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रतलाम में रेल हादसा: पेट्रोलियम उत्पाद ले जा रही मालगाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतरे, रेलवे ने शुरू की जांच

मध्य प्रदेश के रतलाम में दिल्ली-मुंबई मार्ग पर एक रेलवे यार्ड के पास गुरुवार रात पेट्रोलियम उत्पाद ले जा रही एक मालगाड़ी के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए, लेकिन कोई घायल नहीं हुआ. रतलाम के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) रजनीश कुमार ने बताया कि एक वैगन से पेट्रोलियम का रिसाव हो रहा है और हम किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सभी सावधानी बरत रहे हैं.

उन्होंने कहा कि वैगनों को राजकोट से भोपाल के पास बकानिया-भौरी ले जाया जा रहा था. उन्होंने कहा कि मार्ग पर ट्रेन यातायात बहाल करने के प्रयास जारी हैं. डीआरएम ने कहा कि अप लाइन पर आवाजाही वाली ट्रेनें प्रभावित नहीं हुई हैं. हम जल्द ही डाउन लाइन की ट्रेनों को अप ट्रैक से चलाना शुरू कर देंगे. फिलहाल, घटना के कारण केवल दो ट्रेनें फंसी हुई हैं.

ट्रेन के तीन डिब्बे पटरी से उतरे

डीआरएम ने कहा कि ट्रेन के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए हैं. एक डिब्बे को हटा दिया गया है. दूसरे और तीसरे में थोड़ी दिक्कत है. लेकिन वह भी जल्द ही हटा लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सारे सबूत जुटाए जा रहे हैं. हम कोई ट्रेन रद्द नहीं कर रहे हैं, बस कुछ ट्रेनें लेट हो सकती हैं. यह ट्रेन राजकोट से आ रही थी और भोपाल के पास बकानिया जा रही थी.

रेल यातायात की बहाली पर ध्यान

घटना के तुरंत बाद, रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी राहत और बचाव टीमों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, जबकि सार्वजनिक संबोधन प्रणाली पर घोषणा की गई. इसमें लोगों को पटरी से उतरे वैगनों से दूर रहने और सिगरेट या बीड़ी न जलाने के लिए कहा गया. किसी भी तोड़फोड़ की संभावना के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा कि हमारा ध्यान रेल यातायात की बहाली पर है. पटरी से उतरने का कारण जानने के लिए जांच की जा रही है.

नागार्जुन ने तेलंगाना मंत्री कोंडा सुरेखा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया,जाने पूरी मामला

तेलुगु अभिनेता नागार्जुन अक्किनेनी ने अपने बेटे और अभिनेता नागा चैतन्य और अभिनेत्री सामंथा रुथ प्रभु के बीच तलाक के संबंध में की गई टिप्पणी के खिलाफ तेलंगाना मंत्री और कांग्रेस नेता कोंडा सुरेखा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है.

शिकायतकर्ता नागार्जुन का कहना है कि एक सार्वजनिक हस्ती के रूप में सार्वजनिक मंच का उपयोग करते हुए आरोपी ने दो अक्टूबर को गांधी जयंती कार्यक्रम में भाग लेने के दौरान मीडिया से बात करते हुए शिकायतकर्ता और उसके परिवार के बारे में अपमानजनक बयान दिए है.

तेलंगाना के मंत्री कोंडा सुरेखा की टिप्पणियों को लेकर अक्किनेनी नागार्जुन अदालत गए और नामपल्ली अदालत में मानहानि का मुकदमा दायर किया.

याचिका में कहा गया है कि उनके परिवार की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है. मंत्री कोंडा सुरेखा के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया.

कोंडा सुरेखा के खिलाफ केस दायर

मालूम हो कि एक्टर अक्किनेनी नागार्जुन के परिवार, नागा चैतन्य और सामंथा के निजी मामलों को लेकर मंत्री कोंडा सुरेखा की टिप्पणियों से हलचल मची हुई है. फिल्म सेलिब्रिटी पहले से ही कोंडा सुरेखा से नाराज हैं.

