देवघर-भारतीय जनता पार्टी देवघर जिला के द्वारा स्थानीय टावर चौक पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया।
देवघर: भारतीय जनता पार्टी देवघर जिला के द्वारा स्थानीय टावर चौक पर भोगनाडीह में हुई घटना हुल दिवस के अवसर पर सिद्धू कानून के वंशजों पर हेमंत सोरेन के पुलिसिया लाठी चार्ज और आंसू गैस छोड़े गए ।निर्दोष आदिवासियों को वह पिटा गया ।र्इसको लेकर हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया। मौके पर जिला अध्यक्ष सचिन रवानी ने कहा कि भोगनाडीह की घटना हेमंत सोरेन की आदिवासियों के प्रति दिखावा सच सामने आ गई। जिस तरह हेमंत सोरेन ने अपने पुलिसिया गुंडे के द्वारा निर्दोषआदिवासियों को पिटवाया गया ,सिद्ध कानू के वंशजों को अपमानित किया गया, उसे पिटा गया,उसे पूजा और कार्यक्रम करने से रोका गया और पुलिस की पिटाई से कई आदिवासी घायल हो गए। सिद्धू कानू ने इस देश में अपनी बलिदानी देकर देश को आजादी देने का काम किया उसका वंशज के साथ ऐसा व्यवहार करना बड़ा ही दुखद है। सिद्धू कानू के वंशज को सम्मान पूर्वक पूजा और कार्यक्रम करने का अनुमति देना चाहिए ना की बर्बरता पूर्ण लाठी चार्ज करवाना चाहिए। राज्य सरकार के तथाकथित विकास के सच को उजागर होने के डर से यह सरकार घबरा गई है आखिरकार अपनी हताशा और विफलता को छुपाने के लिए सरकार ने दमन का रास्ता चुना और निर्दोष आदिवासियों पर लाठी बरसाये। इस कार्यक्रम के मौके पर जिला महामंत्री अधीर चंद्र भैया ,संतोष उपाध्याय ,रीता चौरसिया, नवल राय, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष आशीष दुबे ,एसटीमोर्चा जिला अध्यक्ष संतोष मुर्मू महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष रूपा केसरी, ओबीसी जिला अध्यक्ष सौरभ सुमन, बलराम पोद्दार विजया सिंह धनंजय तिवारी धनंजय खवाड़े सौरव पाठक गौतम राय पंकज सिंह भदोरिया संजय राय ईश्वर रायअमरजीत दुबे अलका सोनी रमेश राय सोना धारी झा संजय गुप्ता उमाशंकर प्रजापति पवन पांडे विजय मिश्रा आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।
दुमका : विश्वकर्मा समाज ने की बंद पड़े लकड़ी मिलों को चालू करने की मांग, वन विभाग की कार्रवाई का किया विरोध
दुमका : जिले में बंद पड़े लकड़ी मिलों को चालू करवाने सहित नौ सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को विश्वकर्मा समाज ने रैली निकाली। रैली का नेतृत्व विश्वकर्मा समाज के जिला अध्यक्ष गंगाधर शर्मा ने की। रैली शहर के विभिन्न मार्गो से गुजरते हुए समाहरणालय पहुंची। बाद में विश्वकर्मा समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित नौ सूत्री मांग पत्र उपायुक्त को सौंपा। इससे पूर्व, दुमका जिला परिषद के उपाध्यक्ष सुधीर मंडल एवं विश्वकर्मा समाज के संरक्षक शिवप्रसाद शर्मा ने झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। जिला अध्यक्ष गंगाधर शर्मा ने कहा कि दुमका के सभी आरा मिल बंद है जिससे यहां के बढई कारीगरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कहीं से भी लकड़ी लाया जाता है तो उसे वन विभाग द्वारा कार्रवाई कर जब्त कर लिया जाता है। वन विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई से पूरा विश्वकर्मा कारीगर समाज डरा एवं सहमा हुआ है। कहा कि जबरन कार्रवाई एवं दमनकारी नीति की वजह से कारीगरों को मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ रहा है। जिला परिषद उपाध्यक्ष सुधीर मंडल ने कहा कि विश्वकर्मा समाज पिछड़ा वर्ग में आता है और हम किसी पिछड़ा वर्ग पर अन्याय होते नहीं देख सकते हैं। विश्वकर्मा समाज के आरा मिल खुलवाने के लिए हम हमेशा विश्वकर्मा समाज के साथ हैं कोई भी पदाधिकारी किसी का रोजी-रोटी छीने वह मुझे बर्दाश्त नहीं है। विश्वकर्मा समाज द्वारा उपायुक्त को सौपे गए ज्ञापन में मुख्यमंत्री से लकड़ी मिलो को जल्द चालू करवाने, बढई कारीगर को 25 सेफ्टी तक लकड़ी लाने एवं ले जाने की छूट देने, बढई कारीगर को लकड़ी डिपो का लाइसेंस देने, झारखंड में आर्टिकल डेवलपमेंट बोर्ड का गठन करने सहित अन्य मांगें शामिल है। रैली में प्रदेश उपाध्यक्ष जयराम शर्मा, प्रदेश महासचिव जयप्रकाश शर्मा, प्रदेश सचिव पवन शर्मा, सरैयाहाट अशोक शर्मा, जिला उपाध्यक्ष क्रांति राणा, त्रिभुवन मिस्त्री, जिला महासचिव रवींद्र शर्मा, नीलू मारिया, मुकेश शर्मा, पिंटू मिस्त्री, सरेयाहट प्रखंड अध्यक्ष प्रकाश शर्मा, कपिल देव शर्मा, महिला जिला महासचिव सोनम कुमारी, बेबी देवी, जरमुंडी प्रखंड अध्यक्ष जयप्रकाश शर्मा, विकास शर्मा, उत्तमशर्मा, नागेंद्रशर्मा, बिट्टू शर्मा, पप्पू शर्मा, विजय शर्मा सहित अन्य शामिल थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विमल लकड़ा के स्वास्थ्य की मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने ली जानकारी

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा के स्वास्थ्य की जानकारी लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री इरफ़ान अंसारी को निदेश दिया कि इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा को हर जरूरी चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करवाते हुए हुए उन्हें सूचित करें। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने एक्स में माध्यम से कहा कि झारखण्ड सरकार श्री विमल लकड़ा जी के साथ पूरी तरह खड़ी है। उनके परिवार को भरोसा दिलाया कि इलाज में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने मंत्री श्री सुदिव्य कुमार को निदेश दिया था कि वे अस्पताल जाकर इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा से मुलाक़ात करें । मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने एक्स के माध्यम से बतलाया कि उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन जी के निर्देश पर अस्पताल जाकर इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा एवं उनकी पत्नी से मुलाक़ात की।उन्होंने डॉ. संजय से श्री विमल लकड़ा के स्वास्थ्य एवं इलाज की स्थिति की जानकारी ली और निर्देश दिया कि उन्हें सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

मालूम हो कि पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी बिमल लकड़ा सोमवार को खेत मे बेहोश पाए गए. उन्हें इलाज के लिए रांची के क्यूरेसेटा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. हॉकी झारखंड के उपाध्यक्ष और सिमडेगा हॉकी के अध्य्क्ष मनोज कोनबेगी ने बताया कि वे गांव में अपने खेत गए हुए थे जहां वह बेहोश हो गए थे.

