/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png StreetBuzz पिता शिबू सोरेन के निधन के बाद भावुक हुए हेमंत सोरेन, जन्मदिन पर किया याद Jharkhand
पिता शिबू सोरेन के निधन के बाद भावुक हुए हेमंत सोरेन, जन्मदिन पर किया याद

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज, 10 अगस्त 2025 को अपने जन्मदिन के मौके पर अपने दिवंगत पिता, दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भावुक श्रद्धांजलि दी। हाल ही में शिबू सोरेन के निधन के बाद यह मुख्यमंत्री का पहला जन्मदिन है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर एक मार्मिक पोस्ट साझा करते हुए अपनी भावनाओं को व्यक्त किया।

'बाबा बहुत याद आ रहे हैं'

हेमंत सोरेन ने अपने पोस्ट में लिखा, "आज बाबा बहुत याद आ रहे हैं। मुझे जीवन देने वाले मेरे जीवनदाता, मेरी जीवन की जड़ें जिनसे जुड़ी हैं, वही मेरे साथ नहीं हैं। बहुत कष्टकारी क्षण है यह।"

उन्होंने आगे कहा कि गुरुजी (शिबू सोरेन) ने बचपन में उनकी उंगलियां थामीं और अपने संघर्ष व लोगों के प्रति निश्चल प्रेम से उन्हें संवेदनशीलता के साथ जीना सिखाया। उन्होंने हर कठिनाई को सहजता से अवसर में बदलना सिखाया। जब भी राह में अंधेरा हुआ, बाबा दीपक बनकर उन्हें आगे बढ़ने का रास्ता दिखाते थे।

हेमंत सोरेन ने लिखा, "वह बाबा दिशोम गुरुजी प्रकृति का अंश बनकर सर्वत्र व्याप्त हो गए हैं।"

'जन-जन की सेवा करने की शिक्षा दी'

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भले ही बाबा सशरीर उनके साथ नहीं हैं, लेकिन उन्हें विश्वास है कि वे सूरज की रोशनी, पेड़ों की छाया, बहती हवा, नदियों की धार और हर उस अग्नि की लौ में मौजूद हैं, जिसमें उन्होंने उन्हें सत्य, संघर्ष और निडर होकर जन-जन की सेवा करने की शिक्षा दी।

उन्होंने यह भी लिखा कि उनके पिता के आदर्श, विचार और शिक्षा की सीख उनके लिए केवल पुत्र धर्म नहीं, बल्कि एक सामाजिक दायित्व भी है। शिबू सोरेन ने उन्हें सिखाया कि "नेतृत्व का अर्थ शासन नहीं, सेवा होता है।"

हेमंत सोरेन ने कहा कि जब वह आज अपने राज्य की जिम्मेदारी संभालते हैं, तो उनकी बातें, उनकी मेहनत से सना चेहरा और उनका संकल्प हर निर्णय में उनका मार्गदर्शन करता है।

'मुझे गर्व है कि मैं आपकी संतान हूं'

भावुक होते हुए, हेमंत सोरेन ने लिखा, "बाबा अब प्रकृति में हैं। अब इस मिट्टी में हैं, हवा में हैं, जंगलों में हैं, नदियों में हैं, पहाड़ों में हैं... उन अनगिनत लोककथाओं की तरह, जो हमेशा अजर-अमर रहती हैं।"

उन्होंने गर्व के साथ लिखा, "बाबा मुझे गर्व है कि मैं आपकी संतान हूं, मुझे मान है कि मैं वीर योद्धा दिशोम गुरुजी का अंश हूं।"

अंत में, उन्होंने "वीर दिशोम गुरु शिबू सोरेन अमर रहें!" और "वीर दिशोम गुरु शिबू सोरेन जिंदाबाद!" के नारे के साथ अपनी पोस्ट को समाप्त किया।

