भ्रष्टाचार और असफलता का पर्याय बनी भाजपा कर रही है जनता को गुमराह : झामुमो

झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव विनोद पांडेय ने भाजपा द्वारा हेमंत सरकार पर लगाए गए आरोपों को “झूठ, भ्रम और बौखलाहट का पुलिंदा”बताया है। उन्होंने कहा कि जब भाजपा को जनता ने सत्ता से बाहर किया, तभी से वह झूठे आरोपों और दुष्प्रचार के सहारे जनभावनाओं को भटकाने में लगी है।

हेमंत सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष में हर वर्ग की जनता के हित में ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। चाहे वह स्थानीयता नीति, नियोजन नीति, आदिवासी-मूलवासी अधिकारों की रक्षा, किसानों के कर्ज माफी या महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 33% आरक्षण देने की बात हो। दूसरी ओर भाजपा अपने दिल्ली में बैठे आकाओं की मदद से लोकप्रिय हेमंत सरकार के बढ़ते कदमों को रोकने के लिए षड़यंत्र रचने से बाज नहीं आ रही है।

झारखंड की जनता ने भाजपा के नेताओं को संसद भेजा है, लेकिन भाजपा का कोई भी सांसद केंद्र सरकार द्वारा झारखंड के साथ हो रहे पक्षपात के खिलाफ बोलने का दम नहीं रखते। प्रचंड बहुमत देकर जनता ने श्री हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया है, लेकिन उनकी राह में रोड़े अटका कर भाजपा जनादेश का लगातार अपमान करने का काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा जिस जेल वीडियो का हवाला दे रही है, वह न तो सरकार की नीति का हिस्सा है और न ही उसे सरकार का संरक्षण प्राप्त है। सरकार ने तत्काल संज्ञान लेकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की है। भाजपा का यह आरोप कि “जेल में अय्याशी सरकार के संरक्षण में चल रही है, पूरी तरह से राजनीतिक नौटंकी है।

विनोद पांडेय ने कहा कि भाजपा के पास आज कोई जन मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वह बेबुनियाद आरोपों के ज़रिए जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की बात भाजपा करे, यह अपने आप में हास्यास्पद है, क्योंकि केंद्रीय संस्थाओं के दुरुपयोग में भाजपा का कोई सानी नहीं।

उन्होंने यह भी कहा कि हेमंत सरकार ने जेल सुधार की दिशा में कई ठोस कदम उठाए हैं और राज्य की जेलों में पारदर्शिता व अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए नई मॉनिटरिंग व्यवस्था लागू की जा रही है।

विनोद पांडेय ने कहा कि भाजपा को उसकी नीतियों के कारण जनता ने नकार दिया है। जनता ने भाजपा को नकारा है क्योंकि उसने झूठ और घोटालों के सिवा कुछ नहीं दिया। हेमंत सरकार जनता के विश्वास और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रही है, जबकि भाजपा निराधार आरोपों के सहारे अपनी प्रासंगिकता ढूंढ़ रही है।

मृतक के परिवार को मिले एक करोड़ का मुआवजा - सूरज सिंह

गोण्डा। समाजवादी पार्टी के नेता सूरज सिंह ने आरपीएफ की कस्टडी में हुई, कस्टोडियल डेथ में युवक संजय सोनकर की मौत पर परिजनों से भेंट की। सूरज सिंह ने गोण्डा विधानसभा के विकास खंड झंझरी के किनकी ग्रामसभा पहुंचकर मृतक के परिजन से भेंट कर कहा कि संजय सोनकर की सुनियोजित हत्या की गई है जबकि संजय कोई पेशेवर अपराधी नहीं था।

 यूपी में सुशासन का इससे बेहतर उदाहरण नहीं मिल सकता कि संजय पर सिर्फ चोरी का आरोप था तो पीटकर उनकी हत्या कर दी गई जबकि हत्या करने वालों पर 302 का मुकदमा है पर अभी तक गिरफ़्तारी नहीं हुई है। मृतक संजय की वृद्ध माँ और पत्नी हैँ दो बेटियां मानसी 10 वर्ष और रिया 07 वर्ष हैं, जिनके पालन पोषण पढ़ाई लिखाई के लिए एवं भविष्य में उनकी शादी के लिए सरकार और रेलवे पुलिस विभाग एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने का काम करे।

 सूरज सिंह ने कहा कि घटना को घटे लगभग 35 घंटा हो गया है, लेकिन भाजपा का कोई भी नेता या कार्यकर्ता इस घटना पर परिवार का आंसू पोंछने नहीं आया। सूरज सिंह ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी मात्र दलित और पिछड़ों का उत्थान करने की बात करती है, जबकि गोंडा जनपद में कभी भी किसी दुर्घटना में मदद करने का काम अखिलेश यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने किया है।

सूरज सिंह ने कहा कि जल्द ही श्री अखिलेश यादव जी से बात कर परिवार की बड़ी आर्थिक मदद करने का काम किया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अभी बिहार चुनाव में बाहर है, उनके आते ही इस परिवार की मदद करूंगा, लेकिन मैं सरकार से मांग करता हूं कि परिवार की मदद एक करोड़ से की जाए और दोषियों को दंडित किया जाए।

गोरखपुर में शुरू हुआ विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) अभियान

गोरखपुर।जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक मीणा ने कलेक्ट्रेट स्थित पर्यटन भवन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जनपद गोरखपुर में विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) अभियान शुरू हो गया है। यह अभियान 4 नवंबर 2025 से 4 दिसंबर 2025 तक चलेगा, जिसके तहत जिले की सभी नौ विधानसभाओं में मतदाता सूची का घर-घर जाकर सत्यापन किया जाएगा।

डीएम दीपक मीणा ने कहा कि सन् 2003 के बाद यह पहला अवसर है जब निर्वाचन आयोग इस स्तर पर गहन पुनरीक्षण करा रहा है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची को शुद्ध, अद्यतन और त्रुटिरहित बनाना है ताकि कोई पात्र मतदाता सूची से वंचित न रहे और कोई अपात्र नाम उसमें शामिल न हो।

मतदाता सूची सत्यापन की प्रक्रिया

डीएम ने बताया कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर तैनात बीएलओ (Booth Level Officer) घर-घर जाकर मतदाताओं से विवरण एकत्र करेंगे और गणना प्रपत्र (Enumeration Form) भरवाएंगे। हर बीएलओ को प्रतिदिन कम से कम 50 प्रपत्र भरने का लक्ष्य दिया गया है।

उन्होंने बताया कि यदि किसी परिवार के सदस्य बाहर नौकरी या पढ़ाई के लिए रहते हैं तो घर पर मौजूद परिजन उनके स्थान पर भी फॉर्म भर सकते हैं। यह जानकारी सही और पूर्ण होनी चाहिए ताकि उन मतदाताओं के नाम अंतिम सूची में सम्मिलित किए जा सकें “जो लोग गणना प्रपत्र भर चुके हैं, उनका नाम अंतिम मतदाता सूची में स्वतः शामिल किया जाएगा और उनका नाम सूची से नहीं काटा जाएगा,

यदि किसी मतदाता के फॉर्म में त्रुटि रह जाती है या किसी कारणवश उसका नाम सूची में नहीं आता है, तो वह ईआरओ (Electoral Registration Officer) के समक्ष आपत्ति दाखिल कर अपना नाम पुनः जोड़ सकता है।

एक मतदाता – एक ही जगह नाम

डीएम दीपक मीणा ने कहा कि एक व्यक्ति केवल एक ही विधानसभा क्षेत्र में मतदाता रह सकता है। यदि किसी का नाम दो स्थानों पर पाया जाता है, तो उसे अपने प्रपत्र में यह उल्लेख करना आवश्यक है ताकि पुराने स्थान से नाम हटाया जा सके। “एक व्यक्ति भारतवर्ष में केवल एक ही स्थान पर मतदाता हो सकता है। यदि नाम दो जगह दर्ज है, तो यह नियमों के विरुद्ध है। फॉर्म में पुराने पते का जिक्र कर दें, जिससे नाम वहां से काटा जा सके।”

विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम की प्रमुख तिथियाँ

गणना कार्य की अवधि 04 नवम्बर – 04 दिसम्बर 2025

ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशन 09 दिसम्बर 2025

दावे एवं आपत्तियों की अवधि 09 दिसम्बर 2025 – 08 जनवरी 2026 सुनवाई व निस्तारण की अवधि 09 दिसम्बर 2025 – 31 जनवरी 2026

अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 07 फरवरी 2026

गोरखपुर में मतदाताओं की स्थिति

डीएम दीपक मीणा ने बताया कि वर्ष 2003 में जिले में कुल 26,68,592 मतदाता थे — पुरुष 14,87,545, महिलाएं 11,81,047।

वर्ष 2025 में मतदाताओं की संख्या बढ़कर 36,66,533 हो गई है, जिनमें पुरुष 19,72,109, महिलाएं 16,94,178 और अन्य 246 हैं। “लगभग 10 लाख नए मतदाताओं का जुड़ना लोकतंत्र के प्रति गोरखपुरवासियों की जागरूकता का प्रमाण है।”

जिले की निर्वाचन व्यवस्था

गोरखपुर जिले में कुल 9 विधानसभा क्षेत्र हैं —

कैम्पियरगंज (320), पिपराइच (321), गोरखपुर शहर (322), गोरखपुर ग्रामीण (323), सहजनवा (324), खजनी (325), चौरीचौरा (326), बांसगांव (327) और चिल्लूपार (328)।

इन विधानसभा क्षेत्रों में कुल 9 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (EROs), 45 सहायक अधिकारी (AEROs), 3,679 बीएलओ, 440 सुपरवाइजर, 3,679 मतदेय स्थल और 2,063 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

डीएम ने बताया कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाता होंगे। यदि किसी अपार्टमेंट या कॉलोनी में 1200 से अधिक मतदाता हैं, तो वहां भी नया मतदान केंद्र स्थापित किया जा सकता है।

त्रुटियों के सुधार पर विशेष ध्यान

डीएम दीपक मीणा ने कहा कि प्रवासन, मृत्यु, विवाह या दोहरे नाम जैसी त्रुटियों को सुधारने के लिए यह अभियान महत्वपूर्ण है। कोई भी जीवित पात्र मतदाता सूची से वंचित नहीं रहेगा और कोई मृत या दोहरा नाम सूची में नहीं रहेगा।”

बीएलओ घर-घर जाकर पहचान पत्र जैसे आधार, पैन, ड्राइविंग लाइसेंस या अन्य सरकारी प्रमाण पत्र देखकर पहचान सत्यापित करेंगे कोई पहचान पत्र नहीं देना है।

राजनीतिक दलों और नागरिकों से अपील

डीएम दीपक मीणा ने सभी राजनीतिक दलों, जनप्रतिनिधियों और नागरिकों से अपील की कि वे इस अभियान में बढ़-चढ़कर सहयोग करें। “यह केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि लोकतंत्र की नींव को मजबूत करने का कार्य है। हर पात्र नागरिक का नाम सूची में शामिल करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।

प्रेस वार्ता में उप जिला निर्वाचन अधिकारी/एडीएम वित्त विनीत कुमार सिंह,

सहायक निर्वाचन अधिकारी शंकर मिश्रा,

सहायक सूचना निदेशक प्रशांत श्रीवास्तव सहित सभी तहसीलों के एसडीएम और निर्वाचन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

डीएम का संदेश ने कि “विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण केवल एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि यह लोकतांत्रिक सहभागिता का आधार है। हर पात्र मतदाता का नाम सूची में जुड़ना उसका अधिकार है और इस अधिकार को सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

हेमंत सरकार 'अबुआ सरकार नहीं, ठगुवा सरकार है': बाबूलाल मरांडी का तीखा प्रहार; स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त, घुसपैठ और भ्रष्टाचार चरम पर होने का

बाबूलाल मरांडी ने घाटशिला में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि हेमंत सरकार ने छह वर्षों में झारखंड को एक कदम आगे नहीं बढ़ाया, बल्कि 25 वर्ष पीछे धकेल दिया है।

श्री मरांडी ने हेमंत सरकार को "ठगुवा सरकार" करार दिया और कहा कि यह केवल नाम की "अबुआ सरकार" है, जिसने आदिवासियों, युवाओं और झारखंड को ठगा है।

स्वास्थ्य, सुरक्षा और आदिवासी विरोधी होने का आरोप

श्री मरांडी ने चाईबासा सदर अस्पताल की घटना को लेकर सरकार की संवेदनहीनता पर सवाल उठाए, जहाँ थैलीसीमिया पीड़ित पाँच आदिवासी बच्चों को कथित तौर पर एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाया गया था।

स्वास्थ्य व्यवस्था: उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में "इलाज के नाम पर मौत परोसी जा रही है", और सरकार ने केवल कुछ लोगों को निलंबित कर मामले को दबाने की कोशिश की है।

हत्या और भूमि लूट: मरांडी ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार की शुरुआत ही आदिवासियों की हत्या से हुई (2020 में सात आदिवासियों की हत्या), और सरकार के संरक्षण में माफिया और घुसपैठिए आदिवासियों की जमीन लूट रहे हैं।

महिला असुरक्षा: उन्होंने कहा कि महिला असुरक्षा चरम पर है, जबकि पेसा कानून लागू न करके सरकार आदिवासियों के अधिकारों का गला घोंट रही है।

लूट, भ्रष्टाचार और अव्यवस्था

श्री मरांडी ने राज्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि:

झारखंड में ब्लॉक और थाना स्तर पर केवल वसूली हो रही है।

जनता के हितों की जगह सरकार लूट और भ्रष्टाचार में व्यस्त है, और विकास के सारे कार्य ठप हैं।

अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त हो चुकी हैं।

घुसपैठ पर गंभीर आरोप: "डेमोग्राफी बदलने की साजिश"

बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर राजनीतिक लाभ के लिए राज्य की डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) बदलने की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया।

उन्होंने दावा किया कि सरकार फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाकर ग्रामीण इलाकों में वोट बैंक तैयार कर रही है।

उन्होंने साक्ष्य के तौर पर घाटशिला जैसे आरक्षित क्षेत्र का उदाहरण दिया, जहाँ मुस्लिम आबादी की वृद्धि दर पाँच वर्षों में 29.4 प्रतिशत रही है, जबकि सामान्य वर्ग की केवल 3 प्रतिशत।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार घुसपैठियों को राशन कार्ड, आधार कार्ड और योजनाओं का लाभ दिला रही है, जो "झारखंड की अस्मिता और सम्मान पर हमला है।"

श्री मरांडी ने जनता से अपील की कि वे वोट से चोट देकर इस सरकार को सबक सिखाएं और भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन को विजयी बनाकर झारखंड को भ्रष्टाचार और माफियाओं से मुक्त कराएं।

गया में कुम्हार समाज का विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन एवं स्वागत समारोह का भव्य आयोजन, चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मोहन श्रीवास्तव को सर्वसम्मति से

गया शहर के डेल्हा धनिया बगीचा में गुरुवार को बिहार कुम्हार प्रजापति समन्वय समिति, शाखा पश्चिम क्षेत्र के तत्वावधान में कुम्हार विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन एवं स्वागत समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिले और आसपास के क्षेत्रों से कुम्हार समाज के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर समाज की एकजुटता, संगठन की मजबूती और राजनीतिक भागीदारी को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई।

सम्मेलन के मुख्य आकर्षण रहे कांग्रेस प्रत्याशी मोहन श्रीवास्तव, जिनका समाज की ओर से फूल-मालाओं से जोरदार स्वागत किया गया। मंच से समाज के पदाधिकारियों ने घोषणा की कि कुम्हार समाज आगामी चुनाव में मोहन श्रीवास्तव को सर्वसम्मति से समर्थन देगा। इस दौरान “मोहन श्रीवास्तव जिंदाबाद” और “कुम्हार समाज एकता जिंदाबाद” के नारों से पूरा परिसर गूंज उठा।

बिहार कुम्हार प्रजापति समन्वय समिति पश्चिम क्षेत्र डेल्हा के अध्यक्ष सुदामा प्रजापति, संयोजक दीपक कुमार प्रजापति, सामाजिक नेता गौतम कुमार बबलू, एआईसीसी ओबीसी राष्ट्रीय संयोजक सह बिहार स्टार प्रचारक एवं कोऑर्डिनेटर राम गणेश प्रजापति, महिला दिया चंपा देवी सहित अन्य लोगों ने कहा कि अब समय आ गया है जब समाज को अपनी राजनीतिक ताकत का एहसास कराना होगा। उन्होंने कहा कि मोहन श्रीवास्तव जैसे जनसेवक ही समाज के विकास और सम्मान के लिए काम कर सकते हैं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि कुम्हार समाज हमारे देश की संस्कृति और परंपरा का अभिन्न अंग है। उन्होंने वादा किया कि जीत के बाद समाज की हर समस्या को प्राथमिकता से हल किया जाएगा और युवाओं को रोजगार, शिक्षा एवं प्रशिक्षण के नए अवसर दिए जाएंगे।

