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शराब घोटाला मामला: पूर्व मंत्री कवासी लखमा की 14 दिन की बढ़ी न्यायिक रिमांड, 25 अप्रैल तक रहेंगे जेल में

रायपुर- छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले मामले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को आज EOW की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया. अब कवासी लखमा 25 अप्रैल तक जेल में रहेंगे।

21 जनवरी से जेल में हैं कवासी लखमा

गौरतलब है कि शराब घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 15 जनवरी को पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था. इससे पहले उनसे दो बार ED दफ्तर बुलाकर पूछताछ की गई थी. गिरफ्तारी के 7 दिन बाद कवासी लखमा को पहले ED ने 7 दिन कस्टोडियल रिमांड में लेकर पूछताछ की थी. उसके बाद 21 जनवरी से 4 फरवरी तक लखमा को 14 दिन के न्यायिक रिमांड पर भेजा गया था. पिछली सुनवाई के दौरान जेल में पर्याप्त सुरक्षा बल नहीं होने के कारण लखमा की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई थी. सुनवाई के बाद कोर्ट ने लखमा की 18 फरवरी तक रिमांड बढ़ा दी थी.

क्या है शराब घोटाला?

तत्कालीन भूपेश सरकार में पूर्व IAS अनिल टुटेजा, उनके बेटे यश टुटेजा और CM सचिवालय की तत्कालीन उपसचिव सौम्या चौरसिया के खिलाफ आयकर विभाग ने दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में 11 मई, 2022 को याचिका दायर की थी, जिसमें कहा गया कि छत्तीसगढ़ में रिश्वत, अवैध दलाली के बेहिसाब पैसे का खेल चल रहा है. इसमें रायपुर महापौर रहे एजाज ढेबर का भाई अनवर ढेबर अवैध वसूली करता है. दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में दायर याचिका के आधार पर ED ने 18 नवंबर, 2022 को PMLA एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था. आयकर विभाग से मिले दस्तावेजों के आधार पर ED ने जांच के बाद 2161 करोड़ के घोटाले की बात का कोर्ट में पेश चार्जशीट में जिक्र किया था.

ED ने अपनी चार्जशीट में बताया कि किस तरह एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर के आपराधिक सिंडिकेट के ज़रिए आबकारी विभाग में बड़े पैमाने पर घोटाला किया गया. ED ने चार्जशीट में कहा कि 2017 में आबकारी नीति में संशोधन कर CSMCL के जरिये शराब बेचने का प्रावधान किया गया, लेकिन 2019 के बाद शराब घोटाले के किंगपिन अनवर ढेबर ने अरुणपति त्रिपाठी को CSMCL का MD नियुक्त कराया. उसके बाद अधिकारियों, कारोबारियों और राजनैतिक रसूख वाले लोगों के सिंडिकेट के ज़रिए भ्रष्टाचार किया गया, जिससे 2161 करोड़ का घोटाला हुआ. इस मामले में ED ने 15 जनवरी को कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था.

ED ने कोर्ट में 3,841 पन्नों की चार्जशीट की पेश

गौरतलब है कि 13 मार्च को शराब घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने स्पेशल कोर्ट में 3,841 पन्नों का चालान पेश किया है, जिसमें जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा समेत 21 अन्य को आरोपी बनाया गया है.

2024 बैच के IPS अफसरों को कैडर अलॉट : छत्तीसगढ़ को मिले 5 आईपीएस, अपूर्वा अग्रवाल और अनुषा पिल्ले को मिला होम कैडर, देखें लिस्ट…

रायपुर- केंद्र सरकार ने 2024 बैच के 200 IPS अफसरों को कैडर अलॉट कर दिया है, जिसमें छत्तीसगढ़ को 5 आईपीएस मिले हैं. छत्तीसगढ़ की अपूर्वा अग्रवाल और अनुषा पिल्ले को होम कैडर मिला है. इसके अलावा दिल्ली के यश केंवट, उत्तरप्रदेश के आदित्य कुमार और महाराष्ट्र के प्रतीक बंसोड़ दादा साहब को छत्तीसगढ़ कैडर मिला है.

