टीबी के खात्मे के साझा प्रयास में अपना योगदान दें : डॉ. प्रखर
सीके सिंह(रूपम)
सीतापुर। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत मिश्रिख सीएचसी के अधीक्षक डॉ. प्रखर श्रीवास्तव ने 16 क्षय रोगियों को गोद लिया। गोद लिए गए इन सभी टीबी रोगियों को उन्होंने और सीएचसी के चिकित्साधिकारियों एवं पैरामेडिकल कर्मियों ने सामुदायिक सहभागिता के तहत पोषक आहार किट (पोषण पाेटली) भी प्रदान की।
इस मौके पर उन्होंने व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, स्वैच्छिक संगठनों, राजनीतिक दलों, आमजन सहित निजी चिकित्सकों से अपील कि है कि वह टीबी रोगियों को गोद लेकर टीबी के खात्मे के साझा प्रयास में अपना योगदान दें और निक्षय मित्र बनकर क्षय रोगियों को स्वस्थ बनाने में सहयोग करें।
सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय क्षय रोग रोगियों को गोद लेने की योजना संचालित कर रही है। इस योजना के तहत कोई भी संस्था, औद्योगिक इकाई या संगठन, राजनीतिक दल या कोई व्यक्ति टीबी मरीज को गोद ले सकता है, जिससे उसका समुचित इलाज हो सके। इस योजना को ‘अडॉप्ट पीपल विद टीबी’ का नाम दिया गया है। प्रदेश में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा वर्ष 2019 में टीबी मरीजों को गोद लेने की मुहिम शुरू की गई।
राज्यपाल के आह्वान के बाद टीबी से मुक्ति दिलाने के लिए लोग तेजी से मरीजों का हाथ थाम रहे हैं। वो रोगियों को पोषण सामग्री उपलब्ध कराने के साथ उपचार में उनकी मदद भी कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि निक्षय पोषण योजना के तहत निक्षय पोषण पोर्टल पर पंजीकरण के बाद टीबी रोगियों को प्रतिमाह एक हजार रुपए पोषण भत्ता के रूप में दिए जाते हैं। यह धनराशि सीधे मरीजे के बैंक खाते में भेजी जाती है। जिससे कि मरीज पौष्टिक खानपान कर सके।
उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार की ओर से 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने की योजना है। इस मौके पर कार्यक्रम में डॉ. मनीष रॉय, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर नीरज वर्मा, अर्श काउंसलर लक्ष्मी गुप्ता, स्टाफ नर्स विभा मिश्रा आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहीं।
Oct 16 2024, 17:22