/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1678626661661833.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1678626661661833.png StreetBuzz हरियाणा में भाजपा की जीत की खुशी में मंत्री ने खिलाई जलेबी Raibareli
हरियाणा में भाजपा की जीत की खुशी में मंत्री ने खिलाई जलेबी

लालगंज,रायबरेली। भारतीय जनता पार्टी की हरियाणा की पूर्ण बहुमत की जीत पर भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि उद्यान स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने भी अपने आवास पर लोगों के सानिध्य में जलेबी खिलाकर हरियाणा में सरकार बनने पर जोरदार खुशी का इजहार किया है। स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री ने कहा कि हरियाणा में पूर्ण बहुमत और जम्मू कश्मीर में पार्टी की शानदार सफलता पर हिंदुस्तान की जनता ने डिवाइड एंड रूल को किनारे कर मोदी सरकार की नीतियों पर मोहर लगा दी है।

हरियाणा दिल्ली की धड़कन है और हरियाणा की जनता ने भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिर से भरोसा जताते हुए सबका साथ सबका विकास की राजनीति को स्वीकारा है। राज्य मंत्री ने कहा कि अब जो भी दल हिंदू, हिंदी, हिंदुस्तान की बात करेंगे वही देश पर राज करेंगे। उन्होंने कांग्रेस और अन्य पार्टियों के गठबंधन पर ब्यंग्य कसते हुए कहा कि राहुल गांधी और उनके गठबंधन के साथी सत्ता के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जन-जन को एक जुट कर सेवा भाव की राजनीति करते हैं। भाजपा सत्ता को सेवा मानती है जबकि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल सत्ता को राजशाही मानते हैं।

जम्मू कश्मीर में बिना किसी खून खराबे के चुनाव संपन्न होने पर उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने वहां पर लोकतंत्र को पूर्णतया बहाल कर दिया है जो भाजपा की बहुत बड़ी जीत है। जम्मू कश्मीर में जहां मतदान के समय ईट पत्थर चलते थे वहां71 प्रतिशत लोगों ने घरों से निकलकर मतदान किया है। आज जनता ने कांग्रेस की खटाखट और हिंदू जनमानस को बांटने की राजनीति को नकार दिया है। उन्होंने हरियाणा और जम्मू कश्मीर की जनता को बधाई देते हुए कहा है कि उन्होंने सही समय पर सही पार्टी को चुनकर लोकतंत्र को मजबूत करने का काम किया है।

हरियाणा में तीसरी बार बहुमत की सरकार बनने पर उन्होंने कहा कि जनता और मतदाता ने प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों पर वोट किया है। गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि विपक्षियों का गठबंधन सत्ता प्राप्त करने के लिए है। स्वार्थ के आधार पर गठबंधन बहुत दिन नहीं चलता है।राज्य मंत्री ने कहा कि रायबरेली हमारा परिवार है और रायबरेली के लोगों के साथ खुशी का इजहार करना वह अपना कर्तव्य समझते हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रभारी पीयूष मिश्रा और जिला अध्यक्ष बुद्धीलाल पासी ने भी हरियाणा में बहुमत की सरकार बनने पर प्रसन्नता जाहिर की है। इस अवसर पर विधानसभा संयोजक सुशील शुक्ला ,भारतीय जनता पार्टी के प्रांतीय नेता जेपी सिंह, किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष उमेश सिंह, मंडल अध्यक्ष सहित टिकरान के ग्राम प्रधान अनिल सिंह मौजूद रहे।

शांत हुए गांव के गलियारे,अब भी हर जुबान पर हादसे की कहानी, अब बस यादों में रह गया सुनील

रायबरेली।अमेठी में हुए हत्याकांड में शिक्षक का पूरा परिवार खत्म हो गया।सुदामापुर गांव मंगलवार को शांत रहा। कहीं कोई हलचल नहीं हुई। गांव के गलियारों में खामोशी छाई रही।अब हालात सामान्य हैं लोग अब अपने काम के लिए जाने लगे हैं,लेकिन ग्रामीण और परिवार के सदस्यों की जुबां पर चंदन और पूनम के बीच की निकटता की सुगबुगाहट तेज है। खासकर महिलाएं धीरे-धीरे खुलकर बोलने लगी हैं। चचार्ओं से यह बात सामने आ रही है कि चंदन और पूनम की निकटता एक हादसे के बाद बढ़ी। पूनम टूट गई थी तो चंदन ने संबल दिया और फिर बात जीने-मरने तक आ गई।

शिक्षक के गांव में अब ग्रामीण धीरे-धीरे ही सही चंदन और पूनम कैसे नजदीक आए इस पर चर्चा करने लगे हैं। दोनों एक हादसे के कारण नजदीक आए और फिर बात जीने-मरने तक आ गई।शिक्षक और उसके परिवार के सदस्यों की जिंदगी खत्म हो चुकी है। परिवार के सदस्य यादों के झरोखे में जाने पर सुबक पड़ते हैं।  शिक्षक सुनील जब कुछ जानने के बाद भी घुटता रहा। इस पर चर्चा न केवल परिवार के बीच होती रही, बल्कि ग्रामीण भी अपने घरों में इस पर दबी जुबां से बात कर रहे हैं।

