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*सैनिक संजीवनी स्कूल नेरी मे मासिक सत्संग का आयोजन*
*रमन वर्मा *


महोली(सीतापुर )सैनिक सजीवनी स्कूल नेरी मे  किया गया आयोजन जिसमे प्रोजेक्टर के द्वारा सत्संग दिखाया गया जिसमे संत परम पूज्य परमेश्वर स्वरूप सदगुरुदेव तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज बताते हैं। संत समागम, हरि कथा, तुलसी दुर्लभ दोय। सूत दारा और लक्ष्मी यह तो पापी घर भी होए।।







अर्थात धन-धान्य , सुख-समृद्धि, सुन्दर नारी तो जन साधरण, चोर, बदमाश, हत्यारे और कुकर्मी के घर भी जरूर मिल जाते हैं। जहां संतों की वाणी कोसों दूर भी सुनायी नहीं देती।



लेकिन संत का समागम जहां परमेश्वर की यथार्थ जानकारी मिले उनका नाम जपने का मौका मिले ऐसा कोई विरला ही घर होतास्पस्ट है कि एक मौके के स्वरूप में प्राप्त हुआ यह मानव जीवन परमात्मा की शास्त्रविधि अनुसार साधना करके मोक्ष प्राप्त करने के लिये ही मिलता है ।



लेकिन यह बेहद दुखद है कि सत्संग के अभाव में हम एसे महत्वपूर्ण जीवन को 4 दिन की जिंदगी है मौज मस्ती करके सुखी होने को जीवन का आधार मानकर जीते हैं । जिससे अंततः दुख भरे भयानक परिणामों को अनगिनत बिमारियो या अन्य कष्ट के रूप मे झेलना पड़ता कि



।सत्संग सयोजक आदर्श दास ने बताया कि हर माह मे एक बार सत्संग का आयोजन सैनिक संजीवनी स्कूल मे किया जाता कि


इस अवसर पर जिला सेवादार श्रीकृष्ण दास, महेश दास, सत्यप्रकास दास, प्रयाग दास आदर्श दास सहित सैकड़ो भक्त मौजूद रहे.
*माता-पिता से बढ़कर कोई सेवा नहीं*

* *रमन वर्मा*


महोली सीतापुर मां कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर भट्ठा मोहल्ला में चल रही श्री शिव महापुराण कथा के दौरान कथा व्यास धर्मेंद्र महाराज ने कहा की माता-पिता की ही सेवा सर्वश्रेष्ठ सेवा है



इससे बढ़कर कोई भी पुण्य का काम नहीं है जिस घर में माता-पिता प्रसन्न रहते हैं वह घर परिवार धन-धान्य से परिपूर्ण हो जाता है

उन्होंने शिव महापुराण की महिमा का वर्णन करते हुए बताया की शिव महापुराण श्रवण से मनुष्य के जन्म जन्मांतर के कष्ट दूर हो जाते हैं


और भगवान भोलेनाथ भक्ति की प्रत्येक मनोकामना पूर्ण करने वाले हैं बस हृदय में सच्चा भाव भक्ति भावना होनी चाहिए तभी यह संभव है


आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया गया पंडाल में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही