/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif StreetBuzz Bihar Land Survey: जमीन मालिकों के लिए खुशखबरी, सरकार ने बढ़ाया भूमि सर्वे के आवेदन का समय Anand prakash
Bihar Land Survey: जमीन मालिकों के लिए खुशखबरी, सरकार ने बढ़ाया भूमि सर्वे के आवेदन का समय

भोजपुर जिले में रैयतों के द्वारा जमीन के सर्वे (Bihar Land Survey) में कम दिलचस्पी दिखाई जा रही है। इस वजह से भोजपुर में जमीन सर्वे का कार्य काफी धीमी गति से चल रहा है। जिले में अपडेट की गई पंजी 2 के अनुसार, लगभग 10 लाख से ज्यादा जमाबंदियों की संख्या है। इतनी बड़ी संख्या होने के बाद भी अब तक केवल 2,81,694 आवेदन ऑनलाइन और आफलाइन दोनों मिलकर जमा किए गए हैं।

मालूम हो जिले में इन दिनों एक बार फिर से जमीन सर्वे के लिए आवेदन जमा करने का समय बढ़ा दिया गया है। इस बार बिहार सरकार के द्वारा आवेदन जमा करने में बड़ा बदलाव किया गया है। पहले जहां शपथ पत्र और वंशावली जमा करने के दौरान आवेदन और संबंधित कागजात जमा किए जाते थे। अब उसमें बदलाव करते हुए केवल आवेदन भी रैयत जमा कर सकते हैं।

रैयतों को मिली सहूलियत

इसके बाद जब सर्वे का कार्य शुरू होगा तब वह अपने संबंधित आवेदन के पक्ष में कागजात जमा कर सकते हैं। इससे रैयतों को काफी सहूलियत मिली है। मालूम हो भोजपुर जिले में कुल खेसरा की संख्या 20,39,431 है। पंजी दो के अनुसार, जिले में 10,03,228 जमाबंदियों की संख्या है। इसमें से अब तक ऑनलाइन आवेदन 1,26,089 और ऑफलाइन आवेदन 1,55,605 जमा किए गए

इस प्रकार कुल मिलाकर 2,81,694 आवेदन अब तक जमा हो चुके हैं। दूसरी तरफ, रैयतों के द्वारा जमा किए गए आवेदनों को कंप्यूटर |परेटर के द्वारा उसे अपलोड करने का कार्य भी तेजी से चलने लगा है। जिले के कुल 1157 राजस्व ग्रामों में से 581 में रैयतों के द्वारा दिए गए आवेदनों को अपलोड कर दिया गया है।

जिला सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी पंकज कुमार ने आम रैयतों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द ऑनलाइन या ऑफलाइन बगैर जमीन कागजात के भी आवेदन जमा करें। यदि किसी रैयत के पास कागजात हैं तो वह भी आवेदन के साथ जमा कर सकते हैं, परंतु इसकी कोई बाध्यता नहीं है।

1157 राजस्व ग्रामों में से 581 में दिया गया आवेदन हुआ अपलोड

भोजपुर जिले में कुल राजस्व ग्रामों की संख्या 1157 है। जिसमें ग्राम सभा कर सबको जानकारी दिए जाने के साथ शपथ पत्र और वंशावली जमा की जा रही है। अब तक इन 1157 गांव में से 581 राजस्व ग्रामों में रैयतों के द्वारा दिए गए आवेदन को अपलोड किया जा चुका है।

सबसे ज्यादा पीरो और तरारी अंचल क्षेत्र के 55 और 54 राजस्व ग्रामों में कागजातों को अपलोड किया गया है, वही सबसे कम संदेश अंचल में केवल 29 राजस्व ग्रामों में कागजात अपलोड हुए हैं।

वीडियो कॉल और कमरा बंद, इसके बाद जब दरवाजा खुला तो लोग सन्न रह गए, महिला अफसर ने क्यों किया ऐसा?

बिहार के नवादा जिले में सरकारी आश्रय गृह की 35-वर्षीय महिला अधिकारी अपने आवास पर पंखे से लटकी पाई गयी। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि मरने वाले की पहचान प्रियंका कुमारी के रूप में हुई है, जो नवादा आश्रय गृह में अधीक्षक के रूप में तैनात थी। उनका शव मिलने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। हालांकि अभी तक ये पता नहीं चला कि मौत खुदकुशी है या फिर हत्या?

