चुनावी बॉन्ड खत्म होने के बाद भी बीजेपी पर बरसा पैसा, प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने अकेले दिए 2180 करोड़

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15 फरवरी 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को असंवैधानिक बताते हुए बंद करने का आदेश दिया था। अदालत का साफ कहना था कि लोकतंत्र में चंदे की गोपनीयता नहीं, बल्कि पारदर्शिता जरूरी है। हालांकि, इलेक्टोरल बॉन्ड खत्म होने के बाद भी बारतीय जनता पार्टी पर पैसों की बरसात हो रही है।

कुल चंदे का 83 फीसदी बीजेपी के पास

इलेक्टोरल बॉन्ड खत्म होने के बाद पहले वित्त वर्ष यानी 2024-25 में इलेक्टोरल ट्रस्ट ने राजनीतिक पार्टियों को करोड़ों रुपए दान दिए। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2024-25 में इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए कुल 4,276 करोड़ रुपये का चंदा मिला। इसमें से 83.6% यानी सबसे बड़ा हिस्सा बीजेपी को मिला। यह पिछले साल के मुकाबले चार गुना से भी ज्यादा है।

कांग्रेस को मिले 299 करोड़ रुपए

कांग्रेस को इस रास्ते से 7.3% चंदा मिला, जबकि तृणमूल कांग्रेस को 3.6% मिला। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को 299 करोड़ रुपए चंदा मिला। अन्य सभी पार्टियों के हिस्से में बाकी बचे 400 करोड़ रुपए आए।

किन ट्रस्टों से कितना मिला बीजेपी को?

2024-25 में बीजेपी को इलेक्टोरल ट्रस्ट से कुल 3,577.5 करोड़ रुपये मिले। इसमें से सबसे ज्यादा पैसा 'प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट' से आया, जो 2,180.7 करोड़ रुपये था। 'प्रोग्रेसिव ईटी' से 757.6 करोड़ रुपये, 'ए बी जनरल ईटी' से 460 करोड़ रुपये, 'न्यू डेमोक्रेटिक ईटी' से 150 करोड़ रुपये मिले। इसके अलावा 'हार्मनी ईटी' से 30.1 करोड़ रुपये, 'ट्रायम्फ ईटी' से 21 करोड़ रुपये, 'जयभारत ईटी' से 5 करोड़ रुपये, 'समाज ईटी' से 3 करोड़ रुपये, 'जन कल्याण ईटी' से 9.5 लाख रुपये और 'एन्जिगार्टिक ईटी' से 7.75 लाख रुपये मिले।

क्या है इलेक्टोरल ट्रस्ट

दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार चुनावी चंदे के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम लेकर आई थी। जिसे सुप्रीम कोर्ट ने साल 2024 में असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया था। अब कॉर्पोरेट कंपनियां चेक, DD या UPI के जरिए पार्टियों को डोनेशन दे सकती हैं। इसके साथ ही इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए भी चंदा दे सकती हैं। इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए कोई कंपनी या फिर व्यक्ति एक ट्रस्ट को डोनेशन दे सकता है, जो आगे पार्टियों को डोनेट करता है

झारखंड हाईकोर्ट का ऐतिहासिक फैसला: रिम्स की जमीन पर अवैध निर्माण मामले में ACB जांच के आदेश

रांची: झारखंड हाईकोर्ट ने रिम्स की 9.65 एकड़ अधिग्रहित भूमि पर अवैध कब्जे और बहुमंजिला इमारतों के निर्माण को गंभीरता से लेते हुए बड़ा आदेश सुनाया है। चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस सुजीत नारायण की खंडपीठ ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार के इस खेल में निर्दोष खरीदारों को बलि का बकरा नहीं बनाया जा सकता।

फैसले के मुख्य बिंदु:

ACB जांच और FIR: अदालत ने पूरे घोटाले की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को सौंप दी है। दोषी अधिकारियों और बिल्डरों पर प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, भविष्य में CBI जांच के विकल्प को भी खुला रखा गया है।

दोषी अफसरों से वसूली: कोर्ट ने एक अभूतपूर्व मिसाल पेश करते हुए कहा कि फ्लैट खरीदारों के मुआवजे की राशि सरकारी कोष से नहीं, बल्कि दोषी अधिकारियों (सेवानिवृत्त या कार्यरत) और बिल्डरों की संपत्ति से वसूली जाएगी।

प्रशासनिक मिलीभगत पर प्रहार: 1964-65 में अधिग्रहित जमीन पर नक्शा पास करने, रजिस्ट्री करने, म्यूटेशन करने और RERA की मंजूरी देने वाले अधिकारियों की भूमिका की जांच होगी।

अतिक्रमण हटाओ अभियान: 3 दिसंबर के आदेश के बाद प्रशासन ने DIG ग्राउंड के पास बुलडोजर चलाकर अवैध इमारतों को गिराना शुरू कर दिया है। कोर्ट ने इस अभियान की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जाहिर की और तेजी लाने का निर्देश दिया।

मामले की पृष्ठभूमि:

रांची के मोरहाबादी और कोकर मौजा में रिम्स की विस्तार के लिए रखी गई करीब 9.65 एकड़ जमीन को मिलीभगत से निजी बताकर बेच दिया गया था। इस पर अपार्टमेंट, मंदिर और बाजार बन गए थे। अब हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद इन अवैध ढांचों को गिराया जा रहा है।

अदालत की टिप्पणी: "यदि अधिकारी शुरू से सतर्क रहते, तो न सरकारी जमीन बिकती और न ही आम लोगों के घर उजड़ने की नौबत आती।"

प्रमुख जानकारी (Summarized Table)

विवरण जानकारी

संबंधित संस्थान रिम्स (RIMS), रांची

भूमि का विवरण 9.65 एकड़ (मोरहाबादी और कोकर मौजा)

अधिग्रहण वर्ष 1964-65

माननीय न्यायाधीश चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस सुजीत नारायण

जांच एजेंसी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB)

अगली सुनवाई 6 जनवरी, 2026

प्रभावित खरीदारों के लिए क्या है खास?