तेलंगाना के मंत्री कोंडा सुरेखा के खिलाफ नामपल्ली अदालत का दरवाजा खटखटाया गया और दावा किया गया कि उन्होंने ऐसी टिप्पणियां कीं जिससे उनके परिवार के सम्मान और प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है. उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई करने के लिए याचिका दायर की गई थी.

एक्टर विजय देवराकोंडा ने की निंदा

एक्टर विजय देवराकोंडा ने कोंडा सुरेखा की टिप्पणियों की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ, राजनेताओं और उनके व्यवहार के बारे में मैं अपने विचारों और भावनाओं को अच्छी भाषा में व्यक्त करने के लिए संघर्ष कर रहा हूं.

उन्होंने कहा किमैं कुछ राजनेताओं को याद दिलाना चाहता हूं. हम अपना ख्याल रखने के लिए ही उन्हें वोट दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे, निवेश, नौकरी, समृद्धि, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुविधाओं में सुधार आदि के बारे में बात करने के लिए हम वोट देते हैं.

कोलकाता मर्डर केस: सीबीआई की बड़ी कार्रवाई, पूर्व प्रिंसिपल के करीबी आशीष पांडे गिरफ्तार

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेड एंड हॉस्टिपल में भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इस मामले में संदीप घोष की गिरफ्तारी के बाद अब सीबीआई ने उनके करीबी आशीष पांडे को गिरफ्तार कर लिया है.एक दिन पहले आशीष पांडे सीबीआई दफ्तर में पेश हुए थे. खबर है कि वहां उनसे पूछताछ की गई. आरजी कर वित्तीय भ्रष्टाचार मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

आशीष पांडे के टीएमसी से लिंक है और वो संदीप घोष का करीबी है. पांडे से पहले भी सीबीआई ने पूछताछ की थी. आशीष पांडे टीएमसी यूथ विंग का लीडर हैं. आशीष पांडे टीएमएसपी आरजीकर अस्पताल के टीएमसी युवा इकाई के अध्यक्ष हैं और आरजी कर के रेजिडेंट डॉक्टरों में से एक हैं.

9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल

के आपातकालीन विभाग के चार मंजिल सेमिनार हॉल से एक डॉक्टर का शव बरामद किया गया था. उस पर रेप और हत्या का आरोप लगाया गया है. उस रात, पुलिस ने एक सिविक वॉलेंटियर संजय रॉय को बलात्कार और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया.

सीबीआई कर रही है भ्रष्टाचार के मामले की जांच

कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई ने मामले की जांच अपने हाथ में ली. उन्होंने गिरफ्तार सिविक वालंटियर को भी हिरासत में ले लिया. कोर्ट की अनुमति से आरोपी का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया गया.

बाद में सीबीआई ने इस मामले में सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप में आरजी कर हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के पूर्व ओसी अभिजीत मंडल को गिरफ्तार कर लिया. संदीप घोष को पहले मेडिकल कॉलेज वित्तीय भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई ने हिरासत में लिया था.

संदीप घोष के करीबी पर सीबीआई ने कसा शिकंजा

कोलकाता रेप केस मामले में शुरू से ही पूर्व प्रिंसिपल पर साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप लगे हैं. बाद में उनके खिलाफ आरजी कर में भ्रष्टाचार के मामले में जांच के लिए राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन किया था, लेकिन यह मामला भी कोर्ट पहुंचा और हाईकोर्ट ने इस मामले की भी सीबीआई जांच का आदेश दिया था.

सीबीआई ने इस मामले की जांच करते हुए संदीप घोष के कई करीबियों से पूछताछ की और अब इस मामले में उनके करीबी माने जाने वाले आशीष पांडे को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि आशीष पांडे के बयान में काफी असंगतियां पाई गई हैं.

