14 दिसंबर 2025 की रात्रि को दिखाई देंगे टूटते हुए तारे / उल्का वृष्टि

अलविदा होते हुए वर्ष 2025 में अंतरिक्ष प्रेमियों को मिलेगा एक और शानदार खगोलीय घटना देखने का मौका


गोरखपुर।खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि पृथ्वी  अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है और पृथ्वी अपने अक्ष पर सतत  घूमते हुए सूर्य का चक्कर भी लगाती है, पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमने के  कारण ही हमें दिन और रात का अनुभव होता है, पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमने को घूर्णन ( रोटेशन) कहा जाता है, और पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने को परिभ्रमण ( रिवोल्यूशन) कहा जाता है, पृथ्वी को सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में लगने वाले समय को हम बर्ष कहते हैं, जब पृथ्वी अपने वार्षिक परिभ्रमणीय यात्रा के दौरान सूर्य का चक्कर लगाते हुए  किसी धूमकेतु द्वारा जोकि लंबी दीर्घब्रत्ताकर कक्षाओं में सूर्य की परिक्रमा करते रहते हैं उनसे निकले हुए छोटे एवं बड़े कण उनकी कक्षाओं में चक्कर लगाते रहते हैं उनके द्वारा छोड़े गए मलबे से गुजरती है तो उसी दौरान छोटे, बड़े आकार के ये टुकड़े जो कि कंकड़ पत्थर, जलवाष्प, गैसों ,धूल कणों आदि के बने हुए होते हैं ।

ये अंतरिक्षीय मलबे के टुकड़े जब पृथ्वी के वायुमंडल में अचानक से दाखिल होने पर गुरूत्वाकर्षण बल और वायुमंडलीय घर्षण के कारण क्षण भर के लिए चमक लिए जल उठते हैं और रात्रि के आकाश में चमकते हुए दिखाई देते हैं और फिर कुछ समय में ही गायब हो जाते हैं , उसे ही खगोल विज्ञान की भाषा में उल्का और सामान्य भाषा में टूटता हुआ तारा ( शूटिंग स्टार) कहा जाता है जिनकी गति लगभग 70 किलोमीटर प्रति सेकंड से भी अधिक हो सकती है, इसी वजह से अधिकांश उल्काएं 130 से 180 किलोमीटर की ऊंचाई पर ही जलकर राख हो जाती हैं।

यही आकाश में टूटते हुए तारों का आभास कराते हैं, जिन्हें ही आम बोलचाल की भाषा में टूटते हुए तारे भी कहा जाता है, जबकि बास्तब में ये टूटते हुए तारे नहीं होते हैं, इन्हें ही खगोल विज्ञान की भाषा में उल्काएं कहा जाता है, जो कि वैसे तो छिटपुट तौर से तो वर्षभर होता रहता है लेकिन ये कुछ  ख़ास महीनों में ज्यादा नज़र आती हैं, जैसे दिसम्बर में होने वाली मिथुन (जैमिनिड्स ) उल्का वृष्टि उनमें से एक महत्वपूर्ण उल्का बर्षा होती है।

कब दिखाई देंगी उल्काएं _ खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि वैसे तो लगभग रात्रि आठ बजे के बाद से ही यह नज़ारा दिखना शुरू हो जाएगा लेकिन गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में 14 दिसंबर 2025 की मध्य रात्रि से चार बजे भोर तक यह उल्का ब्रष्टि का नज़ारा बेहद ही शानदार नज़र आएगा, दिसंबर माह में होने बाली उल्का ब्रष्टि को जैमिनिड्स ( मिथुन ) उल्का ब्रष्टि कहा जाता है, क्योंकि यह उल्काएं मिथुन (जेमिनी) तारामंडल से आती हुई दिखाई देती हैं, उल्काएं जिस तारामंडल के बिंदु की तरफ़ से आती हुई दिखाई देती हैं उसे खगोल विज्ञान की भाषा में मीटियर रेडिएंट प्वाइंट ( उल्का बिकीर्णक बिंदु) कहा जाता है ।

मगर यह ध्यान में रखना ज़रूरी है कि किसी तारामंडल के एक बिंदु से उल्काओँ के बिकीर्णन का यह नज़ारा सिर्फ़ एक दृष्टि भ्रम है, वास्तव में तारे हमसे बहुत दूर हैं, लेकिन उल्काएं करीब 100 से 120 किलोमीटर ऊपर ही बायुमंडल में पहुंचने पर उद्दीप्त हो जाती हैं, वैसे तो उल्का ब्रष्टि किसी न किसी धूमकेतु से ही संबन्धित होती हैं, लेकिन दिसंबर माह के मिथुन (जैमिनिड्स) उल्का ब्रष्टि के सम्बंध में सबसे अनोखी बात यह है कि ये किसी धूमकेतु (Comet) से नहीं, बल्कि एक क्षुद्रग्रह 3200 फेथॉन (Asteroid 3200 Phaethon) से आती हैं। इसे दुनिया की उन गिनी-चुनी उल्का वर्षाओं में शामिल करता है, जिनका स्रोत क्षुद्रग्रह (asteroid ) है, न कि धूमकेतु (comet )से। यह इसको और ख़ास बनाती है।

क्या है खासियत और कितनी उल्काएं दिखेंगी इस बार_खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि इस बार दिसंबर 14 की रात्रि में गोरखपुर से एक घण्टे में कम से कम लगभग 40–70 उल्काएँ/घंटा भी दिख सकती हैं जबकि इनका दिखना मौसमी घटनाओं पर भी निर्भर करता है,

कब से कब तक होता है यह अनोखा नज़ारा _ इस बर्ष दिसंबर माह में गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में 14 तारीख की रात्रि के दौरान यह उल्का ब्रष्टि अपने चरम सीमा पर होंगी, जिस से इन उल्काओं की ब्रष्टि को और भी अच्छे से देखा जा सकता है,

आकाश में किस तरफ़ से आती हुई दिखाई देंगी उल्काएं _
खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि वैसे तो आकाश में किसी भी दिशा से आती हुई दिख सकती हैं, लेकिन दिसंबर माह में होने वाली उल्का मिथुन (जैमिनिड्स) उल्का ब्रष्टि को देखने के लिए आपको रात्रि के आकाश में उत्तर-पूर्व (North-East) से शुरुआत कर सकते हैं, फिर पूरा आसमान में देखें लेकिन आकाश में उत्तर-पूर्व दिशा की ओर से आती हुई कुछ ज्यादा दिखाई देंगी , और इनकी दृश्यता भी उच्च कोटि की होगी,

कैसे देखें _
खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि आप रात्रि के आकाश का अनुसरण करें और इन्हें देखने के लिए बिना किसी ख़ास दूरबीन या बायनोक्यूलर्स या अन्य सहायक उपकरणों के भी यह नज़ारा स्पष्ट दिखाई देगा, इसके लिए किसी भी प्रकार के खास उपकरणों की आवश्यकता नहीं पड़ेगी,आप सीधे तौर पर अपने घरों से ही किसी भी साफ़ स्वच्छ अंधेरे वाली जगह से सावधानी पूर्वक ही अपनी साधारण आंखों से ही इस नजारे का लुत्फ उठा सकते हैं, शहरी क्षेत्रों में अधिक प्रकाश प्रदूषण होने के कारण कुछ व्यवधान उत्पन्न हो सकता है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में निवास करने वाले लोगों को यह नज़ारा और भी मनोहारी दृश्य जैसा दिखाई देगा,
नोट _ध्यान रखें यदि अचानक से बादल, आंधी, बरसात , तूफ़ान आदि की स्थिति उत्पन्न होती हैं तो यह खूबसूरत नज़ारा दिखाई देना कठिन भी हो सकता है।
आर्यन इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में ‘क्रीड़ा सप्ताह’ का शानदार समापन

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मुजफ्फरनगर।जानसठ।आर्यन इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, जानसठ में चल रहे वार्षिक ‘क्रीड़ा सप्ताह’  का शानदार और रोमांचक समापन हुआ। इस दौरान विद्यार्थियों ने विभिन्न खेलों और दौड़ प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिसमें नीलगिरी दल  और उदयगिरी दल ने अपनी-अपनी प्रतियोगिताओं में जीत हासिल कर वर्चस्व स्थापित किया।

क्रीड़ा सप्ताह के मुख्य आकर्षणों में से एक ‘वॉलीबॉल’  प्रतियोगिता रही, जिसमें नीलगिरी दल  के खिलाड़ियों ने ज़बरदस्त टीम वर्क और कौशल का प्रदर्शन करते हुए जीत का परचम लहराया। वहीं, भारत के पारंपरिक और तेज़ गति वाले खेल ‘खो-खो’  में उदयगिरी दल  ने अपनी फुर्ती और रणनीति के दम पर प्रतिद्वंद्वी दलों को पछाड़ते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। विभिन्न दौड़ प्रतियोगिताओं के विजेता व्यक्तिगत प्रतियोगिताओं में भी विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

जिसमे  ‘साधारण दौड़’  बालिका वर्ग प्रथम स्थान पर समृद्धि द्वितीय स्थान कनिष्का व तृतीय स्थान आस्था रहीं वही साधारण दौड़  बालक वर्ग में  प्रथम स्थान पर आहद द्वितीय स्थान ताहिर व तृतीय स्थान आशीष रहा ’ यह दौड़ विद्यार्थियों के बीच तालमेल और समन्वय की परीक्षा थी। जिसमे प्रथम स्थान  सागर व अदनान द्वितीय स्थान कार्तिक व हनी तो तृतीय स्थान पर कैफयान व अश उसके उपरांत ‘सामग्री संग्रहण दौड़’ का आयोजन हुआ यह दौड़ तेज़ी और एकाग्रता का मिश्रण थी, जिसमें खिलाड़ियों को दौड़ते हुए सामग्री एकत्र करनी थी।

