*जब निरीक्षण के दौरान नशे में टल्ली मिले गुरुजी, कहा सौ ग्राम पी ली है साहब !*
सीतापुर- वस्तुतः विद्यालयों को शिक्षा का मन्दिर माना जाता है। लेकिन एक गुरु जी ने नशे में टल्ली होकर शिक्षा के मंदिर की गरिमा को तार-तार करके रख दिया है। एक गुरु जी के इस कृत्य से बेसिक शिक्षा के शिक्षकों की गरिमा को भी ठेस पहुंची है।
हम आपको बात दें यह वाकया विकास खंड ऐलिया का है। शनिवार को बीडीओ ऐलिया शैलेंद्र कुमार सिंह ने ग्राम सभा विक्टोरिया ग्रंट के मजरा हलुवापुर के प्राथमिक विद्यालय में अचानक निरीक्षण करने पहुंच गये। जहां तैनात प्रधानाध्यापक प्रदीप शुक्ला विद्यालय में मौजूद तो मिले पर नशे में धुत थे। जबकि अन्य विद्यालय स्टाफ शिक्षण कार्य करने में व्यस्त था।
बीडीओ ने जब प्रधानाध्यापक से उनके विद्यालय की जानकारी लेनी चाही तो वह जवाब देने में अक्षम नजर आये। जिस पर अधिकारी को शक हुआ तो उन्होने उनसे पूछा कि क्या शराब पी रखी है। तो प्रधानाध्यापक ने स्वीकार करते हुये कहा कि दर्द हो रहा था तो 100 ग्राम पी ली है। जिस पर बीडीओ ने कहा कि अगर दर्द था तो छुट्टी लेकर घर चले जाते। बीडीओ ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नेरी से डॉ ओएन वर्मा को बुलाकर उनका मेडिकल करवाते हुये बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश सिंह को इस कृत्य से अवगत कराते हुये शिक्षक पर कार्रवाई की संस्तुति की है। इसके बाद प्रधानाध्यापक को जिला अस्पताल लाकर ब्लड टेस्ट करवाया जायेगा। रिपोर्ट आने पर शराब पीने की आधिकारिक पुष्टि होगी।
विकास खंड अधिकारी ऐलिया शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि ब्लाक टास्क फोर्स का अध्यक्ष होने के नाते प्रतिमाह पांच विद्यालयों का निरीक्षण रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत करने के लिये प्राथमिक विद्यालय हलुवापुर गये थे। जहां प्रधानाध्यापक प्रदीप शुक्ला नशे की हालत में मिले। उन्होने स्वीकार भी किया कि उन्होंने शराब पी रखी है। उच्चाधिकारियों को अवगत कराते हुये मेडिकल परीक्षण कराया गया है। विद्यालय में तैनात सहायक शिक्षकों व अभिभावकों ने बताया कि अक्सर यह शराब के नशे में विद्यालय आते हैं। छात्रों को गंदी गंदी गालियां व मारते पीटते हैं।
Oct 07 2024, 17:07