क्या आपको पता है अन-इंस्टॉल ऐप्स भी आपके डेटा को एक्सेस कर सकते हैं! जानें कैसे पता करें और कैसे रोकें

हर वो व्यक्ति जो Smartphone चलाता है इस बात से परेशान होता है कि क्यों ये ऐप्स इंस्टॉल होने के बाद इतनी सारी परमिशन मांगने लगते हैं. मैसेज, कॉन्टैक्ट्स, फोन की गैलरी और भी ढेरों परमिशन मांगने के बाद तो ये ऐप्स आपके फोन में काम करने लगते हैं. ऐप को चलाने के लिए आप और हम सभी इन Mobile Apps को परमिशन दे भी देते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि फोन से अन-इंस्टॉल होने के बाद भी इन ऐप्स के पास आपके फोन का एक्सेस रहता है?

आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप इस बात का पता लगा सकते हैं कि कौन सा ऐप फोन का डेटा एक्सेस कर रहा है और किस तरह से इन ऐप्स को रोकें?

ऐसे बचाएं अपना Mobile Data

फोन की सेटिंग्स में Google ऑप्शन में जाएं और Manage Your Google Account पर क्लिक करें.

इसके बाद डेटा एंड प्राइवेसी पर क्लिक करने के बाद थोड़ा नीचे स्क्रॉल करने पर Third Party Apps & Services ऑप्शन दिखेगा.

थर्ड पार्टी ऐप्स एंड सर्विस ऑप्शन पर टैप करने के बाद आपके सामने सभी ऐप्स की लिस्ट आ जाएगी जिन्हें अब तक आपने अपने फोन में इंस्टॉल किया है. इस लिस्ट में आपको उन ऐप्स के भी नाम दिखेंगे जिन्हें आप फोन से अन-इंस्टॉल कर चुके हैं.

जिस ऐप को आप अन-इंस्टॉल कर चुके हैं, एक-एक कर ऐप के नाम पर क्लिक करें, इसके बाद आपको लिखा मिलेगा कि ऐप के पास कुछ एक्सेस अब भी है. इसके अलावा आप लोगों को इन ऐप्स के साथ सभी कनेक्शन डिलीट करने का एक ऑप्शन भी दिखेगा.

आपको इस ऑप्शन पर क्लिक करना है. इस ऑप्शन पर क्लिक करते ही आपका काम बन जाएगा. ऐसा ही काम आपको हर एक ऐप के लिए करना होगा जिसे आप फोन से बाहर का रास्ता दिखा चुके हैं.

गोविंदा की सेहत में सुधार, पत्नी सुनीता आहूजा ने बताया - कल तक मिलेगी अस्पताल से छुट्टी

एक्टर गोविंदा को मंगलवार 1 अक्टूबर को पैर में गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. गोविंदा की ही लाइसेंसी रिवॉल्वर से गलती से गोली चल गई थी. हालांकि इस थ्योरी पर पुलिस को शक भी है. डॉक्टरों ने गोली सफलतापूर्वक निकाल ली है और उनकी हालात में काफी सुधार है. ऐसे में अब गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा ने एक्टर की हेल्थ पर अपडेट दिया है. साथ ही बताया है कि उन्हें छुट्टी कब मिलेगी.

गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा इस पूरे मामले में उनके साथ हैं और उनकी स्थिति के बारे में जानकारी देती रहती हैं. सुनीता ने कहा, “अभी उनकी हालत में सुधार है और डॉक्टर उन्हें कल तक छुट्टी दे देंगे. उनकी बेहतर तरीके से देखभाल की जा रही है. आप लोग भी ज्यादा परेशान मत होइए.”

भगवान के आशीर्वाद से वह ठीक हो रहे हैं’

सुनीता आहूजा ने कहा कि वह उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान कर रही हैं. सुनीता ने कहा, “मैंने उनके लिए पूजा-पाठ किया और भगवान के आशीर्वाद से वह ठीक हो रहे हैं. वो हीरो है, वैसे भी जल्दी ठीक हो जाएगा.” गोविंदा को जिस वक्त गोली लगी उस दौरान उनकी पत्नी मुंबई में नहीं थीं. पति को गोली लगने की खबर सुनकर सुनीता आहूजा तुरंत मुंबई आ गईं.

फैन्स से मिले प्यार के साथ-साथ उनका समर्थन गोविंदा और उनके परिवार के लिए बहुत बड़ी ताकत रहा है. सुनीता ने कहा, “हमें जो चिंता और समर्थन मिला है, उसके लिए हम बहुत आभारी हैं. यह हमारे लिए बहुत मायने रखता है और इससे गोविंदा को जल्दी ठीक होने में मदद मिल रही है.”

कैसे हुआ हादसा?

गोविंदा को गोली लगने की घटना को सुनकर शत्रुघ्न सिन्हा, डेविड धवन और जैकी भगनानी सहित कई बॉलीवुड हस्तियां एक्टर के हालचाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे. गोविंदा जब अपनी बंदूक साफ कर रहे थे, तभी वो गिर गई और गोली चल गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक्टर की बंदूक के लॉक का एक छोटा-सा हिस्सा पहले से टूटा हुआ था, इस वजह से ये हादसा हुआ है. हालांकि मामला संदेहास्पद है

फोन की स्टोरेज फुल होने की समस्या का समाधान: जानें कैसे बढ़ाएं अपने फोन की स्टोरेज

Smartphone तो हम लोग बहुत सालों से इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन फिर भी बहुत से लोगों को इस बात की जानकारी भी नहीं है कि ऐप चलाते-चलाते भी फोन की स्टोरेज भर सकती है. जी हां, आपने सही पढ़ा ऐसा हो सकता है. आज हम आपको इसी बात की जानकारी देंगे कि ऐसा होता क्यों है, कैसे आप इस बात का पता कर सकते हैं और कैसे आप फोन की स्टोरेज को भरने से रोक सकते हैं?

फोन खरीदने के बाद हम लोग मोबाइल में जरूरत के हिसाब से ऐप्स इंस्टॉल करने लगते हैं, लेकिन इन ऐप्स को जैसे ही आप खोलते हैं इन ऐप्स की टेंपरेरी फाइल्स और कैशे फाइल्स क्रिएट होने लगती हैं. इन्हीं कैशे फाइल्स की वजह से धीरे-धीरे आपके फोन की स्टोरेज कम होने लगती है और आपको इस बात का पता भी नहीं चलता.

कैशे और टेंपरेरी फाइल्स के अलावा और भी कई कारण हैं जिस वजह से फोन की स्टोरेज भरने लगती है. ऐप का नया अपडेट आने के साथ ही ऐप का फाइल साइज धीरे-धीरे बढ़ने लगता है जिससे ऐप्स ज्यादा स्पेस घेरने लगते हैं.

स्टोरेज भरने की दिक्कत को ऐसे करें दूर

कैशे, टेंपरेरी फाइल्स को क्लियर करना ही काफी नहीं है. फोन में स्टोरेज बनाने के लिए जिन ऐप्स की अब आपको जरूरत नहीं है, उन मोबाइल ऐप्स को अनइंस्टॉल करें. फोटो और वीडियो स्टोर करने के लिए क्लाउड स्टोरेज का इस्तेमाल करें. इस काम के लिए आप Google Photos और OneDrive जैसे क्लाउड स्टोरेज का इस्तेमाल कर सकते हैं.

फोन में स्टोरेज को बचाने के लिए आप माइक्रोएसडी कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर आपके फोन में SD कार्ड स्लॉट है, तो आप फोटो, वीडियो और अन्य फाइल्स को SD कार्ड में ट्रांसफर कर सकते हैं. ऑटोमैटिक डाउनलोड्स को बंद करें, नहीं तो कई ऐप्स ऑटोमैटिकली फोटो, वीडियो और अन्य फाइल्स डाउनलोड कर लेते हैं.