जिसमे  प्रथम स्थान पर अनस द्वितीय स्थान कसब व तृतीय स्थान हर्षित व मौ फैज ने प्राप्त किया उसके उपरांत स्कूल के प्रधानाचार्य ने विजेता विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा कि खेलकूद शिक्षा का एक अभिन्न अंग है जो विद्यार्थियों में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और टीम भावना विकसित करता है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों के जोश और उत्साह की सराहना की। इस सफल आयोजन ने स्कूल के वातावरण को ऊर्जा और सकारात्मकता से भर दिया।
मोहम्मदाबाद सड़क हादसे में चचेरे भाई बहन की स्कूल जाते समय मौत

फर्रुखाबाद। मोहम्मदाबाद
थाना क्षेत्र के नगला भूड़ निवासी केशव का 16 वर्षीय पुत्र राजन जोकि कि अपने चाचा मिथलेश की दो पुत्रियां काजल 16 वर्ष, शैजल 13 वर्ष को लेकर बाइक से स्कूल जा रहे थे तभी धीरपुर नवीगंज रोड पर भट्टे के पास धीर पुर की तरफ से तेज़ रफ़्तार आ रही डीसीएम नेलापरवाही से टक्कर मार दी जिससे तीनों भाई बहनों की घटना पर ही मौत हो गई।

मृतक राजन के पिता ने बताया कि वह सुबह लगभग 8:30 बजे घर से धीरपुर में स्थित रूपसिंह स्कूल पंचम नगला के लिए निकला था तभी यह घटना हुई। मृतक राजन अपने पिता का एकलौता पुत्र था कक्षा 10 का छात्र था। मृतक की माता बड़ी बेटी का रो रो कर बुरा हाल हो गया है। मृतक के पिता केशव खेती का कार्य करते है।

मृतिका काजल कक्षा 10 की छात्रा थी। मृतिका शेजल कक्षा 7 की छात्रा थी पिता मिथलेश ने बताया कि वह अपने भाई के साथ सुबह स्कूल के लिए निकली थी । डीसीएम की टक्कर से दर्दनाक मौत हो गई मृतिका के पिता ने बताया कि एक पुत्र दुर्गेश 11 वर्ष का है तथा वह खेती का कार्य करता है। मृतिका की माता उमा देवी का रो रो कर बुरा हाल। डीसीएम चालक गाड़ी को छोड़कर घटना स्थल से फरार हो गया। घटना स्थल पर डायल 112 व एसडीएम सदर राजीकांत तथा डीएसपी अजय वर्मा कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार शुक्ला चौकी प्रभारी जसवीर सिंह पहुंचे।

एसडीएम सदर ने परिजनों को पीड़ितों को माननीय मुख्यमंत्री से जो भी मदद होगी दिलवाई जाएगी।
उप निरीक्षक जसवीर सिंह ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से असम के आदिवासी प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात

झारखंड सरकार असम के चाय बागानों में बसे आदिवासियों के हक-अधिकार और पहचान के लिए करेगी सकारात्मक पहल

रांची, 11 दिसंबर 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से आज झारखंड विधानसभा में आदिवासी समन्वय समिति भारत (असम) के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को असम में निवास कर रहे आदिवासी समुदाय की दयनीय स्थिति, समस्याओं और असम सरकार की कथित उदासीनता से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि ये समुदाय हर क्षेत्र में पिछड़ रहा है और उनके साथ दोयम दर्जे का व्यवहार हो रहा है।

मुख्यमंत्री की घोषणाएँ और आश्वासन

हक-अधिकार की संरक्षा: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि झारखंड सरकार असम में रह रहे आदिवासी समुदायों को उनका हक-अधिकार एवं पहचान की संरक्षा के लिए सकारात्मक पहल करेगी।

प्रतिनिधिमंडल का दौरा: मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि जल्द ही झारखंड सरकार का एक डेलिगेशन असम का दौरा करेगा, ताकि वहां रह रहे आदिवासियों की वर्तमान स्थिति से सीधे अवगत हुआ जा सके।

एसटी दर्जे की मांग: मुख्यमंत्री ने चाय बागानों में काम कर रहे आदिवासियों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिलाने की बात को दोहराया।

दैनिक वेतन और भूमि समस्या: झारखंड सरकार चाय बागानों में काम कर रहे आदिवासी समुदायों के लोगों के दैनिक वेतन में वृद्धि कराने और उनकी भूमि संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए भी कदम आगे बढ़ाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज की संस्कृति, परंपरा एवं अधिकारों की रक्षा के लिए उनकी सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से उनकी समस्याओं को केंद्र एवं राज्य सरकार तक पहुंचाने के लिए नेतृत्व करने का आग्रह किया।

बैठक में उपस्थिति

इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री श्री चमरा लिंडा और आदिवासी समन्वय समिति भारत (असम) के सदस्य, जिनमें श्री जीतेन केरकेट्टा, श्री बिरसा मुंडा, श्री तरुण मुंडा, श्री गणेश, श्री अजीत पूर्ति, श्री राजेश भूरी, श्री बाबूलाल मुंडा, श्री मंगल हेंब्रम सहित अन्य शामिल थे, मौजूद रहे।

Sambhal बाबर मजहबी रहनुमा नहीं, उसके नाम पर मस्जिद क्यों, बंगाल चुनाव से पहले मस्जिद की नींव दाल में कुछ काला है: मुफ्ती आलम रज़ा नूरी

संभल।धर्मगुरु मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने पश्चिम बंगाल में 6 दिसंबर को हमायूँ कबीर द्वारा बाबरी मस्जिद की नींव रखे जाने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मस्जिद अल्लाह का घर है, इबादत की पवित्र जगह है, और जहाँ जरूरत हो, मस्जिद बननी भी चाहिए। लेकिन सवाल यह है कि नींव 6 दिसंबर के दिन ही क्यों रखी गई और बाबर के नाम पर ही क्यों रखी गई।

मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने कहा कि “बाबर मुसलमानों का मजहबी रहनुमा नहीं था। वह एक मुस्लिम योद्धा और बादशाह था, जिसे राणा सांगा ने अपने राजनीतिक हितों के लिए बुलाया था। बाबर ने इस्लाम के लिए कोई बड़ा कारनामा अंजाम नहीं दिया। उसके नाम पर मस्जिद की नींव रखना और वह भी राज्य चुनाव से चार महीने पहले, अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है और कोई राजनीतिक दल हमायूँ कबीर का इस्तेमाल कर रहा है।”

उन्होंने खुद को “पश्चिम बंगाल का ओवैसी” बताने वाले हमायूँ कबीर के दावे को भी गलत बताया। उन्होंने कहा, “असदुद्दीन ओवैसी AIMIM के सदर हैं, मुसलमानों के सियासी रहनुमा हैं। हाई एजुकेशन, दीनी-मजहबी इल्म और कानूनी तालीम के साथ वह संविधान की रोशनी में मुसलमानों के मसाइल को ताक़त के साथ रखते हैं। हमायूँ कबीर का उनसे कोई मुकाबला नहीं है। उनका राजनीतिक कैरियर तो एक दल-बदलू नेता के तौर पर ही जाना जाता है।”

मुफ्ती नूरी ने कहा कि मस्जिद के नाम पर राजनीति करना इस्लाम की तालीमात के खिलाफ है। “राजनीति करना अच्छी बात है, लेकिन मस्जिद और मुस्लिम कौम को बदनाम करके राजनीति चमकाना शोभा नहीं देता। अल्लाह के नाम को और मस्जिद को टारगेट करके राजनीति करना इस्लाम इजाजत नहीं देता।

उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव लड़ना सभी का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल कर राजनीतिक फायदा उठाने की हरकत से बचना चाहिए।

माघ मेला-2026 के लिए प्रयागराज मण्डल के स्टेशनो पर खानपान की उत्तम व्यवस्थाएं।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।मण्डल रेल प्रबन्धक रजनीश अग्रवाल के मार्गदर्शन एवं वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक कोचिंग हरिमोहन के नेतृत्व में माघ मेला-2026 के दौरान श्रद्धालुओ की विशाल संख्या को देखते हुए खानपान की सेवाओ को उन्नत और सर्व सुलभ बनाया जा रहा है। प्रयागराज के माघ मेला-2026 के दौरान छह मुख्य स्नान पर्व होते है-पौष पूर्णिमा मकर संक्रांति मौनी अमावस्या बसंत पंचमी माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि।प्रयागराज में आयोजित माघ मेला में करोड़ों तीर्थयात्री एवं श्रद्धालु स्नान एवं अपने आराध्य की पूजा अर्चना करते है।प्रयागराज मण्डल द्वारा माघ मेला-2026 के दौरान यात्रियों को अच्छा खान-पान उपलब्ध कराने के लिए कैटरिंग स्टाल्स मल्टी पर्पज स्टाल्स एवं रिफ्रेशमेंट रूम की सुविधा को विस्तारित किया जा रहा है और इनकी गुणवत्ता में भी सुधार किया जा रहा है।श्रद्धालुओ को खानपान के लिए असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए कैटरिंग स्टॉलस और मल्टी पर्पज स्टॉलस पर पैकेज्ड पेयजल नॉन फार्मेसी आइटम कॉस्मेटिक सामान दूध का पाउडर नैतिकता इतिहास और साहित्य से सम्बंधित पुस्तके रेलवे का टाइम टेबल मैगजीन न्यूज पेपर खिलौने तौलिया तकिया इमरजेन्सी दवा दूध और खाने-पीने के सामानो के साथ अन्य महत्वपूर्ण चीजो जैसे क्षेत्रीय महत्व की कलाकृतियो किताबे पत्रिकाएं समाचार पत्र की बिक्री की जाएगी।

