रेजली तालाब के जीर्णोद्धार कार्य में गड़बड़ी से भड़के नागरिक
भाजपा नेत्री जया कुमार ने कहा-सरकारी राशि की बंदरबांट और खानापूरी की जा रही
धनबाद : डीएमएफटी फंड से पांच करोड़ की लागत से गोविंदपुर के ऐतिहासिक रेजली तालाब के जीर्णोद्धार कार्य में गड़बड़ी के खिलाफ शुक्रवार को गोविंदपुर के नागरिकों ने आक्रोश प्रकट किया और लघु सिंचाई प्रमंडल धनबाद के कार्यपालक अभियंता के खिलाफ नारेबाजी की.
नागरिकों के प्रतिनिधिमंडल ने कार्यस्थल जाकर निरीक्षण किया. लोगों ने पाया कि बालू की जगह क्रेशर डस्ट से दीवाल जोड़ाई की जा रही है. वरीय अधिवक्ता जया कुमार ने कहा कि इस कार्य में सरकारी राशि की बंदरबांट और खानापूरी की जा रही है. कार्य निम्न स्तरीय हो रहा है.
बालू की जगह क्रेशर डस्ट से जोड़ाई की जा रहा है. सीमेंट कार्य पानी नहीं दिया जा रहा है. इस कारण जोड़ाई तत्काल फट जा रही है.श्रीमती कुमार ने कहा कि लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता को ज्ञापन देने के बाद भी कार्य में सुधार नहीं हुआ और न ही उन्होंने काम का निरीक्षण ही किया है.
यही कारण है कि संवेदक द्वारा मनमाने तरीके से कार्य किया जा रहा है.कार्य प्राक्कलन के अनुरूप नहीं हो रहा है.उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यही स्थिति रही तो वह लघु सिंचाई विभाग के खिलाफ पीआईएल दायर करेगी। मौके पर मुखिया झूमा मुखर्जी, आशीष मांझी, ओमप्रकाश बजाज, मोइन अंसारी, राजीव रंजन, विनोद बर्मन, आनंद जायसवाल, जितेश जायसवाल, बाबू भगत, संजीव सिंह, जयजीत मुखर्जी, अकबर राजा आदि मौजूद थे.नागरिकों ने कहा कि जिला प्रशासन की इस महत्वाकांक्षी योजना पर तुषारापात हो गया.
काम गोविंदपुर की जनाकांक्षा के अनुरूप नहीं हो रहा है जैसे तैसे काम कर खानापूरी की जा रही है और बिल निकासी की जा रही है. सरकारी राशि का दुरुपयोग हो रहा है. नागरिकों ने कहा कि तालाब संकीर्ण कर दी गई है और इसका गहरीकरण प्राक्कलन के रूप नहीं हो पाया गाद की सफाई नहीं हो सकी .
इस कारण तालाब फिर पुरानी स्थिति की ओर आने लगी है.
अतिक्रमण हटाए बगैर किया जा रहा है काम : सोहराब अंसारी
जिला परिषद सदस्य सोहराब अंसारी एवं विनोद बर्मन ने कहा कि यह ऐतिहासिक तालाब जिला परिषद धनबाद की बहुमूल्य संपत्ति है, परंतु जिला परिषद ने काफी आग्रह करने के बाद भी इसकी पूरी मापी नहीं कराई . नापी के नाम पर केवल खानापूरी की गई। यही कारण है कि तालाब के उत्तरी हिस्से में लोगों द्वारा किया गया अतिक्रमण आज भी बरकरार है. उन्होंने जिला परिषद अध्यक्ष एवं उप विकास आयुक्त से इस तालाब की जमीन की गोविंदपुर अंचलाधिकारी से मापी कराने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि तालाब की करीब 20% जमीन पर लोगों ने कब्जा कर रखा है.लोगों ने स्थाई ढांचा बना दिया है.वह गोविंदपुर के सभी राजनीतिक दलों के लोगों व सामाजिक कार्यकर्ताओं को साथ लेकर इस जमीन की मापी कराएंगे तथा वर्तमान में जिला परिषद द्वारा की जा रही बाउंड्री के बाद भी जितनी जमीन है, उतनी जमीन को खाली कराएंगे. उन्होंने कहा कि इस तालाब की जमीन खाली करनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि तालाब की जमीन होकर किसी प्लॉटर को रास्ता नहीं दिया जाना चाहिए। इसका घोर विरोध होगा. उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में उप विकास आयुक्त से फिर मिलेंगे और जमीन की नापी कराने का आग्रह करेंगे.
श्री अंसारी ने कहा कि संवेदक द्वारा तालाब की जमीन को छोड़कर काम करना नाजायज है संवेदक ने भी यह मनमानी की है और तालाब की जमीन हड़प कर रखने वाले लोगों की सुविधा के अनुसार बाउंड्री की जा रही है. उन्होंने कहा कि गोविंदपुर के नागरिक इसका पुरजोर विरोध करेंगे.
Feb 17 2025, 14:20