बिजली दर वृद्धि के विरोध में आम आदमी पार्टी ने बिजली मुख्यालय का घेराव कर मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

रायपुर- आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने जुलाई से बिजली दर में वृद्धि, असमय हो रही अघोषित कटौती और स्मार्ट मीटर की खामी पर कहा है कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार आम जनता की परेशानी को नज़र अंदाज कर रही है जबकि सरकार के इन फैसलों और गैर जिम्मेदाराना रवैये से छत्तीसगढ़ की जनता त्रस्त हो गयी है। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ द्वारा जनता को हो रही इन परेशानियों पर 3 जुलाई 2025 को राज्यव्यापी बिजली कार्यालय का विशाल घेराव कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है। छत्तीसगढ़ के हर जिले में आम आदमी पार्टी द्वारा आम जनता को बिजली सम्बंधित हो रही परेशानियों को देखते हुए सरकार के फैसले और अधिकारियों की लापरवाही के खिलाफ विशाल घेराव कर प्रदर्शन किया है। छत्तीसगढ़ बिजली सरप्लस राज्य है प्राकृतिक संसाधन से परिपूर्ण, यही वजह है कि देश के 5 ऐसे प्रदेश जो बिजली देश भर के राज्य को बेचते हैं उसमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है।

प्रदेश महासचिव, मुख्य प्रवक्ता सूरज उपाध्याय ने कहा कि सरकार को अपने खर्चो में कटौती करनी चाहिए, आपने 4 कंपनी बनाई है जिसमें हर कंपनी में अधिकारी और कर्मचारी हैं, अगर 1 कंपनी होती तो अतिरिक्त 3 कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारी के वेतन और खर्चो की बचत होती। आप विद्युत कंपनियों के खर्चे कम नहीं कर रहे जिसकी भरपाई छत्तीसगढ़ की जनता से बिजली दर में बढाकर की जा रही है।

प्रदेश उपाध्यक्ष दुर्गा झा, प्रदेश सह सचिव अनुषा जोसेफ़ और प्रदेश मीडिया प्रभारी मिहिर कुर्मी ने कहा कि बिल में हर माह ऊर्जा प्रभार के साथ अनेक गैरजरुरी चार्ज लिए जातें हैं। विगत कुछ माह पूर्व ही सरकार ने कमर्शियल का रेट बढ़ाया था जिसे व्यापारियों ने अपने सामान का रेट बढ़ाकार जनता से ही वसूला जा रहा है। विद्युत कंपनिया छत्तीसगढ़ की जनता की जेब काटने का काम कर रहे हैं और अपने खास को निजी फायदा पहुंचाने का काम कर रहे हैं। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।

प्रदेश उपाध्यक्ष नंदन सिंह, प्रदेश सह सचिव वीरेंद्र पवार, अल्सख्यक प्रदेश अध्यक्ष रिजवान शरीफ ने संयुक्त रूप से कहा कि अभी हाल ही में 1000 मेगावाट की बिजली का अनुबंध MoU छत्तीसगढ़ प्रदेश ने तेलंगाना से भी किया है। फिर भी, नियामक आयोग द्वारा "घाटे" का हवाला देकर दरों में वृद्धि करना तर्कसंगत नहीं प्रतीत होता , बल्कि भ्रष्टाचार का अंदेशा भी प्रतीत होता है । जिस प्रदेश के नागरिकों को मुफ्त बिजली मिलनी चाहिए उस प्रदेश के नागरिकों को अब सबसे महंगी बिजली मिलनी जा रही।

रायपुर लोकसभा अध्यक्ष अज़ीम खान, लोकसभा सचिव प्रदुमन शर्मा, कोषाध्यक्ष नवनीत नंदे ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार को बिजली दर वृद्धि के फैसले को वापस लेना चाहिए और प्रदेश के उपभोक्ताओ को 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए जरूरी कदम उठाये, यही छत्तीसगढ के विकास का सार्थक मूल है।

रायपुर जिलाध्यक्ष (शहर) पुनारद निषाद,युवा जिला अध्यक्ष लक्ष्मण सेन ने कहा कि राज्य सरकार को तुरंत ही बढ़ी हुई बिजली दर को वापिस लेना चाहिए। असमय बिजली कटौती नहीं करना चाहिए और जो स्मार्ट मीटर मीटर लगाये जा रहें हैं उन मीटरों में बहुत ज्यादा खामी है जिस कारण हर माह बिजली बिल ज्यादा आ रहा है इसलिए जो स्मार्ट मीटर लगाये जा रहें हैं उनकी गुणवत्ता को सही चेक कर ही मीटर लगाना चाहिए।

आम आदमी पार्टी की ओर से धरना प्रदर्शन में सूरज उपाध्याय, दुर्गा झा, अनुषा जोसफ, कलावती मार्को, अनुराधा शुक्ला, विजय झा, नंदन सिंह, मिहिर कुर्मी, अजीम खान, प्रद्युमन शर्मा, पुनारद निषाद, वीरेंद्र पवार, नरेंद्र ठाकुर, महेंद्र बिसेन, शिव शर्मा, रिजवान शरीफ, श्याम शर्मा, बी.के. देवांगन, मिथलेश साहू, संतोष कुशवाहा, बलवंत सिंह, लक्ष्मण सेन,कमल महान, रघुनाथ यादव, महेश उपाध्याय, नवनीत नंदे, इमरान खान, आर.एस. ठाकुर, विनोद चंद्राकर, राहुल भारती, प्रशांत यादव, सुभाष यादव, राजा गुरुंग सहित वरिष्ठ एवं सक्रीय सदस्य उपस्थित रहे।

Sambhal हज़रत अब्बास की शहादत पर निकाला गया ऐतिहासिक अलम का जुलूस

आजादारों व अलमदारों ने बुलंद की हुसैन जिंदाबाद की सदाएं, इमाम बारगाहों में सजाए गए अलम

सम्भल। कर्बला में शहीद हुए नवासा ए रसूल, शहजादा मौला ए कायनात हज़रत अब्बास अलमदार की शहादत 07 मोहर्रम का तारीखी जुलूस शहर में निकाला गया।

गुरुवार को नगर के मोहल्ला मियां सराय से परंपरागत अलम मुबारक का जुलूस निकाला गया। यह जुलूस कर्बला में शहीद हुए पैगंबर हज़रत मुहम्मद के नवासे और हज़रत अली के बेटे हज़रत अब्बास (गाज़ी) की याद में निकाला गया जिसमें हज़ारों की तादात में अकीदतमंद व अज़ादार जियारत करने के लिए उमड़े। अलम का जुलूस मियां सराय से शुरू हुआ और आसपास के मोहल्ले के अलम के साथ चमन सराय चौक इमामबाड़े पर जमा हुआ। यहां मंडी किशनदास सराय, हुसैन खान सराय अली सराय, आलम सराय, शेर खां सराय, सैफ खां, नूरियों सराय, बेगम सराय, जगत के अलम का जुलूस एक विशाल जुलूस के रूप में बाजार सब्जी मंडी से तहसील मोहल्ले के अलम को लेता हुआ कोट गर्वी में जमा हुआ। यहां फतेह उल्ला सराय, देहली दरवाजा, महमूद के अलम जुलूसों के विशाल जुलूस में परिवर्तित होकर रेतला मैदान पहुंचा। यहां से महमूद खां सराय नखासा और ख़ग्गू सराय, अंजुमन तिराहे से दीपा सराय और चोक व तीमारदास सराय के आसपास के मोहल्लों से अपने इमाम बारगाहों की तरफ कूच किया। अलमदारों व आजादारों की ज़बान पर पर मौला अब्बास, मौला हुसैन जिंदाबाद की सदाएं गूंजती हुई माहौल को रूहानी बनाकर हुसैनियत का बोल बाला करते हुए नज़र आए। इमाम बारगाहों में सुबह से ही अलम सजाकर रखे गए थे। दोपहर के समय अलामदारी का सिलसिला शुरू होकर देर शाम खत्म हुआ। यह अलमदारी शिया सुन्नी इत्तेहाद की तारीख को कायम करती हुई नजर आई। जहां शिया समुदाय के लोगों ने हज़रत अब्बास का अलम थामकर ज़िक्र ए हुसैन बुलंद किया और कर्बला के शहीदों को सलाम पेश किया तो वहीं सुन्नी समुदाय के लोगों ने भी अपने हाथों में मौला अब्बास का अलम थामकर कर्बला के शहीदों को याद करते हुए इस्लाम के लिए दी है नबी के घराने की इस कुर्बानी को तरो ताज़ा कर मोहब्बत कर्बला का पैगाम आम किया। यजीद के खिलाफ हुसैनियत का बोल बाला रहा। अलमदारों व आजादारों की सरपरस्ती करने के लिए अपने अपने मोहल्ले के जिम्मेदार अपनी ड्यूटी को परम्परागत तरीके से निभाते हुए नज़र आए। कहीं दस्तारबंदी कर स्थानीय लोगों ने अलम जुलूस में शामिल अलमदारों, अजादारों की हौंसला अफजाई पगड़ी बांधकर की तो कहीं शर्बत और नियाज़ नज़र का एहतिमाम स्टॉल लगाकर किया। जगह जगह पुलिस सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए शांति पूर्ण तरीके से अलम का जुलूस निकाला गया। आला अफसरान पल पल की रिपोर्ट लेते रहे तो स्थानीय अधिकारी पुलिस बल के साथ भ्रमण करते रहे।