प्रयागराज जंक्शन:-

प्रयागराज जंक्शन पर सिटी साइड की ओर प्लेटफ़ॉर्म संख्या -1पर ‘फूड प्लाज़ा’में यात्रियों एवं श्रद्धालुओं के लिए उत्तम खानपान व्यवस्थाएं है यहाँ बैठकर खानपान की सेवाएं लेना एक अलग अनुभव देता है।प्रयागराज जंक्शन पर 19 कैटरिंग स्टॉलस 23 मल्टी परपज स्टॉलस एवं 15 वाटर वेंडिंग मशीन स्थापित की गयीं है।यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मों पर उपलब्ध है।इसके अतिरिक्त प्रयागराज जंक्शन के 4 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

प्रयागराज छिवकी:-

प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर प्लेटफ़ॉर्म संख्या -1पर ‘फूड प्लाज़ा’की सुविधा उपलब्ध है एवं एक रिफ्रेशमेंट रूम स्थापित किया जा रहा है।यहाँ पर यात्रियों को खानपान की सुविधा उपलब्ध है।प्रयागराज छिवकी पर 6 कैटरिंग स्टॉलस 4 मल्टी परपज स्टॉलस एवं 3 वाटर वेंडिंग मशीन स्थापित की गयीं है।यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मों पर उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त प्रयागराज छिवकी स्टेशन के 2 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

नैनी जंक्शन:-

नैनी जंक्शन पर पर 4 कैटरिंग स्टॉलस एवं 3 वाटर वेंडिंग मशीनें उपलब्ध करायी गयी है। यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मो पर उपलब्ध है।इसके अतिरिक्त नैनी जंक्शन के 5 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

सूबेदारगंज:-

सूबेदारगंज स्टेशन पर कालिंदीपुरम साइड की ओर सर्कुलेटिग एरिया में‘‘रेल कोच रेस्टोरेंट यात्रियो को उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान कर रहा है।यहाँ पर यात्रियो को विविध प्रकार के व्यंजन की सुविधा उपलब्ध है।रेल कोच रेस्टोरेंट बच्चो और पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है।रेल कोच रेस्टोरेंट में बैठकर खानपान की सेवाएं लेना एक अलग अनुभव देता है। सूबेदारगंज पर 7 कैटरिंग स्टॉलस 2 मल्टी परपज स्टॉलस एवं 3 वाटर वेंडिंग मशीने स्थापित की गयी है।यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मो पर उपलब्ध है।इसके अतिरिक्त सूबेदारगंज स्टेशन के 2 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन बीजेपी के विधायकों ने सदन के बाहर किया प्रदर्शन . सरकार विरोधी लगाए नारे .

शीतकालीन सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष ने सरकार को जनता से किए गए वादों को याद दिलाने के लिए अनोखे ढंग से विरोध जताया. विधानसभा पोर्टिको में हाथों में तख्ती लेकर सरकार विरोधी नारे लगाए. साथ ही भाजपा विधायकों ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए वादों को पूरा करने की अपील की.

इस दौरान भाजपा विधायक नीरा यादव 'क्या हुआ तेरा वादा' गीत गाकर सरकार को कोसती नजर आईं. नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे भाजपा विधायक रसोई गैस सिलेंडर 450 रुपया में देने, किसानों के धान का एमएसपी 3200 रुपया का वादा और लंबित छात्रवृत्ति को लेकर सरकार को कोसते नजर आए. इस दौरान भाजपा विधायक उज्ज्वल दास ने कहा कि सरकार चुनाव के वक्त जो जनता से वादा किया था, उसे पूरा करने में फेल साबित हो रही है.

सरकार का वादा धोखा साबित हो रहा है: उज्ज्वल दास

विधायक उज्ज्वल दास ने कहा कि इस सरकार में युवा, किसान और आम लोग सभी त्रस्त हैं. ऐसे में जो जनता से वादा किया गया था, वह सिर्फ धोखा ही धोखा साबित हो रहा है. इन सबके बीच मंगलवार को सदन में बोलने का समय नहीं मिलने से नाराज भाजपा विधायक नीरा यादव सदन की कार्यवाही से अलग रहकर पोर्टिको में काफी देर तक बैठी रही. इस दौरान मंत्री इरफान अंसारी उन्हें मनाने पहुंचे. बाबजूद वो सदन में नहीं गईं. बाद में स्पीकर के हस्तक्षेप पर लुईस मरांडी और पूर्णिमा दास नीरा यादव को मनाने में सफल रहीं. जिसके बाद वो सदन की कार्यवाही में भाग लेने पहुंची.

विपक्ष के सवालों का जवाब देने उतरा सत्ता पक्ष

विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए सत्तारुढ़ दल भी सामने आए. आदिवासी कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने कहा कि जो वादे किए गए थे, उसे पूरा किया जाएगा. इसके लिए सरकार कृत संकल्पित है. मंत्री चमरा लिंडा एक बार फिर छात्रवृत्ति को लेकर उठ रहे सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार दोषी है. उन्होंने खतियान आधारित स्थानीयता को लागू करने की मांग को सही बताते हुए सरकार के द्वारा की जा रही पहल का आश्वासन दिया. साथ ही कहा कि हमलोग इसको लेकर आगे बढ़े, लेकिन इसे उलझाने का काम केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किया है.

बीजेपी विधायकों के विरोध के बीच सत्ता पक्ष ने गिनाए केंद्र के वादे

मंत्री ने कहा कि विपक्ष को केंद्र सरकार से पूछना चाहिए कि आखिर ओबीसी आरक्षण और स्थानीय नीति का क्या हुआ. स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें केंद्र सरकार से पूछना चाहिए कि 2 करोड़ नौकरी का वादा का क्या हुआ. भाजपा के लोगों को प्रधानमंत्री से पूछना चाहिए कि लोगों को 15-15 लाख रुपया देने के वादा का क्या हुआ. मंत्री ने कहा कि अभी तो हम लोगों को महज 1 साल ही हुआ है.

वादा पूरा करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है: स्टीफन मरांडी

मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि जब-जब विधानसभा चलेगी स्थानीय नीति और ओबीसी आरक्षण जैसे मुद्दे को भारतीय जनता पार्टी लाती रहेगी. मंत्री ने कहा कि जो जनता से वादा किया है, उसे पूरा करने का काम जरूर करेंगे. जेएमएम विधायक स्टीफन मरांडी ने कहा कि जनता से जो वादा किया गया था, उसे पूरा करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और उसे पूरा किया भी जाएगा. बहरहाल सियासी बयानबाजी के बीच विपक्ष शीतकालीन सत्र के चौथे दिन पूरे तेवर में दिख रहा है, वहीं सत्ता पक्ष पलटवार करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहा है.

उपायुक्त के जनता दरबार में सुनी गई आमजनों की समस्याएं, दिए त्वरित समाधान के निर्देश

उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में आज समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में जनता दरबार का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण अपने आवेदन एवं शिकायतों के साथ उपस्थित हुए।

उपायुक्त ने प्रत्येक आवेदक की समस्याओं को गंभीरता से सुना और संबंधित पदाधिकारियों को मामलों के त्वरित एवं संवेदनशील निपटारे का निर्देश दिया।

जनता दरबार में मुख्य रूप से पेंशन स्वीकृति, राशन कार्ड त्रुटि सुधार, आवास, आपूर्ति व्यवस्था, भूमि विवाद, पारिवारिक विवाद, रोजगार एवं विभिन्न योजनाओं से जुड़ी शिकायतें सामने आईं। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी आवेदन निर्धारित समयसीमा में निष्पादित किए जाएं।

आज आए प्रमुख मामले एवं दिए गए निर्देश - जमीन अधिग्रहण से जुड़ा मामला (केरेडारी): मोहन कुमार ने एनटीपीसी द्वारा अधिग्रहित भूमि के बाद विस्थापन मुआवजा दिलाने का अनुरोध किया। उपायुक्त ने एनटीपीसी को रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।

भूमि विवाद एवं अतिक्रमण (डाड़ी): मनोहर साव ने पैतृक भूमि पर जबरन अतिक्रमण और दबंगई की शिकायत दर्ज कराई। उपायुक्त ने एसडीओ, को मामले की जांच कर शीघ्र कार्रवाई करने का आदेश दिया।

कृषि में सौर ऊर्जा सुविधा (बरही): पंचम महतो ने पीएम-कुसुम योजना के तहत सोलर पंप उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। इस पर उपायुक्त ने कृषि विभाग को आवश्यक सहयोग करने का निर्देश दिया।

रोजगार व विस्थापन से जुड़ा अनुरोध (बड़कागांव): रोशन कुमार ने गरीबी और बेरोजगारी से निजात दिलाने तथा एनटीपीसी द्वारा अधिग्रहित भूमि के बाद बाहरी स्रोत से रोजगार की मांग की। उपायुक्त ने इस पर डीएएलओ एवं एसडीओ को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया।

खाशमहल भूमि लीज नवीकरण (सदर प्रखंड): एक आवेदक ने खाशमहल भूमि का लीज नवीकरण न होने की शिकायत की। उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को विधि सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

इस अवसर पर उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि— प्रशासन का उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का त्वरित एवं प्रभावी समाधान करना है। सभी अधिकारी जनता की शिकायतों को प्राथमिकता पर लेकर निर्धारित समयसीमा में निष्पादित करें।”

