बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या, फिर शव को पेड़ से बांध जलाया

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बांग्लादेश में युवा नेता उस्मान हादी की मौत के बाद हिंसा भड़क गई है। पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। बांग्लादेश में जारी हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बीच एक खौफनाक मामला सामने आया है। कट्टरपंथियों के भारत विरोधी प्रदर्शनों के बीच बांग्लादेश में एक हिंदू व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और उसे पेड़ में बांधकर आग लगा दी गई।

बांग्लादेश में एक हिंदू युवक को ईशनिंदा का आरोप लगाकार पहले पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इसके बाद शव को नग्न कर पेड़ पर लटका दिया गया और उसमें आग लगा दी गई। मृतक की पहचान दीपू चंद्र दास के रूप में हुई है, जो एक युवा गारमेंट फैक्ट्री कर्मचारी था और भालुका उपजिला के डुबालिया पाड़ा इलाके में किराए पर रहता था। मॉब लिंचिंग की इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।

पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी का आरोप

पुलिस के मुताबिक, गुरुवार रात करीब 9 बजे कुछ स्थानीय लोगों ने उस पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। इसके बाद बिना किसी जांच या कानूनी प्रक्रिया के, भीड़ ने उस पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

हिंसा पर क्या बोले मोहम्मद यूनुस?

पिछले साल अगस्त में शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद कट्टर इस्लामिक संगठनों ने हिंदुओं के खिलाफ हिंसा शुरू कर दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक, सैकड़ों हिंदुओं के घर तोड़ दिए गये। कई हिंदुओं की हत्या कर दी गई। लेकिन मोहम्मद यूनुस ने चुप्पी साध रखी थी। अब जबकि इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और मोहम्मद यूनुस के लिए इस घटना को झुठलाना मुमकिन नहीं हो रहा है, तो उसने इस घटना की निंदा की है। बांग्लादेश की सरकार की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में नागरिकों से सतर्क रहने और हर तरह की हिंसा को खारिज करने की अपील की है।

वीडीओ भर्ती घोटाला: 1953 पदों की परीक्षा में धांधली, ईओडब्ल्यू ने वांछित अभियुक्त अंकुर वर्मा को दबोचा

लखनऊ/अम्बेडकर नगर। आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) उत्तर प्रदेश द्वारा अपराध की रोकथाम एवं वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान ऑपरेशन शिकंजा के तहत बड़ी कार्रवाई की गई है। वीडीओ (ग्राम विकास अधिकारी) भर्ती परीक्षा 2018 में हुई व्यापक धांधली के मामले में ईओडब्ल्यू टीम ने वांछित अभियुक्त अंकुर वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रकरण के अनुसार, वर्ष 2018 में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, लखनऊ द्वारा ग्राम विकास अधिकारी (VDO), समाज कल्याण पर्यवेक्षक एवं ग्राम पंचायत अधिकारी के कुल 1953 पदों पर भर्ती परीक्षा कराई गई थी। परीक्षा की कार्यदायी संस्था टीसीएस लिमिटेड थी। परीक्षा के बाद बड़े स्तर पर धांधली की शिकायतें सामने आने पर मामले की जांच शासन द्वारा विशेष अनुसंधान दल (EOW), लखनऊ को सौंपी गई।

जांच में प्रथम दृष्टया अनियमितता और कूटरचना प्रमाणित होने पर थाना विभूतिखण्ड, लखनऊ में मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद प्रकरण की विवेचना थाना एसआईटी पर मु०अ०सं० 02/2021, धारा 467, 468, 471, 477A एवं 120बी भादवि के तहत पंजीकृत कर ईओडब्ल्यू को सौंपी गई।

ईओडब्ल्यू की विवेचना में बयानों, अभिलेखों और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर कुल 173 अभियुक्तों के विरुद्ध अपराध प्रमाणित पाया गया। इसी क्रम में ईओडब्ल्यू टीम ने 18 दिसंबर 2025 की शाम करीब 7:25 बजे वांछित अभियुक्त अंकुर वर्मा पुत्र लालता प्रसाद, निवासी बलरामपुर, थाना इब्राहिमपुर, जनपद अम्बेडकर नगर को केदारनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया।

जांच में सामने आया है कि आयोग के तत्कालीन अधिकारी-कर्मचारी, कार्यदायी संस्था टीसीएस लिमिटेड, अन्य संस्थाओं, दलालों और अभ्यर्थियों की मिलीभगत से लिखित परीक्षा की ओएमआर शीट्स में बड़े पैमाने पर कूटरचना की गई। अपात्र अभ्यर्थियों को अधिक अंक दिलाए गए, जबकि पात्र अभ्यर्थियों को चयन से वंचित कर दिया गया। धांधली प्रमाणित होने पर यह परीक्षा निरस्त कर दी गई थी।

इस मामले में अब तक ईओडब्ल्यू द्वारा 15 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जबकि शेष आरोपियों की तलाश जारी है।
गया में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का बयान बना सियासी चर्चा का विषय, वायरल वीडियो से मचा हलचल

गया: बिहार के गया जिले से केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक सम्मान समारोह का बताया जा रहा है, जहां मंच से संबोधन के दौरान उन्होंने वर्ष 2020 के टिकारी विधानसभा चुनाव को लेकर एक विवादित टिप्पणी की। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।

वायरल वीडियो में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि वर्ष 2020 के टिकारी विधानसभा चुनाव में सीट “डीएम से लगवा कर” 2700 वोट से जीती गई थी। मंच से दिया गया यह बयान अब सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है और इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। विपक्षी दल इस बयान को लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठाने वाला बता रहे हैं, जबकि समर्थक इसे मजाक या संदर्भ से काटकर पेश किया गया बयान बता रहे हैं।

बताया जा रहा है कि यह कार्यक्रम एक सम्मान समारोह का था, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे। इसी दौरान जीतन राम मांझी ने अपने संबोधन में यह टिप्पणी की, जो अब चर्चा का केंद्र बन गई है। हालांकि, वीडियो की प्रामाणिकता और पूरे बयान के संदर्भ को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के बयान चुनावी प्रक्रिया और प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल खड़े करते हैं। यदि बयान को गंभीर रूप से लिया जाता है, तो यह चुनाव आयोग और प्रशासनिक व्यवस्था की छवि पर असर डाल सकता है। वहीं, कुछ विश्लेषक इसे राजनीतिक मंच पर कही गई अतिशयोक्तिपूर्ण बात मान रहे हैं।

इस मामले पर अब तक न तो जीतन राम मांझी की ओर से कोई औपचारिक सफाई आई है और न ही उनकी पार्टी की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी किया गया है। विपक्षी दलों ने मांग की है कि चुनाव आयोग इस बयान का संज्ञान ले और मामले की जांच कराए।

फिलहाल, यह वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है और आने वाले दिनों में इस पर राजनीतिक बयानबाजी और तेज होने की संभावना जताई जा रही है।

