विश्व प्रसिद्ध धर्म नगरी एवं आस्था का केन्द्र बना संगम प्रयागराज

प्रतिवर्ष माघ मास में होता है 84 लाख देवी देवताओ का वास  

संजय द्विवेदी प्रयागराज।विगत वर्ष माघ मास में 142 वर्षो बाद लगा धर्म नगरी संगम क्षेत्र में महाकुम्भ के दौरान देश विदेश से संगम स्नान करने हेतु आए स्नानार्थियो ने पूरे विश्व में प्रयागराज जिले का नाम तो रोशन कर ही दिया है।जबकि प्रयागराज में प्रतिवर्ष माघ मास में संगम की रेती पर देश-विदेश से आए हुए सनातन धर्मावलम्बियो महात्माओ का निवास संगम की रेती पर 84 लाख देवी देवताओ के बीच तम्बुओ की नगरी में बना ही रहता है।ठीक उसी प्रकार इस वर्ष भी संगम की रेती पर तंबुओ की नगरी बनना शुरू हो चुका है।क्योकि माघ मेला प्रतिवर्ष जनवरी फरवरी के महीने में ही लगता है जबकि कुम्भ मेला एक बड़ा और दुर्लभ आयोजन है जो हर 12 वर्षों में चार पवित्र स्थान प्रयागराज नासिक उज्जैन हरिद्वार में लगता है।

माघ मेला कुम्भ की तुलना में छोटा होता है और दोनों में अंतर उनकी आवृत्ति एवं भव्यता का है त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करना आध्यात्मिक महत्व है।पौराणिक कथाओ के अनुसार संगम स्नान करने वाले व्यक्ति संगम तट पर विराजमान हनुमान जी का दर्शन पूजन जरुर करते है।जो एक प्रसिद्ध मंदिर है भारत के कुछ अनोखे मंदिरों में एक है जो गंगा यमुना नदियो के संगम तट पर स्थित है जहां हनुमान जी लेटे हुए स्वरूप में दर्शाये गए है मान्यता है कि लंका पर विजय के बाद जब हनुमान जी यहां पहुंच कर विश्राम कर रहे थे तभी यह प्रतिमा इस अवस्था में स्थापित हो गई थी।श्रद्धालु स्नान करने के बाद यहां दर्शन पूजन करना नहीं भूलते माना जाने के साथ-साथ देखा भी जाता है कि प्रतिवर्ष मां गंगा प्रतिवर्ष संकट मोचन बजंरगबली को उनके स्थान पर पहुंचकर स्नान कराती है।वैसे तो संगम क्षेत्र में अरैल की तरफ भी अनेको साधु संतों एवं महात्माओं तथा सुप्रसिद्ध फलाहारी बाबा का बांध रोड से लगा हुआ मठ मंदिर रुपी आश्रम है जहां लोग फलाहारी बाबा से दीक्षा ग्रहण करते है।संगम क्षेत्र में स्नान करने हेतु आने वाले स्नानार्थियो द्वारा भी उक्त स्थान पर बने मंदिरों में निवास करने वाले महात्माओ का भी दर्शन पूजन किया करते हैं और उनके द्वारा आशीर्वाद प्राप्त कर अपने आप को लोग गौरवान्वित महसूस करते है।

सवा लाख का इनामी बदमाश मिथुन ढेर, एक पुलिसकर्मी घायल
लखनऊ ।  शामली में वेदखेड़ी–मंसूरा मार्ग पर सोमवार देर रात पुलिस की एसओजी और झिंझाना थाना टीम को बड़ी सफलता मिली। बदमाशों से हुई मुठभेड़ में बावरिया गिरोह का कुख्यात अपराधी और ₹1.25 लाख का इनामी मिथुन मारा गया, जबकि उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। इस दौरान एसओजी के हेड कांस्टेबल हरविंदर गोली लगने से घायल हो गए। झिंझाना थाना प्रभारी वीरेंद्र कसाना की जैकेट में भी गोली लगी, लेकिन वे सुरक्षित हैं।

घटनास्थल से एक कार्बाइन और मेड-इन-इटली पिस्टल बरामद

एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि देर रात सूचना मिली थी कि बावरिया गिरोह के सदस्य वेदखेड़ी–मंसूरा रोड पर किसी बड़ी वारदात की फिराक में हैं। इस पर पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची। पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें इनामी मिथुन ढेर हो गया। मौके से उसका साथी राहुल फरार हो गया। घायल कांस्टेबल को ऊन सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर किया गया है।मुठभेड़ के बाद पुलिस को घटनास्थल से एक कार्बाइन और मेड-इन-इटली पिस्टल बरामद हुई।

पुलिस की ओर से ₹25,000 का इनाम घोषित था

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मिथुन पर शामली में ₹1 लाख और बागपत पुलिस की ओर से ₹25,000 का इनाम घोषित था। वह बागपत में कांवड़ यात्रा के दौरान महिला से लूट की वारदात में शामिल था। उसके खिलाफ हत्या, लूट, चोरी सहित 20 से अधिक मामले दर्ज थे। पुलिस जांच में सामने आया कि अपराध के बाद वह पंजाब, साउथ दिल्ली, जयपुर और अन्य शहरों में शरण लेता था तथा यूपी, उत्तराखंड और दक्षिण भारत के कई राज्यों में सक्रिय था। वह वर्ष 2017 में झिंझाना के भारत कुमार हत्याकांड का भी आरोपी रहा है।

संजीव जीवा गैंग का शूटर फैसल ढेर हुआ था

हाल के महीनों में शामली पुलिस लगातार अपराधियों के खिलाफ सख्त अभियान चला रही है। इससे पहले पुलिस 18 अक्टूबर को भभीसा गांव के जंगल में हुई मुठभेड़ में ₹1 लाख के इनामी नफीस को मार गिरा चुकी है, जबकि 24 अक्टूबर को भोगी माजरा के पास हुई मुठभेड़ में संजीव जीवा गैंग का शूटर फैसल ढेर हुआ था। अब तीसरे इनामी बदमाश मिथुन के मारे जाने से जिले में सक्रिय गैंगों का नेटवर्क कमजोर पड़ गया है।पुलिस का कहना है कि लगातार की जा रही इन कार्रवाइयों से जिले में अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगा है।
बलरामपुर में भीषण सड़क हादसा: बस–ट्रक में टक्कर के बाद लगी आग, तीन की मौत, 25 घायल

बलरामपुर। कोतवाली देहात क्षेत्र के फुलवरिया बायपास पर मंगलवार तड़के लगभग 4:30 बजे दर्दनाक हादसा हो गया। सोनौली से दिल्ली जा रही एक निजी बस और सामने से आ रहे मालवाहक ट्रक की आमने-सामने टक्कर होते ही दोनों वाहनों में भीषण आग लग गई। हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही जलकर मौत हो गई, जबकि 25 यात्री गंभीर रूप से झुलसकर घायल हो गए।

बिजली के तारों के संपर्क में आने से आग तेजी से फैल गई

टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस सड़क किनारे लगे ट्रांसफॉर्मर से टकराकर झुक गई और बिजली के तारों के संपर्क में आने से आग तेजी से फैल गई। कुछ ही ही मिनटों में बस और ट्रक दोनों लपटों में घिर गए। कई यात्री बस से बाहर निकल भी नहीं पाए और झुलस गए। ट्रक पलटने के बाद उसके नीचे एक अज्ञात शव भी मिला, जो आग की वजह से पूरी तरह क्षत-विक्षत हो चुका था। पुलिस का अंदेशा है कि मृतक ट्रक में सवार व्यक्ति हो सकता है।

डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे

दुर्घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, यातायात पुलिस और दमकल टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाने के साथ बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को इलाज के लिए तुरंत जिला अस्पताल भेजा गया।घटना की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन और पुलिस अधीक्षक विकास कुमार भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने राहत-बचाव कार्य की समीक्षा करते हुए टीमों को तेजी से कार्रवाई के निर्देश दिए। बाद में वे अस्पताल पहुंचे और घायलों से मिलकर उनके उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित कराई।

पुलिस ने घटना स्थल का किया सील

प्राथमिक जांच में पता चला कि दिल्ली जाने वाली निजी बस जैसे ही फुलवरिया चौराहे से गुजर रही थी, तभी फुलवरिया ओवरब्रिज की ओर से आ रहा तेज रफ्तार ट्रक सीधे बस में जा घुसा। टक्कर से दोनों वाहनों के हिस्से चकनाचूर हो गए और बिजली तारों की चपेट में आने से आग लग गई। पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है और दुर्घटना के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है।

Sambhal में अवैध ई-रिक्शा संचालन पर बड़ी कार्रवाई, दस से अधिक ई-रिक्शा सीज, एक लाख रुपये का जुर्माना वसूला

संभल।जिले में अवैध रूप से संचालित ई-रिक्शाओं पर सख्त कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने सोमवार को बड़े अभियान को अंजाम दिया। सम्भल कोतवाली क्षेत्र के चौधरी सराय में एआरटीओ प्रशासन अमिताभ चतुर्वेदी और सीओ यातायात दीपक तिवारी के संयुक्त नेतृत्व में वाहनों की सघन चेकिंग की गई। इस दौरान दस से अधिक ई-रिक्शाओं को मौके पर ही सीज कर दिया गया, जबकि लगभग एक लाख रुपये का चालान वसूल किया गया।

जानकारी के अनुसार, कई ई-रिक्शा चालक बिना रजिस्ट्रेशन, बिना ड्राइविंग लाइसेंस, बिना परमिट और निर्धारित रूट का पालन किए बिना शहर में आवागमन कर रहे थे। शिकायतें मिलने के बाद विभागीय टीम ने अचानक चौधरी सराय क्षेत्र में अभियान चलाया। अधिकारियों ने नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की और उन्हें नियमों का पालन करने की चेतावनी भी दी। एआरटीओ अमिताभ चतुर्वेदी ने बताया कि अनियमित ई-रिक्शा संचालन से शहर में यातायात व्यवस्था बिगड़ती है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि बिना परमिट और नियमों के विपरीत वाहन चालकों को किसी भी कीमत पर छूट नहीं दी जाएगी।

वहीं, सीओ यातायात दीपक तिवारी ने बताया कि ई-रिक्शाओं की लगातार बढ़ती संख्या से सड़क सुरक्षा प्रभावित हो रही है, इसलिए ऐसे वाहनों पर सख्ती जरूरी है। अभियान के दौरान यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की टीम ने पूरे क्षेत्र में निरीक्षण कर दस्तावेजों की जांच की। कई वाहन चालक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए, जिसके बाद उनके वाहन सीज कर दिए गए।

अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान आगे भी समय-समय पर जारी रहेगा, ताकि अवैध ई-रिक्शा संचालन पर पूरी तरह नियंत्रण स्थापित किया जा सके। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन की कार्रवाई का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इससे यातायात व्यवस्था में सुधार होगा तथा अनियंत्रित ई-रिक्शा संचालन पर रोक लगेगी।

Sambhal में सिटी मजिस्ट्रेट की छापेमारी में अवैध गैस रीफिलिंग का भंडाफोड़

सम्भल। में सोमवार को सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार के नेतृत्व में सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला नाला में अवैध गैस रीफिलिंग के बड़े कारोबार का पर्दाफाश हुआ। टीम के अचानक पहुंचते ही एक आवासीय मकान में बड़ी संख्या में घरेलू गैस सिलेंडर रखे मिले। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि इस मकान में लंबे समय से गैस सिलेंडरों की अवैध रीफिलिंग का काम किया जा रहा था।

कार्रवाई के दौरान टीम ने मौके से उवैस नामक युवक को हिरासत में ले लिया, जो सिलेंडरों में गैस भरने का काम कर रहा था। तलाशी में 26 गैस सिलेंडर बरामद हुए जिनमें 14 भरे हुए, 12 खाली सिलेंडर शामिल थे। इसके साथ ही तीन छोटे सिलेंडर भी मिले, जिनके वाहन उपयोग में लाए जाने की आशंका जताई गई है। मकान के अंदर छिपाकर रखी गई 10 से 12 मशीनें भी मिलीं, जिनमें से दो मशीनें पूरी तरह चालू हालत में पाई गईं, जबकि बाकी मशीनें पुरानी और खराब थीं।

सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि आवासीय क्षेत्र में इस तरह का खतरनाक कार्य किसी भी समय बड़ी दुर्घटना को जन्म दे सकता है। न तो मकान मालिक ने फायर विभाग की एनओसी ली थी और न ही गैस भंडारण या रीफिलिंग की कोई वैध अनुमति प्राप्त थी। पूरा संचालन अवैध होने के कारण तुरंत बंद करा दिया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही आपूर्ति विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और सिलेंडरों व मशीनों का निरीक्षण करते हुए आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू की।

विभाग यह भी जांच कर रहा है कि सिलेंडर किस एजेंसी या स्रोत से लाए जा रहे थे। फिलहाल उवैस को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जबकि मकान मालिक की तलाश जारी है। प्रशासन ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि इस खतरनाक और अवैध गतिविधि में शामिल सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

प्रयागराज-मिर्जापुर & प्रयागराज छिवकी-मानिकपुर खण्ड में सघन चेकिंग अभियान

358 यात्रियो को प्रभावित कर वसूले गए 2,28,677रुपए.9 अवैध वेन्डर पकड़े गए

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।यात्रियो को उत्कृष्ट सुविधाएं प्रदान करने के लिए मंडल रेल प्रबन्धक के मार्गदर्शन में में यात्रियों को स्वच्छ सुरक्षित एवं गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रयागराज मण्डल के स्टेशनो पर सघन टिकट एवं अवैध वेन्डरो के विरुद्ध स्टेशनो एवं गाड़िंयों में चेकिंग अभियान चलाता रहता है। 28.11.2025 से 30.11.2025 तक को प्रयागराज-मिर्जापुर & प्रयागराज छिवकी-मानिकपुर खंड में मंडल मुख्य टिकट निरीक्षक ने टीम के साथ गाड़ी संख्या12802आनन्द विहार टर्मिनल-पुरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 22178 वाराणसी-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस महानगरी सुपरफास्ट गाड़ी संख्या 15657 दिल्ली जंक्शन -कामाख्या ब्रह्मपुत्र मेल गाड़ी संख्या 14116 प्रयागराज जंक्शन-डॉ अम्बेडकर नगर एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 07419 चर्लापल्ली-बक्सर स्पेशल सहित अन्य गाड़ियो में क्रासकंट्री चेकिंग की गयी।

इस चेकिंग अभियान के दौरान 09 अनाधिकृत वेन्डरो को खाद्य वस्तुओं का विक्रय करते हुए पकड़ा गया।इन वेन्डरो को अग्रिम कार्रवाई के रेलवे सुरक्षा बल को सुपुर्द कर दिया गया।इस चेकिंग अभियान में 358 यात्रियों को प्रभावित कर 2,28,677वसूल किए गए। इनमें से बिना टिकट यात्रा करने वाले 127यात्रियो से1,14,997 रूपये अनियमित यात्रा करने वाले 228 यात्रियो से1,13, 280 रूपये एवं गन्दगी फैलाने वाले से 3 यात्रियो से 400 रुपए वसूल किए गए।रेल प्रशासन अपने सभी यात्रियो से अनुरोध करता है कि रेलगाड़ी तथा रेल परिसर में गन्दगी न फैलाएं कूड़ा कूड़ेदांन में ही डाले तथा वैध टिकट के साथ यात्रा करे।केवल अधिकृत एवं आईआरसीटीसी द्वारा अनुमोदित वेंडरो से ही खाद्य सामग्री एवं पेय पदार्थ क्रय करे तथा किसी भी अवैध विक्रेता की जानकारी तत्काल रेलवे हेल्पलाइन139 या निकटतम रेलवे अधिकारी को दे।रेलवे अपने सभी यात्रियो का सम्मान करती है और उनकी सुखद यात्रा की कामना करती है।