उनका आर्थिक नुकसान सुरक्षित करने के लिए मुआवजा सुनिश्चित किया गया है।

न्याय के लिए दोषी बिल्डरों और अफसरों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है।

यह आदेश अन्य सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले भू-माफियाओं के लिए एक बड़ी चेतावनी है।

कड़ाके की ठंड से कांपा पूरा उत्तर भारत में, घने कोहरे ने सड़क से लेकर रेल यातायात को किया बाधित

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उत्तर भारतीय राज्यों में कड़ाके की ठंड और शीतलहर का दौर जारी है। घना से बहुत घने कोहरे की वजह से सामान्‍य जनजीवन अस्‍तव्‍यस्‍त हो गया है। दिल्ली और उत्तर भारत में घने कोहरे ने लगातार सातवें दिन भी जनजीवन और यातायात को प्रभावित किया है।

अगले 48 घंटे राहत के आसार नहीं

जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है। वहीं उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा जैसे मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 से 48 घंटों तक देश के बड़े हिस्से में बर्फबारी, बारिश और कोहरे का पूर्वानुमान जताया है। आईएमडी की भविष्यवाणी के मुताबिक, अगले 48 घंटों में कड़ाके की ठंड से राहत की उम्मीद कम है।

पश्चिमी विक्षोभ ने बढ़ाई परेशानी

कोहरे का कारण एक पश्चिमी विक्षोभ है, जिसके चलते जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और बारिश हुई। गुलमर्ग, सोनमर्ग और साधना टॉप जैसे इलाकों में ताजा बर्फ जमी है। मौसम विभाग का कहना है कि यह पश्चिमी विक्षोभ मंगलवार 23 दिसंबर तक कमजोर पड़ जाएगा।

'चिल्लई-कलां' की शुरुआत

जम्मू-कश्मीर में ताजा बर्फबारी के साथ ही 40 दिनों तक चलने वाली 'चिल्लई-कलां' की शुरुआत हो गई है। गुलमर्ग में करीब दो इंच बर्फ गिरी है और यह घाटी का एकमात्र ऐसा मौसम केंद्र रहा जहां तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया, जो माइनस 1.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। सोनमर्ग में सुबह से दोपहर तक लगातार बर्फबारी होती रही। हालांकि, श्रीनगर में रात का तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक, 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन की सबसे गर्म रात रही।

दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.3 डिग्री अधिक रहा। अधिकतम तापमान 18.1 डिग्री सेल्सियस रहा। हरियाणा में नारनौल और पंजाब में गुरदासपुर सबसे ठंडे स्थान रहे, जहां न्यूनतम तापमान क्रमशः 5.2 और 6.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री रहा।

ट्रेनों और उड़ानों पर असर

रविवार को भी कोहरे और धुंध के कारण ट्रेनों और उड़ानों में भारी बाधा आई। खासकर दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कोहरे की वजह से डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स के ऑपरेशन पर बुरा असर पड़ा है। दिल्ली एयरपोर्ट पर 100 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जबकि 500 से अधिक उड़ानें देरी से चलीं।

बलिया: बढ़ती ठंड और शीतलहर के बीच अलाव-रैन बसेरों की मजबूत व्यवस्था की मांग सुशील कुमार पाण्डेय 'कान्हजी' ने जिला प्रशासन से राहत देने अपील की
संजीव सिंह बलिया। जनपद में कड़ाके की ठंड और पछुआ हवाओं से तापमान लगातार गिर रहा है। इस पर चिंता जताते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के उपाध्यक्ष व प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय 'कान्हजी' ने जिला प्रशासन से सड़क पर जीवन यापन करने वाले निर्धन लोगों के लिए तत्काल राहत की मांग की है। उन्होंने कहा कि मीडिया में खबरें छापने से काम नहीं चलेगा, जरूरतमंदों तक व्यवस्था पहुंचनी चाहिए।कान्हजी ने चेतावनी दी कि वर्तमान भीषण ठंड जानलेवा साबित हो सकती है। मानवता के नाते और शासन की मंशा के अनुरूप प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने शहर, तहसील व ब्लॉक स्तर के प्रमुख चौराहों, बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशन व अस्पतालों के बाहर पर्याप्त अलाव जलाने की मांग की।रैन बसेरों में सुविधाओं का खास जोर
सपा नेता ने सभी रैन बसेरों को सक्रिय करने और सुव्यवस्थित करने की अपील की। वहां केवल बिस्तर ही नहीं, बल्कि कंबल, साफ-सफाई व रात्रि में गरम भोजन-पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। प्रशासन व स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से फुटपाथ पर सोने वालों व निर्धन परिवारों में युद्ध स्तर पर कंबल वितरण शुरू किया जाए।सामूहिक जिम्मेदारी पर बल
कान्हजी ने कहा, "बलिया की धरती सेवा व समर्पण की प्रतीक रही है। इस ठंड में कोई गरीब खुले आसमान तले न सोए, यह हम सबकी जिम्मेदारी है। जिला प्रशासन संवेदनशील बने और राहत कार्य जमीन पर उतारे।"
उन्होंने नगर निकायों व ग्राम पंचायतों से भी अपील की कि वे सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलवाएं ताकि राहगीरों व मजदूरों को राहत मिले।
हजारीबाग यूथ विंग का शीतकालीन राहत अभियान, वार्ड संख्या-4 में 100 जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण

हजारीबाग: शीतकालीन राहत अभियान के तहत हजारीबाग यूथ विंग द्वारा रविवार को वार्ड संख्या-4 अंतर्गत मंडई खुर्द में जरूरतमंद, असहाय एवं वृद्धजनों के बीच कंबल का वितरण किया गया। संस्था के साप्ताहिक सेवा अभियान के अंतर्गत इस सप्ताह कुल 100 कंबलों का वितरण किया गया, जिससे कड़ाके की ठंड से जूझ रहे लोगों को बड़ी राहत मिली।

बताया गया कि यह राहत अभियान बीते रविवार से प्रारंभ किया गया है। अब तक शहर के दो वार्डों में कुल 200 कंबल जरूरतमंदों तक पहुंचाए जा चुके हैं। कार्यक्रम से पूर्व सभी लाभार्थियों के बीच कूपन का वितरण किया गया था और उसी के आधार पर क्रमबद्ध एवं व्यवस्थित तरीके से कंबल प्रदान किए गए, जिससे वितरण प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और सुचारु रही।

हजारीबाग यूथ विंग समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा, संवेदनशीलता और सेवा भाव के साथ निभा रही है। संस्था द्वारा वर्ष 2024 में 1200 कंबलों का वितरण किया गया था, जबकि वर्ष 2025 में 2000 कंबल वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

अभियान को प्रभावी रूप से संचालित करने के लिए संस्था के अध्यक्ष करण जायसवाल द्वारा लब्बू गुप्ता एवं दीपू यादव को प्रभारी के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनके समन्वय से आगामी रविवार से शहर के विभिन्न वार्डों में लगातार कंबल वितरण किया जाएगा।

