8.40 करोड़ से बनेंगे सात हजार एकल शौचालय
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नितेश श्रीवास्तव,भदोही। स्वच्छ भारत मिशन के तहत 546 ग्राम पंचायतों में सात हजार एकल शौचालय बनेंगे। इसके निर्माण पर आठ करोड़ 40 लाख रुपये की लागत आएगी। पंचायत राज विभाग ने ब्लॉकों से लाभार्थियों का चयन करने का निर्देश दिया। एकल शौचालय से वंचित लोगों को योजना का लाभ दिया जाएगा। चार साल में अब तक 36 हजार एकल शौचालय को स्वीकृति दी जा चुकी है।
लाभार्थी चयनित होने पर पहली किस्त के रूप में छह-छह हजार रुंपये भेजे जाएंगे। स्वच्छ भारत की मुहिम तो दो दशक पूर्व से चल रही है, लेकिन 2014 के बाद इसमें तेजी आई। करीब पांच साल यानि 2020 तक जिले में दो लाख 81 हजार एकल शौचालय बनाए गए, हालांकि निगरानी न होने से धीरे-धीरे वह जर्जर भी हो गए। ग्राम पंचायतों की उदासीनता से काफी संख्या में शौचालय प्रयोग लायक भी नहीं बचे। सामुदायिक शौचालय बनाने से पहले ही सभी गांव खुले में शौच मुक्त हो चुके हैं। जर्जर शौचालयों की रेट्रोफिटिंग के तहत मरम्मत भी कराई जा रही है।
सामाजिक आर्थिक और जाति जनगणना (सेक) सूची से छूटे पात्रों को लाभ देने के लिए शासन की ओर से हर जिलों में 2022-23 में आवेदन मांगे गए थे। इसमें 32 हजार से अधिक लोगों ने आवेदन किया। 2022 में आवेदन की संख्या अधिक थी लेकिन लक्ष्य कम था। इससे 5200 पात्रों को एकल शौचालय का लाभ मिला। ब्लाॅकों से सत्यापन होने पर विभाग ने 5200 लाभार्थियों के खाते में दो चरणों में 12 हजार रुपये भेजा। 32 हजार आवेदनों में 5200 को लाभ मिल सका। 2023-24 में 9960, 2024-25 में करीब 15 हजार एकल शौचालय स्वीकृत हुए। धीरे-धीरे उनको पूरा कराया गया।
तीन साल में एकल शौचालय की संख्या दो लाख 81 हजार से बढ़कर अब तीन लाख 10 हजार तक पहुंच गई है। अब साल 2025-26 के लिए जिले का लक्ष्य तय हो गया है। करीब सात हजार एकल शौचालय बनाए जाएंगे। इसमें दिव्यांग, गरीब, विधवा सहित अन्य शामिल को शामिल किया जाएगा। एक-एक शौचालय के निर्माण पर 12 हजार की दर से कुल आठ करोड़ 40 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
सात हजार एकल शौचालय का लक्ष्य मिला है। अभी बजट नहीं मिला है। बजट आवंटन होने पर ब्लॉकों से लाभार्थियों की सूची मंगाकर पहली किस्त छह-छह हजार भेजी जाएगी।
संजय कुमार मिश्रा, जिला पंचायत राज अधिकारी
Jul 13 2025, 16:30