समारोह के अंत में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने श्रीवास्तव को जीत का माला पहनाकर आशीर्वाद दिया और एकजुट होकर उन्हें विजयी बनाने का संकल्प लिया। सम्मेलन का संचालन संतोष कुमार प्रजापति ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन मनोहर लाल प्रजापति ने किया। कार्यक्रम में समाज की महिला कार्यकर्ता और युवा भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे, जिससे आयोजन को जनसमर्थन का व्यापक स्वरूप मिला। सम्मेलन ने यह संदेश दिया कि अब कुम्हार समाज अपने अधिकार और सम्मान की लड़ाई एकजुट होकर लड़ेगा। समाज के लोगों ने मोहन श्रीवास्तव को जीत कर आने के बाद प्रजापति भवन और छात्रों के लिए स्कूल निर्माण का कुम्हार समाज ने रखा है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि अगर मैं जीत कर आऊंगा तो कुम्हार समाज का दोनों मांगों को मैं पूरा करूंगा.

जो काम पहले ड्रग्स से होता था, वो आज Reel से हो रहा… जानें बिहार में ऐसा क्यों बोले राहुल गांधी

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को बिहार के अररिया में चुनावी सभा को संबोधित किया. उन्होंने बीते दिन की गई अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस का जिक्र करते हुए बीजेपी पर हमला बोला. राहुल ने कहा, कल मैंने हरियाणा में ‘वोट चोरी’ को लेकर दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. हमने सबूतों के साथ दिखाया कि कैसे नरेंद्र मोदी, अमित शाह और चुनाव आयोग ने मिलकर भारत के संविधान को निशाना बनाया. हमने साफ तौर पर दिखाया कि बीजेपी ने हरियाणा चुनाव ‘वोट चोरी’ के जरिए जीता है.

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, नरेंद्र मोदी ने बिहार आकर युवाओं से कहा- हमने आपको सस्ता डेटा दिया है, ताकि युवा रील बनाकर पैसा कमा सकें. जबकि सच यह है कि रील 21वीं सदी का नशा है. जब आप रील देखते हो तो पैसा अडानी-अंबानी और जियो की जेब में जाता है.

बिहार के युवाओं को रोजगार चाहिए, रील नहीं

राहुल गाांधी ने कहा, जो काम पहले शराब, ड्रग्स से होता था, वो आज रील से हो रहा है. आप ही बताइए- फेसबुक, इंस्टाग्राम रील देखने से युवाओं की जेब में कितना पैसा आया? बिहार के युवाओं को रोजगार चाहिए, रील नहीं. उन्होंने कहा,बिहार के लोगों से मेरा वादा है कि देश में इंडिया गठबंधन की सरकार बनते ही ‘नालंदा यूनिवर्सिटी’ जैसी एक यूनिवर्सिटी बिहार में खोली जाएगी.

टूरिस्ट सर्किट’ को बिहार की जनता से जोड़ेंगे

राहुल ने वादा किया, ‘टूरिस्ट सर्किट’ को बिहार की जनता से जोड़ेंगे. ताकि बिहार के युवाओं को पर्यटन का फायदा मिले. बिहार में फूड प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और कोल्ड चेन दिलवाने का काम किया जाएगा.नरेंद्र मोदी सिर्फ नफरत बांटना जानते हैं. उनके दिल में नफरत भरी हुई है. वो धर्म और जाति के नाम पर लोगों को लड़ाने का काम करते हैं.मोदी का लक्ष्य सिर्फ अडानी-अंबानी को फायदा पहुंचाने का है.

ये तीन लोग आपके अधिकार छीन रहे: प्रियंका गांधी

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भी बिहार में रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने कहा, बीजेपीआपके वोट को कमजोर करने का काम कर रही है. वोट के आधार पर आप देश के नागरिक बनते हैं. वोट के अधिकार के लिए आपके पूर्वजों ने जान दी है. वोट के आधार पर आपको सरकारी योजनाएं मिलती हैं लेकिन बीजेपी और चुनाव आयोग मिलकर चुनाव में धांधली कर रहे हैं, आपके वोटिंग अधिकार और संविधान पर आक्रमण कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि ज्ञानेश कुमार, एस. एस. संधू और विवेक जोशीचुनाव आयोग के सबसे ऊंचे अधिकारी हैं और देश के संविधान और लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.ये तीन लोग आपके अधिकार छीन रहे हैं. इनके नाम याद कर लीजिए. इनको पद और आयोग के पीछे छिपने मत दीजिए.जो लोग देश के साथ विश्वासघात कर रहे हैं, उन्हें देश भूलेगा नहीं

आबकारी राजस्व लक्ष्य को प्राप्त न करने पर अधिकारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई: नितिन अग्रवाल
*प्रदेश में 63 हजार करोड़ आबकारी राजस्व लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश*

लखनऊ। प्रदेश के आबकारी एवं मद्यनिषेध राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने विभागीय समीक्षा बैठक में कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 में आबकारी विभाग को 63 हजार करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य प्राप्त करना है, जिसे हर हाल में हासिल किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्धारित मासिक राजस्व लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त किया जाए। जिन जनपदों का प्रदर्शन अक्टूबर माह में कमजोर रहा है या लगातार अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं है, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

मंत्री ने बताया कि अप्रैल 2025 से अक्टूबर 2025 तक विभाग ने 32,500 करोड़ रुपये के निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 30,657.54 करोड़ रुपये की प्राप्ति की है, जो 94.33 प्रतिशत है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की समान अवधि में प्राप्त 26,330.87 करोड़ रुपये की तुलना में 4,326.67 करोड़ रुपये अधिक है। इस प्रकार विभाग ने गतवर्ष की तुलना में 116.43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। आबकारी मंत्री ने अधिकारियों को आगामी महीनों में राजस्व वृद्धि के हर संभव प्रयास करने तथा वर्षांत तक 63 हजार करोड़ रुपये के लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

प्रदेश के सीमावर्ती और असेवित क्षेत्रों में नई शराब दुकानों की संभावनाओं का सर्वे कर 15 दिन में प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा गया। मंत्री ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अब तक किसी भी जनहानि जैसी अप्रिय घटना नहीं हुई है। उन्होंने अधिकारियों को और अधिक सतर्क रहकर प्रवर्तन कार्य संचालित करने के निर्देश दिए ताकि भविष्य में भी ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

अवैध मदिरा के निर्माण, परिवहन और बिक्री पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए। साथ ही अन्य राज्यों की शराब की अवैध बिक्री पर पूर्ण रोक लगाने के लिए प्रभावी रणनीति बनाने को कहा गया। कच्ची शराब के निर्माण एवं बिक्री पर पूर्ण नियंत्रण हेतु ठोस कदम उठाने के निर्देश भी दिए गए।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि विभागीय अधिकारियों, निरीक्षकों एवं फील्ड स्टाफ के लिए समय-समय पर कार्यशालाएं आयोजित की जाएं, ताकि उन्हें कानूनों, नीतियों और नवाचारों की जानकारी अद्यतन रूप में मिलती रहे। शराब माफिया एवं अवैध गिरोहों के खिलाफ समन्वित अभियान चलाकर उनके समूल उन्मूलन का भी संकल्प दोहराया गया।

बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती वीना कुमारी, आबकारी आयुक्त डॉ. आदर्श सिंह, विशेष सचिव अभिषेक आनंद, अपर आयुक्त (प्रशासन) नवनीत सेहारा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे, जबकि जनपदीय अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े।
राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने पर उत्सव मनाया जाएगा।

भाजपा जिला अध्यक्ष रवि मिश्र,सदर विधायक पलटूराम एवं तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ल ने किया संबोधित।