45 साल के बिमल लकड़ा को प्राथमिक चिकित्सा के लिए कुरड़ेग ले जाया गया, जहां से उन्हें सिमडेगा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. सिमडेगा में उनका सिटी स्कैन किया गया. उनके सिर में खून का थक्का दिखाई दिया. डॉक्टरों के परामर्श से उन्हें रांची ले जाया गया है. उन्हें क्यूरेसेटा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया.

दुमका : भोगनाडीह में आदिवासियों पर हुए पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ भाजपा में आक्रोश, सीएम का पुतला फूंका
दुमका : हूल दिवस पर साहेबगंज के भोगनाडीह में आदिवासियों पर हुई पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ भाजपा ने मंगलवार को टीन बाजार चौक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला फूंका। कार्यक्रम का नेतृत्व जिला अध्यक्ष गौरवकांत ने किया। भाजपा ने पुलिस द्वारा संथाल हूल के महानायक सिदो कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू एवं उनके समर्थकों पर किए गए लाठीचार्ज का विरोध किया और कहा कि हेमंत सरकार आदिवासियों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले बरसाकर उनकी आवाज को कुचलने का प्रयास किया जो पूरी तरह से अलोकतांत्रिक, अमानवीय और निंदनीय है। पार्टी जिलाध्यक्ष गौरवकांत ने कहा कि हूल दिवस केवल एक तिथि नहीं, बल्कि आदिवासी समाज के संघर्ष, स्वाभिमान और बलिदान का प्रतीक है। ऐसे ऐतिहासिक दिवस पर आदिवासी समुदाय के लोगों के ऊपर लाठी और आंसू गैस छोड़कर हेमंत सरकार ने यह सिद्ध कर दिया कि वह आदिवासी हितैषी होने का केवल दिखावा करती है, जबकि व्यवहार में उनकी आवाज दबाने में जुटी हुई है। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ० अंजुला मुर्मू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आदिवासी समाज की अस्मिता, अधिकार और सम्मान की रक्षा के लिए सदैव संघर्षरत रही है और आगे भी रहेगी। सरकार की ऐसी जनविरोधी और दमनकारी नीतियों को भाजपा हर स्तर पर उजागर करती रहेगी और लोकतांत्रिक तरीके से उसका पुरजोर विरोध जारी रहेगा। अनुसूचित जनजाति मोर्चा जिलाध्यक्ष रमेश मुर्मू ने कहा कि हूल दिवस के अवसर पर आदिवासी समाज के ऊपर इस तरह की बर्बरता करके हेमंत सरकार ने साबित कर दिया कि उसे आदिवासियों के इतिहास और उनकी भावनाओं से कोई लेना-देना नहीं है। जिला मंत्री गुंजन मरांडी ने कहा कि हूल दिवस जैसे गौरवपूर्ण दिन पर शांतिपूर्ण सभा को रोका जाना और फिर आदिवासी भाइयों पर लाठीचार्ज किया जाना बेहद शर्मनाक है। मौके पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रविकांत मिश्रा, निवास मंडल, जिला महामंत्री पवन केसरी, धर्मेंद्र सिंह बिट्टू, विवेकानंद राय, बबलू मंडल, सोनी हेंब्रम, नवल किस्कू, रूपेश मंडल, सुजीत यदुवंशी, दीप्तांशु कोचगवे, मनोज साह, मृणाल मिश्रा, ओम केसरी, दिनेश सिंह, अरविंद दुबे, अजय गुप्ता, रामवतार भालोठिया, गणपति पाल, अमन राज गायत्री जायसवाल, संतोष सोरेन, प्रवीण सिंह, अजय राउत, राजेश वर्मा, वीरेंद्र मरांडी, मंजू दास, मनोहर हेंब्रम, रामलाल हांसदा, प्रभात चंद्र लायक सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे। (दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
200 मिलियन टन से अधिक सीमेंट ग्रेड चूना पत्थर की नीलामी के लिए प्री-बिड सम्मेलन में शामिल हुए निवेशक

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ में खनिज क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए चूना पत्थर, लौह अयस्क और बॉक्साइट खनिज के नए ब्लॉकों की ई-नीलामी प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इसी क्रम में आज नवा रायपुर अटल नगर में निवेशकों के लिए प्री-बिड सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस प्री-बिड सम्मेलन का उद्देश्य राज्य की समृद्ध खनिज संपदा को औद्योगिक निवेश के लिए उपलब्ध कराना, स्थानीय विकास को बढ़ावा देना तथा पारदर्शी ई-नीलामी प्रणाली के माध्यम से निवेशकों को आकर्षित करना है।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमत्री के सचिव एवं खनिज सचिव पी. दयानंद ने कहा कि हमें नई औद्योगिक नीति के अनुरूप खनिज क्षेत्र के विकास के साथ ‘विकसित भारत, विकसित छत्तीसगढ़’ के संकल्प को साकार करना है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में खनिज नीति और नई उद्योग नीति से खनिज आधारित उद्योगों के विकास के लिए अनुकूल वातावरण तैयार हुआ है। राज्य में खनिज आधारित उद्योगों की स्थापना के लिए भरपूर संभावनाएं हैं।

खनिज सचिव पी. दयानंद ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का ऐसा राज्य है, जहां कोयला, चूना पत्थर, डोलोमाइट, लौह अयस्क, बॉक्साइट, टिन, लीथियम, कोबाल्ट तथा रेयर अर्थ एलिमेंट्स जैसे 28 से अधिक प्रमुख खनिजों की भरपूर उपलब्धता है। छत्तीसगढ़ में अब तक 51 खनिज ब्लॉकों की सफल नीलामी हो चुकी है और आने वाले समय में इस संख्या को और आगे बढ़ाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा गठित स्पेशल टास्क फोर्स के माध्यम से विभिन्न खनिज समूहों के लिए अनुसंधान किया जा रहा है। इसके साथ ही सोनाखान भवन में एक ड्रिल कोर लाइब्रेरी स्थापित की जा रही है, ताकि अन्वेषण की गुणवत्ता और सटीकता को सुदृढ़ किया जा सके।

खनिज सचिव श्री दयानंद ने यह भी बताया कि डीजीएम द्वारा चयनित कुल 9 खनिज ब्लॉकों की नीलामी की जा रही है, जिनमें 4 चूना पत्थर, 2 लौह अयस्क और 3 बॉक्साइट ब्लॉक शामिल हैं। इन ब्लॉकों में उपलब्ध संसाधनों का वाणिज्यिक दोहन निवेशकों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है। चूना पत्थर के 200 मिलियन टन से अधिक भंडार बलौदाबाजार, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में स्थित हैं, जिनमें औसतन 42 प्रतिशत से अधिक कैल्शियम ऑक्साइड की मात्रा आंकी गई है। उन्होंने निवेशकों से आग्रह किया कि वे इन ब्लॉकों को एक आकर्षक औद्योगिक अवसर के रूप में देखें और छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीतियों का लाभ उठाएं। राज्य सरकार निवेशकों को हरसंभव सहयोग, पारदर्शिता और समयबद्ध अनुमतियां सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

