प्राथमिक विद्यालय मोहिद्दीनपुर में बूथ लगाकर छात्र-छात्राओं को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई गई
कमलेश मेहरोत्रा
लहरपुर (सीतापुर)। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सोमवार को क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मोहिद्दीनपुर में बूथ लगाकर छात्र-छात्राओं को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई गई। इस बूथ का आयोजन छूटे हुए 25 बच्चाें को दवा खिलाने के लिए किया गया।
इस मौके पर आशा कमला देवी ने कहा कि फाइलेरिया एक गंभीर और लाइलाज बीमारी है जो की मच्छर के काटने से होती है। मच्छर कभी भी, किसी को भी, कहीं भी काट सकता है इसके लक्षण आने में पांच से 15 साल लग जाते हैं। फाइलेरिया एक संक्रामक रोग है जिसे सामान्यतः हाथी पांव के नाम से जाना जाता है।
इसके मुख्य लक्षण पैरों व हाथों में सूजन (हाथीपांव), पुरुषों में हाइड्रोसील (अंडकोश का सूजन) और महिलाओं में ब्रेस्ट में सूजन है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया संक्रमण से बचने का एकमात्र उपाय समय पर फाइलेरियारोधी दवा का सेवन करना है। यह दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रमाणित हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों को उनकी लंबाई व उम्र के हिसाब से दवाइयां की मात्रा दी गई है। इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक गिरीश वर्मा, शिक्षक आरिफ अंसारी, शफी अंसारी आदि मौजूद रहे।
Sep 04 2024, 16:38