बलरामपुर। 6 नवंबर भारतीय जनता पार्टी कार्यालय अटल भवन में गुरुवार को पत्रकार वार्ता आयोजित की गई,जिसमें राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रदेशभर में होने वाले आयोजनों की जानकारी दी गई। भाजपा जिला अध्यक्ष रवि कुमार मिश्र,सदर विधायक पलटूराम एवं तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ल ने संयुक्त रूप से प्रेस प्रतिनिधियों को संबोधित किया।

जिला अध्यक्ष रवि मिश्र ने बताया कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार 7 नवम्बर को प्रदेश के 18 स्थानों पर 150 कार्यकर्ताओं द्वारा सामूहिक वंदे मातरम् गायन एवं सभा का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही 8 नवम्बर से 15 नवम्बर तक प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर समूहिक वंदे मातरम् गायन,सभाएं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि प्रत्येक विधानसभा स्तर पर सांसदों व विधायकों के नेतृत्व में “एक कॉलेज एक कार्यक्रम” आयोजित होगा। मंडल स्तर पर वंदे मातरम् का सामूहिक गायन, तिरंगा यात्राएं,वंदे मातरम् से संबंधित पट्टिकाओं व प्लेकार्ड के साथ मार्च,बाइक रैलियां एवं प्रभात फेरियां निकाली जाएंगी।

प्रदेश व जिला मुख्यालयों पर “वंदे मातरम् 150” विषय पर प्रदर्शनी आयोजित होगी। साथ ही विद्यालयों व महाविद्यालयों में निबंध,चित्रकला,कविता एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी तथा स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा साहित्य वितरित किया जाएगा।

सदर विधायक पलटू राम ने बताया कि 1 अक्टूबर 2025 को केंद्र सरकार ने “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर पूरे देश में उत्सव मनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा 1875 में रचित यह गीत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का प्रेरक प्रतीक रहा है।

उन्होंने बताया कि 1896 में रवींद्रनाथ टैगोर ने इसे पहली बार सार्वजनिक रूप से गाया था और 1950 में भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ.राजेंद्र प्रसाद ने इसे राष्ट्रीय गीत का दर्जा दिया। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान “वंदे मातरम्” ब्रिटिश शासन के विरुद्ध प्रतिरोध और राष्ट्रवाद का प्रतीक बन गया।

विधायक कैलाश नाथ शुक्ल ने कहा कि 1923 में काकीनाडा कांग्रेस अधिवेशन में जब पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर को वंदे मातरम् गाने के लिए बुलाया गया,तो कुछ नेताओं ने धार्मिक आधार पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा कि समय-समय पर कुछ दलों ने इस गीत के प्रति असहिष्णुता दिखाई है,जबकि यह गीत भारत की आत्मा और एकता का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् वह नारा है जिसने बाल गंगाधर तिलक,लाला लाजपत राय,भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस जैसे क्रांतिकारियों को प्रेरित किया।

इस अवसर पर जिला मीडिया प्रभारी डी.पी. सिंह बैस,कार्यक्रम संयोजक वरुण सिंह मोनू उपस्थित रहे।

बिहार में 1 बजे तक 42.31 प्रतिशत मतदान, गोपालगंज जिले में सर्वाधिक 46.73 फीसदी वोटिंग

#biharelection2025phase1_voting

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान जारी है। दोपहर 1 बजे तक बिहार में 42.31 प्रतिशत वोटिंग हुई है। दोपहर एक बजे तक सबसे ज्यादा वोटिंग गोपालगंज और लखीसराय में, जबकि सबसे कम वोटिंग पटना और दरभंगा में हुई है। 

पटना में 37.72 प्रतिशत वोटिंग

राज्य के गोपालगंज जिले में सबसे ज्यादा 46.73 प्रतिशत वोट डाले जा चुके हैं। इसके अलावा बेगूसराय में 46.02 प्रतिशत, भोजपुर में 41.15 प्रतिशत, बक्सर में 41.10 प्रतिशत, दरभंगा में 39.35 प्रतिशत, खगड़िया में 42.94 प्रतिशत, लखीसराय में 46.37 प्रतिशत, मधेपुरा में 44.16 प्रतिशत, मुंगेर में 41.47 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 45.41 प्रतिशत, नालंदा में 41.87 प्रतिशत, पटना में 37.72 प्रतिशत, सहरसा में 44.20 प्रतिशत, समस्तीपुर में 43.03 प्रतिशत, सहारनपुर 43.06 प्रतिशत, शेखपुरा में 41.23 प्रतिशत, सिवान में 41.20 प्रतिशत और वैशाली में 42.60 प्रतिशत मतदान हो चुका है।

दरभंगा में बोगस वोटिंग करते दो गिरफ्तार

दरभंगा के गौड़ाबोराम विधानसभा इलाके से पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बोगस वोट करते दो गिरफ्तार किया है। गौड़ाबौराम विधानसभा के घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के लगमा गांव के 172 बूथ नंबर पर दो युवक बोगस वोटिंग के मामले में अरेस्ट किए गए। गिरफ्तार युवकों का नाम केशव कुमार और सौरभ कुमार है।

भोजपुर के अगिआंव में लोगों की मतदान से दूरी

भोजपुर जिले के अगिआंव विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कुसुम्ही उत्क्रमित मध्य विद्यालय स्थित बूथ संख्या 175 पर मतदान के दौरान बड़ा मामला सामने आया है। यहां ग्रामीणों ने मतदान प्रक्रिया का सर्वसम्मति से बहिष्कार कर दिया, जिसके चलते मतदान शुरू होने के कई घंटों बाद भी केवल तीन वोट ही पड़े। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में वर्षों से सड़क की समस्या बनी हुई है, लेकिन जनप्रतिनिधियों द्वारा आज तक कोई समाधान नहीं किया गया। विकास कार्यों के अभाव से आक्रोशित लोगों ने चुनावी प्रतिनिधियों को स्पष्ट संदेश देते हुए मतदान से दूरी बनाई। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग अपने निर्णय पर अड़े रहे।

मधेपुरा में वोट बहिष्कार

मधेपुरा के बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत मुरलीगंज प्रखंड के दीनापट्टी सखुआ पंचायत के तिलकोरा गांव में बूथ संख्या 92, 93, 94 पर वार्ड 11, 12 और 13 के मतदाता सड़क की समस्या को लेकर वोट बहिष्कार कर दिया है। सुबह से बहुत कम संख्या में लोग मतदान केंद्र पर पहुंचे हैं। बीडीओ और सीओ लोगों को समझाने पहुंचे हैं, लेकिन लोग लिखित आश्वासन मांग कर रहे थे। इसके बाद दोनों अधिकारी वापस लौट गए।

बिहार चुनावः पहले चरण में सुबह 9 बजे तक 13.13% वोटिंग, लालू परिवार ने किया मतदान

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बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए वोटिंग चल रही है। राज्य की 243 सीटों में से 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान हो रहा है।9 बजे तक की वोटिंग के आंकड़े आ चुके हैं और इस समय तक 13.13 फीसदी वोट पड़े हैं।

सुबह 9 बजे तक मतदान प्रतिशत

पूरे बिहार में – 13.13%

मधेपुरा- 13.74%

सहरसा- 15.27%

खगड़िया- 14.15%

दरभंगा- 12.48%

पटना- 11.2%

भोजपुर- 13.11%

बक्सर- 13.28%

समस्तीपुर- 12.86%

शेखपुरा- 12.97%

मुज़फ़्फ़रपुर – 14.38%

सारण- 13.3%

बेगूसराय- 14.6%

नालंदा- 12.45%

मुंगेर- 13.37%

वैशाली- 14.3%

लखीसराय- 13.39%

गोपालगंज- 13.97%

सीवान- 13.35%

लालू परिवार ने डाला वोट

पहले चरण के मतदान के बीच, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडू) प्रमुख लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव ने पटना में अपना वोट डाला। लालू परिवार में तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री यादव और उनकी बहन मीसा भारती भी मतदान करने के लिए मौजूद थीं।

14 नवंबर को बदलाव आएगा-तेजस्वी

वोट डालने के बाद महागठबंधन में सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि 14 नवंबर को बदलाव आएगा, बदलाव लाएं, नई सरकार बनाएं। इस मौके पर मीसा भारती ने मतदाताओं से "अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए वोट" करने का आग्रह किया। वोट डालने के बाद उन्होंने आत्मविश्वास जताया कि युवाओं और जनता ने मन बना लिया है, और महागठबंधन भारी बहुमत से जीतेगा।

