विश्व हृदय दिवस आज,कम उम्र में बढ़ रहे है हार्ट अटैक के मामले,जानिए कैसे रखें अपने दिल का ख्याल
हर साल 29 सितंबर को 'विश्व हृदय दिवस' (World Heart Day) मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य हृदय से जुड़ी बीमारियों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है। हाल के वर्षों में, हृदय रोग केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह युवाओं को भी तेजी से प्रभावित कर रहा है। खासकर कम उम्र में हार्ट अटैक के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गई है। यह स्थिति न केवल स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि आम लोगों के लिए भी एक चेतावनी है कि वे अपनी जीवनशैली और स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
कम उम्र में हार्ट अटैक के बढ़ते कारण:
1 अस्वस्थ जीवनशैली: आजकल की व्यस्त जीवनशैली में अधिकतर लोग असंतुलित खानपान, व्यायाम की कमी, और अनियमित दिनचर्या के शिकार हो रहे हैं। फास्ट फूड, प्रोसेस्ड भोजन, और मीठे पेय पदार्थों का अत्यधिक सेवन हृदय की सेहत के लिए हानिकारक होता है।
2 तनाव और मानसिक स्वास्थ्य: अत्यधिक मानसिक तनाव, चिंता, और डिप्रेशन भी हृदय रोगों का प्रमुख कारण बन रहे हैं। करियर, रिश्ते और आर्थिक दबाव जैसे कारक युवाओं को बहुत जल्दी तनावग्रस्त कर देते हैं, जिससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।
3 धूम्रपान और शराब का सेवन: कम उम्र में धूम्रपान और शराब के सेवन की आदतें भी हृदय की सेहत पर बुरा प्रभाव डालती हैं। निकोटीन और अल्कोहल रक्तचाप को बढ़ाते हैं, जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा रहता है।
4 स्लीप एपनिया और अनिद्रा: नींद की कमी और स्लीप एपनिया जैसी समस्याएं भी हृदय की सेहत को प्रभावित करती हैं। ये समस्याएं दिलl की धड़कनों को असामान्य बना सकती हैं, जिससे हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है।
5 अनुवांशिक कारण: अगर परिवार में किसी को हृदय रोग है, तो आने वाली पीढ़ियों में भी यह समस्या विकसित हो सकती है। अनुवांशिक कारणों से भी कम उम्र में हृदय रोग की संभावना बढ़ जाती है।
हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय:
1 स्वस्थ आहार का सेवन: अपने आहार में हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज, और हेल्दी फैट्स जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड को शामिल करें। तले-भुने, प्रोसेस्ड और अधिक नमक वाले खाद्य पदार्थों से बचें। चीनी का सेवन कम करें और नमक की मात्रा को सीमित रखें।
2 नियमित व्यायाम करें: रोजाना 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि जैसे पैदल चलना, योग, साइकिलिंग, या जिम में कसरत करने से दिल की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और रक्त प्रवाह में सुधार होता है।
3 तनाव प्रबंधन: तनाव को कम करने के लिए ध्यान (मेडिटेशन), प्राणायाम, और अन्य रिलैक्सेशन तकनीकों का सहारा लें। पॉजिटिव सोच और स्वस्थ मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखें।
4 नींद का ध्यान रखें: हर दिन कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें। एक अच्छी नींद शरीर को पुनर्जीवित करती है और हृदय की धड़कनों को सामान्य बनाए रखती है।
5 धूम्रपान और शराब से दूर रहें: तंबाकू और शराब का सेवन बंद करें। यह आपके हृदय और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। धूम्रपान छोड़ने से हार्ट अटैक के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
6 नियमित स्वास्थ्य जांच: नियमित रूप से ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, और शुगर की जांच करवाते रहें। इससे किसी भी प्रकार की समस्या को समय रहते पहचाना जा सकता है और उचित उपचार किया जा सकता है।
निष्कर्ष:
कम उम्र में हृदय रोग का बढ़ता खतरा एक गंभीर समस्या बन गया है। इसके लिए हमें अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने होंगे। स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, तनाव मुक्त जीवन, और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच करके हम हृदय को स्वस्थ रख सकते हैं।
इस विश्व हृदय दिवस पर, हम सभी को अपने दिल की सेहत के प्रति सजग रहने का संकल्प लेना चाहिए और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करना चाहिए।
Sep 30 2024, 19:54