नवादाः वक्फ संशोधन बिल को लेकर बिहार जेडीयू में टूट का सिलसिला थम नहीं रहा है। नवादा जिले में जेडीयू को उस समय एक बड़ा झटका लगा
नवादाः वक्फ संशोधन बिल को लेकर बिहार जेडीयू में टूट का सिलसिला थम नहीं रहा है। नवादा जिले में जेडीयू को उस समय एक बड़ा झटका लगा, जब पार्टी के जिला सचिव मोहम्मद फिरोज खान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
फिरोज खान ने अपने इस्तीफे में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वो नीतीश कुमार के इस रवैये के खिलाफ अपना त्यागपत्र दे रहे हैं।
नीतीश पर आरएसएस के साथ मिलकर काम करने का आरोप
नवादा में एक प्रभावशाली सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपनी पहचान रखने वाले फिरोज खान ने आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार अब मुस्लिम समुदाय के हित में कार्य नहीं कर रहे हैं। उन्होंने वक्फ बोर्ड से संबंधित बिल का हवाला देते हुए कहा कि यह मुसलमानों के हित में नहीं है और नीतीश कुमार अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
बिहार के मुस्लिम समुदाय से साथ छोड़ने की अपील
फिरोज खान ने यह भी दावा किया कि उनके साथ काम करने वाले सभी लोगों ने भी नीतीश कुमार का साथ छोड़ दिया है। इसके साथ ही, उन्होंने पूरे बिहार के मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे नीतीश कुमार और उनकी पार्टी से दूरी बना लें, क्योंकि उनके अनुसार, नीतीश कुमार ‘झूठ और मक्कारी’ में लिप्त हो चुके हैं।
जेडीयू के अंदर हलचल तेज, कई नेता छोड़ेंगे साथ!
इस घटना ने नवादा में जेडीयू के भीतर हलचल मचा दी है। फिरोज खान के इस्तीफे के बाद यह माना जा रहा है कि जिले में पार्टी के मुस्लिम कार्यकर्ता और समर्थक धीरे-धीरे दूरी बनाना शुरू कर चुके हैं। फिरोज खान ने यह भी संकेत दिया कि जदयू में सक्रिय रूप से काम करने वाले मुस्लिम समुदाय के लोग अब आने वाले समय का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन नीतीश कुमार से उनका भरोसा उठ चुका है।
नवादा में जदयू पहले से ही कमजोर स्थिति में है, और फिरोज खान जैसे प्रभावशाली नेता के इस्तीफे ने पार्टी की स्थिति को और नाजुक बना दिया है। जिले में पहले से ही दो अन्य बड़े नेता नीतीश कुमार से दूरी बना चुके हैं। हालांकि, उन्होंने अभी तक पार्टी नहीं छोड़ी है, लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले समय में वे भी जदयू से अलग हो सकते हैं। इस घटनाक्रम के बाद नवादा में जदयू के लिए चुनौतियां बढ़ती नजर आ रही हैं, और पार्टी के संगठन पर इसका गहरा असर पड़ सकता है।
यह स्थिति नीतीश कुमार और उनकी पार्टी के लिए एक चेतावनी के रूप में देखी जा रही है, खासकर तब जब बिहार में मुस्लिम समुदाय का समर्थन जदयू के लिए महत्वपूर्ण रहा है। फिरोज खान के इस कदम और उनकी अपील का असर आने वाले दिनों में जदयू की राजनीतिक जमीन पर कितना पड़ता है, यह देखना बाकी है।
प्रदेश महासचिव अफरीदी रहमान ने दिया इस्तीफा
मुजफ्फरपुर में शुक्रवार को जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव अफरीदी रहमान ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पार्टी के पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस दौरान उनके समर्थकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंत्री ललन सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मुस्लिम नेताओं का कहना है की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुसलमानों के साथ विश्वासघात किया है।
दरभंगा में जेडीयू नेता मुर्शिद आलम ने इस्तीफा दिया
दरभंगा जिला जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ सदस्य और चन्दनपट्टी के जदयू पंचायत अध्यक्ष मुर्शिद आलम ने भी अपना इस्तीफा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को भेज दिया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि वो पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी जिम्मेदारियों से त्यागपत्र दे रहे हैं। मुर्शिद आलम ने नीतीश कुमार पर विश्वासघात करने का आरोप लगाया है।
मुजफ्फरपुर में शुक्रवार को जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव अफरीदी रहमान ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पार्टी के पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस दौरान उनके समर्थकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंत्री ललन सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मुस्लिम नेताओं का कहना है की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुसलमानों
के साथ विश्वासघात किया है।
Apr 08 2025, 22:57