इस अवसर पर संस्था के संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन ने कहा कि प्रचंड ठंड के इस मौसम में जरूरतमंदों की सहायता करना हजारीबाग यूथ विंग का सामाजिक दायित्व है। हमारा प्रयास है कि कोई भी गरीब और असहाय व्यक्ति ठंड से परेशान न रहे। इसी भावना के साथ यह राहत अभियान पूरे शीतकाल तक जारी रहेगा।

वहीं संस्था के अध्यक्ष करण जायसवाल ने कहा कि हजारीबाग यूथ विंग सेवा और मानवता के मूल्यों को सर्वोपरि मानते हुए लगातार सामाजिक कार्य कर रही है। आने वाले दिनों में शहर के सभी वार्डों एवं ग्रामीण इलाकों में पहुंचकर जरूरतमंदों तक कंबल पहुंचाया जाएगा और इस अभियान को और अधिक व्यापक रूप दिया जाएगा।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन, सचिव रितेश खंडेलवाल, सहसचिव अभिषेक पांडे, उपाध्यक्ष विकास तिवारी, कोषाध्यक्ष गुंजन मद्धेशिया, संस्था के मार्गदर्शक संजय कुमार, डॉक्टर बी वेंकटेश, कार्यकारिणी सदस्य सत्यनारायण सिंह सहित कई लोग उपस्थित रहे।

झारखंड स्वास्थ्य व्यवस्था 'ऑल टाइम लो' पर: हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने स्वास्थ्य मंत्री पर साधा निशाना

हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर एक गंभीर आरोप लगाते हुए इसे "ऑल टाइम लो" स्तर पर बताया है। एक वायरल वीडियो का हवाला देते हुए सांसद मनीष जायसवाल ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी से उसपर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है।

सांसद मनीष जायसवाल ने केरेडारी सीएचसी के एक कथित वीडियो पर गहरी चिंता व्यक्त की जिसमें बंध्याकरण का ऑपरेशन टॉर्च की रोशनी में किया जा रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि ऑपरेशन करने वालों में संभवतः कोई डॉक्टर भी मौजूद नहीं था। सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था की वर्तमान स्थिति एकदम निचले स्तर पर है और यह पूरी तरह से चिंता का विषय है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को बयानबाजी बंद करने की सलाह दी और उनसे राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर तत्काल ध्यान देने का आग्रह किया। सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री को इस वायरल घटना पर जाँच कराकर

दोषियों के खिलाफ तुरंत और अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए।

सांसद मनीष जायसवाल ने सूबे के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी के अन्य राज्य विशेषकर बिहार में कथित तौर पर अधिक सक्रिय रहने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री अपने मंत्रिमंडल के दायित्व को कम जबकि कांग्रेस नेता होने के दायित्व को अधिक निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के मुद्दों पर नेतागिरी करने की बजाय उन्हें झारखंड के साढ़े तीन करोड़ लोगों को असहाय छोड़कर अपने विभाग पर ध्यान देना चाहिए।

मीरापुर में जीएसटी टीम की कार्रवाई का असर: 30 लाख की टैक्स डिमांड, 7.5 लाख मौके पर वसूले
विपिन राठौर मीरापुर मुज़फ्फरनगर । राज्य कर विभाग (जीएसटी) की शनिवार को की गई छापेमारी के बाद रविवार को भी विभागीय जांच जारी रही। मीरापुर के पुराने सेंट्रल बैंक के निकट स्थित सुमन ट्रेडर्स तथा आसपास की फर्मों में की गई जांच में टैक्स चोरी की कई खामियां सामने आईं। विभाग ने प्रारंभिक मूल्यांकन में करीब 30 लाख रुपये की टैक्स डिमांड तैयार की है, जबकि मौके पर ही 7.5 लाख रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई। सूत्रों के अनुसार, शनिवार की दोपहर डिप्टी कमिश्नर मनोज कुमार शर्मा के नेतृत्व में टीम ने सुमन ट्रेडर्स पर छापेमारी की थी। टीम के पहुंचने से पहले फर्म का मालिक दुकान और गोदाम बंद कर फरार हो गया था। बाद में व्यापारी अपने अधिवक्ता के साथ पहुंचा, जिसके बाद जीएसटी टीम ने पूरी रात दस्तावेजों और स्टॉक का मिलान किया।विभागी स्रोत बताते हैं कि कई गड़बड़ बिल, संदिग्ध रजिस्टर और टैक्स रिकॉर्ड में त्रुटियां मिलने के बाद डिमांड नोटिस की प्रक्रिया शुरू की गई है। टीम अब सभी दस्तावेजों की क्रॉस वेरिफिकेशन कर रही है, जिसके बाद अंतिम आकलन रिपोर्ट लखनऊ मुख्यालय को भेजी जाएगी।रविवार को बाजार में इस कार्रवाई की चर्चा पूरे दिन बनी रही। कई थोक व्यापारियों ने अपने इनवॉयस और जीएसटी रिकॉर्ड की पुन: जांच शुरू कर दी है। विभागीय सूत्र मान रहे हैं कि जीएसटी की यह कार्रवाई आने वाले दिनों में अन्य प्रतिष्ठानों की भी जांच का रास्ता खोल सकती है।
भाजपा ने पिछड़ा वर्ग को ठगने का किया काम: हरीश रावत
ब्यूरो
हरिद्वार, उत्तराखंड।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस ही सर्वसमाज की सच्ची हितैषी पार्टी है, जबकि भाजपा ने पिछड़ा वर्ग को केवल बरगलाने का काम किया है। यह बात उन्होंने रुड़की में आयोजित अति पिछड़ा वर्ग सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।

रुड़की के दिल्ली रोड स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में हरीश रावत ने कहा कि भाजपा ने आज तक पिछड़ा वर्ग के हित में कोई ठोस योजना नहीं बनाई, जिसका सीधा लाभ समाज को मिल सके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन किया जाएगा और शिक्षा व नौकरी में अतिरिक्त आरक्षण देने के साथ-साथ उनके कल्याण के लिए नई योजनाएं लागू की जाएंगी।

कार्यक्रम में कांग्रेस से लोकसभा सांसद प्रत्याशी रहे वीरेंद्र रावत ने कहा कि हरीश रावत के कार्यकाल में सभी वर्गों के हित में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई गई थीं। उन्होंने विश्वास जताया कि वर्ष 2027 के चुनाव में कांग्रेस जिले की 14 में से 10 से 12 सीटें जीतने का काम करेगी।

कार्यक्रम संयोजक मेलाराम प्रजापति ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय ओबीसी समाज को पूरा सम्मान मिला था और अब एक बार फिर ओबीसी समाज कांग्रेस के साथ खड़ा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता दिलाराम प्रजापति ने की।

