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पटना जिला के अधिकारियों की इस तिथि से 8 नवंबर तक छुट्टी रद्द, डीएम ने जारी किया आदेश*

डेस्क : पटना जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने दीपावली व छठ महापर्व के मद्देनजर जिला, अनुमंडल व प्रखंड स्तरीय सभी पदाधिकारियों, तकनीकी पदाधिकारियों और पर्यवेक्षकीय स्तर के अफसरों के अवकाश पर रोक लगा दी है। यह रोक 29 से 08 नवंबर तक प्रभावी होगा। डीएम ने कहा कि पर्व के मौके पर विधि-व्यवस्था को लेकर अनुमंडलवार दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जा रही है। मौके पर जिला मुख्यालय स्तर से लेकर अनुमंडल-स्तरीय व क्षेत्रीय पदाधिकारियों का मुख्यालय में उपस्थित रहना महत्वपूर्ण है। यदि किसी पदाधिकारी को विशेष परिस्थिति में अवकाश की जरूरत है तो वे वरीय प्रभारी के जरिये उचित माध्यम से स्पष्ट कारण का उल्लेख करते हुए अवकाश आवेदन जिलाधिकारी के कार्यालय में प्रस्तुत करेंगे और अनुमति प्राप्त होने के उपरांत ही मुख्यालय छोड़ेंगे। यह आदेश तत्काल प्रभाव से प्रभावी हो गया है।
बिहार सरकार के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, दीवाली से पहले मिलेगा वेतन*

डेस्क : बिहार सरकार के कर्मचारियों को सरकार ने पर्व से पहले बड़ी खुशखबरी दी है। दीपावली और छठ के पहले 25 अक्टूबर को ही अक्टूबर माह का वेतन जारी किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी के निर्देश पर वित्त विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने सोमवार को इस बाबत विशेष आदेश जारी किया। आदेश के अनुसार, अक्टूबर के वेतन के अग्रिम रूप से भुगतान से राज्य के करीब आठ लाख कर्मचारियों को लाभ होगा। साथ ही, जिन सरकारी कर्मचारियों का सेवानिवृत्ति अथवा सेवांत इसी माह में हो रहा है (अराजपत्रित एवं राजपत्रित), उनके लिए भी अक्टूबर के अंतिम कार्य दिवस तक वेतन भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा। यह निर्णय बिहार कोषागार संहिता, 2011 के नियम 141 के तहत लिया गया है। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार का यह कदम राज्य के कर्मचारियों के प्रति उसकी संवेदनशीलता और पर्वों के प्रति सम्मान का परिचायक है, ताकि सभी कर्मचारी अपने परिवारों के साथ खुशहाली से त्योहार मना सकें।
अंतरराष्ट्रीय निर्यात के क्षेत्र में बिहार की लंबी छलांग, 90 कंटेनरों की पहली खेप रूस के लिए किया रवाना

