राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने दिव्यांग बच्चों को वितरित की शैक्षणिक सामग्री
जौनपुर। जनपद के बदलापुर तहसील क्षेत्र स्थित घनश्यामपुर बाजार में शनिवार को एक वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। श्री समरथ्थी राजाराम दिव्यांग एवं बालिका शिक्षण संस्थान में हुए इस कार्यक्रम में प्रदेश के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने वार्षिकोत्सव समारोह में 60 दिव्यांग बच्चों को कॉपी-कलम, स्वेटर और पाठ्य सामग्री वितरित की।इस अवसर पर मंत्री प्रजापति ने उपस्थित सभी लोगों को भगवत गीता और गमछा भी भेंट किया। सनातन धर्म प्रचार कार्यक्रम में कुल 1001 भगवत गीता और गमछा का वितरण किया गया। उक्त कार्यक्रम आज का कर्मवीर सोशल फाउंडेशन ने किया l कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। छोटे बच्चों ने गीत-संगीत के माध्यम से मोबाइल, इंटरनेट, इंस्टाग्राम और टिकटॉक जैसे ऐप्स से होने वाले नुकसान को दर्शाया, जिसकी दर्शकों ने सराहना की।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में वरिष्ठ भाजपा नेता एवं सुप्रसिद्ध समाजसेवी ज्ञानप्रकाश सिंह और अखंड राजपूताना सेवा संघ के राष्ट्रीय   उपाध्यक्ष विनय शाही शामिल  रहे। कार्यक्रम के संयोजक ठाकुर  आरपी सिंह दुर्गवंश (राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं आयोजक अखंड राजपूताना सेवा संघ) ने सभी को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया l इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष अजीत प्रजापति, खुटहन ब्लॉक प्रमुख बृजेश कुमार यादव,महाराजगंज ब्लॉक प्रमुख विनय कुमार सिंह और पूर्व ब्लॉक प्रमुख बक्सा सजल सिंह , इस्कॉन अयोध्या से गीता मनीषी देव शेखर विष्णु दास एवं राजेश जे सिंह आदि लोग उपस्थित रहे l विद्यालय के प्रबंधक / सचिव अजय कुमार सिंह ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया और प्रधानाचार्य प्रमोद तिवारी ने कार्यवाही पढ़ कर बताया तथा बड़ी संख्या में अध्यापक - अध्यापिकाएं और बच्चे मौजूद रहे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में दिव्यांग बच्चों के माता-पिता और स्थानीय लोगों का विशेष सहयोग रहा। जिले में इस प्रकार का यह पहला बड़ा आयोजन माना जा रहा है, जिसमें दिव्यांग बच्चों के बीच शिक्षा सामग्री, स्वेटर और धार्मिक ग्रंथ वितरित किए गए। संचालन अमर सिंह एवं विद्यालय की छात्रा माही सिंह, नंदिता सिंह, मांडवी दुबे ,राधा दुबे ,प्रियांशी गुप्ता ,आस्था प्रजापति ,नैना गुप्ता ने किया l
डॉ अनिल गौड़ के ग़ज़ल संग्रह रोशनी के नाम का विमोचन
            

मुंबई। डॉ. अनिल गौड़ के बहुप्रतीक्षित ग़ज़ल संग्रह “रोशनी के नाम” का लोकार्पण एवं परिचर्चा संगोष्ठी मुंबई विश्वविद्यालय के जे.पी. नाइक भवन में संपन्न हुई, जहाँ अनेक प्रतिष्ठित साहित्यकार, शायर और ग़ज़लकार एकत्रित हुए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के पूर्व कार्याध्यक्ष अभिलाष अवस्थी ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठतम कवि नंदलाल पाठक  की गरिमामयी उपस्थिति रही। विशिष्ट अतिथि के रूप में कलमकार और साहित्यानुरागी दीनदयाल मुरारका और डॉ. विनोद प्रकाश गुप्ता जी (IAS, सेवानिवृत्) उपस्थित रहे। दीप्ति मिश्रा और देवमणि पांडे, सागर त्रिपाठी  ने मिलकर अनिल गौड़ जी की पुस्तक पर गहन और सारगर्भित चर्चा की, जिससे आयोजन को विशेष गरिमा मिली। वक्ताओं एवं उपस्थित साहित्यकारों में अशोक कुमार नीरद, राकेश शर्मा, मधुबाला शुक्ल,  वागीश सारस्वत, रासबिहारी पांडेय, गोपीकृष्ण बूबना, दीप्ति मिश्रा , देवमणि पांडे, सागर त्रिपाठी, नवीन चतुर्वेदी, इकबाल अंसारी, किरण मिश्र, अर्चना वर्मा सिंह, अर्चना झा, विजय लक्ष्मी गौड़ आदि की उपस्थिति एवं विचारों ने कार्यक्रम को ऊँचाई प्रदान की। कार्यक्रम का सधा हुआ एवं प्रभावशाली संचालन डाॅ. रीता दास राम ने किया।
इस अवसर पर डॉ. अनिल गौड़  की ग़ज़लों का पाठ एवं गायन दीपक खेर, दीपिका गौड़ तथा सत्यम द्वारा प्रस्तुत किया गया।
डॉक्टर सोनी सिंह ने विद्यार्थियों को किया पुरस्कृत बच्चे ही हैं देश के भविष्य - डॉक्टर सोनी सिंह
 
दिलीप उपाध्याय,संत कबीर नगर। नवारंभ फाउंडेशन द्वारा जगतगुरू शंकराचार्य इंटर कॉलेज मेहदावल में आयोजित जिला स्तरीय सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता एवं पुरस्कार वितरण समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में सहभागिता का सौभाग्य प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को रोबोटिक्स एवं आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस जैसे आधुनिक विषयों पर सार्थक अध्ययन कराया गया । छात्रों की जिज्ञासा, नवाचार और सीखने की ललक भविष्य के सशक्त भारत की मजबूत नींव है।” इस अवसर पर जगतगुरु शंकराचार्य इंटर कॉलेज के प्रबन्धक आदरणीय जय सिंह जी , अभिषेक जय सिंह , प्रधानाचार्य , गोरखपुर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ गौरव पांडेय , खंड शिक्षा अधिकारी , फारेस्ट रेंजर महोदय समेत अनेक सम्मानित जन उपस्थित रहे । संयोजक राघवेंद्र प्रताप रमन , श्री सुधीर गुप्ता , अभिषेक मिश्रा व अविनाश मिश्रा,अमित सिंह ,दिवाकर सिंह , डॉ हिमांशु शुक्ला एवं अभिनव मिश्रा , आदि लोग उपस्थित रहे !