फोन में स्टोरेज बचाना चाहते हैं तो ऑटोमैटिक डाउनलोड्स ऑप्शन को बंद कर दें. फोन को क्लीन करने के लिए किसी थर्ड-पार्टी क्लीनिंग ऐप का इस्तेमाल करके अपने फोन को नियमित रूप से क्लीन करें.

पुणे में बीजेपी को बड़ा झटका: हर्षवर्धन पाटिल शरद पवार की पार्टी एनसीपी में हो सकते हैं शामिल

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले पुणे जिले में भारतीय जनता पार्टी को झटका लग सकता है. सूत्रों के अनुसार इंदापुर से पूर्व बीजेपी विधायक हर्षवर्धन पाटिल शरद पवार की पार्टी एनसीपी में शामिल हों सकते हैं.

सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार सुबह 10 बजे हर्षवर्धन पाटिल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एनसीपी (एसपी) में शामिल हो सकते हैं. मुंबई में हर्षवर्धन पाटिल और उनकी बेटी अंकिता पाटिल ने शरद पवार से मुलाकात की. उनकी मुलाकात शरद पवार के सिल्वर ओक आवास पर हुई. संभावना है कि पार्टी में एंट्री को लेकर चर्चा हुई.

पाटिल बीजेपी में पुणे ही नहीं, महाराष्ट्र के लिए एक बड़ा चेहरा हैं. ऐसे में उनका जाना बीजेपी के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है, क्योंकि पाटिल लगातार चार कार्यकाल 1995 से लेकर 2014 तक मंत्री पद पर रहने वाले कुछ मंत्रियों में से एक थे.

हालांकि साल 1995, 1999, 2004 में पाटिल निर्दलीय विधायक चुने गए थे, लेकिन सरकार का हिस्सा थे. लेकिन साल 2009 में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में विधायक चुने गए थे. उन्हें मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के मंत्रिमंडल में एक बार फिर जगह मिली और सहकारिता और संसदीय मामलों का मंत्री नियुक्त किया गया.

2019 में बीजेपी में शामिल हुए थे हर्षवर्धन पाटिल

लेकिन 2014 में सत्ता आघाड़ी के हाथ से जाने के बाद पाटिल ने 5 साल का इंतजार किया और 5 साल बाद 2019 में हर्षवर्धन पाटिल ने बीजेपी का दामन थाम लिया. लेकिन महायुति में दरार पड़ी और नई आघाड़ी बनी और उद्धव सीएम बन गए, बीजेपी सत्ता से दूर हो गई ऐसे में पाटिल खाली हाथ रह गए, लेकिन ढ़ाई साल बाद समय बदला और उद्धव की सरकार गिर गई.

एकनाथ शिंदे सीएम बन गए बीजेपी के सहयोगी के रूप में, लेकिन मंत्री मंडल विस्तार आज तक नहीं हो पाया और पाटिल के दुबारा मंत्री बनने की ख्वाहिश अधूरी रह गई. अब उन्हें दुबारा आघाड़ी सत्ता में आती दिख रही है तो एनसीपी शरद गुट की तरफ झुकाव हुआ है. इंदापुर सीट पर उनकी खासी पकड़ है. उनकी मेल मुलाकात के बीच उनके समर्थकों ने सोशल मीडिया में अपने स्टेट्स बदलने शुरू कर दिए और कमल या बीजेपी के बजाय तुतारी रख रहे हैं.

सात अक्तूबर को इंदापुर में रैली करेंगे शरद पवार

कुछ दिन पहले ही हर्षवर्धन पाटिल ने भी कहा था कि वह पितृपक्ष के बाद अपनी स्थिति स्पष्ट करेंगे. इसके बाद घट स्थापना के पहले दिन हर्षवर्धन पाटिल अपनी बेटी अंकिता पाटिल के साथ शरद पवार के मुंबई स्थित सिल्वर ओक आवास पहुंचे. वहां उन्होंने शरद पवार से चर्चा की. इस चर्चा के दौरान सुप्रिया सुले मौजूद रहीं.