ग्रामीण अब खुल के बोलने लगे हैं लोग कहते हैं की इस गुनाह का दोषी कोई भी हो लेकिन इतना जरूर है कि एक हादसे ने पूनम को चंदन की तरफ मोड़ दिया। शिक्षक सुनील की शादी उतरपारा निवासी पूनम से 2016 में हुई थी। उस दौरान सुनील भट्ठे में मुनीम का काम करने के साथ फेरी लगाते थे। उनकी मेहनत रंग लाई और सुनील पहले पुलिस और फिर शिक्षक बन गया। इसी के साथ सुनील और पूनम की जिंदगी में बदलाव भी आया। 2018 में उनके जुड़वा बच्चे हुए। एक बेटी जिसकी नाम समीक्षा था और एक बेटा लेकिन होनी  को कुछ और ही मंजूर था। पैदा होने के बाद  बेटा बीमार पड़ा गया। उस दौरान पूनम शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती थी। चंदन वहीं पर लैब टेक्नीशियन का काम करता था। पूनम को देखकर चंदन के मन में साहनुभूति जागी और उसने पूनम और सुनील की मदद की।

अस्पताल में दिन भर रोया करती थी पूनम बहुत कोशिश के बाद भी सुनील के जुड़वा बेटे की मौत हो गई। यह पूनम के लिए बड़ा सदमा था। वह अस्पताल में खुद को सम्हाल नही पा रही थी और रोती रहती थी। इसी बीच चंदन ने उसे सहारा दिया। चर्चा यह भी रही की चंदन ने पूनम को जो  सहारा दिया। उसी के सहारे उन दोनों में बाते आगे बढ़ती गईं। अपने पति सुनील के विषय में सोच पूनम इस रिश्ते को आगे नही बढ़ाना चाहती थी। शायद इन्हीं सब कारणों को लेकर 18 अगस्त को  पूनम के साथ चंदन ने बदसलूकी की और सुनील को पीटा। दोनों अनजान रिश्ते धीरे-धीरे किसी बड़ी घटना की तरफ बढ़ चले और नतीजा यह रहा कि चंदन ने पूरे परिवार का सफाया कर दिया।

सुदामापुर के घर भी आ चुका था चंदन

लोग बताते हैं कि चंदन सुदामापुर गांव चार माह पहले जुलाई में आया था। उस दौरान सुनील और पूनम तथा बच्चे गांव में थे। जब चंदन आया तो परिवार के लोग अचरज में पड़ गए। पूनम पर अंगुली उठी लेकिन सुनील की वजह से सब शांत हो गए और गांव में इसकी चर्चा किसी से नहीं की गई। गांव वाले भी यह नहीं जानते थे कि घर पर आए अजनबी की जान पहचान पूनम से है। जब हत्याकांड हुआ और चंदन का चेहरा न्यूज पेपरों में दिखा तब गांव के लोगों को पूनम और चंदन के बीच की जानकारी हो सकी। उसके बाद से हर कान सुगबुगाहट से जुड़ा हुआ है। परिवार के लोगों का कहना है कि पूनम की वजह से ही चंदन इतने आगे बढ़ गया था।

सुनील ने  शहर में अपना घर बनवाने के लिए दो विस्वा जमीन ली थी। इसमें चंदन को गवाह बनाया था। नवरात्र में जमीन पर भूमि पूजन होना था। जब चंदन को यह बात पता लगी कि सुनील अब स्थाई रूप से रायबरेली रहने लगेगा तो शायद उसके मंसूबे सफल नहीं होंगे। खैर कुछ भी हो अब गांव में सुनील एक कहानी बन के रह गया है। कोई भी हो किसी ने सुनील की कोई भी बुराई नही की वह इतना नेक था की अपनी बहनोई के इलाज का खर्च भी पांच साल से खुद उठा रहा था। जो भी उसने परिवार के लिए किया शायद ही कोई करता।
शिक्षक हत्याकांड के सवालों में घेरे में उलझी खाकी, जांच में जुटी पुलिस की टीमों के हाथ नहीं लगा कोई पुख्ता सुराग
 
रायबरेली। शिक्षक हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस टीमों के हाथ तीन बाद भी कोई पुख्ता सुराग हाथ नहीं लगा। जबकि पुलिस टीम ने आरोपी से भी कड़ाई से पूछताछ की, लेकिन उसने भी मुंह नहीं खोला। इससे इस मामले की जांच में जुटी पुलिस टीम खुद भी उलझी हुई है। अब पुलिस टीम की जांच दूसरी दिशा में शुरू हो गई। शिक्षक हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए अमेठी जिले के एसपी अनूप सिंह के साथ रायबरेली जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह के नेतृत्व में अलग-अलग पुलिस टीमें गठित करके जांच कराई जा रही है।

शिक्षक हत्याकांड की जांच में जुटी दो-दो जिलों की पुलिस टीम की सिर्फ खाक छान रही है। इसमें पुलिस अभी तक किसी ठोस मुकाम पर नहीं पहुंची। जबकि इस हत्याकांड के आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है, लेकिन घटना के पीछे की क्या वजह रही है, इसका खुलासा अभी तक नहीं हुआ है। पुलिस के अनुसार आरोपी का शिक्षक की पत्नी के साथ चल रहे प्रेम प्रसंग के चलते उसने पूरे परिवार की गोली मारकर हत्या कर दी। जबकि इसके पीछे और कई राज है, लेकिन शिक्षक और उसकी पत्नी की मौत के बाद यह राज भी अब दफन हो गए। पुलिस अब इस मामले की जांच दूसरी दिशा में कर रही है।


