स्वीकार करने का अवसर है।

झारखंड विधानसभा: शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्ष का जोरदार प्रदर्शन

झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन (सोमवार) सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विधानसभा परिसर में विपक्ष ने हेमंत सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में भाजपा, आजसू (AJSU) और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के विधायकों ने तख्तियाँ लेकर प्रदर्शन किया।

विरोध के मुख्य मुद्दे

विपक्ष ने मुख्यतः दो बड़े मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा:

छात्रवृत्ति बकाया: राज्य के छात्रों को कई महीनों से छात्रवृत्ति (Scholarship) की राशि नहीं मिलने पर सरकार से अतिशीघ्र भुगतान की मांग।

किसानों का वादा: किसानों से किए गए वादे के अनुसार धान खरीद का समर्थन मूल्य (MSP) ₹3200 प्रति क्विंटल करने का दबाव।

सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप

नारेबाजी कर रहे विधायकों ने सरकार पर वादा खिलाफी करने का सीधा आरोप लगाया और कहा कि किसान और छात्र दोनों ही इस सरकार से बेहद परेशान हैं।

नीरा यादव का हमला (BJP): भाजपा विधायक नीरा यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों से ₹3200 प्रति क्विंटल धान खरीद का वादा किया गया था, जिसे सरकार भूल गई। उन्होंने कहा कि इसी कारण किसान बिचौलियों को औने-पौने दाम में धान बेचने को मजबूर हो रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि एससी/एसटी वर्ग के छात्रवृत्ति की राशि कई महीनों से नहीं मिलने के कारण बेहद परेशान हैं, मगर सरकार इनकी सुनने वाली नहीं है।

जनार्दन पासवान का बयान (LJP): लोजपा विधायक जनार्दन पासवान ने सरकार को पूरी तरह से फेल बताया और कहा कि छात्रों के साथ-साथ किसान भी यहाँ परेशान हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि विपक्ष इस मुद्दे को सदन के अंदर और बाहर लगातार उठाता रहेगा।

सदन में अनुपूरक बजट पेश

विपक्ष के तीखे तेवर के बीच आज विधानसभा में चालू वित्तीय वर्ष का द्वितीय अनुपूरक बजट भी सदन के पटल पर रखा गया। विपक्ष के तेवर से साफ जाहिर होता है कि सदन में इन जनहित के मुद्दों पर तीखी बहस और दबाव बनाने की कोशिश की जाएगी।

द्वितीय जानकीपुल शशिभूषण द्विवेदी स्मृति सम्मान समारोह का आयोजन।
एक दिन पहले पटना पुस्तक मेले के दूसरे दिन शाम 6 बजे व्यास मंच पर किया गया। लेखक-संपादक प्रभात रंजन के नेतृत्व में शुरू किए गए,इस पुरस्कार का यह दूसरा साल है और इस साल का पुरस्कार युवा लेखक मिथिलेश प्रियदर्शी को उनके कहानी संग्रह लोहे का बक्सा और बन्दूक के लिए दिया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ लेखक हृषीकेश सुलभ,विशिष्ट अतिथि के रूप में कथाकार शशि भूषण द्विवेदी जी की माता जी शिवकुमारी द्विवेदी एवं परिवार की ओर से उनके भाई बृजभूषण द्विवेदी,किरण द्विवेदी,समृद्धि शानवी,अवधेश पांडे, सुमन पांडे,प्रत्यक्षा और पुरस्कार समिति के संयोजक गिरिराज किराडू के साथ ही पुरस्कृत लेखक मोथिलेश प्रियदर्शी उपस्थित थे। इस पहल की सराहना करते हुए हृषीकेश सुलभ ने समकालीन कहानी की महत्ता के साथ ही वर्तमान समय में शशिभूषण द्विवेदी की ब्रह्महत्या जैसी कहानियों की प्रासंगिकता पर अपनी बात कही। वहीं प्रत्यक्षा ने कहानी के देस-काल और उसके पढ़े जाने को लेकर अपने विचार रखे। गुरुराज किराडू ने पुरस्कार के लिए कृतियों के चयन और पूरी प्रक्रिया के बारे में बताते हुए पुरस्कृत कृति को चुने जाने के कारण साझा किए। इस परिचर्चा के संचालन नरेंद्र कुमार ने भी मिथिलेश को कहानियों पर अपनी बात कहते हुए समकालीन युवा लेखकों का जिक्र किया। विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करते हुए श्रीमती शिवकुमारी द्विवेदी जी द्वारा सभी को शुभ आशीर्वाद एवं उज्जवल भविष्य की कामना की गई एवं समस्त आयोजक मंडल को कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु बधाई दी गई। सभी अतिथियों के वक्तव्यों के बाद पटना के ही नाद ग्रुप द्वारा कबीर गायन की प्रस्तुति हुई। इसके बाद दिल्ली के युवा शायर अभिषेक कुमार अम्बर ने पटना और अजीमाबाद के संदर्भों को लेकर तैयार की गई शायरान प्रस्तुति से दर्शकों और उपस्थित श्रोताओं का दिल जीता। जानकीपुल की ओर से धन्यवाद ज्ञापन करते हुए रोहिणी कुमारी ने कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।
आज संसद में वंदे मातरम पर विशेष चर्चा, लोकसभा में पीएम मोदी, राज्यसभा में अमित शाह करेंगे शुरुआत

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वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर सोमवार को संसद में 10 घंटे की चर्चा होगी। लोकसभा में इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे तो वहीं राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। लोकसभा में वंदे मातरम पर चर्चा में कांग्रेस से प्रियंका गांधी बोलेंगी। वहीं, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे भाग लेंगे।

सोमवार को सुबह 11 बजे लोकसभा में चर्चा शुरू होगी। लोकसभा में चर्चा की शुरुआत पीएम मोदी करेंगे जबकि इसका समापन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। लोकसभा में प्रियंका गांधी वाड्रा, गौरव गोगोई (उपनेता), दीपेंद्र सिंह हुड्डा, डॉ. बिमोल अकोइजम, प्रणिति शिंदे, प्रशांत पडोलकर, चमाला रेड्डी, ज्योत्सना महंत जैसे सांसद अपनी बात रखेंगे। वहीं, राज्यसभा में वंदे मातरम पर चर्चा की शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे। चर्चा के लिए कुल 10 घंटे का समय निर्धारित किया गया है।

राज्यसभा में अमित शाह शुरू करेंगे चर्चा

गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत करेंगे और स्वास्थ्य मंत्री एवं राज्यसभा के नेता जे पी नड्डा दूसरे वक्ता होंगे।

गीत के अज्ञात पहलुओं के सामने आने की संभावना

लोकसभा में 'राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर चर्चा' सोमवार के लिए सूचीबद्ध है और इस पर बहस के लिए 10 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। इसमें राष्ट्रीय गीत के बारे में कई महत्वपूर्ण और अज्ञात पहलुओं के सामने आने की संभावना है।

वंदे मातरम के 150 साल पूरे

‘वंदे मातरम’ भारत का राष्ट्रीय गीत है। बंकिम चंद्र चटर्जी को इस गीत को लिखे 150 साल हो गए। ‘वंदे मातरम’ आजादी की लड़ाई का प्रतीक रहा है। चटर्जी ने 7 नवंबर 1875 को बंगाली पत्रिका ‘बंगदर्शन’ में पहली बार प्रकाशित किया था। हाल ही में मोदी सरकार ने ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ पर विशेष स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी किया था।

वाह रे बिजली विभाग : स्मार्ट प्रीपेड मीटर वाले 4702 उपभोक्ताओं के कनेक्शन पोल से काटे
योगी सरकार ने जहां अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को डिजिटल प्रशिक्षण से जोड़ने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। वहीं बिजली विभाग के अफसर अभी भी पुराने ढर्रे पर काम करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। दरअसल, प्रदेश में अभियंताओं ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगवाने वाले साढ़े चार हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं के कनेक्शन मैनुअली काट दिए। मामला संज्ञान में आने पर निदेशक ने अभियंताओं को कड़े निर्देश दिए हैं।            प्रदेश में 53 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगे        यूपी में 53 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा चुके हैं। स्मार्ट फोन की तरह ये मीटर पूरी तरह स्वचालित ऑनलाइन प्रणाली पर काम करते हैं। उपभोक्ता के खाते में शेष राशि कम और बकाया होने पर बिजली सप्लाई स्वतः ही कट जाती है। रिचार्ज करने पर सप्लाई चालू होती है। इसके बावजूद प्रदेश में 4702 उपभोक्ताओं के स्मार्ट प्रीपेड मीटर कनेक्शन पोल पर सीढ़ी लगाकर काट दिए गए                            पीयूवीएनएल निदेशक ने लगाई रोक         मामला संज्ञान में आने पर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक (तकनीकी) ने अभियंताओं और कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर का पोल से कनेक्शन काटना और लाइन उतारना पूरी तरह अनुचित है। चूंकि यह डिजिटल प्रणाली है। ऐसे में कनेक्शन काटने और जोड़ने के काम ऑनलाइन होगा। उन्होंने अभियंताओं और कर्मचारियों को स्मार्ट मीटरिंग सिस्टम पर विशेष प्रशिक्षण दिए जाने का निर्देश भी दिया है।                                                                    मीटर स्मार्ट पर अभियंता नहीं                           राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वाह रे बिजली विभाग : स्मार्ट प्रीपेड मीटर वाले 4702 उपभोक्ताओं के कनेक्शन पोल से काटे वर्मा ने कहा कि मीटर स्मार्ट कर दिया, लेकिन अभियंता स्मार्ट नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि अभियंताओं और कर्मचारियों को भी स्मार्ट मीटर को लेकर आधुनिक प्रशिक्षण दिया जाए। ताकि पुरानी कार्य प्रणाली समाप्त होकर उपभोक्ताओं को आधुनिक सुविधाएं मिल सकें। #uppcl #smart prepaid meter #uprvup
ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने दिखाई संवेदन शीलता

विद्युत बिल राहत योजना में बढ़ाया बड़ा लाभ

31मार्च 2025 के बाद भुगतान करने वाले बकायेदार भी होगे लाभान्वित

सरकार का उद्देश्य अधिकतम लोगो को राहत देना:ए के शर्मा

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने विद्युत बिल राहत योजना के अन्तर्गत उपभोक्ताओ को एक और बड़ी राहत प्रदान करते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। पहले 31 मार्च 2025 के बाद आंशिक भुगतान कर चुके उपभोक्ताओ को इस योजना के दायरे से बाहर रखा गया था जिससे अनेक उपभोक्ता योजना का लाभ नही ले पा रहे थे।

विभिन्न जनपदो के दौरे और विद्युत बिल राहत शिविरो के निरीक्षण के दौरान कई उपभोक्ताओ ने मंत्री शर्मा से आग्रह किया कि अप्रैल मई जून आदि महीनो में उन्होने कुछ न कुछ भुगतान अवश्य किया है किंतु फिर भी उनका काफी बकाया शेष है इसलिए उन्हे भी योजना का लाभ दिया जाए।उपभोक्ताओ की इस पीड़ा और वास्तविक स्थिति को समझते हुए ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने अत्यन्त संवेदनशीलता के साथ अधिकारियों को तुरन्त निर्देश दिए कि ऐसे सभी उपभोक्ताओ को योजना के लाभ से वंचित न किया जाए।उन्होंने स्पष्ट कहा कि सरकार का उद्देश्य अधिकतम लोगो को राहत देना है इसलिए भुगतान कर चुके किन्तु अब भी बकायेदार उपभोक्ताओ को योजना का लाभ मिलना चाहिए।

ऊर्जा मंत्री के निर्देशों के क्रम में अब 30 नवंबर 2025 तक भुगतान करने वाले ऐसे सभी उपभोक्ताओं को भी विद्युत बिल राहत योजना में शामिल कर लिया गया है।इस निर्णय से बड़ी संख्या में उपभोक्ताओ को सीधा लाभ मिलेगा और उनकी आर्थिक बोझ में बड़ी कमी आएगी।जनहित में लिए गए इस महत्वपूर्ण फैसले से प्रदेशभर के उपभोक्ताओं ने ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने वास्तव में जनता की परेशानी को समझा और राहत प्रदान करने का सार्थक प्रयास किया है।सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम उपभोक्ता हित और संवेदनशील प्रशासन की स्पष्ट मिसाल है।

बाबा साहब को दी गई श्रद्धांजलि सपाइयों ने भाजपा पर साधा निशाना
बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के अतरौलिया विधानसभा के महादेवपुर गांव में रविवार दोपहर 2 बजे बोधिसत्व बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के 70वें महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सांसद एवं विधायक त्रिभुवनदत्त मौजूद रहे। उन्होने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. बीआर अंबेडकर ने समतामूलक समाज की स्थापना की। उन्होंने समाज के सबसे निचले तबके के लोगों को संविधान में जो अधिकार देने का काम किया उसी के सहारे हम आज हमें समान अधिकार मिला है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय विधायक डॉक्टर संग्राम यादव रहे। उन्होने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश व प्रदेश की सरकार केवल जूमलेबाजी करती है। इस सरकार ने युवाओं को बेरोजगार बनाने का काम किया। इस सरकार ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर के सपनों को तोड़ने का काम कर रही है। शिक्षा रोजगार जैसे मुद्दों पर पूरी तरह से फेल है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व मंत्री बलराम यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश व प्रदेश की सरकार लोगों को शिक्षा से वंचित कर के गवार और अशिक्षित करना चाहती क्योंकि गवार एवं अशिक्षित पर राज करना आसान होता है । यह सरकार गरीब विरोधी सरकार है। कार्यक्रम के आयोजक वरिष्ठ सपा नेता एवं समाजसेवी मदन यादव ने कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।इस मौके पर ब्लाक प्रमुख अतरौलिया चन्द्शेखर यादव, चन्द्रजीत यादव,उमेश यादव उर्फ मंत्री, जयप्रकाश यादव, धर्मेंद्र कुमार, सन्नी, सन्तोष यादव अशोक यादव उमाशंकर यादव सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
जिला स्तरीय एथलेटिक्स मीट में उमड़ा जोश, मुन्ना सिंह और विधायक ममता देवी ने बढ़ाया खिलाड़ियों का उत्साह

हजारीबाग। झारखंड युवा एथलेटिक्स संघ (स्वर्गीय राम अवतार सिंह) द्वारा आयोजित जिला स्तरीय एथलेटिक्स मीट रविवार को ऊर्जा, उत्साह और युवा उमंग का प्रतीक बन गया। हजारीबाग झील परिसर से शुरू हुई दौड़ इस्लामिया स्कूल के मैदान में संपन्न हुई, जहां खिलाड़ियों की प्रतिभा, अनुशासन और खेल भावना ने सभी का मन मोह लिया।

इस अवसर पर रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र की जुझारू और लोकप्रिय विधायक ममता देवी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। वहीं पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह ने भी कार्यक्रम में शिरकत कर युवाओं को नई प्रेरणा दी। उन्होंने मैदान में उतरकर प्रतिभागी खिलाड़ियों से आत्मीय मुलाकात की और कहा कि “खेल केवल पदक का माध्यम नहीं, बल्कि बेहतर समाज और मजबूत भविष्य की नींव हैं।”

मुन्ना सिंह ने आगे कहा कि झारखंड के युवा प्रतिभा और मेहनत में किसी से कम नहीं, उन्हें सिर्फ अवसर और प्रोत्साहन की जरूरत है। उन्होंने विजेताओं को सर्टिफिकेट और मेमेंटो देकर सम्मानित भी किया।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में विद्या बक्सी (डायरेक्टर, गुलमोहर पब्लिक स्कूल), सबीर अहमद (चेयरमैन, ओएसिस स्कूल), पूर्व जिला अध्यक्ष शैलेंद्र यादव, सेवा दल जिला अध्यक्ष गुडु सिंह, कांग्रेस नेत्री कोमल राज तथा कोच वसीम की उपस्थिति ने खिलाड़ियों का मनोबल कई गुना बढ़ा दिया। अतिथियों द्वारा दिए गए प्रेरक विचारों ने युवा खिलाड़ियों में आत्मविश्वास और दृढ़ता का संचार किया।

कार्यक्रम के अंत में मुन्ना सिंह ने झारखंड युवा एथलेटिक्स संघ, कोचों, खिलाड़ियों, अभिभावकों और सहयोगियों का आभार जताते हुए कहा कि युवा शक्ति ही राष्ट्र की सबसे बड़ी धरोहर है और खेल, अनुशासन व परिश्रम से ही झारखंड का उज्ज्वल भविष्य गढ़ा जाएगा।

मुख्य रूप से उपस्थित:

बाबी सर, जावेद मलिक, विक्की कुमार, धान साबीर अली, मो. लाल, मो. वफा अली, दिनेश यादव, राकेश कुमार, भोला सिंह सहित कई सम्मानित लोग उपस्थित रहे।

कार व रोडवेज बस की टक्कर में मां बेटे समेत तीन की मौत,गाड़ी चला रहा दूल्हा जख्मी

गोंडा।जिले में उत्तराखंड रोडवेज बस व ब्रेजा कार की टक्कर में मां व बैंक क्लर्क बेटे समेत तीन लोगों की मौत हो गयी।हादसे में तीन साल की बच्ची समेत तीन की हालत गंभीर है।बस व कार की टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा चकनाचूर हो गया।कार के पुर्जे सड़क पर 100 मीटर दूर तक बिखर गये थे।बताते चलें कि नितिन गुप्ता पुत्र प्रमोद गुप्ता की 4 दिसंबर को शादी थी।इसमें शामिल होने के लिए बहन नेहा गुप्ता (28),बहनोई अक्षत अग्रवाल (35),भांजी आनाया(3),अक्षत की मां नीता अग्रवाल (55) और आगरा निवासी मौसेरा भाई आशू अग्रवाल (34) आए थे।

अक्षत का परिवार मूल रूप से कानपुर का रहने वाला है,अक्षत की शादी लगभग 7 वर्ष पहले नेहा से हुई थी और फिलहाल बेंगलूर में केनरा बैंक में क्लर्क था तथा परिवार के साथ बेंगलुरु में ही रहता था।शादी समारोह में शामिल होने के बाद बेंगलुरु जाने के लिए अयोध्या एयरपोर्ट जा रहा था।नितिन सभी छ: लोगों को छोड़ने के लिए अपनी कार से निकला था कि गोंडा अयोध्या मार्ग पर वजीरगंज थाना क्षेत्र के अनभुला मोड़ के पास कार का टायर फट गया इससे बेकाबू होकर कार सामने से आ रही खाली बस से टकरा गई।हादसे में अक्षत आशू व नीता की मौके पर ही मौत हो गयी तथा नितिन व नेहा की गंभीर हालत को देखते हुए लखनऊ रिफर कर दिया गया है वहीं अनाया को मामूली चोटें आई हैं।

गोंडा मेडिकल कालेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ डीएन सिंह ने बताया कि सुबह लगभग 10.30 बजे दो मरीज गंभीर हालत में लाए गए थे जबकि तीन लोगों को मृत अवस्था में अस्पताल पहुंचाया गया।घायलों के परिजन चाहते थे कि उन्हें मेडिकल कालेज लखनऊ रिफर कर दिया जाए इसलिए उन्हें लखनऊ रिफर कर दिया गया तथा तीनों मृतको का शव मोर्च्युरि में रखा गया है जिसे पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोंडा में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त किया है।मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए तथा साथ ही घायलों के बेहतर उपचार के भी निर्देश दिए।

इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद मृतकों के शव परिजनों को सौंप दिये जाएंगे।