जेपी नड्डा के तथाकथित रिश्तेदार ने किया 40 लाख की ठगी
लखनऊ में सस्ते दामों में प्लाट दिलाने के नाम पर मनीष ने की ठगी, मुकदमा दर्ज

गोंडा।जिले में भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का करीबी रिश्तेदार बताकर 40 लाख रूपए की ठगी का मामला सामने आया है।छपिया थाना क्षेत्र के बेल्डिहा गांव निवासी संतोष यादव की तहरीर पर लखनऊ के मनीष मल्होत्रा व गोंडा के राम दयाल यादव के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।आरोप है कि दोनों आरोपियों ने संतोष कुमार को लखनऊ में सस्ते प्लाट दिलाने का झांसा दिया था।मनीष मल्होत्रा ने खुद को भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का रिश्तेदार बताया था।संतोष कुमार के अनुसार,आरोपियों ने उनसे विभिन्न किश्तों में कुल 40 लाख रुपए लिए थे।यह राशि बैंक ट्रांसफर और आरटीजीएस के माध्यम से दिया गया था।तीन साल बीत जाने के बाद भी न तो जमीन मिली और न ही पैसा वापस किया गया।पीड़ित संतोष कुमार ने बताया कि रामदयाल यादव से उनके पुराने संबंध थे।इसी विश्वास का फायदा उठाकर रामदयाल ने उन्हें मनीष मल्होत्रा से मिलवाया था।संतोष ने सस्ते प्लाट की उम्मीद में अपनी गाड़ी व घर के जेवरात बेंच कर यह रकम दी थी।लेकिन तीन साल से लगातार इन लोगों द्वारा जमीन नहीं दी जा रही है और न ही पैसे वापस किए जा रहे हैं।जबकि तीन साल के अंदर यह लोग हमें तीन बार लखनऊ होटल में बुला चुके हैं।वहाँ पर रहना खाना सहित सारी व्यवस्था इन लोगों के तरफ से रहती थी।इन लोगों ने एक बार मुझसे दो लाख रुपए लेकर एक ड्रा में भी शामिल किया कि ड्रा में जो पर्ची निकलकर आएगी वह जमीन आपको मिल जाएगी परन्तु फिर भी वह जमीन हम लोगों को नहीं मिली जबकि हमारी पर्ची निकलकर आई थी और अब यह लोग खुद को भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का रिश्तेदार बताकर हमारे पैसे हड़पने की साजिश रच रहे हैं ऐसे में इन लोगों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाए।संतोष ने कहा कि रामदयाल यादव ने मेरे और अपने दोस्ती के रिश्ते को भी कलंकित किया है और ऐसे में परेशान होकर मैं आत्महत्या करना चाहता हूँ।‌संतोष ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल से किया था।पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस द्वारा पूरे मामले की जांच की गई,जिसके बाद छपिया थाने में मनीष मल्होत्रा और रामदयाल यादव के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।वहीं छपिया थानाध्यक्ष प्रबोध कुमार यादव ने बताया कि मनीष मल्होत्रा और रामदयाल यादव दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पूरे मामले की जांच प्रारम्भ कर दी गई है।जांच में जो भी निकल कर आएगा उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विधानसभा शीतकालीन सत्र-2025: 19 से 24 दिसंबर तक अभेद्य सुरक्षा घेरा, ATS–PAC कमांडो तैनात


लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान मंडल का तृतीय (शीतकालीन) सत्र 19 दिसंबर 2025 से प्रारंभ होकर 24 दिसंबर 2025 तक चलेगा। सत्र के दौरान माननीय मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधायकों की सुरक्षा के साथ-साथ सदन की कार्यवाही को शांतिपूर्ण व निर्बाध रूप से संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने व्यापक और अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था लागू की है।

संपूर्ण विधान भवन और आसपास के क्षेत्रों को सुरक्षा की दृष्टि से 04 जोन और 10 सेक्टर में विभाजित किया गया है। प्रत्येक जोन की कमान अपर पुलिस उपायुक्त स्तर के अधिकारियों के पास होगी, जबकि सेक्टरों की जिम्मेदारी सहायक पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी संभालेंगे। सुरक्षा को चार स्तरीय घेरों— आइसोलेशन कोर्डन, इनर कोर्डन, आउटर कोर्डन और आउटर मोस्ट कोर्डन—में विभाजित किया गया है।

सत्र के दौरान कानून-व्यवस्था और यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसमें 04 अपर पुलिस उपायुक्त और 11 सहायक पुलिस आयुक्त शामिल हैं। विशेष सुरक्षा के तहत पीएसी/आरआरएफ की 06 कंपनियाँ और एटीएस की 03 विशेष कमांडो टीमें तैनात रहेंगी।

खुफिया और तकनीकी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एलआईयू की सादे कपड़ों में तैनाती, 18 डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (DFMD), 02 बम निरोधक दस्ते (BDDS), एंटी-माइन टीम और चेक टीमें लगातार सक्रिय रहेंगी।

यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए 14 निरीक्षक, 68 उप-निरीक्षक, कुल 218 मुख्य आरक्षी व आरक्षी तथा 67 होमगार्ड लगाए गए हैं। कुल मिलाकर सुरक्षा व्यवस्था में 32 निरीक्षक, 286 उप-निरीक्षक, 27 महिला उप-निरीक्षक, 713 मुख्य आरक्षी व आरक्षी, 140 महिला आरक्षी और 67 होमगार्ड तैनात रहेंगे।

पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सत्र अवधि के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था या सुरक्षा चूक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पूरे क्षेत्र में सतर्क निगरानी बनाए रखी जाएगी।
लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी पारित हुआ जी राम जी बिल, विरोध में देर रात विपक्षी सांसदों का प्रदर्शन

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लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी ‘द विकसित भारत-रोजगार और आजीविका गारंटी मिशन (ग्रामीण) 2025' यानी वीबी-जी राम जी बिल को पारित हो गया है। ये बिल 20 साल पुरानी मनरेगा योजना की जगह लेगा। ये बिल हर साल 125 दिन के ग्रामीण रोजगार की गारंटी देगा। वहीं, विपक्ष ने बिल को लेकर जमकर हंगामा किया।

विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से किया वॉकआउट

बिल पास होने के दौरान विपक्ष के कई सदस्यों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया, बिल वापस लेने की मांग की और सरकार के खिलाफ नारे लगाए। उन्होंने बिल के पन्ने भी फाड़ दिए, जिस पर चेयरमैन सी पी राधाकृष्णन ने उन्हें ट्रेजरी बेंच की तरफ न जाने की चेतावनी दी।

संसद परिसर में धरना

सदन के भीतर विरोध के बाद विपक्षी दलों ने संसद परिसर स्थित संविधान सदन के बाहर धरना दिया। विपक्ष ने मांग की कि इस बिल को वापस लिया जाए या फिर संसदीय समिति को भेजा जाए, ताकि इसकी गहराई से जांच हो सके। विपक्ष का कहना है कि बिना पर्याप्त चर्चा और सहमति के इस तरह का बड़ा बदलाव ग्रामीण गरीबों के हित में नहीं है।

