कन्नौज रेपकांड : नवाब सिंह यादव रेप मामले में पुलिस की एक ओर बड़ी कार्रवाई
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पंकज कुमार श्रीवास्तव
यूपी के कन्नौज जिले में नवाब सिंह यादव रेपकांड में पुलिस ने एक और मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी नवाब सिंह यादव और नवाब सिंह के भाई नीलू यादव व रेपकांड मामले में नवाब सिंह यादव की सहयोगी बनी पीड़िता की बुआ पूजा तोमर की मुश्किलें और बढ़ा दी है। पुलिस ने शुक्रवार देर शाम जानकारी साझा करते हुए बताया कि नवाब सिंह यादव और उसके भाई नीलू यादव सहित अभियुक्ता पूजा तोमर के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट की कार्यवाही करते हुए मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
आपको बताते चलें कि 12 अगस्त को कक्षा 10 की पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा के साथ पूर्व सपा नेता नवाब सिंह यादव पर रेप का आरोप लगा था। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में कार्यवाही करते हुए पूर्व सपा नेता नवाब सिंह यादव की तत्काल गिरफ्तारी करते हुए मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही की थी। जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता की बुआ पूजा तोमर को नवाब सिंह यादव की रेप के मामले में मदद करने ओर नीलू यादव को इस मामले के साक्ष्य को छुपाने के मामले में कार्यवाही की थी।
जिसमें नवाब सिंह यादव सहित तीनों जेल में बंद है। बताया जा रहा था कि इनमें नवाब सिंह यादव के छोटे भाई नीलू यादव को इस मामले में जमानत मंजूर हो गई थी लेकिन इससे पहले नीलू यादव जेल से बाहर निकल पाते पुलिस ने नीलू यादव सहित तीनों नवाब सिंह यादव और अभियुक्ता पूजा तोमर सहित तीनों पर गैंगेस्टर एक्ट की कार्यवाही कर दी। पुलिस ने शुक्रवार को गैंगेस्टर एक्ट की कार्यवाही करते हुए मुकदमा पंजीकृत कर दिया है। जिससे अब तीनों की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ गई है। पुलिस की इस कार्यवाही के बाद अब जिला प्रशासन भी बुल्डोजर की कार्यवाही करने की तैयारी में है।
कन्नौज पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने बताया कि 12 अगस्त 2024 को एक नाबालिग लड़की ने आरोपित नवाब सिंह द्वारा दुष्कर्म किये जाने की बात बताई। तत्समय मुकदमा पंजीकृत किया गया था। नवाब सिंह को जेल भेजा गया था तथा अन्य दो लोगों को भी जेल भेजा गया था। आज नवाब सिंह व उसके भाई नीलू यादव और एक महिला अभियुक्ता पूजा तोमर पर गैंगेस्टर एक्ट का मुकदमा पंजीकृत किया गया है और विधिक कार्यवाही की जा रही है।



पंकज कुमार श्रीवास्तव
कन्नौज।पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद के निर्देशानुसार व अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार के पर्यवेक्षण में एवं क्षेत्राधिकारी यातायात डा.प्रियंका वाजपेई के नेतृत्व में यातायात प्रभारी आफाक खां ने आगरा से लखनऊ की तरफ तिर्वा थाना क्षेत्र में स्पीड लेजर गन द्वारा ओवर स्पीडिंग करने वाले वाहनों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की गई। जिसमें पांच डबल डेकर/स्लीपर बसों का ओवर स्पीडिंग में चालान किया गया। वहीं 20 ऐसे चार पहिया हल्के वाहनों के चालान किए गए। जिनकी 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से लेकर 150 किलोमीटर की रफ्तार देखने को मिली। ओवर स्पीडिंग से हादसे को सबसे अधिक खतरा प्रभारी द्वारा बताया गया कि ओवर स्पीडिंग के कारण सबसे अधिक और सबसे खतरनाक दुर्घटनाएं होती हैं।क्योंकि 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अधिक गाड़ी को चलाने पर टनल विजन (संकीर्ण दृष्टि) की समस्या उत्पन्न होने लगती है। जिस कारण वाहन चालक की आंखें पूरी सड़क को समय से स्कैन नहीं कर पाती हैं।और अचानक कोई चीज सामने आने पर या सड़क के दाहिने बाएं से आने पर दुर्घटना को रोकना नामुमकिन हो जाता है।अत्यधिक स्पीड में वाहन चलाने पर अचानक कोई खतरा आने पर ब्रेकिंग डिस्टेंस कम पड़ जाता है। जिस कारण दुर्घटना रोकना संभव नहीं हो पाता है। सौ किलोमीटर के अंदर वाहन चलाने की जा रही अपील अत्यधिक स्पीड में वाहन के माइलेज में भी फर्क पड़ता है। यदि आप 100 किलोमीटर प्रति घंटा के अंदर अपने वाहन को चलाते हैं। तो आपको अच्छा माइलेज मिलता है। और ईंधन कम खर्च होता है। पैसा भी बचाया जा सकता है, जिंदगी भी बचाई जा सकती है। इसलिए यातायात पुलिस अपील करती है की गतिसीमा का उल्लंघन न करें। सुरक्षित चलें।
पंकज कुमार श्रीवास्तव

पंकज कुमार श्रीवास्तव


Sep 28 2024, 16:34
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