/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png StreetBuzz बिहार में जंगलराज से जीरो Repoll तक, 30 सालों में कैसे बदलता गया राज्य का चुनाव? Bihar
बिहार में जंगलराज से जीरो Repoll तक, 30 सालों में कैसे बदलता गया राज्य का चुनाव?

बिहार चुनाव के आज नतीजे का दिन है. 243 विधानसभा सीटों पर वोटों की गिनती जारी है. सरकार किसकी बनेगी, ये फाइनल आंकड़ा आने के बाद साफ होगा, फिलहाल एनडीए ने रुझानों में बढ़त बना ली है. एनडीए का सत्ता में बने रहना अपने आप में एक रिकॉर्ड कहलाएगा. वहीं चुनाव आयोग का कहना है कि इस बार बिहार चुनाव में एक नया रिकॉर्ड बन गया है. पिछले तीस साल में यह पहला मौका है कि बिहार में मतदान के दौरान हिंसा नहीं हुई है. इस बार बिहार चुनाव में पहली बार कई सुधार भी किए गए थे. हिंसा मुक्त मतदान की एक बड़ी वजह यह भी है.

साल 1985 से 2005 के दौर को बीजेपी और जेडीयू जंगलराज बताती रही है. हिंसा और पुनर्मतदान बिहार चुनाव की पहचान बन गया था लेकिन 2025 के विधानसभा चुनाव के दोनों चरणों के दौरान कोई हिंसा देखने को नहीं मिली. और यही वजह है कि बिहार में इस बार शांतिपूर्ण मतदान हुआ. 243 सीटों में से एक भी सीट पर री-पोल यानी दोबारा मतदान कराने की नौबत नहीं आई. चुनाव आयोग इसे अपने लिए बड़ी उपलब्धि मान रहा है.

SIR पर खूब हंगामा भी हुआ

जाहिर है चुनाव आयोग ने बिहार में एक नया रिकॉर्ड बना लिया है. पिछले तीस साल में पहली बार किसी भी बूथ से हिंसा की कोई बड़ी खबर नहीं आई. हालांकि मतदान से पहले बिहार में खूब हंगामा हुआ. एसआईआर यानी मतदाता सूची शुद्धिकरण को लेकर चुनाव आयोग को बिहार में विपक्षी दलों का जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा था. मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया. तमाम आरोपों के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस करके अपना पक्ष रखा. एसआईआर से मतदान में गड़बड़ी की आशंका जताई गई थी. वहीं चुनाव आयोग के मुताबिक, यह पहला चुनाव है जो पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा. दोनों ही चरणों के मतदान में कहीं हिंसा या तोड़फोड़ नहीं हुई.

बिहार चुनाव में हिंसा आम बात

बिहार में चुनाव के दौरान पहले हिंसा आम बात थी. हिंसा के चलते मतदान रद्द भी होते रहे हैं. चुनावी हिंसा में लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है. चुनाव आयोग के आंकड़ों पर गौर करें तो 1985 के विधानसभा चुनाव में जमकर हिंसा हुई थी. इस दौरान 63 लोगों की मौत हुई थी. चुनाव आयोग को 156 पोलिंग बूथों पर दोबारा मतदान करवाना पड़ा था. वहीं साल 1990 के विधानसभा चुनाव में भी खूब हिंसा हुई. इस दौरान 87 लोगों की मौत हो गई. 1990 में ही लालू प्रसाद यादव पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने.

1995 में टीएन शेषन ने दिखाई सख्ती

बिहार चुनाव के इतिहास के पन्ने पलटें तो साल 1995 का विधानसभा चुनाव कई मायनों में सबसे यादगार था. इस साल चुनाव के ऐलान के बाद पूरे राज्य में जमकर हिंसा हुई थी. मतदान के दौरान जमकर गड़बड़ियां हुईं. ज्यादातर बूथों पर बवाल, हिंसा हुई थी. हालात को देखते हुए तत्कालीन मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन को एक दो बार नहीं बल्कि चार बार चुनाव को टालना पड़ा था. यह साल बिहार के लिए बहुत ही अराजकता वाला साल था. टीएन शेषन ने जिस तरह से सख्ती दिखाई, उससे उनकी साफ सुथरी छवि निखर कर सामने आई. उन्हें एक सशक्त चुनाव आयुक्त के तौर पर गिना गया. आज भी गिना जाता है.