एलबीएस कॉलेज में गतिमान विश्वविद्यालयीय परीक्षा

गोंडा।8 दिसंबर। श्री लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय, गोण्डा में स्नातक तृतीय व पंचम सेमेस्टर तथा परास्नातक तृतीय सेमेस्टर की विश्वविद्यालयी परीक्षा दो पालियों में चल रही है। द्वितीय पाली की परीक्षा का समय दोपहर 11.30 से 1.30 तक तथा तृतीय पाली की परीक्षा का समय सायं 2.30 से 4.30 तक का है। आज की परीक्षा महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर रवीन्द्र कुमार के कुशल निर्देशन में संपन्न हुई।

परीक्षार्थियों का महाविद्यालय में प्रवेश परीक्षा समय के आधे घण्टे पहले मुख्य गेट पर सघन तलाशी के बाद हुआ। ज्ञातव्य हो कि छात्र एवं छात्राओं का प्रवेश द्वार अलग रखा गया है। गेट तलाशी एवं आंतरिक उड़ाका दल प्रो. जितेंद्र सिंह के निर्देशन में संचालित है, जिसमें सहयोगी के रूप में डॉ. ओम प्रकाश यादव, डॉ. रवि प्रकाश ओझा, डॉ . पुनीत कुमार, डॉ . दलीप कुमार सिंह, डॉ. दिलीप शुक्ल, डॉ मनोज मिश्र, डॉ अरुण प्रताप सिंह हैं।

द्वितीय पाली की परीक्षा कक्ष संख्या 01 में संपन्न हुई जिसमें बी.काम.तृतीय सेमेस्टर के कुल पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 08 रही जिसमें सभी परीक्षार्थी शामिल हुए तथा कोई भी अनुपस्थित नहीं रहा; वहीं तृतीय पाली की परीक्षा कक्ष संख्या 2 एवं 3 में संपन्न हुई, जिसमें बी.बी.ए. पंचम सेमेस्टर के कुल पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 111 रही जिसमें सभी परीक्षार्थी शामिल हुए।

डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की इस सत्रांत परीक्षा के सफल संचालन हेतु सहायक केन्द्राध्यक्षों की नियुक्ति की गई है एवं उनके कार्य आवंटित है।

प्रोफेसर विनोद प्रताप सिंह -परिप्रेक्षण ड्यूटी/सामान्य प्रशासन/UFM, प्रोफेसर अमन चन्द्रा -महिला गेट एवं प्रभारी आन्तरिक उड़ाका दल, प्रोफेसर राजीव कुमार अग्रवाल - प्रश्न पत्र पैकेट खोलना, वितरण एवं स्टेटमेंट, प्रोफेसर जितेंद्र सिंह - मुख्य गेट/आन्तरिक उड़ाका दल, प्रोफेसर वी.सी-एच.एन.के.श्रीनिवासा राव- प्रश्न पत्र पैकेट खोलना, वितरण एवं स्टेटमेंट, डॉ. ओम प्रकाश यादव - मुख्य गेट/ सीलिंग पैकिंग, श्री अच्युत शुक्ल - परिप्रेक्षण ड्यूटी, डॉ. रवि प्रकाश ओझा - सीट प्लान/आन्तरिक उड़ाका दल/मुख्य गेट, डॉ.दलीप कुमार सिंह - सीट प्लान/आन्तरिक उड़ाका दल/मुख्य गेट, डॉ.दिलीप शुक्ल - आन्तरिक उड़ाका दल/मुख्य गेट, डॉ.ममता शुक्ला- महिला गेट/ कार्यालय सीलिंग पैकिंग , डॉ.अरुण प्रताप सिंह को मुख्य गेट/ आन्तरिक उड़ाका दल तथा डॉ.पुनीत कुमार को सीटिंग प्लान/आन्तरिक उड़ाका दल /मुख्य गेट/कापी जमा कराने की जिम्मेदारी आवंटित किया गया है।

CM सोरेन की अध्यक्षता में कैबिनेट के 28 अहम फैसले: ₹2,450 प्रति क्विंटल धान खरीद को मंजूरी

ग्रामीण अवसंरचना को बढ़ावा; रांची में ₹470 करोड़ का फ्लाईओवर; दो नए डिग्री कॉलेज को प्रशासनिक स्वीकृति

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में आज (08 दिसंबर 2025) झारखंड मंत्रालय में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में राज्य के विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, और किसान कल्याण से संबंधित 28 महत्वपूर्ण निर्णयों को स्वीकृति दी गई।

किसान कल्याण एवं धान खरीद पर बड़ा फैसला

किसानों से किए गए वादे को पूरा करने की दिशा में सरकार ने सबसे बड़ा फैसला लिया है:

धान अधिप्राप्ति योजना: खरीफ विपणन मौसम 2025-26 एवं आगामी वर्षों के लिए 'झारखण्ड राज्य धान अधिप्राप्ति योजना' को स्वीकृति दी गई।

बोनस और MSP: धान के लिए निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा किसानों को बोनस की राशि को स्वीकृति दी गई। इसके लिए ₹48.60 करोड़ स्वीकृत किए गए।

अंतिम दर: न्यूनतम समर्थन मूल्य और बोनस दोनों मिलाकर ₹2,450 प्रति क्विंटल धान अधिप्राप्ति की दर निर्धारित किए जाने की स्वीकृति दी गई।

प्रमुख सड़क एवं फ्लाईओवर परियोजनाओं को स्वीकृति

बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए बड़ी राशि की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई:

रांची फ्लाईओवर: सिरमटोली चौक-राजेंद्र चौक-मेकॉन गोलचक्कर (2.34 किमी) पर चार लेन फ्लाईओवर/एलिवेटेड रोड सह आरओबी निर्माण कार्य के लिए ₹470.12 करोड़ की पुनरीक्षित प्रशासनिक स्वीकृति।

गुमला पथ: बांकुटोली-कुरकुरा बानो पथ (33.568 किमी) के चौड़ीकरण और मजबूतीकरण हेतु ₹140.51 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति।

गोड्डा पथ: घाटबंका से देवडांड़ वाया संदमारा (17.808 किमी) के चौड़ीकरण हेतु ₹127.54 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति।

साहेबगंज पथ: दिग्धी मोड़ से मालिन रिसौड़ मोड़ (8.176 किमी) के चौड़ीकरण हेतु ₹61.57 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति।

डालटनगंज सेतु: डालटनगंज से चैनपुर पथ में नॉर्थ कोयल नदी पर उच्चस्तरीय सेतु निर्माण हेतु ₹64.06 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति।

शिक्षा एवं नियुक्ति

शिक्षा के क्षेत्र में और कोर्ट के आदेश के अनुपालन में महत्वपूर्ण निर्णय:

नए डिग्री कॉलेज:

नीलाम्बर पीताम्बर विश्वविद्यालय के अंतर्गत बालूमाथ, लातेहार में डिग्री महाविद्यालय के निर्माण हेतु ₹38.82 करोड़ की स्वीकृति।

विनोबाभावे विश्वविद्यालय के अंतर्गत सिमरिया, चतरा में डिग्री महाविद्यालय के निर्माण हेतु ₹34.62 करोड़ की स्वीकृति।

संस्कृत महाविद्यालय: सम्बद्धता प्राप्त उपशास्त्री (इंटर) और शास्त्री स्तर (स्नातक) के संस्कृत महाविद्यालयों के शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों को पंचम, छठा एवं सप्तम पुनरीक्षित वेतनमान की स्वीकृति।

RIMS प्रोन्नति: रिम्स, रांची के अधीन कार्यरत सरकारी सह-प्राध्यापकों को प्राध्यापक के पद पर दिनांक 01.07.2019 के प्रभाव से प्रोन्नति।

होमियोपैथिक इंटर्नी: राजकीय होमियोपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय, गोड्डा के इंटर्नी छात्र-छात्राओं के मासिक वृत्तिका (स्टाइपेंड) राशि में वृद्धि।

प्रोत्साहन योजना: "मुख्यमंत्री अनुसूचित जनजाति/अनुसूचित जाति सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना" में संशोधन को स्वीकृति।

प्रशासनिक एवं अन्य निर्णय

अवकाश: वर्ष 2026 में झारखंड सरकार के सरकारी कार्यालयों, उपक्रमों तथा बैंकों में सार्वजनिक एवं अन्य अवकाश घोषित करने की स्वीकृति।

बांध सुरक्षा: केंद्र सरकार के बांध सुरक्षा अधिनियम, 2021 के तहत राज्य में State Committee on Dam Safety (SCDS) के पुनर्गठन की स्वीकृति।

गिद्ध संरक्षण: गिद्ध संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र, मुटा के संचालन हेतु प्रधान मुख्य वन संरक्षक और Bombay Natural History Society (BNHS) के बीच MoU का अनुमोदन।

NTPC को लीज: बादम कोयला खनन परियोजना हेतु NTPC Ltd. के साथ हजारीबाग के बड़कागांव अंचल की कुल 94.535 एकड़ गैरमजरूआ खास एवं आम भूमि की 30 वर्षों के लिए सःशुल्क लीज बंदोबस्ती को स्वीकृति।

सेवा नियमितीकरण: माननीय न्यायालयों के आदेश के अनुपालन में बुकेश्वर हाँसदा एवं अन्य, वंदना भारती, सुषमा बड़ाईक, नीरा कुमारी, स्व. राम बहादुर मोची तथा डॉ. पुष्पलता से संबंधित सेवा नियमितीकरण, नियुक्ति तिथि संशोधन एवं वित्तीय लाभ प्रदान करने को स्वीकृति दी गई।

14 दिसंबर 2025 की रात्रि को दिखाई देंगे टूटते हुए तारे / उल्का वृष्टि

अलविदा होते हुए वर्ष 2025 में अंतरिक्ष प्रेमियों को मिलेगा एक और शानदार खगोलीय घटना देखने का मौका