भ्रष्टाचार और असफलता का पर्याय बनी भाजपा कर रही है जनता को गुमराह : झामुमो

झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव विनोद पांडेय ने भाजपा द्वारा हेमंत सरकार पर लगाए गए आरोपों को “झूठ, भ्रम और बौखलाहट का पुलिंदा”बताया है। उन्होंने कहा कि जब भाजपा को जनता ने सत्ता से बाहर किया, तभी से वह झूठे आरोपों और दुष्प्रचार के सहारे जनभावनाओं को भटकाने में लगी है।

हेमंत सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष में हर वर्ग की जनता के हित में ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। चाहे वह स्थानीयता नीति, नियोजन नीति, आदिवासी-मूलवासी अधिकारों की रक्षा, किसानों के कर्ज माफी या महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 33% आरक्षण देने की बात हो। दूसरी ओर भाजपा अपने दिल्ली में बैठे आकाओं की मदद से लोकप्रिय हेमंत सरकार के बढ़ते कदमों को रोकने के लिए षड़यंत्र रचने से बाज नहीं आ रही है।

झारखंड की जनता ने भाजपा के नेताओं को संसद भेजा है, लेकिन भाजपा का कोई भी सांसद केंद्र सरकार द्वारा झारखंड के साथ हो रहे पक्षपात के खिलाफ बोलने का दम नहीं रखते। प्रचंड बहुमत देकर जनता ने श्री हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया है, लेकिन उनकी राह में रोड़े अटका कर भाजपा जनादेश का लगातार अपमान करने का काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा जिस जेल वीडियो का हवाला दे रही है, वह न तो सरकार की नीति का हिस्सा है और न ही उसे सरकार का संरक्षण प्राप्त है। सरकार ने तत्काल संज्ञान लेकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की है। भाजपा का यह आरोप कि “जेल में अय्याशी सरकार के संरक्षण में चल रही है, पूरी तरह से राजनीतिक नौटंकी है।

विनोद पांडेय ने कहा कि भाजपा के पास आज कोई जन मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वह बेबुनियाद आरोपों के ज़रिए जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की बात भाजपा करे, यह अपने आप में हास्यास्पद है, क्योंकि केंद्रीय संस्थाओं के दुरुपयोग में भाजपा का कोई सानी नहीं।

उन्होंने यह भी कहा कि हेमंत सरकार ने जेल सुधार की दिशा में कई ठोस कदम उठाए हैं और राज्य की जेलों में पारदर्शिता व अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए नई मॉनिटरिंग व्यवस्था लागू की जा रही है।

विनोद पांडेय ने कहा कि भाजपा को उसकी नीतियों के कारण जनता ने नकार दिया है। जनता ने भाजपा को नकारा है क्योंकि उसने झूठ और घोटालों के सिवा कुछ नहीं दिया। हेमंत सरकार जनता के विश्वास और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रही है, जबकि भाजपा निराधार आरोपों के सहारे अपनी प्रासंगिकता ढूंढ़ रही है।

मृतक के परिवार को मिले एक करोड़ का मुआवजा - सूरज सिंह

गोण्डा। समाजवादी पार्टी के नेता सूरज सिंह ने आरपीएफ की कस्टडी में हुई, कस्टोडियल डेथ में युवक संजय सोनकर की मौत पर परिजनों से भेंट की। सूरज सिंह ने गोण्डा विधानसभा के विकास खंड झंझरी के किनकी ग्रामसभा पहुंचकर मृतक के परिजन से भेंट कर कहा कि संजय सोनकर की सुनियोजित हत्या की गई है जबकि संजय कोई पेशेवर अपराधी नहीं था।

 यूपी में सुशासन का इससे बेहतर उदाहरण नहीं मिल सकता कि संजय पर सिर्फ चोरी का आरोप था तो पीटकर उनकी हत्या कर दी गई जबकि हत्या करने वालों पर 302 का मुकदमा है पर अभी तक गिरफ़्तारी नहीं हुई है। मृतक संजय की वृद्ध माँ और पत्नी हैँ दो बेटियां मानसी 10 वर्ष और रिया 07 वर्ष हैं, जिनके पालन पोषण पढ़ाई लिखाई के लिए एवं भविष्य में उनकी शादी के लिए सरकार और रेलवे पुलिस विभाग एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने का काम करे।

 सूरज सिंह ने कहा कि घटना को घटे लगभग 35 घंटा हो गया है, लेकिन भाजपा का कोई भी नेता या कार्यकर्ता इस घटना पर परिवार का आंसू पोंछने नहीं आया। सूरज सिंह ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी मात्र दलित और पिछड़ों का उत्थान करने की बात करती है, जबकि गोंडा जनपद में कभी भी किसी दुर्घटना में मदद करने का काम अखिलेश यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने किया है।

सूरज सिंह ने कहा कि जल्द ही श्री अखिलेश यादव जी से बात कर परिवार की बड़ी आर्थिक मदद करने का काम किया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अभी बिहार चुनाव में बाहर है, उनके आते ही इस परिवार की मदद करूंगा, लेकिन मैं सरकार से मांग करता हूं कि परिवार की मदद एक करोड़ से की जाए और दोषियों को दंडित किया जाए।

गोरखपुर में शुरू हुआ विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) अभियान

गोरखपुर।जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक मीणा ने कलेक्ट्रेट स्थित पर्यटन भवन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जनपद गोरखपुर में विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) अभियान शुरू हो गया है। यह अभियान 4 नवंबर 2025 से 4 दिसंबर 2025 तक चलेगा, जिसके तहत जिले की सभी नौ विधानसभाओं में मतदाता सूची का घर-घर जाकर सत्यापन किया जाएगा।

डीएम दीपक मीणा ने कहा कि सन् 2003 के बाद यह पहला अवसर है जब निर्वाचन आयोग इस स्तर पर गहन पुनरीक्षण करा रहा है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची को शुद्ध, अद्यतन और त्रुटिरहित बनाना है ताकि कोई पात्र मतदाता सूची से वंचित न रहे और कोई अपात्र नाम उसमें शामिल न हो।

मतदाता सूची सत्यापन की प्रक्रिया

डीएम ने बताया कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर तैनात बीएलओ (Booth Level Officer) घर-घर जाकर मतदाताओं से विवरण एकत्र करेंगे और गणना प्रपत्र (Enumeration Form) भरवाएंगे। हर बीएलओ को प्रतिदिन कम से कम 50 प्रपत्र भरने का लक्ष्य दिया गया है।

उन्होंने बताया कि यदि किसी परिवार के सदस्य बाहर नौकरी या पढ़ाई के लिए रहते हैं तो घर पर मौजूद परिजन उनके स्थान पर भी फॉर्म भर सकते हैं। यह जानकारी सही और पूर्ण होनी चाहिए ताकि उन मतदाताओं के नाम अंतिम सूची में सम्मिलित किए जा सकें “जो लोग गणना प्रपत्र भर चुके हैं, उनका नाम अंतिम मतदाता सूची में स्वतः शामिल किया जाएगा और उनका नाम सूची से नहीं काटा जाएगा,

यदि किसी मतदाता के फॉर्म में त्रुटि रह जाती है या किसी कारणवश उसका नाम सूची में नहीं आता है, तो वह ईआरओ (Electoral Registration Officer) के समक्ष आपत्ति दाखिल कर अपना नाम पुनः जोड़ सकता है।

एक मतदाता – एक ही जगह नाम

डीएम दीपक मीणा ने कहा कि एक व्यक्ति केवल एक ही विधानसभा क्षेत्र में मतदाता रह सकता है। यदि किसी का नाम दो स्थानों पर पाया जाता है, तो उसे अपने प्रपत्र में यह उल्लेख करना आवश्यक है ताकि पुराने स्थान से नाम हटाया जा सके। “एक व्यक्ति भारतवर्ष में केवल एक ही स्थान पर मतदाता हो सकता है। यदि नाम दो जगह दर्ज है, तो यह नियमों के विरुद्ध है। फॉर्म में पुराने पते का जिक्र कर दें, जिससे नाम वहां से काटा जा सके।”

विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम की प्रमुख तिथियाँ

गणना कार्य की अवधि 04 नवम्बर – 04 दिसम्बर 2025

ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशन 09 दिसम्बर 2025

दावे एवं आपत्तियों की अवधि 09 दिसम्बर 2025 – 08 जनवरी 2026 सुनवाई व निस्तारण की अवधि 09 दिसम्बर 2025 – 31 जनवरी 2026

अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 07 फरवरी 2026

गोरखपुर में मतदाताओं की स्थिति

डीएम दीपक मीणा ने बताया कि वर्ष 2003 में जिले में कुल 26,68,592 मतदाता थे — पुरुष 14,87,545, महिलाएं 11,81,047।

वर्ष 2025 में मतदाताओं की संख्या बढ़कर 36,66,533 हो गई है, जिनमें पुरुष 19,72,109, महिलाएं 16,94,178 और अन्य 246 हैं। “लगभग 10 लाख नए मतदाताओं का जुड़ना लोकतंत्र के प्रति गोरखपुरवासियों की जागरूकता का प्रमाण है।”

जिले की निर्वाचन व्यवस्था

गोरखपुर जिले में कुल 9 विधानसभा क्षेत्र हैं —

कैम्पियरगंज (320), पिपराइच (321), गोरखपुर शहर (322), गोरखपुर ग्रामीण (323), सहजनवा (324), खजनी (325), चौरीचौरा (326), बांसगांव (327) और चिल्लूपार (328)।

इन विधानसभा क्षेत्रों में कुल 9 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (EROs), 45 सहायक अधिकारी (AEROs), 3,679 बीएलओ, 440 सुपरवाइजर, 3,679 मतदेय स्थल और 2,063 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

डीएम ने बताया कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाता होंगे। यदि किसी अपार्टमेंट या कॉलोनी में 1200 से अधिक मतदाता हैं, तो वहां भी नया मतदान केंद्र स्थापित किया जा सकता है।

त्रुटियों के सुधार पर विशेष ध्यान

डीएम दीपक मीणा ने कहा कि प्रवासन, मृत्यु, विवाह या दोहरे नाम जैसी त्रुटियों को सुधारने के लिए यह अभियान महत्वपूर्ण है। कोई भी जीवित पात्र मतदाता सूची से वंचित नहीं रहेगा और कोई मृत या दोहरा नाम सूची में नहीं रहेगा।”

बीएलओ घर-घर जाकर पहचान पत्र जैसे आधार, पैन, ड्राइविंग लाइसेंस या अन्य सरकारी प्रमाण पत्र देखकर पहचान सत्यापित करेंगे कोई पहचान पत्र नहीं देना है।

राजनीतिक दलों और नागरिकों से अपील

डीएम दीपक मीणा ने सभी राजनीतिक दलों, जनप्रतिनिधियों और नागरिकों से अपील की कि वे इस अभियान में बढ़-चढ़कर सहयोग करें। “यह केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि लोकतंत्र की नींव को मजबूत करने का कार्य है। हर पात्र नागरिक का नाम सूची में शामिल करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।

प्रेस वार्ता में उप जिला निर्वाचन अधिकारी/एडीएम वित्त विनीत कुमार सिंह,

सहायक निर्वाचन अधिकारी शंकर मिश्रा,

सहायक सूचना निदेशक प्रशांत श्रीवास्तव सहित सभी तहसीलों के एसडीएम और निर्वाचन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

डीएम का संदेश ने कि “विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण केवल एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि यह लोकतांत्रिक सहभागिता का आधार है। हर पात्र मतदाता का नाम सूची में जुड़ना उसका अधिकार है और इस अधिकार को सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

हेमंत सरकार 'अबुआ सरकार नहीं, ठगुवा सरकार है': बाबूलाल मरांडी का तीखा प्रहार; स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त, घुसपैठ और भ्रष्टाचार चरम पर होने का

बाबूलाल मरांडी ने घाटशिला में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि हेमंत सरकार ने छह वर्षों में झारखंड को एक कदम आगे नहीं बढ़ाया, बल्कि 25 वर्ष पीछे धकेल दिया है।

श्री मरांडी ने हेमंत सरकार को "ठगुवा सरकार" करार दिया और कहा कि यह केवल नाम की "अबुआ सरकार" है, जिसने आदिवासियों, युवाओं और झारखंड को ठगा है।

स्वास्थ्य, सुरक्षा और आदिवासी विरोधी होने का आरोप

श्री मरांडी ने चाईबासा सदर अस्पताल की घटना को लेकर सरकार की संवेदनहीनता पर सवाल उठाए, जहाँ थैलीसीमिया पीड़ित पाँच आदिवासी बच्चों को कथित तौर पर एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाया गया था।

स्वास्थ्य व्यवस्था: उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में "इलाज के नाम पर मौत परोसी जा रही है", और सरकार ने केवल कुछ लोगों को निलंबित कर मामले को दबाने की कोशिश की है।

हत्या और भूमि लूट: मरांडी ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार की शुरुआत ही आदिवासियों की हत्या से हुई (2020 में सात आदिवासियों की हत्या), और सरकार के संरक्षण में माफिया और घुसपैठिए आदिवासियों की जमीन लूट रहे हैं।

महिला असुरक्षा: उन्होंने कहा कि महिला असुरक्षा चरम पर है, जबकि पेसा कानून लागू न करके सरकार आदिवासियों के अधिकारों का गला घोंट रही है।

लूट, भ्रष्टाचार और अव्यवस्था

श्री मरांडी ने राज्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि:

झारखंड में ब्लॉक और थाना स्तर पर केवल वसूली हो रही है।

जनता के हितों की जगह सरकार लूट और भ्रष्टाचार में व्यस्त है, और विकास के सारे कार्य ठप हैं।

अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त हो चुकी हैं।

घुसपैठ पर गंभीर आरोप: "डेमोग्राफी बदलने की साजिश"

बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर राजनीतिक लाभ के लिए राज्य की डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) बदलने की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया।

उन्होंने दावा किया कि सरकार फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाकर ग्रामीण इलाकों में वोट बैंक तैयार कर रही है।

उन्होंने साक्ष्य के तौर पर घाटशिला जैसे आरक्षित क्षेत्र का उदाहरण दिया, जहाँ मुस्लिम आबादी की वृद्धि दर पाँच वर्षों में 29.4 प्रतिशत रही है, जबकि सामान्य वर्ग की केवल 3 प्रतिशत।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार घुसपैठियों को राशन कार्ड, आधार कार्ड और योजनाओं का लाभ दिला रही है, जो "झारखंड की अस्मिता और सम्मान पर हमला है।"

श्री मरांडी ने जनता से अपील की कि वे वोट से चोट देकर इस सरकार को सबक सिखाएं और भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन को विजयी बनाकर झारखंड को भ्रष्टाचार और माफियाओं से मुक्त कराएं।

गया में कुम्हार समाज का विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन एवं स्वागत समारोह का भव्य आयोजन, चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मोहन श्रीवास्तव को सर्वसम्मति से

गया शहर के डेल्हा धनिया बगीचा में गुरुवार को बिहार कुम्हार प्रजापति समन्वय समिति, शाखा पश्चिम क्षेत्र के तत्वावधान में कुम्हार विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन एवं स्वागत समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिले और आसपास के क्षेत्रों से कुम्हार समाज के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर समाज की एकजुटता, संगठन की मजबूती और राजनीतिक भागीदारी को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई।

सम्मेलन के मुख्य आकर्षण रहे कांग्रेस प्रत्याशी मोहन श्रीवास्तव, जिनका समाज की ओर से फूल-मालाओं से जोरदार स्वागत किया गया। मंच से समाज के पदाधिकारियों ने घोषणा की कि कुम्हार समाज आगामी चुनाव में मोहन श्रीवास्तव को सर्वसम्मति से समर्थन देगा। इस दौरान “मोहन श्रीवास्तव जिंदाबाद” और “कुम्हार समाज एकता जिंदाबाद” के नारों से पूरा परिसर गूंज उठा।

बिहार कुम्हार प्रजापति समन्वय समिति पश्चिम क्षेत्र डेल्हा के अध्यक्ष सुदामा प्रजापति, संयोजक दीपक कुमार प्रजापति, सामाजिक नेता गौतम कुमार बबलू, एआईसीसी ओबीसी राष्ट्रीय संयोजक सह बिहार स्टार प्रचारक एवं कोऑर्डिनेटर राम गणेश प्रजापति, महिला दिया चंपा देवी सहित अन्य लोगों ने कहा कि अब समय आ गया है जब समाज को अपनी राजनीतिक ताकत का एहसास कराना होगा। उन्होंने कहा कि मोहन श्रीवास्तव जैसे जनसेवक ही समाज के विकास और सम्मान के लिए काम कर सकते हैं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि कुम्हार समाज हमारे देश की संस्कृति और परंपरा का अभिन्न अंग है। उन्होंने वादा किया कि जीत के बाद समाज की हर समस्या को प्राथमिकता से हल किया जाएगा और युवाओं को रोजगार, शिक्षा एवं प्रशिक्षण के नए अवसर दिए जाएंगे।

