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स्वर्ण बोलना सीखो वर्ना पीढ़ियां गूंगी हो जाएंगी : सुरज प्रसाद चौबे प्रदेश अध्यक्ष सवर्ण आर्मी


लखनऊ । फ्राड और छेड़छाड़ करने वाले तथाकथिक कथा वाचकों को अखिलेश यादव के द्वारा सम्मानित किए जाने के बाद उनके स्वजातीय लठैतों के द्वारा सोशल मीडिया पर लगातार ब्राह्मण समाज की बहन बेटियों को गंदी - गंदी गालियां और धमकियां दी जा रही हैं।"इटावा" डरे सहमे पीड़ित ब्राह्मण परिवार से मुलाकात करने जा रहे सवर्ण आर्मी के पदाधिकारी राष्ट्रीय महासचिव ठाकुर शिवम सिंह ,प्रदेश अध्यक्ष (उत्तर प्रदेश)  सूरज प्रसाद चौबे ,प्रदेश उपाध्यक्ष(उत्तर प्रदेश) अनिल मिश्रा  को इटावा पुलिस के द्वारा चारबाग रेलवे स्टेशन से हाउस अरेस्ट कर लिया गया,जिस कारण से सवर्ण आर्मी के लोग इटावा नहीं जा पाए,सवर्ण आर्मी के राष्ट्रीय महासचिव ठाकुर शिवम सिंह ने पुलिस प्रशासन का सम्मान करते हुए,सभी सवर्ण समाज के लोगों से संपर्क कर अपील किया कि शांति व्यस्था कायम रहे ।

समाज का हित हो ,पीड़ित ब्राह्मण के साथ प्रशाशन मुस्तैदी से खड़ा है किसी तरह का अन्याय उनके साथ नहीं हो रहा है,प्रदेश अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ने कहा कि फ्राड कथित कथा वाचक के समर्थन में यादव सोशल मीडिया पर ब्राह्मण औरतों पर आप्ति जनक अभद्र भाषा सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं उनको स्पष्ट रूप से बता दें रहे हैं कि अभद्र भाषाओं की जगह नहीं है सवर्ण समाज बर्दास्त नहीं करेगा ।इस तरह को भाषा बंद करे संयमित रहे , प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल मिश्रा  प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसी भी परिस्थित में हमे अन्याय स्वीकार नहीं है समाज के लिए एक बार नहीं बार बार जेल जा सकते हैं पर मेरे लिए महत्व पूर्ण है समाज पुलिस ने महानगर लखनऊ पुलिस लाइन के संगोष्ठी भवन में सुबह से अपने साथ रखा रात्रि 8 बजे छोड़ दिया गया,जुल्म इतना बुरा नहीं,जितनी बुरी खामोशी है,बोलना सीखो वर्ना पीढ़ियां गूंगी हो जाएगी।
चिनहट कस्बे में हुआ फ्लैग मार्च

लखनऊ। चिनहट थाना क्षेत्र में अलम का जुलूस आज करीब दो बजे निकलेगा। इस अवसर पर शांति-व्यवस्था बनाए रखने के द्रष्टिगत इंस्पेक्टर चिनहट दिनेश चंद्र मिश्रा की अगुवाई में पूरे चिनहट कस्बे में दल-बल के साथ बाइक से फ्लैग मार्च निकाला।इंस्पेक्टर चिनहट की अगुवाई में पुलिस बल ने सतरिख रोड स्थित बड़ी मस्जिद से होते हुए एल्डिको तिराहा, इस्लामिया मदरसा स्थित बड़ी चौक, चिनहट तिराहे के पास सैयद मीरा शाह पहलवान बाबा रहमतुल्लाह अलैहे की दरगाह के बाद कहां-कहां से ताजिया रखी जाएगी का गहनता से निरीक्षण किया।

