हम तो इंसान है,इंसान ही रहने दो:फतेचंद बेचैन
संजीव बलिया ।नगरा :आज दिन रविवार पूर्वान्ह के समय नगरा में स्थित डॉ. सुरेश बहादुर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सभागार में साहित्य
उन्नयन संघ द्वारा हिन्दी दिवस के अवसर पर काव्य गोष्ठी का अयोजन किया गया।
जिसमें जिले भर से आए कवियों ने अपने रचना पाठ से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। साहित्य उन्नयन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार चौहान बागी ने कहा कि हिन्दी - पिता की पगड़ी और मां की बिंदी है। बाल कवयित्री नंदिता ने पढ़ा कि न खुद के लिए न जमाने के लिए जिंदा हूं, कर्ज़ मैं वतन का चुकाने के लिए जिंदा हूं।
वरिष्ठ कवि रामा शंकर मनहर ने सरस्वती वन्दना पढ़कर कार्यक्रम की शुरुआत की। कवि डी. एन. सिंह रसिक ने पढा - हिंदी की टांग टूटी है आज हिन्दुस्तान, कवि पुष्पराज पुष्प ने समसामयिक विषयों पर व्यंग पढ़कर खूब वाहवाही लूटी। कवि जितेंद्र त्यागी ने मां पर रचना पढ़ते हुए उपस्थित श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। कवि अनिल सिंह द्वारा एक सुंदर गजल पढ़ी गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकार बसंत पांडेय ने बताया कि मातृ भाषा के उत्थान के बगैर आदर्श राष्ट्र की कल्पना नामुमकिन है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ कवि डॉ. बचैन जी ने अपने संबोधन में कहा कि हिन्दी ही हिन्दुस्तान की पहचान है।
कार्यक्रम का संचालन कवि दिलीप कुमार चौहान एवं संयोजन वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह ने की।
इस अवसर पर विद्यालय के संचालक संजय यादव,प्रधानाचार्य मंजीत सिंह,नगर सभासद लालबहादुर यादव,रियाजुद्दीन,कृपाशंकर चौरसिया,अमित बहादुर सिंह,नवीन कुमार,साहित्य उन्नयन संघ के बलिया ईकाई के संरक्षक इंद्रजीत वर्मा, जिला अध्यक्ष तारकेश्वर गुप्ता, संघ परिवार के सदस्य अमित मौर्या, रामबदन वर्मा , संतोष चौहान, नंदिनी, सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे l
Sep 19 2024, 19:57