इस अवसर पर बृजपाल प्रजापति, भरत प्रजापति, महावीर, शेर सिंह, रामपाल प्रजापति, ग्रस कश्यप, अमरजीत, रामकिशन धीमान, तेलूराम प्रधान, उमेश पाल सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
सीएम के मार्गदर्शन में पशुपालकों को मिला स्थायी बाजार, आत्मनिर्भरता की ओर मजबूत कदम
देहरादून, उत्तराखंड।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दूरदर्शी सोच के अनुरूप राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर ठोस और परिणामोन्मुख कदम उठा रही है। इसी क्रम में स्थानीय युवाओं, पशुपालकों और मत्स्य पालकों को स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से जनपद पौड़ी में एक नई और प्रभावशाली पहल को अमल में लाया गया है।

पौड़ी जनपद के पशुपालन विभाग ने स्थानीय उत्पादों के लिए संस्थागत स्तर पर सुनिश्चित बाजार व्यवस्था विकसित की है। इस दिशा में मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. विशाल शर्मा और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के केंद्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र, श्रीनगर गढ़वाल के उप महानिदेशक के बीच एक महत्वपूर्ण सहमति ज्ञापन (एमओयू) संपन्न हुआ है।

इस समझौते के तहत अब एसएसबी के केंद्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र को भेड़, बकरी, पोल्ट्री (ब्रॉयलर) सहित अन्य मांस उत्पादों की नियमित, ताजा और गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति स्थानीय पशुपालकों द्वारा की जाएगी। इसके साथ ही जनपदीय मत्स्य प्रभारी द्वारा मछली आपूर्ति के लिए पृथक अनुबंध किया गया है, जिससे मत्स्य पालकों को भी इस व्यवस्था से सीधे जोड़ा गया है।
यह पहल स्थानीय उत्पादकों को केवल बाजार उपलब्ध कराने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह स्थायी आय, मूल्य सुरक्षा और रोजगार सृजन का मजबूत आधार तैयार करती है। बिचौलियों की भूमिका सीमित होने से पशुपालकों और मत्स्य पालकों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य प्राप्त होगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।

स्थानीय स्तर पर उत्पादन और उपभोग की इस व्यवस्था से परिवहन लागत में कमी आएगी, पर्यावरणीय प्रभाव घटेगा और क्षेत्रीय संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित होगा। मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. विशाल शर्मा ने इस पहल को आत्मनिर्भर भारत अभियान और वाइब्रेंट विलेज योजना की भावना के अनुरूप एक प्रभावी मॉडल बताया।
उन्होंने कहा कि भविष्य में इस सहयोग को और विस्तार दिया जाएगा, ताकि अन्य स्थानीय उत्पादों को भी इस प्रणाली से जोड़ा जा सके। यह पहल सुरक्षा बलों की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ नागरिक तंत्र और स्थानीय उत्पादकों के बीच सहयोग का एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करती है।
यह अभिनव प्रयास न केवल ग्रामीण आजीविका को नया आधार देगा, बल्कि जनपद पौड़ी गढ़वाल को स्थानीय उत्पादन आधारित आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाएगा।
एनकाउंटर में मारा गया सुल्तानपुर से फरार एक लाख का ईनामी
लखनऊ । सहारनपुर के गंगोह में एसटीएफ ने 1 लाख के इनामी वांटेड अपराधी सिराज को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। सिराज सुल्तानपुर जिले के चर्चित हत्याकांड में फरार चल रहा था और लंबे समय से पुलिस को उसकी तलाश थी। मुठभेड़ के दौरान सिराज ने एसटीएफ टीम पर फायरिंग की, जिसके जवाब में की गई कार्रवाई में वह मारा गया।

सहारनपुर में किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था

शनिवार देर रात एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि सिराज गंगोह क्षेत्र में किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। सूचना मिलते ही एसटीएफ की टीम ने इलाके में घेराबंदी कर सघन चेकिंग शुरू की। इसी दौरान संदिग्ध बाइक सवार को रुकने का इशारा किया गया, लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी। एसटीएफ द्वारा जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से उसकी मौत हो गई।

जवाबी कार्रवाई में वह गोली लगने से घायल हो गया

घेराबंदी के दौरान सिराज ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। आत्मरक्षा में की गई जवाबी कार्रवाई में वह गोली लगने से घायल हो गया।मौके से एक मोटरसाइकिल,पिस्टल (.30 बोर),पिस्टल (.32 बोर) तथा भारी मात्रा में जिंदा कारतूस (.30 व .32 बोर), खोखा कारतूस,चार मोबाइल फोन,दो वाई-फाई डोंगल,छोटा बैग,आधार कार्ड सहित अन्य कागजात बरामद हुआ है।

30 से अधिक मुकदमों का है आपराधिक इतिहास

गिरफ्तार अभियुक्त सिराज अहमद उर्फ पप्पू (उम्र लगभग 36 वर्ष), निवासी लोलेपुर, थाना कोतवाली नगर, जनपद सुलतानपुर, एक एचएस (हिस्ट्रीशीटर) अपराधी है। इसके विरुद्ध हत्या, हत्या का प्रयास, गैंगस्टर, रासुका, बलवा और रंगदारी समेत 30 से अधिक गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

2023 के एक हत्या कांड के बाद से अभियुक्त फरार चल रहा था

पुलिस के अनुसार, 27 मामलों में आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित हो चुके हैं जबकि एक मामला विवेचनाधीन है। वर्ष 2023 के एक हत्या कांड के बाद से अभियुक्त फरार चल रहा था और जमानत का दुरुपयोग कर लगातार आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त था।

अपराध की दुनिया में लंबा सफर

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, सिराज अहमद ने वर्ष 2006 में मारपीट और लूट की घटना से अपराध जगत में कदम रखा था। उसके बाद वह संगठित गिरोह बनाकर लगातार जघन्य अपराध करता रहा। अभियुक्त के पास अवैध रूप से अर्जित संपत्ति, जमीन, मकान और फैक्ट्री होने की भी जानकारी सामने आई है।

मारा गया बदमाश सिराज बेहद शातिर अपराधी था

मारा गया बदमाश सिराज बेहद शातिर अपराधी था। उसके खिलाफ हत्या, लूट, डकैती, अवैध हथियार रखने और गैंगस्टर एक्ट सहित करीब 30 आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। सुल्तानपुर के हत्याकांड के बाद से वह लगातार ठिकाने बदल रहा था और पुलिस को चकमा दे रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस ने उस पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
चुनावी बॉन्ड खत्म होने के बाद भी बीजेपी पर बरसा पैसा, प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने अकेले दिए 2180 करोड़