2005 से नीतीश हर चुनाव में सीएम

हालांकि इसके बाद भी बिहार विधानसभा के चुनाव में हिंसा बदस्तूर जारी रही. साल 2000 में हुए विधानसभा चुनाव में भी छिटपुट हिंसा दर्ज की गई थी. इसके बाद 2005 के विधानसभा चुनाव भी हिंसा मुक्त नहीं रहा. इस साल दो बार चुनाव हुए थे. पहले फरवरी-मार्च के दौरान और दूसरा अक्टूबर-नवंबर के दौरान. अक्टूबर-नवंबर में हुए मतदान के बाद से ही हर चुनाव में बिहार में नीतीश कुमार लगातार मुख्यमंत्री चुने जा रहे हैं. हालांकि इस चुनाव में भी बिहार में हिंसा और चुनावी गड़बड़ियों की शिकायतें सामने थीं. जिसके चलते 660 बूथों पर दोबारा मतदान कराया गया था.

बिहार में मतों की गिनती जारी, शुरुआती रुझानों में बीजेपी को बढ़त

#biharelectionresults_2025

बिहार विधानसभा चुनाव में दो चरण में मतदान के के बाद नई सरकार चुनने के लिए कुछ ही देर में वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। मतगणना के बाद यह तय हो जाएगा कि अगले पांच साल तक बिहार में सीएम की कुर्सी पर कौन बैठेगा।

रुझानों में बीजेपी आगे

चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक शुरूआती रुझानों में बीजेपी आगे चल रही है। चुनाव आयोग की साइट पर जारी आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी 28 सीटों पर बढ़त बने हुए है। जेडीयू 20 सीटों पर आगे है। वहीं, आरजेडी 17 और कांग्रेस 3 सीटों पर आगे चल रही है।

कौन कितनी सीटों पर आगेः

Party Won Leading Total

Bharatiya Janata Party - BJP 0 28 28

Janata Dal (United) - JD(U) 0 20 20

Rashtriya Janata Dal - RJD 0 17 17

Lok Janshakti Party (Ram Vilas) - LJPRV 0 7 7

Indian National Congress - INC 0 3 3

Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) - CPI(ML)(L) 0 1 1

The Plurals Party - TPLRSP 0 1 1

Hindustani Awam Morcha (Secular) - HAMS 0 1 1

Total 0 78 78

Bihar Election 2025 Results update; बिहार चुनाव के शुरुआती रुझानों में NDA आगे, महागठबंधन पिछड़ा


बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए वोटों की गिनती शुरू हो गई है. बैलेट पेपर की गिनती के बाद अब ईवीएम से वोटों की गणना जारी है. शुरुआती रुझानों में एनडीए ने महागठबंधन पर बढ़त बना ली है.

उपलब्ध जानकारी के अनुसार, एनडीए 70 सीटों पर आगे चल रहा है, जबकि महागठबंधन 41 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. दलों के हिसाब से देखें तो भारतीय जनता पार्टी 35 सीटों पर, राष्ट्रीय जनता दल 33 सीटों पर और जनता दल यूनाइटेड 30 सीटों पर आगे है. कांग्रेस 3 और लोक जनशक्ति पार्टी 3 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं.

बिहार में इस बार किसकी सरकार? वोटों की गिनती शुरू, सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती जारी

#biharelectionresults_2025

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना शुरू हो गई है और कुछ ही देर में रुझान मिलने शुरू हो जाएंगे। राज्य के 38 जिलों के सभी 243 निर्वाचन क्षेत्रों के उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आज होगा। दोपहर तक साफ हो जाएगा कि बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बन रही है या फिर बिहार की जनता ने बदलाव के लिए वोट किया है और तेजस्वी यादव सत्ता संभालेंगे।

सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती

बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती हो रही है। कुछ देर में अलग-अलग सीटों से शुरुआती रुझान मिलने शुरू हो जाएंगे। लोगों की नजर राघोपुर, तारापुर, सीवान से लेकर महुआ विधानसभा सीट पर लगी हुई है।

एनडीए और महागठबंधन के बीच महामुकाबला

बिहार चुनाव में, मुकाबला मुख्य रूप से जनता दल-यूनाइटेड के नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और राजद के तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले विपक्षी महागठबंधन के बीच है। इस बार प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (जेएसपी) की मौजूदगी कई सीटों पर चुनाव नतीजों को प्रभावित कर सकती है।