इस मौके पर इंस्पेक्टर चिनहट दिनेश चंद्र मिश्रा के अलावा अतिरिक्त निरीक्षक अमित सिंह, कस्बा चौकी प्रभारी सुशील कुमार सहित भारी संख्या में पुलिस के जवान मौजूद रहे।
राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह ने लखनऊ में मचाया हंगामा, मां से मिलने पहुंची तो नहीं खोला दरवाजा
लखनऊ । उत्तर प्रदेश की सियासत में दबदबा रखने वाले प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की निजी ज़िंदगी एक बार फिर सुर्खियों में है। मंगलवार की देर रात उनकी पत्नी भानवी सिंह ने लखनऊ के पॉश इलाके हजरतगंज स्थित सिल्वर ओक अपार्टमेंट के बाहर जमकर हंगामा किया। वजह  अपनी मां से मिलने पहुंचीं भानवी को जब परिवार ने फ्लैट का गेट नहीं खोला, तो उन्होंने अपार्टमेंट परिसर में हाई वोल्टेज ड्रामा कर दिया।

परिवार ने दरवाजा नहीं खोला, पुलिस ने पहुंचकर कराया शांत

जानकारी के मुताबिक, भानवी सिंह देर रात सिल्वर ओक अपार्टमेंट पहुंचीं और अपनी मां से मिलने की इच्छा जताई। लेकिन फ्लैट के भीतर मौजूद परिजनों ने दरवाजा खोलने से इनकार कर दिया। इससे आक्रोशित भानवी सिंह ने बाहर ही शोर-शराबा शुरू कर दिया। मामला बढ़ता देख उनकी बहन ने पुलिस को कॉल कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद भानवी सिंह को समझाकर शांत कराया और उन्हें वहां से रवाना किया।

हंगामे का वीडियो वायरल, लोगों की भीड़ जुटी

रात के समय हुए इस घटनाक्रम से अपार्टमेंट परिसर में हलचल मच गई। बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर जमा हो गए और कई ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने मौके पर मौजूद भीड़ को भी नियंत्रित किया।

राजा भैया और भानवी सिंह के रिश्तों में दरार

भानवी सिंह और राजा भैया के बीच पिछले कुछ वर्षों से संबंध सामान्य नहीं हैं। दोनों के बीच तलाक का मामला न्यायालय में लंबित है। भानवी सिंह बीते कुछ वर्षों से दिल्ली में अलग निवास कर रही हैं और सार्वजनिक तौर पर कभी-कभार ही सामने आती हैं।

राजघरानों से जुड़ा रिश्ता

भानवी सिंह बस्ती के शाही परिवार से संबंध रखती हैं। वह कुंवर रवि प्रताप सिंह की पुत्री हैं। वर्ष 1995 में उनका विवाह भदरी राजघराने के उत्तराधिकारी रघुराज प्रताप सिंह से हुआ था। शादी के समय राजा भैया 25 वर्ष के थे। दोनों के चार बच्चे हैं — दो बेटे शिवराज प्रताप सिंह, बृजराज प्रताप सिंह और दो बेटियां राघवी व बृजेश्वरी सिंह।

तलाक की लड़ाई के बीच सार्वजनिक तनाव

सूत्रों की मानें तो भानवी सिंह और उनके मायके पक्ष के रिश्तों में भी खटास आ चुकी है, जिसका असर मंगलवार रात हुए हंगामे में भी देखने को मिला। भानवी सिंह की मां से दूरी और परिवार द्वारा गेट न खोलना इस पारिवारिक तनाव की बानगी है। फिलहाल पुलिस ने कोई केस दर्ज नहीं किया है, लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
कपड़ा कारोबारी शोभित की सामूहिक आत्महत्या का मामला: साली और साढ़ू गिरफ्तार, सुसाइड नोट में लगाए गंभीर आरोप, संपत्ति और कर्ज ने ली तीन जानें
लखनऊ । राजधानी के चौक क्षेत्र निवासी कपड़ा कारोबारी शोभित रस्तोगी की सामूहिक आत्महत्या के मामले में चौंकाने वाला मोड़ आया है। पुलिस ने सुसाइड नोट में दर्ज आरोपों के आधार पर शोभित की साली मुदिता और साढ़ू विवेक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में सामने आया है कि संपत्ति विवाद, कर्ज़ और ससुराल पक्ष से लगातार उपेक्षा ने शोभित को मानसिक रूप से तोड़ दिया था। नतीजतन, उसने पत्नी सुचिता और बेटी ख्याति के साथ जहर खाकर जान दे दी।

