मुंबई पहुंचे ब्रिटेन के पीएम किएर स्टार्मर, पीएम मोदी से करेंगे मुलाकात, अमेरिका से टेंशन के बीच कितना अहम है दौरा
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अमेरिका से चल रहे तनाव के बीच भारत और ब्रिटेन के बीच दोस्ती गहरी होती नजर आ रही है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर दो दिन के भारत दौरे पर मुंबई पहुंचे हैं। पीएम मोदी गुरुवार सुबह 10 बजे मुंबई में प्रधानमंत्री स्टार्मर की मेजबानी करेंगे। इस मुलाकात में दोनों देशों के साथ समयबद्ध कार्यक्रम विजन-2035 को आगे बढ़ाया जाएगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ युद्ध से वैश्विक अर्थव्यवस्था में शुरू हुई उथल-पुथल के बीच ब्रिटेन के पीएम किएर स्टार्मर का भारत दौरा काफी अहम माना जा रहा है। भारत की ब्रिटेन के साथ साझेदारी के एक नए युग की शुरुआत होने की संभावना है।
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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर बुधवार को मुंबई पहुंच गए। वह दो दिवसीय व्यापारिक दौरे पर भारत आए हैं। उनके साथ 125 लोगों का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल है, जिसमें ब्रिटिश मंत्रियों, यूनिवर्सिटी, उद्योग समूहों और प्रमुख कंपनियों के सीईओ शामिल हैं। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापारिक और रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करना है। इसी साल जुलाई में दोनों देशों के बीच ट्रेड डील हुई थी। यह विजन 2035 के रोडमैप पर आधारित है।
विजन-2035 के रोडमैप की करेंगे समीक्षा
पीएम मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री विजन 2035 रोडमैप के तहत भारत–ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा भी करेंगे। इस दौरान दोनों दिग्गज भारत–ब्रिटेन कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक एंड ट्रेड एग्रीमेंट (सीईटीए) और अन्य वैश्विक-क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। विजन 2035 व्यापार और निवेश, प्रौद्योगिकी और नवाचार, रक्षा और सुरक्षा, जलवायु और ऊर्जा, स्वास्थ, शिक्षा और लोगों के बीच संबंधों के प्रमुख स्तंभों में कार्यक्रमों और पहलों का एक केंद्रित है।
ब्रिटेन के निर्यात में 60 फीसदी की वृद्धि की उम्मीद
ब्रिटिश प्रधानमंत्री के आवास नंबर 10 डाउनिंग स्ट्रीट ने इस दौरे को मुंबई व्यापार मिशन करार दिया है। स्टार्मर का लक्ष्य भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाना और ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को गति देना है, जो लो प्रोडक्टिविटी, हाई नेशनल लोन और कमजोर आर्थिक विकास की चुनौतियों से जूझ रही है। 31 मार्च 2025 को समाप्त हुए वर्ष में भारत और ब्रिटेन के बीच वस्तुओं और सेवाओं का द्विपक्षीय व्यापार 44.1 बिलियन पाउंड (59.14 बिलियन डॉलर) का था। भारत ब्रिटेन का 11वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और इस व्यापार समझौते से ब्रिटेन के निर्यात में 60 फीसदी की वृद्धि होने की उम्मीद है, जो लंबे समय में ब्रिटेन के जीडीपी में 0.13% (लगभग 4.8 बिलियन पाउंड सालाना) की बढ़ोतरी करेगा।
Oct 08 2025, 16:25