जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए बीएसएफ ने दो नई बटालियन तैनाती की गई
जम्मू कश्मीर के जम्मू संभाग में हाल में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ी हैं. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) इनपर अंकुश लगाने के लिए दो नई बटालियन तैनात की हैं. इससे पाकिस्तान सीमा से घुसपैठ को रोकने और आतंकवादियों का सफाया करने में मदद मिलेगी.
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने आतंकवादी गतिविधियों के रोकने के लिए जम्मू क्षेत्र में 2 हजार से अधिक जवानों वाली 2 नई बटालियन तैनात की हैं. बीएसएफ के अधिकारियों ने ने बताया कि इन बटालियन के जवानों को पाकिस्तान से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रक्षा की दूसरी पंक्ति के रुप में तैनात किया गया है.
सर्दियों में PAK से घुसपैठ की घटना बढ़ जाती है
इससे पहले शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के प्रमुख आतंकवाद निरोधी बल एनएसजी की एक विशेष युनिट को जम्मू में तैनात किया है. वहीं, दो नई बटालियन की तैनाती पर बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि इन्हें पाकिस्तान सीमा पर बीएसएफ की तैनाती वाले स्थान के ठीक पीछे रक्षा की दूसरी पंक्ति में तैनात किया गया है.
बल की इन दो बटालियन को हाल में ओडिशा के नक्सल-रोधी अभियान क्षेत्र से हटा लिया गया था. अब इन्हें पूरी तरह से जम्मू क्षेत्र में तैनात कर दिया गया है. सूत्रों ने बताया कि यह कार्य सर्दियों के शुरू होने से पहले पूरा किया जाना था, जब पाकिस्तान से होने वाली घुसपैठ के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सीमा को सुरक्षित रखना चुनौतीपूर्ण हो जाता है.
जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा का 485 KM हिस्सा
बीएसएफ की ओर से इन नई बटालियन के जवानों को सांबा और जम्मू सहीत कुछ अन्य संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है. साथ ही जम्मू से लगती पंजाब सीमा पर भी कुछ जवानों की तैनात की गई है. अधिकारी ने कहा कि सीसीटीवी कैमरों की सुविधा से लैस अनेक तैनाती बिंदु बनाए गए हैं
बीएसएफ 2,289 किलोमीटर से अधिक लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा करता है. जो भारत के पश्चिमी में जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात से होकर गुजरता है. जम्मू में इस सीमा का 485 किलोमीटर हिस्सा है. ये इलाकें घने जंगलों और पहाड़ी से घिरा है. जम्मू अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में लगभग एक दर्जन बीएसएफ बटालियन तैनात हैं.
Dec 01 2024, 18:36