*ट्रक में घुसी अर्टिगा कार,पिता-पुत्र समेत तीन की मौत,छह घायल*
सुलतानपुर,पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे के बीच सोमवार सुबह भीषण सड़क हादसा हो गया। जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र के माइलस्टोन 142.900 के पास सड़क पर खड़े खराब ट्रक में पीछे से अर्टिगा कार जा घुसी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए।हादसे में पिता-पुत्र और कार चालक समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। मृतक व घायल आजमगढ़ जनपद के बताए जा रहे हैं। कार सवार लखनऊ से आजमगढ़ की ओर जा रहे थे।पुलिस के अनुसार अर्टिगा UP32 KT-2525 ओवरटेकिंग लेन में आगे चल रहे ट्रक HR69F-9641 में चालक की लापरवाही के चलते पीछे से जा घुसी।मौके पर चालक सिकंदर और आगे बैठे सुरेंद्र की मौत हो गई। कार ट्रक में फंस गई थी,जिसे क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया।घायलों को ईगल व जीआर एंबुलेंस से सरकारी अस्पताल दोस्तपुर पहुंचाया गया,जहां इलाज के दौरान शंभू लाल (55 वर्ष) की भी मौत हो गई। शेष घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल अकबरपुर अंबेडकर नगर रेफर किया गया है।सूचना मिलते ही एसडीएम जयसिंहपुर प्रभात कुमार सिंह, सीओ आर.के. चतुर्वेदी व कोतवाल मौके पर पहुंचे। यूपीडा कर्मियों की सहायता से राहत-बचाव कराया गया। मृतकों के पंचायतनामा की कार्रवाई संबंधित थानों द्वारा की जा रही है।
चुनावी बॉन्ड खत्म होने के बाद भी बीजेपी पर बरसा पैसा, प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने अकेले दिए 2180 करोड़

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15 फरवरी 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को असंवैधानिक बताते हुए बंद करने का आदेश दिया था। अदालत का साफ कहना था कि लोकतंत्र में चंदे की गोपनीयता नहीं, बल्कि पारदर्शिता जरूरी है। हालांकि, इलेक्टोरल बॉन्ड खत्म होने के बाद भी बारतीय जनता पार्टी पर पैसों की बरसात हो रही है।

कुल चंदे का 83 फीसदी बीजेपी के पास

इलेक्टोरल बॉन्ड खत्म होने के बाद पहले वित्त वर्ष यानी 2024-25 में इलेक्टोरल ट्रस्ट ने राजनीतिक पार्टियों को करोड़ों रुपए दान दिए। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2024-25 में इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए कुल 4,276 करोड़ रुपये का चंदा मिला। इसमें से 83.6% यानी सबसे बड़ा हिस्सा बीजेपी को मिला। यह पिछले साल के मुकाबले चार गुना से भी ज्यादा है।

कांग्रेस को मिले 299 करोड़ रुपए

कांग्रेस को इस रास्ते से 7.3% चंदा मिला, जबकि तृणमूल कांग्रेस को 3.6% मिला। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को 299 करोड़ रुपए चंदा मिला। अन्य सभी पार्टियों के हिस्से में बाकी बचे 400 करोड़ रुपए आए।

किन ट्रस्टों से कितना मिला बीजेपी को?

2024-25 में बीजेपी को इलेक्टोरल ट्रस्ट से कुल 3,577.5 करोड़ रुपये मिले। इसमें से सबसे ज्यादा पैसा 'प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट' से आया, जो 2,180.7 करोड़ रुपये था। 'प्रोग्रेसिव ईटी' से 757.6 करोड़ रुपये, 'ए बी जनरल ईटी' से 460 करोड़ रुपये, 'न्यू डेमोक्रेटिक ईटी' से 150 करोड़ रुपये मिले। इसके अलावा 'हार्मनी ईटी' से 30.1 करोड़ रुपये, 'ट्रायम्फ ईटी' से 21 करोड़ रुपये, 'जयभारत ईटी' से 5 करोड़ रुपये, 'समाज ईटी' से 3 करोड़ रुपये, 'जन कल्याण ईटी' से 9.5 लाख रुपये और 'एन्जिगार्टिक ईटी' से 7.75 लाख रुपये मिले।

क्या है इलेक्टोरल ट्रस्ट

दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार चुनावी चंदे के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम लेकर आई थी। जिसे सुप्रीम कोर्ट ने साल 2024 में असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया था। अब कॉर्पोरेट कंपनियां चेक, DD या UPI के जरिए पार्टियों को डोनेशन दे सकती हैं। इसके साथ ही इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए भी चंदा दे सकती हैं। इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए कोई कंपनी या फिर व्यक्ति एक ट्रस्ट को डोनेशन दे सकता है, जो आगे पार्टियों को डोनेट करता है

स्तन कैंसर पर चौंकाने वाला खुलासा: युवा महिलाएं ज्यादा जोखिम में, बुजुर्गों में दिखी समय पर समझदारी
लखनऊ। स्तन कैंसर को लेकर उम्र के साथ लापरवाही नहीं बल्कि समझदारी बढ़ती दिख रही है। राजधानी लखनऊ स्थित संजय गांधी पीजीआई के इंडोक्राइन एंड ब्रेस्ट सर्जरी विभाग द्वारा किए गए एक अहम अध्ययन में सामने आया है कि 70 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं, कम उम्र की महिलाओं की तुलना में बीमारी के शुरुआती चरण में ही इलाज के लिए अस्पताल पहुंच जाती हैं। इसके उलट 40 वर्ष से कम उम्र की बड़ी संख्या में महिलाएं देर से चिकित्सकीय मदद लेती हैं, जिससे उनकी जान को ज्यादा खतरा रहता है।

स्तन कैंसर पीड़ित 737 महिलाओं पर आधारित

यह अध्ययन वर्ष 2017 से 2021 के बीच पीजीआई में इलाज के लिए पहुंची स्तन कैंसर पीड़ित 737 महिलाओं पर आधारित है। इन महिलाओं की औसत आयु करीब 50 वर्ष थी। शोधकर्ताओं ने मरीजों को उम्र के आधार पर तीन वर्गों में बांटा—40 वर्ष से कम, 41 से 69 वर्ष और 70 वर्ष से अधिक। इसके बाद यह विश्लेषण किया गया कि महिलाएं बीमारी के किस चरण में अस्पताल पहुंचीं, इलाज के बाद उनका सर्वाइवल कितना रहा और कैंसर से मृत्यु दर क्या रही।

मृत्यु दर के आंकड़ों ने भी चौंकाया

अध्ययन के अनुसार, 70 वर्ष से अधिक आयु की 70.7 प्रतिशत महिलाएं स्तन कैंसर के शुरुआती चरण में ही इलाज के लिए अस्पताल पहुंच गईं। वहीं 41 से 69 वर्ष के आयु वर्ग में यह आंकड़ा 54.5 प्रतिशत रहा। सबसे चिंताजनक स्थिति 40 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं की रही, जहां केवल 51.4 प्रतिशत मरीज ही शुरुआती अवस्था में अस्पताल पहुंच सकीं।मृत्यु दर के आंकड़ों ने भी चौंकाया। सबसे अधिक मौतें 40 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में दर्ज की गईं, जहां मृत्यु दर 12.9 प्रतिशत रही। 41 से 69 वर्ष के समूह में यह आंकड़ा 9.9 प्रतिशत और 70 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में 9.7 प्रतिशत दर्ज किया गया। हालांकि 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में औसतन जीवित रहने की अवधि कुछ कम रही, लेकिन समय पर इलाज के चलते मृत्यु दर अपेक्षाकृत कम पाई गई।

शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करना सबसे बड़ी भूल साबित होती

अध्ययन से जुड़े डॉक्टरों—डॉ. रिनेले मैसकरहेनेस, डॉ. एम. मायीलवेगनन, डॉ. ज्ञान चंद, डॉ. अंजलि मिश्रा और डॉ. गौरव अग्रवाल—का कहना है कि स्तन कैंसर की समय रहते पहचान और इलाज से मरीज के पूरी तरह स्वस्थ होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। डॉ. ज्ञान चंद के अनुसार, शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करना सबसे बड़ी भूल साबित होती है, खासकर युवा महिलाओं में।डॉक्टरों ने बताया कि स्तन में गांठ महसूस होना, त्वचा का सख्त या मोटा होना, निप्पल का अंदर की ओर धंसना, स्तन के रंग या आकार में बदलाव, त्वचा पर पपड़ी या छिलन जैसे लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। समय रहते जांच कराना जान बचा सकता है।