गोरखपुर।खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि पृथ्वी  अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है और पृथ्वी अपने अक्ष पर सतत  घूमते हुए सूर्य का चक्कर भी लगाती है, पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमने के  कारण ही हमें दिन और रात का अनुभव होता है, पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूमने को घूर्णन ( रोटेशन) कहा जाता है, और पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने को परिभ्रमण ( रिवोल्यूशन) कहा जाता है, पृथ्वी को सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में लगने वाले समय को हम बर्ष कहते हैं, जब पृथ्वी अपने वार्षिक परिभ्रमणीय यात्रा के दौरान सूर्य का चक्कर लगाते हुए  किसी धूमकेतु द्वारा जोकि लंबी दीर्घब्रत्ताकर कक्षाओं में सूर्य की परिक्रमा करते रहते हैं उनसे निकले हुए छोटे एवं बड़े कण उनकी कक्षाओं में चक्कर लगाते रहते हैं उनके द्वारा छोड़े गए मलबे से गुजरती है तो उसी दौरान छोटे, बड़े आकार के ये टुकड़े जो कि कंकड़ पत्थर, जलवाष्प, गैसों ,धूल कणों आदि के बने हुए होते हैं ।

ये अंतरिक्षीय मलबे के टुकड़े जब पृथ्वी के वायुमंडल में अचानक से दाखिल होने पर गुरूत्वाकर्षण बल और वायुमंडलीय घर्षण के कारण क्षण भर के लिए चमक लिए जल उठते हैं और रात्रि के आकाश में चमकते हुए दिखाई देते हैं और फिर कुछ समय में ही गायब हो जाते हैं , उसे ही खगोल विज्ञान की भाषा में उल्का और सामान्य भाषा में टूटता हुआ तारा ( शूटिंग स्टार) कहा जाता है जिनकी गति लगभग 70 किलोमीटर प्रति सेकंड से भी अधिक हो सकती है, इसी वजह से अधिकांश उल्काएं 130 से 180 किलोमीटर की ऊंचाई पर ही जलकर राख हो जाती हैं।

यही आकाश में टूटते हुए तारों का आभास कराते हैं, जिन्हें ही आम बोलचाल की भाषा में टूटते हुए तारे भी कहा जाता है, जबकि बास्तब में ये टूटते हुए तारे नहीं होते हैं, इन्हें ही खगोल विज्ञान की भाषा में उल्काएं कहा जाता है, जो कि वैसे तो छिटपुट तौर से तो वर्षभर होता रहता है लेकिन ये कुछ  ख़ास महीनों में ज्यादा नज़र आती हैं, जैसे दिसम्बर में होने वाली मिथुन (जैमिनिड्स ) उल्का वृष्टि उनमें से एक महत्वपूर्ण उल्का बर्षा होती है।

कब दिखाई देंगी उल्काएं _ खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि वैसे तो लगभग रात्रि आठ बजे के बाद से ही यह नज़ारा दिखना शुरू हो जाएगा लेकिन गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में 14 दिसंबर 2025 की मध्य रात्रि से चार बजे भोर तक यह उल्का ब्रष्टि का नज़ारा बेहद ही शानदार नज़र आएगा, दिसंबर माह में होने बाली उल्का ब्रष्टि को जैमिनिड्स ( मिथुन ) उल्का ब्रष्टि कहा जाता है, क्योंकि यह उल्काएं मिथुन (जेमिनी) तारामंडल से आती हुई दिखाई देती हैं, उल्काएं जिस तारामंडल के बिंदु की तरफ़ से आती हुई दिखाई देती हैं उसे खगोल विज्ञान की भाषा में मीटियर रेडिएंट प्वाइंट ( उल्का बिकीर्णक बिंदु) कहा जाता है ।

मगर यह ध्यान में रखना ज़रूरी है कि किसी तारामंडल के एक बिंदु से उल्काओँ के बिकीर्णन का यह नज़ारा सिर्फ़ एक दृष्टि भ्रम है, वास्तव में तारे हमसे बहुत दूर हैं, लेकिन उल्काएं करीब 100 से 120 किलोमीटर ऊपर ही बायुमंडल में पहुंचने पर उद्दीप्त हो जाती हैं, वैसे तो उल्का ब्रष्टि किसी न किसी धूमकेतु से ही संबन्धित होती हैं, लेकिन दिसंबर माह के मिथुन (जैमिनिड्स) उल्का ब्रष्टि के सम्बंध में सबसे अनोखी बात यह है कि ये किसी धूमकेतु (Comet) से नहीं, बल्कि एक क्षुद्रग्रह 3200 फेथॉन (Asteroid 3200 Phaethon) से आती हैं। इसे दुनिया की उन गिनी-चुनी उल्का वर्षाओं में शामिल करता है, जिनका स्रोत क्षुद्रग्रह (asteroid ) है, न कि धूमकेतु (comet )से। यह इसको और ख़ास बनाती है।

क्या है खासियत और कितनी उल्काएं दिखेंगी इस बार_खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि इस बार दिसंबर 14 की रात्रि में गोरखपुर से एक घण्टे में कम से कम लगभग 40–70 उल्काएँ/घंटा भी दिख सकती हैं जबकि इनका दिखना मौसमी घटनाओं पर भी निर्भर करता है,

कब से कब तक होता है यह अनोखा नज़ारा _ इस बर्ष दिसंबर माह में गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में 14 तारीख की रात्रि के दौरान यह उल्का ब्रष्टि अपने चरम सीमा पर होंगी, जिस से इन उल्काओं की ब्रष्टि को और भी अच्छे से देखा जा सकता है,

आकाश में किस तरफ़ से आती हुई दिखाई देंगी उल्काएं _
खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि वैसे तो आकाश में किसी भी दिशा से आती हुई दिख सकती हैं, लेकिन दिसंबर माह में होने वाली उल्का मिथुन (जैमिनिड्स) उल्का ब्रष्टि को देखने के लिए आपको रात्रि के आकाश में उत्तर-पूर्व (North-East) से शुरुआत कर सकते हैं, फिर पूरा आसमान में देखें लेकिन आकाश में उत्तर-पूर्व दिशा की ओर से आती हुई कुछ ज्यादा दिखाई देंगी , और इनकी दृश्यता भी उच्च कोटि की होगी,

कैसे देखें _
खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि आप रात्रि के आकाश का अनुसरण करें और इन्हें देखने के लिए बिना किसी ख़ास दूरबीन या बायनोक्यूलर्स या अन्य सहायक उपकरणों के भी यह नज़ारा स्पष्ट दिखाई देगा, इसके लिए किसी भी प्रकार के खास उपकरणों की आवश्यकता नहीं पड़ेगी,आप सीधे तौर पर अपने घरों से ही किसी भी साफ़ स्वच्छ अंधेरे वाली जगह से सावधानी पूर्वक ही अपनी साधारण आंखों से ही इस नजारे का लुत्फ उठा सकते हैं, शहरी क्षेत्रों में अधिक प्रकाश प्रदूषण होने के कारण कुछ व्यवधान उत्पन्न हो सकता है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में निवास करने वाले लोगों को यह नज़ारा और भी मनोहारी दृश्य जैसा दिखाई देगा,
नोट _ध्यान रखें यदि अचानक से बादल, आंधी, बरसात , तूफ़ान आदि की स्थिति उत्पन्न होती हैं तो यह खूबसूरत नज़ारा दिखाई देना कठिन भी हो सकता है।
आर्यन इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में ‘क्रीड़ा सप्ताह’ का शानदार समापन

ब्रह्म प्रकाश शर्मा

मुजफ्फरनगर।जानसठ।आर्यन इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, जानसठ में चल रहे वार्षिक ‘क्रीड़ा सप्ताह’  का शानदार और रोमांचक समापन हुआ। इस दौरान विद्यार्थियों ने विभिन्न खेलों और दौड़ प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिसमें नीलगिरी दल  और उदयगिरी दल ने अपनी-अपनी प्रतियोगिताओं में जीत हासिल कर वर्चस्व स्थापित किया।

क्रीड़ा सप्ताह के मुख्य आकर्षणों में से एक ‘वॉलीबॉल’  प्रतियोगिता रही, जिसमें नीलगिरी दल  के खिलाड़ियों ने ज़बरदस्त टीम वर्क और कौशल का प्रदर्शन करते हुए जीत का परचम लहराया। वहीं, भारत के पारंपरिक और तेज़ गति वाले खेल ‘खो-खो’  में उदयगिरी दल  ने अपनी फुर्ती और रणनीति के दम पर प्रतिद्वंद्वी दलों को पछाड़ते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। विभिन्न दौड़ प्रतियोगिताओं के विजेता व्यक्तिगत प्रतियोगिताओं में भी विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

जिसमे  ‘साधारण दौड़’  बालिका वर्ग प्रथम स्थान पर समृद्धि द्वितीय स्थान कनिष्का व तृतीय स्थान आस्था रहीं वही साधारण दौड़  बालक वर्ग में  प्रथम स्थान पर आहद द्वितीय स्थान ताहिर व तृतीय स्थान आशीष रहा ’ यह दौड़ विद्यार्थियों के बीच तालमेल और समन्वय की परीक्षा थी। जिसमे प्रथम स्थान  सागर व अदनान द्वितीय स्थान कार्तिक व हनी तो तृतीय स्थान पर कैफयान व अश उसके उपरांत ‘सामग्री संग्रहण दौड़’ का आयोजन हुआ यह दौड़ तेज़ी और एकाग्रता का मिश्रण थी, जिसमें खिलाड़ियों को दौड़ते हुए सामग्री एकत्र करनी थी।