एनसीपी शरद चंद्र पवार पार्टी के नेता शरद पवार 7 अक्टूबर को इंदापुर में रैली करेंगे. उस सभा में क्या हर्षवर्धन पाटिल एनसीपी में शामिल होंगे या नहीं? अगले एक-दो दिन में यह स्पष्ट हो जायेगा. लेकिन कहा जा रहा है कि इंदापुर से शरद पवार की पार्टी के उम्मीदवार हर्षवर्धन पाटिल होंगे.

सहरसा की 13 साल की प्राची कुमारी की अनोखी कविता: बेटी के सपने पर आधारित कविता ने जिले में मचाया धूम

सहरसा: एक तरफ जहां बच्चे किताबों से दूर और मोबाइल के गिरफ्त में आते जा रहे हैं, तो वहीं कई बच्चे ऐसे भी हैं, जो अपने जिज्ञासा को जगाकर एक नई उड़ान भर रहे हैं. सहरसा की रहने वाली 13 साल की छात्रा प्राची कुमारी आईपीएस अफसर बनना चाहती है और देश की सेवा करना चाहती है. जितना बड़ा प्राची का सपना है, उतना बड़ा काम प्राची कर रही हैं. काफी कम उम्र में ही प्राची ने कविता लिखना शुरू कर दिया है.

प्राची भले ही देखने में छोटी हैं, लेकिन उनकी कविता सुन आप भी दंग रह जाएंगे. उनकी कविता में वह कहानी है, जिसे सुन हर एक बेटी का हौसला खुद पर खुद बढ़ जायेगा.

दरअसल प्राची कुमारी ने बेटी के सपने पर एक कविता लिखी है, जिस कविता की चर्चा जिले में खूब हो रही है. यह कविता बेटी के सपने पर आधारित है. बेटी क्या सपना देखती हैं, आगे क्या बनना चाहती हैं और कैसे अपने परिवार का नाम रौशन करना चाहती हैं, इस कविता में वो तमाम उत्तर आपको मिल जायेगा.

इस बेटी की कविता को अगर आप पूरा सुन लेंगे, तो हर बेटी के मन में वह जुनून खुद पर खुद पैदा हो जाएगा और वह बेटी जरूर आगे कुछ कर पाएगी.

हौसलों से भरी अनोखी है कविता

मैं भी दुनिया में कुछ करना चाहती हूं, कुछ बनना चाहती हूं, चांद की तरह में चमकता चाहती हूं, नदी की तरह मुश्किलों का सामना करना चाहती हूं, अंधेरे में अपनी कामयाबी से उजाला करना चाहती हूं, मैं भी इस दुनिया में कुछ करना चाहती हूं कुछ बनना चाहती हूं. मैं किसी से कम नहीं, जो किसी के सामने झुक जाऊं, मैं अपने पापा की शेरनी हूं, तो क्यों मैं किसी से डर जाऊं. कुछ ऐसा बन के दिखलाऊं मैं, सब शान ऊंची कराऊं मैं, भगवान बस आपसे यही विनती कि कुछ बनकर दिखलाऊं मैं, कुछ कर के दिखलाऊं मैं. मैं सोचती हूं कि जब कुछ बनकर मैं आऊंगी, सब की शान में ऊंची कराआऊंगी.

हरियाणा विधानसभा चुनाव: नेताओं का दलबदलने का सिलसिला जारी, अशोक तंवर ने फिर थामा कांग्रेस का हाथ

हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार (5 अक्टूबर) को वोटिंग कराई जानी है, और इसके लिए चुनाव प्रचार अपने अंतिम चरण में है. लेकिन नेताओं का दलबदलने का सिलसिला चुनाव प्रचार के अंतिम दिन तक बना हुआ है. एक दिन पहले बुधवार को हरियाणा में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने पाला बदलते हुए कांग्रेस का दामन थाम लिया. वहीं चुनाव प्रचार के अंतिम दिन अशोक तंवर ने भी पाला बदल लिया. तंवर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का साथ महज 8 महीने में छोड़ते हुए फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए.

इससे पहले इस साल 20 जनवरी को अशोक तंवर ने नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे. वह अप्रैल-मई में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान सिरसा सीट से बीजेपी के टिकट पर मैदान में उतरे थे. हालांकि उन्हें कांग्रेस की दिग्गज नेता कुमारी सैलजा के हाथों 2.50 लाख से अधिक मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था.

हरियाणा विधानसभा चुनाव: आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका, प्रत्याशी ने थामा कांग्रेस का दामन

हरियाणा में विधानसभा चुनाव प्रचार का आज गुरुवार को आखिरी दिन है. सभी प्रमुख दलों की ओर से चुनावी प्रचार तेज कर दिया गया है. हालांकि चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में आम आदमी पार्टी (AAP) को जोर का झटका लगा क्योंकि उसके प्रत्याशी ने पाला बदलते हुए कांग्रेस का दामन थाम लिया. पिछले 10 दिनों में AAP को इस तरह से यह दूसरा झटका है.

राज्य में शनिवार (5 अक्टूबर) को होने वाली वोटिंग से पहले करनाल जिले की सुरक्षित नीलोखेड़ी विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी अमर सिंह अपनी पार्टी को झटका देते हुए बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गए. कांग्रेस में शामिल होने के बाद अमर सिंह ने कहा कि केवल कांग्रेस ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार को हरा सकती है, जो लगातार “महिलाओं, किसानों, दलितों और अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय कर रही है.”

चुनाव को लेकर नहीं हो सका गठबंधन

पार्टी की ओर से जारी बयान में बताया गया कि अमर सिंह पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए. बाजवा ने अमर को औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल कराया.

आम आदमी पार्टी विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, लेकिन पिछले महीने अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली पार्टी और कांग्रेस के बीच विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन नहीं हो सका और दोनों दल हरियाणा में अपने दम पर चुनाव लड़ रहे हैं.

चुनाव से पहले AAP को यह दूसरा झटका

हरियाणा में केजरीवाल की पार्टी को इससे पहले झटका फरीदाबाद के उम्मीदवार प्रवेश मेहता के रूप में लगा था जब पिछले महीने 28 सितंबर को AAP छोड़कर सत्तारूढ़ बीजेपी में शामिल हो गए थे. प्रवेश मेहता फरीदाबाद में केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, जो फरीदाबाद से बीजेपी के सांसद हैं, और हरियाणा बीजेपी नेता विपुल गोयल की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए.

इस बीच, अमर सिंह का स्वागत करते हुए बाजवा ने कहा कि वह बिना शर्त पार्टी में शामिल हुए हैं और “कांग्रेस उम्मीदवार (नीलोखेड़ी से) धर्मपाल गोंदर का पूरा समर्थन कर रहे हैं.” बाजवा ने यह भी उल्लेख किया कि अमर सिंह नीलोखेड़ी में सिख समुदाय के बीच खासे लोकप्रिय हैं.

वोट न बंटे इसलिए कांग्रेस से जुड़ाः अमर

नई पार्टी में शामिल होने के बाद अमर सिंह ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है. नीलोखेड़ी में भी यही स्थिति है. इस समय मुख्य लक्ष्य बीजेपी सरकार से छुटकारा पाना है, “जो किसानों, महिलाओं, दलितों और अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय कर रही है और केवल कांग्रेस ही इसे हासिल कर सकती है.”

अमर सिंह ने कहा कि अगर वह चुनाव लड़ते तो इसका सीधा फायदा बीजेपी को होता. यह सुनिश्चित करने के लिए कि वोट बंटे नहीं, उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया.