24 साल बाद जिंदा लौटे ‘मृत’ माने गए बुजुर्ग, औरंगाबाद से लापता रामप्रवेश महतो जालंधर के वृद्धाश्रम में मिले

,औरंगाबाद (बिहार)। नियति कब क्या मोड़ ले ले, यह कोई नहीं जानता। औरंगाबाद जिले के भोपतपुर गांव से वर्ष 2001 में लापता हुए रामप्रवेश महतो जिंदा हैं और पंजाब के जालंधर स्थित एक वृद्धाश्रम में सुरक्षित मिले हैं। 24 वर्षों से अपने परिवार से बिछड़े रामप्रवेश महतो अब अपने गांव लौट रहे हैं। रविवार को उनके घर पहुंचने की संभावना है, जहां स्वागत की तैयारियां जोरों पर हैं।

पूर्व मुखिया संतोष कुशवाहा के पिता रामप्रवेश महतो वर्ष 2001 में प्रयागराज कुंभ मेला में स्नान करने के लिए घर से निकले थे। इसके बाद वे वापस नहीं लौटे। परिजनों ने रिश्तेदारियों और संभावित स्थानों पर वर्षों तक खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। धीरे-धीरे उम्मीदें टूटती चली गईं और परिवार ने उन्हें मृत मान लिया।

वर्ष 2009 में रामप्रवेश महतो की पत्नी जसवा देवी का निधन हो गया। सामाजिक परंपराओं के अनुसार, परिजनों ने उन्हें भी मृत मानते हुए पत्नी के साथ रामप्रवेश महतो का पुतला बनाकर दाह संस्कार कर दिया। उस समय किसी को यह अंदाजा भी नहीं था कि वे सैकड़ों किलोमीटर दूर जालंधर में जीवित हैं और एक वृद्धाश्रम में जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

यह चमत्कार कुछ दिन पूर्व तब सामने आया जब औरंगाबाद जिले का एक ट्रक चालक पंजाब के जालंधर स्थित इससेबल गांव पहुंचा। वहां वृद्धाश्रम के संचालक महंत जिंदर मानसिंह ने एक बुजुर्ग के बारे में बताया, जो मगही भाषा में अपने गांव, परिजनों और आसपास के क्षेत्रों का नाम लेते रहते थे। ट्रक चालक ने जब बातचीत की तो बुजुर्ग ने भोपतपुर और आसपास के कई गांवों के नाम सटीक बताए। इसके बाद वृद्धाश्रम संचालक ने गूगल की मदद से इलाके के जनप्रतिनिधियों का नंबर निकाला। एक सरपंच के माध्यम से 23 दिसंबर को पूर्व मुखिया संतोष कुशवाहा से संपर्क हुआ। पिता के जीवित होने की खबर सुनते ही संतोष कुशवाहा भावुक हो गए और साथियों के साथ तुरंत जालंधर रवाना हो गए।

शुक्रवार को वृद्धाश्रम में 24 साल बाद पिता-पुत्र का मिलन हुआ। दोनों की आंखें भर आईं। संतोष कुशवाहा ने कहा कि वर्ष 2016 में जब वे मुखिया बने, तब पिता उनके साथ नहीं थे, जिसका उन्हें हमेशा मलाल रहा। आज उनसे मिलना जीवन की सबसे बड़ी खुशी है। इस असंभव से लगने वाले पुनर्मिलन में ट्रक चालक की भूमिका अहम रही, जिनकी संवेदनशीलता ने एक परिवार को फिर से जोड़ दिया।

Mirzapur : कठिन परस्थितियों में श्रम करने वाले श्रमिकों के अधिकारों के लिए संघर्षरत है माकू यूनियन: राजेश दूबे
मिर्जापुर असंगठित कामगाार यूनियन के बैनर तले श्रमिकों का हुआ आह्वान
अन्याय और अधिकार के प्रति एक जुट हो श्रमिक

मीरजापुर, 27 दिसंबर 2025। समाज के नवनिर्माण में मजदूरों की अहम भूमिका होती है जिसको हम कदापि नकार नहीं सकते। ऊंचे आवासीय भवनों से लेकर चमचमाती सड़कों, खदानों, क्रेशर प्लाटों, बुलंद इमारतें, छोटे-बड़े कल कारखानों में इन्हीं मजदूरों के पसीने बहते हैं।

जिनके बदौलत देश और समाज का चहूंमुखी विकास सुनिश्चित होता है, दिन रात पसीना बहा कर श्रम करने वाला श्रमिक देखा जाए तो आज काफी तादात में उपेक्षित होता आया है।हालांकि सरकार ने इनके जनकल्याण के लिए तमाम श्रमिक हितकारी योजनाएं लागू की है, लेकिन देखने में आता है कि कहीं-कहीं यह योजनाएं अपने पथ से भटक कर भ्रष्टाचार और बिचौलियों की भेंट चढ़ जा रही हैं। उक्त बातें मिर्जापुर असंगठित कामगार यूनियन के बैनर तले मुहंकुचवा स्थित कान्हा श्याम मैरिज लॉन में आम सभा की आयोजित बैठक में उपस्थित जिले के कोने-कोने से आए श्रमिक बंधुओं को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने व्यक्त किए।

यूनियन के अध्यक्ष एडवोकेट राजेश दुबे ने कहा श्रमिक हितों की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं होगी।
  मिर्ज़ापुर असंगठित कामगार यूनियन मजदूरों के मुद्दों पर गंभीरता और पूरी मजबूती के साथ लड़ाई लड़ता आया है, आगे भी यह संगठन मजदूरों के हक अधिकारों के लिए संघर्षरत रहेगा। महामंत्री मंगल तिवारी ने जोर देते हुए कहा कि मिर्ज़ापुर असंगठित कामगार यूनियन अपने स्थापना काल से ही मजदूरों के साथ खड़ा होता आया है, कई मामलों में संघठन ने पीड़ित मजदूरों को न्याय और आर्थिक सहायता राशि के साथ उनके खून पसीने की मेहनत राशि भी दिलाने का काम किया है।

उपाध्यक्ष विनोद सिंह, संयुक्त मंत्री, देवेंद्र पांडेय, अनिता देवी, राम आसरे बिन्द, वरिष्ठ पत्रकार प्रभात मिश्रा, सुशील कुमार पांडेय, कमलेश चौहान, पूर्व कर्मचारी नेता लल्लू तिवारी इत्यादि ने भी श्रमिक बंधुओं को संबोधित करते हुए मनरेगा, भट्ठा मजदूर, पीतल बर्तन, कालीन, खनन से लेकर अन्न कई मामले एवं श्रमिकहित में संचालित योजनाओं पर चर्चा करते हुए जानकारियां दी गयी।