बिहार चुनावः अंतिम चरण में 20 जिलों की 122 सीटों पर मतदान शुरू, दिल्ली धमाके के बढ़ाई गई सतर्कता

#bihar  _

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। आज 20 जिलों की 122 सीटों पर शुरू चुका है। वोटिंग के लिए 45339 मतदान केंद्र बनाएं गए हैं। निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए पूरे राज्य में 4 लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। वहीं, देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार शाम हुए धमाके के बाद अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।

बिहार में आज इन जिलों में वोटिंग

बिहार में आज गयाजी, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद, नवादा, भागलपुर, बांका, जमुई, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, पूर्णिया, अररिया, कटिहार, किशनगंज, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण में वोटिंग की जा रही है।

दिल्ली विस्फोट के बाद हो रही वोटिंग

सोमवार शाम को दिल्ली में लाल किले के पास हुए विस्फोट के बाद बिहार में अंतिम चरण के लिए वोट डाले जा रहे हैं। ऐसे में बिहार पुलिस ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। डीजीपी विनय कुमार ने सभी एसपी को संवेदनशील इलाकों, मतदान केंद्रों, रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर सुरक्षा कड़ी करने का निर्देश दिया है। सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह चौकन्नी हैं। डीजीपी ने बताया कि केंद्रीय बलों और राज्य पुलिस की संयुक्त टीमें गश्त बढ़ा रही हैं। सीमा क्षेत्रों और नक्सल प्रभावित इलाकों में ड्रोन से निगरानी की जा रही है। 

4003 बूथें अतिसंविदनशील घोषित

दूसरे चरण के मतदान के लिए 45339 मतदान केंद्र बनाएं गए हैं। इनमें से 4109 बूथों को संवेदनशील बनाया गया है। इसमें 4003 अतिसंविदनशील बूथ घोषित हैं। यहां पर चार बजे तक मतदान होगा। कटोरिया, बेलहर, चैनपुर, चेनारी, गोह, नवीनगर, कुटुंबा, औरंगाबाद, रफीगंज, गुरुआ, शेरघाटी, इमामगंज, बाराचट्टी के (36 बूथ), बोधगया (200 बूथ), रजौली, गोविंदपुर, सिकंदरा, जमुई, झाझा, चकाई विधानसभा में बनाए गए बूथों पर शाम चार बजे मतदान होगा। वहीं बोधगया में 106 बूथों पर शाम पांच बजे तक मतदान होगा। इन बूथों पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात रहने का निर्देश दिया गया है। 

नीतीश के “नवरत्नों” की प्रतिष्ठा दांव पर

इस चरण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कई मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें सुपौल से बिजेंद्र प्रसाद यादव, चकाई से सुमित कुमार सिंह, झंझारपुर से नीतीश मिश्रा, अमरपुर से जयंत राज, छातापुर से नीरज कुमार सिंह बबलू, बेतिया से रेणु देवी, धमदाहा से लेशी सिंह, हरसिद्धि से कृष्णनंदन पासवान और चैनपुर से जमा खान शामिल हैं। वहीं नबीनगर से बाहुबली आनंद मोहन सिंह के बेटे चेतन आनंद का भी फैसला आज जनता कर रही है।

महागठबंधन के इन चेहरों की किस्मत का फैसला

वहीं, दूसरे चरण में महागठबंधन की ओर से राजद के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम, कटिहार की कदवा सीट से कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान, लालगंज से बाहुबली मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला और भाकपा (माले) विधायक दल के नेता महबूब आलम उम्मीदवार हैं।

तेजप्रताप यादव को मिली ‘वाई प्लस’ सुरक्षा, क्या है केन्द्र के फैसले के पीछे की सियासी वजह?