आश्रय गृह की अफसर ने खुदकुशी की

नवादा के अनुमंडलीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) हुलास कुमार ने संवाददाताओं को बताया, ‘सोमवार को जिले के नगर पुलिस थानान्तर्गत बुधौल गांव में अपने सरकारी क्वार्टर में वह पंखे से लटकी मिली।’ उन्होंने बताया कि घटनास्थल से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है, लेकिन घटना के सही कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।

पति से व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर बात करने के बाद दी जान

एसडीपीओ ने बताया, ‘प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उसने अपने पति से व्हाट्सऐप वीडियो कॉल पर बात करने के बाद यह कदम उठाया। वह उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की रहने वाली थी। उसका मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य सामान जब्त कर लिया गया है।’ इस कांड के बाद आश्रय गृह के कर्मियों के बीच भी हड़कंप मचा हुआ है।

आत्महत्या की वजह तलाशी जा रही

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। एसडीपीओ ने बताया कि फोरेंसिक विशेषज्ञ भी घटनास्थल से वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पता किया जा रहा है कि आखिर प्रियंका ने खुदकुशी किस वजह से की? ऐसी क्या परेशानी थी जिसके लिए उन्होंने अपनी जान ही दे दी?

22 की उम्र में IPS, 28 में इस्तीफा; अब वर्दी में नजर नहीं आएंगी बिहार की 'लेडी सिंघम'

बिहार में एक और आईपीएस अफसर ने नौकरी छोड़ दी है। तेज-तर्रार आईपीएस काम्या मिश्रा का इस्तीफा राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया है। काम्या ने पिछले साल इस्तीफा दिया था। उन्होंने पारिवारिक कारणों से यह फैसला लिया है। इससे पहले, बिहार के सुपर कॉप शिपदीप लांडे ने भी आईजी के पद से इस्तीफा दे दिया था। काम्या मिश्रा ओडिशा की रहने वाली हैं और पढ़ाई में हमेशा से अच्छी थीं। उन्होंने 22 साल की उम्र में यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली थी।

अगस्त 2024 में दिया था इस्तीफा

काम्या मिश्रा ने पिछले साल अगस्त में आईपीएस की नौकरी छोड़ने का फैसला किया था। उस समय उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ था। अब राष्ट्रपति ने उनके इस्तीफे को मंजूरी दे दी है। काम्या मिश्रा एक तेज-तर्रार पुलिस अफसर के तौर पर जानी जाती हैं। वह ओडिशा की रहने वाली हैं और बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होशियार थीं। उन्होंने 12वीं में 98% अंक हासिल किए थे। इसके बाद उन्होंने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली। काम्या सिर्फ 22 साल की उम्र में आईपीएस बन गईं थीं। उन्हें बिहार कैडर मिला था।

2019 में बनीं थीं आईपीएस

काम्या मिश्रा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के मशहूर लेडी श्रीराम कॉलेज से पढ़ाई की है। उन्होंने 2019 में यूपीएससी परीक्षा में पूरे देश में 172वीं रैंक हासिल की थी। इसके बाद उनका चयन इंडियन पुलिस सर्विस में हुआ। शुरू में काम्या को हिमाचल कैडर मिला था। बाद में उनका ट्रांसफर बिहार कैडर में कर दिया गया। काम्या मिश्रा के पति अवधेश सरोज भी आईपीएस अधिकारी हैं। वह 2021 बैच के बिहार कैडर के पुलिस अफसर हैं।

पारिवारिक वजहों से इस्तीफा

काम्या मिश्रा के इस्तीफे की वजह पारिवारिक बताई जा रही है। उन्होंने निजी कारणों से नौकरी छोड़ने का फैसला किया है। इससे पहले, शिपदीप लांडे ने भी आईजी के पद से इस्तीफा दे दिया था।

Bihar Land Survey: अब तेजी से होगा भूमि सर्वे का काम, 1000 से अधिक पदों पर होने जा रही भर्ती