इस अवसर पर अध्यक्ष राजेश कुमार दुबे, महामंत्री मंगल तिवारी,उपाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, संगठन मंत्री वीरेंद्र कुमार संयुक्त मंत्री सविता सरोज, कोषाध्यक्ष सूरज प्रसाद अनीता देवी, देवेंद्र पांडे मान सिंह यादव, दिलीप गौड़, राघवेन्द्र सिंह,पप्पू कुशवाहा, अभिमन्यु चौहान, गौतम, सत्या आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन राजेन्द्र तिवारी उर्फ लल्लू तिवारी ने मजदूरो की व्यथा पर आधारित अपनी कविता के माध्यम से करते हुए श्रमिक हितो पर प्रकाश डाला। अंत में यूनियन के महामंत्री मंगल तिवारी ने सभी के प्रति आभार प्रकट करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
वीर बाल दिवस पर कलेक्ट्रेट सभागार में हुआ श्रद्धांजलि कार्यक्रम, बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए
फर्रुखाबाद l सिक्खों के दसवें गुरु, श्री गुरु गोविन्द सिंह जी के वीर साहिबजादों—श्री जोरावर सिंह जी एवं श्री फतेह सिंह जी—की शहादत की स्मृति में 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस कार्यक्रम का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद मुकेश राजपूत, जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक आरती सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अरविंद कुमार गौड़, अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह तथा जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार तिवारी द्वारा वीर साहिबजादों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल चंद्र द्वारा अतिथियों का स्वागत एवं कार्यक्रम की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की,इस दौरान सांसद मुकेश राजपूत ने गुरु गोविन्द सिंह जी के वीर सपूतों के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस प्रकार उन्होंने धर्म की रक्षा हेतु अल्पायु में ही अपने प्राणों का बलिदान दे दिया तथा धर्मांतरण को अस्वीकार किया। उन्होंने कहा कि ऐसे असंख्य वीरों, माताओं, बहनों और बुजुर्गों के बलिदान से ही भारत राष्ट्र का निर्माण हुआ है।
जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने साहिबजादों के चमकौर युद्ध एवं उनके अद्वितीय साहस का उल्लेख करते हुए कहा कि देश और धर्म के प्रति समर्पण की भावना से प्रेरित होकर उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने कहा कि यह बलिदान सदैव देशवासियों के हृदय में स्मरणीय रहेगा।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित वीर बाल दिवस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण भी देखा गया। तत्पश्चात सभी उपस्थितजनों द्वारा सामूहिक रूप से वंदे मातरम् का गायन किया गया।
कक्षा 8 की छात्रा मानसी, मन्नत सिंह तथा कक्षा 12 की छात्रा आज्ञा मैविश, निहारिका दीक्षित, तान्या, स्नेहा गंगवार एवं किरण दुबे द्वारा वीर बाल दिवस के अवसर पर भाषण एवं गीत प्रस्तुत किए गए।
वीर बाल दिवस सप्ताह के अंतर्गत माध्यमिक एवं बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी छात्र-छात्राओं, खेल प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों तथा ताइक्वांडो में गोल्ड व सिल्वर पदक प्राप्त करने वाली बेटियों को उपहार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन संरक्षण अधिकारी सचिन सिंह द्वारा किया गया। इस मौके पर परियोजना निदेशक कपिल कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक नरेन्द्र पाल सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव सहित जिला प्रोबेशन कार्यालय के समस्त कार्मिक उपस्थित रहे।
आजमगढ़: भारतीय जनता पार्टी द्वारा तहबरपुुुुर में मनाया गया वीर बाल दिवस
राष्ट्र धर्म संस्कृति के रक्षा के लिए प्राणो की आहूति देने शाहबादो से प्रेरणा देने की जरूरत - विजय बहादुर पाठक

