पड़ोसी के घर पलंग से बंधी मिली विवाहिता की लाश, हत्या से पहले दुष्कर्म ?
रायपुर- पड़ोसी के घर एक विवाहिता की लाश मिली है. इस बात की भी आशंका है कि हत्या से पहले उसका दुष्कर्म किया गया. पुलिस के मुताबिक मृतका के दोनो हाथ पलंग से बंधे हुए थे और उसके बदन में कपड़े नहीं थे. अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है और एक आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लिया है.
अभनपुर थाना क्षेत्र के कोलर ग्राम निवासी एक फैक्ट्री कर्मी की 34-35 वर्षीय पत्नी धनेश्वरी यादव की रक्तरंजित लाश पड़ोसी के घर पलंग पर बंधी हुई मिली. पुलिस पड़ोसी युवक 26 वर्षीय उत्तम साहू पिता हरखराम साहू को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पुलिस ने दावा किया कि किसी वजनी चीज से मारकर महिला की हत्या की गई है. इससे पहले रेप की आशंका भी है.
मृतका के पति जयकुमार यादव 37 वर्ष ने पुलिस को सूचना दी कि वह 27 को नागपुर गया था. 28 को उसकी बात पत्नी धनेश्वरी से फोन पर हुई थी. शाम को पांच बजे स्कूल से लौटे बड़े बेटे ने ने मां के घर में नहीं होने और छोटे भाई के रोने की जानकारी दी. तब रिश्तेदारों को उसने घर में भेजकर देखने कहा. फैक्ट्री कर्मी जयकुमार 28 को दोपहर में लौटा तो पता चला कि उसकी पत्नी धनेश्वरी का शव पड़ोसी के घर में बंधा पड़ा है.
तीन साल पहले संदेही करता था परेशान, मांगी थी माफी
पति के मुताबिक तीन साल पहले संदेही उत्तम साहू उसकी पत्नी को कॉल करके परेशान करता था. डांट-फटकार लगाने पर उसने माफी मांग ली थी. जानकारी के मुताबिक मृतका के दो बच्चे हैं. हत्याकांड 28 जनवरी को होने की आशंका है. पड़ोसी मकान हरखराम साहू का है और जिस कमरे में लाश मिली है, उसे हरखराम का बेटा उत्तम साहू इस्तेमाल करता है.
यशोदा नंदन इस्पात प्रा. लि. पर कोर्ट के निर्देश के बाद बड़ी कार्रवाई, नकली कामधेनु सरिया पकड़ा गया
रायपुर- राजधानी रायपुर के उरला स्थित यशोदा नंदन इस्पात प्रा. लि. पर दिल्ली कोर्ट के निर्देश पर 6 सदस्यीय टीम ने छापेमारी की है. यह कार्रवाई नकली कामधेनु सरिया बनाने और उसे बेचने के खिलाफ की गई है. सूत्रों के मुताबिक, यशोदा नंदन इस्पात प्रा. लि. द्वारा कामधेनु ब्रांड के नाम से नकली सरिया देशभर के विभिन्न राज्यों में बेचा जा रहा था. छापेमारी के दौरान प्लांट से 1 हज़ार टन से अधिक डुप्लीकेट कामधेनु सरिया जब्त किया गया. बता दें कि ये कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर कॉपीराईट डिपार्टमेंट से कमिश्नर की टीम ने की है और उनके साथ कामधेनु कंपनी की सर्विलांस टीम और लीगल एडवाइजर भी मौजूद है.
कार्रवाई के बाद, जांच से यह भी स्पष्ट हुआ कि कई अन्य प्लांटों में भी नकली सरिया बनाने का काम हो रहा था. अब इन प्लांट्स पर भी छापेमारी की संभावना जताई जा रही है. यह छापेमारी एक बड़ी कार्रवाई है, और इस मामले में पुलिस और जांच एजेंसियां लगातार कार्रवाई कर रही हैं.
