दो दिवसीय सम्मेलन में महिला पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों की सेवा, सुरक्षा एवम् सम्मान के संदर्भ में हुई चर्चा
सम्मेलन का उद्देश्य महिला पुलिस अधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों को मिले उचित सम्मान एवं सुरक्षा
रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : झारखंड में पहली बार दो दिवसीय राज्य स्तरीय महिला पुलिस सम्मेलन 2024 का आयोजन किया। इस सम्मेलन में महिला पुलिस कर्मियों के सेवा, सम्मान व सुरक्षा से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। जहा 23 अगस्त को सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य सचिव ने किया था। वही आज समापन में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रहेंगे और उनके साथ धर्मपत्नी कल्पना सोरेन भी रहेगी।
रांची के शौर्य सभागार, जैप-1 में आयोजित प्रथम राज्य स्तरीय महिला पुलिस सम्मेलन जो भी निष्कर्ष निकल कर आयेंगे, सरकार को उन सभी पहलुओं पर काम करने में मदद मिलेगी।
आज के परिवेश में महिलाओं के विरुद्ध बढ़ रहे अपराध से पूरा समाज चिंतित है। इस दो दिवसीय सम्मेलन में आयोजित तकनीकी सत्र में अलग-अलग क्षेत्र में योगदान दे रही महिला को बुलाया गया। चाहे वह खेल जगत से हो न्यूट्रिशन से हो या फिर काहे की या फिर पुलिस क्षेत्र में ही दे रहे योगदान से हो। वक्ताओं के विचार विमर्श से महिला पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों की समस्याओं के समाधान पर चर्चा हुई।
इस सम्मेलन में एक चर्चा विशेष कर उठी की झारखंड में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या अधिक से अधिक हो , इसे बढ़ाने पर इस पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी राज्य में पूरी पुलिस बल का 5 प्रतिशत ही महिला पुलिस है। बहाली के माध्यम से इसे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। राज्य में वूमेन ट्रैफ़िकिंग भी एक बड़ा मुद्दा है जिस पर यहां फोकस किया गया। महिला पुलिस के सहयोग से इस समस्या का निराकरण किया जा सकता है।
यौन उत्पीड़न को लेकर एक महत्वपूर्ण बात बताई गई कि इस घटना की तारीख से तीन महीने के भीतर या अंतिम घटना के तीन महीने के भीतर शिकायत दर्ज की जानी चाहिए। इसी प्रकार समिति को शिकायत प्राप्त होने की तिथि से 90 दिनों के भीतर जांच पूरी करनी होती है। हालांकि, यदि वैध कारण हैं, तो समय सीमा को अतिरिक्त अवधि के लिए बढ़ाया जा सकता है, जो 90 दिनों से अधिक नहीं होनी चाहिए। अधिनियम में यह प्रावधान है कि जांच की कार्यवाही तथा इसमें शामिल पक्षों की पहचान गोपनीय रखी जानी चाहिए।
Aug 24 2024, 21:50