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में एक हजार से अधिक पदों पर जल्द नियुक्ति होगी। विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, कानूनगो एवं अमीन के अलावा कुछ अन्य पदों पर भी नियुक्ति होने जा रही है।

मालूम हो कि पिछले साल विशेष भूमि सर्वेक्षण के लिए 10 हजार लोगों की नियुक्ति हुई थी। यह संविदा पर थी। इनमें से करीब एक हजार लोगों को पक्की सरकारी नौकरी मिल गई तो इस विभाग से त्याग पत्र देकर चले गए।

नियुक्ति के लिए अलग से नहीं शुरू होगी प्रक्रिया

सूत्रों ने बताया कि इन नियुक्तियों के लिए अलग से प्रक्रिया शुरू नहीं होगी। पहले के पैनल के सफल अभ्यर्थियों के बीच से ही इनका चयन किया जाएगा। सबसे अधिक रिक्ति अमीन की है। बड़ी संख्या जूनियर इंजीनियर अमीन के पद पर नियुक्ति हुए थे। ये स्थायी सेवा में चले गए।इसके अलावा, बीटेक डिग्रीधारी भी कानूनगो एवं सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी के पद पर नियुक्त हुए थे। बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफल होने के बाद इस श्रेणी के कुछ अधिकारी भी नौकरी छोड़कर चले गए हैं। भूमि सर्वेक्षण की गति प्रभावित न हो, इसके लिए रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरने का प्रयास किया जा रहा है।

नियुक्ति प्रक्रिया

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में 1000 से अधिक पदों पर नियुक्ति होगी।

पूर्व पैनल के अभ्यर्थियों से चयन किया जाएगा, नई प्रक्रिया शुरू नहीं होगी।

पदों की रिक्तता

सबसे अधिक रिक्तियां अमीन पद पर हैं।

जूनियर इंजीनियर अमीन स्थायी सेवा में समायोजित हो चुके हैं।

नौकरी छोड़ने का कारण

बीटेक डिग्रीधारी कानूनगो एवं सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी बीपीएससी परीक्षा पास करने के बाद नौकरी छोड़ चुके हैं।

रिक्त पदों को जल्दी भरने के प्रयास किए जा रहे हैं।

भूमि संरक्षण की पांच वर्ष से लंबित योजनाओं की समीक्षा करें पूर्ण कराएं : विजय सिन्हा

दूसरी ओर, उपमुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री विजय सिन्हा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत जलछाजन विकास घटक-2.0 के तहत भूमि संरक्षण निदेशालय की ओर से चलाई जा रही 35 परियोजनाओं की समीक्षा की। यह केंद्र सरकार प्रायोजित योजना है।440 करोड़ रुपये की लागत वाली स्वीकृत परियोजनाओं को पांच वर्षो में पूरा करना था लेकिन अभी तक लंबित है। ऐसे में उपमुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को 18 जिलों के 326 पंचायतों में क्रियान्वित योजनाओं को मुखिया से सहयोग लेकर त्वरित गति से पूर्ण कराने का निर्देश दिया है।

इन योजनाओं में मुख्य रूप से आहर एवं तालाबों का जीर्णोद्धार आदि कार्य संचालित किए जाते है। उन्होंने कहा कि योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ किसानों तक पहुंचाना सुनिश्चित करें।

रामनवमी जुलूस को लेकर आयोजकों से ID जमा करवा रही नवादा पुलिस! गाना बजाने से पहले देनी होगी उसकी लिस्ट

नगर थाने में रामनवमी को लेकर शांति समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। नगर थाना प्रभारी अविनाश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी समुदाय के लोग मौजूद रहे। अनुमंडल पदाधिकारी अखिलेश कुमार और एसडीपीओ हुलास कुमार ने सभी से आपसी भाईचारे के साथ त्योहार मनाने की अपील की। उन्होंने भड़काऊ गाने बजाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। हेडक्वार्टर डीएसपी परवेज आलम ने एसपी अभिनव धीमान का संदेश साझा किया।

शांति समिति बैठक

उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट करने वालों को चिह्नित किया जाएगा। प्रशासन ने जुलूस के लिए कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जुलूस में शामिल होने वाले 10 लोगों को अपना पहचान पत्र और आधार कार्ड की फोटोकॉपी थाने में जमा करनी होगी। जुलूस में बजाए जाने वाले गानों की प्रति भी पहले से थाने में जमा करनी होगी।