#electoralbondsclosedstillbjpbumperdonation

15 फरवरी 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को असंवैधानिक बताते हुए बंद करने का आदेश दिया था। अदालत का साफ कहना था कि लोकतंत्र में चंदे की गोपनीयता नहीं, बल्कि पारदर्शिता जरूरी है। हालांकि, इलेक्टोरल बॉन्ड खत्म होने के बाद भी बारतीय जनता पार्टी पर पैसों की बरसात हो रही है।

कुल चंदे का 83 फीसदी बीजेपी के पास

इलेक्टोरल बॉन्ड खत्म होने के बाद पहले वित्त वर्ष यानी 2024-25 में इलेक्टोरल ट्रस्ट ने राजनीतिक पार्टियों को करोड़ों रुपए दान दिए। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2024-25 में इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए कुल 4,276 करोड़ रुपये का चंदा मिला। इसमें से 83.6% यानी सबसे बड़ा हिस्सा बीजेपी को मिला। यह पिछले साल के मुकाबले चार गुना से भी ज्यादा है।

कांग्रेस को मिले 299 करोड़ रुपए

कांग्रेस को इस रास्ते से 7.3% चंदा मिला, जबकि तृणमूल कांग्रेस को 3.6% मिला। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को 299 करोड़ रुपए चंदा मिला। अन्य सभी पार्टियों के हिस्से में बाकी बचे 400 करोड़ रुपए आए।

किन ट्रस्टों से कितना मिला बीजेपी को?

2024-25 में बीजेपी को इलेक्टोरल ट्रस्ट से कुल 3,577.5 करोड़ रुपये मिले। इसमें से सबसे ज्यादा पैसा 'प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट' से आया, जो 2,180.7 करोड़ रुपये था। 'प्रोग्रेसिव ईटी' से 757.6 करोड़ रुपये, 'ए बी जनरल ईटी' से 460 करोड़ रुपये, 'न्यू डेमोक्रेटिक ईटी' से 150 करोड़ रुपये मिले। इसके अलावा 'हार्मनी ईटी' से 30.1 करोड़ रुपये, 'ट्रायम्फ ईटी' से 21 करोड़ रुपये, 'जयभारत ईटी' से 5 करोड़ रुपये, 'समाज ईटी' से 3 करोड़ रुपये, 'जन कल्याण ईटी' से 9.5 लाख रुपये और 'एन्जिगार्टिक ईटी' से 7.75 लाख रुपये मिले।

क्या है इलेक्टोरल ट्रस्ट

दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार चुनावी चंदे के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम लेकर आई थी। जिसे सुप्रीम कोर्ट ने साल 2024 में असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया था। अब कॉर्पोरेट कंपनियां चेक, DD या UPI के जरिए पार्टियों को डोनेशन दे सकती हैं। इसके साथ ही इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए भी चंदा दे सकती हैं। इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए कोई कंपनी या फिर व्यक्ति एक ट्रस्ट को डोनेशन दे सकता है, जो आगे पार्टियों को डोनेट करता है

झारखंड हाईकोर्ट का ऐतिहासिक फैसला: रिम्स की जमीन पर अवैध निर्माण मामले में ACB जांच के आदेश

रांची: झारखंड हाईकोर्ट ने रिम्स की 9.65 एकड़ अधिग्रहित भूमि पर अवैध कब्जे और बहुमंजिला इमारतों के निर्माण को गंभीरता से लेते हुए बड़ा आदेश सुनाया है। चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस सुजीत नारायण की खंडपीठ ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार के इस खेल में निर्दोष खरीदारों को बलि का बकरा नहीं बनाया जा सकता।

फैसले के मुख्य बिंदु:

ACB जांच और FIR: अदालत ने पूरे घोटाले की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को सौंप दी है। दोषी अधिकारियों और बिल्डरों पर प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, भविष्य में CBI जांच के विकल्प को भी खुला रखा गया है।

दोषी अफसरों से वसूली: कोर्ट ने एक अभूतपूर्व मिसाल पेश करते हुए कहा कि फ्लैट खरीदारों के मुआवजे की राशि सरकारी कोष से नहीं, बल्कि दोषी अधिकारियों (सेवानिवृत्त या कार्यरत) और बिल्डरों की संपत्ति से वसूली जाएगी।

प्रशासनिक मिलीभगत पर प्रहार: 1964-65 में अधिग्रहित जमीन पर नक्शा पास करने, रजिस्ट्री करने, म्यूटेशन करने और RERA की मंजूरी देने वाले अधिकारियों की भूमिका की जांच होगी।

अतिक्रमण हटाओ अभियान: 3 दिसंबर के आदेश के बाद प्रशासन ने DIG ग्राउंड के पास बुलडोजर चलाकर अवैध इमारतों को गिराना शुरू कर दिया है। कोर्ट ने इस अभियान की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जाहिर की और तेजी लाने का निर्देश दिया।

मामले की पृष्ठभूमि:

रांची के मोरहाबादी और कोकर मौजा में रिम्स की विस्तार के लिए रखी गई करीब 9.65 एकड़ जमीन को मिलीभगत से निजी बताकर बेच दिया गया था। इस पर अपार्टमेंट, मंदिर और बाजार बन गए थे। अब हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद इन अवैध ढांचों को गिराया जा रहा है।

अदालत की टिप्पणी: "यदि अधिकारी शुरू से सतर्क रहते, तो न सरकारी जमीन बिकती और न ही आम लोगों के घर उजड़ने की नौबत आती।"

प्रमुख जानकारी (Summarized Table)

विवरण जानकारी

संबंधित संस्थान रिम्स (RIMS), रांची

भूमि का विवरण 9.65 एकड़ (मोरहाबादी और कोकर मौजा)

अधिग्रहण वर्ष 1964-65

माननीय न्यायाधीश चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस सुजीत नारायण

जांच एजेंसी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB)

अगली सुनवाई 6 जनवरी, 2026

प्रभावित खरीदारों के लिए क्या है खास?