बता दें कि अनुषा पिल्ले छत्तीसगढ़ की IAS रेणु पिल्ले और रिटायर्ड आईपीएस संजय पिल्ले की बेटी है. यूपीएससी मेन्स-2023 में अनुषा पिल्ले ने 202 रैंक हासिल की थी. अनुषा के भाई अक्षय पिल्ले ने भी 2021 यूपीएससी में 51 रैंक हासिल किया था. वे वर्तमान में ओडिशा कैडर के आईएएस अफसर हैं।


देखें पूरी लिस्ट –

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने खनिज विभाग के कामकाज की समीक्षा की

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आज मंत्रालय महानदी भवन में खनिज विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में छत्तीसगढ़ की खनिज संपदा, अन्वेषण कार्यों, तकनीकी नवाचारों और राजस्व उपलब्धियों की विस्तृत समीक्षा की गई। केंद्रीय मंत्री श्री रेड्डी ने खनन क्षेत्र में छत्तीसगढ़ की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त की और देश की प्रगति में राज्य की अग्रणी भूमिका की बात कही। उन्होंने देश में वर्ष 2024-2025 में कोयला उत्पादन में 1 बिलियन टन का लक्ष्य हासिल करने पर खुशी जाहिर की और इसे पाने में छत्तीसगढ़ के योगदान को सराहा। इस मौके पर मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने देश के पहले लिथियम ब्लॉक के कंपोजिट लाइसेंस अनुबंध दस्तावेज सफल बोलीदाता के प्रतिनिधि को सौंपे। साथ ही दंतेवाड़ा जिले के तीन और कांकेर जिले के एक लौह अयस्क ब्लॉक के प्रीफर्ड बिडर आदेश प्रदान किए।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज की यह समीक्षा बैठक प्रदेश में कोयला एवं खनन के क्षेत्र के लिए लाभदायक होगी। हम केंद्र सरकार के साथ आवश्यक समन्वय करते हुए खनन क्षेत्र में छत्तीसगढ़ की भागीदारी को और अधिक प्रभावशाली बनाएंगे। विकसित भारत के निर्माण में हमारा राज्य खनिज क्षेत्र के माध्यम से एक मजबूत स्तंभ बने, यही हमारा लक्ष्य है। श्री साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ खनिज संसाधनों से परिपूर्ण राज्य है और संसाधनों का समुचित व सतत उपयोग सुनिश्चित करने की दिशा में अनेक नवाचारी पहल की गई हैं। हमारे राज्य में कोयला, लौह अयस्क, बॉक्साइट, टिन, चूना पत्थर सहित कई क्रिटिकल खनिजों की उपलब्धता है, जो प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के साथ ही देश की औद्योगिक प्रगति में भी अहम भूमिका निभाती हैं। विकसित राष्ट्र की परिकल्पना के परिप्रेक्ष्य में सामरिक महत्व के खनिजों की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए विभाग द्वारा अपनी अन्वेषण योजना में व्यापक बदलाव करते हुए क्रिटिकल खनिजों के अन्वेषण को प्राथमिकता दी जा रही है।

श्री साय ने कहा कि पारदर्शिता, पर्यावरणीय उत्तरदायित्व और तकनीकी दक्षता लाने के लिए खनिज ऑनलाइन पोर्टल, ई-नीलामी प्रक्रिया, स्टार रेटिंग जैसे उपायों को अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डीएमएफ के माध्यम से खनन प्रभावित क्षेत्रों के समावेशी विकास को प्राथमिकता दी जा रही है।

केंद्रीय खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज संसाधनों की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध और रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है। कोयला, लौह अयस्क, बॉक्साइट, चूना पत्थर जैसे महत्वपूर्ण खनिजों के साथ-साथ देश का एकमात्र टिन उत्पादक राज्य होने का गौरव भी छत्तीसगढ़ को प्राप्त है।

श्री रेड्डी ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में ‘क्रिटिकल मिनरल्स’ और खनन क्षेत्र की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। छत्तीसगढ़ ने इस दिशा में जो अग्रणी कदम उठाए हैं, वे भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार खनिज संसाधनों के अन्वेषण, सतत उपयोग और खनन प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि छत्तीसगढ़, खनिज क्षेत्र में अपनी मजबूत भूमिका निभाते हुए देश के समग्र विकास में प्रभावी योगदान देता रहेगा।