आरोपी के द्वारा किए गए जघन्य अपराध के पीछे कई वजह

जघन्य अपराध के पीछे और कई वजह है, इसका भी खुलासा पुलिस की जांच के दौरान हो रहा है। शिक्षक की पत्नी के नाम से लखनऊ में खरीदे गए दो विश्वा प्लाट में आरोपी चंदन वर्मा ने रुपए दिए थे। इसे लेकर भी कई बार आरोपी और शिक्षक परिवार के बीच पहले विवाद हुआ था। काफी दिनों से आरोपी और शिक्षक परिवार के बीच तनातनी चल रही थी। लेकिन इतना बड़ा आरोपी के द्वारा जघन्य अपराध हो जाएगा यह तो शिक्षक के परिवार वालों ने भी सोचा था। इसमें शिक्षक के कुछ करीबियों को इसकी थोड़ी बहुत जानकारी है, लेकिन इस घटना के बाद अब इस मामले में कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।


पिस्टल बेंचने वाले की तलाश में भटक रही पुलिस टीम

शिक्षक हत्याकांड में आरोपी चंदन वर्मा के द्वारा खरीदी गई पिस्टल की जांच में पुलिस टीमें उलझी है। जेल भेजे गए आरोपी चंदन वर्मा से पुलिस ने पिस्टल बेंचने वाले का पता भी कड़ाई पूछा, लेकिन आरोपी ने मुंह नहीं खोला। इससे पुलिस टीम अब अवैध असलहा का कारोबार करने वाले कारोबारी की हवा में तलाश कर रही है। अमेठी और रायबरेली जिले की पुलिस टीम पिस्टल बेंचने वाले कारोबारियों की तलाश में जुटी है, लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा। जांच में सबसे पहले रायबरेली, उन्नाव, फतेहपुर, प्रतापगढ़ के साथ बाराबंकी जिलों तक खाक छान चुकी है, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली। सूत्रों की माने तो अगर पिस्टल बेंचने वाले कारोबारी का पता चल जाए तो शिक्षक हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस टीम को काफी सहूलियत मिल जाएगी।

शिक्षक हत्याकांड की जांच में लूट खसोट में जुटी एसओजी टीम

शिक्षक हत्याकांड में प्रयुक्त की गई पिस्टल की जांच में उलझी दो जिलों की पुलिस टीमों के साथ हिरासत में लिए जा रहे संदिग्धों से एसओजी टीम अवैध वसूली में जुटी। जिले में भी पिछले दो दिनों एसओजी टीम पिछले दो दिनों से हिरासत में लिए गए संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई। इसके बाद जांच में कुछ भी ना मिलने पर उन्हें पुलिस अभिरक्षा छोड़ने के नाम पर एसओजी टीम के द्वारा अवैध वसूली की गई। बीते शनिवार को लालगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव से हिरासत में लिए गए दो व्यक्तियों से पूछताछ के बाद शनिवार रात उन्हें छोड़ने के नाम पर रुपयों की मांग की गई। हालांकि मामला पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह के संज्ञान में पहुंचा तो उन्होंने अपने अधिनस्थों को फटकार लगाते हुए बिना जांच पूरी किए किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को पुलिस अभिरक्षा ना छोड़े जाने का फरमान सुना दिया गया।

एसपी के द्वारा दिए गए निर्देश के बाद एसओजी टीम में खलबली मच गई। जबकि इस मामले में पुलिस टीमों के द्वारा कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन एसओजी टीम भी अलग-अलग संदिग्धों से पूछताछ और जांच कर रही है। जबकि एसओजी टीम इस मामले की जांच में किसी भी मुकाम तक भी नहीं पहुंची, लेकिन पूछताछ के लिए हिरासत में लिए जा रहे लोगों को छोड़ने के नाम पर जरूर शोषण किया जा रहा है। वर्तमान समय में जिले के हालत तो ऐसे हो गए है कि अमेठी में हुई शिक्षक परिवार की हत्या के बाद जिले की एसओजी टीम किसी भी सामान्य व्यक्ति को हिरासत में ले ली गई और पूछताछ के बहाने से उसका शोषण करते हुए छोड़ देगी। यह चर्चाएं अब जिले में आम हो गई है।


बच्चों की हत्या पर आरोपी को अफसोस

शिक्षक सुनील कुमार और उनकी पत्नी पूनम भारती की गोली मारकर हत्या करने में आरोपी को कुछ अफसोस नहीं हुआ, लेकिन दोनों बेटियों को गोली मारते समय उसे जरूर अफसोस हुआ। अमेठी के मुख्यालय गौरीगंज में रात में एसपी अमेठी अनूप सिंह के द्वारा मीडिया को जानकारी देने के बाद जब उससे पूछताछ की तो उसने मीडिया के सामने गलती तो मानी, लेकिन बाद में वह पुलिस कर्मियों से कह रहा था कि उसे दोनों बेटियों की हत्या करने में बहुत अफसोस हुआ है। इसे लेकर आरोपी चंदन वर्मा काफी परेशान था। उसका कहना था कि उसे पूनम भारती की हत्या करने में तनिक भी अफसोस नहीं है।

जेल अस्पताल में आरोपी चंदन वर्मा को मिली शरण

शिक्षक हत्याकांड के आरोपी चंदन वर्मा को बीते शनिवार की रात अमेठी जिले की पुलिस ने उसे जिला कारागार भेज दिया। जिला कारागार में आरोपी चंदन वर्मा को जेल अस्पताल में रखा गया। शनिवार की रात आरोपी चंदन वर्मा ने खाना तक नहीं खाया और रातभर वह सोया भी नहीं है। शनिवार रात करवटें बदलकर उसने भोर की। रविवार की सुबह नास्ता करने के बाद उसने खाना खाने से मना कर दिया। वहीं जेल प्रशासन की ओर से आरोपी चंदन वर्मा की निगरानी के लिए सहायक बंदी की ड्यूटी लगाई गई है। चंदन वर्मा के पैर में पुलिस की गोली लगने से वह अभी जख्मी है, इसलिए उसकी देखरेख के लिए सहायक बंदी को निगरानी की जिम्मेदारी दी गई।

