महिलाएं और पुरुषों में से कौन ज्यादा बोलता है? स्टडी में हुआ खुलासा, जानें
क्या औरतों की तरह बातें कर रहे हो… तुम कितना बोलती हो, यह तो बड़ी बतूनी है… हमेशा यह माना जाता रहा है कि पुरुषों के मुकाबले औरतें ज्यादा बातें करती हैं. पुरुष शांत होते हैं, लेकिन औरतें हर मामले पर ज्यादा बोलती हैं, ज्यादा जज्बाती होती हैं, हालांकि, इन सभी बातों को लेकर एक स्टडी सामने आई है जो इस बात का सटीक जवाब देती है और बताती है कि महिलाओं और पुरुषों में से कौन ज्यादा बात करता है.
स्टडी के मुताबिक, महिलाएं कितनी बात करती हैं यह उनके जेंडर नहीं बल्कि सीधे-सीधे उनकी उम्र पर निर्भर करता है. साल 2007 में एरिजोना यूनिवर्सिटी के रिसर्च्स ने एक रिपोर्ट तैयार की. इस रिपोर्ट के मुताबिक, बताया गया है कि पुरुष और महिलाएं प्रति दिन लगभग बराबर ही शब्द बोलते हैं. दोनों ही लगभग 16,000 शब्द हर दिन बोलते हैं. साथ ही स्टडी में बाद में यह भी कहा गया है कि महिलाएं पुरुषों से अगर ज्यादा बात भी करती हैं तो वो सिर्फ निर्धारित एज ग्रुप में ही ज्यादा बोलती हैं.
कौन ज्यादा बोलता है?
साल 2007 में, एरिजोना यूनिवर्सिटी में मनोवैज्ञानिक मैथियास मेहल और उनकी टीम ने उस समय सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने इस मिथक को खारिज कर दिया कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में प्रति दिन कहीं अधिक शब्द बोलती हैं.
इलेक्ट्रॉनिक रूप से सक्रिय रिकॉर्डर (ईएआर) का इस्तेमाल करते हुए, जो तकनीक की मदद से भाषण के टुकड़े रिकॉर्ड करते हैं, उन्होंने 500 लोगों की बातचीत का विश्लेषण किया और पाया कि दोनों जेंडर ने प्रति दिन लगभग 16,000 शब्द बोले.
जहां यह माना जाता है कि महिलाएं ज्यादा बातें करती हैं, वहीं यह स्टडी सामने आने के बाद यह मिथक टूट जाता है, क्योंकि महिलाएं और पुरुष बराबर मात्रा में ही रोजाना शब्द बोलते हैं.
किस एज ग्रुप में महिलाएं ज्यादा बोलती हैं?
इसी के बाद इसी मामले को लेकर इसी यूनिवर्सिटी में एक और स्टडी की गई, जिसमें एक नई चीज सामने आई. रिसर्चर मैथियास मेहल के साथ रिसर्चर कॉलिन टिडवेल, वेलेरिया फिफर और अलेक्जेंडर डेनवर्स ने इस इस सवाल पर बड़े पैमाने पर फिर से विचार करने का निर्णय लिया. इस बार, उन्होंने चार देशों में किए 22 टेस्ट किए. इसमें उन्होंने 2,197 प्रतिभागियों से 630,000 ऑडियो रिकॉर्डिंग का विश्लेषण किया.
हालांकि, इस बार की स्टडी में एक बड़े ही मजे की बात सामने आई, वो यह कि यह बताया गया कि एक एज ग्रुप की महिलाएं ज्यादा बात करती हैं. स्टडी में सामने आया 25 से 65 साल की महिलाएं पुरुषों से 3 हजार शब्द रोजाना ज्यादा बोलती हैं. इस एज ग्रुप की महिलाएं रोजाना 21,845 शब्द बोलती हैं. वहीं, इस एज ग्रुप के पुरुष रोजाना 18 हजार 570 शब्द बोलते हैं.
आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि सिर्फ 25 से 65 साल की महिलाएं ही पुरुषों से 3000 शब्द रोजाना ज्यादा बोलती हैं, जबकि बाकी एज ग्रुप की महिलाएं चाहे वो 10-17 साल के बीच हो, 18 से 24 साल के बीच हो, या फिर 65 साल से ज्यादा हो, वो पुरुषों के बराबर ही शब्द बोलती हैं. जितना एक पुरुष बात करता है उतना ही वो भी बात करती हैं.
क्यों 25-65 साल की महिलाएं ज्यादा बात करती हैं?
जब आप इस स्टडी को पढ़ रहे होंगे तो आपके जहन में आया होगा कि जब बाकी सभी एज ग्रुप की महिलाएं पुरुषों जितना ही बोलती हैं तो फिर 25 से 65 की उम्र की महिलाएं ज्यादा बात क्यों करती हैं. स्टडी में इस सवाल का सटीक जवाब नहीं दिया गया है, लेकिन इस एज ग्रुप की महिलाओं की जिंदगी देख कर एक जवाब का सुझाव दिया गया है.
इस एज ग्रुप में महिलाओं की शादी हो जाती हैं और वो पेरेंटिंग में भी लग जाती हैं. उनके ऊपर जिम्मेदारियां आ जाती हैं. इसी के चलते इसे एक पॉइंट माना जा सकता है जिसकी वजह से वो ज्यादा बात करती हैं. रिसर्चर मेहल ने कहा, ये साल बच्चे के पालन-पोषण का समय होता है और महिलाएं अक्सर बच्चों की देखभाल में इस समय लगी होती हैं और अहम भूमिका निभाती हैं. इससे स्वाभाविक रूप से महिलाओं की बच्चों के साथ ज्यादा बातचीत होती हैं. दिलचस्प बात यह है कि स्टडी में यह भी साफ कर दिया गया है कि महिलाएं हार्मोन जैसे जैविक कारक के अंतर के चलते महिलाएं ज्यादा नहीं बोलती हैं.
उंगलियां करने लगी बात, लोग हो गए खामोश
इस स्टडी में न सिर्फ यह सामने आया कि महिलाएं और पुरुषों में से कौन ज्यादा बोलता है, बल्कि यह भी सामने आया है कि सोशल मीडिया के चलते अब हमारी उंगलियां ज्यादा बात करने लग गई हैं और लब खामोश हो गए हैं. अब ज्यादातर लोग खामोश रहते हैं और सिर्फ फोन पर मैसेज करके ही एक दूसरे से ज्यादा बात करते हैं. शोधकर्ताओं ने कहा कि हमें संदेह है कि जैसे-जैसे हम संचार के लिए तकनीक पर निर्भर होते जा रहे हैं, हर दिन बोले जाने वाले शब्दों की संख्या कम हो रही है.
Mar 08 2025, 21:05