यह रहा पूरा घटना क्रम

जानकारी के लिए बता दें कि चौक के अशरफाबाद निवासी शोभित रस्तोगी तीन भाईयों में सबसे छोटे थे। इनकी राजापुरम में कपड़े की दुकान थी। इनकी बेटी ख्याति हाईस्कूल में पढ़ती थी। इनके भाई शरद और शेखर राजा बाजार में रहते है। शेखर का कहना है कि ख्याति ने फोन से रात रविवार की रात साढ़े चार बजे पापा मम्मी की तबियत खराब होने की बात बताई थी। जल्दी आने की बात कहकर फोन कट गया था। जब वह घर पहुंचे तो शोभित कमरे के अंदर बंद मिला। दूसरी चाभी लेकर दरवाजा खोला। भीतर जाने पर देखा कि शोभित व बेटी ख्याति बिस्तर पर पड़े मिले। शोभित की पत्नी सुचिता आंगन में पड़ी मिलीं, तीनों के मुंह से झाग निकल रहा था। आनन-फानन में तीनों को लेकर ट्रामा सेंटर भागे जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया।

बेटी की आखिरी कॉल बनी संकेत

रविवार देर रात लगभग साढ़े चार बजे शोभित की बेटी ख्याति ने अपने ताऊ शेखर को कॉल कर बताया, “पापा-मम्मी की तबीयत खराब है, जल्दी आ जाइए।” जब शेखर घर पहुंचे, तो दरवाजा बंद था। दूसरी चाबी से खोला गया तो शोभित और ख्याति बिस्तर पर बेसुध मिले और पत्नी सुचिता आंगन में पड़ी थीं। तीनों के मुंह से झाग निकल रहा था।

साजिश और तैयारी पहले से

जांच में सामने आया है कि शोभित ने खुदकुशी की तैयारी पहले से कर रखी थी। शनिवार को ही उसने घर की चाबी भाई को दे दी थी। रविवार रात वह कोल्ड ड्रिंक की दो बोतलें लेकर आया, जिसमें सल्फास की तीन पुड़ियां मिलाई गई थीं। पत्नी शुचिता को पूरी योजना की जानकारी थी, लेकिन बेटी ख्याति अनजान थी। उसने आधी बोतल पीने के बाद स्वाद अजीब लगने पर फोन किया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।

साढ़ू और साली को हिरासत में लेकर पुलिस कर रही पूछताछ

सुसाइड के बाद पुलिस की जांच पड़ताल में यह निकल कर आया कि कपड़ा कारोबारी शोभित ने पूरे परिवार सहित आत्महत्या करने की पहले से ही प्लान बना लिया था। इसलिए एक दिन पहले ही अपने घर की चाभी भाई को दे दिया था। रविवार की रात कोल्डडिंग के बोतल में जहरीला पदार्थ डालकर पहले खुद पीया होगा फिर पत्नी और बेटी को पिलाया होगा। शोभित की पत्नी सुचिता का जहां शव मिला वहां पर टूटी हुई चूड़ियां मिली है। जिसे फारेंसिक ने कब्जे में ले लिया है। इस पूरे मामले में परिजनों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है लेकिन मौके से मिले सुसाइड नाेट में साढ़ू और साली पर गंभीर आरोप लगाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने साढ़ू और साले को गिरफ्तार कर लिया है।

इस बात को लेकर साढ़ू और साले में हुआ था विवाद

पुलिस जांच में अभी तक पता चला कि शोभित की बहन सुचिता के की दो शादी शुदा बहने हैं। एक बहन मुदिता अपने पति विवेक के साथ नेपाल गंज में स्थित मायके में मां के साथ रहती है। मुदिता का पिछले कुछ दिनों से बहनों से किसी वजह से बात नहीं रही थी। बहनों से अनबन की वहज से सुचिता अपनी मां से भी बात नहीं कर पा रही थी। इसका सुसाइड नोट में बकायदा जिक्र किया गया है। पुलिस ने जब पूरे मामले की गहराई से छानबीन की तो निकल कर आया कि शोभित से साढ़े विवेक और साली मुदिता ने लाखों रुपये उधार लिये थे। शोभित का जब लोन बढ़ता गया तो वह अपने उधार के पैसे को साढ़ू और साली से मांगा लेकिन वह देने को तैयार नहीं हुए। शोभित कई बार साढ़ू और साली से मन्नते की लेकिन पैसा देने बजाय फोन पर अभद्र भाषा का प्रयोग करना शुरू कर दिया।