इस मौके पर रफीक रही, मोहम्मद उमर, फैसल कसीर, हकीम अशीर, समद अब्बास, जमशेद वारसी, सालिम अशरफी आदि शामिल रहे। उधर कोट गर्वी से परंपरागत अलम घरों से उठे और एक जुलूस की शक्ल में शाही जामा मस्जिद मार्ग होते हुए डाक खाना रोड से चक्की के पाट के निकट मोड़ पर बड़े जुलूस में शामिल हुए। इस मौके पर हाजी नसीम वारसी, रज़ी ठेकेदार, फैयाज नबी वारसी, शानू साबरी, परवेज वारसी, जमशेद वारसी, मोहम्मद शफीक, वसीम वारसी आदि शामिल रहे। उधर हज़रत अब्बास अलमदार की कर्बला में हुई शहादत पर अलम मुबारक का जुलूस अदब व एहतराम के साथ निकाला गया। बड़ी तादात में अलमदार, अज़ादार उमड़े तो उनकी हौंसला अफजाई के लिए जुलूस में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने शिरकत की। जुलूस में घूमकर जनप्रतिनिधि हालचाल जानते रहे। अलमदारी के दौरान कई स्थानों पर जनप्रतिनिधियों का पगड़ी बांधकर इस्तकबाल किया गया। इस मौके पर विधायक पुत्र सुहैल इकबाल, चेयरमैन पति चौधरी मुशीर अली खा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष हाजी आरिफ तुर्की, सईद अख्तर इसराइली, कामिल एडवोकेट, नवाब अरमान आदि रहे। जबकि व्यापारियों में नबील अहमद, नाजिम सैफी, हाजी एहतिशाम, फुरकान वारसी आदि रहे।

*गरीबों की शिक्षा पर कुठाराघात,शराब को बढ़ावा दे रही योगी सरकार: कांग्रेस*भाजपा नेता चन्दन नारायन नें किया पलटवार*
*कांग्रेसियों ने किया जोरदार प्रदर्शन राज्यपाल को सौंपा मांग पत्र*

सुलतानपुर,उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों के एकीकरण की पेयरिंग नीति के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने जोरदार प्रदर्शन कर सरकार पर तीखा हमला बोला। कांग्रेस जिला अध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला और कलेक्ट्रेट पहुंचकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी प्रतिनिधि को सौंपा। राणा ने कहा भाजपा सरकार गरीब दलित पिछड़े और वंचित समाज के बच्चों को अनपढ़ रखने की साजिश रच रही है।

शिक्षा का अधिकार कानून खत्म कर गरीबों को शिक्षा से वंचित करने का अभियान चलाया जा रहा है। वहीं शराब की दुकानों में बेतहाशा वृद्धि कर समाज को नशाखोर बनाने की साजिश की जा रही है। शहर अध्यक्ष शकील अंसारी ने कहा कि शिक्षा हर नागरिक का मौलिक अधिकार है और उसे संरक्षित करना सरकार की जिम्मेदारी है। कांग्रेस पार्टी ने शिक्षा का अधिकार कानून लाकर कमजोर वर्गों को शिक्षित करने का रास्ता खोला था जिसे भाजपा खत्म करने पर तुली है।

*भाजपा का पलटवार*

यूपी में अवैध शराब कारोबार का जाल ध्वस्त-चंदन नारायण सिंह उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ने शराब की अवैध भट्ठियों और अवैध कारोबार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। सरकार ने पूर्ववर्ती सरकारों के समय से चल रहे इस अवैध धंधे को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है। आबकारी विभाग प्रदेश सरकार के प्रमुख राजस्व स्रोतों में से एक है। सरकार आबकारी नीति को पारदर्शी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी बीच, सुल्तानपुर में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों को नजदीकी विद्यालयों में विलय करने से शिक्षण व्यवस्था अधिक प्रभावी होगी। यह कदम शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और संसाधनों के अपव्यय को रोकने में मददगार होगा। सिंह ने बताया कि कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों में सरकारी प्रयासों के बावजूद बच्चों और अभिभावकों की रुचि कम होती जा रही है। इसी कारण विद्यालयों के विलय की आवश्यकता महसूस की गई है।
*उत्तरी लेन के 33 कटपाॅइंट होंगे बंद,हाईवे पर आने वाले 71 गांवों के सामने लगेंगे बैरियर*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। 11 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावण मास में वाराणसी - प्रयागराज हाईवे का उत्तरी लेन कांवड़ियों के लिए आरक्षित होगा। हाईवे के उत्तरी लेन के 33 कट पाॅइंट बंद किए जाएंगे। संपर्क मार्गों पर 71 जगहों पर बैरियर लगेंगे। जहां 24 घंटे पुलिस की तैनाती होगी। कट पाॅइंट व बैरियर की जिम्मेदारी ए‌न‌ए‌च‌आई और पीडब्ल्यूडी को सौंपी है। श्रावण मास में हर साल हाईवे के उत्तरी लेन को आरक्षित किया जाता है। कांवड़ियों को को परेशानी न हो इसके लिए प्रशासनिक स्तर से भी तैयारियां शुरू कर दी गई है। हाईवे की उत्तरी लेन को कांवड़ियों लेन बनाया जाएगा। प्रयागराज से वाराणसी के बीच भदोही में ऊंच से बाबूसराय तक कट पाॅइंट बंद होंगे। डीएम और एसपी ने ऊंज से लेकर बाबूसराय तक खा निरीक्षक किया। इससे वाहन उत्तरी से दक्षिणी या दक्षिण लेन से उत्तरी लेन पर न आ सकें। इसके अलावा सर्विसलेन पर कट पाॅइंट पर लगी अस्थाई दुकानें भी हटाई जाएंगी। उत्तर लेन पर आने के लिए 71 गांवों का रास्ता खुलता है,उन पर बैरिकेडिंग की जाएगी। हर बैरियर पर पुलिस कर्मियों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा प्रमुख जगहों पर साइनेज इत्यादि लगाएं जाएंगे।

क‌ई गांवों की बढ़ेगी परेशानी

हाईवे किनारे के 71 गांवों की परेशानी बढ़ेगी। इन्हें मुख्य बाजार या फिर अन्य जगहों पर जाने के लिए मार्गों का प्रयोग करना होगा। जिसमें माधोसिंह,घोसिया,नटवा,लालानगर, इटवा,गिराई, माधोरामपुर,ऊंज समेत कई ऐसे गांव हैं। जिन्हें उत्तरी लेन से दक्षिणी लेन पर जाने के लिए पहले फ्लाईओवर के नीचे जाने होगा। इसके बाद वे आगे बढ़ सकेंगे। इससे उनकी कम से कम 30 से 35 किमी की अतिरिक्त दूरी बढ़ेगी।‌

हाईवे के किनारों के मांस की दुकानें होंगी बंद

सावन भर ढाबा,होटल संचालक व कर्मियों की सूची बाहर की दीवार पर चस्पा कराई जाएगी। गांवों से निकलकर हाईवे पर आने वाले वाहनों के लिए बकायदा रुट चार्ट बन रहा है। हाईवे किनारे के मांस की दुकानों से बंद कराया जाएगा। कांवड़ियों के लिए बैठने,आराम करने, पेजयल की सुविधा का इंतजाम किया जा रहा है।

कांवड़ियों को यात्रा में परेशानी न इसकी तैयारी की जा रही है। हाईवे उत्तरी लेन पर पड़ने वाले हर कट पाॅइंट बंद होंगे। गांवों के रास्तों पर बैरिकेडिंग होंगी। मांस की दुकानें बंद होगी। प्रमुख जगहों पर साइनेज लगेंगे।