राज्यसभा में विधेयक पर छह घंटे से अधिक चर्चा

राज्यसभा में विधेयक पर छह घंटे से अधिक चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के जवाब के बाद इसे ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। सदन ने इस विधेयक पर विपक्ष के कई सदस्यों की ओर से लाये गये संशोधन प्रस्तावों को नामंजूर कर दिया। चर्चा का जवाब देते हुए चौहान ने कहा कि देश में 1960-61 में ग्रामीण जनशक्ति कार्यक्रम बनने से लेकर मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) तक समय-समय पर विभिन्न योजनाएं बनती रही हैं। उन्होंने कहा कि इनसे उद्देश्य पूरा नहीं होता या थोड़ा ही लक्ष्य पूरा होता है तो नयी योजनाएं लाई जाती हैं।

शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर साधा निशाना

ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने बापू के आदर्शों की हत्या की, जबकि मोदी सरकार ने उन्हें जिंदा रखा है। मनरेगा योजना की जगह नया विधेयक लाने और उसमें से महात्मा गांधी का नाम हटाने को लेकर विपक्ष के आरोपों को उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ‘विकसित भारत-जी राम जी विधेयक 2025’ के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार महात्मा गांधी के आदर्शों को लागू करने और विकसित गांव की बुनियाद पर विकसित भारत बनाने के लक्ष्य की दिशा में काम कर रही है।

2026 में अमेठी को मिलेगा 550 बेड वाला आधुनिक मेडिकल कॉलेज
*योगी सरकार की सौगात : 300 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा अमेठी का स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय

*31 जनवरी 2026 तक 300 बेड का अस्पताल व क्रिटिकल केयर ब्लॉक होंगे हैंडओवर

*एमबीबीएस से लेकर डीएनबी तक, अमेठी मेडिकल कॉलेज बनेगा चिकित्सा शिक्षा का नया केंद्र*

*नए साल में नर्सिंग कॉलेज समेत चिकित्सा सुविधाओं का होगा व्यापक विस्तार*

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए लगातार बड़े कदम उठा रही है। अमेठी की तिलोई तहसील में स्थित स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। करीब 300 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा इस महाविद्यालय का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। वर्तमान में महाविद्यालय से संबद्ध 200 बेड वाले अस्पताल में सेवाएं संचालित हैं, जबकि 31 जनवरी 2026 तक 300 बेड का नया अस्पताल और 50 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक हैंडओवर किया जाएगा। इससे कुल बेड की संख्या 550 हो जाएगी, जिससे क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। साथ ही नर्सिंग कॉलेज का निर्माण भी इसी तिथि तक पूरा होने की उम्मीद है। योगी सरकार की यह पहल अमेठी सहित आसपास के जिलों के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। क्षेत्रवासियों का लंबे समय से चला आ रहा मेडिकल कॉलेज का सपना अब साकार हो रहा है और 2026 तक यह संस्थान पूर्ण रूप से 500 प्लस बेड वाले आधुनिक चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित हो जाएगा। *शैक्षणिक सुविधाओं का तेजी से विस्तार राज्य स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। एमबीबीएस कोर्स में 100 सीटें स्वीकृत हैं। पैरामेडिकल क्षेत्र में 11 डिप्लोमा कोर्स चलाए जा रहे हैं, जिनमें कुल 230 सीटें हैं। इनमें एनेस्थीसिया एवं क्रिटिकल केयर टेक्नीशियन, ब्लड ट्रांसफ्यूजन, इमरजेंसी एवं ट्रॉमा केयर, लैब टेक्नीशियन, ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन जैसे महत्वपूर्ण कोर्स शामिल हैं। *कई विभागों को मिल सकती है डीएनबी की सीटें आगामी सत्र 2026-27 से बीएससी नर्सिंग कोर्स में 60 सीटें शुरू होने की तैयारी है। पोस्टग्रेजुएट स्तर पर डीएनबी कोर्स में प्रसूति एवं स्त्री रोग, बाल रोग, एनेस्थीसिया में डिप्लोमा और मेडिसिन में डिग्री कोर्स स्वीकृत हैं। कुछ अन्य कोर्सों का निरीक्षण पूरा हो चुका है और परिणाम का इंतजार है। *जानिए, अस्पताल में क्या क्या मिल रहीं चिकित्सा सुविधाएं महाविद्यालय से जुड़े अस्पताल में ओपीडी और इनडोर सेवाएं नियमित चल रही हैं। मेडिसिन, सर्जरी, गायनेकोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, ऑर्थोपेडिक्स, ईएनटी, डर्मेटोलॉजी समेत कई विभागों में रोजाना 1000 से ज्यादा मरीजों का इलाज हो रहा हैं।आपातकालीन सेवाएं वर्तमान में 10 बेड पर चल रही हैं, जो नए अस्पताल के शुरू होने पर 30 बेड तक बढ़ जाएंगी। अस्पताल में 7 मेजर और 5 माइनर ऑपरेशन थियेटर, 20 बेड का आईसीयू और एनआईसीयू की सुविधा उपलब्ध है। 24×7 डायग्नोस्टिक सेवाएं जैसे सीटी स्कैन, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी लैब, ब्लड स्टोरेज, फार्मेसी, ईकोकार्डियोग्राफी और ईसीजी भी मरीजों को मिल रही हैं। *नए वर्ष पर चिकित्सा सुविधाओं में होगा विस्तार मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ रीना शर्मा ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुसार न सिर्फ योजनाओं को लागू किया जा रहा है बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में भी वृद्धि की जा रही है। कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग कार्य करा रहा है। उम्मीद है कि हम नए वर्ष में नई किरणों के साथ चिकित्सकीय सुविधाओं में विस्तार करेंगे। *निर्माण पूरा अब फिनिशिंग का कार्य चल रहा लोक निर्माण विभाग सीडी टू के अधिशासी अभियंता उमेश चंद्र ने बताया कि मेडिकल कालेज का भवन अब जी प्लस सिक्स हो गया है। अब सिर्फ फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। इसके अलावा महाविद्यालय में डायरेक्टर रूम, नर्सिंग, हॉस्टल आदि का भी कार्य चल रहा है, जिसे सिडको करा रहा है। कुल मिलाकर लगभग 300 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट है।
नियमों की उड़ती धज्जियां, फ्लाईऐश के धुएं में घुटता

नबीनगर–बारुण रोड

एनटीपीसी बारुण मुख्य मार्ग इन दिनों कानून की बेबसी और प्रशासनिक लापरवाही की तस्वीर बना हुआ है। इस व्यस्त सड़क पर खुले और ओवरलोड वाहनों से धड़ल्ले से फ्लाईऐश का परिवहन किया जा रहा है, जबकि नियम स्पष्ट हैं कि फ्लाईऐश केवल ढंके हुए वाहनों में ही ले जाई जा सकती है। इसके बावजूद न तो परिवहन नियमों का पालन हो रहा है और न ही संबंधित विभागों की ओर से कोई सख्त कार्रवाई दिखाई दे रही है।