जमगढ़। भारतीय जनता पार्टी द्वारा क्षेत्र के संत कवलधारी दास इंटर कालेज बीबीपुर के प्रांगण में वीर बाल दिवस मनाया गया। वीर बाल दिवस पर वक्ताओं ने उनकी शहादत को याद किया। भारतीय जनता पार्टी द्वारा तहबरपुुुुर ब्लाक में पड़ने वाले संत कवलधारी इंटर कालेज बीबीपुर के प्रांगण में वीर बाल दिवस बताया गया। कार्य में मुख्य अतिथि विधानसभा परिसर सदस्य प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक रहे। कार्य क्रम का शुरुआत मां सरस्वती व शहीद शाहजादों के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित व पुष्पांजलि अर्पित कर किया। मुख्य अतिथि विद्यालय प्रांगण में लगी प्रर्दशनी का अवलोकन किया। उन्होंने ने कहा कि शाहजादों ने अपने राष्ट्र धर्म और संस्कृति के लिए अल्प आयु में अपने प्राणों की आहूति दे दी। उन्होंने ने कहा कि हम बाल दिवस तो मनाते हैं लेकिन जो सचमुच में बाल दिवस मनाया जाना चाहिए था ऐसा किसी सरकारों ने नहीं किया।आज मोदी सरकार साकार कर रही है। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद कुमार राय ने कहा कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है।इनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है। हमें इनसे प्रेरणा लेकर अपने धर्म और संस्कृति के रक्षा के लिए आगे बढ़कर काम करने की जरूरत है। जिलाध्यक्ष विनोद राजभर ने कहा कि हमें इनके बलिदान से प्रेरणा लेकर देश हित के लिए सतत् काम करने की जरूरत है। हमें इनके बलिदान से प्रेरणा लेकर राष्ट्रहित में काम करने की जरूरत है । विद्यालय की छात्राओं ने गुरु गोविंद के परिवार की आकर्षक झांकी प्रस्तुत किया। जिसे लोगों ने खूब सराहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष विनोद राजभर व संचालन पूर्व मंडल अध्यक्ष आशुतोष राय पंकज ने किया। इस अवसर पर भाजपा के वरिषठ नेता जिला महामंत्री हरीश तिवारी, नीरज तिवारी,अशोक सिंह,अजय सिंह, मनीष सिंह, धीरज तिवारी, मनोज कुमार यादव, शैलेन्द्र यादव,केशरी नारायन सिंह,अजय यादव, बृजेश राय, अजय यादव,अजय राय,लाल चंद यादव, सत्य नारायण तिवारी,शिनोद मौर्य , धीरज गिरी, पदमाकर सिंह, विद्या नन्दन भारतीय अनूप सिंह , भानु प्रताप सिंह, मनीष सिंह, बलराम तिवारी, विजय भारती, विवेक राय,शतीश राय, सर्वेश राय शैलेन्द्र कुमार राय, आदि मौजूद रहे। विधानसभा के प्रत्याशी रहे मनोज यादव ने आभार व्यक्त किया।
*माधुरी ने हॉफ मैराथन में जीत का लहराया परचम*
सुल्तानपुर जिले के धम्मौर पलिया गांव की माधुरी यादव ने हॉफ मैराथन दौड़ में जीत का परचम लहराया है। अभिनव भारत न्यास एवं कबड्डी एसोसिएशन की ओर से 14 दिसंबर 2025 को कुमारगंज कृषि विश्वविद्यालय के अटल स्टेडियम में 21 किमी की हॉफ मैराथन व 20 दिसंबर 2025 को गोंडा के जानकी नगर में पांच किमी मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया था जिसमें वह हिस्सा था लिया। विभिन्न प्रदेशों से आए खिलाड़ियों ने भाग लिया था। कृषि विश्वविद्यालय में हुई प्रतियोगिता में माधुरी यादव ने द्वितीय व गोंडा में प्रथम स्थान हासिल किया था। डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में एमपीएड की छात्रा हैं। जनपद की बेटी को सफलता हासिल होने पर पिता अयोध्या प्रसाद,प्रधान प्रतिनिधि भारत भूषण सिंह, लाल दूबे,भोले सिंह,दिलीप प्रजापति,राकेश शर्मा आदि ने खुशी जताई है।
आजमगढ़ : नहर का तटबन्ध टूटने से सैकड़ो बीघा गेंहू की फसल हुई जलमग्न , अम्बारी के पास फूलपुर रजवाहा का टूटा तटबंध
सिद्धेश्वर पाण्डेय
  व्यूरो चीफ
आजमगढ़। आजमगढ़ जिले में शारदा सहायक खण्ड 32 फूलपुर रजवाहा का तटबन्ध अम्बारी के पास टूटने से सैकड़ों बीघा गेंहू की फसल डूबने के साथ लोगो के घरों में पानी घुस गया । मंगलवार को नहर विभागीय उदासीनता की उदासीनता चलते नहर तटबन्ध न बँधाये जाने से नाराज ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए मुआवजा देने की मांग किया । शारदा सहायक खण्ड 32 के फूलपुर रजवाहा के नहर का तट बन्ध सोमवार देर रात कट गया । जिसके चलते किसानों के गेंहू,आलू ,मटर और चना की फसल डूब गयी ,और अम्बारी स्थित गैस एजेंसी और घरों में पानी घुस गया । जिससे लोगो का काफी नुकसान हो गया । मंगलवार दोपहर तक नहर विभाग के अधिकारियों को सूचना देने के बावजूद तटबन्ध न बाँधे जाने को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया । इस दौरान ग्रामीणों ने शासन और प्रशासन से मुआयजा दिए जाने की मांग किया है । तट बंध टूटने के चलते सैकड़ों बीघा गेंहू के खेत में पानी लगा हुआ है। प्रधान अम्बारी अमित जायसवाल और प्रधान सरैया प्रमोद कुमार बिन्द कहना है कि मंगलवार दोपहर तक नहर का तटबन्ध अधिकारियों की उदासीनता के चलते नही बाँधा गया है । गरीब किसानों का भारी नुकसान हुआ है । सैकड़ों बीघा गेंहू की फसल जलमग्न हो गया है । किसान तौहीद, जौवाद, शमीम ,तालिब,हमजा ,पंचम ,इमरान ,शगीर , जलीश ने मुआवजे की मांग की है। नहर विभाग के जेई राजू राजभर ने बताया कि नहर कटने की सूचना मिली है। सुल्तानपुर जनपद के मीरपुर से तकिया रजबाहा में पानी डायवर्ट करा दिया गया है। लेकिन नहर लंबी होने के कारण पानी कम होने में समय लग रहा है। जहां पर नहर की पटरी कट गई थी, उस हिस्से को मजबूत किया जाएगा।
सर्दी में मसीहा बने हजरतगंज के इंस्पेक्टर, 300 गरीबों को गर्म कंबल बांट कर बनाया खुश

लखनऊ। अक्सर पुलिस पर आलोचना होती है कि खाकी वर्दी वाले बेरहम होते हैं, लेकिन हजरतगंज के इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने इस सोच को बदल कर दिखाया कि पुलिस भी गरीब और बेसहारा लोगों की मदद के लिए तत्पर होती है।बताया जा रहा है कि दो दिन पहले इंस्पेक्टर विक्रम सिंह अपने दल-बल के साथ क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर सड़क किनारे ठिठुरते हुए गरीब लोगों पर पड़ी। कड़ाके की ठंड में कंपकंपाते बच्चों, बूढ़ों और महिलाओं को देखकर इंस्पेक्टर का दिल द्रवित हो गया।

इंस्पेक्टर विक्रम सिंह और उनकी टीम को दिल से धन्यवाद दिया

कहते हैं इंस्पेक्टर ने अपने मातहतों के साथ मिलकर करीब 350 कंबल खरीदे और उन्हें ठिठुरते हुए लोगों तक पहुँचाया। जब गरीब मजलूमों को गर्म कंबल मिले, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ठंड में ठिठुरते चेहरे खिल उठे, आंखों में चमक और आंसू दोनों थे।सड़क किनारे फुटपाथ पर बैठकर भीख मांगने वाले लोगों ने इंस्पेक्टर विक्रम सिंह और उनकी टीम को दिल से धन्यवाद दिया। कई बुजुर्ग और बच्चे कंबल पाकर राहत की सांस लेने लगे। इस दौरान इंस्पेक्टर ने कहा कि पुलिस सिर्फ कानून लागू करने के लिए नहीं, बल्कि समाज के कमजोर वर्ग की मदद करने के लिए भी है।

लोगों ने इंस्पेक्टर सहित सभी पुलिसकर्मियों को दुआएं दी

हजरतगंज और आसपास के इलाके में यह नज़ारा देखकर स्थानीय लोग भी इंस्पेक्टर के इस कदम की सराहना कर रहे हैं। अक्सर यूपी पुलिस पर नकारात्मक टिप्पणियाँ होती हैं, लेकिन इंस्पेक्टर विक्रम सिंह जैसी पहल यह दिखाती है कि पुलिस का मानवीय पहलू भी समाज में बड़े बदलाव ला सकता है।स्थानीय लोगों ने इंस्पेक्टर सहित सभी पुलिसकर्मियों को दुआएं दी और कहा कि ऐसे अधिकारी समाज के लिए मिसाल हैं। यह घटना साबित करती है कि कुछ पुलिसकर्मी अपनी कमाई का हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों के लिए खर्च कर समाज में उम्मीद की किरण बन सकते हैं।

स नेक काम ने पुलिस की छवि को एक नई पहचान दी

इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने गरीब और बेसहारा लोगों के लिए मानो खुद मसीहा बनकर सामने आए। उनके इस नेक काम ने पुलिस की छवि को एक नई पहचान दी है और यह संदेश दिया है कि कानून और मानवता दोनों साथ चल सकते हैं।

क्रिसमस, पृथ्वी पर शांति का पैगाम
–डॉ ए एफ पिंटो, चेयरमैन, रायन ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन

क्रिसमस हर साल एक कोताहल भरे सूरज की तरह आता है ,परिचित, लेकिन हमेशा आश्चर्य से भरा। दुनिया भर में रोशनी चमकने लगती है, कैरोल हवा में गूजने लगते हैं, और परिवार खुशी से इक्ठ्ठे होते हैं। सारे उत्सव और चमक-दमक के पीछे एक कहानी है जिसने सदियों से दिलों को आकार दिया है: एक अस्तबल में यीशु क्रिसमस का नम्र जन्म। क्रिसमस सिर्फ एक त्योहार नहीं है, यह एक निमंत्रण है। यह हमें रुकने, याद करने, और भगवान के प्यार के दिल को फिर से खोजने का मौका देता है। यीशु का जन्म सिर्फ एक ऐतिहासिक घटना नहीं है; यह एक दिव्य उपहार है—एक याद दिलाने वाला कि भगवान ने हमारी दुनिया में आने का फैसला किया, हमारे बीच चलने का फैसला किया, और हमारी खुशियों और दुखों को साझा करने का फैसला किया। जैसा कि बाइबल कहती है, "क्योंकि भगवान ने दुनिया को इतना प्यार किया कि उसने अपना एकमात्र पुत्र (यीशु) दिया, ताकि जो कोई भी उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, बल्कि उसे शाश्वत जीवन मिले।"
यह उपहार क्रिसमस की नींव है, हालांकि यह अक्सर सजावट, सांताक्लॉज़, और खरीददारी की सूची के उत्साह से छिप जाता है। क्रिसमस की गहरी खुशी तब उजागर होती है जब हम यीशु को अपने उत्सव के सच्चे केंद्र के रूप में पहचानते हैं, जो ठीक करने, क्षमा करने, और उन सभी को शाश्वत आशा देने आया था जो उस पर भरोसा करते हैं। एक युग में जो अक्सर अनिश्चितता और संघर्ष से चिह्नित होता है, यीशु का संदेश और भी स्पष्ट रूप से चमकता है। वह अद्भुत सलाहकार, शक्तिशाली भगवान, शाश्वत पिता, शांति का राजकुमार है। उनका जीवन हमें दीवारों के बजाय पुल बनाने, जहां निराशा है वहां आशा लाने, और जहां भी हम जाते हैं शांति के वाहक बनने का आग्रह करता है। हेलेन स्टेनर राइस ने सुंदरता से कहा था, "पृथ्वी पर शांति तब तक रहेगी, जब तक हम हर दिन क्रिसमस नहीं मनाते।"
इस क्रिसमस, आइए हम यीशु के प्रस्तावित उपहारों के लिए अपने दिल खोलें—प्यार जो ठीक करता है, खुशी जो उभारती है, और शांति जो बहाल करती है। आइए हम स्वतंत्र रूप से देने, स्वेच्छा से साझा करने, और गहराई से देखभाल करने के द्वारा क्रिसमस मनाएं।
माघ मेले की तैयारियां शुरू, महंत बलबीर गिरी जी महाराज ने शिविर के लिए किया गया भूमि पूजन

संजय द्विवेदी प्रयागराज।माघ मेले में प्रयागराज के बाघम्बरी मठ के महंत बलबीर गिरी महाराज के शिविर के लिए सोमवार को भूमि पूजन किया गया।वैदिक मन्त्रोच्चारण के साथ विधिवत पूजन-अर्चन के बाद आरती उतारी गई।भूमि पूजन के साथ ही शिविर स्थापना का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।तीन जनवरी से शुरू होने वाले माघ मेले को लेकर तैयारियां तेजी से चल रही है।एक तरफ प्रशासन तो दूसरी तरफ संतो ने शिविरो की स्थापना शुरू कर दी है।प्रयागराज के बाघम्बरी मठ के महंत बलबीर गिरी महाराज ने अक्षय वट मार्ग के पास शिविर के लिए भूमि पूजन किया।उन्होने बताया कि माघ मेले के दौरान इस शिविर के माध्यम से धार्मिक गतिविधियो का संचालन किया जाएगा।सोमवार को शिविर स्थापना से पूर्व विधि-विधान से भूमि पूजन किया गया।महंत ने बताया कि तीन जनवरी को माघ मेले का पहला स्नान पौषण पूर्णिमा के साथ शुरू होगा।वही दूसरा 15 जनवरी को मकर संक्रांति तीसरा 18 जनवरी को मौनी अमावस्या चौथा 23 जनवरी को बसंत पंचमी पांचवां एक फरवरी को माघी पूर्णिमा व आखिरी 15 फरवरी को महाशिवरात्रि को स्नान होगा।
बेसहारा जानवरों के गाले में दो दर्जन से अधिक रेडियम बेल्ट लगाने का कार्य किया गया*
सुल्तानपुर,कटका क्लब सामाजिक संस्था ने रात्रि भ्रमण कर के बेसहारा जानवरों के गाले में दो दर्जन से अधिक रेडियम बेल्ट लगाने का कार्य किया। संस्था अध्यक्ष सौरभ मिश्र विनम्र के नेतृत्व में उन्होंने बताया कि वाहन की लाइट पड़ते ही बेल्ट चमक उठे और चालक सतर्क होकर दुर्घटना से बच सकें। यह बेल्ट मवेशियों की जान बचाने और सड़क हादसों को रोकने का एक प्रभावी तरीका है। यह एक सामाजिक पहल है जो लोगों को पशु कल्याण और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करती है. इस मौके पर बृजेन्द्र मिश्र ने बताया कि रेडियम बेल्ट वाहन की हेडलाइट या अन्य रोशनी पड़ने पर चमकती है, जिससे अंधेरे में भी मवेशी स्पष्ट दिखाई देते हैं। कथा वाचक शनि मिश्र ने बताया कि यह चमक वाहन चालकों को पहले ही सचेत करती है कि सड़क पर कोई जानवर है, जिससे वे अपनी गाड़ी की रफ्तार कम कर सकते हैं और दुर्घटना टाल सकते हैं। यह चमक वाहन चालकों को पहले ही सचेत करती है कि सड़क पर कोई जानवर है, जिससे वे अपनी गाड़ी की रफ्तार कम कर सकते हैं और दुर्घटना टाल सकते हैं। इस मौके पर संस्था से जुड़े लोग उपस्थित रहे।
24 साल बाद जिंदा लौटे ‘मृत’ माने गए बुजुर्ग, औरंगाबाद से लापता रामप्रवेश महतो जालंधर के वृद्धाश्रम में मिले