सारंडा जंगल में सर्च अभियान के दौरान IED विस्फोट, दो जवान घायल

चाईबासा, झारखंड: झारखंड को नक्सल मुक्त बनाने के उद्देश्य से पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा जंगल में चलाए जा रहे सर्च अभियान के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। शुक्रवार को जराईकेला क्षेत्र के तिरलपोसी और दीघा के घने जंगलों में IED (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोट की चपेट में आने से सीआरपीएफ के कोबरा 209 बटालियन के दो जवान घायल हो गए।

घायल जवानों का रांची में इलाज जारी

घायल जवानों की पहचान रामप्रवेश सिंह और छोटू कच्छप के रूप में हुई है। विस्फोट के बाद दोनों को गंभीर हालत में एयरलिफ्ट कर सारंडा से रांची लाया गया और राज अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल, दोनों जवानों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलने पर सीआरपीएफ के आईजी साकेत सिंह और रांची रेंज के आईजी मनोज कौशिक अस्पताल पहुंचे और जवानों से मुलाकात की।

नक्सलियों के तीन बंकर ध्वस्त, हथियार बरामद

यह घटना तब हुई जब चाईबासा पुलिस और कोबरा 209 बटालियन की संयुक्त टीम 7 अगस्त से चलाए जा रहे एक बड़े सर्च अभियान में जुटी थी। सुरक्षा बलों को जराइकेला थाना क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी।

ऑपरेशन के दौरान, सुरक्षा बलों ने हेड़ेकुली के पास नक्सलियों के तीन बंकरों को ध्वस्त कर दिया। इन बंकरों से नक्सलियों के दैनिक इस्तेमाल में आने वाले कई सामान भी जब्त किए गए। इसी अभियान के दौरान, तिरलपोसी और दीघा के बीच लगाए गए IED में विस्फोट हो गया, जिसमें ये दोनों जवान घायल हो गए।

नक्सल अभियान में पहले भी हुए हादसे

यह पहली बार नहीं है जब सारंडा के जंगलों में चलाए गए अभियान में जवान घायल हुए हैं। इससे पहले, 12 अप्रैल को भी छोटानागरा और जराईकेला थाना के सीमावर्ती जंगलों में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें IED विस्फोट के कारण झारखंड जगुआर के जवान सुनील धान शहीद हो गए थे, जबकि कोबरा 203 बटालियन के हेड कांस्टेबल विष्णु सैनी गंभीर रूप से घायल हुए थे।

जमशेदपुर में बनेगा अत्याधुनिक अंतरराज्यीय बस टर्मिनल, 145 करोड़ की लागत से होगा निर्माण

रांची: झारखंड की औद्योगिक नगरी जमशेदपुर में जल्द ही एक अत्याधुनिक अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (ISBT) का निर्माण शुरू होगा। राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर इस परियोजना की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसका उद्देश्य शहर को आधुनिक और आरामदायक परिवहन सुविधा प्रदान करना है।

परियोजना का विवरण

यह बस टर्मिनल मानगो के डिमना चौक के पास 13 एकड़ जमीन पर बनेगा। परियोजना को हेम (हाइब्रिड एन्युइटी मोड) पर विकसित करने की सैद्धांतिक मंजूरी नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार ने दे दी है। इसके क्रियान्वयन की जिम्मेदारी जुडको को सौंपी गई है। कर्नाटक की एजेंसी आइडेक ने इसका खाका तैयार किया है, और इसकी अनुमानित लागत 145.24 करोड़ रुपये होगी।

नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार को इस परियोजना को उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा करने का निर्देश दिया गया है।

बस टर्मिनल की प्रमुख विशेषताएं

यह अत्याधुनिक बस टर्मिनल यात्रियों की सुविधा के लिए कई महत्वपूर्ण सुविधाओं से लैस होगा:

टर्मिनल भवन: यह एक पांच मंजिला इमारत होगी, जिसमें दो बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर और तीन मंजिलें होंगी।

वाणिज्यिक भवन: एक बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर और तीन मंजिलों का एक अलग वाणिज्यिक भवन भी होगा।

