*जिला उद्यान अधिकारी ने लगाया डीपीआरओ पर भ्रष्टाचारियो से मिली भगत का आरोप,उन्हें बताया भ्रष्टाचार की जड़*
उ,प्र,जनपद सुल्तानपुर विकासखंड दूबेपुर के ग्राम सभा महाजिदपुर एवं हसनपुर में करोड़ों रुपए के हुए घोटालों की जांच हेतु जिलाधिकारी ने जांच आदेश संख्या 2027 दिनांक 17,5,24 जांच अधिकारी जिला उद्यान अधिकारी रणविजय सिंह को नामित किया गया और उन्हें आदेशित किया गया कि 30 दिवस के अंदर जांच कर अपनी जांच प्रस्तुत करें। उक्त संबंध में जिलाधिकारी द्वारा जिले के अन्य अधिकारियों को भी पत्र जारी करके संपूर्ण दस्तावेज जांच अधिकारी को उपलब्ध कराने को कहा गया था,जिसमें 1 ग्राम सचिव एवं प्रधान, महाजितपुर,2 सहायक खंड विकास अधिकारी दुबेपुर,3 खंड विकास अधिकारी दुबेपुर,4 जिला पंचायत राज अधिकारी सुल्तानपुर,5 जिला विकास अधिकारी सुल्तानपुर,6 जिला मुख्य विकास अधिकारी सुल्तानपुर शिकायतकर्ता और ग्राम वासियों के द्वारा बार-बार शपथ पत्र देकर जिला अधिकारी सुल्तानपुर को जांच करने की मांगे की जाती रही।
परंतु आज तक किसी प्रकार की जांच नहीं की गई जांच अधिकारी श्री रणविजय सिंह जिला उधना अधिकारी द्वारा शिकायतकर्ता को झूठी एवं भ्रामक बातें बताकर टरकाया जाते रहा है मगर आज दिनांक 29, 8, 25 को शिकायतकर्ता ने कुछ खबर नबीशो के साथ जिला उद्यान अधिकारी से मिला तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि बेशक 1 वर्ष का समय मुझे जांच अधिकारी बने हो गया मगर आज तक डी.पी.आर.ओ.अभिषेक शुक्ला के द्वारा किसी प्रकार का ग्राम सभा में कराए गए कार्यों की लिस्ट या दस्तावेज नहीं दिए गए। हमारे द्वारा बार-बार पत्राचार किया गया।..................
जिलाधिकारी सुल्तानपुर मुख्य विकास अधिकारी सुल्तानपुर का निर्देश तो जांच पूरी करने का आते रहता है परंतु विकास भवन में बैठे कोई भी अधिकारी किसी प्रकार का दस्तावेज मुझे उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है मैं जांच करूं तो आखिर कैसे करूं। जिला पंचायत राज अधिकारी अभिषेक शुक्ला जानबूझकर भ्रष्टाचारी अधिकारियों को बचा रहे हैं, इसीलिए किसी प्रकार का दस्तावेज नहीं उपलब्ध करा रहे हैं।...........
इसी तरीके का मामला ग्राम सभा हसनपुर में भी है। दोनों ग्राम सभा में करोड़ों के भ्रष्टाचार को अंजाम देने वाले ग्राम विकास अधिकारी श्री मनोज कुमार पांडे से जुड़ा है जो लगभग 12 वर्षों से विकासखंड दुबे पुर में एक छत्र राज कर रहे हैं यहां भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है यहां भी शपथ पत्रों के साथ शिकायत 5 माह पूर्व हुई थी। उसे जांच को भी जिला अधिकारी द्वारा 30 दिवस के अंदर में करने की बात कही गई थी। उक्त ग्राम सभा की जांच भी जिला उद्यान अधिकारी रणविजय सिंह को दी गई है।
उक्त जांच में भी उनका कहना है कि किसी प्रकार का दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है ग्राम सभा महाजीतपुर की जांच को शिकायतकर्ता के अनुरोध पर जिलाधिकारी द्वारा जांच अधिकारी बदलकर महाजिदपुर ग्राम सभा में हुए घोटाले की जांच के लिए कृषि उपनिदेशक सुल्तानपुर को 27 जुलाई 2025 को लिखित रूप में जिलाधिकारी द्वारा जांच अधिकारी नियुक्त किया गया। उन्होंने भी DPRO अभिषेक शुक्ला के ऊपर भ्रष्टाचारियों से मिलकर किसी भी प्रकार का सहयोग न देने व किसी प्रकार का दस्तावेज न देने की बात कही है। यहां यह बात भी गौर करने लायक है कि करोडों के घोटाले में रिकवरी,जेल जाने से अच्छा है कि डीएम सुलतानपुर के आदेशों का नाफरमानी करना ही उचित होगा,ना फरमाने में ज्यादातर निलंबन या कारण बताओं नोटिस से ज्यादा और क्या हो सकता है।...............
शायद यही सोच रखा है डीपीआरओ सुल्तानपुर अभिषेक शुक्ला 1 वर्ष होने को आए परंतु जिला अधिकारी की लिखित आदेशों को नहीं माना जा रहा है। इधर शिकायत करता एवं ग्राम वासियों ने कहा कि अब हमारा धैर्य जवाब दे रहा है,कभी भी किसी वक्त भी जिला अधिकारी कार्यालय का घिराव करने पर मजबूर होना पड़ेगा।सूत्र।
Sep 01 2025, 07:11