केंद्रीय मंत्री श्री रेड्डी ने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान देश की सबसे बड़ी कोयला खदान गेवरा के निरीक्षण का ज़िक्र किया। उन्होंने खदान में किए जा रहे नवाचारों और अत्याधुनिक तकनीकों की भी सराहना की। उन्होंने गेवरा में जापानी मियावाकी तकनीक से विकसित वृक्षारोपण स्थल का उल्लेख करते हुए इस पहल के वृहद स्तर पर उपयोग की भी बात कही। श्री रेड्डी ने खनन प्रभावित क्षेत्रों में पीएम सूर्य घर योजना के तहत सौर विद्युत उपलब्ध कराने की भी बात कही। उन्होंने खनन क्षेत्रों में बढ़ रहे यातायात के दबाव एवं नागरिक सुरक्षा को देखते हुए कोयला परिवहन के लिए बनाए जा रहे डेडिकेटेड कोल कॉरिडोर की प्रगति की भी जानकारी ली।

मुख्यमंत्री के सचिव और खनिज साधन विभाग के सचिव पी. दयानंद ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा संचालित खनन गतिविधियों एवं नीतियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खनिज संसाधनों के समुचित दोहन एवं प्रबंधन के लिए केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों का बेहतर समन्वय करते हुए कई महत्वपूर्ण पहल की गई हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 28 प्रकार के खनिज मौजूद हैं। हमारा राज्य देश के कुल क्षेत्रफल का मात्र 4% होने के बावजूद राष्ट्रीय खनिज उत्पादन मूल्य में 17% से अधिक का योगदान देता है और खनिज उत्पादक राज्यों में द्वितीय स्थान पर है।

खनिज राजस्व और अन्वेषण में ऐतिहासिक प्रगति का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री के सचिव पी दयानंद ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में छत्तीसगढ़ ने लगभग 14,195 करोड़ रुपये का खनिज राजस्व अर्जित किया है, जो प्रदेश की कुल आय का 23% और जीएसडीपी का 11% है। राज्य ने ई-नीलामी के माध्यम से 48 मुख्य खनिज ब्लॉक्स का सफलतापूर्वक आवंटन किया है। उन्होंने कहा कि 2024-25 की 56 अन्वेषण परियोजनाओं में से 32 सामरिक, क्रिटिकल व डीप सीटेड खनिजों के लिए हैं। पिछले वर्षों में ई-नीलामी के माध्यम से ग्रेफाइट, ग्लूकोनाइट,निकल-क्रोमियम-पीजीआई, गोल्ड जैसे महत्वपूर्ण खनिजों के 10 ब्लॉक्स आवंटित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि देश का पहला लिथियम ब्लॉक कटघोरा में सफलतापूर्वक आवंटित हुआ है, जो ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम है और यह हमारे राज्य की क्षमता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद ने बताया कि खनिज ऑनलाइन पोर्टल, क्लाउड बेस्ड व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम जैसी पहल से पारदर्शिता एवं दक्षता सुनिश्चित की गई है। वहीं गौण खनिजों के लिए स्टार रेटिंग प्रणाली, वैज्ञानिक पद्धति से माइनिंग और पर्यावरण सुरक्षा के साथ सतत खनन को बल मिला है। उन्होंने बताया कि पूर्व खदानों के पुनर्विकास जैसे विश्रामपुर में केनपारा ईको टूरिज्म और जामुल में किन्नू गार्डन के प्रकल्प इस दिशा में उठाए गए महत्वपूर्ण कदम हैं। उन्होंने बताया कि खनिज विकास निधि से प्रदेश के खनिज बाहुल्य अंदरूनी क्षेत्रों में रेल पथ निर्माण हेतु 720 करोड़ रुपये की रेल परियोजनाएं परिवहन ढांचे को मजबूत कर रही हैं। उन्होंने बताया कि डीएमएफ पोर्टल के माध्यम से 33 जिलों में 15 हजार करोड़ से अधिक की राशि से खनन प्रभावित क्षेत्रों का समावेशी विकास सुनिश्चित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने सौंपे लिथियम ब्लॉक के कंपोजिट लाइसेंस और लौह अयस्क ब्लॉक्स के प्रीफर्ड बिडर आदेश