पार्किंग सुविधाएं: परिसर में 50 आदर्श बस पार्किंग, 23 एलिगेटिंग बस वे, 300 कारों और 350 बाइक की पार्किंग की सुविधा होगी।

ग्राउंड फ्लोर: यहां 23 बस वे, 18 टिकट काउंटर, क्लॉक रूम, लॉजिस्टिक सेंटर, रेस्टोरेंट और पब्लिक शौचालय जैसी सुविधाएं होंगी।

फर्स्ट फ्लोर: इस मंजिल पर 80 सीटों वाला एसी वेटिंग हॉल, 120 बेड का यात्री डॉरमेट्री, 60 बेड का चालक डॉरमेट्री, फूड कोर्ट और दुकानें होंगी।

अन्य सुविधाएं: परिसर में जल संसाधन विभाग का कार्यालय, एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट), डब्ल्यूटीपी (वाटर ट्रीटमेंट प्लांट) और ईटीपी (एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट) भी होंगे।

पूरे परिसर को झारखंडी कला और पेंटिंग्स से सजाया जाएगा, जिससे इसे एक विशिष्ट पहचान मिलेगी। इस परियोजना से जमशेदपुर और आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों को बेहतर और सुगम परिवहन की सुविधा मिलेगी।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पैतृक गांव नेमरा में किसानों से की मुलाकात, खेती-किसानी का लिया जायजा

रामगढ़, 9 अगस्त 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने आज अपने पैतृक गांव नेमरा, गोला का दौरा किया और वहां की खेती-किसानी का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने धान की रोपाई में लगे किसानों और खेतिहर मजदूरों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं और जरूरतों के बारे में जानकारी ली।

बचपन की यादें ताजा कीं

मुख्यमंत्री ने गांव की पगडंडियों पर चलते हुए नेमरा की हरियाली और प्राकृतिक सौंदर्य को निहारा और अपने बचपन की यादें ताजा कीं। उन्होंने बरमसिया और बड़का नदी दोईन में किसानों के साथ बातचीत की और स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करने के फायदे बताए। उन्होंने कहा कि बरसाती नदियों के पानी को चेक डैम के जरिए खेतों तक पहुंचाने की सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएं ताकि किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रकृति के ऐसे अद्भुत नजारों को देखने के लिए लोग दूर-दूर देशों तक जाते हैं, जबकि हमारे झारखंड के गांवों में प्रकृति ने ऐसे दृश्य बिखेर रखे हैं। हमें पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन के प्रति सजग रहना होगा।"

किसानों के हित में सरकार प्रतिबद्ध

श्री सोरेन ने किसानों से लंबी बातचीत की और खेती की मौजूदा स्थिति, बारिश के हालात, खाद और बीज की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। किसानों ने भी अपनी समस्याएं और सुझाव खुलकर मुख्यमंत्री के सामने रखे।

ग्रामीणों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "हमारी सरकार गांव-गांव तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने के लिए लगातार काम कर रही है। गांव का विकास ही राज्य का विकास है, और हमारी सरकार किसानों के हित में हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।" उन्होंने कहा कि सरकार गांव के विकास, सड़क, सिंचाई और शिक्षा सुविधाओं के विस्तार के लिए लगातार प्रयासरत है।

इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ नेमरा के रविदास सोरेन, बिरजू सोरेन, दिलका सोरेन, विश्वनाथ बेसरा और परमेश्वर सोरेन भी मौजूद थे।

धनबाद में निजी हाथों में शराब दुकानें, 1 सितंबर से शुरू होगा संचालन

धनबाद, झारखंड: धनबाद जिले में शराब की दुकानों के संचालन को लेकर बड़ा बदलाव होने जा रहा है। आगामी 1 सितंबर से, जिले की सभी 130 देसी और विदेशी शराब की दुकानें निजी हाथों में चली जाएंगी। इसके लिए उत्पाद विभाग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं।

ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू

उत्पाद आयुक्त रामलीला रवानी ने जानकारी दी कि झारखंड उत्पाद नियमावली के तहत, 1 सितंबर 2025 से 31 मार्च 2030 तक की अवधि के लिए दुकानों की बंदोबस्ती (आवंटन) की जाएगी। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 8 अगस्त से शुरू हो गई है। इच्छुक आवेदक विभागीय पोर्टल https://exciselottery.jharkhand.gov.in, जिला वेबसाइट dhanbad.nic.in या संबंधित उत्पाद कार्यालय से नियमावली और आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं।

130 दुकानों के लिए लॉटरी

उत्पाद आयुक्त के अनुसार, धनबाद जिले में कुल 104 कंपोजिट और 26 देसी शराब की दुकानों की बंदोबस्ती की जाएगी। इन दुकानों को 51 लॉटों में बांटा गया है, जिसमें प्रत्येक लॉट में दो से चार दुकानों का समूह बनाया गया है।

महत्वपूर्ण तिथियां:

आवेदन की अंतिम तिथि: 20 अगस्त, रात 11:59 बजे तक। इस दौरान आवेदन के साथ निर्धारित धरोहर राशि और शुल्क का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से करना अनिवार्य है।

ई-लॉटरी: 22 अगस्त को सुबह 11:00 बजे से कंप्यूटर रैंडमाइजेशन के जरिए ई-लॉटरी प्रक्रिया शुरू होगी। इसका सीधा प्रसारण विभागीय और जिला वेबसाइट के साथ-साथ समाहरणालय में भी किया जाएगा।

दस्तावेज जमा करने की अंतिम तिथि: चयनित आवेदकों को 25 अगस्त तक सभी दस्तावेज, प्रतिभूति राशि और वार्षिक अनुज्ञप्ति शुल्क जमा करना होगा।

दुकान स्थल का विवरण और कर: 29 अगस्त तक दुकान स्थल का विवरण और अग्रिम उत्पाद परिवहन कर जमा करना होगा।

हेल्पडेस्क की सुविधा

आवेदकों की तकनीकी समस्याओं के समाधान के लिए जिला स्तर पर एक हेल्पडेस्क का गठन किया गया है, जो प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक चालू रहेगा। चयन प्रक्रिया दुकानों के न्यूनतम प्रत्याभूत राजस्व के अवरोही क्रम में की जाएगी, और परिणाम वेबसाइट पर उपलब्ध होगा।

झारखंड: चांडिल में मालगाड़ियों की टक्कर, कई ट्रेनें रद्द और डायवर्ट

झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में चांडिल रेलवे स्टेशन के पास एक बड़ी दुर्घटना हुई है। दो मालगाड़ियों की आपस में टक्कर हो गई, जिससे चांडिल-मुरी रेल लाइन पूरी तरह से ठप हो गई है।

दुर्घटना और प्रभाव

इस हादसे में, मालगाड़ियों के चालक दल के कुछ सदस्यों को हल्की चोटें आई हैं। दोनों चालकों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

टक्कर के कारण रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है और कुछ का मार्ग बदल दिया है।

रद्द और प्रभावित ट्रेनों की सूची

इस घटना के बाद, 10 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और लगभग 20 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं।

टाटानगर से रद्द की गई ट्रेनें:

शालीमार-तंबाराम एक्सप्रेस

बक्सर-टाटा एक्सप्रेस

दुर्ग-आरा साउथ बिहार एक्सप्रेस

पटना-टाटा वंदे भारत ट्रेन

भुवनेश्वर-आनंद विहार साप्ताहिक ट्रेन

टाटा-कटिहार और कटिहार-टाटा

अमृतसर-टाटा

पुरी-आनंद विहार

अन्य रद्द और डायवर्ट की गई ट्रेनें:

भुवनेश्वर-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस को डायवर्ट किया गया है।

चक्रधरपुर-गोमो मेमू एक्सप्रेस और टाटा-आरा एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है।

भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को झारसुगुड़ा, राउरकेला और हटिया होते हुए चलाया जा रहा है।