शैलेश कुमार डीएम भदोही

*बिजली निजीकरण के विरोध में 9 को करेंगे राष्ट्रव्यापी हड़ताल*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।‌ प्रदेश में बिजली के निजीकरण के विरोध में चल रहे विरोध प्रदर्शन करने वाले विद्युत कर्मचारियों ने 9 जुलाई को राष्ट्रव्यापी हड़ताल की घोषणा की है। नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स के आह्वान पर देश के विभिन्न प्रांतों समेत प्रदेश में दो विद्युत निगमों के 42 जनपदों में निजीकरण का विरोध अभी भी चल रहा है। जिसे अलग-अलग संगठनों का सहयोग मिल रहा है। अब इन्हीं संगठनों के आह्वान पर 9 जुलाई को हड़ताल किया जाएगा। जिसका किसान संगठन और उपभोक्ता फोरम ने भी सहयोग कर रहे हैं। भदोही में अधीक्षण अभियंता कार्यालय के बाहर बिजली कर्मियों का विरोध प्रदर्शन  हुआ। इसमें विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नवनियुक्त जिला संयोजक तुषार राय ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विद्युत वितरण निगमों में घाटे के भ्रामक आंकड़े इसलिए दिए ताकि पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण का रास्ता साफ हो। इसको लेकर बिजली कर्मियों ने आक्रोश है। कहा कि हम लोग 7 माह से लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। खेद है कि उत्तर प्रदेश सरकार वार्ता के लिए तैयार नहीं है। बताया प्रदेश में गलत पावर परचेज एग्रीमेंट के चलते विद्युत वितरण निगमों को निजी बिजली उत्पादन कंपनियों को बिना एक भी यूनिट बिजली खरीदे 6761 करोड़ रुपये सालाना भुगतान करना पड़ रहा है। इसके अलावा निजी घरानों से बहुत महंगी दरों पर बिजली खरीदने के चलते निगमों पर दस हजार करोड़ रुपये प्रति वर्ष का अतिरिक्त भार पड़ रहा है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश के सरकारी विभागों पर 14400 करोड़ रुपये का राजस्व बकाया है। कहा कि अगर निजीकरण हो गया तो प्रदेशवासियों का भारी नुकसान होगा। प्रदर्शन के दौरान 9 जुलाई के राष्ट्रव्यापी आंदोलन में सबका सहयोग मांगा गया। सत्य प्रकाश मौर्य, अभिषेक प्रजापति, आरपी यादव, राजेश जायसवाल, सत्य प्रकाश यादव आदि रहे।
*सैफई महोत्सव के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री का निजी सपा कार्यकर्त्ता डाटा आपरेटर को करंट लगने से हालत हुई थी ख़राब,पीड़ित को अभी तक नहीं मिला न्याय*
सुल्तानपुर के रहने वाले एक सपा कार्यकर्ता ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि मुलायम सिंह के मुख्यमंत्री रहते सैफई महोत्सव के दौरान होर्डिंग लगाते समय करंट को चपेट में आया युवक को मुवाबजे के रूप में फूटी कौड़ी तक नहीं मिली। 2004 से लेकर अब तक वो कभी मुख्यमंत्री कार्यालय तो कभी सपा कार्यालय के चक्कर लगा रहा है, लेकिन आज तक मिला तो केवल आश्वासन। कहानी पूरी बताएंगे और इत्मीनान से बताएंगे और दिखाएंगे कि जो अखिलेश यादव अपने कार्यकर्ताओं के हर सुख दुख में साथ खड़े रहने का वायदा करते हैं,आखिर सुल्तानपुर का ये सपा कार्यकर्ता क्यों उन्हीं पर आरोप लगा रहा है। दरअसल सुल्तानपुर जिले के गोसाईगंज थानाक्षेत्र के सुरौली गांव का रहने वाला मोहम्मद अली 90 के ही दशक में किशोरावस्था में लखनऊ चला गया था। वहां मोटर मैकेनिक का कार्य करने के साथ साथ गाना भी गाया करता था। इसी दरम्यान सपा के वरिष्ठ नेता बेनी प्रसाद वर्मा की निगाह मोहम्मद अली पर पड़ी और उन्होंने इसे तत्कालीन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह से मिलवा दिया। मुलायम सिंह ने अली को अपने आवास पर रखवा लिया और छोटा मोटा कार्य करवाने लगे। वहीं 2003 में तीसरी बार मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने मोहम्मद अली को 2004 में सचिवालय में अस्थाई रूप से इंट्री ऑपरेटर की नौकरी दिलवा दी। तब से वहां वो कार्य करने लगा। उसी के कुछ दिनों बाद दिसंबर माह में सैफई महोत्सव का आयोजन होना था, लिहाजा अधिकारियों ने सभी अस्थाई नौकरी करने वालों की मौखिक रूप से ड्यूटी सैफई में लगा दी गई। मोहम्मद अली की माने तो तैयारियों के दौरान वो और उसके साथी होर्डिंग लगा रहे थे, इसी दौरान इनकी होर्डिंग का लोहा ऊपर जा रहे बिजली की तार की चपेट में आ गया,जिसमें दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि इसे गंभीरावस्था में इलाज के लिए लखनऊ लाया गया। यहां भी तबियत बिगड़ी तो दिल्ली एम्स भेजा गया और वहां के बाद इसे बेहतर इलाज के लिए मुंबई के हिंदुजा हॉस्पिटल शिफ्ट कर दिया गया। तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने भी बड़े नेता का फर्ज निभाते हुए तत्काल मुख्यमंत्री राहत कोष से मोहम्मद अली के खाते में 15 लाख 5 हजार रूपये इलाज के लिए भेजे, लेकिन मौके पर न मिलने पर चेक वापस कर दिया गया और आज तक वो पैसा मोहम्मद अली के खाते में नहीं पहुंचा। बीच बीच में कुछ सपा के वरिष्ठ ने नेता मिलने आते तो सपा सुप्रीमो से मदद के लिए सहानभूति पत्र जरूर थमा देते। वहीं इलाज के लिए हिंदुजा हॉस्पिटल में अली करीब एक दशक तक वेंटिलेटर पर ही रहा, जिसके बाद इनकी पत्नी ने अपने गहने और पिता ने इलाज के लिए अपनी जमीन तक बेच डाली। सन 2016 में जब मोहम्मद अली हिंदुजा हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुआ तो उसकी माली हालत बेहद खराब हो चुकी थी, लिहाजा वो पुनः मुलायम सिंह के पास पहुंचा,उस समय सूबे के अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे। मुलायम सिंह यादव ने तत्काल अखिलेश को निर्देशित किया और इलाज में लगे 15 लाख 5 हजार रूपये देने को कहा। अखिलेश ने आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय से आए अखिलेश यादव के पत्रानुसार 19 मई 2016 को निदेशक लखनऊ को प्रेषित भी की गई लेकिन उसके बाद भी उसे पैसे नहीं मिले। अली ने इसको लेकर कई बार अखिलेश यादव से मुलाकात भी की लेकिन आश्वासन के अलावा आज तक कोई धनराशि नहीं मिली। लगातार अली पार्टी कार्यालय जाता और तमाम नेताओं और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मुलाकात भी करता लेकिन कुछ हासिल न हुआ। पैसे देने के बजाय 2021 में मोहम्मद अली को सुल्तानपुर कार्यकारिणी में जिला सचिव का पद दे दिया गया। वहीं 16 जनवरी 2022 को अखिलेश यादव ने मोहम्मद अली को आश्वासन भी दिया कि 2022 के विधानसभा चुनाव उपरांत पार्टी फंड से देने का आश्वासन दिया था। लेकिन चुनाव हारने के बाद अखिलेश अपना वायदा भूल गए। *20 वर्षों से केवल मिलता रहा मो अली को आश्वासन* इधर अली के माता पिता भी गुजर गए। करंट लगने के चलते वो कुछ काम भी नहीं कर पाता,तीन बेटियों में से एक का निकाह हो गया है जबकि दो बेटियों की इसपर जिम्मेदारी भी है। पत्नी ही इधर उधर कुछ काम करके किसी तरह जीवन यापन कर रही है। वही पीड़ित मो अली को अब केवल बाबा से उम्मीदें है!
64वीं रांची जिला स्तरीय सुब्रतो फुटबॉल प्रतियोगिता का शानदार आगाज़: युवा प्रतिभाओं को मिला बड़ा मंच

रांची, 02 जुलाई 2025: 64वीं रांची जिला स्तरीय सुब्रतो फुटबॉल प्रतियोगिता का भव्य उद्घाटन आज मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय बालिका, बारियातू, रांची में हुआ. टूर्नामेंट का शुभारंभ अनुमंडल पदाधिकारी सदर राँची, श्री उत्कर्ष कुमार ने गुब्बारे उड़ाकर किया, जिसने बारिश के बीच भी खिलाड़ियों के उत्साह को बढ़ाया. यह आयोजन स्कूली बच्चों को अपनी प्रतिभा तराशने और खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करेगा.

अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति

उद्घाटन समारोह में अनुमंडल पदाधिकारी सदर राँची, श्री उत्कर्ष कुमार के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी राँची, श्री विनय कुमार और जिला शिक्षा अधीक्षक राँची, श्री बदल राज ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया. इस अवसर पर रांची जिला फुटबॉल एसोसिएशन के महासचिव श्री आसिफ नईम, रांची रेफरी श्री एचओआर फरीद खान, और झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के प्रतिनिधि श्री निशिकांत पाठक सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.

अधिकारियों ने सराहा खिलाड़ियों का जुनून

अनुमंडल पदाधिकारी सदर राँची, श्री उत्कर्ष कुमार ने अपने संबोधन में कहा, "ऐसे आयोजनों को देखकर मन प्रसन्न हो जाता है. बालिकाओं का फुटबॉल के प्रति प्रेम और उत्साह देखते ही बनता है. बारिश के बीच फुटबॉल का यह खेल और भी रोमांचक हो जाता है. आज ये बच्चियां यहां खेल रही हैं, कल ये बड़े-बड़े क्लबों और देश के लिए जरूर खेलेंगी."

जिला शिक्षा अधीक्षक राँची, श्री बदल राज ने इस टूर्नामेंट को स्कूली बच्चों के लिए एक बड़ा मंच बताया जो उन्हें प्रतिभा तराशने का अवसर प्रदान करता है. उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों का उत्साह बढ़ाते हैं और उन्हें खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं. इस टूर्नामेंट की विजेता टीमें प्रमंडलीय स्तर पर रांची जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी.