ससुराल में साली और साढ़ू ने अपमानित करके शोभित को भगा दिया था

पूछताछ में एक और बात सामने निकल कर आयी कि शोभित अपनी पत्नी और बेटी के साथ घटना के कुछ दिन पहले ससुराल नेपालगंज गया था। वहां  पर जाकर सास, साली और साढ़ू को बताया कि उसने चालीस से पचास लाख का लोन रखा हुआ है। व्यापार कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। जिसकी वजह से घाटा हो रहा है और किश्त नहीं भर पा रहा है। बैंक के एजेंट आए दिन घर आकर मानसिक रूप से परेशान कर रहे है। ऐसे में हमारा उधार का पैसा चुकता कर दो, जिससे अपनी लोन की किश्त भर सकू। इस दौरान साली और साढ़ू ने उसकी एक नहीं सुनी और अपमान करके ससुराल से भगा दिया था। इतना ही नहीं ससुराल की संपत्ति में शोभित का जो हक बनता था उसे भी देने से इंकार कर दिया। इस बात को भी शोभित को काफी सदमा लगा।

बैंक से ही नहीं सूद खोरो से भी शोभित ने कर्ज ले रखा था

कपड़ा कारोबारी के साथ काम करने वाले व्यापारी व उनके परिचितों ने बताया कि शोभित ने बैंक का लोन चुकता करने के लिए शूदखोरों से भी कर्ज ले रखा था। चूंकि शोभित को पता था कि ससुराल में भारी भरकम जो संपत्ति है वह उसे भी मिलेगी। वहां की संपत्ति को बेचकर बैंक का कर्ज उतार देगा। साली और साढ़ू ने भी उधार लिये पैसे को लौटाने को कहा था लेकिन जब बुरा वक्त आया तो सभी ने साथ छोड़ दिया और इस बीच बैंक का लोन चुकता करने के लिए सूद खोरों से भी कर्च लेता गया। अन्त में जब ससुराल ने भी मुंह फेर लिया तो शोभित टूट गया क्योंकि बैंक एजेंट व सूद खोरों के ताकादे से परेशान होकर परिवार सहित खुदकुशी करने का अंतिम रास्ता चुना।

अंतिम संस्कार के बाद भी कई सवालों का जवाब सिस्टम के पास भी नहीं

मंगलवार को कपड़ा कारोबारी शोभित उनकी पत्नी शुचिता और बेटी ख्याति का गुलालाघाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया और इस प्रकार से एक परिवार की कहानी भले ही खत्म हो गई लेकिन कई ऐसे सवाल है जिनका जवाब न तो सिस्टम के पास है और न ही परिवार के सदस्यों के पास। सुसाइड नोट में लिखता है कि कोई मदद नहीं करता, सब लोग स्वार्थी हैं। शोभित की पत्नी भी अपनी मां से नाराज थी चूंकि वह भी पैसा होने के बाद कोई मदद नहीं कर रही थी।

बेटी को नहीं मालूम थी सुसाइड की प्लानिंग

कपड़ा कारोबारी शोभित की बेटी ख्याति 11वीं क्लास की स्टूडेंट थी. हर दिन की तरह वह मंडे को स्कूल जाने की तैयारी कर रही थी. संडे शाम उसने अपनी स्कूल की यूनीफार्म प्रेस कर अपनी अलमारी में टांगी थी और बैग भी सजा दिया था। संडे की नाइट शोभित दो कोल्ड ड्रिंक की बोतल लेकर आया था. जिसमें तीन पुड़िया सल्फास मिलाई गई थी. शोभित और शुचिता को मालूम था कि यह रात उनकी जिंदगी की आखिर रात है, लेकिन ख्याति तो इसका अंदाजा भी नहीं था. उसने आधी कोल्ड ड्रिंक पी तो स्वाद में अंतर लगा, यही वजह थी कि वह काफी देर तक जिंदा रही, लेकिन शोभित और शुचिता की पहले मौत हो गई. ख्याति ने अपने ताऊ को फोन सूचना दी और फिर वह भी मम्मी पापा के पास चली गई।
लखनऊ में बाइक से स्टंट करने का वीडियो वायरल
राजधानी में बाइक व कार से स्टंट करने के मामले थम नहीं रहे है। जबकि ऐसे मामलों में लगातार कार्रवाई कर रही है। इसके बाद भी कार व बाइक चालक स्टंट करने से बाज नहीं आ रहे है। मंगलवार को भी कुछ ऐसा ही वीडियो  इकाना स्टेडियम के पास का वायरल हुआ है। वीडियो में एक बाइक सवार स्टंट कर रहा है। पुलिस ने मामला प्रकाश में आने के बाद जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