टाटा-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है।

बिलासपुर-पटना एक्सप्रेस का रूट बदलकर टाटानगर, खड़गपुर, मिदनापुर, आद्रा और आसनसोल कर दिया गया है।

हावड़ा-रांची इंटरसिटी एक्सप्रेस को खड़गपुर, मिदनापुर, आद्रा और रांची के रास्ते चलाया जा रहा है।

झारग्राम-पुरुलिया-झारग्राम मेमू, टाटा-हटिया मेमू और टाटा-आसनसोल ट्रेन को भी रद्द कर दिया गया है।

यह दुर्घटना रेलवे के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है, और अधिकारी जल्द से जल्द रेल सेवा बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं। यात्रियों से अपील की गई है कि वे अपनी यात्रा शुरू करने से पहले अपनी ट्रेन की स्थिति की जानकारी ले लें।

शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की स्थिति गंभीर, ब्रेन डेड हो चुके हैं: स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी

दुमका: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने शनिवार को दुमका में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की स्थिति बेहद गंभीर है। उन्होंने बताया कि रामदास सोरेन का ब्रेन डेड हो चुका है और उनका इलाज नई दिल्ली के अपोलो अस्पताल में चल रहा है।

डॉ. अंसारी ने कहा कि वे लगातार डॉक्टरों के संपर्क में हैं। उन्होंने बताया कि इलाज से जुड़ी रिपोर्ट अमेरिका के विशेषज्ञों को भेजी गई है, जिनकी राय पर रविवार को आगे काम किया जाएगा। उन्होंने कहा, "हम अपनी ओर से बेहतर से बेहतर इलाज की व्यवस्था में जुटे हैं। स्थिति गंभीर है, लेकिन रिकवरी की संभावना बनी हुई है।" डॉ. अंसारी ने जनता से रामदास सोरेन के जल्द स्वस्थ होने की दुआ करने की भी अपील की।

ईवीएम पर राहुल गांधी का समर्थन और शिबू सोरेन के लिए भारत रत्न की मांग

इस दौरान डॉ. इरफान अंसारी ने कई अन्य मुद्दों पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उस आरोप का समर्थन किया कि ईवीएम में छेड़छाड़ संभव है। जामताड़ा के विधायक होने के नाते उन्होंने कहा कि उन्हें पता है कि चिप लगाकर वोट को बदला जा सकता है। उन्होंने चुनाव आयोग से बैलेट पेपर से मतदान की पुरानी पद्धति को वापस लाने की मांग की।

साथ ही, उन्होंने एक बार फिर दिवंगत शिबू सोरेन को 'भारत रत्न' देने की मांग दोहराई। उन्होंने कहा, "गुरुजी ने कठिन संघर्ष और परिश्रम से राज्य की जनता की सेवा की है। उनके कार्य और त्याग को देखते हुए उन्हें 'भारत रत्न' से सम्मानित किया जाना चाहिए। अगर जरूरत पड़ी तो हम विधानसभा से लेकर दिल्ली तक इसके लिए संघर्ष करेंगे।"

नेमरा में खेतों में उतरे CM हेमंत सोरेन, बोले- 'कृषि हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ और अस्मिता की पहचान है'

नेमरा, रामगढ़: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का खेती-किसानी के प्रति लगाव एक बार फिर तब देखने को मिला, जब वे रामगढ़ स्थित अपने पैतृक आवास से निकलकर धान की रोपनी कर रहे किसानों के बीच पहुंचे। अपने दिवंगत पिता शिबू सोरेन के श्राद्धकर्म की रस्मों के बीच मुख्यमंत्री ने किसानों से संवाद करते हुए कहा कि कृषि ना सिर्फ हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, बल्कि हमारी अस्मिता, संस्कृति और परंपरा की भी पहचान है।

मुख्यमंत्री ने खेतों में काम कर रही स्थानीय ग्रामीण महिलाओं से बातचीत की और खेती-किसानी के ताजा हालात को जाना। उन्होंने कहा कि खेतों की हरियाली किसानों की कड़ी मेहनत को दर्शाती है, और जब फसलें लहलहाती हैं, तो वह उनके चेहरे की मुस्कान बनती है।