उनका आर्थिक नुकसान सुरक्षित करने के लिए मुआवजा सुनिश्चित किया गया है।

न्याय के लिए दोषी बिल्डरों और अफसरों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है।

यह आदेश अन्य सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले भू-माफियाओं के लिए एक बड़ी चेतावनी है।

कड़ाके की ठंड से कांपा पूरा उत्तर भारत में, घने कोहरे ने सड़क से लेकर रेल यातायात को किया बाधित

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उत्तर भारतीय राज्यों में कड़ाके की ठंड और शीतलहर का दौर जारी है। घना से बहुत घने कोहरे की वजह से सामान्‍य जनजीवन अस्‍तव्‍यस्‍त हो गया है। दिल्ली और उत्तर भारत में घने कोहरे ने लगातार सातवें दिन भी जनजीवन और यातायात को प्रभावित किया है।

अगले 48 घंटे राहत के आसार नहीं

जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है। वहीं उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा जैसे मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 से 48 घंटों तक देश के बड़े हिस्से में बर्फबारी, बारिश और कोहरे का पूर्वानुमान जताया है। आईएमडी की भविष्यवाणी के मुताबिक, अगले 48 घंटों में कड़ाके की ठंड से राहत की उम्मीद कम है।

पश्चिमी विक्षोभ ने बढ़ाई परेशानी

कोहरे का कारण एक पश्चिमी विक्षोभ है, जिसके चलते जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और बारिश हुई। गुलमर्ग, सोनमर्ग और साधना टॉप जैसे इलाकों में ताजा बर्फ जमी है। मौसम विभाग का कहना है कि यह पश्चिमी विक्षोभ मंगलवार 23 दिसंबर तक कमजोर पड़ जाएगा।

'चिल्लई-कलां' की शुरुआत

जम्मू-कश्मीर में ताजा बर्फबारी के साथ ही 40 दिनों तक चलने वाली 'चिल्लई-कलां' की शुरुआत हो गई है। गुलमर्ग में करीब दो इंच बर्फ गिरी है और यह घाटी का एकमात्र ऐसा मौसम केंद्र रहा जहां तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया, जो माइनस 1.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। सोनमर्ग में सुबह से दोपहर तक लगातार बर्फबारी होती रही। हालांकि, श्रीनगर में रात का तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक, 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन की सबसे गर्म रात रही।

दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.3 डिग्री अधिक रहा। अधिकतम तापमान 18.1 डिग्री सेल्सियस रहा। हरियाणा में नारनौल और पंजाब में गुरदासपुर सबसे ठंडे स्थान रहे, जहां न्यूनतम तापमान क्रमशः 5.2 और 6.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री रहा।

ट्रेनों और उड़ानों पर असर

रविवार को भी कोहरे और धुंध के कारण ट्रेनों और उड़ानों में भारी बाधा आई। खासकर दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कोहरे की वजह से डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स के ऑपरेशन पर बुरा असर पड़ा है। दिल्ली एयरपोर्ट पर 100 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जबकि 500 से अधिक उड़ानें देरी से चलीं।

बलिया: बढ़ती ठंड और शीतलहर के बीच अलाव-रैन बसेरों की मजबूत व्यवस्था की मांग सुशील कुमार पाण्डेय 'कान्हजी' ने जिला प्रशासन से राहत देने अपील की
संजीव सिंह बलिया। जनपद में कड़ाके की ठंड और पछुआ हवाओं से तापमान लगातार गिर रहा है। इस पर चिंता जताते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के उपाध्यक्ष व प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय 'कान्हजी' ने जिला प्रशासन से सड़क पर जीवन यापन करने वाले निर्धन लोगों के लिए तत्काल राहत की मांग की है। उन्होंने कहा कि मीडिया में खबरें छापने से काम नहीं चलेगा, जरूरतमंदों तक व्यवस्था पहुंचनी चाहिए।कान्हजी ने चेतावनी दी कि वर्तमान भीषण ठंड जानलेवा साबित हो सकती है। मानवता के नाते और शासन की मंशा के अनुरूप प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने शहर, तहसील व ब्लॉक स्तर के प्रमुख चौराहों, बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशन व अस्पतालों के बाहर पर्याप्त अलाव जलाने की मांग की।रैन बसेरों में सुविधाओं का खास जोर
सपा नेता ने सभी रैन बसेरों को सक्रिय करने और सुव्यवस्थित करने की अपील की। वहां केवल बिस्तर ही नहीं, बल्कि कंबल, साफ-सफाई व रात्रि में गरम भोजन-पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। प्रशासन व स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से फुटपाथ पर सोने वालों व निर्धन परिवारों में युद्ध स्तर पर कंबल वितरण शुरू किया जाए।सामूहिक जिम्मेदारी पर बल
कान्हजी ने कहा, "बलिया की धरती सेवा व समर्पण की प्रतीक रही है। इस ठंड में कोई गरीब खुले आसमान तले न सोए, यह हम सबकी जिम्मेदारी है। जिला प्रशासन संवेदनशील बने और राहत कार्य जमीन पर उतारे।"
उन्होंने नगर निकायों व ग्राम पंचायतों से भी अपील की कि वे सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलवाएं ताकि राहगीरों व मजदूरों को राहत मिले।
हजारीबाग यूथ विंग का शीतकालीन राहत अभियान, वार्ड संख्या-4 में 100 जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण

हजारीबाग: शीतकालीन राहत अभियान के तहत हजारीबाग यूथ विंग द्वारा रविवार को वार्ड संख्या-4 अंतर्गत मंडई खुर्द में जरूरतमंद, असहाय एवं वृद्धजनों के बीच कंबल का वितरण किया गया। संस्था के साप्ताहिक सेवा अभियान के अंतर्गत इस सप्ताह कुल 100 कंबलों का वितरण किया गया, जिससे कड़ाके की ठंड से जूझ रहे लोगों को बड़ी राहत मिली।

बताया गया कि यह राहत अभियान बीते रविवार से प्रारंभ किया गया है। अब तक शहर के दो वार्डों में कुल 200 कंबल जरूरतमंदों तक पहुंचाए जा चुके हैं। कार्यक्रम से पूर्व सभी लाभार्थियों के बीच कूपन का वितरण किया गया था और उसी के आधार पर क्रमबद्ध एवं व्यवस्थित तरीके से कंबल प्रदान किए गए, जिससे वितरण प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और सुचारु रही।

हजारीबाग यूथ विंग समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा, संवेदनशीलता और सेवा भाव के साथ निभा रही है। संस्था द्वारा वर्ष 2024 में 1200 कंबलों का वितरण किया गया था, जबकि वर्ष 2025 में 2000 कंबल वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

अभियान को प्रभावी रूप से संचालित करने के लिए संस्था के अध्यक्ष करण जायसवाल द्वारा लब्बू गुप्ता एवं दीपू यादव को प्रभारी के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनके समन्वय से आगामी रविवार से शहर के विभिन्न वार्डों में लगातार कंबल वितरण किया जाएगा।