#tejpratapyadavgetsyplussecurity

बिहार का सियासत पारा इस वक्त चरम पर है। विधानसभा चुनाव की हलचल के बीच लालू परिवार के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया हैय़ गृह मंत्रालय ने उन्हें वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी है। अब सीआरपीएफ के 11 कमांडो उनके साथ 24 घंटे तैनात रहेंगे।

सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में तेज प्रताप की सुरक्षा संबंधित रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी थी। सुरक्षा एजेंसियों ने हालिया रिपोर्ट में उनकी सुरक्षा को लेकर खतरे का संकेत दिया था। जिसके बाद गृह मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया हैं।

हालांकि राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यह कदम तेज प्रताप के भाजपा के प्रति झुकाव से जुड़ा हो सकता है। दरअसल, ये फैसला ऐसे समय में आया है, जब पटना एयरपोर्ट पर उनकी मुलाकात बीजेपी सांसद रवि किशन से शनिवार दोपहर को हुई थी। एयरपोर्ट पर मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के कानों में कुछ कहा था।

रवि किशन ने जमकर की तेज प्रताप यादव की तारीफ

पटना एयरपोर्ट पर तेज प्रताप यादव से मुलाकात के दौरान भाजपा सांसद ने तेज प्रताप यादव की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि इनके हृदय को सब लोग बहुत प्रेम कर रहे हैं। ये दिल वाले इंसान हैं। भोलेनाथ के भक्त हैं। वह सारे लोग जिसका लक्ष्य सेवा है उसके लिए भाजपा सीना खोलकर रखती है। इनकी छवि वही आ रही है।

रवि किशन के समर्थन में तेज प्रताप का बयान

वहीं, तेज प्रताप यादव ने कहा था कि पहली बार रवि किशन से मुलाकात हुई, ये भगवान के भक्त हैं हम भी भक्त हैं। तेज प्रताप ने यह भी जोड़ा कि मैंने शुरू से कहा कि जो बेरोजगारी मिटाएगा और रोजगार देगा मैं उसके साथ हूं। तेज प्रताप के इस बयान ने सियासी गलियारे में हलचल मचा दी थी। लोग कयास लगाने लगे राजद के बागी हो चुके तेज प्रताप जल्द ही एनडीए के नजदीक आ सकते हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार का आखिरी दिन आज, सभी दलों के दिग्गज मैदान में

#biharassemblyelectionlastdayofelectioncampaignofsecondphase

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे और अंतिम चरण का प्रचार अभियान आज समाप्त हो जाएगा। दूसरे चरण का प्रचार शाम 5 बजे थम जाएगा। फिर 11 नवंबर को राज्य के 20 जिलों की 122 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। प्रचार के आखिरी दिन सभी दलों के नेता आज चुनाव प्रचार में जान झोंकने को तैयार हैं।

प्रचार के आखिरी दिन सभी दलों के दिग्गज मैदान में

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सासाराम के फजलगंज स्टेडियम में एनडीए प्रत्याशी स्नेहलता के समर्थन में जनसभा करेंगे, जबकि अरवल में भी उनकी सभा होनी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रोहतास, औरंगाबाद और कैमूर जिलों में जनसभाएं करेंगे। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चार जिलों सीतामढ़ी, समस्तीपुर, पश्चिम चंपारण और मधुबनी में रैलियां करेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गोह और मोहनिया में एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभाएं करेंगे। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव अरवल, रोहतास, औरंगाबाद, जहानाबाद और कैमूर में जनसभाएं करेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी किशनगंज और पूर्णिया में दो जनसभाएं करेंगे।

इन जिलो में होने हैं मतदान

दूसरे चरण में पश्चिम और पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, नवादा, गया, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर जिलों में मतदान होना है।

नेपाल सीमा 11 नवंबर तक सील

बिहार चुनाव के दूसरे चरण में नेपाल की सीमा से लगने वाले जिले जैसे अररिया, सीतामढ़ी भी शामिल हैं। इसके चलते मतदान से पहले भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। 11 नवंबर की रात तक बॉर्डर पूरी तरह सील रहेगा। इस दौरान सीमा पार आवाजाही पर रोक रहेगी। दिघलबैंक स्थित एसएसबी की 12वीं वाहिनी की एफ कंपनी ने शनिवार को ग्राम समन्वय बैठक की। कंपनी कमांडर प्रिय रंजन चकमा ने सीमावर्ती ग्रामीणों से शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।

बिहार में 1 बजे तक 42.31 प्रतिशत मतदान, गोपालगंज जिले में सर्वाधिक 46.73 फीसदी वोटिंग