अपने बीच मुख्यमंत्री को देखकर किसानों के चेहरे खुशी से खिल उठे। इस दौरान हेमंत सोरेन ने किसानों की समस्याएं सुनीं और उनके जल्द निराकरण का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा, "किसानों का कल्याण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। आपके लिए सरकार कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही है, आप इन योजनाओं से जुड़ें और लाभ उठाएं।" मुख्यमंत्री ने दोहराया कि किसान खुशहाल होगा तभी राज्य और देश सशक्त बनेगा।

नेमरा में शिबू सोरेन का पारंपरिक श्राद्धकर्म जारी, हेमंत सोरेन निभा रहे पुत्रधर्म

नेमरा, रामगढ़: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और 'दिशोम गुरु' दिवंगत शिबू सोरेन के पारंपरिक श्राद्धकर्म का आज चौथा दिन है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पैतृक गांव नेमरा में विधि-विधान और स्थानीय परंपराओं के अनुरूप सभी रस्में पूरी कर रहे हैं। आज सुबह उन्होंने दिवंगत पिता की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए 'बाबा को भोजन परोसने' की रस्म निभाई।

हेमंत सोरेन ने कहा कि शिबू सोरेन के निधन के बाद दुख की इस घड़ी में जिस तरह से झारखंड की जनता उनके परिवार के साथ खड़ी रही, उसी से उन्हें इन कठिन परिस्थितियों में पुत्रधर्म के साथ-साथ राजधर्म निभाने की हिम्मत मिली।

अंतिम विदाई में उमड़ा था जनसैलाब

दिशोम गुरु शिबू सोरेन का निधन 4 अगस्त 2025 को दिल्ली के एक अस्पताल में हुआ था। 5 अगस्त को उनके पैतृक गांव नेमरा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया था। उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए झारखंड के कोने-कोने से जनसैलाब उमड़ पड़ा था। लोगों ने नम आँखों से उन्हें आखिरी जोहार कहा।

अंतिम संस्कार में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत कई गणमान्य लोग शामिल हुए थे। पुत्र हेमंत सोरेन ने अपने पिता को मुखाग्नि दी थी।

झारखंड में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, वज्रपात की चपेट में आने से 7 की मौत

रांची: झारखंड में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। शहर से लेकर गांव तक, हर जगह सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं और रिहायशी इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। इसी बीच, बीते 6 अगस्त को राज्य में वज्रपात (आकाशीय बिजली) गिरने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में पलामू जिले से चार, खूंटी के तोरपा से दो और चाईबासा से एक व्यक्ति शामिल है।

एक ही परिवार की तीन महिलाओं समेत 7 की मौत

वज्रपात की पहली घटना पलामू जिले के पांकी प्रखंड के केकरगढ़ गांव में हुई, जहां धान की रोपाई कर रहीं एक ही परिवार की तीन महिलाओं की मौत हो गई। मृतकों की पहचान ओकीदा खातून, रेशमी बीवी और राजवी बीवी के रूप में हुई है। इसी जिले में पाटन थाना क्षेत्र के नवाडीह गांव में खेत में काम कर रहे निरंजन मेहता की भी वज्रपात से मौत हो गई।

खूंटी जिले के तोरपा प्रखंड के इच्छाओगा टोली गांव में, बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे छिपे फिलिप आइन्ड (35) और उनके ढाई साल के बेटे अमन आइन्ड की भी वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गई। इसके अलावा, चाईबासा जिले में भी एक व्यक्ति वज्रपात का शिकार हुआ।

प्राकृतिक आपदाओं से 400 से अधिक मौतें

राज्य में 1 मई से 31 जुलाई के बीच विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं के कारण 400 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इन आपदाओं में, वज्रपात से लगभग 180, विषैले सांपों के काटने से 100 और भारी बारिश के कारण डूबने या कच्चे मकानों के गिरने से 100 से अधिक लोगों की मौत हुई है।