कम उम्र में मासिक धर्म शुरू होना

विशेषज्ञों के मुताबिक, स्तन कैंसर के पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं, जिनमें आनुवंशिक जोखिम, हार्मोनल बदलाव, कम उम्र में मासिक धर्म शुरू होना, देर से रजोनिवृत्ति, अधिक उम्र में पहला बच्चा होना, मोटापा, असंतुलित जीवनशैली और बढ़ता प्रदूषण प्रमुख हैं। डॉक्टरों ने महिलाओं से अपील की है कि वे जागरूक रहें, नियमित जांच कराएं और किसी भी लक्षण पर तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें।
इंसानियत को शर्मसार करने वाले अभियुक्त को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद किया गिरफ्तार

रमेश दूबे

संतकबीरनगर । वादी द्वारा अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर के विरुद्ध वादी की 07 वर्षीय नाबालिग पुत्री को बहलाफुसलाकर उसके साथ दुष्कर्म करने के सम्बन्ध में सूचना दिया गया था । उक्त सूचना के आधार पर थाना धनघटा पर मु0अ0स0 657/2025 धारा 137(2) 65(2) बीएनएस व 5m/6 पाक्सो एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया था । आज दिनाँक 22.10.2025 को उक्त घटना से सम्बन्धित अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर को ग्राम सीयरकला के पास बाग में पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया । मुठभेड़ के दौरान अभियुक्त के दाहिने पैर में घुटने से नीचे गोली लगी । अभियुक्त के पास से 01 अदद अवैध तमंचा .12 बोर, 01 अदद मिस फायर कारतूस .12 बोर व 01 अदद खाली खोखा .12 बोर बरामद हुआ है ।

पुलिस अधीक्षक जनपद संतकबीरनगर श्री संदीप कुमार मीना के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक संतकबीरनगर श्री सुशील कुमार सिंह के मार्गदर्शन व क्षेत्राधिकारी धनघटा श्री अभयनाथ मिश्रा के पर्यवेक्षण में जनपद संतकबीरनगर मे अपराध एवं अपराधियो के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में प्रभारी निरीक्षक थाना  धनघटा श्री जयप्रकाश दूबे तथा एसओजी प्रभारी निरीक्षक श्री अजय सिंह द्वारा संयुक्त रुप कार्यवाही करते हुए आज दिनाँक 22.12.2025 को दुष्कर्म की घटना से सम्बन्धित अभियुक्त को ग्राम सीयरकला के पास बाग में पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया ।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम व पताः-
सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर ।

बरामदगी का विवरणः-
01- एक अदद अवैध तमंचा .12 बोर
02- एक अदद मिसफायर कारतूस .12 बोर
03- एक अदद खाली खोखा .12 बोर

घटना का विवरणः-
आज दिनांक 22.12.2025 को समय 03.35 बजे अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर के ग्राम सियर कला बाग में  छिपने की सूचना मिली थी । पुलिस पार्टी द्वारा उक्त स्थान पर पहुचकर अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे उपरोक्त को पकड़ने का प्रयास किया गया, तो अभियुक्त द्वारा अपने को गिरफ्तारी से बचाने के लिए पुलिस पार्टी को गाली देते हुए, जान से मारने की धमकी देते हुए अबैध असलहे से फायर करने की बात कही गयी तब पुलिस पार्टी द्वारा चेतावनी देते हुए आत्म समर्पण हेतु कहा गया परन्तु अभियुक्त द्वारा आत्मसमपर्ण न करते हुए पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नीयत से फायर कर दिया गया । पुलिस पार्टी द्वारा सतर्कता से अपना बचाव किया गया तथा आत्मसुरक्षार्थ पुलिस पार्टी द्वारा फायर किया गया । जिसमें एक गोली अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र के दाहिन पैर के घुटने के नीचे लग गयी । पुलिस पार्टी द्वारा सावधानीपूर्वक अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया गया । जामा तलाशी से अभियुक्त के पास से एक अदद नाजायज तमंचा .12 बोर जिसमें चैम्बर में एक मिस कारतूस पडा हुआ बरामद हुआ तथा बगल में एक खोखा कारतूस .12 बोर पडा मिला । अभियुक्त को तत्काल पुलिस फोर्स द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मलौली पहुँचाया गया । जहाँ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र द्वारा प्राथमिक इलाज के बाद संयुक्त जिला चिकित्सालय संतकबीरनगर रेफर किया गया है । जहाँ पर अभियुक्त उपरोक्त का इलाज चल रहा है व अन्य विधिक कार्यवाही प्रचलित है ।

गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर थाना धनघटा पर मु0अ0सं0 658/2025 धारा 109(1), 352, 351(3) बीएनएस व 3/ 25/27 शस्त्र अधिनियम पंजीकृत किया गया

गिरफ्तार करने वाले अधिकारी / कर्मचारीगणः-

1. प्रभारी निरीक्षक थाना धनघटा श्री जयप्रकाश दूबे, नि0अ0 श्री रामेश्वर यादव, उ0नि0 श्री विनोद कुमार यादव, का0 रजनीश यादव, का0 महेन्द्र निषाद, का0 जितेन्द्र यादव, का0 मुकेश थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर ।

2. एसओजी प्रभारी निरीक्षक श्री अजय सिंह, हे0का0 अनुप कुमार राय, का0 दीपक सिंह, का0 अभिषेक सिंह, का0 सर्वेश मिश्रा, का0 वीर बहादुर यादव, का0 विवेक मिश्रा, का0 अरुण हलवाई एसओजी संतकबीरनगर ।
फर्जी डिग्री–मार्कशीट बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़,तीन गिरफ्तार
लखनऊ। राजधानी में पुलिस उपायुक्त पूर्वी की क्राइम, सर्विलांस और गोमतीनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़े और सनसनीखेज फर्जी शैक्षिक दस्तावेज रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने फर्जी मार्कशीट और डिग्री बनाकर भोले-भाले छात्रों से लाखों रुपये ठगने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 923 फर्जी मार्कशीट व प्रमाणपत्र, 15 फर्जी मुहरें, 65 मार्कशीट प्रिंटिंग पेपर, एक कार, 6 लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, चेकबुक और करीब 2 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं।

लंबे समय से चला रहे थे फर्जी डिग्री-मार्कशीट बनाने का रैकेट

डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि पूर्वी जोन की क्राइम व सर्विलांस टीम तथा गोमतीनगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर ब्रजेश तिवारी की संयुक्त टीम ने रविवार को कार्रवाई करते हुए अयोध्या जिले के थाना पूरा कलंदर क्षेत्र के पलिया निवासी सत्येन्द्र द्विवेदी, उन्नाव के घाटमपुर निवासी अखिलेश कुमार और लखीमपुर-खीरी के ईशानगर निवासी सौरभ शर्मा को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी बेहद शातिर हैं और लंबे समय से अंतरराज्यीय स्तर पर फर्जी डिग्री–मार्कशीट का रैकेट चला रहे थे।

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों के नामी-गिरामी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के नाम पर फर्जी डिग्री और मार्कशीट तैयार करते थे। गिरोह भोले-भाले छात्रों को बिना पढ़ाई और मेहनत के डिग्री दिलाने का लालच देता था और इंजीनियरिंग, बीटेक, बीसीए, एमसीए, एमएससी, बीए समेत अन्य कोर्स की फर्जी डिग्री उपलब्ध कराता था। इसके लिए वे स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सहित कई प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों के नाम का दुरुपयोग करते थे।

इस गिरोह के जरिए सैकड़ों छात्र ठगी का शिकार हो चुके

डीसीपी पूर्वी के मुताबिक, आरोपी एक फर्जी मार्कशीट या डिग्री के बदले छात्रों से 25 हजार रुपये से लेकर 4 लाख रुपये तक की रकम वसूलते थे। कई छात्र तब ठगी का शिकार होने का एहसास करते थे, जब वे निजी कंपनियों या सरकारी विभागों में नौकरी के लिए आवेदन करते थे और दस्तावेज सत्यापन के दौरान उनकी डिग्री फर्जी पाई जाती थी। पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह के जरिए सैकड़ों छात्र ठगी का शिकार हो चुके हैं।

दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही

फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इस रैकेट में और कितने लोग शामिल हैं और फर्जी डिग्री तैयार करने का नेटवर्क किन-किन राज्यों तक फैला हुआ है। बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है, जिससे कई और नाम सामने आने की उम्मीद है।इस बड़ी सफलता पर डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने पुलिस टीम को शाबाशी दी।

इस कार्रवाई से फर्जी डिग्री कारोबारियों में हड़कंप

इस कार्रवाई में इंस्पेक्टर गोमतीनगर ब्रजेश तिवारी, उपनिरीक्षक प्रेम कुमार, मोहम्मद जसीम रज़ा, कमलेश कुमार यादव, अरविंद कुमार, हेड कांस्टेबल बब्बन यादव, कांस्टेबल अंकुर चौधरी, आकाश यादव सहित पूर्वी जोन की क्राइम सर्विलांस टीम के उपनिरीक्षक अमरनाथ चौरसिया, हेड कांस्टेबल संदीप पाण्डेय, अमित सिंह, कांस्टेबल तरनजीत सिंह, शिवानंद खरवार, अजय यादव और प्रदीप कुमार शामिल रहे। पुलिस की इस कार्रवाई से फर्जी डिग्री कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।
पुस्तक मेले का चौथा दिन.गुनाहो का देवता और‘कैकेयी के राम’से रुबरु होते पाठक।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)विकसित भारत– विकसित प्रदेश”की थीम पर आधारित प्रयागराज पुस्तक मेले के चौथे दिन रविवार को पुस्तक प्रेमियों की भारी भीड़ उमड़ी।अवकाश का दिन और कड़ाके की ठंड के बावजूद पाठको का उत्साह देखते ही बन रहा था।आयोजक मनोज सिंह चंदेल और सह-संयोजक मनीष गर्ग ने संयुक्त रूप से बताया कि मेले में साहित्य, विज्ञान, धर्म-कर्म, बाल साहित्य, आत्मकथाएँ, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की पुस्तकें, इतिहास तथा विभिन्न भाषाओं और राज्यो की साहित्यिक कृतियाँ उपलब्ध हैं। इसके साथ ही पुस्तकों से जुड़े विविध सामग्री भी रखी गई है जो हर आयु और रुचि के पाठको को आकर्षित कर रही है।पुस्तक मेले के प्रवेश द्वार पर स्थित राजकमल प्रकाशन समूह के स्टॉल पर नामी-गिरामी लेखकों की कृतियाँ पाठको का विशेष ध्यान खीच रही है। स्टॉल प्रतिनिधि प्रत्युष सिंह के अनुसार अशोक कुमार पाण्डेय की बीसवीं सदी के तानाशाह, श्रीलाल शुक्ल की राग दरबारी डॉ.तुलसीराम की मुर्दहिया रामधारी सिंह दिनकर की रश्मिरथी तथा कांता भारती की रेत की मछली जैसी पुस्तकों की अच्छी मांग बनी हुई है।कई शीर्षकों पर विशेष छूट भी दी जा रही है।वाणी प्रकाशन समूह के स्टॉल पर धर्मवीर भारती की कालजयी कृति गुनाहों का देवता आज भी पाठकों की पहली पसंद बनी हुई है। इसी स्टॉल पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जीवन और आदर्शों पर आधारित दो उपन्यास विशेष चर्चा में हैं—भगवान सिंह की अपने‑अपने राम और हाल ही में प्रकाशित रहीस सिंह की कैकेयी के राम।
कैकेयी के राम पारंपरिक रामकथा से हटकर कैकेयी के दृष्टिकोण से घटनाओं को प्रस्तुत करती है,जिसमें उनके प्रेम, आंतरिक संघर्ष और राम के मर्यादापुरुषोत्तम बनने में उनकी भूमिका को मानवीय संवेदनाओ के साथ उकेरा गया है। वहीं अपने-अपने राम पाठकों को आदि से अंत तक बांधे रखने वाली प्रभावशाली कृति के रूप में सराही जा रही है।इसी स्टॉल पर लोकगायिका मालिनी अवस्थी की चंदन किवाड़ की भी उल्लेखनीय बिक्री हो रही है। स्टॉल प्रतिनिधि राकेश सिन्हा के अनुसार यहां 20 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। इसके अतिरिक्त ज्योतिराव गोविंदराव फुले की गुलामगिरी तथा बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन का चर्चित उपन्यास लज्जा भी पाठकों की मांग में शामिल है।रविवार को मेले में स्थापित सांस्कृतिक मंच पर पुस्तक कैप्टन राघवेंद्र प्रभा पर परिचर्चा आयोजित की गई। लेखक शिब्बू गाज़ीपुरी और इस कृति की अंग्रेज़ी अनुवादक सृष्टि राज को उनके साहित्यिक योगदान के लिए शुभकामनाएँ दी गई। वक्ताओ ने शिब्बू गाज़ीपुरी की संवेदनशील और ऐतिहासिक लेखनी तथा सृष्टि राज द्वारा किए गए सटीक प्रभावशाली और भावपूर्ण अंग्रेज़ी अनुवाद की सराहना की।कार्यक्रम के अंत में ईश्वर से कामना की गई कि लेखक और अनुवादक आगे भी साहित्य जगत को ऐसी ही उत्कृष्ट कृतियाँ प्रदान करते रहे।
फिट इंडिया मिशन के अन्तर्गत ‘संडे ऑन साइकिल’पहल के एक वर्ष पूर्ण होने पर साइकिल रैली का आयोजन।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।फिट इंडिया मिशन के अन्तर्गत संचालित‘संडे ऑन साइकिल’ पहल के सफलतापूर्वक एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आज दिनांक 21 दिसम्बर 2025 को प्रयागराज मण्डल द्वारा डी.एस.ए.ग्राउंड प्रयागराज से प्रयागराज जंक्शन तक एक विशेष साइकिल रैली का भव्य आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम का शुभारम्भ मंडल रेल प्रबन्धक/प्रयागराज मंडल रजनीश अग्रवाल तथा वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबन्धक एवं मण्डल क्रीड़ा अधिकारी एस.के.सिंह सहित अन्य अधिकारियो द्वारा साइकिल चलाकर किया गया।साइकिल रैली में मंडल रेल प्रबंधक सहित बड़ी संख्या में रेलवे अधिकारियो एवं कर्मचारियो ने उत्साह और जोश के साथ सहभागिता की।इस अवसर पर मंडल रेल प्रबन्धक ने फिट इंडिया मिशन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वस्थ जीवनशैली के लिए अधिक से अधिक साइकिल का उपयोग एवं पैदल चलने की आदत विकसित करना आवश्यक है।इससे न केवल शारीरिक स्वास्थ्य सुदृढ़ होता है बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलता है।उन्होने सभी अधिकारियो एवं कर्मचारियों को सप्ताह में कम से कम एक दिन कार्यालय आने-जाने हेतु साइकिल के प्रयोग के लिए प्रेरित किया तथा कहा कि जीवनशैली में किए गए छोटे-छोटे सकारात्मक परिवर्तन पर्यावरण संरक्षण में बड़ा योगदान दे सकते है।
राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने दिव्यांग बच्चों को वितरित की शैक्षणिक सामग्री
जौनपुर। जनपद के बदलापुर तहसील क्षेत्र स्थित घनश्यामपुर बाजार में शनिवार को एक वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। श्री समरथ्थी राजाराम दिव्यांग एवं बालिका शिक्षण संस्थान में हुए इस कार्यक्रम में प्रदेश के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने वार्षिकोत्सव समारोह में 60 दिव्यांग बच्चों को कॉपी-कलम, स्वेटर और पाठ्य सामग्री वितरित की।इस अवसर पर मंत्री प्रजापति ने उपस्थित सभी लोगों को भगवत गीता और गमछा भी भेंट किया। सनातन धर्म प्रचार कार्यक्रम में कुल 1001 भगवत गीता और गमछा का वितरण किया गया। उक्त कार्यक्रम आज का कर्मवीर सोशल फाउंडेशन ने किया l कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। छोटे बच्चों ने गीत-संगीत के माध्यम से मोबाइल, इंटरनेट, इंस्टाग्राम और टिकटॉक जैसे ऐप्स से होने वाले नुकसान को दर्शाया, जिसकी दर्शकों ने सराहना की।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में वरिष्ठ भाजपा नेता एवं सुप्रसिद्ध समाजसेवी ज्ञानप्रकाश सिंह और अखंड राजपूताना सेवा संघ के राष्ट्रीय   उपाध्यक्ष विनय शाही शामिल  रहे। कार्यक्रम के संयोजक ठाकुर  आरपी सिंह दुर्गवंश (राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं आयोजक अखंड राजपूताना सेवा संघ) ने सभी को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया l इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष अजीत प्रजापति, खुटहन ब्लॉक प्रमुख बृजेश कुमार यादव,महाराजगंज ब्लॉक प्रमुख विनय कुमार सिंह और पूर्व ब्लॉक प्रमुख बक्सा सजल सिंह , इस्कॉन अयोध्या से गीता मनीषी देव शेखर विष्णु दास एवं राजेश जे सिंह आदि लोग उपस्थित रहे l विद्यालय के प्रबंधक / सचिव अजय कुमार सिंह ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया और प्रधानाचार्य प्रमोद तिवारी ने कार्यवाही पढ़ कर बताया तथा बड़ी संख्या में अध्यापक - अध्यापिकाएं और बच्चे मौजूद रहे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में दिव्यांग बच्चों के माता-पिता और स्थानीय लोगों का विशेष सहयोग रहा। जिले में इस प्रकार का यह पहला बड़ा आयोजन माना जा रहा है, जिसमें दिव्यांग बच्चों के बीच शिक्षा सामग्री, स्वेटर और धार्मिक ग्रंथ वितरित किए गए। संचालन अमर सिंह एवं विद्यालय की छात्रा माही सिंह, नंदिता सिंह, मांडवी दुबे ,राधा दुबे ,प्रियांशी गुप्ता ,आस्था प्रजापति ,नैना गुप्ता ने किया l
डॉ अनिल गौड़ के ग़ज़ल संग्रह रोशनी के नाम का विमोचन
            