* डेस्क : बिहार ने अंतरराष्ट्रीय निर्यात के क्षेत्र में छलांग लगाई है। बीते सोमवार को राज्य से 90 कंटेनरों की पहली खेप रूस भेजी गई है। बिहटा के नवनिर्मित इनलैंड कंटेनर डिपो से उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने इन कंटेनरों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर प्रधान मुख्य आयुक्त कस्टम, पटना जोन अजय सक्सेना, दानापुर रेल मंडल प्रबंधक जयंत कुमार चौधरी, उद्योग विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी, उद्योग निदेशक आलोक रंजन घोष, तकनीकी विकास निदेशक शेखर आनंद, प्रिस्टीन मगध इंफ्रास्ट्रक्चर प्रालि के निदेशक संजय माउवार, रुबन मेमोरियल अस्पताल के निदेशक डॉ. सत्यजीत कुमार आदि मौजूद रहे इन नब्बे कंटेनरों में से सात में खाद्य वस्तु, जूते और स्टील के रस्से हैं। शेष 83 कंटेनर खाली हैं। इसमें हल्दिया बंदरगाह से सामान भरकर रूस भेजा जाएगा। इससे पहले बिहार के पहले ड्राई पोर्ट और इनलैंड कंटेनर डिपो (आईसीडी) का उद्घाटन उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने किया। प्रिस्टिन मगध इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड की ओर से बंद चीनी मिल की जमीन पर इसका निर्माण कराया गया है। इससे कई राज्यों के कारोबारियों को फायदा होगा। अब तक बिहार के निर्यातकों और आयातकों को हजारों किलोमीटर दूर स्थित बंदरगाहों से कस्टम क्लीयरेंस लेना पड़ता था। आईसीडी बिहटा के शुरू होने से अब राज्य से ही हो सकेगा। कृषि प्रधान राज्य बिहार से अनाज और खाद्य वस्तुओं के निर्यात की अपार संभावनाएं हैं। मक्का, लीची, चावल, मखाना, फल, पैक्ड फुड के साथ ही स्पंज आयरन, वेस्टपेपर आदि निर्यात की जाएंगी।
बिहार STF को मिली बड़ी कामयाबी, 50 हजार के इनामी कुख्यात समेत दो हथियार तस्करों को किया गिरफ्तार

डेस्क : बिहार एसटीएफ की विशेष टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ की विशेष टीम ने गोपालगंज जिले के 50 हजार रुपये के कुख्यात इनामी मुलायम भगत उर्फ मुलायम कुमार को धर दबोचा है। मुलायम की गिरिफ्तारी गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) से हुई है।

एसटीएफ की विशेष टीम ने उसे रविवार को गोरखपुर के एक इलाके से दबोचा। उसके खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट समेत अन्य कई मामले दर्ज हैं। उत्तर प्रदेश के भी कुछ थानों में उसके खिलाफ लूट और आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हैं।

मुलायम ने अपने साथियों के साथ मिलकर 28 दिसंबर 2023 को जिले के विजयीपुर थाना क्षेत्र के चौमुखा मोड़ स्थित सीएसपी (ग्राहक सेवा केंद्र) से 1.57 लाख की लूट की थी। वह मूल रूप से गोपालगंज के भोरे थाना क्षेत्र के बंतरिया जगदीश का रहने वाला है।

वहीं एसटीएफ ने मुंगेर थाना क्षेत्र के कासिम बाजार इलाके में छापेमारी कर दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है। इसमें कासिम बाजार थाना क्षेत्र के पीर पहाड़ तेरासी का रहने वाला संटू चौधरी और इसी थाना इलाके के मकससपुर का रहने वाला सोनू उर्फ अजीत कुमार शामिल हैं।

इसके पास से 19 एमएम पिस्टल, एक देशी पिस्टल, 8 कारतूस, 2 मोबाइल और एक बाइक बरामद की गई है। अपराधी संटू चौधरी के खिलाफ आर्म्स एक्ट में मुंगेर जिला के कई थानों में अनेक मामले दर्ज हैं।

शिक्षा विभाग को मिला जिलों से रोस्टर, जल्द इतने पदों पर होगी विशेष शिक्षकों की बहाली

डेस्क : नौकरी की तलाश में जुटे युवाओं के लिए बड़ी खबर है। राज्य में बड़े पैमाने पर जल्द ही विशेष शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। शिक्षा विभाग ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। इनके पदों का रोस्टर जिलों से विभाग को प्राप्त हो चुका है। अब सामान्य प्रशासन विभाग को इसकी अधियाचना भेजी जाएगी, जिसके माध्यम से यह बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के पास पहुंचेगा। इसके बाद बीपीएससी द्वारा विज्ञापन जारी कर योग्य उम्मीदवारों से आवेदन प्राप्त किए जाएंगे।