ड्रोन से निगरानी

पुलिस ने बताया कि त्योहार के दौरान ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी। विशेष पुलिस बल की तैनाती भी की जाएगी। बैठक में मौजूद सभी समुदायों ने प्रशासन को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में सर्किल इंस्पेक्टर पंकज कुमार, विभिन्न थानों के प्रभारी और अंचल अधिकारी दीपेश कुमार समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। नवादा की कई सोशल मीडिया पर पुलिस की पहली नजर है। ड्रोन कैमरा सहित विशेष पुलिस पदाधिकारी पुलिस फोर्स की तैनाती की जाएगी।

पुलिस की अपील

पुलिस ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि नवादा में आपसी भाईचारा के साथ आयोजन करें। इसे सफलता पूर्वक मनाएं। पुलिस आयोजकों में से दस लोगों का आधार कार्ड, उसकी फोटो कॉपी की मांग की है। इसके अलावा पुलिस की सभी बातों पर स्थानीय लोगों ने सहमति जताई है। पुलिस प्रशासन ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि लोग सहयोग करें और सहयोग के साथ ही एक सफल आयोजन संभव हो सकता है। शांतिपूर्ण माहौल में पर्व को मनाएं।

नवादा जेल में एक कैदी है, जिसने बी.एच.यू. से ललित कला में स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। अद्भुत पेंटिंग और थर्माकोल मॉडल बनाते हैं।
नवादाः वक्फ संशोधन बिल को लेकर बिहार जेडीयू में टूट का सिलसिला थम नहीं रहा है। नवादा जिले में जेडीयू को उस समय एक बड़ा झटका लगा

नवादाः वक्फ संशोधन बिल को लेकर बिहार जेडीयू में टूट का सिलसिला थम नहीं रहा है। नवादा जिले में जेडीयू को उस समय एक बड़ा झटका लगा, जब पार्टी के जिला सचिव मोहम्मद फिरोज खान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

फिरोज खान ने अपने इस्तीफे में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वो नीतीश कुमार के इस रवैये के खिलाफ अपना त्यागपत्र दे रहे हैं।

नीतीश पर आरएसएस के साथ मिलकर काम करने का आरोप

नवादा में एक प्रभावशाली सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपनी पहचान रखने वाले फिरोज खान ने आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार अब मुस्लिम समुदाय के हित में कार्य नहीं कर रहे हैं। उन्होंने वक्फ बोर्ड से संबंधित बिल का हवाला देते हुए कहा कि यह मुसलमानों के हित में नहीं है और नीतीश कुमार अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

बिहार के मुस्लिम समुदाय से साथ छोड़ने की अपील

फिरोज खान ने यह भी दावा किया कि उनके साथ काम करने वाले सभी लोगों ने भी नीतीश कुमार का साथ छोड़ दिया है। इसके साथ ही, उन्होंने पूरे बिहार के मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे नीतीश कुमार और उनकी पार्टी से दूरी बना लें, क्योंकि उनके अनुसार, नीतीश कुमार ‘झूठ और मक्कारी’ में लिप्त हो चुके हैं।

जेडीयू के अंदर हलचल तेज, कई नेता छोड़ेंगे साथ!

इस घटना ने नवादा में जेडीयू के भीतर हलचल मचा दी है। फिरोज खान के इस्तीफे के बाद यह माना जा रहा है कि जिले में पार्टी के मुस्लिम कार्यकर्ता और समर्थक धीरे-धीरे दूरी बनाना शुरू कर चुके हैं। फिरोज खान ने यह भी संकेत दिया कि जदयू में सक्रिय रूप से काम करने वाले मुस्लिम समुदाय के लोग अब आने वाले समय का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन नीतीश कुमार से उनका भरोसा उठ चुका है।