इस अवसर पर संस्था के संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन ने कहा कि प्रचंड ठंड के इस मौसम में जरूरतमंदों की सहायता करना हजारीबाग यूथ विंग का सामाजिक दायित्व है। हमारा प्रयास है कि कोई भी गरीब और असहाय व्यक्ति ठंड से परेशान न रहे। इसी भावना के साथ यह राहत अभियान पूरे शीतकाल तक जारी रहेगा।

वहीं संस्था के अध्यक्ष करण जायसवाल ने कहा कि हजारीबाग यूथ विंग सेवा और मानवता के मूल्यों को सर्वोपरि मानते हुए लगातार सामाजिक कार्य कर रही है। आने वाले दिनों में शहर के सभी वार्डों एवं ग्रामीण इलाकों में पहुंचकर जरूरतमंदों तक कंबल पहुंचाया जाएगा और इस अभियान को और अधिक व्यापक रूप दिया जाएगा।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन, सचिव रितेश खंडेलवाल, सहसचिव अभिषेक पांडे, उपाध्यक्ष विकास तिवारी, कोषाध्यक्ष गुंजन मद्धेशिया, संस्था के मार्गदर्शक संजय कुमार, डॉक्टर बी वेंकटेश, कार्यकारिणी सदस्य सत्यनारायण सिंह सहित कई लोग उपस्थित रहे।

झारखंड स्वास्थ्य व्यवस्था 'ऑल टाइम लो' पर: हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने स्वास्थ्य मंत्री पर साधा निशाना

हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर एक गंभीर आरोप लगाते हुए इसे "ऑल टाइम लो" स्तर पर बताया है। एक वायरल वीडियो का हवाला देते हुए सांसद मनीष जायसवाल ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी से उसपर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है।

सांसद मनीष जायसवाल ने केरेडारी सीएचसी के एक कथित वीडियो पर गहरी चिंता व्यक्त की जिसमें बंध्याकरण का ऑपरेशन टॉर्च की रोशनी में किया जा रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि ऑपरेशन करने वालों में संभवतः कोई डॉक्टर भी मौजूद नहीं था। सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था की वर्तमान स्थिति एकदम निचले स्तर पर है और यह पूरी तरह से चिंता का विषय है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को बयानबाजी बंद करने की सलाह दी और उनसे राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर तत्काल ध्यान देने का आग्रह किया। सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री को इस वायरल घटना पर जाँच कराकर

दोषियों के खिलाफ तुरंत और अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए।

सांसद मनीष जायसवाल ने सूबे के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी के अन्य राज्य विशेषकर बिहार में कथित तौर पर अधिक सक्रिय रहने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री अपने मंत्रिमंडल के दायित्व को कम जबकि कांग्रेस नेता होने के दायित्व को अधिक निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के मुद्दों पर नेतागिरी करने की बजाय उन्हें झारखंड के साढ़े तीन करोड़ लोगों को असहाय छोड़कर अपने विभाग पर ध्यान देना चाहिए।

मीरापुर में जीएसटी टीम की कार्रवाई का असर: 30 लाख की टैक्स डिमांड, 7.5 लाख मौके पर वसूले
विपिन राठौर मीरापुर मुज़फ्फरनगर । राज्य कर विभाग (जीएसटी) की शनिवार को की गई छापेमारी के बाद रविवार को भी विभागीय जांच जारी रही। मीरापुर के पुराने सेंट्रल बैंक के निकट स्थित सुमन ट्रेडर्स तथा आसपास की फर्मों में की गई जांच में टैक्स चोरी की कई खामियां सामने आईं। विभाग ने प्रारंभिक मूल्यांकन में करीब 30 लाख रुपये की टैक्स डिमांड तैयार की है, जबकि मौके पर ही 7.5 लाख रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई। सूत्रों के अनुसार, शनिवार की दोपहर डिप्टी कमिश्नर मनोज कुमार शर्मा के नेतृत्व में टीम ने सुमन ट्रेडर्स पर छापेमारी की थी। टीम के पहुंचने से पहले फर्म का मालिक दुकान और गोदाम बंद कर फरार हो गया था। बाद में व्यापारी अपने अधिवक्ता के साथ पहुंचा, जिसके बाद जीएसटी टीम ने पूरी रात दस्तावेजों और स्टॉक का मिलान किया।विभागी स्रोत बताते हैं कि कई गड़बड़ बिल, संदिग्ध रजिस्टर और टैक्स रिकॉर्ड में त्रुटियां मिलने के बाद डिमांड नोटिस की प्रक्रिया शुरू की गई है। टीम अब सभी दस्तावेजों की क्रॉस वेरिफिकेशन कर रही है, जिसके बाद अंतिम आकलन रिपोर्ट लखनऊ मुख्यालय को भेजी जाएगी।रविवार को बाजार में इस कार्रवाई की चर्चा पूरे दिन बनी रही। कई थोक व्यापारियों ने अपने इनवॉयस और जीएसटी रिकॉर्ड की पुन: जांच शुरू कर दी है। विभागीय सूत्र मान रहे हैं कि जीएसटी की यह कार्रवाई आने वाले दिनों में अन्य प्रतिष्ठानों की भी जांच का रास्ता खोल सकती है।
भाजपा ने पिछड़ा वर्ग को ठगने का किया काम: हरीश रावत
ब्यूरो
हरिद्वार, उत्तराखंड।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस ही सर्वसमाज की सच्ची हितैषी पार्टी है, जबकि भाजपा ने पिछड़ा वर्ग को केवल बरगलाने का काम किया है। यह बात उन्होंने रुड़की में आयोजित अति पिछड़ा वर्ग सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही।

रुड़की के दिल्ली रोड स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में हरीश रावत ने कहा कि भाजपा ने आज तक पिछड़ा वर्ग के हित में कोई ठोस योजना नहीं बनाई, जिसका सीधा लाभ समाज को मिल सके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन किया जाएगा और शिक्षा व नौकरी में अतिरिक्त आरक्षण देने के साथ-साथ उनके कल्याण के लिए नई योजनाएं लागू की जाएंगी।

कार्यक्रम में कांग्रेस से लोकसभा सांसद प्रत्याशी रहे वीरेंद्र रावत ने कहा कि हरीश रावत के कार्यकाल में सभी वर्गों के हित में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई गई थीं। उन्होंने विश्वास जताया कि वर्ष 2027 के चुनाव में कांग्रेस जिले की 14 में से 10 से 12 सीटें जीतने का काम करेगी।

कार्यक्रम संयोजक मेलाराम प्रजापति ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय ओबीसी समाज को पूरा सम्मान मिला था और अब एक बार फिर ओबीसी समाज कांग्रेस के साथ खड़ा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता दिलाराम प्रजापति ने की।