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आज समीक्षा बैठक के दौरान कटघोरा लिथियम ब्लॉक के कंपोजिट लाइसेंस अनुबंध दस्तावेज और 04 लौह अयस्क ब्लॉक्स के प्रीफर्ड बिडर आदेश सफल बोलीदाताओं को प्रदान किए। इसके साथ ही टिन खनिज के 03 भौमिकी प्रतिवेदन ई-नीलामी के माध्यम से आवंटन हेतु भारत सरकार के कोयला मंत्रालय को सौंपा गया है। चूंकि टिन सामरिक महत्व का खनिज है, इसलिए खनिज अधिनियम के तहत इसके आवंटन का अधिकार भारत सरकार के खान मंत्रालय को है। प्रदेश के खनिज विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के दंतेवाड़ा, सुकमा और बस्तर जिले अंतर्गत तीन ब्लॉक्स को चिन्हित किया गया है। इसमें ग्राम नेरली, जिला दंतेवाड़ा; ग्राम कुमा कोलेंग, जिला सुकमा; और ग्राम कुमा कोलेंग, जिला सुकमा एवं बस्तर शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा भारत का पहला लिथियम ब्लॉक, ई-नीलामी के माध्यम से कोरबा जिले के कटघोरा क्षेत्र में माईकी साउथ माइनिंग प्रा. लि. को 76.05% की उच्चतम बोली के साथ आवंटित किया गया है। इसके अतिरिक्त राज्य शासन द्वारा ई-ऑक्शन के माध्यम से दंतेवाड़ा और कांकेर जिलों के कुल चार लौह अयस्क ब्लॉक्स के लिए उच्चतम बोलीदाताओं आर्सेलर मित्तल, रूंगटा सन्स और सागर स्टोन को आवंटित किया गया है।

इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, कृषि उत्पादन आयुक्त शहला निगार, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, उद्योग विभाग के सचिव रजत कुमार, सचिव अंकित आनंद, कोयला मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव रुपिंदर बराड़, संयुक्त सचिव बी. पी. पति, कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन पी. एम. प्रसाद, एसईसीएल के सीएमडी हरीश दुहन, खनिज संचालक सुनील जैन एवं इंडियन ब्यूरो ऑफ माइंस के अधिकारी सहित केंद्र तथा राज्य सरकार के खनिज विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया 'झरिया' एल्कलाइन वॉटर बॉटलिंग प्लांट का शुभारंभ

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज नवा रायपुर अटल नगर के पचेड़ा में 'झरिया' एल्कलाइन वॉटर बॉटलिंग प्लांट का शुभारंभ किया। इस प्लांट का संचालन पचेड़ा, अभनपुर के शारदा स्व-सहायता समूह द्वारा किया जाएगा। प्लांट के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने समूह की दीदियों से बातचीत की और एल्कलाइन वॉटर बॉटलिंग प्लांट संबंधी जानकारी ली। उन्होंने इस अवसर पर प्लांट के एल्कलाइन पेयजल का स्वाद भी चखा और कहा कि एल्कलाइन जल शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। बिहान समूह की महिलाओं द्वारा पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर यूनिट के संचालन को मुख्यमंत्री श्री साय ने महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करने वाला एक प्रेरणादायक उदाहरण बताया।

इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री साय ने झरिया मोबाइल ऐप और वेब पोर्टल भी लॉन्च किया। यह ऐप लोगों को ऑनलाइन एल्कलाइन पेयजल की मांग करने की सुविधा देगा। उल्लेखनीय है कि नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण तथा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘बिहान’ के संयुक्त सहयोग से इस प्लांट की स्थापना की गई है। इस प्लांट में समूह की दस महिलाएं प्लांट का संचालन कर रही हैं। बिहान टीम द्वारा तकनीकी मार्गदर्शन एवं समन्वय स्थापित कर उन्हें आजीविका संवर्धन की दिशा में निरंतर सहयोग प्रदान किया जा रहा है।

यह प्लांट पूर्णतः आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित है, जिसमें प्रोसेसिंग से लेकर पैकेजिंग तक की सभी व्यवस्थाएं उच्च गुणवत्ता मानकों के अनुरूप सुनिश्चित की गई हैं। संयंत्र में नवीनतम मशीनों से युक्त दो प्रयोगशालाएं भी स्थापित की गई हैं, जो जल की शुद्धता और एल्कलाइन स्तर की निरंतर जांच एवं नियंत्रण सुनिश्चित करती हैं। इस संयंत्र से रायपुर, नवा रायपुर और आसपास के क्षेत्र के लोगों को उच्च गुणवत्ता युक्त एल्कलाइन जल की सहज उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी।