ंँनंनंशंशंबिजली बिल राहत योजना 2025–26 आज से लागू

ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने सोरांव प्रयागराज से इस योजना का किया शुभारम्भ

पहले पंजीकरण करने वाले उपभोक्ताओ को प्रमाणपत्र वितरित

प्रथम चरण में बकायेदारो के लिए 100 प्रतिशत ब्याज माफी व 25 प्रतिशत मूलधन में छूट

ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियो को इस योजना को सफल बनाने के दिए निर्देश

उपभोक्ता हितो को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विशेष धन्यवाद

यह योजना ऐतिहासिक व जनता के लिए अत्यंत राहतकारी:मंत्री ए के शर्मा

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।उत्तर प्रदेश सरकार की बहुप्रतीक्षित और उपभोक्ताओ के लिए अत्यंत लाभकारी ‘बिजली बिल राहत योजना 2025–26 का आज पूरे प्रदेश में विधिवत शुभारम्भ हो गया। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने प्रयागराज के सोरांव सब स्टेशन से इस ऐतिहासिक योजना की शुरुआत करते हुए कहा कि यह योजना न केवल उपभोक्ताओ को आर्थिक राहत प्रदान करेगी बल्कि बिजली विभाग और उपभोक्ता दोनो के बीच विश्वास व सहयोग के नए युग की शुरुआत करेगी।उन्होने इसे सरकार की संवेदनशील और परिणामकारी कार्यप्रणाली का उदाहरण बताया।

शुभारम्भ समारोह में मंत्री शर्मा ने पहले पंजीकरण करने वाले पाँच उपभोक्ताओ को प्रमाणपत्र वितरित कर उनका उत्साहवर्धन किया।उन्होने कहा कि आज की शुरुआत उन उपभोक्ताओ के लिए राहत की नई किरण है, जिन पर वर्षों से बकाया बिलो का बोझ बना हुआ था।योजना के प्रथम चरण में पंजीकरण कराने वाले उपभोक्ताओं को 100 प्रतिशत ब्याज माफी एवं मूलधन पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त छूट मिलेगी जिससे उनकी देनदारियाँ काफी कम हो जाएगी।

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि पंजीकरण प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाया गया है। किसी भी विभागीय कैश काउंटर से से अपना पंजीकरण करा सकते है।विभाग द्वारा व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोग योजना का लाभ पा सके। योजना तीन चरणों में चलेगी।प्रथम चरण 1 दिसंबर 2025 से आरम्भ होकर 31 दिसंबर 2025 तक चलेगा। द्वितीय चरण 1 जनवरी 2026 से 31 जनवरी 2026 तक तथा तृतीय चरण 1 फरवरी 2026 से 28 फरवरी 2026 तक चलेगा।

प्रथम चरण में 100% ब्याज के साथ मूलधन में 25% की छूट द्वितीय चरण में 15% की छूट एवं तृतीय चरण में 10% की ही छूट दी जाएगी। वन-टाइम सेटलमेन्ट की यह सुविधा उन उपभोक्ताओ के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जिनके बिल ब्याज और सरचार्ज के कारण बहुत अधिक हो चुके है।उन्होने बताया कि उपभोक्ताओं की आर्थिक क्षमता को देखते हुए सरकार ने मासिक किस्तो में भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध कराई है ताकि उन्हे किसी प्रकार का बोझ न महसूस हो यह मासिक किस्त 750 एवं ₹500 की होगी।कार्यक्रम के दौरान ऊर्जा मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे शिविरो के माध्यम से उपभोक्ताओं को जानकारी दे। पंजीकरण प्रक्रिया को सुचारू और सरल बनाएं तथा सुनिश्चित करें कि कोई भी पात्र व्यक्ति लाभ से वंचित न रहे।उन्होने कहा कि यह विभाग की जिम्मेदारी है कि योजना का फायदा हर जरूरतमंद परिवार तक पहुंचे।

मंत्री शर्मा ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विशेष रूप से धन्यवाद और श्रेय देते हुए कहा कि उपभोक्ता हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का यही संवेदनशील दृष्टिकोण इस योजना की प्रेरणा रहा है।प्रधानमंत्री के सबका साथ–सबका विकास–सबका विश्वास के संकल्प और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बिजली उपभोक्ताओ को लगातार राहत देने की नीति के कारण ही प्रदेश में छह वर्षो से बिजली दरों में कोई वृद्धि नहीं हुई और अब यह ऐतिहासिक राहत योजना लागू होकर उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ को बड़े पैमाने पर कम करेगी। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री दोनो का मार्गदर्शन इस योजना की बुनियाद है जो प्रदेश के लाखों परिवारो के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी।

मंत्री ने सभी बकायेदार उपभोक्ताओं से अपील की कि वे इस अवसर को हाथ से न जाने दे।और पंजीकरण कर योजना का लाभ उठाएं।उन्होंने कहा, बिजली बिल राहत योजना 2025–26 उपभोक्ताओ को पुराने बोझ से मुक्त करने वाली ऐतिहासिक पहल है और यह उनके जीवन में वास्तविक आर्थिक राहत लाएगी।इस अवसर पर विधायक फाफामऊ गुरु प्रसाद मौर्य विधायक फूलपुर दीपक पटेल माननीय विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी जिला अध्यक्ष गंगापार निर्मला पासवान अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधिगणो सहित एमडी पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम शम्भू कुमार मुख्य विद्युत अभियन्ता अधीक्षण अभियन्ता अधिशासी अभियन्ता विद्युत उपभोक्ता एवं बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।

विश्व एड्स दिवस पर सदर अस्पताल में जागरूकता कार्यक्रम का भव्य आयोजन, सिविल सर्जन ने दिखाई हरी झंडी

हज़ारीबाग : दिनांक 01 दिसम्बर 2025 को झारखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति के तत्वावधान में आई.सी.टी.सी. (ICTC) एवं ए.आर.टी.सी. (ARTC) द्वारा सदर अस्पताल परिसर में विश्व एड्स दिवस कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मियों, चिकित्सकों, स्वयंसेवी संस्थाओं और जागरूकता टीमों ने भाग लिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार थे, जबकि डॉक्टर अनुकर्ण पुरती, जिला समन्वयक एवं नोडल अधिकारी डॉक्टर राज किशोर, वरिष्ठ चिकित्सक कपिल मुनी, ए.आर.टी.सी. प्रभारी डॉक्टर कात्यायनी सिंह, ए.एन.एम. प्रशिक्षण केंद्र की प्राचार्या नाज़िया मान तथा रक्त बैंक प्रतिनिधि नर्मल जैन सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रैली का शुभारंभ किया। रैली के बाद सदर अस्पताल परिसर में मुख्य कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसकी शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन से की गई। अतिथियों का स्वागत पुष्प एवं पौधा भेंट कर किया गया।

अपने संबोधन में सिविल सर्जन ने इस वर्ष की थीम“विघ्नों पर विजय, एड्स प्रतिक्रिया में परिवर्तन — जान ही सुरक्षा है, और संवेदनशीलता ही शक्ति” का संदेश सभी को समझाया। उन्होंने बताया कि जागरूकता, सही जानकारी और समय पर उपचार ही एच.आई.वी./एड्स से बचाव के सबसे प्रभावी माध्यम हैं।

