गोविंदपुर सीओ द्वारा अवैध बालू लदी ट्रक पकड़ने के लिए की गयी छापेमारी के दौरान तस्करों ने किया हमला
तस्कर के इस बढ़ते मनोबल से प्रशासन पर उठा सवाल
झारखंड डेस्क
धनबाद जिले में लगातार हो रही लघु खनिज संपदाओं की चोरी पर अंकुश लगाने को लेकर जिला खनन टास्क फोर्स की टीम द्वारा लगातार कार्रवाई जारी है। इसके बावजूद इस पर पूरी तरह रोक नहीं लग पाई है। इन दिनों अवैध बालू धंधेबाजों का मनोबल भी बढ़ा हुआ है।
बीती रात मेमको मोड़ इलाके में गोविंदपुर अंचल अधिकारी धर्मेंद्र दुबे ने छापेमारी की। इस दौरान अवैध बालू लदे वाहनों को पकड़ने का प्रयास किया। हालांकि, इस दौरान बालू तस्करों ने उन पर हमला कर दिया। बगैर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल एवं सुरक्षा और निजी वाहन से अकेले कार्रवाई करना सीओ को महंगा पड़ गया।
हमले के दौरान ही तस्कर बालू लदे वाहनों के साथ मौके से फरार हो गए। इस घटना के बाद प्रशासनिक अधिकारियों और खनन विभाग की कार्यशैली पर अब सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि आखिर अवैध खनन के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है और विभाग अवैध खनन पर अंकुश लगाने में क्यों विफल हो रहा है।
बिना टीम के कार्रवाई के लिए निकले थे सीओ
छापेमारी के दौरान अंचल अधिकारी बिना किसी टीम या सुरक्षा बल के पहुंचे थे। इस वजह से तस्करों के हमले को रोक पाना संभव नहीं हो सका। इस घटना ने जिला प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था और साथ ही साथ उनकी कार्रवाई के तरीके पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
बताते चलें कि एक दिन पूर्व ही बुधवार को सीओ ने गोविंदपुर थाना क्षेत्र में दो बालू लदे हाईवा वाहन को पकड़ा था। मामले में FIR भी दर्ज हुई थी। जिसके बाद सीओ ने निर्देश भी दिए थे कि अवैध बालों के कारोबार को गोविंदपुर क्षेत्र में फैलने नहीं दिया जाएगा। जिसके बाद वे बिना किसी सुरक्षा के ही निजी वाहन से जांच अभियान में निकले थे
खनन विभाग पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का मानना है कि खनन विभाग की जिम्मेदारी है कि वह अवैध खनन और तस्करी पर लगाम लगाने के लिए ठोस कदम उठाए। इसके बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों को अकेले ही कार्रवाई करनी पड़ रही है, जो न केवल उनकी सुरक्षा को खतरे में डालता है, बल्कि यह तस्करों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई में भी बाधा बनता है। वहीं पूरे मामले में धनबाद उपायुक्त ने आज आवश्यक बैठक बुलाई है जिसमे कुछ कड़े निर्णय लिए जा सकते हैं।
Nov 29 2024, 15:25