खनिज विभाग के संचालक रजत बंसल ने ई-नीलामी प्रणाली की प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि निविदा पोर्टल पर सभी खनिज ब्लॉकों से संबंधित विवरण उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित क्षेत्रों में रेलवे और सड़क जैसे मजबूत आधारभूत ढांचे के साथ स्थानीय श्रमशक्ति भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, जिससे उद्योगों की स्थापना सुगम और आर्थिक रूप से व्यावहारिक होगी। प्रति वर्ष 3-4 मिलियन टन उत्पादन क्षमता वाले उद्योगों की स्थापना की संभावना के साथ इन क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर व्यापक रोजगार सृजन होगा।

इस अवसर पर कार्यक्रम में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के उप महानिदेशक अमित धारवाड़कर, संयुक्त संचालक अनुराग दीवान, संजय कनकाने सहित विभिन्न निवेशक, औद्योगिक प्रतिनिधि, भूवैज्ञानिक एवं तकनीकी विशेषज्ञ तथा खनिज एवं उद्योग विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

डॉक्टर्स डे पर धरती के भगवान के सम्मान में जीडी पब्लिक स्कूल का एक छोटी सी कोशिश, प्रसिद्ध डॉक्टर्स को मोमेंटो, बुके एवं फ्रूट्स भेंट कर सम्मानि

गया जी: बिहार के गया जी में डॉक्टर्स डे बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। डॉक्टर दिवस के शुभ अवसर पर जीडी पब्लिक स्कूल लक्खीबाग मानपुर गया के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने गया शहर के सभी मशहूर डॉक्टर्स के यहां जाकर उनसे मुलाकात किया और उन्हें मोमेंटो, बुके एवं फ्रूट्स भेंट कर सम्मानित किया। विद्यालय परिवार की इस कार्य के पीछे का मकसद यहीं था कि डॉक्टर्स भगवान के बाद वो शख़्स होते हैं, जिनसे इंसान अपनी मुसीबत एवं दुख की घड़ी में उम्मीद लगाता हैं, जब जीवन की नैया बीच मझधार में फंस जाती हैं तो यही लोग वे होते हैं जो हमें उस विपदा से बाहर निकल लाते हैं तो इस दिन पर उनकी इस अतुल्नीय प्रतिभा को सम्मान करके इस दिन को उनके जीवन में हमेशा के लिए यादगार बनाया जाये।

इस अवसर पर डॉ ए.एन राय, डॉ नवनीत निश्चल, डॉ मृत्युंजय कुमार सिंह, डॉ संगीता सिन्हा, डॉ प्रमोद कुमार सिंह, डॉ शैलेंद्र कुमार, डॉ पल्लवी प्रिय, डॉ नीरज कुमार, डॉ उज्जवल कुमार, डॉ ऋषिकेश कुमार, डॉ क्रांति किशोर, ,डॉ आशीष प्रसाद, डॉ कनिष्क परमार, डॉ सुनीता सिंह, डॉ निमलिका सिंह, डॉ दीपिका काव्या, डॉक्टर सादिया सूरी, डॉ लवली कुमारी, डॉ विजेंद्र कुमार, डॉ दीपक कुमार, डॉ अमित कुमार, डॉ अनुराग कुमार, डॉ राजेश्वर शर्मा को सम्मानित किया गया। जी.डी परिवार सदा सभी डॉक्टर्स का आभार प्रकट करती है।

बोधगया में जिला स्तरीय समन्वय एवं अनुश्रवण समिति की हुई बैठक, कंचनपुर पंचायत की मुखिया सुषमा देवी ने जन समस्याओं को उठाया

गया जी (मनीष कुमार): बोधगया अवस्थित महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में जिला स्तरीय समन्वय एवं अनुश्रवण समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री एवं गया के सांसद जीतन राम मांझी ने की।

बैठक में जहानाबाद के सांसद सुरेंद्र प्रसाद यादव, राज्यसभा सांसद डॉक्टर भीम सिंह, बोधगया विधायक कुमार सर्वजीत, गुरुआ विधायक विनय यादव, इमामगंज विधायक दीपा मांझी, बेलागंज विधायक मनोरमा देवी, अतरी विधायक अजय यादव, वजीरगंज विधायक वीरेंद्र सिंह, टिकारी विधायक डॉ अनिल कुमार, बाराचट्टी विधायक ज्योति मांझी सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी शामिल रहे।

बैठक में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी जन समस्याओं को प्रतिनिधियों के द्वारा उठाया गया। बैठक की अध्यक्षता करते केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने डुमरिया जेठीयन फतेहपुर और शेरघाटी के सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की नियमित अनुपस्थिति पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए और अनुपस्थित रहने वाले के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाए। 

वहीं, बेलागंज के कंचनपुर पंचायत की मुखिया सुषमा देवी ने पंचायत सरकार भवन के निर्माण में विलंब का मुद्दा उठायी उन्होंने कहा कि टेंडर हो जाने के बाद भी अभी तक पंचायत सरकार भवन निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है। साथ ही उनके द्वारा अपने पंचायत में गली एवं नाली निर्माण की भी मांग की गई।

गाँधी पार्क गोण्डा से संचारी रोग नियंत्रण अभियान की रैली का शुभारंभ–जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने दिखाई हरी झंडी

गोण्डा। 01 जुलाई 2025।

जिले में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत गाँधी पार्क गोण्डा से जन-जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस रैली को जिलाधिकारी गोण्डा नेहा शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व यूनीसेफ के प्रतिनिधि, एससीपीएम कालेज के छात्र-छात्राएं, स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।

रैली के शुभारंभ से पूर्व जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने वहां उपस्थित सभी लोगों को संचारी रोगों के प्रति जागरूक रहने, स्वच्छता बनाए रखने, मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाने तथा अपने आस-पास के वातावरण को साफ-सुथरा रखने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों की रोकथाम में जनभागीदारी अत्यंत आवश्यक है। यदि हम सभी मिलकर स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बना लें, तो इन रोगों से आसानी से बचा जा सकता है।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि यह अभियान स्वास्थ्य विभाग, नगर निकाय, बेसिक शिक्षा विभाग, पंचायतीराज विभाग सहित विभिन्न विभागों के समन्वय से चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत गांवों व शहरी क्षेत्रों में साफ-सफाई, फॉगिंग, एंटी लार्वा स्प्रे, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव, जन-जागरूकता कार्यक्रम, स्कूलों में पोस्टर प्रतियोगिता व रैलियों का आयोजन किया जाएगा।

रैली गाँधी पार्क से निकलकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए विभिन्न चौराहों से गुजरी, जिसमें प्रतिभागियों ने हाथों में स्लोगन युक्त तख्तियाँ लेकर नागरिकों को जागरूक किया। "स्वच्छ रहो, स्वस्थ रहो", "मच्छर भगाओ, बीमारी मिटाओ", "घर-आंगन साफ रखो, बुखार दूर भगाओ" जैसे नारों से वातावरण गूंज उठा।जिलाधिकारी ने रैली के सफल आयोजन हेतु सभी विभागों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे समन्वित प्रयासों से ही संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण संभव है।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रश्मि वर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर जय गोविंद, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर सीके वर्मा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल तिवारी, जिला मलेरिया अधिकारी सहित यूनीसेफ के प्रतिनिधी अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

