आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का कहर,विजयवाड़ा और गुंटूर में बारिश के कारण भूस्खलन में 7 लोगों की मौत, मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का ऐलान
आंध्र प्रदेश में बारिश का कहर जारी है. बारिश और भूस्खलन के कारण गुंटूर और विजयवायड़ा में कुल सात लोगों की मौत हो गई है. विजयवाड़ा के मोगालीपुरम में भूस्खलन के कारण 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि गुंटूर में तीन लोगों की मौत हुई है. आंध्र प्रदेश के विभिन्न हिस्सों, खासकर गुंटूर और विजयवाड़ा में बारिश के कारण भूस्खलन हुआ और सड़कें जलमग्न हो गई हैं. इससे जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है.
शहर में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के कारण कई घरों पर पत्थर टूटकर गिरे, जिससे कई लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. भूस्खलन में मृतकों की पहचान मेघना, अन्नपूर्णा, बोलेम लक्ष्मी और लालू के रूप में हुई है.
बारिश के कारण विजयवाड़ा बस स्टैंड जलमग्न हो गई है. इस कारण पंडित नेहरू बस स्टैंड पर कई बसें बारिश के पानी में डूब गईं. इससे यातायात भी प्रभावित हुआ है.
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने के साथ ही सरकारी मदद का आश्वासन दिया.
गुंटूर पानी में बह गये तीन लोग
गुंटूर जिले के उप्पलापाडु गांव में बाढ़ के पानी में एक कार बह जाने से तीन लोगों की मौत हो गई. मृतकों में राघवेंद्र नामक एक शिक्षक और दो छात्र सात्विक, माणिक शामिल हैं.
दुखद घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंत्री नारा लोकेश ने कहा कि राज्य सरकार पीड़ित परिवारों की सहायता करेगी. उन्होंने कहा कि उन्हें इस खबर से गहरा सदमा लगा कि इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई. मूसलाधार बारिश के क गुंटूर में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है. पानी के तेज बहाव में कार बह गया. एर्राबलम के शिक्षक राघवेंद्र राव, उप्पलापाडु के छात्र सौरीश बाबू और मनविक की मौत हो गई.
मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
दूसरी ओर, पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी पर बना गंभीर दबाव उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट पर तूफान में बदल गया है. यह पिछले तीन घंटों के दौरान उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट पर 10 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है.
शनिवार आधी रात को इसके उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तटों के बीच विशाखापत्तनम गोपालपुर के बीच कलिंगपट्टनम के पास तट को पार करने, पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ने की संभावना है. औसत समुद्र तल पर मॉनसून ट्रफ अब उत्तर-पूर्व से सटे उत्तर-पश्चिम अरब सागर के चक्रवाती केंद्र से लेकर नलिया, मालेगांव, ब्रह्मपुरी, जगदलपुर, कलिंगपट्टनम, पश्चिम मध्य और निकटवर्ती उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के चक्रवात केंद्र तक फैली हुई है. इससे इलाके में भारी बारिश की संभावना है.
Sep 01 2024, 10:12