शिक्षक सुनील की शादी उतरपारा निवासी पूनम से 2016 में हुई थी

शिक्षक सुनील की शादी उतरपारा निवासी पूनम से 2016 में हुई थी। उस दौरान सुनील भट्ठे में मुनीम का काम करने के साथ फेरी लगाते थे। समय ने करवट ली और सुनील पहले पुलिस और फिर शिक्षक बने। इसी के साथ सुनील और पूनम की जिंदगी में बदलाव भी आया। 2018 में उनके जुड़वा बच्चे हुए। एक बेटी जिसकी नाम समीक्षा था और एक बेटा, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। पैदा होने के बाद ही वह बेटा बीमार पड़ा गया। उस दौरान पूनम शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती थी। चंदन वहीं पर लैब टेक्नीशियन का काम करता था। पूनम को देखकर चंदन के मन में साहनुभूति जागी और उसने पूनम और सुनील की मदद की। बहुत कोशिश के बाद भी सुनील के जुड़वा बेटे की मौत हो गई।

अस्पताल में भर्ती होने के दौरान चंदन ने पूनम काे दिया था भावनात्मक सहारा

यह पूनम के लिए सदमा सरीखा था। वह अस्पताल में दिन भर रोया करती थी और इसी बीच चंदन ने उसे सहारा दिया। बातचीत में यह भी पता लगा कि चंदन ने पूनम को जो भावनात्मक सहारा दिया था। उसी के सहारे वह आगे बढ़ता चला गया। बातचीत नजदीकियों में बदल गई, लेकिन जब सुनील का ख्याल आता को पूनम के कदम बहुत आगे बढ़ने से रुक जाते। यह बात चंदन को नागवार लगने लगी थी। यही कारण रहा कि मार्च से चंदन का एक रूप देखने को सामने आया। 18 अगस्त को इसी के चलते पूनम के साथ चंदन ने बदसलूकी की और सुनील को पीटा। दोनों अनजान रिश्ते धीरे-धीरे किसी बड़ी घटना की तरफ बढ़ चले और नतीजा यह रहा कि चंदन ने पूरे परिवार का सफाया कर दिया।

चैनल पर चंदन का चेहरा सामने आने के बाद ग्रामीणों में शुरू हुई सुगबुगाहट

बताते हैं कि चंदन सुदामापुर गांव चार माह पहले जुलाई में आया था। उस दौरान सुनील और पूनम तथा बच्चे गांव में थे। जब चंदन आया तो परिवार के लोग अचरज में पड़ गए। पूनम पर अंगुली उठी लेकिन सुनील की वजह से सब शांत हो गए और गांव में इसकी चर्चा किसी से नहीं की गई। गांव वाले भी यह नहीं जानते थे कि घर पर आए अजनबी की जान पहचान पूनम से है। जब हत्याकांड हुआ और चंदन का चेहरा न्यूज चैनलों में दिखा तब गांव के लोगों को पूनम और चंदन के बीच की जानकारी हो सकी। उसके बाद से हर कान सुगबुगाहट से जुड़ा हुआ है। परिवार के लोगों का कहना है कि पूनम की वजह से ही चंदन इतने आगे बढ़ गया था।

छेड़खानी मामले को लेकर परेशान था चंदन
पूनम के भाई उतरपारा निवासी भानु पुलिस के ऊपर बड़ा अारोप लगाया है, उनका कहना रहा कि 18 अगस्त को रायबरेली में दीदी के साथ छेड़खानी हुई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उसी का नतीजा है कि इतना बड़ा कांड हुआ। भानु ने साफ कहा कि पूनम और चंदन का कोई संबंध नहीं था। वह जबरन मोबाइल पर बात करता था और ऐसा न करने पर धमकी देता था। कहता था कि बात करनी होगी। यदि आरोपी पर सख्त कार्रवाई की होती तो यह घटना न होती।

शिक्षक के बड़े भाई को मिलेगी नौकरी

शिक्षक सुनील, पत्नी पूनम भारती और दो बच्चियों की हत्या में सरकार घटना के 24 घंटे के भीतर आर्थिक सहायता दे चुकी है। परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी दी जाएगी, जिसके लिए शिक्षक सुनील के बड़े भाई सोनू का नाम फाइनल किया गया है। ऊंचाहार विधायक डॉ. मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि सरकार योग्यता के अनुसार नौकरी देगी। यह मृतक परिवार के लिए राहत भरी खबर है।
राहुल का शव गांव पहुंचते ही मचा कोहराम, बहन व मां का रो रो का हुआ बुरा हाल हुए बेहोश






रायबरेली।जगतपुर थाना क्षेत्र के कूड गांव के रहने वाले राहुल को मारपीट कर मरणासन्न कर दिया जिसके बाद उनकी जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई । मां की तहरीर के आधार पर एक नामजद व चार अज्ञात लोगों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत हुआ है।