झांसी के राधा कृष्ण एवं मनकामेश्वर मंदिर के पर्यटन विकास पर 58 लाख रु0 खर्च होंगे : जयवीर सिंह
लखनऊ । बुंदेलखंड का झांसी जनपद विविधताओं से भरा हुआ है। वीरों की धरती झांसी धार्मिक पर्यटन में भी विशेष स्थान रखता है। जनपद के टौरिया नरसिंह राव क्षेत्र स्थित प्राचीन श्री श्री 1008 राधा कृष्ण एवं मनकामेश्वर मंदिर स्वयं में अनूठा है। श्री श्री 1008 राधा कृष्ण मंदिर को प्रेम की प्रतिमूर्ति के रूप में पूजा जाता है। उप्र पर्यटन विभाग मंदिर का पर्यटन विकास करने जा रही है, जिसके लिए धनराशि स्वीकृत हुई है।

यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया, धार्मिक पर्यटन में प्रदेश नित नई ऊंचाइयों को छू रहा है। झांसी का श्री श्री 1008 राधा कृष्ण एवं मनकामेश्वर मंदिर अपनी ऐतिहासिकता और विशिष्ट धार्मिक पहचान की वजह से श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस परियोजना के तहत स्थल के सौंदर्यीकरण, सुविधाओं के विकास, आगंतुकों के लिए आवश्यक संरचनाओं सहित अन्य कार्य किया जाएगा। इसके अलावा, मूलभूत सुविधाएं जैसे स्वच्छता, बैठने की व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था तथा सड़कों के सुदृढ़ीकरण आदि पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।

श्री सिंह ने बताया कि झांसी जिले के ऐतिहासिक टौरिया नरसिंह राव क्षेत्र स्थित प्राचीन स्थल के पर्यटन विकास का कार्य शीघ्र ही आरंभ होने जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी योजना पर कुल 57.95 लाख रुपए की लागत आएगी। मंदिर में भक्तों को भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी के दर्शन होते हैं। अपने आराध्य के दर्शन के लिए श्रद्धालु दूर-दराज के इलाकों से आते हैं। यहाँ प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में पर्यटक झांसी आते हैं। पर्यटकों में बड़ी संख्या ऐसे लोगों की होती है जो मंदिर दर्शन को अवश्य जाते हैं। जन्माष्टमी सहित अन्य अवसरों पर प्राचीन श्री श्री 1008 राधा कृष्ण मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं। इसी तरह, मनकामेश्वर मंदिर का भी पर्यटन विकास होने जा रहा है। पर्यटक, रेल और सड़क मार्ग के जरिए आसानी से इन स्थलों तक पहुंच सकते हैं।
स्कूल छोड़ सड़कों पर उतरा शिक्षकों का सैलाब, स्कूलों में पढ़ाई ठप, 23 प्रदेश संचालक अलग-अलग जिलों में गरजे, सरकार पर जमकर बरसे

रायपुर- प्रदेश के 1,80,000 शिक्षक आज एक बार फिर से स्कूलों की पढ़ाई छोड़ सड़कों पर उतरे। शिक्षकों ने राज्य सरकार को साफ-साफ और दो टूक शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर अब भी सुनवाई नहीं हुई तो आने वाले दिनों में राज्यभर के सभी स्कूलों में तालेबंदी कर वे सभी अनिश्चितकालीन आंदोलन में चले जाएंगे और सड़क पर उतरकर लड़ाई लड़ेंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।

शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ के प्रदेश संचालक संजय शर्मा, मनीष मिश्रा, केदार जैन, वीरेंद्र दुबे, विकास राजपूत एवं जाकेश साहू ने विभिन्न जिलों में आंदोलन का नेतृत्व करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने विधानसभा चुनाव 2023 के पहले प्रदेश के समस्त शिक्षकों से कई वादा किए थे जिसे मोदी की गारंटी का नाम दिया गया था। जिसमें सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति दूर करने, क्रमोन्नत वेतनमान देने, पुरानी पेंशन बहाल करने, प्रथम सेवा गणना करने, पदोन्नति करने सहित अनेको लिखित एवं मौखिक वादे किए गए थे। लेकिन चुनाव जीतने के बाद सरकार ने एक भी वादे पूरी नहीं की है।

प्रदेश संचालक कृष्णकुमार नवरंग, राजनारायण द्विवेदी, भूपेंद्र बनाफर, शंकर लाल साहू, भूपेंद्र गिलहरे, चेतन बघेल, गिरीश केशकर एवं लैलूंन भरतद्वाज आदि ने विभिन्न ब्लाकों में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार लगातार शिक्षकों से विवाद मोल ले रहे हैं। सरकार द्वारा प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद किया जा रहा है। स्कूलों में शिक्षकों की संख्या दिन प्रतिदिन घटाई जा रही है। प्रदेश के आम जनता को गुमराह किया जा रहा है। शिक्षा में गुणवत्ता लाने की बाते कही जा रही है लेकिन जब शिक्षकों को ही स्कूलों से हटाएंगे और स्कूलों को बंद करेंगे तो कहां से शिक्षा में गुणवत्ता आएगी।

प्रदेश संचालक प्रदीप पांडे, प्रदीप लहरे, राजकिशोर तिवारी, कमल दास मुरचले, प्रीतम कोशले, विक्रम राय, विष्णु प्रसाद साहू, धरम दास बंजारे एवं अनिल कुमार टोप्पो ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षिका सोना साहू को माननीय न्यायालय के आदेश पर एरियर्स राशि सहित क्रमोन्नति वेतनमान दिया गया है। लेकिन उक्त आदेश का पालन राज्य सरकार द्वारा सार्वजनिक रूप से अभी तक नहीं किया गया है। प्रदेश के शिक्षकों ने मांग की है कि सोना साहू के तर्ज पर राज्य के सभी शिक्षकों को क्रमोन्नति वेतनमान का एरियर्स राशि सहित लाभ दिया जाए। साथ ही प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा की गणना कर पेंशन सहित समस्त लाभ दी जाए। पदोन्नति में बीएड की अनिवार्यता को खत्म कर डीएड योग्यताधारीयो को भी पदोन्नत किया जाए। तथा 2008 के सेटअप को लागू करके युक्तिकरण किया जाए एवं वर्तमान में हुए युक्तिकरण को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।

शिक्षक साझा मंच के समस्त 23 प्रदेश संचालकों ने विभिन्न जिलों एवं ब्लॉकों में राज्य सरकार को सीधे सीधे और दो टूक शब्दों में चेतावनी दी है कि आज प्रदेश के पूरे सभी 146 विकासखंडों में शिक्षक अपनी मांगों को लेकर स्कूलों को छोड़कर सड़कों पर उतरे हैं और अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। यदि आने वाले दिनों में सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो प्रदेशभर के स्कूलों में तालेबंदी कर सभी शिक्षक सड़क पर उतरकर अपने मांगों के लिए संघर्ष करेंगे एवं बच्चों की पढ़ाई व्यवस्था प्रभावित होने पर जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।