इस अवसर पर बृजपाल प्रजापति, भरत प्रजापति, महावीर, शेर सिंह, रामपाल प्रजापति, ग्रस कश्यप, अमरजीत, रामकिशन धीमान, तेलूराम प्रधान, उमेश पाल सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
सीएम के मार्गदर्शन में पशुपालकों को मिला स्थायी बाजार, आत्मनिर्भरता की ओर मजबूत कदम
देहरादून, उत्तराखंड।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दूरदर्शी सोच के अनुरूप राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर ठोस और परिणामोन्मुख कदम उठा रही है। इसी क्रम में स्थानीय युवाओं, पशुपालकों और मत्स्य पालकों को स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से जनपद पौड़ी में एक नई और प्रभावशाली पहल को अमल में लाया गया है।

पौड़ी जनपद के पशुपालन विभाग ने स्थानीय उत्पादों के लिए संस्थागत स्तर पर सुनिश्चित बाजार व्यवस्था विकसित की है। इस दिशा में मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. विशाल शर्मा और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के केंद्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र, श्रीनगर गढ़वाल के उप महानिदेशक के बीच एक महत्वपूर्ण सहमति ज्ञापन (एमओयू) संपन्न हुआ है।

इस समझौते के तहत अब एसएसबी के केंद्रीयकृत प्रशिक्षण केंद्र को भेड़, बकरी, पोल्ट्री (ब्रॉयलर) सहित अन्य मांस उत्पादों की नियमित, ताजा और गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति स्थानीय पशुपालकों द्वारा की जाएगी। इसके साथ ही जनपदीय मत्स्य प्रभारी द्वारा मछली आपूर्ति के लिए पृथक अनुबंध किया गया है, जिससे मत्स्य पालकों को भी इस व्यवस्था से सीधे जोड़ा गया है।
यह पहल स्थानीय उत्पादकों को केवल बाजार उपलब्ध कराने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह स्थायी आय, मूल्य सुरक्षा और रोजगार सृजन का मजबूत आधार तैयार करती है। बिचौलियों की भूमिका सीमित होने से पशुपालकों और मत्स्य पालकों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य प्राप्त होगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।

स्थानीय स्तर पर उत्पादन और उपभोग की इस व्यवस्था से परिवहन लागत में कमी आएगी, पर्यावरणीय प्रभाव घटेगा और क्षेत्रीय संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित होगा। मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. विशाल शर्मा ने इस पहल को आत्मनिर्भर भारत अभियान और वाइब्रेंट विलेज योजना की भावना के अनुरूप एक प्रभावी मॉडल बताया।
उन्होंने कहा कि भविष्य में इस सहयोग को और विस्तार दिया जाएगा, ताकि अन्य स्थानीय उत्पादों को भी इस प्रणाली से जोड़ा जा सके। यह पहल सुरक्षा बलों की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ नागरिक तंत्र और स्थानीय उत्पादकों के बीच सहयोग का एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करती है।
यह अभिनव प्रयास न केवल ग्रामीण आजीविका को नया आधार देगा, बल्कि जनपद पौड़ी गढ़वाल को स्थानीय उत्पादन आधारित आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाएगा।
एनकाउंटर में मारा गया सुल्तानपुर से फरार एक लाख का ईनामी
लखनऊ । सहारनपुर के गंगोह में एसटीएफ ने 1 लाख के इनामी वांटेड अपराधी सिराज को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। सिराज सुल्तानपुर जिले के चर्चित हत्याकांड में फरार चल रहा था और लंबे समय से पुलिस को उसकी तलाश थी। मुठभेड़ के दौरान सिराज ने एसटीएफ टीम पर फायरिंग की, जिसके जवाब में की गई कार्रवाई में वह मारा गया।

सहारनपुर में किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था

शनिवार देर रात एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि सिराज गंगोह क्षेत्र में किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। सूचना मिलते ही एसटीएफ की टीम ने इलाके में घेराबंदी कर सघन चेकिंग शुरू की। इसी दौरान संदिग्ध बाइक सवार को रुकने का इशारा किया गया, लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी। एसटीएफ द्वारा जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से उसकी मौत हो गई।

जवाबी कार्रवाई में वह गोली लगने से घायल हो गया

घेराबंदी के दौरान सिराज ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। आत्मरक्षा में की गई जवाबी कार्रवाई में वह गोली लगने से घायल हो गया।मौके से एक मोटरसाइकिल,पिस्टल (.30 बोर),पिस्टल (.32 बोर) तथा भारी मात्रा में जिंदा कारतूस (.30 व .32 बोर), खोखा कारतूस,चार मोबाइल फोन,दो वाई-फाई डोंगल,छोटा बैग,आधार कार्ड सहित अन्य कागजात बरामद हुआ है।

30 से अधिक मुकदमों का है आपराधिक इतिहास

गिरफ्तार अभियुक्त सिराज अहमद उर्फ पप्पू (उम्र लगभग 36 वर्ष), निवासी लोलेपुर, थाना कोतवाली नगर, जनपद सुलतानपुर, एक एचएस (हिस्ट्रीशीटर) अपराधी है। इसके विरुद्ध हत्या, हत्या का प्रयास, गैंगस्टर, रासुका, बलवा और रंगदारी समेत 30 से अधिक गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

2023 के एक हत्या कांड के बाद से अभियुक्त फरार चल रहा था

पुलिस के अनुसार, 27 मामलों में आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित हो चुके हैं जबकि एक मामला विवेचनाधीन है। वर्ष 2023 के एक हत्या कांड के बाद से अभियुक्त फरार चल रहा था और जमानत का दुरुपयोग कर लगातार आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त था।

अपराध की दुनिया में लंबा सफर

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, सिराज अहमद ने वर्ष 2006 में मारपीट और लूट की घटना से अपराध जगत में कदम रखा था। उसके बाद वह संगठित गिरोह बनाकर लगातार जघन्य अपराध करता रहा। अभियुक्त के पास अवैध रूप से अर्जित संपत्ति, जमीन, मकान और फैक्ट्री होने की भी जानकारी सामने आई है।

मारा गया बदमाश सिराज बेहद शातिर अपराधी था

मारा गया बदमाश सिराज बेहद शातिर अपराधी था। उसके खिलाफ हत्या, लूट, डकैती, अवैध हथियार रखने और गैंगस्टर एक्ट सहित करीब 30 आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। सुल्तानपुर के हत्याकांड के बाद से वह लगातार ठिकाने बदल रहा था और पुलिस को चकमा दे रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस ने उस पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।