इस प्लांट में बिहान की लगभग 10 महिलाएं सतत स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकेंगी और उन्हें ‘लखपती दीदी’ के लक्ष्य की ओर बढ़ने का सशक्त अवसर प्राप्त होगा। एल्कलाइन पानी के सेवन से शरीर का पीएच स्तर संतुलित रहता है। एल्कलाइन पानी से हाइड्रेशन बेहतर होता है, वजन नियंत्रित रहता है, हड्डियाँ मजबूत होती हैं और शरीर प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स होता है। इसके साथ ही यह त्वचा की सेहत में सुधार लाता है और हृदय को स्वस्थ रखने में भी सहायक होता है।

समूह की दीदियों ने बताया कि इस संयंत्र से पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर 500 एमएल की काँच की बोतलों में आपूर्ति की जाएगी। काँच की बोतलों से ड्रिंकिंग वॉटर आपूर्ति से प्लास्टिक की बोतलों के उपयोग में कमी आने से पर्यावरणीय संतुलन बेहतर होगा और प्लास्टिक जनित दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलेगी। साथ ही, नवा रायपुर क्षेत्र को ‘नो प्लास्टिक जोन’ के रूप में विकसित करने की दिशा में ठोस पहल होगी। यह पैकेज्ड ड्रिंकिंग पेयजल की आपूर्ति सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों में माँग अनुसार की जाएगी।

समूह की अध्यक्ष पूनम बारले ने मुख्यमंत्री श्री साय को बताया कि आज पहले दिन ही उन्हें भारतीय प्रबंध संस्थान नवा रायपुर से 200 बोतल पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर की माँग प्राप्त हुई है, जिसे समूह की महिलाएं स्वयं ई-रिक्शा के माध्यम से पहुँचा रही हैं।

इस अवसर पर वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी, आरंग विधायक खुशवंत साहेब, उद्योग सचिव रजत कुमार, एनआरडीए सचिव अंकित आनंद, एनआरडीए के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सौरभ कुमार, कलेक्टर रायपुर गौरव सिंह, आयुक्त जनसंपर्क डॉ. रवि मित्तल तथा सीईओ जिला पंचायत कुमार विश्वरंजन उपस्थित थे।

मासूम बच्ची से रेप-मर्डर मामले में गरमाई सियासत: CBI जांच की मांग कांग्रेस दुर्ग से रायपुर तक निकालेगी न्याय यात्रा,सीएम हाउस का भी करेंगे घेराव

रायपुर- दुर्ग की मासूम बच्ची के साथ हुई वीभत्स घटना को लेकर प्रदेश में सियासत गरम है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने मामले को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए 18 से 21 अप्रैल तक “न्याय यात्रा 2.0” निकालने का ऐलान किया है. यह पदयात्रा दुर्ग से रायपुर तक 45 किमी की होगी, जिसका नेतृत्व पीसीसी चीफ दीपक बैज करेंगे. वहीं 21 अप्रैल को मुख्यमंत्री निवास का घेराव भी किया जाएगा. इस पदयात्रा में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता एकजुट होकर घटना में न्याय की मांग करेंगे. इस दौरान कांग्रेस CBI जांच की मांग को लेकर भी दबाव बनाएगी.

दरअसल, आज कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में दुर्ग में मासूम बच्ची के साथ हुई घटना को लेकर प्रेस वार्ता की गई, जिसमें पीसीसी चीफ दीपक बैज, कांग्रेस जांच समिति की संयोजक संगीता सिन्हा और अन्य सदस्य मौजूद रहे. दीपक बैज ने पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि पीड़ित परिवार पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं है. पीड़ित परिवार के लोगों को ही पुलिस रात को उठकर थाने ले गई और मारपीट किया गया. घर में मौजूद आठ साल की बच्ची से मारपीट का उन्होंने आरोप लगाया है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या लोहारीडीह जैसी परिस्थिति उत्पन्न करना चाहती है सरकार ? उन्होंने पुलिस पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि थाने में पुलिस ने पीड़ित परिजनों को मौत के घाट उतारने का प्रयास किया है. दीपक बैज ने पुलिस की जांच में कई सवाल उठाए और CBI से मामले की जांच करने की मांग की.