दिन-रात दौड़ते फ्लाईऐश लदे वाहनों से उड़ती राख ने सड़क किनारे बसे इलाकों के लोगों का जीवन दूभर कर दिया है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि हवा में घुली फ्लाईऐश के कारण सांस लेना मुश्किल हो गया है। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं में खांसी, दमा, आंखों में जलन और एलर्जी जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। कई लोग सिरदर्द और गले में जलन की शिकायत कर रहे हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। सड़क पर जमी फ्लाईऐश की मोटी परत ने खतरे को और बढ़ा दिया है। फिसलन के कारण दोपहिया वाहन चालक आए दिन हादसों का शिकार हो सकते हैं। पैदल चलने वालों के लिए भी यह मार्ग जान जोखिम में डालने जैसा बन गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि थोड़ी सी लापरवाही किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है।

नरारी थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा पानी का छिड़काव कर धूल कम करने का प्रयास जरूर किया जाता है, लेकिन बड़ेम थाना क्षेत्र में हालात पूरी तरह बेकाबू हैं। आरोप है कि बड़ेम थाना प्रशासन इस गंभीर समस्या पर आंख मूंदे बैठा है। बीआरबीसीएल से निकलने वाला फ्लाईऐश एनटीपीसी थाना होते हुए बड़ेम थाना क्षेत्र के मुख्य मार्ग से खुले और ओवरलोड वाहनों में भेजा जा रहा है। यह अवैध परिवहन थाना के सामने से होकर गुजरता है, फिर भी न तो ओवरलोडिंग पर कार्रवाई होती है और न ही नियमों को सख्ती से लागू कराया जाता है।

इस स्थिति से स्थानीय नागरिकों में भारी आक्रोश है। लोग इसे प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत मान रहे हैं। जनता ने जिला प्रशासन और वरीय अधिकारियों से मांग की है कि फ्लाईऐश परिवहन पर तत्काल रोक लगे, नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए और लापरवाह अधिकारियों व थाना प्रभारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।

लोगों का साफ कहना है कि यदि समय रहते प्रशासन नहीं जागा तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। स्वास्थ्य और सुरक्षा से हो रहे इस खिलवाड़ की जिम्मेदारी पूरी तरह प्रशासन की होगी।

कंपकंपाती ठंड में लिपटा औरंगाबाद, घने कोहरे से थमी रफ्तार

,औरंगाबाद। जिले में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। बुधवार की सुबह औरंगाबाद घने कोहरे की चादर में लिपटा नजर आया। हालात यह रहे कि कई इलाकों में दृश्यता 50 मीटर से भी कम दर्ज की गई। कोहरे के चलते सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। हाईवे से लेकर शहर की मुख्य सड़कों और ग्रामीण इलाकों तक वाहन रेंगते नजर आए। कई जगहों पर चालकों ने एहतियातन अपने वाहन रोक दिए, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई।

सुबह के समय दफ्तर, स्कूल और अन्य जरूरी कार्यों के लिए निकलने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। घने कोहरे के कारण वाहन चालकों को सामने का रास्ता साफ दिखाई नहीं दे रहा था, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रही। कोहरे के साथ चल रही ठंडी हवाओं ने ठिठुरन को और बढ़ा दिया।

मौसम विभाग के अनुसार जिले का न्यूनतम तापमान 10 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 20 से 21 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। हालांकि तापमान सामान्य सर्दी के दायरे में है, लेकिन घना कोहरा और सर्द हवाएं ठंड का असर कहीं अधिक महसूस करा रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मौसम में अब तक का सबसे घना कोहरा आज देखने को मिला।

बढ़ती ठंड और कोहरे का असर आम जनजीवन पर साफ दिखाई दिया। सुबह-सुबह काम पर निकलने वाले मजदूर, छात्र और कर्मचारी ठंड से बचाव करते नजर आए। चौक-चौराहों, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के आसपास लोग अलाव जलाकर हाथ सेंकते दिखे। हालांकि अब तक प्रशासन की ओर से सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे जरूरतमंद लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

कृषि विज्ञान केंद्र सीरिस के मौसम वैज्ञानिक अनूप चौबे ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों तक कुहासा छाए रहने की संभावना है। सुबह और देर रात को कोहरे की तीव्रता अधिक रह सकती है। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि अनावश्यक रूप से सुबह-शाम बाहर निकलने से बचें और गर्म कपड़ों का प्रयोग करें।

मौसम वैज्ञानिक ने पशुपालकों को भी सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने बताया कि पशुओं को खुले में न बांधें और ठंड से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर रखें। घने कोहरे और बढ़ती ठंड को देखते हुए लोगों ने प्रशासन से अलाव, रैन बसेरों और अन्य ठंड से बचाव के इंतजाम जल्द करने की मांग की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय

समसपुर में भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक की मासिक बैठक आयोजित
बहसुमा। मेरठ।भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) की मासिक बैठक, जो प्रत्येक माह की 17 तारीख को आयोजित की जाती है, इस माह समसपुर ग्राम में विशेष प्रधान के आवास पर संपन्न हुई। बैठक में संगठन को मजबूत करने और किसान हितों से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष सोर्सिंग प्रधान ने की, जबकि संचालन विशेष प्रधान द्वारा किया गया। पंचायत का नेतृत्व युवा जिला अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) आकाश सिरोही ने किया। बैठक में आगामी किसान समस्याओं को लेकर रणनीति बनाई गई तथा आंदोलनात्मक और संगठनात्मक नीति पर भी विचार-विमर्श हुआ। उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं, फसलों के उचित दाम, बिजली, सिंचाई, गन्ना भुगतान और अन्य स्थानीय मुद्दों पर अपने-अपने सुझाव रखे। बैठक में मुख्य रूप से मोनू, मोहित, सिंधु, शक्ति सिंह, विक्की तेवतिया, रामधन सिसोला, ज्ञानेंद्र सरूरपुर, देवेंद्र सरूरपुर, सोरन प्रधान, अनुज धामा, विक्रांत समसपुर, प्रवीण धुपगढ़ी, नॉटी भूपगढ़ी, प्रतीक, आशा, विशाल खेड़ी, मोनू खेड़ी, मुस्तकीम भाई मवाना, सल्लू भाई मवाना, भगत सिंह मारकापुर, सोहित चौधरी, जीत खान, अंकित चौहान, शोभित चौहान सहित बड़ी संख्या में किसान व कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रदेश उपाध्यक्ष सोर्सिंग प्रधान ने कहा कि संगठन किसानों के हक और अधिकारों के लिए पूरी मजबूती से संघर्ष करता रहेगा। वहीं युवा जिला अध्यक्ष आकाश सिरोही ने सभी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर किसान हित में कार्य करने का आह्वान किया। बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई।
बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या, फिर शव को पेड़ से बांध जलाया