देवघर-भारतीय जनता पार्टी देवघर जिला के द्वारा स्थानीय टावर चौक पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया।
देवघर: भारतीय जनता पार्टी देवघर जिला के द्वारा स्थानीय टावर चौक पर भोगनाडीह में हुई घटना हुल दिवस के अवसर पर सिद्धू कानून के वंशजों पर हेमंत सोरेन के पुलिसिया लाठी चार्ज और आंसू गैस छोड़े गए ।निर्दोष आदिवासियों को वह पिटा गया ।र्इसको लेकर हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया। मौके पर जिला अध्यक्ष सचिन रवानी ने कहा कि भोगनाडीह की घटना हेमंत सोरेन की आदिवासियों के प्रति दिखावा सच सामने आ गई। जिस तरह हेमंत सोरेन ने अपने पुलिसिया गुंडे के द्वारा निर्दोषआदिवासियों को पिटवाया गया ,सिद्ध कानू के वंशजों को अपमानित किया गया, उसे पिटा गया,उसे पूजा और कार्यक्रम करने से रोका गया और पुलिस की पिटाई से कई आदिवासी घायल हो गए। सिद्धू कानू ने इस देश में अपनी बलिदानी देकर देश को आजादी देने का काम किया उसका वंशज के साथ ऐसा व्यवहार करना बड़ा ही दुखद है। सिद्धू कानू के वंशज को सम्मान पूर्वक पूजा और कार्यक्रम करने का अनुमति देना चाहिए ना की बर्बरता पूर्ण लाठी चार्ज करवाना चाहिए। राज्य सरकार के तथाकथित विकास के सच को उजागर होने के डर से यह सरकार घबरा गई है आखिरकार अपनी हताशा और विफलता को छुपाने के लिए सरकार ने दमन का रास्ता चुना और निर्दोष आदिवासियों पर लाठी बरसाये। इस कार्यक्रम के मौके पर जिला महामंत्री अधीर चंद्र भैया ,संतोष उपाध्याय ,रीता चौरसिया, नवल राय, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष आशीष दुबे ,एसटीमोर्चा जिला अध्यक्ष संतोष मुर्मू महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष रूपा केसरी, ओबीसी जिला अध्यक्ष सौरभ सुमन, बलराम पोद्दार विजया सिंह धनंजय तिवारी धनंजय खवाड़े सौरव पाठक गौतम राय पंकज सिंह भदोरिया संजय राय ईश्वर रायअमरजीत दुबे अलका सोनी रमेश राय सोना धारी झा संजय गुप्ता उमाशंकर प्रजापति पवन पांडे विजय मिश्रा आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।
दुमका : विश्वकर्मा समाज ने की बंद पड़े लकड़ी मिलों को चालू करने की मांग, वन विभाग की कार्रवाई का किया विरोध
दुमका : जिले में बंद पड़े लकड़ी मिलों को चालू करवाने सहित नौ सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को विश्वकर्मा समाज ने रैली निकाली। रैली का नेतृत्व विश्वकर्मा समाज के जिला अध्यक्ष गंगाधर शर्मा ने की। रैली शहर के विभिन्न मार्गो से गुजरते हुए समाहरणालय पहुंची। बाद में विश्वकर्मा समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित नौ सूत्री मांग पत्र उपायुक्त को सौंपा। इससे पूर्व, दुमका जिला परिषद के उपाध्यक्ष सुधीर मंडल एवं विश्वकर्मा समाज के संरक्षक शिवप्रसाद शर्मा ने झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। जिला अध्यक्ष गंगाधर शर्मा ने कहा कि दुमका के सभी आरा मिल बंद है जिससे यहां के बढई कारीगरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कहीं से भी लकड़ी लाया जाता है तो उसे वन विभाग द्वारा कार्रवाई कर जब्त कर लिया जाता है। वन विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई से पूरा विश्वकर्मा कारीगर समाज डरा एवं सहमा हुआ है। कहा कि जबरन कार्रवाई एवं दमनकारी नीति की वजह से कारीगरों को मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ रहा है। जिला परिषद उपाध्यक्ष सुधीर मंडल ने कहा कि विश्वकर्मा समाज पिछड़ा वर्ग में आता है और हम किसी पिछड़ा वर्ग पर अन्याय होते नहीं देख सकते हैं। विश्वकर्मा समाज के आरा मिल खुलवाने के लिए हम हमेशा विश्वकर्मा समाज के साथ हैं कोई भी पदाधिकारी किसी का रोजी-रोटी छीने वह मुझे बर्दाश्त नहीं है। विश्वकर्मा समाज द्वारा उपायुक्त को सौपे गए ज्ञापन में मुख्यमंत्री से लकड़ी मिलो को जल्द चालू करवाने, बढई कारीगर को 25 सेफ्टी तक लकड़ी लाने एवं ले जाने की छूट देने, बढई कारीगर को लकड़ी डिपो का लाइसेंस देने, झारखंड में आर्टिकल डेवलपमेंट बोर्ड का गठन करने सहित अन्य मांगें शामिल है। रैली में प्रदेश उपाध्यक्ष जयराम शर्मा, प्रदेश महासचिव जयप्रकाश शर्मा, प्रदेश सचिव पवन शर्मा, सरैयाहाट अशोक शर्मा, जिला उपाध्यक्ष क्रांति राणा, त्रिभुवन मिस्त्री, जिला महासचिव रवींद्र शर्मा, नीलू मारिया, मुकेश शर्मा, पिंटू मिस्त्री, सरेयाहट प्रखंड अध्यक्ष प्रकाश शर्मा, कपिल देव शर्मा, महिला जिला महासचिव सोनम कुमारी, बेबी देवी, जरमुंडी प्रखंड अध्यक्ष जयप्रकाश शर्मा, विकास शर्मा, उत्तमशर्मा, नागेंद्रशर्मा, बिट्टू शर्मा, पप्पू शर्मा, विजय शर्मा सहित अन्य शामिल थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विमल लकड़ा के स्वास्थ्य की मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने ली जानकारी

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा के स्वास्थ्य की जानकारी लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री इरफ़ान अंसारी को निदेश दिया कि इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा को हर जरूरी चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करवाते हुए हुए उन्हें सूचित करें। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने एक्स में माध्यम से कहा कि झारखण्ड सरकार श्री विमल लकड़ा जी के साथ पूरी तरह खड़ी है। उनके परिवार को भरोसा दिलाया कि इलाज में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने मंत्री श्री सुदिव्य कुमार को निदेश दिया था कि वे अस्पताल जाकर इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा से मुलाक़ात करें । मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने एक्स के माध्यम से बतलाया कि उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन जी के निर्देश पर अस्पताल जाकर इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा एवं उनकी पत्नी से मुलाक़ात की।उन्होंने डॉ. संजय से श्री विमल लकड़ा के स्वास्थ्य एवं इलाज की स्थिति की जानकारी ली और निर्देश दिया कि उन्हें सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

मालूम हो कि पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी बिमल लकड़ा सोमवार को खेत मे बेहोश पाए गए. उन्हें इलाज के लिए रांची के क्यूरेसेटा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. हॉकी झारखंड के उपाध्यक्ष और सिमडेगा हॉकी के अध्य्क्ष मनोज कोनबेगी ने बताया कि वे गांव में अपने खेत गए हुए थे जहां वह बेहोश हो गए थे.

