नारायणी के तट 2.51 लाख दीप प्रज्ज्वलित हुए
बुधवार की शाम दीपावली की पूर्व संध्या पर अयोध्या, काशी और हरिद्वार की तर्ज पर पवित्र नारायणी नदी के नमामि गंगे घाट के की वंदन घाट से सवाइच घाट, गजेन्द्र मोक्ष देवस्थानम घाट, कष्टहरिया घाट, नरसिंह स्थान, पत्थर घाट, काली घाट तक लगभग सवा किलोमीटर क्षेत्रफल में 02 लाख 51 हजार दीपक जलाए गए।
इस अलौकिक दृश्य को देखने के लिए सैकड़ों महिला एवं पुरूष श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। इस अवसर पर राम-सीता, लक्ष्मण और हनुमान की झांकी भी निकाली गई।
जनजागरण मंच, क्लीन सोनपुर ग्रीन सोनपुर व वंदेमातरम ग्रुप के तत्वावधान में आयोजित इस दीपोत्सव कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ प्रदेश के पूर्व डीजीपी व जगद गुरू आचार्य वामी गुप्तेश्वर पांडेय जी महाराज, जगद गुरू आचार्य स्वामी लक्ष्मणाचार्य जी महाराज, लोक सेवा आश्रम के संत मौनी बाबा, धर्म जागरण के सुबेदार दी सिंह, डीआरएम क विवेक भूषण सूद, एसपी डा. कुमार के आशीष, एसडीओ आशीष कुमार, एसडीपीओ नवल किशोर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर की।
जगद गुरू आचार्य गुप्तेश्वर पांडेय जी महाराज ने अपने संबोधन में भारतीय संस्कृति में दीपोत्सव की महता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने दीपोत्सव कार्यक्रम की जमकर सराहना करते हुए कहा कि इसे हमारी संस्कृति के धरोहर के रूप में देखा जाना चाहिए। इस दीपोत्सव कार्यक्रम का देश-विदेश में बेहतर संदेश जायेगा।
इसके बाद में वे सभी सजे हुए नाव से नमामि गंगे घाट से काली घाट तक मनमोहक दृश्यों का अवलोकन भी किया। उन्होंने मां काली की पूजा- अर्चना भी की। इस मौके पर भाजपा नेता विनोद सम्राट, राकेश सिंह समेत दीप अनेक मौजूद थे।
जनजागरण मंच के संस्थापक अनिल कुमार सिंह, अध्यक्ष सतीश साह, महासचिव अमरनाथ तिवारी ने बताया कि सवाइच घाट से कालीघाट को 30 खंडों में विभाजित किया गया था। प्रत्येक खंड में 12 कार सेवक एवं एक पर्यवेक्षक तैनात किए गए थे।
दीपोत्सव सामग्री वितरण के लिए एक दर्जन स्टोर बनाए गए थे। सभी कार सेवकों को पहचान पत्र निर्गत किए गए थे। नमामि गंगे घाट के सभी 64 छाते भी रंग-बिरंगी प्रकाश से सजाए गए थे। दीपावली की पूर्व संध्या में आयोजित प्रकाशोत्सव में अयोध्या, काशी, हरिद्वार की तर्ज पर पवित्र नारायणी नदी के नमामि गंगे घाट के वंदन घाट से सवाइच घाट, गजेन्द्र मोक्ष देवस्थानम घाट, कष्टहरिया घाट, नरसिंह स्थान, पत्थर घाट, काली घाट पर एक साथ 02 लाख 51 हजार दीपक जलाए गए।
Oct 31 2024, 20:50