समारोह के अंत में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने श्रीवास्तव को जीत का माला पहनाकर आशीर्वाद दिया और एकजुट होकर उन्हें विजयी बनाने का संकल्प लिया। सम्मेलन का संचालन संतोष कुमार प्रजापति ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन मनोहर लाल प्रजापति ने किया। कार्यक्रम में समाज की महिला कार्यकर्ता और युवा भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे, जिससे आयोजन को जनसमर्थन का व्यापक स्वरूप मिला। सम्मेलन ने यह संदेश दिया कि अब कुम्हार समाज अपने अधिकार और सम्मान की लड़ाई एकजुट होकर लड़ेगा। समाज के लोगों ने मोहन श्रीवास्तव को जीत कर आने के बाद प्रजापति भवन और छात्रों के लिए स्कूल निर्माण का कुम्हार समाज ने रखा है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि अगर मैं जीत कर आऊंगा तो कुम्हार समाज का दोनों मांगों को मैं पूरा करूंगा.

जो काम पहले ड्रग्स से होता था, वो आज Reel से हो रहा… जानें बिहार में ऐसा क्यों बोले राहुल गांधी

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को बिहार के अररिया में चुनावी सभा को संबोधित किया. उन्होंने बीते दिन की गई अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस का जिक्र करते हुए बीजेपी पर हमला बोला. राहुल ने कहा, कल मैंने हरियाणा में ‘वोट चोरी’ को लेकर दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. हमने सबूतों के साथ दिखाया कि कैसे नरेंद्र मोदी, अमित शाह और चुनाव आयोग ने मिलकर भारत के संविधान को निशाना बनाया. हमने साफ तौर पर दिखाया कि बीजेपी ने हरियाणा चुनाव ‘वोट चोरी’ के जरिए जीता है.

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, नरेंद्र मोदी ने बिहार आकर युवाओं से कहा- हमने आपको सस्ता डेटा दिया है, ताकि युवा रील बनाकर पैसा कमा सकें. जबकि सच यह है कि रील 21वीं सदी का नशा है. जब आप रील देखते हो तो पैसा अडानी-अंबानी और जियो की जेब में जाता है.

बिहार के युवाओं को रोजगार चाहिए, रील नहीं

राहुल गाांधी ने कहा, जो काम पहले शराब, ड्रग्स से होता था, वो आज रील से हो रहा है. आप ही बताइए- फेसबुक, इंस्टाग्राम रील देखने से युवाओं की जेब में कितना पैसा आया? बिहार के युवाओं को रोजगार चाहिए, रील नहीं. उन्होंने कहा,बिहार के लोगों से मेरा वादा है कि देश में इंडिया गठबंधन की सरकार बनते ही ‘नालंदा यूनिवर्सिटी’ जैसी एक यूनिवर्सिटी बिहार में खोली जाएगी.

टूरिस्ट सर्किट’ को बिहार की जनता से जोड़ेंगे

राहुल ने वादा किया, ‘टूरिस्ट सर्किट’ को बिहार की जनता से जोड़ेंगे. ताकि बिहार के युवाओं को पर्यटन का फायदा मिले. बिहार में फूड प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और कोल्ड चेन दिलवाने का काम किया जाएगा.नरेंद्र मोदी सिर्फ नफरत बांटना जानते हैं. उनके दिल में नफरत भरी हुई है. वो धर्म और जाति के नाम पर लोगों को लड़ाने का काम करते हैं.मोदी का लक्ष्य सिर्फ अडानी-अंबानी को फायदा पहुंचाने का है.

ये तीन लोग आपके अधिकार छीन रहे: प्रियंका गांधी

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भी बिहार में रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने कहा, बीजेपीआपके वोट को कमजोर करने का काम कर रही है. वोट के आधार पर आप देश के नागरिक बनते हैं. वोट के अधिकार के लिए आपके पूर्वजों ने जान दी है. वोट के आधार पर आपको सरकारी योजनाएं मिलती हैं लेकिन बीजेपी और चुनाव आयोग मिलकर चुनाव में धांधली कर रहे हैं, आपके वोटिंग अधिकार और संविधान पर आक्रमण कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि ज्ञानेश कुमार, एस. एस. संधू और विवेक जोशीचुनाव आयोग के सबसे ऊंचे अधिकारी हैं और देश के संविधान और लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.ये तीन लोग आपके अधिकार छीन रहे हैं. इनके नाम याद कर लीजिए. इनको पद और आयोग के पीछे छिपने मत दीजिए.जो लोग देश के साथ विश्वासघात कर रहे हैं, उन्हें देश भूलेगा नहीं

आबकारी राजस्व लक्ष्य को प्राप्त न करने पर अधिकारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई: नितिन अग्रवाल
*प्रदेश में 63 हजार करोड़ आबकारी राजस्व लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश*

लखनऊ। प्रदेश के आबकारी एवं मद्यनिषेध राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने विभागीय समीक्षा बैठक में कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 में आबकारी विभाग को 63 हजार करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य प्राप्त करना है, जिसे हर हाल में हासिल किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्धारित मासिक राजस्व लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त किया जाए। जिन जनपदों का प्रदर्शन अक्टूबर माह में कमजोर रहा है या लगातार अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं है, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

मंत्री ने बताया कि अप्रैल 2025 से अक्टूबर 2025 तक विभाग ने 32,500 करोड़ रुपये के निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 30,657.54 करोड़ रुपये की प्राप्ति की है, जो 94.33 प्रतिशत है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की समान अवधि में प्राप्त 26,330.87 करोड़ रुपये की तुलना में 4,326.67 करोड़ रुपये अधिक है। इस प्रकार विभाग ने गतवर्ष की तुलना में 116.43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। आबकारी मंत्री ने अधिकारियों को आगामी महीनों में राजस्व वृद्धि के हर संभव प्रयास करने तथा वर्षांत तक 63 हजार करोड़ रुपये के लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

प्रदेश के सीमावर्ती और असेवित क्षेत्रों में नई शराब दुकानों की संभावनाओं का सर्वे कर 15 दिन में प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा गया। मंत्री ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अब तक किसी भी जनहानि जैसी अप्रिय घटना नहीं हुई है। उन्होंने अधिकारियों को और अधिक सतर्क रहकर प्रवर्तन कार्य संचालित करने के निर्देश दिए ताकि भविष्य में भी ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

अवैध मदिरा के निर्माण, परिवहन और बिक्री पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए। साथ ही अन्य राज्यों की शराब की अवैध बिक्री पर पूर्ण रोक लगाने के लिए प्रभावी रणनीति बनाने को कहा गया। कच्ची शराब के निर्माण एवं बिक्री पर पूर्ण नियंत्रण हेतु ठोस कदम उठाने के निर्देश भी दिए गए।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि विभागीय अधिकारियों, निरीक्षकों एवं फील्ड स्टाफ के लिए समय-समय पर कार्यशालाएं आयोजित की जाएं, ताकि उन्हें कानूनों, नीतियों और नवाचारों की जानकारी अद्यतन रूप में मिलती रहे। शराब माफिया एवं अवैध गिरोहों के खिलाफ समन्वित अभियान चलाकर उनके समूल उन्मूलन का भी संकल्प दोहराया गया।

बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती वीना कुमारी, आबकारी आयुक्त डॉ. आदर्श सिंह, विशेष सचिव अभिषेक आनंद, अपर आयुक्त (प्रशासन) नवनीत सेहारा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे, जबकि जनपदीय अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े।
राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने पर उत्सव मनाया जाएगा।

भाजपा जिला अध्यक्ष रवि मिश्र,सदर विधायक पलटूराम एवं तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ल ने किया संबोधित।