राज्य के विभिन्न जिलों में विशेष जरूरत वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए इन शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है। पीपीएससी के माध्यम से ही इन शिक्षकों का चयन किया जाएगा। ये सभी शिक्षक दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने में दक्ष होंगे। इनमें प्राथमिक (कक्षा एक से पांच) विद्यालयों में 5534 और मध्य विद्यालयों (कक्षा छह से आठ) में 1745 पदों पर नियुक्ति की जाएगी। इन पदों पर नियुक्ति के लिए शिक्षा विभाग की तैयारी अंतिम चरण में है।

विशेष शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पूर्व में ही शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित हुई थी। इस पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थी ही इन पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदन दे सकेंगे। इस संबंध में पदाधिकारी बताते हैं कि कुल नौ तरह के विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए इन शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है। जो बच्चे देख नहीं पाते हैं, अथवा दृष्टि कम है, इसके लिए अलग-अलग विशेषज्ञ शिक्षक होंगे। इसी तरह अन्य विशेष जरूरत वाले बच्चों को भी विशेष शिक्षक पढ़ाएंगे। पदाधिकारी यह भी बताते हैं कि वर्तमान में स्कूलों में ऐसे बच्चों को पढ़ाने की सुविधा नहीं है। इनके लिए जिलास्तर पर विशेष व्यवस्था की गई है। विशेष शिक्षकों की नियुक्ति हो जाने के बाद इन बच्चों को पढ़ाने की व्यवस्था स्कूल के स्तर पर हो जाएगी।

बिहार में फिर बड़ा प्रशासनिक फेर-बदल : 18 IAS अधिकारियों का तबादला, सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी की अधिसूचना

डेस्क : बिहार में एकबार फिर बड़ा प्रशासनिक फेर-बदल हुआ है। राज्य सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 18 अधिकारियों का तबादला कर दिया है। वहीं चार अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। स्थानांतरित अधिकारियों में कई नवप्रोन्नत आईएएस अधिकारी है। इस संबंध में रविवार को सामान्य प्रशासन विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी।

बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक बी. कार्तिकेय धन जी को पथ निर्माण का सचिव बनाया गया है। पथ निर्माण में संदीप कुमार आर. पुडकलकट्टी भी अतिरिक्त प्रभार में सचिव बने रहेंगे।आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सचिव मीनेंद्र कुमार को शिक्षा वित्त निगम का मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह प्रबंध निदेशक बनाया गया है। मनरेगा आयुक्त संजय कुमार को ग्रामीण कार्य के संयुक्त सचिव बने हैं। संग्रहालय निदेशक राहुल कुमार वित्त विभाग के विशेष सचिव बनाये गये। अगले आदेश तक वे आपदा प्रबंधन विभाग में ओएसडी रहेंगे।

खाद्य एवं उपभोक्ता की अपर सचिव गीता सिंह को पशुपालन विभाग का अपर सचिव बनाया गया है। बिहार विकास मिशन के उप मिशन निदेशक नवीन कुमार सिंह को समाज कल्याण का अपर सचिव, विज्ञान एवं प्रावैद्यिकी के अपर सचिव इबरार आलम को अल्पसंख्यक कल्याण का अपर सचिव बनाया गया है। पंचायतीराज की अनुश्रवण पदाधिकारी कल्पना कुमारी को कृषि विभाग का अपर सचिव, एससी-एसटी कल्याण मंत्री के आप्त सचिव (सरकारी) डॉ. नंदलाल आर्य को नालंदा का बंदोबस्त पदाधिकारी बनाया गया है।

बेगूसराय के अपर समाहर्ता राजेश कुमार सिंह को बीपीएससी का अपर सचिव, नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी के ओएसडी राकेश रंजन को बेल्ट्रॉन का महाप्रबंधक, गन्ना उद्योग मंत्री के आप्त सचिव (सरकारी) राजेश कुमार को पूर्णिया का बंदोबस्त पदाधिकारी, अल्पसंख्यक कल्याण के अपर सचिव अहमद महमूद को विज्ञान एवं प्रावैद्यिकी विभाग का अपर सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग के प्रशासनिक पदाधिकारी विनायक मिश्र को मध्याह्न भोजन का निदेशक बनाया गया है। अभी माध्याह्न भोजन निदेशक के अतिरिक्त प्रभार में थे।