प्रतियोगिता का प्रारूप और आगामी मुकाबले

64वीं सुब्रतो फुटबॉल प्रतियोगिता में अंडर-15 बालक, अंडर-17 बालक, और अंडर-17 बालिका वर्ग की टीमें हिस्सा ले रही हैं. प्रत्येक वर्ग में 19-19 टीमें भाग ले रही हैं, और टूर्नामेंट नॉकआउट आधार पर खेला जा रहा है. अंडर-15 और अंडर-17 बालक वर्ग के मुकाबले खेल गांव के प्रैक्टिस ग्राउंड में हो रहे हैं, जबकि अंडर-17 बालिका वर्ग के मैच मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय बालिका, बारियातू में खेले जा रहे हैं.

गुरुवार, 3 जुलाई 2025 को अंडर-17 बालिका वर्ग का फाइनल मुकाबला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय बालिका, बारियातू में आयोजित होगा. इसके बाद, उसी मैदान पर पहली बार लिटिल चैंप अंडर-12 बालक-बालिका फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जो युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

खेल और शिक्षा का संगम, सबकी भूमिका अहम

सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल टूर्नामेंट न केवल खेल को बढ़ावा देता है, बल्कि यह बच्चों में अनुशासन, सहयोग, और नेतृत्व जैसे गुणों को भी विकसित करता है. यह प्रतियोगिता स्कूली बच्चों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का एक अनूठा मंच प्रदान करती है. इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में रांची जिला फुटबॉल एसोसिएशन, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद, और विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों व कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा. विजेता टीमें अब प्रमंडलीय स्तर पर रांची जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी.

मधुशाला नहीं पाठशाला चाहिए- विजय कुमार श्रीवास्तव

उत्तर प्रदेश। में योगी सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों को बंद करने की नीति के विरोध में आज आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे लगाए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष विजय कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में सरकारी स्कूलों को बंद करने संबंधी सरकार के आदेश की प्रतियॉ जलाई। इस अवसर पर उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि योगी सरकार बड़ी मात्रा में पाठशाला बंद कर रही है और उससे कहीं अधिक मात्रा में मधुशालाएं खोल रही है जब से योगी सरकार सत्ता में आई है तब से लगभग 26हज़ार से ज्यादा सरकारी स्कूल बंद हो गए तथा 27हज़ार से ज्यादा स्कूल फिर से बंद करने की योजना है, वहीं दूसरी तरफ 2024 में 27308 मधुशालाएं खोली गई। हम उत्तर प्रदेश में पाठशालाओं को बंद कर मधुशालाओं को खोलने की राजनीति नहीं चलने देंगे। उन्होंने कहा कि हमारे जनपद में बड़ी मात्रा में में सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए तथा सरकार मीडिया में यह नैरेटिव बना रही है कि हम केवल 4000 सरकारी स्कूल बंद करने जा रहे हैं जबकि यह केवल पहले चरण का आंकड़ा है इनकी असली योजना 27000 से अधिक सरकारी स्कूलों को बंद करने की है।

जिला प्रभारी प्रवीण कुमार यादव ने कहा कि इस सरकार की प्राथमिकता में शिक्षा नहीं शराब है। पिछले साल यह सरकार उत्तर प्रदेश वालों को 52000 करोड़ की शराब पिला दी, उसके बाद भी इसे चैन नहीं है। इस बार उसने लक्ष्य रखा है कि हम उत्तर प्रदेश वालों को ₹55000 करोड़ की शराब पिलाएंगे, भले ही उनके घर बर्बाद हो जाएं, परिवार लुट जाए। यदि आज हम चुप रहे तो वह दिन दूर नहीं जब यह सरकार सरकारी स्कूलों को बंद कर परचून की दुकान और ठेले पर शराब बेंचेगी और पूरे उत्तर प्रदेश की जनता को शराब में डुबो देगी।

प्रदर्शन करने वालों में रमेश शर्मा अमिताभ जायसवाल रीतू सागर अंगद यादव अनिरुद्ध श्रीवास्तव राजेश राजभर मोहम्मद कलीम फजिल अहमद धनन्जय श्रीवास्तव आशीष कुशवाहा रतन अनिरुद्ध यादव आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

गोरखपुर में मैनपुरी सांसद डिम्पल यादव ने कार्यकर्ताओं से की मुलाकात

गोरखपुर।सपा सांसद डिंपल यादव गोरखपुर में गौरव प्रकाश की माता महिला सभा की पूर्व जिलाध्यक्ष मीना यादव के निधन पर शोक जताने पहुँचीं , वहीं सपा नेता आशुतोष गुप्ता के पिता पूर्व जिला कोषाध्यक्ष सतेन्द्र गुप्ता का निधन हुआ था उनके भी आवास पहुंचीं डिंपल यादव,सपा सांसद ने शोकाकुल परिवारों के प्रति जताई संवेदना, मीडिया से बात करते हुए सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी ने देश में महिलाओं, युवाओं समेत सभी को निराश किया है। लोगों से बीजेपी ने जो भी वादे किए थे उसे पूरा न करके उसने लोगों को निराश किया है।यही नहीं बीजेपी और उसके कार्यकर्ताओं के द्वारा विरोधी दल के नेताओं के साथ, ऐसे आचरण पेश किए जा रहे हैं जिसका लोकतंत्र में कहीं कोई स्थान नहीं है। पिछले दिनों गोरखपुर आया समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल ऐसे ही संविधान विरुद्ध आचरण का शिकार हुआ। जबकि विरोधी दल के नेताओं को भी हक है कि वह किसी भी क्षेत्र में पीड़ित- परेशान नागरिकों का हाल जान सकें। लेकिन गोरखपुर में उनके पार्टी के वरिष्ठ नेताओं जिसमें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव समेत प्रतिनिधि मंडल के लोग व्यापारियों से मुलाकात करने जा रहे थे उनके साथ हुई घटना सविधान के विरुद्ध है।

समाजवादी पार्टी सभी का सम्मान करती है। सबको साथ लेकर चलती है। डिंपल यादव बुधवार को गोरखपुर में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने आई थी। सपा जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम के आवास पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात कर एयरपोर्ट के लिए रवाना हुई इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी जिला महासचिव रामनाथ यादव अवधेश यादव रजनीश यादव विजय बहादुर यादव जफर अमीन डक्कु मिर्जा कदीर बेग सुनील सिंह रवि यादव मृत्युंजय यादव बिट्टू आशुतोष गुप्ता मैना भाई अरविंद शुक्ला गौरव प्रकाश सन्तोष यादव सच्चिदानंद यादव राहुल यादव एहतेशाम खान जितेंद्र श्रीवास्तव सन्तोष गौड़ अशोक चौहान अनुप यादव आजम लारी अमित शाही फिरदौस आलम राम आशीष यादव गोली यादव राजन शाही इमरान खान आदि मौजूद रहे।

गोरक्षनाथ मंदिर के प्रांगण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया विमोचन

बलरामपुर।मां पाटेश्वरी विश्व विद्यालय के कुलगीत में देवीपाटन मंडल की धार्मिक,सांस्कृति,राजनीतिक और स्वतंत्रता आंदोलन में अवदान को रेखांकित किया गया है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवि शंकर सिंह मौजूद थे।

मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय,बलरामपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। नवसृजित मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के कुलगीत के निर्धारण के लिए कुलपति प्रो रविशंकर सिंह द्वारा 4 फरवरी 2025 को एक समिति का गठन किया गया था। इस समिति के अध्यक्ष काशी हिन्दू विश्वविद्यालय,वाराणसी के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अवधेश प्रधान बनाए गए थे। जबकि काशी हिंदू विश्वविद्यालय,बनारस के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अनूप वशिष्ठ,इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विज्ञान विभाग के प्रो योगेंद्र प्रताप सिंह सदस्य के रूप में समिति में शामिल थे।

विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुल सचिव प्रमोद कुमार ने इस समिति का संयोजन किया था। कुलगीत के लिए देवीपाटन मंडल के समस्त महाविद्यालयों के शिक्षक,छात्र और छात्राओ से प्रविष्टियां आमंत्रित की गई थी। समिति के कड़े परिश्रम के बाद कुलगीत का निर्धारण किया गया। इस कुलगीत में शब्द संयोजन महारानी लाल कुंवर महाविद्यालय,बलरामपुर के हिंदी विभाग के प्रभारी प्रो पीसी गिरी ने किया है। कुलगीत का संगीत संयोजन भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय,लखनऊ की प्रोफेसर मांडवी सिंह के निर्देशन में हुआ है।

बुधवार को गोरखनाथ मंदिर के प्रांगण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुलगीत का विमोचन करते हुए इसे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भी प्रसारित किया है। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा है कि मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय "भद्रं भद्रं क्रतुमस्मासु धेहि" की अवधारणा से सुसज्जित राष्ट्र की सांस्कृतिक,प्राकृतिक,वैदिक एवं सनातन चेतना के स्वर से समृद्ध है।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रवि शंकर सिंह ने कहा कि यह कुलगीत देवीपाटन मंडल के सामाजिक,आर्थिक,राजनीतिक,स्वतंत्रता संग्राम में आहूति दिए हुए धर्म,संस्कृति और नवाचार का स्पंदन लिए हुए हैं। उन्होंने इस कुलगीत हेतु विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारियों,अधिकारियों और विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों शिक्षक,छात्र और छात्राओं को हार्दिक बधाई दी है।