मुंबई। डॉ. अनिल गौड़ के बहुप्रतीक्षित ग़ज़ल संग्रह “रोशनी के नाम” का लोकार्पण एवं परिचर्चा संगोष्ठी मुंबई विश्वविद्यालय के जे.पी. नाइक भवन में संपन्न हुई, जहाँ अनेक प्रतिष्ठित साहित्यकार, शायर और ग़ज़लकार एकत्रित हुए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के पूर्व कार्याध्यक्ष अभिलाष अवस्थी ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठतम कवि नंदलाल पाठक  की गरिमामयी उपस्थिति रही। विशिष्ट अतिथि के रूप में कलमकार और साहित्यानुरागी दीनदयाल मुरारका और डॉ. विनोद प्रकाश गुप्ता जी (IAS, सेवानिवृत्) उपस्थित रहे। दीप्ति मिश्रा और देवमणि पांडे, सागर त्रिपाठी  ने मिलकर अनिल गौड़ जी की पुस्तक पर गहन और सारगर्भित चर्चा की, जिससे आयोजन को विशेष गरिमा मिली। वक्ताओं एवं उपस्थित साहित्यकारों में अशोक कुमार नीरद, राकेश शर्मा, मधुबाला शुक्ल,  वागीश सारस्वत, रासबिहारी पांडेय, गोपीकृष्ण बूबना, दीप्ति मिश्रा , देवमणि पांडे, सागर त्रिपाठी, नवीन चतुर्वेदी, इकबाल अंसारी, किरण मिश्र, अर्चना वर्मा सिंह, अर्चना झा, विजय लक्ष्मी गौड़ आदि की उपस्थिति एवं विचारों ने कार्यक्रम को ऊँचाई प्रदान की। कार्यक्रम का सधा हुआ एवं प्रभावशाली संचालन डाॅ. रीता दास राम ने किया।
इस अवसर पर डॉ. अनिल गौड़  की ग़ज़लों का पाठ एवं गायन दीपक खेर, दीपिका गौड़ तथा सत्यम द्वारा प्रस्तुत किया गया।
डॉक्टर सोनी सिंह ने विद्यार्थियों को किया पुरस्कृत बच्चे ही हैं देश के भविष्य - डॉक्टर सोनी सिंह
 
दिलीप उपाध्याय,संत कबीर नगर। नवारंभ फाउंडेशन द्वारा जगतगुरू शंकराचार्य इंटर कॉलेज मेहदावल में आयोजित जिला स्तरीय सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता एवं पुरस्कार वितरण समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में सहभागिता का सौभाग्य प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को रोबोटिक्स एवं आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस जैसे आधुनिक विषयों पर सार्थक अध्ययन कराया गया । छात्रों की जिज्ञासा, नवाचार और सीखने की ललक भविष्य के सशक्त भारत की मजबूत नींव है।” इस अवसर पर जगतगुरु शंकराचार्य इंटर कॉलेज के प्रबन्धक आदरणीय जय सिंह जी , अभिषेक जय सिंह , प्रधानाचार्य , गोरखपुर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ गौरव पांडेय , खंड शिक्षा अधिकारी , फारेस्ट रेंजर महोदय समेत अनेक सम्मानित जन उपस्थित रहे । संयोजक राघवेंद्र प्रताप रमन , श्री सुधीर गुप्ता , अभिषेक मिश्रा व अविनाश मिश्रा,अमित सिंह ,दिवाकर सिंह , डॉ हिमांशु शुक्ला एवं अभिनव मिश्रा , आदि लोग उपस्थित रहे !

*ट्रक में घुसी अर्टिगा कार,पिता-पुत्र समेत तीन की मौत,छह घायल*
सुलतानपुर,पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे के बीच सोमवार सुबह भीषण सड़क हादसा हो गया। जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र के माइलस्टोन 142.900 के पास सड़क पर खड़े खराब ट्रक में पीछे से अर्टिगा कार जा घुसी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए।हादसे में पिता-पुत्र और कार चालक समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। मृतक व घायल आजमगढ़ जनपद के बताए जा रहे हैं। कार सवार लखनऊ से आजमगढ़ की ओर जा रहे थे।पुलिस के अनुसार अर्टिगा UP32 KT-2525 ओवरटेकिंग लेन में आगे चल रहे ट्रक HR69F-9641 में चालक की लापरवाही के चलते पीछे से जा घुसी।मौके पर चालक सिकंदर और आगे बैठे सुरेंद्र की मौत हो गई। कार ट्रक में फंस गई थी,जिसे क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया।घायलों को ईगल व जीआर एंबुलेंस से सरकारी अस्पताल दोस्तपुर पहुंचाया गया,जहां इलाज के दौरान शंभू लाल (55 वर्ष) की भी मौत हो गई। शेष घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल अकबरपुर अंबेडकर नगर रेफर किया गया है।सूचना मिलते ही एसडीएम जयसिंहपुर प्रभात कुमार सिंह, सीओ आर.के. चतुर्वेदी व कोतवाल मौके पर पहुंचे। यूपीडा कर्मियों की सहायता से राहत-बचाव कराया गया। मृतकों के पंचायतनामा की कार्रवाई संबंधित थानों द्वारा की जा रही है।
चुनावी बॉन्ड खत्म होने के बाद भी बीजेपी पर बरसा पैसा, प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने अकेले दिए 2180 करोड़