,औरंगाबाद (बिहार)। नियति कब क्या मोड़ ले ले, यह कोई नहीं जानता। औरंगाबाद जिले के भोपतपुर गांव से वर्ष 2001 में लापता हुए रामप्रवेश महतो जिंदा हैं और पंजाब के जालंधर स्थित एक वृद्धाश्रम में सुरक्षित मिले हैं। 24 वर्षों से अपने परिवार से बिछड़े रामप्रवेश महतो अब अपने गांव लौट रहे हैं। रविवार को उनके घर पहुंचने की संभावना है, जहां स्वागत की तैयारियां जोरों पर हैं।

पूर्व मुखिया संतोष कुशवाहा के पिता रामप्रवेश महतो वर्ष 2001 में प्रयागराज कुंभ मेला में स्नान करने के लिए घर से निकले थे। इसके बाद वे वापस नहीं लौटे। परिजनों ने रिश्तेदारियों और संभावित स्थानों पर वर्षों तक खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। धीरे-धीरे उम्मीदें टूटती चली गईं और परिवार ने उन्हें मृत मान लिया।

वर्ष 2009 में रामप्रवेश महतो की पत्नी जसवा देवी का निधन हो गया। सामाजिक परंपराओं के अनुसार, परिजनों ने उन्हें भी मृत मानते हुए पत्नी के साथ रामप्रवेश महतो का पुतला बनाकर दाह संस्कार कर दिया। उस समय किसी को यह अंदाजा भी नहीं था कि वे सैकड़ों किलोमीटर दूर जालंधर में जीवित हैं और एक वृद्धाश्रम में जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

यह चमत्कार कुछ दिन पूर्व तब सामने आया जब औरंगाबाद जिले का एक ट्रक चालक पंजाब के जालंधर स्थित इससेबल गांव पहुंचा। वहां वृद्धाश्रम के संचालक महंत जिंदर मानसिंह ने एक बुजुर्ग के बारे में बताया, जो मगही भाषा में अपने गांव, परिजनों और आसपास के क्षेत्रों का नाम लेते रहते थे। ट्रक चालक ने जब बातचीत की तो बुजुर्ग ने भोपतपुर और आसपास के कई गांवों के नाम सटीक बताए। इसके बाद वृद्धाश्रम संचालक ने गूगल की मदद से इलाके के जनप्रतिनिधियों का नंबर निकाला। एक सरपंच के माध्यम से 23 दिसंबर को पूर्व मुखिया संतोष कुशवाहा से संपर्क हुआ। पिता के जीवित होने की खबर सुनते ही संतोष कुशवाहा भावुक हो गए और साथियों के साथ तुरंत जालंधर रवाना हो गए।

शुक्रवार को वृद्धाश्रम में 24 साल बाद पिता-पुत्र का मिलन हुआ। दोनों की आंखें भर आईं। संतोष कुशवाहा ने कहा कि वर्ष 2016 में जब वे मुखिया बने, तब पिता उनके साथ नहीं थे, जिसका उन्हें हमेशा मलाल रहा। आज उनसे मिलना जीवन की सबसे बड़ी खुशी है। इस असंभव से लगने वाले पुनर्मिलन में ट्रक चालक की भूमिका अहम रही, जिनकी संवेदनशीलता ने एक परिवार को फिर से जोड़ दिया।

Mirzapur : कठिन परस्थितियों में श्रम करने वाले श्रमिकों के अधिकारों के लिए संघर्षरत है माकू यूनियन: राजेश दूबे
मिर्जापुर असंगठित कामगाार यूनियन के बैनर तले श्रमिकों का हुआ आह्वान
अन्याय और अधिकार के प्रति एक जुट हो श्रमिक

मीरजापुर, 27 दिसंबर 2025। समाज के नवनिर्माण में मजदूरों की अहम भूमिका होती है जिसको हम कदापि नकार नहीं सकते। ऊंचे आवासीय भवनों से लेकर चमचमाती सड़कों, खदानों, क्रेशर प्लाटों, बुलंद इमारतें, छोटे-बड़े कल कारखानों में इन्हीं मजदूरों के पसीने बहते हैं।

जिनके बदौलत देश और समाज का चहूंमुखी विकास सुनिश्चित होता है, दिन रात पसीना बहा कर श्रम करने वाला श्रमिक देखा जाए तो आज काफी तादात में उपेक्षित होता आया है।हालांकि सरकार ने इनके जनकल्याण के लिए तमाम श्रमिक हितकारी योजनाएं लागू की है, लेकिन देखने में आता है कि कहीं-कहीं यह योजनाएं अपने पथ से भटक कर भ्रष्टाचार और बिचौलियों की भेंट चढ़ जा रही हैं। उक्त बातें मिर्जापुर असंगठित कामगार यूनियन के बैनर तले मुहंकुचवा स्थित कान्हा श्याम मैरिज लॉन में आम सभा की आयोजित बैठक में उपस्थित जिले के कोने-कोने से आए श्रमिक बंधुओं को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने व्यक्त किए।

यूनियन के अध्यक्ष एडवोकेट राजेश दुबे ने कहा श्रमिक हितों की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं होगी।
  मिर्ज़ापुर असंगठित कामगार यूनियन मजदूरों के मुद्दों पर गंभीरता और पूरी मजबूती के साथ लड़ाई लड़ता आया है, आगे भी यह संगठन मजदूरों के हक अधिकारों के लिए संघर्षरत रहेगा। महामंत्री मंगल तिवारी ने जोर देते हुए कहा कि मिर्ज़ापुर असंगठित कामगार यूनियन अपने स्थापना काल से ही मजदूरों के साथ खड़ा होता आया है, कई मामलों में संघठन ने पीड़ित मजदूरों को न्याय और आर्थिक सहायता राशि के साथ उनके खून पसीने की मेहनत राशि भी दिलाने का काम किया है।

उपाध्यक्ष विनोद सिंह, संयुक्त मंत्री, देवेंद्र पांडेय, अनिता देवी, राम आसरे बिन्द, वरिष्ठ पत्रकार प्रभात मिश्रा, सुशील कुमार पांडेय, कमलेश चौहान, पूर्व कर्मचारी नेता लल्लू तिवारी इत्यादि ने भी श्रमिक बंधुओं को संबोधित करते हुए मनरेगा, भट्ठा मजदूर, पीतल बर्तन, कालीन, खनन से लेकर अन्न कई मामले एवं श्रमिकहित में संचालित योजनाओं पर चर्चा करते हुए जानकारियां दी गयी।