कूड गांव के रहने वाले राहुल को रेलवे फाटक लक्ष्मणपुर के पास संदीप व उसके चार अन्य अज्ञात साथियों ने लाठी डंडों से पीट कर मरणासन्न कर दिया था?। वहीं परिजनों द्वारा उसकी हालत बिगड़ने पर जगतपुर सीएचसी ले गए यहां पर हालत गंभीर होने पर उसे जिला चिकित्सालय ले जाया गया था। जहां पर इलाज के दौरान राहुल ने दम तोड़ दिया इसके बाद उसकी मां लाली ने थाने में तहरीर देकर संदीप निवासी कुमेदान का पुरवा व चार अन्य अज्ञात साथियों को नाम जद किया।




वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा ।पोस्टमार्टम के बाद जैसे शव घर पहुंच गांव में कोहराम मच गया मृतक की मां लाली बहन आचल पूनम भाई अजय अतुल का रो रो के बुरा हाल है।। मृतक ईट भट्टे पर रहकर मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। मृतक का बड़ा भाई राम गुलाम गुजरात शहर में रहकर दैनिक मजदूरी कर रहा है। घर न पहुंचने पर राहुल का अंतिम संस्कार सोमवार को किया जाएगा। सीओ डलमऊ अरुण कुमार नौहार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोट के निशान मिले हैं तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछ -ताछ की जा रही है जल्द सभी आरोपियों को जेल भेज दिया जाएगा।

अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य ने अमेठी गोली कांड के परिजनों से की मुलाकात

रायबरेली। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य लव कुमार ने गोली कांड मृतक शिक्षक के परिजनों से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी ली वही पुलिसिया कार्रवाई से संतुष्ट दिखे तथा सुरक्षा दिलाने की बात कही।

रविवार को राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग जाति आयोग के सदस्य लव कुश कुमार ने 3 अक्टूबर को अमेठी गोलीकांड के शिकार हुए शिक्षक सहित चार लोगों की हत्या के मामले में पैतृक गांव सुदामापुर पहुंचे। आयोग के सदस्य ने मृतक शिक्षक के माता-पिता से घटना के बारे में विस्तार से जानकारी ली। तथा अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए। आयोग के सदस्य करीब 1 घंटे तक सुदामापुर गांव में मौजूद रहे व घटना की पीड़ित परिवार के हर सदस्य के बयान के साथ पूरी हकीकत की पड़ताल की वहीं पुलिसिया कार्रवाई से भी संतुष्ट नजर आए।

जल्द न्याय का भरोसा भी दिलाया। आयोग के सदस्य लव कुश कुमार ने बताया कि पुलिस द्वारा कार्रवाई से संतुष्ट हैं तथा शासन से जो आर्थिक मदद देने के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा ही कर दी है ।परिवार को सुरक्षा मुहैयाकराई जाएगी। मीडिया के सवाल पर आयोग के सदस्य ने कहा कि मृतक के साले ने जो अपनी पांचवी हत्या की बात कही है वह हमसे मिलकर जानकारी दे सकते हैं। मौके उप जिलाधिकारी ऊंचाहार सिद्धार्थ चौधरी,सीओ डलमऊ अरुण कुमार नौहार सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

अमेठी में हुए सामूहिक हत्याकांड के मुख्य आरोपित चंदन वर्मा को नाटकीय ढंग पुलिस ने भेजा जेल

रायबरेली।अमेठी में हुए सामूहिक हत्याकांड के मुख्य आरोपित चंदन वर्मा को नाटकीय ढंग से न्यायाधीश के सामने पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।शनिवार को दीवानी न्यायालय में आरोपित का दिनभर इंतजार होता रहा, लेकिन अमेठी पुलिस ने नाटकीय ढंग से अदालत में न पेश कर सत्र न्यायालय के न्यायाधीश के आवास पर शाम को पेश किया जबकि अधिवक्ता और मीडिया रायबरेली में दिनभर इंतजार करते रहे।

न्यायालय में भारी संख्या में पुलिस फ़ोर्स तैनात रही

रायबरेली पुलिस को भी इसकी जानकारी तब हुई जब चंदन वर्मा को जिला जेल में दाखिल किया गया। हालांकि न्यायालय में भारी संख्या में पुलिस फ़ोर्स तैनात रही।दरअसल अमेठी में शिक्षक की परिवार सहित हत्या करने के मुख्य आरोपित को रायबरेली में न्यायाधीश के सामने पेश करना था लेकिन जिस तरह हत्याकांड को लेकर लोगों में आक्रोश है उसे देखते कहीं चंदन लोगों के आक्रोश का शिकार न हो जाए, इस वजह से अमेठी पुलिस ने रास्ते में ही अपना प्लान बदल दिया और उसे कोर्ट न ले जाकर जिला सत्र न्यायाधीश के आवास पर पेश किया, जहां से विभिन्न औपचारिकताएं पूरी कर उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

पुलिस ने मुख्य आरोपित चंदन वर्मा को नोएडा से गिरफ्तार किया था

वहीं दीवानी न्यायालय में आरोपित की प्रतीक्षा में बैठे अधिवक्ता शाम तक इंतजार करते रहे।उल्लेखनीय है कि रायबरेली के गदागंज क्षेत्र के सुदामापुर निवासी शिक्षक सुनील(35), उनकी पत्नी पूनम(30), बेटी सृष्टि (6) व समीक्षा(2) की अमेठी के आहोर्वा भवानी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जिसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपित चंदन वर्मा को नोएडा के जेवर से गिरफ्तार किया था।
*अमेठी गोलीकांड:पंचतत्व में विलीन हुए मृतक, खाकी के साए में हुआ अंतिम संस्कार*

