आजमगढ़:छोटे बच्चो की गृह आधारित देखभाल (HBYC) कार्यक्रम का हुआ आयोजन
सुमित उपाध्याय
अहरौला( आजमगढ़)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अहरौला पर पांच दिवसीय छोटे बच्चों के गृह आधारित देखभाल कार्यक्रम का हुवा समापन । यह आयोजन बीते 2 सितंबर से लेकर आज यानि की 6 सितंबर तक 5 दिन चला जिसमे महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नवजात बच्चों को उनके परिजन किस तरह से कुपोषित होने से बचाए उसकी जानकारी देना है । इस कार्यक्रम में आशा बहूवो , संगिनी, एएनएम, एचएस, आगनवाड़ी की महिलाओं को बताया जा रहा है कि वह घर-घर जाकर किस तरह से यह जानकारी गांव की औरतों के साथ साझा करें कि नवजात शिशु की देखरेख किस तरह से की जाए और उनको बताया जाए की बच्चा अगर पैदा होता है तो वह कितने वजन का है तो उसे स्वस्थ माना जाता है और कितने वजन से कम का हो तो उसे अस्वस्थ माना जाता है ।
ऐसी तरह-तरह की जानकारियां इस कार्यक्रम के जिला ट्रेनर अरविंद कुमार सिंह के द्वारा आजमगढ़ जिले के सभी ब्लॉकों में दिया जा रहा है इसी कड़ी में अहरौला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 21वे नंबर पर इसका आयोजन किया गया है । इसके पूर्व में आजमगढ़ जिले के 20 ब्लॉकों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा चुका है और इसकी जानकारी दी जा चुकी है । जिला ट्रेनर अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि हम यहां पर ,एएनएम ,आगनवाड़ी,आशा बहुओं, सगिनी,एचएस,महिलाओं को जानकारी दे रहे हैं कि वह किस तरह से घर-घर जाकर सबको जानकारी दें कि किस तरह से नवजात बच्चों की देख रेख की जाती है जिससे बच्चें कुपोषण का शिकार न हो और उनकी मृत्यु कुपोषण के कारण न हो । अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि 2016 में हमारा जो आंकड़ा है उसमें पता चला कि अगर 1000 बच्चे पैदा होते है तो उसमें से 39 बच्चों की मृत्यु कुपोषण के कारण हो जा रही है । इसी मृत्यु दर को रोकने के लिए सरकार के द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है और इसकी जानकारी आशा बहू , एएनएम,आंगनबाड़ी, सगिनी ,एचएस महिलाओं के माध्यम से समाज के हर वर्ग के लोगों तक पहुंचाने का कार्य किया जाए ।
Sep 06 2024, 17:07