45 साल के बिमल लकड़ा को प्राथमिक चिकित्सा के लिए कुरड़ेग ले जाया गया, जहां से उन्हें सिमडेगा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. सिमडेगा में उनका सिटी स्कैन किया गया. उनके सिर में खून का थक्का दिखाई दिया. डॉक्टरों के परामर्श से उन्हें रांची ले जाया गया है. उन्हें क्यूरेसेटा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया.

दुमका : भोगनाडीह में आदिवासियों पर हुए पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ भाजपा में आक्रोश, सीएम का पुतला फूंका
दुमका : हूल दिवस पर साहेबगंज के भोगनाडीह में आदिवासियों पर हुई पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ भाजपा ने मंगलवार को टीन बाजार चौक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला फूंका। कार्यक्रम का नेतृत्व जिला अध्यक्ष गौरवकांत ने किया। भाजपा ने पुलिस द्वारा संथाल हूल के महानायक सिदो कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू एवं उनके समर्थकों पर किए गए लाठीचार्ज का विरोध किया और कहा कि हेमंत सरकार आदिवासियों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले बरसाकर उनकी आवाज को कुचलने का प्रयास किया जो पूरी तरह से अलोकतांत्रिक, अमानवीय और निंदनीय है। पार्टी जिलाध्यक्ष गौरवकांत ने कहा कि हूल दिवस केवल एक तिथि नहीं, बल्कि आदिवासी समाज के संघर्ष, स्वाभिमान और बलिदान का प्रतीक है। ऐसे ऐतिहासिक दिवस पर आदिवासी समुदाय के लोगों के ऊपर लाठी और आंसू गैस छोड़कर हेमंत सरकार ने यह सिद्ध कर दिया कि वह आदिवासी हितैषी होने का केवल दिखावा करती है, जबकि व्यवहार में उनकी आवाज दबाने में जुटी हुई है। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य डॉ० अंजुला मुर्मू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आदिवासी समाज की अस्मिता, अधिकार और सम्मान की रक्षा के लिए सदैव संघर्षरत रही है और आगे भी रहेगी। सरकार की ऐसी जनविरोधी और दमनकारी नीतियों को भाजपा हर स्तर पर उजागर करती रहेगी और लोकतांत्रिक तरीके से उसका पुरजोर विरोध जारी रहेगा। अनुसूचित जनजाति मोर्चा जिलाध्यक्ष रमेश मुर्मू ने कहा कि हूल दिवस के अवसर पर आदिवासी समाज के ऊपर इस तरह की बर्बरता करके हेमंत सरकार ने साबित कर दिया कि उसे आदिवासियों के इतिहास और उनकी भावनाओं से कोई लेना-देना नहीं है। जिला मंत्री गुंजन मरांडी ने कहा कि हूल दिवस जैसे गौरवपूर्ण दिन पर शांतिपूर्ण सभा को रोका जाना और फिर आदिवासी भाइयों पर लाठीचार्ज किया जाना बेहद शर्मनाक है। मौके पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रविकांत मिश्रा, निवास मंडल, जिला महामंत्री पवन केसरी, धर्मेंद्र सिंह बिट्टू, विवेकानंद राय, बबलू मंडल, सोनी हेंब्रम, नवल किस्कू, रूपेश मंडल, सुजीत यदुवंशी, दीप्तांशु कोचगवे, मनोज साह, मृणाल मिश्रा, ओम केसरी, दिनेश सिंह, अरविंद दुबे, अजय गुप्ता, रामवतार भालोठिया, गणपति पाल, अमन राज गायत्री जायसवाल, संतोष सोरेन, प्रवीण सिंह, अजय राउत, राजेश वर्मा, वीरेंद्र मरांडी, मंजू दास, मनोहर हेंब्रम, रामलाल हांसदा, प्रभात चंद्र लायक सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे। (दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
200 मिलियन टन से अधिक सीमेंट ग्रेड चूना पत्थर की नीलामी के लिए प्री-बिड सम्मेलन में शामिल हुए निवेशक

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ में खनिज क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए चूना पत्थर, लौह अयस्क और बॉक्साइट खनिज के नए ब्लॉकों की ई-नीलामी प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इसी क्रम में आज नवा रायपुर अटल नगर में निवेशकों के लिए प्री-बिड सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस प्री-बिड सम्मेलन का उद्देश्य राज्य की समृद्ध खनिज संपदा को औद्योगिक निवेश के लिए उपलब्ध कराना, स्थानीय विकास को बढ़ावा देना तथा पारदर्शी ई-नीलामी प्रणाली के माध्यम से निवेशकों को आकर्षित करना है।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमत्री के सचिव एवं खनिज सचिव पी. दयानंद ने कहा कि हमें नई औद्योगिक नीति के अनुरूप खनिज क्षेत्र के विकास के साथ ‘विकसित भारत, विकसित छत्तीसगढ़’ के संकल्प को साकार करना है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में खनिज नीति और नई उद्योग नीति से खनिज आधारित उद्योगों के विकास के लिए अनुकूल वातावरण तैयार हुआ है। राज्य में खनिज आधारित उद्योगों की स्थापना के लिए भरपूर संभावनाएं हैं।

खनिज सचिव पी. दयानंद ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का ऐसा राज्य है, जहां कोयला, चूना पत्थर, डोलोमाइट, लौह अयस्क, बॉक्साइट, टिन, लीथियम, कोबाल्ट तथा रेयर अर्थ एलिमेंट्स जैसे 28 से अधिक प्रमुख खनिजों की भरपूर उपलब्धता है। छत्तीसगढ़ में अब तक 51 खनिज ब्लॉकों की सफल नीलामी हो चुकी है और आने वाले समय में इस संख्या को और आगे बढ़ाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा गठित स्पेशल टास्क फोर्स के माध्यम से विभिन्न खनिज समूहों के लिए अनुसंधान किया जा रहा है। इसके साथ ही सोनाखान भवन में एक ड्रिल कोर लाइब्रेरी स्थापित की जा रही है, ताकि अन्वेषण की गुणवत्ता और सटीकता को सुदृढ़ किया जा सके।

खनिज सचिव श्री दयानंद ने यह भी बताया कि डीजीएम द्वारा चयनित कुल 9 खनिज ब्लॉकों की नीलामी की जा रही है, जिनमें 4 चूना पत्थर, 2 लौह अयस्क और 3 बॉक्साइट ब्लॉक शामिल हैं। इन ब्लॉकों में उपलब्ध संसाधनों का वाणिज्यिक दोहन निवेशकों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है। चूना पत्थर के 200 मिलियन टन से अधिक भंडार बलौदाबाजार, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में स्थित हैं, जिनमें औसतन 42 प्रतिशत से अधिक कैल्शियम ऑक्साइड की मात्रा आंकी गई है। उन्होंने निवेशकों से आग्रह किया कि वे इन ब्लॉकों को एक आकर्षक औद्योगिक अवसर के रूप में देखें और छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीतियों का लाभ उठाएं। राज्य सरकार निवेशकों को हरसंभव सहयोग, पारदर्शिता और समयबद्ध अनुमतियां सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