राज्यपाल से कांग्रेस करेगी मुलाकात

नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के नेतृत्व में कांग्रेसजन 13 अप्रैल को राज्यपाल से मुलाकात करने राजभवन जाएंगे. इस दौरान उन्हें घटना की पूरी जानकारी दी जाएगी. इसके बाद 18 से 21 अप्रैल तक कांग्रेस “न्याय यात्रा” निकालकर दुर्ग की निर्भया को न्याय दिलाने की मांग करेगी.

पीसीसी चीफ दीपक बैज ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि कांग्रेस ने CBI जांच की मांग की है. पुलिस की कार्रवाई पर कांग्रेस ने आशंका ज़ाहिर की है. CBI को केस हैंडओवर करने की कांग्रेस ने मांग की है. घटना को लेकर कांग्रेस राज्यपाल से चर्चा करेगी. 13 अप्रैल को नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात की जाएगी. घटना की रिपोर्ट सचिन पायलट को पीसीसी चीफ ने सौंपी है. पीसीसी चीफ दीपक बैज ने दुर्ग की मासूम को ‘दुर्ग की निर्भया’ से संबोधित किया और कहा कि दुर्ग की निर्भया के लिए कांग्रेस गंभीर है. कांग्रेस 18 अप्रैल से 21 अप्रैल तक न्याय यात्रा निकालेगी.

जानिए क्या है पूरा मामला

बता दें कि मोहन नगर थाना क्षेत्र के उरला इलाके की रहने वाली 6 साल की बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिजनों ने पुलिस में दर्ज कराई गई थी. बताया गया कि, रविवार सुबह 9 बजे अपनी दादी के घर कन्या भोज के लिए गई थी. इसके बाद से वह घर नहीं लौटी. पुलिस भी तलाश में जुटी लेकिन बच्ची का कोई पता नहीं चला. इस बीच, शाम 7.30 बजे सूचना मिली की बच्ची की लाश एक कार में मिली है. परिजन मौके पर पहुंचे और लाश को डिक्की से बाहर निकाला. इस दौरान बच्ची खून से लहूलुहान मिली.

बच्ची बहुत बुरी हालत में कार के अंदर सीट के नीचे पड़ी थी. उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान थे, चमड़ी उधड़ी हुई थी. परिजन बच्ची को लेकर दुर्ग जिला अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया.

भीड़ ने संदेही के घर लगाई आग

वारदात के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. देर रात कार मालिक के घर और कार में तोड़फोड़ भी हुई. इधर पुलिस ने भी, कार मालिक, उसके ड्राइवर समेत 5 लोगों को संदेह आधार पर हिरासत में लिया. इनमें बच्ची का चाचा भी था. इसके बाद, आगे की पूछताछ में संदिग्ध में 3 लोग बचे. पुलिस का कहना है कि, पूछताछ, टेक्निकल सबूत और आरोपी के कबूलनामा से ये पता चला का कि, आरोपी बच्ची का ही चाचा है. फिलहाल उसे रिमांड में लेकर और सवालों के जवाब ढूंढे जा रहे.

इन धाराओं में दर्ज किया गया है मामला

मामले में प्रार्थी ओम नगर, उरला निवासी सन्नी यादव पिता स्व. मनोहर लाल यादव की रिपोर्ट पर मोहन नगर थाना में अपराध क्रमांक 133/25 धारा 137 (2) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है. प्रकरण में धारा 103 (1), 64 (2)(एफ), 65 (2), 66, 238(ए) बीएनएस एवं 6 पॉक्सो एक्ट का समावेश किया गया है.

SP ने किया SIT का गठन

मामले में दुर्ग पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (आईयूसीएडब्ल्यू) पद्मश्री तंवर की अगुवाई में गठित टीम पूरे मामले में साक्ष्य जुटाने से लेकर फास्ट ट्रेक कोर्ट में चार्ज शीट पेश करने का काम करेगी.

इस विशेष जांच दल में मोहन नगर थाना प्रभारी निरीक्षक शिव प्रसाद चंद्रा, महिला थाना प्रभारी निरीक्षक श्रद्धा पाठक, छावनी थाना प्रभारी उप निरीक्षक चेतन चंद्राकर, उप निरीक्षक पारस ठाकुर (मोहन नगर थाना), सहायक उप निरीक्षक राजेन्द्र देशमुख (थाना मोहन नगर), सहायक उप निरीक्षक संगीता मिश्रा, (रक्षा टीम) प्रधान आरक्षक लक्ष्मी नारायण पात्रे (मोहन नगर थाना) को शामिल किया गया है.

सात साल बाद कोर्ट का फैसला : आरआई की पिटाई मामले में BJP के पूर्व पार्षद को 5 साल की सजा

रायपुर- सात साल पहले राजस्व निरीक्षक के साथ मारपीट के मामले में जिला अदालत ने भाजपा के पूर्व पार्षद आकाश दुबे और उसके साथी को 5 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है. 5 हजार रुपये अर्थदंड भी लगाया है. जिला अपर सत्र न्यायाधीश मधुसूदन चंद्राकर की अदालत ने शुक्रवार को आरोपी आकाश दुबे और उनके साथी श्याम प्रकाश साहू को सजा सुनाई है.

बता दें कि आरोपी आकाश दुबे ब्राम्हणपारा वार्ड के पार्षद रहे हैं. वर्तमान में उनकी पत्नी सरिता दुबे पार्षद हैं. जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने जमीन के सीमांकन के दौरान विवाद पर प्रार्थी किशोर वर्मा और राजस्व निरीक्षक से गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दी थी. राजस्व निरीक्षक राजेन्द्र चंद्राकर की पिटाई की, जिससे बांये हाथ में गंभीर चोटें आई.

आरोपियों के खिलाफ डीडी नगर थाने में धारा 294, 506, 186, 353, 332, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया था. प्रार्थी राजेन्द्र चंद्राकर की एक्स-रे रिपोर्ट के बाद विवेचना में 333 धारा जोड़ी गई. सुनवाई के दौरान आरोपियों ने स्वयं को निर्दोष बताया, लेकिन बचाव में कोई साक्ष्य पेश नहीं किया. इसके बाद अदालत ने आकाश दुबे और उसके साथी श्याम प्रकाश साहू को 5 वर्ष और एक वर्ष की अतिरिक्त कारावास की सजा सुनाई. इसके अलावा 5 हजार रुपये अर्थदंड लगाया. दोनो सजाएं एक साथ चलेगी.

ओडिशा, छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों में बीजू कार्ड बैन : अस्पतालों में चल रहा था अवैध कमाई का खेल, माझी सरकार ने जारी किया आदेश

रायपुर- अस्पतालों में ओडिशा की हेल्थ स्कीम के तहत जारी बीजू कार्ड से जमकर कमाई की जा रही थी। इसके चलते ओडिशा के अलावा अन्य राज्यों में संचालित इस योजना को अब बंद कर दिया गया है। अब ओडिशा, छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों के अस्पतालों में बीजू कार्ड से मरीजों का इलाज नहीं होगा। पहले से इस कार्ड के जरिए भर्ती मरीजों का इलाज जारी रहेगा। नए मरीज भर्ती करने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसका आदेश ओडिशा सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने जारी किया है।

बता दें कि छत्तीसगढ़ में बीजू कार्ड से इलाज के लिए दर्जनभर से ज्यादा अस्पताल पंजीकृत हैं। इनमें से कुछ ने अपने एजेंट ओडिशा तक फैला रखे हैं, जो मुफ्त इलाज का झांसा देकर मरीजों को अपने वाहन से छत्तीसगढ़ के अस्पताल तक ला रहे हैं। इस कार्ड से जमकर कमाई इसलिए भी हो रही है, क्योंकि ओडिशा सरकार इस कार्ड के माध्यम से पांच से दस लाख रुपए तक इलाज की सुविधा दे रही है। यहां बताना लाजिमी है कि छत्तसीगढ़ के आयुष्मान कार्ड में भी गड़बड़ी का खुलासा हो चुका है और डेढ़ दर्जन से ज्यादा अस्पतालों को नोटिस जारी किया जा चुका है। कुछ का पंजीयन भी रद्द हो चुका है। 