बलरामपुर। 6 नवंबर भारतीय जनता पार्टी कार्यालय अटल भवन में गुरुवार को पत्रकार वार्ता आयोजित की गई,जिसमें राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रदेशभर में होने वाले आयोजनों की जानकारी दी गई। भाजपा जिला अध्यक्ष रवि कुमार मिश्र,सदर विधायक पलटूराम एवं तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ल ने संयुक्त रूप से प्रेस प्रतिनिधियों को संबोधित किया।

जिला अध्यक्ष रवि मिश्र ने बताया कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार 7 नवम्बर को प्रदेश के 18 स्थानों पर 150 कार्यकर्ताओं द्वारा सामूहिक वंदे मातरम् गायन एवं सभा का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही 8 नवम्बर से 15 नवम्बर तक प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर समूहिक वंदे मातरम् गायन,सभाएं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि प्रत्येक विधानसभा स्तर पर सांसदों व विधायकों के नेतृत्व में “एक कॉलेज एक कार्यक्रम” आयोजित होगा। मंडल स्तर पर वंदे मातरम् का सामूहिक गायन, तिरंगा यात्राएं,वंदे मातरम् से संबंधित पट्टिकाओं व प्लेकार्ड के साथ मार्च,बाइक रैलियां एवं प्रभात फेरियां निकाली जाएंगी।

प्रदेश व जिला मुख्यालयों पर “वंदे मातरम् 150” विषय पर प्रदर्शनी आयोजित होगी। साथ ही विद्यालयों व महाविद्यालयों में निबंध,चित्रकला,कविता एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी तथा स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा साहित्य वितरित किया जाएगा।

सदर विधायक पलटू राम ने बताया कि 1 अक्टूबर 2025 को केंद्र सरकार ने “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर पूरे देश में उत्सव मनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा 1875 में रचित यह गीत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का प्रेरक प्रतीक रहा है।

उन्होंने बताया कि 1896 में रवींद्रनाथ टैगोर ने इसे पहली बार सार्वजनिक रूप से गाया था और 1950 में भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ.राजेंद्र प्रसाद ने इसे राष्ट्रीय गीत का दर्जा दिया। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान “वंदे मातरम्” ब्रिटिश शासन के विरुद्ध प्रतिरोध और राष्ट्रवाद का प्रतीक बन गया।

विधायक कैलाश नाथ शुक्ल ने कहा कि 1923 में काकीनाडा कांग्रेस अधिवेशन में जब पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर को वंदे मातरम् गाने के लिए बुलाया गया,तो कुछ नेताओं ने धार्मिक आधार पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा कि समय-समय पर कुछ दलों ने इस गीत के प्रति असहिष्णुता दिखाई है,जबकि यह गीत भारत की आत्मा और एकता का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् वह नारा है जिसने बाल गंगाधर तिलक,लाला लाजपत राय,भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस जैसे क्रांतिकारियों को प्रेरित किया।

इस अवसर पर जिला मीडिया प्रभारी डी.पी. सिंह बैस,कार्यक्रम संयोजक वरुण सिंह मोनू उपस्थित रहे।

बिहार में 1 बजे तक 42.31 प्रतिशत मतदान, गोपालगंज जिले में सर्वाधिक 46.73 फीसदी वोटिंग

#biharelection2025phase1_voting

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान जारी है। दोपहर 1 बजे तक बिहार में 42.31 प्रतिशत वोटिंग हुई है। दोपहर एक बजे तक सबसे ज्यादा वोटिंग गोपालगंज और लखीसराय में, जबकि सबसे कम वोटिंग पटना और दरभंगा में हुई है। 

पटना में 37.72 प्रतिशत वोटिंग

राज्य के गोपालगंज जिले में सबसे ज्यादा 46.73 प्रतिशत वोट डाले जा चुके हैं। इसके अलावा बेगूसराय में 46.02 प्रतिशत, भोजपुर में 41.15 प्रतिशत, बक्सर में 41.10 प्रतिशत, दरभंगा में 39.35 प्रतिशत, खगड़िया में 42.94 प्रतिशत, लखीसराय में 46.37 प्रतिशत, मधेपुरा में 44.16 प्रतिशत, मुंगेर में 41.47 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 45.41 प्रतिशत, नालंदा में 41.87 प्रतिशत, पटना में 37.72 प्रतिशत, सहरसा में 44.20 प्रतिशत, समस्तीपुर में 43.03 प्रतिशत, सहारनपुर 43.06 प्रतिशत, शेखपुरा में 41.23 प्रतिशत, सिवान में 41.20 प्रतिशत और वैशाली में 42.60 प्रतिशत मतदान हो चुका है।

दरभंगा में बोगस वोटिंग करते दो गिरफ्तार

दरभंगा के गौड़ाबोराम विधानसभा इलाके से पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बोगस वोट करते दो गिरफ्तार किया है। गौड़ाबौराम विधानसभा के घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के लगमा गांव के 172 बूथ नंबर पर दो युवक बोगस वोटिंग के मामले में अरेस्ट किए गए। गिरफ्तार युवकों का नाम केशव कुमार और सौरभ कुमार है।

भोजपुर के अगिआंव में लोगों की मतदान से दूरी

भोजपुर जिले के अगिआंव विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कुसुम्ही उत्क्रमित मध्य विद्यालय स्थित बूथ संख्या 175 पर मतदान के दौरान बड़ा मामला सामने आया है। यहां ग्रामीणों ने मतदान प्रक्रिया का सर्वसम्मति से बहिष्कार कर दिया, जिसके चलते मतदान शुरू होने के कई घंटों बाद भी केवल तीन वोट ही पड़े। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में वर्षों से सड़क की समस्या बनी हुई है, लेकिन जनप्रतिनिधियों द्वारा आज तक कोई समाधान नहीं किया गया। विकास कार्यों के अभाव से आक्रोशित लोगों ने चुनावी प्रतिनिधियों को स्पष्ट संदेश देते हुए मतदान से दूरी बनाई। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग अपने निर्णय पर अड़े रहे।

मधेपुरा में वोट बहिष्कार

मधेपुरा के बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत मुरलीगंज प्रखंड के दीनापट्टी सखुआ पंचायत के तिलकोरा गांव में बूथ संख्या 92, 93, 94 पर वार्ड 11, 12 और 13 के मतदाता सड़क की समस्या को लेकर वोट बहिष्कार कर दिया है। सुबह से बहुत कम संख्या में लोग मतदान केंद्र पर पहुंचे हैं। बीडीओ और सीओ लोगों को समझाने पहुंचे हैं, लेकिन लोग लिखित आश्वासन मांग कर रहे थे। इसके बाद दोनों अधिकारी वापस लौट गए।

बिहार चुनावः पहले चरण में सुबह 9 बजे तक 13.13% वोटिंग, लालू परिवार ने किया मतदान

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बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए वोटिंग चल रही है। राज्य की 243 सीटों में से 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान हो रहा है।9 बजे तक की वोटिंग के आंकड़े आ चुके हैं और इस समय तक 13.13 फीसदी वोट पड़े हैं।

सुबह 9 बजे तक मतदान प्रतिशत

पूरे बिहार में – 13.13%

मधेपुरा- 13.74%

सहरसा- 15.27%

खगड़िया- 14.15%

दरभंगा- 12.48%

पटना- 11.2%

भोजपुर- 13.11%

बक्सर- 13.28%

समस्तीपुर- 12.86%

शेखपुरा- 12.97%

मुज़फ़्फ़रपुर – 14.38%

सारण- 13.3%

बेगूसराय- 14.6%

नालंदा- 12.45%

मुंगेर- 13.37%

वैशाली- 14.3%

लखीसराय- 13.39%

गोपालगंज- 13.97%

सीवान- 13.35%

लालू परिवार ने डाला वोट

पहले चरण के मतदान के बीच, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडू) प्रमुख लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव ने पटना में अपना वोट डाला। लालू परिवार में तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री यादव और उनकी बहन मीसा भारती भी मतदान करने के लिए मौजूद थीं।

14 नवंबर को बदलाव आएगा-तेजस्वी

वोट डालने के बाद महागठबंधन में सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि 14 नवंबर को बदलाव आएगा, बदलाव लाएं, नई सरकार बनाएं। इस मौके पर मीसा भारती ने मतदाताओं से "अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए वोट" करने का आग्रह किया। वोट डालने के बाद उन्होंने आत्मविश्वास जताया कि युवाओं और जनता ने मन बना लिया है, और महागठबंधन भारी बहुमत से जीतेगा।