नवादा में जदयू पहले से ही कमजोर स्थिति में है, और फिरोज खान जैसे प्रभावशाली नेता के इस्तीफे ने पार्टी की स्थिति को और नाजुक बना दिया है। जिले में पहले से ही दो अन्य बड़े नेता नीतीश कुमार से दूरी बना चुके हैं। हालांकि, उन्होंने अभी तक पार्टी नहीं छोड़ी है, लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले समय में वे भी जदयू से अलग हो सकते हैं। इस घटनाक्रम के बाद नवादा में जदयू के लिए चुनौतियां बढ़ती नजर आ रही हैं, और पार्टी के संगठन पर इसका गहरा असर पड़ सकता है।

यह स्थिति नीतीश कुमार और उनकी पार्टी के लिए एक चेतावनी के रूप में देखी जा रही है, खासकर तब जब बिहार में मुस्लिम समुदाय का समर्थन जदयू के लिए महत्वपूर्ण रहा है। फिरोज खान के इस कदम और उनकी अपील का असर आने वाले दिनों में जदयू की राजनीतिक जमीन पर कितना पड़ता है, यह देखना बाकी है।

प्रदेश महासचिव अफरीदी रहमान ने दिया इस्तीफा

मुजफ्फरपुर में शुक्रवार को जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव अफरीदी रहमान ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पार्टी के पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस दौरान उनके समर्थकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंत्री ललन सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मुस्लिम नेताओं का कहना है की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुसलमानों के साथ विश्वासघात किया है।

दरभंगा में जेडीयू नेता मुर्शिद आलम ने इस्तीफा दिया

दरभंगा जिला जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ सदस्य और चन्दनपट्टी के जदयू पंचायत अध्यक्ष मुर्शिद आलम ने भी अपना इस्तीफा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को भेज दिया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि वो पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी जिम्मेदारियों से त्यागपत्र दे रहे हैं। मुर्शिद आलम ने नीतीश कुमार पर विश्वासघात करने का आरोप लगाया है।

मुजफ्फरपुर में शुक्रवार को जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव अफरीदी रहमान ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पार्टी के पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस दौरान उनके समर्थकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंत्री ललन सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मुस्लिम नेताओं का कहना है की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुसलमानों के साथ विश्वासघात किया है।

नवादा के PM श्री मॉडल स्कूल की कहानी, गणित- विज्ञान सहित 8 विषयों के शिक्षक नदारद, पढ़ाई पर लगा ग्रहण

जिले के कौआकोल प्रखंड में स्थित बापू इंटर विद्यालय पांडे गंगोट की स्थिति चिंताजनक है। पीएम श्री मॉडल विद्यालय के रूप में चयनित इस स्कूल में कक्षा 6 से 8 तक के लिए न तो पर्याप्त कक्षाएं हैं और न ही शिक्षक। 1947 में स्थापित यह विद्यालय जिले का पांचवां स्कूल था। गांव के लोगों ने इसके लिए सामूहिक रूप से जमीन दान की थी। 1980 में इसका सरकारीकरण हुआ। 2010 में इसे उच्च माध्यमिक विद्यालय का दर्जा मिला। संसाधनों की कमी के बावजूद स्कूल ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।

स्कूल का प्रदर्शन

2023 में इस स्कूल की छात्रा स्नेहा भारती ने इंटर की परीक्षा में बिहार में छठा रैंक प्राप्त किया। स्कूल के पास आलीशान भवन है। लेकिन छात्र-छात्राओं की संख्या के अनुपात में कक्षाएं कम हैं। विद्यालय अनुशासन और शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है। इस स्कूल ने कई प्रतिभाशाली छात्र तैयार किए हैं। विद्यालय के पूर्व छात्र रवि वर्मा कनाडा में सांख्यिकी विशेषज्ञ हैं। मुरलीधर मोहन एडिशनल जज रह चुके हैं। अनूप प्रसाद यादव और श्रीनिवास प्रसाद को राष्ट्रपति पुरस्कार मिल चुका है।