भाजपा कार्यालय में तोड़फोड़ पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा – पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं, दोषियों पर होगी कार्रवाई
रायपुर- धमतरी जिले के भाजपा कार्यालय नगरी में भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की थी. इस मामले में उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जो बात आ रही है पार्टी इस पर विचार करेगी. इसके बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि गुरुवार को भाजपा ने जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशियों की सूची जारी की थी. इसमें क्षेत्र क्रमांक 12 से अरुण साहू को प्रत्याशी बनाने से भाजपाइयों में नाराजगी है. भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए बीजेपी कार्यालय में तोड़फोड़ की थी. कार्यालय में रखे सामानों को बाहर निकालकर उसे आग के हवाले कर दिया था.
नक्सल संगठन को बड़ा झटका: 32 लाख के 7 ईनामी नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण…
कांकेर- छत्तीसगढ़ के उत्तर बस्तर में आज नक्सल संगठन के 7 सक्रीय नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है. सभी नक्सलियों पर कुल 32 लाख रुपए का ईनाम घोषित था, जिनमें डीवीसीएम ममता समेत 3 नक्सलियों पर 8-8 लाख रूपये का ईनाम घोषित किया गया था. इन सभी नक्सलियों ने आज नक्सलवाद पर सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव के चलते राज्य सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आज कांकेर डीआईजी और एसएसपी के समक्ष आत्म समर्पण किया है.
बता दें, ये सभी नक्सली उत्तर बस्तर के रावघाट, परतापुर एरिया कमेटी और गढ़चिरौली डिवीजन में सक्रिय थे और अब तक कई नक्सली घटनाओं में शामिल रह चुके हैं. इन पर कई प्रमुख नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप था, जिनमें पुलिस-नक्सली मुठभेड़, आगजनी, और आईईडी विस्फोट जैसी घटनाएं शामिल हैं. इनमें से 3 माओवादी सदस्यों पर 8-8 लाख रुपये का ईनाम, एक सदस्य पर 5 लाख रुपये और 3 अन्य पर 1-1 लाख रुपये का ईनाम था. आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वास नीति के तहत उन्हें प्रोत्साहन राशि के रूप में 25-25 हजार रुपये प्रदान किए गए हैं.
नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण के दौरान डीआईजी विपुल मोहन बाला (बीएसएफ सेक्टर कन्हारगांव, भानुप्रतापपुर), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप पटेल (भानुप्रतापपुर), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश सिन्हा (कांकेर), और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर उपस्थित रहे.
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की सूची में शामिल प्रमुख नक्सलियों के नाम और उनके द्वारा की गई प्रमुख घटनाओं का विवरण निम्नलिखित है:
1. ममता उर्फ शांता 60 वर्ष, तेलंगाना)
2011: ग्राम सुलंगी पुलिस-नक्सली मुठभेड़, जिसमें बीएसएफ के 02 जवान शहीद और 02 नक्सली मारे गए.
2015: ग्राम मेटाबोदेली (चारगांव) में माईंस और आगजनी की घटना.
2015: ग्राम गुदुंल में पंचायत चुनाव के दौरान आईईडी विस्फोट, जिसमें पुलिस के 02 जवान शहीद हुए.
2018: ग्राम महला कैम्प पर हमला.
2019: ग्राम कागबरस और चिलपरस में वाहनों में आगजनी.
2. दिनेश मट्टामी 20 वर्ष, नारायणपुर)
2024: ग्राम हिदूर में सड़क निर्माण में लगे वाहनों में आगजनी की घटना.
3. आयतु राम पोटाई 27 वर्ष, कांकेर)
2020: ग्राम महला मंदिर टेकरी में पुलिस-नक्सली मुठभेड़.
2023: ग्राम आलदण्ड और बिनागुण्डा के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़, जिसमें नक्सली सदस्य सुनीता मारी गई.
4. इतवारीन पद्दा 25 वर्ष, कांकेर)
2018: महला कैम्प पर हमला, जिसमें बीएसएफ के 02 जवान घायल हुए थे.
2020: ग्राम पतकालबेड़ा में मुठभेड़ की घटना, जिसमें 03 नक्सली मारे गए थे.
5. संजय नरेटी 23 वर्ष, कांकेर)
2023: ग्राम आलपरस में गाड़ियों में आगजनी.
2023: ग्राम गोमें में पुलिस-नक्सली मुठभेड़.
