सारंडा जंगल में सर्च अभियान के दौरान IED विस्फोट, दो जवान घायल
चाईबासा, झारखंड: झारखंड को नक्सल मुक्त बनाने के उद्देश्य से पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा जंगल में चलाए जा रहे सर्च अभियान के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। शुक्रवार को जराईकेला क्षेत्र के तिरलपोसी और दीघा के घने जंगलों में IED (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोट की चपेट में आने से सीआरपीएफ के कोबरा 209 बटालियन के दो जवान घायल हो गए।
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घायल जवानों का रांची में इलाज जारी
घायल जवानों की पहचान रामप्रवेश सिंह और छोटू कच्छप के रूप में हुई है। विस्फोट के बाद दोनों को गंभीर हालत में एयरलिफ्ट कर सारंडा से रांची लाया गया और राज अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल, दोनों जवानों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलने पर सीआरपीएफ के आईजी साकेत सिंह और रांची रेंज के आईजी मनोज कौशिक अस्पताल पहुंचे और जवानों से मुलाकात की।
नक्सलियों के तीन बंकर ध्वस्त, हथियार बरामद
यह घटना तब हुई जब चाईबासा पुलिस और कोबरा 209 बटालियन की संयुक्त टीम 7 अगस्त से चलाए जा रहे एक बड़े सर्च अभियान में जुटी थी। सुरक्षा बलों को जराइकेला थाना क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी।
ऑपरेशन के दौरान, सुरक्षा बलों ने हेड़ेकुली के पास नक्सलियों के तीन बंकरों को ध्वस्त कर दिया। इन बंकरों से नक्सलियों के दैनिक इस्तेमाल में आने वाले कई सामान भी जब्त किए गए। इसी अभियान के दौरान, तिरलपोसी और दीघा के बीच लगाए गए IED में विस्फोट हो गया, जिसमें ये दोनों जवान घायल हो गए।
नक्सल अभियान में पहले भी हुए हादसे
यह पहली बार नहीं है जब सारंडा के जंगलों में चलाए गए अभियान में जवान घायल हुए हैं। इससे पहले, 12 अप्रैल को भी छोटानागरा और जराईकेला थाना के सीमावर्ती जंगलों में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें IED विस्फोट के कारण झारखंड जगुआर के जवान सुनील धान शहीद हो गए थे, जबकि कोबरा 203 बटालियन के हेड कांस्टेबल विष्णु सैनी गंभीर रूप से घायल हुए थे।
Aug 10 2025, 15:47