रायबरेली- सुदामापुर गांव से एक साथ चार आर्थी उठने से गांव का गमगीन रहा क्या आम हो क्या खास सभी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे तो वही परिजनों का भी रो-रो कर बुरा हाल था।गोली कांड के मृतकों का अंतिम संस्कार गोलाघाट पर खाकी के साए में कराया गया।

बीते 3 अक्टूबर को अमेठी में को गोली कांड का शिकार हुई दलित शिक्षक उसकी पत्नी व बच्चों का अंतिम संस्कार हुआ अंतिम संस्कार में सभी की आंखें नाम दिखाई दी। वही सुदामापुर पैतृक गांव से खाकी के साए में शवों को गोलाघाट गंगा किनारे ले जाया गया।जहां पर हिंदू रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार की रस्म निभाई गई। मृतक के भाई सोनू ने चिता को मुखाग्नि दी। वहीं अंतिम संस्कार में क्षेत्रीय लोगों के साथ कई राजनीतिक लोग भी मौजूद रहे।

सोनू ने बताया कि जब से उसने गोली कांड की खबर सुनी है तब से उसे विश्वास नहीं हो रहा कि उसका भाई इतनी जल्दी चला जाएगा। पूरे परिवार समाप्त हो गया अब क्या बचा।

मुझे भी मारना चाहता था आरोपी

अंतिम संस्कार में मृतक के साले ने बताया कि आरोपी चंदन वर्मा ने जो स्टेटस लगाया था उसमें पांचवा मैं था क्योंकि मेरे पास उसके खिलाफ बहुत सारे साक्षी मौजूद हैं। मेरी बहन से आरोपी का कोई संबंध नहीं था जबरदस्ती ही फोटो खींचना था जो अब वायरल हो रहे हैं।

अंतिम संस्कार में नहीं शामिल हो पाए मृतक के माता-पिता

अंतिम संस्कार के दिन मृतकों के परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ऊंचाहार विधायक मनोज पांडे के साथ मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने दूसरे बेटे को नौकरी वहां अन्य सरकारी मदद देने का आश्वासन दिया।

नेताओं का लगा रहा जमावड़ा

अंतिम संस्कार के दिन भी राजनीति के प्रतिनिधियों का जमावड़ा लगा रहा बीजेपी ,कांग्रेस बसपा सहित कई दलों कि जनप्रतिनिधि अंतिम संस्कार में मौजूद रहे।

स्वामी प्रसाद मौर्य भी पहुंचे अंतिम संस्कार में

राष्ट्रीय शोषित पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य भी अंतिम संस्कार में पहुंचे और यूपी में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए।

शिक्षक परिवार की हत्या करने वाला पुलिस मुठभेड़ में घायल

पुलिस अभिरक्षा से भागने के प्रयास में शिक्षक हत्याकांड के आरोपी के पैर में पुलिस की गोली लगने से जख्मी हो गया। गंभीर हालत में आरोपी को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस से मुठभेड़ किए जाने के आरोप में मोहनगंज थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया।

अमेठी जिले के शिव रतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी चौराहे पर किराए के मकान में रहने वाले शिक्षक सुनील कुमार व उनकी पत्नी पूनम भारती के साथ दो बच्चों की गोली मारकर हत्या करने वाले आरोपी चंदन वर्मा को एसटीएफ टीम ने जेवर पास से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी को एसटीएफ टीम अमेठी के जिला मुख्यालय गौरीगंज लेकर आई। शुक्रवार की रात करीब 11 बजे अमेठी जिले के पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए हुए शिक्षक हत्याकांड का खुलासा किया। इसके बाद पुलिस अभिरक्षा में आरोपी की निशानदेही पर पिस्टल बरामद करने के लिए पुलिस उसे लेकर जा रही थी कि रास्ते में मोहनगंज थाना क्षेत्र के पूरे विंध्या दीवान नहर पटरी की जंगल के पास आरोपी ने साथ में मौजूद दरोगा मदन कुमार सिंह की पिस्टल छीनकर पुलिस टीम पर ही फायरिंग शुरू कर दी। बचाव में पुलिस की ओर से चलाई गई गोली से आरोपी चंदन के दाहिने पैर में गोली लग गई इससे वह घायल होकर मौके पर ही पड़ा। पुलिस टीम ने घायल आरोपी चंदन को गंभीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तिलोई पहुंचा। पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए आरोपी के खिलाफ अमेठी जिले के मोहनगंज थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया। एसपी अनूप सिंह ने बताया कि पुलिस मुठभेड़ में शिक्षा हत्याकांड का आरोपी घायल हो गया है। आरोपी पुलिस टीम आरोपी को लेकर घटना में प्रयुक्त की गई पिस्तौल को बरामद करने के लिए लेकर जा रही थी कि रास्ते में उसने दरोगा की पिस्टल छीनकर पुलिस पर ही फायर कर दिया। बचाव में पुलिस की ओर से चलाई गई गोली से आरोपी के दाहिने पैर में गोली लगने से घायल हुआ है जिसका इलाज सीएससी में चल रहा है।