2024: ग्राम काकनार में पुलिस-नक्सली मुठभेड़, जिसमें रावघाट एसी सदस्य राजू उर्फ सुनील कलमू मारा गया और कमांडर जग्गू गोटा घायल हो गया.
6. सगनु राम आंचला 24 वर्ष, कांकेर)
2020: ग्राम पतकालबेड़ा में पुलिस-नक्सली मुठभेड़.
2023: ग्राम गोमें में पुलिस-नक्सली मुठभेड़.
2023: ग्राम आलपरस में 12 गाड़ियों में आगजनी.
7. जमुना नेताम उर्फ नीरा 50 वर्ष, कांकेर)
2007: ग्राम भुस्की और मिचगांव मोड़ पर एम्बुश की घटना, जिसमें पुलिस के 05 जवान शहीद और 18 जवान घायल हुए.
2020: ग्राम महला मंदिर टेकरी में पुलिस-नक्सली मुठभेड़.
2023: ग्राम आलदण्ड और बिनागुण्डा के बीच जंगल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़, जिसमें नक्सली सदस्य सुनीता मारी गई.
38 परिवारों ने किया चुनाव का बहिष्कार : शिकायत के बाद भी समस्या दूर नहीं होने से हैं नाराज, कॉलोनी की गेट पर लगाया बैनर, लिखा –
बिलासपुर- नगर निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 44 शंकर नगर के वैशाली टॉवर में रहने वाले 38 परिवारों ने इस बार नगर निगम चुनाव का बहिष्कार कर दिया है. भाजपा की मेयर प्रत्याशी पूजा विधानी के घर के पास ही यह टॉवर स्थित है, लेकिन उनका सुध लेने वाला कोई नहीं है.
क्षेत्रवासियों का आरोप है कि असामाजिक तत्वों ने कालोनी की बाउंड्री तोड़ दी, जिससे सुरक्षा संबंधी गंभीर समस्याएं खड़ी हो गई है. शिकायतें पुलिस, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों तक पहुंचाई गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. छह महीने पहले सीमांकन हुआ था, लेकिन तहसीलदार की रिपोर्ट अब तक नहीं आई है. नाराज निवासियों ने काॅलोनी में चुनाव बहिष्कार का बैनर लगाकर विरोध जताया है.
शिकायत के बाद भी समस्या जस का तस
कॉलोनी के रहवासियों का आरोप है कि बाउंड्रीवाल को आरजे मिश्रा, रिटायर्ड निरीक्षक रेल्वे सुरक्षा बल बिलासपुर ने अवैध रूप से तोड़ दिया है. इसकी शिकायत 14.08. 2023 एवं 27.09.2023 को की गई थी. नायब तहसीलदार के पास सीमांकन कराने आवेदन दिया गया है, लेकिन अब तक सीमांकन नहीं हो सका. बीते करीब डेढ़ सालों में कॉलोनी के लोगों ने अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधियों तक कई बार शिकायत की, लेकिन अब तक हालात जस के तस हैं. ऐसे में उन्होंने इस बार चुनाव बहिष्कार करने का फैसला किया है.
समस्या का समाधान नहीं हुआ तो नहीं करेंगे मतदान
कॉलोनी के गेट में बैनर लगाया गया है, जिसमें लिखा है कि सभी राजनीतिक दल के नेताओं का प्रवेश प्रतिबंधित है. कॉलोनी के लोगों ने बताया कि चुनाव प्रचार के लिए आने पर उनके लिए गेट ही नहीं खोला जाता है. अगर उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे इस बार मतदान नहीं करेंगे.
निकाय चुनाव 2025 : मतदान के दिन रहेगा सार्वजनिक अवकाश, जारी हुई अधिसूचना…
रायपुर- नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर छत्तीसगढ़ सरकार ने मतदान के दिन सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है. इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से अधिसूचना जारी की गई है.
नगर पालिका चुनाव के लिए 11 फरवरी और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए 17, 20 और 23 फरवरी को मतदान होगा. सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि 11 फरवरी के साथ 17 और 20 फरवरी को निर्वाचन क्षेत्रों में सार्वजनिक एवं सामान्य अवकाश रहेगा. वहीं 23 फरवरी को रविवार होने वाले की वजह से अलग से सार्वजनिक / सामान्य अवकाश घोषित नहीं किया गया है.