जिसमे  प्रथम स्थान पर अनस द्वितीय स्थान कसब व तृतीय स्थान हर्षित व मौ फैज ने प्राप्त किया उसके उपरांत स्कूल के प्रधानाचार्य ने विजेता विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा कि खेलकूद शिक्षा का एक अभिन्न अंग है जो विद्यार्थियों में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और टीम भावना विकसित करता है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों के जोश और उत्साह की सराहना की। इस सफल आयोजन ने स्कूल के वातावरण को ऊर्जा और सकारात्मकता से भर दिया।
मोहम्मदाबाद सड़क हादसे में चचेरे भाई बहन की स्कूल जाते समय मौत

फर्रुखाबाद। मोहम्मदाबाद
थाना क्षेत्र के नगला भूड़ निवासी केशव का 16 वर्षीय पुत्र राजन जोकि कि अपने चाचा मिथलेश की दो पुत्रियां काजल 16 वर्ष, शैजल 13 वर्ष को लेकर बाइक से स्कूल जा रहे थे तभी धीरपुर नवीगंज रोड पर भट्टे के पास धीर पुर की तरफ से तेज़ रफ़्तार आ रही डीसीएम नेलापरवाही से टक्कर मार दी जिससे तीनों भाई बहनों की घटना पर ही मौत हो गई।

मृतक राजन के पिता ने बताया कि वह सुबह लगभग 8:30 बजे घर से धीरपुर में स्थित रूपसिंह स्कूल पंचम नगला के लिए निकला था तभी यह घटना हुई। मृतक राजन अपने पिता का एकलौता पुत्र था कक्षा 10 का छात्र था। मृतक की माता बड़ी बेटी का रो रो कर बुरा हाल हो गया है। मृतक के पिता केशव खेती का कार्य करते है।

मृतिका काजल कक्षा 10 की छात्रा थी। मृतिका शेजल कक्षा 7 की छात्रा थी पिता मिथलेश ने बताया कि वह अपने भाई के साथ सुबह स्कूल के लिए निकली थी । डीसीएम की टक्कर से दर्दनाक मौत हो गई मृतिका के पिता ने बताया कि एक पुत्र दुर्गेश 11 वर्ष का है तथा वह खेती का कार्य करता है। मृतिका की माता उमा देवी का रो रो कर बुरा हाल। डीसीएम चालक गाड़ी को छोड़कर घटना स्थल से फरार हो गया। घटना स्थल पर डायल 112 व एसडीएम सदर राजीकांत तथा डीएसपी अजय वर्मा कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार शुक्ला चौकी प्रभारी जसवीर सिंह पहुंचे।

एसडीएम सदर ने परिजनों को पीड़ितों को माननीय मुख्यमंत्री से जो भी मदद होगी दिलवाई जाएगी।
उप निरीक्षक जसवीर सिंह ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से असम के आदिवासी प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात

झारखंड सरकार असम के चाय बागानों में बसे आदिवासियों के हक-अधिकार और पहचान के लिए करेगी सकारात्मक पहल

रांची, 11 दिसंबर 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से आज झारखंड विधानसभा में आदिवासी समन्वय समिति भारत (असम) के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को असम में निवास कर रहे आदिवासी समुदाय की दयनीय स्थिति, समस्याओं और असम सरकार की कथित उदासीनता से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि ये समुदाय हर क्षेत्र में पिछड़ रहा है और उनके साथ दोयम दर्जे का व्यवहार हो रहा है।

मुख्यमंत्री की घोषणाएँ और आश्वासन

हक-अधिकार की संरक्षा: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि झारखंड सरकार असम में रह रहे आदिवासी समुदायों को उनका हक-अधिकार एवं पहचान की संरक्षा के लिए सकारात्मक पहल करेगी।

प्रतिनिधिमंडल का दौरा: मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि जल्द ही झारखंड सरकार का एक डेलिगेशन असम का दौरा करेगा, ताकि वहां रह रहे आदिवासियों की वर्तमान स्थिति से सीधे अवगत हुआ जा सके।

एसटी दर्जे की मांग: मुख्यमंत्री ने चाय बागानों में काम कर रहे आदिवासियों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिलाने की बात को दोहराया।

दैनिक वेतन और भूमि समस्या: झारखंड सरकार चाय बागानों में काम कर रहे आदिवासी समुदायों के लोगों के दैनिक वेतन में वृद्धि कराने और उनकी भूमि संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए भी कदम आगे बढ़ाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज की संस्कृति, परंपरा एवं अधिकारों की रक्षा के लिए उनकी सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से उनकी समस्याओं को केंद्र एवं राज्य सरकार तक पहुंचाने के लिए नेतृत्व करने का आग्रह किया।

बैठक में उपस्थिति

इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री श्री चमरा लिंडा और आदिवासी समन्वय समिति भारत (असम) के सदस्य, जिनमें श्री जीतेन केरकेट्टा, श्री बिरसा मुंडा, श्री तरुण मुंडा, श्री गणेश, श्री अजीत पूर्ति, श्री राजेश भूरी, श्री बाबूलाल मुंडा, श्री मंगल हेंब्रम सहित अन्य शामिल थे, मौजूद रहे।

Sambhal बाबर मजहबी रहनुमा नहीं, उसके नाम पर मस्जिद क्यों, बंगाल चुनाव से पहले मस्जिद की नींव दाल में कुछ काला है: मुफ्ती आलम रज़ा नूरी

संभल।धर्मगुरु मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने पश्चिम बंगाल में 6 दिसंबर को हमायूँ कबीर द्वारा बाबरी मस्जिद की नींव रखे जाने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मस्जिद अल्लाह का घर है, इबादत की पवित्र जगह है, और जहाँ जरूरत हो, मस्जिद बननी भी चाहिए। लेकिन सवाल यह है कि नींव 6 दिसंबर के दिन ही क्यों रखी गई और बाबर के नाम पर ही क्यों रखी गई।

मुफ्ती आलम रज़ा नूरी ने कहा कि “बाबर मुसलमानों का मजहबी रहनुमा नहीं था। वह एक मुस्लिम योद्धा और बादशाह था, जिसे राणा सांगा ने अपने राजनीतिक हितों के लिए बुलाया था। बाबर ने इस्लाम के लिए कोई बड़ा कारनामा अंजाम नहीं दिया। उसके नाम पर मस्जिद की नींव रखना और वह भी राज्य चुनाव से चार महीने पहले, अपने आप में कई सवाल खड़े करता है। कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है और कोई राजनीतिक दल हमायूँ कबीर का इस्तेमाल कर रहा है।”

उन्होंने खुद को “पश्चिम बंगाल का ओवैसी” बताने वाले हमायूँ कबीर के दावे को भी गलत बताया। उन्होंने कहा, “असदुद्दीन ओवैसी AIMIM के सदर हैं, मुसलमानों के सियासी रहनुमा हैं। हाई एजुकेशन, दीनी-मजहबी इल्म और कानूनी तालीम के साथ वह संविधान की रोशनी में मुसलमानों के मसाइल को ताक़त के साथ रखते हैं। हमायूँ कबीर का उनसे कोई मुकाबला नहीं है। उनका राजनीतिक कैरियर तो एक दल-बदलू नेता के तौर पर ही जाना जाता है।”

मुफ्ती नूरी ने कहा कि मस्जिद के नाम पर राजनीति करना इस्लाम की तालीमात के खिलाफ है। “राजनीति करना अच्छी बात है, लेकिन मस्जिद और मुस्लिम कौम को बदनाम करके राजनीति चमकाना शोभा नहीं देता। अल्लाह के नाम को और मस्जिद को टारगेट करके राजनीति करना इस्लाम इजाजत नहीं देता।

उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव लड़ना सभी का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल कर राजनीतिक फायदा उठाने की हरकत से बचना चाहिए।

माघ मेला-2026 के लिए प्रयागराज मण्डल के स्टेशनो पर खानपान की उत्तम व्यवस्थाएं।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।मण्डल रेल प्रबन्धक रजनीश अग्रवाल के मार्गदर्शन एवं वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक कोचिंग हरिमोहन के नेतृत्व में माघ मेला-2026 के दौरान श्रद्धालुओ की विशाल संख्या को देखते हुए खानपान की सेवाओ को उन्नत और सर्व सुलभ बनाया जा रहा है। प्रयागराज के माघ मेला-2026 के दौरान छह मुख्य स्नान पर्व होते है-पौष पूर्णिमा मकर संक्रांति मौनी अमावस्या बसंत पंचमी माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि।प्रयागराज में आयोजित माघ मेला में करोड़ों तीर्थयात्री एवं श्रद्धालु स्नान एवं अपने आराध्य की पूजा अर्चना करते है।प्रयागराज मण्डल द्वारा माघ मेला-2026 के दौरान यात्रियों को अच्छा खान-पान उपलब्ध कराने के लिए कैटरिंग स्टाल्स मल्टी पर्पज स्टाल्स एवं रिफ्रेशमेंट रूम की सुविधा को विस्तारित किया जा रहा है और इनकी गुणवत्ता में भी सुधार किया जा रहा है।श्रद्धालुओ को खानपान के लिए असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए कैटरिंग स्टॉलस और मल्टी पर्पज स्टॉलस पर पैकेज्ड पेयजल नॉन फार्मेसी आइटम कॉस्मेटिक सामान दूध का पाउडर नैतिकता इतिहास और साहित्य से सम्बंधित पुस्तके रेलवे का टाइम टेबल मैगजीन न्यूज पेपर खिलौने तौलिया तकिया इमरजेन्सी दवा दूध और खाने-पीने के सामानो के साथ अन्य महत्वपूर्ण चीजो जैसे क्षेत्रीय महत्व की कलाकृतियो किताबे पत्रिकाएं समाचार पत्र की बिक्री की जाएगी।