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15 फरवरी 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को असंवैधानिक बताते हुए बंद करने का आदेश दिया था। अदालत का साफ कहना था कि लोकतंत्र में चंदे की गोपनीयता नहीं, बल्कि पारदर्शिता जरूरी है। हालांकि, इलेक्टोरल बॉन्ड खत्म होने के बाद भी बारतीय जनता पार्टी पर पैसों की बरसात हो रही है।

कुल चंदे का 83 फीसदी बीजेपी के पास

इलेक्टोरल बॉन्ड खत्म होने के बाद पहले वित्त वर्ष यानी 2024-25 में इलेक्टोरल ट्रस्ट ने राजनीतिक पार्टियों को करोड़ों रुपए दान दिए। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2024-25 में इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए कुल 4,276 करोड़ रुपये का चंदा मिला। इसमें से 83.6% यानी सबसे बड़ा हिस्सा बीजेपी को मिला। यह पिछले साल के मुकाबले चार गुना से भी ज्यादा है।

कांग्रेस को मिले 299 करोड़ रुपए

कांग्रेस को इस रास्ते से 7.3% चंदा मिला, जबकि तृणमूल कांग्रेस को 3.6% मिला। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को 299 करोड़ रुपए चंदा मिला। अन्य सभी पार्टियों के हिस्से में बाकी बचे 400 करोड़ रुपए आए।

किन ट्रस्टों से कितना मिला बीजेपी को?

2024-25 में बीजेपी को इलेक्टोरल ट्रस्ट से कुल 3,577.5 करोड़ रुपये मिले। इसमें से सबसे ज्यादा पैसा 'प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट' से आया, जो 2,180.7 करोड़ रुपये था। 'प्रोग्रेसिव ईटी' से 757.6 करोड़ रुपये, 'ए बी जनरल ईटी' से 460 करोड़ रुपये, 'न्यू डेमोक्रेटिक ईटी' से 150 करोड़ रुपये मिले। इसके अलावा 'हार्मनी ईटी' से 30.1 करोड़ रुपये, 'ट्रायम्फ ईटी' से 21 करोड़ रुपये, 'जयभारत ईटी' से 5 करोड़ रुपये, 'समाज ईटी' से 3 करोड़ रुपये, 'जन कल्याण ईटी' से 9.5 लाख रुपये और 'एन्जिगार्टिक ईटी' से 7.75 लाख रुपये मिले।

क्या है इलेक्टोरल ट्रस्ट

दरअसल, केंद्र की मोदी सरकार चुनावी चंदे के लिए इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम लेकर आई थी। जिसे सुप्रीम कोर्ट ने साल 2024 में असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया था। अब कॉर्पोरेट कंपनियां चेक, DD या UPI के जरिए पार्टियों को डोनेशन दे सकती हैं। इसके साथ ही इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए भी चंदा दे सकती हैं। इलेक्टोरल ट्रस्ट के जरिए कोई कंपनी या फिर व्यक्ति एक ट्रस्ट को डोनेशन दे सकता है, जो आगे पार्टियों को डोनेट करता है

स्तन कैंसर पर चौंकाने वाला खुलासा: युवा महिलाएं ज्यादा जोखिम में, बुजुर्गों में दिखी समय पर समझदारी
लखनऊ। स्तन कैंसर को लेकर उम्र के साथ लापरवाही नहीं बल्कि समझदारी बढ़ती दिख रही है। राजधानी लखनऊ स्थित संजय गांधी पीजीआई के इंडोक्राइन एंड ब्रेस्ट सर्जरी विभाग द्वारा किए गए एक अहम अध्ययन में सामने आया है कि 70 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं, कम उम्र की महिलाओं की तुलना में बीमारी के शुरुआती चरण में ही इलाज के लिए अस्पताल पहुंच जाती हैं। इसके उलट 40 वर्ष से कम उम्र की बड़ी संख्या में महिलाएं देर से चिकित्सकीय मदद लेती हैं, जिससे उनकी जान को ज्यादा खतरा रहता है।

स्तन कैंसर पीड़ित 737 महिलाओं पर आधारित

यह अध्ययन वर्ष 2017 से 2021 के बीच पीजीआई में इलाज के लिए पहुंची स्तन कैंसर पीड़ित 737 महिलाओं पर आधारित है। इन महिलाओं की औसत आयु करीब 50 वर्ष थी। शोधकर्ताओं ने मरीजों को उम्र के आधार पर तीन वर्गों में बांटा—40 वर्ष से कम, 41 से 69 वर्ष और 70 वर्ष से अधिक। इसके बाद यह विश्लेषण किया गया कि महिलाएं बीमारी के किस चरण में अस्पताल पहुंचीं, इलाज के बाद उनका सर्वाइवल कितना रहा और कैंसर से मृत्यु दर क्या रही।

मृत्यु दर के आंकड़ों ने भी चौंकाया

अध्ययन के अनुसार, 70 वर्ष से अधिक आयु की 70.7 प्रतिशत महिलाएं स्तन कैंसर के शुरुआती चरण में ही इलाज के लिए अस्पताल पहुंच गईं। वहीं 41 से 69 वर्ष के आयु वर्ग में यह आंकड़ा 54.5 प्रतिशत रहा। सबसे चिंताजनक स्थिति 40 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं की रही, जहां केवल 51.4 प्रतिशत मरीज ही शुरुआती अवस्था में अस्पताल पहुंच सकीं।मृत्यु दर के आंकड़ों ने भी चौंकाया। सबसे अधिक मौतें 40 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में दर्ज की गईं, जहां मृत्यु दर 12.9 प्रतिशत रही। 41 से 69 वर्ष के समूह में यह आंकड़ा 9.9 प्रतिशत और 70 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में 9.7 प्रतिशत दर्ज किया गया। हालांकि 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में औसतन जीवित रहने की अवधि कुछ कम रही, लेकिन समय पर इलाज के चलते मृत्यु दर अपेक्षाकृत कम पाई गई।

शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करना सबसे बड़ी भूल साबित होती

अध्ययन से जुड़े डॉक्टरों—डॉ. रिनेले मैसकरहेनेस, डॉ. एम. मायीलवेगनन, डॉ. ज्ञान चंद, डॉ. अंजलि मिश्रा और डॉ. गौरव अग्रवाल—का कहना है कि स्तन कैंसर की समय रहते पहचान और इलाज से मरीज के पूरी तरह स्वस्थ होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। डॉ. ज्ञान चंद के अनुसार, शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करना सबसे बड़ी भूल साबित होती है, खासकर युवा महिलाओं में।डॉक्टरों ने बताया कि स्तन में गांठ महसूस होना, त्वचा का सख्त या मोटा होना, निप्पल का अंदर की ओर धंसना, स्तन के रंग या आकार में बदलाव, त्वचा पर पपड़ी या छिलन जैसे लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। समय रहते जांच कराना जान बचा सकता है।