शिक्षकों ने की सेवा

क्षेत्रीय लोगों के अनुसार, पहले के शिक्षक छात्रों के प्रति समर्पित भाव से सेवा करते थे। रामवृक्ष प्रसाद सिंह जैसे पूर्व छात्र बाद में इसी विद्यालय के प्रधानाध्यापक बने।नवादा के कौआकोल स्थित बापू इंटर विद्यालय पांडे गंगोट में शिक्षकों की गंभीर कमी से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शैक्षिक वर्ष 2024-25 में विद्यालय में 1018 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। माध्यमिक स्तर पर 24 स्वीकृत पदों में से केवल 12 शिक्षक कार्यरत हैं। उच्च माध्यमिक में 11 पदों के सापेक्ष सिर्फ 8 शिक्षक उपलब्ध हैं। प्लस टू में गणित, रसायन विज्ञान, मनोविज्ञान, अर्थशास्त्र, भूगोल और हिंदी के शिक्षक नहीं हैं।

शिक्षकों की कमी

माध्यमिक कक्षाओं में संस्कृत और उर्दू के शिक्षकों की कमी है। विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य अजय कुमार के अनुसार, उपलब्ध संसाधनों से बेहतर शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है। पहले यह विद्यालय शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए जाना जाता था। एमपी वर्मा के नेतृत्व में यदुनंदन बाबू, गीता बाबू और कमलेश्वरी बाबू जैसे विद्वान शिक्षकों ने स्कूल को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। विद्यालय से पढ़कर कई छात्र डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक और प्रशासनिक सेवाओं में पहुंचे। कुछ विदेशों में भी सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं।

कभी इधर तो कभी उधर! दोनों राज्यों में जबर्दस्त डिमांड, बाइक से हो रही थी उछल-कूद, फिर...

नवादा: कभी बिहार तो कभी झारखंड, दोनों राज्यों में इतनी डिमांड बढ़ गई कि शराब तस्कर लगातार राउंड मारने लगे। इसके लिए उन्होंने जंगल में एक रास्ता भी ढूंढ निकाला। काफी लंबे समय तक मालामाल होते रहे। लोकल थाने से भी सेटिंग की बात कही जा रही थी, तभी किसी ने बड़े साहब को खबर कर दी और फिर लंका लग गई। पांच बाइकों पर लदी 600 लीटर शराब जब्त की गई। हालांकि, जांच चौकी से पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार जरूर किया।

झारखंड से बिहार में शराब तस्करी

उत्पाद विभाग की टीम ने धमनी पंचायत के बुढ़ियासाख के जंगली क्षेत्रों में कार्रवाई की। उत्पाद बलों ने गश्ती के दौरान जंगली क्षेत्रों में पांच बाइकों पर लदे कुल 600 लीटर देशी महुआ शराब को जब्त किया। हमेशा की तरह खास बात ये रही कि किसी भी शराब धंधेबाज की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। उत्पाद अधीक्षक अरुण कुमार मिश्र के मुताबिक जांच चौकी पर झारखंड की ओर से आनेवाली प्रत्येक छोटी-बड़ी वाहनों की सघन जांच की जाती है। साथ ही आसपास के क्षेत्रों में गस्ती कर शराब निर्माण, परिवहन, भंडारण और बिक्री के खिलाफ छापेमारी की जाती है।

जंगल के रास्ते लाई जा रही थी शराब

पुलिस के मुताबिक शनिवार को गस्ती के दौरान बुढ़ियासाख के जंगली रास्ते से उत्पाद बलों ने पांच बाइकों पर प्लास्टिक के बोरे में बंधे कुल 600 लीटर देशी महुआ शराब को जब्त किया। उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि उत्पाद बल को देख सभी शराब धंधेबाज जंगली रास्तों के सहारे भागने में कामयाब रहे। बाइक ऑनर और भगाने वाले शराब धंधेबाजों पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

बस पैसेंजर के पास से शराब बरामद

वहीं, जांच चौकी पर उत्पाद एएसआई मोहम्मद साबिर ने तूफान डीलक्स बस संख्या BR09PA3941 से शराब बरामद की। बेगूसराय जिले के बरौनी थाना क्षेत्र के पपरौर गांव निवासी मो. मसी अहमद के पास से तीन बोतल शराब जब्त की गई। इसके अलावा विन्ध्वासिनी बस संख्या BR27P2365 पर सवार नवादा जिले के रोह थाना क्षेत्र के समरीगढ़ गांव निवासी मनीष कुमार के पास से दो बोतल शराब मिला। दोनों के खिलाफ बिहार उत्पाद अधिनियम के सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की गई