जिला कार्यक्रम टीम ने बताया कि एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति यदि नियमित रूप से ए.आर.टी. दवाएँ लेता है, तो उसे अन्य संक्रामक बीमारियों का जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है। इसी क्रम में डॉक्टर राज किशोर एवं डॉक्टर कात्यायनी सिंह ने आई.सी.टी.सी. और ए.आर.टी.सी. केंद्रों पर उपलब्ध परामर्श, जाँच और निःशुल्क उपचार सेवाओं की विस्तृत जानकारी दी।

कार्यक्रम में रंजीता, निखिल, सुनीता, तरन्नुम, बहादुर, सरयू, सन्नी, अखोरी सहित आई.सी.टी.सी., ए.आर.टी.सी., एस.एस.के., विहान, लक्ष्य हस्तक्षेप (टी.आई.) टीम Troy TI हज़ारीबा और अन्य संगठनों के अनेक कार्यकर्ता शामिल रहे।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में एच.आई.वी./एड्स के प्रति जागरूकता फैलाना, भ्रांतियों को दूर करना और लोगों को सुरक्षित एवं स्वस्थ जीवन के प्रति प्रेरित करना रहा।

कर्नलगंज की सभी रेलवे क्रॉसिंगों पर लग रहा भीषण जाम: प्रशासन मौन,जनता बेहाल

कर्नलगंज, गोंडा। तहसील मुख्यालय कर्नलगंज की सभी प्रमुख रेलवे क्रॉसिंगों पर रोजाना लगने वाला भीषण जाम अब आम जनता की त्रासदी बन गया है। स्कूल के बच्चों से लेकर मरीजों और कार्यालय कर्मियों तक—हर किसी को घंटों फंसे रहना पड़ रहा है, लेकिन जिम्मेदार विभाग और स्थानीय प्रशासन समस्या को जानते हुए भी पूरी तरह चुप्पी साधे हुए हैं। सबसे अधिक जामग्रस्त कर्नलगंज–हुजूरपुर रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज निर्माण को लेकर लोगों में पिछले कई महीनों से उम्मीदें पनप रही थीं।

परियोजना की स्वीकृति मिलने के बाद सेतु निगम की हलचल भी दिखी, साथ ही लोक निर्माण विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी ले लिया गया। बिजली विभाग को पोल और लाइन शिफ्टिंग हेतु पत्र भी भेजा गया था। लेकिन इसके बाद से पूरा मामला ठंडे बस्ते में चला गया। ना तो खुदाई शुरू हुई और ना मशीनें लगीं, न ही साइट पर किसी भी प्रकार की निर्माण गतिविधि देखी जा रही है। इससे साफ है कि विभागीय सुस्ती के चलते बहु प्रतीक्षित ओवरब्रिज का सपना अभी दूर है। लोगों का कहना है कि चुनावी मौसम में नेताओं ने यही कहकर वोट मांगे- “अबकी बार जिता दो, फ्लाईओवर जरूर बनेगा…” लेकिन चुनाव बाद न वादा याद रहा, न जनता की समस्या। इससे नेताओं के वादे भी ‘चुनावी जुमला' साबित हो रहे हैं। उधर, गोंडा–लखनऊ हाईवे के कटरा शहबाजपुर, सरयू रेलवे क्रॉसिंग, तथा कर्नलगंज–कटरा मार्ग स्थित शहीद मर्द स्थान के पास की रेलवे क्रॉसिंग पर भी हर दिन भीषण जाम लगता है।

एक-एक क्रॉसिंग पर करीब 400- 500 मीटर तक वाहन फंस जाते हैं, जिससे ग्रामीण और नगर क्षेत्र के हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि समय रहते ओवरब्रिज निर्माण शुरू नहीं किया गया, तो आने वाली सर्दियों और त्योहारी भीड़ में हालात और बदतर हो जाएंगे। लोगों ने शासन और विभागीय शीर्ष अधिकारियों से हस्तक्षेप कर तुरंत निर्माण कार्य शुरू कराने की मांग की है। इस संबंध में एसडीएम कर्नलगंज से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर था।

संसद का शीतकालीन सत्र आज से, एसआईआर पर हंगामे के आसार, 13 अहम विधेयक पेश करने की तैयारी में सरकार

#parliamentwintersessionstartstoday

संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो जाएगा। आज एक दिसंबर को शीतकालीन सत्र का पहला दिन है। यह सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा। शीतकालीन सत्र के दौरान विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा की जाएगी।सरकार ने 19 दिसंबर तक चलने वाले सत्र में असैन्य परमाणु क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोलने समेत 13 विधेयकों के जरिये अपने सुधार के एजेंडे पर आगे बढ़ाने की तैयारी की हुई है। हालांकि विपक्ष ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं। कांग्रेस समेत विपक्ष ने सरकार को घेरने की रणनीति बना ली है। विपक्षी दलों ने एक सुर में यह मांग उठाई कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर चर्चा कराई जानी चाहिए।

सत्र से पहले पीएम मोदी का मीडिया को संबोधन

इस सत्र के लिए कुल 15 बैठकें प्रस्तावित हैं। सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पेश करने के लिए कुल 13 विधेयकों को सूचीबद्ध किया है जिनमें निजी कंपनियों के लिए असैन्य परमाणु क्षेत्र को खोलने के प्रावधान वाला एक विधेयक भी शामिल है। परमाणु ऊर्जा विधेयक- 2025 भारत में परमाणु ऊर्जा के उपयोग और विनियमन को नियंत्रित करने के उद्देश्य लाया जा रहा है। सत्र शुरू होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी आज सुबह करीब 10 मीडिया को संबोधित करेंगे। वह सरकार की प्राथमिकताओं के बारे में बताएंगे और सभी सदस्यों से सदन की कार्यवाही में सहयोग करने की अपील करेंगे।

ये महत्वपूर्ण विधेयक होंगे पेश

• जन विश्वास (प्रावधानों में संशोधन) बिल 

• इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (संशोधन) बिल 

• मणिपुर गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (दूसरा संशोधन) बिल

• रिपीलिंग एंड अमेंडिंग बिल 

• एस. नेशनल हाईवे (संशोधन) बिल 

• एटॉमिक एनर्जी बिल 

• कॉर्पोरेट लॉज (संशोधन) बिल 

• सिक्योरिटीज मार्केट्स कोड बिल 

• इंश्योरेंस लॉज (संशोधन) बिल 

• आर्बिट्रेशन एंड कंसीलिएशन (संशोधन) बिल 

• हायर एजुकेशन कमीशन ऑफ इंडिया बिल 

• सेंट्रल एक्साइज (अमेंडमेंट) बिल 

• हेल्थ सिक्योरिटी और नेशनल सिक्योरिटी सेस बिल

एसआईआर को लेकर हंगामेदार हो सकता है सदन

इधर, विपक्ष ने अपने इरादे जता दिए हैं। विपक्ष की ओर से स्पष्ट संकेत दिया गया कि यदि सरकार एसआईआर पर चर्चा नहीं करवाती तो गतिरोध की स्थिति बनेगी। इस मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि यह शीतकालीन सत्र है और इसमें सबको ठंडे दिमाग से काम करना चाहिए। रिजिजू ने कहा कि बैठक में कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने कहा है कि एसआईआर पर भी चर्चा होनी चाहिए और कई मुद्दे हैं। किसी नेता ने यह नहीं कहा कि सदन चलने नहीं देंगे। लेकिन कुछ नेताओं ने ये कहा है कि एसआईआर को लेकर सदन में हंगामा कर सकते हैं।