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बांग्लादेश में युवा नेता उस्मान हादी की मौत के बाद हिंसा भड़क गई है। पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। बांग्लादेश में जारी हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बीच एक खौफनाक मामला सामने आया है। कट्टरपंथियों के भारत विरोधी प्रदर्शनों के बीच बांग्लादेश में एक हिंदू व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और उसे पेड़ में बांधकर आग लगा दी गई।

बांग्लादेश में एक हिंदू युवक को ईशनिंदा का आरोप लगाकार पहले पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इसके बाद शव को नग्न कर पेड़ पर लटका दिया गया और उसमें आग लगा दी गई। मृतक की पहचान दीपू चंद्र दास के रूप में हुई है, जो एक युवा गारमेंट फैक्ट्री कर्मचारी था और भालुका उपजिला के डुबालिया पाड़ा इलाके में किराए पर रहता था। मॉब लिंचिंग की इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।

पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी का आरोप

पुलिस के मुताबिक, गुरुवार रात करीब 9 बजे कुछ स्थानीय लोगों ने उस पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। इसके बाद बिना किसी जांच या कानूनी प्रक्रिया के, भीड़ ने उस पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

हिंसा पर क्या बोले मोहम्मद यूनुस?

पिछले साल अगस्त में शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद कट्टर इस्लामिक संगठनों ने हिंदुओं के खिलाफ हिंसा शुरू कर दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक, सैकड़ों हिंदुओं के घर तोड़ दिए गये। कई हिंदुओं की हत्या कर दी गई। लेकिन मोहम्मद यूनुस ने चुप्पी साध रखी थी। अब जबकि इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और मोहम्मद यूनुस के लिए इस घटना को झुठलाना मुमकिन नहीं हो रहा है, तो उसने इस घटना की निंदा की है। बांग्लादेश की सरकार की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में नागरिकों से सतर्क रहने और हर तरह की हिंसा को खारिज करने की अपील की है।

वीडीओ भर्ती घोटाला: 1953 पदों की परीक्षा में धांधली, ईओडब्ल्यू ने वांछित अभियुक्त अंकुर वर्मा को दबोचा

लखनऊ/अम्बेडकर नगर। आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) उत्तर प्रदेश द्वारा अपराध की रोकथाम एवं वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान ऑपरेशन शिकंजा के तहत बड़ी कार्रवाई की गई है। वीडीओ (ग्राम विकास अधिकारी) भर्ती परीक्षा 2018 में हुई व्यापक धांधली के मामले में ईओडब्ल्यू टीम ने वांछित अभियुक्त अंकुर वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रकरण के अनुसार, वर्ष 2018 में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, लखनऊ द्वारा ग्राम विकास अधिकारी (VDO), समाज कल्याण पर्यवेक्षक एवं ग्राम पंचायत अधिकारी के कुल 1953 पदों पर भर्ती परीक्षा कराई गई थी। परीक्षा की कार्यदायी संस्था टीसीएस लिमिटेड थी। परीक्षा के बाद बड़े स्तर पर धांधली की शिकायतें सामने आने पर मामले की जांच शासन द्वारा विशेष अनुसंधान दल (EOW), लखनऊ को सौंपी गई।

जांच में प्रथम दृष्टया अनियमितता और कूटरचना प्रमाणित होने पर थाना विभूतिखण्ड, लखनऊ में मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद प्रकरण की विवेचना थाना एसआईटी पर मु०अ०सं० 02/2021, धारा 467, 468, 471, 477A एवं 120बी भादवि के तहत पंजीकृत कर ईओडब्ल्यू को सौंपी गई।

ईओडब्ल्यू की विवेचना में बयानों, अभिलेखों और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर कुल 173 अभियुक्तों के विरुद्ध अपराध प्रमाणित पाया गया। इसी क्रम में ईओडब्ल्यू टीम ने 18 दिसंबर 2025 की शाम करीब 7:25 बजे वांछित अभियुक्त अंकुर वर्मा पुत्र लालता प्रसाद, निवासी बलरामपुर, थाना इब्राहिमपुर, जनपद अम्बेडकर नगर को केदारनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया।

जांच में सामने आया है कि आयोग के तत्कालीन अधिकारी-कर्मचारी, कार्यदायी संस्था टीसीएस लिमिटेड, अन्य संस्थाओं, दलालों और अभ्यर्थियों की मिलीभगत से लिखित परीक्षा की ओएमआर शीट्स में बड़े पैमाने पर कूटरचना की गई। अपात्र अभ्यर्थियों को अधिक अंक दिलाए गए, जबकि पात्र अभ्यर्थियों को चयन से वंचित कर दिया गया। धांधली प्रमाणित होने पर यह परीक्षा निरस्त कर दी गई थी।

इस मामले में अब तक ईओडब्ल्यू द्वारा 15 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जबकि शेष आरोपियों की तलाश जारी है।
गया में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का बयान बना सियासी चर्चा का विषय, वायरल वीडियो से मचा हलचल

गया: बिहार के गया जिले से केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक सम्मान समारोह का बताया जा रहा है, जहां मंच से संबोधन के दौरान उन्होंने वर्ष 2020 के टिकारी विधानसभा चुनाव को लेकर एक विवादित टिप्पणी की। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।

वायरल वीडियो में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि वर्ष 2020 के टिकारी विधानसभा चुनाव में सीट “डीएम से लगवा कर” 2700 वोट से जीती गई थी। मंच से दिया गया यह बयान अब सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है और इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। विपक्षी दल इस बयान को लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठाने वाला बता रहे हैं, जबकि समर्थक इसे मजाक या संदर्भ से काटकर पेश किया गया बयान बता रहे हैं।

बताया जा रहा है कि यह कार्यक्रम एक सम्मान समारोह का था, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे। इसी दौरान जीतन राम मांझी ने अपने संबोधन में यह टिप्पणी की, जो अब चर्चा का केंद्र बन गई है। हालांकि, वीडियो की प्रामाणिकता और पूरे बयान के संदर्भ को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के बयान चुनावी प्रक्रिया और प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल खड़े करते हैं। यदि बयान को गंभीर रूप से लिया जाता है, तो यह चुनाव आयोग और प्रशासनिक व्यवस्था की छवि पर असर डाल सकता है। वहीं, कुछ विश्लेषक इसे राजनीतिक मंच पर कही गई अतिशयोक्तिपूर्ण बात मान रहे हैं।

इस मामले पर अब तक न तो जीतन राम मांझी की ओर से कोई औपचारिक सफाई आई है और न ही उनकी पार्टी की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी किया गया है। विपक्षी दलों ने मांग की है कि चुनाव आयोग इस बयान का संज्ञान ले और मामले की जांच कराए।

फिलहाल, यह वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है और आने वाले दिनों में इस पर राजनीतिक बयानबाजी और तेज होने की संभावना जताई जा रही है।