शिक्षक को तीन और पत्नी को मारी गई थी दो गोलियां

जिले के मोहनगंज थाने में मृतक शिक्षक परिवार की ओर से हत्या का मुकदमा दर्ज,हत्यारे चंदन को पुलिस ने मुठभेड के दौरान घायल अवस्था में पैर में गोली लगी होने पर गिरफ्तार किया।सीएमओ डॉक्टर अंशुमान सिंह की देखरेख में गठित आर चौधरी व डॉक्टर अभय गोयल की टीम ने सभी चारों शवों का पोस्टमार्टम बीते गुरुवार की देर रात किया था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार शिक्षक को तीन और पत्नी को दो गोलियां मारी गईं थीं वहीं दोनों बेटियों को एक-एक गोली मारी गई थी।चिकित्सक के मुताबिक शिक्षक की रीढ़ में एक तो पत्नी के शरीर में दो गोली फंसी होने के चलते पहली बार के पोस्टमार्टम में शिक्षक के सीने में गोली नहीं दिखाई दी इसी के चलते दोबारा पोस्टमार्टम करना पड़ा और रीढ़ में फंसी गोली तब जाकर निकाली गई।शिक्षक के सिर पर भी दो गंभीर चोटें रिपोर्ट में दिखाई गईं हैं।पुलिस की मानें तो सभी को 32 बोर के असलहे से गोली मारी गई थी।घटनास्थल से खाली खोखा भी पुलिस ने बरामद किया था। पुलिस उन्हें फोरेंसिक जांच के लिए प्रयोगशाला भेजी है।

क्या बोले जिम्मेदार?

इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने बताया कि फोरेंसिक जांच रिपोर्ट मिलने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जायेगी।

शिक्षक परिवार की हत्या करने वाला पुलिस मुठभेड़ में घायल, दारोगा की पिस्टल छीनकर की थी फायरिंग

रायबरेली- पुलिस अभिरक्षा से भागने के प्रयास में शिक्षक हत्याकांड के आरोपी के पैर में पुलिस की गोली लगने से जख्मी हो गया। गंभीर हालत में आरोपी को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस से मुठभेड़ किए जाने के आरोप में मोहनगंज थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया।

अमेठी जिले के शिव रतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी चौराहे पर किराए के मकान में रहने वाले शिक्षक सुनील कुमार व उनकी पत्नी पूनम भारती के साथ दो बच्चों की गोली मारकर हत्या करने वाले आरोपी चंदन वर्मा को एसटीएफ टीम ने जेवर पास से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी को एसटीएफ टीम अमेठी के जिला मुख्यालय गौरीगंज लेकर आई।

शुक्रवार की रात करीब 11:00 बजे अमेठी जिले के पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए हुए शिक्षक हत्याकांड का खुलासा किया। इसके बाद पुलिस अभिरक्षा में आरोपी की निशानदेही पर पिस्टल बरामद करने के लिए पुलिस उसे लेकर जा रही थी कि रास्ते में मोहनगंज थाना क्षेत्र के पूरे विंध्या दीवान नहर पटरी की जंगल के पास आरोपी ने साथ में मौजूद दारोगा मदन कुमार सिंह की पिस्टल छीनकर पुलिस टीम पर ही फायरिंग शुरू कर दी। बचाव में पुलिस की ओर से चलाई गई गोली से आरोपी चंदन के दाहिने पैर में गोली लग गई इससे वह घायल होकर मौके पर ही पड़ा। पुलिस टीम ने घायल आरोपी चंदन को गंभीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तिलोई पहुंचा।

पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए आरोपी के खिलाफ अमेठी जिले के मोहनगंज थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया। एसपी अनूप सिंह ने बताया कि पुलिस मुठभेड़ में शिक्षा हत्याकांड का आरोपी घायल हो गया है। आरोपी पुलिस टीम आरोपी को लेकर घटना में प्रयुक्त की गई पिस्तौल को बरामद करने के लिए लेकर जा रही थी कि रास्ते में उसने दरोगा की पिस्टल छीनकर पुलिस पर ही फायर कर दिया। बचाव में पुलिस की ओर से चलाई गई गोली से आरोपी के दाहिने पैर में गोली लगने से घायल हुआ है जिसका इलाज सीएससी में चल रहा है।
शंकरपुर जोन में आरंभ हुई जोनल प्रतियोगिताएं,पहले दिन बालिकाओं ने दिखाया दमखम

रायबरेली। जगतपुर के राणा बेनी माधव सिंह स्मारक इंटर कालेज में क्षेत्रीय माध्यमिक विद्यालय एथेलेटिक्स प्रतियोगिता आयोजित हुई। जिसमे इस विद्यालय सहित क्षेत्रीय माध्यमिक विद्यालयों के बच्चों ने हिस्सा लिया।

प्रतियोगिता का आरंभ प्रधान धीरज सिंह,विद्यालय कमेटी की सभा के अध्यक्ष महेश प्रताप सिंह और विद्यालय के प्रधानाचार्य सतेंद्र कुमार ने सयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया। इसमें पहले दिन बालिका वर्ग की करीब 32 खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमे राणा बेनी माधव सिंह स्मारक इंटर कालेज की अंजू ने सीनियर वर्ग में चैंपियन रही। वहीं जूनियर वर्ग में गंगादीन तिवारी हाईस्कूल की अनामिका चैंपियन रही।

इनमें सीनियर बालिका वर्ग में अंजू ने सौ मीटर,दो सौ मीटर,लंबी कूद में बाजी मारी। वहीं जूनियर वर्ग में गंगादीन तिवारी हाईस्कूल की अनामिका ने सौ मीटर,चार सौ मीटर,और लंबी कूद में बाजी मार कर अपने नाम चैंपियन शिप की।


मौके पर प्रधान धीरज सिंह,अध्यक्ष महेश प्रताप सिंह,प्रधानाचार्य सतेंद्र कुमार,खेल प्रभारी,संतोष कुमार सिंह,सर्वेश सिंह,विभूति नारायण सिंह,बंशीलाल,नमिता सिंह,मंजरी सिंह, अमरनाथ सिंह आदि रहे।
चार शवों के एक साथ पहुंचते ही सिसक उठा पूरा गांव, राजनैतिक हस्तियों के बीच कई थानों को पुलिस रही डटी

रायबरेली। अमेठी थाना क्षेत्र के शिवरतनगंज में गदागंज के सुदामापुर निवासी दलित शिक्षक की पत्नी सहित दो बच्चों की निर्मम हत्या करने तथा पोस्टमार्टम होने के बाद शव पैतृक गांव पहुंचते ही गांव में चीख पुकार मच गई।

3 अक्टूबर को शिवरतन थाना क्षेत्र में दलित शिक्षक पत्नी और बच्चों की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई थी हत्या के बाद पोस्टमार्टम होने के बाद शव गदागंज थाना क्षेत्र के सुदामापुर पैतृक गांव पहुंचा शव पहुंचते ही गांव में मातम छा गया ।जिसने भी घटना की जानकारी हुई वह उसके घर पहुंचने लगा। सब पहुंचते ही परिवार जनों व रिश्तेदारों का रो रो कर बुरा हाल हो रहा है वहीं शव पहुंचने के साथ ही नेताओं का भी पहुंचने का तांता लगा रहा। रात से ही पैतृक गांव में पुलिस फोर्स मौजूद रही वही शव पहुंचते ही कई थानों की फोर्स के साथ आला अधिकारी भी गांव पहुंचे।

शिक्षक बनने से पहले पुलिस में था सुनील कुमार

सुनील कुमार पढ़ने लिखने में अच्छा था इसीलिए 2015 में पुलिस में भर्ती होने के बाद ट्रेनिंग पर भी गया था 2018 में शिक्षक भर्ती परीक्षा पास की थी तथा 10 दिसंबर 2021 को अमेठी में पहोना कंपोजिट विद्यालय बतौर शिक्षक तैनाती हुई थी


मृतक अमेठी के शिवरतनगंज में किराए के मकान में रहता था
सुनील कुमार(35) अपनी पत्नी(32) पूनम तथा दो बच्चों सृष्टि (6)व समीक्षा(1) के साथ रहता था इससे पहले सुनील कुमार रायबरेली में किराये के मकान में रह रहा था।
सुनील की 2016 मे उतपारा गांव में पूनम से हुई थी शादी।

परिवार में सबसे छोटा था सुनील कुमार

मृतक सुनील कुमार परिवार में सबसे छोटा लड़का था। सबसे बड़ी बहन सुनीता(40) व बड़ा भाई सोनू (38)जो मुम्बई में दैनिक मजदूरी का काम करता है। वही मृतक सुनील ही घर में अकेला कमाने वाला व्यक्ति था।

शव देखकर बेहोश हुए परिजन
शव पहुंचते ही पिता रामगोपाल व माता राजवती का रो-रोकर बुरा हाल है। मां ने बताया कि घर में वही कमाने वाला व्यक्ति था आप घर का खर्चा कैसे चलेगा वहीं बहन सुनीता का भी रो-रो कर बुरा हाल।

शव पहुंचते ही कई थानों की फोर्स के साथ पहुंचे आलाधिकारी

जगतपुर, गदागंज, डलमऊ ऊंचाहार महिला थाना व अमेठी पुलिस भी मौजूद रही वही अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिंह को सीओ डलमऊ अरुण कुमार नोहर उप जिलाधिकारी ऊंचाहार सिद्धार्थ चौधरी नायब तहसीलदार सुजीत सिंह पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

पैतृक गांव में सात्वना देने राजनीतिक दल के पहुंचे प्रतिनिधि

पैतृक गांव में सब पहुंचते ही राजनीतिक दलों का आना-जाना लग रहा सभी ने घटना की निंदा के साथ दोषी को कड़ी से कड़ी सजा की मांग की जिसमें भाजपा जिला अध्यक्ष बुद्धिलाल पासी कांग्रेस जिला अध्यक्ष पंकज तिवारी सपा जिला अध्यक्ष वीरेंद्र यादव बीएसपी जिला अध्यक्ष राजेश फौजी सांत्वना देने पहुंचे ।

राज्य मंत्री ने परिवार को शासन से हर संभव मदद का दिया आश्वासन

राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश सिंह ने पीड़ित परिवार उम्र तक के पिता रामगोपाल से मिलकर हर संभव मदद तथा दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का भरोसा दिलाया।

क्षेत्रीय विधायक ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात
क्षेत्रीय विधायक मनोज कुमार पांडे ने पैतृक गांव पहुंचकर कहा कि घटना हृदय विदारक है। इस घटना पर राजनीति नहीं होनी चाहिए दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। पीड़ित परिवार के साथ परिवार की तरह हमेशा खड़ा रहूंगा।

अमेठी सांसद किशोरी लाल ने राहुल गांधी से मृतक के पिता की कराई बात

शव पहुंचने के साथ अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा मृतक के प्रति गांव पहुंच गए मृतक के पिता राम गोपाल से रायबरेली सांसद राहुल गांधी की मोबाइल से बात कराई राहुल गांधी ने पीड़ित को हर संभव मदद व दोषियों को कड़ी सजा दिलाने का आश्वासन दिया तथा पीड़ित परिवार से जल्द मिलने की बात भी कहीं


मृतक के भाई की ने पहुंचने से नहीं हो पाया अंतिम संस्कार
मृतक के भाई सोनू जो मुंबई में दैनिक मजदूरी करता था। प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी भाई के आने के बाद ही परिजन अंतिम संस्कार करेंगे।