इस अवसर पर अध्यक्ष राजेश कुमार दुबे, महामंत्री मंगल तिवारी,उपाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, संगठन मंत्री वीरेंद्र कुमार संयुक्त मंत्री सविता सरोज, कोषाध्यक्ष सूरज प्रसाद अनीता देवी, देवेंद्र पांडे मान सिंह यादव, दिलीप गौड़, राघवेन्द्र सिंह,पप्पू कुशवाहा, अभिमन्यु चौहान, गौतम, सत्या आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन राजेन्द्र तिवारी उर्फ लल्लू तिवारी ने मजदूरो की व्यथा पर आधारित अपनी कविता के माध्यम से करते हुए श्रमिक हितो पर प्रकाश डाला। अंत में यूनियन के महामंत्री मंगल तिवारी ने सभी के प्रति आभार प्रकट करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
वीर बाल दिवस पर कलेक्ट्रेट सभागार में हुआ श्रद्धांजलि कार्यक्रम, बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए
फर्रुखाबाद l सिक्खों के दसवें गुरु, श्री गुरु गोविन्द सिंह जी के वीर साहिबजादों—श्री जोरावर सिंह जी एवं श्री फतेह सिंह जी—की शहादत की स्मृति में 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस कार्यक्रम का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद मुकेश राजपूत, जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक आरती सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अरविंद कुमार गौड़, अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह तथा जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार तिवारी द्वारा वीर साहिबजादों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल चंद्र द्वारा अतिथियों का स्वागत एवं कार्यक्रम की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की,इस दौरान सांसद मुकेश राजपूत ने गुरु गोविन्द सिंह जी के वीर सपूतों के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस प्रकार उन्होंने धर्म की रक्षा हेतु अल्पायु में ही अपने प्राणों का बलिदान दे दिया तथा धर्मांतरण को अस्वीकार किया। उन्होंने कहा कि ऐसे असंख्य वीरों, माताओं, बहनों और बुजुर्गों के बलिदान से ही भारत राष्ट्र का निर्माण हुआ है।
जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने साहिबजादों के चमकौर युद्ध एवं उनके अद्वितीय साहस का उल्लेख करते हुए कहा कि देश और धर्म के प्रति समर्पण की भावना से प्रेरित होकर उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने कहा कि यह बलिदान सदैव देशवासियों के हृदय में स्मरणीय रहेगा।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित वीर बाल दिवस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण भी देखा गया। तत्पश्चात सभी उपस्थितजनों द्वारा सामूहिक रूप से वंदे मातरम् का गायन किया गया।
कक्षा 8 की छात्रा मानसी, मन्नत सिंह तथा कक्षा 12 की छात्रा आज्ञा मैविश, निहारिका दीक्षित, तान्या, स्नेहा गंगवार एवं किरण दुबे द्वारा वीर बाल दिवस के अवसर पर भाषण एवं गीत प्रस्तुत किए गए।
वीर बाल दिवस सप्ताह के अंतर्गत माध्यमिक एवं बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी छात्र-छात्राओं, खेल प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों तथा ताइक्वांडो में गोल्ड व सिल्वर पदक प्राप्त करने वाली बेटियों को उपहार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन संरक्षण अधिकारी सचिन सिंह द्वारा किया गया। इस मौके पर परियोजना निदेशक कपिल कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक नरेन्द्र पाल सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव सहित जिला प्रोबेशन कार्यालय के समस्त कार्मिक उपस्थित रहे।
आजमगढ़: भारतीय जनता पार्टी द्वारा तहबरपुुुुर में मनाया गया वीर बाल दिवस
राष्ट्र धर्म संस्कृति के रक्षा के लिए प्राणो की आहूति देने शाहबादो से प्रेरणा देने की जरूरत - विजय बहादुर पाठक