विश्व प्रसिद्ध धर्म नगरी एवं आस्था का केन्द्र बना संगम प्रयागराज

प्रतिवर्ष माघ मास में होता है 84 लाख देवी देवताओ का वास  

संजय द्विवेदी प्रयागराज।विगत वर्ष माघ मास में 142 वर्षो बाद लगा धर्म नगरी संगम क्षेत्र में महाकुम्भ के दौरान देश विदेश से संगम स्नान करने हेतु आए स्नानार्थियो ने पूरे विश्व में प्रयागराज जिले का नाम तो रोशन कर ही दिया है।जबकि प्रयागराज में प्रतिवर्ष माघ मास में संगम की रेती पर देश-विदेश से आए हुए सनातन धर्मावलम्बियो महात्माओ का निवास संगम की रेती पर 84 लाख देवी देवताओ के बीच तम्बुओ की नगरी में बना ही रहता है।ठीक उसी प्रकार इस वर्ष भी संगम की रेती पर तंबुओ की नगरी बनना शुरू हो चुका है।क्योकि माघ मेला प्रतिवर्ष जनवरी फरवरी के महीने में ही लगता है जबकि कुम्भ मेला एक बड़ा और दुर्लभ आयोजन है जो हर 12 वर्षों में चार पवित्र स्थान प्रयागराज नासिक उज्जैन हरिद्वार में लगता है।

माघ मेला कुम्भ की तुलना में छोटा होता है और दोनों में अंतर उनकी आवृत्ति एवं भव्यता का है त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करना आध्यात्मिक महत्व है।पौराणिक कथाओ के अनुसार संगम स्नान करने वाले व्यक्ति संगम तट पर विराजमान हनुमान जी का दर्शन पूजन जरुर करते है।जो एक प्रसिद्ध मंदिर है भारत के कुछ अनोखे मंदिरों में एक है जो गंगा यमुना नदियो के संगम तट पर स्थित है जहां हनुमान जी लेटे हुए स्वरूप में दर्शाये गए है मान्यता है कि लंका पर विजय के बाद जब हनुमान जी यहां पहुंच कर विश्राम कर रहे थे तभी यह प्रतिमा इस अवस्था में स्थापित हो गई थी।श्रद्धालु स्नान करने के बाद यहां दर्शन पूजन करना नहीं भूलते माना जाने के साथ-साथ देखा भी जाता है कि प्रतिवर्ष मां गंगा प्रतिवर्ष संकट मोचन बजंरगबली को उनके स्थान पर पहुंचकर स्नान कराती है।वैसे तो संगम क्षेत्र में अरैल की तरफ भी अनेको साधु संतों एवं महात्माओं तथा सुप्रसिद्ध फलाहारी बाबा का बांध रोड से लगा हुआ मठ मंदिर रुपी आश्रम है जहां लोग फलाहारी बाबा से दीक्षा ग्रहण करते है।संगम क्षेत्र में स्नान करने हेतु आने वाले स्नानार्थियो द्वारा भी उक्त स्थान पर बने मंदिरों में निवास करने वाले महात्माओ का भी दर्शन पूजन किया करते हैं और उनके द्वारा आशीर्वाद प्राप्त कर अपने आप को लोग गौरवान्वित महसूस करते है।

सवा लाख का इनामी बदमाश मिथुन ढेर, एक पुलिसकर्मी घायल
लखनऊ ।  शामली में वेदखेड़ी–मंसूरा मार्ग पर सोमवार देर रात पुलिस की एसओजी और झिंझाना थाना टीम को बड़ी सफलता मिली। बदमाशों से हुई मुठभेड़ में बावरिया गिरोह का कुख्यात अपराधी और ₹1.25 लाख का इनामी मिथुन मारा गया, जबकि उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। इस दौरान एसओजी के हेड कांस्टेबल हरविंदर गोली लगने से घायल हो गए। झिंझाना थाना प्रभारी वीरेंद्र कसाना की जैकेट में भी गोली लगी, लेकिन वे सुरक्षित हैं।

घटनास्थल से एक कार्बाइन और मेड-इन-इटली पिस्टल बरामद

एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि देर रात सूचना मिली थी कि बावरिया गिरोह के सदस्य वेदखेड़ी–मंसूरा रोड पर किसी बड़ी वारदात की फिराक में हैं। इस पर पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची। पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें इनामी मिथुन ढेर हो गया। मौके से उसका साथी राहुल फरार हो गया। घायल कांस्टेबल को ऊन सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर किया गया है।मुठभेड़ के बाद पुलिस को घटनास्थल से एक कार्बाइन और मेड-इन-इटली पिस्टल बरामद हुई।

पुलिस की ओर से ₹25,000 का इनाम घोषित था

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मिथुन पर शामली में ₹1 लाख और बागपत पुलिस की ओर से ₹25,000 का इनाम घोषित था। वह बागपत में कांवड़ यात्रा के दौरान महिला से लूट की वारदात में शामिल था। उसके खिलाफ हत्या, लूट, चोरी सहित 20 से अधिक मामले दर्ज थे। पुलिस जांच में सामने आया कि अपराध के बाद वह पंजाब, साउथ दिल्ली, जयपुर और अन्य शहरों में शरण लेता था तथा यूपी, उत्तराखंड और दक्षिण भारत के कई राज्यों में सक्रिय था। वह वर्ष 2017 में झिंझाना के भारत कुमार हत्याकांड का भी आरोपी रहा है।

संजीव जीवा गैंग का शूटर फैसल ढेर हुआ था

हाल के महीनों में शामली पुलिस लगातार अपराधियों के खिलाफ सख्त अभियान चला रही है। इससे पहले पुलिस 18 अक्टूबर को भभीसा गांव के जंगल में हुई मुठभेड़ में ₹1 लाख के इनामी नफीस को मार गिरा चुकी है, जबकि 24 अक्टूबर को भोगी माजरा के पास हुई मुठभेड़ में संजीव जीवा गैंग का शूटर फैसल ढेर हुआ था। अब तीसरे इनामी बदमाश मिथुन के मारे जाने से जिले में सक्रिय गैंगों का नेटवर्क कमजोर पड़ गया है।पुलिस का कहना है कि लगातार की जा रही इन कार्रवाइयों से जिले में अपराधियों पर प्रभावी अंकुश लगा है।
बलरामपुर में भीषण सड़क हादसा: बस–ट्रक में टक्कर के बाद लगी आग, तीन की मौत, 25 घायल

बलरामपुर। कोतवाली देहात क्षेत्र के फुलवरिया बायपास पर मंगलवार तड़के लगभग 4:30 बजे दर्दनाक हादसा हो गया। सोनौली से दिल्ली जा रही एक निजी बस और सामने से आ रहे मालवाहक ट्रक की आमने-सामने टक्कर होते ही दोनों वाहनों में भीषण आग लग गई। हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही जलकर मौत हो गई, जबकि 25 यात्री गंभीर रूप से झुलसकर घायल हो गए।

बिजली के तारों के संपर्क में आने से आग तेजी से फैल गई

टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस सड़क किनारे लगे ट्रांसफॉर्मर से टकराकर झुक गई और बिजली के तारों के संपर्क में आने से आग तेजी से फैल गई। कुछ ही ही मिनटों में बस और ट्रक दोनों लपटों में घिर गए। कई यात्री बस से बाहर निकल भी नहीं पाए और झुलस गए। ट्रक पलटने के बाद उसके नीचे एक अज्ञात शव भी मिला, जो आग की वजह से पूरी तरह क्षत-विक्षत हो चुका था। पुलिस का अंदेशा है कि मृतक ट्रक में सवार व्यक्ति हो सकता है।

डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे

दुर्घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, यातायात पुलिस और दमकल टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाने के साथ बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को इलाज के लिए तुरंत जिला अस्पताल भेजा गया।घटना की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन और पुलिस अधीक्षक विकास कुमार भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने राहत-बचाव कार्य की समीक्षा करते हुए टीमों को तेजी से कार्रवाई के निर्देश दिए। बाद में वे अस्पताल पहुंचे और घायलों से मिलकर उनके उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित कराई।

पुलिस ने घटना स्थल का किया सील

प्राथमिक जांच में पता चला कि दिल्ली जाने वाली निजी बस जैसे ही फुलवरिया चौराहे से गुजर रही थी, तभी फुलवरिया ओवरब्रिज की ओर से आ रहा तेज रफ्तार ट्रक सीधे बस में जा घुसा। टक्कर से दोनों वाहनों के हिस्से चकनाचूर हो गए और बिजली तारों की चपेट में आने से आग लग गई। पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है और दुर्घटना के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है।

Sambhal में अवैध ई-रिक्शा संचालन पर बड़ी कार्रवाई, दस से अधिक ई-रिक्शा सीज, एक लाख रुपये का जुर्माना वसूला

संभल।जिले में अवैध रूप से संचालित ई-रिक्शाओं पर सख्त कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने सोमवार को बड़े अभियान को अंजाम दिया। सम्भल कोतवाली क्षेत्र के चौधरी सराय में एआरटीओ प्रशासन अमिताभ चतुर्वेदी और सीओ यातायात दीपक तिवारी के संयुक्त नेतृत्व में वाहनों की सघन चेकिंग की गई। इस दौरान दस से अधिक ई-रिक्शाओं को मौके पर ही सीज कर दिया गया, जबकि लगभग एक लाख रुपये का चालान वसूल किया गया।

जानकारी के अनुसार, कई ई-रिक्शा चालक बिना रजिस्ट्रेशन, बिना ड्राइविंग लाइसेंस, बिना परमिट और निर्धारित रूट का पालन किए बिना शहर में आवागमन कर रहे थे। शिकायतें मिलने के बाद विभागीय टीम ने अचानक चौधरी सराय क्षेत्र में अभियान चलाया। अधिकारियों ने नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की और उन्हें नियमों का पालन करने की चेतावनी भी दी। एआरटीओ अमिताभ चतुर्वेदी ने बताया कि अनियमित ई-रिक्शा संचालन से शहर में यातायात व्यवस्था बिगड़ती है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि बिना परमिट और नियमों के विपरीत वाहन चालकों को किसी भी कीमत पर छूट नहीं दी जाएगी।

वहीं, सीओ यातायात दीपक तिवारी ने बताया कि ई-रिक्शाओं की लगातार बढ़ती संख्या से सड़क सुरक्षा प्रभावित हो रही है, इसलिए ऐसे वाहनों पर सख्ती जरूरी है। अभियान के दौरान यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की टीम ने पूरे क्षेत्र में निरीक्षण कर दस्तावेजों की जांच की। कई वाहन चालक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए, जिसके बाद उनके वाहन सीज कर दिए गए।

अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान आगे भी समय-समय पर जारी रहेगा, ताकि अवैध ई-रिक्शा संचालन पर पूरी तरह नियंत्रण स्थापित किया जा सके। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन की कार्रवाई का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इससे यातायात व्यवस्था में सुधार होगा तथा अनियंत्रित ई-रिक्शा संचालन पर रोक लगेगी।

Sambhal में सिटी मजिस्ट्रेट की छापेमारी में अवैध गैस रीफिलिंग का भंडाफोड़

सम्भल। में सोमवार को सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार के नेतृत्व में सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला नाला में अवैध गैस रीफिलिंग के बड़े कारोबार का पर्दाफाश हुआ। टीम के अचानक पहुंचते ही एक आवासीय मकान में बड़ी संख्या में घरेलू गैस सिलेंडर रखे मिले। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि इस मकान में लंबे समय से गैस सिलेंडरों की अवैध रीफिलिंग का काम किया जा रहा था।

कार्रवाई के दौरान टीम ने मौके से उवैस नामक युवक को हिरासत में ले लिया, जो सिलेंडरों में गैस भरने का काम कर रहा था। तलाशी में 26 गैस सिलेंडर बरामद हुए जिनमें 14 भरे हुए, 12 खाली सिलेंडर शामिल थे। इसके साथ ही तीन छोटे सिलेंडर भी मिले, जिनके वाहन उपयोग में लाए जाने की आशंका जताई गई है। मकान के अंदर छिपाकर रखी गई 10 से 12 मशीनें भी मिलीं, जिनमें से दो मशीनें पूरी तरह चालू हालत में पाई गईं, जबकि बाकी मशीनें पुरानी और खराब थीं।

सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि आवासीय क्षेत्र में इस तरह का खतरनाक कार्य किसी भी समय बड़ी दुर्घटना को जन्म दे सकता है। न तो मकान मालिक ने फायर विभाग की एनओसी ली थी और न ही गैस भंडारण या रीफिलिंग की कोई वैध अनुमति प्राप्त थी। पूरा संचालन अवैध होने के कारण तुरंत बंद करा दिया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही आपूर्ति विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और सिलेंडरों व मशीनों का निरीक्षण करते हुए आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू की।

विभाग यह भी जांच कर रहा है कि सिलेंडर किस एजेंसी या स्रोत से लाए जा रहे थे। फिलहाल उवैस को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जबकि मकान मालिक की तलाश जारी है। प्रशासन ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि इस खतरनाक और अवैध गतिविधि में शामिल सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

प्रयागराज-मिर्जापुर & प्रयागराज छिवकी-मानिकपुर खण्ड में सघन चेकिंग अभियान

358 यात्रियो को प्रभावित कर वसूले गए 2,28,677रुपए.9 अवैध वेन्डर पकड़े गए

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।यात्रियो को उत्कृष्ट सुविधाएं प्रदान करने के लिए मंडल रेल प्रबन्धक के मार्गदर्शन में में यात्रियों को स्वच्छ सुरक्षित एवं गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रयागराज मण्डल के स्टेशनो पर सघन टिकट एवं अवैध वेन्डरो के विरुद्ध स्टेशनो एवं गाड़िंयों में चेकिंग अभियान चलाता रहता है। 28.11.2025 से 30.11.2025 तक को प्रयागराज-मिर्जापुर & प्रयागराज छिवकी-मानिकपुर खंड में मंडल मुख्य टिकट निरीक्षक ने टीम के साथ गाड़ी संख्या12802आनन्द विहार टर्मिनल-पुरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 22178 वाराणसी-छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस महानगरी सुपरफास्ट गाड़ी संख्या 15657 दिल्ली जंक्शन -कामाख्या ब्रह्मपुत्र मेल गाड़ी संख्या 14116 प्रयागराज जंक्शन-डॉ अम्बेडकर नगर एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 07419 चर्लापल्ली-बक्सर स्पेशल सहित अन्य गाड़ियो में क्रासकंट्री चेकिंग की गयी।

इस चेकिंग अभियान के दौरान 09 अनाधिकृत वेन्डरो को खाद्य वस्तुओं का विक्रय करते हुए पकड़ा गया।इन वेन्डरो को अग्रिम कार्रवाई के रेलवे सुरक्षा बल को सुपुर्द कर दिया गया।इस चेकिंग अभियान में 358 यात्रियों को प्रभावित कर 2,28,677वसूल किए गए। इनमें से बिना टिकट यात्रा करने वाले 127यात्रियो से1,14,997 रूपये अनियमित यात्रा करने वाले 228 यात्रियो से1,13, 280 रूपये एवं गन्दगी फैलाने वाले से 3 यात्रियो से 400 रुपए वसूल किए गए।रेल प्रशासन अपने सभी यात्रियो से अनुरोध करता है कि रेलगाड़ी तथा रेल परिसर में गन्दगी न फैलाएं कूड़ा कूड़ेदांन में ही डाले तथा वैध टिकट के साथ यात्रा करे।केवल अधिकृत एवं आईआरसीटीसी द्वारा अनुमोदित वेंडरो से ही खाद्य सामग्री एवं पेय पदार्थ क्रय करे तथा किसी भी अवैध विक्रेता की जानकारी तत्काल रेलवे हेल्पलाइन139 या निकटतम रेलवे अधिकारी को दे।रेलवे अपने सभी यात्रियो का सम्मान करती है और उनकी सुखद यात्रा की कामना करती है।