बाइक की गद्दी पर खड़े होकर युवक कर रहा स्टंट

बता दें कि मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक स्टंट करने का वीडियो वायरल हुआ। वीडियो में साफ -साफ दिखाई पड़ रहा है कि एक बाइक सवार इकाना स्टेडियम के पास सड़क पर बाइक पर खड़े होकर स्टंट कर रहा है। इस दौरान सड़क से लोग व छोटे बच्चे आते जाते दिखाई दे रहे है। कुछ दूर तक इसी तरह बाइक पर खड़े होकर स्टंट करता रहा । इस दौरान उसी के दोस्त उसकी वीडियो बना रहे थे। अब जब इसका वीडियो साेशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ तो पुलिस हरकत में आ गयी। अहिमामऊ चौकी इंचार्ज  वीडियो वायरल होने पर पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

काकोरी में चलती कार में स्टंट करने वाला गिरफ्तार

काकोरी थानाक्षेत्र में एक चलती कार में स्टंट करने का वीडियो वायरल हुआ था। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्टंट करने वाले युवक गिरफ्तार कर लिया है। युवक का नाम मानस है जो कि दुबग्गा के टॉड खेडा का रहने वाला है। इंस्पेक्टर सतीश कुमार राठौर ने बताया कि युवक को गिरफ्तार करने के बाद कार को सीज कर दिया गया है । स्टंट करने का वीडियो सोमवार को वायरल हुआ था।
झांसी के राधा कृष्ण एवं मनकामेश्वर मंदिर के पर्यटन विकास पर 58 लाख रु0 खर्च होंगे : जयवीर सिंह
लखनऊ । बुंदेलखंड का झांसी जनपद विविधताओं से भरा हुआ है। वीरों की धरती झांसी धार्मिक पर्यटन में भी विशेष स्थान रखता है। जनपद के टौरिया नरसिंह राव क्षेत्र स्थित प्राचीन श्री श्री 1008 राधा कृष्ण एवं मनकामेश्वर मंदिर स्वयं में अनूठा है। श्री श्री 1008 राधा कृष्ण मंदिर को प्रेम की प्रतिमूर्ति के रूप में पूजा जाता है। उप्र पर्यटन विभाग मंदिर का पर्यटन विकास करने जा रही है, जिसके लिए धनराशि स्वीकृत हुई है।

यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया, धार्मिक पर्यटन में प्रदेश नित नई ऊंचाइयों को छू रहा है। झांसी का श्री श्री 1008 राधा कृष्ण एवं मनकामेश्वर मंदिर अपनी ऐतिहासिकता और विशिष्ट धार्मिक पहचान की वजह से श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस परियोजना के तहत स्थल के सौंदर्यीकरण, सुविधाओं के विकास, आगंतुकों के लिए आवश्यक संरचनाओं सहित अन्य कार्य किया जाएगा। इसके अलावा, मूलभूत सुविधाएं जैसे स्वच्छता, बैठने की व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था तथा सड़कों के सुदृढ़ीकरण आदि पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।

श्री सिंह ने बताया कि झांसी जिले के ऐतिहासिक टौरिया नरसिंह राव क्षेत्र स्थित प्राचीन स्थल के पर्यटन विकास का कार्य शीघ्र ही आरंभ होने जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी योजना पर कुल 57.95 लाख रुपए की लागत आएगी। मंदिर में भक्तों को भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी के दर्शन होते हैं। अपने आराध्य के दर्शन के लिए श्रद्धालु दूर-दराज के इलाकों से आते हैं। यहाँ प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में पर्यटक झांसी आते हैं। पर्यटकों में बड़ी संख्या ऐसे लोगों की होती है जो मंदिर दर्शन को अवश्य जाते हैं। जन्माष्टमी सहित अन्य अवसरों पर प्राचीन श्री श्री 1008 राधा कृष्ण मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं। इसी तरह, मनकामेश्वर मंदिर का भी पर्यटन विकास होने जा रहा है। पर्यटक, रेल और सड़क मार्ग के जरिए आसानी से इन स्थलों तक पहुंच सकते हैं।
दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नगर निकायों की दुकानों में मिलेगा आरक्षण
दिव्यांगजनों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में योगी सरकार का महत्वपूर्ण कदम

