आत्मानंद शिक्षण संस्थान में शुरू हुआ सात दिवसीय भाषा बोधन शिविर
विवेक शास्त्री
नैमिषारण्य
नैमिषारण्य तीर्थ के अंतर्गत ग्राम ठाकुर नगर स्थित श्री आत्मानंद शिक्षण संस्थान आवासीय गुरुकुल में संस्कृत भारती अवध प्रांत द्वारा सात दिवसीय आवासीय भाषा बोधन का कार्यशाला का शुभारंभ किया गया । इस उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि स्वामी विद्यानंद सरस्वती, नैमिष मिश्रिख नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि बबलू सिंह, कालीपीठाधीश गोपाल शास्त्री सहित नगर के कई गणमान्य जन उपस्थित रहे।संस्थान के प्रबंधक आचार्य सर्वेश शुक्ल ने बताया कि इस शिविर में 7 दिनों में संस्कृत भाषा में बोलना सिखाया जाएगा । यह शिविर 2 जनवरी से प्रारंभ होकर 8 जनवरी तक चलेगा । इस शिविर में लगभग 42 छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया है । शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि स्वामी विद्यानंद सरस्वती नारदानंद आश्रम, काली पीठाधीश व प्रधान पुजारी ललिता देवी मंदिर गोपाल शास्त्री, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि बबलू सिंह रमेश शुक्ल, गौरव नायक ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया । मुख्य अतिथि स्वामी विद्यानंद सरस्वती ने कहा संस्कृत भाषा समस्त भाषाओं की जननी है, यह देव भाषा है, संस्कृत भाषा का संरक्षण करने से संस्कारों की रक्षा होगी । भाषा के सूत्र में देश को जोड़ा जा सकता है ।
कार्यक्रम को संस्कृत भारती के प्रान्त संगठन मंत्री डॉ गौरव नायक , प्रांत सहमंत्री डॉ रत्नेश त्रिपाठी , विभाग संयोजक डॉ ओमकार नारायण आदि वक्ताओं ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम में संस्कार भारती जिला संयोजक स्वदेश शुक्ल , कथा व्यास विवेक भाई शास्त्री , प्राध्यापक डॉ रामदेव तिवारी सहित गुरुकुल स्टाफ व छात्र छात्राएं मौजूद रहीं।





सीतापुर हरदोई की सीमा पर स्थित ग्राम ठाकुरनगर के पासउक्त मार्ग पर काफी देर तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन व पुलिस ने बड़ी मशक्कत व मान-मनौवल के बाद परिजनों व भीड़ को समझाया बुझाया । जिसके बाद धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो पाई। मौके पर पहुँचे सीओ दीपक कुमार सिंह ने मृतक के परिजनों को कड़ी कार्यवाही व नियमानुसार मुआवजे की प्रक्रिया में सहयोग करने की बात कहीं । ज्ञात हो कि बीती शाम मृतक शैलेन्द्र यादव पुत्र शंभू दयाल उम्र 35 वर्ष निवासी ढीकोना थाना बेनीगंज हरदोई की हत्या कर दी गई थी पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था जिसमे मृतक के पिता की शिकायत पर पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के बाद घटित घटना में 03 अभियुक्तों भोलू कश्यप पुत्र रमाकान्त निवासी ग्राम बीहट गौड़ थाना रामकोट जनपद सीतापुर, रिषभ पुत्र वेदप्रकाश शुक्ला निवासी नारदानंद आश्रम कस्बा व थाना नैमिषारण्य जनपद सीतापुर, मधुर तिवारी पुत्र नरेश तिवारी निवासी ग्राम पूरब वार्ड 02 कस्बा व थाना नैमिषारण्य जनपद सीतापुर की गिरफ्तारी हो चुकी है । मौके पर मौजूद सीओ दीपक कुमार सिंह में पत्रकारों से वार्ता में बताया कि बीती शाम घटित हत्याकांड में नामित तीनो अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा चुकी है l अभियुक्तों को पुलिस अभिरक्षा में रखकर पूंछतांछ की जा रही है । मृतक के परिजन मुआवजे की मांग को लेकर आक्रोशित थे, जिन्हे समझाकर नियमानुसार कारवाई का आश्वासन दिया गया है ।


धार्मिक एवं पौराणिक स्थलों में नैमिषारण्य का अपना अलग ही महत्व है । वेदों, पुराणों, रामायण, ग्रंथों एवं महाकाव्यों में नैमिष के महत्व का वर्णन मिलता है। इस तीर्थ को प्रदेश के सभी प्रमुख तीर्थों से जोड़ने के उद्देश्य से नैमिषारण्य मथुरा रेल जोड़ो अभियान समिति ने तीर्थ स्थित शांति कुटी आश्रम में पत्रकार वार्ता की । पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए स्वामी नारदानन्द आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी देवेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज जी ने बताया कि
भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के जिन पांच तीर्थों को वैश्विक पर्यटन केन्द्र घोषित किया गया है उनमें अयोध्या, काशी (वाराणसी), प्रयागराज, मथुरा के साथ नैमिषारण्य भी है। इनमें अयोध्या, काशी, प्रयागराज, मथुरा सभी रेलमार्ग सहित हवाई व राष्ट्रीय राजमार्ग / एक्सप्रेस वे से जुड़े हुए है, किन्तु नैमिष धाम को रेल, एक्सप्रेस वे या राष्ट्रीय राजमार्ग अथवा हवाई मार्ग में से अभी तक कुछ भी नसीब नहीं है। यहांतक कि नैमिष को जोड़ने वाली कोई फोरलेन सड़क तक नहीं है । नैमिष धाम का अन्य तीर्थों से भारत की जीवन रेखा "रेल" से जुड़ाव न होने के कारण तीर्थयात्रियों / पर्यटकों को आवाजाही में बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। प्रदेश सरकार द्वारा नैमिष तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद गठित कर अनेक विकास कार्य किये जा रहे है, किन्तु यातायात की सुगमता हेतु रेल मार्ग विकसित करने का कार्य केन्द्र सरकार के अधीन होने के कारण वर्षों से स्थिति यथावत् बनी हुयी है। समिति के अध्यक्ष डा० एस० आर० सिंह ने बताया कि नैमिषारण्य को अन्य वैश्विक तीर्थों/पर्यटन केन्द्रों से रेल मार्ग से जोड़े जाने की अतिआवश्यकता को महसूस करते हुए विभिन्न विभागों के सेवानिवृत्त लोक सेवकों ने नैमिष आकर यहां के आश्रमों/मठों के पीठाधीश्वरों एवं महन्तों से इस मुहिम में सहयोग करने की मांग की है l इस अवसर पर स्वामी शाश्वतानंद, स्वामी नित्यानंद, अजय पाल सोमवंशी, राम आधार पाण्डेय, जगदीश वर्मा, रामवीर सिंह, गिरीश कुमार, जंग बहादुर सिंह मौजूद रहे l
विश्व प्रसिद्ध तीर्थ नैमिषारण्य में मुख्य मंत्री की महत्वाकांक्षी योजना नैमिष कारीडोर के तहत विभिन्न विकास कार्य कराए जा रहे हैं । जिसमें भूमि धरो की रजामंदी से उनकी जमीन जिला प्रशासन ले रहा है । बुधवार को ललिता देवी मदिर चौराहे पर सात भाइयों की जमीन है । जिस भूमि पर सभी भाइयों के पक्के मकान बने हुए थे । जिनको एसडीएम मिश्रिख पंकज सक्सेना की मौजूदगी में पीएसी बल को साथ लेकर सभी भाइयों के घरों को बुलडोजर से जमीदोज कर दिया । प्रशासन की इस कारवाई से जहाँ सभी के सर से छत छिन गई वही लोगों में दहसत फैल गई है ।
भैयनू पुत्र कृष्ण कुमार ने बताया कि वह सात भाई है, जिनकी अंदर नगर पालिका गाटा सख्या 892/2 भूमि है जिसके खाता धारक राम प्रताप उर्फ भैयनू, हनुमान प्रसाद, ललित, दुर्गेश, सत्रोहन पुत्र गण कृष्ण कुमार एवं पुनीत पुत्र शिव प्रताप आदि के नाम तहसील व जिला प्रशासन के नक्शे में व अभिलेखों में दर्ज है । भूमि धारक अपने गाटा सख्या में काबिज है। इसके अलावा नगर पालिका में भी गृहकर अदा कर रहे हैं । इसके बावजूद जिला प्रशासन ने खाता धारकों को बिना कोई नोटिस दिए मकानों को बुलडोजर से जमीदोज कर दिया ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वकांक्षी नैमिष कॉरिडोर निर्माण योजना के लिए रविवार को नैमिषारण्य में ललिता देवी मंदिर चौराहा पर स्थित अस्थाई दुकानों को प्रशासन द्वारा हटवाया गया । यह कार्यवाही मिश्रिख एसडीएम पंकज सक्सेना के नेतृत्व में हुई
बेहतर अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित करते हुए कार्यों को पूर्ण कराने के निर्देश मंडलायुक्त ने दिए । धीमी प्रगति वाले कार्यों से संबंधित कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनशक्ति बढ़ाते हुये प्रगति में सुधार किया जाये । उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि नियमानुसार प्रक्रिया करते समय से वांछित भूमि कार्यदायी संस्थाओं को उपलब्ध करायी जाये तथा मानकों के अनुसार मुआवजा भी वितरित किया जाये । सभी पक्षकारों के साथ समन्वय बैठक कर उनकी समस्याओं का निस्तारण करने तथा उन्हें योजनाओं के विषय में अवगत कराने ने निर्देश भी मंडलायुक्त ने दिए । मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी विभाग समय से सभी आवश्यक प्रक्रिया को पूर्ण कर ले ।
इसके उपरान्त मंडलायुक्त ने नैमिषारण्य स्थित राजघाट में निर्माणाधीन कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने मण्डप हाल, वेदिका, कैफेटेरिया, दुकानें, टायलेट ब्लॉक, घाट आदि निरीक्षण कर कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण किए जाने हेतु आवश्यक निर्देश दिए । मंडलायुक्त स्थल को आकर्षक बनाने हेतु आवश्यक कार्यों का प्रस्ताव बनाए जाने के निर्देश दिए दिए, जिसमें संस्कृति की झलक दिखाई दे । आकर्षक लाइटों, भूमि का समतलीकरण, लाइट एवं साउंड शो आदि का प्रबन्ध सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए ।
उक्त के पश्चात मंडलायुक्त डा0 रोशन जैकब ने विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी के नवनिर्मित कक्ष का फीता काटकर उद्घाटन भी किया।
Jan 02 2025, 18:21
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