प्रयागराज जंक्शन:-

प्रयागराज जंक्शन पर सिटी साइड की ओर प्लेटफ़ॉर्म संख्या -1पर ‘फूड प्लाज़ा’में यात्रियों एवं श्रद्धालुओं के लिए उत्तम खानपान व्यवस्थाएं है यहाँ बैठकर खानपान की सेवाएं लेना एक अलग अनुभव देता है।प्रयागराज जंक्शन पर 19 कैटरिंग स्टॉलस 23 मल्टी परपज स्टॉलस एवं 15 वाटर वेंडिंग मशीन स्थापित की गयीं है।यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मों पर उपलब्ध है।इसके अतिरिक्त प्रयागराज जंक्शन के 4 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

प्रयागराज छिवकी:-

प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर प्लेटफ़ॉर्म संख्या -1पर ‘फूड प्लाज़ा’की सुविधा उपलब्ध है एवं एक रिफ्रेशमेंट रूम स्थापित किया जा रहा है।यहाँ पर यात्रियों को खानपान की सुविधा उपलब्ध है।प्रयागराज छिवकी पर 6 कैटरिंग स्टॉलस 4 मल्टी परपज स्टॉलस एवं 3 वाटर वेंडिंग मशीन स्थापित की गयीं है।यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मों पर उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त प्रयागराज छिवकी स्टेशन के 2 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

नैनी जंक्शन:-

नैनी जंक्शन पर पर 4 कैटरिंग स्टॉलस एवं 3 वाटर वेंडिंग मशीनें उपलब्ध करायी गयी है। यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मो पर उपलब्ध है।इसके अतिरिक्त नैनी जंक्शन के 5 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

सूबेदारगंज:-

सूबेदारगंज स्टेशन पर कालिंदीपुरम साइड की ओर सर्कुलेटिग एरिया में‘‘रेल कोच रेस्टोरेंट यात्रियो को उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान कर रहा है।यहाँ पर यात्रियो को विविध प्रकार के व्यंजन की सुविधा उपलब्ध है।रेल कोच रेस्टोरेंट बच्चो और पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है।रेल कोच रेस्टोरेंट में बैठकर खानपान की सेवाएं लेना एक अलग अनुभव देता है। सूबेदारगंज पर 7 कैटरिंग स्टॉलस 2 मल्टी परपज स्टॉलस एवं 3 वाटर वेंडिंग मशीने स्थापित की गयी है।यहाँ खानपान एवं पेयजल की सुविधा सभी प्लेटफार्मो पर उपलब्ध है।इसके अतिरिक्त सूबेदारगंज स्टेशन के 2 यात्री आश्रयों में एक-एक कैटरिंग स्टॉलस की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी ।

झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन बीजेपी के विधायकों ने सदन के बाहर किया प्रदर्शन . सरकार विरोधी लगाए नारे .

शीतकालीन सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष ने सरकार को जनता से किए गए वादों को याद दिलाने के लिए अनोखे ढंग से विरोध जताया. विधानसभा पोर्टिको में हाथों में तख्ती लेकर सरकार विरोधी नारे लगाए. साथ ही भाजपा विधायकों ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए वादों को पूरा करने की अपील की.

इस दौरान भाजपा विधायक नीरा यादव 'क्या हुआ तेरा वादा' गीत गाकर सरकार को कोसती नजर आईं. नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे भाजपा विधायक रसोई गैस सिलेंडर 450 रुपया में देने, किसानों के धान का एमएसपी 3200 रुपया का वादा और लंबित छात्रवृत्ति को लेकर सरकार को कोसते नजर आए. इस दौरान भाजपा विधायक उज्ज्वल दास ने कहा कि सरकार चुनाव के वक्त जो जनता से वादा किया था, उसे पूरा करने में फेल साबित हो रही है.

सरकार का वादा धोखा साबित हो रहा है: उज्ज्वल दास

विधायक उज्ज्वल दास ने कहा कि इस सरकार में युवा, किसान और आम लोग सभी त्रस्त हैं. ऐसे में जो जनता से वादा किया गया था, वह सिर्फ धोखा ही धोखा साबित हो रहा है. इन सबके बीच मंगलवार को सदन में बोलने का समय नहीं मिलने से नाराज भाजपा विधायक नीरा यादव सदन की कार्यवाही से अलग रहकर पोर्टिको में काफी देर तक बैठी रही. इस दौरान मंत्री इरफान अंसारी उन्हें मनाने पहुंचे. बाबजूद वो सदन में नहीं गईं. बाद में स्पीकर के हस्तक्षेप पर लुईस मरांडी और पूर्णिमा दास नीरा यादव को मनाने में सफल रहीं. जिसके बाद वो सदन की कार्यवाही में भाग लेने पहुंची.

विपक्ष के सवालों का जवाब देने उतरा सत्ता पक्ष

विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए सत्तारुढ़ दल भी सामने आए. आदिवासी कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने कहा कि जो वादे किए गए थे, उसे पूरा किया जाएगा. इसके लिए सरकार कृत संकल्पित है. मंत्री चमरा लिंडा एक बार फिर छात्रवृत्ति को लेकर उठ रहे सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार दोषी है. उन्होंने खतियान आधारित स्थानीयता को लागू करने की मांग को सही बताते हुए सरकार के द्वारा की जा रही पहल का आश्वासन दिया. साथ ही कहा कि हमलोग इसको लेकर आगे बढ़े, लेकिन इसे उलझाने का काम केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किया है.

बीजेपी विधायकों के विरोध के बीच सत्ता पक्ष ने गिनाए केंद्र के वादे

मंत्री ने कहा कि विपक्ष को केंद्र सरकार से पूछना चाहिए कि आखिर ओबीसी आरक्षण और स्थानीय नीति का क्या हुआ. स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें केंद्र सरकार से पूछना चाहिए कि 2 करोड़ नौकरी का वादा का क्या हुआ. भाजपा के लोगों को प्रधानमंत्री से पूछना चाहिए कि लोगों को 15-15 लाख रुपया देने के वादा का क्या हुआ. मंत्री ने कहा कि अभी तो हम लोगों को महज 1 साल ही हुआ है.

वादा पूरा करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है: स्टीफन मरांडी

मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि जब-जब विधानसभा चलेगी स्थानीय नीति और ओबीसी आरक्षण जैसे मुद्दे को भारतीय जनता पार्टी लाती रहेगी. मंत्री ने कहा कि जो जनता से वादा किया है, उसे पूरा करने का काम जरूर करेंगे. जेएमएम विधायक स्टीफन मरांडी ने कहा कि जनता से जो वादा किया गया था, उसे पूरा करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और उसे पूरा किया भी जाएगा. बहरहाल सियासी बयानबाजी के बीच विपक्ष शीतकालीन सत्र के चौथे दिन पूरे तेवर में दिख रहा है, वहीं सत्ता पक्ष पलटवार करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहा है.

उपायुक्त के जनता दरबार में सुनी गई आमजनों की समस्याएं, दिए त्वरित समाधान के निर्देश

उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में आज समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में जनता दरबार का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण अपने आवेदन एवं शिकायतों के साथ उपस्थित हुए।

उपायुक्त ने प्रत्येक आवेदक की समस्याओं को गंभीरता से सुना और संबंधित पदाधिकारियों को मामलों के त्वरित एवं संवेदनशील निपटारे का निर्देश दिया।

जनता दरबार में मुख्य रूप से पेंशन स्वीकृति, राशन कार्ड त्रुटि सुधार, आवास, आपूर्ति व्यवस्था, भूमि विवाद, पारिवारिक विवाद, रोजगार एवं विभिन्न योजनाओं से जुड़ी शिकायतें सामने आईं। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी आवेदन निर्धारित समयसीमा में निष्पादित किए जाएं।

आज आए प्रमुख मामले एवं दिए गए निर्देश - जमीन अधिग्रहण से जुड़ा मामला (केरेडारी): मोहन कुमार ने एनटीपीसी द्वारा अधिग्रहित भूमि के बाद विस्थापन मुआवजा दिलाने का अनुरोध किया। उपायुक्त ने एनटीपीसी को रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।

भूमि विवाद एवं अतिक्रमण (डाड़ी): मनोहर साव ने पैतृक भूमि पर जबरन अतिक्रमण और दबंगई की शिकायत दर्ज कराई। उपायुक्त ने एसडीओ, को मामले की जांच कर शीघ्र कार्रवाई करने का आदेश दिया।

कृषि में सौर ऊर्जा सुविधा (बरही): पंचम महतो ने पीएम-कुसुम योजना के तहत सोलर पंप उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। इस पर उपायुक्त ने कृषि विभाग को आवश्यक सहयोग करने का निर्देश दिया।

रोजगार व विस्थापन से जुड़ा अनुरोध (बड़कागांव): रोशन कुमार ने गरीबी और बेरोजगारी से निजात दिलाने तथा एनटीपीसी द्वारा अधिग्रहित भूमि के बाद बाहरी स्रोत से रोजगार की मांग की। उपायुक्त ने इस पर डीएएलओ एवं एसडीओ को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया।

खाशमहल भूमि लीज नवीकरण (सदर प्रखंड): एक आवेदक ने खाशमहल भूमि का लीज नवीकरण न होने की शिकायत की। उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को विधि सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

इस अवसर पर उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि— प्रशासन का उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का त्वरित एवं प्रभावी समाधान करना है। सभी अधिकारी जनता की शिकायतों को प्राथमिकता पर लेकर निर्धारित समयसीमा में निष्पादित करें।”

एलबीएस कॉलेज में गतिमान विश्वविद्यालयीय परीक्षा

गोंडा।8 दिसंबर। श्री लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय, गोण्डा में स्नातक तृतीय व पंचम सेमेस्टर तथा परास्नातक तृतीय सेमेस्टर की विश्वविद्यालयी परीक्षा दो पालियों में चल रही है। द्वितीय पाली की परीक्षा का समय दोपहर 11.30 से 1.30 तक तथा तृतीय पाली की परीक्षा का समय सायं 2.30 से 4.30 तक का है। आज की परीक्षा महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर रवीन्द्र कुमार के कुशल निर्देशन में संपन्न हुई।

परीक्षार्थियों का महाविद्यालय में प्रवेश परीक्षा समय के आधे घण्टे पहले मुख्य गेट पर सघन तलाशी के बाद हुआ। ज्ञातव्य हो कि छात्र एवं छात्राओं का प्रवेश द्वार अलग रखा गया है। गेट तलाशी एवं आंतरिक उड़ाका दल प्रो. जितेंद्र सिंह के निर्देशन में संचालित है, जिसमें सहयोगी के रूप में डॉ. ओम प्रकाश यादव, डॉ. रवि प्रकाश ओझा, डॉ . पुनीत कुमार, डॉ . दलीप कुमार सिंह, डॉ. दिलीप शुक्ल, डॉ मनोज मिश्र, डॉ अरुण प्रताप सिंह हैं।

द्वितीय पाली की परीक्षा कक्ष संख्या 01 में संपन्न हुई जिसमें बी.काम.तृतीय सेमेस्टर के कुल पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 08 रही जिसमें सभी परीक्षार्थी शामिल हुए तथा कोई भी अनुपस्थित नहीं रहा; वहीं तृतीय पाली की परीक्षा कक्ष संख्या 2 एवं 3 में संपन्न हुई, जिसमें बी.बी.ए. पंचम सेमेस्टर के कुल पंजीकृत परीक्षार्थियों की संख्या 111 रही जिसमें सभी परीक्षार्थी शामिल हुए।

डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की इस सत्रांत परीक्षा के सफल संचालन हेतु सहायक केन्द्राध्यक्षों की नियुक्ति की गई है एवं उनके कार्य आवंटित है।

प्रोफेसर विनोद प्रताप सिंह -परिप्रेक्षण ड्यूटी/सामान्य प्रशासन/UFM, प्रोफेसर अमन चन्द्रा -महिला गेट एवं प्रभारी आन्तरिक उड़ाका दल, प्रोफेसर राजीव कुमार अग्रवाल - प्रश्न पत्र पैकेट खोलना, वितरण एवं स्टेटमेंट, प्रोफेसर जितेंद्र सिंह - मुख्य गेट/आन्तरिक उड़ाका दल, प्रोफेसर वी.सी-एच.एन.के.श्रीनिवासा राव- प्रश्न पत्र पैकेट खोलना, वितरण एवं स्टेटमेंट, डॉ. ओम प्रकाश यादव - मुख्य गेट/ सीलिंग पैकिंग, श्री अच्युत शुक्ल - परिप्रेक्षण ड्यूटी, डॉ. रवि प्रकाश ओझा - सीट प्लान/आन्तरिक उड़ाका दल/मुख्य गेट, डॉ.दलीप कुमार सिंह - सीट प्लान/आन्तरिक उड़ाका दल/मुख्य गेट, डॉ.दिलीप शुक्ल - आन्तरिक उड़ाका दल/मुख्य गेट, डॉ.ममता शुक्ला- महिला गेट/ कार्यालय सीलिंग पैकिंग , डॉ.अरुण प्रताप सिंह को मुख्य गेट/ आन्तरिक उड़ाका दल तथा डॉ.पुनीत कुमार को सीटिंग प्लान/आन्तरिक उड़ाका दल /मुख्य गेट/कापी जमा कराने की जिम्मेदारी आवंटित किया गया है।

CM सोरेन की अध्यक्षता में कैबिनेट के 28 अहम फैसले: ₹2,450 प्रति क्विंटल धान खरीद को मंजूरी

ग्रामीण अवसंरचना को बढ़ावा; रांची में ₹470 करोड़ का फ्लाईओवर; दो नए डिग्री कॉलेज को प्रशासनिक स्वीकृति

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में आज (08 दिसंबर 2025) झारखंड मंत्रालय में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में राज्य के विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, और किसान कल्याण से संबंधित 28 महत्वपूर्ण निर्णयों को स्वीकृति दी गई।

किसान कल्याण एवं धान खरीद पर बड़ा फैसला

किसानों से किए गए वादे को पूरा करने की दिशा में सरकार ने सबसे बड़ा फैसला लिया है:

धान अधिप्राप्ति योजना: खरीफ विपणन मौसम 2025-26 एवं आगामी वर्षों के लिए 'झारखण्ड राज्य धान अधिप्राप्ति योजना' को स्वीकृति दी गई।

बोनस और MSP: धान के लिए निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा किसानों को बोनस की राशि को स्वीकृति दी गई। इसके लिए ₹48.60 करोड़ स्वीकृत किए गए।

अंतिम दर: न्यूनतम समर्थन मूल्य और बोनस दोनों मिलाकर ₹2,450 प्रति क्विंटल धान अधिप्राप्ति की दर निर्धारित किए जाने की स्वीकृति दी गई।

प्रमुख सड़क एवं फ्लाईओवर परियोजनाओं को स्वीकृति

बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए बड़ी राशि की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई:

रांची फ्लाईओवर: सिरमटोली चौक-राजेंद्र चौक-मेकॉन गोलचक्कर (2.34 किमी) पर चार लेन फ्लाईओवर/एलिवेटेड रोड सह आरओबी निर्माण कार्य के लिए ₹470.12 करोड़ की पुनरीक्षित प्रशासनिक स्वीकृति।

गुमला पथ: बांकुटोली-कुरकुरा बानो पथ (33.568 किमी) के चौड़ीकरण और मजबूतीकरण हेतु ₹140.51 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति।

गोड्डा पथ: घाटबंका से देवडांड़ वाया संदमारा (17.808 किमी) के चौड़ीकरण हेतु ₹127.54 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति।

साहेबगंज पथ: दिग्धी मोड़ से मालिन रिसौड़ मोड़ (8.176 किमी) के चौड़ीकरण हेतु ₹61.57 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति।

डालटनगंज सेतु: डालटनगंज से चैनपुर पथ में नॉर्थ कोयल नदी पर उच्चस्तरीय सेतु निर्माण हेतु ₹64.06 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति।

शिक्षा एवं नियुक्ति

शिक्षा के क्षेत्र में और कोर्ट के आदेश के अनुपालन में महत्वपूर्ण निर्णय:

नए डिग्री कॉलेज:

नीलाम्बर पीताम्बर विश्वविद्यालय के अंतर्गत बालूमाथ, लातेहार में डिग्री महाविद्यालय के निर्माण हेतु ₹38.82 करोड़ की स्वीकृति।

विनोबाभावे विश्वविद्यालय के अंतर्गत सिमरिया, चतरा में डिग्री महाविद्यालय के निर्माण हेतु ₹34.62 करोड़ की स्वीकृति।

संस्कृत महाविद्यालय: सम्बद्धता प्राप्त उपशास्त्री (इंटर) और शास्त्री स्तर (स्नातक) के संस्कृत महाविद्यालयों के शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों को पंचम, छठा एवं सप्तम पुनरीक्षित वेतनमान की स्वीकृति।

RIMS प्रोन्नति: रिम्स, रांची के अधीन कार्यरत सरकारी सह-प्राध्यापकों को प्राध्यापक के पद पर दिनांक 01.07.2019 के प्रभाव से प्रोन्नति।

होमियोपैथिक इंटर्नी: राजकीय होमियोपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय, गोड्डा के इंटर्नी छात्र-छात्राओं के मासिक वृत्तिका (स्टाइपेंड) राशि में वृद्धि।

प्रोत्साहन योजना: "मुख्यमंत्री अनुसूचित जनजाति/अनुसूचित जाति सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना" में संशोधन को स्वीकृति।

प्रशासनिक एवं अन्य निर्णय

अवकाश: वर्ष 2026 में झारखंड सरकार के सरकारी कार्यालयों, उपक्रमों तथा बैंकों में सार्वजनिक एवं अन्य अवकाश घोषित करने की स्वीकृति।

बांध सुरक्षा: केंद्र सरकार के बांध सुरक्षा अधिनियम, 2021 के तहत राज्य में State Committee on Dam Safety (SCDS) के पुनर्गठन की स्वीकृति।

गिद्ध संरक्षण: गिद्ध संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र, मुटा के संचालन हेतु प्रधान मुख्य वन संरक्षक और Bombay Natural History Society (BNHS) के बीच MoU का अनुमोदन।

NTPC को लीज: बादम कोयला खनन परियोजना हेतु NTPC Ltd. के साथ हजारीबाग के बड़कागांव अंचल की कुल 94.535 एकड़ गैरमजरूआ खास एवं आम भूमि की 30 वर्षों के लिए सःशुल्क लीज बंदोबस्ती को स्वीकृति।

सेवा नियमितीकरण: माननीय न्यायालयों के आदेश के अनुपालन में बुकेश्वर हाँसदा एवं अन्य, वंदना भारती, सुषमा बड़ाईक, नीरा कुमारी, स्व. राम बहादुर मोची तथा डॉ. पुष्पलता से संबंधित सेवा नियमितीकरण, नियुक्ति तिथि संशोधन एवं वित्तीय लाभ प्रदान करने को स्वीकृति दी गई।