जेपी नड्डा के तथाकथित रिश्तेदार ने किया 40 लाख की ठगी
लखनऊ में सस्ते दामों में प्लाट दिलाने के नाम पर मनीष ने की ठगी, मुकदमा दर्ज

गोंडा।जिले में भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का करीबी रिश्तेदार बताकर 40 लाख रूपए की ठगी का मामला सामने आया है।छपिया थाना क्षेत्र के बेल्डिहा गांव निवासी संतोष यादव की तहरीर पर लखनऊ के मनीष मल्होत्रा व गोंडा के राम दयाल यादव के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।आरोप है कि दोनों आरोपियों ने संतोष कुमार को लखनऊ में सस्ते प्लाट दिलाने का झांसा दिया था।मनीष मल्होत्रा ने खुद को भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का रिश्तेदार बताया था।संतोष कुमार के अनुसार,आरोपियों ने उनसे विभिन्न किश्तों में कुल 40 लाख रुपए लिए थे।यह राशि बैंक ट्रांसफर और आरटीजीएस के माध्यम से दिया गया था।तीन साल बीत जाने के बाद भी न तो जमीन मिली और न ही पैसा वापस किया गया।पीड़ित संतोष कुमार ने बताया कि रामदयाल यादव से उनके पुराने संबंध थे।इसी विश्वास का फायदा उठाकर रामदयाल ने उन्हें मनीष मल्होत्रा से मिलवाया था।संतोष ने सस्ते प्लाट की उम्मीद में अपनी गाड़ी व घर के जेवरात बेंच कर यह रकम दी थी।लेकिन तीन साल से लगातार इन लोगों द्वारा जमीन नहीं दी जा रही है और न ही पैसे वापस किए जा रहे हैं।जबकि तीन साल के अंदर यह लोग हमें तीन बार लखनऊ होटल में बुला चुके हैं।वहाँ पर रहना खाना सहित सारी व्यवस्था इन लोगों के तरफ से रहती थी।इन लोगों ने एक बार मुझसे दो लाख रुपए लेकर एक ड्रा में भी शामिल किया कि ड्रा में जो पर्ची निकलकर आएगी वह जमीन आपको मिल जाएगी परन्तु फिर भी वह जमीन हम लोगों को नहीं मिली जबकि हमारी पर्ची निकलकर आई थी और अब यह लोग खुद को भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का रिश्तेदार बताकर हमारे पैसे हड़पने की साजिश रच रहे हैं ऐसे में इन लोगों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाए।संतोष ने कहा कि रामदयाल यादव ने मेरे और अपने दोस्ती के रिश्ते को भी कलंकित किया है और ऐसे में परेशान होकर मैं आत्महत्या करना चाहता हूँ।‌संतोष ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल से किया था।पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस द्वारा पूरे मामले की जांच की गई,जिसके बाद छपिया थाने में मनीष मल्होत्रा और रामदयाल यादव के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।वहीं छपिया थानाध्यक्ष प्रबोध कुमार यादव ने बताया कि मनीष मल्होत्रा और रामदयाल यादव दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पूरे मामले की जांच प्रारम्भ कर दी गई है।जांच में जो भी निकल कर आएगा उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विधानसभा शीतकालीन सत्र-2025: 19 से 24 दिसंबर तक अभेद्य सुरक्षा घेरा, ATS–PAC कमांडो तैनात


लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान मंडल का तृतीय (शीतकालीन) सत्र 19 दिसंबर 2025 से प्रारंभ होकर 24 दिसंबर 2025 तक चलेगा। सत्र के दौरान माननीय मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विधायकों की सुरक्षा के साथ-साथ सदन की कार्यवाही को शांतिपूर्ण व निर्बाध रूप से संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने व्यापक और अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था लागू की है।

संपूर्ण विधान भवन और आसपास के क्षेत्रों को सुरक्षा की दृष्टि से 04 जोन और 10 सेक्टर में विभाजित किया गया है। प्रत्येक जोन की कमान अपर पुलिस उपायुक्त स्तर के अधिकारियों के पास होगी, जबकि सेक्टरों की जिम्मेदारी सहायक पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी संभालेंगे। सुरक्षा को चार स्तरीय घेरों— आइसोलेशन कोर्डन, इनर कोर्डन, आउटर कोर्डन और आउटर मोस्ट कोर्डन—में विभाजित किया गया है।

सत्र के दौरान कानून-व्यवस्था और यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसमें 04 अपर पुलिस उपायुक्त और 11 सहायक पुलिस आयुक्त शामिल हैं। विशेष सुरक्षा के तहत पीएसी/आरआरएफ की 06 कंपनियाँ और एटीएस की 03 विशेष कमांडो टीमें तैनात रहेंगी।

खुफिया और तकनीकी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एलआईयू की सादे कपड़ों में तैनाती, 18 डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (DFMD), 02 बम निरोधक दस्ते (BDDS), एंटी-माइन टीम और चेक टीमें लगातार सक्रिय रहेंगी।

यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए 14 निरीक्षक, 68 उप-निरीक्षक, कुल 218 मुख्य आरक्षी व आरक्षी तथा 67 होमगार्ड लगाए गए हैं। कुल मिलाकर सुरक्षा व्यवस्था में 32 निरीक्षक, 286 उप-निरीक्षक, 27 महिला उप-निरीक्षक, 713 मुख्य आरक्षी व आरक्षी, 140 महिला आरक्षी और 67 होमगार्ड तैनात रहेंगे।

पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सत्र अवधि के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था या सुरक्षा चूक को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पूरे क्षेत्र में सतर्क निगरानी बनाए रखी जाएगी।
लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी पारित हुआ जी राम जी बिल, विरोध में देर रात विपक्षी सांसदों का प्रदर्शन

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लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी ‘द विकसित भारत-रोजगार और आजीविका गारंटी मिशन (ग्रामीण) 2025' यानी वीबी-जी राम जी बिल को पारित हो गया है। ये बिल 20 साल पुरानी मनरेगा योजना की जगह लेगा। ये बिल हर साल 125 दिन के ग्रामीण रोजगार की गारंटी देगा। वहीं, विपक्ष ने बिल को लेकर जमकर हंगामा किया।

विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से किया वॉकआउट

बिल पास होने के दौरान विपक्ष के कई सदस्यों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया, बिल वापस लेने की मांग की और सरकार के खिलाफ नारे लगाए। उन्होंने बिल के पन्ने भी फाड़ दिए, जिस पर चेयरमैन सी पी राधाकृष्णन ने उन्हें ट्रेजरी बेंच की तरफ न जाने की चेतावनी दी।

संसद परिसर में धरना

सदन के भीतर विरोध के बाद विपक्षी दलों ने संसद परिसर स्थित संविधान सदन के बाहर धरना दिया। विपक्ष ने मांग की कि इस बिल को वापस लिया जाए या फिर संसदीय समिति को भेजा जाए, ताकि इसकी गहराई से जांच हो सके। विपक्ष का कहना है कि बिना पर्याप्त चर्चा और सहमति के इस तरह का बड़ा बदलाव ग्रामीण गरीबों के हित में नहीं है।

राज्यसभा में विधेयक पर छह घंटे से अधिक चर्चा

राज्यसभा में विधेयक पर छह घंटे से अधिक चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के जवाब के बाद इसे ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। सदन ने इस विधेयक पर विपक्ष के कई सदस्यों की ओर से लाये गये संशोधन प्रस्तावों को नामंजूर कर दिया। चर्चा का जवाब देते हुए चौहान ने कहा कि देश में 1960-61 में ग्रामीण जनशक्ति कार्यक्रम बनने से लेकर मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) तक समय-समय पर विभिन्न योजनाएं बनती रही हैं। उन्होंने कहा कि इनसे उद्देश्य पूरा नहीं होता या थोड़ा ही लक्ष्य पूरा होता है तो नयी योजनाएं लाई जाती हैं।

शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर साधा निशाना

ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने बापू के आदर्शों की हत्या की, जबकि मोदी सरकार ने उन्हें जिंदा रखा है। मनरेगा योजना की जगह नया विधेयक लाने और उसमें से महात्मा गांधी का नाम हटाने को लेकर विपक्ष के आरोपों को उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ‘विकसित भारत-जी राम जी विधेयक 2025’ के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार महात्मा गांधी के आदर्शों को लागू करने और विकसित गांव की बुनियाद पर विकसित भारत बनाने के लक्ष्य की दिशा में काम कर रही है।

2026 में अमेठी को मिलेगा 550 बेड वाला आधुनिक मेडिकल कॉलेज
*योगी सरकार की सौगात : 300 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा अमेठी का स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय

*31 जनवरी 2026 तक 300 बेड का अस्पताल व क्रिटिकल केयर ब्लॉक होंगे हैंडओवर

*एमबीबीएस से लेकर डीएनबी तक, अमेठी मेडिकल कॉलेज बनेगा चिकित्सा शिक्षा का नया केंद्र*

*नए साल में नर्सिंग कॉलेज समेत चिकित्सा सुविधाओं का होगा व्यापक विस्तार*

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए लगातार बड़े कदम उठा रही है। अमेठी की तिलोई तहसील में स्थित स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। करीब 300 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा इस महाविद्यालय का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। वर्तमान में महाविद्यालय से संबद्ध 200 बेड वाले अस्पताल में सेवाएं संचालित हैं, जबकि 31 जनवरी 2026 तक 300 बेड का नया अस्पताल और 50 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक हैंडओवर किया जाएगा। इससे कुल बेड की संख्या 550 हो जाएगी, जिससे क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। साथ ही नर्सिंग कॉलेज का निर्माण भी इसी तिथि तक पूरा होने की उम्मीद है। योगी सरकार की यह पहल अमेठी सहित आसपास के जिलों के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। क्षेत्रवासियों का लंबे समय से चला आ रहा मेडिकल कॉलेज का सपना अब साकार हो रहा है और 2026 तक यह संस्थान पूर्ण रूप से 500 प्लस बेड वाले आधुनिक चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित हो जाएगा। *शैक्षणिक सुविधाओं का तेजी से विस्तार राज्य स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। एमबीबीएस कोर्स में 100 सीटें स्वीकृत हैं। पैरामेडिकल क्षेत्र में 11 डिप्लोमा कोर्स चलाए जा रहे हैं, जिनमें कुल 230 सीटें हैं। इनमें एनेस्थीसिया एवं क्रिटिकल केयर टेक्नीशियन, ब्लड ट्रांसफ्यूजन, इमरजेंसी एवं ट्रॉमा केयर, लैब टेक्नीशियन, ऑपरेशन थियेटर टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन जैसे महत्वपूर्ण कोर्स शामिल हैं। *कई विभागों को मिल सकती है डीएनबी की सीटें आगामी सत्र 2026-27 से बीएससी नर्सिंग कोर्स में 60 सीटें शुरू होने की तैयारी है। पोस्टग्रेजुएट स्तर पर डीएनबी कोर्स में प्रसूति एवं स्त्री रोग, बाल रोग, एनेस्थीसिया में डिप्लोमा और मेडिसिन में डिग्री कोर्स स्वीकृत हैं। कुछ अन्य कोर्सों का निरीक्षण पूरा हो चुका है और परिणाम का इंतजार है। *जानिए, अस्पताल में क्या क्या मिल रहीं चिकित्सा सुविधाएं महाविद्यालय से जुड़े अस्पताल में ओपीडी और इनडोर सेवाएं नियमित चल रही हैं। मेडिसिन, सर्जरी, गायनेकोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, ऑर्थोपेडिक्स, ईएनटी, डर्मेटोलॉजी समेत कई विभागों में रोजाना 1000 से ज्यादा मरीजों का इलाज हो रहा हैं।आपातकालीन सेवाएं वर्तमान में 10 बेड पर चल रही हैं, जो नए अस्पताल के शुरू होने पर 30 बेड तक बढ़ जाएंगी। अस्पताल में 7 मेजर और 5 माइनर ऑपरेशन थियेटर, 20 बेड का आईसीयू और एनआईसीयू की सुविधा उपलब्ध है। 24×7 डायग्नोस्टिक सेवाएं जैसे सीटी स्कैन, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी लैब, ब्लड स्टोरेज, फार्मेसी, ईकोकार्डियोग्राफी और ईसीजी भी मरीजों को मिल रही हैं। *नए वर्ष पर चिकित्सा सुविधाओं में होगा विस्तार मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ रीना शर्मा ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुसार न सिर्फ योजनाओं को लागू किया जा रहा है बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में भी वृद्धि की जा रही है। कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग कार्य करा रहा है। उम्मीद है कि हम नए वर्ष में नई किरणों के साथ चिकित्सकीय सुविधाओं में विस्तार करेंगे। *निर्माण पूरा अब फिनिशिंग का कार्य चल रहा लोक निर्माण विभाग सीडी टू के अधिशासी अभियंता उमेश चंद्र ने बताया कि मेडिकल कालेज का भवन अब जी प्लस सिक्स हो गया है। अब सिर्फ फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। इसके अलावा महाविद्यालय में डायरेक्टर रूम, नर्सिंग, हॉस्टल आदि का भी कार्य चल रहा है, जिसे सिडको करा रहा है। कुल मिलाकर लगभग 300 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट है।
नियमों की उड़ती धज्जियां, फ्लाईऐश के धुएं में घुटता

नबीनगर–बारुण रोड

एनटीपीसी बारुण मुख्य मार्ग इन दिनों कानून की बेबसी और प्रशासनिक लापरवाही की तस्वीर बना हुआ है। इस व्यस्त सड़क पर खुले और ओवरलोड वाहनों से धड़ल्ले से फ्लाईऐश का परिवहन किया जा रहा है, जबकि नियम स्पष्ट हैं कि फ्लाईऐश केवल ढंके हुए वाहनों में ही ले जाई जा सकती है। इसके बावजूद न तो परिवहन नियमों का पालन हो रहा है और न ही संबंधित विभागों की ओर से कोई सख्त कार्रवाई दिखाई दे रही है।