ंँनंनंशंशंबिजली बिल राहत योजना 2025–26 आज से लागू

ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने सोरांव प्रयागराज से इस योजना का किया शुभारम्भ

पहले पंजीकरण करने वाले उपभोक्ताओ को प्रमाणपत्र वितरित

प्रथम चरण में बकायेदारो के लिए 100 प्रतिशत ब्याज माफी व 25 प्रतिशत मूलधन में छूट

ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियो को इस योजना को सफल बनाने के दिए निर्देश

उपभोक्ता हितो को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विशेष धन्यवाद

यह योजना ऐतिहासिक व जनता के लिए अत्यंत राहतकारी:मंत्री ए के शर्मा

संजय द्विवेदी, प्रयागराज।उत्तर प्रदेश सरकार की बहुप्रतीक्षित और उपभोक्ताओ के लिए अत्यंत लाभकारी ‘बिजली बिल राहत योजना 2025–26 का आज पूरे प्रदेश में विधिवत शुभारम्भ हो गया। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने प्रयागराज के सोरांव सब स्टेशन से इस ऐतिहासिक योजना की शुरुआत करते हुए कहा कि यह योजना न केवल उपभोक्ताओ को आर्थिक राहत प्रदान करेगी बल्कि बिजली विभाग और उपभोक्ता दोनो के बीच विश्वास व सहयोग के नए युग की शुरुआत करेगी।उन्होने इसे सरकार की संवेदनशील और परिणामकारी कार्यप्रणाली का उदाहरण बताया।

शुभारम्भ समारोह में मंत्री शर्मा ने पहले पंजीकरण करने वाले पाँच उपभोक्ताओ को प्रमाणपत्र वितरित कर उनका उत्साहवर्धन किया।उन्होने कहा कि आज की शुरुआत उन उपभोक्ताओ के लिए राहत की नई किरण है, जिन पर वर्षों से बकाया बिलो का बोझ बना हुआ था।योजना के प्रथम चरण में पंजीकरण कराने वाले उपभोक्ताओं को 100 प्रतिशत ब्याज माफी एवं मूलधन पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त छूट मिलेगी जिससे उनकी देनदारियाँ काफी कम हो जाएगी।

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि पंजीकरण प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाया गया है। किसी भी विभागीय कैश काउंटर से से अपना पंजीकरण करा सकते है।विभाग द्वारा व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोग योजना का लाभ पा सके। योजना तीन चरणों में चलेगी।प्रथम चरण 1 दिसंबर 2025 से आरम्भ होकर 31 दिसंबर 2025 तक चलेगा। द्वितीय चरण 1 जनवरी 2026 से 31 जनवरी 2026 तक तथा तृतीय चरण 1 फरवरी 2026 से 28 फरवरी 2026 तक चलेगा।

प्रथम चरण में 100% ब्याज के साथ मूलधन में 25% की छूट द्वितीय चरण में 15% की छूट एवं तृतीय चरण में 10% की ही छूट दी जाएगी। वन-टाइम सेटलमेन्ट की यह सुविधा उन उपभोक्ताओ के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जिनके बिल ब्याज और सरचार्ज के कारण बहुत अधिक हो चुके है।उन्होने बताया कि उपभोक्ताओं की आर्थिक क्षमता को देखते हुए सरकार ने मासिक किस्तो में भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध कराई है ताकि उन्हे किसी प्रकार का बोझ न महसूस हो यह मासिक किस्त 750 एवं ₹500 की होगी।कार्यक्रम के दौरान ऊर्जा मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे शिविरो के माध्यम से उपभोक्ताओं को जानकारी दे। पंजीकरण प्रक्रिया को सुचारू और सरल बनाएं तथा सुनिश्चित करें कि कोई भी पात्र व्यक्ति लाभ से वंचित न रहे।उन्होने कहा कि यह विभाग की जिम्मेदारी है कि योजना का फायदा हर जरूरतमंद परिवार तक पहुंचे।

मंत्री शर्मा ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विशेष रूप से धन्यवाद और श्रेय देते हुए कहा कि उपभोक्ता हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का यही संवेदनशील दृष्टिकोण इस योजना की प्रेरणा रहा है।प्रधानमंत्री के सबका साथ–सबका विकास–सबका विश्वास के संकल्प और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बिजली उपभोक्ताओ को लगातार राहत देने की नीति के कारण ही प्रदेश में छह वर्षो से बिजली दरों में कोई वृद्धि नहीं हुई और अब यह ऐतिहासिक राहत योजना लागू होकर उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ को बड़े पैमाने पर कम करेगी। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री दोनो का मार्गदर्शन इस योजना की बुनियाद है जो प्रदेश के लाखों परिवारो के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी।

मंत्री ने सभी बकायेदार उपभोक्ताओं से अपील की कि वे इस अवसर को हाथ से न जाने दे।और पंजीकरण कर योजना का लाभ उठाएं।उन्होंने कहा, बिजली बिल राहत योजना 2025–26 उपभोक्ताओ को पुराने बोझ से मुक्त करने वाली ऐतिहासिक पहल है और यह उनके जीवन में वास्तविक आर्थिक राहत लाएगी।इस अवसर पर विधायक फाफामऊ गुरु प्रसाद मौर्य विधायक फूलपुर दीपक पटेल माननीय विधान परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी जिला अध्यक्ष गंगापार निर्मला पासवान अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधिगणो सहित एमडी पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम शम्भू कुमार मुख्य विद्युत अभियन्ता अधीक्षण अभियन्ता अधिशासी अभियन्ता विद्युत उपभोक्ता एवं बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।

विश्व एड्स दिवस पर सदर अस्पताल में जागरूकता कार्यक्रम का भव्य आयोजन, सिविल सर्जन ने दिखाई हरी झंडी

हज़ारीबाग : दिनांक 01 दिसम्बर 2025 को झारखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति के तत्वावधान में आई.सी.टी.सी. (ICTC) एवं ए.आर.टी.सी. (ARTC) द्वारा सदर अस्पताल परिसर में विश्व एड्स दिवस कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मियों, चिकित्सकों, स्वयंसेवी संस्थाओं और जागरूकता टीमों ने भाग लिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार थे, जबकि डॉक्टर अनुकर्ण पुरती, जिला समन्वयक एवं नोडल अधिकारी डॉक्टर राज किशोर, वरिष्ठ चिकित्सक कपिल मुनी, ए.आर.टी.सी. प्रभारी डॉक्टर कात्यायनी सिंह, ए.एन.एम. प्रशिक्षण केंद्र की प्राचार्या नाज़िया मान तथा रक्त बैंक प्रतिनिधि नर्मल जैन सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रैली का शुभारंभ किया। रैली के बाद सदर अस्पताल परिसर में मुख्य कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसकी शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन से की गई। अतिथियों का स्वागत पुष्प एवं पौधा भेंट कर किया गया।

अपने संबोधन में सिविल सर्जन ने इस वर्ष की थीम“विघ्नों पर विजय, एड्स प्रतिक्रिया में परिवर्तन — जान ही सुरक्षा है, और संवेदनशीलता ही शक्ति” का संदेश सभी को समझाया। उन्होंने बताया कि जागरूकता, सही जानकारी और समय पर उपचार ही एच.आई.वी./एड्स से बचाव के सबसे प्रभावी माध्यम हैं।

जिला कार्यक्रम टीम ने बताया कि एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति यदि नियमित रूप से ए.आर.टी. दवाएँ लेता है, तो उसे अन्य संक्रामक बीमारियों का जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है। इसी क्रम में डॉक्टर राज किशोर एवं डॉक्टर कात्यायनी सिंह ने आई.सी.टी.सी. और ए.आर.टी.सी. केंद्रों पर उपलब्ध परामर्श, जाँच और निःशुल्क उपचार सेवाओं की विस्तृत जानकारी दी।

कार्यक्रम में रंजीता, निखिल, सुनीता, तरन्नुम, बहादुर, सरयू, सन्नी, अखोरी सहित आई.सी.टी.सी., ए.आर.टी.सी., एस.एस.के., विहान, लक्ष्य हस्तक्षेप (टी.आई.) टीम Troy TI हज़ारीबा और अन्य संगठनों के अनेक कार्यकर्ता शामिल रहे।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में एच.आई.वी./एड्स के प्रति जागरूकता फैलाना, भ्रांतियों को दूर करना और लोगों को सुरक्षित एवं स्वस्थ जीवन के प्रति प्रेरित करना रहा।

कर्नलगंज की सभी रेलवे क्रॉसिंगों पर लग रहा भीषण जाम: प्रशासन मौन,जनता बेहाल

कर्नलगंज, गोंडा। तहसील मुख्यालय कर्नलगंज की सभी प्रमुख रेलवे क्रॉसिंगों पर रोजाना लगने वाला भीषण जाम अब आम जनता की त्रासदी बन गया है। स्कूल के बच्चों से लेकर मरीजों और कार्यालय कर्मियों तक—हर किसी को घंटों फंसे रहना पड़ रहा है, लेकिन जिम्मेदार विभाग और स्थानीय प्रशासन समस्या को जानते हुए भी पूरी तरह चुप्पी साधे हुए हैं। सबसे अधिक जामग्रस्त कर्नलगंज–हुजूरपुर रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज निर्माण को लेकर लोगों में पिछले कई महीनों से उम्मीदें पनप रही थीं।

परियोजना की स्वीकृति मिलने के बाद सेतु निगम की हलचल भी दिखी, साथ ही लोक निर्माण विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी ले लिया गया। बिजली विभाग को पोल और लाइन शिफ्टिंग हेतु पत्र भी भेजा गया था। लेकिन इसके बाद से पूरा मामला ठंडे बस्ते में चला गया। ना तो खुदाई शुरू हुई और ना मशीनें लगीं, न ही साइट पर किसी भी प्रकार की निर्माण गतिविधि देखी जा रही है। इससे साफ है कि विभागीय सुस्ती के चलते बहु प्रतीक्षित ओवरब्रिज का सपना अभी दूर है। लोगों का कहना है कि चुनावी मौसम में नेताओं ने यही कहकर वोट मांगे- “अबकी बार जिता दो, फ्लाईओवर जरूर बनेगा…” लेकिन चुनाव बाद न वादा याद रहा, न जनता की समस्या। इससे नेताओं के वादे भी ‘चुनावी जुमला' साबित हो रहे हैं। उधर, गोंडा–लखनऊ हाईवे के कटरा शहबाजपुर, सरयू रेलवे क्रॉसिंग, तथा कर्नलगंज–कटरा मार्ग स्थित शहीद मर्द स्थान के पास की रेलवे क्रॉसिंग पर भी हर दिन भीषण जाम लगता है।

एक-एक क्रॉसिंग पर करीब 400- 500 मीटर तक वाहन फंस जाते हैं, जिससे ग्रामीण और नगर क्षेत्र के हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि समय रहते ओवरब्रिज निर्माण शुरू नहीं किया गया, तो आने वाली सर्दियों और त्योहारी भीड़ में हालात और बदतर हो जाएंगे। लोगों ने शासन और विभागीय शीर्ष अधिकारियों से हस्तक्षेप कर तुरंत निर्माण कार्य शुरू कराने की मांग की है। इस संबंध में एसडीएम कर्नलगंज से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर था।

संसद का शीतकालीन सत्र आज से, एसआईआर पर हंगामे के आसार, 13 अहम विधेयक पेश करने की तैयारी में सरकार

#parliamentwintersessionstartstoday

संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो जाएगा। आज एक दिसंबर को शीतकालीन सत्र का पहला दिन है। यह सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा। शीतकालीन सत्र के दौरान विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा की जाएगी।सरकार ने 19 दिसंबर तक चलने वाले सत्र में असैन्य परमाणु क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोलने समेत 13 विधेयकों के जरिये अपने सुधार के एजेंडे पर आगे बढ़ाने की तैयारी की हुई है। हालांकि विपक्ष ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं। कांग्रेस समेत विपक्ष ने सरकार को घेरने की रणनीति बना ली है। विपक्षी दलों ने एक सुर में यह मांग उठाई कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर चर्चा कराई जानी चाहिए।

सत्र से पहले पीएम मोदी का मीडिया को संबोधन

इस सत्र के लिए कुल 15 बैठकें प्रस्तावित हैं। सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पेश करने के लिए कुल 13 विधेयकों को सूचीबद्ध किया है जिनमें निजी कंपनियों के लिए असैन्य परमाणु क्षेत्र को खोलने के प्रावधान वाला एक विधेयक भी शामिल है। परमाणु ऊर्जा विधेयक- 2025 भारत में परमाणु ऊर्जा के उपयोग और विनियमन को नियंत्रित करने के उद्देश्य लाया जा रहा है। सत्र शुरू होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी आज सुबह करीब 10 मीडिया को संबोधित करेंगे। वह सरकार की प्राथमिकताओं के बारे में बताएंगे और सभी सदस्यों से सदन की कार्यवाही में सहयोग करने की अपील करेंगे।

ये महत्वपूर्ण विधेयक होंगे पेश

• जन विश्वास (प्रावधानों में संशोधन) बिल 

• इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (संशोधन) बिल 

• मणिपुर गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (दूसरा संशोधन) बिल

• रिपीलिंग एंड अमेंडिंग बिल 

• एस. नेशनल हाईवे (संशोधन) बिल 

• एटॉमिक एनर्जी बिल 

• कॉर्पोरेट लॉज (संशोधन) बिल 

• सिक्योरिटीज मार्केट्स कोड बिल 

• इंश्योरेंस लॉज (संशोधन) बिल 

• आर्बिट्रेशन एंड कंसीलिएशन (संशोधन) बिल 

• हायर एजुकेशन कमीशन ऑफ इंडिया बिल 

• सेंट्रल एक्साइज (अमेंडमेंट) बिल 

• हेल्थ सिक्योरिटी और नेशनल सिक्योरिटी सेस बिल

एसआईआर को लेकर हंगामेदार हो सकता है सदन

इधर, विपक्ष ने अपने इरादे जता दिए हैं। विपक्ष की ओर से स्पष्ट संकेत दिया गया कि यदि सरकार एसआईआर पर चर्चा नहीं करवाती तो गतिरोध की स्थिति बनेगी। इस मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि यह शीतकालीन सत्र है और इसमें सबको ठंडे दिमाग से काम करना चाहिए। रिजिजू ने कहा कि बैठक में कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने कहा है कि एसआईआर पर भी चर्चा होनी चाहिए और कई मुद्दे हैं। किसी नेता ने यह नहीं कहा कि सदन चलने नहीं देंगे। लेकिन कुछ नेताओं ने ये कहा है कि एसआईआर को लेकर सदन में हंगामा कर सकते हैं।