भागलपुर के अपर आयुक्त सह क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार के सचिव मो. वारिस खान आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सचिव बने हैं। बिहार विकास मिशन के ओएसडी राजेश भारती श्रमायुक्त बनाए गए। वह विकास मिशन के ओएसडी के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे।

सामान्य प्रशासन की विशेष सचिव रचना पाटिल को संग्रहालय निदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक योगेंद्र सिंह को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक और बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड का एमडी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। श्रमायुक्त रंजिता को समाज कल्याण निदेशक बनाया गया है। वे सामाजिक सुरक्षा निदेशक के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगी। पंचायतीराज निदेशक आनंद शर्मा को बिहार विकास मिशन का मुख्य महाप्रबंधक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। जीविका की अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा को मनरेगा आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। गृह विभाग के अपर सचिव सह निदेशक प्रशासन रजनीश कुमार सिंह को निबंधन महानिरीक्षक सह उत्पाद आयुक्त बनाया गया है। वे अगले आदेश तक बिहार विकास मिशन के अपर निदेशक के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे। इस व्यवस्था के तहत उत्पाद सचिव विनोद सिंह गुंजियाल को निबंधन महानिरीक्षक के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है।

मौसम का मिजाज : बिहार में महसूस होने लगी ठंड की आहट, इन 15 शहरों का न्यूनतम पारा गिरा

डेस्क : बिहार में मौसम का मिजाज बदलने लगा है। पारा गिरने के साथ ठंड की आहट महसूस होने लगी है। रात में अब लोग एसी और कूलर से परहेज कर रहे हैं। रविवार को तापमान 19.5 डिग्री रहा, जबकि शनिवार को 20 डिग्री, शुक्रवार को 21 डिग्री और गुरुवार को 20.5 डिग्री था। हालांकि अक्टूबर के तीसरे सप्ताह का तापमान पिछले कुछ वर्षों के पारा से ज्यादा ही है।

बिहार में अभी अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक है। अक्टूबर के तीसरे सप्ताह के दौरान राज्य का औसत अधिक तापमान 30-31 डिग्री सेल्सियस के आसपास होता जो अभी 30-32 डिग्री सेल्सियस के बीच है। वहीं औसत न्यूनतम पारा जो कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान 20-21 डिग्री के था वह फिलहाल 22-24 डिग्री सेल्सियस के बीच है।

इसी बीच मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में 23 अक्टूबर को एक चक्रवात विकसित होने की संभावना जताई है। इसके चलते बिहार में 23 से 26 अक्टूबर तक कुछ जिलों में गरज- तड़क के साथ हल्की बारिश के आसार हैं। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चलेगी। इसके प्रभाव से सूबे के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट से ठंड बढ़ने के आसार हैं।

15 शहरों का न्यूनतम पारा गिरा

मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को पटना सहित 15 शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावट आई। राजधानी पटना का अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 0.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 24.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि प्रदेश का सबसे कम न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस डेहरी और मोतिहारी में रिकॉर्ड किया गया।

वहीं 17 शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट भी आई। सबसे गर्म जिला 34.4 डिग्री सेल्सियस के साथ गोपालगंज रहा। पटना के अधिकतम तापमान में भी 0.6 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है।

राजधानी पटना में बेखौफ अपराधियों का तांडव : दिन-दहाड़े होटल कारोबारी को गोलियों से भूना