दिन-रात दौड़ते फ्लाईऐश लदे वाहनों से उड़ती राख ने सड़क किनारे बसे इलाकों के लोगों का जीवन दूभर कर दिया है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि हवा में घुली फ्लाईऐश के कारण सांस लेना मुश्किल हो गया है। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं में खांसी, दमा, आंखों में जलन और एलर्जी जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। कई लोग सिरदर्द और गले में जलन की शिकायत कर रहे हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। सड़क पर जमी फ्लाईऐश की मोटी परत ने खतरे को और बढ़ा दिया है। फिसलन के कारण दोपहिया वाहन चालक आए दिन हादसों का शिकार हो सकते हैं। पैदल चलने वालों के लिए भी यह मार्ग जान जोखिम में डालने जैसा बन गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि थोड़ी सी लापरवाही किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है।

नरारी थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा पानी का छिड़काव कर धूल कम करने का प्रयास जरूर किया जाता है, लेकिन बड़ेम थाना क्षेत्र में हालात पूरी तरह बेकाबू हैं। आरोप है कि बड़ेम थाना प्रशासन इस गंभीर समस्या पर आंख मूंदे बैठा है। बीआरबीसीएल से निकलने वाला फ्लाईऐश एनटीपीसी थाना होते हुए बड़ेम थाना क्षेत्र के मुख्य मार्ग से खुले और ओवरलोड वाहनों में भेजा जा रहा है। यह अवैध परिवहन थाना के सामने से होकर गुजरता है, फिर भी न तो ओवरलोडिंग पर कार्रवाई होती है और न ही नियमों को सख्ती से लागू कराया जाता है।

इस स्थिति से स्थानीय नागरिकों में भारी आक्रोश है। लोग इसे प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत मान रहे हैं। जनता ने जिला प्रशासन और वरीय अधिकारियों से मांग की है कि फ्लाईऐश परिवहन पर तत्काल रोक लगे, नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए और लापरवाह अधिकारियों व थाना प्रभारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।

लोगों का साफ कहना है कि यदि समय रहते प्रशासन नहीं जागा तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। स्वास्थ्य और सुरक्षा से हो रहे इस खिलवाड़ की जिम्मेदारी पूरी तरह प्रशासन की होगी।

कंपकंपाती ठंड में लिपटा औरंगाबाद, घने कोहरे से थमी रफ्तार

,औरंगाबाद। जिले में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। बुधवार की सुबह औरंगाबाद घने कोहरे की चादर में लिपटा नजर आया। हालात यह रहे कि कई इलाकों में दृश्यता 50 मीटर से भी कम दर्ज की गई। कोहरे के चलते सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। हाईवे से लेकर शहर की मुख्य सड़कों और ग्रामीण इलाकों तक वाहन रेंगते नजर आए। कई जगहों पर चालकों ने एहतियातन अपने वाहन रोक दिए, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई।

सुबह के समय दफ्तर, स्कूल और अन्य जरूरी कार्यों के लिए निकलने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। घने कोहरे के कारण वाहन चालकों को सामने का रास्ता साफ दिखाई नहीं दे रहा था, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रही। कोहरे के साथ चल रही ठंडी हवाओं ने ठिठुरन को और बढ़ा दिया।

मौसम विभाग के अनुसार जिले का न्यूनतम तापमान 10 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 20 से 21 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। हालांकि तापमान सामान्य सर्दी के दायरे में है, लेकिन घना कोहरा और सर्द हवाएं ठंड का असर कहीं अधिक महसूस करा रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मौसम में अब तक का सबसे घना कोहरा आज देखने को मिला।

बढ़ती ठंड और कोहरे का असर आम जनजीवन पर साफ दिखाई दिया। सुबह-सुबह काम पर निकलने वाले मजदूर, छात्र और कर्मचारी ठंड से बचाव करते नजर आए। चौक-चौराहों, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के आसपास लोग अलाव जलाकर हाथ सेंकते दिखे। हालांकि अब तक प्रशासन की ओर से सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे जरूरतमंद लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

कृषि विज्ञान केंद्र सीरिस के मौसम वैज्ञानिक अनूप चौबे ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों तक कुहासा छाए रहने की संभावना है। सुबह और देर रात को कोहरे की तीव्रता अधिक रह सकती है। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि अनावश्यक रूप से सुबह-शाम बाहर निकलने से बचें और गर्म कपड़ों का प्रयोग करें।

मौसम वैज्ञानिक ने पशुपालकों को भी सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने बताया कि पशुओं को खुले में न बांधें और ठंड से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर रखें। घने कोहरे और बढ़ती ठंड को देखते हुए लोगों ने प्रशासन से अलाव, रैन बसेरों और अन्य ठंड से बचाव के इंतजाम जल्द करने की मांग की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय

समसपुर में भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक की मासिक बैठक आयोजित
बहसुमा। मेरठ।भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) की मासिक बैठक, जो प्रत्येक माह की 17 तारीख को आयोजित की जाती है, इस माह समसपुर ग्राम में विशेष प्रधान के आवास पर संपन्न हुई। बैठक में संगठन को मजबूत करने और किसान हितों से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष सोर्सिंग प्रधान ने की, जबकि संचालन विशेष प्रधान द्वारा किया गया। पंचायत का नेतृत्व युवा जिला अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) आकाश सिरोही ने किया। बैठक में आगामी किसान समस्याओं को लेकर रणनीति बनाई गई तथा आंदोलनात्मक और संगठनात्मक नीति पर भी विचार-विमर्श हुआ। उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं, फसलों के उचित दाम, बिजली, सिंचाई, गन्ना भुगतान और अन्य स्थानीय मुद्दों पर अपने-अपने सुझाव रखे। बैठक में मुख्य रूप से मोनू, मोहित, सिंधु, शक्ति सिंह, विक्की तेवतिया, रामधन सिसोला, ज्ञानेंद्र सरूरपुर, देवेंद्र सरूरपुर, सोरन प्रधान, अनुज धामा, विक्रांत समसपुर, प्रवीण धुपगढ़ी, नॉटी भूपगढ़ी, प्रतीक, आशा, विशाल खेड़ी, मोनू खेड़ी, मुस्तकीम भाई मवाना, सल्लू भाई मवाना, भगत सिंह मारकापुर, सोहित चौधरी, जीत खान, अंकित चौहान, शोभित चौहान सहित बड़ी संख्या में किसान व कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रदेश उपाध्यक्ष सोर्सिंग प्रधान ने कहा कि संगठन किसानों के हक और अधिकारों के लिए पूरी मजबूती से संघर्ष करता रहेगा। वहीं युवा जिला अध्यक्ष आकाश सिरोही ने सभी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर किसान हित में कार्य करने का आह्वान किया। बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई।