कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे फुटबॉल समर्थकों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज,कई घायल
कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे फुटबॉल समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. इससे कई लोगों के घायल होने की आशंका है. ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और हड़ताल हो रहे हैं. इस बीच, कोलकाता पुलिस ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पास धारा 144 लागू कर जुलूस और प्रदर्शन कर दिया था. इस बीच, आरजी कर मेडिकल कॉलेज से सटे क्षेत्र के बाद इस बार ईएम बाईपास, बेलियाघाटा कोलकाता पुलिस क्षेत्र, कोलकाता पुलिस आयुक्त द्वारा धारा 163 (पहले 144) नोटिस जारी किया गया है.
उसके बाद रविवार को साल्टलेक स्थित युवा भारती क्रीड़ागन में पुलिस ने ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के होने वाले डर्वी फुटबॉल मैच को रद्द कर दिया था. किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस ने यह फैसला लिया था.
विधाननगर कमिश्नरेट का दावा है कि समर्थकों के विरोध जुलूस में बड़े शोर-शराबे का खतरा हो सकता था, लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में इनके समर्थक पहुंचे और विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और समर्थकों को गिरफ्तार कर रही है.
फुटबॉल समर्थकों ने किया प्रदर्शन
यह मैच 18 अगस्त को होना था, लेकिन एक दिन पहले ही पुलिस ने सुरक्षा कारणों से मैच रद्द करने की घोषणा कर दी. उस मैच में, ईस्ट बंगाल और मोहन बागान समर्थकों ने आरजी कर अस्पताल बलात्कार-हत्या मामले में न्याय की मांग करते हुए गैलरी में एक साथ विरोध प्रदर्शन किया, चूंकि विरोध प्रदर्शन मैदान में नहीं हो सकता था. इसलिए इसे मैदान के बाहर करने का फैसला किया गया, लेकिन जब फुटबॉल समर्थक जमा हुए और प्रदर्शन करने लगे तो पुलिस ने उनके खिलाफ बल प्रयोग करना शुरू कर दिया.
समर्थकों पर लाठीचार्ज से गुस्सा
इस बीच,एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने धरना में शामिल होकर अपना गुस्सा जाहिर किया. उन्होंने सवाल उठाया कि फुटबॉल देखते समय खेल प्रेमियों को क्यों गिरफ्तार किया गया? 100 साल पुराने दो क्लबों के बीच मैच देखने जाने वाले खेल प्रशंसकों को क्यों प्रताड़ित किया जाना चाहिए? साथ ही बीजेपी नेता कल्याण ने कहा कि जिन पांच लोगों को डर्बी में अशांति फैलाने के डर से गिरफ्तार किया गया है, उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए. हालांकि बाद में पुलिस ने उनकी मांग पर गिरफ्तार समर्थकों को रिहा कर दिया.
Aug 18 2024, 20:31