डेस्क : बिहार में अपराधी पूरी तरह से बेखौफ हो गए है। उन्हें पुलिस और कानून का कोई डर नहीं रह गया है। दिन-दहाड़े हत्या और लूट जैसी घटना को अंजाम देकर आराम से चलते बन रहे है। आज एक ऐसी ही घटना को अपराधियों ने राजधानी पटना अति व्यस्त दरियापुर इलाके में अंजाम दिया है।

बेखौफ अपराधियों ने दरियापुर के कुतुबुद्दीन लेन में एक व्यक्ति को दिन-दहाड़े गोलियों से भून डाला। मृतक की पहचान होटल कारोबारी शकील मलिक उर्फ शकील अहमद के रूप में हुई है। मृतक शकील मलिक पटना जंक्शन के पास स्थित भोजनालय के मालिक थे। शकील बाइक पर सवार होकर कहीं जा रहे थे, तभी बाइक सवार अपराधियों ने उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया।

बताया जा रहा है कि हाल फिलहाल में शकील ने जमीन खरीदी थी। खरीदी गई जमीन के पास वह पहुंचा था। इसी दौरान यह घटना हुई है। अपराधियों ने उसे ताबड़तोड़ 5 गोली मारने के बाद मौके से फरार हो गए। बदमाशों ने होटल कारोबारी को पांच गोलियां मारी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

दिनदहाड़े हुई हत्या की इस वारदात से हड़कंप मच गया। इस वारदात के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है।

घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पीरबहोर थाने पुलिस मामले के छानबीन में जुट गई है। पुलिस ने घटनास्थल से 5 खोखा बरामद किया है। अपराधियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है।

बिहार विस उपचुनाव : एनडीए ने बेलागंज सीट से इस दबंग महिला नेता को बनाया उम्मीदवार

डेस्क : देशभर के 13 राज्यों की कुल 48 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, जिसमें बिहार की चार सीटें भी शामिल हैं। लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुई तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज सीट पर 13 नवंबर को वोटिंग होगी जबकि 23 नवंबर को नतीजे आएंगे। रामगढ़ में आरजेडी के सुधाकर सिंह, तरारी में सीपीआई माले के सुदामा प्रसाद, बेलागंज में आरजेडी के सुरेंद्र यादव और इमामगंज में हम के जीतन राम मांझी के सांसद बनने के बाद ये चारों सीटें खाली हुई हैं।

वहीं बिहार की इन चार सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर सभी पार्टियों की ओर से अपने प्रत्याशी के नाम का एलान किया जा रहा है। आज महागठबंधन के बाद अब एनडीए ने भी अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। बेलागंज विधानसभा सीट के लिए जेडीयू ने प्रत्याशी के नाम का एलान कर दिया है।

बेलागंज सीट से जेडीयू की दबंग पूर्व एमएमएली मनोरमा देवी एनडीए की साझा उम्मीदवार होंगी। बता दें इस सीट पर लंबे समय से राजद का कब्जा रहा है। बेलागंज विधानसभा सीट से राजद नेता सुरेंद्र यादव 6 बार से विधायक निर्वाचित होते रहे हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में सुरेंद्र यादव के सांसद निर्वाचित होने के बाद यह सीट खाली हुई थी।

चारों सीटों पर हो रहे उपचुनाव को विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है। यह उपचुनाव दोनों गठबंधनों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। दोनों गठबंधन की तरफ से चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए रणनीति तय की जा रही है। खासकर एनडीए के लिए यह उपचुनाव काफी अहम माना जा रहा है।

जनसुराज के बाद बिहार में एक और नई राजनीतिक पार्टी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी बना सकते है अपनी पार्टी

डेस्क : प्रशांत किशोर की जनसुराज के बाद अब बिहार में ऐसा लगता है कि जल्द ही एक और नई राजनीतिक पार्टी बनने वाली है। यह पार्टी बिहार के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे पूर्व केन्द्रीय मंत्री आर सीपी सिंह की हो सकती है।