नगरीय निकाय चुनाव : रायगढ़ में खुला BJP का खाता, पूनम सोलंकी निर्विरोध पार्षद निर्वाचित, कांग्रेस प्रत्याशी ने वापस लिया नामांकन
रायगढ़- छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव में नाम वापसी का आज अंतिम दिन है. नामांकन वापस लेने की प्रक्रिया के बाद चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी हो जाएगी. इस बीच रायगढ़ नगर निगम में वार्ड नंबर 18 से कांग्रेस पार्षद प्रत्याशी शिला साहू ने आज अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया है. भाजपा की पार्षद प्रत्याशी पूनम सोलंकी चुनाव से पहले निर्विरोध निर्वाचित हो गई है.
भाजपा प्रत्याशी शिला पूनम सोलंकी के निर्विरोध निर्वाचित होने पर मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस डूबती नाव है, परिवारवाद और चापलूसी के कारण देश-प्रदेश में कांग्रेस का बंटाधार है. नगर निगम के वार्ड नंबर 18 से कांग्रेस प्रत्याशी शिला साहू ने नामांकन वापिस लिया है. भाजपा प्रत्याशी पूनम सोलंकी निर्विरोध निर्वाचित हुई है.
ज्ञात हो कि इससे पहले कोरबा नगर निगम में वार्ड नंबर 18 में मंत्री लखनलाल देवांगन के भाई नरेंद्र देवांगन निर्विरोध निर्वाचित हुए थे. कांग्रेस प्रत्याशी हरीश कुमार ने यहां से अंतिम वक्त में अपना नामांकन दाखिल नहीं किया था.
कांग्रेस को एक और झटका : बेमेतरा के बाद इस जिले के जिलाध्यक्ष ने दिया इस्तीफा, पार्टी नेतृत्व पर उपेक्षा और अपमान का लगाया आरोप
राजनांदगांव- छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है. बेमेतरा जिलाध्यक्ष के बाद अनिल मानिकपुरी ने मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके साथ 30 से 40 कांग्रेस के पदाधिकारियों, पार्षद और एल्डरमैन ने भी इस्तीफा दिया है. मानिकपुरी ने अपने त्याग पत्र में पार्टी नेतृत्व पर उपेक्षा और अपमान का आरोप लगाया है. जिलाध्यक्ष के इस्तीफे के बाद जिले की राजनीति में हलचल मच गई है.
36 सालों तक कांग्रेस से जुड़े रहे अनिल मानिकपुरी ने इस्तीफा पत्र में लिखा है कि 2019 और 2024 में उनके साथ अन्याय हुआ, जबकि उन्होंने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी को ऐतिहासिक जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने कांग्रेस संगठन में गुटबाजी और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा, पार्टी के कई नेता भाजपा के साथ मिलकर कांग्रेस को कमजोर करने की साजिश कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार रहते हुए संगठन को मजबूत करने पर ध्यान नहीं दिया गया, जिससे 2023 के चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. ‘तेरे-मेरे के चक्कर में’ मेरी टिकट काट दी गई.
बेमेरात जिलाध्यक्ष भी दे चुके इस्तीफा, पार्टी की कार्यशैली पर उठाया सवाल
बता दें कि इससे पहले बेमेतरा कांग्रेस जिला अध्यक्ष बंशी पटेल पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं. इस्तीफा पत्र में बंशी पटेल ने पार्टी की कार्यशैली और निर्णय प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं. बंशी पटेल ने अपने इस्तीफा पत्र में कहा है कि उन्होंने पिछले 52 वर्षों में कांग्रेस पार्टी की सेवा की. कई बार विभिन्न पदों पर कार्य किया, लेकिन हाल के दिनों में पार्टी के अंदर हो रहे विवाद और निर्णयों से वह आहत हैं. उन्होंने पत्र में प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और अन्य नेताओं से बेमेतरा जिले की स्थिति के बारे में शिकायत की थी, लेकिन कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली.