जमगढ़। भारतीय जनता पार्टी द्वारा क्षेत्र के संत कवलधारी दास इंटर कालेज बीबीपुर के प्रांगण में वीर बाल दिवस मनाया गया। वीर बाल दिवस पर वक्ताओं ने उनकी शहादत को याद किया। भारतीय जनता पार्टी द्वारा तहबरपुुुुर ब्लाक में पड़ने वाले संत कवलधारी इंटर कालेज बीबीपुर के प्रांगण में वीर बाल दिवस बताया गया। कार्य में मुख्य अतिथि विधानसभा परिसर सदस्य प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक रहे। कार्य क्रम का शुरुआत मां सरस्वती व शहीद शाहजादों के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित व पुष्पांजलि अर्पित कर किया। मुख्य अतिथि विद्यालय प्रांगण में लगी प्रर्दशनी का अवलोकन किया। उन्होंने ने कहा कि शाहजादों ने अपने राष्ट्र धर्म और संस्कृति के लिए अल्प आयु में अपने प्राणों की आहूति दे दी। उन्होंने ने कहा कि हम बाल दिवस तो मनाते हैं लेकिन जो सचमुच में बाल दिवस मनाया जाना चाहिए था ऐसा किसी सरकारों ने नहीं किया।आज मोदी सरकार साकार कर रही है। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद कुमार राय ने कहा कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है।इनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है। हमें इनसे प्रेरणा लेकर अपने धर्म और संस्कृति के रक्षा के लिए आगे बढ़कर काम करने की जरूरत है। जिलाध्यक्ष विनोद राजभर ने कहा कि हमें इनके बलिदान से प्रेरणा लेकर देश हित के लिए सतत् काम करने की जरूरत है। हमें इनके बलिदान से प्रेरणा लेकर राष्ट्रहित में काम करने की जरूरत है । विद्यालय की छात्राओं ने गुरु गोविंद के परिवार की आकर्षक झांकी प्रस्तुत किया। जिसे लोगों ने खूब सराहा। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष विनोद राजभर व संचालन पूर्व मंडल अध्यक्ष आशुतोष राय पंकज ने किया। इस अवसर पर भाजपा के वरिषठ नेता जिला महामंत्री हरीश तिवारी, नीरज तिवारी,अशोक सिंह,अजय सिंह, मनीष सिंह, धीरज तिवारी, मनोज कुमार यादव, शैलेन्द्र यादव,केशरी नारायन सिंह,अजय यादव, बृजेश राय, अजय यादव,अजय राय,लाल चंद यादव, सत्य नारायण तिवारी,शिनोद मौर्य , धीरज गिरी, पदमाकर सिंह, विद्या नन्दन भारतीय अनूप सिंह , भानु प्रताप सिंह, मनीष सिंह, बलराम तिवारी, विजय भारती, विवेक राय,शतीश राय, सर्वेश राय शैलेन्द्र कुमार राय, आदि मौजूद रहे। विधानसभा के प्रत्याशी रहे मनोज यादव ने आभार व्यक्त किया।
*माधुरी ने हॉफ मैराथन में जीत का लहराया परचम*
सुल्तानपुर जिले के धम्मौर पलिया गांव की माधुरी यादव ने हॉफ मैराथन दौड़ में जीत का परचम लहराया है। अभिनव भारत न्यास एवं कबड्डी एसोसिएशन की ओर से 14 दिसंबर 2025 को कुमारगंज कृषि विश्वविद्यालय के अटल स्टेडियम में 21 किमी की हॉफ मैराथन व 20 दिसंबर 2025 को गोंडा के जानकी नगर में पांच किमी मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया था जिसमें वह हिस्सा था लिया। विभिन्न प्रदेशों से आए खिलाड़ियों ने भाग लिया था। कृषि विश्वविद्यालय में हुई प्रतियोगिता में माधुरी यादव ने द्वितीय व गोंडा में प्रथम स्थान हासिल किया था। डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में एमपीएड की छात्रा हैं। जनपद की बेटी को सफलता हासिल होने पर पिता अयोध्या प्रसाद,प्रधान प्रतिनिधि भारत भूषण सिंह, लाल दूबे,भोले सिंह,दिलीप प्रजापति,राकेश शर्मा आदि ने खुशी जताई है।
आजमगढ़ : नहर का तटबन्ध टूटने से सैकड़ो बीघा गेंहू की फसल हुई जलमग्न , अम्बारी के पास फूलपुर रजवाहा का टूटा तटबंध
सिद्धेश्वर पाण्डेय
  व्यूरो चीफ
आजमगढ़। आजमगढ़ जिले में शारदा सहायक खण्ड 32 फूलपुर रजवाहा का तटबन्ध अम्बारी के पास टूटने से सैकड़ों बीघा गेंहू की फसल डूबने के साथ लोगो के घरों में पानी घुस गया । मंगलवार को नहर विभागीय उदासीनता की उदासीनता चलते नहर तटबन्ध न बँधाये जाने से नाराज ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए मुआवजा देने की मांग किया । शारदा सहायक खण्ड 32 के फूलपुर रजवाहा के नहर का तट बन्ध सोमवार देर रात कट गया । जिसके चलते किसानों के गेंहू,आलू ,मटर और चना की फसल डूब गयी ,और अम्बारी स्थित गैस एजेंसी और घरों में पानी घुस गया । जिससे लोगो का काफी नुकसान हो गया । मंगलवार दोपहर तक नहर विभाग के अधिकारियों को सूचना देने के बावजूद तटबन्ध न बाँधे जाने को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया । इस दौरान ग्रामीणों ने शासन और प्रशासन से मुआयजा दिए जाने की मांग किया है । तट बंध टूटने के चलते सैकड़ों बीघा गेंहू के खेत में पानी लगा हुआ है। प्रधान अम्बारी अमित जायसवाल और प्रधान सरैया प्रमोद कुमार बिन्द कहना है कि मंगलवार दोपहर तक नहर का तटबन्ध अधिकारियों की उदासीनता के चलते नही बाँधा गया है । गरीब किसानों का भारी नुकसान हुआ है । सैकड़ों बीघा गेंहू की फसल जलमग्न हो गया है । किसान तौहीद, जौवाद, शमीम ,तालिब,हमजा ,पंचम ,इमरान ,शगीर , जलीश ने मुआवजे की मांग की है। नहर विभाग के जेई राजू राजभर ने बताया कि नहर कटने की सूचना मिली है। सुल्तानपुर जनपद के मीरपुर से तकिया रजबाहा में पानी डायवर्ट करा दिया गया है। लेकिन नहर लंबी होने के कारण पानी कम होने में समय लग रहा है। जहां पर नहर की पटरी कट गई थी, उस हिस्से को मजबूत किया जाएगा।
सर्दी में मसीहा बने हजरतगंज के इंस्पेक्टर, 300 गरीबों को गर्म कंबल बांट कर बनाया खुश

लखनऊ। अक्सर पुलिस पर आलोचना होती है कि खाकी वर्दी वाले बेरहम होते हैं, लेकिन हजरतगंज के इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने इस सोच को बदल कर दिखाया कि पुलिस भी गरीब और बेसहारा लोगों की मदद के लिए तत्पर होती है।बताया जा रहा है कि दो दिन पहले इंस्पेक्टर विक्रम सिंह अपने दल-बल के साथ क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर सड़क किनारे ठिठुरते हुए गरीब लोगों पर पड़ी। कड़ाके की ठंड में कंपकंपाते बच्चों, बूढ़ों और महिलाओं को देखकर इंस्पेक्टर का दिल द्रवित हो गया।

इंस्पेक्टर विक्रम सिंह और उनकी टीम को दिल से धन्यवाद दिया

कहते हैं इंस्पेक्टर ने अपने मातहतों के साथ मिलकर करीब 350 कंबल खरीदे और उन्हें ठिठुरते हुए लोगों तक पहुँचाया। जब गरीब मजलूमों को गर्म कंबल मिले, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ठंड में ठिठुरते चेहरे खिल उठे, आंखों में चमक और आंसू दोनों थे।सड़क किनारे फुटपाथ पर बैठकर भीख मांगने वाले लोगों ने इंस्पेक्टर विक्रम सिंह और उनकी टीम को दिल से धन्यवाद दिया। कई बुजुर्ग और बच्चे कंबल पाकर राहत की सांस लेने लगे। इस दौरान इंस्पेक्टर ने कहा कि पुलिस सिर्फ कानून लागू करने के लिए नहीं, बल्कि समाज के कमजोर वर्ग की मदद करने के लिए भी है।

लोगों ने इंस्पेक्टर सहित सभी पुलिसकर्मियों को दुआएं दी

हजरतगंज और आसपास के इलाके में यह नज़ारा देखकर स्थानीय लोग भी इंस्पेक्टर के इस कदम की सराहना कर रहे हैं। अक्सर यूपी पुलिस पर नकारात्मक टिप्पणियाँ होती हैं, लेकिन इंस्पेक्टर विक्रम सिंह जैसी पहल यह दिखाती है कि पुलिस का मानवीय पहलू भी समाज में बड़े बदलाव ला सकता है।स्थानीय लोगों ने इंस्पेक्टर सहित सभी पुलिसकर्मियों को दुआएं दी और कहा कि ऐसे अधिकारी समाज के लिए मिसाल हैं। यह घटना साबित करती है कि कुछ पुलिसकर्मी अपनी कमाई का हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों के लिए खर्च कर समाज में उम्मीद की किरण बन सकते हैं।