खनिज विभाग के संचालक रजत बंसल ने ई-नीलामी प्रणाली की प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि निविदा पोर्टल पर सभी खनिज ब्लॉकों से संबंधित विवरण उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित क्षेत्रों में रेलवे और सड़क जैसे मजबूत आधारभूत ढांचे के साथ स्थानीय श्रमशक्ति भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, जिससे उद्योगों की स्थापना सुगम और आर्थिक रूप से व्यावहारिक होगी। प्रति वर्ष 3-4 मिलियन टन उत्पादन क्षमता वाले उद्योगों की स्थापना की संभावना के साथ इन क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर व्यापक रोजगार सृजन होगा।

इस अवसर पर कार्यक्रम में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के उप महानिदेशक अमित धारवाड़कर, संयुक्त संचालक अनुराग दीवान, संजय कनकाने सहित विभिन्न निवेशक, औद्योगिक प्रतिनिधि, भूवैज्ञानिक एवं तकनीकी विशेषज्ञ तथा खनिज एवं उद्योग विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

डॉक्टर्स डे पर धरती के भगवान के सम्मान में जीडी पब्लिक स्कूल का एक छोटी सी कोशिश, प्रसिद्ध डॉक्टर्स को मोमेंटो, बुके एवं फ्रूट्स भेंट कर सम्मानि

गया जी: बिहार के गया जी में डॉक्टर्स डे बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। डॉक्टर दिवस के शुभ अवसर पर जीडी पब्लिक स्कूल लक्खीबाग मानपुर गया के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने गया शहर के सभी मशहूर डॉक्टर्स के यहां जाकर उनसे मुलाकात किया और उन्हें मोमेंटो, बुके एवं फ्रूट्स भेंट कर सम्मानित किया। विद्यालय परिवार की इस कार्य के पीछे का मकसद यहीं था कि डॉक्टर्स भगवान के बाद वो शख़्स होते हैं, जिनसे इंसान अपनी मुसीबत एवं दुख की घड़ी में उम्मीद लगाता हैं, जब जीवन की नैया बीच मझधार में फंस जाती हैं तो यही लोग वे होते हैं जो हमें उस विपदा से बाहर निकल लाते हैं तो इस दिन पर उनकी इस अतुल्नीय प्रतिभा को सम्मान करके इस दिन को उनके जीवन में हमेशा के लिए यादगार बनाया जाये।

इस अवसर पर डॉ ए.एन राय, डॉ नवनीत निश्चल, डॉ मृत्युंजय कुमार सिंह, डॉ संगीता सिन्हा, डॉ प्रमोद कुमार सिंह, डॉ शैलेंद्र कुमार, डॉ पल्लवी प्रिय, डॉ नीरज कुमार, डॉ उज्जवल कुमार, डॉ ऋषिकेश कुमार, डॉ क्रांति किशोर, ,डॉ आशीष प्रसाद, डॉ कनिष्क परमार, डॉ सुनीता सिंह, डॉ निमलिका सिंह, डॉ दीपिका काव्या, डॉक्टर सादिया सूरी, डॉ लवली कुमारी, डॉ विजेंद्र कुमार, डॉ दीपक कुमार, डॉ अमित कुमार, डॉ अनुराग कुमार, डॉ राजेश्वर शर्मा को सम्मानित किया गया। जी.डी परिवार सदा सभी डॉक्टर्स का आभार प्रकट करती है।

बोधगया में जिला स्तरीय समन्वय एवं अनुश्रवण समिति की हुई बैठक, कंचनपुर पंचायत की मुखिया सुषमा देवी ने जन समस्याओं को उठाया

गया जी (मनीष कुमार): बोधगया अवस्थित महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में जिला स्तरीय समन्वय एवं अनुश्रवण समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री एवं गया के सांसद जीतन राम मांझी ने की।

बैठक में जहानाबाद के सांसद सुरेंद्र प्रसाद यादव, राज्यसभा सांसद डॉक्टर भीम सिंह, बोधगया विधायक कुमार सर्वजीत, गुरुआ विधायक विनय यादव, इमामगंज विधायक दीपा मांझी, बेलागंज विधायक मनोरमा देवी, अतरी विधायक अजय यादव, वजीरगंज विधायक वीरेंद्र सिंह, टिकारी विधायक डॉ अनिल कुमार, बाराचट्टी विधायक ज्योति मांझी सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी शामिल रहे।

बैठक में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी जन समस्याओं को प्रतिनिधियों के द्वारा उठाया गया। बैठक की अध्यक्षता करते केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने डुमरिया जेठीयन फतेहपुर और शेरघाटी के सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की नियमित अनुपस्थिति पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए और अनुपस्थित रहने वाले के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाए। 

वहीं, बेलागंज के कंचनपुर पंचायत की मुखिया सुषमा देवी ने पंचायत सरकार भवन के निर्माण में विलंब का मुद्दा उठायी उन्होंने कहा कि टेंडर हो जाने के बाद भी अभी तक पंचायत सरकार भवन निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है। साथ ही उनके द्वारा अपने पंचायत में गली एवं नाली निर्माण की भी मांग की गई।

गाँधी पार्क गोण्डा से संचारी रोग नियंत्रण अभियान की रैली का शुभारंभ–जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने दिखाई हरी झंडी

गोण्डा। 01 जुलाई 2025।

जिले में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत गाँधी पार्क गोण्डा से जन-जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस रैली को जिलाधिकारी गोण्डा नेहा शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व यूनीसेफ के प्रतिनिधि, एससीपीएम कालेज के छात्र-छात्राएं, स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।

रैली के शुभारंभ से पूर्व जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने वहां उपस्थित सभी लोगों को संचारी रोगों के प्रति जागरूक रहने, स्वच्छता बनाए रखने, मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाने तथा अपने आस-पास के वातावरण को साफ-सुथरा रखने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों की रोकथाम में जनभागीदारी अत्यंत आवश्यक है। यदि हम सभी मिलकर स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बना लें, तो इन रोगों से आसानी से बचा जा सकता है।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि यह अभियान स्वास्थ्य विभाग, नगर निकाय, बेसिक शिक्षा विभाग, पंचायतीराज विभाग सहित विभिन्न विभागों के समन्वय से चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत गांवों व शहरी क्षेत्रों में साफ-सफाई, फॉगिंग, एंटी लार्वा स्प्रे, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव, जन-जागरूकता कार्यक्रम, स्कूलों में पोस्टर प्रतियोगिता व रैलियों का आयोजन किया जाएगा।

रैली गाँधी पार्क से निकलकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए विभिन्न चौराहों से गुजरी, जिसमें प्रतिभागियों ने हाथों में स्लोगन युक्त तख्तियाँ लेकर नागरिकों को जागरूक किया। "स्वच्छ रहो, स्वस्थ रहो", "मच्छर भगाओ, बीमारी मिटाओ", "घर-आंगन साफ रखो, बुखार दूर भगाओ" जैसे नारों से वातावरण गूंज उठा।जिलाधिकारी ने रैली के सफल आयोजन हेतु सभी विभागों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे समन्वित प्रयासों से ही संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण संभव है।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रश्मि वर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर जय गोविंद, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर सीके वर्मा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल तिवारी, जिला मलेरिया अधिकारी सहित यूनीसेफ के प्रतिनिधी अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