नगर निगम और सूडा को निर्देश, पुनर्वास योजना के तहत दिव्यांगजनों को मिलेगा दुकान संचालन का अवसर

निर्धारित आरक्षण नीति के तहत किया जाएगा दुकानों और कीऑस्कों का आवंटन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सरकार ने नगर निगमों और नगर पंचायतों में बनने वाली दुकानों और कीऑस्कों में दिव्यांगजनों के लिए आरक्षण लागू करने का निर्णय लिया है। इस पहल के तहत नगर निगम और सूडा (राज्य शहरी विकास प्राधिकरण) को निर्देश दिए गए हैं कि वे पुनर्वास योजना के तहत दुकानों का आवंटन प्राथमिकता से दिव्यांगजनों को करें।

प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तिकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप ने मंगलवार को विधानसभा में अपने कार्यालय में नगर निगम और सूडा के अधिकारियों के साथ बैठक कर इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि दुकानों और कीऑस्कों का आवंटन निर्धारित आरक्षण नीति के तहत किया जाए और इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार कर पात्र दिव्यांगजनों तक जानकारी पहुंचाई जाए।


मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने बैठक में जोर देकर कहा कि नगर निगम और दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग संयुक्त रूप से एक नई योजना का प्रस्ताव तैयार करें, जिसके तहत शहरों में दिव्यांगजनों के लिए विशेष रूप से दुकानें बनाई जाएं और उन्हें संचालन का अवसर प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का  निर्देश है कि दिव्यांगजनों को न केवल शिक्षित किया जाए, बल्कि उन्हें स्वावलंबी और आर्थिक रूप से सशक्त भी बनाया जाए।

दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में दुकान निर्माण एवं संचालन योजना के तहत 1318 लाभार्थियों के लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 199 दिव्यांगजनों को 19.90 लाख रुपये व्यय कर लाभान्वित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त, जनपद स्तर पर 766 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनकी समीक्षा कर शीघ्र ही आवंटन प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
ओमैक्स न्यू हज़रतगंज बना अराजकता का केंद्र, होम स्टे व्यवसायी पर जानलेवा हमला

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के पॉश इलाकों में गिने जाने वाले ओमैक्स न्यू हज़रतगंज की साख इन दिनों लगातार गिरती जा रही है। यह प्रतिष्ठित रिहायशी परिसर अब गुंडागर्दी, नशाखोरी और असामाजिक गतिविधियों का अड्डा बनता जा रहा है। ताजा मामला गत दिवस का है, जब परिसर में होम स्टे व्यवसाय से जुड़े अर्पित शुक्ल पर जानलेवा हमला किया गया।

सूत्रों के अनुसार, अर्पित शुक्ल को दीपांशु नामक युवक ने एक बुकिंग को लेकर कॉल किया। आपसी बातचीत और बुकिंग के विवाद के चलते जब अर्पित अपने मैनेजर प्रिंस झा के साथ मौके पर पहुँचे, तो पहले से मौजूद दीपांशु, विवेक, आयुष, अमन, योगेश, वैभव और अन्य युवकों ने उन पर अचानक हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हमलावर नशे की हालत में थे और उन्होंने प्रिंस झा की बेरहमी से पिटाई की।

इस घटना ने परिसर में रह रहे निवासियों और व्यापारियों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। लोगों का कहना है कि ओमैक्स की प्रशासनिक लापरवाही के चलते असामाजिक तत्वों का बोलबाला बढ़ता जा रहा है। खास बात यह है कि घटना को कई दिन बीत चुके हैं, फिर भी अभी तक हमलावरों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