ज्यादा पैसा कमाने कई पैंतरे अपना रहे पंजीकृत निजी अस्पताल

आयुष्मान की तरह ही बीजू कार्ड में भी खेल किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में आयुष्मार्ड कार्ड में मरीजों को पचास हजार से लेकर पांच लाख तक की सुविधा दी जा रही है, जबकि ओडिशा के बीजू स्वास्थ्य कार्ड में यह राशि पांच से दस लाख रुपए तक है। इस योजना में उपचार राशि का भुगतान भी छत्तीसगढ़ की तुलना में काफी में तेजी से किया जाता है। कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लिए पंजीकृत निजी अस्पताल विभिन्न तरह के पैंतरे अपना रहे हैं।

आईसीयू में भर्ती का खेल

स्वास्थ्य योजनाओं में सामान्य वार्ड और आईसीयू में भर्ती मरीजों के इलाज के लिए अलग अलग पैकेज निर्धारित है। ज्यादा रकम की चाह में अस्पताल प्रबंधन सामान्य मरीजों को सीरियस बताने और कभी गैर जरूरी ऑपरेशन करने से भी नहीं चूकते हैं। पिछले दिनों राज्य के कुछ अस्पतालों पर इसी मामले में जुर्माना भी किया गया है।

एक्शन मोड में छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड, वक्फ प्रॉपर्टी का निरीक्षण करने दिल्ली से रायपुर पहुंची 10 सदस्यीय टीम

रायपुर- भारत में वक्फ संशोधन अधिनियम लागू होने के बाद छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड एक्शन मोड में आ गया है. वक्फ प्रॉपर्टी का निरीक्षण करने भारत सरकार की 10 सदस्यीय टीम दिल्ली से रायपुर पहुंची है. छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज के साथ टीम फाते शाह मार्केट टिकरापारा में वक्फ प्रॉपर्टी का निरीक्षण कर रही.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष सौरभ सिंह को पदभार ग्रहण पर दी बधाई एवं शुभकामनाएं

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की उपस्थिति में आज छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष सौरभ सिंह ने पदभार ग्रहण किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने पदभार ग्रहण पर सौरभ सिंह को बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर विधायक संपत अग्रवाल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, क्रेडा के अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी, मुख्यमंत्री के सचिव एवं खनिज विभाग के सचिव पी.दयानंद, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के प्रबंध संचालक सुनील जैन सहित अनेक जनप्रतिनिधि और अधिकारीगण उपस्थित थे।

नवा रायपुर में सीएम विष्णुदेव साय ने ई-ऑटो सेवा का किया शुभारंभ, लखपति दीदी योजना के तहत 40 महिलाओं को मिला रोजगार

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर में एक नई पर्यावरण अनुकूल सार्वजनिक परिवहन सेवा—ई-ऑटो सेवा—का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। यह सेवा नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण और छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन "बिहान" के सहयोग से शुरू की गई है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि यह केवल एक परिवहन सेवा का शुभारम्भ नहीं, बल्कि महिलाओं के स्वावलंबन और उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में राज्य सरकार का एक सशक्त प्रयास है।

ई-ऑटो सेवा का संचालन महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा किया जाएगा, जिसमें 3 क्लस्टरों के 15 ग्राम संगठनों की कुल 40 महिला सदस्य शामिल हैं। यह ई-ऑटो सेवा 130 किलोमीटर के दायरे में आवासीय क्षेत्रों, कार्यालयों, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और जंगल सफारी जैसे प्रमुख स्थानों को जोड़ेगी।

‘लखपति दीदी योजना’ के तहत यह पहल 40 महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी। महिलाओं की मासिक आय में वृद्धि होगी और वे आर्थिक रूप से सशक्त बनेंगी। यह सेवा आने वाले समय में स्थानीय परिवहन के क्षेत्र में एक मॉडल बनकर उभरेगी, जिससे नवा रायपुर के निवासियों को सुविधाजनक, किफायती और प्रदूषण रहित परिवहन सुविधा प्राप्त होगी।

इस अवसर पर आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओ. पी. चौधरी, विधायक गुरु खुशवंत साहेब, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद, उद्योग विभाग के सचिव रजत कुमार, आवास एवं पर्यावरण विभाग के सचिव अंकित आनंद, एनआरडीए के सीईओ सौरभ कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।