राइस मिलर्स और एजेंट के ठिकानों में छापा, मिले इतने कैश के उड़ गए आयकर अन्वेषण टीम के होश
रायपुर- आयकर अन्वेषण की टीम ने राइस मिलर्स, कमीशन एजेंट्स-ब्रोकर्स के ठिकानों पर मिले कैश में से करीब 7 से 8 करोड़ रुपए कैश सीज कर लिया है. राजधानी सहित राजिम, धमतरी, राजनांदगांव, दुर्ग और तिल्दा के सभी ठिकानों पर आयकर जांच दूसरे दिन भी जारी रही.
गोंदिया (महाराष्ट्र) और काकीनाड़ा (आंध्रप्रदेश) में भी आयकर अफसर जांच में जुटे रहे. आयकर अन्वेषण छत्तीसगढ़ द्वारा प्रदेश के दो राइस मिलर्स, राइस एक्सपोर्टर्स कारोबारी समूह के साथ ही अनाज व्यवसाय से जुड़े कमीशन एजेंट्स, राइस ब्रोकर्स के 25 ठिकानों पर की जा रही जांच दूसरे दिन भी जारी रही. सभी ठिकानों से मिले अहम दस्तावेज से कच्चे में कारोबार और कैश में व्यवसाय किए जाने के ढेरों दस्तावेज मिले हैं. बुधवार सुबह शुरू की गई राइस मिल परिसर, आवासीय ठिकानों और कार्यालयों में मिले कैश में से 7 से 8 करोड़ रुपए कैश सीज कर लिए गए हैं.
गोंदिया-काकीनाड़ा में भी कार्रवाई जारी
राइस मिलर्स और राइस ब्रोकर्स से संबंधित राज्य के बाहर गोंदिया (महाराष्ट्र) और काकीनाड़ा में की जा रही जांच भी गुरूवार को जारी रही. गोंदिया में कमीशन एजेंट-ब्रोकर्स के एंगल और काकीनाड़ा में राइस एक्सपोर्ट किए जाने संबंधी दस्तावेज की छानबीन की जा रही है. मिले दस्तावेज के आधार पर वहां मौजूद संचालक अथवा कंपनी के स्टाफ का बयान लिया जा रहा है.
धान खरीदी की तारीख आगे नहीं बढ़ेगी, उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने किया स्पष्ट
रायपुर- उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आखिरकार धान खरीदी की तारीख को लेकर मची ऊहापोह को दूर कर दिया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार धान खरीदी की तारीख को आगे नहीं बढ़ाएगी. धान खरीदी के लिए 31 जनवरी अंतिम तिथि थी.
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने मीडिया से चर्चा में धान खरीदी की तारीख आगे नहीं बढ़ाए जाने के साथ कहा कि कटे हुए टोकनों की ही धान खरीदी होगी. विष्णुदेव सरकार ने व्यवस्था की मॉनिटरिंग की है. प्रदेश के किसानों ने उत्साह पूर्वक धान बेचा है. आज अंतिम दिन है, गणना होगी, और जल्द प्रोत्साहन की राशि जाएगी.
कांग्रेस ने की अवधि बढ़ाने की मांग
इधर कांग्रेस ने धान खरीदी की अवधि बढ़ाने की फिर से माँग की है. कांग्रेस पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू ने कहा कि सरकार धान खरीदी का अपना लक्ष्य पूरा नहीं कर पाई है. बड़ी संख्या में किसान धान बेचने से वंचित हुए हैं. हर सोसाइटी में प्रदेश का किसान धान खरीदी से वंचित रहा है. कांग्रेस मांग करती है कि सरकार किसानों का एक-एक दाना खरीदते हुए धान खरीदी की अवधि को बढ़ाए.
हफ्ते भर पहले ही टूट गया रिकार्ड
बता दें कि प्रदेश में 14 नवम्बर से धान खरीदी की जा रही है. धान खरीदी में पिछले साल का 144.92 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का रिकार्ड टूट चुका है. इस साल 24 जनवरी तक प्रदेश के 25 लाख 13 हजार किसानों से 145 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी थी. वहीं धान खरीदी के एवज में 29 हजार 599 करोड़ रुपए का भुगतान भी किया जा चुका है.
Jan 31 2025, 16:15