#biharelection2025phase1_voting

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान जारी है। दोपहर 1 बजे तक बिहार में 42.31 प्रतिशत वोटिंग हुई है। दोपहर एक बजे तक सबसे ज्यादा वोटिंग गोपालगंज और लखीसराय में, जबकि सबसे कम वोटिंग पटना और दरभंगा में हुई है। 

पटना में 37.72 प्रतिशत वोटिंग

राज्य के गोपालगंज जिले में सबसे ज्यादा 46.73 प्रतिशत वोट डाले जा चुके हैं। इसके अलावा बेगूसराय में 46.02 प्रतिशत, भोजपुर में 41.15 प्रतिशत, बक्सर में 41.10 प्रतिशत, दरभंगा में 39.35 प्रतिशत, खगड़िया में 42.94 प्रतिशत, लखीसराय में 46.37 प्रतिशत, मधेपुरा में 44.16 प्रतिशत, मुंगेर में 41.47 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 45.41 प्रतिशत, नालंदा में 41.87 प्रतिशत, पटना में 37.72 प्रतिशत, सहरसा में 44.20 प्रतिशत, समस्तीपुर में 43.03 प्रतिशत, सहारनपुर 43.06 प्रतिशत, शेखपुरा में 41.23 प्रतिशत, सिवान में 41.20 प्रतिशत और वैशाली में 42.60 प्रतिशत मतदान हो चुका है।

दरभंगा में बोगस वोटिंग करते दो गिरफ्तार

दरभंगा के गौड़ाबोराम विधानसभा इलाके से पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बोगस वोट करते दो गिरफ्तार किया है। गौड़ाबौराम विधानसभा के घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के लगमा गांव के 172 बूथ नंबर पर दो युवक बोगस वोटिंग के मामले में अरेस्ट किए गए। गिरफ्तार युवकों का नाम केशव कुमार और सौरभ कुमार है।

भोजपुर के अगिआंव में लोगों की मतदान से दूरी

भोजपुर जिले के अगिआंव विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कुसुम्ही उत्क्रमित मध्य विद्यालय स्थित बूथ संख्या 175 पर मतदान के दौरान बड़ा मामला सामने आया है। यहां ग्रामीणों ने मतदान प्रक्रिया का सर्वसम्मति से बहिष्कार कर दिया, जिसके चलते मतदान शुरू होने के कई घंटों बाद भी केवल तीन वोट ही पड़े। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में वर्षों से सड़क की समस्या बनी हुई है, लेकिन जनप्रतिनिधियों द्वारा आज तक कोई समाधान नहीं किया गया। विकास कार्यों के अभाव से आक्रोशित लोगों ने चुनावी प्रतिनिधियों को स्पष्ट संदेश देते हुए मतदान से दूरी बनाई। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग अपने निर्णय पर अड़े रहे।

मधेपुरा में वोट बहिष्कार

मधेपुरा के बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत मुरलीगंज प्रखंड के दीनापट्टी सखुआ पंचायत के तिलकोरा गांव में बूथ संख्या 92, 93, 94 पर वार्ड 11, 12 और 13 के मतदाता सड़क की समस्या को लेकर वोट बहिष्कार कर दिया है। सुबह से बहुत कम संख्या में लोग मतदान केंद्र पर पहुंचे हैं। बीडीओ और सीओ लोगों को समझाने पहुंचे हैं, लेकिन लोग लिखित आश्वासन मांग कर रहे थे। इसके बाद दोनों अधिकारी वापस लौट गए।

महुआ में वोटिंग के दौरान हंगामा, EVM की फोटो लेने की कोशिश में वोटर गिरफ्तार

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में वैशाली जिले की महुआ सीट एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार का मुकाबला जितना राजनीतिक है उतना ही व्यक्तिगत और भावनात्मक भी है. कभी यहीं से अपनी राजनीति की शुरुआत करने वाले तेज प्रताप यादव इस बार अपनी ही जमीन पर खुद को साबित करने की कोशिश में हैं. राजद से दूरी और पारिवारिक मतभेदों के बाद तेज प्रताप अब अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) के उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं. यह चुनाव उनके लिए सिर्फ एक सीट की लड़ाई नहीं, बल्कि अपने राजनीतिक भविष्य और पहचान को बचाए रखने की परीक्षा बन गया है. लेकिन मुकाबला पहले से कहीं ज्यादा कठिन है, क्योंकि अब उन्हें विरोधियों के साथ-साथ अपनी पुरानी पार्टी और उसके संगठनात्मक प्रभाव से भी भिड़ना होगा.

