संचारी रोग नियंत्रण को विभाग तैयार, 1 से 31 अक्टूबर तक विशेष अभियान
बहराइच। मौसम में बदलाव के साथ बुखार, डायरिया और अन्य संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके नियंत्रण के लिए जनपद में 1 से 31 अक्टूबर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान चलाया जाएगा। शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चंद्र की अध्यक्षता में विकास भवन में आयोजित अंतर्विभागीय बैठक में अभियान की रूपरेखा तैयार की गई। बैठक का संचालन जिला स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बृजेश सिंह ने किया।
मुख्य विकास अधिकारी ने सम्बंधित विभागों को निर्देशित किया कि आबादी वाले क्षेत्रों में सफाई, शौचालय का उपयोग, कचरा निस्तारण, सुअर बाड़े आबादी से दूर रखना, जलभराव रोकना और शुद्ध पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। मच्छरों के प्रजनन स्थलों पर एंटी लार्वा का छिड़काव और कचरा निस्तारण के लिए विभागों को मिलकर काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने पिछली बार कम प्रगति वाले ब्लॉकों में सुधार करने और 29 अक्टूबर तक माइक्रोप्लान तैयार करने को कहा। इसके साथ ही ग्राम प्रधान, शिक्षक, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अभियान के लिए प्रशिक्षित करने का निर्देश भी दिया।
कुपोषित बच्चों की पहचान:
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय शर्मा ने बताया कि 1 से 31 अक्टूबर तक संचारी रोग अभियान और 11 से 31 अक्टूबर तक दस्तक अभियान चलेगा। इस दौरान आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, जेई, एईएस, फाइलेरिया, कुपोषण, कुष्ठ रोग, टीबी और कालाजार के संभावित मरीजों की पहचान करेंगी और ई-कवच पोर्टल पर उनका पंजीकरण करेंगी। रोग की पुष्टि पर मरीजों को तुरंत इलाज मुहैया कराया जाएगा। कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र भेजने और पोषाहार वितरण की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सौंपी गई है।
मच्छर जनित रोगों की रोकथाम:
जिला स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बृजेश सिंह ने कहा कि मच्छर डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, फाइलेरिया और दिमागी बुखार जैसी बीमारियों के सबसे बड़े वाहक हैं। दस्तक अभियान के दौरान मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट किया जाएगा। इसके अलावा, चूहों और छछूंदर से फैलने वाले स्क्रब टायफस रोग की भी निगरानी की जाएगी, जो दिमागी बुखार का कारण बन सकता है। लोगों को सफाई रखने और किसी भी प्रकार के बुखार की स्थिति में तुरंत स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करने की सलाह दी जाएगी।
बैठक में एसीएमओ डॉ. राजेश कुमार, डीपीओ राजकपूर, डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी, के आलावा शिक्षा विभाग और अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ डब्लूएचओ, यूनिसेफ और पाथ के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
Sep 27 2024, 17:40