आजमगढ:आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनकर तैयार, फिर भी ग्रामीणों को नहीं मिल रही सुविधाएं
अहरौला। (आजमगढ़)स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण सरकार की यह योजना भी विफल साबित हो रही है केंद्र एवं राज्य सरकार गरीबों के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं संचालित करने का दावा करती है ऐसी ही एक योजना आयुष्मान भारत है इस योजना के तहत 5 लाख रुपए तक का मुक्त इलाज का प्रावधान किया गया ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवार के सदस्यों को सरकार की मंशा के अनुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुष्मान आरोग्य मंदिर में जहां पुजारी नहीं बल्कि एमबीबीएस डॉक्टर बैठकर जनता को निशुल्क उपचार दवाइयां जांच टीकाकरण जैसी सुविधाएं उपलब्ध करेंगे ।
आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर एक डॉक्टर दो नर्सिंग कर्मी एक फार्मासिस्ट एक एएनएम एक सपोर्टिंग स्टाफ वह एक स्वीपर की नियुक्ति सहित हीमोग्लोबिन मलेरिया डेंगू ब्लड शुगर वीआरएल रैपिड टेस्ट एचआईवी व यूरिन संबंधित अनेक जांच की सुविधा प्रदान कराई जाती हैं लेकिन धरातल पर सरकार की यह योजना भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से विफल साबित हो रही है धरातल पर इस योजना का वास्तविक स्वरूप आपको आहरौला विकासखंड अंतर्गत कोठरा गांव में दिखाई देगा बताते चलें कि कोठरा ग्राम सभा में आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनकर पूरी तरह तैयार है लेकिन आज तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां किसी की नियुक्ति नहीं की गई है ग्रामीण में नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर यहां पर डॉक्टरों की तैनाती व जांच सुविधा उपलब्ध होती तो हमें इलाज के लिए कोसों दूर नहीं जाना पड़ता हमारे यहां से अहरौला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की दूरी लगभग 6 से 8 किलोमीटर है ।
मजबूरन इलाज के लिए हमें निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता है जिससे हमारा समय भी नष्ट होता है और हमारी जेब भी ढीली होती है अगर इसे सुचारु रूप से चालू कर दिया जाता और यहां डॉक्टरों की नियुक्त कर दिया जाता तो हमें छोटी-मोटी बीमारियों के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ता ग्रामीणों ने बताया कि आयुष्मान आरोग्य मंदिर के चारों तरफ बड़ी-बड़ी घासें उगी हुई है इसमें आज तक डॉक्टर एवं जांचकी सुविधा तो नहीं हो पाई लेकिन आए दिन आयुष्मान आरोग्य मंदिर में सर्प एवं बिच्छू घूमते हुए दिखाई देते हैं जिससे हमे हमेशा भय बना रहता है यहां साफ सफाई भी कभी नहीं कराया जाता चंद कदम की दूरी पर पंचायत भवन बना हुआ है जहां कभी-कभार सचिव बिना सूचना के आते हैं लेकिन उन्हें भी इसके साफ-सफाई का ख्याल नहीं रहता वही जब मीडिया द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अहरौला के अधीक्षक मोहनलाल से इसके संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अभी वहां किसी की नियुक्ति और जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है जल्द ही उच्च अधिकारियों को अवगत कराकर वहां डॉक्टर व अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति एवं जांच सुविधा उपलब्ध करा दिया जाएगा।
Sep 12 2024, 15:14