कम उम्र में मासिक धर्म शुरू होना

विशेषज्ञों के मुताबिक, स्तन कैंसर के पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं, जिनमें आनुवंशिक जोखिम, हार्मोनल बदलाव, कम उम्र में मासिक धर्म शुरू होना, देर से रजोनिवृत्ति, अधिक उम्र में पहला बच्चा होना, मोटापा, असंतुलित जीवनशैली और बढ़ता प्रदूषण प्रमुख हैं। डॉक्टरों ने महिलाओं से अपील की है कि वे जागरूक रहें, नियमित जांच कराएं और किसी भी लक्षण पर तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें।
इंसानियत को शर्मसार करने वाले अभियुक्त को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद किया गिरफ्तार

रमेश दूबे

संतकबीरनगर । वादी द्वारा अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर के विरुद्ध वादी की 07 वर्षीय नाबालिग पुत्री को बहलाफुसलाकर उसके साथ दुष्कर्म करने के सम्बन्ध में सूचना दिया गया था । उक्त सूचना के आधार पर थाना धनघटा पर मु0अ0स0 657/2025 धारा 137(2) 65(2) बीएनएस व 5m/6 पाक्सो एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया था । आज दिनाँक 22.10.2025 को उक्त घटना से सम्बन्धित अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर को ग्राम सीयरकला के पास बाग में पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया । मुठभेड़ के दौरान अभियुक्त के दाहिने पैर में घुटने से नीचे गोली लगी । अभियुक्त के पास से 01 अदद अवैध तमंचा .12 बोर, 01 अदद मिस फायर कारतूस .12 बोर व 01 अदद खाली खोखा .12 बोर बरामद हुआ है ।

पुलिस अधीक्षक जनपद संतकबीरनगर श्री संदीप कुमार मीना के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक संतकबीरनगर श्री सुशील कुमार सिंह के मार्गदर्शन व क्षेत्राधिकारी धनघटा श्री अभयनाथ मिश्रा के पर्यवेक्षण में जनपद संतकबीरनगर मे अपराध एवं अपराधियो के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में प्रभारी निरीक्षक थाना  धनघटा श्री जयप्रकाश दूबे तथा एसओजी प्रभारी निरीक्षक श्री अजय सिंह द्वारा संयुक्त रुप कार्यवाही करते हुए आज दिनाँक 22.12.2025 को दुष्कर्म की घटना से सम्बन्धित अभियुक्त को ग्राम सीयरकला के पास बाग में पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया ।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम व पताः-
सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर ।

बरामदगी का विवरणः-
01- एक अदद अवैध तमंचा .12 बोर
02- एक अदद मिसफायर कारतूस .12 बोर
03- एक अदद खाली खोखा .12 बोर

घटना का विवरणः-
आज दिनांक 22.12.2025 को समय 03.35 बजे अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे पुत्र रामदरश निवासी ग्राम बभनौली थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर के ग्राम सियर कला बाग में  छिपने की सूचना मिली थी । पुलिस पार्टी द्वारा उक्त स्थान पर पहुचकर अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र उर्फ नाटे उपरोक्त को पकड़ने का प्रयास किया गया, तो अभियुक्त द्वारा अपने को गिरफ्तारी से बचाने के लिए पुलिस पार्टी को गाली देते हुए, जान से मारने की धमकी देते हुए अबैध असलहे से फायर करने की बात कही गयी तब पुलिस पार्टी द्वारा चेतावनी देते हुए आत्म समर्पण हेतु कहा गया परन्तु अभियुक्त द्वारा आत्मसमपर्ण न करते हुए पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नीयत से फायर कर दिया गया । पुलिस पार्टी द्वारा सतर्कता से अपना बचाव किया गया तथा आत्मसुरक्षार्थ पुलिस पार्टी द्वारा फायर किया गया । जिसमें एक गोली अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र के दाहिन पैर के घुटने के नीचे लग गयी । पुलिस पार्टी द्वारा सावधानीपूर्वक अभियुक्त सतेन्द्र उर्फ शैलेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया गया । जामा तलाशी से अभियुक्त के पास से एक अदद नाजायज तमंचा .12 बोर जिसमें चैम्बर में एक मिस कारतूस पडा हुआ बरामद हुआ तथा बगल में एक खोखा कारतूस .12 बोर पडा मिला । अभियुक्त को तत्काल पुलिस फोर्स द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मलौली पहुँचाया गया । जहाँ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र द्वारा प्राथमिक इलाज के बाद संयुक्त जिला चिकित्सालय संतकबीरनगर रेफर किया गया है । जहाँ पर अभियुक्त उपरोक्त का इलाज चल रहा है व अन्य विधिक कार्यवाही प्रचलित है ।

गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर थाना धनघटा पर मु0अ0सं0 658/2025 धारा 109(1), 352, 351(3) बीएनएस व 3/ 25/27 शस्त्र अधिनियम पंजीकृत किया गया

गिरफ्तार करने वाले अधिकारी / कर्मचारीगणः-

1. प्रभारी निरीक्षक थाना धनघटा श्री जयप्रकाश दूबे, नि0अ0 श्री रामेश्वर यादव, उ0नि0 श्री विनोद कुमार यादव, का0 रजनीश यादव, का0 महेन्द्र निषाद, का0 जितेन्द्र यादव, का0 मुकेश थाना धनघटा जनपद संतकबीरनगर ।

2. एसओजी प्रभारी निरीक्षक श्री अजय सिंह, हे0का0 अनुप कुमार राय, का0 दीपक सिंह, का0 अभिषेक सिंह, का0 सर्वेश मिश्रा, का0 वीर बहादुर यादव, का0 विवेक मिश्रा, का0 अरुण हलवाई एसओजी संतकबीरनगर ।
फर्जी डिग्री–मार्कशीट बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़,तीन गिरफ्तार
लखनऊ। राजधानी में पुलिस उपायुक्त पूर्वी की क्राइम, सर्विलांस और गोमतीनगर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़े और सनसनीखेज फर्जी शैक्षिक दस्तावेज रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने फर्जी मार्कशीट और डिग्री बनाकर भोले-भाले छात्रों से लाखों रुपये ठगने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 923 फर्जी मार्कशीट व प्रमाणपत्र, 15 फर्जी मुहरें, 65 मार्कशीट प्रिंटिंग पेपर, एक कार, 6 लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, चेकबुक और करीब 2 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं।

लंबे समय से चला रहे थे फर्जी डिग्री-मार्कशीट बनाने का रैकेट

डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि पूर्वी जोन की क्राइम व सर्विलांस टीम तथा गोमतीनगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर ब्रजेश तिवारी की संयुक्त टीम ने रविवार को कार्रवाई करते हुए अयोध्या जिले के थाना पूरा कलंदर क्षेत्र के पलिया निवासी सत्येन्द्र द्विवेदी, उन्नाव के घाटमपुर निवासी अखिलेश कुमार और लखीमपुर-खीरी के ईशानगर निवासी सौरभ शर्मा को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी बेहद शातिर हैं और लंबे समय से अंतरराज्यीय स्तर पर फर्जी डिग्री–मार्कशीट का रैकेट चला रहे थे।

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए

पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों के नामी-गिरामी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के नाम पर फर्जी डिग्री और मार्कशीट तैयार करते थे। गिरोह भोले-भाले छात्रों को बिना पढ़ाई और मेहनत के डिग्री दिलाने का लालच देता था और इंजीनियरिंग, बीटेक, बीसीए, एमसीए, एमएससी, बीए समेत अन्य कोर्स की फर्जी डिग्री उपलब्ध कराता था। इसके लिए वे स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सहित कई प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों के नाम का दुरुपयोग करते थे।

