कन्नौज पुलिस ने गौवंश से लदा ट्रक एक्सप्रेस वे पर पकड़ा आठ गौतस्कर पुलिस की गिरफ्त में
पंकज कुमार श्रीवास्तव
कन्नौज।आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गोवंश लदे ट्रक के साथ आठ गोवंश तस्करों को पकड़ा है। उनके खिलाफ तिर्वा कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज की गई है। इटावा से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे होते हुए गोवंश को ट्रक पर लाद कर बिहार ले जाने की सूचना पर तिर्वा पुलिस अलर्ट हो गई। सुबह करीब तीन बजे पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर एक्सप्रेस वे के कट 193 पर घेराबन्दी ट्रक पकड़ने के लिए अभियान शुरू कर किया।
पुलिस ने एक ट्रक देखा जिसमे आभास हुआ गोवंश लदे हुए है उसे रुकने का इशारा किया तो तस्कर ने ट्रक को दौड़ाने का प्रयास किया लेकिन पुलिस के घेराबंदी तिलिस्म को तस्कर तोड़ न सके और ट्रक छोड़कर भागने लगे। पुलिस ने घेराबंदी कर सभी को दबोच लिया। तिर्वा पुलिस ने बताया कि पकड़े गए गोवंश तस्करों में इटावा के बकेवर थाना क्षेत्र के अहेरीपुर गांव निवासी साकिर, अल्ताफ, अनीश (तीनों सगे भाई), ट्रक मालिक सुरेंद्र सिंह, ट्रक चालक प्रांशु, इकदिल थाना क्षेत्र के नगलापूट गांव निवासी राघवेंद्र, चौबिया थाना क्षेत्र के नगलाखेमी गांव निवासी कुंवरपाल व बिहार के मनेर थाना क्षेत्र के पतीला गांव निवासी अनूप यादव हैं।
तस्करों ने बताया कि गोवंशों को इटावा से बिहार में बेचने के लिए ले जा रहे थे। पुलिस ने वाहन को जब्त कर लिया है और संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया है। वहीं, गोवंशों को नगर पंचायत की गोशाला में भेजा है। पकड़े गए तस्करों में राघवेंद्र गिरोह का सरगना है। राघवेंद्र पर तीन गोकशी, दो गैंगस्टर समेत पुलिस के साथ मुठभेड़ के मुकदमे दर्ज हैं। अन्य आरोपियों पर भी गोकशी समेत अन्य धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। पूछताछ में अन्य लोगों के शामिल होने की बात भी प्रकाश में आई है।
पुलिस ने बताया कि गो तस्करों के पास से इटावा के पशु चिकित्साधिकारी की मुहर, गोवंशों के टैग लगवाने वाली मशीन और ट्रांसपोर्ट की रसीद भी मिली हैं। इससे गो तस्कर पुलिस को चकमा दे दिया करते थे। जनवरी में दो बार गो तस्कर इटावा से गोवंशों को ले जा चुके हैं और तीसरी बार गोवंशों को ले जाते समय पकड़ा गया है यह भी पुलिस की रात्रि गस्त पर एक सवाल है आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर इस तरह तस्करी के कई मामले सामने आते रहते है कभी हरियाणा की शराब को बिहार ले जाते तस्कर पकड़े जाते है तो कभी गौवंश पकड़े जाते है अगर ट्रको को टोल पर एंट्री के समय ही चेक किया जाए तो तस्करी के कई मामलों पर रोक लग सकती है और हादसों पर भी लगाम लग सकती है।
Jan 25 2025, 20:05