स्थानीय निवासियों और व्यवसायियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए, दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता देते हुए मजबूत किया जाए। यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो ओमैक्स न्यू हज़रतगंज की पहचान एक सुरक्षित परिसर की जगह, अराजकता के गढ़ के रूप में हो जाएगी।
अनफिट स्कूल वाहनों पर होगी सख्त कार्रवाई

* 01 से 15 जुलाई तक पूरे प्रदेश में चलेगा विशेष अभियान

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए परिवहन विभाग ने अनफिट स्कूल वाहनों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। 1 जुलाई से 15 जुलाई तक पूरे उत्तर प्रदेश में एक विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसमें स्कूल वाहनों की फिटनेस की जांच की जाएगी। इस अभियान के अंतर्गत अनफिट पाए गए वाहनों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

परिवहन विभाग के अनुसार, यदि कोई स्कूल वाहन तकनीकी रूप से असुरक्षित पाया जाता है, तो न केवल वाहन मालिक बल्कि संबंधित स्कूल प्रशासन पर भी कार्रवाई की जाएगी। आरटीओ (क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी) की टीमें प्रदेशभर में स्कूलों और सड़कों पर औचक निरीक्षण करेंगी। जांच के दौरान वाहनों की ब्रेकिंग सिस्टम, टायर, एलपीजी/सीएनजी फिटिंग, फर्स्ट एड बॉक्स, फायर सेफ्टी उपकरण, ओवरलोडिंग आदि की विशेष रूप से जांच की जाएगी।

अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि बच्चों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। पिछले कुछ वर्षों में सामने आए सड़क हादसों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की दुर्घटना को रोका जा सके।

परिवहन विभाग ने सभी स्कूल प्रबंधनों को निर्देश जारी किए हैं कि वे अपने वाहनों की समय पर फिटनेस जांच कराएं और आवश्यक सुधार कार्य समय रहते पूरा करें। इस अभियान का उद्देश्य न केवल नियमों का पालन कराना है, बल्कि बच्चों को एक सुरक्षित परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित करना भी है।

कौशल विकास को मिलेगी नई उड़ान, 62 और आईटीआई में बनेंगी टाटा टेक्नोलॉजीज की वर्कशॉप

* मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप बढ़ेगा युवाओं को रोजगार देने का रास्ता लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप उत्तर प्रदेश में युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। प्रदेश सरकार ने टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (TTL) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता (MoU) किया है, जिसके तहत अब 62 नए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में आधुनिक वर्कशॉप स्थापित की जाएंगी। इससे पहले 149 आईटीआई में वर्कशॉप की स्थापना हो चुकी है, जहां प्रशिक्षण कार्य प्रगति पर है। यह पहल न केवल युवाओं को तकनीकी रूप से दक्ष बनाएगी, बल्कि उन्हें मारुति सुजुकी, महिंद्रा, टाटा मोटर्स, विप्रो, इनफोसिस, रिलायंस जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी। व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि 5 उत्कृष्टता केंद्रों की स्थापना भी की जा रही है, जिससे प्रशिक्षण की गुणवत्ता और रोजगार क्षमता में उल्लेखनीय सुधार आएगा। प्रदेश में कुल 334 आईटीआई कार्यरत हैं, जिनमें से 76 पीपीपी मोड पर संचालित हैं। इनके अतिरिक्त, निजी क्षेत्र में 3,230 संस्थान युवाओं को 118 से अधिक ट्रेडों में प्रशिक्षण दे रहे हैं। आईटीआई के माध्यम से न केवल रोजगार के अवसर सुलभ हैं, बल्कि स्वरोजगार को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। सरकार की मुद्रा योजना के तहत प्रशिक्षित युवाओं को बिना गारंटी के ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री का विशेष जोर स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन पर है। इसके लिए रेलवे, सेना, नौसेना, पीडब्लूडी, सिंचाई विभाग, बीएचईएल, एचएएल, ओएनजीसी, एनटीपीसी जैसी संस्थाओं में भी अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। महिलाओं, अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों के लिए विशेष आईटीआई भी संचालित हैं। महिलाओं के लिए 12 विशिष्ट आईटीआई और 47 महिला शाखाएं हैं, जबकि 43 अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में और 84 एससी/एसटी के लिए विशेष संस्थान कार्यरत हैं।