महुआ सीट पर इस बार सीधी लड़ाई नहीं, बल्कि तीन दिशाओं में खींचतान है. डॉ. मुकेश कुमार रौशन (राजद), से मौजूदा विधायक और राजद के कद्दावर उम्मीदवार, जिन्हें पिछले चुनाव में तेज प्रताप पर बढ़त मिली थी. पार्टी नेतृत्व इस सीट पर अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए पूरा जोर लगा रहा है. वहीं संजय कुमार सिंह (LJP-रामविलास) को एनडीए का समर्थन है. जिनके पक्ष में सवर्ण-राजपूत जातीय आधार और एनडीए की एकजुटता बड़ा हथियार है. वहीं तेज प्रताप यादव भी भावनात्मक अपील और व्यक्तिगत छवि के सहारे अपने पुराने वोट-आधार में वापसी की कोशिश में हैं. इस तरह महुआ की तस्वीर अब वह नहीं रही जहां सिर्फ राजद और उसके भीतर की राजनीति निर्णायक होती थी.

Live Updates:

01.46 PM: बिहार में धीरे-धीरे वोटिंग की दर रफ्तार बढ़ती जा रही है. दोपहर 1 बजे तक 18 जिलों की 121 सीटों पर 42.31 फीसदी तक वोटिंग हो चुकी है. वैशाली जिले में अब तक 42.60 फीसदी वोट पड़ गए हैं.

मैं जीतकर सदन जाऊंगा और नई सरकार भी बनाऊंगा, वोट डालने के बाद बोले सम्राट चौधरी

बिहार में पहले चरण के तहत 18 जिलों की 121 सीटों पर आज गुरुवार को वोट डाले जा रहे हैं. वोट डालने के बाद तारापुर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि मैं जीतकर सदन में जाऊंगा और नई सरकार भी बनाऊंगा. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के दौर में काफी काम हुआ है. यहां पर बदलाव बहुत मेहनत के बाद आया है. इसलिए आप सभी को विकास के मॉडल पर वोट करना चाहिए.

मुंगेर जिले से तारापुर सीट से चुनाव लड़ रहे बिहार के उपमुख्यमंत्री और प्रत्याशी सम्राट चौधरी ने कहा, “बिहार में पूरी तरह से अच्छी सरकार बने और नीतीश कुमार की ओर से शुरू किए गए काम निर्बाध तरीके से चलता रहा. बिहार में बदलाव बहुत मेहनत के बाद आया है. साल 2005 से पहले बिहार में गड्ढों में सड़क हुआ करती थी या सड़क में गड्ढे ये जनता जानती है, इसलिए सभी वोटर्स को विकास के मॉडल पर वोट करना चाहिए.”

ऐसा नेता प्रतिपक्ष नहीं देखाः सम्राट चौधरी

साथ ही सम्राट चौधरी ने दावा करते हुए कहा, मैं जीतकर सदन में जाऊंगा और वहां नई सरकार बनाऊंगा.” सम्राट चौधरी मुंगेर जिले की तारापुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उनके सामने महागठबंधन ने राष्ट्रीय जनता दल के अरुण कुमार को उतारा है. बीजेपी इस सीट पर लंबे समय के बाद चुनाव लड़ रही है.

इसके अलावा लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए सम्राट चौधरी ने कहा, “चार महीने हो गए हैं और राहुल गांधी अब तक एक भी सबूत नहीं दे पाए हैं. हमने ऐसा नेता प्रतिपक्ष कभी नहीं देखा. उन्हें कम से कम कुछ तैयारी तो करनी चाहिए.”

हम काम करने वाले लोगः सम्राट चौधरी

विपक्षी दलों के महागठबंधन को लेकर सम्राट चौधरी ने कहा, “हमने लोगों को बताया कि बिहार 20 साल पहले कहां था और आज बिहार कहां पहुंच गया है. पिछले 20 सालों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के लिए कितना काम किया है. हम विकास के नाम पर वोट मांग रहे हैं, बिहार की जनता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यहां पर सरकार बनाएगी. हम काम करने वाले लोग हैं, दूसरी तरफ घोषणा करने वाले लोग हैं.”