दरअसल बीते शनिवार को पटना की सड़कों को टाइगर अभी जिंदा है के नारे की होर्डिंग्स से पाट दिया गया। इस होर्डिंग पर जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामचन्द्र प्रसाद सिंह (आरसीपी) की तस्वीर है। उनके समर्थक शंकर पटेल व अमर सिन्हा ने पटना में कई स्थानों पर ये होर्डिंग्स लगाए हैं। भाजपा के प्रदेश दफ्तर के ठीक गेट पर भी लगाया गया है। इसके माध्यम से उनके समर्थक यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि आरसीपी खत्म नहीं हुए हैं। जिस तरह से ये होर्डिंग्स लगाए हैं, वह एनडीए को ही चेतावनी देते नजर आ रहे हैं। जिसके बाद बिहार की सियासत में यह चर्चा तेज हो गई है कि करीब दो साल से सियासी वनवास झेल रहे आरसीपी क्या कोई पार्टी बनाएंगे? अगर हां तो वह किसको निशाना बनाएंगे?

गौरतलब है कि आरसीपी कभी सीएम नीतीश कुमार के सबसे करीब और जदयू व सरकार में सबसे ताकतवर हुआ करते थे। नीतीश कुमार की छाया में उन्होंने भरपूर ताकत बटोरी। राज्यसभा गए और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। फिर केन्द्र की मोदी सरकार में मंत्री भी बन गए। उनके मंत्री बनने पर कई तरह के सवाल उठने लगे। माना जा रहा था कि उन्होंने नीतीश कुमार की बगैर सहमति के अपने मन से यह फैसला किया। इसके बाद से आरसीपी की नीतीश कुमार और जदयू से दूरी बढ़ने लगी।

माना जा रहा था कि नीतीश कुमार उनसे नाराज हो चुके थे। हाल यह हुआ कि उन्हें जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ा। यही नहीं राज्यसभा में उन्हें फिर से उम्मीदवार नहीं बनाया गया और 31 जुलाई 2022 को उनका मंत्री पद भी चला गया।

जदयू छोड़ने के लगभग 9 माह बाद 11 मई 2023 को उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। धर्मेन्द्र प्रधान ने उन्हें दिल्ली में भाजपा की सदस्यता दिलायी। लिहाजा, आरसीपी काफी मुखर होकर जदयू पर हमलावर रहे। नीतीश कुमार पर भी वे आक्रामक रहे। उन्होंने प्रदेश की यात्राएं की। आरसीपी समसमार कुर्मी हैं जबकि नीतीश कुमार अवधिया। इसको भी आधार बनाकर आरसीपी ने अभियान चलाया। उनके वर्ग की संख्या कम थी, इसलिए उन्हें नालंदा में भी बहुत ताकत नहीं मिली। उधर, उनके अभियान में भी वह आकर्षण नहीं दिखा। इस बीच राजनीति ने नयी करवट ली और जदयू फिर एनडीए का हिस्सा बन गया। इसके बाद आरसीपी की परेशानी और बढ़ गयी। बदले हालात में भाजपा ने भी उनसे मुंह मोड़ लिया। इस तरह आरसीपी की सियासी पारी पर विराम लग गया।

इधर, भाजपा में मुख्यधारा से वे काफी पहले ही बाहर हो चुके थे। उनके पास राजनीतिक रूप से अधिक विकल्प भी नहीं रह गए थे। ऐसे में उन्हें अपने लिए नया रास्ता चुनना ही था। पार्टी की घोषणा से पहले खुद को टाइगर के बतौर पेश करवाने का निहितार्थ साफ है- यानी वह यह बताना चाह रहे हैं कि उनका जज्बा अभी कायम है। बहरहाल, यह तो तय है कि उनकी पार्टी या आरसीपी संभवत: एनडीए को ही निशाना बनाएंगे। वैसे उनकी पार्टी का आकार-प्रकार कैसा रहेगा, यह तो वक्त ही बताएगा।