झांसी के राधा कृष्ण एवं मनकामेश्वर मंदिर के पर्यटन विकास पर 58 लाख रु0 खर्च होंगे : जयवीर सिंह
लखनऊ । बुंदेलखंड का झांसी जनपद विविधताओं से भरा हुआ है। वीरों की धरती झांसी धार्मिक पर्यटन में भी विशेष स्थान रखता है। जनपद के टौरिया नरसिंह राव क्षेत्र स्थित प्राचीन श्री श्री 1008 राधा कृष्ण एवं मनकामेश्वर मंदिर स्वयं में अनूठा है। श्री श्री 1008 राधा कृष्ण मंदिर को प्रेम की प्रतिमूर्ति के रूप में पूजा जाता है। उप्र पर्यटन विभाग मंदिर का पर्यटन विकास करने जा रही है, जिसके लिए धनराशि स्वीकृत हुई है।

यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया, धार्मिक पर्यटन में प्रदेश नित नई ऊंचाइयों को छू रहा है। झांसी का श्री श्री 1008 राधा कृष्ण एवं मनकामेश्वर मंदिर अपनी ऐतिहासिकता और विशिष्ट धार्मिक पहचान की वजह से श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस परियोजना के तहत स्थल के सौंदर्यीकरण, सुविधाओं के विकास, आगंतुकों के लिए आवश्यक संरचनाओं सहित अन्य कार्य किया जाएगा। इसके अलावा, मूलभूत सुविधाएं जैसे स्वच्छता, बैठने की व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था तथा सड़कों के सुदृढ़ीकरण आदि पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।

श्री सिंह ने बताया कि झांसी जिले के ऐतिहासिक टौरिया नरसिंह राव क्षेत्र स्थित प्राचीन स्थल के पर्यटन विकास का कार्य शीघ्र ही आरंभ होने जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी योजना पर कुल 57.95 लाख रुपए की लागत आएगी। मंदिर में भक्तों को भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी के दर्शन होते हैं। अपने आराध्य के दर्शन के लिए श्रद्धालु दूर-दराज के इलाकों से आते हैं। यहाँ प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में पर्यटक झांसी आते हैं। पर्यटकों में बड़ी संख्या ऐसे लोगों की होती है जो मंदिर दर्शन को अवश्य जाते हैं। जन्माष्टमी सहित अन्य अवसरों पर प्राचीन श्री श्री 1008 राधा कृष्ण मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं। इसी तरह, मनकामेश्वर मंदिर का भी पर्यटन विकास होने जा रहा है। पर्यटक, रेल और सड़क मार्ग के जरिए आसानी से इन स्थलों तक पहुंच सकते हैं।
स्कूल छोड़ सड़कों पर उतरा शिक्षकों का सैलाब, स्कूलों में पढ़ाई ठप, 23 प्रदेश संचालक अलग-अलग जिलों में गरजे, सरकार पर जमकर बरसे

रायपुर- प्रदेश के 1,80,000 शिक्षक आज एक बार फिर से स्कूलों की पढ़ाई छोड़ सड़कों पर उतरे। शिक्षकों ने राज्य सरकार को साफ-साफ और दो टूक शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर अब भी सुनवाई नहीं हुई तो आने वाले दिनों में राज्यभर के सभी स्कूलों में तालेबंदी कर वे सभी अनिश्चितकालीन आंदोलन में चले जाएंगे और सड़क पर उतरकर लड़ाई लड़ेंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।

शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ के प्रदेश संचालक संजय शर्मा, मनीष मिश्रा, केदार जैन, वीरेंद्र दुबे, विकास राजपूत एवं जाकेश साहू ने विभिन्न जिलों में आंदोलन का नेतृत्व करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने विधानसभा चुनाव 2023 के पहले प्रदेश के समस्त शिक्षकों से कई वादा किए थे जिसे मोदी की गारंटी का नाम दिया गया था। जिसमें सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति दूर करने, क्रमोन्नत वेतनमान देने, पुरानी पेंशन बहाल करने, प्रथम सेवा गणना करने, पदोन्नति करने सहित अनेको लिखित एवं मौखिक वादे किए गए थे। लेकिन चुनाव जीतने के बाद सरकार ने एक भी वादे पूरी नहीं की है।

प्रदेश संचालक कृष्णकुमार नवरंग, राजनारायण द्विवेदी, भूपेंद्र बनाफर, शंकर लाल साहू, भूपेंद्र गिलहरे, चेतन बघेल, गिरीश केशकर एवं लैलूंन भरतद्वाज आदि ने विभिन्न ब्लाकों में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार लगातार शिक्षकों से विवाद मोल ले रहे हैं। सरकार द्वारा प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद किया जा रहा है। स्कूलों में शिक्षकों की संख्या दिन प्रतिदिन घटाई जा रही है। प्रदेश के आम जनता को गुमराह किया जा रहा है। शिक्षा में गुणवत्ता लाने की बाते कही जा रही है लेकिन जब शिक्षकों को ही स्कूलों से हटाएंगे और स्कूलों को बंद करेंगे तो कहां से शिक्षा में गुणवत्ता आएगी।

प्रदेश संचालक प्रदीप पांडे, प्रदीप लहरे, राजकिशोर तिवारी, कमल दास मुरचले, प्रीतम कोशले, विक्रम राय, विष्णु प्रसाद साहू, धरम दास बंजारे एवं अनिल कुमार टोप्पो ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षिका सोना साहू को माननीय न्यायालय के आदेश पर एरियर्स राशि सहित क्रमोन्नति वेतनमान दिया गया है। लेकिन उक्त आदेश का पालन राज्य सरकार द्वारा सार्वजनिक रूप से अभी तक नहीं किया गया है। प्रदेश के शिक्षकों ने मांग की है कि सोना साहू के तर्ज पर राज्य के सभी शिक्षकों को क्रमोन्नति वेतनमान का एरियर्स राशि सहित लाभ दिया जाए। साथ ही प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा की गणना कर पेंशन सहित समस्त लाभ दी जाए। पदोन्नति में बीएड की अनिवार्यता को खत्म कर डीएड योग्यताधारीयो को भी पदोन्नत किया जाए। तथा 2008 के सेटअप को लागू करके युक्तिकरण किया जाए एवं वर्तमान में हुए युक्तिकरण को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए।

शिक्षक साझा मंच के समस्त 23 प्रदेश संचालकों ने विभिन्न जिलों एवं ब्लॉकों में राज्य सरकार को सीधे सीधे और दो टूक शब्दों में चेतावनी दी है कि आज प्रदेश के पूरे सभी 146 विकासखंडों में शिक्षक अपनी मांगों को लेकर स्कूलों को छोड़कर सड़कों पर उतरे हैं और अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। यदि आने वाले दिनों में सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो प्रदेशभर के स्कूलों में तालेबंदी कर सभी शिक्षक सड़क पर उतरकर अपने मांगों के लिए संघर्ष करेंगे एवं बच्चों की पढ़ाई व्यवस्था प्रभावित होने पर जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।