इस गिरोह के जरिए सैकड़ों छात्र ठगी का शिकार हो चुके

डीसीपी पूर्वी के मुताबिक, आरोपी एक फर्जी मार्कशीट या डिग्री के बदले छात्रों से 25 हजार रुपये से लेकर 4 लाख रुपये तक की रकम वसूलते थे। कई छात्र तब ठगी का शिकार होने का एहसास करते थे, जब वे निजी कंपनियों या सरकारी विभागों में नौकरी के लिए आवेदन करते थे और दस्तावेज सत्यापन के दौरान उनकी डिग्री फर्जी पाई जाती थी। पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह के जरिए सैकड़ों छात्र ठगी का शिकार हो चुके हैं।

दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही

फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इस रैकेट में और कितने लोग शामिल हैं और फर्जी डिग्री तैयार करने का नेटवर्क किन-किन राज्यों तक फैला हुआ है। बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है, जिससे कई और नाम सामने आने की उम्मीद है।इस बड़ी सफलता पर डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने पुलिस टीम को शाबाशी दी।

इस कार्रवाई से फर्जी डिग्री कारोबारियों में हड़कंप

इस कार्रवाई में इंस्पेक्टर गोमतीनगर ब्रजेश तिवारी, उपनिरीक्षक प्रेम कुमार, मोहम्मद जसीम रज़ा, कमलेश कुमार यादव, अरविंद कुमार, हेड कांस्टेबल बब्बन यादव, कांस्टेबल अंकुर चौधरी, आकाश यादव सहित पूर्वी जोन की क्राइम सर्विलांस टीम के उपनिरीक्षक अमरनाथ चौरसिया, हेड कांस्टेबल संदीप पाण्डेय, अमित सिंह, कांस्टेबल तरनजीत सिंह, शिवानंद खरवार, अजय यादव और प्रदीप कुमार शामिल रहे। पुलिस की इस कार्रवाई से फर्जी डिग्री कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।
पुस्तक मेले का चौथा दिन.गुनाहो का देवता और‘कैकेयी के राम’से रुबरु होते पाठक।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट–रॉयल गार्डन(लक्ष्मी टॉकीज के सामने)विकसित भारत– विकसित प्रदेश”की थीम पर आधारित प्रयागराज पुस्तक मेले के चौथे दिन रविवार को पुस्तक प्रेमियों की भारी भीड़ उमड़ी।अवकाश का दिन और कड़ाके की ठंड के बावजूद पाठको का उत्साह देखते ही बन रहा था।आयोजक मनोज सिंह चंदेल और सह-संयोजक मनीष गर्ग ने संयुक्त रूप से बताया कि मेले में साहित्य, विज्ञान, धर्म-कर्म, बाल साहित्य, आत्मकथाएँ, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की पुस्तकें, इतिहास तथा विभिन्न भाषाओं और राज्यो की साहित्यिक कृतियाँ उपलब्ध हैं। इसके साथ ही पुस्तकों से जुड़े विविध सामग्री भी रखी गई है जो हर आयु और रुचि के पाठको को आकर्षित कर रही है।पुस्तक मेले के प्रवेश द्वार पर स्थित राजकमल प्रकाशन समूह के स्टॉल पर नामी-गिरामी लेखकों की कृतियाँ पाठको का विशेष ध्यान खीच रही है। स्टॉल प्रतिनिधि प्रत्युष सिंह के अनुसार अशोक कुमार पाण्डेय की बीसवीं सदी के तानाशाह, श्रीलाल शुक्ल की राग दरबारी डॉ.तुलसीराम की मुर्दहिया रामधारी सिंह दिनकर की रश्मिरथी तथा कांता भारती की रेत की मछली जैसी पुस्तकों की अच्छी मांग बनी हुई है।कई शीर्षकों पर विशेष छूट भी दी जा रही है।वाणी प्रकाशन समूह के स्टॉल पर धर्मवीर भारती की कालजयी कृति गुनाहों का देवता आज भी पाठकों की पहली पसंद बनी हुई है। इसी स्टॉल पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जीवन और आदर्शों पर आधारित दो उपन्यास विशेष चर्चा में हैं—भगवान सिंह की अपने‑अपने राम और हाल ही में प्रकाशित रहीस सिंह की कैकेयी के राम।
कैकेयी के राम पारंपरिक रामकथा से हटकर कैकेयी के दृष्टिकोण से घटनाओं को प्रस्तुत करती है,जिसमें उनके प्रेम, आंतरिक संघर्ष और राम के मर्यादापुरुषोत्तम बनने में उनकी भूमिका को मानवीय संवेदनाओ के साथ उकेरा गया है। वहीं अपने-अपने राम पाठकों को आदि से अंत तक बांधे रखने वाली प्रभावशाली कृति के रूप में सराही जा रही है।इसी स्टॉल पर लोकगायिका मालिनी अवस्थी की चंदन किवाड़ की भी उल्लेखनीय बिक्री हो रही है। स्टॉल प्रतिनिधि राकेश सिन्हा के अनुसार यहां 20 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। इसके अतिरिक्त ज्योतिराव गोविंदराव फुले की गुलामगिरी तथा बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन का चर्चित उपन्यास लज्जा भी पाठकों की मांग में शामिल है।रविवार को मेले में स्थापित सांस्कृतिक मंच पर पुस्तक कैप्टन राघवेंद्र प्रभा पर परिचर्चा आयोजित की गई। लेखक शिब्बू गाज़ीपुरी और इस कृति की अंग्रेज़ी अनुवादक सृष्टि राज को उनके साहित्यिक योगदान के लिए शुभकामनाएँ दी गई। वक्ताओ ने शिब्बू गाज़ीपुरी की संवेदनशील और ऐतिहासिक लेखनी तथा सृष्टि राज द्वारा किए गए सटीक प्रभावशाली और भावपूर्ण अंग्रेज़ी अनुवाद की सराहना की।कार्यक्रम के अंत में ईश्वर से कामना की गई कि लेखक और अनुवादक आगे भी साहित्य जगत को ऐसी ही उत्कृष्ट कृतियाँ प्रदान करते रहे।
फिट इंडिया मिशन के अन्तर्गत ‘संडे ऑन साइकिल’पहल के एक वर्ष पूर्ण होने पर साइकिल रैली का आयोजन।
संजय द्विवेदी प्रयागराज।फिट इंडिया मिशन के अन्तर्गत संचालित‘संडे ऑन साइकिल’ पहल के सफलतापूर्वक एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आज दिनांक 21 दिसम्बर 2025 को प्रयागराज मण्डल द्वारा डी.एस.ए.ग्राउंड प्रयागराज से प्रयागराज जंक्शन तक एक विशेष साइकिल रैली का भव्य आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम का शुभारम्भ मंडल रेल प्रबन्धक/प्रयागराज मंडल रजनीश अग्रवाल तथा वरिष्ठ मंडल वित्त प्रबन्धक एवं मण्डल क्रीड़ा अधिकारी एस.के.सिंह सहित अन्य अधिकारियो द्वारा साइकिल चलाकर किया गया।साइकिल रैली में मंडल रेल प्रबंधक सहित बड़ी संख्या में रेलवे अधिकारियो एवं कर्मचारियो ने उत्साह और जोश के साथ सहभागिता की।इस अवसर पर मंडल रेल प्रबन्धक ने फिट इंडिया मिशन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वस्थ जीवनशैली के लिए अधिक से अधिक साइकिल का उपयोग एवं पैदल चलने की आदत विकसित करना आवश्यक है।इससे न केवल शारीरिक स्वास्थ्य सुदृढ़ होता है बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलता है।उन्होने सभी अधिकारियो एवं कर्मचारियों को सप्ताह में कम से कम एक दिन कार्यालय आने-जाने हेतु साइकिल के प्रयोग के लिए प्रेरित किया तथा कहा कि जीवनशैली में किए गए छोटे-छोटे सकारात्मक परिवर्तन पर्यावरण संरक्षण में बड़ा योगदान दे सकते है।