बिजली दर वृद्धि के विरोध में आम आदमी पार्टी ने बिजली मुख्यालय का घेराव कर मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

रायपुर- आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने जुलाई से बिजली दर में वृद्धि, असमय हो रही अघोषित कटौती और स्मार्ट मीटर की खामी पर कहा है कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार आम जनता की परेशानी को नज़र अंदाज कर रही है जबकि सरकार के इन फैसलों और गैर जिम्मेदाराना रवैये से छत्तीसगढ़ की जनता त्रस्त हो गयी है। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ द्वारा जनता को हो रही इन परेशानियों पर 3 जुलाई 2025 को राज्यव्यापी बिजली कार्यालय का विशाल घेराव कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है। छत्तीसगढ़ के हर जिले में आम आदमी पार्टी द्वारा आम जनता को बिजली सम्बंधित हो रही परेशानियों को देखते हुए सरकार के फैसले और अधिकारियों की लापरवाही के खिलाफ विशाल घेराव कर प्रदर्शन किया है। छत्तीसगढ़ बिजली सरप्लस राज्य है प्राकृतिक संसाधन से परिपूर्ण, यही वजह है कि देश के 5 ऐसे प्रदेश जो बिजली देश भर के राज्य को बेचते हैं उसमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है।

प्रदेश महासचिव, मुख्य प्रवक्ता सूरज उपाध्याय ने कहा कि सरकार को अपने खर्चो में कटौती करनी चाहिए, आपने 4 कंपनी बनाई है जिसमें हर कंपनी में अधिकारी और कर्मचारी हैं, अगर 1 कंपनी होती तो अतिरिक्त 3 कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारी के वेतन और खर्चो की बचत होती। आप विद्युत कंपनियों के खर्चे कम नहीं कर रहे जिसकी भरपाई छत्तीसगढ़ की जनता से बिजली दर में बढाकर की जा रही है।

प्रदेश उपाध्यक्ष दुर्गा झा, प्रदेश सह सचिव अनुषा जोसेफ़ और प्रदेश मीडिया प्रभारी मिहिर कुर्मी ने कहा कि बिल में हर माह ऊर्जा प्रभार के साथ अनेक गैरजरुरी चार्ज लिए जातें हैं। विगत कुछ माह पूर्व ही सरकार ने कमर्शियल का रेट बढ़ाया था जिसे व्यापारियों ने अपने सामान का रेट बढ़ाकार जनता से ही वसूला जा रहा है। विद्युत कंपनिया छत्तीसगढ़ की जनता की जेब काटने का काम कर रहे हैं और अपने खास को निजी फायदा पहुंचाने का काम कर रहे हैं। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।

प्रदेश उपाध्यक्ष नंदन सिंह, प्रदेश सह सचिव वीरेंद्र पवार, अल्सख्यक प्रदेश अध्यक्ष रिजवान शरीफ ने संयुक्त रूप से कहा कि अभी हाल ही में 1000 मेगावाट की बिजली का अनुबंध MoU छत्तीसगढ़ प्रदेश ने तेलंगाना से भी किया है। फिर भी, नियामक आयोग द्वारा "घाटे" का हवाला देकर दरों में वृद्धि करना तर्कसंगत नहीं प्रतीत होता , बल्कि भ्रष्टाचार का अंदेशा भी प्रतीत होता है । जिस प्रदेश के नागरिकों को मुफ्त बिजली मिलनी चाहिए उस प्रदेश के नागरिकों को अब सबसे महंगी बिजली मिलनी जा रही।

रायपुर लोकसभा अध्यक्ष अज़ीम खान, लोकसभा सचिव प्रदुमन शर्मा, कोषाध्यक्ष नवनीत नंदे ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार को बिजली दर वृद्धि के फैसले को वापस लेना चाहिए और प्रदेश के उपभोक्ताओ को 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए जरूरी कदम उठाये, यही छत्तीसगढ के विकास का सार्थक मूल है।

रायपुर जिलाध्यक्ष (शहर) पुनारद निषाद,युवा जिला अध्यक्ष लक्ष्मण सेन ने कहा कि राज्य सरकार को तुरंत ही बढ़ी हुई बिजली दर को वापिस लेना चाहिए। असमय बिजली कटौती नहीं करना चाहिए और जो स्मार्ट मीटर मीटर लगाये जा रहें हैं उन मीटरों में बहुत ज्यादा खामी है जिस कारण हर माह बिजली बिल ज्यादा आ रहा है इसलिए जो स्मार्ट मीटर लगाये जा रहें हैं उनकी गुणवत्ता को सही चेक कर ही मीटर लगाना चाहिए।

आम आदमी पार्टी की ओर से धरना प्रदर्शन में सूरज उपाध्याय, दुर्गा झा, अनुषा जोसफ, कलावती मार्को, अनुराधा शुक्ला, विजय झा, नंदन सिंह, मिहिर कुर्मी, अजीम खान, प्रद्युमन शर्मा, पुनारद निषाद, वीरेंद्र पवार, नरेंद्र ठाकुर, महेंद्र बिसेन, शिव शर्मा, रिजवान शरीफ, श्याम शर्मा, बी.के. देवांगन, मिथलेश साहू, संतोष कुशवाहा, बलवंत सिंह, लक्ष्मण सेन,कमल महान, रघुनाथ यादव, महेश उपाध्याय, नवनीत नंदे, इमरान खान, आर.एस. ठाकुर, विनोद चंद्राकर, राहुल भारती, प्रशांत यादव, सुभाष यादव, राजा गुरुंग सहित वरिष्ठ एवं सक्रीय सदस्य उपस्थित रहे।

Sambhal हज़रत अब्बास की शहादत पर निकाला गया ऐतिहासिक अलम का जुलूस

आजादारों व अलमदारों ने बुलंद की हुसैन जिंदाबाद की सदाएं, इमाम बारगाहों में सजाए गए अलम

सम्भल। कर्बला में शहीद हुए नवासा ए रसूल, शहजादा मौला ए कायनात हज़रत अब्बास अलमदार की शहादत 07 मोहर्रम का तारीखी जुलूस शहर में निकाला गया।

गुरुवार को नगर के मोहल्ला मियां सराय से परंपरागत अलम मुबारक का जुलूस निकाला गया। यह जुलूस कर्बला में शहीद हुए पैगंबर हज़रत मुहम्मद के नवासे और हज़रत अली के बेटे हज़रत अब्बास (गाज़ी) की याद में निकाला गया जिसमें हज़ारों की तादात में अकीदतमंद व अज़ादार जियारत करने के लिए उमड़े। अलम का जुलूस मियां सराय से शुरू हुआ और आसपास के मोहल्ले के अलम के साथ चमन सराय चौक इमामबाड़े पर जमा हुआ। यहां मंडी किशनदास सराय, हुसैन खान सराय अली सराय, आलम सराय, शेर खां सराय, सैफ खां, नूरियों सराय, बेगम सराय, जगत के अलम का जुलूस एक विशाल जुलूस के रूप में बाजार सब्जी मंडी से तहसील मोहल्ले के अलम को लेता हुआ कोट गर्वी में जमा हुआ। यहां फतेह उल्ला सराय, देहली दरवाजा, महमूद के अलम जुलूसों के विशाल जुलूस में परिवर्तित होकर रेतला मैदान पहुंचा। यहां से महमूद खां सराय नखासा और ख़ग्गू सराय, अंजुमन तिराहे से दीपा सराय और चोक व तीमारदास सराय के आसपास के मोहल्लों से अपने इमाम बारगाहों की तरफ कूच किया। अलमदारों व आजादारों की ज़बान पर पर मौला अब्बास, मौला हुसैन जिंदाबाद की सदाएं गूंजती हुई माहौल को रूहानी बनाकर हुसैनियत का बोल बाला करते हुए नज़र आए। इमाम बारगाहों में सुबह से ही अलम सजाकर रखे गए थे। दोपहर के समय अलामदारी का सिलसिला शुरू होकर देर शाम खत्म हुआ। यह अलमदारी शिया सुन्नी इत्तेहाद की तारीख को कायम करती हुई नजर आई। जहां शिया समुदाय के लोगों ने हज़रत अब्बास का अलम थामकर ज़िक्र ए हुसैन बुलंद किया और कर्बला के शहीदों को सलाम पेश किया तो वहीं सुन्नी समुदाय के लोगों ने भी अपने हाथों में मौला अब्बास का अलम थामकर कर्बला के शहीदों को याद करते हुए इस्लाम के लिए दी है नबी के घराने की इस कुर्बानी को तरो ताज़ा कर मोहब्बत कर्बला का पैगाम आम किया। यजीद के खिलाफ हुसैनियत का बोल बाला रहा। अलमदारों व आजादारों की सरपरस्ती करने के लिए अपने अपने मोहल्ले के जिम्मेदार अपनी ड्यूटी को परम्परागत तरीके से निभाते हुए नज़र आए। कहीं दस्तारबंदी कर स्थानीय लोगों ने अलम जुलूस में शामिल अलमदारों, अजादारों की हौंसला अफजाई पगड़ी बांधकर की तो कहीं शर्बत और नियाज़ नज़र का एहतिमाम स्टॉल लगाकर किया। जगह जगह पुलिस सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए शांति पूर्ण तरीके से अलम का जुलूस निकाला गया। आला अफसरान पल पल की रिपोर्ट लेते रहे तो स्थानीय अधिकारी पुलिस बल के साथ भ्रमण करते रहे।

इस मौके पर रफीक रही, मोहम्मद उमर, फैसल कसीर, हकीम अशीर, समद अब्बास, जमशेद वारसी, सालिम अशरफी आदि शामिल रहे। उधर कोट गर्वी से परंपरागत अलम घरों से उठे और एक जुलूस की शक्ल में शाही जामा मस्जिद मार्ग होते हुए डाक खाना रोड से चक्की के पाट के निकट मोड़ पर बड़े जुलूस में शामिल हुए। इस मौके पर हाजी नसीम वारसी, रज़ी ठेकेदार, फैयाज नबी वारसी, शानू साबरी, परवेज वारसी, जमशेद वारसी, मोहम्मद शफीक, वसीम वारसी आदि शामिल रहे। उधर हज़रत अब्बास अलमदार की कर्बला में हुई शहादत पर अलम मुबारक का जुलूस अदब व एहतराम के साथ निकाला गया। बड़ी तादात में अलमदार, अज़ादार उमड़े तो उनकी हौंसला अफजाई के लिए जुलूस में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने शिरकत की। जुलूस में घूमकर जनप्रतिनिधि हालचाल जानते रहे। अलमदारी के दौरान कई स्थानों पर जनप्रतिनिधियों का पगड़ी बांधकर इस्तकबाल किया गया। इस मौके पर विधायक पुत्र सुहैल इकबाल, चेयरमैन पति चौधरी मुशीर अली खा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष हाजी आरिफ तुर्की, सईद अख्तर इसराइली, कामिल एडवोकेट, नवाब अरमान आदि रहे। जबकि व्यापारियों में नबील अहमद, नाजिम सैफी, हाजी एहतिशाम, फुरकान वारसी आदि रहे।

*गरीबों की शिक्षा पर कुठाराघात,शराब को बढ़ावा दे रही योगी सरकार: कांग्रेस*भाजपा नेता चन्दन नारायन नें किया पलटवार*
*कांग्रेसियों ने किया जोरदार प्रदर्शन राज्यपाल को सौंपा मांग पत्र*

सुलतानपुर,उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों के एकीकरण की पेयरिंग नीति के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने जोरदार प्रदर्शन कर सरकार पर तीखा हमला बोला। कांग्रेस जिला अध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला और कलेक्ट्रेट पहुंचकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी प्रतिनिधि को सौंपा। राणा ने कहा भाजपा सरकार गरीब दलित पिछड़े और वंचित समाज के बच्चों को अनपढ़ रखने की साजिश रच रही है।

शिक्षा का अधिकार कानून खत्म कर गरीबों को शिक्षा से वंचित करने का अभियान चलाया जा रहा है। वहीं शराब की दुकानों में बेतहाशा वृद्धि कर समाज को नशाखोर बनाने की साजिश की जा रही है। शहर अध्यक्ष शकील अंसारी ने कहा कि शिक्षा हर नागरिक का मौलिक अधिकार है और उसे संरक्षित करना सरकार की जिम्मेदारी है। कांग्रेस पार्टी ने शिक्षा का अधिकार कानून लाकर कमजोर वर्गों को शिक्षित करने का रास्ता खोला था जिसे भाजपा खत्म करने पर तुली है।

*भाजपा का पलटवार*

यूपी में अवैध शराब कारोबार का जाल ध्वस्त-चंदन नारायण सिंह उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ने शराब की अवैध भट्ठियों और अवैध कारोबार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। सरकार ने पूर्ववर्ती सरकारों के समय से चल रहे इस अवैध धंधे को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है। आबकारी विभाग प्रदेश सरकार के प्रमुख राजस्व स्रोतों में से एक है। सरकार आबकारी नीति को पारदर्शी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी बीच, सुल्तानपुर में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों को नजदीकी विद्यालयों में विलय करने से शिक्षण व्यवस्था अधिक प्रभावी होगी। यह कदम शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और संसाधनों के अपव्यय को रोकने में मददगार होगा। सिंह ने बताया कि कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों में सरकारी प्रयासों के बावजूद बच्चों और अभिभावकों की रुचि कम होती जा रही है। इसी कारण विद्यालयों के विलय की आवश्यकता महसूस की गई है।
*उत्तरी लेन के 33 कटपाॅइंट होंगे बंद,हाईवे पर आने वाले 71 गांवों के सामने लगेंगे बैरियर*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। 11 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावण मास में वाराणसी - प्रयागराज हाईवे का उत्तरी लेन कांवड़ियों के लिए आरक्षित होगा। हाईवे के उत्तरी लेन के 33 कट पाॅइंट बंद किए जाएंगे। संपर्क मार्गों पर 71 जगहों पर बैरियर लगेंगे। जहां 24 घंटे पुलिस की तैनाती होगी। कट पाॅइंट व बैरियर की जिम्मेदारी ए‌न‌ए‌च‌आई और पीडब्ल्यूडी को सौंपी है। श्रावण मास में हर साल हाईवे के उत्तरी लेन को आरक्षित किया जाता है। कांवड़ियों को को परेशानी न हो इसके लिए प्रशासनिक स्तर से भी तैयारियां शुरू कर दी गई है। हाईवे की उत्तरी लेन को कांवड़ियों लेन बनाया जाएगा। प्रयागराज से वाराणसी के बीच भदोही में ऊंच से बाबूसराय तक कट पाॅइंट बंद होंगे। डीएम और एसपी ने ऊंज से लेकर बाबूसराय तक खा निरीक्षक किया। इससे वाहन उत्तरी से दक्षिणी या दक्षिण लेन से उत्तरी लेन पर न आ सकें। इसके अलावा सर्विसलेन पर कट पाॅइंट पर लगी अस्थाई दुकानें भी हटाई जाएंगी। उत्तर लेन पर आने के लिए 71 गांवों का रास्ता खुलता है,उन पर बैरिकेडिंग की जाएगी। हर बैरियर पर पुलिस कर्मियों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा प्रमुख जगहों पर साइनेज इत्यादि लगाएं जाएंगे।

क‌ई गांवों की बढ़ेगी परेशानी

हाईवे किनारे के 71 गांवों की परेशानी बढ़ेगी। इन्हें मुख्य बाजार या फिर अन्य जगहों पर जाने के लिए मार्गों का प्रयोग करना होगा। जिसमें माधोसिंह,घोसिया,नटवा,लालानगर, इटवा,गिराई, माधोरामपुर,ऊंज समेत कई ऐसे गांव हैं। जिन्हें उत्तरी लेन से दक्षिणी लेन पर जाने के लिए पहले फ्लाईओवर के नीचे जाने होगा। इसके बाद वे आगे बढ़ सकेंगे। इससे उनकी कम से कम 30 से 35 किमी की अतिरिक्त दूरी बढ़ेगी।‌

हाईवे के किनारों के मांस की दुकानें होंगी बंद

सावन भर ढाबा,होटल संचालक व कर्मियों की सूची बाहर की दीवार पर चस्पा कराई जाएगी। गांवों से निकलकर हाईवे पर आने वाले वाहनों के लिए बकायदा रुट चार्ट बन रहा है। हाईवे किनारे के मांस की दुकानों से बंद कराया जाएगा। कांवड़ियों के लिए बैठने,आराम करने, पेजयल की सुविधा का इंतजाम किया जा रहा है।

कांवड़ियों को यात्रा में परेशानी न इसकी तैयारी की जा रही है। हाईवे उत्तरी लेन पर पड़ने वाले हर कट पाॅइंट बंद होंगे। गांवों के रास्तों पर बैरिकेडिंग होंगी। मांस की दुकानें बंद होगी। प्रमुख जगहों पर साइनेज लगेंगे।

शैलेश कुमार डीएम भदोही

*बिजली निजीकरण के विरोध में 9 को करेंगे राष्ट्रव्यापी हड़ताल*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।‌ प्रदेश में बिजली के निजीकरण के विरोध में चल रहे विरोध प्रदर्शन करने वाले विद्युत कर्मचारियों ने 9 जुलाई को राष्ट्रव्यापी हड़ताल की घोषणा की है। नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स के आह्वान पर देश के विभिन्न प्रांतों समेत प्रदेश में दो विद्युत निगमों के 42 जनपदों में निजीकरण का विरोध अभी भी चल रहा है। जिसे अलग-अलग संगठनों का सहयोग मिल रहा है। अब इन्हीं संगठनों के आह्वान पर 9 जुलाई को हड़ताल किया जाएगा। जिसका किसान संगठन और उपभोक्ता फोरम ने भी सहयोग कर रहे हैं। भदोही में अधीक्षण अभियंता कार्यालय के बाहर बिजली कर्मियों का विरोध प्रदर्शन  हुआ। इसमें विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नवनियुक्त जिला संयोजक तुषार राय ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विद्युत वितरण निगमों में घाटे के भ्रामक आंकड़े इसलिए दिए ताकि पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण का रास्ता साफ हो। इसको लेकर बिजली कर्मियों ने आक्रोश है। कहा कि हम लोग 7 माह से लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। खेद है कि उत्तर प्रदेश सरकार वार्ता के लिए तैयार नहीं है। बताया प्रदेश में गलत पावर परचेज एग्रीमेंट के चलते विद्युत वितरण निगमों को निजी बिजली उत्पादन कंपनियों को बिना एक भी यूनिट बिजली खरीदे 6761 करोड़ रुपये सालाना भुगतान करना पड़ रहा है। इसके अलावा निजी घरानों से बहुत महंगी दरों पर बिजली खरीदने के चलते निगमों पर दस हजार करोड़ रुपये प्रति वर्ष का अतिरिक्त भार पड़ रहा है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश के सरकारी विभागों पर 14400 करोड़ रुपये का राजस्व बकाया है। कहा कि अगर निजीकरण हो गया तो प्रदेशवासियों का भारी नुकसान होगा। प्रदर्शन के दौरान 9 जुलाई के राष्ट्रव्यापी आंदोलन में सबका सहयोग मांगा गया। सत्य प्रकाश मौर्य, अभिषेक प्रजापति, आरपी यादव, राजेश जायसवाल, सत्य प्रकाश यादव आदि रहे।
*सैफई महोत्सव के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री का निजी सपा कार्यकर्त्ता डाटा आपरेटर को करंट लगने से हालत हुई थी ख़राब,पीड़ित को अभी तक नहीं मिला न्याय*
सुल्तानपुर के रहने वाले एक सपा कार्यकर्ता ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि मुलायम सिंह के मुख्यमंत्री रहते सैफई महोत्सव के दौरान होर्डिंग लगाते समय करंट को चपेट में आया युवक को मुवाबजे के रूप में फूटी कौड़ी तक नहीं मिली। 2004 से लेकर अब तक वो कभी मुख्यमंत्री कार्यालय तो कभी सपा कार्यालय के चक्कर लगा रहा है, लेकिन आज तक मिला तो केवल आश्वासन। कहानी पूरी बताएंगे और इत्मीनान से बताएंगे और दिखाएंगे कि जो अखिलेश यादव अपने कार्यकर्ताओं के हर सुख दुख में साथ खड़े रहने का वायदा करते हैं,आखिर सुल्तानपुर का ये सपा कार्यकर्ता क्यों उन्हीं पर आरोप लगा रहा है। दरअसल सुल्तानपुर जिले के गोसाईगंज थानाक्षेत्र के सुरौली गांव का रहने वाला मोहम्मद अली 90 के ही दशक में किशोरावस्था में लखनऊ चला गया था। वहां मोटर मैकेनिक का कार्य करने के साथ साथ गाना भी गाया करता था। इसी दरम्यान सपा के वरिष्ठ नेता बेनी प्रसाद वर्मा की निगाह मोहम्मद अली पर पड़ी और उन्होंने इसे तत्कालीन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह से मिलवा दिया। मुलायम सिंह ने अली को अपने आवास पर रखवा लिया और छोटा मोटा कार्य करवाने लगे। वहीं 2003 में तीसरी बार मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने मोहम्मद अली को 2004 में सचिवालय में अस्थाई रूप से इंट्री ऑपरेटर की नौकरी दिलवा दी। तब से वहां वो कार्य करने लगा। उसी के कुछ दिनों बाद दिसंबर माह में सैफई महोत्सव का आयोजन होना था, लिहाजा अधिकारियों ने सभी अस्थाई नौकरी करने वालों की मौखिक रूप से ड्यूटी सैफई में लगा दी गई। मोहम्मद अली की माने तो तैयारियों के दौरान वो और उसके साथी होर्डिंग लगा रहे थे, इसी दौरान इनकी होर्डिंग का लोहा ऊपर जा रहे बिजली की तार की चपेट में आ गया,जिसमें दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि इसे गंभीरावस्था में इलाज के लिए लखनऊ लाया गया। यहां भी तबियत बिगड़ी तो दिल्ली एम्स भेजा गया और वहां के बाद इसे बेहतर इलाज के लिए मुंबई के हिंदुजा हॉस्पिटल शिफ्ट कर दिया गया। तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने भी बड़े नेता का फर्ज निभाते हुए तत्काल मुख्यमंत्री राहत कोष से मोहम्मद अली के खाते में 15 लाख 5 हजार रूपये इलाज के लिए भेजे, लेकिन मौके पर न मिलने पर चेक वापस कर दिया गया और आज तक वो पैसा मोहम्मद अली के खाते में नहीं पहुंचा। बीच बीच में कुछ सपा के वरिष्ठ ने नेता मिलने आते तो सपा सुप्रीमो से मदद के लिए सहानभूति पत्र जरूर थमा देते। वहीं इलाज के लिए हिंदुजा हॉस्पिटल में अली करीब एक दशक तक वेंटिलेटर पर ही रहा, जिसके बाद इनकी पत्नी ने अपने गहने और पिता ने इलाज के लिए अपनी जमीन तक बेच डाली। सन 2016 में जब मोहम्मद अली हिंदुजा हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुआ तो उसकी माली हालत बेहद खराब हो चुकी थी, लिहाजा वो पुनः मुलायम सिंह के पास पहुंचा,उस समय सूबे के अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे। मुलायम सिंह यादव ने तत्काल अखिलेश को निर्देशित किया और इलाज में लगे 15 लाख 5 हजार रूपये देने को कहा। अखिलेश ने आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय से आए अखिलेश यादव के पत्रानुसार 19 मई 2016 को निदेशक लखनऊ को प्रेषित भी की गई लेकिन उसके बाद भी उसे पैसे नहीं मिले। अली ने इसको लेकर कई बार अखिलेश यादव से मुलाकात भी की लेकिन आश्वासन के अलावा आज तक कोई धनराशि नहीं मिली। लगातार अली पार्टी कार्यालय जाता और तमाम नेताओं और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मुलाकात भी करता लेकिन कुछ हासिल न हुआ। पैसे देने के बजाय 2021 में मोहम्मद अली को सुल्तानपुर कार्यकारिणी में जिला सचिव का पद दे दिया गया। वहीं 16 जनवरी 2022 को अखिलेश यादव ने मोहम्मद अली को आश्वासन भी दिया कि 2022 के विधानसभा चुनाव उपरांत पार्टी फंड से देने का आश्वासन दिया था। लेकिन चुनाव हारने के बाद अखिलेश अपना वायदा भूल गए। *20 वर्षों से केवल मिलता रहा मो अली को आश्वासन* इधर अली के माता पिता भी गुजर गए। करंट लगने के चलते वो कुछ काम भी नहीं कर पाता,तीन बेटियों में से एक का निकाह हो गया है जबकि दो बेटियों की इसपर जिम्मेदारी भी है। पत्नी ही इधर उधर कुछ काम करके किसी तरह जीवन यापन कर रही है। वही पीड़ित मो अली को अब केवल बाबा से उम्मीदें है!
64वीं रांची जिला स्तरीय सुब्रतो फुटबॉल प्रतियोगिता का शानदार आगाज़: युवा प्रतिभाओं को मिला बड़ा मंच

रांची, 02 जुलाई 2025: 64वीं रांची जिला स्तरीय सुब्रतो फुटबॉल प्रतियोगिता का भव्य उद्घाटन आज मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय बालिका, बारियातू, रांची में हुआ. टूर्नामेंट का शुभारंभ अनुमंडल पदाधिकारी सदर राँची, श्री उत्कर्ष कुमार ने गुब्बारे उड़ाकर किया, जिसने बारिश के बीच भी खिलाड़ियों के उत्साह को बढ़ाया. यह आयोजन स्कूली बच्चों को अपनी प्रतिभा तराशने और खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करेगा.

अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति

उद्घाटन समारोह में अनुमंडल पदाधिकारी सदर राँची, श्री उत्कर्ष कुमार के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी राँची, श्री विनय कुमार और जिला शिक्षा अधीक्षक राँची, श्री बदल राज ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया. इस अवसर पर रांची जिला फुटबॉल एसोसिएशन के महासचिव श्री आसिफ नईम, रांची रेफरी श्री एचओआर फरीद खान, और झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के प्रतिनिधि श्री निशिकांत पाठक सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.

अधिकारियों ने सराहा खिलाड़ियों का जुनून

अनुमंडल पदाधिकारी सदर राँची, श्री उत्कर्ष कुमार ने अपने संबोधन में कहा, "ऐसे आयोजनों को देखकर मन प्रसन्न हो जाता है. बालिकाओं का फुटबॉल के प्रति प्रेम और उत्साह देखते ही बनता है. बारिश के बीच फुटबॉल का यह खेल और भी रोमांचक हो जाता है. आज ये बच्चियां यहां खेल रही हैं, कल ये बड़े-बड़े क्लबों और देश के लिए जरूर खेलेंगी."

जिला शिक्षा अधीक्षक राँची, श्री बदल राज ने इस टूर्नामेंट को स्कूली बच्चों के लिए एक बड़ा मंच बताया जो उन्हें प्रतिभा तराशने का अवसर प्रदान करता है. उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों का उत्साह बढ़ाते हैं और उन्हें खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं. इस टूर्नामेंट की विजेता टीमें प्रमंडलीय स्तर पर रांची जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी.

प्रतियोगिता का प्रारूप और आगामी मुकाबले

64वीं सुब्रतो फुटबॉल प्रतियोगिता में अंडर-15 बालक, अंडर-17 बालक, और अंडर-17 बालिका वर्ग की टीमें हिस्सा ले रही हैं. प्रत्येक वर्ग में 19-19 टीमें भाग ले रही हैं, और टूर्नामेंट नॉकआउट आधार पर खेला जा रहा है. अंडर-15 और अंडर-17 बालक वर्ग के मुकाबले खेल गांव के प्रैक्टिस ग्राउंड में हो रहे हैं, जबकि अंडर-17 बालिका वर्ग के मैच मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय बालिका, बारियातू में खेले जा रहे हैं.

गुरुवार, 3 जुलाई 2025 को अंडर-17 बालिका वर्ग का फाइनल मुकाबला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय बालिका, बारियातू में आयोजित होगा. इसके बाद, उसी मैदान पर पहली बार लिटिल चैंप अंडर-12 बालक-बालिका फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जो युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

खेल और शिक्षा का संगम, सबकी भूमिका अहम

सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल टूर्नामेंट न केवल खेल को बढ़ावा देता है, बल्कि यह बच्चों में अनुशासन, सहयोग, और नेतृत्व जैसे गुणों को भी विकसित करता है. यह प्रतियोगिता स्कूली बच्चों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का एक अनूठा मंच प्रदान करती है. इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में रांची जिला फुटबॉल एसोसिएशन, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद, और विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों व कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा. विजेता टीमें अब प्रमंडलीय स्तर पर रांची जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी.

मधुशाला नहीं पाठशाला चाहिए- विजय कुमार श्रीवास्तव

उत्तर प्रदेश। में योगी सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों को बंद करने की नीति के विरोध में आज आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे लगाए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष विजय कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में सरकारी स्कूलों को बंद करने संबंधी सरकार के आदेश की प्रतियॉ जलाई। इस अवसर पर उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि योगी सरकार बड़ी मात्रा में पाठशाला बंद कर रही है और उससे कहीं अधिक मात्रा में मधुशालाएं खोल रही है जब से योगी सरकार सत्ता में आई है तब से लगभग 26हज़ार से ज्यादा सरकारी स्कूल बंद हो गए तथा 27हज़ार से ज्यादा स्कूल फिर से बंद करने की योजना है, वहीं दूसरी तरफ 2024 में 27308 मधुशालाएं खोली गई। हम उत्तर प्रदेश में पाठशालाओं को बंद कर मधुशालाओं को खोलने की राजनीति नहीं चलने देंगे। उन्होंने कहा कि हमारे जनपद में बड़ी मात्रा में में सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए तथा सरकार मीडिया में यह नैरेटिव बना रही है कि हम केवल 4000 सरकारी स्कूल बंद करने जा रहे हैं जबकि यह केवल पहले चरण का आंकड़ा है इनकी असली योजना 27000 से अधिक सरकारी स्कूलों को बंद करने की है।

जिला प्रभारी प्रवीण कुमार यादव ने कहा कि इस सरकार की प्राथमिकता में शिक्षा नहीं शराब है। पिछले साल यह सरकार उत्तर प्रदेश वालों को 52000 करोड़ की शराब पिला दी, उसके बाद भी इसे चैन नहीं है। इस बार उसने लक्ष्य रखा है कि हम उत्तर प्रदेश वालों को ₹55000 करोड़ की शराब पिलाएंगे, भले ही उनके घर बर्बाद हो जाएं, परिवार लुट जाए। यदि आज हम चुप रहे तो वह दिन दूर नहीं जब यह सरकार सरकारी स्कूलों को बंद कर परचून की दुकान और ठेले पर शराब बेंचेगी और पूरे उत्तर प्रदेश की जनता को शराब में डुबो देगी।

प्रदर्शन करने वालों में रमेश शर्मा अमिताभ जायसवाल रीतू सागर अंगद यादव अनिरुद्ध श्रीवास्तव राजेश राजभर मोहम्मद कलीम फजिल अहमद धनन्जय श्रीवास्तव आशीष कुशवाहा रतन अनिरुद्ध यादव आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

गोरखपुर में मैनपुरी सांसद डिम्पल यादव ने कार्यकर्ताओं से की मुलाकात

गोरखपुर।सपा सांसद डिंपल यादव गोरखपुर में गौरव प्रकाश की माता महिला सभा की पूर्व जिलाध्यक्ष मीना यादव के निधन पर शोक जताने पहुँचीं , वहीं सपा नेता आशुतोष गुप्ता के पिता पूर्व जिला कोषाध्यक्ष सतेन्द्र गुप्ता का निधन हुआ था उनके भी आवास पहुंचीं डिंपल यादव,सपा सांसद ने शोकाकुल परिवारों के प्रति जताई संवेदना, मीडिया से बात करते हुए सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी ने देश में महिलाओं, युवाओं समेत सभी को निराश किया है। लोगों से बीजेपी ने जो भी वादे किए थे उसे पूरा न करके उसने लोगों को निराश किया है।यही नहीं बीजेपी और उसके कार्यकर्ताओं के द्वारा विरोधी दल के नेताओं के साथ, ऐसे आचरण पेश किए जा रहे हैं जिसका लोकतंत्र में कहीं कोई स्थान नहीं है। पिछले दिनों गोरखपुर आया समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल ऐसे ही संविधान विरुद्ध आचरण का शिकार हुआ। जबकि विरोधी दल के नेताओं को भी हक है कि वह किसी भी क्षेत्र में पीड़ित- परेशान नागरिकों का हाल जान सकें। लेकिन गोरखपुर में उनके पार्टी के वरिष्ठ नेताओं जिसमें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव समेत प्रतिनिधि मंडल के लोग व्यापारियों से मुलाकात करने जा रहे थे उनके साथ हुई घटना सविधान के विरुद्ध है।

समाजवादी पार्टी सभी का सम्मान करती है। सबको साथ लेकर चलती है। डिंपल यादव बुधवार को गोरखपुर में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने आई थी। सपा जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम के आवास पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात कर एयरपोर्ट के लिए रवाना हुई इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी जिला महासचिव रामनाथ यादव अवधेश यादव रजनीश यादव विजय बहादुर यादव जफर अमीन डक्कु मिर्जा कदीर बेग सुनील सिंह रवि यादव मृत्युंजय यादव बिट्टू आशुतोष गुप्ता मैना भाई अरविंद शुक्ला गौरव प्रकाश सन्तोष यादव सच्चिदानंद यादव राहुल यादव एहतेशाम खान जितेंद्र श्रीवास्तव सन्तोष गौड़ अशोक चौहान अनुप यादव आजम लारी अमित शाही फिरदौस आलम राम आशीष यादव गोली यादव राजन शाही इमरान खान आदि मौजूद रहे।

गोरक्षनाथ मंदिर के प्रांगण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया विमोचन

बलरामपुर।मां पाटेश्वरी विश्व विद्यालय के कुलगीत में देवीपाटन मंडल की धार्मिक,सांस्कृति,राजनीतिक और स्वतंत्रता आंदोलन में अवदान को रेखांकित किया गया है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवि शंकर सिंह मौजूद थे।

मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय,बलरामपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है। नवसृजित मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय के कुलगीत के निर्धारण के लिए कुलपति प्रो रविशंकर सिंह द्वारा 4 फरवरी 2025 को एक समिति का गठन किया गया था। इस समिति के अध्यक्ष काशी हिन्दू विश्वविद्यालय,वाराणसी के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अवधेश प्रधान बनाए गए थे। जबकि काशी हिंदू विश्वविद्यालय,बनारस के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अनूप वशिष्ठ,इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विज्ञान विभाग के प्रो योगेंद्र प्रताप सिंह सदस्य के रूप में समिति में शामिल थे।

विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुल सचिव प्रमोद कुमार ने इस समिति का संयोजन किया था। कुलगीत के लिए देवीपाटन मंडल के समस्त महाविद्यालयों के शिक्षक,छात्र और छात्राओ से प्रविष्टियां आमंत्रित की गई थी। समिति के कड़े परिश्रम के बाद कुलगीत का निर्धारण किया गया। इस कुलगीत में शब्द संयोजन महारानी लाल कुंवर महाविद्यालय,बलरामपुर के हिंदी विभाग के प्रभारी प्रो पीसी गिरी ने किया है। कुलगीत का संगीत संयोजन भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय,लखनऊ की प्रोफेसर मांडवी सिंह के निर्देशन में हुआ है।

बुधवार को गोरखनाथ मंदिर के प्रांगण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुलगीत का विमोचन करते हुए इसे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भी प्रसारित किया है। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा है कि मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय "भद्रं भद्रं क्रतुमस्मासु धेहि" की अवधारणा से सुसज्जित राष्ट्र की सांस्कृतिक,प्राकृतिक,वैदिक एवं सनातन चेतना के स्वर से समृद्ध है।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रवि शंकर सिंह ने कहा कि यह कुलगीत देवीपाटन मंडल के सामाजिक,आर्थिक,राजनीतिक,स्वतंत्रता संग्राम में आहूति दिए हुए धर्म,संस्कृति और नवाचार का स्पंदन लिए हुए हैं। उन्होंने इस कुलगीत हेतु विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारियों,अधिकारियों और विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों शिक्षक,छात्र और छात्राओं को हार्दिक बधाई दी है।