स नेक काम ने पुलिस की छवि को एक नई पहचान दी

इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने गरीब और बेसहारा लोगों के लिए मानो खुद मसीहा बनकर सामने आए। उनके इस नेक काम ने पुलिस की छवि को एक नई पहचान दी है और यह संदेश दिया है कि कानून और मानवता दोनों साथ चल सकते हैं।

क्रिसमस, पृथ्वी पर शांति का पैगाम
–डॉ ए एफ पिंटो, चेयरमैन, रायन ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन

क्रिसमस हर साल एक कोताहल भरे सूरज की तरह आता है ,परिचित, लेकिन हमेशा आश्चर्य से भरा। दुनिया भर में रोशनी चमकने लगती है, कैरोल हवा में गूजने लगते हैं, और परिवार खुशी से इक्ठ्ठे होते हैं। सारे उत्सव और चमक-दमक के पीछे एक कहानी है जिसने सदियों से दिलों को आकार दिया है: एक अस्तबल में यीशु क्रिसमस का नम्र जन्म। क्रिसमस सिर्फ एक त्योहार नहीं है, यह एक निमंत्रण है। यह हमें रुकने, याद करने, और भगवान के प्यार के दिल को फिर से खोजने का मौका देता है। यीशु का जन्म सिर्फ एक ऐतिहासिक घटना नहीं है; यह एक दिव्य उपहार है—एक याद दिलाने वाला कि भगवान ने हमारी दुनिया में आने का फैसला किया, हमारे बीच चलने का फैसला किया, और हमारी खुशियों और दुखों को साझा करने का फैसला किया। जैसा कि बाइबल कहती है, "क्योंकि भगवान ने दुनिया को इतना प्यार किया कि उसने अपना एकमात्र पुत्र (यीशु) दिया, ताकि जो कोई भी उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, बल्कि उसे शाश्वत जीवन मिले।"
यह उपहार क्रिसमस की नींव है, हालांकि यह अक्सर सजावट, सांताक्लॉज़, और खरीददारी की सूची के उत्साह से छिप जाता है। क्रिसमस की गहरी खुशी तब उजागर होती है जब हम यीशु को अपने उत्सव के सच्चे केंद्र के रूप में पहचानते हैं, जो ठीक करने, क्षमा करने, और उन सभी को शाश्वत आशा देने आया था जो उस पर भरोसा करते हैं। एक युग में जो अक्सर अनिश्चितता और संघर्ष से चिह्नित होता है, यीशु का संदेश और भी स्पष्ट रूप से चमकता है। वह अद्भुत सलाहकार, शक्तिशाली भगवान, शाश्वत पिता, शांति का राजकुमार है। उनका जीवन हमें दीवारों के बजाय पुल बनाने, जहां निराशा है वहां आशा लाने, और जहां भी हम जाते हैं शांति के वाहक बनने का आग्रह करता है। हेलेन स्टेनर राइस ने सुंदरता से कहा था, "पृथ्वी पर शांति तब तक रहेगी, जब तक हम हर दिन क्रिसमस नहीं मनाते।"
इस क्रिसमस, आइए हम यीशु के प्रस्तावित उपहारों के लिए अपने दिल खोलें—प्यार जो ठीक करता है, खुशी जो उभारती है, और शांति जो बहाल करती है। आइए हम स्वतंत्र रूप से देने, स्वेच्छा से साझा करने, और गहराई से देखभाल करने के द्वारा क्रिसमस मनाएं।
माघ मेले की तैयारियां शुरू, महंत बलबीर गिरी जी महाराज ने शिविर के लिए किया गया भूमि पूजन

संजय द्विवेदी प्रयागराज।माघ मेले में प्रयागराज के बाघम्बरी मठ के महंत बलबीर गिरी महाराज के शिविर के लिए सोमवार को भूमि पूजन किया गया।वैदिक मन्त्रोच्चारण के साथ विधिवत पूजन-अर्चन के बाद आरती उतारी गई।भूमि पूजन के साथ ही शिविर स्थापना का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।तीन जनवरी से शुरू होने वाले माघ मेले को लेकर तैयारियां तेजी से चल रही है।एक तरफ प्रशासन तो दूसरी तरफ संतो ने शिविरो की स्थापना शुरू कर दी है।प्रयागराज के बाघम्बरी मठ के महंत बलबीर गिरी महाराज ने अक्षय वट मार्ग के पास शिविर के लिए भूमि पूजन किया।उन्होने बताया कि माघ मेले के दौरान इस शिविर के माध्यम से धार्मिक गतिविधियो का संचालन किया जाएगा।सोमवार को शिविर स्थापना से पूर्व विधि-विधान से भूमि पूजन किया गया।महंत ने बताया कि तीन जनवरी को माघ मेले का पहला स्नान पौषण पूर्णिमा के साथ शुरू होगा।वही दूसरा 15 जनवरी को मकर संक्रांति तीसरा 18 जनवरी को मौनी अमावस्या चौथा 23 जनवरी को बसंत पंचमी पांचवां एक फरवरी को माघी पूर्णिमा व आखिरी 15 फरवरी को महाशिवरात्रि को स्नान होगा।
बेसहारा जानवरों के गाले में दो दर्जन से अधिक रेडियम बेल्ट लगाने का कार्य किया गया*
सुल्तानपुर,कटका क्लब सामाजिक संस्था ने रात्रि भ्रमण कर के बेसहारा जानवरों के गाले में दो दर्जन से अधिक रेडियम बेल्ट लगाने का कार्य किया। संस्था अध्यक्ष सौरभ मिश्र विनम्र के नेतृत्व में उन्होंने बताया कि वाहन की लाइट पड़ते ही बेल्ट चमक उठे और चालक सतर्क होकर दुर्घटना से बच सकें। यह बेल्ट मवेशियों की जान बचाने और सड़क हादसों को रोकने का एक प्रभावी तरीका है। यह एक सामाजिक पहल है जो लोगों को पशु कल्याण और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करती है. इस मौके पर बृजेन्द्र मिश्र ने बताया कि रेडियम बेल्ट वाहन की हेडलाइट या अन्य रोशनी पड़ने पर चमकती है, जिससे अंधेरे में भी मवेशी स्पष्ट दिखाई देते हैं। कथा वाचक शनि मिश्र ने बताया कि यह चमक वाहन चालकों को पहले ही सचेत करती है कि सड़क पर कोई जानवर है, जिससे वे अपनी गाड़ी की रफ्तार कम कर सकते हैं और दुर्घटना टाल सकते हैं। यह चमक वाहन चालकों को पहले ही सचेत करती है कि सड़क पर कोई जानवर है, जिससे वे अपनी गाड़ी की रफ्तार कम कर सकते हैं और दुर्घटना टाल सकते हैं। इस मौके पर संस्था से जुड़े लोग उपस्थित रहे।